मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
पूर्व केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कमलनाथ छिंदवाडा में चुनाव हारेंगे
3 Nov, 2023 05:21 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कमलनाथ छिंदवाडा में चुनाव हारेंगे
मध्यप्रदेश में घूम रहे चुनावी हिन्दू
अपनी विकास यात्रा के कीर्तिमान के कारण भाजपा जनता का विश्वास प्राप्त कर रही
कांग्रेस अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही
कांग्रेस हमास पर खामोश और सनातन का विरोध कर रही
राम मंदिर से कांग्रेस को तकलीफ
भोपाल । भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश में अपनी विकास यात्रा के कीर्तिमान के कारण जनता का विश्वास प्राप्त कर रही है। कांग्रेस के समय मध्यप्रदेश बीमारू था, आज ग्वालियर, जबलपुर, इंदौर, भोपाल सहित पुरे मध्यप्रदेश में बदलाव हुआ है। यहां उद्यमशीलता, आईटी, इंफ्रास्ट्रकर सहित हर क्षेत्र में सर्वांगीण विकास हुआ है। आज मध्यप्रदेश बीमारू से विकसित प्रदेश बना है क्योकि यहां ईमानदारी से काम हुआ है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने युवा, लाड़ली बहना सहित समाज के हर वर्ग की चिंता की है। लेकिन कांग्रेस अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है। 20 वर्षों से सत्ता से बाहर रहने के कारण कांग्रेस नेता आपस में कुर्ता फाड़ राजनीति कर रहे है। यह बात भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद ने शुक्रवार को प्रदेश मीडिया सेंटर में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कही।
मध्यप्रदेश में राहुल गाँधी की मोहब्बत की दुकान क्यों बंद हो गई ?
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यहां तो मैं नए-नए शब्द सुन रहा हूं। मैं बिहार से आता हूं लालू प्रसाद जी होली में कुर्ता फाड़ होली खेलते थे लेकिन यहां की तो राजनीति में कुर्ता फाड़ आ गया है। कांग्रेस के नेता गाली खाने की पावर ऑफ अटर्नी दे रहे है और उनके बड़े नेता संभालने के लिए जय वीरू की संज्ञा दे रहे है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की टॉप लीडरशीप में कितना सद्भाव और सहमति का अभाव है। यह बड़ा विषय है जो हम जनता को बतायेंगे कि यह कांग्रेस पार्टी है जो जनता के भलाई और विकास की झूठी बातें करती है। उन्होंने कहा कि राहुल गाँधी कहाँ है ? मध्यप्रदेश में उनकी मोहब्बत की दुकान क्यों बंद हो गयी है। जो जय-वीरू के बीच सेतु बनने की बात करते है उनके फोटो उनकी ही पार्टी के उम्मीदवारों के पैम्पलेट्स पर दिखाई नहीं पड़ती है ।
इंडी अलायंस अवसर वाद और एडजस्टमेंट का गठबंधन
रविशंकर प्रसाद ने कहा विपक्षी दलों के इंडी गठबंधन को अवसरवादी गठबंधन बताते हुए कहा कि अभी लोकसभा चुनाव का उदघोष नहीं हुआ है और अभी से गठबंधन बिखर गया है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश चुनाव में आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी भी कूद गई है, वही कमलनाथ कहते है कि इनका कोई वजूद ही नहीं है, इन्हें क्या हिस्सा दें, यहाँ कांग्रेस और भाजपा की सीधी लड़ाई है। कमलनाथ जी अगर इनका वजूद नहीं है तो राहुल गांधी पिछले 6 महीने से कभी बैंगलुरू कभी पटना तो कभी मुंबई में बैठक का नाटक क्यों कर रहे है। उन्होंने कहा कि विपक्षियों का गठबंधन अवसरवादियों का ठगबंधन है।
मध्यप्रदेश में घूम रहें चुनावी हिन्दू, कांग्रेस नेताओं को राम मंदिर से तकलीफ क्यों
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के चुनाव में कोई हनुमान जी की स्तुति गा रहा है, तो कोई हिंदू धर्म के मर्म को समझा रहा है। कोई हिंदू सोच पर टिप्पणी और व्यंग्य दोनों कर रहा है। श्री प्रसाद ने राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी की और इशारा करते हुए कहा कि आप हिंदू है या नहीं इतना बताइए और अगर आपका यह अतीत है तो इस तरह की व्यंग्यात्मक टिप्पणी कर किसी के आस्था का मजाक ना करें। उन्होंने कहा कि हम सभी की आस्थाओं का सम्मान करते हैं और सभी आस्थाओं के ईश्वर का सम्मान करते हैं लेकिन राम जन्म भूमि को लेकर कांग्रेस के नेताओं को क्या परेशानी है। राम सनातन है और सबके है। उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा कि राहुल गांधी, सोनिया गांधी, प्रियंका जी, कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने अयोध्या जाकर भगवान राम को प्रणाम किया क्या ? इन्हें अयोध्या के विषय से इतनी नफरत क्यों हो जाती है यह इन्हें जवाब देना चाहिए।
सनातन का खुला विरोध करने वाले, हमास पर चुप क्यों है ?
पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस द्वारा लगातार सनातन धर्म का अपमान कर तुष्टिकरण की राजनीति से मध्यप्रदेश की जनता आहत है और उन्हें सबक सिखाने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन में शामिल नेताओं द्वारा सनातन धर्म को डेंगू कहा गया तब राहुल गाँधी, सोनिया गाँधी, दिग्विजय सिंह और कमलनाथ क्यो चुप्पी साधे हुए थे। कमलनाथ से मेरा सवाल है कि बाबरी ढांचा जब गिरा तब मध्यप्रदेश की पटवा सरकार को बर्खास्त कर दी तब नरसिंहा सरकार में तो आप मंत्री थे तब यह बात कौन करता था कि हम बाबरी मस्जिद फिर बनवाएंगे। आप बार-बार हिंदू की बात करते हैं, हनुमान चालीसा की बात करते हैं तो यह भी बताएं कि सुप्रीम कोर्ट में रामसेतु की सुनवाई में एफिडेविट देकर किसने प्रभु श्रीराम को काल्पनिक बताया ? आपको अपना अतीत भी बताना जरूरी है।
राहुल गांधी को नीतिश कुमार ने पकडाई जातिगत जनगणना की चिट
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी जातिगत जनगणना की बात करते है। पहले उन्हें राफेल की चिट कोई पकडा गया, जिसके बाद उन्होंने माफी मांगी। सावरकर के नाम पर भी उन्हें कोई चिठ्ठी पकडा गया था। अब नीतिश कुमार उन्हें जातिगत जनगणना की चिट पकडाई, जिसे राहुल गांधी सिर्फ पढ़ने का काम कर रहे है। राहुल गांधी कोई होमवर्क नहीं करते। अगर वे जातिगत जनगणना की बात करते है तो उसके नतीजे उनके परिवार पर लागू होंगे की नहीं। जिसकी जितनी संख्या भारी उसकी उतनी भागीदारी तो राहुल गांधी के परिवार में यह फार्मूला लागू होगा या नहीं। या सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी के बाद अगले गांधी का क्रम चलेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सिर्फ पिछडों की बात करती है, जबकि भारतीय जनता पार्टी के 80 सांसद पिछडा और वर्ग से है। पिछडा वर्ग से सबसे ज्यादा विधायक भाजपा के है। अनुसूचित जाति के विधायक सबसे अधिक भारतीय जनता पार्टी के है। प्रधानमंत्री खुद पिछडा वर्ग से आते है। भाजपा ने अनुसूचित जाति वर्ग से आने वाले श्री रामनाथ कोविन्द को राष्ट्र्रपति बनाया और अब अनुसूचित जनजाति वर्ग की बहन द्रोपदी मुर्मू को राष्ट्र्रपति बनाया है।
रणदीप सिंह सुरजेवाला का दावा, भाजपा सरकार की जानकारी में हुआ पटवारी भर्ती घोटाला
3 Nov, 2023 02:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । प्रदेश में विधानसभा चुनाव के प्रचार में तेजी आने के साथ-साथ आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी तेज होता जा रहा है। कांग्रेस ने शुक्रवार को पटवारी भर्ती में धांधली को लेकर शिवराज सरकार पर हमला बोला और आरोप लगाया कि चार अप्रैल को ग्वालियर में इस संदर्भ में क्राइम ब्रांच ने प्रकरण दर्ज किया था, लेकिन 25 अप्रैल तक परीक्षा चलती रही। युवाओं के आक्रोश को देखते हुए शिवराज सरकार ने जांच आयोग तो गठित किया, पर अब तक उसकी रिपोर्ट ही नहीं आई। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव प्रदेश प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने दावा किया कि पटवारी भर्ती घोटाला भाजपा सरकार की जानकारी में हुआ और इसे रोकने के स्थान पर चलने दिया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने भर्ती घोटालों की जांच कराई जाएगी और दोषी कोई भी हो, उसके विरुद्ध कार्रवाई होगी।
भर्ती परीक्षा को लेकर उठाए सवाल
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित पत्रकारवार्ता में सुरजेवाला ने ग्वालियर क्राइम ब्रांच द्वारा की गई प्राथमिकी के हवाले से बताया कि यह चार अप्रैल 2023 को ही पता चल गया था कि पटवारी भर्ती परीक्षा में घोटाला किया जा रहा है। वास्तविक परीक्षार्थियों के स्थान पर दूसरों के बिठाने का काम भी हुआ। कुछ आरोपितों से लैपटाप, बायोमेट्रिक मशीन सहित अन्य सामग्री जब्त की गई। इससे प्रश्न यह उठता है कि जब चार अप्रैल 2023 को ही घोटाले के प्रमाण मिल गए थे, तो भी परीक्षा जारी रखकर इसे क्यों होने दिया गया।
सरकार के संरक्षण में हुआ घोटाला
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के संरक्षण में यह पूरा घोटाला हुआ था, इसलिए प्रदेश स्तर पर व्यापक जांच नहीं कराई गई। गुपचुप चालान भी प्रस्तुत कर दिया गया। परीक्षा में 9,78,266 अभ्यर्थियों ने भाग लिया। 30 जून 2023 को परिणाम जारी किया गया, जिसमें 8,600 अभ्यार्थियों का चयन हुआ। प्रावीण्य सूची में दस में से सात अभ्यर्थियों का परीक्षा केंद्र एक ही कालेज में था। कई अभ्यर्थी ऐसे भी थे जो वनरक्षक भर्ती परीक्षा में फिट थे, जबकि उन्होंने पटवारी भर्ती परीक्षा में खुद को दिव्यांग बताया और दिव्यांग कोटे में उनका चयन हुआ।
23 भर्ती-प्रवेश परीक्षाओं में घोटाला
सुरजेवाला ने कहा कि व्यवसायिक परीक्षा मंडल (नया नाम कर्मचारी चयन मंडल) के माध्यम से भाजपा सरकार ने 23 भर्ती-प्रवेश परीक्षाओं में घोटाला किया। पहला मामला खंडवा, छतरपुर, भोपाल, इंदौर में प्राथमिकी दर्ज हुई। कुल 23 भर्ती-प्रवेश परीक्षाओं में गड़बड़ियां की गईं। मेडिकल और डेंटल टेस्ट के नाम पर निजी मेडिकल और डेंटल कालेजों में सीटें बेची गईं। सुप्रीम कोर्ट में सीबीआइ ने शपथ पत्र देकर कहा था कि डीमेट घोटाला व्यापमं से भी बड़ा है। फर्जी नर्सिंग कालेज घोटाले पर तो न्यायालय की टिप्पणियां आंख खोलने वाली हैं। इससे साफ है कि प्रदेश में युवाओं के भविष्य से बड़ा खेल खेला गया है।
आचार संहिता के बीच पुलिस ने 35 किलो गांजे के साथ चार आरोपितों को गिरफ्तार किया
3 Nov, 2023 02:33 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इटारसी । आदर्श आचार संहिता के दौरान मादक पदार्थों की तस्करी को लेकर पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। गुरुवार को सिटी पुलिस ने इस दिशा में कार्रवाई करते हुए 2 महिला तस्करों से 35 किलो गांजा बरामद किया है। इस तस्कर गिरोह में दो युवक भी धराए हैं। एसडीओपी महेन्द्र सिंह चौहान, थाना प्रभारी गौरव सिंह बुंदेला के नेतृत्व में पुलिस ने रेलवे क्षेत्र बारह बंगला से दो महिलाओं और दो पुरुषों के कब्जे से 35 किलो अवैध गांजा जब्त करने की कार्रवाई की है। गांजे की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 7 लाख रुपये बताई जा रही है।
गांजा बैग से जब्त हुआ
इस सबंध में टीआइ गौरव सिंह बुंदेला ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि गुरुवार को रेलवे बारह बंगला क्षेत्र में दो महिलाएं एवं दो पुरुष बैग में मादक पदार्थ लेकर घूम रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस टीम को मौके पर भेजा गया। जब उनके बैग की तलाशी ली गई तो, उसमें बड़ी मात्रा में अवैध गांजा भरा मिला। मौके से चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर एएसआइ संजय रघुवंशी टीम के साथ थाने लाए, जहां चारों से पूछताछ की गई।
आरोपित हरियाणा भागने की फिराक में थे
मौके से पकड़ाए आरोपितों के नाम परमजीत कौर, मलकीत कौर, सुरेन्द्र और सुशील हैं। चारो आरोपित उड़ीसा से गांजा लेकर इटारसी आए थे। आरोपित इटारसी से हरियाणा भागने की फिराक में थे। जहां मुखबिर की सूचना पर चारों आरोपितों को गांजे के साथ गिरफ्तार किया गया। आरोपितों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
भोपाल में तेज रफ्तार डंपर ने बाइक सवार दो लोगों को अपनी चपेट में लिया
3 Nov, 2023 02:14 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । कटारा हिल्स थाना इलाके में गुरुवार रात तेज रफ्तार डंपर ने बाइक सवार दो लोगों को अपनी चपेट में लिया। इस हादसे में एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसका दोस्त गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे के बाद चालक डंपर को मौके पर छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने डंपर जब्त कर चालक की तलाश शुरू कर दी है।
आमने-सामने हुई भिड़ंत
कटारा हिल्स थाना पुलिस के मुताबिक 37 वर्षीय संजू नाथ पुत्र प्रभुनाथ श्यामपुर दोराहा, जिला सीहोर का रहने वाला था। गुरुवार रात करीब साढ़े आठ बजे वह अपने दोस्त सतीश नाथ के साथ बाइक से भोपाल से श्यामपुर की ओर जा रहा था। तभी 11 मील बायपास रोड पर उनकी बाइक को सामने से तेज रफ्तार से आ रहे डंपर ने टक्कर मार दी। हादसे में संजू नाथ की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। जबकि उसका साथी सतीश गंभीर रूप से घायल हो गया। दुर्घटना की खबर लगते ही पुलिस मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया। संजू के शव को पोस्टमार्टम के लिए एम्स भेजकर सतीश को उपचार के लिए भर्ती कराया है। उसकी हालत भी नाजुक बनी हुई है।
भाजपा के मूल आधार आरएसएस की दबे पांव विधानसभा चुनाव में एंट्री
3 Nov, 2023 01:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्वालियर । भाजपा के मूल आधार आरएसएस की दबे पांव विधानसभा चुनाव एंट्री हो गई है। संघ ने ग्वालियर-चंबल अंचल की सबसे पहले उन सीटों पर फोकस किया है, जिन पर पिछले चार से पांच चुनाव से भाजपा जीत के लिए तरस रही है। संघ ने इन क्षेत्रों में सीधे चुनाव-प्रचार न करते हुए विचारधारा से जुड़े लोगों को भाजपा के पक्ष में सक्रिय करने के लिए अपनी टोलियों को चुनावी समर में उतार दिया है। बैठकों का दौर शुरु हो चुका है।
चुनाव की रणनीति पर मंथन
प्रत्याशियों को भी राष्ट्रोत्थान न्यास नई सड़क पर बुलाकर उनसे चुनाव की रणनीति पर मंथन करते हुए पूछा जा रहा है कि उन्हें किन-किन क्षेत्रों में संघ की मदद की आवश्यकता है। ताकि उन्ही क्षेत्रों में स्वयं सेवकों को मोर्चा संभालने के लिए भेजा जाए। हालांकि संघ चुनाव की सक्रिय राजनीति से दूर रहता है, अब भी संघ की प्रत्यक्ष रूप से चुनाव में कोई भागीदारी नही होगी। यह बात दायित्ववानों को बता दी गई है। केवल विचारधारा के आधार पर अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा की मदद करनी है। क्योंकि राममंदिर, धारा 370 हटने, तीन तलाक जैसे मुद्दों पर राजनीति में मजबूती से ही सफलता मिली है।संघ का गांव-गांव से लेकर गली-मोहल्लों व संभ्रांत वर्ग में मजबूत नेटवर्क है और कई प्रकल्पों के माध्यम से संघ सर्ववर्गों में सर्वमान्य माना जाता है। संघ के कई प्रकल्पों ने समाज को नई दिशा और एक नया विचार दिया है। इसके साथ ही आपात कालीन परिस्थतियों में भी संघ नागरिकों की मदद करने में आगे रहता है। निष्ठावान व विचारधार के प्रति समर्पित स्वयं संवकों की एक बड़ी फौज है।
शुरु हुआ बैठकों का दौर
संघ में विधानसभा चुनाव में भाजपा की मदद के लिए बैठकों का दौर शुरु हो गया है। भाजपा प्रत्याशियों के साथ बैठकर मंथन कर स्वयं सेवकों को उन क्षेत्रों में सक्रिय किया जा रहा है, जहां प्रतिद्वंदी की स्थिति मजबूत नजर आ रही है। संघ राममंदिर का निर्माण, धारा 370 को अस्तित्वहीन किये जाने व तीन तलाक पर मिली सफलता के साथ राष्ट्र की समृद्धि जैसे मुद्दों को लेकर मतदाताओं के बीच जायेगा। संघ विश्व के क्षितिज पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्र के बढ़े गौरव को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया है। इसके साथ केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार द्वारा किये गये जन कल्याण की योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने का जिम्मा स्वयं सेवकों को सौंपा जा रहा है। चुनाव की दृष्टि से कमजोर पाकेटों को मजबूत करने का दायित्व उठाएगा।
चुनाव प्रचार कर कार से गंजबासौदा लौट रहे पूर्व जनपद सदस्य देवेंद्र रघुवंशी की मौत
3 Nov, 2023 01:02 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गंजबासौदा । चुनाव प्रचार से लौट रहे भाजपा प्रत्याशी के बहनोई एवं पूर्व जनपद सदस्य की कार बुधवार रात सड़क किनारे खड़ी ट्रैक्टर ट्राली से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि घटना स्थल पर ही भाजपा नेता देवेंद्र रघुवंशी की मौत हो गई। ट्रैक्टर भी टक्कर से आगे पलट गया। जबकि एक अन्य साथी मोनू समैया घायल हो गया। प्राथमिक उपचार के बाद उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे भोपाल रेफर किया गया है। मृतक देवेंद्र रघुवंशी पूर्व मंडी अध्यक्ष नरेंद्र सिंह के छोटे भाई थे। वे बुधवार रात करीब 12 बजे ग्यारसपुर क्षेत्र से चुनाव प्रचार कर कार द्वारा गंजबासौदा लौट रहे थे। ग्राम डाबर ककरावदा के बीच अनाज से भरी ट्रैक्टर ट्राली से उनकी कार टकरा गई।
पीछे से खड़ी ट्राली में टकराई कार
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार ट्रैक्टर ट्राली में सोयाबीन भरा हुआ था। जो कि ग्राम सुनेटी से बासौदा कृषि उपज मंडी के लिए लाया जा रहा था। ट्रैक्टर चालक और उसमें सवार बाकी लोग रास्ते में ट्रैक्टर रोककर लघुशंका के लिए उतर गए थे। तभी तेज गति से आई कार का अगला हिस्सा अनाज से भरी ट्राली के पिछले हिस्से से टकरा गया। इससे कार के परखच्चे उड़ गए। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ट्रैक्टर भी पलट गया। कार के अगले हिस्से को काटकर देवेंद्र को बाहर निकाला गया। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सक ने चेक करने के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।
शहर में शोक की लहर
पूर्व जनपद सदस्य देवेंद्र रघुवंशी की मृत्यु की सूचना मिलते ही नगर में शोक की लहर दौड़ गई। देर रात से ही सभी राजनीतिक दलों के नेताओं का अस्पताल पहुंचना शुरू हो गया था। मृतक देवेंद्र का अंतिम संस्कार ग्राम जुगयाई में गमगीन माहौल में किया गया।
ट्राली में रेडियम लाइट नहीं
जिस ट्रैक्टर ट्राली से हादसा हुआ है, उसमें पीछे रेडियम लाइट नहीं लगी थी। स्थानीय नागरिकों का कहना था कि यदि ट्राली में रेडियम लाइट लगी होती है और ट्राली सड़क पर भी खड़ी होती तो पीछे आ रहा है वाहन चालक को ट्राली दिख जाती जिससे हादसा टल सकता था। इस मामले में पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है।
टमाटर, लहसुन, संतरा, दाल और सोयाबीन की खेती से किसानों को मिला टिकाऊ आजीविका का साधन
3 Nov, 2023 11:24 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्यप्रदेश के विकास में कृषि की भूमिका को न तो नकारा जा सकता है और न कम आंका जा सकता है। टिकाऊ आजीविका के लिए यहां लोगों ने बड़े पैमाने पर टमाटर, लहसुन, संतरा, दालें और सोयाबीन की खेती पर प्रयोग किए गए, जिसने आजीविका सुधार के साथ ही राज्य के समग्र विकास में भी योगदान दिया है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मध्यप्रदेश की जनता को लिखे पत्र में राज्य के विकास के लिए कारक प्रमुख क्षेत्रों में कृषि को भी शामिल किया।
नीति आयोग द्वारा जारी किए गए गरीबी के आंकड़े एमपीआई (मल्टी डायमेंशनल पोवर्टी इंडेक्स ) में मध्यप्रदेश के इंडेक्स में काफी सुधार देखा गया। बड़ी संख्या में लोग गरीबी रेखा से बाहर आए और आजीविका को बेहतर करने में कृषि एक अहम माध्यम के रूप में सामने आया। मध्यप्रदेश देश में सबसे मजबूत खाद्य प्रधान कटोरे (फूड बॉउल ऑफ इंडिया) में से है। यह गेहूं का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक (यूपी के बाद) है और यूपी और राजस्थान के बाद तीसरा सबसे बड़ा दूध उत्पादक राज्य है। बेहतर सिंचाई सुविधाओं ने मध्य प्रदेश में किसानों को अपनी फसलों में विविधता लाने में मदद की है। इस रणनीतिक बदलाव से मानसून पर उनकी निर्भरता कम हुई और परिणामस्वरूप किसानों की आय में वृद्धि हुई। 2011-12 से 2021-22 के दौरान मध्य प्रदेश के सकल राज्य घरेलू उत्पाद (राज्य में उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं का कुल मूल्य) में प्रतिवर्ष औसतन 6.65 प्रतिशत की वृद्धि हुई है जो कि गुजरात (8.35%), कर्नाटक (7.33%) और हरियाणा (6.7%) के बाद विकास की चौथी उच्चतम दर है। राज्य की कृषि जीडीपी वृद्धि औसत 7.3 प्रतिशत रही, जो कि विकास इंजन के रूप में कृषि क्षेत्र के महत्व को दर्शाती है। इस अवधि के दौरान राज्य की जीडीपी में 7.5 प्रतिशत की औसत वृद्धि देखी गई।
यह सब ऐसे समय में हुआ है जब कई मायनों में मध्य प्रदेश डबल इंजन सरकार मॉडल का एक शक्तिशाली उदाहरण बना हुआ है, जहां राज्य और केंद्र सरकार के बीच बेहतर सामंजस्य से, सरकार के दोनों स्तरों से संसाधनों और विशेषज्ञता का भरपूर प्रयोग किया जा सका। राज्य का बजट आकार, जो 2003 में 21,648 करोड़ रुपये था, 2013-14 में वह बढ़कर 85,760 करोड़ रुपये हो गया। राज्य के बजट का आकार अब 3.06 लाख करोड़ रुपये है, जो दस वर्षों में 3.5 गुना से अधिक है। 19 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश के लोगों को लिखे पत्र में विभिन्न क्षेत्रों में राज्य की उपलब्धियों की सराहना की और कहा कि मध्यप्रदेश देश की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्था वाले राज्यों में शामिल होने की राह पर है। निश्चित रूप से मध्य प्रदेश, डबल-इंजन शासन मॉडल पर चलते हुए, अगले पांच वर्षों में भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में केंद्रीय भूमिका निभाने के लिए तैयार है।
मोदी जी की डबल इंजन की सरकार मध्य प्रदेश में जनता फिर से बनाना चाहती है : विश्वास सारंग
3 Nov, 2023 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जनता का पूरा समर्थन है, नरेला में फिर एक बार प्रचंड बहुमत से कमल खिलने वाला है : विश्वास सारंग
विश्वास सारंग का जनसंपर्क 2.0 : गुरुवार को वार्ड 37 और 76 में किया जनसंपर्क
विश्वास सारंग ने शुरु किया जनसंपर्क 2.0, दूसरे फेज में बचे हुए इलाकों को कवर करेंगे
भोपाल। नरेला से भाजपा के उम्मीदवार विश्वास सारंग का धुंआधार जनसम्पर्क लगातार जारी है। पहले फेज में सभी 17 वार्डों में घर-घर जनसंपर्क के बाद सारंग ने दूसरे फेज का जनसंपर्क भी शुरू कर दिया है। दूसरे फेज में सारंग सभी वार्डों के उन इलाकों में जनसंपर्क कर रहे है जो पहले फेज में छूट गए थे। गुरूवार को उन्होंने वार्ड क्रमांक 76 और 37 में जनसंपर्क किया।
विकास को लेकर जनता में स्वीकारिता है : सारंग
इस दौरान सारंग ने कहा, नरेला में हमारा जनसंपर्क 2.0 की शुरुआत हुई है। एक बार हम सभी वार्डों में डोर टू डोर जनसंपर्क कर चुके हैं, अब हमारा दूसरा राउंड शुरू हुआ है। भाजपा के पक्ष में जबरदस्त रिस्पॉन्स है। विकास को लेकर जनता में स्वीकारिता है। मोदी जी की डबल इंजन की सरकार मध्य प्रदेश में जनता फिर से बनाना चाहती है। जनता का पूरा समर्थन है। नरेला में फिर एक बार प्रचंड बहुमत से कमल खिलने वाला है।
मिल रहा जबरदस्त समर्थन
जनसंपर्क के दौरान विश्वास सारंग को लोगों का जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। सुबह के जनसंपर्क की शुरुआत सारंग ने वार्ड क्रमांक 76 से की। अपने जनसंपर्क के दौरान जिस गली से निकले वहां के घरों की छतों से रहवासी उन पर फूलों की बारिश की। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक हर कोई अपने घरों से निकल कर उनके स्वागत के लिए खड़े हो गए। महिलाओं ने उनकी आरती उतारी और तिलक लगाया। रहवासियों ने उनका जम कर ढ़ोल-ढामाकों के साथ स्वागत किया और क्षेत्र में हुए विकास कार्यों के लिए धन्यवाद दिया। इस दौरान उन्होंने सभी बुजुर्गों के पैर छू कर जीत का आशीर्वाद लिया।
दिन का दूसरा जनसंपर्क विश्वास सारंग ने वार्ड क्रमांक 37 में किया। इस दौरान रहवासियों ने भव्य तरीके से उनका स्वागत किया। सैकड़ो की संख्या में लोग का कालीफा उनके पीछे-पीछे चकता रहा। महिलाओं ने अपने-अपने घरों से निकल कर उन पर फूल बरसाए और आरती उतार कर तिलक लगाया। सभी ने अपने क्षेत्र में हुए विकास कार्यों के लिए उनका धन्यवाद दिया और प्रचंड मतों से जीत दिलाने का भरोसा जाताया।
यहां हुआ जनसंपर्क
वार्ड 76 का जनसंपर्क सत्यज्ञान नगर कॉलोनी से शुरु हुआ। जो शंकर नगर मेन रोड होते हुए समस्त गलियां, उड़िया बस्ती की समस्त गलियां, नई बस्ती शंकर नगर, चांदवाड़ी, न्यू सुंदर नगर पानी की टंकी से शंकर जी का मंदिर (चांदवाड़ी), सभ्या त्रिपाठी जी के घर के सामने से राजेश, श्रीवास की गली - नगर निगम कॉलोनी की छोटी गलीं में प्रवेश करते हुए, नगर निगम कॉलोनी की मुख्य सड़क से बाहर निकलते हुए टिम्बर मार्केट पर समाप्त हुआ। वार्ड 37 का जनसंपर्क सेमरा मंडी से प्रारंभ हुआ, जो बापू कॉलोनी विजय नगर, सेमरा गली नं. 10, 11, 12, सेमरा गली नं. 09, 08, 07, 06, राजवीर कॉलोनी, प्रताप गुर्जर जी वाली गली दुर्गा नगर से होते हुए राजेंद्र नगर हनुमान मंदिर पर समाप्त हुआ।
मध्यप्रदेश में कृषि बनी विकास की धुरी
3 Nov, 2023 10:22 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्यप्रदेश के विकास में कृषि की भूमिका को न तो नकारा जा सकता है और न कम आंका जा सकता है। टिकाऊ आजीविका के लिए यहां लोगों ने बड़े पैमाने पर टमाटर, लहसुन, संतरा, दालें और सोयाबीन की खेती पर प्रयोग किए गए, जिसने आजीविका सुधार के साथ ही राज्य के समग्र विकास में भी योगदान दिया है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मध्यप्रदेश की जनता को लिखे पत्र में राज्य के विकास के लिए कारक प्रमुख क्षेत्रों में कृषि को भी शामिल किया।
नीति आयोग द्वारा जारी किए गए गरीबी के आंकड़े एमपीआई (मल्टी डायमेंशनल पोवर्टी इंडेक्स ) में मध्यप्रदेश के इंडेक्स में काफी सुधार देखा गया। बड़ी संख्या में लोग गरीबी रेखा से बाहर आए और आजीविका को बेहतर करने में कृषि एक अहम माध्यम के रूप में सामने आया। मध्यप्रदेश देश में सबसे मजबूत खाद्य प्रधान कटोरे (फूड बॉउल ऑफ इंडिया) में से है। यह गेहूं का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक (यूपी के बाद) है और यूपी और राजस्थान के बाद तीसरा सबसे बड़ा दूध उत्पादक राज्य है। बेहतर सिंचाई सुविधाओं ने मध्य प्रदेश में किसानों को अपनी फसलों में विविधता लाने में मदद की है। इस रणनीतिक बदलाव से मानसून पर उनकी निर्भरता कम हुई और परिणामस्वरूप किसानों की आय में वृद्धि हुई। 2011-12 से 2021-22 के दौरान मध्य प्रदेश के सकल राज्य घरेलू उत्पाद (राज्य में उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं का कुल मूल्य) में प्रतिवर्ष औसतन 6.65 प्रतिशत की वृद्धि हुई है जो कि गुजरात (8.35%), कर्नाटक (7.33%) और हरियाणा (6.7%) के बाद विकास की चौथी उच्चतम दर है। राज्य की कृषि जीडीपी वृद्धि औसत 7.3 प्रतिशत रही, जो कि विकास इंजन के रूप में कृषि क्षेत्र के महत्व को दर्शाती है। इस अवधि के दौरान राज्य की जीडीपी में 7.5 प्रतिशत की औसत वृद्धि देखी गई।
यह सब ऐसे समय में हुआ है जब कई मायनों में मध्य प्रदेश डबल इंजन सरकार मॉडल का एक शक्तिशाली उदाहरण बना हुआ है, जहां राज्य और केंद्र सरकार के बीच बेहतर सामंजस्य से, सरकार के दोनों स्तरों से संसाधनों और विशेषज्ञता का भरपूर प्रयोग किया जा सका। राज्य का बजट आकार, जो 2003 में 21,648 करोड़ रुपये था, 2013-14 में वह बढ़कर 85,760 करोड़ रुपये हो गया। राज्य के बजट का आकार अब 3.06 लाख करोड़ रुपये है, जो दस वर्षों में 3.5 गुना से अधिक है। 19 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश के लोगों को लिखे पत्र में विभिन्न क्षेत्रों में राज्य की उपलब्धियों की सराहना की और कहा कि मध्यप्रदेश देश की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्था वाले राज्यों में शामिल होने की राह पर है। निश्चित रूप से मध्य प्रदेश, डबल-इंजन शासन मॉडल पर चलते हुए, अगले पांच वर्षों में भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में केंद्रीय भूमिका निभाने के लिए तैयार है।
17 नवंबर को मतदान...मप्र विधानसभा में अभी तक नहीं जमा चुनावी रंग
3 Nov, 2023 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मतदाताओं की चुप्पी ने राजनीतिक पार्टियों की बढ़ाई बेचैनी
भोपाल। मप्र में 17 नवंबर को मतदान होना है। यानी चुनाव प्रचार को अब मात्र 12 दिन बचे हैं। लेकिन विधानसभा क्षेत्रों में अभी तक चुनावी रंग नजर रही आ रहा है। इसकी वजह है की मतदाताओं ने चुप्पी साध रखी है। मतदाताओं की चुप्पी ने राजनीतिक पार्टियों की बेचैनी बढ़ा दी है। खासकर सत्तारूढ़ भाजपा की। पार्टी लगातार सभाएं और रैली कर रही है, लेकिन मतदाताओं में वह उत्साह नहीं दिख रहा है, जो पूर्व के चुनावों में नजर आता था।
मतदाताओं की चुप्पी ने राजनीतिक दलों के जानकारों को चौंका दिया है। चुनाव किस करवट बैठे मतदाता किसकी बयार में बहेगा, इसका आंकलन लोग नहीं कर पा रहे हैं। इससे प्रत्याशियों के साथ ही पार्टियां भी बेचैन हैं। पिछले कई चुनावों की तरह इस चुनाव में अभी तक चैक-चौराहों व चाय पान की दुकानों पर प्रत्याशियों का आकलन व हार जीत के दावे भी अभी तक शुरू नहीं हुए है। मतदाताओं की उदासीनता से प्रत्याशियों के चेहरे पर चिता की लकीरें खींच जा रही हैं। वोटर दबी जुबान कहते हैं कि इस बार सोच-समझ कर वोट डालना है। वोट बर्बाद नहीं करना है। वोट देने के सवाल पर चुप्पी तोड़ते हुए कहते हैं कि इस बार मतदाताओं का आकलन करना इतना आसान नहीं होगा। हां चुनाव से एक दिन पहले निर्णय जरूर हो जाएगा।
कांग्रेस का महा जनसंपर्क अभियान आज से
उधर, कांग्रेस शुक्रवार से महा जनसंपर्क अभियान शुरू करने जा रही है। अगले 15 दिनों में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े, कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की 18 सभाएं होंगी। भोपाल और जबलपुर पश्चिम में राहुल गांधी पदयात्रा भी करेंगे। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने बताया कि हमारा लक्ष्य 125+ सीटें जीतने का है। महा जनसंपर्क के दौरान 230 विधानसभाओं को कवर किया जाएगा। इस दौरान सभाएं, रैलियां और पदयात्रा करेंगे।
कमलनाथ की 70, दिग्विजय की 60 रैलियां
पीसीसी चीफ कमलनाथ इन 15 दिनों में 70 रैलियों में शामिल होंगे। दिग्विजय सिंह 60 रैलियों को संबोधित करेंगे। मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला 30 रैलियों में शामिल होंगे। 11 और 12 नवंबर को दिवाली के कारण कार्यक्रम नहीं होंगे। इनके अलावा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरुण यादव, सुरेश पचौरी, जीतू पटवारी, कमलेश्वर पटेल, अजय सिंह राहुल, कांतिलाल भूरिया, उमंग सिंघार, ओंकार सिंह मरकाम, विजय लक्ष्मी साधौ, सज्जन सिंह वर्मा भी 230 विधानसभाओं को कवर करेंगे।
कमलनाथ ने किया एक और बड़ा ऐलान
3 Nov, 2023 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्रामीण क्षेत्रों में 1 लाख नए पद बनाकर होगी भर्ती
भोपाल। मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव का महासंग्राम छिड़ चुका है। राजनैतिक दल जनता को लुभाने के लिए तरह-तरह के वायदे कर रहे हैं। इस महासंग्राम में एक तरफ जहां बीजेपी अपना किला बचाने की कवायद में जुटी हुई है तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस 2018 की तरह 2023 में भी अपने जादू से सभी को चौंकाने की कोशिश कर रही है। इसी बीच एमपी कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने एक और बड़ा ऐलान किया है। इस ऐलान के जरिए कमलनाथ ने ग्रामीण युवाओं को साधने पर फोकस किया है।
कमलनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि हमारे प्रदेश की युवा शक्ति के उज्ज्वल भविष्य के लिए मैं वचनबद्ध हूं। प्रदेश में युवा हितैषी भर्ती व्यवस्था स्थापित कर कांग्रेस सरकार 2 लाख से अधिक रिक्त पदों पर भर्ती करेगी और ग्रामीण क्षेत्र में 1 लाख नए पद बनाकर भर्ती होगी। भर्ती परीक्षाओं में कोई शुल्क देय नही होगा, 100 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। प्रदेश में निष्पक्ष, विश्वसनीय और पारदर्शी भर्तियां फिर से शुरु होंगी। हम खुशहाल युवा-खुशहाल मध्यप्रदेश के विजन पर चलेंगे। कांग्रेस आएगी, खुशहाली लाएगी।
वचन पत्र में कई सौगातें
विधानसभा चुनाव के लिए विपक्षी कांग्रेस पार्टी ने अपना भारी-भरकम घोषणा पत्र जारी कर दिया है। कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने प्रदेश कांग्रेस के नेताओं की मौजूदगी में 18 अक्टूबर को वचन पत्र नाम से पार्टी का घोषणा पत्र जारी किया। कांग्रेस के इस वचन पत्र में युवा से बुजुर्ग, बच्चों से लेकर महिला और कास्ट से लेकर क्लास, आस्था और विश्वास तक, हर उस मतदाता वर्ग को टारगेट किया गया है। जिसकी भूमिका मध्य प्रदेश के चुनाव में सत्ता का निर्धारण करने वाली मानी जा रही है। प्रदेश में 230 विधानसभा सीटों पर 17 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।
आदिवासी महिलाओं की आहार योजना देश में नंबर वन
3 Nov, 2023 08:32 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के कार्यकाल में प्रदेश की 22% आदिवासी समाज से जुड़ी महिलाओं के विकास के लिए जिन योजनाओं का संचालन किया गया, उन योजनाओं में सबसे बड़ी योजना राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित रहने के साथ-साथ मध्यप्रदेश में आदिवासी समाज एवं जनजाति समाज की महिलाओं के उत्थान के लिए नंबर वन योजना कहलाई । इस योजना को मुख्यमंत्री आहार अनुदान योजना के नाम से जाना जाता है । मध्य प्रदेश के कई छत्तीसगढ़ से लगे हुए सीमावर्ती क्षेत्रों में जहां पर जनजातीय महिला सशक्तिकरण की योजनाएं कुशल रूप से संचालित हो रही है , उसका साकार स्वरूप अब इन स्थानों पर स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगा है । मध्य प्रदेश में बजट का प्रतिशत इन योजनाओं के लिए लगभग 200 गुना बढ़ चुका है ।
पीएम ने भी की थी योजना की तारीफ
मध्य प्रदेश में डबल इंजन की सरकार के कार्यकाल के अंतर्गत देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगभग दो माह पूर्व जनजातीय महिलाओं के उत्थान एवं सशक्तिकरण के उद्देश्य से केंद्र सरकार के द्वारा संचालित महत्वाकांक्षी योजनाओं के क्रम में करोड़ों रुपए का फंड देने के साथ-साथ शहडोल में आयोजित एक कार्यक्रम में मध्य प्रदेश की जमकर तारीफ की थी । आहार अनुदान योजना के माध्यम से केंद्र सरकार के द्वारा विशेष रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में 1460 करोड रुपए की सहायता एकमुश्त की गई । पीएम मोदी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तारीफ करते हुए महिला सशक्तिकरण की मध्य प्रदेश की योजनाओं की जमकर प्रशंसा की एवं वहीं दूसरी ओर विशेष रूप से आदिवासी समाज के लिए संकल्पित एवं क्रियान्वित मध्य प्रदेश की योजनाओं में आहार अनुदान योजना को राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित बनाने के साथ-साथ इसे केंद्र सरकार की विशेष योजना से जोड़ दिया ।
15 महीने की कांग्रेस की सरकार में बंद रही आहार अनुदान योजना ।
मध्य प्रदेश में आदिवासी समाज के कल्याण के हित में आहार अनुदान योजना सबसे अधिक संवेदनशील योजना मानी जाती है । जिसे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज वर्ष 2017 में प्रारंभ किया था । वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार चली गई तो कांग्रेस पार्टी ने लगभग डेढ़ वर्ष तक आदिवासी समाज की महिलाओं के हित से जुड़ी हुई करोड़ की राशि को रोक दिया । मध्य प्रदेश में जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार एक बार फिर से आई तो प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उपचुनाव से पूर्व ही मध्य प्रदेश के आदिवासी समाज की हितग्राहियों को एक साथ सिंगल क्लिक से उनके खातों में उपरोक्त राशि जमा कराई । वर्ष 2017 के पश्चात ढाई साल के अंतराल में 219000 से अधिक आदिवासी महिलाओं के खाते में 660 करोड रुपए पहुंच गए। प्रदेश की पिछड़ी जनजातियों विशेष रूप से बैगा, भारिया और सहरिया जनजाति के परिवार को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए आहार अनुदान योजना का संचालन मध्य प्रदेश में आदिवासी समाज की महिलाओं के सशक्तिकरण से जुड़ा हुआ बड़ा कार्यक्रम रहा । 2017 के बाद प्रतिमाह महिलाओं की खाते में ₹1000 पहुंचते रहे और 2 लाख से अधिक जनजातीय परिवारों को इसका लाभ प्राप्त हुआ ।
शिव की शक्ति को उड़ान भरने के लिए मिल रहे हैं पंख
जनजातीय महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में एक तरफ जहां भाजपा सरकार ने इस समाज की महिलाओं को राष्ट्रपति पद पर विराजमान किया, वहीं दूसरी ओर प्रदेश स्तर पर भी इस समाज से जुड़ी हुई महिलाओं को बड़े स्तर पर सशक्तिकरण का माध्यम बनाया ।
उदाहरण के रूप में मध्य प्रदेश के कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर जनजातीय समाज ने एक अलग ही तस्वीर प्रस्तुत की है । भीलांचल जिले की सीता वसुनिया महिला सशक्तिकरण की मिसाल बन चुकी है। सीता ने एक जिला एक उत्पाद स्कीम के तहत ट्रेनिंग ली थी और खुद की डिजाइन की साड़ी से पहचान पाई। आदिवासी सीता की ये तस्वीर फैशन मैगजीन वॉग का हिस्सा बनी।
बैतूल जिले की जनजातीय महिलाओं की जिंदगी रेशम ने बदल दी। स्वसहायता समूह से जुड़ी ये 755 जनजातीय महिलाएं महिलाएं सतपुड़ा वुमन सिल्क प्रोड्यूसर कंपनी में शेयर होल्डर्स हैं और कंपनी का टर्न ओवर सालाना ढाई से तीन करोड़ है। जनजातीय समाज की महिलाएं सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं और सुविधाओं का लाभ उठाकर खुले आसमान में पंख फैलाए उड़ने की तैयारी कर रही हैं।
कांग्रेस का महाजनसंपर्क अभियान-150 प्लस का लक्ष्य महान -सुप्रिया श्रीनेत
3 Nov, 2023 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अब करेंगे 150 पार, आ रही है कांग्रेस सरकार
230 विधान सभाओं में जनसंपर्क
22 रैलियां, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी करेंगी
70 रैली कमलनाथ करेंगे, 60 रैली दिग्विजय सिंह करेंगे, 30 रैली रणदीप सिंह सुरजेवाला करेंगे
भोपाल। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय प्रवक्ता, अध्यक्ष सोशल मीडिया सुश्री सुप्रिया श्रीनेत ने पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि, कांग्रेस पार्टी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के नेतृत्व में मप्र में महाजीत की ओर कदम बढ़ा रही है, 150 प्लस सीटें जीतकर आ रही है।
कांग्रेस पार्टी के सर्वाेच्च नेतृत्व से लेकर सदावंदनीय कार्यकताओं ने यह संकल्प लिया है कि महाजनसंपर्क अभियान चलाकर अगले 15 दिनों में 230 विधानसभा सीटों तक पहुंचेंगे।
शिवराज के जंगलराज से त्रस्त, कांग्रेस के वचन पर भरोसा करके मध्यप्रदेश की देव तुल्य जनता ने हमें प्रचंड बहुमत देने के लिए कमर कस ली है
कई मायनों में ये चुनाव प्रदेश के आमजन बनाम भाजपा की 18 साल की नाकामियों के बीच है।
जनहित से सरोकार-मजबूत सरकार: प्रदेश की जनता ने कांग्रेस पार्टी के लिए 150 से अधिक सीटों का लक्ष्य निर्धारित किया है। ताकि कांग्रेस पार्टी जनसरोकार के प्रमुख वचनों को निभा सके और दृढ़ता से मजबूत सरकार चला सके। यह चुनाव 18 साल की नाकामियां बनाम कांग्रेस की ग्यारंटियों के बीच भी है।
बढ़ाईये हाथ-फिर कमलनाथ
कांग्रेस के महाजनसंपर्क अभियान से हम अपने वचनपत्र और संदेश को एक एक व्यक्ति तक पहुँचायेंगे। मध्यप्रदेश में कांग्रेस का प्रचार हम फ्रंटफुट पर कर रहे हैं-हम ना सिर्फ़ शिवराज के 18 साल के कुशासन का पर्दाफ़ाश कर रहे हैं, बल्कि उससे भी ज्यादा प्रखरता और प्रमुखता से मध्यप्रदेश के लिये अपनी प्रतिबद्धता और अपने वचन को लेकर जनता के बीच फ्रंट फुट पर चुनाव लड़ रहे हैं।
मप्र की विभिन्न विधानसभाओं में कांग्रेस नेतृत्व का दौरा कार्यक्रम
4 नवम्बर,2023: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लीकार्जुन खरगे कटंगी और शाहपुरा
5 नवम्बर,2023: महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी कुक्षी और इंदौर-5
7 नवम्बर,2023: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लीकार्जुन खरगे उज्जैन और ग्वालियर पूर्व
8 नवम्बर,2023: महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी सांवेर और खातेगाँव
9 नवम्बर,2023: महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी रीवा
9 नवम्बर,2023: पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी नई सराय, अशोक नगर
चंदेरी, जबलपुर ईस्ट, जबलपुर वेस्ट में पदयात्रा
10 नवम्बर,2023: पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सतना
13 नवम्बर,2023: पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी टिमरनी, उदयपुरा और
इक़बाल नगर, भोपाल पदयात्रा।
14 नवम्बर,2023: पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी विदिशा, राजनगर, खजुराहो
15 नवम्बर,2023: महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी दतिया
15 नवम्बर,2023: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लीकार्जुन खरगे आमला (बेतूल)
वहीं 70 रैलियां मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ करेंगे, 60 रैलियां कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह करेंगे, 30 रैलियां मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला करेंगे,
इसके अतिरिक्त मध्यप्रदेश कांग्रेस के हमारे वरिष्ठ नेता अरुण यादव, सुरेश पचौरी, जीतू पटवारी, कमलेश्वर पटेल, अजय सिंह राहुल, कांतिलाल भूरिया, उमंग सिंगार, ओंकार मारकम, श्रीमती विजयलक्ष्मी साधो, सज्जन वर्मा भी विधान सभा क्षेत्रों में जनसंपर्क और रैली करेंगे।
यह व्यापक महाजनसंपर्क अभियान प्रदेश की सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों में पहुंचेगा।
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव: नामांकन वापसी के अंतिम दिन पार्टियां कई बागियों को मनाने में सफल
2 Nov, 2023 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन वापसी का दौर आज खत्म हो चुका है। भाजपा के 5 तो कांग्रेस के 6 बड़े दिग्गज बागी मैदान में डटे हैं। बुधवार और गुरुवार दो दिन नाम वापसी के लिए दिए गए थे। इस दौरान भाजपा 4 तो कांग्रेस 3 बड़े नेताओं को मनाने में कामयाब रही है। भोपाल में कांग्रेस नेता एवं पूर्व विधायक जितेंद्र डागा ने अपना नामांकन वापस ले लिया है। लेकिन भोपाल उत्तर विधानसभा में कांग्रेस के बागी नहीं माने। आरिफ अकील के भाई आमिर अकील एवं कांग्रेस नेता नासिर इस्लाम बतौर निर्दलीय मैदान में डटे हुए हैं। इससे भोपाल उत्तर में कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
गुरुवार को मनगवां (रीवा) से भाजपा विधायक पंचूलाल प्रजापति की पत्नी पन्नाबाई, आलोट (रतलाम) से भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष रमेश मालवीय ने नाम वापस लिए। जबलपुर नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष कमलेश अग्रवाल ने भी अपना पर्चा वापस ले लिया है। कमलेश ने जबलपुर उत्तर-मध्य से निर्दलीय मैदान में थे। इसी तरह से कांग्रेस से हुजूर (भोपाल) से निर्दलीय उतरे पूर्व विधायक जितेंद्र डागा, सिहोरा (जबलपुर) से कौशल्या गोटिया ने गुरुवार को नामांकन वापस ले लिया। झाबुआ से पूर्व विधायक जेवियर मेड़ा भी मान गए। लेकिन कांग्रेस के 6 बड़े नेता बतौर निर्दलीय उम्मीदवार अभी मैदान में डटे हुए हैं।
हर्षवर्धन ने भाजपा से इस्तीफा दिया
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष रहे नंदकुमार सिंह चौहान के बेटे हर्षवर्धन सिंह चौहान ने गुरुवार भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। वे भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य थे। हर्षवर्धन ने बुरहानपुर से भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय नामांकन फॉर्म भरा था। निवाड़ी सीट पर पूर्व जिलाध्यक्ष कमलेश्वर देवलिया निर्दलीय डटे हैं। देवलिया बीजेपी के पुराने नेता हैं। मुरैना में पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह भी भाजपा छोड़कर बसपा में शामिल हो चुके हैं। बेटे राकेश बसपा से प्रत्याशी हैं।
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश सचिव खामरा भाजपा में गए
गोविंदपुरा (भोपाल) से कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय फॉर्म भरने वाले पक्ष खामरा ने गुरुवार को भाजपा का दामन थाम लिया है। वे कांग्रेस के प्रदेश सचिव रहे हैं। भोपाल उत्तर से कांग्रेस के बागी नासिर इस्लाम निर्दलीय डटे हुए हैं। महू (इंदौर) से पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। वे निर्दलीय हैं।
पूर्व मंत्री रंजना बघेल मानीं, कन्हैयालाल का नामांकन भी वापस
इसी तरह से भाजपा में मनावर (धार) से पूर्व मंत्री रंजना बघेल मान गई हैं। वे भाजपा के पक्ष में प्रचार करेंगी। शाजापुर में भाजपा के जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह जादौन ने अपना नामांकन वापस ले लिया। बदनावर (धार) में भाजपा किसान मोर्चा के जिला महामंत्री रतनलाल पाटीदार ने नामांकन वापस लिया है।
कांग्रेस में भी हद तक बागी मान गए हैं। तराना (उज्जैन) से कांग्रेस नेता मुकेश परमार ने सुरजेवाला के कहने पर अपना नामांकन वापस लिया हैं। भोपाल उत्तर से कांग्रेस के पूर्व पार्षद अब्दुल शफीक अब आतिफ अकील के लिए प्रचार करेंगे। सिहोरा (जबलपुर) से पूर्व जिला पंचायत सदस्य जमुना मरावी भी निर्दलीय नहीं लड़ेंगी। बमोरी (गुना) से पूर्व राज्यमंत्री कन्हैयालाल अग्रवाल ने डमी नामांकन भरा था। इसे उन्होंने वापस ले लिया। कांग्रेस ने उनके बेटे ऋषि को प्रत्याशी बनाया है।
कंपनी के एकाउंटेट ने कर्मचारियो की सैलरी परिचितो, रिश्तेदारो के खाते में जमा कर किया साढ़े आठ लाख का गबन
2 Nov, 2023 09:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। बागसेवनिया थाना पुलिस ने एक निजी कंपनी के एक ऐसे अकाउटेंट के खिलाफ मामला कायम किया है, जिसने कर्मचारियो की लाखो की सैलरी अपने परिचितो और रिश्तेदारो के एकांउट में जमा करा दी। इसके बाद आरोपी नौकरी छोड़कर भाग गया। पुलिस के अनुसार एमराल्ड पार्क सिटी साकेत नगर में रहने वाले 31 वर्षीय राहुल सिंह ने लिखित शिकायत करते हुए बताया कि वो श्रीजी इन्फास्ट्रक्चर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में एचआर के पद पर नौकरी करते हैं। कंपनी में मृत्युंजय जैना नामक व्यक्ति अकाउटेंट के पद पर पदस्थ है, और हर महीने कर्मचारियो की सैलरी उनके एकांउट में डालने का काम भी उसी का था। आरोप है कि मृत्युंजय ने 3 सितंबर से 20 सिंतबर 2023 के बीच कंपनी के 13 कर्मचारियों को दी जाने वाली 8 लाख 45 हजार की सैलरी सॉफ्टवेयर में छेड़छाड़ कर अपने परिचितो और रिश्तेदारो के खातो में जमा करा दी। कंपनी के कर्मचारियों के अकाउंट में सैलरी नहीं पहुंचने पर उन्होनें इसकी शिकायत अधिकारियो से की। कंपनी की और से जॉच कराने पर सामने आया कि आरोपी मृत्युंजय ने साफ्टवेयर से छेड़छाड़ करते हुए कंपनी के कर्मचारियों के अकाउंट नंबर और आईएफएससी कोड को बदलते हुए अपने परिचितो और रिश्तेदारो के अकाउंट नंबर और आईएफएससी कोड डालते रकम उनके खातो में ट्रासफर कर दिये। इसके बाद दोबारा साफ्टवेयर पर पुराने कर्मचारियों का अकाउंट नंबर और आईएफएससी कोड डाल दिया। शिकायत आवेदन की जांच के बाद पुलिस ने आरोपी मृत्युंजय के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है।