मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
डीजे के शोर में भी सो रहा प्रशासन, रात में पढ़ाई नहीं कर पा रहे 10वीं-12वीं के छात्र
17 Feb, 2023 07:31 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्वालियर । सीबीएसई की कक्षा 10वीं एवं 12वीं परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू हो चुकी हैं। वही मा.शि.म. की परीक्षाएं शुरू होने में सिर्फ 11 दिन शेष हैं। इसके चलते विद्यार्थी देर रात तक पढ़ाई करने में जुटे हैं। वहीं शादियों सहित अन्य आयोजनों में बजने वाले डीजे व लाउडस्पीकर देर रात तक शोर मचाकर छात्रों की पढ़ाई में खलल डाल रहे हैं। इसके बावजूद प्रशासनिक अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हुए हैं। सवाल है देर रात तक डीजे के शोर-शराबे से भी प्रशासन की नींद क्यों नहीं टूट रही। शहर भर में शादी-समारोह में देर राज तक डीजे का शोर जारी रहता है। सिटी सेंटर, सचिन तेंदुलकर मार्ग, थाटीपुर, गोले का मंदिर, लश्कर और मुरार के क्षेत्र में स्थित मैरिज गार्डनों में डीजे रात तक बजते हैं। इनकी आवाज इतनी तेज होती है कि इनका शोर एक किमी दूर तक सुनाई देता है। गौरतलब है कि शहर में होने वाले यह आयोजन शोर मचाते हुए कई सरकारी दफ्तरों के बाहर से भी गुजरती है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों के कान पर जू तक नहीं रेंगती।नियमों की ताक पर रखे हैं सैकड़ों मैरिज गार्डन: शहर में 500 से ज्यादा मैरिज गार्डन और धर्मशालाएं हैं। जिसमें से कई तो ऐसे है जिनके पास मैरिज गार्डन की अनुमति भी नहीं है। नियमों की बात करें तो प्रशासन के निर्देशों के अनुसार रात 10 बजे के बाद तेज आवाज में गाने बजाना, शोर करना प्रतिबंधित है और 75 डेसीबल से ऊपर की आवाज को शोरगुल माना जाता है। लेकिन यह नियम शहर के मैरिज गार्डनों पर लागू नहीं होते हैं। यहां से निकलने वाला कोलाहल आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों को न तो चैन से सोने देता है और न बोर्ड परीक्षा के छात्रों को पढ़ने देता है।
67 हजार छात्र और देंगे
परीक्षा माशिमं की परीक्षाओं में कुल 53 हजार छात्र शामिल होंगे। इसमें 27 हजार 442 छात्र सिर्फ 10वीं के और 25 हजार 746 छात्र 12वीं के हैं। इसके अलावा सीबीएसई के 15 हजार छात्र 15 फरवरी से बोर्ड की परीक्षाएं दे रहे हैं।
इन्होने कहा
मेरा बेटा 10वीं में है। छात्र परीक्षा के पहले दिन-रात एक कर के तैयारी करना चाहते हैं। ऐसे में डीजे का शोर छात्रों को एकाग्रचित नहीं होने देता है। प्रशासन इस ओर ध्यान दे। मुकेश सिंह, सिटी सेंटर मेरी 12वीं की परीक्षाएं दो मार्च से शुरू होना है। दिन से अधिक बेहतर हम रात में पढ़ पाते हैं। रात 10 बजे के बाद भी डीजे का शोर होता है। पहले तो प्रशासन डीजे पर रोक लगवा देता था, पता नहीं इस बार अभी क्यों नहीं रोक लगाई।
हरिओम सिंह
सीएम राइज शा. माडल उमा स्कूल छात्रों की परीक्षाओं की तैयारी में व्यवधान उत्पन्न न हो, इसलिए पत्र के माध्यम से जिला कलेक्टर को कोलाहल से होने वाली समस्या के बारे में अवगत करवाया है। उम्मीद है जल्द ही इस पर प्रशासन द्वारा रोक लगाई जाएगी।
अजय कटियार, जिला शिक्षा अधिकारी
नगर निगम जोरदार वसूली दिखाकर लिया अवार्ड, अब 10 करोड़ रुपये के चेक बाउंस की लटकी तलवार
17 Feb, 2023 07:21 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । पिछले वित्तीय वर्ष में कुछ जोनल अधिकारियों ने बकायादारों के चेक जमा करवाकर अपने जोन में जोरदार वसूली दर्शाइ थी। इसके बाद अवार्ड भी लिया। लेकिन 10 करोड़ रुपये के चेक बाउंस होने के बाद ऐसे जोनल अधिकारी संदेह के घेरे में हैं। इनके ऊपर कार्रवाई की तलवार अटकी है। दरअसल नगर निगम के वित्त विभाग ने वर्ष 2021-22 में राजस्व वसूली से संबधित चेक बाउंस होने पर इसके राशि की वसूली को लेकर सख्ती दिखाई है। नगर निगम आयुक्त केवीएस चौधरी कोलसानी ने चेक बाउंस के राशि वसूली की वसूली संबंधित जोनल अधिकारियों से करने के निर्देश दिए हैं। हालांकि चेक बाउंस होने के बाद संबंधित जोनल प्रभारियों को इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से करनी थी। बकायादारों के खिलाफ न्यायालय में प्रकरण लगाना था। इसके बावजूद जोनल अधिकारियों ने जिन बकायादारों के चेक बाउंस हुए, उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। अब नगर निगम आयुक्त के निर्देश पर वित्त विभाग के अपर आयुक्त गुणवंत सेवत्कर ने एक आदेश जारी कर वसूली के लिए नोटिस जारी किया है। सेवत्कर ने बताया कि अभी केवल वर्ष 2021-22 के चेक बाउंस की लिस्ट जारी की गई है। यदि बीते तीन से चार वर्षों के चेक बाउंस की जानकारी निकालते हैं, तो यह आंकड़ा 25 से 30 करोड़ रुपये हो सकता है। हालांकि इस मामले में कर्मचारी संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि यदि जोनल अधिकारी बकायादारों से मिलीभगत कर फर्जी वसूली कर रहे हैं, तो अब तक किसी अधिकारी का ध्यान क्यों नही गया। वहीं ऐसे लीपा-पोती करने वाले अधिकारियों को सम्मानित भी किया जाता रहा।
जोन 13 में सबसे अधिक 416 चेक बाउंस
सबसे अधिक 416 चेक बाउंस जोन क्रमांक 13 में हुए। यहां जोनल अधिकारी नीलेश श्रीवास्तव हैं। इस जोन म3 करोड़ 77 लाख से ज्यादा की राशि के चेक बाउंस हुए हैं। इन चेक की संख्या करीब 416 है, जो कि सभी 21 जोन में सबसे ज्यादा है। इस संबंध में जोनल अधिकारी नीलेश श्रीवास्तव को नोटिस जारी किया गया है। गौरतलब है कि नीलेश श्रीवास्त्व अकेले ऐसे जोनल अधिकारी हैं, जो बीते चार वर्षों से एक ही जोन में पदस्थ हैं। जबकि अन्य जोनल अधिकारी एक या दो वर्षों में बदल दिए जाते हैं। हालांकि इसका कारण इनका उच्च अधिकारियों से मेलजोल होना है। क्योंकि बीते तीन महीने पहले जोन पुर्नगठन के दौरान सभी जोन अधिकारियों को एक जोन से दूसरे जोन में भेजा गया था, लेकिन ऊंची पहुंच की वजह से इन्होंने 24 घंटे में ही आदेश निरस्त करवा दिया।
पिछले वित्तीय में दिखाई रिकार्ड वसूली
बीते वित्तीय वर्ष में सबसे अधिक वसूली करने वाला जोन क्रमांक नौ था, जबकि जोन 13 दूसरे स्थान पर रहा था। जोन के पुर्नगठन के बाद वार्ड बदल गए हैं। लेकिन जोन 13 के वार्डों में परविर्तन नहीं हुआ। यहां पहले भी वार्ड 52, 53, 54 और 55 शामिल थे। तब इन जोनल अधिकारियों ने रिकार्ड वूसली दिखाई थी, लेकिन इसमें चेक द्वारा जमा की गई राशि भी शामिल थी। अब सर्वाधिक चेक बाउंस के राशि की वसूली भी जोन 13 से होनी है।
जोनवार चेक बाउंस के मामले
जोन क्रमांक - चेक की संख्या - चेक बांउस की राशि (रुपये में)
01 - 94 - 30,08,678
02 - 264 - 46,75,322
03 - 69 - 5,63,281
07 - 177 - 86,95,532
13 - 416 - 3,77,00,498
18 - 99 - 39,51,525
19 - 97 - 88,43,257
इनका कहना
हमने चेक बाउंस की गड़बड़ी पकड़ने के बाद संबंधित जोनल अधिकारियों से उक्त राशि की वसूली करने का निर्देश दिया है। इससे चेक बाउंस के मामलों में रोक लगेगी। साथ नगर निगम अगले वित्तीय वर्ष से बिजली कंपनी की तरह चेक लेना बंद करेगा।
- केवीएस चौधरी कोलसानी, आयुक्त, भोपाल नगर निगम
मुख्यमंत्री शिवराज पहुंचे तिघरा, किया स्पोट्रर्स काम्पलेक्स का भूमिपूजन
17 Feb, 2023 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्वालियर । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को तिघरा पहुंचे और विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास किया। इस दौरान उनके साथ केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर सहित क्षेत्र के गणमान्य नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे। ये सभी काम तिघरा पुलिस प्रशिक्षण शाला में होंगे। इस कार्यक्रम के बाद वे स्व सहायता समूह के सदस्यों के साथ संवाद करेंगे। सीएम शिवराज सिंह चौहान 17 फरवरी को साडा क्षेत्र में बसे गांवों में 125 करोड़ की सौगातें देंगे। मुख्यमंत्री चौहान इस दिन दोपहर तीन बजकर 40 मिनट पर वायुमार्ग से राजमाता विजयाराजे सिंधिया विमानतल महाराजपुरा पहुंचेंगे। विमानतल से हेलिकाप्टर से रवाना होकर शाम लगभग चार बजे तिघरा हेलिपेड पहुंचेंगे और यहां से तिघरा स्थित पुलिस प्रशिक्षण शाला के मैदान में पहुंचकर विकास कार्यों के भूमिपूजन एवं लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल होंगे। कार्यक्रम में रायपुर बांध, मामा का बांध, गिरवाई बांध एवं वीरपुर बांध को सांक-नून नहर (ट्विन डक्ट) के जरिए भरने के लिये 63 करोड़ रुपये से अधिक लागत से बनने जा रही फीडर चैनल (नहर) के निर्माण का भूमिपूजन शामिल है। गुरुवार को राज्य मंत्री भारत सिंह ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ आयोजन स्थल का निरीक्षण भी किया। भाजपा का मानना है विकास यात्रा की सफलता ही प्रदेश में एक बार फिर सरकार बनने की गारंटी है। इसी सोच के साथ सरकार व संगठन की पूरी ताकत झोंक दी है। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ की ग्वालियर-अंचल में सक्रियता बढ़ने के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अंचल में मोर्चा संभाल लिया है। मुख्यमंत्री विकास यात्रा में साडा क्षेत्र में विकास कार्यों का भूमिपूजन व लोकर्पण के लिए शुक्रवार को आ रहे हैं। हालांकि दोनों अंचलों में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर पहले से सक्रिय हैं। चुनाव से पहले ही दोनों दलों की अंचल में राजनीतिक जमीन पर जोर आजमाइश शुरू हो गई है। दूसरी तरफ कांग्रेस भी निरंतर विकास यात्रा पर हमला बोलकर आरोप लगा रही है कि भाजपा सरकार के रिपोर्ट कार्ड शून्य हैं, इसलिए अपने कार्यों का ढिंढोरा पीटने के लिए प्रशासन का दुरुपयोग किया जा रहा है।
कार्यक्रम के दौरान यहां भी होगा भूमिपूजन और लोकार्पण
- साडा क्षेत्र में बसे गांव कुलैथ में 39 करोड़ 62 लाख की लागत से बनने जा रहे सीएम राइज स्कूल का भूमिपूजन, 17 करोड़ की लागत से होने जा रहे तिघरा जलाशय का संधारण कार्य एवं 1.13 करोड़ की लागत के माहेश्वरा जलाशय का सुदृढ़ीकरण व जीर्णोद्धार कार्य का भूमिपूजन भी करेंगे।
- साडा क्षेत्र में से गांवों में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा कराए गए लगभग एक करोड़ 43 लाख लागत के विकास कार्यों का लोकार्पण और करीब एक करोड़ 67 लाख लागत के कार्यों का भूमिपूजन भी मुख्यमंत्री करेंगे।
- साडा क्षेत्र में बसी 18 ग्राम पंचायतों की पेयजल समस्या के स्थायी समाधान के लिये सरकार द्वारा जल निगम के माध्यम से स्वीकृत लगभग 59 करोड़ रुपये लागत की समूह नल-जल योजना के माडल का अवलोकन करेंगे। स्व-सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा संचालित फूड कोर्ट वाहन एवं क्षय रोग से पीड़ित मरीजों के लिए दी गई दान सामग्री के वाहन को कार्यक्रम स्थल से हरी झण्डी दिखाकर रवाना करेंगे। इस दौरान सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत हितग्राहियों को हितलाभ वितरित किए जाएंगे। आयुष्मान योजना एवं नल– जल योजना से लाभान्वित स्व-सहायता समूह की महिलाओं से संवाद भी करेंगे। द्यशाम छह बजे जेसी मिल कालेज के पीछे मैदान में चार करोड़ के स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स की आधारशिला रखेंगे। चार शहर के नाका से मल्लगढ़ा तिराहे पर भूमिपूजन करेंगे।
गोरखनाथ घाट पर गहरी खाई में पलटा वाहन, चार की मौत
17 Feb, 2023 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छिंदवाड़ा । महादेव मेला में जा रहा यात्रियों से भरा वाहन गोरखनाथ घाट की घाटी गुलाई पर अनियंत्रित होकर पलट गया और करीब 200 फीट गहरी खाई में जा गिरा। इस हादसे में चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं 07 लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। घायलों को जुन्नारदेव अस्पताल लाया जा रहा है। घटना के समय पिकअप वाहन में बैतूल जिले के आठनेर के 25 से 30 लोग सवार थे, जो महादेव मेला देखने जा रहे थे। हादसा गोरखनाथ घाट पर हुआ, जो दमुआ से भूरा भगत जाने वाले मार्ग पर स्थित है। सूचना मिलने पर जुन्नारदेव पुलिस मौके पर पहुंची। क्रेन की सहायता से वाहन और यात्रियों को निकाला जा रहा है।
सीएम शिवराज से चर्चा के बाद शासकीय चिकित्सकों की प्रदेशव्यापी हड़ताल स्थगित
17 Feb, 2023 01:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मप्र चिकित्सक महासंघ के बैनर तले स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग के डाक्टरों द्वारा की जा रही हड़ताल स्थगित हो गई। चिकित्सा महासंघ के पदाधिकारियों ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से चर्चा के बाद सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे हड़ताल स्थगित करने का ऐलान किया। इससे पहले चिकित्सा महासंघ के पदाधिकारियों की चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के साथ भी आज सुबह बैठक हुई। इस बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने महासंघ की मांगों को लेकर हाईपावर कमेटी बनाने पर सहमति जताई। साथ ही यह भी कहा कि ये कमेटी समय सीमा में विचार कर रिपोर्ट देगी।
डाक्टरों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित, ओपीडी में पसरा सन्नाटा, हमीदिया में पहुंचे कमिश्नर-कलेक्टर
17 Feb, 2023 12:20 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मप्र चिकित्सक महासंघ के बैनर तले स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग के डाक्टरों ने आज से बेमियादी हड़ताल शुरू कर दी है। उनकी इस हड़ताल की वजह से शासकीय अस्पतालों में सन्नाटा पसरा है। सुबह नौ बजे ओपीडी शुरू होती है, लेकिन अस्पतालों में डाक्टरों के चेंबर खाली नजर आए। राजधानी के जेपी अस्पताल में सुबह जब मरीज पहुंचे तो उनके इलाज के लिए चिकित्सा इंटर्सं को ड्यूटी पर लगाया गया। जेपी अस्पताल में अभी आयुष और प्रशिक्षु डाक्टरों ने संभाला काम। वहीं हमीदिया अस्पताल में 75 सीनियर रेसिडेंट डॉक्टर ने फिलहाल काम संभाला है। हालांकि कुछ अस्पतालों में सुरक्षाकर्मी ओपीडी में आने वाले मरीजों को गेट से ही वापस लौटाते नजर आए। सुबह करीब ग्यारह बजे भोपाल के संभागायुक्त माल सिंह और जिला कलेक्टर अविनाश लवानिया हमादिया अस्पताल पहुंचे और स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान वह अस्पताल के जनरल वार्ड में भी गए और भर्ती मरीजों से उनका हालचाल जाना। इस संदर्भ में सरकार का कहना है कि डाक्टरों की ज्यादातर मांगें पहले ही मानी जा चुकी हैं, इसके बाद भी उनकी हठधर्मिता जारी है। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान ने मांगों पर विचार के लिए समिति बनाने की बात कही थी। इसके लिए दो या तीन नाम महासंघ से मांगे थे, पर अभी तक नहीं दिया। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि डाक्टरों की 2008 की रिकवरी, पदोन्नति, संवर्ग का मुद्दा हल हो चुका है। संवर्ग बना दिया गया है, जिससे नियमित पदोन्नति होती रहे। रिकवरी नहीं की जा रही है। इसके बाद भी डाक्टर जबरदस्ती हड़ताल पर हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधकारियों ने कहा कि पिछले वर्ष विभिन्न संवर्ग के कर्मचारियों का आंदोलन हुआ था, लेकिन सभी के साथ बैठक कर उनकी मांगों पर निर्णय लिया गया है, पर डाक्टर बैठक करने को तैयार नहीं हैं। डाक्टरों ने हड़ताल खत्म नहीं की तो सरकार अत्यावश्यक सेवा प्रबंधन अधिनियम (एस्मा) भी लगा सकती है।
सरकार ने यह की व्यवस्थाएं
डाक्टरों की हड़ताल को देखते हुए स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग ने वैकल्पिक व्यवस्था की है। जूनियर डाक्टर, सेवारत पीजी डाक्टर, बंधपत्र के तहत अस्पतालों में पदस्थ डाक्टरों को लगाया गया है। इसके अलावा आयुष्मान भारत योजना के तहत चिन्हित अस्पतालों में आयुष्मान के मरीजों को उपचार मिलेगा। जरूरत पर निजी अस्पतालों के चिकित्सकों की भी मदद ली जाएगी।
कुबेरेश्वर धाम में अव्यवस्थाओं के बीच दूसरे दिन भी लगा श्रद्धालुओं का तांता, रुद्राक्ष वितरण काउंटर बंद
17 Feb, 2023 11:48 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सीहोर । कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के आश्रम कुबेरेश्वर धाम में सात दिवसीय रुद्राक्ष महोत्सव के पहले दिन गुरुवार को ही अनुमान से कहीं अधिक लोगों के पहुंचने से हालात बिगड़ गए। शुक्रवार को दूसरे दिन भी कुबेरेश्वर धाम में श्रद्धालुओं का तांता लगा है। हालांकि कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा कह चुके हैं कि व्यवस्था सुधरने तक रुद्राक्ष वितरण नहीं होगा, लेकिन लोग कुबेरेश्वर धाम लौटने वाले से ज्यादा आने वाले नजर आ रहे हैं। इसी के चलते कुबेरेश्वर धाम में दूसरे दिन भी अव्यवस्थाएं नजर आ रही है। यहां पानी की पर्याप्त इंतजाम नहीं है। जबकि भोजन की तैयारी की जा रही है। बिठ्ठेलेश्वर समिति के लोग कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे है। खास बात यह है कि पूरा परिसर से लगे हुए रास्ते सहित खेत के आसपास गंदगी होने से लोगों को परेशानी हो रही है। उधर समिति की ओर से गुरुवार देर रात ही फिलहाल रुद्राक्ष वितरण बंद करने की घोषणा कर दी गई थी। शुक्रवार सुबह से रुद्राक्ष वितरण काउंटर खुले भी नहीं हैं, इसके बावजूद कई लोग रुद्राक्ष पाने की आस में अब भी काउंटरों के आगे जमा हैं। हालांकि बड़ी संख्या में लोगों के लौटने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। बताया जाता है कि कल मची अफरातफरी के बीच करीब 15 लोग लापता हो गए। लोग अपनोंं की तलाश में कोतवाली के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उन्हें ज्यादा मदद नहीं मिल पा रही है। कुबेरेश्वर धाम में लोगों के आने का सिलसिला अब भी जारी है। भोपाल-इंदौर हाइवे पर फिलहाल गुरुवार जैसे भीषण जाम के हालात तो नहीं हैं, लेकिन श्रद्धालुओं के बसों में भरकर आने का सिलसिला यूं ही जारी रहा तो हालात फिर से बिगड़ भी सकते हैं। इधर कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा और आयोजन समिति की तरफ से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर अब भी हजारों लोग मौजूद हैं। उधर, गुरुवार को कुबेरेश्वर धाम से लापता कई लोगों को के फ़ोटो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
सुबह तक करते रहे ट्रेन का इंतजार
गुरुवार को पहले दिन कुबेरेश्वर धाम पहुंचे लोगों को जब परेशानी का सामना करने के बाद भी रुद्राक्ष नहीं मिले और वितरण नहीं करने की बात सामने आई तो 60 फीसदी लोग वापस लौटना शुरू हो गए। जिससे बढ़ी संख्या में लोग रेलवे स्टेशन पहुंच गए। सबसे अधिक लोग इंदौर रूट पर जाने वाले थे, जिससे पूरा भोपाल रेलवे स्टेशन लोगों से पट गया। हालत यह रही कि हजारों में लोगों की संख्या होने से वह एक साथ ट्रेन में नहीं जा सके। कई लोग हार-थककर जहां स्टेशन पर जहां जगह मिली वहीं सो गए, तो बड़ी संख्या में लोग सुबह भी ट्रेन का इंतजार करते नजर आए।
रात भर चली बसें, वसूला मनमाना किराया, यहां-वहां चादर बिछाकर सोए लोग
कुबेरेशवर धाम के दोनो तरफ लगे जाम के बाद बड़ी संख्या में लोग पैदल ही करीब दस किमी के जाम से जूझते हुए बस स्टैंड पहुंचे, लेकिन यहां इंदौर जाने वाली बसें नहीं मिलने से उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि भोपाल के लिए वाहन मिल रहे थे, लेकिन किराया 100 से 200 रुपये तक लिया जा रहा था। हालत यह रही कि हजारों लोग बस स्टैंड के आसपास ही सो गए।
जगह-जगह पसरी गंदगी
कुबेरेश्वर धाम में शौचालय की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने से लोग खुले में शौच करने चले गए। इससे सड़क किनारे, खेत से लेकर मुख्य मार्गो पर जगह-जगह गंदगी हो गई।
पैदल आने वाले चने की फसल को पहुंचा रहे नुकसान
जहां गुरुवार को पैदल लौटते हुए जहां हजारों लोगों ने खेतों में से निकलकर फसल खराब कर दी, वहीं भूख मिटाने चने उखाड़कर गए। वहीं शुक्रवार को सुबह भी पैदल कुबेरेश्वर धाम जा रहे लोग झुंड के रूप में खेत में घुसकर चने उखाड़कर खा रहे है, जिससे किसानों की खड़ी फसल को नुकसान पहुंच रहा है।
नहीं हो पा रहा फोन से संपर्क
कुबेरेश्वर धाम में वाहर से आए लोगों के फोन डिस्चार्ज हो चुके है, वहीं मोबाइल चार्ज करने के लिए खासी मशक्कत के बाद भी सफलता नहीं मिल रही है। जबकि जैमर लगे होने से लोगों को एक दूसरे से संपर्क नहीं हो रहा है, जिससे यहां आए लोगों को सबसे अधिक परेशानी हो रही है।
पहले दिन यूं बिगड़े हालात
गुरुवार को रुद्राक्ष महोत्सव के पहले दिन सुबह ही 10 बजे तक ही इंदौर-भोपाल राजमार्ग पर 10-10 किमी व इछावर-भाऊखेड़ी से कोठरी जाने वाले मार्ग पर भी सात किमी का जाम लग गया था। हालत यह बनी कि दोपहर 12 बजे के बाद वाहनों को सात से आठ किमी पीछे रोका जाने लगा और लोग पैदल ही कुबेरेश्वर धाम पहुंचना शुरू हो गए। वहीं रुद्राक्ष वितरण के लिए बनाए गए जिगजैग की जालियां व बल्लियां टूट गई। जायजा लेने पहुंचे कलेक्टर-एसपी के वाहन सहित व्यव्स्था संभालने जा रहे पुलिसकर्मी तक भी जाम में फंस गए। व्यवस्थाएं ध्वस्त होने की वजह से बड़ी संख्या में श्रद्धालु कुबेरेश्वर धाम से निराश होकर लौटे। कई श्रद्धालु तो पंडित प्रदीप मिश्रा को कोसते भी जा रहे थे कि जब इंतजाम नहीं कर सकते थे तो बुलाया क्यों। कुबेरेश्वर धाम से सीहोर बस स्टैंड लौटने के बाद लोग होटल और लाज में जगह नहीं मिलने के कारण बस स्टैंड के पास रात में जहां जगह मिली, वहीं सो गए
विकास यात्रा में बह रही नल-जल की धार
17 Feb, 2023 10:56 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । प्रदेश में 5 फ़रवरी से प्रारंभ हुई विकास यात्राएँ जन-सेवा का नया पर्याय बन गयी हैं। इस दौरान मंत्रियों, जन-प्रतिनिधियों के नेतृत्व में जहाँ एक ओर विकास कार्यों का भूमि-पूजन एवं लोकार्पण किया जा रहा है, वहीं आमजन से चर्चा कर उनकी समस्याओं के त्वरित निदान के भी कार्य किए जा रहे हैं। इसी क्रम में जल जीवन मिशन की विकास योजनाओं का भूमि-पूजन एवं लोकार्पण पूरे प्रदेश में किया जा रहा है। इंदौर ज़िले में यात्रा के 11 दिन में 62 करोड़ 11 लाख रूपये की लागत से 100 ग्रामों की नल-जल योजनाओं का लोकार्पण किया जा चुका है।
विकास यात्रा के दौरान इंदौर के देपालपुर विकासखंड में 7 करोड़ 46 लाख रूपये की लागत से 15 ग्राम, सांवेर विकासखंड में 35 करोड़ 94 लाख रूपये की लागत से 48 ग्राम और डॉ. अम्बेडकर नगर विकासखंड में 18 करोड़ 70 लाख रूपये लागत से 37 ग्राम में नल-जल योजनाओं का लोकार्पण किया गया।
इंदौर ज़िले में अब तक 1 लाख 87 हज़ार 316 घर में नल से जल पहुँचाया जा चुका है, जो निर्धारित लक्ष्य 1 लाख 94 हज़ार 140 घरों का 96.49 प्रतिशत है। इंदौर की 80 पंचायतें शत प्रतिशत हर-घर जल स्टेटस के लिए रिपोर्ट कर चुकी हैं। इसमें से 30 पंचायतों को प्रमाणन प्राप्त हो चुका है। इसी प्रकार 252 ग्राम हर-घर जल स्टेटस के लिए रिपोर्ट कर चुके हैं, जिनमें से 129 ग्राम को प्रमाणित किया जा चुका है। उल्लेखनीय है कि बुरहानपुर पहले ही देश एवं प्रदेश का पहला हर घर नल जल प्रमाणित जिला बन चुका है।
पीसीसी दफ्तर में कांग्रेस का वार रूम तैयार
17 Feb, 2023 08:51 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्यप्रदेश में मिशन 2023 की तैयारी शुरू हो गई है। इसी कड़ी में मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस का वार रूम तैयार हो गया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) दफ्तर में कांग्रेस का वार रूम बना है। पीसीसी बिल्डिंग में ग्राउंड फ्लोर पर वार रूम तैयार हुआ है। कांग्रेस से जुड़े विभाग, संगठन और प्रकोष्ठ के पदाधिकारी ग्राउंड फ्लोर पर बने केबिन में बैठेंगे। पदाधिकारियों को कंप्यूटर की सुविधा भी मिलेगी। यहां स्थित दो कांफ्रेंस रूम में पार्टी की चुनावी रणनीति बनेगी। जानकारी के अनुसार ग्राउंड फ्लोर में 25 से ज्यादा केबिन बनाए गए हैं। सुविधाओं से लैस केबिन में हाईटेक तरीके से पार्टी पदाधिकारी चुनाव की रणनीति बना सकेंगे। बताया जाता है कि ग्राउंड फ्लोर के वास्तु दोष को भी खत्म किया गया है। बताते है कि वास्तु के हिसाब से कैबिन तैयार हुए हैं।
रूद्राक्ष महोत्सव...मची भगदड़...गई जान
17 Feb, 2023 08:43 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रुद्राक्ष पाने में नाकाम लोग पंडित मिश्रा के खिलाफ नारे लगाते हुए लौटे, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का महोत्सव स्थल का दौरा भी निरस्त
भोपाल/छतरपुर/सीहोर । मप्र में कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के सीहोर स्थित कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष महोत्सव के पहले दिन भारी भीड़ के कारण हालात बेकाबू हो गए। रुद्राक्ष लेने के चक्कर में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई, जिसमें एक महिला की मौत हो गई। तीन महिलाएं लापता हो गई हैं। वहीं पं. धीरेन्द्र शास्त्री के पन्ना रोड स्थित बागेश्वर धाम में एक महिला की मौत हो गई। किडनी की समस्या से पीडि़त यह महिला बुधवार को अपने पति के साथ अर्जी लगाने पहुंची थी। पंडाल में लाइन में खड़े-खड़े वह अचानक गिर पड़ी और वहीं दम तोड़ दिया। मप्र के सीहोर के कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष वितरण कार्यक्रम अव्यवस्था का शिकार हो गया है। दस लाख से अधिक लोगों के आने से व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं। भीड़ में चक्कर खाकर एक महिला गिरी और उसकी मौत हो गई। भक्तों के काफी संख्या में पहुंचने के कारण पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है। महोत्सव के दौरान तीन महिलाएं लापता हो गईं हैं। एक महिला छत्तीसगढ़ के भिलाई से आई हैं। दूसरी राजस्थान के गंगापुर की रहने वाली हैं, तीसरी महाराष्ट्र के बुलढाणा की रहने वाली बताई जा रही हैं।
रुद्राक्ष वितरण अनिश्चित काल के लिए रोका
अत्यधिक भक्तों के पहुंचने की वजह से रुद्राक्ष का वितरण भी अनिश्चित काल के लिए रोका गया है। इस बात का जिक्र पंडित मिश्रा ने पहले दिन की कथा के दौरान भी किया। मंडी पुलिस ने महिला की मौत की पुष्टि करते हुए बताया कि महाराष्ट्र के नासिक के मालेगांव से आई मंगला बाई पति गुलाब (50) की तबीयत अचानक खराब हो गई। उसे चक्कर आया। वह गिर पड़ी। संभवत: उसे हार्ट अटैक आया था। उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
लगा रहा कई किमी जाम
सीहोर रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर बाहर से यात्रियों की भारी भीड़ लगी रही। कुबेरेश्वर धाम पहुंचने के लिए ऑटो रिक्शा और बस चलाने वालों ने भी मनमाने दाम वसूले। जाम लगा होने की वजह से भी परेशानी हई। इंदौर और भोपाल के रास्ते से आ रहे हजारों यात्री घंटों फंसे रहे। बताया जा रहा है कि प्रशासनिक अधिकारियों को आयोजकों से सहयोग नहीं मिला। प्रशासन ने माना कि आयोजकों ने पर्याप्त व्यवस्था नहीं की थी। पंडित प्रदीप मिश्रा को अपने स्तर पर व्यवस्था करनी चाहिए थी। यह आयोजन सरकारी नहीं है। इतनी भीड़ को संभालने में प्रशासन के इंतजाम भी नाकाफी साबित हुए। इंदौर-भोपाल हाईवे पर कई घंटों तक 20 से 25 किलोमीटर तक जाम लगा रहा।
सीएम का प्रोग्राम रद्द
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शिव महापुराण कथा में भाग लेने आने वाले थे। दोपहर साढ़े तीन बजे का कार्यक्रम था। भीड़ और अव्यवस्था को देखते हुए उनका कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया है।
अगर मौत आनी है तो आएगी ही: पंडित प्रदीप मिश्रा
कथा के दौरान पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि लोग मौत से डरते हैं। कहते हैं कि हम केदारनाथ नहीं जाएंगे। वहां बहुत ठंड है, कुछ हो गया तो क्या होगा। लेकिन अगर मौत आनी है तो आएगी ही। भले ही आप घर में ही क्यों न हो। आप घर में होगे, पैर पोछने के लिए पायदान में पैर रखोगे और अगर मौत आनी ही होगी तो तुरंत पायदान फिसल जाएगा। आप 7 तालों में ही क्यों न बंद हो, मौत को आना है तो वह आएगी ही। पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि जो लोग यहां रुद्राक्ष के लालच में आ रहे हैं, तो वे न आएं। टिकट कैंसिल करा लो। यहां आना है तो महादेव के लिए आओ। उनसे क्या मिलेगा, उसकी लालच में आओ। रुद्राक्ष के लिए आने की आवश्यक्ता नहीं है।
बागेश्वर धाम में भी महिला की मौत
पं. धीरेन्द्र शास्त्री के पन्ना रोड स्थित बागेश्वर धाम में एक महिला की मौत हो गई। किडनी की समस्या से पीडि़त यह महिला बुधवार को अपने पति के साथ अर्जी लगाने पहुंची थी। पंडाल में लाइन में खड़े-खड़े वह अचानक गिर पड़ी और वहीं दम तोड़ दिया। 33 साल की यह महिला नीलू उर्फ नीलम अपने पति देवेंद्र सिंह के साथ उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के महाराजपुर से आई थी। पति देवेंद्र सिंह ने बताया कि उसकी पत्नी लंबे समय से बीमार थी। इससे निजात पाने के लिए वह बागेश्वर धाम पहुंची थी। सुबह खाना खाया था। उसके बाद पंडाल में अर्जी के लिए लाइन में खड़ी हुई। इसी दौरान बेहोश हो गई। परिजन उसका शव यूपी अपने गृह ग्राम ले गए।
28 साल की लड़की लापता
बागेश्वर धाम दरबार से 28 साल की एक लड़की के लापता हो जाने का मामला भी सामने आया है। लापता कुमारी नीरज मौर्य 12 फरवरी को पिता ओमप्रकाश के साथ धाम पहुंची थी। उस दिन सुबह करीब 10 बजे के बाद वह कहीं नजर नहीं आई। पिता का कहना है कि वह प्रेत दरबार से गुम है। उन्होंने लोगों से मोबाइल नंबर 8955492438 या छतरपुर जिले के थाना बमीठा पर जानकारी देने के लिए कहा है।
अब मध्य प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा में नहीं होगा ऋणात्मक मूल्यांकन
16 Feb, 2023 10:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । शिक्षक पात्रता परीक्षा में अब ऋणात्मक मूल्यांकन (नेगेटिव या माइनस मार्किंग) नहीं होगा। लोक शिक्षण संचालनालय (डीपीआइ) आयुक्त ने मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल को पत्र लिखकर नियमपुस्तिका में ऋणात्मक मूल्यांकन को विलोपित करने को कहा है। पत्र में लिखा है कि दिसंबर 2022 में मंडल द्वारा जारी किए गए उच्च माध्यमिक, माध्यमिक शिक्षक (गायन, वादन, खेलकूद) और प्राथमिक शिक्षक (नृत्य, गायन, वादन, खेलकूद) की नियमपुस्तिका में मूल्यांकन पद्धति के अंतर्गत ऋणात्मक मूल्यांकन का प्रविधान किया था। अब नए निर्देशों के तहत सभी पदों की पात्रता परीक्षा में ऋणात्मक मूल्यांकन को विलोपित किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि यह भर्ती स्कूल शिक्षा और जनजातीय कार्य विभाग कर रहा है। इसके तहत उच्च माध्यमिक शिक्षक के लिए पात्रता परीक्षा आयोजित की जाएगी। इस संबंध में मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल ने नियमपुस्तिका जारी कर दी है। उच्च माध्यमिक शिक्षक के लिए पात्रता परीक्षा-2023 के 12 से 27 जनवरी तक आनलाइन आवेदन भरे गए थे। जिसमें एक लाख 75 हजार आवेदन आए हैं। परीक्षा की तारीख भी घोषित कर दी गई है
भोपाल में दो पुलिस आरक्षकों ने व्यापारी को कार में बैठाया, पिस्टल तानी और 5.50 लाख रुपये लूटे
16 Feb, 2023 09:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । कोलार थाने के दो आरक्षकों ने गुंडे बदमाशों की तरह अपने दो साथियों के साथ एक ज्वेलर्स को जबरन कार में बैठाया और अड़ीबाजी कर उससे 5.50 लाख रुपये हड़प लिए। इसके बाद व्यापारी ने पूरे मामले की शिकायत गृहमंत्री, डीजीपी व पुलिस आयुक्त से कर दी थी।
पुलिस आयुक्त ने दोनों को किया निलंबित
जांच के बाद पुलिस आयुक्त ने दोनों को निलंबित कर उनके खिलाफ कोलार थाने में एफआइआर दर्ज करा दी है। पुलिस आयुक्त प्रणाली के लागू होने के बाद पुलिस कर्मियों के विरुद्ध की गई अब तक की यह सबसे बड़ी कार्रवाई है।
घर लौटने के दौरान हुई वारदात
जानकारी के मुताबिक मां पार्वती नगर कोलार निवासी गौरव जैन (38) ज्वेलर्स हैं। इसके अलावा मसाले का कारोबार भी करते हैं। मंगलवार को वह कटिंग कराने के बाद दोपहर तीन बजे घर लौट रहे थे तभी रास्ते में उनके वाहन को एक कार ने ओवरटेक कर रोक लिया।
पिस्टल तानकर हाथ ऊपर कर कार में बैठने को कहा
कार से कोलार थाने के आरक्षक देवेंद्र श्रीवास्तव और रोहित शर्मा निकले। उनके साथ में दो अन्य साथी भी थे। इन लोगों ने मिलकर गौरव पर पिस्टल तानकर फिल्मी स्टाइल में हाथ ऊपर कर कार में बैठने के लिए कहा और धमकी देने लगे की तुम्हारा पुराना वारंट निकला है। इसमें तीन और चार माह तक जमानत नहीं होगी।
दस लाख में मामला रफादफा करने की बात की
इस पर गौरव ने उसे थाने लेकर चलने के लिए कहा, लेकिन दोनों सिपाही और चारों लोग उससे 10 लाख रुपये में मामले को रफादफा करने की बात कहने लगे। जब उसने मना किया तो वह उसे चूनाभट्टी से कलियासोत डैम की तरफ ले गए। बाद में चारों ने मिलकर कारोबारी के साथ कार के अंदर लात घूंसों से मारपीट की। बाद में पिस्टल दिखाकर उसे जान से मारने की धमकी देने लगे। इससे वह डर गया और पांच लाख रुपये देने की हामी भर दी।
दोस्त से मांगकर दिए पांच लाख रुपये
गौरव जैन ने अपने दोस्त से पांच लाख रुपये मांगकर चारों लोगों को दे दिए। पांच लाख लेने के बाद आरोपित उसे एक बार फिर से कार में ही पालीटेक्निक चौराहा ले गए। जहां पर दोनों के साथी उतर गए।
कोलार थाने के आरक्षक देवेंद्र और रोहित ने गौरव से कहा कि यह दोनों अलग शाखा के लोग हैं, उसके बाद देवेंद्र और रोहित ने एक लाख रुपये और मांगे। बाद में इन दोनों को व्यापारी अपने घर ले गया और पत्नी से 50 हजार रुपये लेकर इन दोनों पुलिसकर्मियों को दिए। इसके बाद भी दोनों 50 हजार रुपये और मांगने लगे। इतना ही नहीं, व्यापारी ने मना किया तो उस पर पिस्टल तानकर एनकाउंटर करने की धमकी देकर चले गए।
गृहमंत्री और कमिश्नर से शिकायत
गौरव जैन ने पूरे मामले की लिखित शिकायत गृह मंत्री, डीजीपी और पुलिस आयुक्त से की थी। इसके बाद पुलिस आयुक्त ने डीसीपी विजय खत्री को जांच सौंपी थी। जांच में दोनों आरक्षकों के खिलाफ शिकायत सही पाई गई। इसके आधार पर कार्रवाई की है। हालांकि घटना के बाद से दोनों आरक्षक थाने से गैरहाजिर हैं।
पुलिस ने नहीं लगाई अपहरण की धारा
देवेंद्र श्रीवास्तव को कोलार थाने में तीन साल पूरे होने को आ गए हैं, जबकि रोहित को छह माह तैनात हुए हो चुके हैं। इससे पहले भी उनकी अभद्र व्यवहार करने की शिकायत आती रहती थी, लेकिन इस तरह का मामला पहली बार आया है। टीआइ कोलार चंद्रकांत पटेल ने बताया कि आरोपितों पर 342, 419, 170, 384 323 की धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर मामले को जांच में ले लिया है जबकि अपहरण की धारा नहीं लगाई गई है।
विवादों में रहा है थाना
कोलार थाना नए साल में विवादों में रहा है। कुछ माह पहले इसी थाने की पुलिस ने एक सटोरिए पर अवधपुरी में अड़ीबाजी की थी। उस समय भी थाना पुलिस ने क्राइम ब्रांच का बताकर उससे रुपये ले लिए थे, लेकिन आला अधिकारियों तक मामला पहुंचा लेकिन कार्रवाई नहीं की गई। प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह ने विधायक की अनुशंसा पर इसी थाने के सात पुलिस कर्मियों के तबादले किए थे, लेकिन थाने से एक को छोड़कर किसी को नहीं हटाया गया।
इनका कहना है
शिकायत के बाद दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही उनके खिलाफ कोलार थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। उनकी गिरफ्तारी के लिए कोलार पुलिस प्रयास कर रही है।
- मकरंद देऊस्कर, पुलिस आयुक्त भोपाल
गृह मंत्री डाॅ. नरोत्तम मिश्र आज विकास यात्रा के दौरान विभिन्न कार्यक्रमों में सम्मिलित होंगे
16 Feb, 2023 08:29 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दतिया / मध्यप्रदेश शासन के गृह, जेल, संसदीय कार्य एवं विधि विधायी विभाग के मंत्री डाॅ. नरोत्तम मिश्र आज 17 फरवरी 2023 को जिले के प्रवास पर रहते हुए विकास यात्रा के तहत् आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में सम्मिलित होंगे। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार गृह मंत्री डाॅ. नरोत्तम 17 फरवरी 2023 को प्रातः 8.30 बजे डबरा से ग्राम भवानीपुर के लिए प्रस्थान कर प्रातः 9.30 बजे ग्राम भवानीपुर पहुंचेगे और आयोजित सभा में सम्मिलित होंगे। प्रातः 10 बजे आप ग्राम चकबहादुरपुर, प्रातः 11 बजे ग्राम महाराजपुरा, दोपहर 12.30 बजे ग्राम बहादुरपुर में, दोपहर 1 बजे ग्राम निरावल में, दोपहर 1.30 बजे ग्राम बिड़निया में आयोजित नुक्कड़ सभा में सम्मिलित होंगे।
भारतीय जनता पार्टी ने 13 विधानसभा सीटों को फोकस पर रखा
16 Feb, 2023 07:57 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । वोट अधिक, लेकिन सीटें कम...2018 के विधानसभा चुनाव में यह दर्द झेल चुकी भाजपा अब बेहद सतर्क है। पार्टी ने उन 13 सीटों पर फोकस बढ़ा दिया है, जहां जीत-हार का अंतर 1300 वोटों से कम था। इनमें से छह तो भाजपा ने जीत लीं, लेकिन सात पर उसे पराजय का सामना करना पड़ा था। सात सीटों पर हार-जीत का अंतर नोटा को मिले वोटों से भी कम था, यानी यहां नोटा को ये वोट नहीं मिलते तो वर्ष 2018 में भाजपा को कुल 116 सीटें मिल जाती और भाजपा की सरकार बन जाती। इन 13 सीटों में से जीत वाली सीटों पर वोट बढ़ाने और हारी हुई सीट पर जीत की रणनीति तैयार की जा रही है। यही नहीं, इस चुनाव में पार्टी को कुल 41.6 प्रतिशत वोट मिले, लेकिन सीटें 109, जबकि कांग्रेस 41.5 प्रतिशत वोट पाकर 114 सीटें जीत गई थी। जौरा, बीना, कोलारस, इंदौर-5, थांदला, नागौद सीटें ऐसी रहीं, जहां भाजपा की जीत का अंतर 1300 से भी कम वोटों का था। इन सीटों पर कब्जा बरकरार रखने के साथ जीत का अंतर बड़ा करने की चुनौती को लेकर पार्टी तैयारी कर रही है।दरअसल, भाजपा ने वोट शेयर 51 प्रतिशत तक पहुंचाने के लिए जो रोडमैप तैयार किया है, उसमें कम अंतर की सीटों पर विशेष रूप से ध्यान दिया जा रहा है। इन सीटों के जातिगत समीकरणों को बारीकी से खंगाला जा रहा है। इस बार विधानसभा चुनाव में आदिवासी के साथ ओबीसी वोटों को जोड़ने पर जोर है।
2018 में इन सीटों पर कम अंतर से जीती भाजपा
विस सीट——अंतर —— विजयी प्रत्याशी
जौरा— 511— राजेंद्र पांडेय राजू भैया
बीना— 632— महेश राय
कोलारस— 720— बीरेंद्र रघुवंशी
इंदौर—5— 1133— महेंद्र हार्डिया
चांदला— 1177— राजेश कुमार प्रजापति
नागौद— 1234— नागेंद्र सिंह
कांग्रेस के सामने भी चुनौती
नोटा की वजह से सात सीटों ग्वालियर (दक्षिण), जबलपुर (उत्तर), ब्यावरा, दमोह, राजनगर, राजपुर में कांग्रेस को कम अंतर से जीत मिली थी। कांग्रेस के सामने ऐसी सीटों पर जीत का अंतर बढ़ाने की चुनौती है। हालांकि नगरीय निकाय चुनावों में ग्वालियर, जबलपुर में सफलता ने उम्मीदों को मजबूती दी है। पार्टी सत्ता में करीब 15 महीने तक ही रही और अब विपक्ष में है, तो भाजपा सरकार पर लगातार हमलावर है और एंटी इन्कंबेंसी को धार देने के साथ सत्ता के जादुई आंकड़े तक पहुंचने की कोशिश करेगी।
2018 में इन सीटों पर बेहद कम अंतर से जीती कांग्रेस
विस सीट——अंतर —— विजयी प्रत्याशी
जबलपुर उत्तर— 578— विनय सक्सेना
ग्वालियर दक्षिण— 121— प्रवीण पाठक
ब्यावरा— 826— गोवर्धन दांगी
राजनगर— 732— विक्रम सिंह नातीराजा
दमोह— 798— राहुल सिंह
राजपुर— 932— बाला बच्चन
पांच अनुपयोगी हो चुके कानून मध्य प्रदेश सरकार ने किए समाप्त
16 Feb, 2023 07:44 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्य प्रदेश सरकार ने वर्ष 1928 से 1976 के बीच बने पांच कानूनों को समाप्त कर दिया है। इनकी जगह नए कानून आ गए हैं, ऐसे में वर्तमान में ये कानून अनुपयोगी हो गए हैं। इन्हें समाप्त करने के लिए विधानसभा के दिसंबर माह के शीतकालीन सत्र में निरसन विधेयक पारित किया गया था। इसे अब राज्यपाल की मंजूरी मिल गई है और ये पांचों कानून समाप्त कर दिए गए हैं।
इन कानूनों को किया समाप्त
मध्य प्रदेश ब्रोस्टल एक्ट 1928,
मध्यभारत लघुवाद न्यायालय अधिनियम 1949,
मध्य प्रदेश उद्योग राज्य सहायता अधिनियम 1958,
मध्य प्रदेश अश्व रोग अधिनियम 1960 और
मध्य प्रदेश पशु नियंत्रण अधिनियम 1976
इसलिए किए समाप्त
-मध्य प्रदेश ब्रोस्टल एक्ट, 1928 को खत्म करने के लिए जेल विभाग ने सिफारिश की थी, क्योंकि यह ब्रोस्टल इंस्टीट्यूट नरसिंहपुर, जेल विभाग के अंतर्गत था। इसके अंतर्गत 18 से 21 वर्ष की उम्र के युवकों को रखा जाता था। अब इसकी जरूरत इसलिए नहीं हैं, क्योंकि शासन द्वारा किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम 2000 के द्वारा 18 वर्ष तक के बच्चों के लिए अलग से ब्रोस्टल होम के प्रविधान किए गए हैं, जिन्हें मध्य प्रदेश महिला एवं बाल विकास के अंतर्गत संचालित किया जा रहा है।
- मध्यभारत लघुवाद न्यायालय अधिनियम 1949 तत्कालीन मध्य भारत के ग्वालियर, इंदौर और मालवा क्षेत्र में लघुवाद न्यायालय स्थापित करने के लिए बनाया गया था। इसकी जगह केंद्र सरकार ने ग्राम न्यायालय अधिनियम 2008 लागू कर दिया है। इसके अंतर्गत ग्रामीण स्तर पर न्याय उपलब्ध कराने के लिए ग्राम न्यायालयों का गठन किया गया है।
- मध्य प्रदेश उद्योग राज्य सहायता अधिनियम 1958 एमएसएमई विभाग के अंतर्गत आता था, जिसे इसलिए समाप्त किया गया है, क्योंकि उद्योगों को सब्सिडी सहित अन्य तरह से आर्थिक सहयोग करने के लिए नए नियम और मापदंड बनाए जा चुके हैं।
- अश्व रोग एक्ट 1960 एवं मध्य प्रदेश पशु नियंत्रण एक्ट 1976 दोनों ही अधिनियमों को पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा अनुपयोगी और प्रभावहीन बताया गया था।