मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
बैकलॉग के पदों को तेजी से भरा जा रहा है: मुख्यमंत्री चौहान
15 Mar, 2023 01:34 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में एक लाख 14 हजार शासकीय पदों पर भर्ती की प्रक्रिया जारी है। बैकलॉग के रिक्त पदों को तेजी से भरा जा रहा है। स्टाफ नर्स का काम सेवा है। सेवा ही धर्म है। लेब टेक्नीशियन फार्मासिस्ट भी अपना काम मेहनत और ईमानदारी से करें और मन में सेवा का भाव रहे। मुझे पूरा विश्वास है कि नव-नियुक्त अभ्यर्थी मानव-सेवा का नया रिकार्ड स्थापित करेंगे।
मुख्यमंत्री चौहान आज निवास पर गैस त्रासदी विभाग के कर्मचारी मंडल द्वारा समूह-5 के चयनित 10 अभ्यर्थियों को नियुक्ति प्रमाण-पत्र का वितरण कर रहे थे। विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि विभाग में तृतीय श्रेणी कर्मचारियों के रिक्त पद पर नियुक्ति के लिये वित्तीय वर्ष 2022-23 में 160 रिक्त पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया की जा रही है। शेष रिक्त पदों पर नियुक्ति वर्ष 2023-24 में की जाएगी। वर्तमान में 19 बैकलॉग पदों में से बैगा, भारिया, सहरिया, अनुसूचित जनजाति के सीधे आवेदन के आधार पर एक पद पर स्टाफ नर्स की सीधी नियुक्ति की गई है। अन्य 10 चयनित अभ्यर्थियों में से 6 स्टाफ नर्स, 2 लेब टेक्नीशियन, एक फार्मासिस्ट तथा एक लेब सहायक के नियुक्ति आदेश आज वितरित किए गए। शेष अन्य 120 पदों पर कर्मचारी चयन मंडल ने परीक्षा करा ली है, जिसका परिणाम आने पर नियुक्ति प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कुमारी किरण भारती स्टाफ नर्स भारिया अजजा की भर्ती सीधे आवेदन के आधार पर की गई है। बैकलॉग के कोई भी पद रिक्त नहीं रहेंगे।
कार्यक्रम में कर्मचारी चयन मंडल द्वारा समूह-5 के चयनित 10 अभ्यर्थियों में स्टाफ नर्स श्रीमती रामरती बासौर, श्रीमती नीलिमा वर्मा, कु. ज्योति कनाड़े, कु. भारती हीरालाल भावरकर, श्रीमती निष्ठा मलिक और कु. प्रियंका भवेदिया, लेब टेक्नीशियन भानुप्रताप चौधरी और सचिन बर्फा, फार्मासिस्ट ग्रेड-2 श्रीमती मनीषा अहिरवार और लेब असिस्टेंट कु. बबीता सोनी शामिल हैं।
छतरपुर में महिला पुलिसकर्मी को चकमा देकर अस्पताल के बाथरूम की खिड़की से कूदकर भागी महिला कैदी
15 Mar, 2023 01:31 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छतरपुर । छतरपुर के अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराई गई महिला कैदी पुलिस कर्मियों को चकमा देकर अस्पताल के बाथरूम से भाग निकली। महिला सिविल लाइन पुलिस पर पिछले दिनों हुए हमले के आरोप में जेल में बंद थी। महिला कैदी के भागने के बाद से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। घटना के बाद पुलिस अफसर जिला अस्पताल पहुंच गए। साथ महिला कैदी की तलाश शुरू कर दी है।
घटनाक्रम के मुताबिक पिछले दिनों सिविल लाइन थाना पुलिस पर हमला हुआ था। हमले में एक महिला को भी आरोपित बनाया गया था। महिला कैदी रितु जाटव को स्वास्थ्य समस्या होने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रात में वह ड्यूटी पर तैनात महिला पुलिस कर्मी को चकमा देकर महिला कैदी रितु जाटव प्रसूति वार्ड के बाथरूम से निकलकर भाग निकली। महिला कैदी अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरों में भी नजर आ रही है। घटना की सूचना तुरंत जेल व पुलिस के अफसरों को दी गई। इसके बाद अफसर मौके पर पहुंच गए। पुलिस महिला कैदी की तलाश कर रही है। साथ ही उसके खिलाफ एक और मामला दर्ज किया गया है।
सायबर अपराधों पर राज्य सायबर पुलिस की बड़ी कार्यवाही : आठ हजार से अधिक फर्जी सिम ब्लॉक के बाद एक लाख 83 हजार रूपए का जुर्माना
15 Mar, 2023 01:01 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सायबर पुलिस की रिपार्ट पर टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने एक टेलीकॉम कम्पनी पर लगाया 1 लाख 83 हजार रूपए का जुर्माना
संदिग्ध सिमों को ब्लॉक करने में लापरवाही करने पर लगाया गया जुर्माना ब्लॉक कराई 583
संदिग्ध सिमें
अन्य टेलीकॉम कम्पनी ने सायबर पुलिस की रिपार्ट पर पहले ही ब्लॉक कर दी थी 6 हजार से अधिक संदिग्ध सिमें
फेसबुक पर विज्ञापन देकर कार बेचने के नाम पर 1,75,000 रूपये की धोखाधड़ी की शिकायत पर की गई कार्यवाही
फर्जी सिम जारी करने और फर्जी पेटीएम खाते बनाने में संलिप्त 08 आरोपियों के विरुद्ध की गई वैधानिक कार्यवाही
21 हजार से अधिक संदिग्ध नंबरो की सूची 2020 में ही सायबर पुलिस ने भेजी थी दोनों
कंपनियों को
टेलीकॉम कम्पनी के रिप्रिंजेंटेटिव को भी दिए जा चुके नोटिस
सायबर पुलिस ग्वालियर के गहन विश्लेषण और अथक प्रयासों से संभव हो सकी यह अनूठी कार्यवाही
भोपाल, 15 मार्च 2023/ अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री योगेश देशमुख के मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश राज्य सायबर पुलिस द्वारा सायबर अपराधियों के विरूद्ध लगातार प्रभावी कार्यवाही करते हुए न केवल आठ हजार से अधिक संदिग्ध सिमों को ब्लॉक कराया बल्कि संदिग्ध सिमों को ब्लॉक करने में लापरवाही करने वाली टेलीकॉम कम्पनी के विरुद्ध टेलीकॉम डिपार्टमेंट को पुख्ता साक्ष्य उपलब्ध कराए जिससे टेलीकॉम कम्पनी पर 1,83,000/- रूपये का जुर्माना लगाया गया। इसके पूर्व इसी प्रकरण में मार्च 2022 में सायबर पुलिस जोन-ग्वालियर के गहन तकनीको विश्लेषण और सतत प्रयासा से एक टेलीकॉम कम्पनी की 7.948 संदिग्ध मोबाइल नंबरों को ब्लॉक कराने में सफलता प्राप्त की थी।
इस संबंध में जानकारी देते हुये श्री देशमुख अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने बताया कि राज्य सायबर जोन ग्वालियर को वर्ष 2020 में फेसबुक पर फर्जी विज्ञापन देकर कार बेचने के नाम पर 1,75,000 रूपये की धोखाधड़ी संबंधी शिकायत प्राप्त हुई थी जिसकी जांच पर अज्ञात ठगों द्वारा म०प्र० के ही शिवपुरी और गुना जिले से जारी फर्जी सिम और फर्जी पेटीएम खातों का उपयोग किया जाना पाया गया। सायबर जोन ग्वालियर के पुलिस अधीक्षक श्री सुधीर अग्रवाल के नेतृत्व में निरीक्षक दिनेश कुमार गुप्ता, उनि० अनिल शर्मा आदि की टीम द्वारा प्रकरण की गहन एवं सूक्ष्म जांच करते हुए फर्जी सिम जारी करने और फर्जी पेटीएम खाते बनाने में संलिप्त आठ आरोपियों के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की गई। लेकिन इसके साथ ही प्रकरण में प्राप्त डाटा के विश्लेषण से 20,000 से अधिक संदिग्ध मोबाइल नम्बरों को भी चिन्हित किया और इनकी सूची बनाकर संबंधित सर्विस प्रोवाइडरों को सत्यापन हेतु भेजा गया। एक टेलीकॉम कम्पनी के मार्च 2022 में 7 हजार 948 सिम ब्लॉक कर दी गई। बाद में इसी कंपनी ने 239 अन्य सिमों को ब्लॉक किया। परंतु दूसरी टेलीकॉम कम्पनी द्वारा पुनः सत्यापन में सभी सिम सही पाया जाना बताते हुए कोई कार्यवाही नहीं की गई। इस पर राज्य सायबर पुलिस द्वारा उपलब्ध साक्ष्यों के साथ डीजी टेलीकॉम को जानकारी भेजी गई। इसके बाद टेलीकॉम अधिकारी द्वारा सिमों का पुनः परीक्षण किया गया, जिसके बाद 583 सिमें ब्लॉक करने के अलावा रुपए 1,83,000/- का जुर्माना भी संबंधित टेलीकॉम कम्पनी पर लगाया गया है।
इस प्रकार एक अकेले प्रकरण में गहन अनुसंधान और सतत कार्यवाही के द्वारा कुल 8,772 संदिग्ध सिमो को ब्लॉक कराके अनगिनत सायबर अपराध को रोकने में सफलता पाई। वहीं जानबूझकर संदिग्ध सिमो को ब्लॉक न करने पर टेलीकॉम कम्पनी पर जुर्माना लगाए जाने से अब ये कंपनिया अपनी सामाजिक और कानूनी उत्तरदायित्व का निर्वहन करने को बाध्य होंगी।
महत्वपूर्ण :-
सायबर अपराधियों द्वारा इस प्रकार की फेक सिनों का प्रयोग करके ही द्वारा देश के नागरिकों के साथ सायबर अपराध विशेषकर ठगी की जाती है। अपराधों की जांच पर पुलिस असली सायबर अपराधियों तक नहीं पहुँच पाती क्योंकि ये सिम निर्दोष नागरिकों की आई.डी. का प्रयोग कर प्राप्त की गई होती हैं।
इन सिमों को जारी करने में निर्दोष नागरिकों की आई.डी. का प्रयोग किया जाता है किसी अपराध में प्रयुक्त सिम में जिनके आई०डी० प्रयुक्त होते हैं, उन्हें पूछताछ में अपनी निर्दोषिता साबित करना होती है अतः वेबसाईट http://tafcop.dgtelecom.gov.in से अपने नाम से जारी सिमों की जानकारी करके अनावश्यक नंबरों को डिएक्टिवेट करा दें।
विदिशा में 60 फीट गहरे बोरवेल में गिरा लोकेश हार गया जिंदगी की जंग
15 Mar, 2023 12:50 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
विदिशा । जिले की लटेरी तहसील के गांव खेरखेड़ी में खेत में खुले पड़े 60 फीट गहरे बोरवेल में गिरा सात वर्षीय बालक आखिरकार जिंदगी की जंग हार गया। करीब 24 घंटे चले रेस्क्यू अभियान के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका। उसे बचाने के लिए पूरी रात एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम जुटी रहीं। बुधवार सुबह करीब 11 बजे तक सुरंग बनाने का काम पूरा हो गया। इसके बाद टीम के चार सदस्य सुरंग के अंदर गए और सुबह करीब पौने 12 बजे बच्चे को बाहर लेकर आए। बाहर एंबुलेंस और डाक्टरों की टीम मुस्तैद थी। बच्चे को एंबुलेंस के जरिए लटेरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए रवाना कर दिया गया। लेकिन मासूम की जान नहीं बच सकी। लटेरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों की टीम ने उसे मृत घोषित कर दिया। कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने बच्चे की मौत की पुष्टि की है। मुख्यमंत्री शिवराज के निर्देश पर मृतक के परिजन को 04 लाख रुपये आर्थिक सहायता दी जाएगी।
कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने कहा कि खेत में बोरवेल खुला छोड़ने वाले खेत मालिक पर एफआइआर दर्ज की जाएगी। जिले में एक सप्ताह के भीतर खुले बोरवेल को बंद कराया जाएगा। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने बताया कि बोरवेल के समानांतर गड्ढा खोदाई के दौरान चट्टान आ जाने के कारण भी देरी हुई। रेस्क्यू में जुटे जवानों का कहना है कि खोदाई के दौरान बच्चा बोरवेल में नीचे खिसक गया, इसलिए उन्हें गड्ढे की गहराई बढ़ानी पड़ी। सुबह छह बजे तक करीब 46 फीट गड्ढा खोदा जा चुका था, इसके बाद पांच फीट और खोदाई की गई। इसके बाद सुबह करीब 08 बजे एनडीआरएफ की टीम ने सुरंग बनाने का काम शुरू किया।
यूथ महापंचायत 23 मार्च को भोपाल में होगी
15 Mar, 2023 12:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि यूथ महापंचायत को युवाओं से जुड़ी विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने का महत्वपूर्ण माध्यम बनाने के लिए विभाग आवश्यक तैयारी करें। राज्य की नई युवा नीति आगामी 23 मार्च को सामने आएगी। नीति युवाओं के कल्याण की दृष्टि से महत्वपूर्ण सिद्ध होगी। मुख्यमंत्री चौहान आज विधानसभा समिति कक्ष में भोपाल में 23 मार्च को होने वाले विशाल युवा समागम यूथ महापंचायत के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा कर रहे थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश की युवा नीति, युवाओं के हित में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस नीति की विशेषताएँ पूरे देश में पहुँचे और इस पहल की राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा हो। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि युवाओं का उत्साहवर्धन आवश्यक है। यूथ महापंचायत में युवा सरपंच और पार्षद भी आमंत्रित किए जाएँ। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को मुख्यमंत्री युवा उद्यमी, मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी, मुख्यमंत्री एप्रेंटिसशिप योजना सहित अन्य योजनाओं की जानकारी दी जाए। इन योजनाओं के कुछ हितग्राहियों को प्रतीक स्वरूप लाभान्वित भी किया जाये। संबंधित विभाग युवाओं की अधिकतम भागीदारी के लिए पूरा प्रयत्न करें।
जानकारी दी गई कि भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में 23 मार्च को दोपहर 1 बजे से 2.30 बजे की अवधि में होने वाली यूथ महापंचायत में 17 से 35 वर्ष आयु के युवा प्रतिभागी एकत्र होंगे। प्रत्येक जिले से युवाओं की सहभागिता रहेगी। प्रत्यक्ष भागीदारी के साथ ही लाखों युवा वर्चुअल भागीदारी भी करेंगे। यूथ महापंचायत का सीधा प्रसारण प्रदेश के महाविद्यालय और विश्वविद्यालयों में किया जाएगा। ग्राम पंचायत और नगरीय निकाय भी इसका प्रसारण करेंगे। इसमें उच्च शिक्षा विभाग की मुख्य भूमिका है। सहयोगी विभागों में तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास, ग्रामीण विकास, नगरीय प्रशासन, चिकित्सा शिक्षा, एम.एस.एम.ई, किसान-कल्याण एवं कृषि विकास, जनसंपर्क, लोक निर्माण, जल संसाधन और पर्यावरण विभाग शामिल हैं। प्रमुख सहयोगी संस्थाओं में मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद और नेहरू युवा केन्द्र शामिल हैं। सीएम यंग प्रोफेशनल्स फॉर डेवलपमेंट प्रोग्राम, सीएम यंग इंटर्नशिप प्रोफेशनल डेवलपमेंट और सीएम कम्यूनिटी लीडरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम से जुड़े युवा भी यूथ महापंचायत में हिस्सा लेंगे।
मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने संबंधित विभागों की भूमिका पर चर्चा की। बताया गया कि यूथ महापंचायत में मध्यप्रदेश माध्यम द्वारा शहीद भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव पर केन्द्रित लघु फिल्म का प्रदर्शन, युवाओं के लिए प्रचलित विभागीय योजनाओं पर केन्द्रित फिल्म और यूथ अचीवर्स के अनुभव भी प्रस्तुत किए जाएंगे। युवा पोर्टल की लांचिंग के साथ राज्य युवा पुरस्कार प्राप्त युवाओं का सम्मान भी किया जाएगा।
खुद कर लें या करा लें ई-केवायसी, खाता भी आधार से लिंक कराएं
15 Mar, 2023 11:50 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्वालियर । प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान की लाड़ली बहना योजना का लाभ लेना है तो किसी का इंतजार करने की जरूरत नहीं है। खुद ही महिलाएं ई-केवायसी कर लें या करवा लें, यह बेहद आसान है। दूसरा महिलाओं के पास जो बैंक खाता है उसे आधार नंबर से लिंक कराएं और खाते को डीबीटी यानि डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर करा लें। इन दो चीजों को कराने के बाद ही बहनों को एक हजार रुपये की राशि प्राप्त हो सकेगी। ई-केवायसी कराने के लिए कामन सर्विस सेंटर, एमपी आनलाइन, ग्राम पंचायत, नगर निगम आफिस भी जाकर कराया जा सकता है। ग्वालियर में लगभग तीन से चार लाख महिलाओं को इस योजना का लाभ मिलेगा, लेकिन ई-केवायसी और खाता लिंक सबसे बड़ी कवायद है। यहां यह बता दें कि लाड़ली बहना योजना का लाभ लेने के लिए 25 मार्च से आवेदन लेने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इससे पहले ई-केवायसी और बैंक खाता से आधार लिंक व समग्र ई-केवायसी कराना जरूरी है। इसके बाद आवेदन रिजेक्ट नहीं होगा और एक बार में ही योजना का लाभ मिलने के लिए संशय खत्म हो जाएगा। 10 जून से एक हजार रुपये खाते में आएंगे। बैंक जाकर यह दो काम करें : बैंक में जाकर महिलाएं अपने खाते को आधार से लिंक कराएं और डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर के लिए आवेदन बैंक प्रबंधन को लिखकर दें कि मेरा खाता डीबीटी इनेबल कर दिया जाए। इसके बाद आपका खाता डीबीटी इनेबल कर दिया जाएगा।
ऐसे होगा समग्र ई-केवायसी
- सबसे पहले समग्र पोर्टल की वेबसाइट पर जाना होगा। समग्र पोर्टल की वेबसाइट ओपन करने के बाद नागरिक को होम पेज पर लिखे समग्र प्रोफाइल अपडेट करें विकल्प में जाना होगा। उसके बाद नीचे दिए गए आधार पर ई-केवायसी करे के आप्शन पर क्लिक करना होगा।
- अब नागरिकों का समग्र सदस्य आइडी के साथ आधार कार्ड को जोड़ने या लिंक करने के लिए अपना नौ अंकों का समग्र आइडी, आधार कार्ड संख्या एवं आधार कार्ड के साथ लिंक हुआ मोबाइल नंबर भरना होगा। उसके बाद सदस्य की जानकारी देखे और दर्ज मोबाइल नंबर पर ओटीपी प्राप्त करने के लिए अनुरोध करे विकल्प पर क्लिक करना होगा। - जैसे ही अपना नौ अंकों का सदस्य समग्र आइडी और आधार कार्ड पर पंजीकृत मोबाइल नंबर व कैप्चा कोड को भरकर सबमिट करेंगे वैसे ही रजिस्टर मोबाइल नंबर एक ओटीपी आएगा। अब इस ओटीपी को भरकर वैरीफाई करना होगा।
- ओटीपी वैरीफाई करने के बाद के नीचे दिए गए प्रमाणित करे और आधार ई-केवायसी प्रारम्भ करे विकल्प पर क्लिक करना होगा। नए पेज पर नागरिक को समग्र आइडी से आधार कार्ड लिंक करने के लिए अब अपना आधार कार्ड संख्या को भरना होगा। इसके बाद आधार ई-केवायसी करने का विकल्प चुनना होगा। जैसे कि आप ओटीपी के माध्यम से आधार को जोड़ना चाहते हैं या फिंगर प्रिंट की मदद से समग्र आइडी से आधार लिंक करना चाहते हैं।
- इसके बाद कैप्चा कोड को भरना होगा। कैप्चा कोड भरने के बाद रिक्योस्ट ओटीपी फ्रोम आधार विकल्प पर क्लिक करना होगा। क्लिक करने के बाद नागरिक के रजिस्टर मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा। ओटीपी को भरने के बाद नागरिक को नीचे दिए गए कैप्चा कोड को भरकर नीचे लिखे विकल्प (आवेदक के आधार नंबर के साथ लिंक मोबाइल नंबर पर प्राप्त ओटीपी प्रविष्ट कर ई-केवायसी करें) पर क्लिक करना होगा।
- अब आपके सामने एक नया पेज खुलकर आ जाएगा। इस पेज पर नागरिक की डिटेल होगी। अब इस पेज पर अपना नाम हिंदी में भरना होगा। उसके बाद ओटीपी को वैरीफाई करना होगा। इस प्रकार आपका समग्र आइडी आधार से लिंक होने का मैसेज आ जाएगा।
ग्वालियर में 60 फीसद मरीजों को खांसी व बुखार की शिकायत
15 Mar, 2023 11:49 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्वालियर । जयारोग्य अस्पताल की ओपीडी में खांसी, बुखार व सांस की समस्या को लेकर पहुंच रहे हैं। मेडिसिन के डा विजय गर्ग का कहना है कि ओपीडी में तकरीबन 60 फीसद मरीज खांसी व बुखार की शिकायत लेकर आ रहे हैं। जिन्हें कफ वाली खांसी सता रही है जो लंबे समय में ठीक हो रही है। सांस नली में कफ जमने से उन्हें सांस लेने की परेशानी होती है। हालांकि दवाओं से यह बीमारी ठीक भी हो रही है बुखार तीन से पांच दिन में चला जाता है और खांसी थोड़ वक्त ले रही है।कफ वाली खांसी और बुखार के साथ लोग इलाज लेने के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं।
कफ के कारण मरीजों को सांस लेने में परेशानी भी हो रही है। छोटे बच्चों को तो भर्ती तक करना पड़ रहा है। यह परेशानी डाक्टर वायरस के कारण बता रहे हैं। लेकिन इस बात की पुष्टी अबतक नहीं हो सकी कि कौनसा वायरस लोगों को तेजी से बीमार कर रहा है। लेकिन देश भर से आ रही खबरों की मानें तो इसका कारण इन्फलुएन्जा वायरस को बताया जा रहा है। लेकिन इसकी पुष्टी अबतक ग्वालियर में नहीं हुई है। क्योंकि इन्फलुएन्जा वायरस की जाचं की सुविधा निजी लैब और मेडिकल कालेज के माइक्रोबायालोजी लैब पर है। मगर माइक्रोबायोलाजी लैब पर जांच करने वाली किट की उपलब्धता नहीं है और निजी लैब पर जांच शुल्क 4500 रुपये है। इसलिए मरीज निजी लैब पर जांच करने से कतरा रहे हैं।
हालांकि माइक्रोबायोलाजी लैब् के प्रभारी का कहना है किट की उपलब्धता के साथ ही जांच शुरू करा दी जाएगी। उल्टी,दस्त, खांसी, सांस लेने में परेशानीव बुखार की समस्या तेजी से बढ़ी है। शिशुरोग विशेषज्ञ डा सात्विक बंसल का कहना है कि तकरीबन 4 से 5 फीसद बच्चों को भर्ती कर इलाज देना पड़ रहा है। इन्फलुएन्जा वायरस की शिकायत हो सकती है। लेकिन अभी इसकी पुष्टी नहीं हुई। शिशुरोग विभागाध्यक्ष डा अजय गौर का कहना है कि इन्फलुएन्जा वायरस की जांच के लिए कालेज प्रबंधन से मांग की गई है। यदि इसकी जांच शुरू होती है तो मरीज को उपचार देना आसान होगा।
एक महीने नौकरी के बाद 90 हजार की रकम लेकर चंपत हो गया नौकर
15 Mar, 2023 11:28 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। कोतवाली थाना इलाके मे साइकिल दुकान संचालक को कर्मचारी ने 90 हजार का चूना लगा दिया। आरोपी रकम लेकर फरार हो गया। पुलिस के अनुसार कोहेफिजा स्थित अहमदाबाद पैलेस में रहने वाले 64 वर्षीय इमरान सौदागर ने बताया कि उनकी कोतवाली थाना रोड पर पापुलर साइकिल स्टोर के नाम से दुकान है। एक माह पहले ही उन्होनें दुकान पर बैतूल के रहने वाले राजेश पवार को दुकान पर काम पर रखा था। सोमवार सुबह वह दुकान पर पहुंचे और दुकान खोलने के बाद सामने बनी प्याऊ पर पीने का पानी लेने चले गए। इस बीच मौका पाकर नौकर राजेश दराज में रखे 90 हजार रुपये निकालकर भाग गया। बाद मे जब इमरान वापस दुकान पर आये तो उन्हे राजेश नजर पहुंचे नहीं आया। काफी देर तक जब वह दुकान पर नहीं लौटा तब संदेह होने पर उन्होनें दराज देखी तो उसमें रखी नगदी गायब थी। काफी खोजबीन के बाद भी जब उसका कुछ पता नहीं चला तब वह थाने पहुंचे। मामला कायम कर पुलिस आगे की कार्यवाही कर रही है।
60 फीट गहरे बोरवेल में 7 साल का मासूम, रेस्क्यू आपरेशन जारी, सुरंग बनाने का काम पूरा
15 Mar, 2023 11:19 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
विदिशा । जिले की लटेरी तहसील के गांव खेरखेड़ी में खेत में खुले पड़े 60 फीट गहरे बोरवेल में गिरे सात वर्ष के बच्चे को बचाने के लिए पूरी रात एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम का रेस्क्यू आपरेशन चलता रहा। बुधवार सुबह करीब 11 बजे तक सुरंग बनाने का काम पूरा हो गया। एनडीआरएफ की टीम के 04 सदस्य सुरंग के अंदर प्रवेश कर गए हैं, जो जल्द ही बोरवेल में फंसे बालक तक पहुंचकर उसे लेकर बाहर आ सकते हैं। बाहर एंबुलेंस और डाक्टरों की टीम अलर्ट है।मौके पर मौजूद अधिकारियों ने बताया कि बोरवेल के समानांतर गड्ढा खोदाई के दौरान चट्टान आ जाने के कारण भी देरी हुई। रेस्क्यू में जुटे जवानों का कहना है कि खोदाई के दौरान बच्चा बोरवेल में नीचे खिसक गया, इसलिए उन्हें गड्ढे की गहराई बढ़ानी पड़ी। सुबह छह बजे तक करीब 46 फीट गड्ढा खोदा जा चुका था, इसके बाद पांच फीट और खोदाई की गई। इसके बाद सुबह करीब 08 बजे एनडीआरएफ की टीम ने सुरंग बनाने का काम शुरू किया। मालूम हो, एक दिन पहले मंगलवार की सुबह करीब 11 बजे खेत में चना की फसल काट रहे मजदूर दिनेश अहिरवार का बेटा सात वर्षीय लोकेश अहिरवार पड़ोस के खेत में खुले पड़े बोरवेल के गड्ढे में गिर गया था। जिसे बचाने के लिए दोपहर 12 बजे से रेस्क्यू आपरेशन चलाया जा रहा है। बुधवार सुबह सात बजे तक 19 घंटे हो चुके है लेकिन अब तक बोरवेल में फंसे बच्चे को बाहर नहीं निकाला जा सका है। मौके पर मौजूद कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने बताया कि बच्चे को बोरवेल से निकालने के लिए बोरवेल से कुछ दूरी पर गड्ढा खोदा गया है। इसके बाद गड्ढे से बोरवेल के बीच सुरंग बनाकर बच्चे को निकालने की कोशिश कर रहे हैं। खोदाई का कार्य अंतिम चरण में है। इस सुरंग के माध्यम से टीम के सदस्य बोरवेल के गड्ढे तक पहुंचकर बच्चे को बाहर निकालेंगे। उन्होंने बताया कि यहां पहले छह बुलडोजर और तीन पोकलेन मशीन से खोदाई की जा रही थी। रात के समय दो पोकलेन अतिरिक्त बुलवाई गई है। अब पांच पोकलेन मशीन खोदाई कर रही है। बोरवेल में फंसे बच्चे पर नाइट वाचिंग कैमरे की मदद से नजर रखी जा रही है लेकिन मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि बच्चे के शरीर में रुक रुककर हलचल दिखाई दे रही है। जिसके कारण बच्चे के माता-पिता और स्वजनों की चिंता बढ़ गई है।
खुले आसमान के नीचे रात भर जागते रहे सैंकड़ों लोग
बोरवेल में फंसे बच्चे की कुशलता के लिए घटनास्थल पर सैंकड़ों लोग पूरी रात जागते रहे, इनमें बच्चे के माता - पिता के अलावा कलेक्टर उमाशंकर भार्गव, विधायक उमाकांत शर्मा सहित आसपास के गांवों के लोग थे। खेत में रात के समय सोने के कोई इतजाम नहीं थे। ग्रामीण खुले आसमान के नीचे समूह में जमीन पर बैठे रहे। रेस्क्यू के दौरान जरा-सी हलचल पर लोगों की उम्मीदें बढ़ती रही। कलेक्टर भार्गव भी रेस्क्यू टीम से बार बार अपडेट लेते रहे। बच्चे के माता - पिता और स्वजन दिन भर से भूखे थे। विधायक उमाकांत शर्मा ने रात के समय उन्हें आग्रह के साथ भोजन कराया।
भूखा-प्यासा है बोरवेल में फंसा बच्चा
60 फीट गहरे बोरवेल में फंसा बच्चा लोकेश पिछले 18 घंटे से भूखा है। बच्चे को पाइप के माध्यम से आक्सीजन तो उपलब्ध कराई जा रही है लेकिन उस तक भोजन पहुंचा पाना मुश्किल हो रहा है। कलेक्टर भार्गव के मुताबिक बच्चा ऐसी स्थिति में फंसा है कि उसे तरल पदार्थ भी नहीं दे पा रहे है।
कमिश्नर- आइजी ने लिया जायजा
कमिश्नर माल सिंह भयडिया और आइजी इरशाद वली भी रात आठ बजे घटनास्थल पहुंचे। यहां उन्होंने बचाव कार्य का जायजा लेते हुए आवश्यक निर्देश दिए। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद क्षेत्र के विधायक उमाकांत शर्मा भी घटनास्थल पहुंचे और उन्होंने लोकेश के माता पिता और स्वजनों से मुलाकात की। उन्होंने स्वजनों को ढाढस बंधाते हुए कहा कि लोकेश को बाहर निकालने के पूरे प्रयास किए जाएंगे। इसके पहले दोपहर को उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर एक वीडियो डालकर लोकेश को सुरक्षित बचाने के लिए क्षेत्र के लोगों से प्रार्थना करने का आग्रह किया। खेत में बोरवेल के किनारे बैठे माता - पिता, भगवान से बच्चे को बचाने की गुहार लोकेश के बोरवेल में गिरने के बाद से उसके पिता दिनेश, मां सीमा बाई के अलावा दादा, दादी भी बोरवेल के किनारे बैठकर ही बच्चे की सलामती के लिए भगवान से प्रार्थना कर रहे है। मां सीमा का रोते रोते गला बैठ गया। उसका कहना था कि भगवान किसी भी तरह उसके बच्चे को बचा ले, फिर वह कभी अपने साथ काम पर लेकर नही जाएगी। पिता दिनेश का कहना था कि दो सौ रूपये रोज की मजदूरी के लिए वे खेत में चना काटने आए थे। उन्हें क्या पता था कि उनका बेटा इतनी बड़ी मुसीबत में फंस जाएगा।
साड़ी की रस्सी टूटने से नीचे खिसका बच्चा
लोकेश के पिता दिनेश अहिरवार ने बताया कि बेटे की गड्ढे में गिरने की खबर मिलते ही वे पड़ोस के खेत में पहुंचे। उन्होंने गड्ढे में नीचे देखा तो लोकेश दिखाई दे रहा था और उसके रोने की आवाज भी आ रही थी। तत्काल कोई बचाव का साधन नहीं मिलने पर उन्होंने साड़ी की रस्सी बनाई और उसे गड्ढे में नीचे डाला। इस रस्सी को लोकेश ने पकड़ लिया था और वे रस्सी के सहारे बाहर निकालने का प्रयास कर रहे थे। इसी दौरान अचानक रस्सी टूट गई और लोकेश गड्ढे में और नीचे चला गया। चार साल से खुला पड़ा है बोरवेल ग्रामीणों ने बताया कि यह खेत खेरखेड़ी पठार के ही रहने वाले राधेलाल अहिरवार का है। करीब चार बीघा खेत में सिंचाई के लिए राधेलाल ने चार साल पहले बोर कराया था लेकिन पानी नहीं निकलने की वजह से इस बोर के गड्ढे को खुला ही छोड़ दिया। जिसकी वजह से यह हादसा हुआ।
खेतों की फसल चौपट, मुआवजा देगा प्रशासन
बोरवेल में गिरे बच्चे को बचाने के लिए चलाए गए बचाव कार्य के दौरान बुलडोजर, पोकलेन, डंपर और ट्रैक्टर निकलने के कारण आसपास के खेतों में खड़ी फसल चौपट हो गई है। जिस खेत में यह घटना हुई, उसमें भी धनिया की फसल बोई थी, जो पूरी तरह नष्ट हो गई है। इसके अलावा आसपास के खेतों में भी गेहूं, चना और धनिया की फसल को काफी नुकसान हुआ है। कलेक्टर भार्गव का कहना है कि जिन किसानों की फसल का नुकसान हुआ है, उन्हें मुआवजा राशि दी जाएगी।
खुले पड़े बोरवेल को बंद करने नहीं चलाया अभियान, कमल नाथ ने उठाया सवाल
तीन महीने पहले बैतूल जिले में खुले पड़े बोरवेल में गिरकर एक बच्चे की मौत के बाद वहां के कलेक्टर अमनबीर सिंह बैस ने अभियान चलाकर 432 खुले पड़े बोरवेल को बंद कराया था और खुला गड्ढा छोड़ने वाले किसानों पर जुर्माना की कार्रवाई के निर्देश दिए थे लेकिन विदिशा जिले में प्रशासन ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। खेरखेड़ी पठार के आसपास के खेतों में ही कई बोरवेल खुले पड़े है। इसके अलावा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में भी किसान बोरवेल असफल होने पर उसे खुला छोड़ देते है। कलेक्टर भार्गव का कहना है कि वे सरकारी अमले के माध्यम से किसानों को बोरवेल खुला नहीं छोड़ने को लेकर जागरूक करते रहे है। इस घटना पर दुख जताते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने भी सरकार और प्रशासन की ढिलाई पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि हमने प्रशासन से पहले भी मांग की थी कि प्रदेश भर में खुले पड़े बोरवेल के विषय में कतई लापरवाही न बरती जाए और किसानों को जागरूक किया जाए परंतु शासन और प्रशासन इन घटनाओं से सबक लेने को तैयार नहीं है।उन्होंने इस घटना को गभीरता से लेते हुए स्थाई निराकरण का आग्रह किया है। बोरवेल में फंसे बालक की सुरक्षा को लेकर सीएम शिवराज भी चिंतित हैं और स्थानीय अधिकारियों से पल-पल का अपडेट ले रहे हैं। उन्होंने स्थानीय अधिकारियों को बच्चे के रेस्क्यू के लिए सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। दो पोकलेन और सात जेसीबी की मदद से सुरंग बनाई जा रही है। अभी 10 फीट तक खोदाई हो गई है।प्रशासन को 50 फीट तक खोदाई करना है।
चने के खेत में है बोरवेल
आनंदपुर से करीब तीन किमी दूर ग्राम खेरखेडी पठार में चना की फसल काट रहे मजदूर दिनेश अहिरवार का आठ वर्षीय पुत्र लोकेश खेलते समय पड़ोस के खेत में खुले पड़े बोरवेल में गिर गया। बच्चें की चीख सुनकर माता - पिता को बच्चे के गिरने का पता चला। उन्होंने अन्य मजदूरों के माध्यम से सूचना पुलिस थाने को दी। बच्चे के रेस्क्यू हेतु भोपाल से एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें पहुंच चुकी हैं। वहीं घटनास्थल पर जेसीबी और पोकलेन मशीन से खोदाई कराई जा रही है। गड्ढे के अंदर नाइट विजन कैमरा लगाया गया है। उससे बच्चे की हलचल पर निगरानी रखी जा रही है। प्रशासन ने बताया कि बच्चे को ऑक्सीजन भी उपलब्ध कराई गई है।
एक साल से खुला पड़ा था गड्ढा
ग्रामीणों ने बताया कि नीरज अहिरवार के खेत में धनिया की फसल बोई है। इसी के बीच बोरवेल खुला पड़ा था। बालक लोकेश खेलते हुए इस खेत में पहुंच गया और गड्ढा दिखाई नहीं देने पर नीचे गिर गया। बोरवेल करीब दो फीट चौड़ा और 60 फीट गहरा बताया जा रहा है। इसे किसान ने पिछले साल खुदवाया था, लेकिन पानी नहीं निकलने के कारण खुला ही छोड़ दिया था।
मध्य प्रदेश पुलिस में प्रचलित उर्दू एवं फारसी शब्द हटाने की तैयारी
15 Mar, 2023 11:18 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्य प्रदेश पुलिस में करीब 137 वर्ष से प्रचलित पुलिस एक्ट के उर्दू और फारसी के शब्दों को हटाकर उनके स्थान पर हिंदी के शब्दों का उपयोग किए जाने की तैयारी है। गृह विभाग ने इसका प्रस्ताव बना लिया है। अधिकारियों ने पुलिस एक्ट के बहुप्रचलित 675 ऐसे शब्दों का चयन किया है, जो उर्दू या फारसी भाषा से आते हैं। पुलिस या फिर कोर्ट की कार्यवाही में इन शब्दों का रोज प्रयोग होता है। पुलिस एक्ट की शब्दावली में परिवर्तन के लिए भाजपा विधायक यशपाल सिसोदिया विधानसभा में अशासकीय संकल्प प्रस्तुत करेंगे। संकल्प पारित होने के बाद नए शब्दों का उपयोग शुरू कर दिया जाएगा।
हिंदी में विकल्प तलाश किए गए
भोपाल में सितंबर 2015 में विश्व हिंदी सम्मेलन आयोजित किया गया था। इसके बाद ही पुलिस में प्रचलित उर्दू-फारसी के शब्दों को हटाने पर विचार शुरू हुआ। कई स्तर पर मंथन के बाद पुलिस एक्ट में ऐसे 675 शब्दों का चयन किया गया, जो उर्दू और फारसी से हैं। इन शब्दों के उपयुक्त और प्रभावी हिंदी विकल्प तलाश किए गए और सूची तैयार हुई।
आमजन को समझ नहीं आते शब्द
डीएसपी मदन मोहन समर (अभी नर्मदापुरम जिले में पदस्थ) ने नए पुलिस कर्मचारियों को नई शब्दावली के आधार पर एफआइआर लिखने और अन्य कार्य के लिए प्रशिक्षित भी किया है। समर बताते हैं कि पुलिस व्यवस्था में 1886 में उर्दू और फारसी के शब्द आए हैं। तब सरकारी कामकाज में यही भाषाएं बोली जाती थीं। अब इनमें से कुछ शब्द आमजन की समझ में नहीं आते हैं इसलिए जन सामान्य की भाषा पर ध्यान दिया गया।
निजी कंपनी की मैनैजर को शादी का झांसा देकर किया दुष्कर्म
15 Mar, 2023 10:25 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। राजधानी की हबीबगंज थाना पुलिस ने निजी कंपनी की महिला प्रबंधक की शिकायत पर अन्य फाइनेंस कंपनी के अधिकारी के खिलाफ दुष्कर्म का मामला कायम किया है। आरोप है कि शादी का झांसा देकर पीड़ीता के साथ होटल मे दुष्कर्म किया गया था। पुलिस के अनुसार अरेरा कालोनी हबीबगंज इलाके में रहने वाली 32 वर्षीय महिला ने रिर्पोट दर्ज कराते हुए बताया वह एक निजी कंपनी में प्रबंधक है, और अपनी मां के साथ रहती है। साल 2021 में उनकी मुलाकात निजी फाइनेंस कंपनी के अधिकारी 30 वर्षीय सौरभ शर्मा से हुई थी। जल्दी ही उनकी पहचान बढ़ गई, और वह एक दूसरे को पंसद करने लोगे। बाद में सौरभ शर्मा ने महिला से अपने प्रेम का इजहार करते हुए उसे शादी का प्रस्ताव दिया जिसपर महिला ने अपनी रजामंदी दे दी। इसके बाद उनका मिलना जुलना शुरु हो गया और सौरभ पीड़ीता के घर पर भी आने-जाने लगा। आरोप है कि अप्रैल 2022 में सौरभ ने उसे मिलने के लिये होटल इलेवन में बुलाया और वहॉ उसके साथ जर्बदस्ती शारीरिक संबध बना डाले। पीड़िता के विरोध करने पर आरोपी ने उसे जल्दी शादी करने का झांसा देकर चुप करा दिया। इसके बाद वह पीडिता का लगातार दैहिक शोषण करने लगा। बीते दिनो आरोपी का व्यवहार पीड़िता के प्रति बदलने लगा ओर उसने महिला से से दुरिया बनानी शुरु कर दी। उसका बदला बर्ताव देख पीड़ता ने उसपर शादी करने का दबाव डाला तो आरोपी ने उसके साथ शादी करने से इंकार करते हुए उसे धमका दिया। इसके बाद महिला ने थाने जा पहुंची। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म का मामला कायम कर उसकी गिरफ्तारी के प्रयास शुरु कर दिये है।
साल के अंत तक होगी 49000 शिक्षकों की भर्ती: परमार
15 Mar, 2023 09:25 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सीएम राइज स्कूल में स्थाई प्राचार्य की नियुक्ति करेंगे
भोपाल । प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि इस साल के अंत तक 49000 शिक्षकों की भर्ती करेंगे। इतना ही नहीं, सीएम राइज स्कूलों में जहां प्रभारी प्राचार्य हैं, वहां भी हम प्रक्रिया पूरी कर स्थाई प्राचार्य की नियुक्ति करेंगे। श्री परमार ने यह जानकारी प्रश्नकाल शुरू होते ही सिंरोज विधायक उमाकांत शर्मा द्वारा पूछे गए प्रश्न के उत्तर में दी। श्री शर्मा ने सवाल किया कि सिरोंज में सीएम राइज स्कूल की जहां डीपीआर बनाई गई, वहां बरसात में कमर तक पानी भर जाता है। आगे कहा कि यहां डीपीआर क्यों बनाई गई और मैदान को छोटा क्यों किया गया? इसकी जांच हो। स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि मैदान 5 किलोमीटर ऊपर पहाड़ी पर है। थोड़ा नीचे पानी भरने की संभावना है। मंत्री का जवाब सुनकर उमाकांत शर्मा ने कहा कि यह बिल्कुल गलत बात है, मैं उनको चैलेंज कर रहा हूं। नरोत्तम ने बीच में कहा कि हमारे विधायक के साथ अन्याय नहीं होगा। उनकी इच्छा के अनुरूप मंत्री जी बात करके काम करेंगे। शर्मा बोले कि यह मुख्यमंत्री का सबसे अच्छा बच्चों के हित में प्रयास है, लेकिन मेरी उपेक्षा हो रही है। हंगामे पर मंत्री परमार ने कहा कि विधायक जी को जो आपत्ति है, इसको लेकर मैं स्वयं चर्चा कर समाधान करूंगा। श्री शर्मा ने फिर कहा- 2013 से मेरे यहां संस्कृत विद्यालय संचालित है। इसका आज तक भवन नहीं बना, कब तक बन जाएगा। मंत्री परमार ने कहा कि संस्कृति स्कूल के लिए जमीन आवंटित हो गई है। भवन बनाने का काम जल्द शुरू हो जाएगा। इसी बीच पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा, 7 महीने बाकी हैं, सबका समाधान करेंगे सज्जन सिंह वर्मा ने भी सीएम राइज स्कूलों के विज्ञापन को लेकर पूछा। उन्होने कहा कि मेरे प्रश्न के जवाब में मंत्री ने इस बात को दर्शाया है कि विज्ञापन पर करोड़ों रुपए खर्च किए गए। वाहवाही पर करोड़ों खर्च हो रहे हैं, जबिक बच्चों के लिए भवन नहीं। वर्मा ने कहा कि 300000 बच्चे सरकारी स्कूलों से निकल गए, आपके यहां प्राचार्य तक नहीं है। वर्मा ने सवाल किया कि इतना बता दें कि प्राचार्य के पद कब तक भर देंगे, सारे स्कूलों के भवन कब तक बन जाएंगे। मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि हम पहले टेस्टिंग कर रहे हैं, ताकि भवन की अवधि लंबी रहे। परमार ने कहा कि स्कूल शिक्षा विभाग के पास 274 स्कूल ही हैं, बाकी ट्राइबल विभाग के पास हैं। मंत्री ने कहा कि 104 नियमित प्राचार्य हैं। बाकी को प्रभारी प्राचार्य बनाकर संचालित कर रहे हैं। भवनों की डीपीआर का काम चल रहा है। 25-30 करोड़ की बिल्डिंग बन रही है। पहले का समय हमने देखा है 2 करोड़ देने पर सालों तक हिसाब नहीं मिलता था। नरोत्तम मिश्रा ने बीच में ही कहा कि सज्जन वर्मा जिस कैबिनेट में मंत्री थे, उसने 500 रु. में शिक्षकों की भर्ती की थी। पेड़ के नीचे स्कूल लगते थे।सज्जन वर्मा बोले- जब लिस्ट आई थी, तब सोनकच्छ में स्कूल का नाम था। बाद में लगा कि कांग्रेस का विधायक है तो नाम हटा दिया। वर्मा ने आगे कहा, बच्चों ने भूख हड़ताल की थी। सोनकच्छ के बच्चों पर न मामा को तरस आया, न मंत्री को। मंत्री बोले- भाजपा की सरकार ने कोई भेदभाव नहीं किया। नीतिगत रूप से स्कूल खोले जा रहे हैं। नरोत्तम बोले- 78 कांग्रेस विधायकों के क्षेत्र में सीएम राइज स्कूल खुले।ता प्रतिपक्ष बोले- मंत्री ने मुझे भरोसा दिया था कि मेरे क्षेत्र में सीएम राइज स्कूल खोलेंगे। लेकिन, आज तक स्कूल नहीं खुला।कमलनाथ बोले- अब 7 महीने बचे हैं। अस्पतालों में डॉक्टर नहीं, स्कूलों में शिक्षक नहीं, खम्भों में बिजली नहीं। मेरे साथी चिंतित न हों, हम 7 महीने बाद सबका समाधान करेंगे। नरोत्तम बोले- इन्होंने दिग्विजय सिंह की सरकार की स्थिति बता दी। यह कह रहे हैं कि सरकार बनने पर हम काम करेंगे। बनी बनाई सरकार नहीं चला पाए।
50 फीट गहरे बोरवेल में गिरा 7 साल का मासूम, बचाव कार्य शुरू
15 Mar, 2023 08:22 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
विदिशा। मध्य प्रदेश के विदिशा जिले की लटेरी तहसील अंतर्गत ग्राम आनंदपुर के पास स्थित खेरखेड़ी पठार के एक खेत में खुले पड़े बोरवेल में मंगलवार को सात वर्षीय बालक गिर गया।
यह बोरवेल करीब 50 फीट गहरा बताया जा रहा है। जानकारी मिलने के बाद प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा और बच्चे को बाहर निकालने के लिए राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया।
जानकारी के अनुसार, ग्राम आनंदपुर से करीब तीन किमी दूर ग्राम खेरखेडी पठार में चना की फसल काट रहे मजदूर दिनेश अहिरवार का सात वर्षीय पुत्र लोकेश मंगलवार को खेलते समय पड़ोस के खेत में खुले पड़े बोरवेल में गिर गया। बच्चे की चीख सुनकर माता-पिता को उसके बोरवेल में गिरने का पता चला। उन्होंने अन्य मजदूरों के माध्यम से पुलिस को सूचना दी। यह खेत किसान नीरज अहिरवार का बताया गया है। थोड़ी देर बाद ही एसडीएम हर्षल चौधरी सहित अन्य प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंच गया और बचाव कार्य शुरू कर दिया।
एसडीएम हर्षल चौधरी ने बताया कि लटेरी तहसील के खेरखेड़ी पठार गांव में कच्चे बोरवेल में गिरे 7 वर्षीय बालक को सकुशल निकालने के लिए जिला प्रशासन व बचाव दल ने युद्धस्तर पर प्रयास प्रारंभ कर दिए हैं। कलेक्टर उमाशंकर भार्गव सहित अन्य अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं। बोरवेल के समानांतर बुलडोजर से खुदाई कराई जा रही है। बोरवेल में बच्चे के लिए आक्सीजन की व्यवस्था भी कराई जा रही है। कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने भोपाल की एनडीआरएफ टीम से संपर्क किया। उक्त दल घटना स्थल के लिए रवाना हो चुका है।
कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने बताया कि आज दिन में ग्यारह-साढ़े ग्यारह बजे लटेरी तहसील के ग्राम खेरखेड़ी गांव के बोरवेल में सात साल के लोकेश पुत्र दिनेश ग्राम बंदीपुर के गिरने की सूचना मिलते ही बचाव हेतु रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो गया है। घटनास्थल पर बचाव एवं सुरक्षा के दृष्टिकोण से बोरवेल के चारों तरफ प्रबंध किए गए हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मौके पर बचाव कार्य जारी है। सद्गुरु सेवा ट्रस्ट के चिकित्सक सहित अन्य लोग भी मौके पर मौजूद हैं। बोरवेल में कैमरे लगाए जा रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि नीरज अहिरवार के खेत में धनिया की फसल बोई है। इसी बीच बोरवेल खुला पड़ा था। बालक लोकेश खेलते हुए इस खेत में पहुंच गया और गड्ढा दिखाई नहीं देने पर नीचे गिर गया। बोरवेल करीब दो फीट चौड़ा और 50 फीट गहरा बताया जा रहा है। इसे किसान ने पिछले साल खुदवाया था, लेकिन पानी नहीं निकलने के कारण खुला ही छोड़ दिया था।
विधानसभा में भाजपा विधायक ने उठाया सीएम राइज स्कूल का मुद्दा, स्कूल शिक्षा मंत्री ने दिया यह जवाब
14 Mar, 2023 08:05 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । इस समय प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है। मंगलवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद प्रश्नकाल के दौरान सिरोंज से भाजपा विधायक उमाकांत शर्मा ने सीएम राइज स्कूल के लिए गलत स्थान चुने जाने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि जिस जगह का चयन किया गया है, वहां पानी भरता है। आना-जाना कठिन है इसके बावजूद स्थान का चयन कर लिया गया। इस पर स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि जिस स्थान का चयन किया गया, वह भूमि पहले से स्कूल शिक्षा विभाग के नाम है, इसलिए प्रक्रिया प्रारंभ की गई। इस बार उमाकांत शर्मा ने कहा कि असत्य जानकारी दी जा रही है। मेरे साथ अन्याय हो रहा है। अधिकारी तानाशाही कर रहे हैं। इस पर संसदीय कार्यमंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कोई अन्याय नहीं होगा। स्कूल के लिए स्थल परीक्षण कराया जाएगा और विधायक से चर्चा करने के बाद ही उसे अंतिम रूप दिया जाएगा।
कांग्रेस विधायक सज्जन वर्मा ने भी मिलाए सुर
वहीं, कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने भी सीएम राइज स्कूल का विषय उठाया। उन्होंने कहा कि प्राचार्य के पद खाली हैं। स्कूल भवन अभी बने नहीं है और प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। इससे छात्रों का भविष्य प्रभावित हो रहा है। सोनकच्छ में सीएम राइज स्कूल खुलना था, लेकिन उसका नाम हटा दिया गया। इस पर स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया चल रही है। स्कूल भवन भी बनाए जा रहे हैं। विकासखंड मुख्यालयों पर भी सीएम राइज स्कूल होंगे। इसकी प्रक्रिया चल रही है।
नेता प्रतिपक्ष ने सरकार को घेरा
राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा में भाग लेते हुए नेता प्रतिपक्ष डा. गोविंद सिंह ने कहा कि प्रवासी भारतीय सम्मेलन में अव्यवस्थाओं के प्रदेश की छवि प्रभावित हुई। करोड़ों रुपये का भुगतान पौधे लगाने और गमले खरीदने में कर दिए और अब न तो उन गमलों का कुछ पता है और न ही पौधों का। दतिया में हवाई अड्डा बनाया जा रहा है। अब वहां इसकी क्या जरूरत है। यह शासकीय धन का अपव्यय है। 100 रुपये में 100 यूनिट बिजली देने की व्यवस्था हमने की थी लेकिन भाजपा सरकार ने बिना बिजली खरीदी ही करोड़ों रुपये का भुगतान कर दिया। इसकी जांच होनी चाहिए। पोषण आहार, छात्रवृत्ति, नर्सिंग, व्यापमं, प्रधानमंत्री आवास, कन्यादान योजना से लेकर कई योजनाओं में घोटाले हुए हैं। दोषियों को जेल भेजने की जगह उनका संरक्षण किया जा रहा है।
गोविंद सिंह ने कहा कि अमृतकाल अधिकारियों के लिए है, न कि प्रदेश वासियों के लिए। अस्पतालों में लोगों को इलाज तक नहीं मिल रहा है। पुलिस कमिश्नर प्रणाली जब से लागू हुई है। अपराध बढ़ रहे हैं। माफिया पनप रहे हैं। इसे समाप्त किया जाना चाहिए। विपक्ष के सदस्यों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। उनके क्षेत्रों में कोई काम नहीं हो रहे हैं। 49 अधिकारियों के विरुद्ध जांच चल रही है। शासन अभियोजन की स्वीकृति तक नहीं दे रहा है। महिला, बच्चों, अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के ऊपर अत्याचार की घटनाएं बढ़ी हैं। केंद्र सरकार की रिपोर्ट भी इसकी गवाह है। बोलने का अधिकार तक आज आम आदमी को नहीं है। झूठे मुकदमे लगाए जा रहे हैं। कई कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के ऊपर प्रकरण दर्ज हो गए हैं। अवैध उत्खनन चरम पर है। खनिज संपदा को लूटा जा रहा है। नदियां को खोखली कर दी हैं। भ्रष्टाचार चरम पर है स्कूलों में गणवेश बच्चों को बांटे नहीं और भुगतान हो गया। सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है।
भोपाल में 'आप' की हुंकार, केजरीवाल बोले - एक मौका दे दो, बिजली, इलाज सब फ्री कर दूंगा
14 Mar, 2023 04:22 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्य प्रदेश में आम आदमी पार्टी पूरी ताकत से विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। सभी 230 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी उतारे जाएंगे। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को भोपाल के भेल दशहरा मैदान में आयोजित सभा में चुनावी शंखनाद कर दिया। केजरीवाल और मान अपराह्न करीब 03 बजे सभा स्थल पर पहुंचे। 'आप' की इस मेगा सभा में प्रदेशभर से पार्टी के हजारों कार्यकर्ता शामिल हैं। सभा स्थल पर सुबह तकरीबन 11 बजे से ही कार्यकर्ताओं का जुटना शुरू हो गया था। सभा में पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री और राज्यसभा सदस्य संदीप पाठक, विधायक भूपेन्द्र सिंह जून, प्रदेश के प्रभारी मुकेश गोयल भी उपस्थित हैं।
'आप' को मौका दो, काम न करूं तो वापस वोट मांगने नहीं आऊंगा - केजरीवाल
यहां प्रदेशभर से आए कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए 'आप' के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि लोग कह रहे हैं मप्र की सबसे बड़ी समस्या मामा है। मप्र में सरकारें बेची-खरीदी जाती हैं। चुनाव के बाद एक पार्टी विधायक बेचती है दूसरी खरीदती है। कांग्रेस को वोट दो या भाजपा को। सरकार मामा की बनती है। इस बार झाडू पर वोट दे देना समस्या खत्म।
केजरीवाल ने कहा कि सिंगरौली में ट्रेलर देखा था अब फिल्म दिखाएंगे। कांग्रेस व भाजपा को 45 साल 20 साल मौका दिया पर कुछ नहीं किया। इस बार आप को देकर देख लो, काम न करूं तो वापस वोट मांगने नहीं आऊंगा। दिल्ली के लोगों ने मुझे 49 दिन.का मौका दिया था फिर प्यार हो गया। दिल्ली की बात पंजाब पहुंची तो वहां भी हमारी सरकार बनी। एक मौका दे दो, बिजली फ्री दूंगा। स्कूल का कायाकल्प किया। मप्र वालों एक मौका देकर देखो, बच्चों का भविष्य बना दूंगा। दिल्ली में 50 लाख तक का इलाज मुफ्त। मप्र मौका दे तो उन्हें भी मुफ्त इलाज दूंगा। दिल्ली में 12 लाख को नौकरी दी, पंजाब में 27 हजार को। मप्र का युवा मौका दे तो सबको नौकरी देंगे। कर्मचारियों को नियमित कर देंगे। पहले धर्म की राजनीति थी, हमने काम की राजनीति शुरू की। आजादी के बाद से किसी ने स्कूल नहीं बनाए। हमें काम करना आता है। गुजरात में घुस गए 2027 में सरकार बना लेंगे। सत्येंद्र जैन ने बिजली मुफ्त दी। मोहल्ला क्लीनिक बनाए। मनीष सिसोदिया ने सरकारी स्कूलों में कमाल कर दिया। शानदार भवन है। लोग निजी स्कूलों से बच्चों को निकालकर सरकारी स्कूलों में डाल रहे हैं। दोनों को प्रधानमंत्री ने जेल भेज दिया। देश का प्रधानमंत्री कम पढ़ा लिखा होगा तो कोई भी बुद्धू बना देगा। जो अफसर कहेंगे, वही कर देंगे। केजरीवाल ने कहा कि मप्र में व्यापमं घोटाला आजाद भारत का सबसे बड़ा घोटाला है। प्रधानमंत्री को व्यापमं नहीं दिखाई दिया। लोगों ने कई घोटालों के दस्तावेज दिए। भाजपा भ्रष्टाचार करने से मना नहीं करती, बस पार्टी में आकर करो। पंजाब के सीएम ने स्वास्थ्य मंत्री को जेल भेज दिया। हमारे विधायक को भी गिरफ्तार करवा दिया। हम अपने वालों पर कार्रवाई की हिम्मत रखते हैं। मप्र में झाडू लगेगी, पर मेहनत करनी पड़ेगी।
राज्यों के हक मारे जा रहे - भगवंत मान
इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि मप्र की स्थिति पंजाब से मिलती जुलती है। हमारे यहां भी मालवा है। समस्याएं भी मिलती जुलती हैं। एक साल पहले पंजाब के लोगों ने केजरीवाल के वादों पर भरोसा कर हमें चुना। हमने 26,749 युवा को नौकरी दी। हमने करेप्शन के खिलाफ मुहिम चलाई। सैकड़ों रिश्वतखोर जेल में हैं। बस नीयत का फर्क है। सच्ची नीयत वाले नेताओं की कमी रह गई, वो भी हो जाए तो यह देश विश्व में छा जाए। भगवंत मान ने केंद्र की मोदी सरकार और भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि अच्छे काम करने वालों के पीछे पड़े हैं। वे चाहते हैं बच्चे न पढ़ें । क्योंकि ऐसा हुआ तो लोग सोच समझकर वोट देने लगेंगे। उन्होंने एलआइसी को खतरे में डाल दिया। वो साथ घूमता है। तेल, रेल और भेल बेच दिया। राज्यों के हक मारे जा रहे हैं। जीएसटी में हिस्सा नहीं दे रहे हैं। नोटबंदी में 150 लोगों की मौत हो गई भगवंत मान ने कांग्रेस के बारे में कहा कि ये तो अब एक्सचेंज हैं। उन्हें वोट लगा देना चाहिए कि सस्ते रेट पर विधायक बिकते हैं।
भाजपा-कांग्रेस को 'आप' से खतरा, इसलिए बदनाम कर रहे
इससे सभा स्थल पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए वीएस जून, आप के प्रदेश प्रभारी ने कहा कि हमने गुजरात, पंजाब, दिल्ली और गोवा में चुनाव लड़ा। अब मप्र की बारी है। मप्र में 'आप' के दूसरी पार्टी में विलय होने का कोई सवाल नहीं। जो पार्टी आगे बढ़ने लगती है, उसके घर ईडी, सीबीआइ पहुंचने लगती है। हमारी पार्टी के सभी नेता पाक साफ हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा-कांग्रेस को 'आप' से खतरा है, इसलिए बदनाम किया जा रहा है। सिंगरौली की महापौर रानी अग्रवाल ने कहा कि आज मप्र के बेहतर भविष्य की नीव रखी जा रही है।