मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
मीडिया से चर्चा के दौरान योगेश दंडौतिया ने अचानक अपनी जेब से स्याही निकालकर मुंह पर लगा ली
6 Dec, 2023 09:10 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्वालियर । फूल सिंह बरैया ने चुनाव से पहले दावा किया था कि अगर प्रदेश में भाजपा की 50 से अधिक सीटें आती हैं, तो वे राजभवन के सामने अपने हाथ से मुंह काला कर ले गए। बरैया से पहले किसान मोर्चा के महामंत्री योगेश दंडौतिया ने बुधवार को होटल सेंटर में मीडिया को बुलाकर अपना मुंह स्याही निकालकर काला कर लिया। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि वे गुरुवार को अपने साथियों के साथ भोपाल पहुंचकर बरैया का समर्थन करेंगे। फूल सिंह बरैया ने अपने वादे के अनुसार सात दिसंबर को भोपाल में अपने हाथों से मुंह काला करने की बात कही है।
कांग्रेसी नेता राजेंद्र सिंह तोमर के समर्थकों ने बुधवार को दो बजे के लगभग काल कर बरैया के मुंह काला संबंधी विषय पर चर्चा करने के लिए मीडिया को बुलाया था। मीडिया से चर्चा के दौरान योगेश दंडौतिया ने अचानक अपनी जेब से स्याही निकालकर मुंह पर लगा ली। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा अनुसूचित वर्ग का शोषण कर रही है। फूल सिंह बरैया को अपने वादे के अनुसार मुंह काला करने की जरूरत नहीं है। अगर मुंह काला करने का वचन पूरा ही करना है तो वे अपना मुंह काला कर इस वचन को पूरा करते हैं। इस अवसर पर राजेंद्र तोमर मौजूद थे।
लहार विधानसभा सीट से डा. गोविंद के चुनाव हारने के बाद एक बुजुर्ग ने 10 साल बाद मुंडन करवाया
6 Dec, 2023 08:19 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भिंड । विधानसभा चुनाव की मतगणना के बाद ग्वालियर-चंबल में सबसे चर्चित सीट लहार विधानसभा हो गई है। इस पर भाजपा प्रत्याशी अबंरीश शर्मा उर्फ गुड्डू भैया ने 33 साल बार कांग्रेस से सात बार के विधायक रहे डा. गोविंद सिंह को शिकस्त दी है। नेता प्रतिपक्ष के हार के बाद बुधवार को लहार कस्बे के बस स्टैंड के पास रहने वाले बुजुर्ग ने 10 साल बाद अपने सिर का मुंडन कराया है। बुजुर्ग का कहना है, कि 10 साल पहले डा. गोविंद सिंह के इशारे पर नगरपालिका ने उनका मकान तोड़ा था। उसी दिन से उन्होंने संकल्प ले लिया था, जब तक डा. गोविंद सिंह हार नहीं जाते तब तक वह मुंडन नहीं कराएंगे। जानकारी के अनुसार लहार के बस स्टैंड के पास रहने वाले 60 वर्षीय मुन्नालाल विश्वकर्मा का मकान करीब 10 साल पहले नगरपालिका ने अतिक्रमण बताते हुए तोड़ दिया था।
गोविंद सिंह से की थी मिन्नतें
मकान बचाने के लिए विश्वकर्मा ने तत्कालीन विधायक डा. गोविंद सिंह से काफी मिन्नतें की, लेकिन उन्होंने उसे भगा दिया। उसी दिन बुजुर्ग ने संकल्प ले लिया था, कि जब तक डा. गोविंद सिंह लहार से विधायक रहेंगे तब तक वह सिर और दाढ़ी के बाल नहीं बनवाएंगे। इन दस सालों में बुजुर्ग साधु के वेष में रहे। तीन दिसंबर को लहार विधानसभा सीट से डा. गोविंद के चुनाव हारने के बाद बुधवार को बुजुर्ग दुकान पर पहुंचे और अपने सिर के बाल बनवाने के साथ ही दाढ़ी के बाल बनवाए।
लहार आएंगे अबंरीष
लहार से 33 सालों से अजेय विधायक डा. गोविंद सिंह को हराने के बाद भाजपा प्रत्याशी अबंरीष शर्मा गुरुवार को पहली बार अपने विधानसभा क्षेत्र लहार आएंगे। जानकारी के अनुसार चुनाव जीतने के बाद वह भोपाल और दिल्ली पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करने गए थे। उसके बाद उन्होंने बरसाना के प्रसिद्ध राधा-रानी मंदिर में मत्था टेक कर आशीर्वाद लिया। अब वह गुरुवार सुबह दस बजे लहार विधानसभा के बिरखड़ी पहुंचेंगे, जहां कार्यकर्ता उनका स्वागत करेंगे।
वेस्टर्न आस्ट्रेलिया में आयरनमैन चैंपियनशिप को पूरा करने के बाद डा. प्रिया भावे चित्तावर
6 Dec, 2023 04:56 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । शहर की प्रिया भावे चित्तावर ने एक बार फिर कमाल कर दिखाया है। पेशे से डाक्टर प्रिया ने गत दिनों वेस्टर्न आस्ट्रेलिया में आयोजित सबसे बड़ी आयरनमैन चैंपियनशिप में सफलता प्राप्त की है। इस कठिन चैंपियनिशप को पूरा करने वाली वह प्रदेश की एकमात्र महिला हैं। उन्होंने उक्त चैंपियनशिप में 42.2 किमी की दौड़, 3.8 किमी की तैराकी और 180 किमी की साइकिलिंग की। इन तीनों ही टास्क को पूरा करने में उन्हें 16 घंटे 10 मिनट का समय लगा है। उन्होंने महिलाओं की 46 से 50 आयु समूह में हिस्सा लिया। इस कैटेगरी में एक हजार महिलाओं ने हिस्सा लिया। जबकि दुनिया भर से 3000 प्रतिभागियों ने चैंपियनशिप में भागीदारी की थी। बतादें कि उन्होंने अब तक चार आयरनमैन चैंपियनशिप को पूरा किया है। प्रिया भावे चित्तवार के दो बेटे हैं। वह शहर के निजी अस्ताल में संतानहीनता वाले कपल्स का इलाज करती हैं।
दो माह पहले बार्सिलोना में हुई थीं विफल
प्रिया ने बताया कि मैंने दो माह पहले बर्सिलोना में आयोजित फुल आयरनमैन चैंपियनिशप में हिस्सा लिया था, लेकिन उसमें सफल नहीं हो सकी थीं, जिससे निराशा मिली। तैराकी के दौरान कटआफ समय नहीं ला पा रही थी। फिर लोगों ने कहा कि आप अभी दो साल का समय और लेकर तैयारी करो। मेरी जिद थी कि मुझे इसी वर्ष उक्त चैंपियनशिप को पूरा करना है। इसलिए कठिन परिश्रम करने जुट गई और तैराकी पर फोकस किया।
बड़े तालाब में किया तैराकी का अभ्यास
उन्होंने बताया कि आयरनमैन चैंपियनशिप के दौरान समुद्र में तैराकी करनी होती है। समुद्र में हवा का प्रभाव बहुत ज्यादा होता है इसलिए मैंने तकनीक पर काम किया। बड़ा तालाब में तैराकी का अभ्यास का अभ्यास किया। शीतलदास की बगिया से राजाभोज की प्रतिमा तक पांच चक्कर लगाकर 3.8 किमी की तैराकी का अभ्यास करती थीं। जिसका मुझे फायदा मिला और फुल आयरनमैन चैंपियनशिप में दो घंटे 20 मिनट की तैराकी को एक घंटा 52 मिनट में पूरा करने में सफल हो सकी।
जो हम सोचते हैं, उसे पूरा करना चाहिए
वह बताती हैं कि मैं शुरू से ही पढ़ाई में ही दिलचस्पी रही। परिवार में खेल से किसी का लेना-देना नहीं रहा। मेरी सोच यही रही कि जब हम कोई मुश्किल काम करते हैं तो जीवन में जोश बना रहता है। हमें अपने ऊपर लिमटेशन नहीं डालनी चाहिए, जो हम सोचते हैं पूरा करना चाहिए। मैं जब 40 वर्ष की हुई थी तभी सोच लिया था कि 46 वर्ष की उम्र तक आयरनमैन बनना है। यह आरयरनमैन इस वर्ष की आखिरी चैंपियनशिप थी। इसलिए इसी वर्ष पूरा करने का निर्णल लिया।
तीन आयरनमैन को किया है पूरा
प्रिया ने इससे पहले तीन आयरनमैन प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर सफलता प्राप्त की है। इसी वर्ष कजाकिस्तान के अस्थान में आयोजित आयरनमैन 70.3 चैंपियनिश को पूरा किया था, जिसमें उन्हें 90 किमी की साइकिलिंग के साथ 21 किमी की दौड़ और 1900 मीटर की तैराकी की थी। वहीं गोवा आयरनमैन को भी पूरा किया था। कुल मिलाकर उन्होंने चार बार आयरमैन चैंपियनिशप को पूरा किया है।
पूर्व महापौर आलोक शर्मा बोले- भाजपा की सरकार में गुंडे-बदमाशों का कोई स्थान नहीं रहेगा
6 Dec, 2023 04:20 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । पुराने शहर की उत्तर विधानसभा क्षेत्र भाजपा की पराजय के बाद मंगलवार सुबह भाजपा नेता भगवानदास ढालिया पर दो बदमाशों ने चाकू- डंडे से जानलेवा हमला किया गया। बीच-बचाव में तीन लोगों को भी चाकू से चोट लगी है। पुलिस को दिए बयान में भाजपा नेता ने कहा कि बदमाश धमकी देकर गए हैं हमारा भाई विधायक बन गया है, इसलिए अब वसूली देना होगी।
पूर्व महापौर ने किया प्रदर्शन
उधर घटना के विरोध में भाजपा से प्रत्याशी रहे पूर्व महापौर आलोक शर्मा ने शाहजहांनाबाद थाने के सामने प्रदर्शन किया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने अड़ीबाजी, प्राणघातक हमला करने एवं एट्रोसिटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है।
यह है घटनाक्रम
शाहजहांनाबाद थाना पुलिस के मुताबिक भाजपा नेता एवं स्थानीय व्यापारी भगवान दास ढालिया सुबह करीब 10 बजे मिलिट्री गेट के पास स्थित अपनी दुकान खोल रहे थे। इस दौरान बदमाश गोलू राठौर अपने साथी असलम उर्फ टैंकर के साथ वहां पहुंचा। वे लोग शराब के लिए रुपये मांगने लगे। अड़ीबाजी का विरोध करने पर उन्होंने चाकू, डंडे से भगवानदास पर हमला कर दिया। राहगीर मोनू राठौर, मोनू प्रजापति और भूषण बीच बचाव करने पहुंचे तो आरोपितों ने उन्हें भी घायल कर दिया। घटना के विरोध में दोपहर 12 भाजपा कार्यकर्ता इकबाल मैदान में एकत्रित हो गए। उन्होंने डेढ़ घंटे तक प्रदर्शन कर जाम लगा दिया। वहीं, भोपाल उत्तर विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी रहे आलोक शर्मा के साथ कार्यकर्ता शाहजहांनाबाद थाने पहुंचे और गेट के बाहर प्रदर्शन किया।
शर्मा बोले- अब 11 बजे सब बंद होगा
आलोक शर्मा ने कहा- पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस के कतिपय नेताओं के इशारों पर शहर की फिजा बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है। भाजपा के कार्यकर्ताओं पर चाकू, तलवार से हमले हो रहे हैं। यह हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। भाजपा की सरकार में गुंडे-बदमाशों का कोई स्थान नहीं रहेगा। लक्ष्मी टाकीज, इमामी गेट और काजी कैंप का बाजार रात भर खुला रहता है। अब इसे भी 11 बजे बंद करवाया जाएगा।
दो हजार रुपये का नोट बदलने के लिए भोपाल आरबीआई आफिस के बारह लगी लोगों की भीड़
6 Dec, 2023 02:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । दो हजार रुपए के नोट बदलवाने के लिए प्रदेश के अन्य शहरों से लोग भोपाल पहुंच रहे हैं। अरेरा हिल्स स्थित भारतीय रिर्जव बैंक में सुबह से लंबी कतारें लग रही हैं। लोग अपने सभी काम छोड़कर नोट बदलवाने के लिए परेशान हैं। नोट बदलवाने के लिए यहां सुबह छह बजे से लाइन लग रही हैं। बता दें कि बैंक से दो हजार के नोट के बदले उन्हें 10-20 रुपये के सिक्के दिए जा रहे हैं, जिनका वजन 10 से लेकर 15 किलो तक होता है, जिन्हें लोग गठरी बनाकर ले जा रहे हैं। दो हजार के नोटों को जमा करने या बदलने की सुविधा शुरुआत में 30 सितंबर तक देश की सभी बैंक शाखाओं में थी, जिसे बाद में सात अक्टूबर तक बढ़ा दिया गया था, लेकिन त्योहार के चलते या किसी कारणवश लोग नोट बदलवाना भूल गए थे। तब वे किसी भी बैंक में अपने खाते में रुपए जमा कर सकते थे। ये सुविधा 19 मई से भारतीय रिजर्व बैंक के 19 निर्गम कार्यालयों में भी उपलब्ध थी। 19 मई तक चलन में मौजूद दो हजार नोटों में से 97.26 प्रतिशत वापस आ गए हैं।
दो दिनों तक रुकना पड़ रहा नोट बदलवाने के लिए
पूरे प्रदेश के लोग भोपाल पहुंच रहे हैं। इनकी संख्या एक हजार से 15 तक पहुंच जा रही है। ये सुबह छह बजे से कतार में लग जाते हैं। इसमें महिलाओं और पुरुषों की एक ही कतार लगाई जा रही है, लेकिन एक दिन में सिर्फ 500 टोकन ही दिया जा रहा है, जिससे दूर से आने वाले लोगों को किसी परिचित के यहां तो होटलों में रात गुजारनी पड़ रही है। यानी नोटों को बदलवाने के लिए उन्हें एक से दो दिन का समय लग रहा है।
नोट बदलने के लिए लगे एजेंट, ले रहे मोटी रकम
लोगों ने बताया कि नोट बदलवाने के लिए एजेंट भी सक्रिय हो गए हैं। वे एक बार में तीन से चार लोगों के नोट बदलवा रहे हैं। बैंक में भी उन्हें ही प्राथमिकता दी जा रही है। सीधी से आए विनय पांडे ने बताया कि यहां नोट बदलवाने में काफी परेशानी हो रही है। मैं सुबह आया हूं, लेकिन मेरे नोट नहीं बदल पाए इसलिए कल का इंतजार करना पड़ेगा। पहले टोकन के लिए लाइन लगाती पड़ती है।
इसके बाद नोट बदलवाने के लिए अलग से लाइन में खड़ा होना पड़ता है, जिसमें सात से आठ घंटे लग रहे हैं। वहीं रामस्वरूप ने बताया कि मैं दो दिन पहले ग्वालियर से आया हूं, लेकिन अभी तक टोकन नहीं मिला। कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अन्य लोगों ने भी बताया कि अंदर मौजूद अधिकारी उन्हें रुपए खाते में ट्रांसफर करने या फिर चिल्लर देने की बात कह रहे हैं। ज्यादातर लोग रुपए ट्रांसफर करने के बजाय सिक्के ही लेकर जा रहे हैं।
मध्य प्रदेश में बीजेपी को मिली बंपर जीत के बाद छिंदवाड़ा पहुंचे CM शिवराज, कार्यकर्ताओं के साथ करेंगे बैठक
6 Dec, 2023 02:36 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छिंदवाड़ा । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार को छिंदवाड़ा दौरे पर हैं। आधिकारिक कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान छिंदवाड़ा पहुंच चुके हैं। यहां वे पोला ग्राउंड में जन सभा को संबोधित करेंगे।
भाजपा कार्यकर्ताओं से भी चर्चा करेंगे
इस दौरान वो भाजपा कार्यकर्ताओं से भी चर्चा करेंगे। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में भाजपा को जिले की सातों विधानसभा सीटों में हार का सामना करना पड़ा है, जिसके बाद सीएम ने कहा था कि वे छिंदवाड़ा आएंगे।
श्रीनाथ स्कूल में दो पहिया और चार पहिया वाहनों की पार्किंग
सीएम के दौरे को लेकर यातायात व्यवस्था भी बनाई गई है। जिसके तहत श्रीनाथ स्कूल में दो पहिया और चार पहिया वाहनों की पार्किंग होगी, चर्च कंपाउंड में दो पहिया वाहनों की पार्किंग होगी।
वाहनों काे डायवर्ट किया जाएगा
इनर ग्राउंड में आमसभा में आने वाले दो पहिया और चार पहिया वाहन पार्क होंगे। ईएलसी तिराहा से वाहनों को सत्कार तिराहा और एमएलबी स्कूल की ओर वाहनों काे डायवर्ट किया जाएगा।
सलामतपुर थाना क्षेत्र में नाबालिग ने जहर का सेवन कर आत्महत्या का प्रयास किया, फिलहाल उसका उपचार जारी है
6 Dec, 2023 11:50 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सलामतपुर । सलामतपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में आदिवासी नाबालिग किशोरी ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। उसे विदिशा के मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है जहां उसका उपचार चल रहा है। किशोरी के साथ दुष्कर्म हुआ था जिससे वह गर्भवती हो गई थी इसी बदनामी के डर से उसने ये कदम उठाया। नाबालिग से दुष्कर्म का आरोप गांव के ही नाबालिग किशोर पर लगाया गया है। करीब 6 महीने पहले उसके साथ दुष्कर्म किया गया था। जब नाबालिग किशोरी गर्भवती हुई और पेट दिखने लगा तो उसने बदनामी के डर से आत्महत्या करने की कोशिश की, गनीमत रही कि परिजनों ने सही समय पर विदिशा मेडिकल कालेज में भर्ती कर दिया। जिससे किशोरी की जान बच गई। इस मामले में विदिशा कोतवाली पुलिस ने ज़ीरो पर कायमी कर केस डायरी थाना सलामतपुर भेजी। पुलिस ने आरोपित नाबालिग किशोर पर विभिन्न धाराओं और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। मंगलवार को आरोपित को गिरफ्तार कर रायसेन किशोर न्यायालय में पेश किया गया।
ये है मामला
आदिवासी नाबालिग किशोर ने मई 2023 में गांव के ही पहाड़ के पास किशोरी को बात करने के बहाने बुलाया था। वहां पर उसने ज़ोर ज़बरदस्ती कर घटना को अंजाम दिया। किसी को भी बताने पर जान से मारने की धमकी देकर चुप रहने को कहा गया था, घटना को जब 6 महीने हो गए तो नाबालिग किशोरी का पेट बाहर आने लगा तो बदनामी के डर से 20 नवंबर को जहरीला पदार्थ खाकर जान देने की कोशिश की थी।
इनका कहना
आदिवासी नाबालिग किशोरी के साथ ज़ोर ज़बरदस्ती के मामले में मंगलवार को आरोपित नाबालिग युवक को गिरफ्तार कर किशोर न्यायालय रायसेन में पेश किया है।
-दिनेश सिंह रघुवंशी, थाना प्रभारी सलामतपुर
भोपाल में इलाज के दौरान मौत, राजगढ़ में बोरवेल में गिरी 5 साल की बच्ची को गंभीर हालात में बाहर निकाला गया था
6 Dec, 2023 11:43 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
राजगढ़ । राजगढ़ जिले के पीपल्या रसोड़ा गांव में मंगलवार को पांच साल की बच्ची खुले बोरवेल में गिर गई थी, जिसे रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था। बच्ची को इलाज के लिए भोपाल के हमीदिया अस्पताल रेफर किया गया था, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना की जानकारी लगने के बाद बाद बोड़ा थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। बालिका को आक्सीजन देने का प्रयास किया गया। इस दौरान बालिका की आवाज बोर के अंदर से सुनाई दे रही थी। घटना की जानकारी लगने पर एसडीईआरएफ की टीम, कलेक्टर, एसपी व विधायक भी मौके पर पहुंच गए थे।
जानकारी के मुताबिक पटाडि़या धाकड़ गांव के रहने वाले रवि भिलाला की पांच वर्षीय बालिका अपने मामा-नाना के गांव पीपल्या रसोड़ा गई हुई थी। यहां पर बालिका के नाना इंदर भिलाला के खेत पर बोरवेल है। मंगलवार देर शाम को खेलने के दौरान बालिका उस खुले बोरवेल में जा गिरी। इसके बाद घटना की जानकारी बोड़ा थाना पुलिस को दी। बोड़ा थाना प्रभारी बल के साथ गांव पहुंचे। साथ ही आक्सीजन देने के लिए टीम को मौके पर बुलाया। टीम द्वारा बोरवेल में रस्सी डालकर उसे निकालने की कोशिश की गई। बालिका की आवाज आ रही थी। बालिका रस्सी को पकड़ने का प्रयास करती रही लेकिन वह बार-बार छूट रही थी। घटना की जानकारी लगने के बाद राजगढ़ से कलेक्टर हर्ष दीक्षित, एसपी धर्मराज मीना घटना स्थल पहुंचे। उधर नरसिंहगढ़ विधायक मोहन शर्मा भी वहां पहुंच गए थे।
रस्सी डालने पर आ रही थी बालिका की आवाज
घटना स्थल पर बोरवेल के गड्डे में जैसे ही रस्सी डाली जा रही थी तो बालिका की आवाज आ रही थी। बालिका बार-बार चिल्ला रही थी। बताया जा रहा है कि बोरवेल में रस्सी डालने के दौरान बालिका रस्सी भी पकड़ रही थी, लेकिन बार-बार छूट रही थी। आखिरकार उसे गंभीर हालात में बाहर निकालकर भोपाल रेफर किया गया, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।
ग्वालियर-चंबल संभाग में प्रभाव नहीं छोड़ पाए जयवर्धन
5 Dec, 2023 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्वालियर । ग्वालियर- चंबल संभाग में महाराजा और राजा के बीच राजनीतिक वर्चस्व की जंग बहुत पुरानी है। महाराजा यानी सिंधिया घराना और राजा यानी दिग्विजय सिंह उर्फ दिग्गी राजा अपना प्रभाव समय-समय पर दिखाते रहे हैं लेकिन हर बार कांग्रेस खेमे में रहते हुए महाराजा के पाले में जाती रही है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में जाने के बाद से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अपने बेटे जयवर्धन सिंह के लिए ग्वालियर-चंबल अंचल में राजनीतिक जमीन तैयार करने में जुट गए थे। इस विधानसभा चुनाव को वह जयवर्धन को एक क्षत्रप के रूप में प्रोजेक्ट करने का अच्छा मौका मान रहे थे। चुनाव परिणामों में हुई 10 सीटों के नुकसान से साफ हो गया है कि दिग्विजय सिंह को इस अंचल से निराशा ही मिली है। अंचल की 34 सीटों में से आठ सीटों को छोड़ दें तो टिकट देने में दिग्विजय सिंह की अहम भूमिका थी।
2018 के विधानसभा चुनाव में सिंधिया की भूमिका
ग्वालियर-चंबल में कांग्रेस को 2018 के विधानसभा चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया के चेहरा सामने होने का लाभ मिला था। कांग्रेस अंचल की 34 सीटों में से 26 सीटों पर कब्जा करने में कामयाब हुई थी। सरकार बनने के बाद कांग्रेस ने सिंधिया के चेहरे पर मिली सफलता को पूरी तरह से नकार दिया था। इस बार कांग्रेस को यहां 10 सीटों का नुकसान उठाना पड़ा। यही नहीं दिग्विजय के समर्थक नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह, केपी सिंह और लाखन सिंह चुनाव हार गए। दिग्विजय के भाई लक्ष्मण सिंह भी चुनाव हार गए।
जयवर्द्धन स्वयं बमुश्किल जीत की चौखट तक पहुंच पाए
चुनाव में जयवर्धन स्वयं बमुश्किल चुनाव जीत पाए। अन्य सीटों पर प्रभाव डालना तो दूर की बात है। बता दें कि दिग्विजय सिंह के प्रभाव वाले गुना, अशोकनगर और शिवपुरी जिलों की 12 सीटों में से भाजपा को आठ सीटों पर सफलता मिली है। अंचल में पार्टी की करारी हार के पीछे की सबसे बड़ी वजह यह रही कि पौने चार साल में पार्टी यहां से ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसा कद्दावर नेता नहीं खड़ा कर पाई, जो उनका विकल्प बन सके।
इसके अलावा सिंधिया के भाजपा में जाने के बाद प्रदेश स्तर की पहली और दूसरी पंक्ति में ऐसा कोई चेहरा कांग्रेस के पास नही है, जो कि कांग्रेस में सर्वमान्य हो। बात नेता प्रतिपक्ष डा गोविंद सिंह की करें तो अब उनकी उम्र दौड़भाग कर पाने की नहीं है।
पांच साल की बच्ची खेलते समय बोरवेल में गिरी, 25-30 फिट गहराई पर फंसे होने की आशंका
5 Dec, 2023 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
राजगढ़ । एक पांच वर्षीय बालिका पीपल्या रसोड़ा गांव में खुले बोरवेल के गडडे में गिर गई। घटना की जानकारी लगने के बाद बाद बोड़ा थाने की पुलिस मौके पर पहुंची है। बालिका को आक्सीजन देने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही रस्सी डालने के दौरान बालिका की आवाज बोर के अंदर से सुनाई दे रही है। घटना की जानकारी लगने पर एसडीईआरएफ की टीम, कलेक्टर, एसपी व विधायक घटना स्थल के लिए रवाना हो गए।
जानकारी के मुताबिक पटाडि़या धाकड़ गांव के रहने वाले रवि भिलाला की पांच वर्षीय बालिका अपने मामा-नाना के गांव पीपल्या रसोड़ा गई हुई थी। यहां पर बालिका के नाना इंदर भिलाला के खेत पर बोरवेल का गड्डा है। मंगलवार देर शाम को खेलने के दाैरान बालिका उस खुले गड्डे में जा गिरी। इसके बाद घटना की जानकारी बोड़ा थाना पुलिस को दी। बोड़ा थाना प्रभारी बल के साथ गांव पहुंचे। साथ ही आक्सीजन देने के लिए टीम को मौके पर बुलाया है। टीम द्वारा फिलहाल बोरवेल में रस्सी डाली जा रही है। बालिका की आवाज आ रही है। बालिका द्वारा रस्सी को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन बार-बार छूट रही है। घटना की जानकारी लगने के बाद राजगढ़ से कलेक्टर हर्ष दीक्षित, एसपी धर्मराज मीना घटना स्थल के लिए रवाना हुए हैं। उधर नरसिंहगढ़ विधायक मोहन शर्मा भी घटना स्थल के लिए रवाना हुए हैं।
घटना स्थाल पर प्रकाश का कर रहे इंतजाम, टीमें रवाना
घटना के बाद अब गांव में घटना स्थल पर प्रकाश का इंतजाम किया जा रहा है। यह खेत गांव से दो किमी की दूरी पर है। ऐसे में घटना वाले स्थान के आसपास हैलोजन आदि लगाकर पर्याप्त लाइट के इंतजाम किए जा रहे हैं। साथ ही राजगढ़ से एसडीईआरएफ की टीम घटना स्थल के लिए रवाना हो चुकी है। कुछ समय बाद टीम द्वारा भी पहुंचकर रेस्क्यू आपरेशन को आगे बढ़ाया जाएगा।
रस्सी डालने पर आ रही बालिका की आवाज
घटना स्थल पर बोरवेल के गड्डे में जैसे ही रस्सी डाली जा रही है तो बालिका की आवाज आ रही है। बालिका बार-बार चिल्ला रही है। बताया जा रहा है कि बोरवेल में रस्सी डालने के दौरान बालिका रस्सी भी पकड़ रही है, लेकिन बार-बार छोड़ रही है। इसलिए निकालने में दिक्कत आ रही है।
इनका कहना है
माही पिता रवि भिलाला 5 वर्षीय बालिका बोरवेल के गड्डे में गिरी है। हम मौके पर ही हैं। टीमें आ रही है। संभवत: 25-30 फीट पर फंसी है। रस्सी डालने पर आवाज आ रही है।
रामकुमार भगत, टीआइ बोड़ा
एसडीआरएफ की टीम भोपाल व राजगढ़ से रवाना हो गई है। मौके पर थाना स्टाफ पहुंच गया है। इमरजेंसी में उपयाेगी सर्च लाइट, अस्पताल से ऑक्सीजन के भी इंतजाम कर रहे हैं। हम रात में ही अधिकतम ऑपरेशन करने की कौशिश कर रहे हैं। मौके पर मैं 10 मिनट में पहुंच रहा हूं।
धर्मराज मीना, एसपी
फूलसिंह बरैया कांग्रेस सरकार बनने को लिए दिए गए बयान पर कायम रहते हुए, 7 दिसंबर को अपना मुंह काला करने का संकल्प दोहराया है
5 Dec, 2023 02:50 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्वालियर । फूल सिंह बरैया ने मीडिया कर्मियों से बातचीत में कहा है कि वे कांग्रेस की आर को लेकर दिए गए बयान पर अडिग हैं और वे 7 दिसंबर को भोपाल में राजभवन के सामने अपने हाथों से अपना मुंह काला करेंगे। लेकिन उन्होंने इवीएम से मतदान कराए जाने पर सवाल उठाया और कहा कि अधिकतर लोकतांत्रिक देश में इवीएम का उपयोग नहीं होता। इवीएम को हैक करने की संभावना रहती है। यदि वैलेट पेपर से चुनाव हो जाए तो भाजपा के पचास विधायक भी जीत नहीं पाएंगे। भांडेर सीट से कांग्रेस विधायक बने फूलसिंह बरैया का चुनाव से पहले एक टीवी साक्षात्कार सहित सभाओं में भाजपा की 50 सीटों से ज्यादा आने पर भोपाल के राजभवन के सामने स्वयं का मुंह काला करने वाला बयान फिर चर्चा में आ गया है। इसे लेकर सोमवार को इंटरनेट मीडिया पर भी माहौल गरम रहा।
इस मामले में जब बरैया से संपर्क की कोशिश की गई तो उनका फोन रिसीव नहीं हुआ हालाकि बरैया के निकट सहयोगियों का कहना था कि बरैया जो कहते हैं वो वचन हर हाल में पूरा करते हैं और अपने बयान पर वह आज भी अडिग हैं। बताया जा रहा है कि वे आगामी दिनों में राजभवन के सामने अपने वचन को पूरा करेंगे। उल्लेखनीय है फूल सिंह बरैया अपने बयानों की वजह से हमेशा में चर्चा में रहे हैं। फूल सिंह बरैया जब बसपा में थे और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी। तब वे अपने सिर पर सफेद कपड़े को बांधने काे लेकर कहा था कि यह कांग्रेस का कफन है। लेकिन अब वे स्वयं कांग्रेस में हैं।
प्रबंधन और रणनीति दोनों स्तर पर चूक हुई है, कांग्रेस प्रत्याशी रख रहे हैं अपनी बात
5 Dec, 2023 02:33 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में करारी हार मिलने के बाद कांग्रेस अब परिणामों की समीक्षा मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने सभी निर्वाचित और हारे हुए प्रत्याशियों की बैठक बुलाई है। बैठक प्रारंभ हो गई है। कृषि मंत्री कमल पटेल को हराने वाले कांग्रेस विधायक रामकृष्ण दोगने ने कहा हरदा में भय और आतंक से लोगों को मुक्ति मिली है, कृषि मंत्री रहते हुए कमल पटेल ने केवल धन उगाही की है और सत्ता का दुरुपयोग किया है। कांग्रेस को इस तरह के परिणाम की उम्मीद नहीं थी। ईवीएम की भूमिका को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। पूर्व ऊर्जा मंत्री और खिलचीपुर से प्रत्याशी प्रियव्रत सिंह ने कहा कि हमें आत्म चिंतन करने की जरूरत है कि आखिर जनता ने क्यों नकारा। हमें अपनी रणनीति और दिशा पर भी विचार करना होगा। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को भी यह देखना होगा क्योंकि तीन माह बाद दूसरा चुनाव है। प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन पर उन्होंने कहा कि हमें अपनी दिशा पर नए से विचार करना होगा। जबलपुर जिले से जीते कांग्रेस के एकमात्र नेता लखन घनघोरिया ने कहा कि प्रशासन ने चुनाव लड़ा है। कहीं न कहीं गड़बड़ी हुई है। हम विस्तार से समीक्षा कर रहे हैं, उसके बाद आगामी निर्णय करेंगे। पूर्व मंत्री और सिहावल से पार्टी प्रत्याशी कमलेश्वर पटेल कहा कि इस चुनाव में षड्यंत्र हुआ है कर्मचारियों को उनका मत डालने नहीं दिया गया। मतदान से पूर्व किसान सम्मन निधि की राशि केंद्र सरकार ने खातों में डाली। लाडली बहना की राशि मतदान के पहले भेजी गई। कई ऐसे मतदान केंद्र रहे जहां कांग्रेस को नाम मात्र वोट ही मिले, जबकि वे परंपरागत रूप से गढ़ रहे हैं।
कालापीपल से कांग्रेस प्रत्याशी कुणाल चौधरी ने कहा कि परिणाम से न केवल हमें बल्कि जनता को भी निराशा हुई है। डाक मतपत्र से जाहिर है कि हमें बड़ा समर्थन मिला है। बैठक में विधानसभा में दल के नेता के नाम पर भी चर्चा हो सकती है। विंध्य से अजय सिंह, राजेंद्र कुमार सिंह, चंबल से रामनिवास रावत और निमाड़ से बाला बच्चन को प्रमुख दावेदार माना जा रहा है। चुनाव परिणाम आने के बाद से कांग्रेस के भीतर यह चर्चा शुरू हो गई है कि प्रबंधन और रणनीति दोनों स्तर पर चूक हुई है। न तो चुनाव अभियान प्रभावी रूप से संचालित हुआ और न ही बड़े नेता अपने क्षेत्रों के बाहर निकले। जबकि, भाजपा के अधिकतर वरिष्ठ नेता लगातार दौरे करके कार्यकर्ताओं को न केवल प्रोत्साहित कर रहे थे, बल्कि यह संदेश देने में भी सफल हो रहे थे कि पार्टी सत्ता में बनी रहेगी। जबकि, कांग्रेस इसमें विफल रही। कार्यकर्ता और उम्मीदवार अति आत्मविश्वास में आए, जिससे नुकसान हुआ।
भाजपा के नेताओं की घेराबंदी की बात करते-करते नेता स्वयं ही घिर गए। वहीं, भितरघात ने भी बड़ा नुकसान पहुंचाया। कई सीटों पर तो कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने खुलकर भाजपा का काम किया। समीक्षा में इन सभी मुद्दों पर चर्चा होगी। उधर, विधायक दल के नेता को लेकर भी निर्वाचित प्रतिनिधियों से रायशुमारी की जा सकती है। दरअसल, कमल नाथ ने पहले भी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद छोड़ दिया था। उन्होंने वरिष्ठ नेता डा. गोविंद सिंह को यह दायित्व सौंपा था, लेकिन वे चुनाव हार चुके हैं। जो 66 उम्मीदवार चुनाव जीते हैं, उनमें अधिकतर नए हैं। ऐसे में आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए विस्तृत समीक्षा आवश्यक है। माना जाता है कि पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राजेंद्र कुमार सिंह, विधायक दल के सचेतक रह चुके रामनिवास रावत और आदिवासी वर्ग से आने वाले बाला बच्चन के नाम पर विचार किया जा सकता है।
रामेश्वर शर्मा के समर्थकों द्वारा लगाए गए होर्डिंग से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गायब, उनके स्थान पर कैलाश विजयवर्गीय
5 Dec, 2023 02:17 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । संत हिरदाराम नगर में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए होर्डिंग चर्चा का विषय बने हुए हैं। इनमें से एक होर्डिंग मुख्य चर्चा का विषय है इसमें नवनिर्वाचित विधायक रामेश्वर शर्मा के साथ ही भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय को प्रमुखता से दिखाया गया है जबकि कुछ होर्डिंग में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का फोटो ही नदारद है।
भोपाल के हुजूर विधानसभा क्षेत्र से प्रचंड विजय श्री के बाद विधायक रामेश्वर शर्मा के समर्थकों द्वारा लगाए गए होर्डिंग से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गायब हैं और उनके स्थान पर कैलाश विजयवर्गीय का फोटो लगा हुआ है जो संत हिरदाराम नगर के साथ इंटरनेट मीडिया में चर्चा का विषय बन चुका है। होर्डिंग में विधायक रामेश्वर शर्मा को शुभकामना देते हुए कार्यकर्ताओं का आभार प्रकट किया गया है। उल्लेखनीय की हुजूर क्षेत्र से इस बार विधायक रामेश्वर शर्मा रिकॉर्ड मतों से जीते हैं। उनके समर्थकों ने बीआरटीएस लेने में दो दर्जन से अधिक होल्डिंग लगाए हैं। इनमें से कुछ होर्डिंग में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का फोटो है कुछ में कैलाश विजयवर्गीय का बड़ा फोटो लगाया गया है।
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर जीत का प्रमाण पत्र लेने के बाद, विशेष विमान से दिल्ली के लिए रवाना हो गए
5 Dec, 2023 01:13 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्वालियर । केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर मतगणना के दौरान रविवार को भोपाल में थे। दिमनी विधानसभा क्षेत्र से विजयी होने पर मुरैना कलेक्टर से जीत का प्रमाण पत्र लेने के लिए विशेष विमान से भोपाल में आए। प्रमाण-पत्र लेने के बाद वे ग्वालियर के रेसकोर्स रोड पर स्थित सरकारी आवास पर दस मिनिट के लिए पहुंचे। दरवाजे पर बहन मंजू व पत्नी किरण तोमर ने आरती उतारकर उनकी अगवानी की। बंगले पर दस मिनिट परिवार के बीच रुके और विशेष विमान से दिल्ली के लिए रवाना हो गए। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मुरैना जिले की दिमनी विधानसभा से चुनाव लड़ा था। मतगणना के समय वे भोपाल स्थित भाजपा के प्रदेश मुख्यालय पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया व प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ विधानसभा चुनाव के नतीजों पर नजर रखने के लिए मौजूद थे। दिमनी विधानसभा से जीत की सूचना मिलने पर रात में ही विशेष विमान से ग्वालियर पहुंचे और विमानतल से सीधे भोपाल के लिए रवाना हो गए। जीत का सार्टिफिकेट लेने के बाद सीधे दिल्ली रवाना होना था।
दस मिनिट के लिए बंगले पहुंचे
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर मुरैना से लौटने के बाद रेसक्रोर्स रोड स्थित बंगले पर आए। परिवार के सभी सदस्य पत्नी किरण तोमर. बहन मंजू. बेटे व पुत्र वधु सहित अन्य रिश्तेदार मौजूद थे। कुछ नजदीकी कार्यकर्ता भी बंगले पहुंच गए थे। चुनाव में विजय होने पर पत्नी व बहन ने परंपरा के अनुसार चुनाव में विजय श्री मिलने पर आरती उतारकर मंगलमय भविष्य की कामना की। परिवार के लोगों से मिलने के बाद नरेंद्र सिंह तोमर विशेष विमान से दिल्ली के लिए रवाना हो गए। बताया जा रहा है कि विधानसभा चुनाव में पार्टी को प्रचंड बहुमत मिलने के बाद वरिष्ठ नेतृत्व से रात में चर्चा होनी थी। इसलिए वे जीत की खुशी परिवार के लोगों के बीच नहीं मना सके।
'मेरा बूथ, सबसे मजबूत' अभियान के शुभारंभ के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी खुद भोपाल आए
5 Dec, 2023 12:59 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा की बड़ी जीत के पीछे हर बूथ को मजबूत करने की कार्ययोजना रही। पार्टी ने इसके लिए 'मेरा बूथ, सबसे मजबूत' अभियान शुरू किया। इसका लक्ष्य था- प्रदेश के सभी 64 हजार से अधिक बूथों पर पार्टी को 51 प्रतिशत से अधिक मत दिलाना। केंद्रीय नेतृत्व भी इसमें जुटा।
खुद भोपाल आए थे मोदी
अभियान के शुभारंभ के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी खुद भोपाल आए। उन्होंने यहां से देश के हर बूथ के कार्यकर्ताओं से वर्चुअल संवाद किया। इसके बाद दूसरे राज्यों से आए अल्पकालिक विस्तारक एक सप्ताह के लिए दल बनाकर प्रदेश के सभी बूथों पर पहुंचे। उन्होंने हर बूथ की ताकत और कमजोरी को चिह्नित किया।
विधायक और मंत्री भी पहुंचे
इसके बाद दूसरे राज्यों के विधायकों और फिर मंत्रियों की टीम भी बूथों पर पहुंची। तीनों स्तर पर बूथों में दिखी कमियों को दूर कर उन्हें मजबूत बनाने की कार्ययोजना बनी। इसके अनुरूप काम हुआ, जिसका परिणाम सामने है। प्रदेश भाजपा का दावा है कि 29 हजार से अधिक बूथों पर पार्टी को 50 प्रतिशत से अधिक मत मिले हैं।
तकनीक का सहारा भी लिया
बूथों को मजबूत बनाने के लिए तकनीक का सहारा भी लिया गया। सभी बूथ का डाटा डिजिटलाइज किया गया। हर बूथ एक समिति बनाई गई। समिति के सदस्यों से कार्ययोजना पर लगातार संवाद के लिए वाट्सएप ग्रुप तैयार किया गया। समिति के सदस्यों ने सभी मतदाताओं से सतत संपर्क किया। दूसरी कार्ययोजना यह रही कि बूथों को तीन श्रेणी में बांटा गया। इनमें एक तो वे थे, जिनमें पार्टी पिछले तीन बार या अधिक समय से जीत रही थी। बी श्रेणी में वे थे, जहां कभी भाजपा तो कभी कांग्रेस जीती और सी श्रेणी में वे थे, जिनमें पार्टी कमजोर थी। बूथ स्तर से लेकर केंद्रीय नेतृत्व तक सभी का पूरा ध्यान बी और सी श्रेणी के बूथों पर रहा। पार्टी ने इसमें मोर्चा और प्रकोष्ठों का भी सहयोग लिया। भारतीय जनता युवा मोर्चा ने हर बूथ में नव मतदाताओं से संपर्क किया। इसी तरह, किसान मोर्चा और महिला मोर्चा ने भी अपने-अपने क्षेत्र में मतदाताओं को साधने का काम किया। जमीनी स्तर पर मजबूती के चलते ही पार्टी ने 230 सीटों में से 163 सीटें जीत ली। मत प्रतिशत भी 41.02 प्रतिशत से बढ़कर 48.55 प्रतिशत हो गया।
बूथों को सशक्त बनाने में इनकी रही बड़ी भूमिका
भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री और मप्र सहित छह राज्यों के प्रभारी शिवप्रकाश व प्रदेश के संगठन महामंत्री हितानंद ने बूथों को सशक्त करने में बड़ी भूमिका निभाई। दोनों ने पूरे प्रदेश में भ्रमण किया। कमियां देखीं और संगठन के स्तर पर बूथों को मजबूत करने की योजना बनाई। इसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों ने भी सहयोग किया।
शिवप्रकाश ने संभाली मैदानी लड़ाई
1986 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक बने शिवप्रकाश इन दिनों भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री हैं और छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और महाराष्ट्र के प्रभारी हैं। शिवप्रकाश उन नेताओं में हैं, जिन्होंने मप्र को एक नहीं, कई बार नाप दिया। मंडल ही नहीं, बूथ स्तर पर जाकर भाजपा की कमजोरियों का पता लगाया। उन्हें कैसे दूर किया जा सकता है, इसकी रणनीति बनाई। इसके बाद प्रदेश स्तर पर कई बार बैठक कर कमजोरियों को दूर करने के लिए काम किया। निराश कार्यकर्ताओं की चिंता कर उन्हें सक्रिय किया।
संगठन की चुनौतियों को दूर कर हितानंद ने की व्यूह रचना
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक हितानंद ने जब भाजपा में संगठन महामंत्री की बागडोर संभाली, तब पार्टी के सामने कई तरह की चुनौतियां थीं। सबसे पहली चुनौती तो उन 32 विधानसभा क्षेत्रों में थी, जहां कांग्रेस के विधायक और नेता भाजपा में आए थे। ऐसी सीटों पर भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ उनका समन्वय बनाना बेहद मुश्किल था। हितानंद ने अपनी सांगठनिक क्षमता से उन चुनौतियों को न सिर्फ दूर किया, बल्कि सभी कार्यकर्ताओं को एकरस कर दिया। हितानंद ऐसे हाईटेक नेता हैं, जिनके मोबाइल पर सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों के चार चुनाव के परिणाम से लेकर बूथ के हर कार्यकर्ता का ब्यौरा मौजूद रहता है।
बूथ को सशक्त बनाने के लिए ये भी किया
बूथ विस्तारक अभियान 20 जनवरी से 5 फरवरी 2022 तक चला। इसमें बूथ समिति का गठन और संगठन एप पर कार्यकर्ताओं की सचित्र पूरी जानकारी भरी गई। 96 प्रतिशत बूथों की समितियों का गठन कर डिजिटलाइजेशन किया गया।
कुल 10 हजार 916 शक्ति केंद्रों पर पार्टी की टोली का गठन हुआ। बूथ विजय संकल्प अभियान चार से 14 मई 2023 तक चला। मोदी सरकार के नौ वर्ष पूरे होने पर देशव्यापी महासंपर्क अभियान के अंतर्गत 20 से 30 जून तक लोगों से संपर्क किया गया। विशेष सदस्यता अभियान 25 अगस्त 2023 से प्रारंभ किया गया। हर बूथ पर 10 एससी/एसटी, 10 महिला सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा गया। इसमें 17 लाख नए सदस्य जुड़े।