मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
निजी स्कूलों की इस मनमानी से छोटे दुकानदार भी परेशान हो रहे हैं
9 Dec, 2023 12:31 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । सर्दी के इस सीजन में राजधानी के कुछ निजी स्कूल गर्म कपड़ों की पट्टियों के रंग बदलकर अभिभावकों पर नया खरीदने का दबाव बना रहे हैं। इसमें कार्मल कान्वेंट, माउंट कार्मल, कैंपियन स्कूल सहित अन्य प्रतिष्ठित स्कूल शामिल हैं। निजी स्कूलों की इस मनमानी से छोटे दुकानदार भी परेशान हो रहे हैं, क्योंकि उन्होंने सर्दी के सीजन को देखते हुए गर्म कपड़े पहले ही मंगा लिए थे। अब स्कूलों की ओर से ब्लेजर की पट्टियों का रंग बदल देने या लोगो लगाए जाने से उनके मंगाए गए कपड़े बेकार हो गए हैं। इधर, अभिभावकों को भी एक बच्चे के गर्म कपड़ों पर दो से तीन हजार रुपये तक खर्च करना पड़ रहा है। छोटे दुकानदारों का कहना है कि हर साल कुछ निजी स्कूल बड़े दुकानदार से साठगांठ कर गणवेश में मामूली बदलाव कर देते हैं, जिससे उनकी बिक्री बढ़ सके।
कुछ निश्चित दुकानों पर मिल रहे गणवेश
कई निजी स्कूल अभिभावकों को गर्म कपड़े खरीदने के लिए निश्चित दुकानों के नाम बता रहे हैं। स्कूल संचालक भी कुछ निश्चित दुकानों पर ही अपने नाम का गणवेश मंगवाते हैं। वहीं, छोटे दुकानदारों का कहना है कि स्कूल और गणवेश की दुकानों के बीच कमीशन तय होते हैं। स्कूल का लोगो और नाम लगने से स्वेटर, ब्लेजर या ट्रैक शूट की कीमत दोगुना तक बढ़ जाती है।
सफेद रंग की पट्टियों को हटाया
कार्मल कान्वेंट स्कूल ने अपने तीनों स्कूलों के हरे रंग के ब्लेजर से सफेद रंग की पट्टयों को हटा दिया है। इस कारण अभिभावकों को नया खरीदना पड़ रहा है। वहीं दुकानदारों ने भी पुराने ब्लेजर का जो स्टाक मंगाया था, वह अब बेकार हो गया है। वहीं कुछ स्कूलों ने ब्लेजर का रंग ही बदल दिया है।
केवी ने किया गर्म कपड़ों को अनिवार्य
राजधानी के केंद्रीय विद्यालयों (केवी) ने इस साल गर्म कपड़ों को अनिवार्य कर दिया है। अब दूसरी कक्षा में पढ़ने वाली छात्राओं के अभिभावकों को सिर्फ एक माह के लिए गर्म कपड़ों से बने गणवेश खरीदने पड़ रहे हैं, क्योंकि तीसरी कक्षा में इसके डिजाइन बदल जाएंगे।
लोगो के कारण महंगे मिल रहे गर्म कपड़े
अभिभावक प्रियंका तिवारी ने बताया कि हाल ही में दो बच्चों के लिए चार हजार रुपये में गर्म कपड़े खरीदे। सामान्य स्वेटर 500 से 600 रुपये में मिल जाते हैं, लेकिन स्कूल का लोगो लगने से कीमत एक हजार से ज्यादा हो जाती है। वहीं अभिभावक विनीता शर्मा का कहना है कि बेटे के लिए 1900 रुपये में ब्लेजर खरीदा, जबकि सामान्य ब्लेजर 1200 तक में आ जाता है।
इनका कहना
कुछ स्कूलों ने हाल ही में ब्लेजर की पट्टियों के रंग बदल दिए हैं। इस कारण पहले जो गर्म कपड़े मंगवाए थे, वे अब बेकार हो गए। ऐसे में नए गणवेश नहीं मिलने से अभिभावक परेशान हो रहे हैं।
- सिद्धार्थ जैन, गणवेश दुकानदार
अगर अभिभावक शिकायत करते हैं कि स्कूल वाले निश्चित दुकान से ही गणवेश खरीदने के लिए मजबूर कर रहे हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
- अंजनी कुमार त्रिपाठी, जिला शिक्षा अधिकारी, भोपाल
ग्वालियर के ये एनआरआई शहर को पहुंचा रहे इस तरह फायदा
9 Dec, 2023 12:23 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्वालियर । शहर के युवा पढ़ लिखकर भले ही सात समंदर पार नौकरी कर रहे हैं। वहीं की नागरिकता ले ली हो, लेकिन आज भी उनका दिल ग्वालियर के लिए धड़कता है। यहां की गलियां, चौराहे, बाड़ा, किला उन्हें अक्सर याद आता है। परिवार से बात करने में वह अपने शहर की खुशहाली के बारे में भी जानते हैं। उनका लगाव इतना अधिक है कि वे शहर के लिए कंट्रीब्यूशन भी करते हैं। आज प्रवासी भारतीय दिवस के अवसर पर नई दुनिया आपको कुछ एेसे ही लोगों से परिचित करा रहे हैं।
दुनिया की सबसे लंबी कविता लिखी
कनाडा में लंबे समय से रह रहे सरन घई विभिन्न देशों के लोगों को हिंदी से जोड़ने के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने दुनिया की सबसे लंबी 3330 शब्द में मुक्तिपथ प्रेम पथ महाकाव्य गीत लिखा है। साथ ही 15 अगस्त पर कनाडा में निकलने वाली झांकियों में उन्होंने साहित्य रथ झांकी शामिल की है, जिसमें पूरी एक्टिविटी हिंदी से जुड़ी हैं। यह रथ वह पिछले चार साल से लगातार निकाल रहे हैं। उन्होंने हिंदी की 60 किताबें लिखी हैं, जिसे लोग पसंद कर रहे हैं। उन्होंने एक उपन्यास खट्टे मीठे रिश्ते लिखवाया है, जो 66 लोगों ने मिलकर लिखा है। ये सभी अलग-अलग देशों के हैं। इसके अलावा वे हिंदी पर कई इंटरनेशनल कान्फ्रेंस करा चुके हैं।
साल में एक गांव में जाकर हेल्थ अवेयरनेस फैला रहे
बेल्जियम में रह रहे कपिल कुमार अपने देश और शहर को लेकर बहुत सेंस्टिव हैं। वह रहते बेल्जियम में जरूर हैं, लेकिन दिल अपने वतन के लिए धड़कता है। उन्होंने कोरोना काल में बिना किसी को बताए लोगों की मदद की। आज भी वह साल में एक बार इंडिया आते हैं और किसी भी एक स्टेट के एक गाव जाकर ग्रामीणों को स्वास्थ्य के लिए अवेयर करते हैं। अभी तक वह मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, गाेवा, दिल्ली के गांवों में जा चुके हैं। अब अगले साल उनका केरल के किसी गांव जाने का है। यहां वह अकेले नहीं पहुंचते। विदेश से अन्य एनआरआई को भी साथ लाते हैं।
शिक्षा और स्वास्थ्य पर काम करने वाली संस्थाओं की करते हैं मदद
आर्मी बजरिया कम्पू में निवासी विकास भदौरिया पिछले 8 साल से यूएसए शकागो में हैं। उनका हर साल ग्वालियर आना होता है। उनका परिवार ग्वालियर में ही है। वह रहते भले ही वहां हैं, ग्वालियर में क्या चल रहा है। इसकी पूरी जानकारी उन्हें रहती है। वह समय-समय पर शिक्षा और स्वच्छता पर काम कर रहीं संस्थाओं की मदद करते हैं। इसे वह कभी इंटरनेटमीडिया पर नहीं डालते। उनका कहना है कि जो लोग समाज के लिए अच्छा काम कर रहे हैं। उनकी मदद करना हम सक्षम लोगों की जिम्मेदारी बनती है। इसीलिए उन्होंने अपनी इस मुहिम से अन्य दोस्तों को भी जोड़ा है। वृद्धाश्रम और स्वर्ग सदन की करते हैं मदद।
जब भी आते हैं वृद्धाश्रम जाकर गुप्त दान करते हैं
न्यू जसी में साफ्टवेयर इंजीनियर विपुल शर्मा का पूरा परिवार ग्वालियर में रहता है। उनका यहां एक साल में एक ही बार हो पाता है। लेकिन जब भी आते हैं तब वृद्धाश्रम, स्वर्ग सदन जाकर गुप्त दान करते हैं। उनका कहना है कि जिनका कोई नहीं है, उनके लिए हमें आगे आना चाहिए। उनकी बहन रिचा लंदन में है। वह भी जब ग्वालियर आती हैं, तो ऐसी जगहों पर जाकर मदद का हाथ बढ़ाती हैं। विपुल को न्यू जर्सी में 12 साल और रिचा को लंदन में 10 साल हो चुके हैं।
राजगढ़ में शीतलहर जैसे हालात है। हालांकि दिन में खिली धूप के कारण लोगों को ठंड से हल्की-सी राहत मिली
9 Dec, 2023 12:08 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
राजगढ़ । मिचौंग तूफान का प्रभाव समाप्त हो चुका है। इस कारण मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल गया है। आसमान के साफ होते ही रात के तापमान में गिरावट तो दिन में धूप खिलने से दिन के पारे में वृद्धि हुई है। रात में ठिठुरन से शीतलहर जैसे हालात है। लोगों को सर्दी तो सता रही है, लेकिन दिन में खिली धूप के कारण लोगों को ठंड से हल्की-सी राहत मिली है। शुक्रवार की शुरुआत इस सीजन के सबसे अधिक घने कोहरे के साथ हुई। इससे राजगढ़ सुबह साढ़े आठ बजे तक कोहरे की आगोश में लिपटा नजर आया। इस दौरान दृश्यता 10 से 20 मीटर ही रह गई थी। कोहरा इतना घना था कि कुछ दूर पर खड़ा व्यक्ति भी नजर नहीं आ रहा था। नौ बजे धूप खिलते ही मौसम खुशनुमा हो गया। मौसम विभाग का कहना है कि दिन के पारे में एक डिग्री की बढ़ोतरी के साथ पारा 26 डिग्री तो रात का पारा 14 डिग्री दर्ज किया गया है, जो कि इस सीजन और अब तक का सबसे कम तापमान रहा। अब धीरे-धीरे रात के पारे में गिरावट आती जाएगी और ठंड जोर पकड़ती जाएगी। ऐसे में लोगों को अपनी सेहत की चिंता करते हुए सतर्कता बरतनी चाहिए।
चिमनी की तरह नजर आई हेडलाइट
सुबह नौ बजे तक वाहनों की चाल बहुत ही धमी रही। इस दौरान वाहन चालकों ने बड़ी सतर्कता के साथ अपने वाहन चलाए। कोहरा इतना घना था कि वाहनों की हेडलाइट भी चिमनी की तरह नजर आई। वाहन रेंगते हुए चले। फिर नौ बजे बाद सूर्य देवता ने दर्शन दिए और कोहरे को छूमंतर कर दिया। 10 बजे बाद नजारा साफ हो गया। राजगढ़ की बात करे तो यहां पर सुबह टहलने के लिए लोग करीब 10 मीटर की दूरी पर ही नजर नहीं आ रहे थे। इस दौरान आदर्श मार्ग पर वाहन चालकों ने अपने वाहनों की हेडलाइट जलाकर आवागमन किया।
अपने इलाके में नेग मांगने को लेकर किन्नरो के दो गुटो में मारपीट, बंधक बनाकर पीटा
9 Dec, 2023 11:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। शहर के स्टेशन बजरिया थाना इलाके में किन्नरों के एक गुट ने दूसरे गुट के दो किन्नरो को बंधक बनाकर उनके साथ मारपीट कर दी। विवाद इलाके में नेग मांगने को लेकर हुआ था।
पुलिस के मुताबिक किन्नर इच्छा उर्फ मनीषा कुशवाह (21) ने अपनी शिकायत में बताया कि वह इमामीगेट इलाके में रहने वाली काजल बंबइया किन्नर गिरोह की सदस्य है। बीती सुबह करीब 9 बजे वह अपने साथी राशिद के साथ खुशीपुरा स्टेशन बजरिया इलाके के एक घर पर आयोजित शादी का नेग मांगने पहुंची थी। उसके नेग मागंने की जानकारी दूसरे किन्नर गुट के सुमन, सुरेन्द्र, रोशनी और शीतल को लग गई। इसके बाद वह सभी वहॉ पहुंच गए। आरोपी किन्नरों ने उनसे अपने इलाके में नेग मांगने को लेकर गाली गलौच करते हुए मनीषा कुशवाह और उसके साथी पर नेग मांगने को लेकर अड़ीबाजी करने का आरोप भी लगाया। इस बात को लेकर उनके बीच झगड़ा बढ़ गया। इच्छा उर्फ मनीषा का आरोप है कि सुमन, सुरेन्द्र, रोशनी व शीतल ने उनके साथ सड़क पर मारपीट की इसके बाद उन्हें ऑटो में बंधक बनाकर शहर में घुमाते रहे। बाद में आरोपियों ने उन्हें मंगलवारा इलाके में छोड़ कर भाग गये। शिकायत मिलने पर पुलिस ने आरोपियो के खिलाफ मामला कायम कर लिया है।
सुअर पालने वाले दो गुटों के बीच खूनी संघर्ष, पुलिस ने दर्ज किया काउंटर केस
9 Dec, 2023 09:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। शहर के अवधपुरी थाना इलाके में सुअर पालने वाले दो गुटों के बीच खूनी संघर्ष हो गया। घटना में दो लोग गंभीर रुप से घायल हुए है, जिन्हे उपचार के लिये हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। मामले में पुलिस ने दोनो और से मिली शिकायत पर कांउटर केस दर्ज किया है। थाना पुलिस के अनुसार पहले पक्ष की और से बीडीए कॉलोनी सेक्टर नंबर एक निवासी 21 वर्षीय आकाश मकोरिया पिता आशाराम मकोरिया ने शिकायत दर्ज कराते हुए बताया की वह वह पुताई का काम करता है। उसका आरोप है कि उसके दो भाईयो रिंकू मकोरिया और आकाश मकोरिया को करन नामक युवक ने फोन कर सुअर के धंधे को लेकर बातचीत करने के लिये बुलाया था। इसके बाद उसका भाई रात करीब 9 बजे वेदवती कॉलोनी के पास बने पॉवर हाउस पर वह कृष को लेकर पहुंच गया। वहां करन के साथ ही प्रदीप और विशाल नामक युवक भी मौजूद थे। तीनों आरोपियसो ने रिंकू मकोरिया के साथ गाली गलौच करनी शुरु कर दी। उनका विरोध करने पर करण ने आकाश की गर्दन के पास छुरी से वार कर दिया। उसे बचाने रिंकू आया तब कृष ने उसके सिर पर डंडा दे मारा। मारपीट के दौरान ही दो अन्य आरोपी अजय और गप्पू भी वहॉ आ गए। घटना की जानकारी लगने पर घायल युवकों की मां रानी मकोरिया बेटो को बचाने मौके पर पहुंची तब आरोपी विशाल ने उसके साथ भी डंडे से मारपीट कर दी। पुलिस ने आरोपी प्रदीप, करण, विशाल, अजय और गप्पू के खिलाफ धारदार हथियार से हमला करने सहित अन्य धाराओ में प्रकरण दर्ज किया है। वहीं दूसरे पक्ष की और से करन समुद्रे पिता प्रेमचंद समुद्रे (25) ने प्रकरण दर्ज कराते हुए बताया कि वह पिपलानी स्थित सौ क्वार्टर में रहता है। और सुअर पालन का काम करता है। उसका कहना है कि उसे परिचित राजू गिरी से जानकारी मिली थी कि रिंकू मकोरिया, उसके पिता देशराज मकोरिया और भाई आकाश मकोरिया उसका सुअर चोरी कर ले गए हैं। इसके बाद वह अपने भाई विशाल समुद्रे और प्रदीप समुद्रे के साथ उनकी तलाश में गया तो वह उसे पॉवर हाउस में मिले। जब उसने चोरी का विरोध किया तब आरोपियो ने उसके साथ गाली-गलौज की विरोध करने पर रिंकू मकोरिया, उसके पिता देशराज मकोरिया ने लाठी-डंडो से उपपर हमला कर दिया। बाद में दोनो घायलो को इलाज के लिये हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। हॉस्पिटल से मिली सूचना पर पहुंची पुलिस ने काउंटर केस दर्ज कर आगे की कार्यवाही शुरु कर दी है।
भोपाल की महिला की थी बीनागंज में मिली सड़ी-गली लाश
9 Dec, 2023 08:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। बीनागंज इलाके में करीब दो सप्ताह पहले सड़-गली हालत में मिली महिला की लाश की पुलिस ने शिनाख्त कर ली है। मृतका भोपाल के नजदीक नजीराबाद इलाके की रहने थी, जो बीते 20 नवंबर को परिवार वालो से उधारी की रकम लेने का कहकर घर से गई थी। मामले में मिली जानकारी के अनुसार 2-3 दिसंबर की रात पुलिस को बीनागंज के ग्राम बडकुआ के पास नाले में एक अज्ञात महिला का शव सडी-गली हालत में पड़ा होने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा की एक अज्ञात महिला का शव पत्थरों के नीचे दबा हुआ था। करीब दो सप्ताह पुराना होने से उसके शरीर की चमड़ी गल चुकी थी और शव में कीड़े पड़ चुके थे। घटनास्थल की जॉच के दौरान पुलिस ने शव के पास पड़ी पायल को जप्त किया था। मर्ग कायम कर पुलिस ने शव को पीएम के लिये मर्चूरी में रखवाते हुए उसकी पहचान के प्रयास शुरु किये। शव मिलने की जानकारी आस-पास के जिले की थाना पुलिस को भेजी गई थी। खोजबीन के दौरान पुलिस को जानकारी मिली की अज्ञात महिला शव थाना नजीराबाद में रहने वाली सुखियाबाई पत्नि स्व. किशनलाल लोधी (50) ग्राम खेरखेड़ी का हो सकता है। पुलिस ने सुखियाबाई की लड़की शगुन और मृतिका के भाई सीताराम से जिला अस्पताल गुना में शव की पहचान कराई। बेटी ने शव के पहने हुए कपड़े और पायल के आधार पर उसकी शिनाख्ती कर ली। परिवार वालो ने पुलिस को बताया कि 20 नवंबर को सुखियाबाई शाम के समय ग्राम कानेर से उधारी की रकम लेने का कहकर गई थी। उनके पास मोबाइल भी था, लेकिन काफी समय तक वह वापस नहीं लौटी तब परिवार वालो ने उनकी काफी खोजबीन के बाद 23 नवंबर को नजीराबाद थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। पहचान होने के बाद पुलिस ने शव को पीएम के बाद परिवार वालों को सौंप दिया। पुलिस का कहना है कि अज्ञात आरोपी ने महिला की हत्या कर उसकी लाश को बीनागंज इलाके के बड़कुआँ गांव में नाले में छुपा दिया था। आशंका है कि महिला की हत्या किसी दूसरे स्थान पर करने के बाद आरोपियो ने उसे यहॉ लाकर ठिकाने लगाया होगा। पुलिस ने अज्ञात आरोपी खिलाफ हत्या सहित अन्य धाराओं में मामला कायम किया है। आगे की जॉच में पुलिस मृतका के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगालने के साथ ही यह जानने में जुटी है, कि वह किससे उधारी की रकम लेने गई थी। आशंका है कि वारदात को रकम के लेनदेन के विवाद में अंजाम दिया गया होगा।
26 दिसंबर को मनाई जाएगी दत्तात्रेय जयंती, क्या है त्रिदेव के जन्मे इस अंश की कहानी व पूजा शुभ मुहूर्त
8 Dec, 2023 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । सनातन धर्म में मार्गशीर्ष माह को पवित्र माना गया है। इस माह की पूर्णिमा के दिन दत्तात्रेय जयंती मनाई जाती। भगवान दत्तात्रेय ब्रह्मा, विष्णु और शिव के शिशु स्वरूप है। मान्यता के अनुसार, यदि इस दिन भगवान दत्तात्रेय की पूजा की जाए तो वे भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं। भगवान दत्तात्रेय महर्षि अत्रि मुनि और अनुसूर्या के पुत्र हैं। जब त्रिदेवों ने माता अनुसूया की भक्ति की परीक्षा ली और उनसे प्रसन्न हुए। तब ब्रह्मा, विष्ण और भगवान शिव ने दत्तात्रेय के रूप में अनुसूया के बेटे के रूप में जन्म लिया। भगवान दत्तात्रेय के तीन मुख और 6 भुजाएं हैं। गाय और कुत्ते उनके साथ हमेशा रहते हैं। भगवान दत्तात्रेय ने पशुरामजी को श्रीविद्या मंत्र प्रदान किया था।
दत्तात्रेय जयंती 2023 तिथि
दत्तात्रेय जयंती 26 दिसंबर को मनाई जाएगी। इस दिन अन्नपूर्णा जयंती भी है। भगवान दत्तात्रेय की पूजा-पाठ करने से रुके हुए काम पूरे हो जाते हैं। वहीं, निसंतान दंपतियों को संतान की प्राप्ति होती है।
दत्तात्रेय जयंती शुभ मुहूर्त 2023
पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष पूर्णिमा 26 दिसंबर को सुबह 5.46 बजे से शुरू होकर अगले दिन सुबह 6.02 बजे समाप्त होगी। सुबह की पूजा का शुभ मुहूर्त 9.46 बजे से दोपहर 12.21 बजे तक है। वहीं, दोपहर की पूजा का शुभ मुहूर्त 1.39 बजे तक रहेगा। शाम को 7.14 मिनट से 8 बजे तक पूजा का शुभ समय है।
पहले दिन ईंटखेड़ी इज्तिमा स्थल पर हजारों जमातों ने दी आमद, चलता रहा आने का सिलसिला
8 Dec, 2023 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । हर तरफ अकीदत, हर ओर जिक्र ए इलाही, भलाई की बातें, बुराई से बचने की ताकीद...। आलमी तबलीगी इज्तिमा का पहला दिन जमातियों के लिए नमाज ए जुमा की बड़ी मजलिस से विशेष रहा। लाखों लोगों की शिरकत वाली नमाज ने उन्हें धन्य तो किया ही, साथ ही दिल्ली मरकज से आए उलेमाओं की दुआ ए खास ने भी इस मौके को अहम बना दिया। पहले दिन दिन भर चले तकरीर और बयान के दौर के बीच बड़ी तादाद में निकाह भी हुए। आगामी दो दिनों में सरकारी छुट्टियों और इसके बाद सोमवार को होने वाली दुआ ए खास के लिए लोगों की आमद का सिलसिला पूरे दिन चलता रहा। आलमी तबलीगी इज्तिमा की शुरुआत अल सुबह फजिर की नमाज़ के साथ हुई। उत्तर प्रदेश से आए मौलाना जमशेद साहब ने अपने बयान में अल्लाह पर मजबूत भरोसा रखने की ताकीद की। उन्होंने समझाया कि अल्लाह के सिवा किसी और से सवाल करने वाले के लिए अल्लाह मोहताजी का दरवाजा खोल देते हैं।
नमाज में जुटे हजारों लोग, देश-दुनिया में शांति की दुआ
दोपहर करीब डेढ़ बजे हुई जुमा की नमाज में शिरकत के लिए लोगों के पहुंचने का सिलसिला सुबह से ही शुरू हो गया था। इज्तिमागाह पर बनाए गए करीब 125 पंडाल में करीब पांच लोगों के ठहरने का इंतजाम है। नमाज ए जुमा के लिए कमोबेश ये सभी पंडाल नमाजियों से पुर हो गए। नमाज के बाद दिल्ली मरकज से आए हजरत मौलाना यूसुफ साहब कांधलवी ने दुआ कराई। इसमें शामिल होना लोगों ने खुद के लिए बड़े फैज करार दिया। इतने बड़े मजमे में जब खुतबा शुरू हुआ तो हर तरफ पिन ड्रॉप साइलेंट हो गया और वातावरण में हर तरफ सिर्फ मौलाना की आवाज ही तैर रही थी। जुमा की नमाज के बाद अपने बयान में मौलाना यूसुफ साहब ने कहा कि बंदा जैसी नीयत करता है, अल्लाह उसी तरह के हालात बना देते हैं। उन्होंने लोगों से भलाई करने, सबके लिए अच्छा किरदार रखने और हर काम अल्लाह की रजा के लिए करने की बात बताईं।
पहले दिन कई निकाह भी हुए
इज्तिमा इतिहास के 77 साल में पहली बार सामूहिक निकाह आयोजन के पहले दिन किए गए। अब तक ये आयोजन इज्तिमा के दूसरे दिन हुआ करता था। जिसे बयान की तरतीब के लिहाज से पहले दिन शिफ्ट कर दिया गया है। इस बार इज्तिमागाह पर करीब 350 निकाह पढ़ाए गए हैं। दिल्ली मरकज से आए हजरत मौलाना मोहम्मद सआद साहब कंधालवी ने निकाह पढ़ाने के बाद इन जोड़ों की कामयाब जिंदगी की दुआ कराई। उन्होंने नए दूल्हा को अपनी बीवी के प्रति दायित्व और मां बाप के साथ बाकी रिश्तेदारों के लिए कर्तव्य भी समझाए। गौरतलब है इज्तिमा के दौरान निकाह की प्रक्रिया में दूल्हा अपने रिश्तेदारों के साथ पहुंचता है। जबकि दुल्हन की तरफ से उसका कुबूलनामा उसके परिजन लेकर आते हैं। बिना खर्चीली और आसान शादी की अवधारणा को आगे बढ़ाने के लिए ये आयोजन किया जाता है। मसाजिद कमेटी द्वारा इसके लिए रजिस्ट्रेशन करता है। साथ ही ऐसे निकाह के लिए रजिस्ट्रेशन फीस में रियायत भी देता है।
सआद साहब को सुनने पहुंचे बड़ी संख्या में लोग
दिल्ली मरकज के हजरत मौलाना मोहम्मद सआद साहब कांधालवी के बयान लिए लोगों की भीड़ उमड़ी। नमाज के बाद शुरू होने वाले बयान का सिलसिला देर रात तक चलता है। इज्तिमागाह पर नमाज ए ईशा का वक्त भी हजरत के बयान पूरा होने के बाद ही रखा जाता है। शुक्रवार सुबह भोपाल पहुंचे मौलाना सआद साहब को सुरक्षा की दृष्टि से बड़ा पुलिस संरक्षण भी मुहैया कराई। मौलाना ने शुक्रवार शाम को अपने बयान में कहा कि हर चीज, हर बात, हर वाक्या, हर काम, हर हरकत पर अल्लाह की मर्जी ही होती है। उसकी मर्जी के बिना कुछ भी नहीं होता। इसलिए इंसान को हर हालात को अल्लाह की मर्जी मानकर कुबूल करना चाहिए। शुक्रवार को सुबह फजिर में मौलाना जमशेद साहब और जुमा बाद मौलाना यूसुफ साहब कांधाल्वी ने बयान किया। इस दौरान अल्लाह की रस्सी को मजबूती से थामे रखने, सबके लिए अच्छे अखलाक रखने, अपने मुल्क के लिए वफादार रहने की बातें बताईं।
इज्तिमागाह पर नमाज का समय
फजर सुबह 6.10 बजे
जोहर दोपहर 2.15 बजे
असीर शाम 4.30 बजे
इज्तिमा स्थल व आसपास का नजारा
-भोपाल के रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर जमातियों के लिए स्वागत शिविर लगाए गए हैं। यहां से इज्तिमागाह तक जमातों को पहुंचाने के लिए वाहनों की निश्शुल्क सेवा भी उपलब्ध है।
-भोपाल टाकीज चौराहा, काजी कैंप, डीआइजी बंगला, करोंद पर भी शिविर लगाए गए हैं। जमातियों के लिए फ्री चाय और सर्दी से बचने के लिए अलाव जलाए गए हैं।
-सिंधी कालोनी से इज्तिमागाह तक ट्रैफिक व्यवस्था सेवादार ट्रैफिक पुलिस इनको सहयोग दे रहे हैं।
-इज्तिमागाह में पहले ही दिन पहुंचे बड़ी तादाद में लोगों की वजह से यहां मोबाइल नेटवर्क प्रभावित रह।
-मोबाइल चार्ज करने के लिए नगर निगम फायर ब्रिगेड के शिविर पर एक बड़ा चार्जिंग बोर्ड लगाया गया है।
-बड़ी तादाद में मौजूद पुलिस इज्तिमागाह के बाहर से ही नजर रख रही है, अंदर की तरफ इनकी आवाजाही नहीं है
-इज्तिमागाह के अंदर के एरिया में फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी प्रतिबंधित रखी गई है।
-इज्तिमागाह पर मौजूद लोग हर वक्त अल्लाह का जिक्र, नमाज, इबादत में जुटे हैं।
-करोंद चौराहा से लेकर इज्तिमागाह तक कई अस्थाई दुकानें खुल गई हैं, जिनपर खानपान की वस्तुएं, गर्म कपड़े, क्राकरी, कंबल आदि बिक रहे हैं।
विधायक दल की बैठक सोमवार को शाम सात बजे बुलाई गई है, इसमें मुख्यमंत्री के नाम को लेकर प्रस्ताव रखा जाएगा
8 Dec, 2023 08:19 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री कौन होगा, इसको लेकर चल रही तमाम अटकलों के बीच भाजपा संसदीय बोर्ड ने मुख्यमंत्री चुनने के लिए होने वाली विधायक दल की बैठक के लिए तीन केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिए हैं। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर, ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. के.लक्ष्मण और राष्ट्रीय सचिव आशा लाकड़ा को पर्यवेक्षक बनाया गया है। विधायक दल की बैठक सोमवार को शाम सात बजे बुलाई गई है। इसमें मुख्यमंत्री के नाम को लेकर प्रस्ताव रखा जाएगा। उधर, भोपाल में नवनिर्वाचित विधायक और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने मुख्यमंत्री के प्रश्न पर कहा कि कोई असमंजस नहीं है। पार्टी की अपनी प्रक्रिया है।
आपको उसका इंतजार करना होगा। ताजा स्थितियों के अनुसार मतगणना के नौवें दिन मुख्यमंत्री को लेकर स्थिति स्पष्ट होगी। एक हफ्ते से सभी जगह केवल कयासों का दौर चल रहा है। अटकलों का बाजार भी गर्म है। हर कोई अपने हिसाब से संभावित मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्रियों के नाम बता रहा है। सभी को मालूम है कि 'कौन बनेगा मुख्यमंत्री' का जवाब केवल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के पास ही है लेकिन फिर भी अलग-अलग फार्मूले के आधार पर नई सरकार के मुखिया के नाम पर चर्चा हो रही है। ऐसे कई फार्मूले चर्चा में हैं।
शिवराज का नाम सबसे ऊपर
सूत्रों के अनुसार अब भी शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री की दावेदारी में सबसे ऊपर हैं। पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व लोकसभा चुनाव को लेकर गंभीर है और वह मध्य प्रदेश में कोई जोखिम नहीं लेना चाहेगा, ऐसी स्थिति में शिवराज सिंह पर ही दांव लगाकर पार्टी लोकसभा चुनाव में अच्छे परिणाम हासिल करने पर विचार कर रही है। शिवराज सिंह मुख्यमंत्री बने रहे तो दो उप मुख्यमंत्री प्रहलाद पटेल और तुलसीराम सिलावट को बनाया जा सकता है। तुलसीराम एससी वर्ग से आते हैं।
प्रहलाद बने मुख्यमंत्री तो कैलाश अध्यक्ष संभावित
एक अन्य फार्मूले में प्रहलाद पटेल को मुख्यमंत्री बनाकर कैलाश विजयवर्गीय को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा है। ऐसी स्थिति में दो उप मुख्यमंत्री विष्णु दत्त शर्मा और ओमप्रकाश धुर्वे बनाए जा सकते हैं। तब नरेंद्र सिंह तोमर को पुन: लोकसभा चुनाव लड़ाकर केंद्र में ले जाया जा सकता है। एससी वर्ग के जगदीश देवड़ा को विधानसभा अध्यक्ष बनाया जा सकता है। मध्य प्रदेश में भाजपा ने यह बदलाव किया तो शिवराज सिंह ओबीसी वर्ग के अग्रणी नेता बनकर केंद्र में जा सकते हैं।
नरेंद्र सिंह तोमर मुख्यमंत्री तो प्रहलाद पटेल अध्यक्ष
मुख्यमंत्री पद के लिए नरेंद्र सिंह तोमर की दावेदारी भी बताई जा रही है लेकिन पार्टी यदि सवर्ण मुख्यमंत्री बनाती है तो ओबीसी, एससी-एसटी वर्ग के साथ संतुलन बनाना चुनौती होगा। इसके लिए उप मुख्यमंत्री का फार्मूला निकाला जा सकता है। यदि पार्टी नरेंद्र सिंह तोमर को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला करती है तो प्रहलाद पटेल को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर सत्ता-संगठन में संतुलन बनाया जा सकता है। ऐसे में विष्णु दत्त शर्मा और निर्मला भूरिया को भी उप मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। ऐसे में कैलाश विजयवर्गीय को लोकसभा चुनाव लड़ाया जा सकता है ताकि उन्हें केंद्र में मंत्री बनाया जा सके।
राकेश सिंह या विष्णु दत्त शर्मा मुख्यमंत्री और दो उप मुख्यमंत्री
एक अन्य फार्मूले में गुजरात की तर्ज पर सारी कैबिनेट नए चेहरों के साथ बनाए जाने की भी चर्चा है। ऐसे में राकेश सिंह या विष्णु दत्त शर्मा को मुख्यमंत्री, निर्मला भूरिया और ग्वालियर- चंबल से एससी वर्ग के किसी विधायक को मुख्यमंत्री बनाकर जातीय और भौगोलिक संतुलन बनाया जा सकता है। राकेश सिंह पहले प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष रह चुके हैं इसलिए इन्हें भी डार्क हार्स यानी अनपेक्षित लेकिन मजबूत उम्मीदवार माना जा रहा है। यदि गुजरात फार्मूला अपनाया गया तो नई पीढ़ी को सत्ता-संगठन सौंपकर शिवराज सिंह, नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल और कैलाश विजयवर्गीय को केंद्र में ले जाया जा सकता है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया मुख्यमंत्री तो धुर्वे और देवड़ा उप मुख्यमंत्री
एक अन्य फार्मूले में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को मुख्यमंत्री बनाने की चर्चा है। इसमें एससी-एसटी वर्ग से एक-एक यानी कुल दो उप मुख्यमंत्री बनाए जा सकते हैं। ऐसे में ओमप्रकाश धुर्वे या निर्मला भूरिया और जगदीश देवड़ा या किसी एससी वर्ग के नए चेहरे को उप मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।
रविवार को खत्म हो जाएगा असमंजस: विजयवर्गीय
8 Dec, 2023 06:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मप्र के सीएम को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि रविवार को मुख्यमंत्री के नाम को लेकर असमंजस खत्म हो जाएगा।विधानसभा चुनाव में भाजपा की प्रचंड जीत के बाद मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री कौन होगा, इसको लेकर प्रदेश से लेकर दिल्ली तक चर्चाओं को दौर जारी है। ऐसे में मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल अपने नाम को लेकर मीडिया से चर्चा में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पद के लिए अभी एक दर्जन नाम चल रहे हैं। मेरा नाम चलाने के लिए आप सभी का धन्यवाद। मेरे पास बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। अभी मैं राष्ट्रीय महामंत्री हूं। उन्होंने कहा कि मैंने ऐसा नहीं कहा कि लाड़ली बहना नहीं मोदी मैजिक चला, आप इसमें सुधार कीजिए। मैंने कहा था कि मोदी मैजिक चला और सारी योजनाएं चलीं। प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान योजना भी चली। योजनाओं का गुलदस्ता होता है, उस गुलदस्ते में एक फूल लाड़ली बहना योजना का भी था। पीएम मोदी की उपस्थिति और मोदी का नेतृत्व सबसे भारी था। उन्होंने सवाल किया कि क्या लाड़ली बहना योजना छत्तीसगढ़ में या राजस्थान में थी? छत्तीसगढ़ की विजय तो बहुत बड़ी है। सिर्फ और सिर्फ पीएम नरेन्द्र मोदी का नेतृत्व, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रणनीति और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड़्डा की मतदान केंद्र और पन्ना प्रमुख की कारगर योजना के कारण तीनों राज्यों में भाजपा के पक्ष में परिणाम आए हैं। बता दें कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम को लेकर दिल्ली से लेकर भोपाल तक अटकलें लगाई जा रही हैं। इस बीच, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लोकसभा चुनाव की तैयारी में मिशन-29 के तहत शुक्रवार को वे राघौगढ़ जाने वाले है। यहां आयोजित कार्यक्रम में वे भाग लेंगे।
मधुमक्खी ने श्वांस नली में मारे डंक, हो गई मौत
8 Dec, 2023 05:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । राजधानी के समीप बैरसिया इलाके में एक युवक को मधुमक्खी ने श्वांस नली में काट लिया, इस वजह से युवक की मौत हो गई। युवक की तबीयत बिगडने पर परिजन अस्पताल लेकर आए थे लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। बताया जा रहा है कि खाना खाने के बाद पानी पी रहे युवक के मुंह में पानी के साथ एक जीवित मधुमक्खी भी पेट में चली गई। मधु मक्खी ने युवक की श्वंसननली एवं पेट के अंदरूनी हिस्सों में कई जगह डंक मारे। हालत बिगड़ने पर स्वजन युवक को लेकर अस्पताल पहुंचे, चिकित्सकों के अथक प्रयास के बाद भी युवक की जान नहीं बच सकी। घटना बुधवार रात को हुई। बैरसिया थाना प्रभारी नरेंद्रसिंह कुलस्ते ने बताया कि ग्राम मानपुरा चक निवासी 22 वर्षीय हिरेंद्र आदिवासी खेती करता था। बुधवार रात आठ बजे खाना खाने के बाद वह पानी पी रहा था, तभी अचानक पानी के साथ एक जीवित मधुमक्खी उसके मुंह के जरिए पेट में चली गई। मधुमक्खी ने उसके मुंह, श्वांस नली सहित पेट के अंदरूनी हिस्से में कई स्थानों पर डंक मार दिए थे। असहनीय दर्द होने पर स्वजन हिरेंद्र को उपचार के लिए बैरसिया अस्पताल लाए। वहां से उसे हमीदिया अस्पताल रेफर कर दिया। उसकी हालत में सुधार नहीं होता देख स्वजन रात को उसे बैरसिया के एक निजी अस्पताल में उपचार के लिए लेकर पहुंचे। चिकित्सकों के तमाम प्रयास के बाद भी हिरेंद्र को नहीं बचाया जा सका। रात करीब डेढ़ बजे उसने दम तोड़ दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस बारे में गांधी मेडिकल कालेज के डीन डा. सलिल भार्गव का कहना है कि मधुमक्खी के शरीर के अंदर काटने पर एक तरह की एलर्जी एनाफाइलेसिस हो जाती है। जिससे शरीर के अंदर के अंगों में सूजन हो जाती है। जिससे मरीज की मौत हो जाती है। आहर नली में मधु मक्खी के डंक मारने से मरीज की जान समय पर उपचार मिलने पर बचाई भी जा सकती है, लेकिन श्वांस नली में अगर मधुमक्खी डंक मारती है तो तुरंत मौत भी हो सकती है।
बैतूल में एक महिला स्वयं को जिला शिक्षा अधिकारी बताते हुए कार्यालय में कुर्सी पर बैठ गई, फर्जी अधिकारी की बात सुनकार डीईओ भी भौचक्के रह गए
8 Dec, 2023 03:13 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बैतूल । गुरुवार को जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक महिला स्वयं को जिला शिक्षा अधिकारी बताते हुए कक्ष में जाकर कुर्सी पर बैठ गई। महिला के पहनावे से कार्यालय के कर्मचारी भी उसे अधिकारी समझकर कुछ कहने से बचते रहे। सूचना मिलते ही जिला शिक्षा अधिकारी डा अनिल सिंह कुशवाह कार्यालय पहुंचे और उनकी कुर्सी पर बैठी महिला से पूछताछ की। पहले तो वह शिक्षा विभाग से आदेश जारी होने का हवाला देती रही। महिला ने अपना नाम देवकी चौकीकर बताया और यह भी जानकारी दी कि इसके पहले वह दमोह जिले में जिला शिक्षा अधिकारी के पद पर कार्यरत थी।
जिला शिक्षा अधिकारी को करना पड़ा भोपाल कार्यालय में संपर्क
महिला के अजीब व्यवहार को देखकर जिला शिक्षा अधिकारी कुशवाह ने भोपाल कार्यालय में संपर्क कर इसके संबंध में जानकारी ली तो वहां से बताया गया कि इस नाम का कोई अधिकारी नहीं है और न ही कोई आदेश ही जारी हुआ है। इसके बाद कोतवाली पुलिस को सूचना दी गई। कोतवाली से महिला डेस्क प्रभारी अश्वनी चौधरी और अन्य महिला पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे। महिला को कोतवाली लाकर पूछताछ की तो उसके मानसिक रूप से बीमार होने का पता चला।
महिला के पास मिले मोबाइल में अंतिम बार जिस नंबर पर बात हुई थी उस पर फोन लगाया गया तो पता चला कि वह उसके भाई का है जो बैतूल बाजार के पास किसी गांव में निवास करते हैं। उन्हें महिला के बारे में बताया और कोतवाली बुलाया गया। महिला के भाई ने पुलिस को जानकारी दी है कि उसके पति शिक्षक हैं और कुछ महीने पहले ही दमोह जिले से स्थानांतरित होकर बैतूल आए हैं।
नागपुर के अस्पताल में चल रहा महिला का उपचार
महिला मानसिक रूप से बीमार है और उसका नागपुर के अस्पताल में उपचार चल रहा है। इसके पहले भी वह कई बार ऐसी ही हरकतें कर चुकी है। पुलिस ने महिला के बीमार होने की जानकारी मिलने पर भाई के सुपुर्द कर दिया है। महिला डेस्क प्रभारी अश्वनी चौधरी ने बताया कि शिक्षा विभाग की ओर से कोई शिकायत नहीं की गई है। सूचना दी गई थी जिस पर हमने कार्यालय पहुंचकर महिला को पूछताछ के लिए कोतवाली लाया था।
मानसिक रूप से बीमार होने का पता चलने के बाद उसे भाई के सुपुर्द कर दिया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी डा अनिल सिंह कुशवाह ने बताया कि महिला के पहनावे को देखकर कर्मचारियों को भी लगा कि कोई अधिकारी ही हैं। हालांकि उसकी बातचीत और कुछ देर बार रोने का नाटक करने से यह अहसास हो गया था कि मानसिक रूप से बीमार है। हमने वरिष्ठ कार्यालय में पुष्टि करने के बाद पुलिस को सूचना देकर बुला लिया था।
माइग्रेन के दर्द से पीड़ीत कॉलेज छात्रा ने सल्फास खाकर दी जान
8 Dec, 2023 11:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। निशातपुरा थाना इलाके में कॉलेज छात्रा ने जहरीली गोलियां खाकर खुदकुशी कर ली। मृतका माइग्रेन के दर्द से परेशान थी, जिसके चलते उसने यह आत्मघाती कदम उठा लिया।
पुलिस के मुताबिक मूल रुप से सागर की रहने वाली 20 वर्षीय अनामिका बीए सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रही थी। अनामिका की एक बहन थाना इलाके में ही रहती है। बीते काफी समय से छात्रा माइग्रेन की बीमारी से पीड़ीत थी। उसका उपचार भोपाल के एक डॉक्टर से चल रहा था। बीते दिनों वह इलाज के सिलसिले में भोपाल आई थी, और यहॉ हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहने वाली अपनी बहन के घर ठहरी थी। दो दिन पहले सुबह करीब 8 बजे अनामिका की अचानक तबियत बिगड़ गई। परिवार वालो ने उसे इलाज के लिये प्रायवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरो ने बताया की उसने जहरीला पदार्थ खाया है। अस्पताल प्रंबधन ने इसकी सूचना पुलिस को दी। खबर मिलने पर थाना पुलिस टीम हॉस्पिटल पहुंची ओर छात्रा के बयान लिए। अनामिका ने पुलिस को बताया कि माइग्रेन का दर्द उससे बर्दाशत नहीं हो पाता है, काफी इलाज के बाद भी उसे आराम नहीं मिल रहा था। असहनीय दर्द से परेशान होकर ही उसने सल्फास की गोलियां खाई थीं। बाद में इलाज के दौरान बीती सुबह छात्रा की मौत हो गई। मर्ग कायम कर पुलिस आगे की कार्यवाही कर रही है।
प्रैमी की हत्या कर फांसी लगाने वाली प्रैमिका पर हत्या का मामला दर्ज
8 Dec, 2023 10:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। हनुमानगंज इलाके में स्थित बंजारा होटल में बीते दिनो प्रैमी युगल के शव मिलने के मामले में पलिस ने पीएम रिर्पोट के आधार पर प्रैमिका के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। घटना के समय ही पुलिस का अनुमान था कि प्रैमिका ने पहले प्रैमी का गला घोंटकर हत्या की और फिर खुद फांसी लगा कर जान दे दी थी। पुलिस के अनुसार बीती मंगलवार 28 नवंबर को अल्पना टॉकीज के पास बंजारा होटल में कटनी जिले के रहने वाले युवक-युवती ने चेक-इन किया था। रात करीब साढ़े दस बजे दोनों ने खाना कमरे में मंगाकर खाया था। अगले दिन बुधवार सुबह से शाम करीब 6 बजे तक दोनों कमरे से बाहर भी नहीं आए और न ही नाश्ते या खाने के लिये कमरे का दरवाजा खुला था। संदेह होने पर होटल स्टॉफ ने कई बार आवाज देने के साथ ही बेल बजाई लेकिन न तो कोई जवाब मिला और न ही कमरे का दरवाजा खुला। होटल मैनेजर ने इसकी सूचना हनुमानगंज पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा खुलवाकर भीतर जाकर देखा तो कमरे में युवती का शव फंदे पर झूलता मिला जबकि युवक बिस्तर पर मृत हालत में पड़ा था। उसके शरीर पर कंबल लिपटा था और मुंह पर तकिया रखा था। युवक के गले में मफलर भी कसा हुआ था। पुलिस को कमरे से युवक का मोबाइल मिला था। उसमें मिले नंबर के आधार पर उसके मौसा से बात हुई। युवक की पहचान नाम मनीष चक्रवर्ती (23) निवासी ग्राम बिलहरी जिला कटनी और युवती की पहचान किरण केवट (21) निवासी ग्राम खितौली जिला कटनी के रूप में की गई। पुलिस का अनुमान था, कि युवती ने मफलर से अपने प्रेमी का गला घोंटकर हत्या की है। उसके बाद उसने खुद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पीएम रिपोर्ट में पुलिस का अनुमान सही निकला जिसके आधार पर पुलिस ने मृतिका किरण केवट पर हत्या का मामला दर्ज किया है।
लड़की के अपहरण पर पुजारियों ने चार गांवों के मंदिरों में बंद कर दी पूजा
8 Dec, 2023 10:17 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
राजगढ़ । भोजपुर थाना क्षेत्र में देवउठनी एकादशी के दिन मामा के घर आई नाबालिग बालिका 25 नवंबर से लापता थी। पुलिस में इसकी शिकायत की गई। स्वजनों ने एक युवक पर संदेह भी जताया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। 10 दिन बाद भी जब बालिका का कोई पता नहीं चला तो पुजारियों ने चार गांवों के मंदिरों में पूजा-पाठ ही बंद कर दिया। इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने गुरुवार को बालिका को बरामद कर आरोपित को अभिरक्षा में ले लिया है।
ये है पूरा मामला
नाबालिग के मामा ने बताया कि भांजी एकादशी के दिन आई थी। छोटा भाई भोजपुर थाने के एक गांव में मंदिर में पूजा पाठ करता है। वह वहीं रुकी थी। उसके गायब होने पर हमने भोजपुर थाने में शिकायत की। एक युवक पर संदेह जताकर उसके समाज से भी उसे संरक्षण न देने की मांग की। इसके बाद भी जब भांजी का पता नहीं चला तो हमने विरोध स्वरूप सेमलापुरा स्थित बाबा रामदेव जी के मंदिर, गोलाखेड़ा स्थित मंदिर, खाजला स्थित राम मंदिर, बाबा रामदेवजी मंदिर, गादिया स्थित हनुमानजी व रामजी के मंदिर और खाजला स्थित मंदिर में पूजन बंद कर दिया था।
घटना के बाद से बालिका के पिता भी संबंधित गांव छोड़कर दूसरे गांव में रहने लगे हैं। पूजन बंद होने का मामला सुर्खियों में आने के बाद पुलिस ने गुरुवार को आरोपित के परिजनों को थाने बुला लिया। इसके बाद नाबालिग को बरामद कर आरोपित को पुलिस अभिरक्षा में लिया गया।
इनका कहना
हमने नाबालिग बालिका को बरामद कर लिया है। आरोपित को भी तलाश लिया है। जहां तक पूजन बंद होने की बात है तो उन्होंने मर्जी से ऐसा किया होगा, किसी का पुलिस पर कोई दबाव नहीं था।
- धर्मराज मीणा, एसपी