मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
पितृपक्ष के लिए रानी कमलापति-गया के मध्य स्पेशल ट्रेन
23 Sep, 2023 12:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । रेल प्रशासन द्वारा पितृपक्ष के अवसर पर पिंड दान एवं तर्पण करने गया जाने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए 01661 रानी कमलापति-गया के मध्य चार ट्रिप तथा 01662 गया-रानी कमलापति के मध्य तीन ट्रिप स्पेशल ट्रेने चलाने का निर्णय लिया गया है। इसके अनुसार गाड़ी संख्या 01661 रानी कमलापति- गया पितृपक्ष स्पेशल ट्रेन 28 सितंब (गुरुवार), 3 अक्टूबर (मंगलवार), 8 अक्टूबर (रविवार) एवं 13 अक्टूबर (शुक्रवार) को रानी कमलापति स्टेशन से दोपहर 1.20 बजे प्रस्थान कर कर अगले दिन सुबह 8.20बजे गया स्टेशन पहुंचेगी। इसी प्रकार गाड़ी संख्या 01662 गया - रानी कमलापति पितृपक्ष स्पेशल ट्रेन 1 अक्टूबर (रविवार), 6 अक्टूबर (शुक्रवार) एवं 11 अक्टूबर (बुधवार) को गया स्टेशन से दोपहर 2.15 बजे प्रस्थान कर अगले दिन सुबह 10.55 बजे रानी कमलापति स्टेशन पहुंचेगी।
गाड़ी के हाल्ट
रास्ते में यह गाड़ी दोनों दिशाओं में विदिशा, गंजबासौदा, बीना, सागर, दमोह, कटनी, मैहर, सतना, मानिकपुर, प्रयागराज छिवकी, मिर्जापुर, पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन, सासाराम, डेहरी-ऑन-सोन एवं अनुग्रह नारायण रोड स्टेशनों पर रुकेगी।
भोपाल मेट्रो का ट्रायल 2 अक्टूबर को
23 Sep, 2023 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मेट्रो के लिए भोपालवासियों का इंतजार धीरे-धीरे खत्म होने की कगार पर पहुंचता जा रहा है। भोपाल मेट्रो के ट्रायल की तारीख तय हो गई है। हालांकि इस दौरान ट्रेन में केवल इंजीनियर ही सवार होंगे। ट्रायल के दौरान सुरक्षा मानक पुख्ता रहेंगे। कमर्शियल रन के पहले सेफ्टी मंजूरी की भी दरकार है।
मेट्रो के लिए भोपालवासियों का इंतजार धीरे-धीरे खत्म होने की कगार पर पहुंचता जा रहा है। भोपाल मेट्रो के ट्रायल की तारीख तय हो गई है हालांकि इस दौरान ट्रेन में केवल इंजीनियर ही सवार होंगे। ट्रायल के दौरान सुरक्षा मानक पुख्ता रहेंगे। कमर्शियल रन के पहले सेफ्टी मंजूरी की भी दरकार है। लेकिन इस दिन कोई इसके कोच में बैठकर सुभाष रेलवे स्टेशन से रानी कमलापति तक नहीं पहुंच पाएगा। यहां मेट्रो को हरी झंडी दिखाने के बाद ओरेंज रैक में मेट्रो ट्रेन स्टाफ इंजीनियर ही रवाना होंगे।
मेट्रो ट्रेन कारपोरेशन के एमडी मनीष सिंह ने बताया कि 2 अक्टूबर को भोपाल में ट्रायल करेंगे। इस दौरान ट्रेन में सिर्फ कारपोरेशन का स्टॉप इंजीनियर सुरक्षा नियमों के तहत रहेगा। इसमें सुरक्षा के मानकों को ट्रायल के दौरान पुख्ता करके रखा जाएगा। सितंबर 2023 तक मेट्रो के ट्रायल की बात कही जा रही थी, लेकिन ये अक्टूबर तक तय किया है। अब तक कमिश्रर मेट्रो रेल सेफ्टी से मंजूरी प्रक्रिया नहीं हुई है। ट्रायल भले ही अभी अक्टूबर में हो रहा हो, लेकिन कमर्शियल रन 2024 में होगा। मई-जून 2024 तक आम यात्रियों के साथ कमर्शियल रन का प्लान है ओर उम्मीद है कि फरवरी- मार्च 2024 में इसके लिए आवेदन किया जाए। यहां से तय मानकों से रेल परिचालन को लेकर जांच होगी और सब ओके होने पर ही ट्रेन को शुरू करने की मंजूरी दी जाएगी।
मेट्रो ट्रेन जब मई-जून 2024 में कमर्शियल रन करें तो संभव है वह एम्स से सुभाष ब्रिज तक 6.22 किमी तक की दूरी तय करें। इसके लिए गणेश मंदिर के सामने रेलवे लाइन पर मेट्रो आरओबी का काम शुरू कर दिया गया है। यहां दोनों तरफ काम चल रहा है। गौरतलब है कि यहां लगने वाला फेब्रिकेटेड ब्रिज अलवर में तैयार कराया जा रहा है।
बारिश से उखड़ी सडक़ें बनी परेशानी का सबब
23 Sep, 2023 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । सितंबर में हुई तेज बारिश ने राजधानी की सडक़ें उखाड़ दी हैं। शुरुआती आंकलन में अभी करीब डेढ़ हजार किलोमीटर लंबी 500 से ज्यादा सडक़ों के जर्जर होने की बात सामने आई है। कई सडक़ें तो ऐसी हैं, जिन पर 2 फीट तक गहरे गड्ढे हो गए हैं। अभी कुछ दिन बारिश के आसार है। इसलिए सडक़ें रिन्युवल नहीं हो सकेंगी। बारिश थमते ही 25 सितंबर के बाद सडक़ों की तस्वीर सुधर पाएंगी।
भोपाल में नगर निगम और पीडब्ल्यूडी की करीब 4900 किलोमीटर सडक़ें हैं। इनमें से लगभग 30 प्रतिशत सडक़ें बारिश के कारण जर्जर हो गई हैं। कोलार रोड की कॉलोनियां हो या हमीदिया रोड, आनंद नगर, इंद्रपुरी की सडक़ें, इनके ऊपर से गुजरना तक मुश्किल हो गया है। वहीं, होशंगाबाद रोड, करोंद, अशोका गार्डन समेत पुराने शहर की कई सडक़ों के भी हाल ऐसे ही है।
बारिश के कारण सडक़ों पर गड्ढे उभर आए। इससे लोग गड्ढों में गिरकर चोटिल हो जाते हैं। वहीं, बारिश थमते ही इन सडक़ों पर धूल के गुबार उडऩे लगते हैं।
सडक़ों की हालत सितंबर में हुई बारिश से ज्यादा बिगड़ी है। दरअसल, अगस्त में बारिश थमने के बाद जेके रोड, दानिशकुंज, चार इमली, श्यामला हिल्स, शौर्य स्मारक के पास ठंडी सडक़ समेत कई सडक़ों की मरम्मत निगम और पीडब्ल्यूडी ने करा दी थी। लेकिन सितंबर में कई दिन तक तेज बारिश का दौर चला। इससे सडक़ें फिर से उखड़ गईं।
राजधानी में कुछ क्षेत्र ऐसे हैं जहां की सडक़ें सबसे अधिक खराब हैं। रायसेन रोड पर आईटीआई से लेकर आनंद नगर तक सडक़ की हालत ठीक नहीं है। कहीं बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं तो कहीं धूल के गुबार उड़ रहे हैं। जहांगीराबाद, जिंसी चौराहा, पुल बोगदा में भी सडक़ें खस्ता हाल हैं। चार इमली से तुलसी टॉवर की ओर से जाने वाला रास्ता पूरी तरह से उखड़ गया है। होशंगाबाद रोड पर सडक़ उखड़ी हुई है। बावडिय़ाकलां ब्रिज से आगे सडक़ पर गड्ढे हैं। बावडिय़ाकलां, सलैया, लहारपुर, कटारा, करोंद, छोला के हाल भी ठीक नहीं है। अयोध्या बायपास, ऐशबाग स्टेडियम के पास के पास भी सडक़ें ठीक नहीं है। अन्नानगर तिराहे में लेफ्ट टर्न पर सडक़ पूरी तरह से जर्जर हो गई है। अन्नानगर तिराहे में लेफ्ट टर्न पर सडक़ पूरी तरह से जर्जर हो गई है।
सडक़ों की जर्जर हालत के चलते नगर निगम कमिश्नर फ्रैंक नोबल ए. ने पीडब्ल्यूडी को भी पत्र लिखा है। साथ ही यांत्रिक विभाग के अधिकारियों की बैठक भी की। जिसमें उन्होंने सडक़ की मरम्मत करने को कहा है। कमिश्नर ने इंजीनियरों से शहर की सभी सडक़ों की मरम्मत, रेनिवेशन एवं रेस्टोरेशन कार्यों के संबंध में जानकारी ली है। उन्होंने सडक़ों से जुड़े प्रस्ताव तत्काल देने, सडक़ों के गड्ढ़े भरने को भी कहा है। वीआईपी मूवमेंट वाले इलाकों में भी प्राथमिकता से रिन्युवल कराने को कहा है। महापौर मालती राय ने कहा कि सडक़ों की मरम्मत जल्द कराई जाएगी।
बन गया माहौल...चुनाव लड़ेंगी निशा बांगरे
23 Sep, 2023 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । छतरपुर की पूर्व डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे ने गुरुवार को एक वीडियो बयान जारी कर कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में मैं नामांकन भरूंगी भी,और चुनाव लडूंगी भी। इसके बाद भी यदि द्वेष पूर्ण भावना के द्वारा मेरा नामांकन खारिज किया जाता है या मेरा इस्तीफा अस्वीकार करके चुनाव लडऩे से रोका जाता है तो अपने अधिकारों से वंचित रहकर जीवित रहने से बेहतर मैं आमरण अनशन कर अपने प्राण त्यागना पसंद करूंगी। बांगरे ने कहा कि दुनिया की कोई भी ताकत उन्हें चुनाव लडऩे से नहीं रोक सकती। यदि दुर्भावना पूर्ण कार्रवाई के द्वारा उन्हें चुनाव लडऩे से रोका जाता है या उन्हें परेशान करने की नीयत से उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया जाता है तो वह आमरण अनशन करके अपने प्राण त्याग देंगी, लेकिन अपने अधिकारों से समझौता करके जीना पसंद नहीं करेंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार मुझे चुनाव लडऩे से रोक रही है। जानबूझकर मेरा इस्तीफा स्वीकार नहीं किया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी है कि इस्तीफा स्वीकार नहीं करने पर वे आमरण अनशन पर बैठेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा ने जज, शिक्षक और डॉक्टर को एक दिन में इस्तीफा दिलाकर प्रत्याशी घोषित कर दिया। लेकिन मुझे मेरे संवैधानिक अधिकारों से वंचित रखने की कोशिश की जा रही है। निशा बांगरे से इसे लेकर सामान्य प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव को लेटर भी लिखा है। बता दें निशा बांगरे ने 22 जून को डिप्टी कलेक्टर के पद से इस्तीफा दे दिया था। जिसे सरकार ने मंजूर नहीं किया। उन्होंने 6 सितंबर को जारी आदेश का जवाब देते हुए प्रमुख सचिव को चार पेजों का लेटर लिखा है। इसमें उन्होंने साफ कहा कि उन्हें जो सजा दी जाए, वे स्वीकार करने को तैयार हैं। लेकिन इस्तीफा अस्वीकार कर उन्हें चुनाव लडऩे से न रोका जाए। निशा बांगरे ने कहा कि मुझे अगर संवैधानिक अधिकारों का इस्तेमाल करने से रोका गया तो मैं भी बाबा साहब की बेटी हूं। आगामी विधानसभा चुनाव में दुनिया की कोई ताकत मुझे चुनाव लडऩे से रोक नहीं सकती। मैं अपना नामांकन फॉर्म भरूंगी। मुझे न्यायपालिका और चुनाव आयोग पर पूरा विश्वास है। न्यायपालिका और चुनाव आयोग इसको संज्ञान में ले। आयोग मेरा नामांकन पत्र स्वीकार करे। यदि मेरा नामांकन पत्र अस्वीकार किया गया और मेरा इस्तीफा मंजूर नहीं किया गया तो मैं नामांकन स्वीकार करने तक आमरण अनशन पर बैठूंगी। अन्न और जल का त्याग कर दूंगी। इसकी सारी जिम्मेदारी मध्यप्रदेश शासन की होगी।
उन्होंने बताया कि किस तरीके से उन्हें अपने ही घर के उद्घाटन कार्यक्रम में आयोजित सर्वधर्म प्रार्थना में जाने से तथा भगवान बुद्ध की अस्थियों के दर्शन करने से शासन के पत्र द्वारा उन्हें रोका गया और जब इससे आहत होकर उन्होंने इस्तीफा दिया तो उन्हें तरह तरह से परेशान किया जा रहा है। इस्तीफा उन्होंने इसलिए दिया था ताकि वह अपने घर पर आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित हो सके। इसीलिए इस्तीफा देने के बाद ही वह कार्यक्रम में सम्मिलित हुई। इसके बावजूद शासन के द्वारा बैक डेट पर उन्हें नोटिस जारी किए गए। 1 महीने तक उनके इस्तीफा पर कोई निर्णय नहीं लिया गया।
लाखों श्रद्धालुओं द्वारा श्री गणेश मूर्ति विसर्जन के साथ हुआ हनुमंत कथा का समापन
23 Sep, 2023 08:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । नरेला क्षेत्र में स्व. कैलाश-प्रसून सारंग की स्मृति में आयोजित दो दिवसीय हनुमंत कथा का समापन लाखों श्रृद्धालुओं द्वारा श्री गणेश विसर्जन के साथ हुआ। इस अवसर पर बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा जब किसी प्रदेश की राजधानी रामरसधानी बनती है तब रामराज्य आता है| उन्होंने कहा कि हर जगह भगवंत तो नहीं पहुंच पाते तब संत को भेज देते हैं। कथा के आरंभ में मध्यप्रदेश शासन के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने अपने सभी परिजनों के साथ व्यास पीठ की पूजा अर्चना की। इस अवसर पर श्री सारंग ने कहा भोपाल के नरेला क्षेत्र में ये धर्म अध्यात्म की गंगा बह रही है, इसे इसी तरह बहाते रहिए और धर्म की पताका फहराते रहिए। कथा के पूर्व आज सुबह लाखों श्रृद्धालुओं की उपस्थिति मे बागेश्वर धाम का दिव्य दरबार सजा जिसमें पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अनेक जनों की अर्जी सुनी, पर्ची बनाई और उनके दुख -कष्टों के निदान के उपाए बताए तथा आशीर्वाद प्रदान किया। पंडित शास्त्री ने कहा कि इस संसार में श्री हनुमान जी महाराज ही ऐसी शक्ति हैं जो हमारे भूत, भविष्य, वर्तमान को सजाते हैं और पृथ्वी, आकाश और पाताल तीनों लोकों में राम नाम का डंका बजाते हैं। उन्होंने जय भारत हिन्दू राष्ट्र का उद्घोष करते हुए हनुमंत कथा को विराम दिया और कथा पंडाल में बनाए गए जल कुंडों में बड़ी संख्या में श्रृद्धालुओं ने पंडित शास्त्री के सानिध्य में श्री गणेश मूर्तियों का विसर्जन किया । इस अवसर पर आचार्य महामंड्लेश्वर पदमनाभ शरण जी, अनंतदास जी महाराज और देवाचार्य जी महाराज निम्बा विशेष रूप से उपस्थित रहे।
प्रेरक वचन :-
न हुनर मेरे पास है न किस्मत मेरे पास है लेकिन मेरा सदगुरू मेरे पास है।
हम तो बड़े मतवाले हैं गांव के लोग हैं साहब बड़े भोले-भाले हैं हम बागेश्वर बालें हैं।
धन्य है बजरंग बलि आपने तोड़ दी शत्रुओं की नली।
आज के जमाने में वक्ता झप रहे, भगवान झिप रहे।
दिव्य दरबार सजा, बताए समस्या निदान के उपाय
बागेश्वर धाम के दिव्य दरबार में भाग लेने के लिए सुबह से ही लाखों की संख्या में श्रृद्धालु कथा पंडाल में पहुंच गए जैसे ही पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का आगमन हुआ जय श्री राम के नारे गूंज उठे। जिन श्रृद्धालुओं की अर्जी स्वीकार हुई उनकी समस्या समाधान के उपाय बताए गए-
संतान प्राप्ति के लिए श्री गोपाल सहस्त्र नाम का पाठ सबसे कारगर उपाय है।
घर में लड़ाई-झगड़े क्लेश शांत करने के लिए श्री हनुमान जी का झंडा लगाऐं।
सपने में मूंछों वाला सांप उपर चढ़ता है तो देवी हवन करायें और समस्या से मुक्ति पायें।
होनी तो नहीं रोक सकते लेकिन गुरू सावधान जरूर कर सकते हैं।
हनुमानजी पर सब कुछ छोड़ दो
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि या तो आज से ही मंदिर जाना छोड़ दो या फिर आज से अभी से बागेश्वर हनुमानजी पर सब कुछ छोड़ दो। इसकी तीन शर्ते हैं। पहली ये की आज से हमारे चक्कर में नहीं पड़ना। दूसरी शर्त- मांस मदिरा छोड़कर महीने में एक बार बागेश्वर धाम की पेशी शुरू कर दो। तीसरी शर्त ये है कि घर पर ही ऊं बागेश्वर नम: का जाप शुरू कर देना। इसके बाद किसी पर्चे की जरूरत नहीं है। अगर जीवन में संकट आएंगे तो बालाजी आपके सामने आकर खड़े हो जाएंगे।
निंदा उसी की होती है जो जिंदा है
श्री हनुमत कथा के अंतिम दिन पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा, जहां कुछ भी न हो सिर्फ हवा(पवन) है। इसका मतलब है वहां हनुमानजी हैं। निंदा करने वालों को तुम्हारे काम से नहीं नाम से परेशानी होती है। लेकिन, निंदा उसी की होती है, जो जिंदा है। मुर्दों की कौन निंदा करता है। किसी की निंदा से घबराना नहीं चाहिए, बल्कि ये समझना चाहिए तुम्हारा जमीर उसके अंदर जिंदा है।
जिसका चरित्र सुंदर, उसका जीवन सुंदर
उन्होंने कहा, जिसका चरित्र सुंदर होता है, उसका जीवन भी सुंदर होता है। जिस तरह से तीनों लोकों पर हनुमान जी का अधिकार है। ठीक इसी तरह तीनों काल- भूत, भविष्य और वर्तमान पर हनुमान जी का अधिकार है। सभी सुख प्राप्त करने के दो ही उपाय है। पहला अपने गुरुदेव के चरण पकड़ो। दूसरा हनुमान जी का आचरण अपनाओ। हनुमान जी ने भगवान राम के काज को संभाला था। आपने उनका सदुपयोग किया तो चारों युगों में हनुमान जी की तरह पूजे जाओगे। इससे यह भी सीख सकते हैं कि भगवान की कृपा से मनुष्य को संसार की समस्त प्रकार की वस्तुएं मिलती हैं। उनका सदुपयोग करेंगे तो हम भी हनुमान जी की तरह पूछे जाएंगे। उन्होंने कहा, धन्य हैं वीर बजरंगबली। वो कहते हैं हमें भगवान श्रीराम के काज के अलावा विश्राम ही नहीं, और हम लोगों को विश्राम के अलावा कोई काम नहीं। हनुमान जी के चरित्र से हमें एक-एक अंग की सदुपयोगिता सीखनी चाहिए। अगर हमने हनुमान जी की शरण ले ली तो हनुमानजी सदा हमारे साथ रहेंगे। जब चलने लगेंगे तो हनुमान चालीसा की चौपाई- सब सुख लहै तुम्हारी सरना, तुम रक्षक काहू को डरना सिद्ध हो जाएगी।
सुप्रसिद्ध भजन गायिका सुश्री मैथिली ठाकुर ने दी प्रस्तुति
कथा के विराम दिवस पर सुप्रसिद्ध भजन गायिका सुश्री मैथिली ठाकुर ने श्रीराम भजनों की मधुर प्रस्तुति दी। सुश्री ठाकुर की प्रस्तुति ने कथा स्थल पर श्रद्धालुओं को भजनों पर झुमने के लिए मजबूर कर दिया। इस अवसर पर बागेश्वर धाम पीठाधीश पंडित श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री एवं उनके संगतकारों को अंगवस्त्र प्रदान कर उन्हें आशीर्वाद प्रदान किया।
भाजपा की सियासी जमीन मजबूत कर रहा संघ
23 Sep, 2023 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मप्र के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा ही नहीं बल्कि संघ और उसके अनुषांगिक संगठनों ने मोर्चा संभाल लिया है। खासकर मालवा निमाड़ में जहां संघ जमीनी स्तर पर सीटों का ब्योरा जुटा रहा है, वहीं विहिप-बजरंग दल ने भी अपनी गतिविधियां बढ़ा दी हैं। इससे अंचल में भाजपा को बड़ी जीत की उम्मीद जगी है। गौरतलब है कि मालवा-निमाड़ में 66 विधानसभा सीटें हैं। कहा जाता है कि इस क्षेत्र की अधिक सीटों पर जिसको जीत मिलती है उसकी ही सरकार बनती है। इसलिए भाजपा ने इस बार अपना अधिक फोकस इस अंचल पर किया है।
गौरतलब है की मालवा-निमाड़ को संघ और भाजपा का गढ़ माना जाता है। इस क्षेत्र में संघ काफी सक्रिय है। लेकिन 2018 में भाजपा इस अंचल की 66 में से केवल 27 सीटें ही जीत पाई। जबकि 2013 में पार्टी ने 57 सीटें जीती थी। इसलिए इस बार भाजपा को बड़ी जीत दिलाने के लिए सत्ता-संगठन के साथ ही संघ और उसके अनुषांगिक संगठन सक्रिय हो गए हैं। संघ के प्रमुख लोगों की राज्य में दौरे और गतिविधियां भी लगातार बढ़ रही हैं। अगस्त के प्रथम सप्ताह में संघ के पूर्व सरकार्यवाह सुरेश भैयाजी जोशी इंदौर प्रवास पर थे। उनसे मिलने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अचानक इंदौर पहुंच गए थे। दोनों के बीच करीब आधा घंटा मंत्रणा हुई थी। मुख्यमंत्री की इस ट्रांजिट विजिट से राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया था। सीएम के अलावा स्थानीय नेता भी आजकल संघ के कार्यक्रमों में खूब दिखाई देने लगे हैं।
मालवा-निमाड़ सत्ता का द्वार
मालवा-निमाड़ अंचल को प्रदेश में सत्ता का द्वार कहा जाता है। इस इलाके में जिसने बढ़त बना ली, प्रदेश में सरकार भी उसी की बनती है। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को सबसे ज्यादा नुकसान यहीं हुआ था। इस बार भाजपा और संघ इस इलाके पर अत्यधिक ध्यान दे रहे हैं। दरअसल, यह चुनाव कांग्रेस और भाजपा दोनों के बीच कशमकश भरे होना है, इस संभावना को कोई नहीं नकार सकता है। यही कारण है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने इन चुनावों पर खास नजर बनाई हुई है। राजनीतिक विश्लेषकों का भी मानना है कि संघ और उसके अनुषांगिक संगठनों की राज्य में सक्रियता पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा है। इस वर्ष अब तक संघ, विहिप, बजरंग दल, दुर्गा वाहिनी आदि के कई कार्यक्रम इंदौर या आसपास के जिलों में हो चुके हैं। इंदौर में विश्व हिंदू परिषद की तीन दिवसीय प्रन्यासी मंडल व केंद्रीय प्रबंध समिति की बैठक जनवरी में हुई थी। इस बैठक में लव जिहाद, मतांतरण जैसे मुद्दों पर प्रस्ताव लाए गए थे। इसके बाद जुलाई में प्रांत बैठक भी इंदौर में आयोजित की गई थी। विहिप और बजरंग दल लगातार जनजागरण यात्रा, पुतला दहन, विरोध प्रदर्शन के जरिए भी माहौल बनाने का प्रयास कर रहे हैं। पिछले दिनों इंदौर में बजरंग दल-विहिप के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज भी सुर्खियों में छाया रहा था। इस मामले में मुख्यमंत्री को भी हस्तक्षेप करना पड़ा था।
इस बार दिख रहा समन्वय
वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था। हार की एक वजह संघ और भाजपा के बीच सामंजस्य के अभाव को भी माना जाता है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को भाजपा का मातृ संगठन माना जाता है, मगर संघ कभी भी खुले तौर पर चुनावी गतिविधियों में हिस्सेदारी नहीं लेता है। पर्दे के पीछे रहकर भाजपा के लिए जमीन जरूर तैयार करता है। इस बार चुनाव में किसी तरह की कमी न रह जाए, इसके लिए संघ ने अभी से मैदानी पकड़ मजबूत करना शुरू कर दिया है। संघ के साथ ही उसके सहयोगी संगठन विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, विश्व संवाद केंद्र पिछले एक साल से लगातार अपनी गतिविधियां बढ़ा रहे हैं।
जनआशीर्वाद यात्रा से माहौल
भाजपा जहां जनआशीर्वाद यात्रा से क्षेत्र में माहौल बना रही है तो विहिप-बजरंग दल शौर्य और जनजागरण यात्राओं के सहारे अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। संघ ने भी जमीनी स्तर के आकलन की प्रक्रिया को तेज कर रखा है और वर्तमान विधायकों के अलावा जहां कांग्रेस से विधायक हैं, उन स्थानों की स्थिति का भी ब्योरा जुटाया जा रहा है। संघ से जुड़े वाट्सएप समूहों और इंटरनेट मीडिया पेजों के माध्यम से अपनी गतिविधियों को प्रचारित करने का आग्रह भी स्वयंसेवकों से किया जा रहा है। डा. हेडगेवार जन्म शताब्दी सेवा न्यास ने 10 सितंबर को इंदौर में समवर्धिनी मातृ सम्मेलन का आयोजन भी किया था। इस सम्मेलन में 1500 से ज्यादा प्रबुद्ध महिलाओं ने सहभागिता की थी। आयोजक भले ही इस सम्मेलन को महिलाओं की समस्याओं पर चर्चा का माध्यम बताते हो, पर कहीं न कहीं इसके पीछे आगामी विधानसभा चुनाव ही थे।
सनातन को समझना है तो ओंकारेश्वर आएं
22 Sep, 2023 10:28 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। मध्य प्रदेश के दोनों ज्योतिर्लिंग के आसपास धर्म-संस्कृति और रोजगार को विकसित किया जा रहा है। एक ओर जहां उज्जैन के श्री महाकाल महालोक की ख्याति देश-विदेश तक पहुंच चुकी है, वहीं दूसरी ओर ओंकारेश्वर के ओंकार पर्वत पर आध्यात्म लोक ‘एकात्म धाम’ भी विस्तार ले रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 21 सितंबर को ओंकारेश्वर में आदि गुरु शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची प्रतिमा का उद्घाटन और अद्वैत लोक संग्रहालय का शिलान्यास किया। एकात्म धाम देश-विदेश में सनातन का संदेश प्रसारित करने के साथ ही पर्यटन उद्योग को भी लाभान्वित करेगा, रोजगार के हजारों अवसर पैदा होंगे और सनातनी संस्कृति, कला और परंपराओं का संरक्षण भी होगा। यह प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करेगा। इसका प्रमुख कारण है अद्वैत लोक का अनोखपन, जो यहां पर्यटकों और श्रद्धालुओं को खासा आकर्षित करेगा। गौरतलब है कि सरकार इस अनोखे अद्वैत लोक को अंतर्राष्ट्रीय ज्ञान और शोध केंद्र के रूप में विकसित कर रही है। इसके निर्माण में सिद्धस्थ और समर्पित कारीगरों का हुनर और भारत की परंपरागत वास्तुकला का नजारा भी देखने को मिलेगा। यहां आने वाले श्रद्धालु और शोधार्थी भी भारतीय स्थापत्य कला से साक्षात्कार कर सकेंगे।
आचार्य शंकर के जीवन प्रसंगों से होगा साक्षात्कार
एकात्म धाम की स्थापत्य शैली पुरातात्त्विक शैली से प्रेरित होगी और मंदिर की वास्तुकला नागर शैली से प्रभावित होगी। स्तंभों, भित्तिचित्रों और मूर्तियों पर आचार्य शंकर के जीवन प्रसंगों को उकेरा जाएगा। चार दिशाओं में चार मठों की स्थापना करने वाले जगतगुरु शंकराचार्य का मकसद था देश की चारों दिशाओं की संस्कृति और कला की धरोहर को संरक्षित और एकीकृत किया जाए। यही वजह है कि एकात्म धाम में चारो दिशाओं की कला की धरोहर देखने को मिलेगी।
चार शिष्यों के नाम पर शोध केंद्र
अद्वैत लोक में सरकार शोधार्थियों और विद्यार्थियों के लिए चार शोध केंद्र भी स्थापित करने का विचार कर रही है। बता दें कि शोध केंद्र आदि गुरु शंकराचार्य के चार शिष्यों के नाम पर रखे गए हैं। ये केंद्र अद्वैत वेदान्त आचार्य शंकर अंतर्राष्ट्रीय संस्थान के अधीन होंगे।
मुख्यमंत्री चौहान के साथ कराटे खिलाड़ियों ने लगाए पौधे
22 Sep, 2023 10:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्यामला हिल्स स्थित उद्यान में बरगद, बेलपत्र और गूलर के पौधे रोपे। मुख्यमंत्री चौहान के साथ राष्ट्रीय कराटे टीम के हेड कोच, प्रथम विश्वामित्र अवॉर्डी जयदेव शर्मा तथा कराटे में एकलव्य अवार्ड से सम्मानित पलाश समाधिया, कराटे के अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता राहुल शुक्ला, कराटे में राष्ट्रीय स्वर्ण पदक प्राप्त चिराग पवार ने पौधे रोपे। मुख्यमंत्री चौहान के साथ डेढ़ वर्षीय बालिका यशस्वी यादव के माता-पिता विशाल यादव और नेहा यादव ने पौधे लगाए। शिवांश शर्मा और आयुषी गोयल ने भी अपने जन्म-दिवस पर पौध-रोपण किया। अनिकेत सिंह चौहान, हर्ष चौहान, कविता चौहान, जयावती चौहान प्रशांत गोयल और प्रिंस गोयल भी पौधा-रोपण में शामिल हुए।
कांग्रेस की जनआक्रोश रैली में बडे़ नेता नदारद
22 Sep, 2023 10:11 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
क्षेत्रीय समीकरण बिगड़ने से बिगड़ा गणित, मध्यप्रदेश के चुनाव में कांग्रेस किसी भी मोर्चे पर फेल नहीं होना चाहती। लेकिन गलत चुनावी रणनीति की वजह से कांग्रेस जनाधार नहीं जुटा पा रही है। सात स्थानों से शुरू हुई कांग्रेस की जनआक्रोश रैली में पार्टी का कोई बड़ा चेहरा नहीं दिख रहा है। जो नेता रैली में लीड कर रहे हैं वह जनसर्मथन नहीं जुटा पा रहे हैं। पार्टी राज्य के क्षेत्रीय समीकरण में भी गच्चा खा रही है, ब्राहृमण बहुल क्षेत्र से ठाकुर नेता को कमान दे दी गई। पार्टी ने बुंदेलखंड से अरूण यादव को उतारा, यादव वहां न जातिगत समीकरण में फिट बैठ रहे हैं और न ही उनका कद इतना बड़ा है कि वह लोगों को प्रभावित कर सकें।
बड़ा चेहरा नहीं, कार्यकर्ताओं का टूटा मनोबल
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की भूमिका दिल्ली तक सीमित रह गई है। पार्टी की जोर शोर से शुरू की गई जनआक्रोश रैली में कोई बड़ा चेहरा नजर नहीं आ रहा, जिससे कार्यकर्ताओं का मनोबल भी कम हो रहा है। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की जगह पार्टी ने जीतू पटवारी और गोविंद सिंह को जनआक्रोश रैली की अगुवाई करने के लिए चुना है। हालांकि दोनों ही नेताओं की मध्यप्रदेश के क्षेत्रीय इलाकों में अच्छी पकड़ है, राऊ से विधायक जीतू पटवारी को आला कमान ने चुनाव प्रचार कमेटी का सह अध्यक्ष भी बनाया है। सूत्रों की मानें तो जनसमर्थन जुटाने की बात हो तो जनता बड़े नेताओं को ही देखना और सुनना चाहती है, इस मामले में पार्टी का चुनावी समीकरण पूरी तरह फेल होता दिख रहा है। पार्टी ने जाने माने नेता अरूण यादव को बुंदेलखंड भेजा है, जहां के जातीय समीकरण में अरूण फिट नहीं बैठ रहे, इसी तरह अजय सिंह को विंध्य की कमान दे दी गई है जबकि विंध्य ब्राहृमण बहुल क्षेत्र है, विंध्य से पार्टी को ब्राहृमण चेहरा ही उतारना चाहिए था, क्योंकि यहां ठाकुर और ब्राम्हण हमेशा से आमने सामने रहे है। इसे कमजोर चुनावी रणनीति कहें या क्षेत्रीय समीकरण का बिगड़ा हुआ गणित, लेकिन इसका सीधा प्रभाव कांग्रेस की जनआक्रोश यात्रा पर नजर आ रहा है और यही वजह है कि यात्रा को जनता का समर्थन नहीं प्राप्त हो रहा है।
त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में रहेंगे पीएम मोदी
22 Sep, 2023 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दो आइजी, पांच डीआइजी समेत तीन हजार से ज्यादा पुलिस जवान संभालेंगे सुरक्षा का जिम्मा
एसपीजी की टीम ने आला अधिकारियों से ली पुलिस बल की तैनाती और मार्गों की जानकारी
भोपाल । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 25 सितंबर के प्रस्तावित भोपाल दौरे को लेकर अधिकारियों की नजर सुरक्षा व्यवस्था पर है। पुलिस मुख्यालय से लेकर राजधानी पुलिस भी इसको लेकर सक्रिय हो गई है। कार्यक्रम स्थल की अभेद्य सुरक्षा को लेकर रणनीति बना ली गई है। सुरक्षा बल, पुलिस अधिकारियों के बीच बैठकों का दौर शुरू हो गया है।
प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर एसपीजी गुरुवार को भोपाल पहुंची और पुलिस अधिकारियों से उनकी सुरक्षा में तैनात बल और उनके आने जाने के पूरे मार्ग की जानकारी ली। मोदी की सुरक्षा के लिए तीन स्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया जा रहा है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार प्रधानमंत्री की आंतरिक सुरक्षा के पहले घेरे में एसपीजी कमांडो, दूसरे-तीसरे घेरे में मप्र के एटीएस के कमांडो, केंद्रीय खुफिया एजेंसी के साथ और सेंट्रल पैरामेलेट्री फोर्स के जवान शामिल रहेंगे। केंद्रीय खुफिया एजेंसियां भी प्रधानमंत्री के भोपाल दौरे को लेकर सक्रिय है। आखरी में एसपीजी ही सभी सुरक्षा तैयारियों को अंतिम रूप देगी।
तीन हजार से ज्यादा पुलिस बल रहेगा तैनात
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ड्रोन चौकसी के लिए एंटी ड्रोन भी तैयार किए जा रहे हैं। इनके अलावा दो आइजी, पांच डीआईजी समेत 11 आईपीएस, 30 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, करीब 70 डीएसपी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेंगे। प्रशासन की ओर से लगातार मौका मुआयना किया जा रहा है। प्रधानमंत्री की बाहरी सुरक्षा में करीब तीन हजार पुलिस अधिकारी-कर्मचारी तैनात रहेंगे। पुलिस शहर में आने वालों पर नजर रख रही है। भोपाल के अलावा प्रदेश के अन्य जिलों से भी पुलिस बुलाई जा रही है।
मुख्यमंत्री चौहान ने प्रधानमंत्री की प्रस्तावित भोपाल यात्रा की तैयारियों का जायजा लिया
22 Sep, 2023 09:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 25 सितम्बर को भोपाल में प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर जम्बूरी मैदान में जारी तैयारी का जायजा लिया। मुख्यमंत्री चौहान ने पंडाल, बैठक, स्वच्छता, पार्किंग, आवागमन, भोजन व्यवस्था और प्रदर्शनी स्थल के संबंध में जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रत्येक बिंदु की माइक्रो लेवल पर योजना बनाकर व्यवस्थाएं की जाएं तथा वर्षा की संभावना को देखते हुए गतिविधियों का क्रियान्वयन किया जाए।
इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, महापौर मालती राय, सांसद वी .डी. शर्मा,विधायक रामेश्वर शर्मा, पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता, पूर्व महापौर आलोक शर्मा, हितानंद शर्मा ,सुमित पचौरी उपस्थित थे।
सीएम ने वर्चुअली दिये निर्देश
मुख्यमंत्री चौहान ने प्रधानमंत्री मोदी के 25 सितंबर को प्रस्तावित भोपाल आगमन पर अन्य जिलों से भोपाल आने वाले नागरिकों के आवागमन की व्यवस्था के संबंध में भोपाल संभाग के जिला अधिकारियों को निवास कार्यालय से वर्चुअली दिशा निर्देश भी दिए।
उज्जैन में 500 करोड़ की लागत से बनेगा भक्त निवास
22 Sep, 2023 09:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य स्तरीय रोजगार दिवस के अवसर पर 15 एमएसएमई क्लस्टर का भूमिपूजन और लोकार्पण किया। इन क्लस्टरों में 01 हजार 937 करोड़ के निवेश से 552 इकाईयों की स्थापना होगी और लगभग 28 हजार 300 लोगों को रोजगार मिलेगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने 932 करोड़ 22 लाख के निवेश वाली 1708 इकाईयों का लोकार्पण भी किया। इससे लगभग 16 हजार 375 लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके साथ ही प्रदेश की 307 औद्योगिक इकाईयों का भूमि पूजन भी किया गया, 556 करोड़ 41 लाख के निवेश की इन इकाईयों से 6 हजार 310 लोगों को रोजगार मिलेगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने उज्जैन में 554 करोड़ 89 लाख की लागत के 9 नवीन विकास कार्यों का भूमि पूजन तथा 159 करोड़ 99 लाख से निर्मित सात विकास कार्यों का लोकार्पण किया। इसके अंतर्गत महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध प्रबंधन समिति के 500 करोड़ की लागत से बनने वाले भक्त निवास और 17 करोड़ रुपए लागत से निर्मित होने वाले फेसेलिटी सेंटर का भूमिपूजन शामिल है। मुख्यमंत्री चौहान ने मेघदूत पार्किंग और संभागीय आईटीआई का लोकार्पण भी किया मुख्यमंत्री चौहान ने अत्याधुनिक सुविधायुक्त महाकालेश्वर मंदिर भक्त निवास के नाम और लोगो का विमोचन भी किया।
महालोक के दूसरे चरण का होगा लोकार्पण
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अध्यात्म का केंद्र उज्जैन अब उद्योगों का केंद्र भी बनने जा रहा है। महाकाल महाराज की कृपा से उज्जैन की विक्रम उद्योगपुरी में एक के बाद एक उद्योग स्थापित हो रहे हैं। उज्जैन की पूरी अर्थ व्यवस्था ही बदल गई है। सावन के महीने में सवा दो करोड़ भक्त आए और महाकाल महाराज की पूजा में शामिल हुए। उज्जैन में प्रतिदिन डेढ़ लाख भक्त आ रहे हैं। होटल, रेस्टोरेंट, प्रसादी और पूजन सामग्री आदि की मांग निरंतर बढ़ रही है। आय के नए स्रोत विकसित हो रहे हैं। उज्जैन में 3 हजार करोड़ रूपया अतिरिक्त आने वाला है।
चौहान ने कहा कि महाकाल महालोक के बाद महालोक के दूसरे चरण का लोकार्पण भी होगा। अवंतिका अब तीन लोक से न्यारी होगी। उज्जैन विकास के पथ पर बढ़ गया है, उज्जैन वैभव से सम्पन्न होगा। बड़ी संख्या में काम-धंधे आरंभ होंगे। मेडिकल कॉलेज का भूमिपूजन भी जल्दी होगा।
सरकार विकास में पैसे की कमी नहीं आने देगी
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पूरे देश में महाकाल की कृपा बरस रही है। प्रदेश में 15 दिन पहले सूखे की स्थिति निर्मित हो रही थी। उज्जैन धर्म, आराधना और तपस्या का बड़ा केंद्र है। उज्जैन में विकास के काम निरंतर जारी रहेगा। विकास के काम में पैसे के कमी नहीं आयेगी।
जो कहा वह करेंगे, यह शिवराज की गारंटी है
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यह महिला सशक्तिकरण का दौर है। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना से हमने बहनों को पैसा नहीं सम्मान दिया है। यह योजना नहीं बहनों की जिंदगी बदलने का अभियान है। योजना में बहनों को दी जा रही राशि को बढ़ाकर 1250 रुपए किया गया है। इसे धीरे-धीरे तीन हजार रुपए तक बढ़ाया जाएगा, "जो कहा है वह करेंगे यह शिवराज की गारंटी है"।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि योजना में मिल रही राशि से बहनों का आत्मसम्मान और आत्म-निर्भरता बढ़ी है। इससे परिवार सशक्त होंगे और परिवार सुखी होगा तो वह प्रगति भी करेगा। सरकार जन कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। विद्यार्थियों के लिए शिक्षा की व्यवस्था, प्रोत्साहन और प्रतियोगी भाव जगाने के लिए लेपटॉप और स्कूटी आदि देने के साथ-साथ नि:शुल्क उपचार की व्यवस्था हर परिवार के लिए घर और पट्टें की व्यवस्था की जा रही है। मुख्यमंत्री भू-अधिकार योजना के अंतर्गत हर गरीब को रहने के लिए जमीन का पट्टा उपलब्ध कराया जाएगा, शहरी क्षेत्र में माफिया से मुक्त कराई भूमि पर गरीबों को बसाया जाएगा। इसके साथ ही मल्टी स्टोरी बनाकर भी आवास उपलब्ध कराए जाएंगे।
उज्जैन में हुआ प्लास्टिक क्लस्टर का भूमि पूजन और औद्योगिक ईकाईयों का लोकार्पण
कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव, सूक्ष्म,लघु मध्यम उद्यम मंत्री ओम प्रकाश सखलेचा, सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक बहादुर सिंह, महापौर मुकेश टटवाल, पूर्व मंत्री पारस जैन तथा जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। कार्यक्रम में भक्त निवास और फेसेलिटी सेंटर पर केंद्रीत दो लघु फिल्में भी प्रदर्शित की गईं। उज्जैन में हुए भूमि पूजन के अंतर्गत ग्राम नीमनवासा में 1.33 हेक्टर क्षेत्र फल में विकसित होने वाले प्लास्टिक क्लस्टर तथा खाचरोद तहसील स्थित औद्योगिक क्षेत्र फर्ना खेड़ी में 58 इकाइयों का भूमि पूजन तथा 10 करोड़ लागत की सी पी पेंटस, 50 करोड़ की पैकर्स प्रा.लि और 45 करोड़ की आरिबा फूडस प्रा. लि. का लोकार्पण भी हुआ, इनसे लगभग 400 लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।
हर सोमवार घोषित करना होगा शकर का स्टाक
22 Sep, 2023 09:16 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । आम चुनावों से पहले सरकार किसी भी कीमत पर खाद्य वस्तुओं की महंगाई को नियंत्रण में रखना चाहती है। केंद्रीय खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्रालय ने अब शकर के स्टाक की घोषणा का नियम लागू कर दिया है। अधिसूचना जारी कर आवश्यक वस्तु अधिनियम और शुगर कंट्रोल एक्ट के तहत आदेश जारी किया गया है। सभी शकर कारोबारी, जिसमें होलसेलर, रिसेलर, स्टाकिस्ट के साथ बड़े रिटेल चेन व प्रोसेसर्स को भी इसके दायरे में लाया गया है।
केंद्र ने निर्देश दिया है कि सभी कारोबारियों को अब प्रति सोमवार अपने शकर के स्टाक की जानकारी सरकार के पोर्टल पर डालना होगी। हर सोमवार को आनलाइन पोर्टल पर शकर स्टाक को अपडेट करना अनिवार्य होगा। उल्लेखनीय है कि इस साल मौसमी प्रभाव एलनीनो के कारण गन्ना उत्पादक राज्यों में बरसात कम हुई है। ऐसे में गन्ने की फसल कमजोर आंकी जा रही है। इससे शकर का उत्पादन भी घटने की आशंका जताई जा रही है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक यानी महंगाई दर में शकर की कीमतों की हिस्सेदारी भी रहती है। ऐसे में सरकार ने दाल-गेहूं के बाद अब शकर पर भी ध्यान लगा दिया है।
दूसरी तरफ शकर के बढ़ते दामों को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने अभी से ही अक्टूबर का 13 लाख टन का आंशिक रूप से कोटा जारी किया है। यह कोटा आज से ही 31 अक्टूबर तक सेल किया जा सकता है जो मिल चाहे इस कोटे में से शकर सेल कर सकती है। हालांकि, अक्टूबर में सरकार और शकर कोटा भी जारी करेगी। इसके बावजूद इंदौर मार्केट में शकर के दाम मजबूत बोले गए। गुरुवार को शकर नीचे में 3970 ऊपर में 4000 रुपये प्रति क्विटंल तक बोली गई। शकर की आवक पांच गाड़ी की बताई गई। नारियल में इस बार गणेश चतुर्थी पर जैसी ग्राहकी होना चाहिए वैसी नहीं देखी गई। फिलहाल बाजार में लोकल ग्राहकी छुटपुट बनी हुई है, जिससे नारियल के दामों में स्थिरता रही। नारियल की आवक दो गाड़ी की बताई गई।
41 हजार 68 संग्राहक परिवारों को मिली 10 करोड़ 11 लाख की बोनस राशि
22 Sep, 2023 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खण्डवा जिले के हरसूद में खण्डवा, खरगोन, बुरहानपुर, एवं बड़वानी जिलों के 4। हजार 68 संग्राहक परिवारों को 10 करोड़ 11 लाख की बोनस राशि का वितरण किया। इन जिलों में वर्ष 2023 के कुल 29 हजार 520 तेंदूपत्ता संग्राहक परिवारों के 82 हजार 74 से अधिक सदस्य शामिल किए हैं। इन जिलों मे इस वर्ष 38 हजार मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण किया गया है।
तेंदूपत्ता संग्राहकों को हितलाभ वितरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सरकार नहीं परिवार चला रहे हैं। बहनों के जीवन में खुशियाँ लाने के लिए भरपूर कोशिश करूंगा। जनता की सेवा ही सच्चा धर्म है। सामाजिक क्रांति के माध्यम से जनता की जिंदगी में आयेगा बदलाव। अनेक विकास कार्य किए गए हैं। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना से बहनों की घर-परिवार में इज्जत बढ़ी है। इस योजना में मिल रही राशि बहनों का सम्मान है। अब एक हजार रुपए से बढ़ाकर बारह सौ पचास रूपए कर दिए गए हैं। जो अविवाहित बहनें इस योजना से छूट गई हैं उन्हें शामिल किया जाएगा। योजना में ढाई-ढाई सौ रुपए बढ़ाकर तीन हजार कर दिए जाएंगे। इस अवसर पर वन मंत्री कुंवर विजय शाह भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि तेंदूपत्ता तोड़ने वाली बहनों को चप्पल, पीने के पानी की कुप्पी, साड़ी भी दे रहे हैं। उद्योगों को बढ़ावा दिया जा रहा है। रोजगार के अवसर बढ़ाए जा रहे हैं। आने वाले पाँच साल में प्रदेश की तस्वीर और तकदीर बदल दी जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान ने विभिन्न हितलाभ वितरित किए। उन्होंने चरण पादुका योजना में भाइयों को जूते और बहनों को चप्पल पहनाई और पानी की कुप्पी, साड़ी वितरित की।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि रहने के लिए जमीन का पट्टा देने की योजना बनाई गई है। प्रधानमंत्री आवास योजना में छूटे गरीबों के लिए मुख्यमंत्री जन आवास योजना का लाभ मिलेगा। किसानों को बिजली की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बेटा-बेटियों को नि:शुल्क साइकिल, लैपटॉप की राशि दी जा रही है। बारहवीं कक्षा में अपने गाँव की शाला में टॉप करने वाले एक-एक छात्र-छात्राओं को स्कूटी दी जा रही है। आगे चलकर तीन-तीन छात्र-छात्राओं को स्कूटी मिलेगी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मेडिकल एवं इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिन्दी में भी करवाई जाएगी। मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज की फीस राज्य सरकार भरवाएगी।
तेन्दूपत्ता संग्राहकों के लिये चरण पादुका योजना
चरण पादुका योजना में तेंदुपत्ता संग्राहकों की छोटी-छोटी जरूरतों का ध्यान रख रहे हैं। इसमें परिवार के एक पुरूष सदस्य को एक जोड़ी जुता, परिवार की एक महिला सदस्य को एक जोड़ी चप्पल, परिवार की सभी महिला सदस्यों को एक-एक साड़ी तथा प्रत्येक परिवार को पानी की बाटल उपलब्ध करायी जा रही है।
संग्राहकों को मिली ये सामग्री
45 हजार 427 जोड़ी जूते, 46 हजार 21 जोड़ी चप्पल, 46 हजार 25 जोड़ी बोतल, 59 हजार 603 साड़ियाँ।
इस वर्ष 261 करोड़ रुपए की सामग्रियाँ वितरित की जायेंगी
प्रदेश में योजना के तहत 15 लाख 20 हजार परिवारों को 261 करोड़ रूपये की सामग्री वितरित की जायेगी। 5 लाख 20 हजार जोड़ी जूते, 5 लाख 20 हजार जोड़ी चप्पल, 20 लाख 48 हजार साड़ी, 5 लाख 29 हजार पानी की बॉटल और 5 लाख 20 हजार परिवारों को छाते के लिए 200 रुपए की राशि।
उमा के ओबीसी महिलाओं को लेकर बगावती स्वर
22 Sep, 2023 08:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । पार्टी में उपेक्षा नाराज भारतीय जनता पार्टी की फायर ब्रांड नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती तमाम मुद्दों को लेकर मोदी और शिवराज सरकार की घेराबंदी करती रही हैं। इस बार वे मोदी सरकार के लोकसभा-राज्यसभा में पारित महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण बिल में पिछड़े वर्ग (ओबीसी) महिलाओं के लिए अलग से कोई प्रावधान नहीं होने से नाराज हैं। ओबीसी मसले पर खुले तौर अपना विरोध जताते हुए उमा भारती ने सोशल मीडिया एकाउंट एक्स पर 23 सितंबर को भोपाल मेंं ओबीसी नेताओं की एक बड़ी बैठक बुलाने का ऐलान किया है। माना जा रहा है कि इस मसले पर उमा भारती आगे पार्टी के लिए बड़ी मुश्किलें खड़ी कर सकती हैं।
उमा भारती ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट एक्स पर लिखा है कि लोकसभा-राज्यसभा में 33 प्रतिशत महिला आरक्षण बिल पारित हो गया। 27 साल पहले यह विधेयक सर्वानुमति से पारित होने के लिए प्रस्तुत हुआ था। तब हमारी पार्टी भाजपा, कांग्रेस एवं वामपंथी एक मत थे।यह विधेयक ओबीसी, एससी, एसटी आरक्षण की दलील पर स्टैंडिंग कमेटी की सहमति के लिए भेजा गया था। कल तक यह 33 प्रतिशत महिला आरक्षण बिल लंबित रहा। जिस ओबीसी आरक्षण के वजह से यह विधेयक अब तक रुका रहा, उसके बिना ही यह पारित हो गया। उन्होंने लिखा है, कि अब महिला आरक्षण बिल में पिछड़े वर्ग (ओबीसी) की महिलाओं को स्थान दिलाना है। एक और संशोधन का मार्ग निकालना है, तो इसके लिए पार्टी मर्यादा में रहकर हमेें आगे आना होगा। उन्होंने लिखा है, कि यह आरक्षण संविधान में विशेष संशोधन हैं, तो देश की 60 प्रतिशत आबादी ओबीसी के लिए एक संशोधन और किया जा सकता है।