मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
रिकॉर्ड बारिश से मप्र सूखे से बाहर
25 Sep, 2023 10:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । सितंबर महीने में हुई रिकॉर्ड बारिश से मध्यप्रदेश में सूखे का संकट खत्म हो गया है। 15 दिन पहले तक प्रदेश में सामान्य से 23 प्रतिशत तक बारिश कम हुई थी, लेकिन इसके बाद ऐसी झड़ी लगी कि अब यह 1 प्रतिशत भी नहीं बची है। इंदौर, उज्जैन समेत 22 जिले रेड जोन यानी सूखे की लिस्ट से बाहर हो चुके हैं। इंदौर संभाग के सभी 8 जिलों में आंकड़ा 100 प्रतिशत के पार है, जबकि अगस्त तक इन जिलों में कोटे की आधी बारिश भी नहीं हुई थी। जबलपुर-सीहोर समेत 13 जिले ऐसे हैं, जहां 99 प्रतिशत तक बारिश हो चुकी है।
प्रदेश में अब तक औसत 36.57 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि औसत 36.68 इंच बारिश होनी चाहिए थी। इस हिसाब से आधा इंच से भी कम बारिश बची है। ओवरऑल बात करें, तो प्रदेश में 0.3 प्रतिशत बारिश कम हुई है। इनमें पूर्वी हिस्से में औसत से 4 प्रतिशत कम, जबकि पश्चिमी हिस्से में आंकड़ा औसत से 3 प्रतिशत अधिक है। सितंबर की औसत बारिश 6 इंच है। इसके मुकाबले साढ़े 10 इंच बारिश अब तक हो चुकी है। सीनियर वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि सितंबर में बारिश के स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव हुए। दूसरे सप्ताह में तेज बारिश हुई। ब्रेक के बाद 22 सितंबर से फिर तेज बारिश शुरू हो गई। इससे जो जिले रेड जोन में थे, वे बाहर निकल आए।
इस साल मानसून ने प्रदेश में 24 जून को एंट्री की थी। शुरुआत में अच्छी बारिश हुई, लेकिन जुलाई और फिर अगस्त में मानसून ने बेरुखी दिखाई। इसके चलते बारिश का आंक?ा कम रहा। सितंबर में मानसून के स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव हो गए। इस कारण तेज बारिश हुई। प्रदेश में सबसे ज्यादा वाले जिले की बात करें, तो वह नरसिंहपुर है। यहां अब तक 51.18 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि यहां की सामान्य बारिश 41.40 इंच है। इस हिसाब से यहां 123 प्रतिशत बारिश हो चुकी है। इंदौर में करीब 50 इंच बारिश हो गई है। संभाग के बुरहानपुर में सामान्य बारिश 29.01 इंच की तुलना में 42.41 इंच बारिश हो चुकी है, जो 146 प्रतिशत से ज्यादा है। धार, झाबुआ, आलीराजपुर, बड़वानी, खंडवा और खरगोन में भी कोटा फुल हो गया है। जबलपुर, रायसेन, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, डिंडोरी, निवाड़ी, देवास, रतलाम, नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल और अनूपपुर में बारिश का आंकड़ा 40 इंच से ज्यादा है। भिंड में सामान्य बारिश का आंकड़ा 141 प्रतिशत तक पहुंच गया है। भिंड की सामान्य बारिश 24.11 इंच है, जो अन्य जिलों के मुकाबले काफी कम है। यहां अब तक 34.04 इंच बारिश हो चुकी है। अशोकनगर में सबसे कम 22.93 इंच पानी गिरा है, जबकि सतना में 23.19 इंच बारिश हुई है।
आठ जिलों की 27 तहसीलों में होगी अफीम की खेती
25 Sep, 2023 09:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । केंद्रीय राजस्व विभाग ने अफीम फसल वर्ष 2023-24 अनुसार के लिए मध्यप्रदेश के आठ जिलों की 27 तहसीलों को ऐसे इलाके के रूप में अधिसूचित किया है जहां अफीम उत्पादन के लिए जारी लायसेंस के आधार पर खेती की जा सकेगी। इसी प्रकार देश के अन्य प्रमुख अफीम उत्पादक राज्य राजस्थान के सात जिलों की 49 तहसीलों और उत्तरप्रदेश के नौ जिलों की 28 तहसीलों को अफीम उत्पादक क्षेत्रों के रूप में अधिसूचित किया गया हैं।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय राजस्व विभाग प्रत्येक अफीम फसल वर्ष के लिए नई अफीम नीति जारी करती है। इसके अंतर्गत निर्धारित प्रावधानों की कसौटी पर खरे पाए जाने वाले किसानों को निर्धारित क्षेत्र में अफीम उत्पादन के लिए लायसेंस जारी किए जाते हैं। इसके साथ ही सरकार द्वारा ऐसे क्षेत्र भी अधिसूचित किये जाते हैं जहाँ अफीम काश्त की जा सके। दूसरे शब्दों में अफीम की खेती सरकार द्वारा दी गई अनुज्ञा और तय क्षेत्र के हिसाब से ही खेती करना अनिवार्य हैं।
वर्ष 2023 24 के लिए जारी नई अफीम नीति के परम्परागत ढंग और सीपीएस पद्धति के अंतर्गत डोडों पर चीरा लगाए बिना अफीम की खेती के लिए लायसेंस की शर्ते 13 सितंबर को प्रकाशित राजपत्र में जारी कर दी गई हैं। इसके साथ ही उत्पादन के लिए अधिसूचित इलाकों की सूची भी प्रकाशित की गई हैं। उत्तराखंड के दो जिलों में प्रायोगिक प्रयोजन के लिए लायसेंस देना तय किया गया हैं। अधिकृत सूची के अनुसार मध्यप्रदेश में नीमच जिले की 6, मंदसौर जिले की 8, रतलाम की 6, उज्जैन की 3, आगर मालवा झाबुआ राजगढ़ और शाजापुर जिले की एक-एक तहसील को अफीम उत्पादन हेतु अधिसूचित किया गया है। वहीं मनासा, जीरन, सिंगोली और रामपुरा तहसील स्थित गांवों के पात्र अफीम की खेती के लिए पट्टे दिए जाएंगे । मध्यप्रदेश में इस वर्ष परम्परागत और सीपीएस पद्धति को मिला कर लगभग 54 - 55 हजार लायसेंस दिए जाने की संभावना हैं।
मध्यप्रदेश के मन्दसौर स्थित के ऐनके कॉलेज आफ हार्टिकल्चर को प्रायोगिक प्रयोजन के लिए लायसेंस दिया जाएगा। राजस्थान के कोटा, बारा, उदयपुर झालावाड़, चितौडगढ़़, प्रतापगढ़ और भीलवाड़ा जिले की 49 तहसीलों के अंतर्गत आने वाले पात्र किसानों को लायसेंस देंगे। इसी तरह उदयपुर के राजस्थान कॉलेज आफ एग्रीकल्चर को प्रायोगिक प्रयोजन के लिए लायसेन्स दिया जायेगा। जानकारी के अनुसार नई अफीम नीति के प्रावधानों के अनुसार इस वर्ष राजस्थान में परम्परागत तथा सीपीएस पद्धति के मिला कर लगभग 47 हजार किसानों को पट्टे दिए जाने की संभावना हैं। उत्तरप्रदेश के नौ जिलों की 28 तहसील क्षेत्रों में अफीम उत्पादन के लिये लायसेंस प्रदान किये जायेंगे । बाराबंकी और फैजाबाद जिलों में दो लायसेंस प्रायोगिक प्रयोजन के लिए भी लायसेंस देंगे। उत्तरप्रदेश में दोनों श्रेणी के लिए 10 हजार 500 किसानों को पट्टे की पात्रता मिलने के आसार हैं।
बोर्ड ऑफिस, गोविंदपुरा टर्निंग, अवधपुरी तिराहा समेत कई रूट डायवर्ट; भेल इलाके के स्कूलों में छुट्टी
25 Sep, 2023 09:10 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज भोपाल दौरे पर हैं। जंबूरी मैदान में BJP का कार्यकर्ता महाकुंभ है। जंबूरी मैदान के आसपास के तीन किलोमीटर के इलाके को नो फ्लाइंग जोन घोषित किया गया है। सुबह 6 बजे से बोर्ड ऑफिस, गोविंदपुरा टर्निंग, अन्ना नगर, सद्भावना चैराहा, महात्मा गांधी चौराहा, सेंट जेवियर स्कूल, अवधपुरी तिराहा पर ट्रैफिक डायवर्ट प्लान लागू कर दिया गया है। भेल इलाके के स्कूलों में छुट्टी है।
इन सड़कों पर ज्यादा होगा दबाव
ट्रैफिक का सबसे ज्यादा दबाव बोर्ड ऑफिस, गोविंदपुरा टर्निंग, अन्ना नगर, सद्भावना चौराहा, महात्मा गांधी चौराहा, सेंट जेवियर स्कूल, अवधपुरी तिराहा तक रहेगा। इसके अलावा पटेल नगर बायपास, आनंद नगर, रत्नागिरी तिराहा, पिपलानी पेट्रोल पंप तक की सड़क पर भी काफी ट्रैफिक होगा।
इन सड़कों से गुजरने के वैकल्पिक मार्ग
अवधपुरी से बीकानेर मिष्ठान्न, सुरभि एन्क्लेव, विजय मार्केट, बरखेड़ा, गुलाब उद्यान, डीआरएम ऑफिस, हबीबगंज नाका या अंडरब्रिज से 10 नंबर मार्केट होते हुए आ - जा सकेंगे। पिपलानी से आने वाले जेके रोड, आईटीआई तिराहा, प्रभात चौराहे से जाएंगे।
मैप में दिख रहे रेड लाइन वाले रास्तों में यातायात का दबाव सर्वाधिक होगा। जबकि पीले लाइन वाले रास्तों में ट्रैफिक का दबाव कुछ कम होगा। हरी लाइन वाले रास्तों में यातायात सामान्य होगा। वाहनों के आने-जाने और पार्किंग की ऐसी होगी व्यवस्था
इन्दौर-उज्जैन
खजूरी सड़क, बकानियां डिपो होते हुए मुबारकपुर, लाम्बाखेड़ा, चौपड़ाकलां, पटेल नगर बायपास, आनंद नगर से जम्बूरी मैदान कट पाईंट का उपयोग करते हुए बसें जम्बूरी मैदान के पार्किंग खड़ी होंगी।
राजगढ़-ब्यावरा, ग्वालियर, चम्बल
मुबारकपुर जोड़ लांबाखेडा जोड़, चौपड़ाकलां जोड़, पटेल नगर बायपास, आंनद नगर से जम्बूरी मैदान कट पॉइंट का उपयोग करते हुए बसें जंबूरी मैदान पार्किंग में पार्क होंगी।
रीवा, शहडोल, सागर रायसेन
सभी वाहन पटेल नगर चौराहा से होते हुए आनंद नगर से जम्बूरी मैदान कट पाईंट का उपयोग करते हुए बसें जम्बूरी मैदान पार्किग में पार्क होंगी। होशंगाबाद रोड की ओर से आने वाले सभी वाहन 11 मील से होशंगाबाद रोड, आरआरएल तिराहा, एम्स, बड़खेड़ा पठानी होकर सेंट जेवियर के पीछे बस पार्किंग में पार्क करेंगे। जबलपुर की ओर से आने वाले सभी वाहन 11 मील, खजूरी कला जोड़ से एसओएस रोड होकर जम्बूरी मैदान पार्किग में पार्क होंगी। इस मैप से समझें पानी गिरने की हालत में किन रास्तों का इस्तेमाल करना है और पार्किंग व्यवस्था क्या होगी। पीली लाइनों में जहां-जहां P लिखा है वे सभी पार्किंग हैं। गोविन्दपुरा टर्निंग से महात्मा गांधी चैराहा की ओर आने वाले चार पहिया वाहन, महात्मा गांधी स्कूल पार्किग और महात्मा गांधी तिराहा से होते हुए सेंट जेवियर स्कूल के पीछे अपना वाहन पार्क करेंगे।
पासधारी वाहनों के लिए पार्किंग व्यवस्था
गोविन्दपुरा टर्निंग से महात्मा गांधी चौराहा से होते हुए अयप्पा मंदिर, गैस गोदाम होकर सेंट जेवियर स्कूल के सामने VIP पार्किंग में वाहन पार्क कर सकेंगे। मीडियाकर्मियों के लिए व्यवस्था
PM मोदी के दौरे के चलते कई स्कूलों में छुट्टी
आज कई स्कलों में छुट्टी रहेगी। इसको लेकर पिछले शुक्रवार से ही पैरेंट्स को सूचित किया जा रहा है। स्कूल प्रबंधन ने SMS और वॉट्सऐप मैसेज भेजे हैं। भारी ट्रैफिक और रूट डायवर्ट होने के चलते स्कूल संचालकों ने ये निर्णय लिया है। हालांकि, शिक्षा विभाग ने किसी प्रकार की आधिकारिक छुट्टी घोषित नहीं की है। डीईओ अंजनि कुमार ने कहा कि स्कूलों को बंद करने के लिए कोई आदेश जारी नहीं किया गया है।
भेल इलाके के अधिकतर स्कूल बंद
BHEL इलाके में स्थित अधिकतर स्कूल सोमवार को बंद रहेंगे। सेंट जेवियर स्कूल की प्रवक्ता वसुंधरा शर्मा ने बताया कि पीएम का मुख्य कार्यक्रम सेंट जेवियर के आसपास ही है इसलिए स्कूल खोल पाना बहुत मुश्किल है। भेल इलाके में मौजूद कई अन्य प्राइवेट स्कूल भी बंद रहेंगे। इसको लेकर स्कूल संचालकों ने अपने स्तर पर निर्णय लिया है। स्कूल संचालकों की मानें तो वह इस मामले में बात करना नहीं चाहते हैं।
कार्यक्रम में शामिल होने वाले चार पहिया वाहन इन रास्तों का इस्तेमाल कर पार्किंग तक पहुंच सकेंगे।
कई स्कूलों ने किए एग्जाम पोस्टपोन कई स्कूलों में आज से एग्जाम भी थे, जिनको पोस्टपोन किया गया है। प्रिंसिपल ने इसको लेकर अभिभावकों को मैसेज किया है। जिसमें बताया गया है कि जल्द ही यह एग्जाम दोबारा होंगे। दूसरी तरफ, सरकारी स्कूलों में किसी प्रकार के कोई मैसेज छात्रों को नहीं गए हैं। ऐसे सभी स्कूल यथावत चालू रहेंगे। पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र ने बताया कि 35 IPS अधिकारियों की अगुआई में चार हजार पुलिस जवान सुरक्षा व्यवस्था में तैनात रहेंगे। केंद्र से लेकर राज्य तक की खुफिया एजेंसी हाई अलर्ट पर हैं। सुरक्षा व्यवस्था की कमान एसपीजी ने संभाल ली है। सुरक्षा की थ्री लेयर व्यवस्था की गई है। पहली लेयर में एसपीजी के कमांडो तैनात रहेंगे।
27- 28 अक्टूबर को धुआंधार में होगा नर्मदा महोत्सव
25 Sep, 2023 08:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । हर साल की तरह इस साल भी नर्मदा महोत्सव की तैयारी जबलपुर में शुरू हो गई है। आगामी 27 और 28 अक्टूबर को संगमरमर वादियों के बीच नर्मदा महोत्सव का कार्यक्रम होगा जिसमें की प्रसिद्ध गायिका अलका याग्निक, सुनिधि चौहान, मालिनी अवस्थी, शोभा मुद्गल और लखबीर सिंह लक्खा शामिल होंगे। राज्य स्तरीय आयोजन को लेकर जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। यह कार्यक्रम पर्यटन विकास निगम द्वारा संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से किया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक जबलपुर टूरिज्म प्रमोशन काउंसिल की ओर से अभी तक राष्ट्रीय स्तर के साथ कलाकारों के नाम तय किए गए हैं। इसमें अलका याग्निक, सुनिधि चौहान, शोभा मुद्गल और मालिनी अवस्थी के अलावा भजन सम्राट लखबीर सिंह लक्खा का नाम भी तय किया गया है। सभी कलाकारों की सहमति भी लगभग मिल चुकी है, सभी के नाम की अंतिम मंजूरी के लिए संस्कृति मंत्रालय को पत्र भेजा गया है। 27 अक्टूबर को नर्मदा महोत्सव के उद्घाटन के समय गायिका अभिलिप्सा पांडा, मालिनी अवस्थी, ममता जोशी का नाम तय किया गया है। जबकि 28 अक्टूबर को अलका याग्निक, सुनिधि चौहान, शोभा मुद्गल और लखबीर सिंह लक्खा अपनी सुमधुर आवाज का जलवा बिखरेंगे।
जबलपुर टूरिज्म प्रमोशन काउंसिल ने इस बार तय किया है कि नर्मदा महोत्सव के आयोजन में जनप्रतिनिधि एवं राजनेताओं का दखल नहीं होगा। यह लोग कार्यक्रम स्थल तक तो पहुंच सकते हैं लेकिन उनका स्थान दर्शकों के बीच में ही होगा। उन्हें ना तो उद्घाटन के वक्त मंच पर आमंत्रित किया जाएगा और ना ही समापन समारोह के समय। इस निर्णय की वजह निर्वाचन आयोग की सख्ती बताई जा रही है। इस आयोजन के वक्त तक संभवत आचार संहिता भी लग चुकी होगी।
मुख्यमंत्री चौहान के साथ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने किया पौध-रोपण
24 Sep, 2023 11:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज स्मार्ट उद्यान में सामाजिक कार्यकर्ताओं और पर्यावरण प्रेमी नागरिकों के साथ पौधे लगाए। ग्वालियर के समाजसेवी शैलेंद्र सिंह भदोरिया और दीपक राजावत ने पौधे लगाए। स्मार्ट उद्यान में बरगद, जामुन और पीपल के पौधे रोपे गए।
पुष्कर धरोहर योजना से पुरानी जल संरचना को मिला नया जीवन
24 Sep, 2023 08:53 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : सतना जिले में पंचायत एवं ग्रामीण विकास की पुष्कर धरोहर योजना ने कई पुरानी जल संरचनाओं को थोड़ी राशि की व्यवस्था करके नया जीवन दिया है। टूटी-फूटी जल संरचनाओं, स्टाप डेम में जहाँ बरसात का पानी ठहरता नहीं था वहीं अब पुनरूद्धार किये गये स्टाप डेम अप और डाउन स्ट्रीम में पानी से लबालब हैं।
मैहर जनपद पंचायत की पिपरा कला ग्राम पंचायत ने पुष्कर धरोहर योजना में अपने गाँव की पुरानी जल संरचना नाले पर बने स्टाप डेम को शामिल किया। इसके लिये पुष्कर धरोहर योजना से स्टाप डेम को पुनर्जीवन देने के लिये 5 लाख रूपये की राशि भी मंजूर की गई। स्टाप डेम के पुनर्जीवन कार्य से जुड़े उदय स्व-सहायता समूह के सदस्य किसानों ने स्टाप डेम के कट चुके बंड, टूट चुकी वेस्ट वियर सुधारी और अपस्ट्रीम में जमी गाद को निकालकर मेहनत की। स्टाप डेम की एप्रान, विगंवाल और मेनवाल भी क्षतिग्रस्त हो चुकी थी। इनकी रिपेयरिंग कर कड़ी शटर्स लगाये गये। स्व-सहायता समूह के सदस्य राजखेलावन चौधरी और कुबेर मिश्रा बताते हैं कि धरोहर योजना से स्टाप डेम को पुनर्जीवन मिला है। अब स्टाप डेम बरसात में पानी से लबालब है। जीर्णोद्धार से स्टाप डेम में लगभग 8 हजार घन मीटर जल संग्रहण क्षमता बढ़ी है और 5500 हेक्टेयर क्षेत्र में अतिरिक्त सिंचाई सुविधा का विस्तार हुआ है।
ग्वालियर में विकास के नए-नए आयाम जुड़ रहे हैं : ऊर्जा मंत्री तोमर
24 Sep, 2023 08:50 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने ग्वालियर शहर के वार्ड-32 की विभिन्न बस्तियों में पहुँचकर एक करोड 85 लाख रूपये के विकास कार्यों की आधारशिला रखी। उन्होंने कहा कि उपनगर ग्वालियर में विकास के नए-नए आयाम स्थापित हो रहे हैं। विकास का यह सिलसिला थमने नहीं दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि उपनगर ग्वालियर की किसी भी बस्ती की कोई भी रोड कच्ची नहीं रहने दी जायेगी।
इस अवसर पर अन्य जनप्रतिनिधिगण और बड़ी संख्या में क्षेत्रीय गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
1 महीने के अंतराल में तीन तरह के कमलनाथ के विरुद्ध लगे राजधानी में पोस्टर
24 Sep, 2023 08:23 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्य प्रदेश में आने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ही प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ राजधानी की सड़कों पर पोस्टर बार अब एक बार फिर से एक महीने में तीसरी बार दिखाई दिया है । पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को हाल ही में अर्थात 24 घंटे के अंतराल में पाकिस्तान के प्रेम से जोड़ते हुए कई तरह के आरोप लगाए गए हैं । पिछले 20 दिनों के अंतराल में यह कमलनाथ के खिलाफ तीसरा पोस्टर है ।
पहले पोस्टर में कमलनाथ को वांटेड दिखाया गया था ।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ पोस्टर अभियान के प्रथम चरण में लगभग 15 दिवस पूर्व राजधानी की सड़कों पर करप्शन नाथ के रूप में कांग्रेस की सरकार के दौरान कई तरह के घोटाले का हवाला देते हुए उन्हें वांटेड अपराधी के रूप में दिखाया गया था ।
इन पोस्टर में स्कैनर भी दिया गया । इसमें लिखा है कि ’15 माह के घोटाले देखने के लिए मोबाइल से स्कैनर को स्कैन करें’. पोस्टर में लिखा कि 15 माह की सरकार में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने किए घोटाले किए हैं. फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि यह पोस्टर किसने चिपकाए , परंतु इस पोस्ट को लेकर सोशल मीडिया से लेकर मध्य प्रदेश एवं देश के कई समाचार पत्र एवं न्यूज़ चैनल में खबरें सुर्खियों में रही ।
दूसरे पोस्टर में करप्शन का हैवान बताया गया ।
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ पहला पोस्टर सितंबर महीने के प्रथम सप्ताह में राजधानी की सड़कों में दिखाई दिया था वहीं दूसरी ओर एक अन्य पोस्ट द्वितीय सप्ताह में जब देश-विदेश में शाहरुख खान की मूवी जवान रिलीज हुई तब इसी तरह का कट पोस्टर कमलनाथ के विरुद्ध जारी हुआ जिसमें कमलनाथ को करप्शन का हैवान बताया गया था । राजधानी की सड़कों पर लगाए गए इन पोस्ट में फिल्म जवान के पोस्ट को एडिट करके कमलनाथ के चेहरे को लगाया गया था । सितंबर के दूसरे सप्ताह में जारी इस पोस्ट को भी राजधानी की कई गलियों में एवं रोड़ों पर चिपकाए गया था ।
24 घंटे पहले ही आया तीसरा पोस्टर ।
राजधानी भोपाल की सड़कों पर तीसरा पोस्ट पाकिस्तान प्रेम से संबंधित जुड़ा हुआ था । यह पोस्टर कल रात को अर्थात 23 सितंबर की रात्रि में राजधानी की सड़कों एवं कई इलाकों में चिपका हुआ मिला ।
भोपाल के एमपी नगर मेट्रो पिलर, रानी कमलापति स्टेशन के पास, 10 नंबर चौराहा, न्यू मार्केट, बिट्टन मार्केट, बस स्टैंड, कांग्रेस कार्यालय, मनीषा मार्केट, आईएसबीटी और एमपी नगर जोन-1 क्षेत्र में पोस्टर लगाए गए हैं। पोस्टर में कांग्रेस का पाक प्रेम शीर्षक लिखा हुआ है। नीचे लिखा है कि इमरान खान के बाने चलो-चलो की कॉपी करके बनाया अपना गाना के साथ इमरान खान के साथ कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के फोटो लगाए गए है। नीचे एक क्यूआर कोड भी दिया गया है। जिसके आगे लिख हे कि पाक एजेंट कैसे बनी कांग्रेस जानने के लिए स्कैन करें। इसके अलावा पोस्टर पर लिखा है कि करप्शन नाथ कारगिल विजय का चैप्टर हटवाता है। करप्शन नाथ सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगता है। करप्शननाथ वंदे मातरम् पर रोक लगाता है।
कुल मिलाकर विधानसभा चुनाव से पहले पोस्टर्स के जरिए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और कांग्रेस का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है।
कोटवारों को सेवानिवृत्ति के समय मिलेंगे एक लाख रुपए
24 Sep, 2023 08:03 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मध्यप्रदेश में कोटवारों को सेवानिवृत्ति के समय एक लाख रुपए की राशि मिलेगी। कोटवारों को मिलने वाली राशि में अब हर साल पांच सौ रुपए बढ़ते चले जायेंगे। ऐसे कोटवार जिनके पास सेवा भूमि नहीं है उन्हें 4 हजार के स्थान पर 8 हजार रुपए प्रतिमाह मिलेंगे। ऐसे कोटवार जिनके पास 3 से 7.5 एकड़ तक सेवा भूमि है उन्हें 600 रुपए प्रतिमाह के स्थान पर 1200 रुपए प्रतिमाह मानदेय मिलेगा। ऐसे कोटवार जिनके पास 7.5 एकड़ से 10 एकड़ तक सेवा भूमि है उन्हें पर न्यूनतम मानदेय एक हजार रुपए प्रतिमाह मिलेगा। इसमें समय-समय वृद्धि भी होगी। जिनके पास 3 एकड़ तक की सेवा भूमि है उन्हें वर्तमान में मिल रहे एक हजार रुपए के स्थान पर 2000 रुपए प्रतिमाह मिलेंगे।
भोपाल के लाल परेड मैदान में राज्य स्तरीय कोटवार सम्मेलन में कोटवारों के हित में ये घोषणाएँ करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ग्राम कोटवार राजस्व प्रशासन के रीढ़ की हड्डी हैं। वे सूचनाओं को अपडेट करते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में ओला, पाला, खेतों में इल्ली, सूखा और अन्य आपदाओं की जानकारी देने का महत्वपूर्ण कार्य भी करते हैं। इनके जीवन की कठिनाईयों को दूर करना आवश्यक है।
मुख्यमंत्री चौहान ने ने कहा कि कोटवारों को सीधे मुख्यमंत्री निवास से जोड़कर आवश्यक सूचनाएं प्राप्त करने का माध्यम भी बनाया जाएगा। इसके लिए विशेष अधिकारी भी नियुक्त किया जाएगा। चौहान ने कहा कि कोटवारों को स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ दिलवाया जाएगा। उनकी वर्दी का रंग अब खाकी होगा।
कोटवार परिवार की बहन को मिलेगा लाड़ली बहना योजना का लाभ
कोटवार पद पर नियुक्ति के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता से छूट रहेगी। प्रत्येक कोटवार को सीयूजी सिम मिलेगी। इसका रिचार्ज भी राज्य सरकार करेगी। कोटवार परिवार की हर बहन को लाड़ली बहना योजना का लाभ मिलेगा। कोटवारों का प्रतिवर्ष सम्मेलन होगा।
गाँव के गूगल हैं कोटवार
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोटवार का पद छोटा है लेकिन उनका दायित्व बड़ा है। कोटवार ग्राम देवता हैं। वे गाँव के गूगल हैं। कोटवार की जानकारी के बिना कोई कार्यवाही आगे नहीं बढ़ती। कोटवार से ग्राम की सब जानकारी मिल जाती है। वे इसलिए चलते-फिरते गूगल हैं। सही मायने में कोटवार जमीन से जुड़े हुए हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि उन्होंने ग्राम में बचपन में जागते रहो की रात के समय आवाजें सुनी हैं। कोटवार इसलिए जागते हैं, सावधान करते रहते हैं, जिससे ग्राम सुरक्षित रहे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोटवार ग्राम में मुनादी का कार्य भी करते हैं। हर विभाग की सही जानकारी कोटवार ही देते हैं। वे जन्म-मृत्यु सूचना भी देते हैं, प्राकृतिक आपदा की बात बताते हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोटवार, सीमांकन का आंकड़ा देते हैं। पुलिस विभाग भी कोटवार से प्राप्त पहली सूचना के आधार पर कार्य करती है। ग्राम की कुंडली कोटवार के पास रहती है। तहसील में हर महीने बैठक में जानकारी देते हैं। निर्वाचन की ड्यूटी में भी कोटवार मददगार हैं।
मुख्यमंत्री चौहान कहा कि राज्य सरकार समाज के प्रत्येक वर्ग के कल्याण के लिए कार्य कर रही है। संवेदनशील होकर ही किसी भी वर्ग का कल्याण हो सकता है। मुख्यमंत्री लाड़ली योजना बहना भी इस संवेदनशीलता का परिणाम है। कोटवारों का पद कोई छोटा नहीं है। सभी की गरिमा होती है। कोटवार परिवार के महत्वपूर्ण अंग हैं, उनके कष्ट की चिंता करना और समाधान करना मुखिया के नाते मेरा दायित्व है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कोटवारों से आग्रह किया कि आप गांव की चिंता करें और ग्राम को बेहतर बनाएं। कोटवार परिश्रम से कार्य करने वाले भले लोग हैं।
ग्राम की महिला कोटवार ललिया बऊ का भाव पूर्ण स्मरण
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोटवार जागता था तभी ग्राम चैन की नींद सोता था। मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि एक समय ग्राम जैत में महिला कोटवार का जिम्मा संभालने वाली ललिया बऊ को सभी सम्मान देते थे। वे अपनी जिम्मेदारी को अच्छी तरह निभाती थीं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली पंचायत कोटवारों की ही की थी। कुछ समय से विभिन्न स्थानों पर भेंट करने वाले कोटवारों की इच्छा थी कि उनका भी सम्मेलन हो। आज कोटवार पंचायत में प्रदेश के कोटवारों से भेंट हो रही है।
प्रमुख सचिव राजस्व निकुंज श्रीवास्तव ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने कहा कि सूचनाओं के सम्प्रेषण में कोटवार संलग्न रहते हैं। वे प्राथमिक सहायक की भूमिका निभाते हैं। पंचायत एवं ग्रामीण विकास, पुलिस और अन्य विभागों के लिए भी वे सहयोगी की भूमिका निभाते हैं। कार्यक्रम में रमेश शर्मा, अध्यक्ष मध्यप्रदेश कर्मचारी कल्याण समिति, भगवान दास केवट, अध्यक्ष, मध्यप्रदेश आजाद कोटवार संघ, हरवीर सिंह, मनोहर मेहरा, वीर सिंह, प्रमुख राजस्व आयुक्त संदीप यादव, कलेक्टर भोपाल आशीष सिंह भी उपस्थित थे।
भोपाल में फाइनल शो के पहले 26 को भी उड़ेंगे फाइटर प्लेन
24 Sep, 2023 07:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । राजधानी भोपाल में 30 सितंबर को आसमान में जोरदार नजारा दिखाई देगा। इस दिन यहां एयर शो होने जा रहा है। यह सेना और एयरफोर्स की ज्वाइंट एक्टिविटी होगी जिसे लोग बड़े तालाब के किनारे खड़े होकर देख सकेंगे। खास बात यह है कि 30 सितंबर को फाइनल शो के पहले 26 सितंबर को रिहर्सल भी होगी। इस दिन भी आमजन फाइटर प्लेन की उड़ान देख सकेंगे। शो के लिए एयरफोर्स ने तकनीकी सिस्टम लगाना शुरू कर दिया है। एयर शो के प्रमोशन के लिए भी एक्टिविटी की जा रही है।
एमपी की राजधानी भोपाल में 30 सितंबर को आसमान में जोरदार नजारा दिखाई देगा। इस दिन यहां एयर शो होने जा रहा है। यह सेना और एयरफोर्स की ज्वाइंट एक्टिविटी होगी जिसे लोग बड़े तालाब के किनारे खड़े होकर देख सकेंगे। खास बात यह है कि 30 सितंबर को फाइनल शो के पहले 26 सितंबर को रिहर्सल भी होगी। इस दिन भी आमजन फाइटर प्लेन की उड़ान देख सकेंगे। शो के लिए एयरफोर्स ने तकनीकी सिस्टम लगाना शुरू कर दिया है। एयर शो के प्रमोशन के लिए भी एक्टिविटी की जा रही है। फाइटर प्लेन के एयर शो के लिए एयर फोर्स कई कवायद कर रही है। इसमें एयर फोर्स एयर शो के प्रमोशन के लिए भी एक्टिविटी कर रही है। इसके अंतर्गत एयर फोर्स की बैंड टीम को आगे किया गया है। एयर फोर्स की बैंड टीम एयर शो के प्रमोशन के लिए देश-भक्ति के गानों और धुनों की शहर के अलग- अलग स्थानों पर प्रस्तुति दे रही है।
एयर फोर्स के अधिकारियों के अनुसार 22 सितंबर से शुरु हुए एयर शो के ये प्रमोशन 30 सितंबर तक चलेंगे। एयर फोर्स के बैंड शहर के अलग-अलग 9 स्थानों पर ये प्रस्तुति देंगे। रविवार को शौर्य स्मारक में होने वाली बैंड प्रस्तुति बारिश के चलते सुभाष स्कूल में रखी गई। इधर एयर फोर्स शो के लिए सभी फाइटर प्लेन रिहर्सल भी शुरू करेंगे। एयर शो के लिए फाइटर प्लेन की रिहर्सल 26 सितंबर से शुरु होगी जबकि फाइनल शो 30 सितंबर को रहेगा।
26 सितंबर से शुरू हो रही फाइटर प्लेन की रिहर्सल के लिए बड़ा तलाब के पास एयरफोर्स ने तकनीकी सिस्टम लगाना शुरू कर दिया है। शो को लोग बड़े तालाब के किनारे खड़े होकर देख सकेंगे। इस संबंध में पुलिस कंट्रोल रूम में एक बैठक आयोजित की जिसमें पुलिस प्रशासन के अफसरों के बीच ट्रैफिक को लेकर चर्चा हुई।
मानसून की विदाई से पहले धुंआधार बरसेंगे बादल
24 Sep, 2023 06:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । शहर में अब मानसून की झमाझम बारिश के आसार है। राजस्थान में 25 सितंबर को प्रति चक्रवात बन रहा है, इससे राजस्थान से मानसून की विदाई शुरू हो जाएगी। ग्वालियर में महीने के अंत में मानसून विदाई ले सकता है। मानसून की विदाई के चलते बादल छाएंगे। इससे पश्चिमी हवा का चलना शुरू हो जाएगा। आसमान साफ होने पर तेज धूप निकलेगी और शहर के लोगों को गर्मी का सामना करना पड़ेगा।
बंगाल की खाड़ी से आया कम दबाव का क्षेत्र मध्य प्रदेश तक आते-आते कमजोर पड़ गया। अलग-अगल स्थानों पर चार प्रमुख मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। इनमें से मानसून द्रोणिका मध्य प्रदेश के ग्वालियर से होकर गुजर रही है। इस वजह से लगातार आ रही नमी के कारण प्रदेश में बादल बने हुए हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक दिन का तापमान बढ़ा हुआ रहने से सोमवार को पूरे प्रदेश में गरज-चमक के साथ छिटपुट वर्षा हो सकती है। विशेषकर भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम, जबलपुर संभागों में मध्यम स्तर की वर्षा होने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक बिहार के आसपास हवा के ऊपरी भाग में बना चक्रवात वर्तमान में दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश पर सक्रिय हो गया है। मानसून द्रोणिका ग्वालियर से होकर जा रही है। दक्षिणी मध्य महाराष्ट्र पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात मौजूद है। इसके अतिरिक्त दक्षिणी गुजरात पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि इन मौसम प्रणालियों के प्रभाव से लगातार नमी आ रही है। इस वजह से प्रदेश में अलग-अलग क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ वर्षा हो रही है। इसी क्रम में रविवार-सोमवार को भोपाल, इंदौर, जबलपुर, नर्मदापुरम में संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ मध्यम स्तर की वर्षा होने की संभावना है।
बता दें कि सितंबर माह में हुई झमाझम वर्षा से प्रदेश में सितंबर माह का सामान्य वर्षा का अभी तक का कोटा पूरा हो गया है। इस सीजन में एक जून से लेकर रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक 933.7 मिमी. वर्षा हो चुकी है। जो सामान्य वर्षा 935.1की तुलना के समकक्ष है। हालांकि अभी भी प्रदेश के छह जिले गुना, अशोकनगर,दमोह, सतना, रीवा एवं सीधी में सामान्य से 23 से लेकर 37 प्रतिशत तक कम वर्षा हुई है।
स्कूलों में की जाए बधिर टीचर्स की नियुक्तियां
24 Sep, 2023 05:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। स्कूलों में बधिर टीचर्स को भी स्थान दिया जाए, जिससे आम बच्चों को भी साइन लैंग्वेज का ज्ञान हो सके। प्रदेश की किताबों में क्यूआर कोड के फार्म में साइन लैंग्वेज में किताबें हो, जिससे किसी को उसका ज्ञान लेना हो तो वह आसानी से ले सके। इससे टीचर्स को और बच्चों को दोनों का फायदा होगा।
यह बात वक्ताओं ने इंटरनेशनल साइन लैंग्वेज डे के उपलक्ष्य में कार्यक्रम आयोजित किया गया था। सामाजिक न्याय और कल्याण और डेफ केन फाउंडेशन के साथ मध्यांचल डेफ एसोसिएशन के साथ संचालनालय के ऑडिटोरियम हाल में यह कार्यक्रम रखा गया था। कार्यक्रम में श्रीमती प्रीति सोनी ने कहा कि साइन लैंग्वेज महत्वपूर्ण भाषा है , क्योंकि साइन लैंग्वेज एक मदर लैंग्वेज है और इसे सभी को सीखना चाहिए।
कार्यक्रम में 4 डेफ बच्चों को भी सम्मानित क्या गया। साथ ही सांकेतिक भाषा के बच्चों की कहानियों को भी सांकेतिक भाषा में अच्छे से चित्रण करने के लिए प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को अपर संचालक श्रीमती राज्यश्री राय, आर के सिंह ,श्रीमती प्रीति सोनी सचिव डेफ केन फाउंडेशन , कमलेश डोंगरे ने सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती कल्पना मिश्रा द्वारा किया गया एवं अतिथियों का आभार संयुक्त संचालक आरके सिंह द्वारा किया गया।
त्योहार पर महंगाई की मार, पहले दाल और अब मसाले और मेवा हुई महंगी
24 Sep, 2023 04:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मसाले पर बढ़ती महंगाई सब्जी के स्वाद को फीका करने वाली है। तेल के दाम कम होने से तडक़ा तो लग रहा है, लेकिन मसाले की मात्रा घटने से दाल में जायका नहीं आ रहा है। दाल-चावल तो पहले ही महंगे थे, अब मसाले भी महंगे हो गए। त्योहार से पहले राशन पर बढ़े दाम ने रंग में भंग डालने का काम कर दिया।
व्यापारियों का कहना है कि मसाले के साथ साथ त्योहार पर उपवास के दौरान मेवा के दाम बढऩा लोगों को अखर रहा है। काजू, किसमिस, बादाम और मखाने पर 50 से 100 रुपये प्रतिकिलो की महंगाई दर्ज की गई।
खाने में जायका लाने वाले मसाले में शामिल लौंग, कालीमिर्च, डोंडे, इलाइची और जीरा का बढ़ते भाव लोगों के पसीना छुटाने का काम कर रहे हैं। खेरिज में लौंग का भाव बढक़र 1100 और काली मिर्च 760 से 800 रुए प्रतिकिलो तक जा पहुंची है। डोडा और जीरे के भावों में खासी तेजी आ चुकी है। इस महंगाई के पीछे व्यापारियों का कहना है कि मौसम का फसल पर बुरा प्रभाव बताया जा रहा है, इसके लिए मसाले की आवक कम हुई है। हालांकि कुछ व्यापारियों का कहना है कि फसल पर बुरा प्रभाव के साथ ही सट्टा बाजार गर्म हो चुका है। कारोबारियों ने माल का स्टाक करना शुरू कर दिया है, जिससे आवक कम होने से बाजार में भाव बढ़ गए हैं। जिसका असर सीधा मांग और आपूर्ति पर पड़ रहा है, क्योंकि मांग वही है पर आपूर्ति घटने से भाव बढऩे लगे हैं।
गणेश उत्सव पर लोग उपवास रखते हैं, जिसके चलते मेवा की मांग बाजार में बढ़ी है। इस मांग को देखते हुए मेवा के भाव में गर्मी आ गई। बादाम जहां 50 रुपये महंगा हुआ तो वहीं मखाने ने 100 रुपये की गर्मी पकड़ ली, जबकि छुआरा और नारियल के गोले के भाव में 30 से 50 रुपये टूटे हैं, जबकि घी में भी 50 रुपये का उछाल आया है।
इस वक्त दाल रोटी महंगी हो चुकी है पर तेल के दाम नीचे आ गए हैं। जहां तुअर दाल 175 रुपये किलो जा पहुंची है तो वही आटे के दाम में भी इजाफा हुआ है। इससे रसोई पर महंगाई का बोझ बढ़ता जा रहा है जिसके कारण अब आराम से दाल रोटी खाना भी मुश्किल हो रहा है। तेल के दाम पर गिरावट दर्ज की गई है। रिफाइंड का दाम 95 से 100 रुपये लीटर आ चुका तो सरसों का तेल 105 से 110 रुपये पर आ गया है। इस वक्त मूंग दाल 115, उड़द 100 रुपए ,उड़द 115, चने की दाल 80 रुपए तक पहुंच गई है। चावल भी महंगे हो चुके हैं।
स्थाई कर्मी 27 सितंबर को खून से लिखेंगे अपनी मांगे
24 Sep, 2023 02:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । प्रदेश के स्थाई कर्मी दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी 27 सितंबर को अपनी नियमितीकारण, सातवें वेतनमान का लाभ,अनुकंपा नियुक्ति एवं दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी को विनियमित स्थाई कर्मी बनाने की मांग का ज्ञापन खून से लिखकर अपना अनिश्चितकालीन महा सत्याग्रह शुरू करेंगे। मध्य प्रदेश कर्मचारी मंच के प्रांत अध्यक्ष अशोक पांडे ने बताया कि मुख्यमंत्री को स्थाई कर्मी दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी पिछले 19 वर्षों में हजारों ज्ञापन हस्तलिखित सौप चुके हैं। लेकिन मुख्यमंत्री ने उनकी न्यायौचित मांगों को संज्ञान में नहीं लिया है । इसलिए प्रदेश के स्थाई कर्मियों एवं दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने निर्णय लिया है कि मुख्यमंत्री को अंतिम ज्ञापन महा सत्याग्रह आंदोलन के माध्यम से रक्त से लिखकर सौंपेंगे। पांडे ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश के स्थाई कर्मी दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के साथ पिछले 19 वर्षों में घोर अन्याय किया है। कर्मचारियों के मूलभूत अधिकारों का हनन किया है। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद मात्र एक विभाग लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के स्थाई कर्मियों को सातवें वेतनमान का लाभ एरियर सहित वर्ष 2016 से दिया है। अन्य शासकीय एवं अर्ध शासकीय विभागों निगम मंडलों पंचायत निकायों सहकारी संस्थाओं संघो परिषदों आयोगों में कार्यरत स्थाई कर्मियों को सातवां वेतनमान का लाभ सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के 8 साल बाद भी नहीं दिया है। दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को भी नियमित स्थाई कर्मी बनाने में भी सरकार ने दोहरे मापदंड अपना रही है, भेदभाव किया है। मात्र 2007 तक नियुक्ति दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को स्थाई कर्मी में विनियमित किया गया है जबकि विनियमित करने का आदेश 7 अक्टूबर 2016 को सरकार ने जारी किया था। सरकार को वर्ष 2016 तक नियुक्त दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को विनियमित स्थाई कर्मी बनाना था लेकिन नौकरशाही की गलत नीतियों और सरकार की मंशा के अभाव कारण दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के वास्तविक अधिकारों का हनन हुआ है। सरकार ने अनियमित कर्मचारियों की मांगों को चुनावी वर्ष में भी पूरा नहीं किया है। अब अनियमित कर्मचारी नेताजी सुभाष चंद्र बोस के सिद्धांतों का अनुसरण करके अपना अनिश्चितकालीन आंदोलन चलाएंगे और सरकार से आर पार का संघर्ष करके अपनी मांगों को मंजूर करायेंगे।
भोपालवासी 28 को बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पं.धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के सानिध्य में कर सकेंगे गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन
24 Sep, 2023 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । इस बार अनंत चतुर्दशी के अवसर पर भोपालवासियों को बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के सानिध्य में गणेश विसर्जन का सौभाग्य मिल सकेगा। यह जानकारी चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने दी। उन्होंने बताया कि पूज्य माता-पिता स्व. कैलाश सारंग-प्रसून सारंग की पूण्य-स्मृति में बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के श्रीमुख से 27 एवं 28 सितंबर को पीपुल्स मॉल के पीछे दोपहर 2 बजे से हनुमंत कथा का आयोजन होने जा रहा है। इससे पहले 26 सितंबर को अन्ना नगर चौराहे से दोपहर 3 बजे से करीब 20 किलोमीटर लंबी विशाल शोभायात्रा निकाली जायेगी। उन्होंने बताया कि 28 सितंबर को कथा स्थल पर ही सुबह 10 बजे से दिव्य दरबार के साथ ही अनंत चतुर्दशी के अवसर पर गणेश भगवान के पूजन के साथ ही गणेश विसर्जन भी होगा। यहां भोपालवासी अपने घरों में विराजे गणेश की प्रतिमाओं का विसर्जन कर सकेंगे। इसके लिये कथा स्थल पर विसर्जन कुंड भी बनाये जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि इस भव्य आयोजन में देशभर से 10 लाख से अधिक लोगों के पहुंचने की संभावना जताई जा रही है।