देश (ऑर्काइव)
हिमाचल में मौत का तांडव, बादल फटने से 20 से अधिक लोगों की गई जान
14 Aug, 2023 07:50 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सोलन । भूस्खलन की वजह से हिमाचल के सोलन में 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है, जबकि अनेक लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। यह घटना जिस समय हुई लोग मंदिर में थे। मिली जानकारी के अनुसार बादल फटने से भूस्खलन हुआ और देखते ही देखते भारी सैलाब आ गया, जिसके चलते शिमला में एक शिव मंदिर ढह गया। बताया जा रहा है कि उसके नीचे दबे 30 लोगों को निकालने के लिए रैस्क्यू टीम जुटी हुई है। इस तरह से हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बाढ़ के कारण यहां मौत का तांडव मच गया है। पिछले 3 दिनों से प्राकृतिक आपदा से गिरे मंडी जिला में 13 लोगों की मौत हुई। इसके बाद सोलन जिला में सात लोगों की मौत होने की सूचना है। प्रदेश में तबाही की स्थिति लगातार बनी हुई है। शिमला में भूस्खलन की वजह से एक मंदिर ढह गया। मंदिर में कम से कम 30 लोगों के फंसे होने की सूचना है। हालांकि रैस्क्यू जारी है। मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार अगले 24 घंटों तक मानसून इसी प्रकार सक्रिय रहेगा। राज्य के अधिकांश भागों में भारी वर्षा का क्रम जारी रहने से नदियां, नाले व खड्डे उफान पर रहेंगे। चंडीगढ़-शिमला फोरलेन चक्की मोड पर वाहनों के लिए बाधित है।
बादल फटने से घरों में घुसा मलवा
इधर धर्मपुर की तनयाहड पंचायत के नल्याणा में मकान में मलवाल प्रवेश कर जाने की वजह से तीन लोगों के दबने की सूचना है। वहीं, नाहन के कंडईवाला में रविवार देर शाम को बादल फटने से 50 घरों में मलबा भर गया है। लगातार हो रही बारिश से धुंआधार धुंध के आगोश में कई क्षेत्र समा गए हैं। इनमें चुराह, सलूनी सहित जिला का पहाड़ी क्षेत्र पूरी तरह से धुंध के आगोश में है। उधर जिला प्रशासन ने खराब मौसम में लोगों से घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है। साथ ही वाहन चालकों को भी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वाहन ले जाने की बात कही है। यहां कई इलाकों में जोरदार बारिश हो रही है। सोलन जिले के कंडाघाट उपमंडल की ममलीग उप-तहसील के जादोन गांव में दर्दनाक हादसा हुआ। देर रात डेढ़ बजे बादल फटने से दो घर और एक गौशाला बह गई।
घर में सो रहे लोगों को लील गया सैलाब
सोलन में जहां भारी बारिश और भूस्खलन के कारण सैलाब आने से लोग घरों में फंस गए। वहीं रात में सो रहे लोगों को सैलाब लील गया। बतया जा रहा है कि यहां पर बीते दिन से हो रही भारी बारिश के कारण पंचायत सायरी के जादोन गांव में रति राम और इसके बेटे हरनाम के 2 मकान भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त हो गए। घटना के वक्त हरनाम के घर में 4 व्यक्ति थे और रति राम के मकान में 9 लोग सो रहे थे। 5 व्यक्तियों को स्थानीय लोगों और पुलिस ने जिंदा निकाल लिया। लेकिन 7 लोगों की मौत हो गई। 3 अब भी लापता बताए जा रहे हैं। रेस्क्यू टीम को हादसे वाली जगह तक पहुंचने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। चारों तरफ सड़कें बंद हो गई हैं। लोक निर्माण विभाग ने सड़क की मरम्मत के लिए जेसीबी लगाकर काम शुरू किया है।
नेशनल हाईवे-5 फिर से हुआ बंद
भारी बारिश और भूस्खालन के चलते चंडीगढ़ शिमला नेशनल हाईवे-5 फिर से बंद हो गया है। मिली जानकारी के अनुसार चक्की मोड़ पर भी फिर से पहाड़ से मलबा आ गिरा। जबकि नेशनल हाईवे से डायवर्ट किए गए संपर्क मार्ग भी भूस्खलन के कारण बंद हो गए हैं। संपर्क मार्गों पर वाहन बुरी तरह से फंसे हुए हैं। शिमला और चंडीगढ़ का संपर्क अब पूरी तरह से टूट गया है। यहां पर लगातार 4 दिनों से से हो रही बारिश की वजह से नेशनल हाईवे को बार बार खोलना और बंद करना पड़ रहा है। चंडीगढ़ से वाया कसौली जंगेशु मार्ग भी बंद होने से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा चंडीगढ़ से वाया बद्दी हो कर सोलन और शिमला जाने का विकल्प भी खत्म हो गया है क्योंकि वहां भी पुल टूट गया है। मंडी जिला में भी बीती रात से भारी बारिश ही रही है।
पर्यटकों को नहीं सूझ रहा रास्ता
चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाईवे पूरी तरह से बंद होने के कारण यहां पर्यटक बुरी तरह फंसकर रह गए हैं। उन्हें कोई रास्ता नहीं सूझ रहा है। क्योंकि यहां के सारे वैकल्पिक मार्ग भी बंद हैं। वहीं सात मील के पास नाले में भारी बारिश के कारण भारी मात्रा में मलबा आया है जो हाईवे पर खड़ी बड़ी गाड़ियों को बहा दे गया है। कई गाड़ियां इससे क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इस समय तो लोगों तक मदद पहुंचाना भी सम्भव नहीं हो पा रहा है। लगभ ढाई-तीन सौ पर्यटक भी यहां फंस गए हैं। चंडीगढ़ मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग भी 60 घंटों के लिए बंद हो गया है। बारिश के कारण प्रशासन ने पूरी रात सड़क बंद रखने का फैसला किया है। मौसम विभाग ने अगले 3 दिनों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है। शिमला, कांगड़ा, चम्बा, हमीरपुर, बिलासपुर, मंडी, कुल्लू और सोलन जिलों में जबरदस्त बारिश के दौरान अचानक बाढ़ आने की चेतावनी जारी की गई है।
भारी बारिश से 7935 मकानों को पहुंचा नुकसान
हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण खूब तबाही मची है। यहां अब तक कुल 7935 घरों को नुकसान पहुंचा है। 270 दुकानों व 2727 गोशालाओं में भी मलबा भर गया है। 24 जून से 13 अगस्त तक 257 लोगों की मौत हो चुकी है, जबति 290 लोग घायल हुए हैं। मानसून में अभी तक 7020.28 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हो चुका है। राज्य में भूस्खलन की 90 और अचानक बाढ़ की 90 घटनाएं सामने आ चुकी हैं। भूस्खलन के कारण ना सिर्फ सड़कें टूटी हैं, बल्कि वाहनों की आवाजाही भी बंद हुई है। अगर बीते 24 घटों से हुए नुकसान की बात करें तो 10 मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो गए हैं जबकि 70 मकानों को नुकसान हुआ है। मंडी में बादल फटने से व्यापक नुकसान हुआ है। राज्य में 452 सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए ठप हो गई हैं। कई गांवों से बिजली गायब हो चुकी है। 1814 बिजली ट्रांसफार्मर व 59 जलापूर्ति योजनाएं बाधित हैं।
77वें स्वतंत्रता दिवस के लिए तैयारियां हुईं पूरी, आजादी के अमृतकाल में देश करेंगा प्रवेश
14 Aug, 2023 07:46 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । राजधानी दिल्ली के लाल किले से देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 1,800 विशेष अतिथियों की मौजूदगी में 77वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रध्वज फहराएंगे। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। उत्साह और उल्लास के प्रसंग पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 15 अगस्त को दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले से 77वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में देश का नेतृत्व करेंगे। रक्षा मंत्रालय ने रविवार को एक बयान में कहा कि लाल किले पर समारोह की तैयारियां पूरी हो गई हैं और इसका हिस्सा बनने के लिए देशभर से विभिन्न पेशों से जुड़े 1,800 लोगों को उनके जीवनसाथी के साथ ‘विशेष अतिथि’ के रूप में आमंत्रित किया गया है। जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे और इस ऐतिहासिक स्मारक की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करेंगे। बता दें कि इस वर्ष के स्वतंत्रता दिवस पर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ समारोह का समापन भी होगा। इसके साथ ही इसमें एक और नया अध्याय भी जुड़ने जा रहा है। वह यह कि 2047 तक भारत को एक विकसित देश बनाने के सपने को साकार करने के लिए देश नए उत्साह के साथ ‘अमृत काल’ में प्रवेश करेगा।
रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया कि विशिष्ट अतिथियों में 660 से अधिक ‘वाइब्रेंट विलेज’ के 400 से अधिक सरपंच; किसान उत्पादक संगठन योजना से जुड़े 250 लोग; प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के 50-50 प्रतिभागी; नई संसद भवन सहित सैंट्रल विस्टा परियोजना से जुड़े 50 श्रम योगी (निर्माण श्रमिक) शामिल हैं। इसमें कहा गया है कि इसके अलावा खादी कार्यकर्ता, सीमा पर स्थित सड़कों के निर्माण, अमृत सरोवर और हर घर जल योजना से जुड़े लोगों के साथ-साथ प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक, नर्स और मछुआरे भी शामिल हैं। प्रधानमंत्री के संबोधन के समापन पर एन.सी.सी. के कैडेट राष्ट्रगान गाएंगे। देश भर के विभिन्न स्कूलों के 110 बालक और बालिका एन.सी.सी. कैडेट (सेना, नौसेना और वायु सेना) भाग लेंगे। ज्ञानपथ पर सीटें लगाई गई हैं, जिन पर कैडेट आधिकारिक सफेद पोशाक में बैठेंगे। जो कि समारोह का विशेष हिस्सा रहेंगे।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से छिनेगी लाखों नौकरियां
14 Aug, 2023 05:42 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । अगले कुछ सालों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की वजह से लाखों नौकरियां छिन जाएगी। अमेरिका के मैकिंसी ग्लोबल इंस्टीट्यूट की स्टडी की मानें तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की वजह से नौकरी गंवाने वाली महिलाएं पुरुषों की तुलना में डेढ़ गुना ज्यादा होंगी। मैकिंसी ग्लोबल की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि केवल अमेरिका में 2030 तक 12 मिलियन यानी सवा करोड़ लोगों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की वजह से अपनी नौकरी गंवानी पड़ सकती है। इसका सबसे ज्यादा असर उन नौकरियों पर पड़ेगा जिनमें डेटा कलेक्शन, डेटा एंट्री और रिपिटीटिव टास्क शामिल हैं।रिपोर्ट में कहा गया है कि जॉब मार्केट में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का असर सबसे ज्यादा उन फील्ड्स में होगा जिन्हें फिलहाल महिलाएं डॉमिनेट कर रही हैं। इस वजह से जॉब लॉस की ज्यादा शिकार महिलाएं होंगी।
स्टडी के मुताबिक, पुरुषों के मुकाबले डेढ़ गुना ज्यादा महिलाओं को या तो जॉब से हाथ धोना पड़ेगा या फिर अपनी फील्ड बदलनी पड़ेगी। रिपोर्ट में ये अनुमान लगाया गया है कि 2030 तक क्लर्क की पोस्ट के लिए मांग 16 लाख तक कम हो जाएगी। इसके साथ ही 8 लाख से ज्यादा सेल्स पर्सन्स की नौकरी जा सकती है। वहीं, 7 लाख से ज्यादा एडमिनिस्ट्रेटिव असिस्टेंट अपनी नौकरी खो सकते हैं। इनके अलावा 6 लाख से ज्यादा कैशियर्स को भी अपनी जॉब से हाथ धोना पड़ सकता है। इन नौकरियों में टास्क का रिपिटीशन, डेटा कलेक्शन और बेसिक डेटा प्रोसेसिंग ज्यादा होती है, इस काम को एआई आसानी से और इंसानों की तुलना में कम समय में करने की क्षमता रखता है।
ये वो फील्ड्स हैं जहां महिलाएं डॉमिनेट करती हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में लगभग 80 प्रतिशत कस्टमर सर्विस रिप्रेजेंटेटिव्स महिलाएं हैं। वहीं, लगभग 60 प्रतिशत ऑफिस सपोर्ट स्टाफ महिलाएं हैं। ये दो ऐसे फील्ड्स हैं जिन पर एआई का सबसे ज्यादा असर पड़ सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, किसी भी फील्ड में वर्क फोर्स में महिलाओं की तुलना में पुरुष ज्यादा हैं। एआई की वजह से जिन नौकरियों पर असर पड़ेगा, उनमें 21 प्रतिशत महिलाएं काम करती हैं। इसी तरह केनन इंस्टीट्यूट ऑफ प्राइवेट एंटरप्राइस की एक रिपोर्ट कहती है कि अमेरिका में जॉब करने वाली हर 10 में से आठ महिला की नौकरी पर एआई का खतरा मंडरा रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, लगभग 5.8 करोड़ महिलाएं जॉब लॉस के रिस्क में हैं। इसकी तुलना में 10 में से छह पुरुष एआई से जॉब लॉस के खतरे में, नौकरी छिनने के रिस्क में आने वाले पुरुषों की संख्या लगभग 4.8 करोड़ है। जिन नौकरियों में ऑटोमेशन और रिपिटीशन की जरूरत पड़ती है, उन्हें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आसानी से रिप्लेस कर देगा। इसमें कस्टमर सर्विस, फूड सर्विस और ऑफिस सपोर्ट स्टाफ जैसी नौकरियां शामिल हैं।
समरहिल के शिव मंदिर में बड़ा हादसा, दो मासूम समेत 9 शव बरामद
14 Aug, 2023 02:25 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हिमाचल प्रदेश में बारिश अपना कहर बरपा रही है। जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। भारी बारिश की वजह से भूस्खलन जैसी स्थिति बन गई है। वहीं सोलन में बादल फटने से सात से अधिक लोगों की मौत बताई जा रही है। समरहिल के शिव मंदिर में बड़ा हादसा हुआ, जिसमें दो दर्जन से अधिक लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है।
वहीं अभी ताक मंदिर के इलाके से 9 लोगों के शव निकाले गए हैं।सीएम सुक्खू ने ट्वीट करके कहा है कि ‘शिमला से दुखद खबर सामने आई है, जहां भारी बारिश के कारण समर हिल में "शिव मंदिर" ढह गया। उन्होंने कहा कि अब तक नौ शव निकाले जा चुके हैं।स्थानीय प्रशासन उन लोगों को बचाने के लिए मलबे को हटाने के लिए तत्परता से काम कर रहा है जो अभी भी फंसे हो सकते हैं।
शिमला के डीसी आदित्य नेगी और एसपी संजीव गांधी घटनास्थल पर मौजूद हैं और राहत व बचाव कार्यों का निरीक्षण कर रहे हैं। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक भूस्खलन की घटना सुबह सवा सात बजे हुई। सूचना मिलते ही राहत कार्य शुरू किया गया व मलबे में दबे लोगों को निकालने का काम शुरू किया गया। सोमवार का दिन होने के कारण लोग शिव बाड़ी मंदिर में माथा टेकने आये थे। और इसी दौरान मंदिर में भूस्खलन हो गया। घटनास्थल पर तबाही का मंजर देखकर हर कोई सिहर उठा।
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से हाल बेहाल, 20 से अधिक लोगों की मौत
14 Aug, 2023 02:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बाढ़ के कारण 20 से अधिक लोगों की मौत होने की जानकारी है। पिछले 3 दिनों से प्राकृतिक आपदा से गिरे मंडी जिला में 13 लोगों की मौत हुई। इसके बाद सोलन जिला में सात लोगों की मौत होने की सूचना है। प्रदेश में तबाही की स्थिति लगातार बनी हुई है।
वहीं, शिमला के समरहिल इलाके के शिव मंदिर में बड़ा हादसा हुआ, जिसमें 25 से 30 लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक, मंदिर पर पहाड़ टूटकर गिर पड़ा, जिसके बाद मलबे में करीब 30 लोग दब गए।हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने भी घटना स्थल का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि मंदिर के अंदर अभी भी 20-25 लोगों के फंसे होने की आशंका है।
उन्होंने आगे कहा, ध्वजारोहण किया जाएगा, स्वतंत्रता दिवस पर राजभवन में 'एट-होम' कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है।मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार अगले 24 घंटों तक मानसून इसी प्रकार सक्रिय रहेगा। राज्य के अधिकांश भागों में भारी वर्षा का क्रम जारी रहने से नदियां, नाले व खड्डे उफान पर रहेंगे। चंडीगढ़-शिमला फोरलेन चक्की मोड पर वाहनों के लिए बाधित है।
आतंकी संगठनों के पास भी नाटो के हथियार
14 Aug, 2023 11:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । संयुक्त राष्ट्र संघ यानी यूएन की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अफगानिस्तान में छोड़े गए नाटो देशों के हथियार अब दुनिया भर के आतंकी संगठनों के पास पहुंच रहे हैं। इससे अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है। हृ ने ये दावा आतंकी संगठन आईएसआईएल पर 17वीं सेक्रेटरी जनरल की रिपोर्ट में किया है।
इसमें कहा गया है कि नाटो के हथियार अफगानिस्तान से मिडिल ईस्ट और फिर अफ्रीका तक पहुंच चुके हैं। पाकिस्तान में एक के बाद एक आतंकी हमले कर रहे टीटीपी के पास भी अब नाटो देशों के हथियार हैं। वहीं, दुनिया में ज्यादा संघर्ष वाले इलाकों में आईएसआईएल अब छोटे, सिंपल और विस्फोटक तैयार करवा रहा है। उनका मकसद अब कम सुसाइड वेस्ट का इस्तेमाल करना है, ताकि उनके लड़ाकों की जान बचाई जा सके।
मणिपुर हिंसा के 9 और मामलों की जांच सीबीआई करेगी
14 Aug, 2023 10:44 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इंफाल । मणिपुर हिंसा से जुड़े 9 और मामलों की जांच सीबीआई करेगी। जांच एजेंसी के पास अब कुल 17 केस हैं। सीबीआई ने अब तक 8 मामले दर्ज किए हैं, जिनमें मणिपुर में महिलाओं के कथित यौन उत्पीडऩ से संबंधित दो मामले भी शामिल हैं।
अधिकारियों का कहना है कि सीबीआई के पास और केस भी आ सकते हैं। इसमें खासकर महिलाओं के साथ हुए उत्पीडऩ, कुकी महिला के वायरल वीडियो के मामले शामिल होंगे। इसके अलावा 9 अगस्त को मैतेई महिला से गैंगरेप का मामला सामने आया था। इसकी जांच भी सीबीआई को दी जा सकती है। दरअसल, राज्य में कुकी और मैतेई समुदाय के बीच 3 मई से जारी हिंसा में 160 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि मणिपुर में 6523 एफआईआर दर्ज की गई हैं। इनमें से 11 केस महिलाओं और बच्चों की हिंसा से जुड़े हैं।
सीबीआई को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा
अधिकारियों ने कहा कि राज्य में समाज जातीय आधार पर बंटा हुआ है, ऐसे में जांच एजेंसी को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। सीबीआई पर पक्षपात का आरोप भी लग सकता है कि वो एक समुदाय से मिली हुई है। ऐसे में बेहद गंभीरता के साथ आगे की जांच की जा रही है।
एसआईटी की 42 टीमें हिंसा के मामलों की जांच करेंगी
सुप्रीम कोर्ट ने 7 अगस्त को कहा था कि मणिपुर में हिंसा से जुड़े मामलों की 42 स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीमें जांच करेंगी। इन एसआईटी के काम की निगरानी डीआईजी रैंक का अफसर करेगा। ये अफसर मणिपुर के बाहर का होगा। डीआईजी रैंक का एक अफसर 6 एसआईटी की निगरानी करेगा। इन एसआईटी की जिले के आधार पर नियुक्ति होगी।
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट... तीन दिन पहाड़ों के लिए खतरनाक
14 Aug, 2023 08:42 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । देश में एक बार फिर मानसून की बारिश का दौर शुरू हो गया है। उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों और पूर्वोतर में लगातार बारिश हो रही है। पहाड़ों पर एक बार बदले हुए मौसम की वजह से मौसम विभाग में अगले कुछ दिनों के लिए बादल फटने की चेतावनियां जारी की है। मौसम विभाग के मुताबिक उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर के ऊपरी हिस्से समेत नॉर्थ ईस्ट के कुछ पहाड़ी इलाकों पर साइक्लोनिक परिस्थितियों की वजह से बादल फटने और ज्यादा से ज्यादा बारिश होने का अनुमान लगाया जा रहा है। गौरतलब है की देवभूमि उत्तराखंड पर प्रकृति का प्रकोप बरस रहा है।
पहाड़ों पर मौसम को लेकर बिगड़े हालातों के चलते केंद्रीय गृह मंत्रालय की आपदा प्रबंधन से जुड़ी एजेंसियां न सिर्फ अलर्ट पर हैं, बल्कि लगातार राज्यों से संपर्क में आ गई हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, बीते कुछ सालों में यह पहला मौका है जब लगातार क्लाउडबस्र्ट की घटनाएं न सिर्फ बढ़ रही हैं बल्कि राज्यों को चेतावनियां जारी की जा रही हैं। मौसम विभाग एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक हिमाचल प्रदेश के कुल्लू, मंडी, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा और शिमला जिले के ऊपरी हिस्से में लगातार बारिश और बादल फटने का अनुमान लगाया जा रहा है। विभाग की एडवाइजरी बताती है कि इन इलाकों में तेज से तेज बारिश होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का कहर जारी है। पिछले 35 घंटे से अधिक समय से भारी बारिश हो रही है। इससे 500 से ज्यादा सडक़ें वाहनों की आवाजाही के लिए अवरुद्ध हो गई हैं। चंडीगढ़-मनाली, कालका-शिमला और शिमला-बिलासपुर नेशनल हाईवे जगह-जगह बंद पड़ा है। मौसम विभाग ने प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में भारी बारिश होने का ऑरेंज अलर्ट जारी कर रखा है। इसे देखते हुए 8 जिलों शिमला, कांगड़ा, चंबा, हमीरपुर, बिलासपुर, मंडी, कुल्लू और सोलन में फ्लैश फ्लैड की चेतावनी दी गई है।
मौसम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी बताते हैं कि बीते कुछ सालों में यह पहला मौका है, जब हिमाचल प्रदेश के इन इलाकों में बीते कुछ महीनो के दौरान लगातार गंभीर परिस्थितियों की एडवाइजरी जारी की गई है। मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा कहते हैं कि पहाड़ों में जिस तरीके के हालात बने हैं, उसको लेकर पहले से ही आगाह किया जा चुका है। खासतौर से हिमालयन रीजन में मौसम की ऐसी मार अगले तीन दिनों तक बनी रहने की संभावना है। उनका कहना है कि अगले तीन दिनों में कुछ जगहों पर बादल फटने जैसी बड़ी घटनाओं की संभावना बनी हुई है। महापात्रा कहते हैं कि इसको लेकर सभी पहाड़ी राज्यों को अलर्ट जारी कर दिया गया है। फिलहाल यह चेतावनी अगले तीन दिनों के लिए जारी हुई है। उसके बाद मानसून की सक्रियता को देखते हुए मौसम विभाग अगला अनुमान जारी करेगा। मौसम विभाग के महानिदेशक का कहना है कि जिस तरीके से मानसून के हिट करते ही अचानक सक्रियता से पहाड़ों पर तबाही मच रही है वह पहले से अनुमानित था। अनुमान यही लगाया जा रहा है कि अगस्त में भी इस तरीके की घटनाएं हो सकती हैं। फिलहाल मौसम विभाग और संबंधित राज्य लगातार संपर्क में बने हुए हैं।
उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों के अलावा नार्थ ईस्ट के इलाकों में भी लगातार हो रही बारिश को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय की भी नजर बनी हुई है। असम में आई बाढ़ को लेकर मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गृह मंत्री अमित शाह से बातचीत कर राज्य के हालातों के बारे में चर्चा की। केंद्रीय गृह मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक गृहमंत्री ने राज्य के हालातों पर नजर रखने और जरूरत के मुताबिक सभी उपायों को करने के निर्देश दिए हैं। इसी तरह केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पहाड़ी राज्यों में लगातार हो रही बारिश और उससे बचाव को लेकर निगरानी करने और तुरंत मदद पहुंचाने के लिए राज्य से संपर्क करने के लिए टीम का गठन किया है। असम की तर्ज पर ही उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में भी केंद्रीय गृह मंत्रालय की टीम लगातार अपडेट ले रही है। केंद्रीय गृह मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि जिन राज्यों में एनडीआरएफ या अन्य एजेंसियों की मदद की जरूरत पड़ रही है वहां पर इनको तैनात किया जा रहा है। मौसम वैज्ञानिकों और पर्यावरणविदों का मानना है कि जिस तरीके से बीते कुछ दिनों से पहाड़ों पर बादल फटने की घटनाएं हुई हैं, वह कोई सामान्य घटना नहीं है। पर्यावरणविद् और मौसम पर करीब से नजर रखने वाली इंटरनेट सेंटर फॉर एनवायरनमेंट एंड क्लाइमेट चेंज की चेतना वैष्णवी कहती हैं कि लगातार पहाड़ों पर बादल फटने की घटना बिल्कुल सामान्य घटना नहीं मानी जा सकती है। वह कहती हैं बीते कुछ सालों में होने वाली बारिश को अगर आप देखेंगे, तो पाएंगे कि पूरे मानसून की बारिश चंद दिनों में ही हो रही है।
हिमाचल प्रदेश में पिछले 24 घंटे से बारिश जारी है। जिसके चलते व्यास नदी उफान पर है। कई जगह लैंडस्लाइड हुआ और 500 से अधिक सडक़ें बंद हो गईं। मौसम विभाग ने आज के लिए बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। उत्तराखंड में भी तेज बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों के लिए देहरादून समेत 6 जिलों में भारी बारिश की आशंका जताई है। रुद्रप्रयाग जिले के गौरीकुंड में सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है। शनिवार को 2 और शव बरामद हुए। अब तक कुल 7 शव बरामद किए गए हैं। 4 अगस्त को यहां हुए लैंडस्लाइड में 25 लोग दब गए थे। पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। वहीं, यूपी और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
चीन की चालबाजी को नाकाम करने लद्दाख में तैयार हो रहा तीसरा फाइटर एयरबेस
13 Aug, 2023 08:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । लद्दाख में तीसरा एयरबेस तैयार हो रहा है, जो चीन की हर चाल को नाकाम करने में पर्याप्त होगा। बता दें कि तीन साल पहले पूर्वी लद्दाख में भारतीय वायुसेना ने अपने ऑपरेशन से चीन को बैकफुट पर डाल दिया था। इसकी वजह कम समय में तेजी से भारतीय सेना को पूरे साजो सामानों हथियारों के साथ एलएसी तक पहुंचना है। अब जल्द ही भारतीय वायुसेना की ताकत में जबरदस्त इजाफा होने जा रहा है। भारतीय वायुसेना को अब लद्दाख से फाइटर जेट ऑपरेशन के लिए तीसरा एयरबेस मिलने जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 13,700 फीट की उंचाई पर भारतीय वायुसेना के न्योमा एडवांस लैंडिंग ग्राउंड को अपग्रेड कर के नया फाइटर बेस तैयार किया जा रहा है। रक्षा सूत्रों के मुताबिक पिछले हफ्ते ही इसका काम शुरु किया जा चुका है। जानकारी के अनुसार जल्द ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी न्योमा का दौरा करने जा सकते है। जहां पर वो नए एयरबेस के नवीनीकरण के काम के साथ साथ सुरक्षा हालातों और तैयारियों की समीक्षा भी करेंगे। लगभग 2.7 किलोमीटर लंबा रनवे पूरी तरह के कंक्रीट का होगा और रनवे के साथ बाकी काम भी अगले 20 से 22 महीने के अंदर पूरा कर लिया जाएगा।
अगर लद्दाख में एयरबेस की बात करें तो यहां से पूरी तरह से फाइटर ऑपरेशन को चलाया जा सकता है। इसमें सिर्फ लेह और थौएस ही एसे एयरबेस हैं। इसके अलावा स्पेशल ऑपरेशन ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट और हेलीकॉप्टर ऑपरेशन के लिए 3 एडवांस लैंडिंग ग्राउंड है जिसमें न्योमा, दौलत बेग ओल्डी, फुक्चे शामिल है। न्योमा एएलजी ने पिछले तीन साल के दौरान भारतीय वायुसेना की ताकत को एलएसी के पास बढ़ाने में बहुत कारगर साबित हुआ। लेह तक बडे हैवि लिफ्ट ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट के जरिए सैनिकों को लाने फिर हाई एल्टीट्यूड में तैनाती के लिए सी-130 जे, चिनूक हेलिकॉप्टर के जरिए इसी एएलजी का इस्तेमाल किया गया था।
न्योमा एएलजी पहली बार साल 1962 में अस्तित्व में आया था। लेकिन उसके बाद कभी इस्तेमाल ही नहीं किया गया। भारत सरकार में चीन की भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए चीन सीमा के साथ लगने वाले सभी एडवांस लैंडिंग ग्राउंड को अपग्रेड करने के प्लान को एक्टिव किया। साल 2009 में एएन-32 ने लैंडिंग की थी। वहीं पिछले तीन साल के दौरान इस एएलजी में सैकड़ों बार हेलिकॉप्टर और एयर ऑपरेशन को अंजाम दिया गया है। इसमें भारी भरकम टैंक से लेकर हथियारों को वॉर फ्रंट तक पहुंचाए गया।
गूगल ने श्रीदेवी की 60वीं जन्मतिथि पर बनवाया खूबसूरत डूडल
13 Aug, 2023 07:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । हिंदी सिनेमा की सुपरस्टार श्रीदेवी की जन्मतिथि पर गूगल ने उन्हें श्रद्घांजलि देते हुए एक खास डूडल बनवाया है। बता दें कि अभिनय में महारथ हासिल करने वाली श्रीदेवी का आज 60वां जन्मदिन है। एक ओरे जहां एक्ट्रेस के बर्थडे पर उनके चाहने वाले उन्हें याद कर रहे हैं। वहीं गूगल ने भी श्रीदेवी की बर्थ एनिवर्सरी पर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। श्रीदेवी ने अपने अभिनय का परचम सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि दुनियाभर में लहराया। आज भले ही वह इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन फैंस के दिलों में वह हमेशा जिंदा रहेंगी। बॉलीवुड की चांदनी की बर्थ एनिवर्सरी के मौके पर गूगल ने डूडल के जरिए उन्हें श्रद्धांजलि दी है। गूगल ने अपने होमपेज पर मुंबई बेस्ड गेस्ट आर्टिस्ट भूमिका मुखर्जी के द्वारा श्रीदेवी का एक खूबसूरत चित्रण बनाकर उन्हें याद किया है। श्रीदेवी ने हिंदी के अलावा तमिल, तेलुगु, मलयालम और कन्नड़ फिल्मों में काम कर चुकी हैं। बेस्ट एक्ट्रेस के रूप में कई अवॉर्ड्स अपने नाम कर चुकीं श्रीदेवी को साल 2013 में पद्मश्री पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। 13 अगस्त 1963 को तमिलनाडु में जन्मीं श्रीदेवी का असली नाम अम्मा यंगर अय्यपन था, लेकिन उन्हें श्रीदेवी नाम से ही पहचाना जाता है।
चार साल की उम्र में इंडस्ट्री में कदम रखने वाली श्रीदेवी ने अपने करियर में कई ब्लॉकबस्टर फिल्में दी हैं। उन्होंने चांदनी, लम्हे, मिस्टर इंडिया, चालबाज़, नगीना, सदमा और इंग्लिश विंग्लिश जैली फिल्मों में काम कर सदाबहार अभिनेत्रियों की लिस्ट में खुद को शुमार किया। श्रीदेवी को आखिरी बार मॉम में बतौर लीड एक्ट्रेस देखा गया था। इस फिल्म के लिए एक्ट्रेस ने नेशनल अवॉर्ड भी अपने नाम किया था। वह शाह रुख खान की फिल्म जीरो में भी नजर आ चुकी हैं। साल 1996 में फिल्म प्रोड्यूसर बोनी कपूर से शादी की थी। श्रीदेवी, बोनी की दूसरी पत्नी थीं। श्रीदेवी और बोनी की दो बेटियां हैं- जाह्नवी कपूर और खुशी कपूर। जाह्नवी ने इंडस्ट्री में अपने पैर जमा लिये हैं, जबकि खुशी द आर्चीज मूवी से बॉलीवुड में डेब्यू करने जा रही हैं। श्रीदेवी ने 24 फरवरी 2018 को दुबई में अंतिम सांस ली थी।
हर घर तिरंगा लहराने की थीम, पीएम मोदी ने लोगों से की डीपी बदलने की अपील
13 Aug, 2023 06:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । हर घर तिरंगा लहराने की थीम पर चलते हुए पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट की डीपी बदल ली है। उन्होंने सभी देश वासियों से भी अपनी डीपी बदलने की अपील की है। गौरतलब है कि इस समय पूरे देश में 15 अगस्त की तैयारी धूमधाम से चल रही है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर घर तिरंगा की अपील देशवासियों से की है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि हर घर तिरंगा आंदोलन की भावना में आइए हम अपने सोशल मीडिया अकाउंट की डीपी बदलें और इस अनूठे प्रयास को समर्थन दें जो हमारे प्यारे देश और हमारे बीच के बंधन को गहरा करेगा।
संस्कृति मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि हर घर तिरंगा अभियान के तहत डाकघरों में बिक्री के लिए लगभग 2.5 करोड़ राष्ट्रीय ध्वज भेजे गए हैं। जनभागीदारी बढ़ने के साथ यह अभियान ‘जन आंदोलन’ बन गया है। केंद्रीय संस्कृति सचिव गोविंद मोहन ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस अभियान को लेकर अभी देश में काफी उत्साह है, जिसे पिछले साल पहली बार शुरू होने पर जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली थी।
उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य 2023 में हर घर तिरंगा अभियान को उसी बड़े पैमाने और प्रतिबद्धता के साथ मनाना है जैसा हमने पिछले साल किया था। पिछले साल की गई सभी तैयारियां इस साल भी कर ली गई हैं। उन्होंने कहा, ‘कपड़ा मंत्रालय के माध्यम से, हमने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को झंडों की आपूर्ति सुनिश्चित की है। इस साल डाकघरों को लगभग 2.5 करोड़ ध्वज की आपूर्ति की गई है, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा एक करोड़ था। इस पहल के तहत डाक विभाग जनता को उच्च गुणवत्ता वाले राष्ट्रीय ध्वज बेचने और वितरित करने के लिए जिम्मेदार नामित इकाई के रूप में कार्य कर रहा है।
अधिकारी पर लगाया गर्ल्स होस्टल में घुसकर यौन उत्पीड़न का आरोप
13 Aug, 2023 05:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हैदराबाद । एक अधिकारी पर आधी रात गर्ल्स होस्टल में घुसकर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। मिली जानकारी के अनुसार तेलंगाना के हकीमपेट स्पोर्ट्स स्कूल के गर्ल्स हॉस्टल में कथित यौन उत्पीड़न की घटना सामने आई है जिसके बाद पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा हुआ है। आरोप है कि एक अधिकारी आधी रात को लड़कियों के कमरे में घुस जाता है और लड़कियों का यौन उत्पीड़न करने के साथ-साथ वह उनके साथ गलत व्यवहार करता है। खबर के मुताबिक, पशु चिकित्सक हरिकृष्णा को प्रतिनियुक्ति पर स्पोर्ट्स स्कूल का ओएसडी नियुक्त किया गया है। उक्त ओएसडी कथित तौर पर हॉस्टल में लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न कर रहा है। घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए बीआरएस एमएलसी कल्वाकुंतला कविता ने ट्वीट करते हुए कहा वह इस घटना से बहुत आहत हैं। उन्होंने कहा कि सीएम केसीआर के नेतृत्व में काम कर रही तेलंगाना सरकार में ऐसी चीजों के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए।
इस मामले में उन्होंने खेल मंत्री श्रीनिवास गौड़ से लड़कियों के यौन उत्पीड़न के आरोपी अधिकारी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने, पूर्ण पैमाने पर जांच करने और पीड़ितों को न्याय देने के बात कही है। हालांकि सरकार ने आरोपों को गंभीरता से लेते हुए अधिकारी को निलंबित कर दिया और जांच के आदेश दिये। एसीपी पेटबशीरबाग के मुताबिक, घटना के संबंध में कोई शिकायत नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि हम इसका सत्यापन कर रहे हैं और उसके अनुसार कार्रवाई शुरू की जाएगी।
भारत में जंगली एशियाई हाथियों की सबसे बड़ी आबादी है: मंत्री भूपेन्द्र यादव
13 Aug, 2023 01:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने भारत के आर्थिक विकास में जैव विविधता संरक्षण को मुख्यधारा में लाने पर जोर दिया, जिससे पारिस्थितिक की बेहतरी एवं स्थिरता सुनिश्चित की जा सके। विश्व हाथी दिवस के अवसर पर भुवनेश्वर में आज एक जनसभा को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि भारत में जंगली एशियाई हाथियों की सबसे बड़ी आबादी है और यह प्रजातियों के दीर्घकालिक संरक्षण के लिए मुख्य स्थान है। उन्होंने बल देकर कहा कि हाथी संरक्षण को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने के लिए स्थानीय समुदायों के साथ सक्रिय भागीदारी बहुत महत्वपूर्ण है। श्री यादव ने कहा कि पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय जनकल्याण और हाथी संरक्षण के बीच सामंजस्य स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है। मंत्री ने पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, रेल मंत्रालय, राज्य वन विभागों और भारतीय वन्यजीव संस्थान जैसे राष्ट्रीय संस्थानों द्वारा रेलगाड़ी से हाथियों को टक्कर लगने जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे का समाधान करने के लिए किए गए ठोस प्रयासों पर प्रकाश डाला। इन प्रयासों में से एक, देश में रेलवे नेटवर्क के लगभग 110 महत्वपूर्ण खंडों की पहचान करना है जो हाथियों के आवासों से होकर गुजरते हैं। यादव ने कहा कि इन महत्वपूर्ण खंडों में रेलगाड़ी से हाथियों के टक्कर को कम करने के लिए बहुआयामी रणनीतिक योजनाएं बनाई गई है। उन्होंने कहा कि इन स्थानों पर अंडरपास बनाने, लोको पायलटों को टकराव से बचाने के लिए और बेहतर दृश्यता प्रदान करने हेतु पटरियों के किनारे लगे पेड-पौधों को साफ करना, रैंप की व्यवस्था तथा अन्य उपाय भी किए जाएंगे। मंत्री महोदय ने उल्लेख किया कि रेल मंत्रालय द्वारा ओडिशा सहित देश के अन्य राज्यों में पटरियों के साथ प्रौद्योगिकी आधारित उपायों का पता लगाने वाली प्रणाली को अपनाने पर विचार किया जा रहा है। यादव ने हाथियों की अवैध तस्करी को रोकने के लिए देश में सभी कैद हाथियों के जीनोटाइप का पता लगाने के लिए मंत्रालय द्वारा शुरू की गई नई पहल पर प्रकाश डाला।
पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट की बदली DP
13 Aug, 2023 12:33 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत इस साल 77 वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है। 15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले की प्राचीर से दसवीं बार तिरंगा फहराकर राष्ट्र को संबोधित करेंगे। देश की आजादी के 76 वर्ष पूरे होने के मौके पर पीएम मोदी ने देशवासियों से 13 से लेकर 15 अगस्त तक 'हर घर तिरंगा आंदोलन' में हिस्सा लेने का अनुरोध किया है।पीएम मोदी ने रविवार को ट्वीट करते हुए कहा कि हर घर तिरंगा आंदोलन का हिस्सा बनते हुए हम सब देशवासी अपने सोशल मीडिया अकाउंट की डीपी (डिस्प्ले पिक्चर) बदलें।
इस कदम से देश की एकता और अखंडता को और मजबूती मिलेगी।दरअसल, पीएम मोदी ने अनुरोध किया है कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देशवासी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर तिरंगा झंडा की तस्वीर लगाएं। प्रधानमंत्री ने भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट की डिस्प्ले पिक्चर में तिरंगा झंडा की तस्वीर लगाई है।
पीएम मोदी ने देशवासियों से हर घर तिरंगा आंदोलन में हिस्सा लेने का अनुरोध करते हुए कहा कि भारतीय ध्वज स्वतंत्रता और राष्ट्रीय एकता की भावना का प्रतीक है। उन्होंने आगे और लोगों से 'हर घर तिरंगा' वेबसाइट पर तिरंगे के साथ अपनी तस्वीरें अपलोड करने का आग्रह किया।उन्होंने कहा कि तिरंगा, स्वतंत्रता और राष्ट्रीय एकता की भावना का प्रतीक है। हर भारतीय का तिरंगे से भावनात्मक जुड़ाव है और यह हमें राष्ट्रीय प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित करता है।
BSF के पास जल, थल और आकाश तीनों की सुरक्षा करने का सामर्थ्य और हौसला है: गृह मंत्री अमित शाह
13 Aug, 2023 12:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज गुजरात के कच्छ में BSF के मूरिंग प्लेस का भूमि पूजन और विभिन्न परियोजनाओं का ई-लोकार्पण किया। इस अवसर पर केन्द्रीय गृह सचिव और महानिदेशक, बीएसएफ सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। केन्द्रीय गृह मंत्री ने हरामी नाला का भ्रमण कर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की, बॉर्डर आउटपोस्ट 1170 का दौरा किया और BSF कर्मियों के साथ संवाद भी किया।
अमित शाह ने कहा कि आज यहां तीन इन्फ्रास्ट्रक्चर के कामों का भूमिपूजन और उद्घाटन हुआ है। उन्होंने कहा कि आज यहां मूरिंग प्लेस, कोटेश्वर का भूमिपूजन और शिलान्यास हुआ है, जिसके तहत लगभग 250 करोड़ रूपए की लागत से प्रशासनिक कॉम्प्लेक्स, ऑफिसर्स मेस, कैंटीन, परेड ग्राउंड, ट्रेनिंग सेंटर, जल यानों की मरम्मत और आपूर्ति के लिए वर्कशॉप सहित एक अत्याधुनिक यूनिट बनाई गई है। उन्होंने कहा कि इस सुविधा के बनने के बाद पश्चिमी क्षेत्र के हरामी नाला से लेकर पूरे गुजरात की जल सीमा पर बीएसएफ की वॉटरविंग के सभी जलयानों के सुचारू रखरखाव की व्यवस्था हो जाएगी। इसके साथ ही, 101 करोड़ रूपए की लागत से 28 किलोमीटर लंबी चिडियामोड – बीआर बेट लिंक रोड़ का उद्घाटन किया गया, जो बॉर्डर पर तैनात BSF को ऑपरेशन एवं लॉजिस्टिक सपोर्ट में बहुत मददगार साबित होगी। उन्होंने कहा कि एक आउटपोस्ट टावर 1164 का भी आज ई-उद्घाटन हुआ है और लगभग साढ़े 9 मीटर ऊंचे इस टावर में अत्याधुनिक कैमरे लगे हैं जो सीमापार होने वाली छोटी से छोटी मूवमेंट को भी कैप्चर कर हमारे सीमा प्रहरियों को सतर्क कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि ओपी टावर के बनने से विषम परिस्थितियों में भी दुश्मन की गतिविधियों पर नज़र बनाए रखने में बीएसएफ को बहुत सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि इन तीनों कामों का अपना महत्व है लेकिन इनमें से सबसे कम 3 करोड़ रूपए की लागत आउटपोस्ट टावर पर आई है। उन्होंने कहा कि ऐसे 7 आउटपोस्ट टावर बनाना हमारी इस सीमा की सुरक्षा के लिए सबसे महत्वपूर्ण है, और, इसीलिए आज ये तीनों काम हमारी जल सीमा की सुरक्षा कर रहे बीएसएफ के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने वन बॉर्डर, वन फोर्स का निर्णय लिया था। उन्होंने कहा कि इस निर्णय के कारण हमारी बॉर्डर गार्डिंग फोर्सेज़ को भौगोलिक परिस्थितियों, सीमावर्ती देश के साथ हमारे राजनीतिक संबंधों और खतरों का मूल्यांकन करना बहुत आसान हो गया। उन्होंने कहा कि उस वक्त बीएसएफ को पाकिस्तान और बांग्लादेश से लगी हुई सीमा की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी दी गई। इस निर्णय को लेने के पीछे बहुत गहरी सोच रही होगी क्योंकि बीएसएफ की सजगता पाकिस्तान औऱ बांग्लादेश से लगती हुई सीमाओं के अनुरूप और इनकी सुरक्षा करने में सक्षम है। श्री शाह ने कहा कि सभी सीएपीएफ में अकेली बीएसएफ ऐसा बल है जिसके पास भूमि और जल सीमाओं की सुरक्षा करने की विशेषज्ञता है और इसका अपना एयर विंग भी है। उन्होंने कहा कि भारतीय थल सेना की तरह जल, थल और आकाश की सुरक्षा करने का सामर्थ्य, कुव्वत और हौंसला बीएसएफ में है।