देश (ऑर्काइव)
जी-20 समिट की सुरक्षा करेगा नेत्र एयरक्राफ्ट
4 Sep, 2023 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । दिल्ली में 9 और 10 सितंबर को होने वाले जी-20 समिट में 19 देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इसमें अमेरिका और फ्रांस के राष्ट्रपति समेत ब्रिटेन और जापान के प्रधानमंत्री भी आएंगे। भारत विदेशी मेहमानों की सुरक्षा के लिए पुख्ता व्यवस्था कर रहा है।
भारतीय वायुसेना हवाई क्षेत्र की सुरक्षा के लिए स्वदेशी सर्विलांस और मॉनिटरिंग एयरक्राफ्ट नेत्र तैनात करने की तैयारी कर रहा है। वायुसेना का यह एयरक्राफ्ट फरवरी 2019 में बालाकोट स्ट्राइक के समय भी चर्चा में था। तब पाकिस्तानी एफ-16 लड़ाकू विमानों की निगरानी के लिए इसे तैनात किया गया था।
दिल्ली की हवाई सुरक्षा के लिए मिसाइलें भी तैनात की जाएंगी। सेना के हेलिकॉप्टर एयर पेट्रोलिंग करेंगे। इनमें एनएसजी कमांडो रहेंगे। समारोह स्थल के आसपास बड़ी और ऊंची इमारतों पर सेना और एनएसजी स्नाइपर तैनात होंगे। पहली बार एंटी ड्रोन सिस्टम लगाया गया है, यानी समिट के दौरान पतंग भी नहीं उड़ेगी। समिट की सुरक्षा के लिए दिल्ली में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस आधारित कैमरे भी तैनात किए गए हैं। कोई भी संदिग्ध गतिविधि दिखने पर ये कैमरे तुरंत सुरक्षा अधिकारी को अलर्ट मैसेज भेज देंगे। जहां विदेशी मेहमान ठहरेंगे, वहां एंटी ड्रोन सिस्टम और बुलेट प्रूफ शीशे लगवाए गए हैं। वहीं, आईटी एक्सपर्ट की टीम समिट के दौरान सोशल मीडिया पोस्ट, ट्रेंड्स पर नजर रखेगी।
वल्र्ड लीडर्स की थाली में होगा इंडियन स्ट्रीट फूड और मिलेट्स
जी20 सम्मेलन के लिए आ रहे वल्र्ड लीडर्स को चांदनी चौक के स्पेशल फूड और मिलेट्स के अलावा स्ट्रीट फूड परोसा जाएगा। जी20 इंडिया के विशेष सचिव मुक्तेश परदेशी के मुताबिक शिखर सम्मेलन के लिए 10 हजार से ज्यादा लोगों के दिल्ली आने की उम्मीद है। इसके लिए शेफ मेनू को फाइनल टच देने के लिए ओवर टाइम काम कर रहे हैं।
विदेशी मेहमानों के लिए लेफ्ट हैंड ड्राइव कारें मंगाई गईं
जी-20 समिट के लिए केंद्र सरकार ने लेफ्ट हैंड ड्राइव कारें मंगाई हैं। ये गाडिय़ां बुलेट-प्रूफ होंगी और इनका इस्तेमाल विदेशी मेहमानों को लाने-ले जाने के लिए किया जाएगा। सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स के 450 जवानों को इन कारों को चलाने की ट्रेनिंग दी गई है।
इंडोनेशिया जाएंगे पीएम मोदी
4 Sep, 2023 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
20वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में लेंगे हिस्सा
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 20वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए अगले सप्ताह इंडोनेशिया के दौरे पर रहेंगे। ये सम्मेलन 6 और 7 सितंबर को जकार्ता में आयोजित होगा। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो के निमंत्रण पर पीएम मोदी 20वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में शामिल में भाग लेंगे।
विदेश मंत्रालय ने शनिवार को जानकारी देते हुए बताया कि 6-7 सितंबर को 20वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन और 18वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। इस सम्मेलन में शामिल होने के लिए पीएम मोदी दो दिवसीय यात्रा पर इंडोनेशिया जाएंगे। दरअसल, भारत की अध्यक्षता में 9-10 सितंबर को नई दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इससे पहले ही पीएम मोदी इंडोनेशिया के जकार्ता रवाना होंगे। विदेश मंत्रालय ने बताया कि कि ये शिखर सम्मेलन भारत-आसियान संबंधों की प्रगति की समीक्षा करेगा और उनके बीच सहयोग की भविष्य की दिशा तय भी तय करेगा।
श्रीहरिकोटा से ही क्यों इसरो करता हैं हर रॉकेट को लांच
3 Sep, 2023 08:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । सूर्य की खोज के लिए भारत के पहले पीएसएलवी-सी57/आदित्य-एल1 मिशन को शनिवार को श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से सफलता पूर्वक प्रक्षेपित किया गया। इससे पहले श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से भारत के तीसरे चंद्रयान मिशन को लांच किया गया था। 1971 से अब तक ज्याखदातर रॉकेट्स यहीं से लांच हुए हैं, इसके बाद सवाल यह उठता है कि इसरो श्रीहरिकोटा पर इतना भरोसा क्यों करता है। इसका जबाव हम आपकों दे रहे हैं। सबसे पहले श्रीहरिकोटा की लोकेशन। दरअसल इक्वेटर से इसकी करीबी इस जियोस्टेशनरी सैटलाइट के लिए उत्तम लांच साइट बनाती है। दक्षिण भारत में बाकी जगह की तुलना में श्रीहरिकोटा इक्वेटर यानी भूमध्यक रेखा के ज्यादा पास है। पूर्वी तट पर स्थित होने से इस अतिरिक्त 0.4 किलोमीटर /प्रतिसेंकड की वेलोसिटी मिलती है। ज्यादातर सैटलाइट को पूर्व की तरफ ही लांच किया जाता है।
इस जगह में आबादी नहीं है। यहां इसरो के लोग रहते हैं या फिर स्थाहनीय मछुआरे। इसलिए ये जगह पूर्व दिशा की ओर की जाने वाली लॉन्चिंग के लिए बेहतरीन मानी जाती है। इसके अलावा यहां तक पहुंचने वाले उपकरण बेहद भारी होते हैं, इन्हें दुनिया के कोने-कोने से यहां लाया जाता है। जमीन, हवा और पानी हर तरह से यहां पहुंचना बेहतर है और मिशन की लागत भी कम हो जाती है। श्रीहरिकोटा की स्थापना 1971 में हुई थी। इसमें दो लॉन्च पैड हैं जहां से पीएसएलवी और जीएसएलवी के रॉकेट लॉन्चिंग ऑपरेशन किए जाते हैं। आंध्रप्रदेश के तट पर बसे इस द्वीप को भारत का प्राइमरी स्पेस पोर्ट भी कहा जाता है यह नेशनल हाइवे 5 पर स्थित है। नजदीक के रेलवे स्टेशन से 20 किलोमीटर और चेन्नई के इंटरनेशनल पोर्ट से 70 किलोमीटर दूर है।
यहां से रॉकेट लांच करने का एक कारण ये भी है कि ये आंध्र प्रदेश से जुड़ा एक द्वीप है, जिसके दोनों ओर समुद्र है। इसके बाद लॉन्चिंग के बाद किसी रॉकेट के अवशेष सीधे समुद्र में गिरते हैं। इसके अलावा अगर मिशन को किसी तरह का खतरा होता है, तब उस समुद्र की ओर मोड़कर जनहानि से बचा जा सकता है। रॉकेट लॉन्चिंग स्टेशन ऐसी जगह पर होनी चाहिए जो रॉकेट के इंटेंस वाइब्रेशन को झेल सके। श्रीहरिकोटा इस क्राइटेरिया को बखूबी निभाता है। मौसम की दृष्टी से भी श्रीहरिकोटा सही है, क्योंकि ये जगह साल के दस महीने सूखी रहती है। यही कारण है कि इसरो रॉकेट लॉन्चिंग के लिए इस जगह का चुनाव करता है।
महिला वैज्ञानिक निगार शाजी के हाथ में इसरो के सूर्य मिशन की कमान
3 Sep, 2023 07:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । इसरो के सूर्य मिशन की कमान एक महिला वैज्ञानिक निगार शाजी के हाथों में है। इसकी दुनियाभर में चर्चा हो रही है। बता दें कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चंद्रयान मिशन की सफलता के बाद अब सूर्य की ओर भी अपने मिशन को रवाना कर दिया है। दुनिया के सामने बहुत कम समय के अंतराल में भी भारत ने अपने अंतरिक्ष विज्ञान की दो बड़ी मिसालें पेश कर दीं। सूर्य मिशन का नेतृत्व करने वाली 59 साल की भारत की महिला वैज्ञानिक निगार शाजी ने कहा, यह एक सपने के साकार होने की तरह है। हमें पूरा विश्वास है कि पीएसएलवी हमारे आदित्य-एल-1 को सही जगह पर स्थापित करने में कामयाब होगा। इसके बाद ना केवल भारत बल्कि दुनिया को यह मिशन बहुत कुछ देने वाला है। बता दें कि निगार शाजी तमिलनाडु के तेनकासी जिले की रहने वाली हैं और एक किसान परिवार से आती हैं। उन्होंने तिरुनेवेली गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज से इलेक्ट्रॉनिक्स ऐंड कम्युनिकेशन में इंजीनयरिंग की और इसके बाद बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी रांची से मास्टर्स पूरा किया। इसके बाद ही 1987 में वह सतीश धवन स्पेस सेंटर से जुड़ गईं। बाद में वह यूआर राव सैटलाइट टीम मे शामिल हो गईं।
जानकारी के अनुसार शाजी एक कम्युनिकेशन और अंतरग्रहीय उपग्रह कार्यक्रमों के लिए एक्सपर्ट के तौर पर काम करती हैं। सूर्य मिशन की वह प्रोजेक्ट डायरेक्टर हैं। इसके अलावा वह भारत के रिमोट सेंसिंग सैटलाइट रिसोर्ससैट- 2ए की भी असोसिएटट प्रोजेक्ट डायरेक्टर रह चुकी हैं। शाजी के साथ एक और महिला वैज्ञानिक का इस मिशन में बड़ा योगदान है। उनका नाम है अन्नापूर्णी सुब्रमण्यम। वह इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ ऐस्ट्रोफिजिक्स की डायरेक्टर हैं। इसी इंस्टिट्यूट ने आदित्य एल-1 मिशन का प्रमुख पेलोड डिजाइन किया है जिससे की सूर्य का अध्ययन किया जाएगा।
सुब्रमण्यम केरल के पलक्कड़ जिले के एक गांव की रहने वाली हैं। उनका परिवार संगीत से संबंध रखता है। हालांकि उन्होंने आईआईए से फिजिक्स में पीएचडी की। आदित्यन एल-1 मिशन में लगे वीईएलसी का डिजाइन उनके ही नेतृत्व में तैयार किया गया है। बता दें कि इसरो ने अपने महत्वाकांक्षी सौर मिशन आदित्य एल-1 को लॉन्च कर दिया है। इसके साथ सात पेलोड हैं। यह पृथ्वी से 15 लाख किलोमीटर की दूरी पर लैगेंर्जियन बिंदु एल-1 पर रहकर सूर्य का अध्ययन करेगा। यह एक ऐसा बिंदु है जहां कोई भी वस्तु रुक जाएगी।
आदित्य एल-1 की टीम ने कई दिनों तक नहीं लगाया था परफ्यूम
3 Sep, 2023 06:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बेंगलुरू। वैज्ञानिकों की उस टीम ने कई दिनों तक परफ्यूम या स्प्रे का उपयोग नहीं किया था जो आदित्य एल-1 को सफल करने में जुटी हुई थी। बता दें कि भारत का पहला सूर्य मिशन आदित्य एल-1 अपनी यात्रा पर निकल चुका है। इस बीच इसके लिए काम कर रहे वैज्ञानिकों को लेकर एक हैरान कर देने वाला तथ्य सामने आया है। आदित्य एल-1 के मुख्य पेलोड पर काम करने वाले वैज्ञानिकों और इंजीनियरों के लिए परफ्यूम या स्प्रे की सख्त मनाही थी। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्सकी टीम, जिसने सूर्य के रहस्यों को उजागर करने वाले प्रयासों को समझने के लिए आदित्य के मुख्य पेलोड विजिबल एमिशन लाइन कोरोनाग्राफ का निर्माण किया था, उन्हें सभी प्रकार के परफ्यूम और स्प्रे से दूर रहने को कहा गया था। मीडिया में आई एक रिपोर्ट के अनुसार विजिबल एमिशन लाइन कोरोनाग्राफ को बेंगलुरु के पास होसकोटे में स्थित अत्याधुनिक वाइब्रेशन एंड थर्मोटेक फैसिलिटी में विकसित किया गया था। इसी फैसिलिटी में कंपोनेंट-लेवल वाइब्रेशन डिटेक्टरों और ऑप्टिकल एलिमेंट्स को इंटीग्रेट करने के लिए एक महत्वपूर्ण ऑपरेशन को अंजाम दिया गया था।
इस इंटीग्रेशन के बाद, क्लीन रूम में से एक हैरान कर देने वाला तथ्य सामने आया, जहां टीम ने भविष्य के खोजकर्ताओं से मिलते-जुलते फुल-सूट रिहर्सल में, इलेक्ट्रोस्टैटिक डिस्चार्ज और प्रदूरषण फैलाने वाली चीजों को क्लीन रूम से दूर रखने का अभ्यास किया। क्लीन रूम में परफ्यूम लगाकर आना भी प्रतिबंधित था और टीम के हर एक सदस्य को अल्ट्रासोनिक क्लीनिंग प्रोसेस से गुजरना पड़ता था।वैज्ञानिकों ने जो सूट पहना, वे सेंसर और ऑप्टिक्स की रक्षा करने वाली ढाल थे, जबकि क्लीनरूम एक ‘अभयारण्य’ की तरह था। वीईएलसी तकनीकी टीम के प्रमुख नागाबुशाना एस ने बताया, ‘इसे (क्लीनरूम) अस्पताल के आईसीयू से 1 लाख गुना ज्यादा साफ रखना पड़ता था। वीईएलसी तकनीकी टीम के सदस्य, आईआईए के सनल कृष्णा ने कहा, ‘हमने यह सुनिश्चित करने के लिए उच्च दक्षता वाले पार्टिकुलेट एयर फिल्टर, आइसोप्रोपिल अल्कोहल और कठोर प्रोटोकॉल का पालन किया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई अन्य पार्टिकल्स हमारी प्रक्रिया में व्यवधान उत्पन्न न करें।
घर के अंदर मिली 4 लाशें, पत्नी पर लगाया पति और 3 बच्चों की हत्या का आरोप
3 Sep, 2023 05:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नूंह । हरियाणा में नूंह जिले के एक गांव में घर के अंदर संदिग्ध हालत में एक युवक और उसके तीन बच्चों की लाशें मिलने से सनसनी मच गई है। घटना के बाद से मृतक की पत्नी गायब बताई जा रही है। मृतक के परिजनों ने पत्नी पर ही पति और बच्चों की हत्या करने का आरोप लगाया है। पुलिस इस मामले की छानबीन में जुटी है लेकिन अभी कुछ भी पता नहीं चल सका है। नूंह के रोजकामेव थाना अंतर्गत गांव गांगोली में शनिवार सुबह एक घर में पिता और उसके तीन बच्चों की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। मृतकों की पहचान 34 वर्षीय जीत सिंह उर्फ जीतन, 12 वर्षीय बेटा खिलाड़ी, 10 वर्षीय बेटी राधिका और सात वर्षीय बेटा प्रियांशु के रूप में हुई है। वारदात के बाद से जीतन की पत्नी मीना गायब है। जीतन का शव कमरे में पंखे से बंधे फंदे से लटका मिला। वहीं, तीनों बच्चे बिस्तर पर मृत पड़े थे। बच्चों को जहर देकर हत्या करने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। स्थानीय लोगों से वारदात की सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और तुरंत फॉरेंसिंक टीम को भी बुलाया गया।
बताया जा रहा है कि पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। पुलिस इस मामले की छानबीन में जुटी है। पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच में पता चला है कि जीत सिंह और उसकी पति मीना के बीच अक्सर झगड़ा होता रहता था। मीना कई दिनों तक घर से गायब रहती थी। इसके चलते जीत व परिजनों को उसके चाल-चलन पर शक था। इस बारे में महिला के मायके को भी बताया गया था, लेकिन उसमें कोई सुधार नहीं हुआ। आशंका है कि शनिवार रात इसी बात को लेकर इनमें झगड़ा हुआ होगा। ऐसे में महिला या जीत सिंह ने पहले बच्चों को जहर मिलाया हुआ खाना खिलाया होगा। इसके बाद जीत सिंह ने खुद फंदा लगाकर आत्महत्या की होगी। हालांकि, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि छानबीन के बाद ही पूरी घटना की सही जानकारी मिल सकेगी।
आदित्य एल1 पृथ्वी की कक्षा में पहुंचा
3 Sep, 2023 10:16 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बेंगलुरु । चंद्रयान-3 की चांद के दक्षिणी ध्रुव पर कामयाब लैंडिंग के दसवें दिन इसरो ने शनिवार को आदित्य एल1 मिशन लॉन्च कर दिया। आदित्य सूर्य की स्टडी करेगा। सुबह 11.50 बजे पीएसएलवी-सी57 के एक्सएल वर्जन रॉकेट के जरिए श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से आदित्य एल1 लॉन्च किया गया।
रॉकेट ने 63 मिनट 19 सेकेंड बाद आदित्य को 235 & 19500 किमी की ऑर्बिट में छोड़ दिया। करीब 4 महीने बाद यह लैगरेंज पॉइंट-1 तक पहुंचेगा। इस पॉइंट पर ग्रहण का प्रभाव नहीं पड़ता, जिसके चलते यहां से सूरज पर आसानी से रिसर्च की जा सकती है। इस मिशन की अनुमानित लागत 378 करोड़ रुपए है। आदित्य 16 दिनों तक पृथ्वी की कक्षा में रहेगा और 5 बार थ्रस्टर फायर कर अपनी ऑर्बिट बढ़ाएगा। इसके बाद फिर से आदित्य के थ्रस्टर फायर किए जाएंगे और ये एल1 पॉइंट की ओर निकल जाएगा। एल1 पॉइंट के पास पहुंचने के लिए आदित्य ऑब्जरवेटरी 110 तक इसी पाथ पर आगे बढ़ती जाएगी। थ्रस्टर के जरिए आदित्य को एल1 पॉइंट की ऑर्बिट में डाला जाएगा और ये प्रयोग करना शुरू कर देगा।
122 साल बाद अगस्त सबसे सूखा और गर्म महीना रहा, मप्र में कम बारिश से 32 जिलों में बिगड़े हालात,
3 Sep, 2023 09:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
खरीफ फसलें होने लगी खराब, नदी, बांध और तालाब में भी पानी का स्तर तेजी से हो रहा कम
मप्र में सूखे के आसार
सीएम शिवराज हाथ जोडक़र बोले- बारिश के लिए प्रार्थना करें, 50 साल में ऐसा सूखे का संकट नहीं आया
नई दिल्ली/भोपाल। देश भर में अगस्त 2023 करीब 122 साल बाद सबसे सूखा और गर्म महीना रहा। इस महीने सामान्य की तुलना में 36 प्रतिशत कम बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक, साल 1901 में इससे कम बारिश हुई थी। अगस्त की सामान्य बारिश 254.9 मिमी है, लेकिन इस बार केवल 161.7 मिमी बारिश हुई। इस कारण मप्र-छग सहित देश के कई राज्यों में सूखे के हालात हैं। मप्र के करीब 32 जिलों में सूखे की स्थिति बनी हुई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बारिश के लिए प्रार्थना करने के लिए कहना पड़ा। उन्होंने कहा, मैं रात भर परेशान रहा, क्योंकि पूरा अगस्त सूखा गया। इस कारण बांध पूरे नहीं भरे। बिजली की डिमांड भी एकदम बढ़ गई है, क्योंकि फसलें अगर बचाना है तो पानी देना है। ऐसी डिमांड आज तक कभी नहीं आई।
मुख्यमंत्री ने हाथ जोड़ते हुए कहा कि हम भरसक कोशिश कर रहे हैं अपनी तरफ से कि चीजें ठीक रहें, लेकिन यह स्थिति संकट की है। 50 साल में ऐसा संकट सूखे का नहीं आया। अभी भादौ चल रहा है। मैं भी भगवान से प्रार्थना करूंगा, आप भी प्रार्थना करें कि बारिश एक बार जरूर हो जाए, ताकि हम फैसले बचा सकें और बाकी व्यवस्थाएं भी ठीक चलती रहें।
3 साल से सितंबर में अच्छा बरस रहा मानसून
मप्र में मानसून के लिहाज से सितंबर का महीना भी खास रहता है। जुलाई-अगस्त के बाद बचा कोटा सितंबर की बारिश पूरा कर देती है। पिछले 10 में से 5 साल बारिश ने सितंबर का कोटा पूरा किया है, लेकिन इस बार ऐसी उम्मीद नहीं है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो अबकी बार सामान्य की 50 प्रतिशत बारिश होने का ही अनुमान है। इसकी वजह स्ट्रॉन्ग सिस्टम का एक्टिव नहीं होना है। सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह के अनुसार 4 से 5 सितंबर के आसपास बंगाल की खाड़ी में सिस्टम एक्टिव हो रहा है। 6 से 7 सितंबर तक लो प्रेशर एरिया एक्टिव हो सकता है। इससे पूर्वी हिस्से में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। यह सिस्टम 18 से 19 सितंबर तक एक्टिव रह सकता है।
मप्र में ओवरऑल 16 प्रतिशत बारिश कम
मप्र में 1 जून से 31 अगस्त तक औसत 26.06 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि अब तक 31.16 इंच बारिश होनी चाहिए थी। इस हिसाब से 16 प्रतिशत कम बारिश हुई है। पूर्वी हिस्से में औसत से 13 प्रतिशत और पश्चिमी हिस्से में 20 प्रतिशत बारिश कम हुई है। मौसम विभाग भोपाल के अनुसार, प्रदेश में 24 जून को मानसून एंटर हुआ था। इसके बाद कुछ दिन अच्छा बरसा, लेकिन जुलाई और अगस्त में सामान्य से कम बारिश हुई। यदि सितंबर में 158 मिमी यानी 6 इंच बारिश होने का कोटा पूरा भी हो जाता है तो भी कई जिलों में सामान्य से कम बारिश होगी।
खरीफ फसलें खराब होने की आशंका
कम बारिश के कारण राजधानी के आसपास के जिलों विदिशा, रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल, राजगढ़, गुना, अशोकनगर और सागर में सूखे के आसार नजर आ रहे हैं। इन जिलों में औसत से करीब चालीस फीसद कम बारिश हुई है। इसका असर खरीफ फसलों पर पड़ रहा है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार तीस फीसदी फसल खराब होने की आशंका है। सीहोर जिले में 2.95 लाख हेक्टेयर की जगह लक्ष्य से अधिक 3.16 हेक्टेयर में सोयाबीन की बोवनी की गई है। जहां दस हजार हेक्टेयर फसल कीट से तो 25 से 30 हजार हेक्टेयर में सोयाबीन की फसल प्रभावित हो चुकी है। राजगढ़ जिले में इस वर्ष 3 लाख 27 हजार हेक्टेयर में सोयाबीन बोई है, लेकिन कम वर्षा होने के कारण सोयाबीन की फसलें सूखना शुरू हो गई है।
फसलों पर संकट के बादल
सागर जिले में पांच लाख 43 हजार हेक्टेयर में खरीफ फसल बोई गई हैं। अल्प वर्षा से सोयाबीन, मक्का, धान सहित अन्य फसलों पर संकट के बादल हैं। बैतूल जिले में चार लाख 41 हजार 700 हेक्टेयर रकबे में खरीफ फसलों की बुवाई की गई है। तेज धूप से जमीन की नमी खत्म हो रही है और दरारें पडऩे लगी हैं। गुना जिले में इस बार 2,28,500 हेक्टेयर क्षेत्र में सोयाबीन बोवनी का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन 1,49,926 हेक्टेयर में बोवनी की गई है। मक्का 1,17,916 हेक्टेयर क्षेत्र में बोया गया है। कम बारिश से दोनों ही फसलें खराब होने की स्थिति में हैं। अशोकनगर जिले में इस वर्ष सोयाबीन की बोवनी 2 लाख 60 हजार हेक्टेयर में हुई थी। पानी नहीं गिरने से फसलों को खतरा हो गया है।
सोयाबीन की फसल पर खतरा
नर्मदापुरम संभाग में सोयाबीन फसल का कुल क्षेत्राच्छादन 4 लाख 12 हजार 50 हेक्टेयर है। बारिश नहीं होने सोयाबीन की फसल पर खतरा मंडरा रहा है। विदिशा जिले में इस वर्ष 5 लाख 31 हजार हेक्टेयर में बोवनी हुई है। किसानों का कहना है कि बारिश नहीं होने और गर्मी बढऩे के कारण इल्लियों का प्रकोप शुरू हो गया है। कुछ क्षेत्रों में सोयाबीन की फलियां नीचे गिरने लगी है। किसानों की समस्या ये है कि अभी वे नलकूप से भी फसल की सिंचाई नहीं कर सकते। इससे भी फसल खराब होने का डर है। राजगढ़ जिले में इस वर्ष 3 लाख 27 हजार हेक्टेयर में सोयाबीन बोई है। कम वर्षा होने के कारण सोयाबीन की फसलें सूखना शुरू हो गई है। धूप के कारण तने सूखने लगे हैं। कमोवेश यहीं स्थिति हरदा व रायसेन जिले की भी है।
2005 का रहा था सबसे सूखा
भारत में अभी तक सबसे सूखा अगस्त महीना 2005 का रहा था, जब केवल 191.2एमएम बारिश हुई थी। यह सामान्य से 25 प्रतिशत कम थी। इस साल अगस्त में कम बारिश होने का नतीजा यह है कि मानसून सीजन के 3 महीने बीतने पर भी बारिश सामान्य से 10 प्रतिशत कम है। जबकि जुलाई खत्म होने पर सीजन की बारिश 5 प्रतिशत ज्यादा थी। सितंबर में बारिश सामान्य रहने के आसार हैं। अगस्त से बेहतर स्थिति देखने को मिल सकती है।
अगस्त 23 ब्रेक डे वाला महीना भी रहा
महापात्र ने बताया कि अगस्त मानसून के इतिहास में सबसे अधिक 23 ब्रेक डे वाला महीना भी रहा है। 6 से 17 अगस्त के बीच इस महीने का पहला मानसून ब्रेक था, फिर 21 व 22 अगस्त को दूसरा और तीसरा ब्रेक 26 से 31 अगस्त के बीच गुजरा। इससे पहले 2005 में अगस्त महीने में 16 दिन का मानसून ब्रेक रहा था। 3 सबसे कम बारिश के रिकॉर्ड पिछले 4 साल के बीच के ही हैं।
अगस्त में 1 डिग्री ज्यादा था तापमान
महापात्र ने बताया कि इस साल अगस्त का अधिकतम तापमान 32.09 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 1 डिग्री ज्यादा था। दिनभर का औसत तापमान भी 24.73 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो सामान्य से 0.72 डिग्री ज्यादा है। मानसूनी महीने में गर्मी की हालत यह रही कि इतिहास के पांच सबसे गर्म अगस्त बीते 15 सालों में रहे हैं। वहीं, ढ्ढरूष्ठ के विज्ञानी ओपी श्रीजिथ बताया कि 1901 से 2000 के बीच 100 सालों में अगस्त का तापमान सामान्य से 13 बार ज्यादा रहा है, लेकिन बीते 23 सालों में 20 साल सामान्य से ज्यादा तापमान दर्ज हुआ है।
नशे की चपेट में पुणे, 1 करोड़ का 520 किलो गांजा जब्त
3 Sep, 2023 08:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महाराष्ट्र सरकार की प्लेट लगाकर कार से की जा रही थी गंजे की तस्करी
पुणे। कई सालों से पुणे शहर नशे की चपेट में है. आये दिन पुलिस द्वारा नशीला पदार्थ और ड्रग्स जब्त किया जा रहा है लेकिन पुणे को नशा मुक्त कर पाने में पुलिस विफल साबित हो रही है. आलम यह है कि पुणे में नशे का कारोबार फल फूल रहा है. इस बीच आंध्र प्रदेश से बिक्री के लिए लाया गया 1 करोड़ रुपये कीमत का 520 किलो गांजा जब्त किया गया है. पुणे पुलिस की क्राइम ब्रांच की एंटी-नारकोटिक्स सेल-2 ने बड़ी कार्रवाई करते हुए यह गांजा जब्त किया है. यह कार्रवाई पुणे-नगर रोड पर आर्मसेल इंडिया कंपनी के सामने किया गया. इस मामले में पास ने तीन तस्करों संदीप बालाजी सोनटक्के (29 वर्ष, मुपो दहीवली, पाली फाटा, तालुका खोपोली, जिला रायगढ़), निर्मला कोटेश्वरी मूर्ति जुन्नुरी (36 वर्ष, चिलाकरलुपेठ, जिला गंटूर, आंध्र प्रदेश) तथा महेश तुलसीराम परित (29 वर्ष, तुपगाव पोस्ट चौक, तालुका खालापूर, जिला रायगड) को गिरफ्तार किया हैं। बताया गया है कि गुप् सूचना मिलने पर पुलिस ने पुणे-नगर रोड पर एक कार को रोका और यह महसूस करने के बाद कि कार में सरकार का कोई प्रतिनिधि नहीं है, कार की तलाशी ली तो कार में गांजा था, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया.
महाराष्ट्र सरकार की प्लेट लगाकर ले जा रहा था गांजा
एंटी नारकोटिक्स स्क्वाड दो के पुलिस अधिकारी और कर्मी लोणीकंद पुलिस स्टेशन की सीमा में गश्त कर रहे थे। तभी पुलिस को सूचना मिली कि महाराष्ट्र सरकार की प्लेट लगी एक सफेद रंग की सेलेरियो कार और एक स्कॉर्पियो गाड़ी आंध्र प्रदेश से गांजा बेचने के लिए लायी जा रही है. इसके बाद पुलिस ने संदीप सोनटक्के और कार में सवार महिला को हिरासत में ले लिया. इसके बाद दूसरी कार को रोककर जांच की गई तो दोनों कारों में गांजा बरामद हुआ. इसमें 1 करोड़ 4 लाख 11 हजार रुपये कीमत का 520 किलो 550 ग्राम गांजा, 9 लाख रुपये कीमत की स्कॉर्पियो, 6 लाख रुपये कीमत की सेलेरियो कार, 71 हजार रुपये कीमत के चार मोबाइल फोन और 200 रुपये कीमत का एक बोर्ड जब्त किया गया है.
पुणे शहर नशे की चपेट में?
कुछ दिन पहले पुणे में 1 करोड़ रुपये की अफ़ीम पकड़ी गई थी. पुणे पुलिस के एंटी-नारकोटिक्स स्क्वाड एक ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया था. जांच में पता चला कि राजस्थान का गिरोह अफीम का स्टॉक इकट्ठा कर रहा था। गिरफ्तार आरोपियों के नाम सुमेर जयरामजी बिश्नोई, चावंडसिंह मानसिंह राजपूत, लोकेंद्रसिंह महेंद्रसिंह राजपूत हैं। पुणे के गोकुलनगर इलाके में पुलिस ने कार्रवाई की थी. पुलिस के मुताबिक कटराज इलाके में गश्त के दौरान क्राइम ब्रांच के पुलिसकर्मियों को जानकारी मिली कि कटराज-कोंधवा रोड पर एक शख्स अफीम बेच रहा है. पुलिस ने छापेमारी कर सुमेर बिश्नोई को हिरासत में लिया.
असम पुलिस ने सात करोड़ की नशीली दवाएं बरामद, महिला गिरफ्तार
2 Sep, 2023 08:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गोलपारा । असम पुलिस ने कछार जिले में सात करोड़ रुपए के नशीले पदार्थ जब्त कर नशीली दवाओं की तस्करी के आरोप में एक महिला को गिरफ्तार किया। एक अधिकारी ने बताया कि यह खेप मणिपुर से ले जाई जा रही थी। कछार जिले के पुलिस अधीक्षक नुमल महत्ता ने आईएएनएस से कहा कि ड्रग्स की खेप मणिपुर के चुराचांदपुर जिले से लाई गई थी। अधिकारी ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस की एक टीम ने जिले के लबोक गांव में नशीले पदार्थों के परिवहन के खिलाफ एक विशेष अभियान चलाया। वहीं पुलिस ने 38 वर्षीय महिला मीना कुमारी सरमा के घर में छापेमारी कर 100 साबुन के डिब्बों में रखे नशीले पदार्थ बरामद किए। पुलिस ने कुल 1.30 किलोग्राम नशीला पदार्थ जब्त किया है। उसे शक है कि यह हेरोइन है। इसके बाद मीना कुमारी सरमा को भी गिरफ्तार कर लिया गया। दावा किया जा रहा है कि जब्त किए गए ड्रग्स का अंतर्राष्ट्रीय बाजार मूल्य लगभग सात करोड़ रुपए होगा। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राज्य पुलिस के प्रयासों की सराहना की और एक्स पर पोस्ट किया, जानकारी के आधार पर कछार पुलिस ने एक विशेष अभियान चलाया और एक आरोपी को गिरफ्तार किया। उसके घर से सात करोड़ रुपए मूल्य की 1.3 किलोग्राम वजन वाली संदिग्ध हेरोइन बरामद किए। हेरोइन को कथित तौर पर पड़ोसी राज्य से अवैध रूप से लाया गया था।
मैक्सी पहनने पर सास का ताना प्रताड़ना नहीं माना जाएगा: सुप्रीम कोर्ट
2 Sep, 2023 07:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि सास अगर बहू को मैक्सी पहनने के लिए ताना मारती है तो इसे प्रताड़ना नहीं माना जाएगा। मध्य प्रदेश की एक महिला ने केस दर्ज कराया था कि उसकी सास मैक्सी पहनने पर ताना मारती थीं। महिला की शादी 2007 में हुई थी। कोर्ट ने इस पर कहा कि आरोप बेहद आम किस्म का है, इसे प्रताड़ना नहीं मान सकते। बिना सही ग्राउंड के केस चलाना आरोपी के साथ अन्याय होगा। महिला की सास और पति के भाई ने क्रिमिनल केस के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस मामले में दहेज प्रताड़ना का जो आरोप लगाया गया है वह जनरल है। ऐसे में महिला की शिकायत पर चल रही क्रिमिनल कार्यवाही को खारिज की जाती है। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस अनिरुद्ध बोस की अगुवाई वाली बेंच ने कहा कि आरोप अस्पष्ट है। महिला के पति का भाई अलग शहर में रहते हैं और वह त्योहार आदि में ही मिले हैं। महिला शादी के बाद अपने ससुराल 2007 से लेकर 2009 तक ही रही। 2009 में अपनी मर्जी से ससुराल छोड़कर अपने मायके रहने चली गई।
2013 में महिला ने तब शिकायत दर्ज कराई जब उसके पति ने उसके खिलाफ तलाक का केस दायर किया। पति के तलाक के केस के बाद महिला ने दहेज प्रताड़ना की शिकायत की। साथ ही अपने पति के भाई (जूडिशल ऑफिसर) के खिलाफ एक अज्ञात पत्र लिखकर शिकायत की थी और बाद में माना था कि उसी ने वह लेटर लिखा है। ऐसे में जाहिर होता है कि उसका अपने पति के भाई से व्यक्तिगत दुश्मनी थी। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि महिला ने खुद अपना ससुराल छोड़ा था। तलाक का केस जब पति ने दर्ज कराया तब उसने ससुरालियों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज कराया। साथ ही एफआईआर में कहा था कि अपराध 2007 से लेकर 2013 के बीच हुआ था। जबकि शिकायत में जो तथ्य है उसमें 2009 तक प्रताड़ना की बात थी। इस मामले में प्रताड़ना का जो आरोप लगाया गया है उसमें यह तथ्य नहीं है कि कब किस तरह का प्रताड़ना हुआ। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि तमाम परिस्थितियों को देखते हए आरोप मुक्कमल नहीं है। ऐसे में पहली नजर में केस नहीं बनता है।
ऋषिकेश ऋषियों की भूमि है, मजार भूमि नहीं, कहकर मजार को तोड़ दिया गया
2 Sep, 2023 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हरिद्वार । उत्तराखंड के ऋषिकेश में देवभूमि रक्षा अभियान सदस्यों ने धार्मिक नारे लगाकर दो मजारों को ध्वस्त कर दिया। इतना ही नहीं, फेसबुक पर घटना की लाइव स्ट्रीमिंग भी की गई। 27 अगस्त को अपलोड किए कथित वीडियो में, एक व्यक्ति मजार की दीवारों पर हथौड़ा चलाते हुए कहता है, ऋषिकेश में इन मजारों को बख्शा नहीं जाएगा। ऋषिकेश ऋषियों की भूमि है, मजार भूमि नहीं। इस घटना को देखने वाले स्थानीय लोगों ने कहा कि पुलिस टीम की मौजूदगी में जेसीबी मशीनों और हथौड़ों से दो मजारों को ध्वस्त कर इसके बाद नफरत फैलाने वाले भाषण दिए गए।
रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने बाद में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 505 (किसी भी पूजा स्थल या धार्मिक पूजा या समारोहों के प्रदर्शन में शामिल किसी भी सभा में अपराध करना) के तहत मामला दर्ज किया, हालांकि घटना में शामिल लोग वीडियो में दिखाई दे रहे हैं। देवभूमि रक्षा अभियान के प्रमुख दर्शन भारती ने बताया, हमें उस जमीन के मालिकों से उन्हें ध्वस्त करने की लिखित अनुमति मिली थी, जहां यह मजार बनी थीं। किसी ने उन्हें यह सोचकर गुमराह किया था कि मजारों को अनुमति देने से उनके घरों में समृद्धि आएगी।
एसपी (ग्रामीण) कमलेश उपाध्याय ने कहा, यह मजारें ऋषिकेश में अमित ग्राम, गुमानीवाला में निजी भूमि पर बनी थीं। जमीन मालिकों ने इन्हें हटाने की सहमति दी थी। लेकिन तोड़फोड़ करने वालों ने न पुलिस को इसकी सूचना दी और न ही पुलिस वहां मौजूद थी। घटनाक्रम से नाराज अल्पसंख्यक समुदाय के स्थानीय सदस्यों ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
थोड़ी देर में आदित्य- एल 1 की रवानगी
2 Sep, 2023 11:48 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बेंगलुरु । भारत का पहला सौर अंतरिक्ष यान, आदित्य-एल1 आज सुबह लगभग 11.50 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्पेसपोर्ट से लॉन्च किया जाएगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (ISRO) ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। चंद्रयान-3 की सफलता के बाद एक बार फिर पूरी दुनिया की नजर भारत पर टिकी है। सूर्य की बाहरी परत का अध्ययन करेगा भारत का सूर्य मिशन, भारत के पहले सौर मिशन आदित्य एल-1 की लॉन्चिंग को इसरो की वेबसाइट - isro.gov.in, फेसबुक, यूट्यूब और डीडी नेशनल टीवी चैनल पर सुबह 11:20 बजे से लाइव किया जा रहा है। आदित्य एल1 को सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर रवाना किया जाएगा। उपग्रह को जनवरी के मध्य में कक्षा में स्थापित किए जाने की उम्मीद है और फिर हम परीक्षण करेंगे कि क्या सभी सिस्टम ठीक से काम कर रहे हैं और फरवरी के अंत तक हमें नियमित डेटा मिलने की उम्मीद है।
इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा,
आदित्य-एल1 प्रक्षेपण की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। हमारी तैयारी पूरी है। रॉकेट और उपग्रह तैयार हैं। हमने प्रक्षेपण के लिए रिहर्सल पूरी कर ली है।” श्रीहरिकोटा से इसरो के आदित्य एल1 मिशन की सफल लॉन्चिंग के लिए वाराणसी में हवन किया गया। आदित्य L1 उपग्रह सूर्य का अध्ययन करेगा। इसे L1 बिंदु तक पहुंचने में 125 दिन का समय लगेगा। आदित्य-एल1 को हैदराबाद के बी एम बिड़ला तारामंडल में लाइव-स्ट्रीम किया जाएगा। लॉन्चिंग से पहले इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने आंध्र प्रदेश के तिरूपति जिले में चेंगलम्मा परमेश्वरी मंदिर में पूजा-अर्चना की।
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से ढाई करोड़ रुपये मूल्य की विदेशी मुद्रा बरामद
2 Sep, 2023 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से ढाई करोड़ रुपये मूल्य की विदेशी मुद्रा बरामद की गयी है। सुरक्षा जांच के दौरान सीआईएसएफ कर्मियों ने संदिग्ध तस्वीरें देखी, जिसके बाद एक यात्री से इतनी बड़ी मात्रा में विदेशी मुद्रा को बरामद किया गया है। यात्री की पहचान उज्बेकिस्तान के मिर्जालोल जुराएव के रूप में हुई है। यात्री को विदेशी मुद्रा के साथ कस्टम विभाग को सौंप दिया गया है।
सीआईएसएफ ने एक बयान जारी कर बताया कि आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल-3 पर एक बैग में करेंसी नोटों के छिपे होने की संदिग्ध तस्वीरें देखी गई। इसके बाद बैग को जांच के लिए भेजा गया और यात्री को रोक लिया गया। बैग की जांच में सामने आया कि उसमें नई बेडशीट पैक थी। इसके बाद बैग खोला गया तो उसमें से काफी संख्या में अमेरिकी डॉलर निकले।
उन्होंने बताया कि प्लास्टिक कवर में लपेटे गए और बेडशीट के अंदर छिपाए गए 3,07,500 अमेरिकी डॉलर बरामद किए गए। इनकी कीमत भारतीय मुद्रा में 2।52 करोड़ रुपये है। यात्री को अमीरात एयरलाइंस के जरिए दिल्ली से दुबई जाना था।
सीआईएसएफ के मुताबिक, करेंसी और कपड़ा जैविक सामग्री से बने होते हैं, इसलिए एक्स-बीआईएस स्क्रीनिंग के दौरान दोनों के बीच अंतर करना काफी मुश्किल होता है। हालांकि सीआईएसएफ के सब इंस्पेक्टर आशीष सिंह की सतर्कता से विदेशी मुद्रा का पता लगाया जा सका।
मिर्जालाल जुराएव विदेशी मुद्रा ले जाने के लिए वैध दस्तावेज पेश नहीं कर सके। आगे की कार्रवाई के लिए अमेरिकी डॉलर और यात्री को कस्टम अधिकारियों को सौंप दिया गया।
महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और तमिलनाडु में आतंकी मॉड्यूल पर छापे
2 Sep, 2023 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा और तहरीक-ए-तालिबान द्वारा भारत में आतंक फैलाने के लिए प्रभावशाली युवाओं को भर्ती करने और कट्टरपंथी बनाने की साजिश के संबंध में महत्वपूर्ण बरामदगी की।
यह बरामदगी चार राज्यों महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और तमिलनाडु में कई छापों के दौरान की गई। महाराष्ट्र में तीन स्थानों और अन्य तीन राज्यों में एक-एक स्थान पर तलाशी के दौरान कई आपत्तिजनक डिजिटल उपकरण बरामद किए गए।
एनआईए साजिश में शामिल लोगों का पता लगाने और दोनों आतंकी संगठनों की गैरकानूनी और कट्टरपंथी योजनाओं और अभियानों के माध्यम से देश को अस्थिर करने के उनके प्रयासों को विफल करने के लिए उपकरणों की जांच कर रही है।
यह छापे इन प्रतिबंधित संगठनों द्वारा पहले भर्ती किए गए दो आरोपियों के खिलाफ अप्रैल 2023 में दर्ज मामले में एनआईए जांच का हिस्सा थे। दोनों अफगानिस्तान में जमीन की खरीद के लिए विदेशों में धन हस्तांतरण सहित विघटनकारी आतंक से जुड़ी गतिविधियों की एक सीरीज में शामिल थे।
एनआईए की जांच से पता चला है कि दोनों आरोपी कमजोर और अतिसंवेदनशील युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और भारत में सक्रिय अपने आतंकी मोर्चों की गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए दोनों संगठनों में युवाओं की भर्ती में भी शामिल थे। पूरी साजिश का उद्देश्य भारत में आतंक फैलाना और इसकी शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बाधित करना था।
तहरीक-ए-तालिबान अफगान-पाकिस्तानी सीमा पर सक्रिय विभिन्न इस्लामी सशस्त्र आतंकवादी समूहों का एक छात्र संगठन है। जबकि अल कायदा एक उग्रवादी संगठन है जो भारतीय उपमहाद्वीप में एक इस्लामी राज्य और एक इस्लामी खलीफा स्थापित करने का प्रयास कर रहा है।