देश (ऑर्काइव)
जी -20 शिखर सम्मेलन की हवाई सुरक्षा को लेकर भारतीय वायुसेना पूरी तरह तैयार
6 Sep, 2023 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । जी -20 शिखर सम्मेलन की हवाई सुरक्षा को लेकर भारतीय वायुसेना पूरी तरह तैयार है। आसमान से होने वाली किसी भी साजिश से निपटने के लिये वायुसेना ने ऑपरेशन डायरेक्शन सेंटर (ओडीसी) बनाया है, जो दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट में बने ज्वाइंट कंट्रोल एंड एनालिसिस सेंटर के साथ संपर्क में रहेगा। किसी भी खतरे की स्थिति में ओडीसी यह तय करेगा कि कौन सा बेहतर तरीका या हथियार होगा जिसके जरिये उससे निपटा जा सके। समिट के दौरान दिल्ली के हवाई क्षेत्र की सुरक्षा वायुसेना के विमान करेंगे। विमानों के साथ एयर डिफेंस सिस्टम को तैनात कर दिया गया है। खतरे को देखते हुए जमीन से हवा में मार करने वाली मध्यम दूरी की मिसाइल को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है। हवा से दिल्ली की पहरेदारी के लिए देश में बने सर्विलांस और मॉनिटरिंग एयरकाफ्ट नेत्रा के साथ एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम यानि अवाक्स भी आसमान में रहेगा। आसमान से ही वह हर हरकत पर नजर रखेगा।
ऐसी भी जानकारी है कि जैसे दुनिया के बड़े नेताओं के विमान भारतीय वायुक्षेत्र में उड़ान भरेंगे तो उनके हवाई मार्ग और ज्यादा सुरक्षित बनाने के लिए वायुसेना के लड़ाकू विमान भी फ्लाई कर सकते हैं। इसके लिये राफेल, मिराज 2000 और सुखोई 30 को 24 घंटे तैयार रखा गया है। जी-20 समिट के दौरान दिल्ली-एनसीआर में किसी तरह के यूएवी, पैरा ग्लाइडर, गर्म हवा के गुब्बारे और माइक्रोलाइट विमान को उड़ाने की इजाजत नही होगी। वायुसेना के साथ जुड़ी सुरक्षा एजेंसियां किसी भी तरह का रिस्क नही लेना चाहती है, क्योंकि ड्रोन या आसमान में उड़ने वाली कोई भी चीज समिट में खलल डाल सकती है। ऐसे में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ऐसी किसी भी उड़ान पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है और जो ऐसा करता पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।बता दें कि दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन 9 और 10 सितंबर को होना है।
सूर्य की तरफ एक कदम और आगे बढ़ा आदित्य-एल1
6 Sep, 2023 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी (इसरो) ने आदित्य-एल1 को लेकर बड़ा अपडेट दिया है। मंगलवार देर रात इसरो ने ट्वीट (एक्स) किया कि सौर मिशन पर भेजे गए आदित्य-एल1 ने दूसरी बार अपनी कक्षा सफलतापूर्वक बदली है। आदित्य-एल1 के कक्षा बदलने के ऑपरेशन के दौरान बेंगलुरु और पोर्ट ब्लेयर में सैटेलाइट के जरिए इसकी ट्रैकिंग की गई है। आदित्य एल1 अब 245किमी & 22459 किमी की कक्षा से निकलकर 282 किमी & 40225 किमी में पहुंच चुका है। आदित्य एल1 की यह दूसरी बड़ी सफलता है और उसने अब सूरज की ओर अपना कदम और आगे बढ़ा दिया है। अब 10 सितंबर को रात के ढाई बजे तीसरी बार फिर आदित्य-एल1 की कक्षा बदली जाएगी।
16 दिनों तक करेगा
सूर्य मिशन की प्रक्रिया के मुताबिक आदित्य-एल1 को 16 दिनों तक पृथ्वी की परिक्रमा करनी है, इसके बाद ही वह सूर्य की ओर अपने मार्ग पर बढ़ जाएगा। आदित्य एल1 16 दिनों में पांच बार पृथ्वी की कक्षा बदलेगा। बता दें कि बीते शनिवार को इसरो के सतीश धवन स्पेस सेंटर से इसरो ने आदित्य-एल1 मिशन को लॉन्च किया था। तीन दिनों में तीसरी बार इसके आर्बिट में यह बदलाव किया गया है।
आदित्य-एल1 का लक्ष्य
इसरो ने बताया कि आदित्य-एल1 बड़ी चुस्ती से अपनी यात्रा कर रहा है। अभी वह 18 सितंबर तक धरती के चारों तरफ चार बार ऑर्बिट बदलेगा। अगली ऑर्बिट मैन्यूवरिंग 10 सितंबर की रात को होगी। जब आदित्य अपने तय स्थान यानि यानी एल1 तक पहुंच जाएगा तब वह हर दिन 1440 तस्वीरें भेजेगा। माना जा रहा है कि पहली तस्वीर फरवरी या मार्च में मिलेगी। वीईएलसी को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स ने बनाया है। सूर्ययान में लगा वीईएलसी सूरज की एचडी फोटो लेगा। इस पेलोड में लगा कैमरा सूरज के हाई रेजोल्यूशन तस्वीरे लेगा। इसरो वैज्ञानिकों ने आदित्य-एल1 मिशन को पांच साल के लिए बनाया है लेकिन अगर यह सही सलामत रहा तो यह 10-15 साल तक काम कर सकता है।
अधिकारी हनी ट्रैप से बचकर रहें, अलर्ट जारी
5 Sep, 2023 03:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई हनी ट्रैप के माध्यम से भारतीय अधिकारियों को अपने जाल में फसाने की साजिश रच रही है। सोशल मीडिया में पाकिस्तान की जासूस महिलाएं,भारतीय महिलाओं की तरह नाम रखकर सेना एवं उच्च पदों पर बैठे हुए अधिकारियों को अपने रूप जाल में फंसा रही हैं। हाल ही में पंजाब पुलिस को खुफिया सूचना मिली थी, कि पाकिस्तान महिला इंटेलिजेंस ऑपरेटिव सोशल मीडिया पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर भारतीय सेना,वायु सेना और नौसेना के अधिकारियों को निशाने पर ले रही हैं। पंजाब पुलिस के महानिदेशक ने संदिग्ध प्रोफाइल की सूची जारी की है। पिछले 15 दिनों में 325 से ज्यादा फर्जी सोशल मीडिया की आईडी बनाकर अधिकारियों को हनी ट्रैप में फसाने की कोशिश की गई है। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी अभी लगातार निगाह रख रही हैं। अधिकारियों के लिए भी अलर्ट जारी किया गया है,कि सोशल मीडिया में वह हनी ट्रैप के जाल में न फंसे।
हिमालय क्षेत्र में अंधाधुंध निर्माण से पर्यावरण पर पड़ने वाले असर को लेकर केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दिया
5 Sep, 2023 02:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । हिमालय क्षेत्र में भारत के 13 राज्यों में विकास के नाम पर हो रहे अंधाधुंध निर्माण से पर्यावरण पर पड़ने वाले असर के अध्ययन और एहतियाती कदम उठाने के लिए विशेषज्ञों की कमेटी की रूपरेखा को लेकर केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया है। मसूरी, मनाली, जोशीमठ और मैक्लोडगंज जैसे ऊंचाई और भीड़भाड़ वाले पहाड़ी शहर पिछली गाइडलाइन का पालन सभी राज्य किस निष्ठा के साथ कर रहे हैं? इसकी जानकारी कोर्ट को ये समिति समयबद्ध और चरणबद्ध ढंग से देगी।
पूर्व आईपीएस अशोक राघव की इस जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि वो इस संबंध में एक एक्सपर्ट कमेटी का गठन करना चाहता है।
केंद्रीय वन पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के हलफनामे के मुताबिक जीबी पंत इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन इन्वायरनमेंट के निदेशक की अध्यक्षता में 13 विशेषज्ञों की कमेटी बनाई जा सकती है। इन 13 सदस्यों में इन संस्थानों के निदेशक या उनके नामजद को कमेटी में रखा जाए।
इनके अलावा राज्य डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के अफसर, जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया, सर्वे ऑफ इंडिया, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और केंद्रीय भूजल आयोग के सदस्य सचिव उच्चाधिकार प्राप्त समिति के सदस्य हों। ये समिति समयबद्ध आधार पर अध्ययन कर अपनी रिपोर्ट देती रहेगी।
हलफनामे में कहा गया है कि सभी 13 राज्य अपने यहां पहले से जारी गाइडलाइन के अनुपालन पर उठाए जा रहे कदमों और एक्शन मैप तैयार करने के लिए मुख्य सचिव की अगुआई में कमेटी बनाई जाए। समयबद्ध तरीके से ये कमेटी विविध ढंग से अध्ययन कर उनसे मिले नतीजों पर आगे बढ़े।
कोर्ट ने भारतीय हिमालयी क्षेत्र में स्थित सभी 13 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में पारिस्थितिक रूप से नाजुक क्षेत्रों, हिल स्टेशनों, उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों, बड़े टूरिस्ट क्षेत्रों और पर्यटन स्थलों की वहन क्षमता का पता लगाने के लिए एक विशेषज्ञ पैनल बनाने का संकेत दिया था।
याचिकाकर्ता व केंद्र को सुनवाई की अगली तारीख 28 सितंबर को सुझावों के साथ वापस आने का निर्देश दिया गया कि पैनल में कौन-कौन विशेषज्ञ हो सकते हैं और संदर्भ की शर्तें क्या हो सकती हैं।
यूपी के अनेक स्थानों पर एनआईए के छापे, बीएचयु की छात्रा से भी पूछताछ जारी
5 Sep, 2023 02:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए ) ने आज यूपी के अनेक स्थानों पर छापे मारे हैं। मिली जानकारी के अनुसार एनआईए इस समय सीपीआई टेरर फंडिंग मामले में बड़ी कार्रवाई कर रही है। जांच एजेंसी उत्तर प्रदेश के प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली, आजमगढ़ और देवरिया जिलों में 8 स्थानों पर तलाशी कर रही है। सूत्रों की मानें तो उत्तर प्रदेश में नक्सल गतिविधियों से संबंधित एक मामले में आगे की तफ्तीश के लिए एनआईए की टीम पहुंची है। चन्दौली में भी जांच टीम की बड़ी कार्रवाई चल रही है। बताया जा रहा है कि बीएचयू की छात्रा और भगत सिंह छात्र मोर्चा के कार्यालय पर भी एनआईए की टीम ने छापा मारा है। सूत्रों के मुताबित भगत सिंह छात्र मोर्चा की सदस्य और बीएचयु कि छात्रा आकांक्षा से भी पूछताछ हो रही है। दिल्ली से आई टीम सुबह से महामना स्थित छात्रा के आवास पर जांच कर रही है। वहीं देवरिया के देवरिया के उमा नगर कस्बे में भी एनआईए के छापेमारी की जानकारी मिल रही है।
केन्द्रीय जांच एजेंसी एनआईए द्वारा एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए मंगलवार को उत्तर प्रदेश के कई लोकेशन पर सर्च ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। दरअसल ये मामला नक्सल गतिविधियों से संबंधित मामलों से जुड़ा हुआ है। लिहाजा इस मामले में जांच एजेंसी के तफ्तीशकर्ताओं के द्वारा 8 लोकेशन पर सर्च ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। जांच एजेंसी ने मंगलवार सुबह 6 बजे उत्तर प्रदेश के प्रयागराज, चंदौली, देवरिया, वाराणसी, आजमगढ़ में कई आरोपियों के खिलाफ तालशी अभियान चलाया।
देश के टॉप वकील हरीश साल्वे की तीसरी शादी
5 Sep, 2023 01:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । देश के सबसे महंगे वकीलों में शुमार और भारत के पूर्व सॉलिसिटर जनरल हरीश साल्वे तीसरी बार घोड़ी चढ़ गए हैं। उन्होंने हाल ही में रविवार को लंदन में 68 वर्ष की उम्र में तीसरी बार शादी की। बता दें, साल 2020 में उन्होंने दूसरी बार शादी की थी। केंद्र सरकार की नवगठित वन नेशन-वन इलेक्शन कमेटी के सदस्य साल्वे की हमसफर ट्रीना हैं। वह ब्रिटिश मूल की हैं। शादी में नीता अंबानी, ललित मोदी और उज्ज्वला राउत समेत करीबी दोस्त और परिवार के लोग शामिल हुए।
पहली पत्नी से हैं दो बच्चियां
हरीश साल्वे अपनी पहली पत्नी मीनाक्षी से साल 2020 में अलग हो गए थे। उनकी दो बेटियां- साक्षी और सानिया हैं। 38 वर्ष की मीनाक्षी से अलग होने के कुछ ही महीनों बाद उन्होंने कैरोलिन से दूसरी शादी की थी। कैरोलिन की भी यह दूसरी शादी थी। अब तीन साल से भी कम समय में हरीश साल्वे ने तीसरी बार शादी की है। उनकी तीसरी पत्नी का नाम ट्रिना है।
मणिपुर को दहलाने की तैयारी में आतंकवादी
5 Sep, 2023 12:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। देश के उत्तर पूर्वी राज्यों में इस वक्त घटनाओं से कई राज्यों को दहलाने की सबसे बड़ी साजिश रची जा रही है। आतंकी संगठन उल्फा ने जहां भारत म्यांमार की सीमा के पास बांग्लादेश से मिली एक मिसाइल स्मॉल बेबी मिसाइल स्थापित किए जाने की पूरी तैयारी कर ली है। इस मिसाइल की जद में भारतीय सुरक्षा बलों के शिविर को रखा गया है। यही नहीं बीते कुछ दिनों से अशांत मणिपुर के कुछ इलाकों में इलेक्ट्रॉनिक डेटोनेटर के साथ कई किलो जिलेटिन स्टिक और सिक्योरिटी फ्यूज भी इक_े कर लिए हैं। इनका इस्तेमाल कर यह उपद्रवी समूचे मणिपुर में बिजली व्यवस्था को बंद करना चाह रहे हैं और दूरसंचार सुविधाओं को ध्वस्त करने की योजना बना रहे हैं। केंद्रीय खुफिया एजेंसी को मिले इनपुट के आधार पर नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड ने उग्रवादियों की भर्ती का अभियान शुरू कर दिया है। पिछले हफ्ते इनमें से कुछ की पासिंग आउट परेड भी हो चुकी है। मणिपुर में दो समुदायों के बीच हुए विवाद के बाद नॉर्थ ईस्ट के अलग-अलग राज्यों में उग्रवादी संगठन अब माहौल खराब करने की तैयारी में लग गए हैं। खुफिया सूत्रों के मुताबिक, इस पूरे विवाद के दौरान उल्फा ने भी अपने खतरनाक मंसूबों को आगे बढ़ाना शुरू कर दिया है। जानकारी के मुताबिक उल्फा चीफ परेश बरुआ ने बांग्लादेश से एक स्मॉल बेबी नाम की मिसाइल ले ली है। इस मिसाइल की मारक क्षमता 10 किलोमीटर की बताई जा रही है। खुफिया सूत्रों की जानकारी के मुताबिक इस मिसाइल को म्यांमार के नामसा के रास्तों से छोटे-छोटे टुकड़ों में लाया गया है। उसके बाद इस मिसाइल को म्यांमार के कोनसा के दक्षिणी पश्चिमी इलाके में स्थित खम्मोल शहर में असेंबल किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक इस मिसाइल को म्यांमार के लगते भारतीय सीमा वाले बॉर्डर इलाकों में सुरक्षा बलों के शिविरों को निशाने पर रखने की साजिश रची जा रही है।
मोमकोनो कैंप में आयोजित मिसाइल चलाने का हुआ कैंप
खुफिया सूत्रों को मिली जानकारी के मुताबिक उल्फा और एनएससीएन ने उत्तर पूर्वी राज्यों को दहलाने के लिए म्यांमार के नामसा से लेकर खाम्मोल इलाके तक में उग्रवादियों की पूरी टुकड़ी को इक_ा किया है। उल्फा के प्रदीप गोगोई और उल्फा चीफ परेश बरुआ ने मिसाइल स्थापित करने का बाकायदा मॉमकोनो कैंप में एक प्रशिक्षण शिविर भी आयोजित किया था। इस शिविर में न सिर्फ मिसाइल को चलाने बल्कि बम समेत अन्य विस्फोटक सामग्रियों के माध्यम से हमले किए जाने की पूरी रणनीति का खाका भी तैयार किया। खुफिया एजेंसियों को मिली जानकारी के मुताबिक मणिपुर मामले के बाद उल्फा से लेकर नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड (एनएससीएन) समेत नॉर्थ ईस्ट के कई आतंकी संगठन एकजुट होकर भारत के उत्तर पूर्वी राज्यों में माहौल खराब करने की लगातार साजिश से करते आए हैं।
तीन लेडी कैडर और पुरुषो को किया एनएससीएन के परेड में शामिल
खुफिया एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक म्यांमार बॉर्डर के माध्यम से नॉर्थ ईस्ट के अलग-अलग राज्यों में उल्फा और एनएससीएन जैसे उग्रवादी संगठनों द्वारा कैडरों की भर्ती का अभियान चलाया जा रहा है। बीते 21 अगस्त को एनएसएन की दीमापुर के खेहोई कैंप में पासिंग आउट परेड का आयोजन किया गया था। पासिंग आउट परेड में महिला कैटरिंग समेत 15 एक्स कैडर शामिल थे। इसमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं।
मणिपुर के तांगखुल में इक_ा किया गया डेटोनेटर और जिलेटिन
जानकारी के मुताबिक 23 अगस्त को मणिपुर के उग्रवादियों ने उखरुल जिले के तांगखुल इलाके में 10 किलो से ज्यादा जिलेटिन की स्टिक को इक_ा किया है। इसके अलावा इसी इलाके में इलेक्ट्रानिक डेटोनेटर के साथ-साथ सुरक्षा फ्यूज को भी भारी मात्रा में इक_ा करना शुरू कर दिया है। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक मणिपुर के इलाके में इक_ा किए जाने वाले इन विस्फोटक पदार्थ के माध्यम से बड़ी घटना को अंजाम दिए जाने की तैयारी चल रही है। हालांकि इस खुफिया इनपुट को स्थानीय पुलिस और सुरक्षा एजेंसी और समेत गृह मंत्रालय से भी साझा किया जा चुका है।
आपात स्थिति से निपटने के इंतजाम, स्लीपर बसों में सुरक्षित होगा सफर
5 Sep, 2023 12:28 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मोदी सरकार ने उठाया बड़ा कदम, एग्जिट गेटों तक लगेंगे रेट्रो-रिफ्लेक्टिव टेप
नई दिल्ली । केन्द्र की मोदी सरकार ने स्लीपर बसों में सुरक्षा के लिए नए मानदंड अपनाने पर जोर दिया है। इसके लिए अब एग्जिट गेटों तक रेट्रो-रिफ्लेक्टिव टेप लगाए जाएंगे। साथ ही हर बर्थ पर एक हथौड़ा रखना होगा। हाल में स्लीपर बसों में हुए हादसे के बाद आगजनी की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए केंद्र सरकार ने नए मानदंड जारी किए हैं, जिसे जल्द से जल्द लागू करने का निर्देश दिया गया है। जिसके मुताबिक किसी भी आपात स्थिति में बस के अंदर मौजूद यात्रियों को तेजी से बाहर निकलने के लिए सभी नई स्लीपर कोच बसों के हर बर्थ पर एक हथौड़ा रखना होगा। इसके अलावा विमानों की तरह सीटों और बर्थ से लेकर सभी एग्जिट गेटों तक रेट्रो-रिफ्लेक्टिव टेप लगाने का निर्देश दिया गया है। सड़क परिवहन मंत्रालय ने मानदंडों के अनुपालन के लिए निर्देश जारी किए हैं। ये जरूरी बदलाव महाराष्ट्र में नागपुर-मुंबई समृद्धि महामार्ग पर हाल ही में बस में लगी आग की घटना को ध्यान में रखते हुए किया गया है, जिसमें 25 लोगों की जान चली गई और कई घायल हो गए थे।
स्लीपर कोचों में बदलाव इस बात को ध्यान में रखकर किया गया है कि आग लगने जैसी आपात स्थिति में यात्रियों को बचने के लिए बहुत कम समय मिलता है। प्रत्येक बर्थ पर हथौड़े और कड़े शीशे की पहुंच से यात्रियों को आग लगने या किसी अन्य दुर्घटना की स्थिति में शीशा तोड़कर बाहर निकलने में त्वरित मदद मिलेगी। एक अधिकारी ने कहा कि जब तक बचावकर्मी शीशा तोड़कर लोगों को बचाते हैं तब तक अधिकांश यात्रियों की मौत बस में दम घुटने से हो जाती है। इसके चलते मंत्रालय ने हर सीट पर हथौड़ा रखने का निर्देश दिया है। हादसे के वक्त अधिकांश यात्रियों को एग्जिट गेट व खिड़की की जानकारी नहीं मिल पाती है।
इसलिए आपातकालीन दरवाजे सहित सभी निकास द्वारों तक गलियारे पर रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप लगाने का निर्देश दिया गया है। यहां तक कि निकास बिंदुओं के सभी किनारों पर जल्दी से पता लगाने के लिए रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप होने चाहिए। बता दें कि हाल के वर्षों में, स्लीपर कोच बसों का बेड़ा बढ़ गया है क्योंकि सड़क नेटवर्क में काफी सुधार हुआ है, और ये इंटरसिटी नाइट ट्रिप के लिए अधिक लोकप्रिय हो गए हैं। इसके अलावा, ऑनलाइन बस टिकटिंग एग्रीगेटर्स ने शहरों में अपने ग्राहक आधार का विस्तार करने में मदद की है।
मां-बाप की जगह कोई नहीं ले सकता
5 Sep, 2023 11:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हाईकोर्ट ने पत्नी की मौत के बाद दूसरी शादी करने वाले पिता को बेटे से मिलने का हक दिया
नई दिल्ली । दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा है कि पहली पत्नी की मौत के बाद शख्स अगर दूसरी शादी करता है तो उसे पहली पत्नी से हुए बच्चे से अलग नहीं किया जा सकता। यहां तक की मां-बाप आर्थिक संकट से भी जूझ रहे हों, उस स्थिति में भी बच्चे के पैरेंट्स की जगह कोई नहीं ले सकता। कोर्ट ने सोमवार को एक मामले में पिता को बच्चे से मिलने की अनुमति देते हुए यह कमेंट किया।
मामला साल 2010 का है, बच्चे की मां की मौत हो गई थी। महिला के परिजन ने दामाद के खिलाफ दहेज हत्या का मामला दर्ज कराया। शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया। 2 साल जेल में बिताने के बाद 2012 में कोर्ट ने उसे बरी कर दिया था। इस फैसले को ससुराल के लोगों ने हाईकोर्ट में चुनौती है, अपील अभी लंबित है।
मां की मौत के समय दोनों का डेढ़ साल का एक बच्चा था। जो पिता के जेल जाने के बाद से अपने नाना-नानी के साथ रह रहा था। अब नाना-नानी ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर बच्चे की स्थायी कस्टडी मांगी थी। जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया।
मामले पर जस्टिस सुरेश कुमार कैत और जस्टिस नीना बंसल शर्मा की बेंच ने सुनवाई की। बेंच ने कहा कि पिता के खिलाफ एक क्रिमिनल केस के अलावा ऐसा कुछ नहीं है, जो उसे बच्चे की कस्टडी के लिए अयोग्य बनाए। याचिका में तर्क दिया गया है कि शख्स ने दूसरी शादी कर ली है, जिससे उसे एक बच्चा है। इसीलिए उसे पहली पत्नी से हुए बच्चे की कस्टडी नहीं दी जा सकती।
बच्चे की कस्टडी किसी और को नहीं दे सकते: कोर्ट
बेंच ने कहा कि हमने चैंबर में बच्चे (जो अब करीब 15 साल का है) से बात की तो उसने यह बात स्वीकार की कि उसे अपने पिता की याद आती है। बच्चा डेढ़ साल की उम्र से नाना-नानी के साथ रहा है, इसीलिए उसके मन में नाना-नानी के लिए ज्यादा लगाव है। इस सब के बावजूद कोई भी बच्चे के मां-बाप की जगह नहीं ले सकता। यहां तक की मां-बाप आर्थिक संकट से भी जूझ रहे हैं, उस स्थिति में भी बच्चे की कस्टडी किसी और को नहीं दी जा सकती।
इसके साथ ही कोर्ट ने बच्चे के नाना-नानी की याचिका खारिज कर दी। कोर्ट ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि फैमिली कोर्ट ने पिता को बच्चे की कस्टडी नहीं दी। पिता एक साल तक अपने बच्चे से मुलाकात कर सकेगा। इसके बाद पिता बच्चे से मिलने या उसकी कस्टडी मांगने के लिए कोर्ट में अपील कर सकता है।
चंद्रमा पर रोवर प्रज्ञान को सहनी होगी माइनस 238 डिग्री की ठंड
5 Sep, 2023 10:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर अब शाम हो गई है और एक दिन बाद ही रात हो जाएगी। तब यहां का तापमान माइनस 238 डिग्री की ठंड देने वाला रहेगा। हालांकि इसरो ने रोवर प्रज्ञान और लैंडर विक्रम को स्लीप मोड में डाल दिया है। यानी अब रात के अंधेरे में रोवर प्रज्ञान पूरी नींद लेने की तैयारी में है। हालांकि देखना यह है कि रात बीतने और दोबारा सूर्योदय होने के बाद लैंडर और रोवर फिर से किस तरह काम करना शुरू करेंगे क्योंकि चंद्रमा की रात पृथ्वी की तरह आसान नहीं है। यह रात भी पृथ्वी के 14 दिनों के बराबर लंबी होती है। इस दौरान चांद के दक्षिणी ध्रुव का तापमान माइनस 238 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। गौरतलब है कि लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान दोनों ही सूर्य की रौशनी से अपनी बैट्री चार्ज करते हैं। ऐसे में अंधेरे में दोनों ही काम नहीं कर सकेंगे। हालांकि अंधेरा होने से पहले दोनों ने अब तक का टास्क पूरा कर लिया है। रोवर और लैंडर को इस हिसाब से ही डिजाइन किया गया था कि वह सूर्य की रौशनी में ही काम कर पाएंगे। 23 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर दिन की शुरुआत हुई थी और तभी इसरो ने चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग करवाई थी।
इसरो ने बताया कि रोवर के एपीएक्सएस और एलआईबीएस पेलोड्स को बंद कर दिया गया है। इसके अलावा प्रज्ञान को सुरक्षित जगह पर पार्क करवाकर स्लीप मोड में डाल दिया गया है। इसके अलावा सारा डेटा पृथ्वी तक पहुंचा दिया गया है। क्योंकि रात के अंधेरे में अगर कोई अनहोनी होती है तो इससे अब तक का अध्ययन बेकार नहीं होना चाहिए। चंद्रमा पर रात का अंधेरा बेहद खौफनाक और कठिन होता है। इसकी सबसे बड़ी वजह है 14 दिनों के बराबर की रात। एक बार अंधेरा हो गया तो सूर्योदय के लिए पृथ्वी के 14 दिनो का इंतजार करना होगा। दूसरा यहां ठंड बहुत बढ़ जाती है। तापमान माइनस 238 डिग्री तक चला जाता है। कई ऐसी भी घटनाएं हो सकती हैं जिसके बारे में हमें पता ना हो। इसके अलावा चंद्रमा पर भूकंप भी आते रहते हैं। वायुमंडल ना होने की वजह से अकसर उल्कापिंड गिर जाते हैं।
ऐसे कठिन और डरावने माहौल में अगर रोवर प्रज्ञान और लैंडर सुरक्षित रहते हैं और सूर्योदय के बाद फिर से अपना काम शुरू करते हैं तो यह बहुत बड़ी बात होगी। दक्षिणी ध्रुव पर अब तक कोई देश लैंड कर ही नहीं पाया है। भारत ने अब तक जो किया है वह भी दुनिया के लिए मिसाल है। सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या लूनर नाइट खत्म होने के बाद चंद्रयान-3 फिर से ऐक्टिव हो जाएगा। ठंड में लैंडर के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण खराब नहीं होंगे। रोवर ने बताया है कि उसकी बैट्री पूरी तरह से चार्ज है। ऐसे में सूर्योदय के बाद जब रौशनी मिलेगी तो 22 सितंबर को यह फिर से काम करना शुरू कर सकता है।
मुंद्रा बंदरगाह में करोंडो रुपए की विदेशी सिगरेट जप्त
4 Sep, 2023 08:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कच्छ । मुंद्रा बंदरगाह में विदेशी सिगरेट जप्त की गई है। जिसकी कीमत करोड़ों रुपए बताई गई है। विदेश से यह सिगरेट ऑटो एयर फ्रेशनर के रूप में भारत लाई गई थी। इस खेप को जेबेल अली बंदरगाह से भारत भेजा गया था। समान की विस्तृत जांच के दौरान कस्टम अधिकारियों ने कंटेनर में, पहली पंक्ति के पैकेज घोषित सामान ऑटो एयर फ्रेशनर की जांच की। तब असलियत का खुलासा हुआ। डीआरए के अधिकारियों ने बंदरगाह पर आयातित विदेशी सिगरेट को जप्त कर लिया है।
4 साल के मासूम की हत्या कर माता-पिता ने लगाई फांसी
4 Sep, 2023 07:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
टीकमगढ़ । टीकमगढ़ के पृथ्वीपुर में पारिवारिक विवाद के चलते पति पत्नी ने अपने लड़के की हत्या कर दी। उसके बाद मां बाप ने स्वयं आत्महत्या कर ली। रविवार को पृथ्वीपुर थाना क्षेत्र के ग्राम केसरीगंज में आनंद उर्फ चौकी रैकवार उम्र 30 वर्ष और उसकी पत्नी राखी 28 वर्ष ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। उनके पास ही बेटे मनीष उम्र 4 वर्ष का शव खाट पर पड़ा हुआ था।
जांच में पुलिस को आशंका है कि पति-पत्नी ने अपने लड़के मनीष की कपड़े से गला घोट कर हत्या की होगी। उसके बाद खुद फांसी के फंदे पर झूल गए। आनंद शनिवार को ही अपनी पत्नी को मायके से लेकर लौटा था। पुलिस का मानना है, कि पति-पत्नी के बीच विवाद हुआ होगा। उसके बाद यह घटना हुई है। पुलिस ने तीनों शव को पोस्टमार्टम के बाद सुरक्षित रख लिया है। ताकि उनके परिजन आकर शव ले लें। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
चंद्रयान 3 को काउंटडाउन करने वाली इसरो की वैज्ञानिक एन वलारमथी का निधन
4 Sep, 2023 05:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । इसरो की वैज्ञानिक एन वलारमथी का निधन हो गया है। बता दें कि उन्होंने भारत के मून मिशन चंद्रयान-3 में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। तमिलनाडु के अरियालुर की मूल निवासी वलारमथी का शनिवार शाम को चेन्नई में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह इसरो के मिशन लॉन्चिंग के लिए काउंटडाउन की पीछे की आवाज थीं। 14 जुलाई को लॉन्च किया गया बेहद सफल चंद्रयान-3 उनके लिए अंतिम उलटी गिनती साबित हुआ। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक साल 2023 में लगभग हर महीने होने वाले एक लॉन्च मिशन के साथ, इसरो लाइव स्ट्रीम को भारत और विदेश में लोग करीब से देख रहे हैं। जैसे-जैसे कोई इन लॉन्चों को देखता है, प्रसारण के समय मौजूद अधिकारियों की आवाजें और उनकी संबंधित घोषणाएं करने की अनोखी आवाज और तरीका तुरंत पहचानने योग्य हो जाता है। ऐसी ही एक आवाज, इसरो की वैज्ञानिक वलारमथी की थी, जो अब हमारे बीच नहीं रहीं। केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए, इसरो के पूर्व निदेशक डॉ. पीवी वेंकटकृष्णन ने कहा कि वलारमथी मैडम की आवाज श्रीहरिकोटा से इसरो के भविष्य के मिशनों की उलटी गिनती के लिए अब नहीं होगी। चंद्रयान-3 उनकी अंतिम उलटी गिनती की घोषणा थी। उनके निधन के बाद सोशल मीडिया पर कई लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। मालूम हो कि वलारमथी इसरो की प्री-लॉन्च उलटी गिनती घोषणाओं के पीछे की आवाज थीं और उन्होंने आखिरी घोषणा 30 जुलाई को की थी, जब पीएसएलवी-सी56 रॉकेट एक समर्पित वाणिज्यिक मिशन के हिस्से के रूप में 7 सिंगापुरी उपग्रहों को लेकर रवाना हुआ था। वह पिछले छह सालों से सभी लॉन्चों के लिए उलटी गिनती की घोषणाएं कर रही थीं।
जम्मू-कश्मीर में लश्कर के दो सहयोगी गिरफ्तार
4 Sep, 2023 04:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
श्रीनगर । जम्मू-कश्मीर पुलिस ने उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के दो ओवरग्राउंड वर्करों (ओजीडब्ल्यू) को गिरफ्तार किया और उनके पास से आपत्तिजनक सामग्री बरामद की। पुलिस ने कहा कि तीन सितंबर को एक विशिष्ट इनपुट प्राप्त होने पर एसओजी क्रेरी और 52 आरआर द्वारा शिर्कवाड़ा बस स्टॉप के पास शिर्कवाड़ा में एक संयुक्त नाका लगाया गया। नाका चेकिंग के दौरान, वागूरा ब्रिज की ओर से पैदल आ रहे दो व्यक्तियों की संदिग्ध गतिविधि देखी गई। पुलिस पार्टी और सुरक्षा बलों को देखकर, उक्त व्यक्तियों ने मौके से भागने की कोशिश की, लेकिन सतर्क नाका पार्टी ने उन्हें पकड़ लिया। प्रारंभिक पूछताछ के दौरान उन्होंने अपनी पहचान तौसीफ रमज़ान भट और मोइन अमीन भट उर्फ मोमिन के रूप में बताई, जो बारामूला के शीरी गांव, बड़ा मुल्ला के निवासी थे। मोइन अमीन भट के कब्जे से मैगजीन के साथ एक चीनी पिस्तौल और तौसीफ रमजान भट के पास से एक हथगोला बरामद किया गया। दोनों व्यक्ति लश्कर के ओजीडब्ल्यू हैं। पुलिस ने बताया कि आरोपी लगातार लश्कर-ए-तैयबा के आकाओं के संपर्क में थे और सारी जानकारी पाकिस्तानी आतंकी आकाओं को देते थे।
सोनिया गांधी अस्पताल में भर्ती, सीने में इंफेक्शन की शिकायत
4 Sep, 2023 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । कांग्रेस नेता सोनिया गांधी अस्पताल में भर्ती हैं। उनको सीने में इंफेक्शन की शिकायत के बाद कल शाम दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल ने कहा है कि वह कुछ समय से सीने में इंफेक्शन की शिकायत कर रही थीं और उन्हें नियमित जांच के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। कांग्रेस नेता सोनिया गांधी की उम्र 76 साल है और वह उत्तर प्रदेश के रायबरेली से सांसद हैं। हाल ही में मुंबई में विपक्षी गठबंधन इंडिया की बैठक में शामिल होने के लिए वह गईं थीं। दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल के सूत्रों ने रविवार को कहा कि कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी को हल्के बुखार की शिकायत के बाद भर्ती कराया गया और उनकी हालत स्थिर है। डॉक्टरों की एक टीम उनकी सेहत पर लगातार नजर रख रही है।
गौरतलब है कि इस साल यह तीसरी बार है, जब सोनिया गांधी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जनवरी में उन्हें वायरल बुखार और चेस्ट में इंफेक्शन के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मार्च में ब्रोंकाइटिस और बुखार के कारण उन्हें फिर से अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हाल ही में सोनिया गांधी निजी यात्रा पर श्रीनगर पहुंचीं थीं। जबकि उनके बेटे राहुल गांधी एक दिन पहले ही अपने एक हफ्ते के लद्दाख दौरे के बाद वहां पहुंचे थे। श्रीनगर पहुंचने के तुरंत बाद सोनिया ने वहां निगीन झील का दौरा किया और नाव की सवारी का आनंद लिया।