देश (ऑर्काइव)
22 जनवरी को पीएम मोदी राम मंदिर का करेंगे लोकार्पण
27 Oct, 2023 07:41 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अयोध्या में निर्माणाधीन मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की जन्मभूमि पर मंदिर बनाने को लेकर भाजपा के संकल्प पर कटाक्ष करने वाले विपक्षी दलों के नेताओं को अब करारा जवाब मिलने जा रहा है। विपक्ष के जो नेता भाजपा पर कटाक्ष के तौर पर 'मंदिर वहीं बनाएंगे, तारीख नहीं बताएंगे' जैसे जुमलों का इस्तेमाल करते थे, उन नेताओं की जुबान पर अब ताला लगने की बारी आ गई है। अयोध्या में रामजन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण जोर-शोर से चल रहा है और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी, 2024 को इस भव्य मंदिर का लोकार्पण करेंगे। इसकी तैयारियां भी अभी से ही शुरू हो गई है।
सबसे बड़ी बात यह है कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर को लेकर सोशल मीडिया पर विपक्षी नेताओं को करारा जवाब दिया जा रहा है। एक्स (ट्विटर), फेसबुक, इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया के प्रमुख मंचों पर प्रधानमंत्री मोदी के फैंस विपक्षी दलों के नेताओं को चिंगारी लहराने वाला जवाब दे रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी के फैंस विपक्ष के जुमले 'मंदिर वहीं बनाएंगे, तारीख नहीं बताएंगे' के जवाब में पोस्ट कर रहे हैं कि 'श्रीराम आने वाले हैं, भारत का बच्चा बच्चा जय श्रीराम बोलेगा।'
बताते चलें कि अयोध्या में रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। प्रधानमंत्री ने इसके लिए राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र के निमंत्रण को भी स्वीकार कर लिया है। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की।
एक्स, पूर्व ट्विटर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि वह इस ऐतिहासिक अवसर के गवाह बनेंगे। पीएम ने ट्रस्ट के सदस्यों से मुलाकात की फोटो भी शेयर की है। गौरतलब है कि प्राण प्रतिष्ठा के एक भव्य समारोह के दौरान भगवान राम की मूर्ति स्थापित की जाएगी। इधर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने भी बताया है कि श्री राम जन्मभूमि मंदिर में भगवान श्री रामलला सरकार के श्री विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा दिनांक 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा की जाएगी। 14 जनवरी को मकर संक्रांति के बाद राम लला के अभिषेक की प्रक्रिया शुरू करने और राम लला की प्राण प्रतिष्ठा का 10 दिवसीय अनुष्ठान करने का निर्णय लिया गया है।
धार्मिक स्थलों पर भक्ति का सैलाब
26 Oct, 2023 08:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जम्मू । नवरात्रि के पावन पर्व पर जम्मू के त्रिकुटा की पहाड़ी में स्थित मां वैष्णो देवी के दर्शन करने के लिए इस बार जनवरी से लेकर अभी तक 80 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचे हैं। इस साल के अंत तक यह आंकड़ा एक करोड़ पार कर जाएगा। पिछले साल वैष्णो देवी के दर्शन करने 91.24 करोड़ दर्शनार्थ पहुंचे थे। नवरात्रि के दौरान श्राइन बोर्ड ने यात्रियों की सुविधा के लिए कई प्रोजेक्ट लॉन्च किए थे।
धार्मिक स्थल पर श्रद्धालुओं की संख्या बड़ी तेजी के साथ बढ़ती जा रही है। श्रद्धालु भक्त अपने कष्ट, नौकरी, बीमारी और महंगाई से निजात पाने की मन्नत के साथ मंदिरों के दर्शन करने पहुंच रहे हैं।
उज्जैन के महाकाल मंदिर में इस वर्ष जुलाई से लेकर अभी तक 2.4 करोड़ श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंच चुके हैं। मंदिर प्रशासन को 129 करोड रुपए का दान भी प्राप्त हुआ है। जो अभी तक का सर्वाधिक दान है।
इसी प्रकार वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में इस साल 6 करोड़ से अधिक भक्तों ने दर्शन किए हैं। सावन के महीने में 1.63 करोड़ श्रद्धालु यहां पर पहुंचे थे।
उत्तराखंड राज्य की चार धाम यात्रा करने के लिए भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। इस वर्ष अभी तक 50 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने चार धाम की यात्रा की है। जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। पिछले साल 44.32 करोड़ श्रद्धालु चार धाम की यात्रा पर पहुंचे थे।
जिस तरह से भक्तों के कष्ट बढ़ रहे हैं। उसके साथ, भक्तों की आस्था भी धार्मिक स्थलों के प्रति बढ़ रही है। भक्तों को लग रहा है कि भगवान की आस्था के साथ पूजन करने पर उनके कष्ट भगवान की कृपा से चमत्कारिक ढंग से दूर होंगे। धार्मिक स्थलों के प्रचार प्रसार, चमत्कार और सुविधाओं के कारण सोशल मीडिया ने भक्तों की आस्थाओं को काफी बढ़ा दिया है। उन्हें लगता है कि भगवान उनके कष्टों को मिंटों मे दूर कर सकते हैं। इसके कारण धार्मिक स्थलों के प्रति आस्था दिनों दिन बढ़ती चली जा रही है। इसके साथ ही धार्मिक स्थलों की कमाई भी बड़ी तेजी के साथ बढ़ रही है। अब तो सरकार भी धार्मिक स्थलों को पर्यटन उद्योग के रूप में देखने लगी है।
कश्मीर विलय दिवस पर मैराथन सहित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित
26 Oct, 2023 07:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जम्मू । जम्मू कश्मीर में विलय दिवस के अवसर पर गुरुवार सुबह मैराथन सहित विभिन्न कार्यक्रमों आयोजित किये जा रहे हैं। हाथों में तिरंगा थाम भारत माता की जय, वंदे मातरम के जयघोष करते युवाओ ने मैराथन में भाग लिया । विलय दौड़ मैराथन नामक यह आयोजन भारतीय जनता युवा मोर्चा की ओर से किया गया।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर पर पाकिस्तानी कबायलियों ने जब 22 अक्टूबर 1947 को हमला किया तो वहां के महाराजा हरी सिंह ने अपनी रियासत को बचाने के लिए भारत सरकार से मदद मांगी। जून 1947 के उस दौर में अंग्रेजी शासन समाप्त होने के साथ ही भारत में भी नई व्यवस्था तैयार हो रही थी। महाराजा हरि सिंह जम्मू कश्मीर को पाकिस्तान की अपेक्षा भारत से जुड़ना चाहते थे। दूसरी तरफ नेहरू महाराजा के फैसले लेने के अख्तियार पर ही सवाल उठा रहे थे। उनकी नजर में शेख अब्दुल्लाह ही जम्मू-कश्मीर के भविष्य का फैसला कर सकते थे, जिन्हें महाराजा हरि सिंह ने क्विट कश्मीर आंदोलन के आरोप में वर्ष 1946 में जेल में बंद रखा था। शेख अब्दुल्ला कश्मीर के लोकप्रिय नेता थे और पंडित नेहरू से भी उनके रिश्ते थे। लेकिन जवाहरलाल नेहरू की दोस्ती का बदला मिजाज शेख अब्दुल्ला की राजनीति को रास नहीं आ रहा था। कश्मीर के मामले में जवाहरलाल नेहरू की कुछ गलतियों की वजह से कश्मीर में शेख अब्दुल्ला का कद लगातार बढ़ता रहा। शेख अब्दुल्ला वर्ष 1948 में जम्मू कश्मीर के प्रधानमंत्री बन गए। शुरुआती दौर में नेहरू ने शेख अब्दुल्लाह का समर्थन किया। वर्ष 1953 में कई आरोपों के बाद शेख अब्दुल्ला को उनके पद से हटा दिया गया और गिरफ्तार कर लिया गया।
कश्मीर के महाराजा ने स्वतंत्रता की महत्वाकांक्षाओं को बरकरार रखते हुए 26 अक्टूबर 1947, अमर पैलेस, जम्मू में एक अनुबंध पत्र में लिखा- मैं महाराजा हरि सिंह जम्मू और कश्मीर को हिंदुस्तान में शामिल होने का ऐलान करता हूं। जिसे भारत के तत्कालीन गवर्नर जनरल ने बिना शर्त स्वीकार कर लिया था। माउंटबेटन के 27 अक्टूबर 1947 को महाराजा को लिखे पत्र में राज्य के विलय की स्वीकृति की सूचना दी गई थी। ऐसा करते हुए, माउंटबेटन ने कहा कि भारत सामान्य परिस्थितियों की वापसी पर राज्य के लोगों की इच्छाओं का पता लगाएगा। 27 अक्टूबर 1947 को नेहरू ने कुछ दिनों पहले जम्मू और कश्मीर के नए प्रधान मंत्री के रूप में श्रीनगर पहुंचे मेहर चंद महाजन और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता शेख अब्दुल्ला को संयुक्त राष्ट्र को निगरानी में शामिल करने के अपने फैसले के बारे में बताया था। 3 नवंबर को, उन्होंने पाकिस्तान के प्रधान मंत्री लियाकत अली खान को पत्र लिखते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसी निष्पक्ष अंतरराष्ट्रीय एजेंसी किसी भी जनमत संग्रह की निगरानी करने के लिए कहने का निर्णय लिया गया था। चूंकि पाकिस्तान ने उस समय कश्मीर में अपनी संलिप्तता से इनकार किया था और कहा था कि हमलावर कबायली आक्रमणकारी थे, यह भारत के लिए कश्मीर में पाकिस्तान की भूमिका को समाप्त करने का एक अवसर था।
राम मंदिर उद्घाटन के लिए एकमात्र पीएम मोदी के आमंत्रण पर विपक्षी नेताओं की आपत्ति
26 Oct, 2023 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अयोध्या । लोकसभा चुनाव से पहले अयोध्या में होने वाले राम मंदिर के उद्घाटन के लिए 22 जनवरी, 2024 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निमंत्रण को लेकर विपक्षी नेताओं ने गुरुवार को अपनी आपत्ति दर्ज कराई । विपक्षी नेताओं ने इसे मतदान प्रभावित करने की मंशा बताते हुए सवाल किया कि क्या यह लोकसभा चुनाव से ठीक पहले एक राजनैतिक पार्टी केन्द्रित कार्यक्रम नहीं बन जाएगा। कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने पूछा कि क्या सिर्फ एक ही पार्टी को निमंत्रण भेजा जा रहा है। कांग्रेस नेता ने कहा, क्या यह अब एक पार्टी कार्यक्रम बन गया है? भगवान सबके हैं। हर पार्टी को निमंत्रण मिलना चाहिए था। उन्हें कम से कम यह स्पष्ट करना चाहिए था कि सभी को आमंत्रित किया जाएगा।
शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा कि पीएम को बुलाने की जरूरत नहीं है वे खुद ही वहां जाएंगे। वे पीएम हैं। इतने बड़े आयोजन को कोई क्यों छोड़ेगा? राम मंदिर बनना था, इसके लिए हजारों कारसेवकों ने अपनी जान दी है। तमाम हिंदुत्ववादी संगठन और पार्टियां शामिल थीं। उन्होंन कहा कि शिवसेना, बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद थे। लालकृष्ण आडवाणी ने रथ यात्रा निकाली थी। इन सबका नतीजा है कि राम मंदिर बन रहा है। इसीलिए पीएम मोदी जाएंगे और पूजा करेंगे लेकिन मुझे लगता है कि यह चुनाव की तैयारी है।
शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुवेर्दी ने कहा कि एक ऐतिहासिक क्षण है, लंबे समय के बाद यह राम मंदिर बन रहा है इस पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। उम्मीद है जिन्होंने इसकी शुरूआत की थी उन सभी को इसमें निमंत्रण दिया जाएगा। शिवसेना का भी इस संघर्ष में काफी योगदान रहा है।
मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने इसे सनातन धर्म का एक बहुत बड़ा प्रतीक बताते हुए कहा कि यह हमारे देश के प्रत्येक नागरिक का है न कि केवल भाजपा का? उन्होंने कहा कि मुझे बहुत खुशी है कि राम मंदिर आखिरकार बन रहा है। गौरतलब है कि श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट ने 22 जनवरी, 2024 को अयोध्या मंदिर में राम मंदिर के गर्भगृह में भगवान राम की मूर्ति रखने के लिए पीएम मोदी को आमंत्रित किया। पीएम मोदी ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया और कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि वह इस तरह के ऐतिहासिक अवसर का साक्षी बनेंगे।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तारीख फाइनल, पीएम मोदी को मिला न्योता, इस दिन गर्भगृह में विराजमान होंगे रामलला
26 Oct, 2023 04:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Ram Mandir Latest News: रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर बड़ी जानकारी सामने आ गई है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तारीख फाइनल हो गई है। श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने राम लला की प्राण प्रतिष्ठा की तिथि निर्धारण की पुष्टि की है। ट्रस्ट के महामंत्री के अनुसार रामलला प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव 22 जनवरी 2024 को होगा जिसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया गया है।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने बुधवार की शाम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से नई दिल्ली में भेंट कर उन्हें रामजन्मभूमि पर नवनिर्मित मंदिर में रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के लिए औपचारिक रूप से आमंत्रित किया। प्रधानमंत्री से मिलने वाले ट्रस्ट के प्रतिनिधिमंडल में महासचिव चंपतराय, मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र, कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंददेव गिरि के अलावा ट्रस्ट के सदस्य उडुप्पी पीठाधीश्वर स्वामी विश्वेष प्रसन्नतीर्थ शामिल रहे।
श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने अपने बयान में कहा, ‘श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के ट्रस्टी तेजावर मठ के पूज्य स्वामी विश्वप्रसन्नतीर्थ जी महाराज जगतगुरु मध्वाचार्य, ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष पूना निवासी पूज्य स्वामी गोविंद देव जी महाराज, रामजन्मभूमि मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष श्रीमान नृपेंद्र मिश्रा जी के साथ मैं स्वयं आज माननीय प्रधानमंत्री से मिलने गए थे।’ महामंत्री ने कहा, ‘हमने उन्हें अयोध्या 22 जनवरी को पधारकर नए बन रहे मंदिर के गर्भगृह में भगवान राम के नूतन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा अपने कर कमलों से करने का निवेदन किया’। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमारा निवेदन स्वीकार किया है, यह प्रसन्नता की बात है। वे प्राण प्रतिष्ठा के महोत्सव के अवसर पर उपस्थित रहेंगे।
वहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी अपने X हैंडल पर भी जानकारी साझा की है। पीएम मोदी ने रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का साक्षी बनने को सौभाग्य बताया है। पीएम मोदी ने लिखा,
जय सियाराम!
आज का दिन बहुत भावनाओं से भरा हुआ है। अभी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारी मुझसे मेरे निवास स्थान पर मिलने आए थे। उन्होंने मुझे श्रीराम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के अवसर पर अयोध्या आने के लिए निमंत्रित किया है।
मैं खुद को बहुत धन्य महसूस कर रहा हूं। ये मेरा सौभाग्य है कि अपने जीवनकाल में, मैं इस ऐतिहासिक अवसर का साक्षी बनूंगा।
गौरतलब है कि श्रीराम नगरी में दिव्य और भव्य रामलला के मंदिर निर्माण का कार्य तेजी से हो रहा है। जनवरी 2024 में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की तैयारियां भी तेजी से चल रही है। पीएम मोदी के अलावा कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संचालक मोहन भागवत और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी भी उपस्थित रहेंगे।
कनाडा ने भारत की कई बातें मानी, तब कहीं सीमित सीमा सेवा प्रारंभ की
26 Oct, 2023 03:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ओटावा/नई दिल्ली। भारत और कनाडा के बीच लंबे समय से तनातनी चल रही है। भारत ने कनाडा के 41 राजनयिकों को देश से निकालने, वीजा सेवाओं को रोकने समेत कई बड़े कदम उठाए थे। इससे कनाडा बैकफुट पर आ गया था। कनाडा की विदेश मंत्री ने राजनयिकों को निकाले जाने के बाद नरम रुख अपना लिया था। बैकफुट पर आते हुए कनाडा ने कहा था कि हम भारत के साथ वार्ता को जारी रखेंगे। भारत ने अब भी कनाडा को पूरी तरह राहत नहीं दी है और 8 में से 4 कैटिगरीज में ही वीजा सेवाओं को शुरू किया है।
भारत ने कनाडा में रह रहे अपने राजनयिकों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताते हुए कहा था कि कनाडा को इस पर ध्यान देना होगा। एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि कनाडा ने इस बात को गंभीरता से लिया है और सुरक्षा सुनिश्चित करने का वादा किया। अधिकारी ने बताया कि दोनों देशों के बीच कई स्तरों पर बात हुई। लेकिन उन्होंने यह बताने से इनकार कर दिया कि मंत्री भी इसमें शामिल थे या नहीं। इसी महीने की शुरुआत में एक मीडिया रिपोर्ट में एस. जयशंकर और कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जॉली की मुलाकात हुई थी। हालांकि इस रिपोर्ट को भारत सरकार ने खारिज कर दिया था। अधिकारी ने कहा कि ऐसा फैसला इसलिए लिया गया है ताकि कनाडा में रह रहे भारतीय मूल के लोगों और कारोबारियों के हितों को नुकसान न हो।
भारत मूल के कनाडा में बसे लोग भी यात्रा नहीं कर पा रहे थे। अब एंट्री वीजा की शुरुआत के बाद उनके लिए ऐसा करना आसान होगा। एक अधिकारी ने कहा कि इससे उन 85 फीसदी लोगों को फायदा होगा, जिनके पास ओवरसीज सिटिजन ऑफ इंडिया का कार्ड नहीं है। भारत और कनाडा के बीच काराबोर से जुड़े लोगों ने भी इस फैसले का स्वागत किया है। कनाडा ने भारत से बातचीत में बताया कि किन अधिकारियों को क्या सुविधाएं दी गई हैं और उनकी सुरक्षा कैसे तय की जा रही है। हालांकि कनाडा में भारत के उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा ने बताया कि सुरक्षा बढ़ाने भर से कुछ नहीं होता। वर्मा ने कहा कि यह जरूरी है कि राजनयिक आसानी से मूवमेंट कर सकें। अभी धमकियों के चलते उनके आने-जाने तक पर रोक है।
लूटे गए आधुनिक हथियार बरामद,4 गिरफ्तार
26 Oct, 2023 02:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इंफाल। मणिपुर में सुरक्षा बलों ने पिछले 24 घंटों में लूटे गए छह अत्याधुनिक हथियार बरामद किए हैं और दो आतंकवादियों और दो हथियारबंद लोगों सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने कहा कि संयुक्त सुरक्षा बलों ने थौबल जिले में दो सेल्फ-लोडिंग राइफल, एक इंसास राइफल और बड़ी मात्रा में गोला-बारूद और भारी मात्रा में विस्फोटक सहित छह अत्याधुनिक हथियार बरामद किए। पुलिस ने उग्रवादी संगठन यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट के दो कट्टर कैडरों को भी गिरफ्तार किया और उनके पास से दो हथियारों के साथ कुछ गोला-बारूद भी बरामद किया गया। मणिपुर पुलिस ने चुराचंदपुर जिले में दो लोगों को दो हथियारों और कुछ गोला-बारूद के साथ गिरफ्तार किया है। बता दें कि इंफाल-दीमापुर (एनएच-2) और इंफाल-जिरिबाम (एनएच-37) पर वाहनों की आवाजाही लगभग सामान्य हो गई है। हालांकि, संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा एस्कॉर्ट उपलब्ध कराए गए थे।
पीएम मोदी 27 अक्टूबर को चित्रकूट आएंगे , सद्गुरु सेवा संघ के कार्यक्रम में होंगे शामिल
26 Oct, 2023 12:14 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सतना । विधानसभा चुनाव के सीजन में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 27 अक्टूबर को मध्यप्रदेश के दौरे पर सतना जिले की धार्मिक नगरी चित्रकूट आएंगे। उनके प्रस्तावित दौरे को लेकर प्रशासन की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। बुधवार को पीएम की सुरक्षा के मद्देनजर एएसएल रिहर्सल भी की गई। पीएम नरेंद्र मोदी 27 अक्टूबर को दोपहर सतना जिले के चित्रकूट पहुंचेंगे। पीएम के साथ प्रदेश के राज्यपाल व मुख्यमंत्री भी आएंगे।
चित्रकूट में अरविंद भाई मफतलाल की 100वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे
पीएम मोदी चित्रकूट में अरविंद भाई मफतलाल की 100वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। उनकी समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद वे सद्गुरु सेवा संघ के कर्मचारियों को संबोधित करेंगे और सद्गुरु सेवा संघ के अस्पताल की व्यवस्था देखने के बाद नई विंग के पूजन कार्यक्रम में शामिल होंगे।
तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज से भी मुलाकात करेंगे
अपने चित्रकूट प्रवास के दौरान पीएम मोदी तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज से भी मुलाकात करेंगे। सतना कलेक्टर अनुराग वर्मा,एसपी आशुतोष गुप्ता,सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित राव चित्रकूट में पीएम के आगमन को लेकर तैयारियों की स्वयं निगरानी कर रहे हैं।
पीएम मोदी का यह चित्रकूट दौरा गैर राजनीतिक बताया
पीएम मोदी का यह चित्रकूट दौरा गैर राजनीतिक बताया जा रहा है लेकिन चुनावी सीजन में उनके आगमन के सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं। माना जा रहा है कि पीएम मोदी का ये दौरा भाजपा में चल रही असंतोष की बयार को रोकने में भी मददगार हो सकता है।
चक्रवाती तूफान पर IMD ने जारी किया अलर्ट, पराली से खराब हुई दिल्ली की हवा
26 Oct, 2023 12:07 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देश के कई राज्यों में मौसम की गतिविधियों में उतार चढ़ाव जारी है। वहीं, मौसम विभाग ने चक्रवाती तूफान को लेकर नया अपडेट जारी किया है। मौसम विभाग ने बताया कि गंभीर चक्रवात हामून अब कमजोर हो गया है और यह अब मिजोरम के दक्षिण में एक दबाव के रूप में बना हुआ है। इसके अलावा IMD ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आज सुबह हल्की धुंध की संभावना जताई है। मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली में दिन के समय आसमान साफ रहेगा, जिसके कारण न्यूनतम तापमान सामान्य से कम रहने की भी संभावना है।
चक्रवाती तूफान पर IMD ने जारी किया अलर्ट
मौसम विभाग ने बताया कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना चक्रवाती तूफान हामून बांग्लादेश के तट को पार कर गया है। IMD ने बताया कि यह तूफान जिस समय बांग्लादेश के तट को पार किया उस समय हवाएं 75 से 85 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थीं। आईएमडी भुवनेश्वर के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक उमाशंकर दास ने कहा कि चक्रवात हामून काफी कमजोर हो गया है और यह मिजोरम के दक्षिण में एक अवसाद के रूप में बना हुआ है। उन्होंने बताया कि तूफान हामून जब जमीन पर पहुंचा, तब तक यह कमजोर होकर एक चक्रवाती तूफान में बदल गया। इस दौरान हवा की गति 75 किमी प्रति घंटे से 85 किमी प्रति घंटे के बीच बढ़कर 95 किमी प्रति घंटे तक पहुंच गई।
खराब श्रेणी में पहुंची दिल्ली-एनसीआर की हवा
दिल्ली में हर तरफ पराली का धुआं-धुआं नजर आ रहा है, वहीं दूसरी तरफ सुबह-शाम दिल्ली में कोहरे का असर भी दिखने लगा है। इस बीच मौसम विभाग ने बताया कि राजधानी में सुबह के समय हल्की धुंध देखने को मिलेगी। हालांकि, दिन के समय आसमान साफ रहेगा। इधर, दिल्ली-एनसीआर की हवा एक बार फिर से खराब श्रेणी में पहुंच गई है। दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 256, जबकि गुरुग्राम में AQI 176 दर्ज किया गया। विभाग के मुताबिक, आने वाले दो से तीन दिनों तक राजधानी में सुबह के समय हल्की धुंध रहने की संभावना है।
हिमाचल में चल रही हैं बर्फानी हवाएं
हिमाचल प्रदेश के अधिक ऊंचाई वाले जनजातीय क्षेत्रों में हिमपात होने के कारण बर्फानी हवाएं चल रही हैं। मौसम विभाग ने अगले चार-पांच दिनों के दौरान राज्य में मौसम शुष्क रहने की संभावना व्यक्त की है। वहीं, मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया कि राज्य में अगले चार-पांच दिनों के दौरान मौसम में कोई विशेष बदलाव होने की संभावना ना के बराबर है।
यूपी-बिहार में कैसा रहेगा मौसम
मौसम विभाग के मुताबिक, बिहार के अधिकतर इलाकों में मौसम शुष्क बना रहेगा। राज्य में कहीं पर भी बारिश होने की कोई संभावना नहीं हैं। यहां शाम और सुबह के समय ठंड और भी बढ़ेगी। वहीं, मौसम विभाग ने कहा कि यूपी में अगले कुछ दिनों के दौरान ठंड बढ़ने की संभावना है।
सड़क हादसा, टैंकर से कार की टक्कर में 12 लोगों की हुई मौत
26 Oct, 2023 12:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कर्नाटक में बड़ा सड़क हादसा हुआ है। एक एसयूवी कार के टैंकर से टकराने से 12 लोगों की मौके पर मौत हो गई। हादसे में एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया।
खड़े टैंकर में घुसी कार, 12 की मौत
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, यह दुर्घटना चिक्कबल्लापुर जिला मुख्यालय शहर के बाहरी इलाके में हुई। कार बागेपल्ली से चिक्कबल्लापुर जा रही थी, तभी चालक ने खड़े टैंकर में टक्कर मार दी, जिससे चार महिलाओं सहित 12 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई।
एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया है और उसका नजदीकी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
नारी तू शक्ति समाना...
26 Oct, 2023 08:11 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्यप्रदेश में महिला अधिकार और सम्मान की रक्षा अब पहले से कहीं अधिक बेहतर और पुख्ता हो गई है। बेटियों को अब बोझ नहीं समझा जाता, महिलाओं के विरुद्ध अपराध करने वालों पर तुरंत कार्रवाई की जाती है, चुनावों में हिस्सा लेकर महिलाएं जनप्रतिनिधि के तौर पर भी अपनी भूमिका निभा रही है। केवल पारिवारिक ही नहीं सामाजिक और आर्थिक क्षेत्र में भी महिलाओं की भागीदारी मजबूत हुई है। महिला हितकारी योजनाओं ने एमपी में महिलाओं के लिए एक सुरक्षा कवच दिया है, जिसके साथ मध्यप्रदेश में महिलाएं निडर होकर आगे बढ़ रही हैं।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में महिलाओं का चहुंओर विकास हो रहा है। महिलाएं अब केवल घर की धुरी ही नहीं, अब समाज और राजनीति में उनके फैसलों की अहमियत बढ़ गई है। लाड़ली लक्ष्मी और लाड़ली बहना योजना ने महिलाओं का आत्मबल बढ़ाया है। लाड़ली लक्ष्मी योजना के लाभार्थियों का परिवार अब 46 लाख बेटियों का हो गया है। बेटियों का यह परिवार हर क्षेत्र में अपनी स्थिति को मजबूत कर रहा है। हर साल प्रदेश में दो मई को लाडली लक्ष्मी दिवस मनाया जाता है, बेटियों का मान और सम्मान बढ़ने से अब बेटियां अभिशाप के रूप में नहीं देखी जाती हैं। सरकार की छात्रवृति योजना से बेटियों को बेहतर शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता दी जा रही है। अब तक 13 लाख 30 हजार से अधिक लाडली बेटियों को 366 करोड़ रुपए की छात्रवृत्ति दी जा चुकी है। महिलाओं के विरुद्ध अपराधों की सुनवाई होने में पहले महीनों तक जाते थे, कार्रवाई होने में देर की वजह से कई बार महिलाएं शिकायत भी नहीं करती थी, इसका समाधान ई- संवाद मोबाइल एप के जरिए ढूंढा गया, जिसमें किसी भी तरह की अभद्रता या समस्या होने पर बेटियां और महिलाएं सीधे मुख्यमंत्री से संवाद करके अपनी बात सीएम पर पहुंचा सकती है। इस एप के माध्यम से महिलाओं के साथ सीएम का सीधा संवाद कायम हो सका, जिसने जनता और सीएम के बीच एक मजबूत रिश्ते की नींव रखी। महिलाएं अब आर्थिक रूप से भी सक्षम हो रही है, स्वयं सहायता समूहों का महत्व गांव देहात ही नहीं शहरी क्षेत्र में भी बढ़ गया। मध्यप्रदेश में 32 हजार महिलाएं और बेटियां विभिन्न स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं। महिला अधिकारों के कानून का पालन सुनिश्चत करने के लिए प्रदेश में लाडली लक्ष्मी कानून बनाया गया।
नारी तू नारायणी...
26 Oct, 2023 07:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह द्वारा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कन्या पूजन को नौटंकी कहने वाला मामला तूल पकड़ता जा रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बयान की निंदा करते हुए इसे सनातन, सनातनी परंपरा और धर्म का विरोध बताया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को टंच माल और आइटम कहने वाले बेटियों का सम्मान क्या जानें हैं? मैं बेटियों के पैर भी धोता हूं, उस पानी को माथे से लगाता हूं। यह वही कर सकता है जिसके मन में पवित्र भाव हो, जिसमें भारतीय संस्कार हो, बहन और बेटियों को टंच माल कहने वाले, आइटम कहने वाले, कन्या पूजन का महत्व क्या समझेंगे?
एक ओर जहां दिग्विजय सिंह द्वारा बेटियों के पूजन को नौटंकी बताया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर मध्यप्रदेश में कन्या पूजन करने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बेटियों के सुरक्षित भविष्य और महिलाओं के सशक्तिकरण को लेकर कई योजनाएं चला रखी है। महिलाओं के सम्मान में केंद्र और मध्यप्रदेश सरकार की ओर से प्रदेश में जो योजनाएं जारी हैं उनमें लाडली बहना योजना, लाडली लक्ष्मी योजना, पुलिस भर्ती में महिलाओं को 30 फीसदी आरक्षण, उज्ज्वला योजना, महिला शक्ति वंदन अधिनियम, मातृवंदना योजना, महिला अस्मिता से छेड़छाड़ का दंड फांसी, शिक्षक भर्ती में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण और सरकारी नौकरियों में भर्ती में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण शामिल है.
इन योजनाओं में अगर लाड़ली बहना योजना की बात की जाए, तो इसके तहत मध्य प्रदेश की महिलाओं को 1250 रुपये का भुगतान किया जा रहा है। इसके साथ ही, इन बहनों को 450 रुपये में रसोई गैस भी उपलब्ध कराई जा रही है। इसके लिए सब्सिडी की राशि सरकार की ओर से उनके खाते में भेजी जा रही है।
वहीं, सदियों से लकड़ी और कोयले के चूल्हे पर रसोई तैयार करने वाली महिलाओं को धुंए से निजात दिलाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से उज्ज्वला योजना की शुरुआत की गई। इस योजना के तहत देश के गरीब परिवार की महिलाओं को मुफ्त में गैस कनेक्शन उपलब्ध कराया जाता है। इसके साथ ही, महिलाओं को गैस सिलेंडर की खरीद करने पर सब्सिडी भी दी जाती है। जिन राज्यों में डबल इंजन की सरकार है, उन राज्यों में महिलाएं ही नहीं, प्रदेश की तमाम जनता को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का दोहरा लाभ दिया जा रहा है।
इसके अलावा जिन राज्यों में डबल इंजन की सरकार नहीं है, उन राज्यों के लोगों को केंद्र सरकार की योजनाओं का भरपूर लाभ नहीं दिया जाता है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण पश्चिम बंगाल, राजस्थान, बिहार, झारखंड, पंजाब, हिमाचल प्रदेश आदि राज्य हैं। इन राज्यों में महिलाओं को समाज और प्रशासनिक स्तर पर भागीदारी सुनिश्चित करने के प्रयास न के बराबर किए जा रहे हैं। वहीं, केंद्र सरकार की ओर से जो योजनाएं बनाकर भेजी जाती हैं, उन्हें ढंग से अमल भी नहीं किया जाता है।
मोदी 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में होंगे शामिल, बोले- मैं खुद को धन्य महसूस कर रहा हूं
25 Oct, 2023 10:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का न्यौता स्वीकार कर लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर अयोध्या जाएंगे। प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 12:30 बजे होगा। उन्होंने कहा कि मैं खुद को बहुत धन्य महसूस कर रहा हूं। यह मेरा सौभाग्य है कि अपने जीवनकाल में, मैं इस ऐतिहासिक अवसर का साक्षी बनूंगा। रामजन्म भूमि तीर्थ ट्रस्ट के सदस्यों ने पीएम मोदी से मुलाकात की। उन्होंने पीएम मोदी से राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया। पीएम मोदी ने रामजन्म भूमि तीर्थ ट्रस्ट के निमंत्रण को स्वीकार कर सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर इसकी सूचना दी।
जय सियाराम!
आज का दिन बहुत भावनाओं से भरा हुआ है। अभी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारी मुझसे मेरे निवास स्थान पर मिलने आए थे। उन्होंने मुझे श्रीराम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के अवसर पर अयोध्या आने के लिए निमंत्रित किया है।
पीएम मोदी ने कहा- ये मेरा सौभाग्य
पीएम मोदी ने जय सियाराम से पोस्ट की शुरुआत की। उन्होंने लिखा कि आज का दिन बहुत भावनाओं से भरा हुआ है। अभी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारी मुझसे मेरे निवास स्थान पर मिलने आए थे। उन्होंने मुझे श्रीराम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के अवसर पर अयोध्या आने के लिए निमंत्रित किया है। मैं खुद को बहुत धन्य महसूस कर रहा हूं। ये मेरा सौभाग्य है कि अपने जीवनकाल में, मैं इस ऐतिहासिक अवसर का साक्षी बनूंगा।
आगरा-धौलपुर के बीच ट्रेन पातालकोट एक्सप्रेस में लगी आग, यात्रियों ने उतरकर बचाई जान
25 Oct, 2023 06:20 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आगरा । आगरा-धौलपुर के बीच ट्रेन पातालकोट एक्सप्रेस में धुआं निकलने की सूचना मिली है। इंजन से चौथे कोच जीएस कोच में धुआं देखा गया है। ट्रेन को तुरंत रोका है। उके बाद कोच को अलग कर दिया है। भारतीय रेलवे ने बताया है कि हादसे में किसी भी व्यक्ति को कोई चोट नहीं आई है। पातालकोट एक्सप्रेस मथुरा से झांसी जा रही थी। ट्रेन आगरा कैंट रेलवे स्टेशन से झांसी के लिए निकली। कैंस से आठ किलोमीटर दूर भांडई रेलवे स्टेशन पहुंचते ही जनरल में बोगी में धमाके के साथ आग लग गई। यात्रियों का दम घुटने लगा। यात्री चीखने लगे, तो ड्राइवर ने इमरजेंसी ब्रेक लगा दिये। ट्रेन जैसे ही रुकी, तो यात्रियों ने ट्रेन से उतरकर अपनी जान बचाई। यात्रियों के कूदने से पहले दोनों बोगियों में आग पूरी तरह लग चुकी थी।
फायर ब्रिगेड बुझा रही आग
रेलवे कर्मियों ने आग को देख ट्रेन के दूसरे डिब्बों को अलग कर दिया। इस दौरान फायर ब्रिगेड ने आग को काबू करना शुरू कर दिया। फायर ब्रिगेड दोनों बोगियों में लगी आग को बुझा रही है।
इसरो कर रहा है चंद्रयान-4 की तैयारी,जापान के मिलकर चांद पर करेंगे पानी की तलाश
25 Oct, 2023 06:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी इसरो ने चंद्रयान-3 की सफल लैडिंग कर दुनिया में अपना अलग स्थान बना लिया है। कई देशों की नजरे इसरो पर है। सभी को लगता है कि अंतरिक्ष पर भारत के साथ मिलकर काम करना चाहिए। यही वजह है कि जापान भी भारत के साथ मिलकर चंद्रयान-4 की तैयारी कर रहा है। यह मिशन चंद्रमा पर पानी की तलाश और मौजूद खनिजों की खोज करेगा। हालांकि पानी की संभावना का संकेत चंद्रयान 3 पहले ही दे चुका है। खबर है कि भारतीय स्पेस एजेंसी ने चांद पर जाने के लिए जापान की जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी(जाक्सा) के साथ साझेदारी की है। दोनों मिलकर लूनर पोलर एक्सप्लोरेशन मिशन (ल्यूपेक्स) पर काम कर रहे हैं, जिसे चंद्रयान-4 का नाम दिया गया है।
जापानी स्पेस एजेंसी के मुताबिक,ल्यूपेक्स को साल 2025 में एच 3 रॉकेट की मदद से लॉन्च किया जा सकता है। रोवर को मिलाकर इसके पेलोड का कुल वजन 350 किलोग्राम से ज्यादा का होगा। साथ ही यह 3 महीनों से ज्यादा समय तक काम करेगा। खास बात है कि ल्यूपेक्स भी चांद के दक्षिणी ध्रुव के क्षेत्र में लैंड करेगा, जहां पहुंचने का कीर्तिमान भारत पहले ही स्थापित कर चुका है। इस मिशन में इसरो की ओर से सैंपल एनालिसिस पैकेज (आईसेप), ग्राउंड पैनेट्रेटिंग रडार (जीपीआर) और मिड-इंफ्रारेड इमेजिंग स्पेक्ट्रोमीटर जाएंगे। जबकि नासा न्यूरोन स्पेक्ट्रोमीटर (एनएस) और इसा एक्सोस्फेरिक मास स्पेक्ट्रोमीटर फॉर लुपेक्स (एमएमएस-एल) भेजेगा। बता दें कि इसके पहले जनवरी 2020 में ही जाक्सा ने इस मिशन की तैयारी शुरू कर दी थी। उस दौरान ही I इसरो के साथ मिलकर काम करने के लिए एक बड़ा मैनेजमेंट प्लान भी तैयार किया गया था।
जापानी स्पेस एजेंसी के मुताबिक, जाक्सा भारत के साथ मिलकर काम कर रहा है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि चांद पर पानी है या नहीं। अगस्त को ही चंद्रयान-3 के जरिए चांद पर पहुंचे इसरो के लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान ने चांद की सतह पर पानी होने के संकेत दिए थे। भारत की इस सफलता को काफी अहम माना जा रहा था। इसके अलावा भी प्रज्ञान ने तत्वों की खोज समेत धरती पर कई बड़ी जानकारियां भेजी थी। जाक्सा के अनुसार, ल्यूपेक्स का काम पानी और अन्य संसाधनों के लिए चांद की सतह पर खोज करना। साथ ही चांद की सतह पर घूमने में विशेषज्ञता हासिल करना है। यह प्रोजेक्ट अंतरराष्ट्री साझेदारी का है, जिसके तहत जाक्सा ने लूनर रोवर की जिम्मेदारी उठाई और इसरो लैंडर तैयार करेगा, जो रोवर को लेकर जाएगा। इसके साथ ही यूरोपियन स्पेस एजेंसी (इसा) और नासा यानी नेशनल एयरोनॉटिक्स स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन की तरफ से तैयार किए गए कुछ उपकरण भी रोवर पर लगाए जाएंगे।