देश (ऑर्काइव)
मुंबई में रेलवे स्टेशन पर नागरिकों के पैरों के नीचे इजरायल का झंडा
28 Oct, 2023 11:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। मुंबई से महज कुछ ही दूरी पर एक रेलवे स्टेशन पर चौंकाने वाली घटना सामने आई है। दरअसल स्टेशन पर लगे एस्केलेटर के बिल्कुल करीब इजराइल का झंडा लगा हुआ है. इजराइल और हमास के बीच चल रही जंग खूनी होती जा रही है. इसमें कई निर्दोष नागरिक अपनी जान गंवा रहे हैं। इन दोनों के बीच चल रही जंग में दुनिया भी बंटी हुई नजर आ रही है. न केवल वैश्विक स्तर पर बल्कि स्थानीय स्तर पर भी यह युद्ध मतभेद पैदा कर रहा है। इसका प्रमाण मुंबई से सटे मुंब्रा रेलवे स्टेशन पर आकर देखने को मिलता है। मुंब्रा रेलवे स्टेशन पर जब आप उतरेंगे और मुंब्रा पूर्व की ओर बढ़ेंगे तब मुख्य सीढ़ी जिस पर एस्केलेटर है, इस स्थान पर इजराइल का झंडा का स्टीकर लगा हुआ है। अनजाने में नागरिकों को इस झंडे पर चलते हुए देखा जा सकता हैं। दरअसल दुनिया भर में इस्लाम को मानने वाले लोग गाजा पट्टी में रहने वाले नागरिकों के लिए मजबूती से खड़े नजर आ रहे हैं. वे सोशल मीडिया पर सेव गाजा नाम से कैंपेन चला रहे हैं. वहीं, मुंब्रा स्टेशन पर इस झंडे को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं. लेकिन आप सोच रहे होंगे कि आख़िर इस जगह पर ये झंडा किसने और क्यों लगाया. हालांकि यह अबतक खुलासा नहीं हो पाया है. यह मामला गुरुवार शाम को सामने आया है। अब आप सोच रहे होंगे कि इस झंडे का स्टीकर इस जगह पर किसने और क्यों लगाया ? तो फिलहाल यह अभी भी स्पष्ट नहीं है. मगर यह अनुमान लगाया गया है कि यह झंडा गाजा पर इजरायल के हमले के विरोध में लगाया गया होगा।
कांग्रेस पार्टी को 40 निर्णायक सीटों पर हो सकता है बड़ा नुकसान ।
28 Oct, 2023 10:44 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
राष्ट्रीय स्तर पर आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए जिस तरह से लगभग सभी विपक्षी दल एक होकर इंडिया गठबंधन के नाम से एकत्रित होकर मुख्य सत्ताधीश पार्टी भारतीय जनता पार्टी का मुकाबला करने के लिए पिछले 6 महीने से आमने-सामने दिखाई दे रहे थे , वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन के दो प्रमुख दल जिसमें जनता दल यूनाइटेड एवं समाजवादी पार्टी शामिल है , दोनों ही मुख्य दलों ने अपने गठबंधन के सिद्धांतों एवं समझौता को लोकसभा चुनाव आने से पहले ही आमने-सामने की बगावत की स्थितियों पर लाकर खड़ा कर दिया है । लगभग 10 दिवस पूर्व समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के विषय में जिस तरह से अपमानजनक टिप्पणी कांग्रेस पार्टी के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के द्वारा की गई उसके बदले में कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उत्तर प्रदेश में भी इसी तरह का अपमानजनक बयान अखिलेश यादव के विषय में दिया था , कुल मिलाकर राष्ट्रीय परिदृश्य में यह मतभेद खुलकर सामने आया था । आज आमने-सामने की स्थिति और मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के लिए सबसे बड़ा संकट समाजवादी पार्टी बनकर खड़ा हो गई है । मध्य प्रदेश में समाजवादी पार्टी ने 45 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े कर दिए हैं, जो सीधे-सीधे कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार को हराने के लिए पर्याप्त दिखाई दे रहे हैं । वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव की ओर देखे तो जीत हार का प्रतिशत 15 से अधिक सीटों पर 1000 वोटो के अंतर से एवं 20 सीटों पर 2000 वोटो के अंतर से रहा है । ऐसी स्थिति में इंडिया गठबंधन के बीच सामने आई दरार कांग्रेस पार्टी के लिए बड़ा नुकसान करने की स्थिति में दिखाई देती है । कुल मिलाकर आने वाले लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन का किस तरह से सामंजस्य होगा यह तो भविष्य की बात है । परंतु मध्य प्रदेश में इंडिया गठबंधन के अंदर दरार एवं कांग्रेस पार्टी के लिए बड़ा नुकसान करने की स्थितियां , राष्ट्रीय परिदृश्य पर बड़ा प्रभाव के रूप में दिखाई देंगी।
*मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी अपमान एवं गद्दारी करती रही है -समाजवादी पार्टी
मध्य प्रदेश में 45 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार कांग्रेस पार्टी के समक्ष एक चुनौती के रूप में खड़े करने के बाद , पूर्व की राजनीतिक परिस्थितियों एवं समाजवादी पार्टी के मुखिया के अपमान के विषय पर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता चंद्रपाल सिंह यादव का कहना है कि कांग्रेस पार्टी ने समाजवादी पार्टी के साथ मध्य प्रदेश में हमेशा गद्दारी एवं अपमान का काम किया है । हम अपने वरिष्ठ नेताओं का अपमान सहन नहीं कर सकते । हमने कांग्रेस पार्टी के समक्ष निवेदन के साथ कई घंटे मुलाकात के इंतजार के पश्चात भी प्रस्ताव पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के समक्ष रखने गया था और हमने 6 सीटों की मांग की थी । हमारी मांग को अपमानजनक तरीके से ठुकरा ही नहीं दिया गया साथ-साथ हमारे वरिष्ठ नेता एवं मुखिया अखिलेश यादव जी का मध्य प्रदेश सहित उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने भी अपमान किया । समाजवादी पार्टी के बड़े नेता का कहना है कि उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे हुए कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर समाजवादी पार्टी का प्रभाव जिताऊ उम्मीदवार के रूप में स्पष्ट है । परंतु हमें पूर्व की तरह अपमान एवं तिरस्कार ही मिला है । इसलिए हमने जीतने वाले विधानसभा क्षेत्र में 45 उम्मीदवार अपने खड़े किए हैं । कुल मिलाकर समाजवादी पार्टी 45 विधानसभा क्षेत्र में सीधे-सीधे कांग्रेस पार्टी के लिए नुकसान पहुंचाएगी ।
जनता दल यूनाइटेड के पांच विधानसभा क्षेत्र पर सीधे मुकाबला मैं कांग्रेस को नुकसान ।
समाजवादी पार्टी ने जिन विधानसभा सीटों पर अपने 45 उम्मीदवार घोषित किए है । वहीं दूसरी ओर जनता दल यूनाइटेड की ओर से पांच विधानसभा सीटों पर भी उम्मीदवार खड़े कर दिए गए है । इस त्रिकोणी मुकाबले के अंतर्गत सीधा-सीधा मुकाबला कांग्रेस पार्टी का भारतीय जनता पार्टी के साथ-साथ होने के विषय में जनता दल यूनाइटेड का प्रत्याशी बड़ा नुकसान करता हुआ दिखाई दे रहा है । यादव समाज की सामाजिक परिदृश्य को देखें तो उत्तर प्रदेश से जुड़े हुए इलाके अपना महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं । उसमें प्रमुख रूप से उत्तर प्रदेश से लगी हुई पिछोर विधानसभा सीट कांग्रेस पार्टी के लिए बड़ी हार का विषय बन सकती है । इसी तरह अन्य विधानसभा सीटों की बात करें तो राज नगर , थांदला , पेटलावद , विजय राघवगढ़ , आदि विधानसभा सीटों पर जनता दल यूनाइटेड के उम्मीदवार उतर चुके हैं । कुल मिलाकर एक तरफ जहां 45 विधानसभा सीटों पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी खड़े हुए हैं , दूसरी ओर जनता दल यूनाइटेड ने अपने पांच उम्मीदवार उतार कर स्थितियां कांग्रेस पार्टी के लिए और अधिक कठिन कर दी है ।
उत्तर प्रदेश से लगी सीमा में 12 से 14% वोट समाजवादी पार्टी का प्रभावित करेगा कांग्रेस को ।
समाजवादी पार्टी के द्वारा जारी की गई सूची में अभी तक 45 विधानसभा सीटों की घोषणा कर दी गई है । इन समस्त विधानसभा सीटों की घोषणा के अंतर्गत सबसे अधिक आश्चर्यजनक बात यह है कि इसमें से आधी से अधिक सीटों का चयन बुंदेलखंड एवं चंबल से लगी हुई सीटों के अतिरिक्त विंध्य क्षेत्र की सीटों के रूप में चुना गया है । जानकारी के अनुसार इन सभी क्षेत्रों में यादव समाज का वोट प्रतिशत 12 से 14 प्रतिशत माना जाता है । विशेष रूप से ललितपुर से लगी हुई सीट पिछोर , दतिया , छतरपुर टीकमगढ़ जिला एवं निवाड़ी जिला , चंबल क्षेत्र के कई विधानसभा क्षेत्र , रेवांचल क्षेत्र से संबंधित लगभग 11 सीट आदि समाजवादी पार्टी से जुड़ी हुई कई ऐसी विधानसभा सीट हैं जहां पर सीधा-सीधा नुकसान भारतीय जनता पार्टी को न होकर कांग्रेस पार्टी को हो रहा है । मध्य प्रदेश से जुड़े हुए राजनीतिक विश्लेषक इस बात को समझते हैं और मानते हैं कि समाजवादी पार्टी का प्रभाव वर्ष 2003 से लेकर 2018 के विधानसभा चुनाव में भले ही काम रहा हो परंतु जितने और हारने की विधानसभा सीटों पर बड़े प्रभाव के रूप में देखा जा सकता है । वर्ष 2003 में समाजवादी पार्टी का प्रभाव पांच विधानसभा सीटों पर रहा था जहां पर मध्य प्रदेश की विधानसभा में समाजवादी पार्टी के पांच विधायक चुनकर आए थे । उसके पश्चात भले ही एक विधायक समाजवादी पार्टी का परिषद 2018 में चुनकर आया हो परंतु समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों ने कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार को 5000 से ऊपर अथवा कहीं 5000 से कम मतों से नुकसान पहुंचाया था । कुल मिलाकर 45 विधानसभा सीटों पर अभी तक समाजवादी पार्टी अपने उम्मीदवार उतार चुकी है वहीं दूसरी ओर जानकारी के अनुसार 10 विधानसभा सीटों पर और प्रत्याशी उतारने की तैयारी कर रही है ।
सरकारी कर्मचारी दूसरी शादी करेंगे तो जाएगी नौकरी
28 Oct, 2023 10:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गुवाहाटी । असम में सरकारी कर्मचारियों को दूसरी शादी के लिए अब राज्य सरकार से परमिशन लेनी होगी। राज्य की हिमंत बिस्व सरमा सरकार ने सर्कुलर जारी कर इसकी जानकारी दी है। सरकार ने इसे फौरन लागू करने का निर्देश दिया है।
सर्कुलर के मुताबिक, कोई भी सरकारी कर्मचारी जिसकी पत्नी या पति जीवित हो, वो सरकार की अनुमति के बिना दूसरी शादी नहीं कर सकता है। भले ही धर्म या पर्सनल लॉ के तहत उसे ऐसी शादी की अनुमति हो। ऐसा नहीं करने पर कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। सर्कुलर में यह भी लिखा हुआ है कि अगर कोई इन नियमों की अनदेखी कर दूसरी शादी करता है तो उस पर कानूनी कार्रवाई होगी। विशेष परिस्थितियों में सरकार से अनुमति लेकर दूसरी शादी की जा सकती है। इसमें तलाक के मानकों के बारे में कोई बात नहीं लिखी है।
राज्य कार्मिक विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी नीरज वर्मा की ओर जारी सर्कुलर में चेतावनी दी गई है कि यदि कोई कर्मचारी आदेश के खिलाफ दूसरी शादी करते हैं तो उन पर कम्पल्सरी रिटायरमेंट समेत अन्य दंडात्मक कार्रवाई हो सकती हैं। किसी भी सरकारी कर्मचारी को दूसरी शादी करना अच्छे आचरण की श्रेणी में नहीं आता है। इससे समाज पर बड़ा असर पड़ता है। राज्य के 58 साल पुराने असम सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के तहत इस सर्कुलर को जारी किया गया है। इसके नियम 26 आधार बनाते हुए सरकार ने राज्य के कर्मचारियों को दूसरी शादी के नियम की याद दिलाई है।
छात्र ने शिक्षक को गोली मारी
28 Oct, 2023 09:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कानपुर । कानपुर में एक निजी स्कूल के बाहर 10वीं के छात्र ने अपने टीचर पर गोली चला दी। टीचर के गले पर गोली के छर्रे लगे हैं। साथ ही, एक 10वीं क्लास की छात्रा भी घायल हुई है। छात्र अपने चचेरे भाई के साथ टीचर पर हमला करने आया था। चचेरा भाई 11वीं क्लास में पढ़ता है। दोनों नाबालिग हैं। हमला करने के बाद मौके से भाग गए। कॉलेज गेट पर फायरिंग होने के चलते वहां भगदड़ मच गई। स्कूली बच्चों ने भागकर जान बचाई। मौके पर पहुंची पुलिस ने नाबालिग छात्रों के खिलाफ केस दर्ज किया है। यह पूरा मामला शुक्रवार का कानपुर के चौबेपुर के भजनलाल इंस्टीट्यूट का है। टीचर ने एक दिन पहले यानी गुरुवार को छात्र को क्लास में डंडा मार दिया था। वजह थी कि छात्र ने एक छात्रा पर कमेंट किया था। छात्रा ने इसकी शिकायत टीचर से कर दी थी। इसके बाद टीचर ने उसी के सामने छात्र की पिटाई की थी। लडक़ी के सामने बेइज्जती होने से छात्र भडक़ गया।
साध्वी प्रज्ञा को कांग्रेसियों ने सालों तक किया प्रताड़ित, अब हमास पर शशि थरूर के बयान से कांग्रेस की निकल रही हवा
28 Oct, 2023 09:12 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
साध्वी प्रज्ञा को हिंदू आतंकवाद के नाम पर कांग्रेसी नेता उल-जलूल बयान देकर बरसों तक प्रताड़ित करते रहे। अब जबकि इजरायल और हमास के बीच जंग जारी है, तो कांग्रेस हमास के समर्थन में आ तो गई है, लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि थरूर के द्वारा हमास को आतंकी संगठन कहे जाने पर कांग्रेस की हवा निकलने लगी है।
दरअसल, केरल में कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चे (यूडीएफ) के प्रमुख घटक दल इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) द्वारा आयोजित फलस्तीन एकजुटता रैली में कांग्रेस कार्यकारी समिति के सदस्य शशि थरूर के भाषण को लेकर विवाद पैदा हो गया है। थरूर ने इस रैली में इजराइल पर सात अक्टूबर को हुए हमले को आतंकवादी कृत्य बताया था। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता और पूर्व विधायक एम स्वराज ने आरोप लगाया कि थरूर की कुछ टिप्पणियां इजरायल समर्थक थीं और कांग्रेस सांसद यह स्वीकार नहीं कर पाए कि वह एक ‘आतंकवादी’ राष्ट्र है।
तिरुवनंतपुरम के सांसद थरूर पर निशाना साधते हुए स्वराज ने कहा कि उन्होंने आईयूएमएल के खर्चे पर इजराइल एकजुटता बैठक की। हमास समर्थक समूहों और वामपंथी कार्यकर्ताओं के एक समूह द्वारा सोशल मीडिया पर तीखी आलोचना के बाद थरूर ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि वह हमेशा फलस्तीन के लोगों के साथ रहे हैं और वह आईयूएमएल की रैली में उनके भाषण के केवल एक वाक्य के प्रचार-प्रचार से सहमत नहीं हैं। प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) द्वारा जारी एक लघु वीडियो में थरूर ने कहा कि मैं हमेशा फलस्तीन के लोगों के साथ रहा हूं।
इससे पहले, फेसबुक पर एक पोस्ट में माकपा नेता स्वराज ने थरूर पर तंज कसते हुए कहा कि थरूर को पूरा यकीन है कि फलस्तीन की तरफ से जो हुआ वह एक ‘आतंकवादी हमला’ था, भले ही उस देश का 90 फीसदी हिस्सा इजराइल के कब्जे में चला गया। वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) विधायक के टी जलील ने भी थरूर की आलोचना की और कहा कि उनके भाषण से ऐसा लगता है कि यह इजराइल समर्थक रैली थी। बहरहाल, आईयूएमएल नेता पी के कुन्हालीकुट्टी ने इस रैली को लेकर कथित तौर पर विवाद पैदा करने की कोशिश करने वाले समूहों की आलोचना की।
बताते चलें कि मालेगांव हमला मामले को लेकर कांग्रेस और कांग्रेसी नेता साध्वी प्रज्ञा ठाकुर पर हमेशा हमलावर रहे हैं। इन नेताओं में चाहे वह दिग्विजय सिंह हों या फिर कमलनाथ, मल्लिकार्जुन खडगे, शशि थरूर, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा ही क्यों न हों, सबने साध्वी प्रज्ञा को लेकर अपने बयानों के तीखे तीर चलाए हैं। अब हमास के मामले वही तीखे तीर कांग्रेस और उसके नेताओं को बेल रही है।
बद्रीनाथ धाम भारतीय संस्कृति और आध्यात्म का प्रेरणास्रोत है: उपराष्ट्रपति
28 Oct, 2023 08:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ अपनी दो दिवसीय उतराखंड यात्रा के दूसरे दिन आज रुद्रप्रयाग पहुंचे जहां उन्होंने अपनी धर्मपत्नी डॉ. (श्रीमती) सुदेश धनखड़ के साथ बाबा केदारनाथ के दर्शन किए। धनखड़ ने केदारनाथ धाम में बाबा केदरनाथ का रूद्राभिषेक एवं जलाभिषेक कर देश की खुशहाली एवं जनकल्याण की कामना की। इस यात्रा में राज्यपाल ले.जन. (से.नि.) गुरमीत सिंह उनके साथ रहे। राज्यपाल ने उपराष्ट्रपति को केदार पुरी में चल रहे पुनर्निर्माण एवं विकास कार्यों की जानकारी भी दी। धनखड़ ने मंदिर परिसर में मौजूद श्रद्धालुओं एवं स्थानीय लोगों का अभिवादन किया। साथ ही अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा धाम में कठिन परिस्थितियों में किए जा रहे कार्यों की सराहना भी की। अपने अनुभव को एक एक्स मीडिया पोस्ट में साझा करते हुए उपराष्ट्रपति ने लिखा- “जय श्री केदार! गढ़वाल हिमालय की गोद में, मंदाकिनी के तट पर केदारनाथ धाम में सदाशिव के दर्शन कर मन अभिभूत हो गया! केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण धामसे मंदिर परिसर की सुगम्यता और सुंदरता में हुई वृद्धि सराहनीय है। भक्तहितकारी और दया के सागर शिव सभी देशवासियों को सुख और समृद्धि प्रदान करें!”
तेलंगाना चुनाव के लिए कांग्रेस ने जारी की दूसरी सूची, अजहरुद्दीन को भी मिला टिकट
27 Oct, 2023 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
तेलंगाना । कांग्रेस ने तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए 45 उम्मीदवारों की अपनी दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। इसमें सबसे प्रमुख नाम पूर्व भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन हैं। अजहरुद्दीन हैदराबाद शहर के जुबली हिल्स सीट से चुनाव लड़ेंगे।
पूर्व सांसद मधु गौड़ याक्षी लाल बहादुर सीट से लड़ेंगे। मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के सामने पूजाला हरीकृष्णा को उतारा है। के.राजगोपाल रेड्डी को मुनुगोडे, मुरली नाइक को महबूबाबाद और रॉबिन रेड्डी को अंबरपेट से टिकट दी है। कांग्रेस ने तेलंगाना की 119 सीटों में 100 पर उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। राज्य की सभी सीटों पर 30 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। मतों की गिनती तीन दिसंबर को होगी।
चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम ने लैंडिंग के वक्त किया था कमाल, बड़ी मात्रा में मून डस्ट विस्थापित हुई थी
27 Oct, 2023 07:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देश के चंद्रयान- 3 ने बीती 23 अगस्त को चंद्रमा के साउथ पोल के पास सॉफ्ट लैंडिंग की थी। जिसके बाद अब इसरो ने एक और अच्छी खबर दी है। चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर मॉड्यूल ने लैंड करते वक्त इजेक्टा हेलो उत्पन्न किया था। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने जानकारी साझा करते हुए बताया है कि विक्रम लैंडर ने लगभग 2.06 टन मून डस्ट को 108.4 वर्ग मीटर के क्षेत्र में विस्थापित किया था।
इसरो ने एक्स पर विवरण के साथ दस्तावेज का एक लिंक भी साझा किया है। जिसमें बताया गया है कि 23 अगस्त, 2023 को चंद्रयान -3 के लैंडर मॉड्यूल ने मून डस्ट का एक शानदार 'इजेक्टा हेलो' उत्पन्न किया। एनआरएससी/इसरो के वैज्ञानिकों का अनुमान है लगभग 2.06 टन मून डस्ट को लैंडिंग साइट के आसपास 108.4 m2 के क्षेत्र में विस्थापित हुई है।
शानदार इजेक्टा हेलो हुआ उत्पन्न
इसरो द्वारा साझा किए गए दस्तावेज में बताया गया है कि चंद्रयान-3 मिशन के विक्रम लैंडर ने 23 अगस्त, 2023 को चंद्रमा के साउथ पोल पर लैंड किया था। लैंडिंग की फाइनल स्टेज में थ्रस्टर्स के कारण स्तह पर मौजूद मून डस्ट भारी मात्रा में विस्थापित हुई थी। जिसके चलते शानदार 'इजेक्टा हेलो' उत्पन्न हुआ।
ISRO की उड़ान को लगे पंख
गौरतलब है कि बीती 23 अगस्त को भारत के अंतरिक्ष प्रोग्राम ने उस वक्त एक बड़ी छलांग लगाई, जब चंद्रयान -3 लैंडर मॉड्यूल चंद्रमा के साउथ पोल पर सफलतापूर्वक लैंड कर गया। भारत यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने वाला पहला देश है। अमेरिका, चीन और रूस के बाद भारत चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक उतरने वाला चौथा देश है।
इस राज्य में सरकारी कर्मचारियों की दूसरी शादी पर लगी रोक
27 Oct, 2023 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
असम में अब अगर कोई राज्य सरकार का कर्मचारी दूसरी शादी करना चाहता है तो उसे सरकार से अनुमति लेनी पड़ेगी. मुख्यमंत्री हिमांता बिस्वा सरमा ने इस फैसले की जानकारी देते हुए कहा, किसी कर्मचारी या रिटायर्ड कर्मचारी की मृत्यु हो जाती है तो कई मामलों में उस व्यक्ति की एक से अधिक पत्नियां फैमिली पेंशन के लिए दावा करती हैं. ऐसे मामलों का निपटारा करने में सरकार को असुविधा होती है. सीएम ने कहा है कि उनकी सरकार इससे जुड़ा पुराना कानून लागू करने जा रही है. जिसका सख्ती से पालन कराया जाएगा.
सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा, 'असम सरकार के मुस्लिम सरकारी कर्मचारियों को भी इस नियम का पालन करना पड़ेगा. अगर कोई सरकारी निर्देश न माने तो उनके खिलाफ डिपार्टमेंटल एक्शन भी लिया जायेगा.' दरअसल पूर्वोत्तर की असम सरकार 58 साल पुराने कानून को एकबार फिर सख्ती से लागू कर रही है. जिसके बाद प्रदेश में कोई भी सरकारी कर्मचारी बिना अनुमति के दूसरी शादी नहीं कर सकेगा. दूसरी शादी करने के लिए सरकार की अनुमति जरूरी होगी. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने ये साफ कर दिया कि अगर कोई धर्म विशेष दूसरी शादी की इजाजात देता है, तो भी सर्कुलर के तहत कर्मचारी प्रदेश सरकार से अनुमति लेने के बाध्य होगा.
अधिसूचना जारी- तत्काल प्रभाव से लागू हुआ आदेश
सरकारी अधिसूचना के मुताबिक इस फैसले से जुड़े दिशानिर्देश असम सिविल सेवा (आचरण) नियम, 1965 के नियम 26 के प्रावधानों के अनुसार जारी किए गए हैं. इस नियम का उल्लंघन होने पर संबंधित सरकारी कर्मचारी के खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू हो सकती है. इसके परिणाम स्वरूप बड़े जुर्माने और अनिवार्य सेवानिवृत्ति का सामना करना पड़ सकता है.
पीएम मोदी 30 अक्टूबर से दो दिवसीय गुजरात दौरे पर, 31 को केवडिया में एकता परेड में होंगे शामिल
27 Oct, 2023 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद | प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 30 अक्टूबर से दो दिवसीय गुजरात दौरे पर आ रहे हैं| यात्रा के पहले दिन पीएम मोदी उत्तरी गुजरात में अंबाजी के दर्शन करेंगे और बाद में मेहसाणा के खेरालू में जनसभा को संबोधित करेंगे| दूसरे दिन पीएम मोदी केवडिया में आयोजित एकता परेड में शामिल होंगे और वहां से वडोदरा लौटकर दिल्ली के लिए रवाना होंगे| जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी 30 अक्टूबर की सुबह 9.30 बजे अहमदाबाद एयरपोर्ट पहुंचेंगे| अहमदाबाद एयरपोर्ट से हेलिक़ॉप्टर के जरिए पीएम मोदी अंबाजी से करीब तीन किलोमीटर दूर चीखला में हेलिपेड पर उतरेंगे और कार से अंबाजी मंदिर पहुंचेंगे| पीएम मोदी के आगमन को देखते हुए चीखला 4 हेलिपेड बनाए जा रहे हैं| अंबाजी में देवी माता के दर्शन करने के बाद पीएम मोदी मेहसाणा जिले के खेरालू पहुंचेंगे और एक जनसभा को संबोधित करेंगे| जहां से दोपहर 2 बजे गांधीनगर आएंगे और रात्रि विश्राम राजभवन में करेंगे| 31 अक्टूबर को लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंति है और इस मौके पर केवडिया में एकता परेड का आयोजन किया जाता है| पीएम मोदी 31 अक्टूबर को सुबह 6.35 बजे गांधीनगर से केवडिया के लिए रवाना होंगे| सुबह 8 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक केवडिया में होनेवाली एकता परेड में शामिल होने के बाद पीएम मोदी वडोदरा आएंगे और दोपहर 1 बजे दिल्ली रवाना हो जाएंगे| बता दें कि हर वर्ष 31 अक्टूबर को होनेवाली एकता परेड में सीआईएसएफ, बीएसएफ, गुजरात पुलिस, एनसीसी समेत सुरक्षा एजंसियां शामिल होती हैं| 31 अक्टूबर को केवडिया में पीएम मोदी विजिटर्स सेंटर, स्नेक हाउस, पब्लिक साइकिल शेरिंग, इलेक्ट्रिक बस, मार्गदर्शिका सेवा, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से नर्मदा तक फैमिली बोट, स्पीड बोट जैसे अनेक प्रोजेक्ट का उदघाटन और शिलान्यास कर सकते हैं|
देश के दुर्गम इलाकों में सैटलाइट की मदद से इंटरनेट पहुंचाएगी जियो
27 Oct, 2023 05:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । देश के दूरदराज के इलाकों में हाई स्पीड इंटरनेट सेवा प्रदान करने के लिए रिलायंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड अब ‘जियो स्पेस फाइबर नाम की एक नई तकनीक लेकर आया है। यह सैटेलाइट बेस्ड गीगा फाइबर तकनीक है, जो उन दुर्गम इलाकों में भी इंटरनेट सर्विस प्रोवाइड कराएगी, जहां फाइबर केबल से ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी पहुंचाना मुश्किल-भरा काम है। जियो की यह नई सर्विस पूरे देश में अत्यधिक किफायत पर उपलब्ध होगी। कंपनी ने प्रगति मैदान में चल रही इंडिया मोबाइल कांग्रेस में ‘जियो स्पेस फाइबर’ को प्रदर्शित किया।
देश के चार सबसे दूरस्थ स्थान जियो स्पेस फाइबर से जुड़ चुके हैं। जहां जियो स्पेस फाइबर की सेवा चालू हो चुकी है। इसमें गुजरात का गिर नेशनल पार्क, छत्तीसगढ़ का कोरबा, उड़ीसा का नबरंगपुर और असम का ओएनजीसी-जोरहाट शामिल है। जियो फाइबर और जियो एयर फाइबर के बाद रिलायंस जियो के कनेक्टिविटी पोर्टफोलियो की यह तीसरी बड़ी टेक्नोलॉजी है। जियो 450 मिलियन से अधिक भारतीय उपभोक्ताओं को हाई स्पीड ब्रॉडबैंड फिक्स्ड लाइन और वायरलेस सेवाएं प्रदान कर रहा है।
जियो इंफोकॉम ‘जियो स्पेस फाइबर’ से दूरदराज के इलाकों में ब्राडबैंड कनेक्टिविटी पहुंचाने के लिए एसईएस कंपनी के उपग्रहों का इस्तेमाल करेगी। एसईएस एकमात्र मीडियम अर्थ ऑर्बिट (एमईओ) समूह है, जो अंतरिक्ष से अद्वितीय गीगाबिट सेवाएं देने में सक्षम है। इनकी मदद से ‘जियो स्पेस फाइबर’ से अब कहीं भी और कभी भी विश्वसनीय मल्टी-गीगाबिट कनेक्टिविटी मिलेगी।
जियो इंफोकॉम लिमिटेड के अध्यक्ष आकाश अंबानी ने कहा, जियो ने भारत में लाखों घरों और व्यवसायों को पहली बार ब्रॉडबैंड इंटरनेट का अनुभव कराया। जियोस्पेस फाइबर के साथ हम अभी तक अनकनेक्टिड लाखों लोगों को कवर करने वाले हैं। ऑनलाइन सरकार, शिक्षा, स्वास्थ्य और मनोरंजन सेवाओं तक, जियो स्पेस फाइबर हर किसी को, हर जगह कनेक्ट कर सकेगा। वहीं, एसईएस के मुख्य रणनीति अधिकारी जॉन-पॉल हेमिंग्वे ने कहा, जियो के साथ मिलकर, हम एक अद्वितीय समाधान के साथ भारत सरकार की डिजिटल इंडिया पहल का समर्थन करके सम्मानित महसूस कर रहे।
कश्मीर में सुरक्षाबलों ने 5 आतंकियों को मार गिराया
27 Oct, 2023 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली ।जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में एलओसी के पास माछिल सेक्टर में गुरुवार को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई। इसमें पांच आतंकी मारे गए। 3 आतंकी लश्कर से जुड़े थे, वहीं 2 की पहचान नहीं हो सकी है। आतंकी माछिल सेक्टर में भारत की सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन सुरक्षाबलों ने इनके मंसूबों को नाकाम कर दिया।
बीते पांच दिनों में कश्मीर में घुसपैठ की यह दूसरी घटना है, जिसे सुरक्षाबलों ने नाकाम कर दिया। इससे पहले 22 अक्टूबर को जवानों ने बारामूला के उरी सेक्टर में दो आतंकियों को मार गिराया था। दोनों आतंकी एक बड़े ग्रुप का हिस्सा थे, जो लगातार बारिश और खराब विजिबिलिटी का सहारा लेकर एलओसी पार करने की कोशिश कर रहे थे। सेना के प्रवक्ता ने बताया था कि इंटेलिजेंस एजेंसियों और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इनपुट दिए थे कि हथियारबंद आतंकियों का एक समूह सीमा के इस पार आने की कोशिश कर रहा है। इसके बाद सुरक्षाबलों को हाई-अलर्ट पर रखा गया और घुसपैठ निरोधी ग्रिड को मजबूत किया गया।
दो आतंकियों के मारे जाने के बाद सेना ने शनिवार रात से लेकर रविवार शाम तक इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया। सर्च के दौरान घटनास्थल से युद्ध स्तर के हथियार मिले। इनमें दो ्र्य सीरीज की राइफल्स, 6 पिस्तौल, चार चीनी ग्रेनेड, कंबल और खून से सने दो बैग मिले जिनमें पाकिस्तानी और भारतीय करेंसी, पाकिस्तानी दवाएं और खाने का सामान था।
बुजुर्ग कपल से 4 करोड़ की ठगी
27 Oct, 2023 10:08 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । मुंबई में एक बुजुर्ग कपल से 4 करोड़ 35 लाख रुपए के साइबर फ्रॉड का मामला सामने आया है। साइबर क्रिमिनल ने खुद को प्रॉविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन से जुड़ा बताया। फिर पीएफ के 11 करोड़ रुपए देने का लालच देकर चार महीनों तक पति-पत्नी से दर्जनों अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करवाए। जब पति-पत्नी का अकाउंट खाली हो गया तो आरोपी ने और पैसे देने को कहा। इसके बाद इनकम टैक्स की रेड करवाने की धमकी दी। अपने साथ हुई धोखाधड़ी का पता चलने के बाद कपल ने मंगलवार (24 अक्टूबर) को कफ परेड पुलिस स्टेशन में स्नढ्ढक्र दर्ज कराई।
दिवाली के चलते ट्रेनें फुल, हजारों का वेटिंग, पुणे डिविजन ने रेलवे बोर्ड से की विशेष ट्रेनें जारी करने का अनुरोध
27 Oct, 2023 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पुणे। दिवाली के दौरान पुणे से चलने वाली सभी लंबी दूरी की ट्रेनें फुल हो जाती हैं और कई ट्रेनों में हजारों लोगों का टिकट वेटिंग में रहता है। इसलिए, पुणे रेलवे विभाग ने रेलवे बोर्ड से कुछ मार्गों पर विशेष ट्रेनें जारी करने का अनुरोध किया है। आपको बता दें कि पुणे में काम, व्यवसाय और शिक्षा के लिए बड़ी संख्या में नागरिक रहते हैं। ये नागरिक दिवाली उत्सव के लिए अपने पैतृक गांवों में जाते हैं। इसलिए, इन नागरिकों द्वारा रेलवे टिकट की बुकिंग पहले से ही कराई जाती है। साथ ही रेल यात्रा सुरक्षित और सस्ती है. इसलिए, नागरिकों द्वारा ट्रेनें पसंद की जाती है। यही कारण है कि दिवाली के दौरान पुणे से विभिन्न शहरों को जाने वाली रेलवे की सभी ट्रेनें पूरी तरह से फुल रहती हैं। कुछ ट्रेनों का वेटिंग टिकट 11 हजार बताया जा रहा है। इससे नागरिकों के मन में यही सवाल है कि आखिर अपने गांव कैसे जाएं ? खासकर पुणे से बिहार के दानापुर जाने वाली ट्रेन की डिमांड सबसे ज्यादा है. इस ट्रेन में 11 हजार की वेटिंग है। तो वहीं, नागपुर जाने वाली ट्रेनों में वेटिंग 7 हजार है। इसके अलावा इंदौर के लिए 5000, नांदेड़ के लिए 3000 की वेटिंग है। इसको देखते हुए नागरिक दिवाली के दौरान स्पेशल ट्रेनें छोड़ने की मांग कर रहे थे. जिसके बाद पुणे डिविजन ने अब दानापुर और उत्तर भारत के लिए कुछ स्पेशल ट्रेनें छोड़ने की मांग की है. लेकिन, दिवाली के दौरान उत्तर भारत में ट्रेनों की संख्या अधिक होती है. इसलिए कहा जा रहा है कि इन स्पेशल ट्रेनों को अनुमति मिलने की संभावना कम है. इसमें यात्रियों को परेशानी हो रही है.
न दोगलों पर, न दल बदल पर, इस बार छतरपुर भरोसा करेगा कमल पर
27 Oct, 2023 07:47 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पिछले चुनाव के हालात देखें तो छतरपुर में भाजपा का कमजोर प्रदर्शन रहा और यहां की 6 विधानसभा में से महज एक सीट पर पार्टी को संतोष करना पड़ा था। राजवाड़ा के क्षेत्र और जनता की गुमराही से बने इन हालात को इस चुनाव नई दिशा मिलने के आसार बनते जा रहे हैं। चुन-चुनकर और ठोस इरादों के साथ तय किए गए प्रत्याशियों ने मतदाताओं को एक नई सोच के साथ आगे बढ़ने की दिशा दी है। शुरूआती रुझान ही यह साबित करते दिखाई देने लगे हैं कि इस बार जन का मन बदला है, वह अपने क्षेत्र के विकास की राह में किसी झूठे और बहलावे वाले लोगें को नहीं आने देंगे।
प्रदेश के आखिरी छोर पर बसे छतरपुर जिले को हमेशा अविकसित और पिछडेपन की मुश्किलों से जूझना पड़ा है। जनता के गलत चयन ने इस स्थिति को और अधिक गहराया। जिले में छतरपुर, महाराजपुर, चंदला, राज नगर, बड़ा मल्हेरा और बिजावर जैसी विधानसभाएं मौजूद हैं। राज वंश की परंपराओं से घिरे इस इलाके में सियासत को भी राजसी बंदिशों ने जकड़ रखा है, जिसके चलते यहां बिखरे और अव्यवस्थित नेतृत्व ने आकार लिया। यहां मुख्यधारा के विपरीत जहां 4 सीटें कांग्रेस के खाते में पड़ी थीं, वहीं एक सीट बेअसर पार्टी समाजवादी ने कब्जा ली। इकलौती एक सीट के भरोसे भाजपा ने यहां विकास की बयार फैलाने के पूरे प्रयास भी किए, लेकिन क्षेत्रीय नेतृत्व की कमजोरी ने इन कोशिशों को अंजाम तक नहीं पहुंचने दिया।
अब है मौका बदलाव का
इस विधानसभा चुनाव भाजपा ने छतरपुर जिले को प्रदेश विकास की मुख्यधारा में लाने के प्रयासों के साथ एक नई योजना के साथ चुनाव मैदान संभाला है। कुछ टिकट बदलाव कर और कुछ उर्जावान चेहरों को मौका देकर यहां नए सिरे से विकास गाथा लिखने की तैयारी की है। उम्मीद की जा रही है कि यह प्रयास आने वाले बरसों में छतरपुर की एक नई कहानी भी लिखेगा और इस क्षेत्र से पिछडेपन और उपेक्षित होने की तोहमतों को भी दूर करेगा।
भाजपा ने इन पर जताया भरोसा
भाजपा ने इस चुनाव में छतरपुर से पूर्वमंत्री ललिता यादव को मौका दिया है। उनके सफल कार्यकाल के मुकाबले कांग्रेस के प्रत्याशी आलोक चतुर्वेदी पज्जन होंगे। महाराजपुर से कामाख्या प्रताप सिंह, चंदला से राजेश प्रजापति को टिकट दिया गया है। उन्हें दिलीप अहिरवार के स्थान पर मौका दिया गया है। इसी तरह राजनगर में 3 बार के विधायक कुंवर विक्रम सिंह नाती राजा इस चुनाव में भाजपा की पैरवी करते नजर आएंगे। जबकि बड़ा मल्हेरा से प्रदयूमन सिंह लोधी भाजपा का चेहरा बनाए गए हैं। इसी तरह बिजावर विधानसभा सीट से राजेश शुक्ला बबलू भाजपा की पताका लहराने को तैयार दिखाई दे रहे हैं।