व्यापार
इंश्योरेंस क्लेम रिजेक्शन से बचने के लिए पॉलिसी लेते वक्त इन 5 बातों का रखें ध्यान
24 Sep, 2024 03:20 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आज इंश्योरेंस हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है। इसे लेकर जागरूकता भी काफी बढ़ी है। अब लोग लाइफ और हेल्थ के साथ घर और दुकान जैसी चीजों का भी बीमा कराने लगे हैं। इससे परिवार का वित्तीय भविष्य सुरक्षित होता है। हालांकि, कई लोग शिकायत करते हैं कि बीमा कंपनियां इंश्योरेंस क्लेम देने में आनाकानी करती हैं। कई बार तो क्लेम ही रिजेक्ट कर देती हैं।
आइए जानते हैं कि इंश्योरेंस कंपनियां क्लेम रिजेक्ट क्यों करती हैं और क्लेम रिजेक्शन से बचने के लिए क्या करें। साथ ही, गलत तरीके से क्लेम रिजेक्ट होने पर कहां शिकायत करें।
इंश्योरेंस क्लेम रिजेक्ट होने की वजह
श्रीराम जनरल इंश्योरेंस के चीफ अंडरराइटिंग ऑफिसर शशिकांत दहूजा का कहना है कि अगर आपने इंश्योरेंस पॉलिसी लेते समय कोई गलत जानकारी दी है, तो आपका क्लेम रिजेक्ट होने की पूरी आशंका रहती है। इसलिए उम्र और स्वास्थ्य जैसी जानकारियों को सावधानी से भरना चाहिए और उसे क्रॉस चेक जरूर करना चाहिए। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो उसका भी खुलासा कर देना चाहिए। साथ ही, बीमा पॉलिसी के प्रीमियम का भी वक्त भी पर भुगतान करते रहना चाहिए, ताकि पॉलिसी लैप्स न हो।
क्लेम रिजेक्शन से बचने के लिए क्या करें
बीमा पॉलिसी लेते समय से कई लोग लापरवाही बरतते हैं। दहूजा का कहना है कि आपको पॉलिसी लेने से पहले मूल्यांकन कर लेना चाहिए कि आपको किस चीज की सुरक्षा की जरूरत है। चाहे वह आपका स्वास्थ्य, घर, गाड़ी या फिर व्यवसाय हो, ताकि यह सुनिश्चित किया सके कि आपको वाजिब कवरेज मिले। कई बार लोग सस्ती पॉलिसी के चक्कर में महत्वपूर्ण कवरेज छोड़ देते हैं, जिसका उन्हें बाद में नुकसान होता है। आपको बीमा क्लेम लेते वक्त पॉलिसी और क्लेम सेटलमेंट की तुलना भी कर लेनी चाहिए।
क्लेम रिजेक्ट होने पर क्या करें
बीमा क्लेम रिजेक्ट होना जाहिर तौर पर काफी निराशाजनक होता है। अब इस स्थिति में कुछ कदम उठा सकते हैं। श्रीराम जनरल इंश्योरेंस के दहूजा का कहना है कि सबसे पहले बीमा कंपनी के अस्वीकृति पत्र को ध्यान से पढ़ना चाहिए। अगर क्लेम किसी गुम या अधूरी जानकारी के लिए चलते रिजेक्ट हुआ है, तो उसे सुधार करके दोबारा क्लेम सबमिट कर सकते हैं। वहीं, अगर क्लेम किसी गलत कारण से रिजेक्ट हुआ है, तो आपको बीमा कंपनी से संपर्क करना चाहिए। अगर कंपनी आपकी बात नहीं सुनती, तो आप उसके खिलाफ सभी साक्ष्यों के साथ इंश्योरेंस रेगुलेटर- भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) के पास भी अपील कर सकते हैं।
Onion Prices : बढ़ती प्याज की कीमतों से हैं परेशान, यहां से खरीदें सस्ता प्याज
24 Sep, 2024 12:24 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्याज के निर्यात पर न्यूनतम निर्यात मूल्य (MEP) की पाबंदी हटाए जाने के बाद प्याज की कीमतों ने तेजी पकड़ ली है. प्याज की बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए और लोगों को महंगाई से राहत देने के लिए सरकार ने थोक बाजारों में बफर स्टॉक से ब्रिकी बढ़ाकर प्याज की कीमतों पर अंकुश लगाने के अपने प्रयास तेज कर दिए हैं.
उपभोक्ता मामलों की सचिव निधि खरे ने सोमवार को कहा कि केंद्र ने दिल्ली और अन्य प्रमुख शहरों के थोक बाजारों में अपने बफर स्टॉक (भंडार) से प्याज निकालना शुरू कर दिया है जिसके पीछ सरकार का उद्देश्य देशवासियों को सब्सिडी पर प्याज उपलब्ध कराना है.
प्याज की बुवाई का बढ़ा रकबा
खरे ने कहा कि निर्यात शुल्क हटने के बाद से हमें इस बात का अनुमान था कि कीमतों में उछाल देखने को मिलेगा. हालांकि खरीब की बुवाई के रकबा बढ़ने के कारण आने वाले समय में प्याज की कीमतों में कमी आने की उम्मीद है.
35 रुपए किलो पर प्याज बेचेगी सरकार
खरे ने बताया कि सरकार की पूरे देश में 35 रुपए किलो पर प्याज बेचने की योजना है. उन्होंने कहा कि सरकार का ध्यान उन शहरों पर अधिक है जहां राष्ट्रीय औसत कीमत से अधिक कीमत पर प्याज बेची जा रही है.
55 रुपए किलो पहुंची प्याज की कीमत
आधिकारिक आंकड़ों की मानें तो 22 सितंबर को दिल्ली में प्याज की खुदरा कीमत 55 रुपए प्रति किलो थीं जबकि एक साल पहले की समान अवधि में प्याज की कीमतें 38 रुपए प्रति किलो थीं. वहीं मुंबई और चेन्नई में प्याज की कीमतें क्रमश: 58 रुपए और 60 रुपए किलो पहुंच गई हैं.
सरकार दिल्ली और अन्य राज्यों की राजधानियों में मोबाइल वैन और भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता महासंघ (NCCF) तथा भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ (नेफेड) की दुकानों के जरिए 5 सितंबर से 35 रुपए प्रति किलो की दर से प्याज बेच रही है. इस बार प्याज की फसल का रकबा बढ़ा है, जिसकी वजह से सरकार को आगामी खरीफ की कटाई सीजन में प्याज का रिकॉर्ड उत्पादन होने की उम्मीद है.
शुरुआती कमजोरी के बाद शेयर बाजार ने पकड़ी रफ्तार; सेंसेक्स पहली बार 85000 पार, निफ्टी 26000 के करीब
24 Sep, 2024 12:20 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन शुरुआती कमजोरी के बाद शेयर बाजार में हरियाली लौट आई है। मंगलवार को निफ्टी पहली बार 85000 का स्तर पार करने में सफल रहा। वहीं, दूसरी ओर निफ्टी भी पहली बार 26000 के करीब पहुंच गया। सुबह 10 बजकर 16 मिनट पर सेंसेक्स 66.71 (0.07%) अंकों की बढ़त के साथ 85,004.62 के पार तो निफ्टी 18.80 (0.07%) अंक मजबूत होकर 25,957.85 के स्तर पर कारोबार करता दिखा।
सेंसेक्स-निफ्टी लगातार चौथे दिन रिकॉर्ड ऊंचाई पर
भारतीय बेंचमार्क सूचकांक, सेंसेक्स और निफ्टी मंगलवार को लगातार चौथे सत्र में नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचे। पिछले सप्ताह फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में भारी कटौती के बाद बाजार में तेजी जारी रही। इस दौरान सेंसेक्स ने पहली बार 85,000 का आंकड़ा पार कर लिया, जबकि निफ्टी 26,000 से महज कुछ ही फासले पर है।
निफ्टी के टॉप गेनर्स और टॉप लूजर्स शेयर
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स को नीचे लाने में इंफोसिस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचयूएल, कोटक बैंक और टीसीएस का सबसे ज्यादा योगदान रहा। इनमें कमजोरी दिखी। जेएसडब्ल्यू स्टील, टाटा स्टील, पावर ग्रिड, नेस्ले इंडिया, एनटीपीसी और टाटा मोटर्स ने बढ़त के साथ शुरुआत की। व्यक्तिगत शेयरों में, एस्ट्राजेनेका फार्मा ने डर्वालुमैब दवा के आयात बिक्री और वितरण की मंजूरी मिलने के बाद 8% की बढ़त हासिल की।
मेटल सेक्टर के शेयरों की चमक बढ़ी
रिलायंस पावर के शेयर 5% ऊपरी सर्किट के साथ खुले। खबर है कि कंपनी कर्ज कम करने और कारोबार का विस्तार करने के लिए तरजीही आवंटन के जरिए 1,525 करोड़ रुपये तक जुटाने की योजना बना रही है। चीन के केंद्रीय बैंक ने परेशानी से घिरी अपनी अर्थव्यवस्था में नई गति लाने के लिए व्यापक मौद्रिक प्रोत्साहन और प्रॉपर्टी मार्केट सपोर्ट से जुड़े उपायों की घोषणा की है। इसके बाद वेदांता, टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील और हिंडाल्को सहित धातु शेयरों में तेजी आई। निफ्टी मेटल इंडेक्स में 1.7% की तेजी आई। व्यापक और घरेलू बाजार पर केंद्रित स्मॉल और मिड कैप इंडेक्स में क्रमशः 0.13% और 0.2% की वृद्धि आई।
तेल कंपनियों ने जारी किए पेट्रोल-डीजल के दाम....
24 Sep, 2024 12:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सरकारी तेल कंपनियों ने मंगलवार, 24 सितंबर के लिए फ्यूल प्राइस अपडेट कर दिए हैं। तीनों ही सरकारी तेल मार्केटिंग कंपनियों इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL), हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) ने पेट्रोल और डीजल के रेट्स रिवाइज किए हैं। लेटेस्ट अपडेट के मुताबिक, आज भी घरेलू बाजारों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं। यानी आज भी पेट्रोल और डीजल पुरानी कीमतों पर ही खरीदा जा सकेगा।
पेट्रोल-डीजल पर नहीं लगता जीएसटी
बता दें, पेट्रोल और डीजल पर जीएसटी नहीं लगता है लेकिन, पेट्रोल-डीजल का रिटेल सेलिंग प्राइस एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमिशन, वैट जुड़ने के बाद फाइनल होता है। अगर आप भी घर से बाहर गाड़ी लेकर निकल रहे हैं तो टंकी फुल करवाने से पहले पेट्रोल-डीजल का प्राइस चेक कर लेने की सलाह दी जाती है। इस आर्टिकल में इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL) की ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक, अलग-अलग महानगरों और शहरों में पेट्रोल-डीजल की ताजा कीमत की जानकारी दे रहे हैं-
इंडियन ऑयल की ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक, अलग-अलग शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम
चार महानगरों में पेट्रोल- डीजल के दाम
दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 94.72 रुपये और डीजल की कीमत 87.62 रुपये प्रति लीटर है।
मुंबई में पेट्रोल की कीमत 103.44 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.97 रुपये प्रति लीटर है।
कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 104.95 रुपये प्रति लीटर और डीजल 91.76 रुपये प्रति लीटर है।
चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 100.75 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.34 रुपये प्रति लीटर है।
देश के दूसरे शहरों में पेट्रोल- डीजल के दाम
नोएडा: पेट्रोल 94.83 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.96 रुपये प्रति लीटर
गुरुग्राम: पेट्रोल 95.19 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.05 रुपये प्रति लीटर
बेंगलुरु: पेट्रोल 102.86 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.94 रुपये प्रति लीटर
चंडीगढ़: पेट्रोल 94.24 रुपये प्रति लीटर और डीजल 82.40 रुपये प्रति लीटर
हैदराबाद: पेट्रोल 107.41 रुपये प्रति लीटर और डीजल 95.65 रुपये प्रति लीटर
जयपुर: पेट्रोल 104.88 रुपये प्रति लीटर और डीजल 90.36 रुपये प्रति लीटर
पटना: पेट्रोल 105.18 रुपये प्रति लीटर और डीजल 92.04 रुपये प्रति लीटर
BookMyShow App and Website Crash : बुकमाईशो की वेबसाइट और ऐप क्रैश, जानिए किस शो के लिए हो रही थी टिकट बुकिंग…
23 Sep, 2024 04:59 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
टिकट बुकिंग प्लेटफॉर्म बुकमाईशो की वेबसाइट और ऐप आज रविवार 22 सितंबर को क्रैश हो गई। यह क्रैश ब्रिटिश बैंड कोल्डप्ले के भारत में होने वाले कार्यक्रम की बुकिंग दोपहर 12 बजे शुरू होने के ठीक बाद हुआ। हालांकि, करीब आधे घंटे बाद बुकिंग फिर से शुरू हो गई।
बता दें कि, कोल्डप्ले 2016 के बाद भारत में परफॉर्म करेगा। यह कॉन्सर्ट अगले साल 18 और 19 जनवरी को नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में होना है। टिकट की कीमत 2,500 रुपये से शुरू होती है। सबसे महंगा टिकट लाउंज का है, जिसकी कीमत 35,000 रुपये है।
कोल्डप्ले की शुरुआत यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन से हुई
कोल्डप्ले एक ब्रिटिश रॉक बैंड है, जिसका गठन 1997 में लंदन में हुआ था। इस बैंड में गायक और पियानोवादक क्रिस मार्टिन, गिटारवादक जॉनी बकलैंड, बेसिस्ट गाय बेरीमैन, ड्रमर और पर्क्युशनिस्ट विल चैंपियन और मैनेजर फिल हार्वे शामिल हैं। वे खास तौर पर अपने लाइव परफॉरमेंस के लिए जाने जाते हैं।
वहीं इस बैंड की शुरुआत यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन से हुई, जहां उन्होंने खुद को बिग फैट नॉइज और फिर स्टारफ़िश और अब कोल्डप्ले कहा। बैंड को ग्रैमी अवार्ड्स, ब्रिट अवार्ड्स सहित कई पुरस्कार मिले हैं।
कंपनी मूवी थिएटरों को सॉफ़्टवेयर रीसेल करती थी
BookMyShow वर्तमान में भारत का सबसे बड़ा मनोरंजन टिकटिंग प्लेटफ़ॉर्म है। इसकी शुरुआत 1999 में मूवी थिएटरों के लिए सॉफ़्टवेयर रीसेलर के रूप में हुई थी। 2007 में, यह इवेंट, मूवी, स्पोर्ट्स के लिए क्लाउड-आधारित टिकट बुकिंग सेवा प्रदान करने वाले प्लेटफ़ॉर्म में बदल गया।
Gold Silver Price Today: खरीदने से पहले चेक करें आपके शहर का रेट…सोने-चांदी के दाम में भारी गिरावट
23 Sep, 2024 04:53 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शादियों का सीजन जल्द शुरू होने वाले हैं. ऐसे में अगर आपके घर में भी कोई शादी होने वाली हैं या फिर आप सोने की ज्वैलरी पहनने का शौक रखते हैं तो आपको आज हम सोने का दाम बताते हैं. आप इस आर्टिकल से जान सकते हैं कि आपके शहर में सोने के भाव कितने हैं. आपके शहर में इसके दामों में कितनी गिरावट आई है या फिर इनके दामों ने भारी उछाल मारी है. इन सब को जानने के लिए आप इस आर्टिकल को जरूर पढ़ें.
आज भारत में सोने और चांदी के दाम में हल्का उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. 22 कैरेट सोने की कीमत 10 ग्राम के लिए 69,740 रुपये है, जबकि पिछले दिन यह 69,750 रुपये था. 24 कैरेट सोने की बात की जाए तो इसका भाव में थोड़ी गिरावट आई है और ये 76,070 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है, जो कि कल 76,080 रुपये थी. मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि आने वाले दिनों में सोने की कीमतें बढ़ने की संभावना है.
सोने की प्रति ग्राम कीमतें:
22 कैरेट: ₹6,974 प्रति ग्राम
24 कैरेट: ₹7,607 प्रति ग्राम
लखनऊ में सोने के दाम:
22 कैरेट: ₹69,740 प्रति 10 ग्राम
24 कैरेट: ₹76,070 प्रति 10 ग्राम
गाजियाबाद में सोने के भाव:
22 कैरेट: ₹69,740 प्रति 10 ग्राम
24 कैरेट: ₹76,070 प्रति 10 ग्राम
नोएडा में सोने के दाम:
22 कैरेट: ₹69,740 प्रति 10 ग्राम
24 कैरेट: ₹76,070 प्रति 10 ग्राम
मेरठ, आगरा, अयोध्या, कानपुर, और मथुरा में भी सोने के दाम समान हैं:
22 कैरेट: ₹69,740 प्रति 10 ग्राम
24 कैरेट: ₹76,070 प्रति 10 ग्राम
IPO लाने के फायदे, कंपनियों के लिए क्यों है यह जरूरी?
23 Sep, 2024 02:05 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शेयर मार्केट में निवेश करने के कई तरीके हैं। इनमें से आईपीओ यानी इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग। कई बार आईपीओ काफी कम समय में काफी अच्छा रिटर्न देते हैं। जैसे कि बजाज हाउसिंग फाइनेंस के आईपीओ ने निवेशकों को 114 फीसदी का लिस्टिंग गेन दिया। हालांकि, आईपीओ में निवेश करने और उससे अच्छा रिटर्न पाने के लिए आपको कुछ बातों को समझना होगा। मसलन, आईपीओ क्या होता है, इसे कंपनियां क्यों लाती हैं और इसमें निवेश करने से क्या होता है।
IPO क्या होता है और कंपनी इसे क्यों लाती है?
जब भी कोई कंपनी शेयर मार्केट में लिस्ट होना चाहती है, तो वह अपना आईपीओ लाती है। इसकी कुछ वजहें होती हैं। कई बार कंपनी को अपना कर्ज घटाने, कामकाज जारी रखने या फिर कारोबार का विस्तार करने के लिए पूंजी की जरूरत होती है। चूंकि, कोई भी कंपनी बैंकों से तय मात्रा में ही कर्ज ले सकती है, तो वह आईपीओ लाकर जनता से पैसे जुटाती है। इसमें कंपनी अपने शेयर बेचती है और उससे मिलने वाले पैसों को कारोबार बढ़ाने पर खर्च करती है।
आईपीओ में निवेश करने से क्या फायदा होता है?
आईपीओ में निवेश करने से आपको कंपनी के कुछ हिस्से के मालिक हो जाते हैं। आईपीओ के लिस्ट होने के बाद आपको अच्छा लिस्टिंग गेन मिल सकता है, जैसा कि बजाज हाउसिंग फाइनेंस और कई अन्य आईपीओ के मामले में हुआ है। अगर लिस्टिंग के बाद भी शेयर बढ़ता है, तो भी आपको मुनाफा हो सकता है। आप लिस्टिंग के बाद भी शेयर को खरीद-बेच सकते हैं। साथ ही, अगर कंपनी मुनाफे के स्थिति में डिविडेंड बांटती है, तो आपको उसका भी लाभ मिलेगा।
क्या आईपीओ में निवेश करने में जोखिम भी हैं?
इसका सीधा और सरल जवाब है, हां। आप अक्सर सुनते होंगे कि शेयर मार्केट में निवेश जोखिमों के अधीन है और आईपीओ भी इसका अपवाद नहीं। बजाज हाउसिंग फाइनेंस से निवेशकों को तगड़ा मुनाफा हुआ। लेकिन, फिनटेक कंपनी पेटीएम जैसे आईपीओ भी हैं, जिसके आईपीओ में पैसा लगाने वाले निवेशकों को भारी नुकसान हुआ। पेटीएम ने अपने आईपीओ का प्राइस बैंड 2,080 से 2,150 रुपये प्रति शेयर रखा था। लेकिन, यह लिस्टिंग के दिन ही घटकर 1,586.25 रुपये पर आ गया।
IPO में आप किस तरह से निवेश कर सकते हैं?
आईपीओ में निवेश करने के लिए डीमैट या ट्रेडिंग अकाउंट खोलना होता है। आप अपनी पसंद के हिसाब से किसी भी ब्रोकरेज में ऑनलाइन अकाउंट खोल सकते हैं। इसके लिए आधार और पैन कार्ड जैसे कुछ डॉक्युमेंट लगते हैं। साथ ही, बैंक डिटेल भी जरूरी होती है। फिर भी आप किसी भी आने वाले आईपीओ में निवेश कर सकते हैं। आप जैसे ही आईपीओ के लिए अप्लाई करेंगे कि आपके अकाउंट में उतनी रकम फ्रीज हो जाएगी। इसका मतलब कि आपके अकाउंट से पैसे तभी कटेंगे, जब आपको शेयर अलॉट जाएगा। नहीं तो आपके पैसे एक दिन वापस मिल जाएंगे।
आईपीओ में प्राइस बैंड और लॉट साइज क्या होता है?
प्राइस बैंड और लॉट साइज आईपीओ के सबसे अहम हिस्से होते हैं। कोई भी आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 3-5 दिन तक खुला रहता है। कंपनी एक प्राइस बैंड तय करती है और आप उसी के हिसाब से निवेश कर सकते हैं। हालांकि, इसमें आप सेकेंडरी मार्केट की तरह 1 या 2 शेयर नहीं खरीद सकते। आपको पूरा लॉट खरीदना होता है। जैसे कि बजाज हाउसिंग फाइनेंस के आईपीओ का प्राइस बैंड 66 से 70 रुपये था। आईपीओ का लॉट साइज 214 शेयरों का था। इसका मतलब कि निवेशक को कम से कम 214 शेयर खरीदने होंगे।
आईपीओ में निवेश के दौरान सतर्कता भी जरूरी
IPO में शेयरों की बिक्री दो तरह से होती है। एक तो कंपनी फ्रेश इक्विटी जारी करती है। इस तरह के आईपीओ को अच्छा समझा जाता है, क्योंकि इसमें मिलने वाली पूंजी कंपनी का कारोबार बढ़ाने के लिए इस्तेमाल होती है। वहीं, कुछ आईपीओ में मौजूदा शेयरहोल्डर्स अपनी हिस्सेदारी बेचकर बाहर निकलते हैं, जिसे ऑफर फॉर सेल (OFS) कहते हैं। अगर कोई आईपीओ सिर्फ ऑफर फॉर सेल वाला है, तो उससे विशेष सजग रहने की जरूरत होती है, क्योंकि उसमें कंपनी कोई पैसा नहीं मिलता।
आईपीओ की कम या अधिक डिमांड पर क्या होता है?
अगर कोई कंपनी IPO लाती है और उसे निवेशकों की अच्छी प्रतिक्रिया नहीं मिलती, तो वह अपना IPO वापस ले सकती है। हालांकि, कंपनी के कितने फीसदी शेयर की बिकने चाहिए, इसे बारे में कोई खास नियम नहीं है। वहीं, अगर आईपीओ की अधिक डिमांड रहती है, तो सेबी के तय फॉर्मूले के मुताबिक शेयरों का अलॉटमेंट होता है। इसमें कंप्यूटराइज्ड लॉटरी के जरिए तय किया जाता है कि किस निवेशक को शेयर मिलेगा और किसे नहीं। जैसे कि किसी निवेशक ने 5 लॉट के लिए अप्लाई किया है, तो उसे 1 या 2 लॉट भी मिल सकते है। हो सकता है कि किसी निवेशक को एक भी लॉट न मिले।
एसबीआई की एफडी स्कीम्स में निवेश का सुनहरा मौका, तगड़े ब्याज से पाएं बड़ा मुनाफा
23 Sep, 2024 12:34 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) अपने ग्राहकों के लिए कई स्पेशल एफडी स्कीम चला रहा है। यह एफडी स्कीम्स निवेशकों को बेस्ट रिटर्न ऑफर कर रही है। जी हां, हम एसबीआई की SBI अमृत कलश, अमृत वृष्टि, SBI ग्रीन रुपी टर्म डिपॉजिट और SBI सर्वोत्तम एफडी के बारे में बात कर रहे हैं। इन एफडी स्कीम में निवेश करके आप मोटा फंड जमा कर सकते हैं।
एसबीआई अमृत कलश एफडी
एसबीआई की अमृत एफडी स्कीम में सामान्य नागरिकों को 7.1 फीसदी का ब्याज मिलता है। वहीं सीनियर सिटिजन को 7.6 फीसदी का ब्याज मिलता है। यह एफडी स्कीम 444 दिन में मैच्योर होती है। अगर आप भी एसबीआई की इस स्कीम में निवेश का सोच रहे हैं तो बता दें कि इसमें निवेश की आखिरी तारीख 30 सितंबर 2024 है। वैसे उम्मीद जताई जा रही है कि बैंक इस बार भी एफडी में निवेश की समयसीमा को बढ़ा देगी।
एसबीआई अमृत वृष्टि एफडी
एसबीआई की अमृत वृष्टि एफडी भी 444 दिन में मैच्योर हो जाती है। इस स्कीम में भी निवेशकों को 7.25 फीसदी का ब्याज मिलता है। वहीं बैंक सिनीयर सिटिजन को 7.75 फीसदी का ब्याज ऑफर करती है। इस स्कीम में निवेश की आखिरी तारीख 31 मार्च 2025 तय की गई है।
एसबीआई ग्रीन रुपी टर्म डिपॉजिट
एसबीआई ग्रीन रुपी टर्म डिपॉजिट एक स्पेशल टर्म डिपॉजिट स्कीम है। इस स्कीम में भारतीय नागरिक के साथ एनआरआई भी निवेश कर सकते हैं। इस स्कीम में न्यूनतम निवेश की राशि 1000 रुपये है और अधिकतम निवेश की कोई लिमिट नहीं है। यह टर्म डिपॉजिट का तीन टेन्योर- 1111 दिन, 1777 दिन और 2222 दिन है। इस स्कीम में 6.65 फीसदी से 7.40 फीसदी तक का ब्याज मिलता है।
एसबीआई की सर्वोत्तम एफडी
एसबीआई की सर्वोत्तम एफडी में अधिकतम निवेश की लिमिट 3 करोड़ रुपये है। इस एफडी स्कीम में 1 साल के टेन्योर 30 बीपीएस और 2 साल की एफडी पर 40 बीपीएस का अतिरिक्त ब्याज मिलता है।
हरे निशान के साथ खुला शेयर बाजार; सेंसेक्स 327 अंक चढ़ा, निफ्टी पहली बार 25900 के पार
23 Sep, 2024 12:21 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
एशियाई बाजारों में बढ़त के बाद, भारतीय बेंचमार्क इक्विटी सूचकांक सोमवार को हरे निशान पर कारोबार करते दिखे। इस दौरान भारती एयरटेल, एमएंडएम और एचडीएफसी बैंक में छलांग के कारण घरेलू इंडेक्स नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर खुले। सुबह 9:18 बजे बीएसई सेंसेक्स 287 अंक या 0.34% बढ़कर 84,831 पर कारोबार करता दिखा। वहीं निफ्टी50 100 अंक या 0.39% बढ़कर 25,891 पर कारोबार करता दिखा।
बेंचमार्क सूचकांकों ने इस आशावाद के कारण सर्वकालिक नई ऊंचाई पर पहुंच गई कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था में स्थिति सामान्य रह सकती है। जानकारों को उम्मीद है कि बुधवार को 50 आधार अंकों की पर्याप्त कटौती के बाद, फेड अब 7 नवंबर को ब्याज दरों में 50 बीपीएस की एक और कटौती कर सकता है। सीएमई फेडवॉच के अनुसार, अगली फेड नीति बैठक में ऐसा होने की संभावना 50.3% है।
टाटा स्टील और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में बढ़त
सेंसेक्स में शामिल शेयरों में भारती एयरटेल, एमएंडएम, एसबीआई, कोटक महिंद्रा बैंक, टाटा स्टील और एचडीएफसी बैंक बढ़त के साथ खुले, जबकि आईसीआईसीआई बैंक, इंडसइंड बैंक, एचसीएल टेक, पावर ग्रिड और इंफोसिस में गिरावट देखी गई।
सेक्टोरल मोर्चे पर, निफ्टी फार्मा में 1% की वृद्धि हुई, जबकि निफ्टी ऑटो में 0.9% की वृद्धि हुई। निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज, एफएमसीजी, मीडिया, पीएसयू बैंक, रियल्टी और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स भी बढ़त के साथ खुले।
वोडाफोन-आइडिया के शेयर 8% तक चढ़े
व्यक्तिगत शेयरों की बात करें तो, वोडाफोन आइडिया की ओर से नोकिया, एरिक्सन और सैमसंग के साथ 3.6 बिलियन डॉलर के नेटवर्क उपकरण सौदे पर हस्ताक्षर करने के बाद कंपनी के शेयरों में 8% की वृद्धि आई। एनटीपीसी से 6,100 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिलने के बाद बीएचईएल के शेयर भी 3% से अधिक की बढ़त के साथ खुले।
तेल कंपनियों ने जारी किए पेट्रोल-डीजल के दाम....
23 Sep, 2024 12:17 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत की तेल कंपनियां रोज सुबह 6 बजे पेट्रोल-डीजल की कीमतों को अपडेट करती है। अगर ग्लोबल मार्केट में क्रूड ऑयल की कीमतों में नरमी आती है, तो उम्मीद रहती है कि पेट्रोल-डीजल सस्ता होगा। फिलहाल, अंतरराष्ट्रीय मार्केट में क्रूड का भाव काफी कम है।
हालांकि, मार्च 2024 के बाद से पेट्रोल-डीजल के दाम में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है। कुछ शहरों के फ्यूल की कीमतों में मामूली बदलाव देखने को मिला है, क्योंकि शहर के हिसाब से पेट्रोल-डीजल के दाम भी अलग-अलग होते हैं। ऐसे में अगर आप गाड़ी की टंकी फुल कराने जा रहे हैं, तो फ्यूल की लेटेस्ट प्राइस जरूर चेक कर लेनी चाहिए।
अगर आप किसी दूसरे शहर के सफर पर जा रहे हैं, तब भी पता कर लेना चाहिए कि किस शहर में फ्यूल प्राइस कम है, ताकि वहां फ्यूल भराकर आप पैसे बचा सकें। तेल कंपनियों ने हर दिन की तरह आज यानी 23 सितंबर (सोमवार) के लिए भी कीमतें जारी कर दी है। आइए जानते हैं कि आज आपके शहर में पेट्रोल-डीजल कितने रुपये लीटर बिक रहा है।
HPCL की अधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, अलग-अलग शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम
महानगरों में पेट्रोल- डीजल के दाम
दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 94.72 रुपये और डीजल की कीमत 87.66 रुपये प्रति लीटर है।
मुंबई में पेट्रोल की कीमत 103.44 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.95 रुपये प्रति लीटर है।
कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 104.95 रुपये प्रति लीटर और डीजल 91.75 रुपये प्रति लीटर है।
चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 100.85 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.32 रुपये प्रति लीटर है।
अन्य शहरों में पेट्रोल- डीजल के दाम
नोएडा: पेट्रोल 94.65 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.96 रुपये प्रति लीटर
गुरुग्राम: पेट्रोल 94.94 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.05 रुपये प्रति लीटर
बेंगलुरु: पेट्रोल 102.86 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.92 रुपये प्रति लीटर
चंडीगढ़: पेट्रोल 94.24 रुपये प्रति लीटर और डीजल 82.38 रुपये प्रति लीटर
हैदराबाद: पेट्रोल 107.41 रुपये प्रति लीटर और डीजल 95.63 रुपये प्रति लीटर
जयपुर: पेट्रोल 104.88 रुपये प्रति लीटर और डीजल 90.34 रुपये प्रति लीटर
पटना: पेट्रोल 106.06 रुपये प्रति लीटर और डीजल 92.03 रुपये प्रति लीटर
वोडाफोन आइडिया ने नोकिया, एरिक्सन और सैमसंग के साथ किया सौदा
22 Sep, 2024 07:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। कर्ज संकट का सामना कर रही दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया (वीआईएल) ने 4जी और 5जी नेटवर्क उपकरणों की आपूर्ति के लिए नोकिया, एरिक्सन और सैमसंग को 30,000 करोड़ रुपये का अनुबंध दिया है। कंपनी ने रविवार को यह जानकारी दी। यह अनुबंध तीन साल के लिए है। कंपनी ने इससे पहले तीन साल में 6.6 अरब डॉलर या 55,000 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय की घोषणा की थी। यह सौदा इस दिशा में पहला कदम है। कंपनी ने कहा कि वोडाफोन आइडिया ने नोकिया, एरिक्सन और सैमसंग के साथ तीन साल की अवधि में नेटवर्क उपकरणों की आपूर्ति के लिए करीब 3.6 अरब डॉलर (करीब 30,000 करोड़ रुपये) का एक बड़ा सौदा किया है। बयान में कहा गया है कि इस पूंजीगत व्यय कार्यक्रम का लक्ष्य 4जी आबादी के दायरे को 1.03 अरब से बढ़ाकर 1.2 अरब करना, प्रमुख बाजारों में 5जी सेवा शुरू करना और डेटा की वृद्धि के अनुरूप क्षमता का विस्तार करना है। इन नए दीर्घकालिक ठेकों के तहत आपूर्ति आगामी तिमाही में शुरू होगी। बयान में कहा गया है कि 1.2 अरब भारतीयों तक 4जी सेवा (कवरेज) का विस्तार कंपनी की शीर्ष प्राथमिकता है।
एफपीआई ने सितंबर में अब तक शेयर बाजार में किया 33,700 करोड़ का निवेश
22 Sep, 2024 06:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने इस महीने अब तक भारतीय शेयर बाजारों में लगभग 33,700 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इसकी मुख्य वजह अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती और भारतीय बाजार की मजबूती है। डिपॉजिटरी के आंकड़ों से पता चलता है कि यह इस साल अब तक एक महीने में भारतीय शेयरों में एफपीआई के निवेश का दूसरा सबसे बड़ा आंकड़ा है। इससे पहले मार्च में एफपीआई ने शेयर बाजार में 35,100 करोड़ रुपये का निवेश किया था। बाजार के जानकारों ने कहा कि आने वाले दिनों में एफपीआई की खरीदारी का सिलसिला जारी रहने की संभावना है। डिपॉजिटरी के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने इस महीने 20 सितंबर तक शेयरों में 33,691 करोड़ रुपये का निवेश किया। इसके साथ ही इस साल अब तक शेयरों में उनका निवेश 76,572 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। जून से एफपीआई लगातार लिवाल रहे हैं। इससे पहले अप्रैल-मई में उन्होंने शेयरों से 34,252 करोड़ रुपये की राशि निकाली थी। सितंबर में अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में कटौती की उम्मीद के बीच एफपीआई लिवाल रहे हैं। 18 सितंबर को फेडरल रिजर्व द्वारा प्रमुख ब्याज दर में 0.50 प्रतिशत की कटौती के बाद एफपीआई ने और आक्रामक तरीके से लिवाली की है।
जुलाई में देश का कोयला आयात बढ़कर 2.52 करोड़ टन हुआ
22 Sep, 2024 05:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । इसी साल जुलाई में देश का कोयला आयात 40.56 प्रतिशत बढ़कर 2.52 करोड़ टन रहा है। पिछले वित्त वर्ष के इसी महीने में कोयला आयात 1.79 करोड़ टन रहा था। बी2बी ई-कॉमर्स मंच एमजंक्शन सर्विसेज द्वारा जुटाए गए आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। चालू वित्त वर्ष के पहले अप्रैल-जुलाई में कोयला आयात बढ़कर 10.04 करोड़ टन पर पहुंच गया, जो एक साल पहले समान अवधि में 8.91 करोड़ टन था। एमजंक्शन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अगले महीने त्योहारी सीजन से पहले आने वाले हफ्तों में आयात मांग में तेजी आने की संभावना है। समुद्री मार्ग से ढुलाई दरों में नरमी के बीच गैर-कोकिंग कोयले के आयात में तेजी देखने को मिल रही है। हालांकि, इस्पात मिलों की कमजोर मांग के कारण कोकिंग कोयले की मात्रा में कमी आई है। जुलाई में कुल आयात में गैर-कोकिंग कोयले का हिस्सा 1.65 करोड़ टन रहा, जबकि एक साल पहले इसी महीने में यह आंकड़ा 1.01 करोड़ टन था। कोकिंग कोयले का आयात 48.1 लाख टन रहा, जबकि पिछले वित्त वर्ष जुलाई में यह 50.3 लाख टन था। अप्रैल-जुलाई की अवधि के दौरान गैर-कोकिंग कोयले का आयात एक साल पहले के 5.66 करोड़ टन की तुलना में बढ़कर 6.56 करोड़ टन पर पहुंच गया। वहीं कोकिंग कोयले के आयात में 2.02 करोड़ टन के मुकाबले मामूली बढ़त देखने को मिली। कोयला और खान मंत्री जी किशन रेड्डी ने पूर्व में कहा था कि भारत को जीवाश्म ईंधन का घरेलू उत्पादन बढ़ाना चाहिए और कोयले का आयात कम करना चाहिए। वित्त वर्ष 2023-24 में भारत का कोयला आयात 7.7 प्रतिशत बढ़कर 26.82 करोड़ टन रहा था। जुलाई में भारत का कोयला उत्पादन सालाना आधार पर 6.36 प्रतिशत बढ़कर 7.4 करोड़ टन हो गया। अप्रैल-जुलाई में भारत का कुल कोयला उत्पादन 32.13 करोड़ टन से अधिक रहा, जो एक साल पहले की इसी अवधि से 9.6 प्रतिशत अधिक है।
बीते सप्ताह सोयाबीन तिलहन के भाव कमजोरी के साथ बंद
22 Sep, 2024 04:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। बीते सप्ताह देश के खाद्य तेल-तिलहन बाजार में ऊंचे भाव पर कम कारोबार के बीच मूंगफली तेल-तिलहन तथा डी-आयल्ड केक (डीओसी) की कमजोर मांग से सोयाबीन तिलहन के भाव गिरावट के साथ बंद हुए। वहीं बाजार में विशेषकर नरम तेलों (सॉफ्ट आयल) की कम आपूर्ति की स्थिति के बीच सरसों तेल-तिलहन, सोयाबीन तेल, कच्चा पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन तेल तथा बिनौला तेल के भाव सुधार के साथ बंद हुए। बाजार के जानकार सूत्रों ने कहा कि ऊंचे दाम पर कम कारोबार तथा नई फसल की आवक के बीच मूंगफली तेल-तिलहन के दाम में गिरावट दर्ज हुई। जबकि डीओसी की कमजोर मांग से सोयाबीन तिलहन के दाम भी सप्ताहांत में गिरावट के साथ बंद हुए। बीते सप्ताह सरसों दाने का थोक भाव 75 रुपये बढ़कर 6,675-6,725 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। सरसों दादरी तेल का भाव 250 रुपये बढ़कर 14,000 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। सरसों पक्की और कच्ची घानी तेल का भाव क्रमश: 40-40 रुपये की मजबूती के साथ क्रमश: 2,175-2,275 रुपये और 2,175-2,290 रुपये टिन पर बंद हुआ। समीक्षाधीन सप्ताह में सोयाबीन दाने और लूज का भाव क्रमश: 70-70 रुपये की गिरावट के साथ क्रमश: 4,830-4,880 रुपये प्रति क्विंटल और 4,605-4,740 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। इसके विपरीत सोयाबीन दिल्ली, सोयाबीन इंदौर और सोयाबीन डीगम के दाम क्रमश: 1,000 रुपये, 700 रुपये और 650 रुपये बढ़कर क्रमश: 12,850 रुपये, 12,450 रुपये और 9,250 रुपये क्विंटल पर बंद हुए। मूंगफली तेल-तिलहन कीमतों में भी पिछले सप्ताहांत के मुकाबले गिरावट का रुख रहा। मूंगफली तिलहन 125 रुपये की गिरावट के साथ 6,350-6,625 रुपये क्विंटल, मूंगफली तेल गुजरात 275 रुपये की गिरावट के साथ 15,100 रुपये क्विंटल और मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल का भाव 40 रुपये की गिरावट के साथ 2,270-2,570 रुपये प्रति टिन पर बंद हुआ। वहीं कम आपूर्ति की स्थिति के कारण कच्चे पाम तेल (सीपीओ) का दाम 450 रुपये की तेजी के साथ 11,550 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। पामोलीन दिल्ली का भाव 1,000 रुपये के सुधार के साथ 13,150 रुपये प्रति क्विंटल तथा पामोलीन एक्स कांडला तेल का भाव 1,050 रुपये के सुधार के साथ 12,250 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। कम स्टॉक के बीच मांग निकलने से समीक्षाधीन सप्ताह में बिनौला तेल 650 रुपये के सुधार के साथ 12,050 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ।
EPFO का नया नियम; PF अकाउंट से अब निकलेगा 1 लाख रुपये तक का पैसा
21 Sep, 2024 03:41 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) अपने मेंबर्स को कई सुविधा दे रहा है। ईपीएफओ में निवेश करके जहां एक तरफ निवेशक मोटा फंड करने के साथ ही पेंशन (Pension) का लाभ भी पा सकते हैं। इसके अलावा ईपीएफओ मेंबर्स को आंशिक निकासी करने की भी सुविधा देता है। अब ईपीएफओ ने आंशिक निकासी के नियमों में बदलाव (EPFO Rule Change) किया है।
ईपीएफओ का नया नियम
ईपीएफओ ने आंशिक निकासी के नियमों में बदलाव किया है। इसकी जानकारी केंद्रीय श्रम मंत्री मनसुख मंडाविया ने दी है। मनसुख मंडाविया ने कहा कि पीएफ अकाउंट (PF Account) से आंशिक निकासी की सीमा को बढ़ा दिया। अब ईपीएफओ के सदस्य पीएफ अकाउंट से 50,000 रुपये की जगह 1 लाख रुपये निकाल सकते हैं।
इसके अलावा अब नौकरी शुरू करने के 6 महीने के भीतर ही निकासी की जा सकती है। जहां पहले पूरी निकासी के लिए सदस्य को ज्यादा इंतजार करना होता था, पर अब ऐसा नहीं है। अगर कोई कर्मचारी 6 महीने के भीतर नौकरी छोड़ देता है तो वह पीएफ अकाउंट से पूर्ण निकासी कर सकता है।
पीएफ अकाउंट से फंड निकालने का प्रोसेस
ईपीएफओ के ई-सेवा पोर्टल पर जाएं। यहां मेंबर ऑप्शन पर क्लिक करें।
इसके बाद यूएएन, पासवर्ड और कैप्चा की मदद से लॉग-इन करें।
लॉग-इन होने के बाद 'ऑनलाइन सर्विसेज' में जाएं।
अब फॉर्म -31, 19, 10सी और 10डी में से एक को चुनें।
इसके बाद पर्सनल डिटेल्स को वेरिफाई करें।
अब फॉर्म 31 सेलेक्ट करके निकासी का कारण बताएं।
इसके बाद रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आए OTP को भरके सबमिट करें।
फॉर्म सबमिट करने के बाद 'ऑनलाइन सर्विसेज' में जाकर क्लेम को ट्रैक करें। आप यहां से क्लेम का स्टेटस भी चेक कर सकते हैं। बता दें कि 7 से 10 दिन में ईपीएफओ की तरफ से क्लेम राशि बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दी जाती है।
कब निकाल सकते हैं फंड
पीएफ अकाउंट से मेडिकल, शादी, एजुकेशन या फैमिली में कोई आपात स्थिति में पैसे निकाल सकते हैं।