उत्तर प्रदेश
बिहार के नवगछिया में 5 साल पुराने प्रेम संबंध के बाद भीड़ ने जबरन कराई शादी, महिला के तीन बच्चे
18 Dec, 2024 09:20 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नवगछिया: जिले में एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां भीड़ ने तीन बच्चों की मां की एक कुंवारे लड़के से शादी करा दी। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि दोनों के बीच 5 साल से अफेयर चल रहा था। महिला 3 बच्चों की मां है और वो अपने पति को छोड़ चुकी है। तीनों बच्चे अपने पिता के साथ ही रहते हैं। शादी के बाद महिला को उसके नए पति के साथ घर भेज दिया गया। मामला नवगछिया के हड़िया पट्टी बाजार इलाके का है।
महिला और युवक का अफेयर 5 साल पुराना
जानकारी के मुताबिक, युवक का ननिहाल लखीसराय में है, जहां महिला का ससुराल है। 5 साल पहले पहली बार जब युवक आया था, तब महिला से उसकी बातचीत हुई थी। इसके बाद दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगे थे। दोनों के अफेयर को अब 5 साल हो चुके हैं। महिला अब युवक के साथ ही अपना बाकी जीवन बिताना चाहती है। जानकारी के मुताबिक, कुछ दिन पहले युवक अपने ननिहाल आया था। यहां से युवक और महिला झारखंड के लिए निकल गए। वे दोनों नवगछिया स्टेशन से झारखंड के लिए ट्रेन पकड़ने वाले थे।
दबाव में हुई युवक-युवती की शादी
निकलने से पहले ही किसी बात को लेकर दोनों में विवाद हो गया। दोनों के बीच बहस शुरू हो गई। दोनों के बीच झगड़ा देख भीड़ जुट गई और दोनों को पकड़ लिया। महिला से पूछा गया, तो उसने सारी कहानी बयां कर दी। इसके बाद भीड़ ने दोनों को पकड़ लिया और घाट ठाकुरबाड़ी परिसर ले गए। यहां मंदिर के पुजारी ने भीड़ समेत महिला और लड़के को बाहर भेज दिया। इसके बाद भीड़ के दबाव में बीच सड़क पर युवक से महिला की मांग में सिंदूर डलवाया गया। दोनों ने इस शादी पर अपनी सहमति दी और युवक ने कहा कि वो अब महिला को नहीं छोड़ेगा और उसे अपने घर लेकर जाएगा।
योगी सरकार ने पेश किया 17,865 करोड़ का दूसरा अनुपूरक बजट
18 Dec, 2024 09:04 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ । उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने मंगलवार को विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए अपना दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया। 17,865.72 करोड़ रुपए के इस अनुपूरक बजट में 790.49 करोड़ रुपए के नए प्रस्ताव सम्मिलित किए गए हैं। यह योगी सरकार का इस वित्तीय वर्ष का दूसरा अनुपूरक बजट है, जो मूल बजट (7 लाख 36 हजार 437.71 करोड़ रुपए) का 2.42 प्रतिशत है। इससे पूर्व योगी सरकार 12,209.93 करोड़ रुपए का अनुपूरक बजट भी प्रस्तुत कर चुकी है। दोनों अनुपूरक बजट को मिलाकर योगी सरकार का वित्तीय वर्ष 2024-25 का कुल बजट अब 7 लाख 66 हजार 513.36 करोड़ रुपए का हो गया है।
प्रदेश के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने विधानसभा में दूसरा अनुपूरक बजट पेश करते हुए कहा कि अनुपूरक बजट का आकार 17,865.72 करोड़ रुपए है। उन्होंने कहा कि यह सरकार विकास को प्राथमिकता देने वाली सरकार है और जब भी आवश्यकता होती है तब संवैधानिक तरीके से सदन के माध्यम से अनुपूरक बजट लाने का अधिकार है। उन्होंने बताया कि अनुपूरक बजट में 790.49 करोड़ रुपए के नए प्रस्ताव सम्मिलित किए गए हैं। साथ ही इसमें केंद्रीय योजनाओं में 422.56 करोड़ रुपए के केंद्रांश की राशि भी अनुमानित है। इसके अतिरिक्त, कंटिजेंसी से जो 30 करोड़ 48 लाख रुपए का पैसा लिया गया था, उसकी भी प्रतिपूर्ति का भी प्रस्ताव इसमें शामिल है।
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि अनुपूरक बजट में विभिन्न विभागों को उनकी आवश्यकता के अनुरूप बजट जारी किया जाएगा। इसमें ऊर्जा विभाग को 8587.27 करोड़ रुपए, वित्त विभाग को 2438.63 करोड़ रुपए, परिवार कल्याण विभाग को 1592.28 करोड़ रुपए, पशुधन विभाग के लिए 1001 करोड़ रुपए, लोकनिर्माण विभाग के लिए 805 करोड़ रुपए, प्राथमिक शिक्षा विभाग के लिए 515 करोड़ रुपए, सूचना विभाग के लिए 505 करोड़ रुपए, पंचायती राज विभाग के लिए 454.01 करोड़ रुपए और चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण विभाग के लिए 354.54 करोड़ रुपए का बजट प्राविधानित किया गया है। गौरतलब है कि योगी सरकार ने इसी वर्ष फरवरी महीने में मूल बजट किया था, जो 7.36 लाख करोड़ रुपए से अधिक का था। इसके बाद योगी सरकार ने 30 जुलाई को 12,209.93 करोड़ का अनुपूरक बजट पेश किया था। इसके 5 माह के बाद एक बार फिर अब दूसरा अनुपूरक बजट लेकर आई है।
योगी सरकार ने जारी किया सरकारी छुट्टियों का कैलेंडर, 24 सार्वजनिक अवकाश
18 Dec, 2024 08:02 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ । उत्तर प्रदेश की सरकार ने अगले साल 2025 में पड़ने वाली सार्वजनिक छुट्टियों की घोषणा कर दी है। सरकार द्वारा जारी कैलेंडर के मुताबिक इस साल ज्यादातर छुट्टियां वर्किंग डे पर रहने वाली है। इस बार सालभर में कुल 24 सार्वजनिक और 31 निर्बन्धित छुट्टियां रहेंगी।
सरकार द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि अगर कोई पर्व, त्योहार, राष्ट्रीय पर्व या महापुरुषों की जन्मतिथि एक ही दिन पड़ जाती है तो ऐसी स्थिति में एक ही दिन छुट्टी होगी। उसके एवज में दो दिन का अवकाश घोषित नहीं होगा। यूपी सरकार द्वारा जारी छुट्टियों की लिस्ट में 14 जनवरी मंगलवार को हजरत अली के जन्मदिवस के अवसर पर छुट्टी की घोषणा की गई है। जबकि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर छुट्टी रहेगी। लिस्ट के मुताबिक 26 फरवरी को महाशिवरात्रि, 13 मार्च को होलिका दहन, 14 मार्च को होली, 31 मार्च को ईद उल फितर का अवकाश रहेगा। 6 अप्रैल को रामनवमी, 10 अप्रैल को महावीर जयंती, 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती, 18 अप्रैल को गुड फ्राइडे, 12 मई को बुद्ध पूर्णिमा, 7 जून को बक़रीद, 6 जुलाई को मोहर्रम, 9 अगस्त को रक्षा बंधन, 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस, 16 अगस्त को जन्माष्टमी, 5 सितंबर को ईद ए मिलाद का अवकाश रहेगा।
अगले साल एक अक्टूबर को दशहरा, दो अक्टूबर को गांधी जयंती और विजयदशमी दोनों त्योहारों का अवकाश रहेगा। 20 अक्टूबर को दीपावली, 22 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा, 23 अक्टूबर को भैयादूज, पांच नवंबर को गुरुनानक जयंती और 25 दिसंबर को क्रिसमस डे का अवकाश रहेगा। इस बार सिर्फ गणतंत्र दिवस, रामनवमी और मोहर्रम का त्योहार ही रविवार को पड़ने वाला है। सरकार की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि ये सभी त्योहार स्थानीय चंद्र दर्शन के अनुसार होंगे वहीं, साल 2024 में निर्बन्धित अवकाश (स्थानीय छुट्टी) में एक जनवरी को नए साल, 8 जनवरी को हजरत ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती के उर्स, 14 जनवरी मकर संक्रांति, 24 जनवरी को जननायक कर्पूरी ठाकुर जन्म दिवस, 2 फरवरी को बसंत पंचमी, 12 फरवरी को संत रविदास जयंती, 14 फरवरी शबे बरात, 15 मार्च होली, 28 मार्च को जमात-उल-विदा (अलविदा)/रमजान का अंतिम शुक्रवार के मौके पर छुट्टी रहेगी।
नेशनल लेवल प्रतियोगिता में नव्या और शिवांगी ने जीते पुरुष्कार
17 Dec, 2024 06:41 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
फिरोजाबाद, यूसीमास(ucmas) इंटरनेशनल और नेशनल लेवल प्रतियोगिता में अपनी अपनी कैटेगरी में कुमारी नव्या तिवारी तथा शिवांग तिवारी द्वारा प्रथम पुरस्कार जीता गया। यह प्रतियोगिता दिल्ली में यूसीमास(ucmas) एजुकेशन द्वारा आयोजित की गई थी। जिसमें यूसीमास इंडिया के सीईओ डॉक्टर स्नेहल करिया द्वारा नव्या तिवारी को प्रथम पुरस्कार इंटरनेशनल और नेशनल लेवल में उनकी कैटेगरी में मिला।नव्या तिवारीं ने 8 मिनट में 200 में से 193 प्रश्न हल किये तथा शिवांग तिवारी को उनकी कैटेगरी में तीसरा पुरस्कार नेशनल लेवल प्रतियोगिता में दिया गया। नव्या तिवारी कांग्रेस के जिलाध्यक्ष तथा जिला ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष संदीप तिवारी की सुपुत्री हैं तथा शिवांग तिवारी आदीप तिवारी के सुपुत्र है।नव्या एवं शिवांग दोनों ही जिला अस्पताल फिरोजाबाद के पूर्व अधीक्षक डॉक्टर बी.सी. तिवारी जी के नातिन और नाती हैं।
रेलवे लाइन किनारे बसा गाँव ग्रामीणों के लिए बन गया अभिशाप,फिर हुयी महिला की कटकर मौत
17 Dec, 2024 06:37 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
फिरोजाबाद, जिले के शिकोहाबाद क्षेत्र स्थित नीम खेरिया गाँव के ग्रामीणों के लिए रेलवे लाइन अब एक अभिशाप बन चुकी है। यहाँ के लोग रोजाना ट्रेनों की चपेट में आकर अपनी जान गंवा रहे हैं। स्थानीय रेलवे गेट को पहले बंद कर दिया गया था, जिससे हादसों की संख्या में इज़ाफ़ा हुआ है। रेलवे विभाग की लापरवाही और सुरक्षा व्यवस्था की कमी के कारण यह गाँव लगातार दुर्घटनाओं का शिकार हो रहा है।
मंगलवार सुबह, 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला किरन देवी की ट्रैन की चपेट में आकर मौत हो गई। वे शौच के लिए जा रही थीं, और यह हादसा उनके परिवार के लिए एक भयानक सदमा बनकर आया। हालांकि, रेलवे विभाग के अधिकारियों के डर से स्थानीय लोग पोस्टमार्टम नहीं कराते और जल्दबाजी में अंतिम संस्कार कर देते हैं।
गाँव में पहले भी दर्जनों ग्रामीण ट्रैन हादसों का शिकार हो चुके हैं, लेकिन रेलवे विभाग की लापरवाही पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। स्थानीय लोग अब सुरक्षित गेट की मांग कर रहे हैं ताकि और जानें बच सकें और इस गांव को रेलवे हादसों से निजात मिल सके।
दरभंगा में डायल 112 वैन की दुर्घटना: एक पुलिसकर्मी की मौत, चालक और महिला सिपाही घायल
17 Dec, 2024 12:54 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दरभंगा। दरभंगा में सिमरी थाना की डायल 112 वैन सोमवार की देर रात गश्त के दौरान पोखर में पलट गई। इसमें पुलिसकर्मी शेखर पासवान की मौत हो गई। जबकि चालक और महिला सिपाही घायल हो गई। घटना रात के करीब 11:30 बजे की बताई जाती है। घटना में मृत पुलिसकर्मी की पहचान बहादुरपुर थाना क्षेत्र के रघेपुरा गांव निवासी महेंद्र पासवान के पुत्र शेखर पासवान(59) के रूप में हुई है। वहीं घायल पुलिसकर्मियों में चालक जीके झा केवटी एवं सिपाही अर्चना कुमारी पूर्णिया के सदर थाना के नीलगंज कोठी की हैं। इनका इलाज डीएमसीएच के इमरजेंसी विभाग में चल रहा है।
कैसे घटी घटना?
बताया जाता है कि डायल 112 की पुलिस वैन पेट्रोलिंग करके सढ़वारा से सिमरी थाना की ओर वापस आ रही थी। इसी दौरान बिरदीपुर चौक के पास वैन के सामने एक कुत्ता आ गया। उसे बचाने के क्रम में गाड़ी सड़क के बगल पोखर में पलट गई। जिसके बाद चीख पुकार मच गई।
झारखंड में ठंड का कहर, रांची के मैक्लुस्कीगंज में शिमला-मनाली जैसी सर्दी
17 Dec, 2024 12:39 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड में इस बार ठंड ने आधे दिसंबर से ही लोगों का बुरा हाल कर दिया है। लोगों की परेशानी बढ़ गई है। वहीं रांची जिले के मैक्लुस्कीगंज में तो शिमला-मनाली वाली ठंड पड़ रही है। रात में तापमान में लगातार गिरावट आ रही है। रात्रि में चलने वाली सर्द हवाओं के कारण लोग ठिठुरने को मजबूर हैं। सोमवार को प्रातः 6:00 बजे न्यूनतम तापमान 2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इन दिनों झारखंड की मिनी लंदन कही जाने वाली मैक्लुस्कीगंज में इस सर्दी का अब तक का सबसे कम तापमान रिकार्ड किया गया है।
सोमवार की सुबह आसमान में हल्का कोहरा भी छाया रहा। धूप जरूर निकली, लेकिन धूप की तपिश कम होने से लोगों को इसका अहसास कुछ खास नहीं हो पा रहा था। दुकानों और अपने प्रतिष्ठानों पर कार्य करने वाले लोग ठंड के कारण सिमटे नजर आए। देर शाम होते ही ठंड का प्रकोप और बढ़ गया था।
आज रांची का मौसम कैसा रहेगा?
रांची में आज न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस तो अधिकतम 22 डिग्री सेल्सियस रहेगा। लोगों से सावधान रहने की अपील की गई है।
हजारीबाग में कैसा रहेगा मौसम?
हजारीबाग के विष्णुगढ़ में ठंड से सभी की परेशानी बढ़ गई है। पारा गिरकर 7 डिग्री पहुंच गया है। इससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है। वहीं हजारीबाग में आज के तापमान की बात करें तो अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस तो न्यूनतम 9 डिग्री सेल्सियस रहेगा। खासकर कामकाज को ले सुबह घर से बाहर जाने वाले कारोबारियों एवं श्रमिकों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
सुबह छाये कोहरे से फसलों खासकर आलू के पौधों पर प्रतिकुल प्रभाव पड़ने की आशंका है। इससे किसान वर्ग खासे परेशान है। ठंड से राहत को ले आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को गर्म कपड़े दिये जा रहे हैं। जरूरतमंदों को कंबल दिया जाना बाकी है। राहगिरों खासकर सात माइल बस स्टैंड में ठंड से बचाव को ले अलाव का व्यवस्था हीं किया जा सकी है।
बोकारो में 99 बकायेदारों का खाता फ्रीज करने की तैयारी, 25 लाख रुपये से ज्यादा का टैक्स बकाया
17 Dec, 2024 12:29 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बोकारो। लंबे समय से टैक्स जमा नहीं करने वालों के खिलाफ अब नगर परिषद ने कार्रवाई करने की तैयारी कर ली है। इसे लेकर बड़े बकायेदारों की सूची बना ली गई है। फुसरो नगर परिषद क्षेत्र में ऐसे 99 बड़े बकायेदारों को चिन्हित किया गया है, जिनका 25 लाख 78 हजार 459 रुपये टैक्स की राशि बकाया है। नगर परिषद ऐसे बकायेदारों का खाता फ्रिज करने की कार्रवाई करने वाली है।
बताया गया कि इसे लेकर नगर परिषद की ओर से कई बार नोटिस भी भेजा जा चुका है। लेकिन इसके बाद भी बकायेदारों पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। इन बकायेदारों को एक वर्ष पूर्व सामान्य नोटिस भेजा गया था। इसके बाद भी टैक्स नहीं जमा करने पर दूसरी बार चेतावनी नोटिस छह माह पूर्व भेजा गया।
खाता फ्रीज करने की चेतावनी
नोटिस डेढ़ माह पूर्व भेजा जा चुका है। फुसरो नप के कार्यपालक पदाधिकारी ने आम सूचना के माध्यम से बकाया राशि का भुगतान नगर परिषद द्वारा प्राधिकृत एजेंसी रितिका प्राइवेट लिमिटेड में जमा करने का निर्देश दिया है। उन्होंने बताया कि बकाया टैक्स की राशि जमा नहीं कराने पर झारखंड नगरपालिका अधिनियम 2011 की धारा 181 एवं 184 की उपधाराओं के अंतर्गत एवं झारखंड नगरपालिका संपत्ति कर (निर्धारण, संग्रहण और वसूली) नियमावली 2013 व संशोधित नियमावली 2015 की धारा पांच की कंडिका 5.2 में प्रदत्त शक्तियों के अंतर्गत नगर परिषद प्रशासन कार्रवाई शुरू करने जा रहा है। जिसमें बकायेदारों का खाता फ्रीज किया जा सकता है। नगर प्रशासन ने यह लिस्ट भी बना ली है कि किसके पास कितनी टैक्स की राशि बकाया है। जमा नहीं करने पर खाता को फ्रिज कर बकाया टैक्स वसूला जायेगा।
होल्डिंग टैक्स वसूली बनी चुनौती
बता दें कि नगर परिषद फुसरो में होल्डिंग टैक्स के बड़े बकायेदारों से वसूली करना यहां के अधिकारियों के लिए हमेशा से बड़ी चुनौती रही है। कई बार टैक्स जमा कराने को लेकर नगर परिषद प्रशासन की ओर से छूट भी दी जाती है लेकिन उसके बाद भी कई बड़े बकायेदारों का बकाया वर्षों से है। उधर, सीसीएल में भी कई प्रक्षेत्र के शहरी इलाकों का होल्डिंग टैक्स का बकाया काफी ज्यादा हो जाने पर कई बार सीसीएल का खाता भी फ्रिज करने की कार्रवाई की जा चुकी है। कुछ माह पहले होल्डिंग टैक्स में वृद्धि होने पर कई पार्षदों ने लोगों के साथ विरोध प्रदर्शन करते हुए शहर क्षेत्र में भारी असुविधाओं का हवाला देते हुए वृद्धि पर रोक लगाने की मांग की थी।
श्रीलंका के राष्ट्रपति का बोधगया में भव्य स्वागत, महाबोधि मंदिर में पूजा अर्चना
17 Dec, 2024 12:16 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बोधगया। श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके मंगलवार को बोधगया पहुंचे। उनके साथ विदेश मंत्री विजीथा हेराथ और उप वित्त मंत्री अनिल जयंता व अधिकारियों का एक दल है। सभी का स्वागत बीटीएमसी के नदजीक महाबोधि सोसाइटी आफ इंडिया के महासचिव भंते पी सिवली थेरो, बीटीएमसी सचिव डा महाश्वेता महारथी सहित अन्य सदस्यों ने खादा भेंट कर किया।
ये है राष्ट्रपति का पूरा कार्यक्रम
उसके बाद सभी महाबोधि मंदिर में दर्शन व पूजा अर्चना करने गए। बीटीएमसी सचिव ने बताया कि वे मंदिर के गर्भगृह में पूजा अर्चना कर पवित्र बोधिवृक्ष का अवलोकन करेंगे। उसके बाद मंदिर परिसर स्थित भगवान बुद्ध से जुड़ा सात स्थलों का अवलोकन कर साधना उद्यान में धर्म घंटा बजाएंगे। उसके बाद महाबोधि सोसाइटी के जयश्री महाबोधि मंदिर में पूजा कर भगवान बुद्ध व उनके शिष्यों के अस्थि अवशेष का दर्शन करेंगे। लगभग डेढ़ घंटे बुद्धभूमि पर व्यतीत कर वापस एयरपोर्ट के लिए रवाना हो जाएंगे। बोधगया एक पवित्र शहर है जो भगवान बुद्ध के जीवन से जुड़ा हुआ है और यहां कई महत्वपूर्ण बौद्ध स्थल हैं।
बोधगया की खास बातें
महाबोधि मंदिर: यह मंदिर भगवान बुद्ध के ज्ञान प्राप्ति के स्थान पर बनाया गया है। यह मंदिर बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थल है।
बोधिवृक्ष: यह वृक्ष भगवान बुद्ध के ज्ञान प्राप्ति के समय का है। यह वृक्ष महाबोधि मंदिर के पास स्थित है।
बौद्ध मठ और मंदिर: बोधगया में कई बौद्ध मठ और मंदिर हैं जो विभिन्न देशों की बौद्ध परंपराओं का प्रतिनिधित्व करते हैं।
बौद्ध कला और संस्कृति: बोधगया में बौद्ध कला और संस्कृति की समृद्ध परंपरा है। यहां कई संग्रहालय और कला दीर्घाएं हैं जो बौद्ध कला और संस्कृति को प्रदर्शित करती हैं।
बौद्ध त्योहार और उत्सव: बोधगया में कई बौद्ध त्योहार और उत्सव मनाए जाते हैं। इनमें बुद्ध पूर्णिमा, लोसर और वेसाक शामिल हैं।
प्राकृतिक सौंदर्य: बोधगया के आसपास का क्षेत्र प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है। यहां कई नदियां, झीलें और वनस्पतियां हैं जो पर्यटकों को आकर्षित करती हैं।
बोधगया मंदिर की खासियत
भगवान बुद्ध की ज्ञान प्राप्ति का स्थल: बोधगया मंदिर वह स्थल है जहां भगवान बुद्ध ने ज्ञान प्राप्त किया था। यह स्थल बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थल है।
महाबोधि वृक्ष: मंदिर परिसर में एक पवित्र वृक्ष है जिसे महाबोधि वृक्ष कहा जाता है। यह वृक्ष भगवान बुद्ध के ज्ञान प्राप्ति के समय का है।
मंदिर की वास्तुकला: बोधगया मंदिर की वास्तुकला बौद्ध वास्तुकला की एक अद्वितीय मिसाल है। मंदिर का निर्माण 5वीं शताब्दी में हुआ था।
रुपयों के लेन-देन में युवक को पीटा
17 Dec, 2024 11:25 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अलीगढ़ । थाना अकराबादक्षेत्र के गांव दीपपुर में शनिवार की रात रुपयों के लेन-देन को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद हो गया। वहीं विवाद के दौरान एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के एक व्यक्ति के घायल कर दिया। घटना की सूचना पर पुलिस ने घायल को उपचार के लिए अस्पताल भेजा है। गांव दीपपुर निवासी धीरज कुमार पुत्र शिवचरन ने बताया है कि शनिवार की रात समय करीब आठ बजे वह अपने घर के बाहर खड़ा था। इसी दौरान पड़ोस के ही तीन आरोपियों ने उसके साथ गाली गलौज करते हुए पीटना शुरू कर दिया। तथा एक आरोपी ने उसके सिर पर कुल्हाड़ी से प्रहार कर घायल कर दिया है। पीड़ित ने थाने पहुंच कर आरोपियों के खिलाफ तहरीर देकर पुलिस से कार्यवाही करने की मांग की है।लखनऊ (ईएमएस)। विपक्ष द्वारा बीते दिनों संभल और बहराइच में हुई साम्प्रदायिक हिंसा को लेकर सरकार को घेरने के प्रयास को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुरजोर तरीके से विफल कर दिया। मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि भारत में राम की संस्कृति रहेगी बाबर की संस्कृति नहीं। उन्होंने कहा कि जय श्रीराम सांप्रदायिक संबोधन नहीं है। राम के बिना हमारा कोई काम ही नहीं है। यदि जय श्रीराम बोलने पर उत्तेजना हो तो नीयत सभी लोग समझ सकते हैं। सीएम योगी ने कहा कि हम लोग मिलने पर राम-राम बोलते हैं। अंतिम यात्रा में राम नाम सत्य बोलते हैं। राम नाम बोलना कहां से सांप्रदायिक हो गया। विपक्ष को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि आप लोग सत्य पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संभल में विदेशी मुसलमान बनाम देशी की लड़ाई थी। उन्होंने जोर देकर कहा कि साम्प्रदायिक हिंसा के मामले में कोई भी दोषी बख्शा नहीं जायेगा।
सोमवार को विधानसभा में प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने संभल और बहराइच में हुई साम्प्रदायिक हिंसा को लेकर सरकार को घेरा और सदन की कार्यवाही रोककर चर्चा की मांग की। विपक्ष ने सरकार पर साम्प्रदायिक राजनीति करने का आरोप लगाया। विपक्ष के आरोपों का सिलसिलेवार जवाब देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश में सांप्रदायिक दंगों में 97 फीसदी तक की कमी आई है। 2012-2017 के दौरान सपा के कार्यकाल के दौरान 815 सांप्रदायिक दंगे हुए। इसमें 192 लोगों की मौत हुई। इससे पिछले कार्यकाल में भी 616 दंगे हुए। जिसमें 121 लोगों की मौत हुई। उन्होंने कहा कि संभल में 1982, 1986, 1990, 1992, 1996 में लगातार दंगे होते रहे। लगातार मौतें होती रहीं। अब तक 209 हिंदुओं की हत्या हो चुकी। लेकिन किसी ने उन निर्दाेष हिंदुओं के बारे में दो शब्द भी नहीं कहे। आज घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। सीएम ने कहा कि मुस्लिम त्योहार आराम से हो जाते हैं। उन्होंने सवाल किया कि दंगे सिर्फ उसी क्षेत्रों में क्यों होते हैं, जहां मुस्लिम आबादी होती है। उन्होंने कहा कि जब मंदिर के सामने से जुलूस निकल सकता है, तो मस्जिद के सामने से शोभायात्रा क्यों नहीं निकल सकती। एक झंडा लगाने में युवक की हत्या हो गई। अपने ही देश में कोई एक झंडा क्यों नहीं लगा सकता। भगवा झंडा क्यों नहीं लग सकता ?
सीएम योगी ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष कहते हैं कि मंदिर निकल आएगा तो क्या मंदिर बन जाएगा। कहा कि बाबर नामा भी यही कहता है कि मंदिर को तोड़कर ही हर मस्जिद को बनाया गया है। उन्होंने कहा कि सर्वे के दौरान दो दिन कोई शांति भंग नहीं हुई। लेकिन तीसरे दिन जुमे के नमाज के बाद जो सक्रियता देखी गई। उसके बाद घटना हुई। उन्होंने कहा कि ज्यूडिशियल कमेटी बनाई गयी है और उसकी रिपोर्ट भी विधानसभा में रखी जायेगी। दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा लेकिन विपक्ष सच्चाई को स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि दंगे में शामिल, तमंचा लहराते, पत्थर फेंकते लोगों के सारे विजुअल हैं। दोषी को कोई बचा नहीं पाएगा। दंगे और दंगाइयों के प्रति सरकार की जीरो टॉलरेंस है। उन्होंने कहा कि किसी को कहीं से भी निकलने से कोई नहीं रोक सकता। बहराइच में परंपरागत यात्रा निकलने के दौरान घटना की गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहेब के संविधान में धर्म निरपेक्ष, पंथ निरपेक्ष या समाजवाद का एक भी शब्द नहीं है। विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुुए उन्होंने कहा कि लोगों को भ्रमित करके आप लोग सिर्फ सत्ता हथियाना चाहते हैं। कहा कि संभल घटना के जो भी दोषी हैं, कोई भी बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 7.5 वर्ष में सभी पर्व शांतिपूर्ण संपन्न हुए। सभी वीवीआईपी विजिट शांति से संपन्न हुए। 2025 में यूपी को दुनियाभर का समागम करने का अवसर मिल रहा है। तो विपक्ष से अपील है कि अपने वक्तवयों को ठीक रखें। कोई भी अराजकता करेगा तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।
भारत में राम की संस्कृति रहेगी, बाबर की नहीं-योगी
17 Dec, 2024 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ । विपक्ष द्वारा बीते दिनों संभल और बहराइच में हुई साम्प्रदायिक हिंसा को लेकर सरकार को घेरने के प्रयास को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुरजोर तरीके से विफल कर दिया। मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि भारत में राम की संस्कृति रहेगी बाबर की संस्कृति नहीं। उन्होंने कहा कि जय श्रीराम सांप्रदायिक संबोधन नहीं है। राम के बिना हमारा कोई काम ही नहीं है। यदि जय श्रीराम बोलने पर उत्तेजना हो तो नीयत सभी लोग समझ सकते हैं। सीएम योगी ने कहा कि हम लोग मिलने पर राम-राम बोलते हैं। अंतिम यात्रा में राम नाम सत्य बोलते हैं। राम नाम बोलना कहां से सांप्रदायिक हो गया। विपक्ष को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि आप लोग सत्य पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संभल में विदेशी मुसलमान बनाम देशी की लड़ाई थी। उन्होंने जोर देकर कहा कि साम्प्रदायिक हिंसा के मामले में कोई भी दोषी बख्शा नहीं जायेगा।
सोमवार को विधानसभा में प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने संभल और बहराइच में हुई साम्प्रदायिक हिंसा को लेकर सरकार को घेरा और सदन की कार्यवाही रोककर चर्चा की मांग की। विपक्ष ने सरकार पर साम्प्रदायिक राजनीति करने का आरोप लगाया। विपक्ष के आरोपों का सिलसिलेवार जवाब देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश में सांप्रदायिक दंगों में 97 फीसदी तक की कमी आई है। 2012-2017 के दौरान सपा के कार्यकाल के दौरान 815 सांप्रदायिक दंगे हुए। इसमें 192 लोगों की मौत हुई। इससे पिछले कार्यकाल में भी 616 दंगे हुए। जिसमें 121 लोगों की मौत हुई। उन्होंने कहा कि संभल में 1982, 1986, 1990, 1992, 1996 में लगातार दंगे होते रहे। लगातार मौतें होती रहीं। अब तक 209 हिंदुओं की हत्या हो चुकी। लेकिन किसी ने उन निर्दाेष हिंदुओं के बारे में दो शब्द भी नहीं कहे। आज घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। सीएम ने कहा कि मुस्लिम त्योहार आराम से हो जाते हैं। उन्होंने सवाल किया कि दंगे सिर्फ उसी क्षेत्रों में क्यों होते हैं, जहां मुस्लिम आबादी होती है। उन्होंने कहा कि जब मंदिर के सामने से जुलूस निकल सकता है, तो मस्जिद के सामने से शोभायात्रा क्यों नहीं निकल सकती। एक झंडा लगाने में युवक की हत्या हो गई। अपने ही देश में कोई एक झंडा क्यों नहीं लगा सकता। भगवा झंडा क्यों नहीं लग सकता ?
सीएम योगी ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष कहते हैं कि मंदिर निकल आएगा तो क्या मंदिर बन जाएगा। कहा कि बाबर नामा भी यही कहता है कि मंदिर को तोड़कर ही हर मस्जिद को बनाया गया है। उन्होंने कहा कि सर्वे के दौरान दो दिन कोई शांति भंग नहीं हुई। लेकिन तीसरे दिन जुमे के नमाज के बाद जो सक्रियता देखी गई। उसके बाद घटना हुई। उन्होंने कहा कि ज्यूडिशियल कमेटी बनाई गयी है और उसकी रिपोर्ट भी विधानसभा में रखी जायेगी। दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा लेकिन विपक्ष सच्चाई को स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि दंगे में शामिल, तमंचा लहराते, पत्थर फेंकते लोगों के सारे विजुअल हैं। दोषी को कोई बचा नहीं पाएगा। दंगे और दंगाइयों के प्रति सरकार की जीरो टॉलरेंस है। उन्होंने कहा कि किसी को कहीं से भी निकलने से कोई नहीं रोक सकता। बहराइच में परंपरागत यात्रा निकलने के दौरान घटना की गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहेब के संविधान में धर्म निरपेक्ष, पंथ निरपेक्ष या समाजवाद का एक भी शब्द नहीं है। विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुुए उन्होंने कहा कि लोगों को भ्रमित करके आप लोग सिर्फ सत्ता हथियाना चाहते हैं। कहा कि संभल घटना के जो भी दोषी हैं, कोई भी बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 7.5 वर्ष में सभी पर्व शांतिपूर्ण संपन्न हुए। सभी वीवीआईपी विजिट शांति से संपन्न हुए। 2025 में यूपी को दुनियाभर का समागम करने का अवसर मिल रहा है। तो विपक्ष से अपील है कि अपने वक्तवयों को ठीक रखें। कोई भी अराजकता करेगा तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।
सरकार हर मुद्दे पर चर्चा को तैयार-योगी
17 Dec, 2024 09:21 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश ने विगत साढ़े सात वर्ष में विकास व सुरक्षा के नए प्रतिमान स्थापित किए हैं। यूपी में विकास, सुरक्षा, समृद्धि, आस्था व आधुनिकता का जो संगम देखने को मिल रहा है, उसका रास्ता भी इसी विधानमंडल से प्रारंभ होता है। मुख्यमंत्री ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र से पहले सोमवार को पत्रकारों से बातचीत की। सीएम ने शीतकालीन सत्र में सभी सदस्यों का स्वागत किया।
सीएम योगी ने कहा कि सरकार सदन में नौजवानों, महिलाओं, किसानों, युवाओं, प्रदेश की समृद्धि व सुरक्षा के हित के सभी मुद्दों पर चर्चा को तैयार है। विधानमंडल सार्थक बहस का मंच बने, इसमें सबके सहयोग की अपेक्षा है। विपक्षी दलों के साथियों से भी आग्रह है कि वे तैयारी के साथ आएं। सीएम ने कहा कि हमारा सदन सार्थक मुद्दों पर चर्चा के लिए जाना जाए, इस विश्वास के साथ पूरे शीतकालीन सत्र को सुगमतापूर्वक संचालन की अपील करता हूं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश का विधानमंडल दुनिया के किसी भी राज्य का सबसे बड़ा विधानमंडल है। यह अत्यंत गौरव का क्षण है कि देश जिस अमृतकाल में प्रवेश कर प्रधानमंत्री मोदी की संकल्पनाओं के अनुसार विकसित भारत के निर्माण के पवित्र अभियान के साथ जी जान से जुड़ा है, उसमें उप्र की महत्वपूर्ण भूमिका है। उत्तर प्रदेश को केंद्र में रखकर अनेक स्वाधीनता संग्राम सेनानी देश की आजादी के अभियान के साथ जुड़े थे। उत्तर प्रदेश को अनेक क्रांतिकारियों की कर्मभूमि व जन्मभूमि होने का भी सौभाग्य प्राप्त है।
सीएम ने कहा कि इस सत्र में विधायी कार्य के साथ अनुपूरक बजट भी आएगा। इसके अलावा जनता व प्रदेश के विकास से जुड़े माननीय सदस्यों के महत्वपूर्ण सुझाव व मुद्दे भी सदन में रखे जाएंगे। मेरी सभी पक्षों से अपील है कि सदन की कार्यवाही सुगमता के साथ संचालित हो और जनता व विकास से जुड़े मुद्दों पर सार्थक चर्चा हो। वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी को प्राप्त करने के लिए जिस बड़े अभियान को प्रदेश सरकार ने अपने हाथों में लिया है, उसे प्राप्त करने के महायज्ञ में सभी पक्ष भागीदार बनें। इस दृष्टि से सरकार सभी का सहयोग व समर्थन चाहती है।
आरजेडी विधायक फतेह बहादुर सिंह का बयान: 'हमें बच्चों को स्कूल भेजना चाहिए, मंदिर अंधविश्वास और मूर्खता......'
17 Dec, 2024 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Fateh Bahadur Singh: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के विधायक फतेह बहादुर सिंह फिर विवादों में आ गए हैं. दरअसल, फतेह बहादुर सिंह ने मंदिर को लेकर के कुछ ऐसी बात कह दी है, जिससे उनके बयान पर विवाद होना तय माना जा रहा है. उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा कि मंदिर अंधविश्वास, पाखंड और मूर्खता को बढ़ावा देने का काम करता है. फतेह बहादुर सिंह ने सोमवार को बिहार के रोहतास जिले की डेहरी में एक विवादास्पद बयान दिया. फतेह बहादुर सिंह ने देहरी के देवरिया गांव में स्थित एक आयोजन में हिस्सा लिया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए फतेह बहादुर सिंह ने कहा कि आज समाज में दो रास्ते हैं. लोग बच्चे को मंदिर भेजें या फिर स्कूल?
मंदिर पाखंड को बढ़ावा देता है- विधायक
मंदिर अंधविश्वास, पाखंड और मूर्खता को बढ़ावा देने का काम करता है, जबकि स्कूल हमें विज्ञान और जीवन में बदलाव की ओर लेकर के जाता है. हमें चुनना है कि हमें अपने बच्चों को कहां भेजने की आवश्यकता है? फतेह बहादुर सिंह इतना तक ही नहीं रुके. उन्होंने अपने संबोधन में यह भी कहा है कि यह मेरा नहीं बल्कि सावित्रीबाई फुले का कहना है.
विधायक के बयान पर बवाल तय!
मैं उन्ही की बातों को पब्लिक के बीच रख रहा हूं. फतेह बहादुर सिंह के इस बयान के बाद बिहार में राजनीतिक बवाल होना तय माना जा रहा है. बता दें कि यह कोई पहला मौका नहीं है, जब फतेह बहादुर सिंह ने इस तरह का विवादास्पद बयान दिया हो. फतेह बहादुर सिंह इसके पहले भी अपने आप को महिषासुर का वंशज बता चुके हैं.
नकली दवाइयों के निर्माण और विक्रय पर सरकार लगाएगी रोक-योगी
17 Dec, 2024 08:09 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सरकार नकली दवाइयों के निर्माण तथा विक्रय पर रोक लगायेगी। शीतकालीन सत्र के पहले दिन प्रश्नकाल के दौरान जसराना के विधायक सचिन यादव उर्फ जखई के तारांकित प्रश्न के लिखित उत्तर में मुख्यमंत्री योगी ने यह जानकारी दी। सचिन यादव ने यह प्रश्न किया था कि क्या मुख्यमंत्री बताने की कृपा करेंगे कि नकली दवाइयों के निर्माण तथा विक्रय पर सरकार रोक लगायेगी? उन्होंने पूछा था कि क्या सरकार प्रदेश में नकली दवाइयों के कारोबार की रोकथाम हेतु उठाये गये कदमों तथा उक्त में लिप्त दोषियों के विरूद्ध की गई कार्रवाई का विवरण सदन के पटल पर रखेगी? लिखित जवाब में योगी ने कहा कि सरकार नकली दवाइयों के निर्माण तथा विक्रय पर रोक लगायेगी।
उन्होंने कहा कि नकली औषधियों के कारोबार की रोकथाम हेतु खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा प्रदेश में 24,492 (22151 निरीक्षण एवं 2341 छापे) कार्यवाहियां की गयीं। मुख्यमंत्री के अनुसार कहा कि इसमें कुल 26,225 नमूने संग्रहित किये गये जिसमें 301 नकली औषधियों के प्रकरण पाये गये। इसके लिए 19 करोड़ 76 लाख पांच हजार आठ सौ रुपये अनुमानित मूल्य की औषधियों को जब्त किया गया तथा 250 नकली औषधियों के मामलों में अदालत में वाद दायर किया गया। शेष 51 नकली औषधि मामले विचाराधीन हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि मामलों में 27 प्राथमिकी दर्ज कराकर 60 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है।
वहीं, कांग्रेस दल नेता आराधना मिश्रा मोना एवं विनोद चतुर्वेदी द्वारा पूछे गए एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने लिखित जवाब में कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर ‘एलोपैथिक’ चिकित्सकों के सृजित कुल 7882 पदों के सापेक्ष वर्तमान 6997 चिकित्सक कार्यरत हैं और इनमें 885 पद रिक्त हैं। उन्होंने बताया कि नियमित ‘फार्मासिस्ट’ के सृजित कुल 5984 पदों के सापेक्ष 5200 ‘फार्मासिस्ट’ कार्यरत हैं एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत कुल 1601 ‘फार्मासिस्ट’ संविदा के रूप में कार्यरत हैं।
मगध विश्वविद्यालय के दो प्रोफेसरों के खिलाफ FIR, Myanmar में फर्जी पीएचडी डिग्री देने का आरोप
16 Dec, 2024 03:56 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Gaya: बिहार के मगध विश्वविद्यालय की Phd की फर्जी डिग्री विदेश में बांटने का मामला प्रकाश में आया है। विदेशी छात्रों को Phd की फर्जी डिग्री बांटने का मामला सामने आने के बाद मगध विश्वविद्यालय प्रशासन के बीच हड़कंप मच गया। फिलहाल इस मामले में मगध विश्वविद्यालय कुलानुशासक डा. उपेंद्र कुमार ने मगध विश्वविद्यालय थाने में दो प्रोफेसर पर FIR दर्ज कराया है।
सोशल मीडिया पर फर्जी डिग्री हुआ वायरल
वहीं विदेशी छात्रों के बीच Phd की फर्जी डिग्री का मामला सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर शशि प्रताप शाही ने मामले को गंभीरता से लिया है। मगध विश्वविद्यालय के नाम पर म्यांमार देश के यंगून के छात्रों के बीच Phd की डिग्री दी गई है। उक्त डिग्री पर वर्ष 2024 है। वहीं तीन साल पूर्व कार्यरत कुलपति का हस्ताक्षर है।
इन पर हुई थाने में FIR
जब सोशल मीडिया पर तस्वीर वायरल हुई थी। मगध विश्वविद्यालय के बौद्ध अध्ययन विभाग के व्याख्याता डॉ विष्णु शंकर और डॉ कैलाश प्रसाद के विरुद्ध मगध विश्वविद्यालय थाने में FIR दर्ज कराई गई है। इन प्रोफेसरों ने म्यांमार देश की राजधानी यंगून में छात्रों के बीच Phd की फर्जी डिग्री देने का आरोप है। मालूम हो कि पूर्व में भी मगध विश्वविद्यालय के कई कारनामे सामने आया था। पूर्व में भी फर्जी तरीके से पैसा का बंदरबांट के मामलों में तत्कालीन कुलपति समेत कई लोगों को जेल की हवा खानी पड़ी थी। इससे पूर्व भी कई विदेशी छात्रों को Phd की फर्जी डिग्री देने का मामला उजागर हुआ था।