उत्तर प्रदेश
पटना में तनिष्क ज्वेलरी शॉप में लूटपाट
10 Nov, 2024 07:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। हाल ही में बिहार के पूर्णियां में बदमाशों ने तनिष्क ज्वेलरी शॉप में लूटपाट की घटना को अंजाम दिया था और अब पटना में अज्ञात बदमाशों ने तनिष्क ज्वेलरी शॉप में लूटपाट किया है। घटना शनिवार शाम सात बजे कंकड़बाग के कॉलोनी मोड़ के पास की बताई जा रही है। प्राप्त खबर के अनुसार चार अज्ञात बदमाश ग्राहक बनकर तनिष्क ज्वेलरी शॉप में पहुंचे और वहां से लाखों रूपये मूल्य के सोने के जेवरात लूटकर फरार हो गए। बताया गया है कि चारों बदमाश दो बाइक पर आए थे और उनके पास हथियार थे। लूटपाट के दौरान ज्वेलरी शॉप में कोई भी ग्राहक अंदर नहीं था। शॉप के स्टॉफ के मोबाइल भी लेकर बदमाश भाग गए। छह मोबाइल लेकर भागने की जानकारी मिली है। उधर घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुटी है। आपको बता दें कि बिहार सहित पूरे देश में पूर्णिया लूटकांड काफी चर्चा में रहा था। इस घटना में बदमाशों ने पौने चार करोड़ों की लूट की घटना अंजाम दिया था। इस घटना के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था। हालांकि इस मामले में पुलिस की कार्रवाई में सफलता भी मिली थी। अब बिहार की राजधानी पटना में बदमाशों ने तनिष्क ज्वेलरी शॉप को निशाना बनाया है।
महाकुंभ के दौरान गैर सनातनियों के प्रवेश पर रोक...............खुलकर समर्थन में आया साधु और संत समाज
10 Nov, 2024 03:55 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रयागराज । 13 जनवरी से शुरू होने वाले महाकुंभ को लेकर एक नया विवाद सामने आया है, जिसमें साधु-संतों द्वारा गैर सनातनियों को खाने-पीने की दुकानें आवंटित करने पर आपत्ति जाहिर की गई है। इस मुद्दे को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने भी उठाया है, इसमें मांग हुई है कि महाकुंभ के मेले में गैर सनातनियों को खाने-पीने की दुकानें न दी जाएं।
स्वामी नारायणाचार्य शांडिल्य महराज ने इसका समर्थन कर कहा कि महाकुंभ हिंदुओं का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है, और यह आयोजन धार्मिक पवित्रता और शुद्धता का प्रतीक है। इस पवित्र स्थल पर गैर सनातनियों के प्रवेश पर रोक होनी चाहिए, ताकि श्रद्धालुओं की आस्था और धार्मिक क्रियाओं पर कोई विपरीत प्रभाव न पड़े। शांडिल्य महराज ने कहा कि महाकुंभ के आयोजन में खाने-पीने की दुकानें केवल हिंदू समुदाय के लोगों को ही आवंटित की जानी चाहिए, ताकि महाकुंभ की पवित्रता बनाए रखी जा सके।
शांडिल्य महराज ने कहा कि हिंदू समुदाय दूसरे धर्मों में हस्तक्षेप नहीं करता, लेकिन दिख रहा है कि कुछ लोग महाकुंभ में जबरन प्रवेश की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने उदाहरण देकर कहा कि हाल ही में ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जैसे जूस में थूकना और झूठा खाना दिया जाना।
इतना ही नहीं शांडिल्य महराज ने कहा कि जिन्हें भी खाने-पीने की दुकानों का आवंटन हो है, उनकी पृष्ठभूमि की जांच की जानी चाहिए। सिर्फ उसके बाद ही उन्हें दुकान लगाने की अनुमति दी जानी चाहिए। महाकुंभ के दौरान, लाखों श्रद्धालु संगम में स्नान और पूजा के लिए आते हैं, और इस आयोजन की धार्मिक और सांस्कृतिक महत्ता को देखते हुए, साधु-संतों का यह कहना है कि यहां की पवित्रता को बनाए रखने के लिए कड़ी निगरानी और प्रबंधन की आवश्यकता है।
अखाड़ों के संतों के बीच विवाद और मारपीट के बाद हुई सुलह
10 Nov, 2024 12:49 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रयागराज। यूपी के प्रयागराज में अखाड़ों के संतों के बीच हुए विवाद और मारपीट की घटना के बाद अब समझौता हो गया है। दोनों पक्षों ने अपनी शिकायत वापस ले ली है और महाकुंभ मेले को सफल बनाने पूरा सहयोग करने का भरोसा दिलाया है। इस समझौते के बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली है, क्योंकि महाकुंभ के आयोजन में शांति बनाए रखने में यह विवाद बड़ी चुनौती बन सकता था।
बता दें गुरुवार को महाकुंभ में शिविर लगाने को लेकर प्रयागराज मेला प्राधिकरण कार्यालय में 13 अखाड़ों के संत जमा हुए थे। इस दौरान कुर्सियों पर आगे बैठने को लेकर विवाद हो गया और मामला मारपीट तक पहुंच गया। विवाद इतना बढ़ा कि दोनों पक्षों ने कुंभ मेलाधिकारी और पुलिस को एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत की थी। कुंभ मेलाधिकारी के हस्तक्षेप और बातचीत के बाद शुक्रवार को दोनों पक्षों ने शिकायत वापस ले ली।
महंत हरि गिरि ने कहा कि महाकुंभ पर सभी की नजर है और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ इसे सफल बनाने के लिए समर्पित हैं। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्र पुरी और श्रीमहंत प्रेम गिरि ने कहा कि विवाद अब खत्म हो चुका है। महंत राजेंद्र दास ने भी इस सुलह को महाकुंभ की तैयारी के लिए एक सकारात्मक कदम बताया।
दुष्कर्म पीड़िता ने दिया बच्ची को जन्म, पुलिस आरोपियों का करा रही डीएनए टेस्ट
10 Nov, 2024 12:48 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ। यूपी के लखनऊ में सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता ने एक बच्ची को जन्म दिया है। अब पुलिस बच्चे के पिता का पता लगाने के लिए गिरफ्तार किए गए आरोपियों का डीएनए करा रही है। इसके बाद बच्ची के असली पिता का पता चल सकेगा। जानकारी के मुताबिक गैंगरेप पीड़िता ने 18 अक्टूबर को एक बच्ची को जन्म दिया। प्रकाश, कमल, श्रवण और अवधेश यादव ने बच्चे से दुष्कर्म करने के आरोपी हैं। ऐसे में उनके ब्लड सैंपल लिए गए हैं ताकि बच्ची द्वारा दिए गए बच्चे को असली पिता का पता लगाया जा सके। लखनऊ के थाना ठाकुरगंज में बच्ची के ही मोहल्ले में रहने वाला प्रकाश 20 अक्टूबर 2023 को अपने साथ बहला फुसलाकर ले गया था और बंधक बनाकर दो दिन तक दुष्कर्म किया। कुछ दिन बाद उसने बच्ची को सीतापुर के रहने वाले कमल को बेच दिया था। आरोप है कि कमल ने कई दिनों तक पीड़िता से दुष्कर्म किया इस दौरान पीड़िता गर्भवती हो गई। इसके बाद आरोपी ने इसे सीतापुर के रहने वाले सरवन यादव को बेच दिया। आरोप हैं की श्रवण और उसके साथ ही अवधेश ने पीड़िता के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। इस पूरे मामले में छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था, जिसमें चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पीड़िता 10 सितंबर को रात में किसी तरह भाग कर घर पहुंची और ठाकुरगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया था जिसमें प्रकाश कमल कुमार, सरवन यादव और अवधेश और सरवन के बड़े भाई के ऊपर सामूहिक दुष्कर्म सहित अन्य मामलों में एफआईआर दर्ज की गई थी। इसके बाद पुलिस ने प्रकाश, कमल कुमार, श्रवण और अवधेश को गिरफ्तार किया।
PUBG खेलते हुए मानसिक दबाव से परेशान 8वीं के छात्र ने फांसी लगाई
9 Nov, 2024 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में मोबाइल गेम की लत एक छात्र की जान पर भारी पड़ गईं. पिछले कई महीनों से गेम खेल रहे छात्र को परिजनों ने गेम खेलने से मना किया था लेकिन परिजन उसकी लत को छुड़ा नहीं सके और फिर उस छात्र ने अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी. घटना की जानकारी मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया. वहीं परिजनों ने बगैर पोस्टमार्टम कराए ही शव का अंतिम संस्कार कर दिया.
मामला राठ कोतवाली कस्बे के पठानपुरा इलाके का है. जहां तहसील के पीछे रहने वाले राजस्व कर्मी रामप्रताप का कक्षा 8 में पढ़ने वाले बेटे मनीष ने गेम की लत के कारण अपने घर की दूसरी मंजिल में चद्दर से फांसी लगाकर अपनी जान दे दी. वहीं जब छात्र के परिजनों ने उसे फांसी के फंदे पर लटकता हुआ देखा तो उनके होश उड़ गए. मनीष राठ कस्बे के एक इंग्लिश मीडियम स्कूल में आठवीं कक्षा का था वो मोबाइल और लैपटॉप पर पबजी गेम खेलने का लती था. जिसे परिजनों ने कई बार इस प्रकार के गेम खेलने से मना किया था. मोबाइल गेम का लती हो चुके छात्र मनीष ने कभी भी परिजनों की बात नहीं मानी और लगातार फोन और लैपटॉप में गेम खेलता रहा. वहीं आज उसने फांसी लगाकर जान दे दी. मृतक छात्र के पिता रामप्रताप कि माने तो वह राठ तहसील में बतौर राजस्व कर्मी के पद तैनात हैं.
मोबाइल गेम्स की लत ने फिर एक मासूम को छीन लिया
राठ थाना ने बताया कि उनके परिजन आनन-फानन में उसे अस्पताल ले गये थे. जहां डॉक्टरों ने उसे मृतक घोषित कर दिया. जिसके बाद उसके परिजनो ने बिना पुलिस को सूचना दिए अंतिम संस्कार कर दिया. प्रभारी ने यह भी बताया कि छात्र मनीष मोबाइल गेम खेलने का आदी था. इसी कारण उसने आत्महत्या कर ली है. वहीं मोबाइल में पब्जी व अन्य गेम खेलने की लत में कई मासूम अपनी जान दे चुके हैं जो चिंता का विषय है ऐसे में परिजनों को अपने बच्चों पर नजर रखने की बहुत जरूरत है.
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर भीषण हादसा, तेज रफ्तार कार ट्रॉला में घुसी, तीन की मौत
9 Nov, 2024 01:05 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
राजधानी लखनऊ में काकोरी के रेवरी टोल प्लाजा 289 किमी आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर शुक्रवार रात 12:30 तेज रफ्तार कार एक ट्रक ट्राला में पीछे से घुस गई। रफ्तार इतनी तेज थी की कार ट्राला में फंसकर लगभग सौ मीटर घसीटते हुए चली गई। यूपीडा के कंट्रोल रूम ने पुलिस को फोन कर घटना की जानकारी दी। पुलिस ने राहगीरों की मदद से कार में फंसे पांच लोगों को लगभग एक घंटे बाद बाहर निकाला गया। इसमें दो लोगो की मौके पर ही मौत हो गई थी। वही गंभीर अवस्था में घायल हुए तीन लोगों को इलाज के लिए लोग बंधु अस्पताल भेजा गया। इलाज के दौरान एक युवक की और मौत हो गई। तीनों शवों को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं दो लोगों का गंभीर अवस्था में इलाज जारी है।
तीन लोगों की मौत हो गई
आगरा से लखनऊ की ओर जा रही तेज रफ्तार कार रेवरी टोल प्लाजा 289 किमी के पास लखनऊ की ओर जा रहे सरिया लदे ट्रक ट्राला में पीछे से जा घुसी, हादसे में फर्रुखाबाद के जयपुर थाना जहानगंज निवासी शशांक राठौर 24 वर्ष, फर्रुखाबाद सिविल लाइन नई बस्ती फतेहगढ़ निवासी शिवम यादव 24 वर्ष, फर्रुखाबाद जीएनबी रोड फतेहगढ़ निवासी अनुज राठौर 24 वर्ष तीन लोगों की मौत हो गई।
100 मीटर घसीटते हुए टोल प्लाजा की ओर पहुंची
फर्रुखाबाद सेंट्रल जेल फतेहगढ़ निवासी अमन उर्फ आदित्य 22 वर्ष फर्रुखाबाद आवास विकास कॉलोनी 6बी/315 निवासी शांतनु दोनों को इलाज के लिए सहारा हॉस्पिटल में गंभीर अवस्था में भर्ती कराया गया है। जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। इंस्पेक्टर ने बताया हादसा इतना भीषण था कि चलते ट्रक ट्राला में पीछे से कर जा खुशी और लगभग 100 मीटर घसीटते हुए काकोरी रेवरी टोल प्लाजा की ओर जा पहुंची।
एक ने अस्पताल में तोड़ा दम
मौके पर ही दो युवकों की मौत हो गई, जबकि तीन को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। जहां एक की इलाज के दौरान मौत हो गई। दो का गंभीर अवस्था में इलाज जारी है। सभी कार में फसे पांच युवकों को लगभग एक घंटे के बाद कार से बाहर निकला जा सका जिसके बाद उन्हें अस्पताल भेजा गया। मृतकों के परिजनों को सूचना दे दी गई है।
Rape: छह साल की बच्ची के साथ शौचालय में दो किशोरों ने किया सामूहिक दुष्कर्म
9 Nov, 2024 12:54 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Rape: बिजनौर पशु चरा रही छह वर्षीय बच्ची से शौचालय में दो किशोरों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। पुलिस ने तीन बाल अपचारी के विरुद्ध सामूहिक दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट में केस दर्ज कर लिया है।
पुलिस ने एक दस साल के किशोर को गिरफ्तार कर किशोर न्यायालय बोर्ड के सामने पेश किया, जहां से उसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया है। दूसरे किशोर को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। घटना पर हिंदू संगठनों ने आक्रोश जताया है।
थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी महिला अपनी छह वर्षीय पुत्री के साथ कस्बे में बिजनौर मार्ग पर मंडी समिति के पास पशु चराने गई थी। महिला अपनी बच्ची को पशुओं के पास छोड़कर पास में ही दुकान पर चली गई। तभी वहां मुस्लिम समुदाय के तीन किशोर आए। बच्ची को लोहा और कबाड़ बेचकर पैसे दिलाने का लालच देकर समिति में बने शौचालय में ले गए और सामूहिक दुष्कर्म किया।
लहूलुहान छोड़कर भाग गए आरोपित
बच्ची लहूलुहान हो गई और रोने पर आरोपित किशोर उसे मौके पर ही छोड़कर भाग गए। बच्ची के रोने की आवाज सुनकर कुछ लोगों के साथ उसकी मां मौके पर पहुंच गई। मां ही बच्ची को चिकित्सक के यहां ले गई, जहां से उसे मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद बच्ची के स्वजन घर ले गए। बच्ची की मां की तहरीर पर गुरुवार देर रात एक आरोपित का नामजद करते हुए तीन बाल अपचारियों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट की धारा में केस दर्ज कर लिया गया।
बाल सुधार गृह भेजा किशाेर
पुलिस ने दस साल के एक बाल अपचारी को हिरासत में ले लिया। उसके किशोर न्यायालय बोर्ड के सामने पेश किया गया, जहां से उसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया। शुक्रवार की शाम 15 वर्षीय किशोर को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। तीसरे आरोपित की तलाश की जा रही है।
सीओ भरत सोनकर ने बताया कि सभी के खिलाफ दुष्कर्म की धारा में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
हिंदू संगठनों ने जताया विरोध
मामला अलग-अलग संप्रदाय का होने के कारण हिंदू संगठनों ने रोष जताया। राष्ट्रीय हिंदू सेना के नेता ऋषि त्यागी संगठन कार्यकर्ताओं के साथ थाने पहुंचे और प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार से मिलकर घटना में कठोर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने बताया कि आरोपितों ने बच्ची को अगवा कर घटना को अंजाम दिया है। आरोपितों पर सख्त कार्रवाई होनी चहिए।
दक्षिण बिहार को नक्सल मुक्त बनाने के लिए उठाए जा रहे बड़े कदम, 11 नए सुरक्षा कैंप होंगे स्थापित
9 Nov, 2024 12:51 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। बिहार में नक्सलियों का क्षेत्र लगातार सिमटता जा रहा है। उत्तर बिहार के नक्सल मुक्त होने के बाद अब दक्षिण बिहार की बारी है। इसके लिए झारखंड से सटे नक्सलियों के बचे प्रभावित क्षेत्रों को चिह्नित कर सुरक्षा और संचार के माध्यम मजबूत किए जा रहे हैं। इसी क्रम में झारखंड की सीमा पर 11 नए सुरक्षा कैंप स्थापित करने की योजना है। वहीं संचार को मजबूत करने के लिए मोबाइल टावर भी लगाए जाएंगे।
झारखंड की सीमा पर स्थापित होंगे नए सुरक्षा कैंप
बिहार को नक्सल मुक्त बनाने के लिए झारखंड की सीमा पर 11 नए सुरक्षा कैंप स्थापित किए जाएंगे। वहीं दूरस्थ पहाड़ी और जंगली क्षेत्रों के 55 स्थलों को चिह्नित कर मोबाइल टावर लगाने का भी प्रस्ताव केंद्र सरकार को सौंपा गया है। विभागीय रिपोर्ट के अनुसार पिछले छह सालों में नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या आधी हो गई है। वर्ष 2018 में जहां 16 जिले नक्सल प्रभावित थे वहीं 2024 तक महज आठ जिले ही नक्सली असर वाले रह गए हैं। इनमें गया है।
सबसे ज्यादा नक्सली प्रभाव वाले एरिया
औरंगाबाद क्षेत्र और जमुई-लखीसराय-मुंगेर क्षेत्रों में नक्सली प्रभाव अधिक है। इन इलाकों में नए सुरक्षा कैंप स्थापित किए जाने हैं, ताकि नक्सली गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। इसके लिए जगह भी चिह्नित कर ली गई है।
जल्द पूरा होगा फोर-जी अपग्रेडेशन का कार्य
इसके साथ ही मोबाइल टावर प्रोजेक्ट फेज-एक के तहत 250 चिह्नित साइट पर संचार की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए फोर-जी अपग्रेडेशन का काम लंबित है। यह काम पिछले साल दिसंबर में ही होना था जो नहीं हो सका मगर अब इसे जल्द शुरू करने का प्रस्ताव है।
नक्सलियों के विरुद्ध आसूचना संकलन पर जोर
नक्सलियों के विरुद्ध आसूचना संकलन पर भी लगातार जोर देने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए विशेष कार्य बल (एसटीएफ) में विशेष आसूचना शाखा (एसआइबी) का गठन किया गया है।
इसके अंतर्गत स्पेशल इंटेलिजेंस ग्रुप (एसआइजी) के साथ एसटीएफ की तकनीकी एवं एनालिसिस विंग (एस-टा) आदि को लगाया गया है। इनकी आसूचना पर नक्सलियों के विरुद्ध कई सफल अभियान भी चलाए गए हैं। अब आसूचना को और मजबूत करने के लिए इन ग्रुप और विंग के कर्मियों को उन्नत प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
छठ का पर्व बना शोक का सागर: बिहार में 59 की डूबने से मौत, 11 लापता
9 Nov, 2024 12:44 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार में छठ पूजा के दौरान पिछले 36 घंटे में नदियों व तालाब में डूबने से 59 लोगों की मौत हो गई, जबकि 11 लापता हैं। इनकी तलाश की जा रही है। मृतकों में बेगूसराय के सात, समस्तीपुर व रोहतास के पांच-पांच, पटना व मुजफ्फरपुर के चार-चार, गया, मुंगेर, पूर्णिया, खगड़िया, मधेपुरा व सहरसा के तीन-तीन, सारण, औरंगाबाद व आरा के दो-दो, सीतामढ़ी, दरभंगा, पूर्वी चंपारण, लखीसराय, अररिया, कटिहार, रोहतास, वैशाली, जहानाबाद और नालंदा जिले के एक-एक लोग शामिल हैं।
इन जिलों में हुआ हादसा
बेगूसराय में गुरुवार को अलग-अलग घाटों पर तीन व शुक्रवार को चार लोग डूब गए।
रोहतास जिले में गुरुवार को नहर व नदी में डूबने से चार लोगों की, वहीं शुक्रवार को एक की मौत हो गई।
पटना जिले के फुलवारी शरीफ में दो, मनेर व बख्तियारपुर में एक-एक की मौत हुई है।
मनेर में शुक्रवार को तीन अलग-अलग स्थानों पर भाई-बहन समेत छह लोग डूब गए। जिसमें से दो को बचा लिया गया। वहीं एक का शव बरामद किया गया। तीन लोगों की नदी में तलाश जारी है।
मनेर में बरामद शव झारखंड के गुमला जिले के निवासी का है, जो खासपुर में भट्ठा मजदूर था।
पुनपुन प्रखंड में दो लोग डूब गए, एक को ग्रामीणों ने बचा लिया। दूसरे की तलाश जारी है।
भोजपुर जिले के सोन नदी में पांच बच्चे डूब गए। दो का शव बरामद किया गया है। एक बालक लापता है। दो बच्चियों को स्थानीय लोगों के प्रयास से बचा लिया गया।
सारण में पलटी नाव
सारण जिले के तरैया के पाचभिंडा में छठ पूजा के दौरान शुक्रवार सुबह युवकों से भरी नाव पोखर में पलट गई। नाव में बच्चे के साथ लगभग दस युवक सवार थे। इसमें दो युवकों की डूबने से मौत हो गई है। मृतक पचभिंडा गांव के दसई मांझी के पुत्र सूरज कुमार मांझी (18) व वैद्यनाथ सिंह पुत्र बिट्टू कुमार (20) थे।
गांव के सरकारी पोखर पर छठ पूजा के दूसरे दिन उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने छठ व्रती पहुंचे थे। इसी बीच एक नाविक कुछ युवकों को नाव में बैठा कर पोखर में घुमाने लगा। तभी अचानक नाव पोखर में पलट गई। इस घटना को कुछ युवकों ने अपने मोबाइल में कैद कर इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कर दिया, जिसमें दिख रहा है कि नाव सीधे पानी में डूब रही है।
औरंगाबाद में दो लोगों की मौत
औरंगाबाद जिले में अलग-अलग घटनाओं में तालाब में डूबने से दो की मौत हो गई। पहली घटना में नगर थाना क्षेत्र के शाहपुर स्थित सूर्य मंदिर के समीप घाट पर 12 वर्षीय किशोरी की डूबकर मौत हुई है। किशोरी साधनी कुमारी शहर के वार्ड नंबर 32 के रामडीहा निवासी प्रदीप चौधरी की पुत्री थी। दूसरी घटना बारुण में तालाब में डूबने से खैरा गांव निवासी धर्मेंद्र यादव की नौ वर्षीय पुत्री वैष्णवी कुमारी की मौत हुई है।
वैशाली जिले के राजापाकड़ थाना के जाफर पट्टी पंचायत में पोखर में शुक्रवार की सुबह डूबने से रविंद्र पासवान के 17 वर्षीय पुत्र धर्मवीर कुमार की मौत हो गई। वहीं काजीपुर थाना क्षेत्र के चांदी घाट पर बीते गुरुवार की दौलतपुर चांदी निवासी बाबन राम के पुत्र राजू कुमार की नदी में स्नान करने के दौरान डूबने की आशंका है।
गया जिले में नदी व सरोवर में डूबने से अलग-अलग जगहों पर तीन की मौत हो गई। मुंगेर में गुरुवार की शाम में प्रिंस कुमार बेलहरणी नदी में डूब गया। शुक्रवार की सुबह सन्नी कुमार व शीतल कुमारी की डूबने से मौत हो गई। वहीं, अभिषेक कुमार की तलाश जारी है।
मधेपुरा में आनंद कुमार, सोनू कुमार व कामेश्वर मंडल की डूबने से मौत हो गई। वहीं 24 वर्षीय युवक लापता है। खगड़िया में विजय कुमार, मुकेश कुमार व पारो कुमारी उर्फ पार्वती कुमारी डूब गई। वहीं साधना कुमारी की तलाश की जा रही है।
पूर्णिया में ज्योति देवी, तारा रिषी और पप्पू कुमार की डूबने से मृत्यु हो गई। जबकि आसु कुमार लापता है। लखीसराय के हिमांशु कुमार, कटिहार में 10 वर्ष के बच्चे व अररिया के राजेश कुमार मल्लिक की मौत डूबने से हो गई।
उत्तर बिहार के जिलों में छठ घाट पर डूबने से 9 लोगों की मौत हो गई। समस्तीपुर में विशाल कुमार, निशांत कुमार, बादल पंडित व कृष्ण कुमार की डूबने से मौत हो गई।
वहीं, हरिपुर गांव के पोखरा में भैंस को नहलाने के दौरान डूबने से पितांबर पासवान की मृत्यु हो गई। सीतामढ़ी में लव कुमार, दरभंगा में भाग्यरंजन कुमार, पूर्वी चंपारण में संजय साह व मुजफ्फरपुर में अरुण राम, रीतू कुमारी, निधि कुमारी व राजहंस की मौत हो गई।
दारुल उलूम देवबंद ने महिलाओं के प्रवेश पर लगाए गए बैन को हटाने का लिया निर्णय
9 Nov, 2024 12:43 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सहारनपुर। मुस्लिम शिक्षण संस्थान दारुल उलूम में महिलाओं के प्रवेश पर मई के महीने में बैन लगाया गया था. बैन लगाने के पीछे वजह यह बताई गई थी कि महिलाएं परिसर में आकर फोटो खींचती हैं और रील बनाती हैं. जिससे दूसरे बच्चों की पढ़ाई डिस्टर्ब होती थी. इसी के चलते यह फैसला लिया गया था. हालांकि, अब इस फैसले को वापस ले लिया गया है.
इस फैसले के बाद अब महिलाएं दारुल उलूम में एंट्री कर सकेगी, लेकिन एंट्री की शर्तों को सख्त किया है. दारुल उलूम में महिलाओं को उनके पति के साथ एंट्री दी जाएगी. साथ ही दो घंटे का विजिटर पास बनाया जाएगा. दारुल उलूम के अंदर फोटो खींचने और वीडियो बनाने की इजाजत नहीं दी गई है. संस्था के परिसर में बैठकर खाना खाने पर रोक रहेगी.
रील्स से जुड़ी समस्याओं को बताया गया कारण
दारुल उलूम में जिस समय महिलाओं की एंट्री बैन की गई थी तो उस समय इसकी वजह बताते हुए मस्जिद के मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने कहा था, यह फैसला सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले वीडियो को देखते हुए लिया गया है. दारुल उलूम में महिलाओं की एंट्री को बैन कर दिया गया है. यहां आने वाली महिलाएं रील बनाकर सोशल मीडिया पर उसे शेयर करते थीं, जिसकी वजह से पूरे देश में यहां की छवि खराब हो रही थी. इसके साथ ही यहां पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स की पढ़ाई भी बाधित हो रही थी.
दारुल उलूम देवबंद की स्थापना 1866 में
दारुल उलूम देवबंद की स्थापना 31 मई 1866 में की गई थी. दारुल उलूम की स्थापना मुहम्मद कासिम नानौतवी , फजलुर रहमान उस्मानी , सैय्यद मुहम्मद आबिद ने मिलकर की थी. महमूद देवबंदी इसके पहले शिक्षक थे और महमूद हसन देवबंदी पहले छात्र थे. 14 अक्टूबर 2020 को, मौलाना अरशद मदनी को यहां का प्रिंसिपल और मौलाना अबुल कासिम नोमानी को वरिष्ठ हदीस प्रोफेसर ( शेख अल-हदीस ) नियुक्त किया गया था.
बिहार में ठंड बढ़ने के साथ कोहरे का असर, सर्दियों की हुई शुरुआत
9 Nov, 2024 12:38 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। दीपावली के बाद 4 दिवसीय छठ महापर्व का भी समापन हो गया है, बावजूद इसके राज्य में ठंड के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। हालात ये हैं कि दिन के समय लोगों को गर्मी महसूस हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों तक मौसम में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है।
राजधानी पटना में मौसम लगातार बदल रहा है। वहीं अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बड़ा अंतर देखने को मिल रहा है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 32 डिग्री और न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया है।
स्थिति ये है कि दिन में गर्मी महसूस हो रही है, श्रमसाध्य कार्यों पर पसीना चल रहा है, लेकिन रात जैसे गहराती है, तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है। सुबह होते-होते सिहरन महसूस होती है। हाल के दिनों की कई सुबह धुंध भरी रहीं। खेत-खलिहानों में कुहासा नजर आया, लेकिन दिन में सूरज की तपिश का अनुभव हुआ।
5 दिनों तक कोई बड़ा बदलाव नहीं
राज्य में आगामी पांच दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में बड़े बदलाव का संभावना नहीं है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, गुरुवार व शुक्रवार को सुबह में कोहरा या धुंध के साथ आंशिक बादल छाए रहे। वहीं मौसम शुष्क बना रहा।
9 से 12 नवंबर तक कैसा रहेगा मौसम
9 से 11 नवंबर तक सुबह में कोहरा या धुंध छाया रहेगा, इसके बाद आसमान साफ रहेगा।
12 नवंबर को सुबह में कोहरा या धुंध रहने की संभावना है, वहीं मौसम शुष्क बना रहेगा।
मौसम विभाग के अभिषेक आनंद ने बताया कि बांग्लादेश के सेंट्रल पार्ट के ऊपर बना साइक्लोनिक सर्कुलेशन अब बांग्लादेश के दक्षिणी भाग में व समुद्रतल से ऊपर 1.5 किलोमीटर में प्रभावी है।
बदलते मौसम से बढ़ा बीमारियों का खतरा
पिछले कुछ दिनों से जारी मौसम में बदलाव का असर लोगों की सेहत पर भी देखने को मिल रहा है। दिन के समय गर्मी और रात को ठंड होने की वजह से लोग सर्दी-जुकाम और बुखार का शिकार हो रहे हैं। मौसम के बदलाव को देखते हुए डॉक्टर भी लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। इस मौसम में ठंडा पानी पीने से बचें, हल्के गर्म पानी का सेवन करें।
पटना में एंबुलेंस सेवा पर संकट, प्राइवेट कंपनी की जिम्मेदारी से बढ़ी परेशानियां
9 Nov, 2024 12:33 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गढ़पुरा (बेगूसराय)। स्वास्थ्य चिकित्सा की स्थिति खराब होती चली जा रही है। सरकार द्वारा एंबुलेंस की व्यवस्था बदलने के बाद से इमरजेंसी रोगियों को एंबुलेंस सेवा मिलना कठिन हो गया है। दरअसल, एंबुलेंस के संचालन की जिम्मेदारी बिहार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जेन प्लस प्राइवेट लिमिटेड पटना को दी गई है, जिसकी व्यवस्था ठीक नहीं है। 102 पर फोन किए जाने पर फोन नहीं लगता है।
किसी भी आपात स्थिति में अगर डॉयल 102 पर फोन किया जाता है तो फोन नहीं लगता। काफी प्रयास के बाद फोन लगता भी है तो काफी देर बाद एंबुलेंस के ड्राइवर या ईएमटी को जेन प्लस के द्वारा एंबुलेंस सेवा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया जाता है। इस बीच इमरजेंसी रोगी इलाज के लिए छटपटाते रहते हैं।
सरकारी एंबुलेंस के अस्पताल में उपलब्ध रहने के बावजूद आपातकालीन सेवा के लिए सरकारी एंबुलेंस समय पर नहीं मिल पा रहा है। इस नई व्यवस्था से अब तो अस्पताल के प्रभारी या किसी भीचिकित्सा पदाधिकारी को एंबुलेंस सेवा उपलब्ध कराए जाने का अधिकार नहीं रह गया है।
प्राइवेट कंपनी को मिली जिम्मेदारी
1 नवंबर 2024 से एंबुलेंस का संचालन जेन प्लस प्राइवेट लिमिटेड कर रहा है। उसी के हेडक्वार्टर पटना से एंबुलेंस का संचालन किया जाता है। अब इमरजेंसी रोगियों की जान बचाना भी मुश्किल हो गया है।
पहचान पत्र जरूरी
परेशानी यहीं खत्म नहीं होती है। आपात मरीज के पास यदि पहचान पत्र नहीं है, तब उसे एंबुलेंस सेवा नहीं मिलती है। ऐसी स्थिति में ग्रामीणों द्वारा अस्पताल पीएचसी में हंगामे की स्थिति भी बन सकती है । एंबुलेंस चालक या उसके सहयोगी ईएमटी को आक्रोशित लोगों का कोपभाजन बनना पड़ सकता है।
प्राइवेट वाहन का इस्तेमाल करने को मजबूर लोग
गुरुवार की सुबह पीएचसी पहुंचने पर एंबुलेंस सेवा की इस स्थिति से अवगत होने के बाद देखा कि बुधवार की रात्रि में छह प्रसव की मरीज अपनी व्यवस्था से पीएचसी आईं। इनमें पगुराहा के सुशील पासवान की पत्नी सावित्री देवी, शीतल रामपुर के रविंद्र कुमार की पत्नी भवानी कुमारी, सोनमा गांव के पंकज पासवान की पत्नी पूजा कुमारी, सकड़ा गांव के सोमल कुमार की पत्नी मधु कुमारी, मनिकपुर गांव के मिथुन यादव की पत्नी फुलवंती कुमारी, लखीसराय के मजदूर दिलीप माझी की पत्नी मोहिनी देवी शामिल थीं।
इनके स्वजनों का कहना है कि बुधवार की रात प्रसव होने के बाद सुबह से एंबुलेंस के लिए 102 पर प्रयास करते-करते थक हारकर गुरुवार को 11 बजे दिन में ई-रिक्शा कर घर जाना पड़ रहा है। 102 पर फोन किए जाने बाद पीएचसी में लगा एंबुलेंस काम नहीं आया।
इस संबंध में पीएचसी में उपलब्ध चिकित्सा पदाधिकारी डा. बीके ठाकुर ने बताया कि एक नवंबर 2024 से एंबुलेंस सेवा नई कंपनी को दी गई है। 102 नंबर सही तरीके से काम नहीं कर रहा है। अब इमरजेंसी रोगी को कैसे बेगूसराय भेजा जाएगा, यह समस्या बन गई है।
छठ पूजा के बाद यात्रियों के लिए राहत, 25 स्पेशल ट्रेनें दो दिन में होंगी रवाना
9 Nov, 2024 12:26 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। 4 दिवसीय छठ महापर्व के समापन के बाद यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने बड़ा फैसला किया है। भारतीय रेलवे द्वारा 2 दिन में पटना जंक्शन से 10 एवं दानापुर स्टेशन से 13 स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा। इसके अलावा राजेन्द्रनगर से दो ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा। नियमित ट्रेनों के अलावा ये ट्रेन भीड़ को नियंत्रित करने में काफी सहायक साबित होंगी।
इन स्टेशनों से चलेंगी स्पेशल ट्रेन
पटना जंक्शन के निदेशक एवं नोडल अधिकारी अरूण कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि पटना जंक्शन से नई दिल्ली, उधना, न्यू जलपाईगुड़ी, कोटा, आनंद विहार, हावड़ा एवं पुरी के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। इसके अलावा दानापुर स्टेशन से पुणे, बेंगलुरू, जबलपुर, लोकमान्य तिलक टर्मिनल, आनंद विहार, रानी कमलापति, कोटा एवं अहमदाबाद के लिए ट्रेन रवाना की जाएगी।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि नियमित ट्रेनें पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार चलाई जा रही हैं। इसके अतिरिक्त स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है। यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसके लिए हर प्लेटफॉर्म पर विशेष अधिकारी तैनात किए गए हैं।
यात्रियों को मिलेगी राहत
राजेन्द्रनगर से नई दिल्ली के लिए शनिवार एवं रविवार दोनों दिन स्पेशल ट्रेन चलाने की तैयारी की गई है। ये ट्रेन राजेन्द्रनगर से खुलने के बाद पटना, दानापुर, आरा एवं बक्सर रुकते हुए आगे जाएगी। इन ट्रेनों के परिचालन से यात्रियों को काफी राहत मिलने की उम्मीद है।
यात्री सुविधाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दें अधिकारी
वहीं पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक छत्रसाल सिंह ने शुक्रवार को पटना एवं दानापुर स्टेशन का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने छठ महापर्व को लेकर यात्रियों सुविधाओं का जायजा लिया। महाप्रबंधक ने छठ पर्व में यात्रियों की सुविधा हेतु स्टेशनों पर बनाए गए होल्डिंग एरिया का भी निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान भीड़ प्रबंधन, यात्री सुविधा एवं सुरक्षा सहित सभी प्रकार की तैयारियों की समीक्षा की तथा ट्रेनों एवं स्टेशनों पर आवश्यक सुविधाओं की निरंतरता को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
छत्रसाल सिंह ने कहा कि पूर्व मध्य रेल द्वारा छठ पूजा बाद श्रद्धालु यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को देखते हुए उनकी सुविधा के लिए बिहार एवं आस-पास के दूसरे राज्यों और शहरों को जाने वाले यात्रियों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।
इनमें स्पेशल ट्रेनों का परिचालन, स्टेशनों पर यात्रियों को बैठने के लिए सभी सुविधायुक्त होल्डिंग एरिया का निर्माण, अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी की तैनाती सहित यात्री सुविधा एवं सुरक्षा से जुड़ी और भी कई व्यवस्था शामिल हैं। निरीक्षण के दौरान दानापुर के मंडल रेल प्रबंधक जयंत कुमार चौधरी, एडीआरएम आधार राज एवं स्टेशन निदेशक अरूण कुमार सहित मुख्यालय एवं मंडल के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
झारखंड चुनाव से पहले आयकर विभाग की बड़ी कार्रवाई, सीएम हेमंत सोरेन के सचिव के ठिकानों पर छापेमारी
9 Nov, 2024 12:18 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निजी सचिव सुनील श्रीवास्तव व उनसे जुड़े ठिकानों पर शनिवार को आयकर विभाग ने छापेमारी शुरू की है। यह छापेमारी रांची में सात व जमशेदपुर में नौ ठिकानों पर चलने की सूचना है। इस छापेमारी को चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। विभाग को सूचना है कि हवाला के माध्यम से रुपयों का लेनदेन हुआ है।
सुनील श्रीवास्तव सीएम हेमंत सोरेन के निजी सचिव होने के साथ ही झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय समिति के सदस्य और पार्टी के स्टार प्रचारक भी हैं।
14 अक्टूबर को छापेमारी
इससे पहले 14 अक्तूबर को भी हेमंत सरकार के कैबिनेट मंत्री के भाई के घर पर प्रवर्तन निदेशालय ने छापा मारा था। ईडी ने सोरेन सरकार के कैबिनेट मंत्री मिथलेश ठाकुर के भाई विनय ठाकुर, निजी सचिव हरेंद्र सिंह समेत विभाग के कई इंजीनियरों के ठिकानों पर जल जीवन मिशन में हुए घोटाला मामले को लेकर छापेमारी की थी।
13 नवंबर को पहले चरण का चुनाव
झारखंड में दो चरणों में विधानसभा चुनाव होने हैं। पहले चरण के चुनाव में अब एक हफ्ते से भी कम का समय बचा है, जिससे पहले आयकर विभाग द्वारा सीएम के निजी सचिव के ठिकानों पर छापेमारी की गई है। झारखंड में पहले चरण में 13 नवंबर और दूसरे चरण में 20 नवंबर को वोटिंग होगी। 23 नवंबर को नतीजे आएंगे।
योगी सरकार का बड़ा फैसला, महिलाओं की नाप लेने पर लगी पाबंदी! फाइल हुई तैयार
9 Nov, 2024 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अगर आप उत्तर प्रदेश से हैं तो ये खबर पढ़ना आपके लिए जरूरी है. क्योंकि सरकार ऐसे फैसले पर मुहर लगाने जा रही हैं. जिसे पढ़कर आपके भी होश उड़ जाएंगे. बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश महिला आयोग ने सरकार को प्रस्ताव बनाकर भेजा है कि दर्जियों द्वारा लड़कियों की नाप लेने पर पाबंदी लगाई जाए. अगर सरकार इस प्रस्ताव को मंजूरी देती है तो प्रदेश में पुरुष टेलर द्वारा महिलाओं के कपड़ों के माप लेने पर रोक लग जाएगी. महिलाओं की सुरक्षा को देखते हुए आयोग ने यह प्रस्ताव भेजा है. हालांकि अभी तक प्रस्ताव को मंजूरी नहीं मिली है. बताया जा रहा है कि आगामी कैबिनेट बैठक में प्रस्ताव पर चर्चा होना तय माना जा रहा है.
क्या है आयोग का प्रस्ताव
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश महिला आयोग का मानना है कि प्रदेश में महिलाओं की नाप लेने के लिए महिला टेरल होना जरूरी है. यही नहीं जिम और योग सेंटर में महिला ट्रेनर जरूर होनी चाहिए. वहीं सीसीटीवी कैमरे और डीवीआर भी होना चाहिए. स्कूल बस में या तो महिला टीचर हो या फिर महिला सुरक्षा कर्मी. कोचिंग सेंटर में भी सीसीटीवी और महिलाओं के लिए शौचालय होना चाहिए. क्योंकि इन सभी कामों से महिलाओं के साथ शोषण होने का खतरा बनता है. फिलहाल आयोग ने प्रस्ताव बनाकर योगी सरकार के पास भेजा है. अब उस पर चर्चा होगी. जिसके बाद फैसले पर अंतिम मुहर लगेगी. अभी तक सिर्फ प्रस्ताव ही भेजा गया है.
विगत माह हुई थी बैठक
आपको बता दें कि महिला आयोग के इन प्रस्तावों पर विगत माह बैठक आयोजित की गई थी. बैठक में महिला आयोग की अध्यक्ष और अन्य सदस्यों ने सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं की सुरक्षा पर चर्चा और विचार-विमर्श किया. रिपोर्ट के मुताबिक महिला आयोग के इन प्रस्तावों की व्यवहार्यता पर अभी फैसला किया जाना है. जब ये प्रस्ताव स्वीकृत हो जाएंगे फिर इन्हें सरकार के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा. हालांकि आधिकारिक तौर अभी तक कोई बयान प्रस्तावों को लेकर नहीं आया है. लेकिन महिला आयोग के अधिकारी बता रहे हैं कि चर्चा के बाद फैसला लागू किया जाना तय माना जा रहा है.