मध्य प्रदेश
भोपाल मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में राजभाषा पत्रिका मंडल संवाद का विमोचन
25 Mar, 2025 07:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: आज दिनांक 25.03.25 को मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय भोपाल में राजभाषा तिमाही प्रगति बैठक के अवसर पर राजभाषा पत्रिका मंडल संवाद के महिला सशक्तिकारण विशेषांक का विमोचन श्री देवाशीष त्रिपाठी , मंडल रेल प्रबंधक भोपाल द्वारा किया गया | बड़े गर्व की बात है कि इस वर्ष मराठा साम्राज्य की महारानी पुण्यश्लोका अहिल्या बाई होलकर की त्रिशताब्दी जन्मोत्सव (300वीं जयंती ) के उपलक्ष्य में मंडल संवाद का यह अंक उन्हें समर्पित किया गया |
श्री त्रिपाठी ने इसके लिए बड़ी प्रसन्नता जाहिर की और सभी उपस्थितों को यह अंक पढ़ने का आग्रह किया | उन्होंने सभी सदस्यों को कार्यालयीन कार्य हिंदी में करने और अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को भी प्रोत्साहित करने की अपील की | इस अवसर पर अपर मुख्य राजभाषा अधिकारी श्रीमती रश्मि दिवाकर , अपर मंडल रेल प्रबंधक श्री योगेन्द्र बघेल उपस्थित थे | कार्यक्रम का सञ्चालन श्रीमती हर्षा मुसलगाँवकर , वरिष्ठ अनुवादक तथा आभार प्रदर्शन श्री प्रदीप कुंडलकर , प्रभारी राजभाषा अधिकारी द्वारा किया गया |
मध्य प्रदेश में अगले हफ्ते मौसम में उतार-चढ़ाव देखने मिलेगा
25 Mar, 2025 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: मध्य प्रदेश में गर्मी का असर शुरू हो गया है. तेज धूप के कारण दिन में लोगों का घर से निकलना मश्किल हो रहा है. बड़वानी के तालुन में मंगलवार को पारा 40.1 सेल्सियस तक पहुंच गया. मौसम वैज्ञानिकों ने अगले 2 से 3 दिन तक तापमान में 2-3 डिग्री बढ़ोत्तरी की संभावना जताई है. हालांकि अभी मध्य प्रदेश में लू चलने के आसार नहीं हैं.
20 जिलों में 35 डिग्री से ऊपर पहुंचा पारा
बता दें कि रविवार को भी करीब 35 शहरों का तापमान 35 डिग्री से ऊपर पहुंच गया. रविवार को सबसे अधिक तापमान रतलाम में 39.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जबकि नर्मदापुरम में 38.9 डिग्री, धार में 38.56 डिग्री, गुना में 36.6 डिग्री, इंदौर में 36.8 डिग्री, उज्जैन में 37.5 डिग्री, शिवपुरी में 36 डिग्री, भोपाल में 35.5 डिग्री, बैतूल में 35.2 डिग्री, दमोह में 36.6 डिग्री, मंडला में 36.6 डिग्री, नरसिंहपुर में 37 डिग्री और टीकमगढ़ का तापमान 36 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. वहीं रात का न्यूनतम तापमान सबसे कम पचमढ़ी का रहा है. यहां रात का तापमान 12.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जबकि पचमढ़ी में दिन का तापमान 30.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
'29 मार्च से मौसम में आएगा बदलाव'
मौसम वैज्ञानिक डॉ वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि "वायुमंडल के मध्य और ऊपर भाग में एक ट्रफ के रुप में पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है. जिसकी धुरी मध्य समुद्र तल से 3.1 किलोमीटर उंचाई पर 56 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 25 डिग्री उत्तरी अक्षांश के उत्तर में बनी है. ऐसे में अगले 28 मार्च तक मौसम के तापमान में 2 से 3 डिग्री की वृद्धि होगी. जबकि इसके बाद 29 मार्च से एक बार फिर तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट होगी. मार्च और अप्रैल में हवाओं की दिशा बदलती रहती है, इसलिए मौसम के तापमान में बदलाव होता है."
अप्रैल-मई में चलेगी हीट वेव
मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि 15 मार्च के बाद प्रदेश में गर्मी का असर शुरू हो जाता है. लेकिन अप्रैल और मई में हीट वेव चलती है. इस बार भी अप्रैल-मई में 20 से 25 दिन तक हीट वेव चल सकती है. वहीं अन्य दिनों में 35 से 40 दिन तक प्रदेश में गर्म हवा का असर रहेगा.
मध्य भारत में बढ़ रहा है संघकार्य, शताब्दी वर्ष में घर-घर संपर्क करेगा संघ
25 Mar, 2025 05:53 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में चलनेवाली शाखाओं की संख्या में वृद्धि, 3384 शाखाएं हो रही संचालित
भोपाल। बेंगलुरु में आयोजित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में संपूर्ण देश के संघकार्य का वृत्त प्रस्तुत किया गया, जिसके अनुसार देश के विभिन्न भागों सहित मध्यभारत प्रांत में भी तेजी से संघकार्य बढ़ रहा है। शताब्दी वर्ष को ध्यान में रखकर कार्यकर्ताओं ने मंडल और बस्ती तक संघकार्य को पहुँचाने के प्रयास किए हैं। वर्तमान समय में मध्यभारत प्रान्त में संघ की रचना से महानगरीय एवं ग्रामीण जिलों के 2129 स्थानों पर 3384 शाखाएं चल रही हैं। जिनमें महानगर में 37 स्थानों पर 490 शाखाएं एवं ग्रामीण जिलों में 2092 स्थानों पर 2894 शाखाएं चल रही हैं। इसके साथ ही 617 स्थानों पर 849 साप्ताहिक मिलन के रूप में संघकार्य चल रहा है। शताब्दी वर्ष में प्रान्त की प्रत्येक बस्ती और मंडल तक संघ के कार्यविस्तार का लक्ष्य है। इसके अलावा संघ के स्वयंसेवकों द्वारा समाज के साथ मिलकर सेवा बस्तियों में सेवाकार्य भी चलाये जा रहे हैं। वर्तमान में शाखाओं द्वारा 213 सेवा उपक्रम किए जा रहे हैं। संघ ने जिन बस्तियों को सेवा बस्ती के रूप में चिह्नित किया है, ऐसी 715 सेवा बस्तियों में से 232 में शाखाएं चल रही हैं, 445 बस्तियों में सेवा कार्यों का संचालन किया जा रहा है और 380 सेवा बस्तियों में स्वयंसेवकों का नियमित संपर्क है।
संघकार्य की समझ बढ़ाने एवं कार्यकताओं के व्यक्तित्व विकास की दृष्टि से संघ प्रतिवर्ष संघशिक्षा वर्गों को आयोजन करता है। तीन दिवस के 144 प्रारंभिक वर्ग आयोजित किए गए, जिनमें 8332 स्वयंसेवक शामिल हुए। 7 दिवस की अवधि के 44 प्राथमिक वर्गों में 3571 स्वयंसेवक शामिल हुए। इसी तरह, 15 दिन के संघ शिक्षा वर्ग 1178, कार्यकर्ता विकास वर्ग-1 में 230 और कार्यकर्ता विकास वर्ग-2 में 35 स्वयंसेवकों ने संघकार्य का प्रशिक्षण प्राप्त किया।
मध्यभारत में किए गए उल्लेखनीय प्रयास
मध्यप्रदेश के विदिशा विभाग की 56 व्यवसायी शाखाओं के प्रयासों का उल्लेख प्रतिनिधि सभा की बैठक में सरकार्यवाह के वृत्त में आया है। विदिशा की चयनित 56 व्यवसायी शाखाओं ने अपने शाखा क्षेत्र का सामाजिक अध्ययन कर वहाँ की प्रमुख समस्याओं को चिन्हित किया और समाज की सज्जनशक्ति को साथ लेकर उनके समाधान हेतु पहल की। इन शाखाओं ने नशा मुक्ति, सरकारी विद्यालय में बच्चों की कम उपस्थिति, गो-संरक्षण, नर्मदा जी का संरक्षण, सिंगल यूज प्लास्टिक पर कार्य, फलदार वृक्षों की कमी, लव जिहाद, धार्मिक जागृति का अभाव, संस्कार शिक्षण कमी, अस्वच्छता, मोबाइल गेमिंग, हिंदू परिवार पलायन, इस तरह से 103 प्रकार की समस्याएं चिन्हित की। इस प्रकार के कार्य मध्यभारत के अन्य विभागों में भी चल रहे हैं। राजगढ़ में सामाजिक समरसता, भोपाल में सेवा कार्य एवं हिन्दू पलायन, ग्वालियर में सिंगल यूज प्लास्टिक एवं नशा मुक्ति, नर्मदापुर में पर्यावरण संरक्षण इत्यादि विषयों को लेकर विशेष प्रयत्न किए जा रहे हैं।
शताब्दी वर्ष पर प्रांत में संघ की योजना
• विजयादशमी-2025 उत्सव : अधिकतम स्थानों पर गणवेश में कार्यक्रम। मण्डल, खंड, नगर स्तर पर संचलन भी निकालने की योजना है।
• व्यापक गृह संपर्क : प्रत्येक गाँव एवं बस्ती के प्रत्येक घर तक संपर्क करने की योजना है। पूर्व में वर्ष 2000 में डॉ. केशव हेडगेवार की जन्मशती एवं श्रीराममंदिर के लिए श्रद्धा निधि संग्रह के लिए भी स्वयंसेवक समाज में व्यापक स्तर पर संपर्क कर चुके हैं।
• हिन्दू सम्मेलन : सभी मंडलों और बस्तियों में हिन्दू सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे, जिसमें बिना किसी भेदभाव के प्रत्येक के जीवन में एकता और सद्भाव, राष्ट्र के विकास में सभी का योगदान और पंच परिवर्तन में प्रत्येक व्यक्ति की भागीदारी, का संदेश दिया जाएगा।
• सद्भाव बैठक : खंड/नगर स्तर पर सामाजिक सद्भाव बैठकें आयोजित की जाएंगी, जिसमें एक साथ मिलकर रहने पर बल दिया जाएगा। बैठकों का उद्देश्य सांस्कृतिक आधार और हिन्दू चरित्र खोए बिना आधुनिक जीवन जीने का संदेश देना होगा। उन्होंने महाकुम्भ का उदाहरण दिया, जहां सभी क्षेत्रों के लोग एक साथ आए थे।
• नागरिक गोष्ठी : हिंदुत्व, पंच परिवर्तन, राष्ट्रीयता, एक राष्ट्र एक जन एक संस्कृति, इस प्रकार के विषयों पर नागरिक संवाद आयोजित किए जाएंगे। जिला स्तर पर आयोजित इन कार्यक्रमों में राष्ट्रीय विषयों पर सही विमर्श स्थापित करने और आज प्रचलित गलत विमर्श को दूर करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
• युवाओं से संवाद : युवाओं के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। 15 से 30 वर्ष की आयु के युवाओं के लिए राष्ट्र निर्माण, सेवा गतिविधियों और पंच परिवर्तन पर केंद्रित कार्यक्रम किए जाएंगे।
पुण्यश्लोक देवी अहिल्याबाई होलकर के 300वें जयंती वर्ष पर प्रांत में किए गए कार्यक्रम :
पुण्यश्लोक देवी अहिल्याबाई होलकर के 300वें जयंती वर्ष को मनाने का निर्णय पिछले वर्ष प्रतिनिधि सभा में लिया गया था। इस संदर्भ में वर्षभर में प्रांत में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया। प्रांत के शासकीय 16 जिलों में 273 व्याख्यान आयोजित किए गए, जिनमें कुल 32,404 लोग उपस्थित हुए। इनमें मातृशक्ति की संख्या 14,487 और बंधु 17,917 उपस्थित रहे। विद्यालय और महाविद्यालय में कुल 496 स्थानों पर प्रबोधन/व्याख्यान के कार्यक्रम आयोजित हुए। मुरैना में मंदिरों की स्वच्छता का अभियान लिया गया। गुना में देवी अहिल्याबाई होलकर के जीवन चरित्र पर आधारित नाटक का मंचन किया गया। अशोक नगर, राजगढ़ और सीहोर में शोभा यात्राएं निकाली गईं। नर्मदापुरम में शिल्पकारों द्वारा निर्मित उत्पाद की प्रदर्शनी और बिक्री की गई। बैतूल में गौ उत्पादों के निर्माण का प्रशिक्षण और विपणन की कार्यशाला चार स्थानों पर की गई।
बांग्लादेश में हिन्दुओं के विरुद्ध हिंसा पर प्रस्ताव
संघ ने प्रतिनिधि सभा में ‘बांग्लादेश के हिंदू समाज के साथ एकजुटता से खड़े रहने का आह्वान’ शीर्षक से एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव भी पारित किया। इसमें संघ की प्रतिनिधि सभा ने बांग्लादेश में हिंदू और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों पर इस्लामी कट्टरपंथी तत्वों द्वारा लगातार हो रही सुनियोजित हिंसा, अन्याय और उत्पीड़न पर गहरी चिंता व्यक्त की है। संघ की दृष्टि में यह स्पष्ट रूप से मानवाधिकार हनन का गम्भीर विषय है। बांग्लादेश में वर्तमान सत्ता पलट के समय मठ-मंदिरों, दुर्गा पूजा पंडालों और शिक्षण संस्थानों पर आक्रमण, मूर्तियों का अनादर, नृशंस हत्याएँ , संपत्ति की लूट, महिलाओं के अपहरण और अत्याचार, बलात् मतांतरण जैसी अनेक घटनाएँ लगातार सामने आ रही हैं। इन घटनाओं को केवल राजनीतिक बताकर इनके मजहबी पक्ष को नकारना सत्य से मुंह मोड़ने जैसा होगा, क्योंकि अधिकतर पीड़ित, हिंदू और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों से ही हैं। संघ का मानना है कि कुछ अंतरराष्ट्रीय शक्तियाँ जानबूझकर भारत के पड़ोसी क्षेत्रों में अविश्वास और टकराव का वातावरण बनाते हुए एक देश को दूसरे के विरुद्ध खड़ा कर अस्थिरता फैलाने का प्रयास कर रही हैं। प्रतिनिधि सभा, चिंतनशील वर्गों और अंतरराष्ट्रीय मामलों से जुड़े विशेषज्ञों से अनुरोध करती है कि वे भारत विरोधी वातावरण, पाकिस्तान तथा ‘डीप स्टेट’ की सक्रियता पर दृष्टि रखें और इन्हें उजागर करें। अपने प्रस्ताव के माध्यम से प्रतिनिधि सभा ने भारत सरकार से अनुरोध किया है कि वह बांग्लादेश के हिंदू समाज की सुरक्षा, गरिमा और सहज स्थिति सुनिश्चित करने के लिए वहाँ की सरकार से निरतंर संवाद बनाए रखने के साथ साथ हर सम्भव प्रयास जारी रखे। प्रतिनिधि सभा हिन्दू समुदाय एवं अन्यान्य देशों के नेताओं से तथा अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं से आह्वान करती है कि वे बांग्लादेशी हिंदू तथा अन्य अल्पसंख्यक समाज के समर्थन में एकजुट होकर अपनी आवाज उठाएँ।
संघ शताब्दी के उपलक्ष्य में संकल्प
संघ शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्म में प्रतिनिधि सभा में ‘विश्व शांति और समृद्धि के लिए समरस और संगठित हिन्दू समाज का निर्माण’ के लिए संकल्प भी लिया गया। संघ का यह मानना है कि धर्म के अधिष्ठान पर आत्मविश्वास से परिपूर्ण संगठित सामूहिक जीवन के आधार पर ही हिंदू समाज अपने वैश्विक दायित्व का निर्वाह प्रभावी रूप से कर सकेगा। अतः हमारा कर्त्तव्य है कि सभी प्रकार के भेंदों को नकारने वाला समरसता युक्त आचरण, पर्यावरणपूरक जीवनशैली पर आधारित मूल्याधिष्ठित परिवार, 'स्व'बोध से ओतप्रोत और नागरिक कर्तव्यों के लिए प्रतिबद्ध समाज, का चित्र खड़ा करने के लिए हम सब संकल्प करते हैं। हम इसके आधार पर समाज के सब प्रश्नों का समाधान, चुनौतियों का उत्तर देते हुए भौतिक समृद्धि एवं आध्यात्मिकता से परिपूर्ण समर्थ राष्ट्रजीवन खड़ा कर सकेंगे। अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा सज्जन शक्ति के नेतृत्व में संपूर्ण समाज को साथ लेकर विश्व के सम्मुख उदाहरण प्रस्तुत करने वाला समरस और संगठित भारत का निर्माण करने हेतु संकल्प करती है।
महारानी अब्बक्का का 500वाँ जयंती वर्ष
अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में स्वतंत्रता सेनानी एवं महारानी अबक्का का स्मरण भी किया गया। महारानी अबक्का के जन्म की 500वीं वर्षगांठ के अवसर पर सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले जी ने वक्तव्य जारी किया। भारत की महान महिला स्वतंत्रता सेनानी उल्लाल महारानी अबक्का एक कुशल प्रशासक, अजेय रणनीतिकार और महापराक्रमी शासक थी। उन्होंने उल्लाल संस्थान, दक्षिण कन्नड (कर्नाटक) पर सफलतापूर्वक शासन किया था। उनके जन्म की 500वीं वर्षगांठ पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उनकी अजेय विरासत को ह्रदय से विनम्र श्रद्धासुमन अर्पण करता है। उन्होंने कहा कि महारानी अबक्का ने अजेय समझे जानेवाले पुर्तगालियों से छोटे से राज्य उल्लाल (दक्षिण कन्नड़, कर्नाटक) की वीरता से रक्षा की। उनके योगदान को सम्मान देते हुए भारत सरकार ने 2003 में डाक टिकट जारी किया तथा 2009 में एक गश्ती पोत का नाम उनके नाम पर रखा। सरकार्यवाह जी ने राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान, साहस तथा नेतृत्व से प्रेरणा लेने का आग्रह किया।
संपूर्ण देश में संघ कार्य का विस्तार
प्रतिनिधि सभा में सरकार्यवाह जी ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए बताया कि संपूर्ण देश में 51,570 स्थानों पर प्रतिदिन कुल 83,129 शाखाएं संचालित की जाती हैं, जो पिछले वर्ष की तुलना में 10,000 से अधिक हैं, गत वर्ष यह संख्या 73,646 थी। साप्ताहिक मिलन में पिछले वर्ष की तुलना में 4,430 की वृद्धि हुई है, जहां शाखाओं और मिलन की कुल संख्या 1,15,276 है। संघ अपने शताब्दी वर्ष के दौरान कार्य के विस्तार की दिशा में काम कर रहा है, उसमें ग्रामीण मंडलों पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहा है। संघ ने संगठनात्मक योजना के तहत देश को 58,981 ग्रामीण मंडलों में विभाजित किया है, जिनमें से 30,717 मंडलों में दैनिक शाखाएँ और 9,200 मंडलों में साप्ताहिक मिलन चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष सरसंघचालक जी ने कार्यकर्ताओं से संघ कार्य विस्तार और सुदृढ़ीकरण के लिए दो वर्ष का समय देने का आह्वान किया था, जिस पर 2,453 स्वयंसेवकों ने संघ कार्य के विस्तार और सुदृढ़ीकरण के लिए स्वयं को समर्पित किया। एक अन्य महत्वपूर्ण बात यह कि संघ कार्य में युवाओं की संख्या में वृद्धि हो रही है। हर वर्ष लाखों युवा, विशेषकर 14-25 आयु वर्ग के संघ से जुड़ रहे हैं। देश भर में कुल 4,415 प्रारंभिक वर्ग आयोजित किए गए। इन वर्गों में 2,22,962 स्वयंसेवक शामिल हुए, जिनमें से 1,63,000 स्वयंसेवक 14-25 आयु वर्ग और 20,000 से अधिक स्वयंसेवक 40 वर्ष से अधिक आयु के थे। संघ वेबसाइट (www.rss.org) पर ज्वाइन आरएसएस के माध्यम से साल 2012 से अब तक 12,72,453 से अधिक लोगों ने संघ से जुड़ने में रुचि दिखाई है, जिनमें से 46,000 से अधिक महिलाएं हैं। ऐसी हजारों महिला कार्यकर्ता विभिन्न क्षेत्रों में संघ की विभिन्न गतिविधियों में कार्य कर रही हैं।
प्रतिवेदन में राष्ट्रीय परिदृश्य का विश्लेषण
सरकार्यवाह जी के प्रतिवेदन में महाकुंभ का भी उल्लेख आया है। महाकुम्भ के दौरान संघ से प्रेरित अनेक संस्थाओं और संगठनों ने विभिन्न प्रकार के सेवा, धार्मिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक और वैचारिक आयोजन किए। ‘सक्षम’ द्वारा आयोजित नेत्र कुम्भ में महाकुम्भ में आने वाले लोगों के लिए निशुल्क नेत्र परीक्षण, चश्मे का वितरण तथा आवश्यकता पड़ने पर मोतियाबिंद की सर्जरी की व्यवस्था की गई। निःशुल्क नेत्र परीक्षण से 2,37,964 लोगों ने लाभ उठाया, जबकि 1,63,652 लोगों को निःशुल्क चश्में तथा 17,069 लोगों ने निःशुल्क मोतियाबिंद की सर्जरी करवाई। 53 दिनों तक चले सेवा कार्य में 300 से अधिक नेत्र विशेषज्ञों तथा 2800 कार्यकर्ताओं ने काम किया।
पर्यावरण संरक्षण गतिविधि ने कुम्भ को थर्मोकोल प्लेट या पॉलीथिन बैग मुक्त बनाने के लिए अनेक संगठनों के सहयोग से ‘एक थाली-एक थैला अभियान’ चलाया। अभियान के तहत देशभर में स्टील प्लेट तथा कपड़े के थैलों का बड़ी संख्या में संग्रह किया गया। कार्यकर्ताओं ने 2241 संस्थाओं के सहयोग से 7258 केंद्रों पर कुल 14,17,064 प्लेटें और 13,46,128 थैले एकत्रित किए, जिन्हें कुम्भ के विभिन्न पंडालों में वितरित किया गया। यह अभियान अपने आप में एक अनूठा प्रयोग था और पर्यावरण के प्रति जागरूकता पैदा करने तथा स्वच्छ कुम्भ के विचार को जन-जन तक पहुँचाने में सफल रहा।
इंदौर में शुरू हुई 18वीं अखिल भारतीय पुलिस निशानेबाजी खेल चैंपियनशिप 2024, डॉ. मोहन यादव ने किया शुभारंभ
25 Mar, 2025 04:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इंदौर: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्य प्रदेश खेलों के क्षेत्र में तेजी से उभर रहा है। भविष्य में हमारा प्रदेश खेलों की राजधानी बनेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इंदौर में निशानेबाजों की खोज के लिए कार्यक्रम शुरू करने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि प्रशासन और बीएसएफ के समन्वय से निशानेबाजों की खोज की जाएगी। उन्हें रेवती रेंज में प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम के आयोजन के लिए बीएसएफ टीम को बधाई दी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज इंदौर के रेवती रेंज में 18वीं अखिल भारतीय पुलिस शूटिंग (खेल) चैंपियनशिप-2024 के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। प्रतियोगिता का आयोजन केंद्रीय आयुध एवं युद्ध कौशल विद्यालय (सीएसडब्ल्यूटी) सिसुबल, इंदौर द्वारा किया जा रहा है, जो 24 से 29 मार्च 2025 तक चलेगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस अवसर पर स्मारिका का विमोचन भी किया। उद्घाटन समारोह में केंद्रीय पुलिस संगठनों और विभिन्न राज्य पुलिस टीमों द्वारा बीएसएफ और पुलिस ब्रास बैंड द्वारा बजाए गए लयबद्ध मार्चिंग धुनों पर स्मार्ट और साफ-सुथरे मार्च पास्ट, बीएसएफ बोल्ड्स टीम द्वारा हथियार ड्रिल/एरियोटाइप डिस्प्ले और एनटीसीडी (राष्ट्रीय कुत्ता प्रशिक्षण केंद्र), टेकनपुर के विशेष रूप से भारतीय नस्ल के कुत्तों के सुरक्षा कर्तव्यों का शानदार प्रदर्शन देखा गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने परेड की सलामी ली और खुले आसमान में गुब्बारे और कबूतर भी छोड़े। जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, नागरिक प्रशासन, पुलिस, शीर्ष औद्योगिक संगठनों के प्रमुख, बल के जवान, परिवार और गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में मौजूद थे।
रेवती रेंज में आयोजित इस वार्षिक चैंपियनशिप खेल आयोजन में देश भर से केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों, राज्य और केंद्र शासित प्रदेश पुलिस बलों के जवान भाग ले रहे हैं इसका आयोजन 24 से 29 मार्च 2025 तक इंदौर के रेवती रेंज में किया जा रहा है। छह दिवसीय इस प्रतियोगिता के दौरान देशभर के 600 पुरुष और महिला निशानेबाजों और अधिकारियों सहित देशभर के पुलिस संगठनों और राज्य पुलिस की टीमें भाग लेंगी। इस प्रतियोगिता के माध्यम से विभिन्न पुलिस संगठनों का प्रतिनिधित्व करने वाले निशानेबाज/टीमें उच्च खेल भावना के साथ सौहार्दपूर्ण तरीके से अपनी निशानेबाजी कौशल का प्रदर्शन करेंगी। अखिल भारतीय पुलिस खेल नियंत्रण बोर्ड (एआईपीएससीबी) की देखरेख में रेवती रेंज में इस खेल हथियार प्रतियोगिता में 17 स्पर्धाएं आयोजित की जा रही हैं।
नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एनआरएआई) के विभिन्न अधिकारियों की देखरेख में खिलाड़ी 68 स्वर्ण, 68 रजत और 68 कांस्य सहित कुल 204 पदकों के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे। देश भर के केंद्रीय पुलिस संगठन और राज्य पुलिस अपने उत्कृष्ट रिकॉर्ड के कारण अपनी स्थापना के बाद से ही देश के खेल जगत में सुर्खियों और प्रमुखता में रहे हैं। सीएपीएफ और पुलिस बलों के कई दिग्गज खेल कर्मियों ने विभिन्न खेलों में हमारे देश का प्रतिनिधित्व किया है और हमें गौरवान्वित किया है। बल में प्रचलित खेल संस्कृति न केवल खिलाड़ियों में बल्कि प्रत्येक बल कार्मिक में सकारात्मक भावना को बढ़ाती है और प्रेरित करती है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यहां पुराने और आधुनिक हथियारों की तस्वीरों की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। इसमें बीएसएफ प्रशिक्षण गतिविधियों को भी प्रदर्शित किया गया है।
प्रतियोगिता में भाग लेने वाली टीमें
18वीं अखिल भारतीय पुलिस शूटिंग (खेल) चैंपियनशिप-2024 में असम पुलिस, हरियाणा पुलिस, केरल पुलिस, राजस्थान पुलिस, छत्तीसगढ़ पुलिस, तमिलनाडु पुलिस, पंजाब पुलिस, तेलंगाना पुलिस, आरपीएफ, आईटीबीपी, सीआरपीएफ, बीएसएफ, एएसएआर राइफल्स, सीआईएसएफ, एसएसबी, दिल्ली पुलिस, जम्मू-कश्मीर पुलिस, हिमाचल पुलिस, उत्तराखंड पुलिस, उत्तर प्रदेश पुलिस, गुजरात पुलिस, महाराष्ट्र पुलिस, मणिपुर पुलिस, कर्नाटक पुलिस, पश्चिम बंगाल पुलिस, मेघालय पुलिस, मध्य प्रदेश पुलिस के कार्मिक भाग ले रहे हैं।
उपमुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी
25 Mar, 2025 02:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: उपमुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने मुख्यमंत्री निवास पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को उनके जन्मदिवस के शुभ अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं दी। उपमुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव के स्वस्थ, सुदीर्घ एवं सफल जीवन की कामना की। उपमुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि मध्यप्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश सतत विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। स्वास्थ्य, शिक्षा, अधोसंरचना एवं औद्योगिक विकास सहित सभी क्षेत्रों में प्रदेश ने उल्लेखनीय प्रगति की है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की दूरदर्शी नीतियों के कारण मध्यप्रदेश तेजी से आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर है।
डॉ. मोहन यादव की 60वि वर्षगाठ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समित कई दिग्गजों ने दी सीएम को बधाई
25 Mar, 2025 01:50 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को उनके जन्मदिन पर बधाई दी है। उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की है कि वे लोगों की सेवा करते हुए लंबे और स्वस्थ जीवन का आनंद लें।
X पर लिखा शुभकामना संदेश
सुबह X पर भेजे शुभकामना संदेश में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। उन्होंने मध्य प्रदेश के लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए कई पहल की हैं। ईश्वर उन्हें लोगों की सेवा करते हुए लंबे और स्वस्थ जीवन का आनंद दें।"
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की लंबी उम्र की कामना
उज्जैन जिले में 25 मार्च 1965 को जन्मे यादव वर्ष 1982 में माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्र संघ के सह-मंत्री थे। वर्ष 1988 में उन्हें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मध्य प्रदेश का सह-मंत्री बनाया गया। वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से सक्रिय रूप से जुड़े रहे हैं। वर्ष 2013 में वे पहली बार विधानसभा सदस्य चुने गए।
पुलिस ने किया पत्रकार के खिलाफ झूठा मामला दर्ज, इसको लेकर विरोध प्रदर्शन
25 Mar, 2025 12:52 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: पत्रकार पर कल पुलिस ने किया फर्जी एक्सीडेंट के झूठे केस में अड़ी बाजी का मामला दर्ज। कटारा हिल्स थाने में पत्रकार के खिलाफ हुआ झूठा मामला दर्ज
थाने में पत्रकारों का धरना
पत्रकारों के साथ भाजपा मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल में मौजूद। टीआई के सस्पेंड करने की मांग। TI के सस्पेंड होने तक थाने में धरना देने बैठे पत्रकार। पत्रकार कुलदीप सिंगोरिया के खिलाफ दर्ज हुआ है झूठा मामला। पत्रकार कुलदीप सिंगोरिया के मामले में भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से बात की। तत्काल कार्यवाही की बात कही। मुख्यमंत्री के संज्ञान में मामला लाया। थाना प्रभारी के निलंबन नहीं होने तक पत्रकारों के साथ थाने में बैठे प्रदेश मीडिया प्रभारी श्री आशीष अग्रवाल। कटारा हिल्स थाने में एक पत्रकार के खिलाफ दर्ज की गई FIR अब तूल पकड़ चुकी है। पत्रकार संगठनों और मीडिया से जुड़े लोगों ने इसे लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला करार देते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
रॉयल प्रेस क्लब का विरोध प्रदर्शन
इस मामले में पत्रकारों का संगठन रॉयल प्रेस क्लब भी खुलकर विरोध में उतर आया है। क्लब के सदस्यों ने थाने की चौखट पर बैठकर प्रदर्शन किया और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
भाजपा मीडिया प्रभारी ने बताया ‘दोषपूर्ण कार्यवाही’
इस मुद्दे पर भाजपा के मीडिया प्रभारी ने भी आपत्ति जताई है। उन्होंने इस FIR को गलत करार देते हुए संबंधित थाना प्रभारी (TI) को निलंबित करने की मांग की है। उनका कहना है कि पत्रकारों पर इस तरह की कार्रवाई लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है और इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
आशा वर्करों को मिलेगा 5000 रुपए का केश अवार्ड, पर उसके लिए पास करनी होंगी ये परीक्षाएं....
25 Mar, 2025 12:19 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मंडला: आशा कार्यकर्ताओं और पर्यवेक्षकों के ज्ञान को परखने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) दिल्ली के माध्यम से तीन चरणों में परीक्षा आयोजित की। इस परीक्षा में मंडला जिले के पांच विकासखंडों से चयनित 271 आशा कार्यकर्ताओं और पर्यवेक्षकों ने भाग लिया। परीक्षा के अंतिम चरण की लिखित परीक्षा में 266 अभ्यर्थी शामिल हुए।
परीक्षा तीन चरणों में आयोजित की गई
स्वास्थ्य विभाग द्वारा चयनित परीक्षा केंद्र केंद्रीय विद्यालय मंडला में आयोजित परीक्षा में बम्हनी, मोहगांव, नारायणगंज, बिछिया और नैनपुर विकासखंडों की चयनित आशा कार्यकर्ताओं और पर्यवेक्षकों ने भाग लिया। परीक्षा शासन द्वारा निर्धारित पैटर्न पर डेढ़ घंटे की लिखित परीक्षा के रूप में आयोजित की गई। इससे पहले पहले चरण में आंतरिक ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की गई थी। दूसरे चरण में फील्ड वर्क से संबंधित प्रायोगिक परीक्षा ली गई, जिसमें आशा कार्यकर्ताओं और पर्यवेक्षकों के कौशल का मूल्यांकन किया गया। इसके बाद तीसरे चरण में लिखित परीक्षा आयोजित की गई, जिसमें 271 में से 266 प्रतिभागियों ने भाग लिया। परीक्षा केंद्रीय विद्यालय के प्राचार्य की देखरेख में आयोजित की गई।
स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाने की पहल
मंडला जिले में आशा कार्यकर्ता शिशुओं से लेकर बुजुर्गों तक की स्वास्थ्य सेवाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। उनके ज्ञान को परखने और सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाने के उद्देश्य से यह परीक्षा आयोजित की गई। राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) द्वारा परीक्षा के लिए मानक तय किए गए थे। इस परीक्षा में सफल होने पर आशा कार्यकर्ताओं को प्रमाण पत्र और 5000 रुपए का नकद पुरस्कार दिया जाएगा।
स्कूल के दिन याद आ गए
परीक्षा देने आईं कई आशा कार्यकर्ताओं ने बताया कि सालों बाद बोर्ड परीक्षा की तर्ज पर परीक्षा देना उनके लिए अनूठा अनुभव था। परीक्षा शुरू होने से पहले सभी परीक्षार्थियों ने अपने कमरे और रोल नंबर चेक किए। परीक्षा केंद्र में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी, जहां मोबाइल फोन और अन्य सामग्री बाहर रखवाई गई थी। यह माहौल देखकर आशा कार्यकर्ताओं को अपने स्कूल के दिन याद आ गए। डीसीएम हिमांशु सिंगौर ने बताया कि क्षेत्र में आशा कार्यकर्ताओं का योगदान महत्वपूर्ण है। इस परीक्षा का उद्देश्य उनका ज्ञान बढ़ाना और सेवा की गुणवत्ता में सुधार लाना है। परीक्षा में शामिल होने से पहले आशा कार्यकर्ताओं ने पूरी तैयारी की और परीक्षा को लेकर काफी उत्साहित नजर आईं। परीक्षा के पहले दो चरणों में उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया और अब लिखित परीक्षा के परिणाम के बाद उनकी योग्यता साबित होगी।
मध्य प्रदेश के सीहोर में बड़ी वारदात, सीहोर पुलिस से की गई मारपीट
25 Mar, 2025 11:56 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सीहोर. मध्य प्रदेश में लगातार बढ़ रही पुलिस के साथ मारपीट की वारदातें अब शासन और पुलिस महकमे के लिए चिंता का विषय बनती जा रही है. ऐसे में सीहोर में 48 घंटे में फिर पुलिस के साथ मारपीट की वारदात अपने आप में गंभीर सवाल बन गई है. सीहोर जिले में 2 दिन में पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट की दूसरी घटना हुई है, लेकिन अपराधियों पर कोई कार्रवाई नहीं होने से बदमाशों के हौसले अब बुलंद होते जा रहे हैं. दरअसल पुलिस के साथ मारपीट की यह दूसरी वारदात जिले की बुधनी तहसील कार्यालय की है. यहां पुलिस कर्मी के साथ शराब के नशे में धुत आरोपी मारपीट करता दिखा. आरोपी ने पुलिस के साथ जमकर अभद्रता की. अब इस शर्मनाक वारदात का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.यह पूरी घटना दरअसल बुदनी तहसील कार्यालय की है. यहां आरोपी अपनी मां और भाई के साथ तहसील कार्यालय बुदनी में ट्राइडेंट कंपनी को बेची गई जमीन में से रास्ता न मिलने से परेशान होकर तहसीलदार के पास पहुंचा था.
मारपीट का वीडियो वायरल
बताया जा रहा है कि तहसीलदार ने तीनों को समझाया आपका रास्ते का केस सिविल न्यायालय में चल रहा है. हम कुछ नहीं कर सकते, लेकिन आपकी फसल जो खेत पर है, उसको निकालने की जवाबदारी लेते हैं. अभी तहसीलदार इन लोगो से बात कर ही रहे थे कि महिला और उसके दोनों बेटे तहसीलदार से ही दुर्व्यवहार करने लगे.तहसीलदार ने फिर फौरन 100 डायल को बुलाया गया. तो 100 डायल के पुलिस कर्मी ने महिला और उसके दोनों बेटों को समझाया. इतने में दोनों ने पुलिस जवान के साथ ही हाथापाई और मारपीट शुरू कर दी. इतना ही नहीं एक आरोपी डायल 100 के नीचे लेट जाता है. साथ आई महिला भी पुलिस जवानों से दुर्व्यवहार करती नजर आ रही है. अब इसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में लापरवाही के कारण 18 महीने की बच्ची की हुई मौत
25 Mar, 2025 10:56 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सागर: सागर जिले के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में लापरवाही की हद पार हो गई. इलाज कराने आई 18 महीने की मासूम बच्ची सौम्या की अस्पताल में ब्लोअर में जलने से मौत हो गई. डॉक्टरों ने अपनी गलती छिपाने के लिए उसके हाथ-पैर पर पट्टी बांधकर परिजनों को सौंप दिया. जब परिजनों ने इस लापरवाही पर सवाल उठाए, तो उनके साथ मारपीट की गई. इस घटना से पूरे इलाके में आक्रोश फैल गया है, और परिजनों के साथ सैकड़ों लोग इंसाफ की मांग कर रहे हैं.
परिजनों ने किया चक्का जाम
मासूम की मौत से गुस्साए परिजन और ग्रामीण 8 घंटे से सागर-जबलपुर स्टेट हाईवे पर चक्का जाम किए हुए हैं. उन्होंने बच्ची के जनाजे को सड़क पर रखकर डॉक्टरों को हटाने और दोषी स्टाफ पर कार्रवाई की मांग की है. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक कलेक्टर, एसपी और विधायक मौके पर नहीं आते, तब तक वे जाम खत्म नहीं करेंगे. फिलहाल, डिप्टी कलेक्टर और डिप्टी एसपी मौके पर मौजूद हैं और लोगों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं.
ऐसे हुई घटना
19 मार्च को सानौधा गांव के अरुण अहिरवार अपनी बेटी सौम्या को सर्दी-जुकाम की समस्या के चलते मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे थे. जांच में पता चला कि उसे निमोनिया है और उसे भर्ती करना पड़ेगा. डॉक्टरों की लापरवाही की वजह से बच्ची ब्लोअर से जल गई, जिससे उसकी मौत हो गई. यह अरुण की इकलौती बेटी थी. अरुण का कहना है कि अगर ऐसे लापरवाह डॉक्टर अस्पताल में रहे, तो और बच्चों की जान भी जा सकती है.
प्रशासन ने गठित की जांच कमेटी
मामले की गंभीरता को देखते हुए बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने 3 सदस्यीय जांच कमेटी बनाई है. वहीं, सानौधा चौराहे पर भारी जाम लगा हुआ है, जिससे ट्रक, कंटेनर और यात्री बसें फंसी हुई हैं. परिजन दोषी डॉक्टरों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं ताकि दोबारा किसी मासूम की जान इस तरह न जाए.
मध्य प्रदेश के विरांगना रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व में आग की घटना से बचने के लिए वन विभाग ने तैयारियां पूरी कर ली
25 Mar, 2025 09:47 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सागर: मध्य प्रदेश के सबसे बड़े टाइगर रिजर्व वीरांगना रानी दुर्गावती (नौरादेही) टाइगर रिजर्व में विशाल क्षेत्रफल और व्यापक जंगल की वजह से गर्मी आते ही आगजनी का खतरा बढ़ गया है. पिछले कुछ सालों में वन विभाग द्वारा यहां पर बड़े पैमाने पर घास के जंगल भी विकसित किए गए हैं. इसलिए ये खतरा और ज्यादा बढ़ गया है. ऐसी स्थिति में टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने किसी अनहोनी से निपटने की तैयारियां तेज कर दी हैं. हालांकि जंगल में दो नदियां और कई तालाब हैं. इसके अलावा आग की संभावना वाले इलाकों में पोखर बनाए गए हैं.
मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व
सितंबर 2022 में अस्तित्व में आए मध्य प्रदेश के सबसे बड़े टाइगर रिजर्व का विशाल क्षेत्रफल जहां इसे भरपूर वनसंपदा से समृद्ध करता है. वहीं, कई बड़े खतरे भी इस विशाल जंगल के कारण सामने हैं. नौरादेही टाइगर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल 2339 वर्ग किमी है. सागर, दमोह और नरसिंहपुर जिले में फैले इस टाइगर रिजर्व का कोर एरिया 1414 वर्ग किमी और 925.12 वर्ग किमी बफर एरिया है.
विशाल क्षेत्रफल में वनों और वन्यजीवों की सुरक्षा टाइगर रिजर्व प्रबंधन के लिए बड़ी चुनौती है. खासकर गर्मी के मौसम में यहां आगजनी का खतरा काफी बढ़ जाता है, जो यहां के वन्यजीवों के लिए बड़ा खतरा है. हालांकि पिछले कुछ सालों में यहां आगजनी की कोई बड़ी घटना तो सामने नहीं आयी है. लेकिन टाइगर रिजर्व बनने के बाद यहां मौजूद बाघ और अन्य वन्यजीवों की सुरक्षा की चुनौती काफी बढ़ गई है.
विस्थापन के कारण बढ़ा है खतरा
नौरादेही टाइगर रिजर्व में विस्थापन के चलते आगजनी का खतरा और भी ज्यादा बढ़ गया है. क्योंकि विस्थापन अभी पूरा नहीं हो पाया और ऐसे में यहां अभी भी टाइगर रिजर्व के बीच में करीब 45 गांव बसे हुए हैं. इंसानी दखल के कारण भी आगजनी की घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है. क्योंकि जंगल से आवाजाही करने वाले लोग कई बार बीड़ी, सिगरेट जैसे ज्वलनशील नशा करके टाइगर रिजर्व को खतरे में डाल देते हैं.वहीं दूसरी तरफ जिन गांवों में विस्थापन हो गया है, वहां पर खाली हुए खेतों में टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने घास के मैदान विकसित किए हैं. इन विशाल घास के मैदानों के कारण शाकाहारी जानवरों की संख्या बढ़ रही है. इसके साथ आगजनी का खतरा भी बढ़ रहा है. क्योंकि अगर घास के मैदान वाले इलाकों में आग लगी, तो इस आग पर काबू पाना बहुत मुश्किल काम हो जाता है.
टाइगर रिजर्व प्रबंधन का कैसा है इंतजाम?
वैसे तो टाइगर रिजर्व में 2 नदियां, 3 बड़े तालाब और साथ में कई सारे छोटे तालाब हैं. इसके अलावा टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने यहां पर पोखर भी बनाए हैं, जो जानवरों को पानी पीने के साथ-साथ आगजनी की स्थिति में आग बुझाने के लिए काम आते हैं. इसके अलावा टैंकरों का इंतजाम किया गया है. साथ में प्रबंधन ने आग की संभावना वाले इलाकों में फायर वाचर बनाए हैं. जिनके जरिए वनकर्मी जंगल की गतिविधियों पर नजर रखते हैं. इसके साथ-साथ अलग से निगरानी के लिए चौकीदारों की नियुक्ति की गयी है. जिनके लिए आगजनी पर काबू पाने और अपनी सुरक्षा के लिए कई तरह के उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं.
टाइगर रिजर्व प्रबंधन का क्या कहना है
नौरादेही टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर डॉ ए ए अंसारी का कहना है कि "निश्चित रूप से आग हमारे लिए महत्वपूर्ण विषय है. आगजनी से काफी नुकसान होता है. आग की घटनाएं तापमान बढ़ने के साथ-साथ बढ़ती हैं. इसलिए इस बार हमने ज्यादा तैयारी की है. जिन इलाकों में ज्यादा आग की संभावना है, वहां फायर वाचर लगाए हैं. पानी के टैंकर की व्यवस्था की गई है. जरूरत पड़ने पर उनका उपयोग किया जाएगा. अभी तक हमारे यहां आगजनी की कोई बड़ी घटना नहीं हुई है. गर्मी से बचाव के लिए कर्मचारियों को हेलमेट, ग्लब्स, गमबूट, फर्स्ट एड बॉक्स, पानी की बोतल और गमछा वगैरह दिया गया है."
पहले मैच के बाद स्टेडियम विस्तार पर फैसला
25 Mar, 2025 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्वालियर : क्रिकेट का वनवास खत्म होने के बाद अब एमपीसीए उड़ान भरने की तैयारी कर रहा है. अंचल में एक बार फिर क्रिकेट की बहार लाने की तैयारी है. क्योंकि पिछले साल ही ग्वालियर को 14 वर्षों के अंतराल के बाद अंतर्राष्ट्रीय स्तर का नया क्रिकेट स्टेडियम मिला, जिसकी दर्शक क्षमता करीब 30 हज़ार है. लेकिन क्रिकेट के बेहतर माहौल और बीसीसीआई की रुचि के बाद यहां आने वाले समय में मैचों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है. इसे देखते हुए अब नए स्टेडियम की सीटिंग कैपिसिटी 50 हजार किए जाने की तैयारी है.
कैसा है ग्वालियर का नया क्रिकेट स्टेडियम?
ग्वालियर का नया क्रिकेट स्टेडियम पिछले साल मई 2024 में बनकर तैयार हुआ था. एमपीसीए द्वारा मध्यप्रदेश की अपनी क्रिकेट लीग एमपीएल के लॉन्च के साथ ही जून 2024 में इसका उद्घाटन किया गया था. इस स्टेडियम का नाम श्रीमंत माधवराव सिंधिया क्रिकेट स्टेडियम रखा गया. इस स्टेडियम की सीटिंग कैपिसिटी लगभग 30 हजार की है.इसके साथ ही अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के तय मानकों के अनुसार ही इस स्टेडियम में 9 खेल पिच और फुल लेंथ बाउंड्री है. इसके साथ ही नाइट मैच के लिए इस स्टेडियम में फ्लड लाइट, इंडोर ट्रेनिंग सेंटर के साथ ही प्रैक्टिस ग्राउंड, मॉडर्न जिम और टीम्स के लिए ड्रेसिंग रूम सहित 30 कॉरपोरेट बॉक्स जैसी जरूरी सुविधाएं यहां दी गई हैं.
पहले मैच के बाद स्टेडियम विस्तार पर फैसला
पिछले साल जून के महीने में मध्य प्रदेश लीग टूर्नामेंट के साथ इस स्टेडियम का उद्घाटन हुआ था और उसके बाद अक्टूबर में भारत और बांग्लादेश के बीच टी-20 सीरीज का मैच यहां आयोजित हुआ था. इन टूर्नामेंट के दौरान हुए मैच में जिस तरह क्रिकेट प्रेमियों की भीड़ जुटी उसे देखते हुए यहां सुविधाएं बढ़ाने का फैसला लिया गया है.केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया, '' अब ग्वालियर के नए क्रिकेट स्टेडियम की सीटिंग कैपिसिटी बढ़ाए जाने की तैयारी की जा रही है. जहां अब तक क्रिकेट मैच के दौरान स्टेडियम में 30 हजार दर्शकों के बैठने की व्यवस्था थी, उसे अब बढ़ाकर 50 हजार किया जाएगा.
स्टेडियम के विस्तार के लिए बीसीसीआई कर रहा फंडिंग
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया कहते हैं, '' अभी स्टेडियम 30 हजार की क्षमता का बन चुका है. यहां पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच भी भारत और बांग्लादेश के बीच 6 अक्टूबर 2024 को खेला गया और इसके जरिए 14 वर्ष के सूखे के वातवरण को समाप्त किया गया है. और अब ग्वालियर चंबल में अनेकों मैच खेले जाएंगे, स्टेडियम की क्षमता बढ़ाने के लिए भी हम संकलित हैं, जिसके लिए बीसीसीआई से भी राशि आ रही है और आने वाले समय में स्टेडियम की क्षमता बढ़ायेंगे और 50 हजार तक इसे ले जाने का हमारा प्रयास रहेगा.''
बीजेपी की चुनावी तैयारियां तेज
24 Mar, 2025 11:08 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल. बिहार के विधानसभा चुनाव पास आ गए हैं और इसके साथ ही बीजेपी की चुनावी तैयारियां तेज हो गई हैं। बिहार के चुनाव में एमपी के सीएम डॉ. मोहन यादव भी पार्टी की ओर से अहम भूमिका निभाएंगे। बिहार के यादव वोटर्स को लुभाने का दायित्व उन्हें भी दिया गया है। डॉ. मोहन यादव CM Mohan yadav ने यह जिम्मेदारी निभाना शुरु भी कर दिया। राजधानी भोपाल में बिहार दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने बिहारवासियों के लिए अहम ऐलान किए। कार्यक्रम में आए बिहार के लोगों से बीजेपी को जिताने की अपील की और पूर्व सीएम लालू यादव के परिवार पर निशाना भी साधा।
बिहार तो बिहार मध्य प्रदेश में भी बिहार दिवस को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। यह आयोजन सत्ताधारी मोहन यादव सरकार ने कराया। इस दौरान बिहार सरकार के मंत्री राजू कुमार सिंह भी कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम का आयोजन राजधानी भोपाल में किया गया। एमपी सीएम डॉक्टर मोहन यादव ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ। राजेंद्र प्रसाद को लेकर एक बड़ी घोषणा भी की है। इससे दोनों राज्यों के रिश्तों में और सकारात्मक सुधार होगा।
भोपाल में एक कार्यक्रम हुआ। यह कार्यक्रम बिहार दिवस के मौके पर था। मुख्यमंत्री डॉ। मोहन यादव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, बिहार सरकार के मंत्री राजू कुमार सिंह और प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद ने मिलकर कार्यक्रम की शुरुआत की। कार्यक्रम का नाम 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' था।
सीएम मोहन ने की बिहार की तारीफ
मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि बिहार तेजी से बदल रहा है। उन्होंने कहा कि देश और बिहार में एनडीए की सरकार होना जरूरी है। उन्होंने कांग्रेस पर भगवान राम और कृष्ण के रास्ते में बाधा डालने का आरोप लगाया। विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि बिहार ने धर्म और संस्कृति को बचाने का काम किया है। राजू कुमार सिंह ने देश के विकास में बिहार के योगदान की बात कही। उन्होंने लोगों से एनडीए का साथ देने की अपील की। उन्होंने याद दिलाया कि इन्हीं लोगों ने राम जन्मभूमि आंदोलन के दौरान आडवाणी जी की रथयात्रा को रोका था। मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा, 'आप सभी को यह याद रखना है कि जो राम का नहीं, वो किसी काम का नहीं।'
मोहन सरकार की बड़ी घोषणा
सीएम मोहन यादव ने एक और महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने कहा कि भोपाल में पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद के नाम पर एक पार्क बनाया जाएगा। डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद भारत के पहले राष्ट्रपति थे। यह पार्क सभी सुविधाओं से लैस होगा। इससे प्रदेश में रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने पं. जवाहरलाल नेहरू के मना करने के बाद भी सरदार वल्लभ भाई पटेल के बुलाने पर सोमनाथ मंदिर का उद्घाटन किया था। उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति को बचाने में डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद का यह योगदान भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने यह भी कहा कि पार्क में डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद की मूर्ति भी लगाई जाएगी।
सीएम ने पूछा कि रामजी का मंदिर बन गया तो वहां दर्शन करने क्यों नहीं गए! उन्होंने कहा कि यमुनाजी का किनारा खाली है… गोपाल कृष्ण बुला रहे हैं… अब वहां मंदिर बनाने की बात कर लो। सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि बिहार एकमात्र ऐसा राज्य है जिसका भगवान कृष्ण के नाम पर नामकरण किया गया है।
श्रमिक रैन बसेरों का नाम दत्तोपंत ठेंगड़ी श्रमिक विश्राम गृह होगा : मंत्री पटेल
24 Mar, 2025 10:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : श्रम, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि प्रदेश के नगर निगमों में संचालित श्रमिक विश्राम गृहों का नाम देश के सुप्रसिद्ध विचारक, चिंतक और श्रमिक नेता स्व. दत्तोपंत ठेंगड़ी के नाम पर होगा। यह निर्णय म.प्र. भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल की 39 वीं बोर्ड बैठक में लिया गया। बैठक में मंडल के आगामी वित्तीय वर्ष 2025-26 का रूपये 1026 करोड़ का बजट पारित किया गया। उक्त बजट में आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत पंजीकृत निर्माण श्रमिकों को चिकित्सा सहायता के लिये 'निरामयम' योजना मद में रूपये 300 करोड का प्रावधान किया गया है। इसी प्रकार श्रमोदय विद्यालय संचालन मद में 60 करोड रूपये तथा आई.टी.आई. के संचालन के लिये रूपये 5.76 करोड़ का प्रावधान किया गया है। दूरस्थ जिला सिंगरौली में श्रमोदय आवासीय विद्यालय के निर्माण एवं संचालन का निर्णय भी लिया गया।
बैठक में सदस्य लोकेश विजयवर्गीय द्वारा पूर्व में अपात्र घोषित किये गये निर्माण श्रमिकों से अपील आवेदन करवाने की मांग की गई। श्रम मंत्री एवं मंडल के अध्यक्ष पटेल ने पूर्व में अपात्र घोषित किये गए निर्माण श्रमिकों से एक माह अभियान चलाकर अपील संबंधी कार्यवाही करने एवं सभी जिला एवं ब्लॉक मुख्यालयों पर निर्माण मंडल द्वारा संचालित योजनाओं का प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए।
बैठक में प्रमुख सचिव, श्रम उमाकांत उमराव ने पौधा भेंट कर मंत्री पटेल का स्वागत किया। इस अवसर पर श्रम आयुक्त रजनी सिंह, मंडल के सचिव एस.एस. दीक्षित एवं मंडल के सदस्य बनवारी लाल चौकसे सहित अन्य शासकीय/अशासकीय सदस्य उपस्थित थे।
सड़क के अतिक्रमण को तुरंत हटाए : राज्य मंत्री गौर
24 Mar, 2025 10:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कृष्णा गौर ने कहा कि गोविंदपुरा क्षेत्र के विकास के लिए लगातार कार्य चल रहे हैं। यह बात उन्होंने सोमवार को आनंद नगर में चल रहे कार्यों की समीक्षा बैठक में कही। बैठक में राज्य मंत्री गौर के समक्ष व्यापारियों ने कहा कि आनंद नगर से हथाईखेड़ा तक सीसी रोड़ के निर्माण के बाद दोनों तरफ नाली निर्माण के कार्य में तेजी लाई जाए और बारिश से पहले निर्माण कार्य पूरा हो जाए। राज्य मंत्री गौर ने कहा कि नाली निर्माण के कार्य को शीघ्र पूरा कराया जाएगा। उन्होंने व्यापारियों से अनुरोध किया कि वह सड़क तक फैले अतिक्रमण को खुद हटा ले। इससे नाली के निर्माण में किसी भी तरह की अड़चन खड़ी नहीं हो सकेगी। सड़क के दोनों तरफ, नाली और सड़क के बीच में पेवर ब्लॉक भी लगाए जाएंगे और उस पर पीले रंग से मार्किंग भी की जाएगी, ताकि व्यापारी पीली लाइन के आगे तक दुकान का सामान न रखें और ग्राहकों को गाड़ियां खड़ी करने में किसी तरह की असुविधा न हो। उन्होंने आनंद नगर में सड़कों पर गाड़ियां खड़ी होने से अतिक्रमण की समस्या बढ़ने पर चिंता व्यक्त की। राज्य मंत्री गौर ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह व्यापारियों और रहवासियों के साथ निरीक्षण कर जो भी बाधा नाली के निर्माण में आ रही है, उसे अतिशीघ्र दूर कर जल्द से जल्द निर्माण कार्य शुरू किया जाए। इस दौरान बैठक में अनिल कुमार जैन, राकेश श्रीवास्तव, दिलीप चौरसिया, हर्षित तिवारी, अनुराग राय, सुरेश चौकसे, पार्षद छाया ठाकुर और पीडब्ल्यूडी के अधिकारी, आनंद नगर के व्यापारी व जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।