मध्य प्रदेश
शिक्षकों की गैरहाजिरी पर वेतन रोकने के निर्देश
9 May, 2025 07:21 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने अन्य विभागों में वर्षों से अटैच शिक्षकों के अटैचमेंट रद्द कर उन्हें मूल स्कूलों में भेजने की कार्रवाई शुरू की है। अनुपस्थित रहने पर वेतन रोकने के निर्देश दिए गए हैं। प्रदेशभर में 100 से अधिक शिक्षक प्रभावित हुए हैं। मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह द्वारा अप्रैल माह में की गई विभागीय समीक्षा बैठक के दौरान शिक्षा विभाग में अटैच सभी शिक्षकों को अपने मूल स्कूलों में भेजे जाने के आदेश दिए गए थे। विभाग के इस आदेश से शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ था। अब शिक्षा विभाग ने कार्रवाई करते हुए विभिन्न विभागों में अटैच शिक्षकों के अटैचमेंट निरस्त करते हुए अपने मूल पदों पर भेज दिया है। अटैच शिक्षक दो दिन में अपने मूल संस्था में उपस्थिति दर्ज नहीं कराएंगे तो उनका इस माह का वेतन नहीं बनेगा।
उल्लेखनीय है कि बीते माह 18 अप्रैल को शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह द्वारा विभागीय बैठक लेकर उन्होंने विभाग से कहा था कि जितने भी शिक्षक विभाग के अतिरिक्त अन्य विभागों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं उन्हें मूल पद पर पहुंचाया जाए। अधिकारियों से कहा कि था कि शिक्षक का असली कार्यक्षेत्र बच्चों की कक्षा होनी चाहिए, न कि सरकारी दफ्तरों की फाइलों के ढेर। मंत्री के आदेश के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने जिला शिक्षा अधिकारी तक यह संदेश पहुंचाया और पूरे प्रदेश में पदस्थ शिक्षकों के अटैचमेंट आदेश को रद्द कर दिया।
इन विभागों में दे रहे थे लंबे समय से सेवाएं
शिक्षा विभाग में कई ऐसे शिक्षक पदस्थ हैं, जो अपने राजनैतिक रसूक का फायदा उठाकर मूल स्कूल में सेवाएं नहीं देते हुए जनपद शिक्षा केंद्र, जिला शिक्षा केन्द्र, जनपद पंचायत, तहसील कार्यालय, निर्वाचन शाखा कलेक्ट्रेट में अपनी सेवाएं देते चले आ रहे हैं। इन शिक्षकों द्वारा वर्षों से स्कूलों का मुंह तक नही देखा। निर्वाचन शाखा में पदस्थ कई शिक्षक तो ऐसे हैं जो निर्वाचन कार्य नहीं होने पर भी स्कूल जाना पसंद नहीं करते हैं। स्थिति यह हैं कि इन्हें अधिकारियों का सरंक्षण भी मिला हुआ हैं। कई शिक्षक निर्वाचन शाखा के नाम पर फिल्मों में अभिनय कर रहे हैं। हालांकि विभाग द्वारा आदेश तो जारी कर दिया हैं, लेकिन वर्षों से जमे यह शिक्षक मूल पद तक पुन: पहुंच पाएंगे इसे लेकर अभी संदेह है।
एक और बेटी का दर्द आया सामने! 'लव जिहाद' की शिकार महू की एक महिला ने दर्ज कराई शिकायत
9 May, 2025 07:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महू: मध्य प्रदेश के महू की एक महिला ने कई सालों तक अत्याचार सहने के बाद अपनी चुप्पी तोड़ी है। उसने जो दर्द बयां किया है, वो दिल दहलाने वाला है। लड़की ने बताया है कि कैसे पहले उसे 'बहन' कहकर दोस्ती की गई, फिर धोखे से रेप किया, पहले शादी की और फिर निकाह किया। फिर उसका धर्म परिवर्तन कराकर उसे जंजीरों में बांधकर पीटा गया। उस पर अत्याचार की सारी हदें पार कर दी गईं। अब पुलिस ने 5 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
28 वर्षीय महिला की शिकायत पर महू पुलिस ने संजय खान पिता बाबू खान, नहरू खान, शेरो बी पति बाबू खान, बाबू खान पिता अहमद खान चारों निवासी आलोट जिला रतलाम और राज खान निवासी दावतखेड़ी मंदसौर के खिलाफ रेप, धर्म परिवर्तन समेत आधी से ज्यादा धाराओं में मामला दर्ज किया है। पीड़िता ने शिकायत में बताया कि वह 2013 में राऊ में एक निजी कंपनी में काम करती थी। वहीं उसकी मुलाकात संजय से हुई। तब उसने अपना पूरा नाम संजय कुमावत बताया था।
क्रिश्चियन एमिनेंट स्कूल एंड कॉलेज का संचालक समीर मीर लव जिहादी निकला। आरोपी ने खुद को हिंदू बताकर ब्राह्मण समाज की युवती को अपने जाल में फंसाया, धोखे से शादी की और धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया। पीड़िता ने विरोध किया तो आरोपी समीर उसके साथ मारपीट करता और जान से मारने की धमकी देता। एमआईजी थाना प्रभारी सीबी सिंह के मुताबिक तुलसी नगर निवासी युवती ने अपनी शिकायत में बताया है कि आरोपी समीर ने खुद को ब्राह्मण परिवार से बताकर 2006 में उससे शादी की। जिसके बाद दंपत्ति ने 2010 में एक बेटे और 2013 में एक बेटी को जन्म दिया। करीब चार साल पहले समीर का व्यवहार बदलने लगा, वह मुस्लिम समाज जैसे कपड़े पहनकर मस्जिद में नमाज पढ़ने जाने लगा। उस वक्त पता चला कि समीर का असली नाम समीर मीर है और वह मुस्लिम है। जब उसने इस्लाम न अपनाने का विरोध किया तो समीर उसे परेशान करने लगा।
समीर उससे कहता था कि अगर उसके साथ रहना है तो बुर्का पहनना होगा और हमारे धर्म के अनुसार नमाज अदा करनी होगी। वह बच्चों पर भी रोजा रखने और नमाज अदा करने का दबाव बनाता था। जब उसने धर्म नहीं अपनाया तो 2020 में समीर ने पीड़िता को बच्चों समेत घर से निकाल दिया। इसके बाद वह निपानिया इलाके में रहने लगी। बीच-बीच में समीर उससे मिलने आता और इस्लाम कबूल करने को कहता। 2024 में समीर की मां और भाई उसे समझा-बुझाकर घर ले आए, लेकिन अगले ही दिन समीर ने इस्लाम कबूल करने की शर्त रख दी। इसके बाद पीड़िता निपानिया में रहने लगी। 13 मार्च को समीर उससे आखिरी बार मिलने आया और जान से मारने की धमकी दी। पीड़िता ने हिंदू रीति-रिवाज से हुई शादी के फोटो भी पेश किए।
इसी आधार पर पुलिस ने समीर मीर के खिलाफ धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम (लव जिहाद) समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। पीड़िता ने बताया, 'दोस्त बनने के बाद हम बातचीत करने लगे। वह मुझे बहन कहता था। एक दिन मेरी तबीयत खराब थी, वह मुझसे मिलने मेरे कमरे में आया और नाश्ता देने के बहाने कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर मुझे पिला दिया। जब मैं बेहोश हो गई, तो उसने मेरे साथ दुष्कर्म किया। जब मुझे होश आया और मैंने विरोध किया, तो उसने कहा कि उसने मेरे वीडियो और फोटो ले लिए हैं। डर के मारे मैंने घटना के बारे में किसी को नहीं बताया। वह मुझे शादी के लिए खजराना मंदिर ले गया। वहां मेरी मांग में सिंदूर भरा और सिर पर माला पहनाई। बाद में मुझे मंदसौर, कोटा और भवानी मंडी जैसी अलग-अलग जगहों पर रखा गया। कोटा में एक मौलाना की मौजूदगी में निकाह कराया गया। यहां विरोध करने पर मुझे बेरहमी से पीटा गया। उस समय मैं गर्भवती भी थी।'
जंजीरों में बांधकर रखा, कलमा पढ़वाया
पीड़िता ने अपनी शिकायत में कहा है कि शादी के बाद उससे रोजाना कलमा पढ़वाया जाता था। उसे जबरन गोमांस खिलाया जाता था। उसे जंजीरों में बांधकर कमरे में बंद करके रखा जाता था। एक बार जब वह भागने की कोशिश कर रही थी, तो उसे पकड़ लिया गया और इतना पीटा गया कि वह अधमरी हो गई। उन्होंने मुझे तीन दिन तक खाना-पानी नहीं दिया। यातना के दौरान मेरे बेटे का नाम जबरन 'जुनैद' और बेटी का नाम जबरन 'जोया' रख दिया गया।
चालू वित्तीय वर्ष में लोडिंग बढ़ाने हेतु समग्र प्रयास किये जाए : महाप्रबंधक
9 May, 2025 06:33 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वित्तीय वर्ष 2025 के प्रथम माह में 04.58 मिलियन टन माल लदान किया
भोपाल । पश्चिम मध्य रेल ने माल लदान में वृद्धि दर्ज करते हुए चालू वित्तीय वर्ष के पहले माह में बेहतर प्रदर्शन किया है। महाप्रबंधक श्रीमती शोभना बंदोपाध्याय के मार्गदर्शन में वाणिज्य विभाग तथा परिचालन विभाग के संयुक्त प्रयासों से चालू वित्तीय वर्ष के पहले माह अप्रैल 2025 में 4.58 मिलियन टन माल लदान किया, जो गत वित्तीय वर्ष अप्रैल 2024 में 4.51 मिलियन टन से लगभग डेढ़ प्रतिशत अधिक रहा।
पश्चिम मध्य रेल पर माल यातायात में कमोडिटी वाइज कई सामग्रियों का लदान किया जाता है। अप्रैल माह में सबसे अधिक कोयला लोडिंग में लगभग 44 प्रतिशत सहित अन्य ट्रैफिक खाद्यान्न, सीमेंट, क्लिंकर, खाद एवं रेल मटेरियल की लोडिंग में वृद्धि दर्ज की है, जिससे पश्चिम मध्य रेल के माल लदान में इजाफा हुआ है। रिव्यू मीटिंग में महाप्रबंधक की निरंतर मॉनटरिंग में बताया कि चालू वित्तीय वर्ष में फ्रेट लोडिंग बढ़ाने के लिए मुख्यालय एवं तीनों मण्डलों को एक टीम वर्क के साथ समग्र प्रयास किया जाना चाहिए, जिससे अधिक से अधिक फ्रेट लोडिंग हो सके।
माल यातायात बढ़ाने के लिए निम्नलिखित प्रयास किये जा रहे हैं :-
फ्रेट लोडिंग को बढ़ावा देने के लिए पमरे मुख्यालय और तीनों मंडलों में व्यापार विकास इकाइयां (बीडीयू) के तहत नये लोडिंग स्ट्रीम से माल यातायात को बढ़ावा दिया जा रहा है। माल व्यापारियों के साथ निरंतर बैठकें की जाती हैं ।
मालगाड़ियों की औसत गति में वृद्धि करके अलग-अलग रेल खण्ड की क्षमता में वृद्धि और इन्फ्रास्ट्रक्चर को भी बढ़ाया। साथ ही साथ ऑपरेशनल सुधार भी किए गए।
गुड्स टर्मिनल की वर्किंग में सुधार एवं मालगाड़ियों के डिटेंशन को कम किया गया। इससे मालगाड़ियों के संचालन में तेजी आई और माल ढुलाई में वृद्धि हुई।
माल गोदामों में राउण्ड द क्लाॅक यानि चौबीस घंटे लोडिंग एवं अनलोडिंग सेवाएँ शुरू की गईं ।
नए माल गोदामों को विकसित करके उन्नयन कार्य किया जा रहा है।
पश्चिम मध्य रेल में मुख्यालय एवं तीनों मण्डलों जबलपुर, भोपाल एवं कोटा द्वारा फ्रेट लोडिंग वृद्धि के लिए निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं।
भोपाल स्टेशन पर यात्रियों से अवैध वसूली कर रहे किन्नरों पर आरपीएफ की कार्रवाई
9 May, 2025 06:22 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
यात्रियों की सुरक्षा में कोई समझौता नहीं, अवैध वसूली पर ज़ीरो टॉलरेंस नीति के तहत त्वरित कदम
भोपाल। भोपाल मंडल द्वारा रेल यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सतत अभियान चलाए जा रहे हैं। इसी क्रम में वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त श्री प्रशांत यादव के निर्देशन में रेल सुरक्षा बल, पोस्ट भोपाल द्वारा गाड़ियों में अवैध रूप से वसूली करने वालों पर ज़ीरो टॉलरेंस नीति के तहत सख्त कार्रवाई की जा रही है। दिनांक 08 मई 2025 को रात 21:40 बजे भोपाल रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक 2/3 पर गाड़ी संख्या 12534 (पुष्पक एक्सप्रेस) के स्लीपर कोच (S3) में चेकिंग के दौरान चार किन्नर यात्रियों से ताली बजाकर और डराकर जबरन पैसे वसूलते हुए पाए गए। प्रत्यक्षदर्शी यात्रियों ने बताया कि जब उन्होंने पैसे देने से इनकार किया तो उन्हें धमकाया गया और मारने की बात कहकर डराने का प्रयास किया गया, जिससे कोच में भय और अव्यवस्था का माहौल उत्पन्न हो गया। गिरफ्तार किए गए किन्नर — शमीम शेख, सोनम शर्मा (20 वर्ष), शिवानी तिवारी (22 वर्ष) एवं माया कुमारी (21 वर्ष) — सभी करोंद, निशातपुरा, भोपाल की निवासी हैं।
इन सभी के पास न तो कोई यात्रा टिकट था और न ही रेलवे परिसर में उपस्थिति के लिए कोई वैध दस्तावेज़। इसके आधार पर उनके विरुद्ध रेल अधिनियम की धाराओं 145 (रेल संपत्ति पर अनुशासनहीनता), 154 (यात्रियों को धमकाकर भय फैलाना), और 137 (बिना टिकट यात्रा) के अंतर्गत विधिक कार्रवाई की गई है। इस कार्रवाई को अंजाम देने वाली टीम में सहायक उप निरीक्षक श्री राघवेंद्र सिंह, प्रधान आरक्षक श्री विष्णु प्रसाद बढ़िया एवं आरक्षक श्री ललित विश्वकर्मा शामिल थे, जिनकी तत्परता और मुस्तैदी से यह कार्रवाई संभव हो सकी। वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त ने बताया कि यात्रियों से अवैध वसूली, धमकाने अथवा डराने जैसे कार्यों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भोपाल मंडल में इस प्रकार की गतिविधियों के खिलाफ निरंतर अभियान चलाया जा रहा है और भविष्य में भी सख्ती से ऐसी प्रवृत्तियों पर लगाम लगाई जाएगी। रेल प्रशासन यात्रियों से अपील करता है कि यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की संदिग्ध या अवांछनीय गतिविधि की सूचना तत्काल निकटतम आरपीएफ पोस्ट या हेल्पलाइन नंबर 139 पर दें, ताकि आपकी यात्रा सुरक्षित एवं सुखद हो सके।
अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया में बदलाव, अब 1600 मीटर दौड़ का समय 30 सेकंड बढ़ाकर 6 मिनट 15 सेकंड किया
9 May, 2025 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्वालियर: सेना भर्ती प्रक्रिया में अब ऐसे बदलाव किए गए हैं, जिससे अधिक से अधिक अग्निवीर मिल सकें। इसके लिए दो साल पहले पहले लिखित परीक्षा कराने का प्रयोग किया गया था, ताकि इसमें पास होने वालों को ही शारीरिक दक्षता परखने का मौका मिल सके।
पहले शारीरिक दक्षता परखने के बाद लिखित परीक्षा में बैठने वालों को पास न होने पर बहुत दुख होता था। इस नियम के बाद इस बार दौड़ का समय 30 सेकंड बढ़ा दिया गया है। अब अभ्यर्थियों को 1600 मीटर दौड़ पूरी करने के लिए छह मिनट 15 सेकंड का समय मिलेगा, जो पहले पांच मिनट 45 सेकंड था। हालांकि, जैसे-जैसे दौड़ का समय पांच मिनट 30 सेकंड से ऊपर जाएगा, प्राप्त अंक कम होते जाएंगे।
थोड़े अधिक समय में पूरी करेंगे दौड़
पहले पांच मिनट 30 सेकंड से पांच मिनट 45 सेकंड के समय में 1600 मीटर दौड़ पूरी करने वाले अभ्यर्थियों को ही योग्य माना जाता था। इसके बाद छह मिनट या उससे थोड़ा अधिक समय में दौड़ पूरी करने वालों को भी बाहर नहीं किया जाएगा। पहले कई अच्छे शारीरिक फिटनेस और अच्छे बौद्धिक स्तर वाले युवा सिर्फ इसलिए बाहर हो जाते थे क्योंकि उन्होंने इस समय अवधि में दौड़ पूरी नहीं की थी। अब ऐसा नहीं होगा। अब 1600 मीटर की दौड़ 6.15 मिनट में पूरी करने वाले अभ्यर्थी भी बाहर नहीं होंगे। सिर्फ उनके अंक कम हो जाएंगे, जिन्हें वे अगले चरणों में बढ़ाकर चयनित हो सकेंगे।
चयन प्रतिशत बढ़ेगा
इस नियम का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि अब चयन प्रतिशत बढ़ जाएगा। जब दौड़ में ज्यादा अभ्यर्थी चयनित होंगे तो अभ्यर्थी सिर्फ इसलिए बाहर नहीं होंगे क्योंकि उन्होंने 5.30 मिनट से 5.45 मिनट में दौड़ पूरी नहीं की। अब शारीरिक परीक्षा में खासकर दौड़ और पुल-अप में ग्रुप बनाए जाएंगे। इसमें उन्हें दौड़ पूरी करने के समय और पुल-अप की संख्या के आधार पर ग्रुप में बांटा जाएगा।
अच्छे अभ्यर्थी बाहर नहीं होंगे
सेना में चयन प्रतिशत बढ़ाने के लिए पहले लिखित परीक्षा होती थी। अब दौड़ का समय बढ़ाकर 30 सेकंड कर दिया गया है। इसमें अंक कम मिलेंगे, लेकिन अच्छे अभ्यर्थी सिर्फ इसलिए बाहर नहीं होंगे कि वे 5.45 मिनट में दौड़ पूरी नहीं कर पाए। - कर्नल पंकज कुमार, निदेशक, सेना भर्ती कार्यालय, ग्वालियर
1 अप्रैल से बंद इंदौर नगर निगम का पोर्टल, लोगों को करना पड़ रहा टैक्स भरने में दिक्कतों का सामना
9 May, 2025 04:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इंदौर: नगर निगम का पोर्टल 1 अप्रैल से बंद है। इसके चलते शहर के लोगों को टैक्स भरने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। निगम को अब तक करीब 25 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। पोर्टल बंद होने से ऑनलाइन टैक्स कलेक्शन पूरी तरह से बंद हो गया है। नए खाते भी नहीं खुल रहे हैं। लोगों को टैक्स भरने की रसीदें नहीं मिल रही हैं और न ही उनका रिकॉर्ड अपडेट हो रहा है।
पोर्टल चालू करने का प्रयास
निगम अधिकारी पोर्टल चालू करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हो पाया है। 10 मई को राष्ट्रीय लोक अदालत है और पोर्टल बंद होने से निगम को राजस्व मिलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
लोग दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं
पोर्टल बंद होने से शहर में अफरातफरी का माहौल है। लोग टैक्स भरने के लिए नगर निगम दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। पोर्टल 1 अप्रैल से बंद है। नए वित्तीय वर्ष के लिए डेटा अपडेट करने के लिए इसे बंद किया गया था। निगम ने कहा था कि एक सप्ताह में पोर्टल फिर से शुरू कर दिया जाएगा, लेकिन मई का पहला सप्ताह बीत चुका है और पोर्टल अभी भी बंद है।
निगम को हो रहा भारी नुकसान
ऑनलाइन टैक्स कलेक्शन पूरी तरह से ठप हो गया है। इसका सीधा असर निगम की आय पर पड़ रहा है। लोग टैक्स जमा करने के लिए जोनल ऑफिस और निगम मुख्यालय जा रहे हैं, लेकिन वहां उन्हें रसीद बुक उपलब्ध नहीं होने की बात कही जा रही है। इसके चलते लोग संपत्ति कर, जल कर और किराया जमा नहीं कर पा रहे हैं। लोगों को न तो रसीद मिल रही है और न ही उनका रिकॉर्ड अपडेट हो रहा है। लोगों को नए खाते खुलवाने में भी दिक्कत आ रही है। संपत्ति कर और जल कर के नए खाते खुलवाने के इच्छुक लोग जोनल ऑफिस और मुख्यालय के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन पोर्टल बंद होने से नए खाते नहीं खुल पा रहे हैं।
भोपाल तक कर चुके हैं अपील
पोर्टल को लेकर निगम अधिकारी भोपाल तक अपील कर चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई नतीजा नहीं निकला है। अधिकारी यह भी नहीं बता पा रहे हैं कि पोर्टल कब चालू होगा। एक तरफ नगर निगम आर्थिक तंगी से जूझ रहा है, वहीं दूसरी तरफ लोगों को टैक्स जमा करने में दिक्कत आ रही है।
मध्य प्रदेश में सुरक्षा कड़ी, सभी पुलिस अधिकारियों की छुट्टियाँ तत्काल प्रभाव से रद्द
9 May, 2025 03:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे हालात के बीच मध्य प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. राज्य के सभी पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टी पर रोक लगा दी गई है. साथ ही, जो पुलिसकर्मी पहले से छुट्टी पर हैं, उन्हें भी तुरंत अपनी ड्यूटी पर लौटने को कहा गया है. पुलिस मुख्यालय ने हर गांव में गश्त बढ़ाने और स्थानीय लोगों को सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों और भ्रामक सूचनाओं के बारे में सचेत करने के स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं. राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद रखने और किसी भी अप्रिय स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए यह कदम उठाया गया है.
एमपी में पुलिसकर्मियों की छुट्टियों पर रोक
दरअसल भारत-पाक तनाव को देखते हुए मध्य प्रदेश में पुलिस बल अलर्ट मोड पर है और सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं. इतना ही नहीं छुट्टी पर गए पुलिसकर्मियों को ड्यूटी पर लौटने को कहा गया है. पूरे राज्य में सुरक्षा कड़ी की जा रही है. इस बीच, ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड ने देशभर की मस्जिदों से अपील की है कि 9 मई को जुमे की नमाज के बाद भारत की सलामती, जीत और पाकिस्तान की हार के लिए सामूहिक दुआ की जाए.
इंदौर-ग्वालियर में भी अलर्ट
उधर, इंदौर के पुलिस कमिश्नर संतोष कुमार सिंह ने शहर में सभी तरह के सार्वजनिक आयोजनों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है. वहीं ग्वालियर में प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट के निर्देश पर पूरे शहर के 66 वार्डों में सायरन लगाने की तैयारी की जा रही है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में सभी नागरिकों को एक साथ अलर्ट किया जा सके. इस बीच, इंदौर ट्रक ऑपरेटर्स एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर सेना परिवहन के लिए अपने साढ़े सात लाख ट्रक देने की पेशकश की है.
गर्भ निरोधक गोलियां दी जाती थीं ताकि गर्भवती न हों... लव-जिहाद मामले में हुआ नया खुलासा
9 May, 2025 03:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में हिंदू लड़कियों से बलात्कार और ब्लैकमेलिंग के मामले में नया खुलासा हुआ है. एक पीड़ित लड़की ने बताया कि कई बार उन्हें गर्भ निरोधक गोलियां दी जाती थीं ताकि वे गर्भवती न हों. दरअसल, इस मामले की जांच के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम तीन दिन तक भोपाल में रही और इस दौरान पुलिस के जांच अधिकारियों, पुलिस कमिश्नर और पीड़ित लड़कियों से मुलाकात की और उनके बयान दर्ज किए. महिला आयोग की टीम की महिला सदस्यों ने जब पीड़ितों की आपबीती सुनी तो हैवानियत की कहानी सुनकर उनकी आंखें नम हो गईं. इतना ही नहीं, पीड़ितों ने महिला आयोग की टीम को बताया कि कई बार उन्हें जबरन गर्भ निरोधक गोलियां खिलाई जाती थीं ताकि वे गर्भवती न हों. इन गोलियों को खाने के बाद कई पीड़ितों को शारीरिक समस्याएं हुईं और कुछ का मासिक धर्म भी प्रभावित हुआ. लड़कियों ने बताया कि कई बार गोलियां खाने से मना करने पर उनके साथ मारपीट की जाती थी और गोलियां खाने का दबाव बनाया जाता था.
गिरोह ने बाद ने भी नहीं छोड़ा
गिरोह ने अपने चंगुल में फंसी लड़कियों को उनके चले जाने के बाद भी नहीं छोड़ा। पुलिस जांच में पता चला है कि भोपाल के टीआईटी कॉलेज की छात्रा ही नहीं, बल्कि उसकी बहन भी आरोपी फरहान खान के जाल में फंसी थी। वह छात्रा को 2023 से ब्लैकमेल कर रहा था। फरहान से बचने के लिए वह इंदौर में पढ़ाई करने चली गई। जब फरहान को पता चला तो वह इंदौर पहुंच गया।
8 अप्रैल की देर रात वह उसके कमरे में घुस गया। उस दौरान छात्रा अपने रिश्तेदार के भाई से फोन पर बात कर रही थी। फरहान ने पहुंचते ही छात्रा के साथ मारपीट की और उसके साथ दुष्कर्म किया। अचानक हुई इस घटना के बीच छात्रा और उसके भाई के बीच कॉल पर बातचीत चलती रही।
फरहान के मोबाइल में मिले 10 से 12 लड़कियों के वीडियो
टीआईटी कॉलेज मामले में पुलिस को आरोपी फरहान के मोबाइल में 10 से 12 लड़कियों के वीडियो मिले हैं। महिला पुलिस अधिकारियों ने कुछ छात्राओं से संपर्क कर उनकी काउंसलिंग की है और उन्हें केस दर्ज करने को कहा है। इस बीच एक और लड़की ने शिकायत दर्ज कराने के लिए हामी भर दी है।
इस मामले में छठी एफआईआर दर्ज होने की संभावना है। अब तक भोपाल के पांच थानों में पांच मामले दर्ज हो चुके हैं। इसमें 12 लोगों को आरोपी बनाया गया है।
फरहान की बहन जोया और उसके पति के खिलाफ मामला दर्ज
मुख्य आरोपी फरहान खान के अलावा अली, साहिल, साद, अबरार और नबील के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। फरहान की बहन जोया और उसके पति के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। पुलिस कमिश्नर ने पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी है।
एमपी से यूपी और बिहार का सफर होगा छोटा, मिलेंगी 2 नई वंदेभारत ट्रेनें; इन जगहों पर होगा ठहराव
9 May, 2025 02:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: मध्य प्रदेश में बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश और बिहार के लोग रहते हैं, लेकिन लखनऊ और पटना के लिए नियमित ट्रेनें न होने की वजह से यात्रियों का अपने गृह क्षेत्रों तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है। अब उत्तर प्रदेश और बिहार में रहने वाले लोगों को भोपाल से सीधी रेल सुविधा मिलेगी। दोनों राज्यों की राजधानियों के लिए भोपाल से वंदे भारत का शुभारंभ होना है। इसका लंबे समय से इंतजार किया जा रहा था, लेकिन भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर तीसरी पिट लाइन तैयार न होने की वजह से वंदे भारत का संचालन टलता जा रहा है। सोते हुए पटना पहुंचेंगे यात्री, बचेगा 4 घंटे का समयः रेलवे अधिकारियों ने बताया कि रानी कमलापति से पाटलिपुत्र तक स्लीपर कोच वाली वंदे भारत चलाई जाएगी। इसमें 16 कोच होंगे। बता दें कि भोपाल से पटना की दूरी करीब 850 किमी है। अभी इस रूट पर चलने वाली ट्रेनों को भोपाल से पटना पहुंचने में 18 से 20 घंटे लगते हैं। नई वंदे भारत शुरू होने से यात्री 14 से 15 घंटे में भोपाल से पटना पहुंच जाएंगे। अच्छी बात यह है कि यह वंदे भारत स्लीपर ट्रेन होगी। यानी यात्री सोते हुए भी सफर कर सकते हैं।
भोपाल से पटना तक मिलेगी प्रीमियम वंदे भारत
अधिकारियों ने बताया कि भोपाल से लखनऊ तक 8 कोच वाली प्रीमियम वंदे भारत ट्रेन मिलेगी। इसके सभी कोच चेयर सीट वाले होंगे। बता दें कि भोपाल से लखनऊ की दूरी करीब 590 किमी है। अभी इस रूट पर चलने वाली ट्रेन को भोपाल से लखनऊ पहुंचने में 9 से 11 घंटे लगते हैं, लेकिन रूट पर वंदे भारत के शुरू होने से यात्री मात्र 6 से 7 घंटे में भोपाल से लखनऊ पहुंच सकेंगे। यह ट्रेन 8 कोच वाली चेयर कार होगी। जो सप्ताह में 6 दिन चलेगी।
तीसरा पिट तैयार होते ही दो वंदे भारत रैक उपलब्ध हो जाएंगे
भोपाल रेल मंडल के वरिष्ठ डीएमई आरपी खरे ने बताया कि "रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर तीसरी पिट लाइन बनाई जा रही है। इसका 95 फीसदी काम पूरा हो चुका है। खरे ने बताया कि निर्माण कंपनी ने 30 जून 2025 तक तीसरी पिट लाइन रेलवे को सौंपने का दावा किया है। हालांकि, तीसरी पिट लाइन पूरी तरह से तैयार होने में अगस्त-सितंबर तक का समय लग सकता है। आरपी खरे ने बताया कि जैसे ही तीसरी पिट लाइन तैयार होगी, उसे पूरा कर लिया जाएगा।
7 साल बाद भी 10 करोड़ रुपए की पिट लाइन अधूरी
बता दें कि रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर तीसरी पिट लाइन बनाने की मंजूरी वर्ष 2028 में मिली थी, लेकिन काम करीब छह से आठ महीने बाद शुरू हुआ। अब 7 साल बाद भी आरकेएमपी में तीसरी पिट लाइन अधूरी है। उधर, एससीएम और भोपाल मंडल के प्रवक्ता नवल अग्रवाल ने बताया कि रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के पास आरओएच शेड बनाया जा रहा है, जहां वंदे भारत ट्रेन का मेंटेनेंस किया जाएगा। इसके साथ ही अन्य ट्रेनों का भी मेंटेनेंस किया जाएगा, जो संभवत: सितंबर माह के बाद शुरू हो जाएगा। इसे बनाने में करीब 10 करोड़ रुपए की लागत आई है।
जर्मन तकनीक से बने कोचों की होगी मरम्मत
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि यह केमटेक डिजाइन की पिट लाइन है, जो पुरानी दो लाइनों के मुकाबले तकनीकी संसाधनों से लैस है। जिस पर जर्मन कंपनी लिंक हॉफमैन बुश (एलएचबी) के तकनीकी सहयोग से बनाए जा रहे नए कोचों की आसानी से मरम्मत की जा सकेगी। यहां एलएचबी कोच वाली ट्रेनों की ओवरहालिंग की जाएगी। तीसरी पिट लाइन की ऊंचाई अधिक है, जिसमें रेलवे कर्मचारी कोचों के नीचे खड़े होकर आसानी से मरम्मत का काम कर सकेंगे। इसमें मशीनों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने के लिए पाथवे बनाए गए हैं। इस पिट लाइन में कम समय में अधिक ट्रेनों का मेंटेनेंस किया जा सकेगा।
बिजली कर्मियों के भविष्य निधि खाते की शेष राशि पर ब्याज दर तय
9 May, 2025 01:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी द्वारा कार्मिकों के भविष्य निधि खाते की शेष राशि पर वार्षिक ब्याज दर तय कर दी गयी हैं। मध्यप्रदेश विद्युत मंडल कर्मचारी भविष्य निधि न्यास की 91वीं बैठक में लिए गए निर्णय के बाद जारी आदेश के अनुसार मध्यप्रदेश विद्युत मंडल कर्मचारी भविष्य निधि न्यास के वित्तीय वर्ष 2024-25 में सेवारत/दिवंगत अथवा सेवानिवृत होने वाले कार्मिकों के भविष्य निधि खाते की शेष राशि पर 9.50 प्रतिशत (साढ़े नौ प्रतिशत) वार्षिक दर से ब्याज का भुगतान किया जाएगा। इसी तरह से वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए प्रावधिक रूप से 9 प्रतिशत वार्षिक ब्याज दर से भुगतान किया जाएगा।
मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में बसे तेंदुए एक बार फिर अभयारण्य की सीमा से बाहर निकले
9 May, 2025 12:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शिवपुरी: मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में बसाए गए चीतों ने एक बार फिर अभयारण्य की सीमा से बाहर चले गए हैं। कल रात पांच चीतों का समूह पार्क से बाहर निकल गया था। इसे बाद आज सुबह ये शिवपुरी जिले के पोहरी तक पहुंच गए हैं। चीतों को देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई है।
चीता धीरा गर्भवती, पखवाड़े भीतर कुनबा बढ़ने की संभावना
कूनो नेशनल पार्क में एक और मादा चीता धीरा गर्भवती है। अगले एक पखवाड़े में उसके संभावित प्रसव से यहां शावकों की संख्या में और इजाफा हो सकता है। वर्तमान में 10 वयस्क चीते और 19 शावक हैं। इन्हीं में से दो चीता प्रभाष व पावक को मंदसौर के गांधीसागर अभयारण्य भेजा गया है।
नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाए गए 20 चीतों में 10 मादा चीता थीं। इनमें से जीवित सात मादा चीतों में से अब केवल नाभा चीता ही शेष है, जो गर्भवती नही हुई है। भारत में पैदा हो रहे शावकों की बढ़ती संख्या से चीता पुनर्वास परियोजना को मजबूती मिली है।
दो साल की हो चुकी है मुखी
सबसे पहले ज्वाला चीता ने चार शावकों को जन्म दिया था, जिसमें से तीन की मौत हो गई थी, जबकि एक मादा शावक मुखी जिंदा बची थी, जो अब दो साल की हो चुकी है। ज्वाला इसके अलावा चार और शावकों को भी जन्म दे चुकी है।
विशेष निगरानी की जा रही है
आशा के तीन, गामिनी के चार, वीरा के दो, निर्वा के पांच शावक हैं। अब मादा चीता धीरा के गर्भवती होने की खुशखबरी से पार्क प्रबंधन ने उसे खुले जंगल से पकड़कर बाड़े में छोड़ा है। सिंह परियोजना के मुख्य वन संरक्षक उत्तम कुमार शर्मा के अनुसार मादा चीता धीरा को बाड़े में रखकर विशेष निगरानी की जा रही है।
बाड़े में 13 चीता हो गए
बाड़े में अब 13 चीता हो गए हैं। धीरा कुछ दिन पहले कूनो की सीमा से बाहर निकलकर कराहल के वन क्षेत्र तक पहुंच गई थी। इसलिए भी एहतियातन यह कदम उठाया गया है। खुले जंगल में ज्वाला के शावकों सहित कुल 16 चीता हैं। दस दिन पहले ही कूनो में निर्वा चीता ने पांच शावकों को जन्म दिया है, जो पूरी तरह स्वस्थ हैं।
पहले भी निकले थे सीमा से बाहर
दरअसल, ज्वाला और उसके चार बच्चे शनिवार शाम को पहली बार कूनो नेशनल पार्क की सीमा से बाहर निकले थे। रविवार दोपहर तक वे वापस जंगल में चले गए थे। लेकिन, रविवार रात को वे फिर से वीरपुर तहसील के श्यामपुर गांव के पास दिखाई दिए। वे श्योपुर-ग्वालियर ब्रॉडगेज रेल ट्रैक से लगभग 1 किलोमीटर दूर थे।
लाठी-डंडे और पत्थर लेकर टूट पड़े गांव वाले
ग्रामीणों ने चीतों को भगाने के लिए लाठियां उठाई। जब चीतों ने गाय पर हमला किया, तो लोगों ने उन्हें पत्थर मारे। सोमवार सुबह, ये पांचों चीते कूनो सायफन के पास से होते हुए कूनो नदी में पहुंचे। वे निर्माणाधीन रेलवे पुल के नीचे काफी देर तक बैठे रहे। इस दौरान, वहां से गुजरने वाले लोग चीतों को देखने के लिए जमा हो गए।
गाय पर हमले से गुस्से में आए ग्रामीण
मादा चीता और उसके बच्चे एक-एक करके रास्ता पार कर रहे थे। तभी उन्होंने एक गाय पर झपट्टा मारा। गाय पर हमला होते देख ग्रामीण गुस्से में आ गए। वे लाठी लेकर दौड़े और चीतों को पत्थर मारने लगे। चीता ज्वाला ने काफी देर तक गाय का गला पकड़ रखा था। लेकिन, जैसे ही उसे पत्थर लगा, उसने गाय को छोड़ दिया और अपने बच्चों के साथ भाग गई।
रेल ट्रैक के पास लगी लोगों की भीड़
घटना के बाद, सुबह लगभग 10 बजे, चीतों का दल कूनो पुल क्षेत्र से निकल वीरपुर के तिललिडेररा क्षेत्र में पहुंच गया। निर्माणाधीन श्योपुर-ग्वालियर ब्रॉडगेज रेल ट्रैक के पास चीतों को देखने के लिए भीड़ जमा हो गई।
एक महीने पहले ही छोड़ा गया था
ज्वाला और उसके शावकों को 21 फरवरी को खजूरी क्षेत्र के जंगल में छोड़ा गया था। एक महीने तक वे पार्क की सीमा में ही रहे। चीतों के बाहर निकलने पर, क्षेत्र के चीता मित्रों और उनकी टीम ने आसपास के लोगों को जागरूक किया। उन्होंने लोगों को बताया कि चीते लोगों पर हमला नहीं करते हैं। उन्होंने लोगों से चीतों को न भगाने और उनकी सुरक्षा का ध्यान रखने की अपील की। बीते दो दिन से चीतों का समूह इस इलाके में डेरा डाले हुए है।
शिवपुरी में सिंधिया ने भरा जोश और आत्मविश्वास, कहा-भारत अब पीछे हटने वाला नहीं
9 May, 2025 10:35 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शिवपुरी: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया 4 दिवसीय दौरे पर संसदीय क्षेत्र शिवपुरी पहुंचे. यहां ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरुवार रात एक ऐसा बयान दिया, जिसने देशवासियों में जोश और आत्मविश्वास भर दिया. उन्होंने कहा कि "अब आतंकवाद को जड़ से मिटाने का सफर शुरू हो चुका है और इसमें पूरा देश भारत के साथ खड़ा है."
शहीद जवान के घर पहुंचे ज्योतिरादित्य सिंधिया
केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अरुणाचल प्रदेश में शहीद हुए आईटीबीपी जवान गौरव सेंगर के निवास पर पहुंचे. यहां उन्होंने शोक संतप्त परिवार से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया और शहीद जवान गौरव को श्रद्धांजलि दी. बता दें कि आईटीबीपी के जवान गौरव सेंगर हाल में अरुणाचल प्रदेश में शहीद हो गए थे. परिजनों के अनुसार, गौरव ने 28 अप्रैल को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी बताई थी. यूनिट के द्वारा अस्पताल में भर्ती कराने के बाद 28 अप्रैल को ही रात 12.45 बजे उनका निधन हो गया. उनके अंतिम दर्शन के दौरान बड़ी संख्या में लोग उमड़े थे. पूरे जिले में शोक और गर्व का माहौल बना रहा.
'अब भारत चुप बैठने वाला नहीं'
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर कहा कि "जिस प्रकार हमारे वीर सैनिकों ने हाल ही में अपने साहस और रणनीति से आतंक के गढ़ में घुसकर जवाब दिया है, वह हर भारतीय के दिल में गर्व भर देता है. भारत अब चुप बैठने वाला नहीं है. प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश ने आतंकवाद को जड़ से खत्म करने का संकल्प ले लिया है और इस लड़ाई में पूरा देश एकजुट है."
आतंकवाद के लिए धरती पर कोई जगह नहीं
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि "यह लड़ाई किसी एक सीमा की नहीं बल्कि मानवता की रक्षा की लड़ाई है. शहीद गौरव सेंगर जैसे बहादुर सपूतों की शहादत हमें याद दिलाती है कि आजादी और सुरक्षा की कीमत क्या होती है. अब आतंकवाद के लिए इस धरती पर कोई जगह नहीं है. यह निर्णायक समय है और भारत अब पीछे हटने वाला नहीं है."
मध्य प्रदेश के कर्मचारियों को मिलेगा 55% डीए, पेंशनर्स के DR में भी तगड़ा जंप
9 May, 2025 09:33 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: मध्य प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए अच्छी खबर है. दरअसल मोहन सरकार ने कर्मचरियों को दिए जाने वाले मंहगाई भत्ते और पेंशनर्स को दी जाने वाली मंहगाई राहत में बढ़ोत्तरी कर दी है. अब अगले महीने से कर्मचारियों के वेतन और पेंशनर्स की पेंशन के साथ बढ़ी हुई राशि मिलने लगेगी. वहीं, डीए और डीआर का भुगतान कर्मचारियों और पेंशनर्स को 5 किस्तों में किया जाएगा. इसका आदेश गुरुवार को वित्त विभाग के उपसचिव पीके श्रीवास्तव ने जारी किया है.
सरकारी कर्मचारियों को अब 55 प्रतिशत डीए
राज्य सरकार द्वारा जारी किए गए आदेश में लिखा है कि सातवें वेतनमान के तहत सरकारी कर्मचारियों को फरवरी 2024 से 50 प्रतिशत मंहगाई भत्ता दिया जा रहा है. जिसे एक जुलाई 2024 से 53 प्रतिशत और 1 जनवरी 2025 से 55 प्रतिशत का भुगतान किया जाएगा. शासकीय सेवकों को मंहगाई भत्ते में वृद्धि का लाभ 1 मई 2025 से एवं जुलाई 2024 से 30 अप्रैल 2025 तक के एरियर का भुगतान 5 समान किश्तों में क्रमशः जून, जुलाई, अगस्त, सितंबर और अक्टूबर 2025 में किया जाएगा. वहीं 1 जुलाई 2024 से 31 मई 2025 की अवधि में शासकीय सेवक सेवानिवृत्त हो गए हैं, या मृत हो गए हैं, उनके नामांकित सदस्य को एरियर का भुगतान एकमुश्त किया जाएगा.
पेंशनर्स का 3 और 7 प्रतिशत बढ़ा डीआर
वित्त विभाग ने पेंशनर्स और पारिवारिक पेंशनर्स को भी डीआर बढ़ाने का निर्णय लिया है. इसके तहत छठवां वेतनमान पा रहे कर्मचारियों का डीआर 7 प्रतिशत बढ़ाया गया है. जिसके बाद उनकी मंहगाई राहत 246 प्रतिशत हो जाएगी. जबकि सातवें वेतनमान वाले पेंशनर्स और उनके परिवारों की पेंशन में 3 प्रतिशत मंहगाई राहत में वृद्धि की गई है. अब सातवें वेतनमान वालें पेंशनर्स और उनके परिवारों को 53 प्रतिशत डीआर मिलेगा. इनको 1 मार्च 2025 से डीआर का लाभ दिया जाएगा. यानि पेंशनर्स और उनके आश्रितों को केवल एक महीने का एरियर मिलेगा.
55 प्रतिशत डीए होने के बाद इतनी मिलेगी सैलरी
मान लीजिए कि आपका मूल वेतन 25,000 रु है. वहीं, अबतक 50 प्रतिशत के हिसाब से 12,500 रु महंगाई भत्ता दिया जा रहा था. ऐसे में जनवरी 2025 के बाद 5 प्रतिशत डीए बढ़ने से कुल डीए 25,000 रु. का 55 प्रतिशत यानी 13,750 रु होगा. यानी हर महीने 1250 रु की बढ़ोत्तरी होगी. एरियर में एक साथ ये राशि मिलने से कर्मचारियों को काफी राहत मिलेगी. हालांकि, जुलाई 2024 से दिसंबर 2024 तक 3 प्रतिशत के हिसाब से डीए जोड़ा जाएगा. वहीं, जनवरी 2025 के बाद 2 प्रतिशत के हिसाब से. डीए बढ़ने के बाद कर्मचारियों की सैलरी में बढ़त ग्रेड पे के हिसाब से भी होगी. यानी जितनी ज्यादा बेसिक सैलरी होगी डीए और वेतन उतना बढ़ेगा.
शहीद की पत्नी ने बताई 'सिंदूर' की कीमत, कहा- भारतीय सेना ने सिंदूर का लिया बदला
9 May, 2025 08:27 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
=छतरपुर: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने 22 अप्रैल को 26 पर्यटकों की हत्या कर दी थी. जिसके विरोध में भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर बदला लिया है. इस ऑपरेशन के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकवादी ठिकानों को तबाह कर दिया है. इसमें करीब 100 आतंकवादियों के मारे जाने की खबर है.
'हमें गर्व है भारतीय सेना पर'
ऑपरेशन सिंदूर का नाम अपने आप में बेहद भावुक और गहरा है. ये शब्द उस दर्द को बयां करता है, जिन्होंने 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम हमले में अपने सुहाग को हमेशा के लिए खो दिया था. भारत सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए अपने नागरिकों की खासकर उन महिलाओं की गरिमा को फिर से स्थापित किया जिन्होंने अपने पतियों को आतंकी हमले में खो दिया था. ऑपरेशन सिंदूर को लेकर छतरपुर में रहने वाली शहीद की पत्नी रामरती बाई ने भारतीय सेना और पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि हमें सेना पर गर्व है.
पीएम ने शहीदों की विधवाओं को दिलाया न्याय
शहीद की पत्नी रामरती बाई ने कहा, "25 साल पहले देश के दुश्मनों ने मेरी मांग का सिंदूर उजाड़ दिया था. सिंदूर की कीमत हम जानते हैं या वह महिलाएं जानती हैं जिन्होंने पहलगाम में अपना सिंदूर अपनी आंखों के सामने उजड़ता देखा था. पीएम मोदी और भारतीय सेना ने ऑपरेशन का नाम 'सिंदूर' रखकर उन सभी महिलाओं के साथ न्याय किया है, जिनका सुहाग देश के दुश्मनों ने उजाड़ा है."
आतंकवादियों को जड़ से खत्म कर देना चाहिए
बता दें कि छतरपुर जिले के ग्राम कर्री निवासी रामरती बाई अपने परिवार के साथ छतरपुर के पन्ना नाके के पास रह रही हैं. जब ईटीवी भारत की टीम ने उनके घर जाकर ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बातचीत की तो उनका दर्द छलक पड़ा. उन्होंने हाथ जोड़कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से देश के दुश्मनों और आतंकियों को धरती से मिटा देने का आग्रह किया. रामरती ने कहा,"आतंकवादियों को चुन-चुनकर मार देना चाहिए."
शहीद की पत्नी ने बताया कैसे उजड़ा सिंदूर
रामरती बाई ने बताया, "हरिलाल अहिरवार सीआरपीएफ में सेवा दे रहे थे. उनकी ड्यूटी मध्य प्रदेश के शिवपुरी में थी, लेकिन बिहार में शांतिपूर्वक चुनाव कराने के लिए एक टीम को भेजा गया था, जहां उनकी ड्यूटी बिहार के करकट गढ़ में चुनाव कराने में लगी थी. इसी दौरान 11 फरवरी 2000 को 5 गाड़ियों के काफिले पर माओवादियों ने हमला कर दिया था. बारूद से सेना की गाड़ियों को उड़ा दिया था, जिसमें 12 जवान शहीद हुए थे. वहीं इस हमले में हरिलाल अहिरवार जख्मी हालत में गाड़ी से बाहर निकले और दुश्मनों से लोहा लेते हुए सीने पर गोली खाकर शहीद हो गए थे. बता दें कि साल 1988 में शहीद हरिलाल अहिरवार सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे."
मध्यप्रदेश में कृषि और उद्योग का समन्वय आत्मनिर्भरता की दिशा में दूरगामी पहल : प्रभारी मंत्री काश्यप
8 May, 2025 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : एमएसएमई और भोपाल जिले के प्रभारी मंत्री चैतन्य काश्यप ने कहा है कि मध्यप्रदेश में कृषि और उद्योग के समन्वय का अनूठा प्रयोग प्रदेश के आर्थिक परिदृश्य में नई क्रांति ला रहा है। कोर्टयार्ड बाय मैरियट में आयोजित “मध्यप्रदेश में गन्ना फसल एवं शुगर कारखानों के सतत् विकास” सम्मेलन में मंत्री काश्यप ने कहा कि खेती भारत की आत्मा है और एमएसएमई विभाग के माध्यम से शुगर फैक्ट्रियों की स्थापना से किसानों को बेहतर मार्केटिंग, तकनीकी सहायता एवं वित्तीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। इससे ग्रामीण आर्थिक विकास को नई गति मिल रही है।
सम्मेलन में प्रदेश के एमएसएमई और कृषि विभाग के अधिकारी, उद्योगपति तथा किसान प्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। मंत्री काश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा 3 मई को मंदसौर में आयोजित बड़े कृषि समारोह में कृषि मेले में उद्योगों को शामिल करने का यह पहला प्रयास मध्यप्रदेश की नई दृष्टि को दर्शाता है। उन्होंने बताया कि सिंचित क्षेत्र 7 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 55 से 60 लाख हैक्टेयर तक पहुंच गया है, जिससे प्रदेश की जीडीपी में कृषि का योगदान उल्लेखनीय रूप से बढ़ा है।
प्रभारी मंत्री काश्यप ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों को अधिक से अधिक लाभ पहुंचाने और उत्पादकता के साथ जीडीपी वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए कटिबद्ध है। शुगर मिलों में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिये भूमि, बिजली और ऋण योजनाओं में विशेष रियायतें दी जा रही हैं। इससे कृषि क्षेत्र को बल मिलेगा, बेरोजगारी में कमी आएगी और आर्थिक समृद्धि के नए आयाम खुलेंगे।
प्रभारी मंत्री काश्यप ने अपने वक्तव्य में स्पष्ट किया कि कृषि और उद्योग का यह सम्मिलन आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश की दिशा में एक सकारात्मक और दूरदर्शी पहल है, जो किसानों और उद्योग दोनों के लिए लाभकारी सिद्ध होगी।