मध्य प्रदेश
नियुक्ति के लिए आश्रित परिवारों को भटकना नहीं पड़े इसके लिए मोहन सरकार ने 'अनुकंपा' नाम से पोर्टल तैयार किया
7 Apr, 2025 11:41 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: मध्य प्रदेश में अनुकंपा नियुक्ति के लिए आश्रित परिवारों को सरकारी विभागों के चक्कर नहीं काटने होंगे. अनुकंपा नियुक्ति की प्रक्रिया आसानी से पूरी हो जाए और आश्रित को भटकना न पड़े इसके लिए राज्य शासन द्वारा एक नया ऑनलाइन पोर्टल तैयार किया गया है. इसके जरिए आश्रितों को जल्द से जल्द अनुकंपा नियुक्ति का लाभ मिल सकेगा. इस पोर्टल में हर जिले के अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरणों को अपलोड किया जाएगा. साथ ही पोर्टल पर विभागों में खाली पदों को भी प्रदर्शित किया जाएगा. इससे यह पता लगाना आसान होगा कि किस विभाग में कितने पद खाली हैं, जहां अनुकंपा नियुक्ति की जा सकती है.
समस्या जानने अलीराजपुर का मामला जानिए
अनुकंपा नियुक्ति के लिए आश्रितों को महीनों परेशान होना पड़ रहा है. मध्य प्रदेश के अलीराजपुर जिले में आदिम जाति विभाग के सरकारी स्कूल में पढ़ाने वाले टीचर संजय शर्मा का बीमारी के चलते निधन हो गया. परिवार दुःख से उबरा तो मां ने बेटे को अनुकंपा नियुक्ति का लाभ दिलाने के लिए स्कूल और फिर जिला शिक्षा विभाग के चक्कर काटना शुरू किया. बताया गया कि जिले में आदिम जाति विभाग के स्कूलों में बाबू के भी रिक्त पद नहीं हैं.
साल भर में भी नहीं पता चला कहां है पद खाली
3 माह चक्कर लगाने के बाद महिला को बताया गया कि जिले के दूसरे विभाग में खाली पदों पर भर्ती हो सकती है लेकिन इसके लिए विभाग से एनओसी लेना पड़ेगी. महिला ने विभाग से एनओसी के लिए जिले के माध्यम से प्रस्ताव भोपाल मुख्यालय प्रस्ताव भिजवाया. जिले से आदिम जाति संचालनालय और फिर मंत्रालय से एनओसी के बाद जिले तक प्रस्ताव पहुंचने में ही 5 माह लग गए. बाद में जब अलीराजपुर कलेक्टर कार्यालय में आवेदन दिया तब बताया गया कि जिले में कोई भी सामान्य वर्ग के पद खाली नहीं हैं.
महिला ने कलेक्टर से लगाई गुहार
इसके बाद महिला ने सीधे कलेक्टर से गुहार लगाई तो कलेक्टर ने जिले के स्कूल में प्रयोगशाला सहायक के पद पर अनुकंपा नियुक्ति दिलाई. लेकिन इसमें महिला को करीबन एक साल भटकना पड़ गया. ऐसी स्थिति अधिकांश अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त करने वालों के साथ बनती है और वे सालों भटकते रहते हैं.
'उम्मीद है कि पोर्टल से उनको राहत मिलेगी'
तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री उमाशंकर तिवारी कहते हैं कि "प्रदेश में अनुकंपा नियुक्ति के मामले हजारों की संख्या में पेंडिंग हैं. आश्रितों को इसके लिए भटकना पड़ रहा है. उम्मीद है कि पोर्टल से उनको राहत मिलेगी."
पोर्टल से यह समस्या होगी दूर
प्रदेश में अभी अनुकंपा नियुक्ति के सभी आवेदन ऑफलाइन मंगाए जाते हैं. लेकिन अब राज्य सरकार अनुकंपा के सभी आवेदन ऑनलाइन ही बुलाएगी. इसके लिए मध्य प्रदेश विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी विभाग ने 'अनुकंपा' नाम से एक पोर्टल तैयार किया है. इस पोर्टल के संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने सभी विभागों को पत्र भेजकर इस पोर्टल के बारे में जानकारी दी है.
इसमें कहा गया है कि अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरणों को पारदर्शी और समय सीमा में निराकरण करने के लिए इस पोर्टल को तैयार किया गया है. आवेदकों का निराकरण, जांच और सत्यापन कर इसका निराकरण किया जा सकेगा. साथ ही आवेदनों की मॉनिटरिंग भी की जा सकेगी. पोर्टल के संबंध में भोपाल में 8 और 9 अप्रैल को ट्रेनिंग कार्यक्रम भी रखा गया है.
लंदन के कार्डियोलाॅजिस्ट के नाम पर फर्जी डाॅक्टर करता रहा दिल के मरीजों का इलाज और ऑपरेशन, 12 मरीजों की मौत का आरोप
7 Apr, 2025 09:40 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दमोह: मिशन अस्पताल में दिल के मरीजों के साथ खिलवाड़ करने का मामला सामने आया है. दरअसल मिशन अस्पताल में लंदन के कार्डियोलाॅजिस्ट डाॅ एनजोन केम के नाम पर एक फर्जी डाॅक्टर ने करीब ढाई महीने काम किया. इस दौरान करीब 15 हार्ट सर्जरी करने और इनमें से 12 मरीजों की मौत होने के आरोप लग रहे हैं. हांलाकि इस मामले में सीएमएचओ ने प्रारंभिक जांच में 2 मौतों की बात कही है. बताया जा रहा है कि इस मामले में राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग की टीम दमोह पहुंचकर जांच करने वाली है. इधर कलेक्टर ने मामले की जांच होने पर सही स्थिति बताए जाने की बात कही है.
लंदन के कार्डियोलाॅजिस्ट के नाम पर फर्जी डॉक्टर
दमोह के मिशन अस्पताल पर आरोप लगे हैं कि यहां पर लंदन के कार्डियोलाॅजिस्ट डाॅ एनजोन केम के नाम पर एक फर्जी डाॅक्टर ने लोगों का इलाज किया और यहां तक कि 15 सर्जरी कर डाली. इतना ही नहीं, बताया जा रहा है कि दिसंबर 2024 से फरवरी 2025 के बीच इन 15 लोगों में से 7 मरीजों की मौत भी हो चुकी है. हांलाकि जिले के सीएमएचओ डाॅ मुकेश जैन और डीएचओ डाॅ विक्रम चौहान ने अब तक सिर्फ 2 मौतों की पुष्टि की है और जांच चलने तक कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है.
फर्जी डाॅक्टर नरेन्द्र यादव हुआ फरार
मामला सामने आने के बाद फर्जी डाॅक्टर नरेन्द्र यादव फरार हो गया है. बाल कल्याण समिति ने डाॅ नरेन्द्र यादव पर फर्जी ऑपरेशन करने के आरोप लगाए हैं. नरेन्द्र यादव पर आरोप है कि उसने लंदन के डॉक्टर एनजोन केम के नाम से अस्पताल में नौकरी की और हार्ट पेशेंट की सर्जरी की.
जांच में देरी के चलते मानव अधिकार में शिकायत
इस मामले में शिकायतकर्ता एडवोकेट दीपक तिवारी ने जांच में देरी के चलते मार्च में मानव अधिकार आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी. दीपक तिवारी का कहना है कि "अगर गंभीरता से जांच की जाए, तो मौतों का आंकड़ा अभी और बढ़ेगा. वहीं राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग ने घटना को गंभीरता से लेते हुए जल्द ही जांच टीम दमोह भेजने की बात कही है. जिसकी रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी."
बाल संरक्षण आयोग के पूर्व अध्यक्ष ने उठाया मामला
बाल संरक्षण आयोग के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने सोशल मीडिया पर इस मामले का खुलासा करते हुए कहा है कि अस्पताल प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना से जुड़ा है, जहां बडे पैमाने पर सरकारी राशि के दुरुपयोग की संभावना है.
क्या कहते हैं जिम्मेदार
इस मामले में अस्पताल की मैनेजर पुष्पा खरे ने सर्जरी और मौतों के गलत आंकड़े पेश किए जाने की बात कही है. वहीं कलेक्टर सुधीर कोचर ने जांच के बाद स्थिति स्पष्ट होने की बात कही है. वहीं सीएमएचओ डाॅ मुकेश जैन का कहना है कि जांच होने तक मामला गोपनीय रखने के लिए कहा गया है. जांच के बाद ही कोई टिप्पणी कर पाएंगे.
मुरैना में बाइक पर सवार काम पर निकले बाप बेटे की सड़क हादसे में मौत, परिजन ने सड़क जाम कर की आर्थिक सहायता की मांग
7 Apr, 2025 09:40 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुरैना: घर से काम पर निकले बाप-बेटे की सड़क हादसे ने जान ले ली. घटना नेशनल हाईवे 44 पर बानमोर थाना के पास हुई. बताया जा रहा है कि बाइक पर सवार बाप-बेटे को पहले ट्रैक्टर ट्रॉली ने टक्कर मार दी. जिससे वे बीच सड़क पर जा गिरे. तभी पीछे से आ रहे कंटेनर ने उन्हें कुचल दिया. जिससे मौके पर ही दोनों की मौत हो गई. इस घटना से गुस्साए परिजनों ने हाईवे पर जाम लगा दिया और आर्थिक सहायता की मांग की.
कंटेनर को जब्त कर थाने ले गई पुलिस
दरअसल, बानमौर कस्बे के रहने वाले सुरेश प्रजापति रविवार सुबह अपने बेटे लंकेश प्रजापति के साथ बाइक पर सवार होकर अपनी रोजी-रोटी के लिए काम पर निकले थे. तभी सड़क पर रेत से भरे ट्रैक्टर ट्राली के चालक ने अपनी लापरवाही के कारण बाइक सवारों को टक्कर मार दी. टक्कर लगते ही दोनों बाप-बेटा उछलकर बीच सड़क पर गिर गए. इसी समय पीछे एक कंटेनर आ रहा था, जिसने दोनों को अपनी चपेट में ले लिया. बाप-बेटा दोनों उस कंटेनर के पहिया के नीचे दब गए, जिससे उनकी मौत हो गई. घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और कंटेनर को जब्त कर थाने ले आई है.
परिजन ने किया चक्का जाम
घटना की खबर लगते ही मृतक के परिजन मौके पर पहुंचे और आर्थिक सहायता राशि की मांग करते हुए हाईवे पर जाम लगा दिया. परिजन ने बताया कि दोनों की मौत के बाद अब घर पर कमाने वाला कोई नहीं बचा है. इस पूरे मामले की सूचना मिलते ही मौके पर एसडीओपी बिंदु परमार पहुंच गई. उन्होंने अधिकारियों से बातचीत करने के बाद मृतक के परिजनों को रेड क्रॉस सोसायटी से 10-10 हजार रुपये की आर्थिक सहायता राशि तत्काल उपलब्ध कराया. जिसके बाद समझाइश देकर यातायात बहाल कराया.
एसडीओपी बिंदु परमार ने बताया कि "बाप-बेटे बाइक पर सवार होकर काम पर जा रहे थे. जिनकी सड़क हादसे में मौत हो गई है. घटना में शामिल कंटेनर को जब्त कर थाने में रखवा दिया गया है. लेकिन ट्रक चालक फरार हो गया है."
मंत्री टेटवाल को डी लिट की मानद उपाधि से किया गया सम्मानित
6 Apr, 2025 10:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : शिक्षा, तकनीकी नवाचार और कौशल विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए कौशल विकास एवं रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतम टेटवाल को अमलतास विश्वविद्यालय, देवास के दीक्षांत समारोह में डॉक्टर ऑफ लिटरेचर (D.Litt.) की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया।
मंत्री टेटवाल को यह उपाधि शिक्षा को रोजगारोन्मुख बनाने, युवाओं को तकनीकी दक्षता से जोड़ने तथा आधुनिक और व्यावहारिक शिक्षा व्यवस्था को बढ़ावा देने के उनके सतत प्रयासों के लिए प्रदान की गई है।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. इंदर सिंह परमार ने उन्हें डी. लिट की मानद उपाधि प्रदान कर सम्मानित किया। मंत्री मंत्री टेटवाल ने कहा कि यह सम्मान उनके लिए जीवन का गौरवपूर्ण क्षण है। उन्होंने कहा कि यह केवल उनका व्यक्तिगत नहीं, बल्कि उन सभी शिक्षकों, विद्यार्थियों, तकनीकी विशेषज्ञों और युवाओं का सम्मान है, जो अपने ज्ञान व कौशल के माध्यम से प्रदेश और देश के विकास में योगदान दे रहे हैं। मंत्री टेटवाल ने कहा कि शिक्षा और तकनीक आज के युग की सबसे बड़ी शक्ति है और उनका सदैव प्रयास रहा है कि शिक्षा को रोजगार से जोड़ते हुए युवाओं को आत्मनिर्भर बनाया जाए।
मंत्री टेटवाल सारंगपुर विधानसभा क्षेत्र से दूसरी बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। उनके नेतृत्व में मध्यप्रदेश में तकनीकी शिक्षा, औद्योगिक प्रशिक्षण एवं डिजिटल कौशल के क्षेत्र में कई नवाचार हुए हैं। उन्होंने प्रदेश में नई तकनीकी संस्थाओं की स्थापना, नवीन रोजगारपरक पाठ्यक्रमों की शुरुआत तथा ग्रामीण-शहरी युवाओं को आधुनिक शिक्षा से जोड़ने के लिए निरंतर प्रयास किए हैं।
दीक्षांत समारोह में बड़ी संख्या में विद्यार्थियों, अभिभावकों, शिक्षाविदों और तकनीकी विशेषज्ञों की उपस्थिति रही। अमलतास विश्वविद्यालय परिवार द्वारा मंत्री टेटवाल को इस उपलब्धि पर बधाई और शुभकामनाएं दी गईं।
जल संरक्षण के कार्यों में समाज के प्रत्येक वर्ग का मिल रहा है सहयोग
6 Apr, 2025 10:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : प्रदेश में 30 मार्च से शुरू किये गये जल गंगा संवर्धन अभियान को अब समाज के प्रत्येक वर्ग का सहयोग मिल रहा है। अभियान के जरिये कुओं, नदियों, तालाबों, बावड़ियों के साथ स्टॉप डेम के आसपास साफ-सफाई और गहरीकरण के कार्य को प्राथमिकता के साथ किया जा रहा है। जन-भागीदारी के कार्यों में प्रशासनिक अमला भी कँधे से कँधा मिलाकर सहयोग कर रहा है।
छोटा तालाब के कुण्ड में चलाया गया स्वच्छता अभियान
छिंदवाड़ा में कलेक्टर शीलेंद्र सिंह के निर्देशन में जन-अभियान परिषद ने छोटा तालाब के कुण्ड की साफ-सफाई का कार्य शुरू किया। कार्य में नगर निगम के स्वच्छता ब्रॉण्ड एम्बेसडर विनोद तिवारी, विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारियों और वॉलेंटियर्स ने श्रमदान किया। कुण्ड में पॉलिथीन और बेकार सामग्री को हटाया गया। सफाई कार्य के दौरान नागरिकों को शहर के खूबसूरत छोटे तालाब को साफ रखने का संकल्प दिलाया गया। जन-अभियान परिषद के जिला समन्वयक अखिलेश जैन ने बताया कि जल गंगा संवर्धन अभियान 30 जून तक निरंतर जारी रहेगा। परिषद के सहयोग से जिलेभर में नुक्कड़ नाटक एवं अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिये जन-सामान्य में जल-स्रोतों को साफ रखने के प्रति जन-जागरूकता लायी जायेगी।
ग्राम पंचायत ननासा में जल-स्रोतों की साफ-सफाई
देवास जिले में कलेक्टर ऋतुराज सिंह और जिला पंचायत सीईओ हिमांशु प्रजापति की देख-रेख में जल गंगा संवर्धन अभियान में जल-स्रोतों की सफाई का कार्य हाथ में लिया गया है। ग्राम पंचायत ननासा में तालाब के गहरीकरण का कार्य किया गया। बागली विकासखण्ड की ग्राम पंचायत हैदरपुर में जन-सहयोग से नदी-नालों के गहरीकरण का कार्य किया जा रहा है।
बावड़ी की सफाई कर स्वच्छता और जल संरक्षण का दिया संदेश
जन-अभियान परिषद के कार्यकर्ताओं ने धार जिले की ग्राम पंचायत तीसगाँव में प्राचीन बावड़ी की साफ-सफाई कर जन-सामान्य को स्वच्छता और जल संरक्षण का संदेश दिया। कार्यकर्ताओं ने श्रमदान के दौरान “स्वच्छ परिवेश, जुटेगा सारा देश’’ के नारे लगाये। ग्रामीण क्षेत्रों में जल-स्रोतों के संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ी है।
पानी को सहेजना हम सबकी जिम्मेदारी
शहडोल जिले में जल के संरक्षण और जल को सहेजने के लिये 30 जून तक जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया जा रहा है। जिले की ग्राम पंचायत पकरिया में विधायक जय सिंह मरावी के नेतृत्व में जन-जागरूकता का कार्यक्रम हुआ। विधायक मरावी ने कहा कि खेत का पानी खेत में, गाँव का पानी गाँव में रहे, इसके लिये मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जल गंगा संवर्धन अभियान चलाने का निर्णय लिया है।
अम्बाह शाखा नहर में सफाई कार्य
मुरैना सबलगढ़ के जल संसाधन कर्मचारियों ने अम्बाह शाखा नहर पर जल गंगा संवर्धन अभियान में सफाई कार्य के लिये श्रमदान किया। कर्मचारियों ने नहर में लगी झाड़ियों को साफ किया। मुरैना जिले में जल-स्रोतों की पहचान की गयी है, जहाँ बावड़ियों, तालाबों, नदियों में जन-भागीदारी से सफाई के साथ गहरीकरण का कार्य किया जाना है। इन कार्यों में जन-भागीदारी बढ़ाने के लिये जागरूकता कार्यक्रम प्रारंभ किये गये हैं।
बेहतर स्वास्थ्य सेवा के लिये राज्य सरकार प्रतिबद्ध : स्कूल शिक्षा मंत्री सिंह
6 Apr, 2025 10:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : स्कूल शिक्षा एवं परिवहन मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा है कि नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ देने के लिये राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य से जुड़ी सुविधाओं का लगातार विस्तार किया जा रहा है। मंत्री सिंह नरसिंहपुर जिले के विकासखण्ड साईंखेड़ा के अंतर्गत आने वाले ग्राम डुंगरिया में 65 लाख रुपये लागत से नव-निर्मित उप स्वास्थ्य केन्द्र और सीएचओ आवासीय भवन के लोकार्पण के बाद जन-समुदाय को संबोधित कर रहे थे।
मंत्री सिंह ने कहा कि इस स्वास्थ्य केन्द्र में मरीजों की बीपी, शुगर की जाँच, गर्भवती महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण और टीकाकरण किया जा सकेगा। मरीजों को यहाँ नि:शुल्क दवाइयाँ उपलब्ध रहेंगी। उन्होंने ग्रामीणों को आयुष्मान कार्ड के महत्व के बारे में बताया। जल गंगा संवर्धन अभियान की चर्चा करते हुए सिंह ने कहा कि इस महत्वपूर्ण कार्य में जिले में जन-भागीदारी अधिक से अधिक हो, इसके लिये सभी के प्रयास की जरूरत है। उन्होंने करीब 3 करोड़ 75 लाख रुपये लागत के पनागर से डुंगरिया मार्ग का भूमि-पूजन भी किया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नर्मदापुरम के दादा कुटी में प्रदेश की सुख-समृद्धि के लिए पूजा अर्चना की
6 Apr, 2025 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को नर्मदापुरम जिले के अवधूत दादा गुरु के दादा कुटी में पहुंचकर हवन कर पूजा-अर्चना की एवं प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दादा कुटी में 108 विभिन्न प्रजातियों के पौधों का पूजन-अर्चन किया एवं नर्मदा परिक्रमा पथ को विकसित करने एवं मां नर्मदा नदी के अविरल प्रवाह के लिए संकल्प लिया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अवधूत दादा गुरु के मार्गदर्शन में संतों के चित्र पर माल्यार्पण कर पूजन-अर्चन की। मुख्यमंत्री ने अवधूत दादा गुरू के साथ आध्यात्मिक चर्चा की एवं प्रदेश की सुख-समृद्धि के लिए निरंतर प्रयास करने का संकल्प लिया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार ने 30 मार्च से जल गंगा संवर्धन अभियान समूचे प्रदेश में प्रारंभ किया है। इस अभियान के तहत बंद एवं लुप्त हो चुकी जल संरचनाओं को पुनर्जीवित कर उन सभी जल संरचनाओं का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। अभियान के अंतर्गत मां नर्मदा के संपूर्ण परिक्रमा पथ को विकसित करने का संकल्प लिया गया है। साथ ही मां नर्मदा के अविरल प्रवाह के लिए भी संकल्प लिया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इस संकल्प में दादा गुरू का आर्शीवाद हमें प्राप्त हुआ है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नर्मदा पथ से होकर जाने वाले नर्मदा परिक्रमावासियों के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। उनके लिए धर्मशाला एवं अन्य व्यवस्थाएँ भी प्राथमिकता से की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे नर्मदा परिक्रमावासियों के लिए सभी आध्यात्मिक गतिविधियां सरल एवं सुगम हो सकेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश शासन प्रदेश के सभी तीर्थ स्थलों को सुव्यवस्थित एवं विकसित करनें के लिए कृत-संकल्पित है। उन्होंने प्रदेशवासियों को रामनवमी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे आज मैहर एवं चित्रकूट भी जा रहे हैं। आज चित्रकूट का गौरव दिवस है। भगवान श्रीराम ने अपने वनवास के कुछ वर्ष चित्रकूट में बिताये थे। चित्रकूट में रामनवमी के अवसर पर घर-घर में दीप प्रज्ज्वलित किये जाऐंगे।
इस अवसर पर दादा कुटी में सांसद दर्शन सिंह चौधरी, नर्मदापुरम विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा, सोहागपुर विधायक विजयपाल सिंह, पिपरिया विधायक ठाकुरदास नागवंशी, सिवनी मालवा विधायक प्रेमशंकर वर्मा, नगरपालिका नर्मदापुरम की अध्यक्ष श्रीमती नीतू महेन्द्र यादव सहित प्रीति पवन शुक्ला, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष अखिलेश खंडेलवाल, पूर्व जनपद अध्यक्ष श्रीमती संगीता सोलंकी, सहित जनप्रतिनिधि, अधिकारी और नागरिक मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव 8 अप्रैल को जनता को समर्पित करेंगे विवेकानंद नीडम आरओबी
6 Apr, 2025 09:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ग्वालियर में विवेकानंद नीडम के समीप नवनिर्मित आरओबी ( रेलवे ओवर ब्रिज) 8 अप्रैल को जनता को समर्पित करेंगे। इसके साथ ही इस आरओबी से विधिवत आवागमन शुरू हो जाएगा।
आरओबी की सुविधा जल्द से जल्द शहरवासियों सहित जिले की जनता को उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. यादव के निर्देश पर आरओबी पर विद्युतीकरण सहित रोशनी के लिए पोल व रेडियम लगाना, रोड फर्निशिंग एवं निर्धारित मानकों के अनुरूप सुगम यातायात के लिए शेष काम युद्ध स्तर पर पूरे किए जा रहे हैं। इस आरओबी के शुरू होने पर लश्कर, कम्पू, आमखो इत्यादि क्षेत्र के निवासी नाका चंद्रबदनी से विवेकानंद नीडम होते हुए कलेक्ट्रेट पहुँच सकेंगे। साथ ही आगरा-झाँसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर सीधे जा सकेंगे। इससे समय की बचत के साथ दूरी भी कम तय करनी पड़ेगी।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग पर प्रशिक्षण
6 Apr, 2025 09:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, भोपाल द्वारा कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से 7 से 9 अप्रैल तक 3 दिवसीय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग पर आधारित फसल उपज मॉडलिंग प्रशिक्षण का आयोजन विज्ञान भवन भोपाल मे किया जा रहा है। प्रशिक्षण में मध्यप्रदेश समेत देश के विभिन्न राज्यों के लगभग 100 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य कृषि क्षेत्र में तकनीकि विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में, आर्टिफिशल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग तकनीकि का प्रचलन बढ़ाना है| इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मॉडलों जैसे (SVM, Random Forest, Neural Network, CNN, XGB) तथा डीप लर्निंग तकनीकों पर, राष्ट्रीय सुदूर संवेदन केंद्र, इसरो, हैदराबाद, मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, भोपाल एवं महालनोबिस राष्ट्रीय फसल पूर्वानुमान केंद्र, नई दिल्ली के विशेषज्ञों द्वारा प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया जायेगा |
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग आधारित फसल उपज मॉडलिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रतिभागियों को रिमोट सेंसिंग तकनीकि का उपयोग करके सटीक फसल उपज अनुमान के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान प्रदान करने के उद्देश्य से तैयार किया गया है। इसका लक्ष्य फसल बीमा दावा निपटान प्रक्रियाओं में पारदर्शिता बढ़ाना है, जिससे प्रौद्योगिकी आधारित तकनीकि का प्रभावी रूप से क्रियान्वयन किया जा सके। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, भारत सरकार की एक प्रमुख योजना है। मध्यप्रदेश में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी का क्रियान्वयन वर्ष 2022 से किया जा रहा है। इस कार्य मे मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद साथ राष्ट्रीय सुदूर संवेदन केंद्र, इसरो, हैदराबाद, कृषि विभाग, मध्यप्रदेश शासन एवं एमपीएसईडीसी भी सहयोग कर रहे है।
मध्यप्रदेश अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी का फसल बीमा मे उपयोग करने बाला देश मे पहला राज्य हैं। मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद द्वारा अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी का उपयोग फसल बीमा के अंतर्गत तकनीकी पार्टनर के तौर पर कृषि विभाग, राजस्थान सरकार के लिए भी किया जा रहा हैं। प्रशिक्षण के शुभारम्भ कार्यक्रम में मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के महनिदेशक डॉ अनिल कोठारी, संचालक कृषि विभाग, मध्यप्रदेश शासन एवं कृषि मंत्रालय भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारी मुख्य रूप से उपस्थित रहेंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नवदम्पत्तियों को दी शुभकामनाएं
6 Apr, 2025 09:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन जिले में आयोजित सेन समाज के सामूहिक विवाह सम्मेलन में 36 नवदम्पत्तियों को शुभकामनाएँ दी और उनके सुखद वैवाहिक जीवन की कामना की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव रविवार को नर्मदापुरम से सेन समाज के सामूहिक विवाह सम्मेलन में वर्चुअली शामिल हुए और आयोजको को सफल सम्मेलन की बधाई दी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वर-वधु को सुखी वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद दिया।
मैहर में होगा माँ शारदा लोक का निर्माण : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
6 Apr, 2025 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मैहर में माँ शारदा देवी का भव्य शारदा लोक का निर्माण किया जायेगा। इसी तरह चित्रकूट में वनवासी भगवान श्रीराम लोक का भी निर्माण होगा। आज रावनवमीं पर पूरी अयोध्या जगमग है तो भगवान श्रीराम की कर्मभूमि चित्रकूट भी आज लाखों दीपों से जगमग होगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने बहनों की माँग पर मैहर सहित प्रदेश के 19 धार्मिक क्षेत्रों में शराबबंदी कर दी है। मैहर में शीघ्र ही कलेक्ट्रेट भवन का निमार्ण कार्य शुरू किया जायेगा। इसी साल बरगी बांध से माँ नर्मदा का जल मैहर क्षेत्र में सिंचाई के लिए पहुंचाया जायेगा। प्रदेश में सिंचाई के क्षेत्र में तेजी से प्रगति हुई है। वर्ष 2003 में केवल 7 लाख हेक्टेयर में सिंचाई सुविधा थी, जिसे 55 लाख हेक्टेयर तक बढ़ाया गया है। विभिन्न परियोजनाओं के माध्यम से अगले 5 साल में प्रदेश में 1 करोड़ हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होगी। मैहर में 250 एकड़ क्षेत्र में विशाल गौशाला का निर्माण भी किया जायेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव रविवार को मैहर में रामनवमीं के दिन माँ शारदा मंदिर में दर्शन कर आमसभा को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि माँ शारदा की कृपा से मैहर जिले को मॉडल के रूप में विकसित किया जायेगा। रामनवमीं पर माँ शारदा से मुझे आशीर्वाद प्राप्त करने का सौभाग्य मिला है। आज हम रामनवमीं के साथ माँ शारदा के परम भक्त और परमवीर आल्हा का 1300वां जन्म वर्ष भी मना रहे हैं। आल्हा ने अपनी वीरता से बुंदेलखण्ड की धरती को वीरों की धरती बनाया। प्रदेश में आल्हा के जीवन से जुडे कार्यक्रम वर्ष भर आयोजित किये जायेंगे, जिसका पूरा खर्च सरकार उठायेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि लोक कलाकारों ने भी वीर रस से भरे हुए मोहक आल्हा गायन से युद्धों का सजीव वर्णन किया। ऐसा लग रहा था जैसे सचमुच में तलवारें चल रही हैं। मुख्यमंत्री ने मंच में आल्हा कार्यक्रम की प्रस्तुति देने वाली कला-मण्डलियों को 50-50 हजार रूपये देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि डबल इंजन की सरकार से देश और प्रदेश तेजी से विकास कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शी नीतियों से देश की हर कठिनाई दूर हो रही है। कश्मीर में धारा-370 को समाप्त कर आतंकवादियों की कमर तोड़ने के साथ विकास की नई इबारत लिखी जा रही है। अब तो पाक अधिकृत कश्मीर भी भारत में मिलने की माँग कर रहा है। यह प्रधानमंत्री मोदी के जन-कल्याणकारी नीति, सुव्यवस्था और विकास के कार्यों के प्रति जनता का विश्वास है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश तेजी से विकास कर रहा है। मध्यप्रदेश में वर्ष 2003 के पहले औद्योगिक विकास दर 1 प्रतिशत से भी कम थी। आज औद्योगिक विकास दर 12 प्रतिशत है। मध्यप्रदेश देश में सबसे तेजी से औद्योगिक विकास करने वाला राज्य है। हर संभाग मुख्यालय में इन्वेस्टर्स मीट में औद्योगिक क्षेत्र में निवेश के बडे प्रस्ताव मिले है। औद्योगिक विकास के लिए मैहर में नवीन संस्थानों की स्थापना की जायेगी। ऊर्जा के क्षेत्र में प्रदेश में 32 लाख सोलर पंप लगाकर किसानों को मुफ्त में बिजली देंगे। किसानों के पास यदि उनके उपयोग से अधिक बिजली पैदा हुई तो उसे खरीदकर रूपये भी सरकार देगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मैहर सहित प्रदेश के 19 स्थानों में शराबबंदी लागू की गई है। बहनों की माँग पर यह कदम उठाया गया है। शराब से तन-मन और धन का नाश होता है। आज मैहर में जगह-जगह दूध का वितरण करते हुए लोगों ने शराबबंदी पर खुशी जाहिर की।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मैहर में मंदिर पहुंचकर माँ शारदा देवी के दर्शन कर पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव मैहर नगर में स्टेट बैंक चौराहा, काली माता मंदिर से कटरा बाजार होते हुए घंटाघर चौक तक आयोजित रोड-शो में शामिल हुए। आम जनता ने पुष्पवर्षा कर शराब बंदी करने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. यादव का स्वागत कर आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बंधा बैरियर में आयोजित विशाल आमसभा में 71 करोड़ से अधिक लागत के निर्माण कार्यों का भूमि-पूजन और लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने कन्या-पूजन कर बेटियों का सम्मान किया। विभिन्न योजनाओं में हितलाभ का वितरण किया।
समारोह में जिले के प्रभारी मंत्री तथा ग्रामीण विकास राज्यमंत्री राधा सिंह ने कहा कि मैहर जिले को विकास की हर योजना का लाभ मिलेगा। समारोह में सांसद गणेश सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अपने छोटे से कार्यकाल में विशिष्ट कार्यों से अलग पहचान बनाई है। मैहर सहित 19 स्थानों में शराबबंदी लागू करके सराहनीय और साहसिक कार्य किया है। उज्जैन के महाकाल लोक की तरह मैहर में भी माँ शारदा लोक का निर्माण जिले के लिए बहुत बडी सौगात है। सांसद ने मैहर में औद्योगिक विकास केन्द्र बनाने रिंग रोड निर्माण तथा कलेक्ट्रेट भवन निर्माण की माँग रखी। विधायक मैहर श्रीकांत चतुर्वेदी ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव का स्वागत करते हुए कहा कि आज मैहर जिले के लिए बहुत बड़ा दिन है। विधायक ने 250 एकड़ में गौशाला निर्माण, मैहर शहर की सड़कों को फोरलेन बनाने, कन्या महाविद्यालय खोलने, माँ शारदा लोक के प्रथम चरण के निर्माण कार्य शुरू करने और आल्हा महोत्सव आयोजित करने की माँग रखी।
कार्यक्रम में नगरीय विकास राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी, विधायक चित्रकूट सुरेन्द्र सिंह गहरवार, विधायक रामपुर बघेलान विक्रम सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष रामखेलावन कोल सहित जन-प्रतिनिधि, अधिकारी और बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद रहे। कार्यक्रम में लोक कलाकारों ने आल्हा गायन प्रस्तुत किया।
8 वर्ष बाद होंगे 5 चरणों में सहकारी समितियों के चुनाव
6 Apr, 2025 10:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्य प्रदेश में 50 लाख से अधिक किसानों की सदस्यता वाली प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों (पीएसीएस) के चुनाव आठ वर्ष के लंबे अंतराल के बाद अब होने जा रहे हैं। हाई कोर्ट के सख्त निर्देशों के बाद राज्य सरकार ने इन चुनावों को प्राथमिकता दी है। महाधिवक्ता कार्यालय ने इसे अति आवश्यक बताते हुए पांच चरणों में चुनाव कराने का फैसला किया है, जो एक मई से सात सितंबर 2025 के बीच संपन्न होंगे। यह चुनाव गैर दलीय आधार पर होंगे, लेकिन कांग्रेस और भाजपा ने अपनी-अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं।
प्राथमिक समितियों के बाद जिला सहकारी बैंक और अपेक्स बैंक के संचालक मंडल के चुनाव भी कराए जाएंगे। सहकारी अधिनियम में हालिया संशोधन के बाद यह पहला चुनाव होगा।
हाई कोर्ट के निर्देशों ने बढ़ाया दबाव
प्रदेश में प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों के चुनाव आखिरी बार 2013 में हुए थे, जिनका कार्यकाल 2018 में समाप्त हुआ। नियमानुसार छह माह पहले चुनाव प्रक्रिया शुरू हो जानी चाहिए थी, लेकिन विधानसभा चुनाव, किसान कर्ज माफी और अन्य कारणों से यह लगातार टलता रहा। कांग्रेस और शिवराज सरकारों के कार्यकाल में भी यह प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ी। इस बीच, वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर प्रशासकों की नियुक्ति की गई, लेकिन सहकारी अधिनियम के अनुसार यह व्यवस्था अधिकतम एक साल तक ही वैध थी। चुनाव न होने से असंतोष बढ़ा और हाई कोर्ट की जबलपुर व ग्वालियर खंडपीठ में कई याचिकाएं दायर हुईं। मार्च में महाधिवक्ता कार्यालय ने सुनवाई के दौरान मुख्य सचिव और सहकारिता विभाग को सुझाव दिया कि चुनाव जल्द कराना जरूरी है। इसके बाद राज्य सहकारी निर्वाचन प्राधिकारी ने कार्यक्रम घोषित किया।
पुनर्गठन के बाद पहले चरण में चुनाव
चुनाव कार्यक्रम के तहत पहले चरण में उन समितियों को शामिल किया जाएगा, जो पुनर्गठित हो चुकी हैं। भारत सरकार के सहकारिता क्षेत्र के विस्तार के निर्देशों के कारण पहले पुनर्गठन पर जोर दिया गया, लेकिन अब हाई कोर्ट के दबाव में प्रक्रिया तेज की गई है। निर्वाचन प्राधिकारी ने स्पष्ट किया कि सभी चरणों में व्यवस्थित ढंग से मतदान होगा। सबसे पहले रजिस्ट्रीकरण व निर्वाचन अधिकारी को सदस्यता सूची सौंपी जाएगी, जिसके बाद दावा-आपत्ति का निराकरण कर अंतिम सूची जारी होगी। महिलाओं के लिए संचालक मंडल में पद आरक्षित होंगे। आमसभा की सूचना के साथ नामांकन और चुनाव प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
कांग्रेस-भाजपा का दखल
भले ही सहकारिता चुनाव गैर दलीय आधार पर होते हों, लेकिन राजनीतिक दलों की इसमें गहरी दिलचस्पी रहती है। कांग्रेस ने पूर्व मंत्रियों भगवान सिंह यादव और अरुण यादव के नेतृत्व में एक समिति बनाई है, जो चुनावी रणनीति तैयार कर रही है। वहीं, भाजपा का सहकारिता प्रकोष्ठ भी अपने समर्थकों को अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और अन्य संस्थाओं में प्रतिनिधि बनाने के लिए सक्रिय है। दोनों दल गांव स्तर से लेकर राज्य स्तर तक सहकारी संस्थाओं में प्रभाव बढ़ाने की कोशिश में जुटे हैं।
चुनाव की प्रक्रिया
चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता के लिए कई कदम उठाए जाएंगे। सदस्यता सूची प्रकाशन के बाद विशेष साधारण सम्मेलन बुलाकर अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और प्रतिनिधियों का चयन होगा। पांच चरणों का कार्यक्रम इस प्रकार है: पहला चरण (1 मई-23 जून), दूसरा चरण (13 मई-4 जुलाई), तीसरा चरण (23 जून-22 अगस्त), चौथा चरण (5 जुलाई-31 अगस्त), और पांचवां चरण (14 जुलाई-7 सितंबर)। यह प्रक्रिया समितियों के पुनर्गठन और किसानों की सहभागिता को ध्यान में रखकर तैयार की गई है।
किसानों के लिए महत्वपूर्ण कदम
50 लाख से अधिक किसानों से जुड़ी ये समितियां ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। लंबे समय तक चुनाव न होने से इनका संचालन प्रभावित हुआ था। अब नई संचालक मंडल की नियुक्ति से किसानों को कर्ज, बीज और अन्य सुविधाएं बेहतर ढंग से मिलने की उम्मीद है। यह चुनाव सहकारिता क्षेत्र में लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।
आज प्रदेश के 65 हजार 14 बूथों पर हर्षोल्लास से मनाया जाएगा भाजपा का स्थापना दिवस
6 Apr, 2025 09:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने शनिवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि 6 अप्रैल को पार्टी का स्थापना दिवस भाजपा प्रदेश कार्यालय सहित प्रदेश के सभी 65 हजार 14 बूथों पर हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। पार्टी कार्यकर्ता घर-घर पार्टी का ध्वज फहराकर मिठाईयां बांटेंगे। इसी दिन बूथ और विधानसभा स्तर पर आयोजित सम्मेलनों में पंडित दीनदयाल उपाध्याय, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, धारा-370, नागरिक संशोधन अधिनियम, ट्रिपल तलाक, पार्टी की चुनावी सफलताएं, संगठनात्मक विस्तार, भारतीय राजनीति में भाजपा द्वारा लाया गया परिवर्तन एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकसित भारत की ओर यात्रा जैसे विषयों पर संबोधन होगा।
अधिकांश राज्यों में भाजपा की सरकारें कर रहीं गरीबों का कल्याण
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि 1980 में जब भारतीय जनता पार्टी की स्थापना हुई तब पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था सूरज निकलेगा, अंधेरा छटेगा और कमल खिलेगा। आज भारतीय जनता पार्टी दुनिया का सबसे बड़ा राजनीतिक दल है और केंद्र सहित देश के अधिकांश राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गरीबों का कल्याण करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाये जा रहे हैं। 25 करोड़ गरीबों को गरीबी रेखा से ऊपर उठाकर उनके जीवन में बड़ा बदलाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है। श्रद्धेय पंडित दीनदयाल उपाध्याय , डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी एवं श्रद्धेय अटलबिहारी बाजपेयी के सपने को पूरा करने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गृहमंत्री अमित शाह एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा कर रहे हैं।
‘गांव-बस्ती चलो अभियान में हिस्सा लेंगे पदाधिकारी और जनप्रतिनिधी
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि 6 एवं 7 अप्रैल को बूथ स्तर पर और 8-9 अप्रैल को विधानसभा स्तर पर नए प्राथमिक सदस्यों के सम्मेलन आयोजित होंगे। 7 से 13 अप्रैल के बीच पार्टी पदाधिकारी एवं जनप्रतिनिधि ‘‘गांव-बस्ती चलो अभियान“ के अंतर्गत पूरे दिन गांव, मोहल्ला एवं सेवा बस्तियों का दौरा कर मंदिर, अस्पताल, स्कूल एवं गलियों में स्वच्छता अभियान में भाग लेंगे। विभिन्न योजनाओं के 10 लाभार्थियों से मिलकर उनसे बातचीत कर आंगनवाड़ी केंद्र, स्कूल, पशु चिकित्सालय, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं पंचायत कार्यालय का दौरा कर जल संरचनाओं की सफाई में सहभागिता करेंगे। कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी के झंडे लेकर गलियों में यात्रा निकालेंगे। संध्या के समय स्थानीय निवासियों की चौपाल का आयोजित करने के साथ ही विभिन्न समुदाय के नेताओं एवं प्रतिष्ठित व्यक्तियों के निवास पहुंचकर भेंट करेंगे। वरिष्ठ पार्टी कार्यकर्ताओं, मीसा बंदियों तथा कारसेवकों का सम्मान कर बूथ समितियों की बैठक में शामिल होंगे।
बाबा साहब की प्रतिमाओं की सफाई कर मनायेंगे दीपोत्सव
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के एक दिन पूर्व 13 अप्रैल को उनकी प्रतिमाओं की सफाई कर संध्या के समय दीपोत्सव मनाया जाएगा। पार्टी कार्यकर्ता 14 अप्रैल को बाबा साहब की प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित कर मिष्ठान्न वितरण के साथ ही संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक पाठ करेंगे। आंगनबाड़ी केंद्रों और अनुसूचित जाति बस्तियों के स्कूलों में परिसर की स्वच्छता अभियान के साथ ही पेयजल व अन्य सामुदायिक सुविधाओं का रखरखाव किया जाएगा। 15 से 25 अप्रैल के बीच समाज के विभिन्न वर्गों के वरिष्ठ नेताओं के साथ कम से कम 2 सत्रों की जिला स्तरीय संगोष्ठियों में कांग्रेस द्वारा किए गए बाबा साहब के अपमान और भाजपा द्वारा उन्हें दिए जा रहे सम्मान पर चर्चा की जायेगी।
लाल किले पर होगा विक्रमादित्य महानाट्य का मंचन:मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
6 Apr, 2025 08:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि अतीत के गौरवशाली इतिहास को जन सामान्य के सामने लाने के लिये 2 हजार वर्ष पहले सम्राट विक्रमादित्य द्वारा सुशासन के सिद्धांतों पर स्थापित शासन संचालन व्यवस्था और उनकी कीर्ति पर केन्द्रित महानाट्य की प्रस्तुति दिल्ली के लाल किले पर 12-13-14 अप्रैल को होने जा रही है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का ध्येय वाक्य विरासत से विकास की ओर हमारे लिए एक पाथेय की तरह सिद्ध हो रहा है। हम विकास कार्यों में विरासत को महत्वपूर्ण स्थान दे रहे हैं। मप्र सरकार सुशासन को ध्यान में रखते हुए विकास और जनकल्याण की सभी गतिविधियां संचालित कर रही है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव शनिवार को नई दिल्ली में विक्रमोत्सव अंतर्गत सम्राट विक्रमादित्य महानाट्य के महामंचन के संबंध में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सम्राट विक्रमादित्य के विराट व्यक्तित्व को सबके सामने लाने के लिए महानाट्य की कल्पना की गई है। उन्होंने कहा कि जब इसका मंचन दिल्ली में 12, 13 और 14 अप्रैल को लाल किले पर होगा तो इसमें हाथी, घोड़ों, पालकी के साथ 250 से ज्यादा कलाकार अभिनय करते नजर आएंगे। महानाट्य में शामिल कलाकार निजी जीवन में अलग-अलग क्षेत्र के प्रोफेशनल्स हैं। महानाट्य में वीर रस समेत सभी रस देखने को मिलेंगे। महानाट्य का मंचन गौरवशाली इतिहास को विश्व के सामने लाने का मध्यप्रदेश सरकार का एक अभिनव प्रयास है। इस कालजयी रचना को सबके सामने रखने में दिल्ली सरकार का भी सहयोग मिल रहा है। इससे पहले हैदराबाद में भी विक्रमादित्य महानाट्य की प्रस्तुति हो चुकी है।
सुशासन व्यवस्था का आदर्श उदाहरण
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सम्राट विक्रमादित्य का शासन काल, सुशासन व्यवस्था का एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत करता है। वे एकमात्र ऐसे शासक थे, जिनके जीवन के विविध प्रसंगों से आज भी लोग प्रेरणा लेते हैं। उनके द्वारा किए गए कार्य और नवाचार आज भी प्रासंगिक हैं। वर्तमान में हिजरी और विक्रम संवत प्रचलन में हैं। इसमें विक्रम संवत उदार परंपरा को लेकर चलने वाला संवत है, अर्थात संवत चलाने वाले के लिए शर्त है कि जिसके पास पूरी प्रजा का कर्ज चुकाने का सामथ्र्य हो, वही संवत प्रारंभ कर सकता है। सम्राट विक्रमादित्य ने अपने सुशासन, व्यापार-व्यवसाय को प्रोत्साहन और दूरदृष्टि से यह संभव किया विक्रमादित्य ने विदेशी शक आक्रांताओं को पराजित कर विक्रम सम्वत् का प्रारंभ 57 ईस्वी पूर्व में किया था। विक्रम संवत के 60 अलग-अलग प्रकार के नाम हैं। संवत 2082 को धार्मिक अनुष्ठानों के संकल्प में सिद्धार्थ नाम दिया गया है। ये 60 नाम चक्रीकरण में बदलते रहते है। विक्रमादित्य का न्याय देश और दुनिया में प्रचारित हुआ। यह सम्वत् भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण वैज्ञानिक आधार वाला कालगणना सम्वत् बन गया, जो आज भी प्रचलित है।
विक्रमादित्य युग परिवर्तन की एक महत्वपूर्ण धुरी
भारत वर्ष में उज्जयिनी के सार्वभौम सम्राट विक्रमादित्य युग परिवर्तन और नवजागरण की एक महत्वपूर्ण धुरी रहे हैं और उनके द्वारा प्रवर्तित विक्रम सम्वत् हमारी एक अत्यंत मूल्यवान धरोहर है। विक्रम सम्वत् हिंदू समाज का महज एक पर्व या नववर्ष भर नहीं है। विक्रम सम्वत् तथा सम्राट विक्रमादित्य भारतवर्ष के गौरव को, मनोबल को और राष्ट्र की चेतना को जागृत करने का एक उपयुक्त अवसर है। यह पुरातन परंपरा से शक्ति प्राप्त कर भारत को विश्वगुरु के रूप में प्रतिष्ठित करने का एक राष्ट्रव्यापी अभियान है। हमारे प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा है कि यही समय है, सही समय है... विश्व में भारत का समय है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हम जानते हैं कि विदेशी आक्रांताओं और उपनिवेशवादी इतिहासकारों ने भारत गौरव तथा ज्ञान संपदा के प्रमाणों, साक्ष्यों, स्थापत्यों के सुनियोजित विनाश का अभियान चलाया। उनके द्वारा हमारी संपदा का विध्वंस किये जाने के प्रमाण लगातार मिलते रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पहली बार सम्राट विक्रमादित्य की शासन व्यवस्था में ही नवरत्नों का समूह देखने को मिलता है। इन नवरत्नों में सभी अलग-अलग विषयों के विशेषज्ञ थे। उन्होंने सुशासन की व्यवस्था स्थापित की। नवरत्न सभी परिस्थितियों में सुचारू शासन संचालन में सक्षम थे। इसी क्रम में 300 साल पहले शिवाजी महाराज के अष्ट प्रधान की पद्धति में यही व्यवस्था दिखाई देती है। विक्रमादित्य उज्जैन के सार्वभौम सम्राट के रूप में लोक विख्यात हैं। आज विक्रमादित्य के अनेक पुरातत्वीय प्रमाण, लेख, मुद्रा अवशेष प्राप्त हैं।
विक्रमादित्य की प्रजा के प्रति संवेदनशीलता अद्भुत
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सम्राट विक्रमादित्य की दानशीलता, वीरता और प्रजा के प्रति संवेदनशीलता अद्भुत थी। विक्रम-बेताल पच्चीसी और सिंहासन बत्तीसी की कहानियों में इस प्रकार के कई प्रसंग आते हैं। सम्राट विक्रमादित्य के आदर्शों का सभी शासक अनुसरण करना चाहते थे। विक्रमादित्य का मूल नाम शशांक था, उन्हें विक्रमादित्य की उपाधि से सुशोभित किया गया, जो उल्टे क्रम को सूत्र में बदल दे, वो विक्रम और जो सूर्य के समान प्रकाशमान रहे वो आदित्य का भाव निहीत था। उज्जयिनी के सार्वभौम सम्राट विक्रमादित्य भारतीय अस्मिता के उज्जवल प्रतीक हैं। वे शक विजेता, सम्वत् प्रवर्तक, वीर, दानी, न्यायप्रिय, प्रजावत्सल, स्तत्व सम्पन्न थे। वे साहित्य, संस्कृति और विज्ञान के उत्प्रेरक रहे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सम्राट विक्रमादित्य ने 2000 साल पहले गणतंत्र की स्थापना की, उन्होंने कभी स्वयं को राजा नहीं कहा। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी भी स्वयं को देश का प्रधान सेवक मानते हैं। मध्यप्रदेश सरकार ने 20 साल पहले विक्रमादित्य शोध पीठ स्थापित की है, जो विक्रमादित्य के जीवन मूल्यों पर आधारित पुस्तकें प्रकाशित कर विभिन्न तथ्य सामने ला रही है।
भाजपा लोकमंगल के संकल्प की एक अनुपम यात्रा,असंभव को संभव करने का नाम : विष्णु दत्त शर्मा
5 Apr, 2025 07:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । स्वाधीनता के बाद 1951 में जब पं. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, बलराज मधोक और दीनदयाल उपाध्याय ने जनसंघ बनाया था तबविरोधीउनकी हँसी उड़ाते थे कि ये क्या राजनीति करेंगे और जब 1980 में भाजपा की स्थापना हुई तो उनके ताने बढ़ते गये। उस दौर में अटल जी ने कहा था- अंधेरा छटेगा, सूरज निकलेगा, कमल खिलेगा। आज भाजपा सारी चुनौतियों को ध्वस्त करके भारतीय राजनीति की धुरी बन चुकी है, केंद्र सहित डेढ़ दर्जन राज्यों में सरकार है औरसबसे पुरानी पार्टी का दावा करने वाले पारिवारिक गिरोह न केवल सत्ता को तरस रहे हैं बल्कि अपनी तथाकथित पारंपरिक सीटें भी गँवा बैठे हैं। अपनी 45 वीं वर्षगांठ मना रही भाजपा ने भारत की राजनीति में जो रास्ता चुना था, उस पर चलकरइसने सारी दुनिया को चकित किया है। पार्टी ने आज देश को भ्रष्टाचार, परिवारवाद, अपराधीकरण, जातिवाद, तुष्टिकरण, आतंकवाद जैसे घावों से मुक्ति दिलाईहै। साथ ही उन सभी मुद्दों को हल करके राजनीति में नया अध्याय लिख चुकी है, जिनकापार्टी ने अपनी स्थापना के समय संकल्प लिया था। कश्मीर में धारा 370 की विदाई या श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण से लेकर वक्फ बोर्ड कानून में बदलाव तक के सभी संकल्प भाजपा ने पूरे किये हैं। अपनी कथनी और करनी से आज यह सर्वाधिक विश्वसनीय पार्टी बनी है तथाजिसकोकरोड़ों लोगों ने अपनाकर विश्व का सर्वोच्च दल बनाया है।
आज की पीढ़ी को यह जानना चाहिए कि 1980 के दशक का कालखंड भारतीय राजनीति का टर्निंग प्वाइंट था, जब भारतीय जनता पार्टी की स्थापना हुई। देश के राष्ट्रवादी समूहों ने एक सपना देखा था, जिसमें भारतीय गौरव की पुनर्स्थापना, भारत के आध्यात्मिक उत्कर्ष, सामाजिक न्याय और राष्ट्रीय एकता के विचार-बीज थे। आज वे बीज फलदार बृक्ष हो चुके हैं। 45 साल में वे सारे सपने साकार हो चुके हैं। राजनीतिक क्षेत्र में यह आश्चर्य का विषय हो गया है कि कैसे एक पार्टी 2 सीटोंसे अपनी यात्रा शुरू करते हुए सबसे बड़े लोकतंत्र की सबसे बड़ी पार्टी बनकर आज राजनीति के प्रतिमान बदल रही है। पार्टी विद डिफरेंस के नारे को मूर्त रूप देकर कार्यकर्ताओं ने सारी दुनिया को सियासत का अनूठा स्वरूप दिखाया है।
हालांकि भाजपा का गठन 6 अप्रैल, 1980 को हुआ, परन्तु इसका अतीत भारतीय जनसंघ से जुड़ा है। स्वतंत्रता प्राप्ति तथा देश विभाजन के बादबढ़ते अल्पसंख्यक तुष्टिकरण, लाइसेंस-परमिट-कोटा राज, राष्ट्रीय असुरक्षा, राष्ट्रीय मसलों जैसे कश्मीर आदि पर घुटनाटेक नीति, अंतर्राष्ट्रीय मामलों में भारतीय हितों की अनदेखी आदि अनेक मुद्दों के गर्भ से जनसंघ का जन्म हुआ था। आपातकाल के बाद भाजपा की स्थापना सुदृढ़, सशक्त, समृद्धएवं स्वावलम्बी भारत के निर्माण हेतु की गई थी, जिसमें पार्टी ने एक ऐसे राष्ट्र की कल्पना की जो आधुनिक दृष्टिकोण से युक्त एक प्रगतिशील एवं प्रबुद्ध समाज का प्रतिनिधित्व करता हो तथा भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति के मूल्यों से प्रेरणा लेकर‘विश्व गुरू’ के रूप में विश्व पटल पर स्थापित हो। साथ ही संविधान सम्मत सभी नागरिकों को राजनीतिक, सामाजिक एवं आर्थिक न्याय, समान अवसर सुनिश्चित हो।पं. दीनदयाल उपाध्याय द्वारा प्रतिपादित ‘एकात्म-मानवदर्शन’ को अपना वैचारिक दर्शन मानते हुए भाजपा ने अंत्योदय, सुशासन, सांस्कृतिक राष्ट्रवाद, विकास एवं सुरक्षा के संकल्प पर चलते हुए 45 सालकी अनुपम यात्रा पूरी की है। इस यात्रा में दीनदयाल जी के अंत्योदय से लेकर मोदी जी के सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास जैसा अद्वितीय संकल्प पूर्ण हुए हैं। भाजपा के सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के अन्तर्गत गरीबी मिटाना केवल नारा नहीं, उसका संकल्प था। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण कोई भाषण नहीं, प्रतिबद्धता थी। कश्मीर में 370 की समाप्ति चुनावी जुमला नहीं, राष्ट्रीय एकात्मताका साक्षात संकल्प था। अन्त्योदय स्लोगन नहीं, यह गरीबों का जीवन स्तर उठाने का प्रण था, जिसे पार्टी का हर कार्यकर्ता 1980 से लेकर अब तक पूर्ण करने में सक्रिय हैं। अटल जी की सरकार द्वारा विपरीत परिस्थितियों में परमाणु परीक्षण हो, कारगिल विजय हो या नरेद्र मोदी जी द्वारा कश्मीर में 370 की समाप्ति हो, श्रीराम मंदिर निर्माण हो या वक्फ बोर्ड कानून में बदलाव हो, ये भाजपा की राजनीति में वे मील पत्थर हैं, जो संकल्प से सिद्धि का मंत्र बनकर पीढियों को प्रेरित करते रहेंगे।
आज स्थापना दिवस के प्रसंग में भाजपा के उत्कर्ष में अमूल्य योगदान देने वाले नेतृत्व की चर्चा जरूरी है। अटल बिहारी वाजपेयी से लेकर नरेंद्र मोदी तक पार्टी नेताओं ने संकल्प और साहस का नया इतिहास रचा है। भारत को परमाणु शक्ति बनाने से लेकर चंद्रयान-मंगलयान की यात्रा तक की उपलब्धि चुनावी राजनीति से अलग एक अदम्य साहस और देशभक्त नेतृत्व का प्रमाण है।2014 से लेकर 2025 तक गरीबों के मसीहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश ने अपने सभी संकल्पों को एक-एक करके पूर्ण करते हुए भारत को सशक्तबनाया है।आज भारत के लगभग सभी तीर्थ केंद्र विकास का नया प्रतिमान गढ़ रहे हैं। निरंतर उपेक्षा का दंश झेल रहे हमारे प्राचीन आध्यात्मिक केंद्रोंका गौरव भी पुनर्स्थापित हुआ है। यही नहीं, भाजपा ने अपने वैचारिक आचरण से देश की राजनीतिक संस्कृति को भी बदला है।एक ओर जहां परिवारवादी, तुष्टिकरण और जातिवादी राजनीति का दौर समाप्त हो गया, वहीं अब धर्म-संस्कृति की बात करना सांप्रदायिक होना नहीं है। राष्ट्रवाद की चर्चा अब संकुचित मानसिकता का परिचायक नहीं है। सरकार की ओर से देवालयों का विकास करना, अब ध्रुवीकरण नहीं है। भारतीयता की बात करना और मातृभाषा में काम करना अब पिछड़ापन नहीं है। हिन्दुत्व का विचार अब सर्वग्राही बन गया है। अपनी प्रखर व प्रतिबद्ध कार्यशैली से भाजपा ने देश के राजनीतिक विमर्श को परिवर्तित करने में ऐतिहासिक सफलता पायी है। इस पड़ाव पर भाजपा अपनी पंचनिष्ठाओं की नींव पर न केवल गर्व सेस्वयं खड़ी है बल्कि उसके सहयोगी दल भी उसके साथ कंधा मिलाकर खड़े हैं। अभी-अभी वक्फ बोर्ड कानून संशोधन मामले में सारी दुनिया ने देखा है। राज्य भाजपा इकाई का अध्यक्ष होने के नाते अपने अनुभव से कह सकता हूं कि विजन, संगठन, नेतृत्व और कार्यकर्ता- इन चारों अंगों के कारण भाजपा कैडर आधारित पार्टीबनी है। अटल जी, लालकृष्ण आडवानी जी, नरेंद्र मोदी जी, अमित शाह जी और जय प्रकाश नड्डा तक पार्टी का नेतृत्व करने वाले अनेक लोग इसी कैडर की गंगोत्री से निकले हैं। आज नरेंद्र मोदी के चमत्कारिक नेतृत्व ने भाजपा के विजन और संगठन का अतुल्य विस्तार किया है तो पार्टी की विकास- यात्रा में गृह मंत्री अमित शाह का योगदान भी स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो चुका है। राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर उनके कुशल नेतृत्व में पार्टी ने असंभव को संभव किया है और आज पूर्वोत्तर भारत में भी भाजपा की सरकारें हैं, तो उसके पीछे अमित शाह जी का परिश्रम और संकल्प ही है। उनके नेतृत्व में पार्टी को विश्व का सबसे बड़ा दल बनने का गौरव भी मिला है। इस प्रसंग में यह भी कहना चाहिए कि गृह मंत्री अमित शाह ने न केवल पार्टी को शिखर पर पहुंचाया है, अपितु कश्मीर को 370 से मुक्त कराकर, नागरिकता कानून व वक्फ कानून में संशोधन कराकर देश की राष्ट्रीय अखंडता का आदर्श प्रतिमान गढ़ा है।
लगातार सत्ता में रहने के बावजूद विगत मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कार्यकर्ताओं ने नरेंद्र मोदी और अमित शाह के चमत्कारिक नेतृत्व में पार्टी को प्रचंड बहुमत दिलाया। हम यहां लोकसभा की सभी सीटें जीते हैं और राज्य का हर बूथ मजबूत बनकर सारा संगठन नयी ऊर्जा से ओत प्रोत है। इसलिए 45 वें स्थापना दिवस पर हर बूथ पर कार्यकर्ता सम्मेलन और गांव चलो बस्ती चलो अभियान चलाया जा रहा है। हमारे दोनों नेताओं ने यह सिद्ध किया है कि यदि राजनीति की ऊर्जा को ऊर्ध्वगामी बनाया जाए और मूल्यों एवं आदर्श के साथलोकमंगल की भावना से कार्य किया जाए तो एक समर्थ समाज और सशक्त देशबनाया जा सकता है।