राजनीति
नेताजी अगर पहले प्रधानमंत्री होते तब देश का बंटवारा नहीं होता : सुवेंदु अधिकारी
24 Jan, 2024 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कोलकाता । पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि उनका मानना है, कि अगर नेताजी सुभाष चंद्र बोस देश के पहले प्रधान मंत्री होते तब भारत का विभाजन रोका जा सकता था। पराक्रम दिवस यानी नेताजी की जयंती पर बीजेपी नेता अधिकारी ने कहा, मेरा मानना है कि अगर नेताजी देश के पहले प्रधानमंत्री होते, तब हमारे देश का विभाजन नहीं होता और भारत में हर कोई खुश होता। भारत को गरीबी, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से छुटकारा मिल गया होता।
उन्होंने दिल्ली के कर्तव्य पथ पर नेताजी की प्रतिमा स्थापित करने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया। अधिकारी ने कहा, आज हम पराक्रम दिवस मना रहे हैं और नेताजी को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। अयोध्या में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर कोलकाता में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सर्व-विश्वास रैली (संहति रैली) पर प्रतिक्रिया देकर भाजपा नेता अधिकारी ने कहा कि यह सांप्रदायिक रैली के सिवा कुछ नहीं थी।
अधिकारी ने आरोप लगाया, वह विभिन्न धर्मों की एक समभाव रैली नहीं थी, बल्कि एक सांप्रदायिक रैली थी। यह दंगे भड़काने के लिए की गई थी। ऐसी भाषा! क्या वह मुख्यमंत्री थीं? वह जेल जाने के डर से पागल हो गई हैं। पश्चिम बंगाल में हिंदुओं को प्राण प्रतिष्ठा दिवस मनाने से रोकने के आरोप को खारिज कर अधिकारी ने कहा, पश्चिम बंगाल में हरेक हिंदू ने कल भगवान राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के उत्सव में भाग लिया, भले ही वे इस दौरान अपने घरों में ही थे। उन्होंने कहा, तृणमूल के पाकिस्तान-प्रेमी नेताओं ने राम पूजा के दौरान हिंदुओं पर हमला किया है। ऐसी 50 से अधिक घटनाएं हुईं। पुलिस उनकी कैडर बन गई है।
ममता ने बंगाल में कांग्रेस और वामदलों को दिखा दी जगह
24 Jan, 2024 12:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कोलकाता । विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया ब्लॉक के भीतर सीट बंटवारे को लेकर आंतरिक कलह खत्म बनी हुई है। इस बीच, टीएमसी प्रमुख और राज्य की सीएम ममता बनर्जी ने फिर साफ कर दिया है कि वे पश्चिम बंगाल में अपने गढ़ को ना कमजोर होने देना चाहती हैं और ना किसी दूसरे दल को अपना वोट बैंक देने के मूड में हैं। इसकारण ममता इंडिया के सहयोगी कांग्रेस और वाम मोर्चे को नसीहत देते नजर आईं। इसके साथ ही दोनों दलों को आइना भी दिखाया है।
ममता ने कांग्रेस के सामने सीट शेयरिंग का नया फॉर्मूला दिया है। ममता ने बीजेपी को मात देने के लिए खास इलाकों में स्थानीय पार्टियों को कमान देने की वकालत की है। ममता ने सुझाव भी दिया कि कांग्रेस चाहे तब अपने दम पर 300 लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ सकती है। हालांकि, राजनीतिक तौर पर देखा जाए ममता का प्रस्ताव और शर्त इतनी आसान नहीं है।
दरअसल, बंगाल में सीट शेयरिंग पर पेंच फंसा हुआ है। आगामी आम चुनाव में बीजेपी से मुकाबला करने सत्तारूढ़ टीएमसी अलायंस को लीड करना चाहती है और सीट शेयरिंग में कांग्रेस, वाम मोर्चे को हद दिखाने से नहीं चूक रही है। सीपीएम के नेतृत्व वाला वाम मोर्चा, कांग्रेस और टीएमसी 28 पार्टियों वाले विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक का हिस्सा हैं। हालांकि, बंगाल में सीपीएम और कांग्रेस के नेता लगातार टीएमसी के खिलाफ हमलावर दिख रहे हैं।
टीएमसी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन के आधार पर दो सीटों का ऑफर दिया है। कांग्रेस को यह प्रस्ताव नागवार गुजरा और दोनों पार्टियों के बीच तनाव बढ़ गया। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने सीधे टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी को निशाने पर लेकर कहा था कि वो टीएमसी से सीटों की भीख नहीं मांगने वाले है।
इधर, ममता की टिप्पणियों पर कांग्रेस और सीपीआई (एम) दोनों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। पश्चिम बंगाल में कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी ने कहा, हम टीएमसी नेतृत्व की सोच और इच्छा पर टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं। उन्हें जो अच्छा लगता है,वहां करने दें। सीपीआई (एम) के सेंट्रल कमेटी के मेंबर सुजन चक्रवर्ती ने इस आरोप को निराधार बताया कि उनकी पार्टी इंडिया ब्लॉक की बैठकों के एजेंडे को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है। पश्चिम बंगाल में सीपीआई (एम) के सचिव मोहम्मद सलीम ने कहा, यह लड़ाई सांप्रदायिक और कम्युनिस्टों के बीच है।
राहुल बोले- हमें कमजोर मत समझना
24 Jan, 2024 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गुवाहाटी । राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान मंगलवार को गुवाहाटी में जमकर हंगामा हुआ। दरअसल कांग्रेस नेता यात्रा को शहर के भीतर से निकालना चाहते थे, लेकिन सरकार ने इसकी इजाजत नहीं दी। जिससे कांग्रेस कार्यकर्ता भडक़ गए और उनकी पुलिस से झड़प हो गई। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने यात्रा को रोकने के लिए लगाए गए बैरिकेड तोड़ दिए। बाद में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि हमने बैरिकेड तोड़ दिए हैं, लेकिन हम कानून नहीं तोड़ेंगे।
राहुल गांधी ने कहा हमें कमजोर मत समझना। हमने बैरिकेड तोड़ दिए हैं। कांग्रेस कार्यकर्ता किसी से नहीं डरते। पार्टी कार्यकर्ताओं को राहुल गांधी ने बब्बर शेर बताया और बोले कि उन्होंने यूनिवर्सिटी में मेरा कार्यक्रम कैंसिल कर दिया, लेकिन छात्रों ने यूनिवर्सिटी के बाहर मेरी बात सुनी। हम असम में भाजपा को हराएंगे और जल्द ही कांग्रेस की सरकार बनाएंगे। राहुल गांधी ने पुलिस की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि पुलिस सिर्फ उन्हें मिले आदेशों का पालन कर रही है। हम आपके खिलाफ नहीं हैं। हम सीएम के खिलाफ हैं, जो भ्रष्ट हैं, हमारी लड़ाई उनसे है।
वहीं असम के कांग्रेस प्रभारी जितेंद्र सिंह ने कहा कि हमने बैरिकेड तोड़ दिए हैं, जीत हमारी हुई है। हालांकि बाद में कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा अपने तय रूट से आगे बढ़ी और बाइपास से होकर शहर से बाहर निकली। वहीं हंगामे के बाद असम सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर करने के निर्देश दिए हैं। असम सीएम ने सोशल मीडिया पर साझा पोस्ट में लिखा कि असम एक शांतिपूर्ण राज्य है और इसमें नक्सली गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भारत जोड़ो न्याय यात्रा अभी गुरुवार तक असम में रहेगी।
कांग्रेस ने 70 सालों में राजनीति के लिए देश को बांटने का काम किया : नड्डा
24 Jan, 2024 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गांधीनगर । भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल के साथ गांधीनगर लोकसभा क्षेत्र में पार्टी कार्यालय का उद्घाटन किया। इस मौके पर नड्डा ने कहा कि मुझे विश्वास है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में हम न सिर्फ जीतने वाले हैं, बल्कि पहले से ज्यादा सीटें से जीत हासिल करने वाले है। उन्होंने कहा कि अहमदाबाद में गांधीनगर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र कार्यालय का उद्घाटन करना गुजरात के सभी हिस्सों में विकास सुनिश्चित करने की हमारी पार्टी की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। हम गुजरात को प्रथम रखना चाहते हैं और पीएम मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व में हम भारत को प्रथम बनाना चाहते हैं!
नड्डा ने कहा कि इस देश के सांस्कृतिक, धार्मिक, आध्यात्मिक और राजनीतिक विरासत में गुजरात प्रदेश का एक अनूठा योगदान है। वहीं, देश को एक सूत्र में पिरोने का काम सरदार वल्लभ भाई पटेल ने किया। उन्होंने कहा कि आज विकसित भारत को आगे बढ़ाने का काम, सक्षम बनाने का काम, स्वाभिमान से ओत-प्रोत बनाने का काम, देश की विरासत को स्वाभिमान से आगे बढ़ाने का काम... अगर किसी ने किया है, तब इस देश के सपूत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है।
नडडा ने कहा कि मोदी जी ने देश की राजनीति की संस्कृति को बदल डाला है, क्योंकि 70 साल तक कांग्रेस पार्टी ने राजनीति जाति के आधार पर की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने कहा कि भारत में सिर्फ 4 जातियां हैं- गरीब, युवा, किसान और महिलाएं। जबकि कांग्रेस ने वोटबैंक के लिए जातियों में बांट दिया था।
नड्डा ने कहा कि हमारी सरकार की पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना, एक ऐसी योजना जिसका कांग्रेस पार्टी ने मजाक उड़ाया था, आईएमएफ जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठनों द्वारा इसकी सराहना की जा रही है। कांग्रेस ने आरोप लगाने और चिल्लाने के अलावा कुछ नहीं किया और केवल भाजपा ने ही सही मायने में विकास सुनिश्चित किया है। आज, लगभग 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त राशन मिल रहा है, और अंत्योदय को एक मिशन और विजन के रूप में, भारत अभूतपूर्व परिवर्तन देख रहा है।
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक और झटका, उत्तर गुजरात के दिग्गज नेता भाजपा जॉइन करेंगे
24 Jan, 2024 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद | लोकसभा चुनाव निकट आते ही गुजरात कांग्रेस को झटके पे झटके लग रहे हैं| हाल ही में आणंद के खंभात और मेहसाणा के विजापुर निर्वाचन क्षेत्र के विधायकों ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है| खंभात के चिराग पटेल और विजापुर के विधायक सीजे चावड़ा के इस्तीफे के झटकों से कांग्रेस उबरी नहीं थी कि एक और नेता के पार्टी छोड़ने की खबर सामने आई है| उत्तर गुजरात के कांग्रेस के दिग्गज पाटीदार नेता डॉ. विपुल पटेल के बुधवार को भाजपा जॉइन करने की संभावना व्यक्त की जा रही है| बता दें कि डॉ. विपुल पटेल हिम्मतनगर विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार रह चुके हैं और सामान्य मार्जिन से चुनाव हार गए थे| हांलाकि उस चुनाव में डॉ. विपुल पटेल का कद बढ़ गया था| भाजपा लहर के बीच हुए उपचुनाव में डॉ. विपुल पटेल ने अपने प्रतिद्वंद्वी को जबर्दस्त टक्कर दी थी| इतना नहीं डॉ. विपुल पटेल साबरकांठा जिला कांग्रेस के प्रमुख भी रह चुके हैं| लगातार चार टर्म से साबर डेयरी के डिरेक्टर चुने गए और साबरकांठा के दिग्गज सहकारी नेताओं में डॉ. विपुल पटेल की गिनती होती है|
मैंने हमेशा कहा है कि मंदिर बनाने के लिए मस्जिद गिराने की जरूरत नहीं थी - थरूर
24 Jan, 2024 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
तिरुवनंतपुरम । कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के सदस्य और सांसद शशि थरूर ने मंगलवार को कहा कि मैंने हमेशा कहा है कि मंदिर बनाने के लिए मस्जिद गिराने की जरूरत नहीं थी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ‘रामभक्त भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का समर्थक नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने सवाल किया कि उन्हें या उनकी पार्टी को भगवान राम को भाजपा के भरोसे क्यों छोड़ देना चाहिए। तिरुवनंतपुरम से सांसद थरूर ने कहा कि उनके जैसे अनेक लोग भगवान राम के भक्त हैं और यदि भविष्य में वह अयोध्या में राम मंदिर जाएंगे तो अपनी श्रद्धा व्यक्त करने जाएंगे, किसी को आहत नहीं करने नहीं।
उन्होंने कहा कि धर्मनिरपेक्षता का अर्थ धर्म हीनता नहीं है यानी सभी अपनी पसंद के धर्म का अनुसरण कर सकते हैं। थरूर सोशल मीडिया मंच ‘एक्स पर भगवान राम से संबंधित अपने कई पोस्ट को लेकर स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन के बाद यहां संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे।
प्रदर्शनकारियों ने थरूर के खिलाफ नारे लगाए और उन्हें ‘बेशर्म करार दिया। उनके हाथों में बैनर और पोस्टर थे जिन पर लिखा था, ‘‘शशि थरूर आप एक लोकतांत्रिक धर्मनिरपेक्ष राज्य के लिए कलंक हैं। कांग्रेस सांसद थरूर ने अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठित भगवान राम की मूर्ति की एक तस्वीर सोशल मीडिया मंच पर पोस्ट की थी और साथ में ‘सियावर राम की जय संदेश लिखा था।
उन्होंने कहा कि वह अपने पोस्ट के माध्यम से श्रीराम के प्रति अपनी श्रद्धा और राम की जय करते समय सीताजी को याद नहीं करने के बारे में अपना संदेश व्यक्त करना चाहते थे। थरूर ने कहा, ‘‘इसलिए, इसे इतना बड़ा मुद्दा बनाने की कोई जरूरत नहीं है।
केरल स्टूडेंट्स यूनियन (केएसयू) द्वारा आयोजित एक समारोह में थरूर को आमंत्रित किया गया था। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे समझ नहीं आता कि जिस भगवान में मेरी आस्था है और प्रतिदिन जिनकी प्रार्थना करता हूं, उन्हें मुझे भाजपा के भरोसे क्यों छोड़ना पड़ेगा? उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा यह इच्छा रख सकती है कि रामभक्त उन्हें वोट दें। लेकिन क्या प्रत्येक रामभक्त भाजपा समर्थक है? यही प्रश्न है। मेरे विचार से ऐसा नहीं है। मैं यह भी पूछता हूं कि कांग्रेस को राम को भाजपा के भरोसे क्यों छोड़ देना चाहिए? हम भी भगवान की प्रार्थना कर सकते हैं। हमारा भी धर्म है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि उनकी पार्टी में कोई भी राम मंदिर का विरोध नहीं कर रहा। उन्होंने कहा, ‘‘हम केवल इस समारोह के खिलाफ थे। उन्होंने कहा, ‘‘अगर मैं किसी मंदिर में जाता हूं तो प्रार्थना करने के लिए जाता हूं, राजनीतिक कारणों से नहीं। किसी दिन मैं अयोध्या जाऊंगा लेकिन यह मेरी शर्तों पर होगा।
विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन में सीटों पर पेंच फंसा
24 Jan, 2024 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन में कौन पार्टी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी यानी सीट शेयरिंग को लेकर बैठक पर बैठक हो रही है, लेकिन कुछ तय ही नहीं हो पा रहा। दिल्ली-पंजाब की सीटों को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस में मतभेद बढ़ता जा रहा है। दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश में भी समाजवादी पार्टी और कांग्रेस नेताओं के बीच कुछ भी तय नहीं हो पा रहा है। अब पश्चिम बंगाल की सीटों को लेकर भी तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस के बीच मतभेद दिखने लगे हैं।
बंगाल में सीट शेयरिंग को लेकर सीएम ममता बनर्जी और लोकसभा में कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी के बीच बयानबाजी जारी है। हालांकि, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की है। इस बीच भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर निकले राहुल गांधी ने ममता बनर्जी को अपना करीबी बताया है। राहुल गांधी ने मंगलवार को मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी मेरी काफी करीबी हैं। उन्होंने कहा कि सीटों के बंटवारे को लेकर ममता बनर्जी के खिलाफ अधीर रंजन के बयान से गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। राहुल ने कहा कि बंगाल में सीट बंटवारे को लेकर राहुल गांधी ने कहा, कभी-कभी हमारे नेता ऐसा कुछ कहते हैं। लेकिन मेरा मानना है कि ऐसे बयानों से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। ममता बनर्जी ने कहा, मैं इस बात पर ज़ोर देती हूं कि जिस क्षेत्र में जिस पार्टी की पकड़ हो, उसे उस क्षेत्रीय पार्टी के लिए छोड़ देना चाहिए। कांग्रेस अकेले 300 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। मैं उनकी मदद करूंगी। लेकिन वो वही करने पर अड़े हैं, जो वो करना चाहते हैं।
बनर्जी ने कहा, मुझमें बीजेपी से मुकाबला करने और उनके खिलाफ लड़ने की ताकत है। कुछ लोग सीट बंटवारे पर हमारी बात नहीं सुनना चाहते। अगर वो बीजेपी से नहीं लड़ना चाहते हैं, तो न लड़ें। लेकिन कम से कम उन्हें सीट तो न दें।
कांग्रेस ने ममता बनर्जी के इस बयान का जवाब भी दिया। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ममता बनर्जी की दया से हम चुनाव नहीं लड़ेंगे। हम अपने दम पर चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस को उनकी कोई मदद नहीं चाहिए।
पिछले हफ्ते पश्चिम बंगाल कांग्रेस प्रमुख अधीर रंजन चौधरी ने एक रिपोर्ट आने के बाद ममता बनर्जी पर निशाना साधा था। चौधरी ने बनर्जी को अवसरवादी करार देते हुए कहा कि टीएमसी बंगाल की सभी 42 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकती है। उन्होंने कहा था कि ममता बनर्जी को याद रखना चाहिए कि कांग्रेस के समर्थन से ही वह बंगाल की सत्ता में आई थीं। ममता ने पश्चिम बंगाल में कांग्रेस को 2 सीटों की पेशकश की है, लेकिन कांग्रेस अधिक सीटें चाहती है। 20 जनवरी को मुर्शिदाबाद में हुई बैठक में कांग्रेस को 2 सीटें देने के साथ तृणमूल के शीर्ष नेताओं ने यह निर्णय लिया कि पार्टी बहरामपुर सहित सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जहां से अधीर रंजन चौधरी मौजूदा सांसद हैं। इसके बाद ही अधीर ने ममता पर तंज कसा था।
इंडिया अलायंस में सीट बंटवारे को लेकर दिक्कत सिर्फ टीएमसी और कांग्रेस के बीच नहीं है, बल्कि दिल्ली और पंजाब को लेकर भी है। सीट शेयरिंग को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में अब तक सहमति नहीं बन पाई है। हालत ये है कि चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव पर सहमति बनने के बाद भी बयानबाजी जारी है।
सिंधिया ने राहुल गांधी को बताया दर्शन करने वाला पर्यटक, मंदिर का निमंत्रण ठुकराने पर कही ये बात
23 Jan, 2024 04:06 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्वालियर । केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राहुल गांधी पर बड़ा हमला बोला है। एक ही व्यक्ति को मंदिर में दर्शन करने के अधिकार के राहुल गांधी के सवाल पर सिंधिया ने कहा है कि मंदिर में दर्शन करने वाले जो पर्यटक हैं, जिनको मंदिर के आयोजन में आमंत्रित किया गया था मगर उन्होंने इंकार दिया। भगवान राम के मंदिर के आमंत्रण को इंकार किया। देश की जनता ऐसे लोगों को माफ नहीं करेगी।वहीं इससे पहले राम मंदिर में संपन्न हुए प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर सिंधिया ने कहा कि कल का दिन विश्व के लिए ऐतिहासिक था। भगवान राम को पुनः स्थापित किया गया। मां भारती के योग्य पुत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के रूप में संभव हो पाया। कल के कार्यक्रम के साथ देश की 140 करोड़ जनता की आस्था ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के भगवान राम के अनुयायियों की आस्था जुड़ी हुई है। जैसे प्रधानमंत्री जी ने कहा शिलान्यास 2019 में हुआ और कल लोकार्पण हुआ, लेकिन हमारा कार्य कल से शुरू होता है।
राष्ट्र को विश्वगुरु के रूप में स्थापित करना है और हर नागरिक को मेहनत और मशक्कत के आधार पर अपना योगदान देना है। भारत को विश्वगुरु के रूप में स्थापित करने के लिए कल रामलला दोबारा विराजे हैं। 500 वर्ष के इंतजार के बाद कई पीढ़ियों ने अपने जीवन का बलिदान दिया है। पूर्ण रूप से इस कार्यक्रम के लिए अपना योगदान दिया है और स्वयं मेरी आजी अम्मा पूर्व राजमाता साहब ने भी इस कार्यक्रम के लिए अपनी आवाज उठाई थी और अपना योगदान दिया था। आज उन सभी महानुभावों को भी हम याद करते हैं। इस अलौकिक और महत्त्वपूर्ण देश के इतिहास के घटनाक्रम के पूर्ण रूप से भगवान राम के श्री चरणों में नमन करके उनका आशीर्वाद ग्रहण करके राज्य और राष्ट्र के विकास और प्रगति में योगदान देने के लिए अपना संकल्प लेंगे।
असम : 22 फरवरी को रामलला के दर्शन करने जाएगा पूरा कैबिनेट
23 Jan, 2024 01:35 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
असम कैबिनेट ने 22 फरवरी को अयोध्या राम मंदिर का दौरा करने का फैसला किया है। यह फैसला मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व में कैबिनेट की बैठक के दौरान लिया गया।
सीएम सरमा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी दी। उन्होंने अपने पोस्ट में कहा, 'कैबिनेट ने अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हार्दिक आभार व्यक्त किया। इसके साथ ही भारत के लोगों को भी बधाई दी। पूरा कैबिनेट 22 फरवरी को रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या जाएगा।'
सीएम ने बताया कि राज्य मंत्रिमंडल ने दस जिलों में भूमिहीन मूलनिवासियों को भूमि देने का फैसला किया है। उन्होंने कहा, 'सोनितपुर, तिनसुकिया, धेमाजी, नागांव, विश्वनाथ, कामरूप (महानगर), कामरूप, बोंगाईगांव, गोलपारा और धुबरी जिलों में मिशन बसुंधरा 2.0 के तहत भूमिहीन मूलनिवासियों को भूमि दिया जाएगा।'
उन्होंने बताया कि इन परिवारों में 84 फीसदी अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और अधिक अन्य पिछड़ा वर्ग से ताल्लुक रखते हैं। पेपर लीक पर अंकुश लगाने के लिए असम परीक्षा विधेयक 2024 को कैबिनेट की तरफ से मंजूरी दे गई है। इसे विधानसभा में पांच फरवरी को बजट सत्र के दौरान पेश किया जाएगा।
सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर पीएम मोदी के साथ दिखे कांग्रेस अध्यक्ष खरगे
23 Jan, 2024 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई नेताओं ने मंगलवार को पराक्रम दिवस के मौके पर स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि अर्पित की। संसद के संविधान सदन में पीएम मोदी समेत कई नेताओं ने पहुंचकर नेताजी की तस्वीर पर फूल भी चढ़ाए। इस दौरान पीएम के साथ राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे साथ खड़े दिखाई दिए। दोनों ने श्रद्धांजलि के बाद कुछ पर साथ में बातें भी कीं। इस दौरान लोकसभा स्पीकर ओम बिरला भी साथ रहे।पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भी एक पोस्ट किया इसमें उन्होंने कहा, ‘‘पराक्रम दिवस पर भारत के लोगों को बधाई। आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर हम उनके जीवन और साहस का सम्मान करते हैं। हमारे देश की स्वतंत्रता के लिए उनका अटूट समर्पण आज भी प्रेरित करता है।’’
मराठा आरक्षण के लिए मनोज जरांगे ने रंजनगांव से शुरू की पदयात्रा
23 Jan, 2024 12:42 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे पाटिल ने रंजनगांव से अपनी पदयात्रा शुरू की। उन्होंने बताया कि वह मुंबई तक अपनी मार्च जारी रखेंगे। इसके साथ ही उन्होंने मीडिया का धन्यवाद भी किया।मीडिया से बात करते हुए मनोज जरांगे ने कहा, हम मुंबई तक अपनी मार्च जारी रखेंगे। मुझे यकीन है कि आजाद मैदान या शिवाजी पार्क में हमें प्रदर्शन करने की इजाजत मिल जाएगी। मैं मीडिया को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद करता हूं। मैं अपने समुदाय के सदस्यों से मीडिया के लोगों के साथ सहयोग करने की अपील करता हूं। उन्होंने हमें इस आंदोलन में काफी मदद की है।
पीएम मोदी ने जारी किया राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का वीडियो
23 Jan, 2024 12:18 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अयोध्या के राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देशभर में उत्साह और उल्लास का माहौल है। सोमवार को हजारों लोगों की भीड़ अयोध्या पहुंची और भक्तिमय माहौल में डूबी रही। इतिहास की इस बड़ी घटना को हर कोई अपनी नजरों से देखना चाहता था। अब खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक वीडियो साझा किया है, जिसमें अयोध्या के राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को विस्तार से दिखाया गया है।
पीएम द्वारा साझा किए गए इस वीडियो में उन्होंने लिखा, "अयोध्या में कल हमने जो कुछ भी देखा, वह आगे कई वर्षों तक हमारी स्मृतियों में रहेगा।" पीएम के इस वीडियो में भक्तों की भावनाओं से लेकर कार्यक्रम में शामिल हुई हस्तियों की प्रार्थनाएं और भावुकता को भी प्रदर्शित किया गया है। वीडियो की शुरुआत में ही अयोध्या के भव्य मंदिर पर पुष्पवर्षा दिखाई गई है, जिसके बाद प्रधानमंत्री मोदी हाथों में पूजन सामग्री लिए मंदिर के अंदर गर्भगृह में प्रवेश करते दिखे हैं। इस वीडियो में पीएम को रामलला के सामने अनुष्ठान करते देखा जा सकता है।
सीएम नीतीश कुमार ने आरजेडी कोटे के तीन मंत्रियों के विभाग बदले
22 Jan, 2024 11:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना । बिहार में सीएम नीतीश कुमार ने आरजेडी कोटे के तीन मंत्रियों के विभाग बदल दिए हैं। बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बीच बढ़ रही दूरी के कारण मंत्रियों के विभाग में फेरबदल करने की प्रक्रिया हुई है। जानकार बता रहे हैं कि जिससे इस बात को बल मिल रहा है कि जनता दल यूनाइटेड और राजद के बीच तकरार बढ़ती जा रही है। दिलचस्प बात ये भी है कि नीतीश कुमार ने 22 जनवरी को अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर उद्घाटन से ठीक पहले अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल किया है। सबसे बड़ा फेरबदल शिक्षा विभाग को लेकर है। भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री आलोक मेहता को अब शिक्षा विभाग का मंत्री बनाया गया है। वहीं, ललित यादव को भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री बनाया गया है। ललित यादव अब तक लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के मंत्री थे। नीतीश कुमार ने विवादित शिक्षामंत्री चंद्रशेखर, जो लगातार रामचरित मानस, हिंदुत्व और धार्मिक मामलों को लेकर विवादित बयान दे रहे थे, उनका विभाग बदलकर गन्ना उद्योग विभाग का मंत्री बना दिया है। मतलब नीतीश कुमार ने उनके कद को कम कर दिया है और राजद को संदेश भी दे दिया है कि बिहार में कोई बड़ा खेल जल्द खेला जा सकता है।
सूत्रों की मानें तो चंद्रशेखर जो यादव समाज से आते हैं, उनके लालू प्रसाद से काफी अच्छे रिश्ते हैं और नीतीश कुमार ने चंद्रशेखर से शिक्षा विभाग जैसा महत्वपूर्ण विभाग लेकर उन्हें गन्ना उद्योग विभाग दे दिया है, इससे साफ है कि बिहार में आने वाले दिनों में कोई बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है। चंद्रशेखर ने पिछले साल जनवरी में पहले रामचरित मानस को लेकर विवादित बयान दिया था और उसकी कुछ चौपाइयों का हवाला देते हुए इसे नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बताया था। साथ ही मनुस्मृति को लेकर भी विवादित टिप्पणी की थी। बाद में नीतीश कुमार ने खुद ऐसे बयानों से चंद्रशेखर को परहेज करने की हिदायत दी थी, लेकिन इसके बावजूद चंद्रशेखर धार्मिक मुद्दों और हिंदुत्व को लेकर विवादित टिप्पणी करते आ रहे थे।
इस तरह से राजद कोटा के तीन मंत्रियों का विभाग बदलकर नीतीश कुमार ने स्पष्ट संदेश देने की कोशिश की कि महागठबंधन सरकार में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। हालांकि इंडिया गठबंधन में 2024 लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को लेकर सस्पेंस बना हुआ है। नीतीश कुमार की पार्टी लगातार आरजेडी पर दबाव बना रही है कि जनवरी तक सीटों का बंटवारा हो जाना चाहिए, लेकिन दूसरी तरफ लालू प्रसाद ने साफ कह दिया है कि सीट बंटवारे को लेकर कोई जल्दबाजी में वह नहीं है। वहीं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी नीतीश कुमार को लेकर अपने तेवर में नरमी दिखाई है। उन्होंने राजस्थान में नीतीश कुमार के दोबारा एनडीए में आने की अटकलें को लेकर कहा था कि अगर कोई प्रस्ताव उनके पास आएगा तो वह विचार करेंगे।
असम में राहुल गांधी के साथ धक्का-मुक्की
22 Jan, 2024 10:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इटानगर । कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान रविवार को असम में राहुल गांधी के साथ धक्का-मुक्की हुई। राहुल को बचाते हुए उनके सिक्योरिटी गार्ड उन्हें बस के अंदर वापस ले गए। घटना के दौरान राहुल का काफिला सोनितपुर में था। राहुल ले घटना को लेकर कहा कि आज भाजपा के कुछ कार्यकर्ता झंडा लेकर हमारी बस के सामने आ गए। मैं बस से निकला, वो भाग गए। हमारे जितने पोस्टर फाडऩे हैं, फाड़ दो। हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। हमारी विचारधारा की लड़ाई है, हम किसी से नहीं डरते हैं। न ही नरेंद्र मोदी से, न असम के मुख्यमंत्री से।
कांग्रेस पार्टी ने न्याय यात्रा के काफिले पर 48 घंटे में दूसरी बार हमले का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर लिखा- आज जब हमारा काफिला असम में रैली स्थल की ओर जा रहा था। तब जुमगुरीहाट में हिमंता बिस्वा सरमा के गुंडों ने महासचिव जयराम रमेश की गाड़ी पर पानी फेंका और स्टीकर फाड़ा। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने लिखा कि भाजपा के लोगों ने हमारी सोशल मीडिया टीम के कैमरामैन और अन्य सदस्यों पर हमला किया, जिनमें 2 महिलाएं भी थीं। हिमंता, यह गीदड़ हरकतें करनी और करवानी छोड़ दो। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को तुम और तुम्हारे गुंडे नहीं रोक सकते।
राहुल की न्याय यात्रा पर हमले के विरोध में कांग्रेस ने भाजपा सरकार का पुतला फूंका
22 Jan, 2024 09:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देहरादून। कांग्रेस नेता राहुल गांधी न्याय यात्रा के साथ इन दिनों असम में हैं। यहां लखीमपुर में राहुल की न्याय यात्रा पर हमला हुआ, जिसके विरोध में देशभर में धरना-प्रदर्शन हुआ है। इसी कड़ी में देहरादून में भी आज रविवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार का पुतला दहन कर विरोध जताया है।
गौरतलब है कि असम के लखीमपुर में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर हुए हमले का विरोध देशभर में तेज हो गया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के निर्देशन रविवार को प्रदेश में कांग्रेसजनों ने भाजपा सरकार का पुतला दहन करके आक्रोश जताया। न्याय यात्रा में हुए हमले के खिलाफ राजधानी देहरादून में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने एश्ले हॉल चौक पर भाजपा सरकार का पुतला फूंका और कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी भाजपा सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ शांति प्रिय तरीके से भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाल रहे हैं, परंतु असम के लखीमपुर में पहुंचते ही कुछ तत्वों ने असम के मुख्यमंत्री के इशारे पर हमला कर अपनी कुत्सित मानसिकता का परिचय दिया है। कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल बिष्ट का कहना था कि जिस प्रकार भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर हमला हुआ है वह घोर निंदनीय है। भाजपा शासन काल में नौजवानों, किसानों और महिलाओं को न्याय नहीं मिल रहा है, जिस कारण न्याय की मांग को लेकर सभी सड़कों पर उतर रहे हैं। इस स्थिति में राहुल गांधी ने न्याय यात्रा निकाली है, जिस पर कुत्सित हमला होना घोर निन्दनीय कार्य है। उन्होंने कहा कि राहुल की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लोगों का अपार समर्थन मिला है, इससे भाजपा सरकार घबरा गई है। राज्य असम के लखीमपुर में भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर कायराना हमला किया गया है, जिससे आक्रोशित कांग्रेसजन हमले के आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर भाजपा सरकार का पुतला दहन करने को विवश हुए हैं। कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष डॉ जसविंदर गोगी ने हमले की निंदा करते हुए सरकार से आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।