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आज अयोध्या के नए मंदिर में भगवान श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा : मुहूर्त दोपहर 12:29:08 से 12:30:32 तक
22 Jan, 2024 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अयोध्या, अयोध्या आज भव्य है... अलौकिक है और रामधुन से गूंज रही है। उधर, देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भजन-कीर्तन और पूजा -भंडारा हो रहे हैं, क्योंकि आज अयोध्या के नए मंदिर में भगवान श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा होगी।
देश-विदेश से कई अतिथि पहुंच चुके हैं। इनमें संघ प्रमुख मोहन भागवत, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, मुकेश-नीता अंबानी, गौतम अडाणी, अमिताभ बच्चन, रजनीकांत शामिल हैं। पीएम नरेंद्र मोदी सुबह 10 बजकर 20 मिनट पर अयोध्या पहुंचेंगे।
सोमवार सुबह समारोह की शुरुआत मंगल ध्वनि से होगी। विभिन्न राज्यों के 50 से ज्यादा वाद्ययंत्र सुबह 10 बजे से स्वर लहरियां बिखेरेंगे। प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर बनाने वाले श्रमजीवियों से मुलाकात करेंगे। कुबेर टीला जाकर भगवान शिव का पूजन करेंगे। शाम को दीप प्रज्ज्वलित कर देशभर में फिर दिवाली मनाई जाएगी।अयोध्या में लोग रातभर भजन गाते और नाचते दिखे। पूरी अयोध्या को फूलों से सजाया गया है।
दूरदर्शन पर सीधा प्रसारण होगा
आज सुबह से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को दूरदर्शन के राष्ट्रीय और क्षेत्रीय चैनलों पर अयोध्या से सीधा प्रसारण होगा। तमाम टीवी चैनलों, राममंदिर ट्रस्ट, विहिप और आरएसएस से जुड़े सहयोगी संगठनों के यूट्यूब चैनल, सोशल मीडिया से भी प्राण-प्रतिष्ठा की लाइव स्ट्रीमिंग की जाएगी।
प्राण प्रतिष्ठा से पहले 6 दिन चले अनुष्ठान
16 जनवरी से ही रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की प्रक्रिया जारी है। इस दिन प्रायश्चित्त और कर्मकूटि पूजन कराया गया।
17 जनवरी को रामलला की नई मूर्ति को मंदिर परिसर में प्रवेश कराया गया।
18 जनवरी को तीर्थ पूजन, जल यात्रा, जलाधिवास और गंधाधिवास के साथ ही श्रीरामलला विग्रह को उनके स्थान पर विराजमान किया गया।
19 जनवरी को औषधाधिवास, केसराधिवास, घृताधिवास, धान्याधिवास कराया गया।
20 जनवरी को शर्कराधिवास, फलाधिवास, पुष्पाधिवास कराया गया।
21 जनवरी को मध्याधिवास और शैय्याधिवास कराया गया।
चांद पर जापान की सफल लैंडिंग पर पीएम मोदी ने दी बधाई
21 Jan, 2024 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। जापान अब चंद्रमा की सतह पर पहुंचने वाला दुनिया का पांचवां देश बन गया है। इस उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जापान को बधाई दी है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने समकक्ष फुमियो किशिदा और जापानी अंतरिक्ष एजेंसी को बधाई देते हुए सोशल मीडिया पर लिखा प्रधानमंत्री किशिदा और जेएएक्सए के हर सदस्य को चंद्रमा पर जापान की पहली ‘साफ्ट लैंडिंग’ की बधाई। भारत इसरो और जेएएक्सए के बीच अंतरिक्ष के क्षेत्र में सहयोग का इच्छुक है।
जापान को बधाई देते प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि जापान चांद पर पहुंचने वाला दुनिया का पांचवां देश बन गया है। स्थानीय समयानुसार शनिवार तड़के जापानी अंतरिक्ष यान चंद्रमा की सतह पर सफलता पूर्वक उतरा। जापानी अधिकारियों ने इस बात की घोषणा करते हुए कहा कि यह निर्धारित करने की अब भी कोशिश की जा रही है कि अंतरिक्ष यान ने सटीक लैंडिंग की है या नहीं। इसके साथ ही उनका कहना था कि मानव रहित अंतरिक्ष यान की लैंडिंग के संबंध में स्पष्ट विश्लेषण में कुछ और समय लग सकता है। गौरतलब है कि भारत पिछले साल ही चांद पर सफल सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला दुनिया का चौथा देश बना है। अब जापान का चंद्रयान स्मार्ट लैंडर फॉर इन्वेस्टिगेटिंग मून चांद की सतह पर उतरा है। चांद की सतह पर चंद्रयान की लैंडिंग सफलतापूर्वक हुई। इससे पहले रूस, अमेरिका और चीन चांद पर कदम रख चुके हैं। बहरहाल जापान का मकसद इस चंद्रयान के माध्यम से चांद के शिओली क्रेटर की जांच करना और चांद का निर्माण कैसे हुआ यह पता लगाना है। यहां यह भी बतलाते चलें कि जापान ने यह यान चांद के लिए चार महीने पहले यानी 7 सितंबर को रवाना किया था, जो शनिवार को वहां पहुंचा है।
अगले 5 दिनों तक उत्तर भारत में रहेगा घना कोहरा
21 Jan, 2024 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । मौसम विभाग के अनुसार अगले पांच दिनों तक उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड के साथ घने कोहरे के रहने की संभावना है। यहां पर इस समय कोल्ड डे और शीतलहर की मार पड़ रही है। मौसम विभाग ने चेताया है कि अगले चार से पांच दिनों तक उत्तर भारत में घने से बहुत घना कोहरा, गंभीर कोल्ड डे की स्थिति बरकरार रहने वाली है। इसके अलावा, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और उत्तरी राजस्थान में तीन से चार दिनों तक शीतलहर चलती रहेगी। अगले पांच दिनों तक यूपी में और दिल्ली में कोल्ड डे से लेकर गंभीर कोल्ड डे की स्थिति रहने की संभावना है। यहां दिन में बहुत ठंड पड़ेगी, जोकि पहले से पड़ रही कड़ाके की सर्दी के बीच एक और चेतावनी है। इधर पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में न्यूनतम तापमान 3-7 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है। हरियाणा के हिसार में रविवार को न्यूनतम तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
बता दें कि उत्तरी भारत में इन दिनों 140-160 नॉट्स से जेट स्ट्रीम विंड्स चल रही हैं, जिसकी वजह से उत्तर भारत में शीतलहर और कोल्ड डे जारी है। आने वाले तीन से चार दिनों तक ऐसे ही हालात रहने वाले है। वहीं, मौसम विभाग ने अगले चार से पांच दिनों के बीच ओडिशा, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल में हल्की बारिश का अलर्ट जारी कर दिया गया है। मौसम विभाग का कहना है कि पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और उत्तर प्रदेश में 21 जनवरी की रात से 26 जनवरी की सुबह तक घने से बहुत घना कोहरा छाया रहेगा। इसके अलावा, राजस्थान, मध्य प्रदेश में 21 की रात से 24 जनवरी की सुबह तक बहुत घने कोहरे की चेतावनी जारी की गई है।
गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होगी फ्रांसीसी सेना की टुकड़ी
21 Jan, 2024 12:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । दिल्ली में 75वें गणतंत्र दिवस के लिए परेड रिहर्सल चल रही है। शनिवार को इस रिहर्सल में फ्रांस की सेना ने भी हिस्सा लिया। कर्तव्यपथ पर होने वाली परेड में इस बार फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों शामिल हो रहे हैं। गणतंत्र दिवस की इस बार की थीम नारी शक्ति है। इसलिए कई वुमन लीडरशिप वाले दल भाग ले रहे हैं, चाहे वह बैंड हो, ट्राई-सर्विस हो, ये पहली बार भाग ले रहा है। ट्राई-सर्विस की टुकड़ी का नेतृत्व भारतीय सेना की कैप्टन शरण्या राव करेंगी।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस बार परेड में फ्रांसीसी सेना की 95 जवानों वाली मार्चिंग कंटीजेंट, 33 जवानों का बैंड और फ्रांसीसी वायुसेना के राफेल जेट और मल्टीरोल टैंकर ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट शामिल होंगे। शनिवार को इन सभी ने परेड की रिहर्सल की। भारतीय सेना भी 14 जुलाई 2023 को फ्रांस की बैस्टिल डे परेड में शामिल हुई थी। जिसका नेतृत्व स्क्वाड्रन लीडर सुमिता यादव ने किया था। बैस्टिल डे परेड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे।
कर्तव्य पथ पर रिहर्सल
गणतंत्र दिवस के लिए सुरक्षा बलों की फुल ड्रेस रिहर्सल 13 जनवरी से शुरू हुई है। यह 21 जनवरी तक चलेगी। इस दौरान विजय चौक से इंडिया गेट तक कर्तव्यपथ सुबह 10.15 बजे से 12.30 बजे तक ट्रैफिक के लिए पूरी तरह बंद रहेगा।
परेड में कुल 25 झांकियां शामिल होंगी
परेड के दौरान 16 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों और नौ मंत्रालयों व विभागों की झांकियां शामिल होंगी। इन राज्यों में अरुणाचल प्रदेश, हरियाणा, मणिपुर, मध्य प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, राजस्थान, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, लद्दाख, तमिलनाडु, गुजरात, मेघालय, झारखंड, उत्तर प्रदेश तथा तेलंगाना का नाम है। इनके अलावा गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, एविएशनन और जलमार्ग मंत्रालय, संस्कृति मंत्रालय, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान केंद्र, निर्वाचन आयोग और केंद्रीय लोक निर्माण विभाग मंत्रालय की झांकियां नजर आएंगी। रक्षा सचिव ने बताया कि कुछ राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों ने परेड में झांकी शामिल न होने पर चिंता जाहिर की थी। इसे दूर करने के लिए रक्षा मंत्रालय ने एक 3 साल की रोल-ओवर योजना बनाई है। इन तीन सालों में सभी राज्यों को रोटेशन के जरिए समान भागीदारी मिलेगी।
अमेजन ने प्लेटफॉर्म से हटाया फेक राम मंदिर प्रसाद, सेलर के खिलाफ कार्रवाई शुरु
21 Jan, 2024 11:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । राम मंदिर के नाम पर कुछ लोग जनता से धोखा करने की कोशिश कर रहे हैं। इसी कड़ी में अमेजन पर राम मंदिर प्रसाद के नाम पर मिठाइयां बेचे जाने की जानकारी भी थी। इसके बाद सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी ने अमेजन को नोटिस जारी किया था।
सीसीपीए ने ये कार्रवाई कैट की एक शिकायत के आधार पर की थी। अमेजन ने राम मंदिर प्रसाद की लिस्ट को अपने प्लेटफॉर्म से रिमूव कर दिया है। साथ ही सेलर के खिलाफ कार्रवाई की शुरुआत कर दी गई है। सीसीपीए ने अमेजन से 7 दिनों में जवाब मांगा था। सीसीपीए ने कहा था कि अगर जरूरी कदम नहीं उठाए गए, तब कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत प्लेटफॉर्म के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 22 जनवरी को होना है।सीसीपीए के नोटिस के जवाब में अमेजन ने कहा था, हमें सीसीपीए की ओर से हमारे प्लेटफॉर्म पर कुछ सेलर द्वारा अपने प्रोडक्ट्स को लेकर भ्रामक दावे किए जाने की शिकायत मिली है। उन्होंने कहा कि हम अपनी पॉलिसी के मुताबिक इसतरह के किसी भी फेक लिस्टिंग के खिलाफ उचित कार्रवाई कर रहे हैं।
बीजापुर के बासागुड़ा के जंगलों में मुठभेड़ में पुलिस को मिली बड़ी सफलता
21 Jan, 2024 10:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बीजापुर। बीजापुर के बासागुड़ा थाना क्षेत्र के बलम नेंड्रा के जंगल में पुलिस व नक्सलियों के बीच सुबह हुई मुठभेड़ में पुलिस ने दो महिला समेत एक पुरुष नक्सली को मार गिराया हैं। वहीं जवानों ने घटनास्थल से हथियार, विस्फोटक व अन्य सामान बरामद किये हैं।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस को सूचना मिली थी कि बासागुड़ा थाना क्षेत्र के बलम नेंड्रा के जंगल में मद्देड़ एरिया कमेटी डीव्हीसीएम विनोद कर्मा, आवापल्ली एलओएस राजू पुनेम, एसीएम विश्वनाथ, गुड्डू तेलम व अन्य 20 से 25 सशस्त्र नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर शुक्रवार को डीआरजी बीजापुर व कोबरा 210 की संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी। अभियान के दौरान शनिवार की सुबह 7.30 बजे के करीब बेलम गुट्टा के पहाड़ी में पुलिस व नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई। कुछ देर चली मुठभेड़ के बाद पुलिस ने दो महिला नक्सली और एक पुरूष नक्सली को मार गिराया है। पुलिस के मुताबिक घटना स्थल से नक्सली शव सहित हथियार विस्फोटक प्रतिबंधित नक्सली संगठन की प्रचार प्रसार की सामग्री, नक्सली वर्दी, पि_ू, दवाइयां व रोजमर्रा के सामान बरामद किये हैं। क्षेत्र में जवानों का सर्च अभियान जारी हैं।
हिमाचल में पहली बार टूरिज्म एक्टीविटी पर बैन
21 Jan, 2024 09:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शिमला । हिमाचल के ट्राइबल एरिया में आने वाले लाहौल-स्पीति जिले की सिस्सू और कोकसर पंचायत में टूरिज्म से जुड़ी सभी एक्टिविटी पर बैन लगा दिया गया है। स्थानीय लोगों के आराध्य ‘राजा घेपन के आदेश पर दोनों पंचायतों ने अगले एक महीने के लिए यह बैन लगाया है। देवता के आदेश के साथ ही यहां स्थानीय लोगों ने अपने होटल, ढाबे, होम-स्टे और रेस्टोरेंट बंद कर दिए।
इस इलाके में टूरिज्म एक्टिविटी पर यह बैन पहली बार लगाया गया है। अटल टनल बनने के बाद बहुत अधिक सैलानियों के इस एरिया में पहुंचने के कारण यह फैसला लिया गया है। सिस्सू पंचायत के प्रधान राजीव ने बताया कि 28 फरवरी तक इस पूरे एरिया में टूरिज्म से जुड़ी कोई एक्टिविटी नहीं होगी। होटल-ढाबे और होम-स्टे बंद हो जाने के कारण अब यहां टूरिस्ट आए भी तो उन्हें खाने-पीने और ठहरने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
हिमाचल में सिर्फ सिस्सू-कोकसर में ही बर्फ
हिमाचल में कुल्लू-मनाली, शिमला, कुफरी और डल्हौजी समेत किसी बड़े हिल स्टेशन पर इस बार अभी तक बर्फ नहीं गिरी। वहीं अटल टनल के दूसरी तरफ पड़ते लाहौल-स्पीति के ट्राइबल एरिया में दिसंबर में ही स्नोफॉल हो गया था। हिमाचल में इस समय रोहतांग, सिस्सू और कोकसर के अलावा कहीं बर्फ नहीं है। अटल टनल से पहले लाहौल-स्पीति तक पहुंचने वाली इकलौती सडक़ रोहतांग दर्रा से होकर गुजरती थी जो नवंबर अंत तक वहां भारी बर्फबारी के चलते बंद हो जाती थी इसलिए टूरिस्ट यहां पहुंचते ही नहीं थे।
इस बार रिकॉर्ड टूरिस्ट पहुंचे सिस्सू-कोकसर
मनाली से ऊपर रोहतांग दर्रा की तरफ रोजाना सिर्फ तय संख्या में ही गाडिय़ां भेजी जा सकती है और वहां पहुंचने का रास्ता काफी मुश्किल है। वहीं अटल टनल से होते हुए सडक़ के रास्ते किसी भी समय लाहौल पहुंचा जा सकता है इसलिए सारे टूरिस्ट सिस्सू और कोकसर पहुंच रहे हैं। अटल टनल पार करने के बाद प्रमुख टूरिस्ट स्पॉट सिस्सू व कोकसर ही पड़ते हैं इसलिए इस बार क्रिसमस, न्यू ईयर और उसके बाद बर्फ देखने की चाह में रिकॉर्ड टूरिस्ट यहां पहुंचे। ऐसे में सैलानियों की भीड़ से इलाके के इको सिस्टम को बचाने के लिए यहां के राजा घेपन ने अब एक महीने के लिए यहां टूरिज्म एक्टिविटी पर रोक लगाई है।
देवी भोटी की पूजा के साथ ही सारे मंदिरों के कपाट बंद
सिस्सू के रोपसंग गांव में शुक्रवार को देवी भोटी की पूजा-अर्चना की गई। स्थानीय भाषा में इसे घूमती कहते हैं। इस पूजा के बाद लाहौल घाटी के सभी मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए। यह कपाट लगभग एक महीने बंद रहेंगे। अब देवी भोटी के कपाट 21 फरवरी और राजा घेपन के मंदिर के कपाट 24 फरवरी को खुलेंगे।
कल से हालडा उत्सव, शोर-शराबे की मनाही
लाहौल घाटी में कल यानी 21 जनवरी से हालडा उत्सव शुरू हो रहा है। उसके बाद पूणा त्योहार बनाया जाएगा। इस एरिया में यह दोनों लोकल फेस्टिवल ठीक उसी तरह मनाए जाते हैं जैसे मैदानी इलाकों में शिवरात्रि महोत्सव मनाया जाता है। यह दोनों उत्सव चार हफ्ते चलते हैं। हालांकि इस दौरान शोर-शराबा करने, तेज आवाज में म्यूजिक बजाने और ऊंची आवाज में टीवी-रेडियो सुनने पर पाबंदी रहेगी। लगभग एक महीने तक इस पूरे एरिया में लोग एक-दूसरे के साथ बहुत ऊंची आवाज में बात भी नहीं कर सकते। हालडा उत्सव और पूणा त्योहार समाप्त होने के बाद यहां पर्यटन से जुड़ी गतिविधियां दोबारा शुरू हो जाएंगी।
स्वर्ग लोक की यात्रा पर निकले स्थानीय देवता
मान्यता है कि सर्दियों में बर्फबारी के बाद इस इलाके के आराध्य राजा घेपन के साथ-साथ क्षेत्र के दूसरे सभी देवी-देवता स्वर्ग प्रवास पर चले जाते हैं। उनके स्वर्ग प्रवास से लौटने तक गांवों में शोर-शराबा नहीं किया जाता। गांवों में पूरी तरह शांति रहती है।
अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए पीओके से मुस्लिम ने भेजा शारदा पीठ कुंड से पवित्र जल
21 Jan, 2024 08:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
श्रीनगर । अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में इस्तेमाल के लिए एक मुस्लिम व्यक्ति ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में स्थित शारदा पीठ कुंड से पवित्र जल भारत भेजा है। ‘सेव शारदा कमेटी कश्मीर (एसएससीके) के संस्थापक रविंदर पंडित ने कहा कि 2019 में पुलवामा आतंकवादी हमले के पश्चात बालाकोट पर किए गए हवाई हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच डाक सेवाओं के निलंबन के कारण पवित्र जल को अन्य देश के माध्यम से भेजना पड़ा। उन्होंने कहा, ‘‘पीओके में शारदा पीठ के शारदा कुंड का पवित्र जल तनवीर अहमद और उनकी टीम द्वारा एकत्र किया गया। एलओसी (नियंत्रण रेखा) के पार नागरिक समाज के हमारे सदस्य इसे इस्लामाबाद ले गए, जहां से इसे ब्रिटेन में उनकी बेटी मगरिबी को भेजा गया।
रविंदर ने कहा, ‘‘मगरिबी ने इसे कश्मीरी पंडित कार्यकर्ता सोनल शेर को सौंप दिया, जो अगस्त 2023 में भारत के अहमदाबाद आई थीं। वहां से यह दिल्ली में मेरे पास पहुंचा।
उन्होंने कहा कि पवित्र जल को यूरोप तक की यात्रा करनी पड़ी क्योंकि बालाकोट अभियान के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच डाक सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित हैं।
सारी दुनिया में भारत का स्वर्ण भंडार 9वें नंबर पर
20 Jan, 2024 01:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । सारी दुनिया के देशों में रिजर्व स्वर्ण भंडार के मामले में भारत का नौवां नंबर है। सबसे ज्यादा सोना अमेरिका के पास है। अमेरिका के पास 81336 टन सोना है। दूसरे नंबर पर जर्मनी है। इसके पास 3352 टन सोना है। इटली के पास 2452 टन सोना है। फ्रांस के पास 2437 टन सोना है। रूस के पास 2333 टन सोना है। चीन के पास 2191 टन सोना है। वही स्विट्जरलैंड के पास 1040 टन सोना है।जापान के पास 846 टन सोना है। भारत के पास 801 टन सोना है। नीदरलैंड के पास 612 टन सोना है।
फ़ोबर्स सूची में गोल्ड रिजर्व के आधार पर जिन देशों के पास सोने का स्टॉक रिजर्व के रूप में है। उनकी सूची जारी की गई है। इस सूची में भारत नवे स्थान पर है। सऊदी अरब के पास 323 टन गोल्ड रिजर्व के रूप में रखा गया है। ब्रिटेन ने 310 टन सोना रिजर्व के रूप में रखा है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा नियम के अनुसार मुद्रा के उतार-चढ़ाव और जोखिम को कम करने के लिए गोल्ड रिजर्व का नियम बनाया गया है।जब डॉलर का रेट घटता है,तब सोने की कीमत बढ़ती है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा में स्वर्ण भंडार काफी महत्वपूर्ण भूमिका निर्वाह करता है।
अमेरिका में 2008 में जो आर्थिक मंदी आई थी। उससे बाहर निकलने के लिए अमेरिका ने उस समय अपना सोना बेचकर आर्थिक मंदी से निजात पाई थी। विश्व बैंक द्वारा सभी देशों को गोल्ड रिजर्व की मात्रा बढ़ाने का निर्देश दिया गया था। उसके बाद से सभी देशों ने बड़ी मात्रा में सोना खरीदा। जिसके कारण 2008 के बाद से लगातार सोने के भाव बढ़ते रहे। इसका सबसे ज्यादा लाभ अमेरिका को हुआ,और अमेरिका अपनी आर्थिक मंदी से बाहर निकल पाया।
हेली-टूरिज्म नीति लाने वाला देश का पहला राज्य होगा केरल
20 Jan, 2024 12:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । केरल पर्यटन विभाग वर्ष 2024 में नए कीर्तिमान स्थापित करने के तहत हेली-टूरिज्म सहित कई योजनाओं को नया रूप दे रहा है। पर्यटन निदेशक पी बी नूह ने बताया कि केरल व्यापक हेली-टूरिज्म की नीति लाने वाले देश का पहला राज्य है। इसके तहत हेलीकॉप्टर सेवा प्रदाताओं की ओर से पेश किए गए पैकेजों का विवरण देने वाली एक माइक्रो-साइट बनाई है। यह एक ही बार में विभिन्न स्थलों की यात्रा करने की योजना बना रहे पर्यटकों के लिए बहुत मददगार सिद्ध होगी। इससे राज्य परस्पर जुड़ा एक पर्यटन हॉटस्पॉट बन जायेगा।
उन्होंने बताया कि केरल को वैश्विक एडवेंचर टूरिज्म मानचित्र पर लाने के उद्देश्य से सरकार ने इस वर्ष चार अंतरराष्ट्रीय साहसिक खेल (एडवेंचर स्पोर्टस) आयोजनों की मेजबानी करने का निर्णय लिया है। राज्य में पहाड़ों, नदियों, समुद्र तटों और नहरों का मिश्रण होने के कारण बिग टिकट वाला एडवेंचर टूरिज्म कार्यक्रम भी शुरू किया जाने वाला है। इससे इस क्षेत्र में अपार संभावनाएं उत्पन्न होंगी। नूह ने कहा कि सरकार डेस्टिनेशन वेडिंग के लिये अनुकूल माहौल बनाने, दुनिया भर से जोड़ों को आकर्षित करने और पर्यटन एवं स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिये प्रतिबद्ध है।
उन्होंने बताया कि केरल पर्यटन की संशोधित रणनीति नए गंतव्यों को पेश करने, नवीन पर्यटन सर्किट बनाने, बुनियादी ढांचे के विकास और क्षमता निर्माण परियोजनाओं में निवेश करने, पुरस्कार विजेता जिम्मेदार पर्यटन पहल को व्यापक बनाने पर निर्भर करती है। उन्होंने कहा कि नई परियोजनाओं के साथ-साथ राज्य के मुख्य प्राकृतिक आकर्षण के केन्द्र जैसे समुद्र तट , हिल स्टेशन, हाउस बोट और बैक वाटर, आगंतुकों के अनुभव की समृद्ध होगा। एडवेंचर वेलनेस और रिस्पांसिबल टूरिज्म को पूरे जोश के साथ आगे बढ़ाया जायेगा।
कोहरे के कारण ट्रेनों और हवाई यातायात प्रभावित
20 Jan, 2024 11:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । दिल्ली में कड़ाके की ठंड का प्रकोप बना हुआ है, इससे शुक्रवार सुबह ट्रेनों की आवाजाही और हवाई यातायात पर असर पड़ा।
रेलवे सूत्रों ने बताया कि कोहरे और खराब दृश्यता के कारण दिल्ली आने वाली 20 से अधिक ट्रेनों के आगमन में छह घंटे या इससे अधिक का विलंब हुआ। घने कोहरे और कम दृश्यता के कारण दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर कई उड़ान संचालन प्रभावित हुआ। कई यात्रियों ने दिल्ली हवाई अड्डे पर उड़ानों के देरी से आने की शिकायत की।
उत्तर भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान 3-6 डिग्री सेल्सियस रहा। दिल्ली में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 7.1 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री कम है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 25 जनवरी तक इसतरह के हालात बने रहने के आसार हैं।
मौसम विभाग ने बताए कारण....जिसके चलाते उत्तर भारत में पड़ रही भीषण सर्दी
20 Jan, 2024 10:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । उत्तर भारत में साल 2024 में ठंड का रूप कुछ बदला-बदला दिख रहा है। इस बार पहाड़ पर बर्फ नहीं है, मैदानी इलाकों में बारिश नहीं है, लेकिन ठंड ने फिर भी आफत मचा रखी है। इस बार उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में भीषण शीतलहर का सितम है। यहां 29 दिसंबर से अधिकतम तापमान सामान्य से 5-8 डिग्री सेल्सियस नीचे गिर गया, जिससे कंपकंपा देने वाली ठंड पड़ी।
29 दिसंबर से लगातार सूरज गायब रहा और शीतलहर और कोहरा अपने शबाब पर रहे। 7-8 जनवरी के दौरान थोड़ी राहत महसूस की गई, जो कि पश्चिमी विक्षोभ से प्रभावित थी, लेकिन 8 जनवरी के बाद फिर ठंड की वहीं स्थिति लौट आई। इसके साथ ही 12 से 17 जनवरी के बीच उत्तर पश्चिम भारत के कई इलाकों में न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया।
14 जनवरी को कोहरे की चादर अपने चरम पर पहुंच गई, जिससे उत्तर भारत के मैदानी इलाके अमृतसर से डिब्रूगढ़ और पूरे हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार में विजिबिलिटी जीरो हो गई। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर पश्चिम भारत पर किसी भी सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ की कमी, प्रचलित अल-नीनो की स्थिति और एक मजबूत जेट स्ट्रीम शामिल है।
आमतौर पर दिसंबर से जनवरी तक उत्तर पश्चिम भारत में 5-7 वेस्टर्न डिस्टर्बेंस होते हैं। जो जमा देने वाली ठंड को कम करते हैं। हालांकि, इस सर्दी में इसबार वेस्टर्न डिस्टर्बेंस अनुपस्थित रहे। इस बार केवल दो वेस्टर्न डिस्टर्बेंस दिखाई दिए। एक दिसंबर में और दूसरा जनवरी में जिनका प्रभाव गुजरात, उत्तरी महाराष्ट्र, पूर्वी राजस्थान और मध्य प्रदेश तक सीमित रहा। इसके अलावा पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में सामान्य से कम बारिश होने से कड़ाके की ठंड और बढ़ गई है। इस क्षेत्र में बारिश और बर्फबारी में भारी कमी देखी गई, जो औसत से लगभग 80 प्रतिशत कम थी, जिससे शीतलहर की तीव्रता बढ़ गई। वेस्टर्न डिस्टर्बेंस में कमी को भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर के ऊपर प्रचलित अल-नीनो स्थितियों के लिए भी जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। यह घटना उत्तर भारत में कम शीतलहर के दिनों को दर्शाती है, यह प्रवृत्ति वर्तमान मौसम में भी ध्यान देने योग्य है।
इसके अलावा उत्तर भारत में समुद्र तल से 12 किमी ऊपर, लगभग 250-320 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तेज जेट स्ट्रीम हवाओं ने ठंड के मौसम को बढ़ा दिया है। मजबूत जेट स्ट्रीम पैटर्न जारी रहने की संभावना है, जिससे अगले कुछ दिनों तक उत्तर भारत में लगातार ठंड पड़ने का अनुमान है।
कागज से बने तिरंगे झंडों को जमीन पर ना फेंकें.....वरना होगी कार्रवाई
20 Jan, 2024 08:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । गणतंत्र दिवस समारोह को अब केवल एक सप्ताह का ही शेष बचा है। 26 जनवरी को देखकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एक सर्कुलर जारी किया है, जिसमें सुनिश्चित करने का आग्रह किया गया है कि महत्वपूर्ण राष्ट्रीय, सांस्कृतिक और खेल आयोजन के दौरान उपयोग होने वाले कागज से बने भारतीय झंडे को समारोह खत्म होने के बाद जमीन पर ना फेंका जाए।
गृह मंत्रालय ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय ध्वज देश के लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करता है और झंडे की गरिमा के अनुरूप कागज के तिरंगे का निजी तौर पर निपटान किया जाना चाहिए। आपसे सुनिश्चित करने का अनुरोध किया जाता है कि जनता द्वारा उपयोग किए जाने वाले कागज से बने झंडों को कार्यक्रम के बाद जमीन पर नहीं फेंका जाता है। इसतरह के झंडों को झंडे की गरिमा के अनुरूप, निजी तौर पर निपटाया जाना चाहिए।
सोनोग्राफी की गलत रिपोर्ट देने पर जुर्माना 15 लाख रुपये का
19 Jan, 2024 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। मेडिकल रिपोर्ट गलत देने वाले पर उपभोक्ता फोरम ने सख्ती दिखाते हुए लाखों का जुर्माना भरने को कहा है। दरअसल गर्भवती महिला की अल्ट्रा सोनोग्राफी टेस्ट रिपोर्ट गलत देने को लेकर राष्ट्रीय उपभोक्ता आयोग ने डॉक्टर और अस्पताल पर साढ़े सात-साढ़े सात लाख यानी कुल 15 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। यह राशि पीड़ित महिला को मुआवजे के तौर पर देने को कहा गया है।
जानकारी अनुसार राष्ट्रीय उपभोक्ता आयोग के एपी शाही की अध्यक्षता वाली पीठ का कहना है कि अल्ट्रा सोनोग्राफी इसलिए कराई जाती है, ताकि गर्भ में पल रहे शिशु के शारीरिक विकास में विकार संबंधी जानकारी से अवगत हुआ जा सके। ऐसे में डॉक्टर व संबंधित अस्पताल की रिपोर्ट में बच्चे के लिंब को नार्मल बताना, जबकि ऐसा नहीं था। पीठ ने माना कि सोनोग्राफी टेस्ट करते समय घोर लापरवाही बरती गई थी, जिसकी वजह से बच्चा अपंग पैदा हुआ। उस बच्चे के घुटनों के नीचे से दोनों पैर नहीं थे और एक हाथ भी कुहनी के नीचे से गायब था। इस हालत में बच्चा जीवनभर स्पेशल नर्स केयर में रहेगा। इसकी वजह से उसके माता-पिता को भी जीवन भर मानसिक प्रताड़ना सहने को मजबूर होना पड़ा। इस लापरवाही को गंभीर मानते हुए पीठ ने कहा कि इसे नकारा नहीं जा सकता। अत: राष्ट्रीय आयोग ने इस मामले में राज्य उपभोक्ता आयोग द्वारा डॉक्टर व अस्पताल पर लगाए गए 75-75 हजार रुपए के जुर्माने को नाकाफी बताया और उसे कुल 15 लाख रुपये बतौर जर्माना भरने को कहा है।
मौसम विभाग ने बताए कारण....जिसके चलाते उत्तर भारत में पड़ रही भीषण सर्दी
19 Jan, 2024 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । उत्तर भारत में साल 2024 में ठंड का रूप कुछ बदला-बदला दिख रहा है। इस बार पहाड़ पर बर्फ नहीं है, मैदानी इलाकों में बारिश नहीं है, लेकिन ठंड ने फिर भी आफत मचा रखी है। इस बार उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में भीषण शीतलहर का सितम है। यहां 29 दिसंबर से अधिकतम तापमान सामान्य से 5-8 डिग्री सेल्सियस नीचे गिर गया, जिससे कंपकंपा देने वाली ठंड पड़ी।
29 दिसंबर से लगातार सूरज गायब रहा और शीतलहर और कोहरा अपने शबाब पर रहे। 7-8 जनवरी के दौरान थोड़ी राहत महसूस की गई, जो कि पश्चिमी विक्षोभ से प्रभावित थी, लेकिन 8 जनवरी के बाद फिर ठंड की वहीं स्थिति लौट आई। इसके साथ ही 12 से 17 जनवरी के बीच उत्तर पश्चिम भारत के कई इलाकों में न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया।
14 जनवरी को कोहरे की चादर अपने चरम पर पहुंच गई, जिससे उत्तर भारत के मैदानी इलाके अमृतसर से डिब्रूगढ़ और पूरे हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार में विजिबिलिटी जीरो हो गई। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर पश्चिम भारत पर किसी भी सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ की कमी, प्रचलित अल-नीनो की स्थिति और एक मजबूत जेट स्ट्रीम शामिल है।
आमतौर पर दिसंबर से जनवरी तक उत्तर पश्चिम भारत में 5-7 वेस्टर्न डिस्टर्बेंस होते हैं। जो जमा देने वाली ठंड को कम करते हैं। हालांकि, इस सर्दी में इसबार वेस्टर्न डिस्टर्बेंस अनुपस्थित रहे। इस बार केवल दो वेस्टर्न डिस्टर्बेंस दिखाई दिए। एक दिसंबर में और दूसरा जनवरी में जिनका प्रभाव गुजरात, उत्तरी महाराष्ट्र, पूर्वी राजस्थान और मध्य प्रदेश तक सीमित रहा। इसके अलावा पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में सामान्य से कम बारिश होने से कड़ाके की ठंड और बढ़ गई है। इस क्षेत्र में बारिश और बर्फबारी में भारी कमी देखी गई, जो औसत से लगभग 80 प्रतिशत कम थी, जिससे शीतलहर की तीव्रता बढ़ गई। वेस्टर्न डिस्टर्बेंस में कमी को भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर के ऊपर प्रचलित अल-नीनो स्थितियों के लिए भी जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। यह घटना उत्तर भारत में कम शीतलहर के दिनों को दर्शाती है, यह प्रवृत्ति वर्तमान मौसम में भी ध्यान देने योग्य है।
इसके अलावा उत्तर भारत में समुद्र तल से 12 किमी ऊपर, लगभग 250-320 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तेज जेट स्ट्रीम हवाओं ने ठंड के मौसम को बढ़ा दिया है। मजबूत जेट स्ट्रीम पैटर्न जारी रहने की संभावना है, जिससे अगले कुछ दिनों तक उत्तर भारत में लगातार ठंड पड़ने का अनुमान है।