देश
भारतीय नौसेना के कमांडो ने 24 घंटे में समुद्री डाकुओं के चंगुल से छुड़ाए 19 पाकिस्तानी
30 Jan, 2024 11:11 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सोमाली समुद्री डाकुओं के खिलाफ भारतीय नौसेना की कार्रवाई जारी है। भारतीय नौसेना ने 24 घंटे के अंदर दूसरी बार मछली पकड़ने वाले जहाज अल नामी को बचाया है।
समुद्री डाकुओं के खिलाफ आईएनएस सुमित्रा का एक और ऑपरेशन
भारतीय रक्षा अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि नौसेना के युद्धपोत आईएनएस सुमित्रा ने कोच्चि के तट से लगभग 800 मील की दूर पर समुद्री डाकुओं द्वारा अपहृत मछली पकड़ने वाले जहाज अल नामी को बचाया गया है।
24 घंटे के अंदर दूसरी बार नाव को कराया मुक्त
भारतीय रक्षा अधिकारी के मुताबिक, भारतीय नौसेना के समुद्री कमांडो ने चालक दल को सुरक्षित बचाने के लिए ऑपरेशन में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने सफलतापूर्वक नाव को बंधकों से मुक्त कराया है। पिछले 24 घंटों में भारतीय नौसेना का दूसरा सफल समुद्री डकैती रोधी अभियान था। भारतीय नौसेना के युद्धपोत हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा प्रदान करने के लिए तैनात किए गए हैं।
मछली पकड़ने वाले जहाज पर सवार थे 19 पाकिस्तानी
भारतीय नौसेना ने एक बयान में कहा कि नौसेना के जहाज सुमित्रा ने सोमालिया के पूर्वी तट पर समुद्री डकैती के खिलाफ एक और सफल अभियान को अंजाम दिया है। भारतीय नौसेना ने मछली पकड़ने वाले जहाज अल नामी और उसके चालक दल को 11 सोमाली समुद्री लुटेरों से बचाया है। इस जहाज पर 19 पाकिस्तानी नागरिक भी सवार थे।
एक दिन पहले बचाया था ईरानी जहाज
बता दें कि एक दिन पहले भी भारतीय नौसेना ने एक सफल ऑपरेशन को अंजाम दिया था। भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस सुमित्रा ने सोमाली समुद्री डाकुओं द्वारा अपहृत मछुआरों को बचाया था। समुद्री डाकुओ ने ईरानी जहाज का अपहरण कर लिया था, जिसमें लगभग 17 क्रू सदस्य सवार थे।
कर्नाटक में भूकंप के झटके, ठिठुरन भरी रात लोगो ने सड़कों पर बिताई
29 Jan, 2024 06:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
विजयपुरा । कर्नाटक के विजयपुरा जिले में सोमवार रात भूकंप के झटके महसूस किए गए। इस दौरान लोग अपने घरों से बाहर आ गए और ठंड में ठिठुरते हुए रात बिताई। मिली जानकारी के अनुसार रात करीब 12.22 बजे और 1.20 बजे विजयपुरा शहर और बसवनबागेवाड़ी तालुक के मनागोली शहर के कुछ हिस्सों में धरती हिली। भूकंप के चलते लोग अपने घरों से बाहर आ गए और पूरी रात सड़कों पर बिताई। अधिकारियों ने बताया कि भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 2.9 दर्ज की गई है। ये भूकंप के झटके धरती के पांच किलोमीटर अंदर से आए थे। बताया जा रहा है कि भूकंप के कारण घर में सामान और चीजें अस्त-व्यस्त हो गईं। क्षेत्र के लोग भूकंप के झटकों से सावधान हो गए। पिछले साल उन्होंने 10 से अधिक बार भूकंप के झटके महसूस किए थे। इधर कर्नाटक प्राकृतिक आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की टीमों और जिले का दौरा करने वाली केंद्रीय एजेंसियों के विशेषज्ञों ने कहा कि भूकंप की तीव्रता कम है और इससे घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है।
नेशनल हाईवे पर कार-लॉरी की टक्कर में पांच की मौत
29 Jan, 2024 05:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नलगोंडा । तेलंगाना में नलगोंडा जिले मिर्यालगुडा में अडांकी-नारकेटपल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक कार और लॉरी की जोरदार टक्कर में पांच लोगों की मौत के साथ ही एक के गंभीर रूप से घायल होने के समाचार मिले हैं। मिली जानकारी के अनुसार कार में दो बच्चों और एक महिला सहित पांच लोग सवार थे। पुलिस ने जानकारी में बताया कि पीड़ितों की पहचान महेश (32), ज्योति (30), रिशिता (6), भूमा महेंद्र (32) और लियांशी (2) के रूप में हुई है। दुर्घटना के समय ये लोग विजयवाड़ा और अन्य स्थानों की तीर्थयात्रा पूरी करने के बाद मिर्यालागुडा में अपने पैतृक गांव नंदीपाडु लौट रहे थे। घायल व्यक्ति को मिर्यालागुडा के एरिया अस्पताल में भर्ती कराया गया और बाद में उन्नत चिकित्सा देखभाल के लिए एक निजी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है। दुर्घना के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और लॉरी और उसके चालक को गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है।
महाराष्ट्र के रत्नागिरी में नहीं है ठंड
29 Jan, 2024 11:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । महाराष्ट्र के रत्नागिरी में ठंड नहीं है। यहां का न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस तक रहता है। जिससे यह शीत मौसम में आने वाली अच्छी जगह है। यहां पर सर्दियों के मौसम में घूमने के लिए एक आरामदायक विकल्प है। जहां महाराष्ट्र के स्वादिष्ट खाने का आनंद ले सकते हैं। यहां दिल्ली से ट्रेन या फ्लाइट द्वारा जा सकते हैं।
महाराष्ट्र का मुंबई शहर भी घूमने के लिए बहुत पॉपुलर है। अधिकतर लोग दूर-दूर से यहां घूमने के लिए आते हैं। यहां गेटवे ऑफ इंडिया, चौपाटी घूमने के साथ स्टार के बंगले भी देख सकते हैं। अगर आप लकी रहे तो शायद आपको अपने फेवरेट स्टार को देखने या मिलने का मौका मिल जाए। अगर आप भी सर्दी के मौसम में किसी ऐसी जगह घूमना चाहते हैं जहां आपको सर्दी का एहसास न हो तो मुंबई भी घूम सकते हैं। जब भी विंटर वेकेशन की बात होती है तो सबसे पहले दिमाग में गोवा का नाम आता है। यहां हर साल लाखों पर्यटक घूमने आते हैं। यहां का अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस तक रहता है। अगर आप एक पर्फेक्ट विंटर वेकेशन पर जाना चाहते हैं तो गोवा घूमने जा सकते हैं। यहां बीच से लेकर गोवा की नाइट लाइफ एन्जॉय करने का मौका मिलेगा। हैदराबाद में सर्दियों के मौसम में भी तापमान सामान्य रहता है। चार मीनार और मोतियों का विशाल संग्रह इस शहर के मुख्य आकर्षणों में से एक है। एसे में आप सर्दियों में हैदराबाद जाने का प्रोग्राम भी बना सकते हैं।
भारत-म्यांमार सीमा पर बाड़ लगाने के विरोध में उतरा जनजातीय संगठन
29 Jan, 2024 10:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चुराचांदपुर। मणिपुर के चुराचांदपुर जिले के एक जनजातीय संगठन ने भारत-म्यांमार सीमा पर बाड़ लगाने का कड़ा विरोध किया है। संगठन ने कहा कि वह भारत-म्यांमार सीमा पर बाड़ लगाने के केंद्र के फैसले का विरोध करेगा। इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ) ने एक बयान में कहा कि संगठन ने जिला मुख्यालय में स्थानीय लोगों के साथ शनिवार को एक सभा का आयोजन किया था। इस दौरान भारत-म्यांमार सीमा पर बाड़ लगाने और दोनों देशों के बीच मुक्त आवागमन व्यवस्था को रद्द करने के केंद्र के फैसले का विरोध करने का संकल्प लिया गया। दरअसल मुक्त आवागमन व्यवस्था सीमा के दोनों ओर रहने वाले लोगों को बिना वीजा के एक-दूसरे के क्षेत्र में 16 किलोमीटर तक की यात्रा करने की अनुमति देती है। इसमें भारत के चार राज्य- अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर और मिजोरम, म्यांमा के साथ 1,643 किलोमीटर लंबी सीमा के दायरे में आते हैं। संगठन के बयान में कहा गया कि आईटीएलएफ ने कुकी जो समुदाय के लोगों के राजनीतिक भविष्य के लिए मिजोरम सरकार से मुलाकात करने का भी फैसला किया। बता दें कि म्यांमार में फरवरी 2021 में सैन्य तख्तापलट के बाद यहां के 31,000 से अधिक लोगों ने मिजोरम में शरण ली है। इनमें से ज्यादातर चिन राज्य से हुड़े हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 20 जनवरी को गुवाहाटी में कहा था कि सरकार भारत-म्यांमार सीमा पर लोगों की मुक्त आवागमन व्यवस्था को समाप्त कर देगी और सीमा पर बाड़ लगाएगी। संगठन द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है।
दिल्ली एयरपोर्ट की सुरक्षा में सेंध, रन-वे पर खड़ा हो गया शख्स
29 Jan, 2024 09:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था में एक बार फिर सेंधमारी हो गई। यहां रनवे पर विमान उड़ने ही वाला था कि उसके सामने एक शख्स आकर खड़ा हो गया। गनीमत रही कि चालक ने विमान को रोक लिया। इससे पहले भी बीते दिनों, एक शख्स डिजी यात्रा सिस्टम में सेंध लगाकर एयरोब्रिज तक पहुंचने में कामयाब हो गया था। वहीं, अब एक शख्स उड़ान भरने को तैयार एक विमान के सामने आकर खड़ा हो गया। गनीमत रही कि सही समय पर विमान के पायलट की नजर इस शख्स पर पड़ गई और बिना किसी देरी के विमान को रोक लिया गया। नहीं तो आज रन-वे पर खड़े इस शख्स के साथ विमान में बैठे सैकड़ों मुसाफिरों की जिंदगी दांव पर लग जाती। एयरपोर्ट सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, शनिवार देर रात्रि करीब 11:50 बजे एयर इंडिया का एक विमान उड़ान भरने के लिए आगे बढ़ने ही वाला था, तभी पायलट को रन-वे पर कोई शख्स टहलता हुआ नजर आया। सैकड़ों मुसाफिरों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर विमान को वहीं रोक लिया। इसके बाद, पायलट ने रन-वे पर टहल रहे इस शख्स की जानकारी एयर ट्रैफिक कंट्रोल को दी। एटीसी ने इसके लिए एयरपोर्ट ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर को मामले की जानकारी देते हुए रन-वे क्लियर कराने को कहा।
सूचना मिलते ही एओसीसी ने एयरसाइट पर मौजूद फॉलो-मी व्हिकल और सीआईएसएफ की क्विक एक्शन टीम रन-वे पर पहुंची। सुरक्षाकर्मियों को पता चला कि यह शख्स शराब के नशे में बुरी तरह से धुत था। लंबी जद्दोजहद के बाद सुरक्षाकर्मियों ने इस युवक पर काबू पाया और टर्मिनल बिल्डिंग में लाए। इस पूरी कवायद में करीब 20 से 25 मिनट का समय लग गया। रन-वे क्लियर होने के बाद एयर इंडिया का विमान उड़ान के लिए आगे बढ़ गया। वहीं, टर्मिनल पर पहुंचने के बाद इस शख्स से पूछताछ में युवक की पहचान इमाम के रूप में हुई है। आरोपी हरियाणा के नूह का रहने वाला है। उसने बताया वह एयरपोर्ट की चारदीवारी फांदकर एयर साइट में दाखिल हुआ था। एयरपोर्ट पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है।
मुस्लिम देश इंडोनेशिया की करेंसी में आज भी भगवान गणेश विराजमान
29 Jan, 2024 08:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । भारत के मुस्लिम पड़ोसी देश इंडोनेशिया की करेंसी में भगवान गणेश की छवि विराजमान है। बता दें कि इंडोनेशिया दुनिया का सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाला देश है। यहां की कुल आबादी में करीब 87 फ़ीसदी मुसलमान हैं और इनकी संख्या करीब 23 करोड़ के आसपास है। इंडोनेशिया भले ही सर्वाधिक मुस्लिम आबादी वाला देश हो और इस्लाम को मानता हो, लेकिन लंबे वक्त तक हिंदुओं के आराध्य भगवान गणेश ने इस देश को सहारा दिया है। यहां पर भगवान गरुण का दबदबा तो आज भी कायम है। जानकारी के अनुसार इंडोनेशिया की करेंसी को रुपैया के नाम से जाना जाता है और 20 हजार की करेंसी पर भगवान गणेश की तस्वीर छप चुकी है। इस नोट को छापने की शुरुआत साल 1998 में हुई थी। नोट पर एक तरफ भगवान गणेश तो दूसरी तरफ इंडोनेशिया के स्वतंत्रता सेनानी हजार देवेंत्रा की तस्वीर छपी है। इंडोनेशिया में भगवान गणेश को कला, विज्ञान और शिक्षा का प्रतीक माना जाता है। जिस वक्त भगवान गणेश की तस्वीर करेंसी पर छापने का फैसला लिया गया था, उस वक्त इंडोनेशिया की अर्थव्यवस्था बहुत बुरे दौर से गुजर रही थी। बताया जा रहा है इंडोनेशिया को इस करेंसी ने काफी सहारा दिया।
हालांकि इंडोनेशिया, अब भगवान गणेश की तस्वीर वाली करेंसी छापना बंद कर चुका है। साल 2008 में आखिरी बार इस करेंसी की छपाई हुई थी, लेकिन ये नोट 2018 तक चलन में थे। एक और दिलचस्प बात यह है कि इंडोनेशिया की सरकारी विमान कंपनी का नाम गरुण एयरलाइंस है। जो कि पवित्र गरुड़ पक्षी के नाम पर रखा गया है। हिंदू धर्म में भी गरुड़ देवता की पूजा की जाती है। आपको बता दें कि इंडोनेशिया में करीब 1.69 फीसदी हिंदू आबादी भी रहती है। जिसमें से लगभग 90 फ़ीसदी आबादी अकेले बाली में रहती है। इंडोनेशिया के धार्मिक मामलों के मंत्रालय के मुताबिक देश में कुल 87.02% मुसलमान जिसमें 99 फीसदी सुन्नी, 7.43 प्रतिशत ईसाई, 1.69 प्रतिशत हिंदू, .073 प्रतिशत बौद्ध और बाकी अन्य धर्मों के लोग रहते हैं।
दीवार तोड़कर घर में घुसा हाथी....दो महिलाओं को कुचला
28 Jan, 2024 11:19 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भुवनेश्वर । ओडिशा के भुवनेश्वर के लाईमुरा वन खंड के सिकुरसिंघा गांव में एक हाथी ने दो महिलाओं को कुचल दिया। मृतकों की पहचान सुरुबाली और खैरी के रूप में की गई है। जानकारी के मुताबिक महिलाएं रात को अपने घर में सो रही थीं। तभी खाने की तलाश में एक हाथी घर की दीवार तोड़कर घर में घुस गया। हाथी को देखकर महिलाओं ने वहां से भागने की कोशिश की। लेकिन हाथी ने उनका पीछा कर उन्हें कुचलकर मार डाला।
इसके पहले पिछले साल दिसंबर में बरगढ़ जिले में अलग-अलग घटनाओं में दो जंगली हाथियों ने दो युवकों को कुचलकर मार डाला था। उसी महीने खोरधा के टांगी ब्लॉक के जरीतापुर में जंगली हाथी ने दो अन्य युवकों को भी मारा था।
दिल्ली एसीपी के वकील बेटे की हत्या
28 Jan, 2024 10:17 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । दिल्ली पुलिस के एसीपी यशपाल सिंह के बेटे लक्ष्य चौहान (26) की हत्या कर दी गई। हत्या का आरोप लक्ष्य के दो दोस्तों अभिषेक और विकास पर है। बताया जा रहा है कि कर्ज को लेकर विवाद के चलते दोस्तों ने लक्ष्य को नहर में फेंक दिया था। पुलिस ने आरोपी अभिषेक को हिरासत में ले लिया है। वहीं, विकास की तलाश जारी है। 22 जनवरी को लक्ष्य अपने दोस्त अभिषेक और विकास के साथ हरियाणा के रोहतक में शादी में गया था। जब वह अगले दिन घर नही लौटा तो एसीपी यशपाल सिंह ने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की, जिसके बाद तलाशी अभियान शुरू हुआ।
भारत में होगी राफेल के इंजन की मरम्मत-रखरखाव
28 Jan, 2024 09:16 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों 25-26 जनवरी को 2 दिन के राजकीय दौरे पर भारत आए थे। इस दौरान भारत-फ्रांस के बीच कई समझौते हुए। पीएम नरेंद्र मोदी और मैक्रों ने दोनों देशों में डिफेंस इंडस्ट्रियल सेक्टर में साझेदारी बढ़ाने पर सहमति जताई। साथ ही इसके लिए रोडमैप भी तैयार किया गया। दोनों नेताओं ने स्कॉर्पीन-क्लास सबमरीन और उसके पुर्जों को भारत में ही बनाने के लिए हुए समझौते का स्वागत किया।
उन्होंने इस प्रोजेक्ट की प्रोग्रेस का भी मुआयना किया। साथ ही भारत में राफेल फाइटर जेट के इंजनों के लिए सेफरान कंपनी की तरफ से रखरखाव, मरम्मत और इसके ऑपरेशन की फेसिलिटी तैयार करने के लिए हुए समझौते का भी स्वागत किया गया। इसके अलावा सेफरान कंपनी आईएमआरएच हेलिकॉप्टर इंजन बनाने के लिए भारत की हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के बीच जॉइंट वेंचर करेगी।
वडोदरा में बनेंगे एच125 सिंगल इंजन हेलिकॉप्टर
टाटा ग्रुप और फ्रांस की एयरक्राफ्ट मैन्युफैक्चरिंग कंपनी एयरबस के बीच भी अहम समझौता हुआ। इसके तहत दोनों कंपनी साथ मिलकर भारत में एच125 सिंगल इंजन हेलिकॉप्टर बनाएंगी। ये हेलीकाप्टर कॉमर्शियल यूज के लिए बनाए जाएंगे। टाटा ग्रुप की टाटा एडवांस सिस्टम्स लिमिटेड कंपनी इन हेलीकॉप्टरों के लिए असेम्बली लाइन मैनेज करेगी। ये हेलीकाप्टर गुजरात के वडोदरा में मैन्युफैक्चर किए जाएंगे। यहां पहले से ही टाटा और एयरबस मिलकर 40 सी295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट बना रहीं हैं। इन सिंगल इंजन एच130 हेलिकॉप्टरों का उपयोग मेडिकल एयरलिफ्ट, सर्विलांस मिशन, वीआईपी ड्यूटीस और साइटसीइंग सर्विसेज के लिए किया जाएगा।
क्या है स्कॉर्पीन क्लास सबमरीन का समझौता
इससे पहले पिछले साल पीएम मोदी के फ्रांस दौरे पर मेक इन इंडिया के तहत मझगांव डॉकयाड्र्स लिमिटेड में 3 और स्कॉर्पीन (कलवारी) क्लास अटैक की पनडुब्बियों को बनाने के लिए समझौता हुआ था। भारत ने 2005 में फ्रांस के नेवल ग्रुप से स्कॉर्पीन-क्लास सबमरीन बनाने के लिए 3.75 अरब डॉलर यानी करीब 28.6 हजार करोड़ का समझौता किया था। इन सबमरीन को पब्लिक सेक्टर की कंपनी मझगांव डॉकयाड्र्स लिमिटेड ने फ्रांस के सहयोग से देश में ही बनाया है।
डिफेंस रिसर्च में साझेदारी के लिए साइन होंगे एमओयू
इसके बाद ये इंजन भारत में ही तैयार हो सकेंगे। फ्रांस के डायरेक्टर जनरल ऑफ आर्मामेंट और भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन के बीच भी डिफेंस रिसर्च में साझेदारी को लेकर बातचीत जारी है। दोनों ही संस्थान जल्दी ही इसको लेकर रूश साइन करेंगे। भारत-फ्रांस के बीच रक्षा क्षेत्र में हुए समझौतों को आत्मनिर्भर भारत मिशन के लिए अहम माना जा रहा है। यह भारतीय सेनाओं को इंडिपेंडेंट बनाने के लिए भी अहम कदम है। साथ ही 2047 तक विकसित भारत के टारगेट को लेकर भी भारत-फ्रांस ने साइंस, तकनीक और डिजिटल डेवलपमेंट में साझेदारी पर चर्चा की।
लखनऊ जा रही फ्लाइट में बम की अफवाह, आरोपी यात्री गिरफ्तार
28 Jan, 2024 08:14 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। मुंबई से लखनऊ जाने वाली इंडिगो फ्लाइट में विमान की सीट के नीचे बम होने की झूठी सूचना देने के आरोप में सहार पुलिस ने 27 वर्षीय एक यात्री को गिरफ्तार किया है। मुंबई पुलिस के मुताबिक, आरोपी यात्री ने शुक्रवार 26 जनवरी की रात मुंबई से लखनऊ जाने वाली इंडिगो फ्लाइट नंबर 6ई 5264 विमान में सीट के नीचे बम रखे होने की झूठी अफवाह फैलाई. घटना की जानकारी मिलते ही मुंबई पुलिस और एयरपोर्ट अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की. इसके साथ ही सुरक्षा एजेंसियों द्वारा तुरंत विमान की गहनता से जांच की गई. आखिरकार जांच के बाद पुलिस को कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली. इसके बाद आरोपी यात्री को हिरासत में लिया गया और उसके खिलाफ अफवाह फैलाने और धोखाधड़ी के आरोप में मामला दर्ज किया गया. पुलिस आरोपी यात्री के इस कृत्य के पीछे के मकसद की जांच कर रही है।
चंद्रयान ने बचाई जापानी मून लैंडर स्लिम की जान
27 Jan, 2024 05:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। भारतीय वैज्ञानिक और अंतरिक्ष रिसर्च में काफी आगे बढ़ चुके हैं। इसका ताजा उदाहरण जापान का मून लैंडर स्लिम है। जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (जेक्सा) का चंद्रमा लैंडर, स्मार्ट लैंडर फॉर इन्वेस्टिगेटिंग मून,20 जनवरी को चंद्रमा पर उतरा। एजेंसी ने गुरुवार को पुष्टि की कि उसने मूल लक्ष्य लैंडिंग साइट से लगभग 55 मीटर पूर्व में ऐसा किया। एजेंसी ने 100 मीटर की सटीकता के साथ लैंडिंग के अपने मुख्य मिशन को पूरा किया।एक रिपोर्ट के अनुसार ऐसा जापान ने भारत के दूसरे मून मिशन चंद्रयान-2 की मदद से किया, जिसे तकनीकी रूप से ‘विफल’ माना जाता है। लेकिन जिसका ऑर्बिटर भारत और अन्य देशों के वाहनों का मार्गदर्शन करना जारी रखा है। जेक्सा ने गुरुवार को इसे लेकर एक बयान जारी किया है।
इसरो वैज्ञानिकों ने कहा कि चंद्रयान-2 ने साल 2019 में चंद्रमा पर उतरने का अपना अंतिम उद्देश्य भले ही हासिल नहीं किया हो, लेकिन इसका ऑर्बिटर लगभग पांच सालों से चंद्रमा से महत्वपूर्ण डेटा प्रदान कर रहा है। इसने पिछले साल अपने उत्तराधिकारी चंद्रयान-3 की सफलता को आकार देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने शुक्रवार को कहा कि ‘हमने चंद्रयान-3 की लैंडिंग की योजना बनाने के लिए चंद्रयान-2 ऑर्बिटर से प्राप्त फोटो का विश्लेषण किया। इससे हमें वही गलतियां नहीं दोहराने में मदद मिली जो हमने अतीत में की थीं। यह भविष्य के चंद्र मिशनों की योजना बनाने में भी हमारी मदद करता रहेगा।’मालूम हो कि 2 सितंबर, 2019 को, चंद्रयान -2 के लैंडर मॉड्यूल ने चंद्र सतह पर उतरने का प्रयास करने से पहले अंतिम यात्रा शुरू करने के लिए, ऑर्बिटर से सफलतापूर्वक खुद को अलग कर लिया। हालांकि, कुछ दिनों बाद, 7 सितंबर को, विक्रम लैंडर चंद्रमा पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हालांकि मिशन अपने इच्छित लक्ष्य को हासिल नहीं कर सका, लेकिन ऑर्बिटर पर मौजूद उपकरण तब से चंद्रमा की कक्षा से महत्वपूर्ण डेटा प्रदान कर रहा है।
वंदे भारत एक्सप्रेस ने ट्रैक पर पड़े स्लीपर को मारी टक्कर, घबराए यात्री
27 Jan, 2024 04:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
डॉ.गायत्री ✍🏻.....
नई दिल्ली । दिल्ली हावड़ा रेल मार्ग पर औरैया जिले के अछल्दा स्टेशन के पास वंदे भारत एक्सप्रेस ने ट्रैक पर पड़े स्लीपर को टक्कर मार दी, इससे यात्रियों में अफरातफरी मच गई। यह घटना शुक्रवार दोपहर की बताई जा रही है जहां रेलवे की ही लापरवाही से वंदे भारत एक्सप्रेस पलटने से बच गई। मिली जानकारी के अनुसार यहां रेलवे की बन रही बाउंड्री के लिए आए सीमेंट के स्लीपरों में एक स्लीपर रेलवे ट्रैक पर पड़ा था, जिससे ट्रेन टक्कर गई और तेज धमाके के साथ पूरी ट्रेन हिल गई। चालक को इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोकनी पड़ी। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि अछल्दा स्टेशन के पास डंपर से सीमेंट के स्लीपर लाये गए थे। जिन्हें रेलवे ट्रैक किनारे प्रेशर मशीन की मदद से उतारा जा रहा था, तभी एक स्लीपर रेलवे लाईन पर उतर गया। जिसे बाउंड्री वाल पर काम कर रहे मजदूरों ने हटाने का प्रयास किया लेकिन स्लीपर नहीं हट सका। उसी समय सामने से वंदे भारत ट्रेन आते देख मजदूर वहां से हट गए।
दरअसल दिल्ली से कानपुर की तरफ जा रही 22416 वन्दे भारत भारत एक्सप्रेस ट्रेन बाउंड्री बाल के स्लीपर में टकराने से पूरी ट्रेन हिल गई और यात्री सहम गए। चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दी। ट्रेन को 12 बजकर 2 मिनट पर रोक दिया गया। हालांकि तत्काल वन्दे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के चालक ने स्टेशन मास्टर को घटना की सूचना दी। मौके पर पहुंचे आरपीएफ के जवानों ने लोगों के सहयोग से ट्रेन के पास से स्लीपर को हटवा दिया। इसके बाद करीब 17 मिनट बाद ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया गया। इस बीच पीछे से आ रही नई दिल्ली से कानपुर की तरफ जा 12802 पुरषोत्तम एक्सप्रेस ट्रेन को 14 नम्बर गेट के पास रोक दिया गया। डीआरएम कार्यालय ने बताया कि मामले के जांच के आदेश देकर लापरवाही बरतने वाले पर कारर्वाई की जाएगी।
इसरो ने हासिल की अंतरिक्ष में एक और सफलता
27 Jan, 2024 01:59 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन अंतरिक्ष में अपनी सफलताओं में एक और नया अध्याय जोड़ लिया है। इसरो ने जानकारी दी है कि उन्होंने आदित्य एल-1 में लगे छह मीटर लंबे मैग्नेटोमीटर बूम को भी सफलतापर्वक स्थापित कर लिया है और इसे पूर्ण रूप से एक्टिव भी कर दिया है। इसरों ने जानकारी देते हुये बताया कि पिछले 132 दिनों से यह मैग्नेटोमीटर बंद करके रखा गया था। इस बूम के भीतर दो स्टेट आफ द आर्ट, पूर्ण रूप से सटीक फ्लक्सगेट मैग्नेटोमीटर सेंसर लगैैं जो अंतरिक्ष में गृहों बीच में जो गुरुत्वकर्षण शक्ति होती उसके एरिया का पता लगाता है। इसकी विशेषता यह है कि वह गुरुत्वाकर्षण की फील्ड चाहे जितनी कमजोर अथवा पतली ही क्यों न हो यह उसका पता लगा सकता है।
इसरों ने बताया कि इन सेंसर्स को स्पेसक्राफ्ट के बाडी से लगभग 3 से 6 मीटर की दूसरी पर स्थापित किया गया है। यह दूरी इसलिये निश्चित है ताकि आदित्य से जो चुंबकीय शक्ति का इन सेंसर्स पर किसी प्रकार का प्रभाव न हो। साथ ही दो सेंसर्स का प्लान भी इसीलिये किया गया है कि ज्यादा से ज्यादा सटीक जानकारी हासिल की जा सकेबूम के अंदर पांच सेगमेंट बूम के अंदर पांच सेगमेंट हैं, जो उसे आसानी से मुडऩे और फैलने में मदद करते हैं। इन दोनों मैग्नेटोमीटर को तैनात होने में 9 सेकेंड लगे। फिलहाल यह दोनों सही से काम कर रहे हैं। इसरो ने बताया कि बहुत जल्द ही इसके डेटा का भी खुलासा किया जाएगा।
पृथ्वी से 15 लाख किमी दूरी से कर रहा सुर्य का अध्ययन
इसरो ने सूर्य का अध्ययन करने के लिए देश के पहले सौर मिशन यान ‘आदित्य एल1Ó को छह जनवरी को पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर दूर अपनी अंतिम गंतव्य कक्षा में स्थापित करा दिया था। ‘आदित्य एल1Ó का दो सितंबर, 2023 को सफल प्रक्षेपण किया गया था। ‘आदित्य एल1Ó को सूर्य परिमंडल के दूरस्थ अवलोकन और पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर दूर ‘एल1Ó पर सौर वायु का वास्तविक अवलोकन करने के लिए तैयार किया गया है। इस मिशन का मुख्य उद्देश्य सौर वातावरण में गतिशीलता, सूर्य के परिमंडल की गर्मी, सूर्य की सतह पर सौर भूकंप या ‘कोरोनल मास इजेक्शनÓ, सूर्य के धधकने संबंधी गतिविधियों और उनकी विशेषताओं तथा पृथ्वी के करीब अंतरिक्ष में मौसम संबंधी समस्याओं को समझना है।
राम लला की सजीव आंखों और मुस्कान का राज
27 Jan, 2024 01:56 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
डॉ.गायत्री ✍🏻.....
अयोध्या में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद से ही भक्तों का जो सैलाब उमड़ा है वह देखते ही बनता है। शुरूआत में मंदिर में भक्तों को दर्शनों के लिये जरूर कुछ परेशानियों को सामना करना पड़ा था लेकिन शासन और प्रशासन की मुस्तैदी के चलते सारी व्यवस्थाओंं को ठीक कर लिया गया है और अब भगवान राम लला के भक्तों को व्यवस्थित रूप से दर्शन हो रहे हैैं। जो भी भक्त भगवान के दर्शन करके आ रहे हैैं उनसे बात करने पर वह यह बात शेयर करना नहीं भूलते हैैं कि मंदिर में विराजित भगवान राम लला की आंखें और उनकी मुस्कान सभी का मन मोह लेती है। राम लला को इस तरह मंद मंद मुस्कुराते और और नैनों की संजीवता भक्तों को भाव विभार कर देती है। वहीं रामलला की मूर्ति तैयार करने वाले मैसूर के मूर्तिकार अरुण योगीराज अयोध्या के मंदिर उद्घाटन में भगवान राम की सुंदर और श्यामल मूर्ति के अनावरण के बाद से सुर्खियों में हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 जनवरी को अयोध्या में 500 साल के लंबे इंतजार के बाद भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा का नेतृत्व किया था। जैसे ही लोगों ने राम लला के दर्शन किए, भगवान के चेहरे की कोमल मुस्कान और सजीव आंखों को देखकर आश्चर्यचकित रह गए। मूर्तिकार अरुण योगीराज ने रामलला की सजीव सी दिखने वाली मूर्ति के पीछे के राज का खुलासा किया है। उन्होंने अपने साथ हुए चमत्कारिक घटनाओं का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया भगवान राम ने जैसा आदेश दिया, मैंने उन्ही का पालन करते हुए मूर्ति बनाई। योगीराज ने बताया कि मूर्ति को तैयार करने में सात महीने लगे, इस दौरान वह दुनिया से कट गए और बच्चों के साथ समय बिताया। योगीराज ने एक दिलचस्प किस्सा भी शेयर किया कि कैसे रोज एक बंदर उनके घर आकर मूर्ति के दर्शन कर लौट जाता था।
मूर्तिकार अरुण योगीराज ने पिछले सात महीनों में रामलला की मूर्ति बनाने के दौरान की अवधि को चुनौतीपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, मुझे मूर्ति बेहद सावधानी से बनानी थी वो भी शिल्प शास्त्र का पालन करते हुए। क्योंकि मूर्ति भगवान राम के 5 साल के रूप में दिखनी चाहिए थी, मूर्ति में बच्चे की मासूमियत भी होनी चाहिए थी। एक बातचीत में योगीराज ने कहा कि मंदिर ट्रस्ट ने मूर्ति को पूरा करने के लिए विशिष्ट मानदंड तय किए थे- जैसे मुस्कराता चेहरा, दिव्य दृष्टि, 5 वर्षीय स्वरूप और राजकुमार या युवराज लुक वैसी ही मूर्ति बनाई जैसा राम का आदेश था ।उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि केवल मूर्ति को पूरा करना ही पर्याप्त नहीं था। उसमें बच्चे की कोमलता और मासूमियत दिखानी जरूरी थी। मेरा ऐसा विश्वास है कि मुझे भगवान राम ने जैसा आदेश दिया मैं वैसे ही मूर्ति बनाने लगा। योगीराज का दावा है कि निर्माण होते समय रामलला अलग थे, स्थिर होने के बाद अलग। मुझे लगा कि ये मेरा काम नहीं है। ये तो बहुत अलग दिखते हैं। भगवान ने अलग रूप ले लिया है। उन्होंने कहा कि मूर्ति अलग-अलग चरणों में अलग दिखती है। प्राण प्रतिष्ठा में राम लला बिल्कुल अलग दिखे।
राम लला की मुस्कान और उनकी आंखें
योगीराज ने राम लला की मंत्रमुग्ध कर देने वाली मुस्कान की भी चर्चा की। योगीराज ने कहा, उस दौरान मुझे बच्चों के साथ काफी समय बिताना पड़ा और मैं बाहरी दुनिया से अलग हो गया। मैंने एक अनुशासन बनाया और शिला के साथ भी काफी समय बिताया। योगीराज की पत्नी विजिता ने बताया कि योगीराज ने चेहरे और शरीर की विशेषताओं का अध्ययन करने के लिए मानव शरीर रचना विज्ञान की किताबें पढ़ीं, जिसने उनकी काफी मदद की। उन्होंने कहा, वह बच्चों के बारे में अधिक जानने के लिए स्कूलों भी गए और गहराई से शोध किया और देखा कि वे कैसे मुस्कुराते हैं।