व्यापार (ऑर्काइव)
चैट जीपीटी के प्रणेता सैम ऑल्टमैन की बर्खास्तगी पर भड़के भारतीय निवेशक
23 Nov, 2023 02:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन की बर्खास्तगी पर भारती निवेशक भड़क रहे हैं। बता दें कि सैम ऑल्टमैन को कंपनी के बोर्ड से आश्चर्यजनक तरीके से बर्खास्त किए जाने के बाद चैट जीपीटी के इस प्रणेता के समर्थन में कई भारतीय संस्थापकों ने बात की है। निवेशकों और उद्यमियों का कहना है कि यह घटना भारतीय स्टार्टअप में भी संस्थापकों और बोर्ड के बीच उचित तालमेल के महत्त्व को उजागर करती है। जानकारी के अनुसार अनुभवी भारतीय उद्यमियों ने 17 नवंबर को ओपनएआई के बोर्ड से ऑल्टमैन को निकाले जाने के तुरंत बाद उसके फैसले की आलोचना की। शादी डॉट कॉम के संस्थापक अनुपम मित्तल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘जब आप बोर्ड द्वारा संचालित कंपनियों और अजीब प्रबंधन ढांचे के साथ उथल-पुथल मचाने वाली कोई तकनीक विकसित करने का प्रयास करते हैं तो आपको यही मिलता है।
इस मामले में फिनटेक कंपनी भारतपे के सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर ने भी ओपनएआई के बोर्ड को फटकार लगाई है। उन्होंने कहा, ‘मुझे और सैम को भारत में एक जैसी स्थिति से गुजरना पड़ रहा है। पहले वे आपकी भूमिका/शेयर पर और उसके बाद व्यक्तिगत तौर पर प्रहार करते हैं। यह अब वैश्विक स्तर पर स्टार्टअप के बोर्ड और निवेशकों का एक खाका बन गया है जहां कोई बुद्धि नहीं बल्कि पूरा अहंकार दिखता है।’ ग्रोवर को वित्तीय अनियमितता के आरोप में 2022 में कंपनी से बाहर कर दिया गया था। हालांकि फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि ऑल्टमैन को बोर्ड से बर्खास्त क्यों किया गया। मगर बोर्ड का कहना है कि कंपनी का नेतृत्व करने के लिए ऑल्टमैन की क्षमता में अब उसका भरोसा नहीं रहा। ओपनएआई के एक ब्लॉग पोस्ट के अनुसार, एक समीक्षा में पाया गया कि बोर्ड के साथ अपने संचार में सीईओ का रुख लगातार अस्पष्ट दिख रहा था।
कामत ने युवाओं को दी सीख तो भड़के यूजर्स, एक्स पर दिया करारा जवाब
23 Nov, 2023 01:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । जेरोधा के सीईओ नितिन कामत ने युवाओं को सीख दी तो सोशल मीडिया पर यूजर्स भी भडक गए। कामत के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक ट्वीट करते ही लोग बिफर पड़े। एक यूजर ने तो उन्हें करारा जवाब भी दिया। नितिन कामत सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। वह भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर काफी सकारात्मक हैं और समय-समय पर इस बात को जाहिर भी करते रहते हैं। वह लोगों को ऑनलाइन धोखाधड़ी और शेयर मार्केट के जालसाजों से बचने की नसीहत देते रहते हैं। इस बार भी उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रति सकारात्मक रूख अपनाते हुए एक ट्वीट किया लेकिन लोगों को ये पसंद नहीं आया। कामत ने कहा, मैं पैसे वाले जितने अमरीकियों को जानता हूं वह मानते हैं कि अमेरिका एक राष्ट्र के तौर पर अब शिथिल हो गया है और हम (भारत) भविष्य है। हालांकि, नौजवानों को अब भी किसी कीड़े ने काटा है जो वह अपना भविष्य संवारने के लिए अमेरिका जा रहे हैं। कामत ने इसे विरोधाभास करार दिया। उन्होंने यह भी कहा कि दुनिया में किसी भी और मुल्क के मुकाबले सबसे ज्यादा भारत के छात्र यूएस जा रहे हैं।
ट्विटर पर यूजर्स द्वारा तीखी प्रतिक्रिया दी गई। एक शख्स ने लिखा, अमेरिका जो भारत में निवेश कर रहे हैं उन्हें मौद्रिक फायदे के लिए कर रहे हैं। वहीं, भारतीय छात्र बेहतर जीवन की उम्मीद में देश छोड़ रहे हैं। ये दोनों चीजें अलग हैं और इसमें कोई विरोधाभास नहीं है। एक अन्य शख्स ने लिखा, अगर आपके पास खूब पैसा/बचत है तो भारत रहने के लिए शानदार जगह है लेकिन अगर आप युवा हैं तो आप अभी यूएस में भारत से कहीं ज्यादा कमाई कर सकते हैं। अगले 10 साल में यह बदल सकता है लेकिन तब तक वह बहुत अमीर हो चुके होंगे। यूएस में दूसरे देशों के सर्वाधिक छात्रों के मामले में भारत ने चीन को पछाड़ दिया है। इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल एजुकेशन ने यूएस के एजुकेशनल एंड कल्चरल अफेयर्स ब्यूरो के साथ मिलकर एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, 2022-23 में 2,68,923 भारतीय छात्र यूएस गए जो अब तक का रिकॉर्ड है।
आरबीआई गर्वनर ने कहा, बैंक सतर्क रहे और दबाव परीक्षण जारी रखे
23 Nov, 2023 12:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि हाल ही में असुरक्षित (अनसिक्योर्ड) माने जाने वाले कुछ कर्ज के मानदंडों को कड़ा करना बैंक व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के मकसद से सोच-समझकर लिया गया एहतियाती और लक्षित कदम है। आरबीआई गर्वनर दास ने एफआईबीएसी के कार्यक्रम को संबोधित कर कहा कि आरबीआई ने हाउस और वाहन खरीद के अलावा छोटे कारोबारियों द्वारा लिए जाने वाले कर्जों को इससे अलग रखा है। इसकारण उन्हें वृद्धि के मोर्चे पर जो लाभ हो रहा है, उस लाभ को बनाए रखना है। उन्होंने कहा, हमने हाल ही में व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने को ध्यान में रखकर सोच-विचारकर कुछ उपायों की भी घोषणा की है। ये उपाय एहतियाती हैं। ये उपाए सोच-विचारकर और लक्ष्य के हिसाब से किए गए हैं।’’
दास ने कहा कि उन्हें फिलहाल बैंकों में कोई नया दबाव उत्पन्न होता नहीं दिख रहा है, लेकिन वे चाहते हैं कि बैंक सतर्क रहे और दबाव परीक्षण जारी रखे। उन्होंने कहा कि कुछ गैर-बैंक वित्त कंपनियां-सूक्ष्म वित्त संस्थान उच्च ब्याज मार्जिन की सूचना दे रहे हैं। आरबीआई ने उन्हें विवेकपूर्ण तरीके से दरों को निर्धारित करने में लचीला रुख अपनाने को कहा है। आरबीआई गवर्नर दास ने कहा कि हालांकि हेडलाइन (कुल) मुद्रास्फीति में नरमी के संकेत हैं, पर केंद्रीय बैंक कीमत वृद्धि पर पैनी नजर रखे हुए है।
रुपये का जिक्र कर उन्होंने कहा कि अमेरिका में बॉन्ड यील्ड के बढ़ने के बावजूद घरेलू मुद्रा में उतार-चढ़ाव कम रहा है और वह व्यवस्थित था। दास ने निरंतर उच्च वृद्धि, मूल्य को टिकाऊ रूप से स्थिर करने और कीमत वृद्धि के झटके को कम करने के लिये कृषि विपणन तथा संबंधित मूल्य श्रृंखलाओं में सुधारों की भी वकालत की।
पतंजलि ने गलत दावा किया तो हर प्रोडक्ट पर 1 करोड़ का जुर्माना : सुप्रीम कोर्ट
22 Nov, 2023 08:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया है कि यदि हर्बल उत्पादों का कारोबार करने वाली कंपनी पतंजलि गलत दावा करती है तो हर प्रोडक्ट पर एक करोड़ रुपयों का जुर्माना लगाया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट ने पतंजलि आयुर्वेद को कई रोगों के संबंध में अपनी दवाओं के बारे में विज्ञापनों में ‘झूठे’ और ‘भ्रामक’ दावे करने के प्रति मंगलवार को आगाह किया। न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्लाह और न्यायमूर्ति प्रशांत कुमार मिश्रा की पीठ ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) की याचिका पर सुनवाई करते हुए मौखिक टिप्पणी में कहा, ‘पतंजलि आयुर्वेद के ऐसे सभी झूठे और भ्रामक विज्ञापनों को तुरंत रोकना होगा। शीर्ष अदालत ने टीकाकरण अभियान और आधुनिक दवाओं के खिलाफ योग गुरु रामदेव पर अभियान का आरोप लगाने वाली आईएमए की याचिका पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और आयुष मंत्रालय तथा पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड को नोटिस जारी किया था। पीठ ने पतंजलि आयुर्वेद से कहा कि वह चिकित्सा की आधुनिक पद्धतियों के खिलाफ भ्रामक दावे और विज्ञापन प्रकाशित न करें। यदि यह गलत दावा किया जाता है कि किसी विशेष बीमारी को ठीक किया जा सकता है तो पीठ प्रत्येक उत्पाद पर 1 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाने पर भी विचार कर सकती है।
शीर्ष अदालत ने केंद्र की ओर से पेश वकील से भ्रामक चिकित्सा विज्ञापनों के मुद्दे का समाधान तलाशने को भी कहा, जहां कुछ बीमारियों का सटीक इलाज करने वाली दवाओं के बारे में दावे किए जा रहे हैं। पीठ अब आईएमए की याचिका पर अगले साल 5 फरवरी को सुनवाई करेगी। शीर्ष अदालत ने याचिका पर नोटिस जारी करते हुए एलोपैथी और एलोपैथिक चिकित्सकों की आलोचना करने के लिए रामदेव की कड़ी आलोचना की थी और कहा था कि उन्हें डॉक्टरों और उपचार की अन्य प्रणालियों को बदनाम करने से रोका जाना चाहिए। पीठ ने कहा था, ‘गुरु स्वामी रामदेव बाबा को क्या हुआ है? हम उनका सम्मान करते हैं क्योंकि उन्होंने योग को लोकप्रिय बनाया। लेकिन, उन्हें दूसरी पद्धति की आलोचना नहीं करनी चाहिए’।
एलआईसी ने बैंक ऑफ बड़ौदा में अतिरिक्त शेयरों का अधिग्रहण किया
22 Nov, 2023 07:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । भारतीय जीवन बीमा निगम ऑफ इंडिया (एलआईसी) ने बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) में अतिरिक्त शेयरों का अधिग्रहण किया है, जिससे इसकी हिस्सेदारी 5 प्रतिशत सीमा से अधिक हो गई है। सोमवार को ये हिस्सेदारी का लेनदेन लगभग 48.3 करोड़ रुपये में पूरा हुआ। एलआईसी की हिस्सेदारी में इस वृद्धि की घोषणा के बाद, बैंक ऑफ बड़ौदा और एलआईसी दोनों के शेयर की कीमतों में मंगलवार को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर थोड़ी गिरावट देखी गई। एलआईसी द्वारा यह खरीदारी तब हुई है जब बैंक ऑफ बड़ौदा सक्रिय रूप से अपने पूंजी आधार को बढ़ा रहा है। इस महीने की शुरुआत में, बॉब ने कहा था कि वह टियर-टू और इंफ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड के जरिए 15,000 करोड़ रुपये जुटाने की दिशा में काम कर रहा है। यह पहल बैंक की अपनी विकास महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने की व्यापक रणनीति का एक हिस्सा है।
बीओबी के हालिया वित्तीय प्रदर्शन ने सकारात्मक संकेत दिखाए हैं, वित्त वर्ष 2023-24 की सितंबर तिमाही की रिपोर्ट में पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में मुनाफे में पर्याप्त वृद्धि का पता चला है। बैंक की शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) में भी बढ़ोतरी देखी गई। इन वित्तीय सुधारों का श्रेय बढ़ी हुई परिसंपत्ति गुणवत्ता और मुख्य आय प्रदर्शन को दिया गया है। 21 नवंबर को, बैंक ऑफ बड़ौदा का स्टॉक एनएसई पर 1.09 प्रतिशत की गिरावट के साथ 195.5 रुपये पर बंद हुआ। एलआईसी के शेयर 0.21 प्रतिशत की गिरावट के साथ 610.6 रुपये प्रति इक्विटी शेयर पर बंद हुए। पीएसयू बैंक ने कहा, बैंक की पूंजी जुटाने वाली समिति ने 18 नवंबर को बैठक की और टियर-टू बांड के माध्यम से 5,000 करोड़ और इंफ्रास्ट्रक्चर बांड के माध्यम से 10,000 करोड़ रुपये जुटाने का फैसला किया। पीएसयू ऋणदाता ने 4 नवंबर को 2023-24 की सितंबर तिमाही के लिए 4,252.89 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो कि बेहतर परिसंपत्ति गुणवत्ता और स्वस्थ मुख्य आय वृद्धि के कारण पिछले वर्ष से 28.3 प्रतिशत अधिक है। बैंक की शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) साल-दर-साल 6.4 प्रतिशत बढ़कर 10,831 करोड़ रुपये हो गई।
ओपन एआई के सीएम अब माइक्रोसॉफ्ट करेंगे ज्वाइन
22 Nov, 2023 03:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । ओपन एआई से निलंबित किए कि सीईओ सैम ऑल्टमैन अब माइक्रोसॉफ्ट के साथ काम करने जा रहे हैं। यह जानकारी स्वयं माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला ने एक्स पर एक पोस्ट करके दी है। ऑल्टमैन के साथ ग्रेग ब्रॉकमैन भी माइक्रोसॉफ्ट के साथ काम करेंगे। जानकारी के अनुसार सैम ऑल्टमैन और ब्रॉकमैन माइक्रोसॉफ्ट में एक नई एडवांस्ड एआई रिसर्च टीम को लीड करेंगे। बता दें कि ओपन एआई कंपनी के बोर्ड ने 17 नवंबर को ही सीईओ सेम ऑल्टमैन को पद से बर्खास्त किया था। ओपन एआई ने इसके पीछे कारण दिया था कि सैम बोर्ड के साथ सही से कम्यूनिकेट नहीं करते हैं जिसके कारण बोर्ड के लिए काम करना मुश्किल हो रहा है। कंपनी के इस ऐलान के बाद ओपन एआई के को-फाउंडर और प्रेसिडेंट ग्रेग ब्रॉकमैन ने भी इस्तीफा दे दिया है। साथ ही ऑल्टमैन की बर्खास्तगी के कुछ ही घंटों के अंदर तीन सीनियर ओपन एआई रिसर्चर जैकब पचॉकी, अलेक्जेंडर मैड्री और सिजमन सिदोर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। गौरतलब है कि कंपनी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि ओपन एआई का नेतृत्व करने की उनकी क्षमता पर अब बोर्ड को भरोसा नहीं है।
फिनटेक कंपनी कीवी ने 108 करोड़ जुटाए
22 Nov, 2023 02:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । वित्तीय प्रौद्योगिकी (फिनटेक) कंपनी कीवी ने वित्तपोषण दौर में ओमिड्यार नेटवर्क इंडिया की अगुवाई में 1.3 करोड़ अमेरिकी डॉलर (लगभग 108 करोड़ रुपये) जुटाए हैं। कंपनी के अनुसार वित्तपोषण के इस दौर में मौजूदा निवेशक नेक्सस वेंचर पार्टनर्स और स्टेलारिस वेंचर पार्टनर्स ने भी भाग लिया। वित्तपोषण के ताजा दौर से कीवी भारत में अपने यूपीआई पर क्रेडिट कार्ड की पेशकश का विस्तार कर पाएगी। वर्ष 2022 में गठित कीवी का कहना है कि वह बैंकों के साथ सहयोग से डिजिटल रुपे कार्ड जारी करके यूपीआई के साथ क्रेडिट कार्ड पेश करने वाली भारत की पहली वित्तीय प्रौद्योगिकी कंपनी है। कीवी का मोबाइल ऐप उपयोगकर्ताओं को सीधे अपने फोन के माध्यम से क्रेडिट कार्ड या बैंक खाते का उपयोग करके सुरक्षित भुगतान करने की क्षमता प्रदान करता है।
चालू वित्त वर्ष में गोदरेज प्रॉपर्टीज को 14,000 करोड़ की बिक्री होने का अनुमान
22 Nov, 2023 01:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । चालू वित्त वर्ष में रियल एस्टेट कंपनी गोदरेज प्रॉपर्टीज को 14,000 करोड़ रुपये की बिक्री बुकिंग का लक्ष्य हासिल करने का अनुमान है। कंपनी के कार्यकारी चेयरपर्सन पिरोजशा गोदरेज ने यह बात कही है। उन्होंने कहा कि कंपनी को मौजूदा और आने वाली आवासीय परियोजनाओं से मजबूत मांग की उम्मीद है। गोदरेज समूह की रियल एस्टेट इकाई गोदरेज प्रॉपर्टीज ने पिछले वित्त वर्ष में 12,232 करोड़ रुपये की संपत्तियां बेची थीं। पिरोजशा गोदरेज ने एक साक्षात्कार में कहा कि हम 14,000 करोड़ रुपये की सालाना बिक्री बुकिंग का लक्ष्य हासिल करने की उम्मीद कर रहे हैं। उम्मीद है कि हमारा प्रदर्शन इससे भी बेहतर रहेगा। चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही अप्रैल-सितंबर में कंपनी की बिक्री बुकिंग 48 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 7,288 करोड़ रुपये रही है, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 4,929 करोड़ रुपये थी। उन्होंने कहा कि कंपनी के पास चालू वित्त की दूसरी छमाही में चार केंद्रित बाजारों दिल्ली-एनसीआर, मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर), पुणे और बेंगलुरु के लिए आक्रामक पाइपलाइन है। उन्होंने कहा कि दिल्ली-एनसीआर हमारे लिए एक बड़ा बाजार है। हम मौजूदा और अगली तिमाही के दौरान नोएडा, गुरुग्राम और अशोक विहार-दिल्ली में आवासीय परियोजनाएं शुरू करने की योजना बना रहे हैं। इस वित्त वर्ष के पहले छह माह में 7,288 करोड़ रुपये की कुल बिक्री बुकिंग में दिल्ली-एनसीआर का योगदान 3,186 करोड़ रुपये रहा है। बिक्री बुकिंग में एमएमआर का योगदान 1,458 करोड़ रुपये, बेंगलुरु का 1,239 करोड़ रुपये और पुणे का 1,187 करोड़ रुपये रहा है। परियोजनाओं की आपूर्ति पर पिरोजशा ने कहा कि क्रियान्वयन सही रास्ते पर है और कंपनी ने इस वित्त वर्ष की पहली छमाही में 65 लाख वर्ग फुट क्षेत्र की आपूर्ति की है। उन्होंने कहा कि हमें पूरे वित्त वर्ष में 1.25 करोड़ वर्ग फुट क्षेत्र की आपूर्ति का लक्ष्य हासिल करने का भरोसा है।
सोने-चांदी की वायदा कीमतों में तेजी
22 Nov, 2023 12:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । सोने-चांदी की वायदा कीमतों में तेजी देखी जा रही है। दोनों के वायदा भाव मंगलवार को तेजी के साथ खुले। सोने के वायदा भाव बढ़कर 61 हजार रुपये पार कर गए हैं। चांदी के वायदा भाव 73 हजार रुपये से ऊपर कारोबार कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने-चांदी के वायदा कीमतों की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। लेकिन बाद में दोनों के वायदा भाव में तेजी दिखाई दी। सोने के वायदा भाव की मंगलवार को शुरुआत तेजी के साथ हुई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सोने का दिसंबर कॉन्ट्रैक्ट मंगलवार को 148 रुपये की तेजी के साथ 60,805 रुपये के भाव पर खुला। मई महीने में सोने के वायदा भाव ने 61,845 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर सर्वोच्च स्तर छू लिया था।
चांदी के वायदा भाव की शुरुआत मंगलवार को सोमवार के बंद भाव हुई। एमसीएक्स पर चांदी का बेंचमार्क दिसंबर कॉन्ट्रैक्ट मंगलवार 72,644 रुपये के भाव पर खुला। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने चांदी की वायदा कीमतों की शुरुआत सुस्ती के साथ हुई। लेकिन बाद में इनकी कीमतों में तेजी देखी जाने लगी। कॉमैक्स पर सोना 1980 डॉलर प्रति औंस के भाव पर खुला। पिछला क्लोजिंग प्राइस 1980.30 डॉलर था। कॉमैक्स पर चांदी के वायदा भाव 23.48 डॉलर के भाव पर खुले, पिछला क्लोजिंग प्राइस 23.61 डॉलर था।
निवेशकों के अच्छी खबर : ट्रेंडिंग को आसान बनाने बदल डाले नियम, जाने क्या है नया बदलाव
21 Nov, 2023 07:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Securities and Exchange Board of India: भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने निवेशकों को कठिन नियमों की उलझनों से बचाने के लिए नियमों में बड़ा बदलाव किया है। सेबी शेयर बाजार पर पूरी तरह से नजर बनाए रखता है। नियमों के उलझनों के कारण कई निवेशक निवेश करने से कतराते थे, जैसे ही इस बात की जानकारी तथ्यों के साथ सेबी के पास पहुंची तो नियमों के बदलाव का खाका तैयार किया गया। सेबी ने हाल ही में ट्रेंडिंग के लिए नया सर्कुलर जारी किया है। इस सर्कुलर के लागू होने के बाद निवेशकों को बड़ी राहत होने जा रही है। निवेशक अब कड़े और उलझाऊ कानूनों के पचड़ों से बचे रहेंगे और आसानी से निवेश भी कर सकेंगे। यह समाचार निवेशकों के लिए किसी खुशखबरी से कम नहीं है। सेबी द्वारा जारी किए नए सर्कुलर के पैन कार्ड नंबर, केवाईसी विवरण और नामांकन को खत्म कर दिया है।
रजिस्ट्रार एसोसिएशन आफ इंडिया और निवेशकों से मिले फीडबैक के बाद सेबी ने यह बड़ा फैसला लिया है। नियम के तहत सूचीबद्ध कंपनियों के भौतिक शेयर रखने वाले सभी धारकों के लिए पैन, नामांकन, संपर्क विवरण, बैंक खाता विवरण और उनके संबंधित फोलियो नंबरों के लिए नमूना हस्ताक्षर देना अनिवार्य था। सेबी ने बताया कि उन्होंने यह फैसला शेयर ट्रेड को आसान बनाने के लिए लिया है। इस नियम के बदलाव के बाद निवेशकों को हो रही अप्रत्याशित चुनौतियां काफी हद तक कम हो जाएगी। जब फोलियो को फ्रीज कर दिया जाता था तो निवेशकों को कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है।
मई में जारी सर्कुलर से फ्रीज शब्द हटा दिया गया है
सेबी ने मई के महीने में एक सर्कुलर जारी किया था, जिसके तहित जिन फोलियो का विवरण एक अक्टूबर, 2023 के बाद उपलब्ध नहीं होगा, उन्हें इश्यू एंड शेयर ट्रांसफर एजेंट (आरटीए) के रजिस्ट्रार द्वारा फ्रीज कर दिए जाने का प्रावधान किया गया था। सेबी के इस नियम से निवेशकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। कई निवेशकों ने निवेश करने से ही कतराने लगे थे, क्योंकि नियमों की पेचदगियों के कारण उन्हें यह कार्य बड़ा उलझाऊ लगने लगा था। सेवी ने निवेशकों की परेशानी को समझा और मई में जारी सर्कुलर में संशोधन कर फ्रीज शब्द को हटा दिया गया है। सेबी ने निवेशकों द्वारा आए सुझाव के बाद यह फैसला लिया है।
जीडीपी अब तक नहीं पहुंच पाई 5 ट्रिलियन डॉलर, क्या इसका कारण सोने का आयात?
21 Nov, 2023 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देश लगातार विश्व में मजबूत अर्थव्यवस्था में शामिल होने के लिए प्रयास कर रहा है. इसके साथ ही देश की ओर से लगातार 5 ट्रिलियन इकोनॉमी बनने की कोशिश भी की जा रही है. वहीं अब प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (पीएम-ईएसी) के अस्थायी सदस्य नीलेश शाह की ओर से अहम बात कही गई है. उनके जरिए कहा गया है कि भारत काफी पहले ही 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बन जाता.
सोने का आयात
प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (पीएम-ईएसी) के अस्थायी सदस्य नीलेश शाह ने सोमवार को कहा कि सोने के आयात की आदत नहीं होती तो भारत 5,000 अरब डॉलर के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के लक्ष्य को ‘बहुत पहले’ ही हासिल कर लिया होता. म्यूचुअल फंड उद्योग के दिग्गज शाह ने कहा कि पिछले 21 वर्षों में भारतीय लोगों ने अकेले सोने के आयात पर लगभग 500 अरब डॉलर खर्च कर दिए हैं.
जीडीपी
शाह ने कहा, ‘‘हम 5 ट्रिलियन डॉलर के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का प्रधानमंत्री का लक्ष्य हासिल करने की दिशा में काम कर रहे हैं. लेकिन हम सिर्फ एक आदत से दूर रहकर बहुत पहले ही 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन गए होते. हमने शायद सही वित्तीय निवेश न करके भारत की जीडीपी का एक-तिहाई हिस्सा गंवा दिया है.’’
सोने की तस्करी
कोटक एसेट मैनेजमेंट कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी शाह ने आधिकारिक आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि भारतीयों ने पिछले 21 वर्षों में शुद्ध आधार पर सोने के आयात पर 375 अरब डॉलर खर्च किए हैं. इसके साथ नियमित तौर पर सोने की तस्करी की खबरें भी आती रहती हैं.
इंवेस्टमेंट
उन्होंने कहा, ‘‘अगर वह पैसा सोने के बजाय टाटा, अंबानी, बिड़ला, वाडिया और अडाणी जैसे उद्यमियों में निवेश किया गया होता तो कल्पना करें कि हमारी जीडीपी क्या होती? वृद्धि क्या होती, हमारी प्रति व्यक्ति जीडीपी क्या रही होती?"
भारतीय करेंसी में हुई बढ़त, डॉलर के मुकाबले इतने पैसे बढ़े....
21 Nov, 2023 04:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है। वहीं बीते दिन भारतीय करेंसी गिरावट के साथ बंद हुई है। माना जा रहा है कि शेयर बाजार में तेजी के दौर ने भारतीय करेंसी पर असर डाला है। वहीं डॉलर में आई गिरावट ने भी रुपया को बढ़त की ओर लेकर गया है। फॉरेक्स ट्रेडर का कहना है कि सोमवार को डॉलर में गिरावट देखने को मिली। इस गिरावट ने निवेशकों को प्रभावित किया और रुपया को बढ़त की ओर ले गया।
इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज में आज रुपया 83.32 पर खुला और बाद में यह 83.33 पर पहुंच गया। यह तेजी 6 पैसे की तेजी को दर्शाता है। जबकि कल रुपया 12 पैसे की गिरावट के साथ बंद हुआ।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल के फॉरेक्स और बुलियन विश्लेषक गौरांग सोमैया ने कहा
निवेशक अमेरिका के मौजूदा घरेलू बिक्री आंकड़ों पर ध्यान केंद्रित करेंगे और उम्मीद से कमजोर आंकड़े डॉलर पर दबाव डाल सकते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि USDINR (स्पॉट) बगल में व्यापार करेगा और 83.05 और 83.40 की सीमा में बोली लगाएगा।
डॉलर इंडेक्स जो 6 मुद्रा की ताकत को दर्शाता है। उसके अनुसार डॉलर 0.21 फीसदी गिरकर 103.21 पर पहुंच गया है। वहीं, ब्रेंट क्रूड 0.53 फीसदी गिरकर 81.88 डॉलर प्रति बारल पहुंच गया।
फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स एलएलपी के ट्रेजरी प्रमुख और कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार भंसाली ने कहा
डॉलर इंडेक्स में गिरावट जारी है क्योंकि यह 103.30 पर आ गया है और अमेरिकी 10-वर्षीय बांड 4.4060 प्रतिशत पर है। बाजार एफओएमसी बैठक के मिनटों का इंतजार कर रहा है जो ब्याज दरों पर फेड के रुख का अंदाजा दे सकता है।
शेयर बाजार में तेजी
आज शेयर बाजार बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है। इक्विटी बाजार में बीएसई सेंसेक्स 255.12 अंक या 0.39 प्रतिशत बढ़कर 65,910.27 अंक पर पहुंच गया। एनएसई निफ्टी 80.15 अंक या 0.41 प्रतिशत बढ़कर 19,774.15 अंक पर था। एक्सचेंज डेटा के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) सोमवार को 645.72 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
फर्जी जीएसटी बिल की पहचान करना हुआ बहुत आसानी...
21 Nov, 2023 03:49 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गुड्स और सर्विस टैक्स सिस्टम को लागू करने का उद्देश्य टैक्स सिस्टम को सुचारु रूप से चलाना। कई लोग टैक्स चोरी करते थे या फिर लोगों से टैक्स के नाम पर ज्यादा राशि लेते थे। ऐसे में इस तरह के फर्जीवाड़ा पर नकेल कसने के लिए जीएसटी बिल लागू किया गया था। वर्तमान में कई छोटे कारोबारी फर्जी जीएसटी बिल देकर अपने ग्राहकों को ठगते हैं। इस प्रकार की ठगी से सावधान रहने के लिए हमें पता होना चाहिए कि असली और फर्जी जीएसटी बिल में क्या अंतर है?
जीएसटी इनवॉयस क्या है?
जीएसटी इनवॉयस एक तरह का बिल होता है। यह बिल सप्लायर द्वारा सामान या फिर सर्विस देने पर दिया जाता है। यह डॉक्यूमेंट होता है कि सप्लायर ने ग्राहक को क्या सामान कितनी राशि में दिया है और उसपर कितना टैक्स लगाया है। इस बिल में सप्लायर का नाम, प्रोडक्ट, प्रोडक्ट की जानकारी, खरीद की तारीख, डिस्काउंट और बाकी जानकारी होती है।
फेक जीएसटी इनवॉयस क्या है?
वित्त मंत्रालय द्वारा जारी सर्कुलर के अनुसार फर्जी जीएसटी बिल या इनवॉयस में सामान की सही जानकारी नही होती है। यह बिल टैक्स चोरी, मनी लॉन्ड्रींग (गबन), फेक बुकिंग के लिये किया जाता है। इसके अलावा इनकम क्रेडिट को कैश करने के लिए भी फर्जी बिल जनरेट किया जाता है। अब ऐसे में सवाल है कि आप असली और फर्जी जीएसटी बिल को कैसे पहचानें?
फेक जीएसटी बिल को कैसे पहचानें
फेक जीएसटी बिल को पहचाने का आसान तरीका है उसका जीएसटी नंबर। जीएसटी बिल पर 15 डिजिट का जीएसटी नंबर होता है। इस नंबके पहले दो डिजिट में स्टेट कोड होता है और बाकी के 10 डिजिट में सप्लायर या दुकानदार का पैन नंबर होता है। वहीं 13वां डिजिट पैन धारक की इकाई होता है और 14वां स्थान पर पर ‘Z’और आखिरी में ‘checksum digit’होता है। आप जीएसटी नंबर के फॉरमेट से भी असली और नकली जीएसटी नंबर की पहचान कर सकते हैं। आप जीएसटी वेबसाइट पर भी जीएसटी बिल को चेक कर सकते हैं। आप वेबसाइट पर जीएसटी दर्ज करें इसके बाद आपको स्क्रीन पर सप्लायर की डिटेल्स शो हो जाएगी।
जीएसटी फ्रॉड के लिए कहां शिकायत करें
अगर आपके पास कभी फेक जीएसटी बिल आ जाता है तो आप जीएसटी के अधिकारिक पोर्टल पर जाकर शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। इसके अलावा आप cbecmitra.heldesk@icegate.gov.in पर मेल करके शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।
बढ़त के साथ खुला शेयर बाजार, सेंसेक्स 280 अंक मजबूत, निफ्टी 19750 के पार
21 Nov, 2023 01:48 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
घरेलू शेयर बाजार में बीते दो दिनों की गिरावट के बाद हरियाली लौट आई है। मंगलवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 259.32 (0.39%) अंकों की बढ़त के साथ 65,919.52 पर जबकि निफ्टी 81.71 (0.41%) अंक चढ़कर 19,775.70 के स्तर पर कारोबार करता दिखा। हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन बाजार को मेटल, आईटी और बैंकिंग सेक्टर के शेयरों से बढ़त मिली। निफ्टी में हिंडाल्को दो फीसदी की मजबूती के साथ टॉप गेनर रहा। इससे पहले लगातार दो दिन बाजार में गिरावट दर्ज की गई थी। सोमवार को बीएसई सेंसेक्स 139 अंक टूटकर 65,655 के स्तर पर बंद हुआ था।
खुल गया आईआरडीए का आईपीओ निवेशकों के लिए,जाने लॉट साइज, प्राइस बैंड
21 Nov, 2023 12:33 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए शेयर के साथ आईपीओ में भी इन्वेस्ट किया जा सकता है। शेयर बाजार में आईपीओ का सिलसिला अभी भी चालू है। आज सरकारी कंपनी IREDA का आईपीओ निवेशकों के लिए खुल गया है। यह आईपीओ 23 नवंबर 2023 (गुरुवार) तक ही है। इसका मतलब है कि आप इस आईपीओ में केवल 23 नवंबर 2023 तक ही इन्वेस्ट कर सकते हैं। इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (IREDA) का आईपीओ आज खुल गया है। कंपनी इस आईपीओ से 2,150.21 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रहे हैं। IREDA के आईपीओ का प्राइस बैंड 30 रुपये से 32 रुपये निर्धारित किया गया है। आज सुबह 10.30 बजे तक कंपनी का आईपीओ 0.26 टाइम सब्सक्राइब हो गया था।
इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी का आईपीओ
कंपनी का आईपीओ 23 नवंबर 2023 तक निवेशकों के लिए खुलेगा। कंपनी के शेयर अगले कारोबारी हफ्ते में निवेशकों को अलॉट किया जाएगा। अगर आप कंपनी के आईपीओ में निवेश करने का सोच रहे हैं तो आप 14,720 रुपये तक ही निवेश कर सकते हैं। उम्मीद की जा रही है कि कंपनी के शेयर अगले महीने लिस्ट होंगे।
कई एक्सपर्ट इस आईपीओ को खरीदने की सलाह देते हैं। जानकारों का कहना है कि सस्ते वैल्यूएशन और एसेट क्वालिटी की वजह से निवेशकों को यह आईपीओ अवश्य खरीदना चाहिए। आपको बता दें कि इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी यानी आईआरडीए रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में ग्रोथ करने की स्थिति में है। पिछले कुछ सालों से कंपनी का नेट प्रॉफिट में बढ़ोतरी दर्ज हुई है। वहीं, एक्सपर्ट यह भी सलाह देते हैं कि निवेशकों को कई फैक्टर्स का भी ध्यान रखना चाहिए।
आईआरडीए आईपीओ के रिस्क फैक्टर्स
ऐसा माना जा रहा है कि आईआरडीए की एनपीए भी बढ़ सकती है। इसकी वजह है कि पिछले कुछ दिनों में कंपनी की क्रेडिट रेटिंग डाउनग्रेड चली गई है। ऐसे में अगर कंपनी का बिजनेस गिरता है तो निवेशकों को जोखिम का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा भविष्य में कंपनी कै कैश फ्लो भी नेगेटिव जा सकता है।