मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
बसपा को दिखी उम्मीद: मप्र में 8 रैलियां करेंगी मायावती,6 नंवबर को निवाड़ी से होगी शुरुआत
25 Oct, 2023 06:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। मध्य प्रदेश में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के अलावा दूसरे दल भी ताल ठोक रहे हैं। जिसके चलते चुनाव प्रचार भी काफी तेज हो गया है। बसपा ने भी मध्य प्रदेश में अपने उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। उनके समर्थन में बसपा सुप्रीमो मायावती यहां 8 रैलियां करेंगी। जिसकी शुरुआत 6 नवंबर को निवाड़ी से होगी।
बसपा की नजर प्रदेश में दलित और आदिवासी समुदाय के वोटों पर हैं। बसपा सुप्रीमो मायावती चुनाव जीतने के लिए प्रदेश के ग्वालियर चंबल और बुंदेलखंड में रैली और जनसभा करेंगी।मायावती की 8 रैली कार्यक्रम तय किए गए हैं। तय कार्यक्रम के मुताबिक, बसपा सुप्रीमो 6 नवंबर को निवाड़ी और सेवढ़ा में चुनावी रैली को संबोधित करेंगी। 7 नवंबर को छतरपुर और दमोह में रैलियां निकलेंगी। 8 नवंबर को रीवा और सतना में चुनावी रैली आयोजित होगी। वहीं 14 नवंबर को भिंड और मुरैना जिले में रैली कर जनसभा को संबोधित करेंगी। बता दें कि एमपी में विधानसभा चुनाव के लिए 30 अक्टूबर तक नामांकन भरे जाएंगे। 31 अक्टूबर को नामांकन की समीक्षा की जाएगी। 2 नवंबर तक नाम वापस ले सकते हैं। पूरे प्रदेश में 17 नवंबर को एक ही चरण में मतदान की प्रक्रिया संपन्न होगी। मतगणना 3 दिसंबर को होगी। इसे लेकर प्रदेश की सभी राजनीतिक पार्टियों ने कमर कस ली है।
अब नीतीश कुमार ने पांच उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे
25 Oct, 2023 05:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा-कांग्रेस के साथ विपक्षी गठबंधन इंडिया के दूसरे दलों ने भी ताल ठोंकना शुरू कर दिया है। इसका सबसे ज्यादा असर विपक्षी गठबंधन इंडिया पर पड़ता दिख रहा है। मप्र विधानसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन इंडिया की साझेदार अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी (सपा) के बाद नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने अपने उम्मीदवार चुनाव में उतारने का ऐलान कर दिया है। हम बता दें कि पहले कांग्रेस और सपा के बीच गठबंधन को लेकर विवाद हुआ था। जिसके बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा था कि कांग्रेस ने हमारे साथ धोखा किया है। इस बीच नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने भी अपने उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतार दिया है। इसे विपक्षी गठबंधन इंडिया को बड़ा झटका माना जा रहा है।
हम बता दें कि जदयू ने प्रदेश की पांच विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है। इसमें पिछोर से चंद्रपाल यादव को, राजनगर से रामकुंवर (रानी) रैकवार को, विजयराघगढ़ से शिवनारायण सोनी को, थांदला सीट से तोलसिंह भूरिया को, पेटलावद से रामेश्वर सिंघार को चुनाव मैदान में उतारा है।
राजनीतिक विज्ञानियों का कहना है कि जिस विपक्षी गठबंधन इंडिया के मुख्य संयोजक के रूप में नीतीश कुमार सभी भाजपा विरोधी पार्टियों को एकजुट करने की कोशिश कर रहे थे उन्हीं नीतीश कुमार द्वारा मप्र विधानसभा चुनाव में अपने उम्मीवार उतार देने का फैसला सामान्य नहीं है। अभी तक जदयू के मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव में लडऩे की कोई भी जानकारी सामने नहीं आई थी। लेकिन कांग्रेस और सपा के बीच सीट बंटवारे विवाद के बाद अचानक जदयू द्वारा प्रदेश की पांच सीटों पर अपने उम्मीदवार लड़ाने के ऐलान से विपक्षी गठबंधन इंडिया के टूटने के आसार साफ नजर आने लगे हैं।
कांग्रेस ने छीना जनजातीय वर्गों का अधिकार, झूठे वादे कर फिर सत्ता में आना चाहती है - अर्जुन मुंडा
25 Oct, 2023 03:02 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मप्र में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए दोनों प्रमुख दलों के राष्ट्रीय नेताओं के दौरे भी बढ़ गए हैं। इसी सिलसिले में बुधवार को केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा भी भोपाल पहुंचे। यहां पर उन्होंने भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेस आयोजित की। इसमें उन्होंने कांग्रेस को आदिवासी विरोधी करार देते हुए उस पर जमकर हमले किए। साथ ही उन्होंने केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकारों द्वारा आदिवासी समुदाय के विकास के लिए किए जा रहे कार्यों की सराहना की।
मोदी सरकार ने बढ़ाया जनजातीय समाज का मान
अर्जुन मुंडा ने कहा कि जनजातीय समाज को किसी सरकार से सबसे ज्यादा महत्त्व दिया तो, वह नरेन्द्र मोदी जी की सरकार ने दिया है। 15 नवंबर को माननीय प्रधानमंत्री ने ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के रूप में घोषित किया, यह जनजातीय समुदाय के लिए गौरवान्वित करने वाला क्षण है। जनजातीय समाज आगे बढ़े और उनका भी देश के विकास में योगदान हो ,उसके लिए मोदी सरकार कृत संकल्प है। मोदी जी की सरकार जनजातीय समाज के सामाजिक-आर्थिक उत्थान के साथ उनकी सांस्कृतिक विरासत को सम्मानपूर्वक देश के समक्ष लाने का कार्य भी कर रही है।
कांग्रेस ने जनजातीय समाज से किया अन्याय
अर्जुन मुंडा ने कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि लगभग 70 वर्षों तक शासन करने वाले कांग्रेस ने हमेशा जनजातीय हितों की उपेक्षा की है और हमेशा राजनीतिक रूप से इनका इस्तेमाल किया। आज इसी कारण कांग्रेस का देशभर में क्या हाल है किसी से छुपा नहीं है। मध्यप्रदेश में जब भी कांग्रेस सरकार में रही, जनजातीय समाज के साथ अन्याय किया। इसी का नतीजा था कि जनता ने भी इन्हे समय-समय पर नकारा है।
कांग्रेस का वचन पत्र छलावा
केंद्रीय मंत्री मुंडा ने कहा कि दिग्विजय सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने जनजातीय वर्ग का अधिकार छीना और इस बार फिर झूठे वादों के बल पर कांग्रेस सरकार में आना चाहती है। उन्होंने कांग्रेस के वचन पत्र को झूठ का पुलिंदा बताते हुए कहा कि कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में बहुत से वादे किए हैं। लेकिन ये बस बस एक छलावा है, एक धोखा है। इसे कभी पूरा नहीं किया गया। मध्यप्रदेश में जब कांग्रेस की सरकार थी, तब केंद्र सरकार की नीतियों का क्रियान्वयन यहां नहीं होने दिया गया। भाजपा जिस तरह कार्य कर रही है कांग्रेस उससे घबरा गई है। जनजातीय लोगों के लिए चलाई जा रही योजनाएं कमल नाथ की सरकार के समय बंद कर दी गईं।
जनजातीय समाज को गुमराह कर रही कांग्रेस
अर्जुन मुंडा ने कहा कि मध्य प्रदेश में पेसा एक्ट पहले से लागू है, लेकिन कांग्रेस इसे दोबारा प्रारंभ करने का झूठ बोलकर जनजाति वर्ग को गुमराह कर रही है। कांग्रेस हमेशा जनता से झूठे वादे करती रही है। कांग्रेस अब स्वयं दुविधा में है। वचन पत्र में जनजातीय अधिकार कानून लाने की बात कही गई। अटल बिहारी वाजपेयी के समय जनजातीय समुदाय के लिए अलग से मंत्रालय बना। स्पष्ट है भाजपा की प्राथमिकता क्या है। मध्यप्रदेश में अनुसूचित जनजाति के लिए 8 माडल स्कूल, 26 खेल परिषद हैं। कांग्रेस ने परिवारों के नामांकरण के माध्यम से विकास को सीमित किया है। आज देश में जगह-जगह आदिवासी समुदाय के स्वतंत्रता सेनानी के म्यूजियम बनाए जा रहे हैं। डाक्टर भीमराव आंबेडकर, रानी दुर्गावती के नाम पर स्मारक बनाये जा रहे हैं, लेकिन कांग्रेस वचन पत्र के माध्यम से झूठ फैला रही है।
अब तक छह मंत्रियों सहित 137 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किए
25 Oct, 2023 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भाोपाल। मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र भरना शुरू कर दिए हैं। अब तक प्रदेश में 137 नामांकन पत्र दाखिल हो चुके हैं। भाजपा के मंत्री नरोत्तम मिश्रा, राजेंद्र शुक्ला, इंद्र सिंह परमार, भरत सिंह कुशवाह, प्रेम पटेल और मीना सिंह के अलावा कांग्रेस की पूर्व मंत्री विजय लक्ष्मी साधो, विधायक कुणाल चौधरी, सुखेंद्र सिंह बना, सतीश सिकरवार और नितेंद्र राठौर नामांकन दाखिल कर चुके हैं। इनके साथ आम आदमी पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष और सिंगरोली महापौर रानी अग्रवाल ने भी नामांकन दाखिल कर दिया है। उधर, सीधी विधानसभा सीट से बागी हुए भाजपा के मौजूदा विधायक केदार शुक्ला ने बतौर निर्दलीय उम्मीदवार नामांकन पत्र दाखिल किया। सीधी में भाजपा ने अपने मौजूदा विधायक केदार शुक्ला का टिकट काटकर उनकी जगह सांसद रीती पाठक को अपना उम्मीदवार बनाया है।
30 अक्टूबर तक भरे जाएंगे नामांकन
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया कि प्रदेश की सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों में अब तक प्रदेश में कुल 137 अभ्यर्थियों द्वारा 155 नाम निर्देशन पत्र जमा किए गए। 30 अक्टूबर नामांकन फार्म भरने की अंतिम तिथि रहेगी। नामांकन पत्रों की स्कू्रटनी 31 अक्टूबर को की जाएगी। नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 2 नवंबर है। प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान होगा। जबकि मतगणना 3 दिसंबर को होगी।
भाजपा कार्यालय के शुभारंभ के दौरान कन्याओं को 50-50 रुपये बांटे, प्रत्याशी के भाई पर केस दर्ज
25 Oct, 2023 12:53 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अशोकनगर । महाअष्टमी पर भाजपा कार्यालय के शुभारंभ के दौरान कन्या पूजन में बच्चियों को 50-50 रुपये बांटने पर अशोकनगर के भाजपा प्रत्याशी जजपाल सिंह जज्जी के भाई शीतल सिंह और भाजपा कार्यकर्ता प्रतापभानु सिंह यादव 'पप्पू रातीखेड़ा' के विरुद्ध कोतवाली पुलिस ने आचार संहिता उल्लंघन का प्रकरण दर्ज किया है।
कांग्रेस प्रत्याशी ने की थी शिकायत
मामले की शिकायत कांग्रेस प्रत्याशी हरिबाबू राय ने प्रशासन से की थी। इधर, भाजपा प्रत्याशी जज्जी ने कांग्रेस की शिकायत को न केवल सनातन विरोधी बताया, बल्कि अपनी संभावित हार से बौखलाहट वाला कदम बताते हुए कहा कि कांग्रेस स्पष्ट कर दे कि जिन कन्याओं को पैसे दिए गए हैं, वे मतदाता है क्या? उन्हें भेंट स्वरूप दी गई छोटी सी राशि चुनाव प्रभावित कर सकती है क्या।
जांच के बाद प्रकरण दर्ज
कन्या पूजन के समय भाजपा प्रत्याशी जजपाल सिंह जज्जी के भाई शीतल सिंह और वरिष्ठ भाजपाई प्रतापभान सिंह यादव पप्पू रातीखेड़ा की शिकायत चुनाव आयोग में कांग्रेस प्रत्याशी हरिबाबू राय ने की थी। इस शिकायत के आधार पर जांच के बाद दोनों ही भाजपा नेताओं पर आचार संहिता उल्लंघन का प्रकरण दर्ज किया गया है।
तिलक लगाकर पैसे देने का फोटो वायरल हुआ
कुछ बालिकाओं को तिलक लगाकर पैसे देने का फोटो जब कांग्रेस प्रत्याशी हरिबाबू राय की नजर में आया तो उन्होंने इस मामले की शिकायत चुनाव आयोग में की। शिकायत के बाद एफएसटी टीम के प्रभारी सुनील श्रीवास्तव द्वारा मामले पर संज्ञान लेते हुए दोनों की नेताओं को स्पष्टीकरण के लिए नोटिस जारी किया गया।
यह स्पष्टीकरण दिया नेताओं ने
इस मामले में दोनों ही नेताओं ने स्पष्टीकरण दिया था कि नवरात्रि की नवमी पर भाजपा प्रत्याशी जजपाल सिंह जज्जी के कार्यालय के शुभारंभ मौके पर कन्याओं का पूजन किया गया था। नवारात्रि पर कन्या पूजन के बाद उन्होंने 50-50 रुपए कन्याओं को देते हुए पैर छुए थे जो सनातनी परंपरा है। इस मामले से भाजपा प्रत्याशी का कोई लेना देना नही है। इस स्पष्टीकरण की जांच सहायक रिटर्निंग आफिसर से कराई गई। जांच के बाद यह माना गया कि गड्डी से नोट निकालकर दिए जा रहे हैं जिसको आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए काेतवाली में प्रकरण दर्ज कराया गया।
विधायक जज्जी आए खुलकर सामने, कहा शिकायत सनातनी विरोधी
इस मामले में विधायक जजपाल सिंह जज्जी खुल कर सामने आए हैं एवं मुखर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कांग्रेस की शिकायत को न केवल सनातन विरोधी बताया बल्कि अपनी संभावित हार से बौखलाहट बाला कदम बताते हुए कहा कि कांग्रेस को अगर इस मामले में शिकायत करनी थी तो उनकी करनी चाहिए थी क्योंकि वह कन्या पूजन करते आ रहा हूं।
कांग्रेस की शिकायत के भाजपा नेता प्रतापभान सिंह यादव (पप्पू रातीखेड़ा )एवं विधायक के भाई शीतल सिंह को नोटिस दिया है। उन्होंने कहा कि यह एक धार्मिक परंपरा है जिसे वह कई वर्षों से निभा रहे है।संयोग से इस वर्ष विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगी हुई है। मगर इस परंपरा को निभाने के पीछे चुनाव में लाभ कमाने का कोई उद्देश्य नहीं है। कांग्रेस स्पष्ट कर दे की जिन कन्याओं को पैसे दिए गए हैं वह मतदाता है क्या? एवं उन्हें भेंट स्वरूप दी गई दिए गई छोटी सी राशि चुनाव प्रभावित कर सकती है क्या?
गरबा देखने जा रही नाबालिग से तीन युवकों ने किया दुष्कर्म
25 Oct, 2023 12:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झाबुआ । जिले के कल्याणपुरा थाना क्षेत्र के एक गांव में आदिवासी नाबालिग से उसके ही गांव के रहने वाले युवकों ने दुष्कर्म किया। नाबालिग के स्वजनों ने मंगलवार को मामला कल्याणपुरा थाने पर दर्ज करवाया है। घटना 23 अक्टूबर की रात की बताई जा रही है। पुलिस के अनुसार, पीड़िता सोमवार देर रात अपने गांव के फलिये में ही गरबा पंडाल में गरबे देखने पैदल जा रही थी। तभी रास्ते में तीन युवक आए और उसे जबरदस्ती उठाकर घटना स्थल पर ले गए। तीनों युवकों ने उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। साथ में धमकी भी दी कि तू चिल्लाई तो जान से मार देंगे। थाना प्रभारी निर्भयसिंह भूरिया ने बताया कि नाबालिग की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर लिया गया है। आरोपितों की तलाश की जा रही है। आरोपितों के खिलाफ धारा 376 डी, 506, 5 एल-6, 5 जी-6 पाक्सो एक्ट का मामला दर्ज किया गया है।
सिंधिया पर आरोपों को सास-बहू ने भावुक होकर भुलाया, भाजपा में हुई शामिल
25 Oct, 2023 12:02 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अशोकनगर । चुनाव टिकट घोषणा के बाद विचारधारा भी बदल जाती है। इसका उदाहरण इन दिनों जिले के सियासी गलियारों में लगातार देखने को मिल रहा है। दो दिन पहले कांग्रेस से नाराज होकर इस्तीफा देने वाली पूर्व नेता प्रतिपक्ष अनीता जैन और उनकी बहु आशा दोहरे ने सोमवार को ग्वालियर के जयविलास पैलेस में पहुंचकर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समक्ष भाजपा ज्वाइन कर ली।
सिंधिया पर लगाए थे आरोप
उल्लेखनीय है कि ये वे ही अनीता जैन हैं जिन्होंने उपचुनाव के दौरान कांग्रेस में रहते हुए सिंधिया पर टिकट वितरण में 50 लाख रुपए के आरोप लगाए थे। जिले में राजनैतिक दलों में शामिल लोगों की पार्टियों के प्रति बदलती विचारधारा के लगातार मामले सामने आ रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष अनीता जैन केंद्रीय मंत्री सिंधिया की नजदीकी रहीं थीं
बीते 30 सालों से शहर में कांग्रेस पार्टी की राजनीति में सक्रिय चेहरा रहीं नेता प्रतिपक्ष अनीता जैन केंद्रीय मंत्री सिंधिया की नजदीकी रहीं थीं। लेकिन वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में वे अपनी बहु आशा दोहरे को टिकट दिलाने में असफल रहीं तो इसके बाद भी कांग्रेस में बनी रहीं, लेकिन वर्ष 2020 में सिंधिया के कांग्रेस से जाने के बाद जिले से बड़ी संख्या में सिंधिया समर्थक नेताओं का विलय भाजपा में हो गया।
बहू को बनाया था कांग्रेस प्रत्याशी
उस दौरान अनीता जैन कांग्रेस के झंडे को थामे खड़ी रहीं। इस खुद्दारी का इनाम भी पार्टी ने देते हुए उपचुनाव में उनकी बहू को कांग्रेस प्रत्याशी बनाया। लेकिन इस विधानसभा चुनाव में पार्टी द्वारा टिकट नहीं देने के बाद दो दिन पहले अनीता जैन और उनकी बहु से इस्तीफा देते हुए सोमवार को भाजपा ज्वाइन कर ली।
भाजपा ज्वाइन कर बोली अनीता, भूल हुई थी सुधार रहे हैं
भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद अनीता जैन ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उस दौरान हमसे भूल हो गई थी जिसको अब सुधार रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब कभी भी हम महाराज का साथ नहीं छोड़ेंगे। केंद्रीय मंत्री के समक्ष भावुक हुई अनीता भावुक नजर आईं। वहीं उन्होंने कहा कि कांग्रेस में लगातार उपेक्षा के कारण पार्टी छोड़ी है और अब जिंदगी भर महाराज का साथ नहीं छोड़ेंगे।
पार्टी छोड़ते वक्त ये लगाए थे आरोप
उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले ही अनीता जैन, उनकी बहु आशा और पुत्र विकास जैन ने पार्टी की सदस्तया से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद मीडिया से बातचीत में बताया था कि कांग्रेस प्रत्याशी की घोषणा के बाद उनको दूध में से मख्खी की तरह निकाल कर फैंक दिया गया है। न तो उनसे संगठन के किसी पदाधिकारी ने संपर्क किया न ही विधानसभा प्रभारी ने। पार्टी नेतृत्व की इस उपेक्षा के चलते उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा देने की बात कही थी।
भोपाल की तीन विधानसभा सीटों पर बागी बने कांग्रेस की मुसीबत
25 Oct, 2023 12:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के टिकट बंटवारे को लेकर मचा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। भोपाल की सभी सातों सीटों पर भाजपा-कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। लेकिन तीन सीटों पर कांग्रेस के बागियों ने आसमान सिर पर उठा लिया है। कांग्रेस के बागियों ने भोपाल की उत्तर, हुजूर और बैरसिया सीट पर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरने का ऐलान कर दिया है।
कांग्रेेस भोपाल में यदि कहीं सबसे ज्यादा परेशान है, तो उत्तर विधानसभा सीट को लेकर सबसे ज्यादा परेशान है। कांग्रेस ने इस सीट पर तमाम विरोधों के बाद मौजूदा विधायक आरिफ अकील के बेटे आतिफ अकील को चुनाव मैदान में उतारा है। इस सीट पर कांग्रेस के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी नासिर इस्लाम ने तो निर्दलीय लडऩे का ऐलान कर ही दिया है। इसके अलावा आरिफ के भाई आमिर अकील ने भी विरोध का झंडा उठा रखा है। उत्तर विधानसभा सीट पर आरिफ अकील और कांग्रेस छह दशक से काबिज हंै। उत्तर विधानसभा को कांग्रेस का अभेद्य गढ़ माना जाता है। इसी सीट पर भाजपा ने पूर्व महापौर आलोक शर्मा को मैदान में उतारा है।
हुजूर में डागा बने कांग्रेस की मुसीबत
कांग्रेस ने भोपाल की हुजूर सीट पर नरेश ज्ञानचंदानी को टिकट दिया है। पार्टी ने नरेश ज्ञानचंदानी को हुजूर सीट पर आने वाले बैरागढ़ के 50 हजार सिंधियों को साधने के लिए उम्मीदवार बनाया है। इस सीट पर टिकट न मिलने से पूर्व विधायक जितेंद्र डागा ने निर्दलीय चुनाव लडऩे का ऐलान कर दिया है। डागा ने तो जनसंपर्क भी शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि जनता चाहती हैं कि मैं चुनाव लडूं, इसलिए मैं चुनाव लड़ूंगा। इस सीट पर भाजपा ने मौजूदा विधायक रामेश्वर शर्मा को उम्मीदवार बनाया है।
बैरसिया में बागी राम मेहर ने कांग्रेेस की टेंशन बढ़ाई
कांग्रेस ने बैरसिया विधानसभा सीट पर जयश्री हरिकरण को उम्मीदवार बनाया है। लेकिन जिस दिन से कांग्रेस ने जयश्री हरिकरण उम्मीदवार घोषित किया है, उसी दिन से उनका विरोध शुरू हो गया है। टिकट की दावेदारी कर रहे राम मेहर निर्दलीय मैदान में उतरने का ऐलान कर दिया है। इस सीट पर भाजपा ने मौजूदा विधायक विष्णु खत्री को मैदान में उतारा है।
आचार संहिता के बीच बड़ी कार्रवाई, 38 लाख रुपये के जेवर के साथ पकड़ाया युवक
25 Oct, 2023 11:47 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इटारसी । सिटी पुलिस ने बस स्टैंड परिसर में घूम रहे एक संदिग्ध युवक से करीब 38 लाख 69 हजार रुपये के सोने के कीमती जेवर बरामद करने में सफलता हासिल की है। विधानसभा चुनाव के लिए गठित एफएसटी टीम ने इस मामले का पर्दाफाश किया है। टीआइ गौरव सिंह बुंदेला ने बताया कि पुलिस और एफएसटी टीम को सूचना मिली थी कि बस स्टैंड परिसर में एक संदिग्ध युवक घूम रहा है, सूचना पर पुलिस ने मौके पर दबिश देकर युवक को पकड़ा। पूछने पर अपना नाम रामबाबू पिता छोटेराम राठौर बताया। पूछताछ करने पर वह पुलिस को गुमराह करने लगा, संदेह होने पर जब उसकी तलाशी ली गई तो प्लास्टिक की थैली में सोने के जेवर भरे पाए गए। पुलिस ने युवक से 604.27 ग्राम सोने के जेवर बरामद किए, जिनकी कीमत 38 लाख 69 हजार रुपये बताई गई है। पुलिस ने रामबाबू से जेवर के खरीदी बिल और दस्तावेज मांगे, लेकिन वह संतोषजनक जवाब नहीं दे सका, इसके बाद पुलिस और एफएसटी टीम ने 604.27 ग्राम सोने के जेवर बरामद कर लिए। गौरतलब है कि आगामी विधानसभा चुनाव और आदर्श आचार संहिता का पालन कराने के लिए सिटी पुलिस लगातार अवैध मादक पदार्थ तस्करी, अवैध शराब व नगद राशि जब्त करने की कार्रवाई कर रही है।
कार्रवाई से मचा हड़कंप
आम दिनों में प्रशासन और पुलिस एजेंसियां ऐसे मामलों पर ज्यादा ध्यान नहीं देती हैं, लेकिन आचार संहिता की वजह से मिले विशेष निर्देश एवं एफएसटी दल गठित होने से लगातार शराब, मादक पदार्थो, नगदी और सोने के जेवर बरामद हो रहे हैं। पिछले दिनों जीआरपी भी ऐसे मामलों में 5 लाख रुपये नगदी एवं सोने के जेवर बरामद कर चुकी है। आशंका है कि किसी बड़े सराफा कारोबारी का यह बेनामी सोना है। इस संबंध में पुलिस आयकर विभाग को भी सूचित करेगी। रामबाबू संभवत: कूरियर का काम करता है। आसपास के सराफा बाजार में रोजाना बड़े पैमाने पर सोने की खेप आती है, इसमें बड़ी मात्रा में टैक्स चोरी का सोना भी रहता है।
निशा बांगरे ने किया चुनाव लड़ने का ऐलान, एक-दो दिन में दाखिल कर सकती हैं नामांकन
25 Oct, 2023 11:42 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बैतूल । पूर्व डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे ने राज्य शासन द्वारा उनका इस्तीफा मंजूर किए जाने के बाद मंगलवार देर रात चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। इंटरनेट मीडिया पर निशा बांगरे ने अपने समर्थकों को एक संदेश दिया, जिसमें उन्होंने लिखा- मैं चुनाव लड़ूंगी। बुधवार, गुरुवार या शुक्रवार को नामांकन दाखिल करूंगी। लड़े हैं जीते हैं, लड़ेंगे जीतेंगे।'
कांग्रेस बदल सकती है प्रत्याशी
गौरतलब है कि निशा बांगरे बैतूल की आमला सीट से कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही थीं। राज्य शासन द्वारा उनके त्यागपत्र पर फैसले में देरी को देखते हुए पार्टी ने मनोज मालवे को प्रत्याशी घोषित कर दिया। संभावना जताई जा रही है कि कांग्रेस अब आमला सीट पर अपना प्रत्याशी बदल सकती है।
घर नहीं जाने दिया तो छोड़ दी नौकरी
छतरपुर एसडीएम रहीं निशा बांगरे के विरुद्ध 21 अगस्त, 2023 को सिविल सेवा आचरण नियम 1985 का उल्लंघन का आरोप लगाते हुए विभागीय जांच शुरू की गई थी। निशा बांगरे ने अपने बैतूल स्थित आवास पर सर्वधर्म सभा का आयोजन किया था, इसमें शामिल होने के लिए उन्होंने अनुमति मांगी थी। शासन ने अनुमति नहीं दी पर वे इसमें शामिल हुईं और फिर सेवा से त्यागपत्र दे दिया। लेकिन शासन ने उनका त्यागपत्र स्वीकार नहीं किया।
कांग्रेस ने दिया कदम-कदम पर साथ
निशा इसके खिलाफ हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक गईं। उन्होंने त्यागपत्र स्वीकार कराने के लिए आमला से मुख्यमंत्री आवास तक पदयात्रा निकाली थी पर भोपाल के बोर्ड आफिस चौराहे के पास उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। इस पूरे मामले में कांग्रेस निशा के साथ खड़ी रही।
चार सीटों पर उम्मीदवार बदल सकती है कांग्रेस
25 Oct, 2023 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने जिन उम्मीदवारों मैदान में उतारा है, उनमें कई सीटों पर उम्मीदवारों को विरोध हो रहा है। प्रदेश की जिन सीटों पर उम्मीदवारों को लेकर ज्यादा विरोध हो रहा है, वहां विरोध का असर दिखने लगा है। बताते हैं कांग्रेस वहां उम्मीदवारों को बदलने पर विचार कर रही है। उम्मीदवारों को बदलने को लेकर पीसीसी चीफ कमलनाथ, प्रदेश प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के बीच मंत्रणा हुई है। हम बता दें कि कांग्रेस पहली सूची के बाद भी तीन टिकट बदल चुकी है।
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार पार्टी में बडनगर, शिवपुरी, मुरैना एवं निवाड़ी के उम्मीदवार बदलने पर गंभीरता से विचार हो रहा है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि मौजूदा उम्मीदवारों का विरोध तो है ही, क्षेत्रीय एवं जातीय समीकरण भी आड़े आ रहे हैं। इसके अलावा और सीटों पर उम्मीदवारों के विरोध के बीच कमलनाथ, सुरजेवाला और दिग्जिवय बागी नेताओं से चर्चा कर रहे हैं।
बडऩगर सीट पर कांग्रेस ने मुरली मोरवाल का टिकट काटकर राजेन्द्र सिंह सोलंकी को टिकट दिया है। टिकट कटने से मोरवाल नाराज हैं। मोरवाल का आरोप है कि पार्टी ने मेरा टिकट काटकर ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया है, जिसे में तहसील में भी कोई नहीं पहचानता है। मोरवाल की कमलनाथ और दिग्विजय सिंह से चर्चा भी हुई। इसी तरह मुरैना विधायक अजब सिंह कुशवाहा का टिकट काटकर कुलदीप सिकरवार को टिकट दिया गया है। यहां उम्मीवार का विरोध हो रहा है। निवाड़ी विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार अमित राय का विरोध हो रहा है। इस सीट से पूर्व राज्यपाल राम नरेश यादव की पुत्रवधू रोशनी यादव प्रबल दावेदार हैं।
विरोध का कांग्रेस में दिखने लगा है असर
25 Oct, 2023 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने जिन उम्मीदवारों मैदान में उतारा है, उनमें कई सीटों पर उम्मीदवारों को विरोध हो रहा है। प्रदेश की जिन सीटों पर उम्मीदवारों को लेकर ज्यादा विरोध हो रहा है, वहां विरोध का असर दिखने लगा है। बताते हैं कांग्रेस वहां उम्मीदवारों को बदलने पर विचार कर रही है। उम्मीदवारों को बदलने को लेकर पीसीसी चीफ कमलनाथ, प्रदेश प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के बीच मंत्रणा हुई है। हम बता दें कि कांग्रेस पहली सूची के बाद भी तीन टिकट बदल चुकी है। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार पार्टी में बडनगर, शिवपुरी, मुरैना एवं निवाड़ी के उम्मीदवार बदलने पर गंभीरता से विचार हो रहा है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि मौजूदा उम्मीदवारों का विरोध तो है ही, क्षेत्रीय एवं जातीय समीकरण भी आड़े आ रहे हैं। इसके अलावा और सीटों पर उम्मीदवारों के विरोध के बीच कमलनाथ, सुरजेवाला और दिग्जिवय बागी नेताओं से चर्चा कर रहे हैं।
इन सीटों पर ज्यादा विरोध
बडऩगर सीट पर कांग्रेस ने मुरली मोरवाल का टिकट काटकर राजेन्द्र सिंह सोलंकी को टिकट दिया है। टिकट कटने से मोरवाल नाराज हैं। मोरवाल का आरोप है कि पार्टी ने मेरा टिकट काटकर ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया है, जिसे में तहसील में भी कोई नहीं पहचानता है। मोरवाल की कमलनाथ और दिग्विजय सिंह से चर्चा भी हुई। इसी तरह मुरैना विधायक अजब सिंह कुशवाहा का टिकट काटकर कुलदीप सिकरवार को टिकट दिया गया है। यहां उम्मीवार का विरोध हो रहा है। निवाड़ी विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार अमित राय का विरोध हो रहा है। इस सीट से पूर्व राज्यपाल राम नरेश यादव की पुत्रवधू रोशनी यादव प्रबल दावेदार हैं।
बहन बेटियों का अपमान करने की हमेशा से सोच रही है कांग्रेस पार्टी एवं उनके नेताओं की - मुख्यमंत्री ।
25 Oct, 2023 09:59 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के उस बयान की निंदा करते हुए बेहद व्यथित शब्दों में कहा कि कांग्रेस पार्टी के लोगों ने हमेशा महिलाओं का अपमान किया है एवं उन्हें बेहद गंदे शब्दों से नवाजा है । ऐसे ही लोग मुझे नौटंकी बाज कह रहे हैं , जबकि मैं कल मुख्यमंत्री निवास पर कन्या भोजन एवं उनकी पूजन का कार्यक्रम कर रहा था । यह सनातन का विरोध है अथवा धर्म का विरोध , अपने आप में जनता इसका जवाब देगी । ज्ञात हो कि कल मुख्यमंत्री निवास में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हमेशा की तरह कन्या पूजन एवं भोजन का कार्यक्रम आयोजित किया था , उपरोक्त कार्यक्रम को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब पत्रकारों ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह से इस संबंध में सवाल किया तो उन्होंने कहा कि यह सब नौटंकीबाजी है । मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले आरोप प्रत्यारोप का दौर इस मामले को लेकर ऐसा प्रारंभ हुआ की देर शाम तक कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं को कटघरे में खड़ा करते हुए भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने इसे सनातन का विरोध एवं महिलाओं के सम्मान के साथ-साथ बेटियों का अपमान भी बता दिया । वहीं दूसरी और यह मामला कन्या भोजन के एक कार्यक्रम में भोपाल के एक मंदिर से गायब हुई दो बेटियों से जुड़ा हुआ था । उपरोक्त दोनों बेटियां पुलिस के द्वारा 24 घंटे के अंतराल में गिरोह से जप्त कर ली गई है एवं अपहरण करने वाली आरोपी महिलाओं की भी गिरफ्तारी हो चुकी है ।
बहन बेटियों का अपमान करने की हमेशा से सोच रही है कांग्रेस पार्टी एवं उनके नेताओं की - मुख्यमंत्री ।
आज इस मामले में प्रदेश को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रेस को दिए गए बयान में कहा कि बहनों की पूजा के लिये नैतिक साहस चाहिए और ये वही कर सकता है जिसमें भारतीय संस्कार हों । *बहन-बेटियों को टंचमाल और आइटम कहने वाले कभी बेटियों का सम्मान नहीं कर सकते। मल्लिकार्जुन खडगे जी और सोनिया जी जवाब दें क्या वे भारत में बेटियों की पूजा के खिलाफ हैं? कांग्रेस अपना स्टैंड साफ करें क्या वो बहन,बेटियों की पूजा के खिलाफ है? दिग्विजय जी आप सनातन और शिवराज का विरोध करते करते इतने निचले स्तर तक उतर आये मुझे कहते हुए बहुत पीडा और दुख भी है। मैं पूजा करता हूं और करता रहूंगा, और आपके जैसी घटिया सोच को बदल के रहूंगा।
सनातन का विरोध करते-करते इस स्तर पर उतर आए कांग्रेसी ।
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सनातन का विरोध करने के साथ-साथ सनातन से जुड़ी हुई परंपरा एवं धार्मिक कार्यक्रमों का भी विरोध कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता करने पर उतारू हो चुके हैं ।
सीएम ने कहा कि मैं बेटियों के पैर भी धोता हूं, उस पानी को माथे से लगाता हूं। यह वही कर सकता है जिसके मन में पवित्र भाव हो, जिसमें भारतीय संस्कार हो, बहन और बेटियों को टंच माल कहने वाले, आइटम कहने वाले, कन्या पूजन का महत्व क्या समझेंगे। यह नहीं कर सकते। इसी मानसिकता को हम को बदलना है। मैं आज सोनिया गांधी जी से पूछता हूं क्या बेटियों की पूजा नाटक नौटंकी है? सारे देश ने बेटियों की पूजा की है। इस पर कांग्रेस का पक्ष क्या है? क्या वे बेटियों की पूजा के खिलाफ हैं क्या वे कन्या पूजन के खिलाफ हैं? अपने पक्ष को साफ करे कांग्रेस। यह भारत है। दिग्विजय सिंह सनातन और शिवराज का विरोध करते-करते इतने निचले स्तर पर उतर आये, कि बेटियों कई पूजा का विरोध करने लगे हैं। यह मेरे लिए भावनात्मक विषय है। अंतरात्मा का विषय है। मैं पूजा करता हूं। मैं पूजा करूंगा। आप जैसी घटिया सोच को बदल कर रहूंगा ।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में मध्य प्रदेश रहा है नंबर वन ।
महिलाओं एवं बेटियों के सम्मान से जुड़ी हुई योजनाओं में मध्य प्रदेश का नाम हमेशा से अग्रणी रहा है। इस संबंध में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले 15 वर्षों के अंतराल में विशेष रूप से महिला एवं बच्चियों के सम्मान से जुड़ी हुई एवं उत्थान के साथ-साथ सशक्तिकरण की योजनाओं को विशेष रूप से आगे बढ़ाया है। लाड़ली लक्ष्मी योजना राष्ट्रीय स्तर पर इतनी बड़ी योजना थी कि इसको कई प्रदेशों ने सामान्य बदलाव के साथ लागू किया । महिला सम्मान एवं सशक्तिकरण से जुड़ी हुई लाडली लक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, लाडली बहना योजना, लाडली बहन आवास योजना, पुलिस में महिलाओं के योगदान के लिए 30% आरक्षण के साथ-साथ महिलाओं को संपूर्ण नौकरियों में 30% से अधिक का आरक्षण देने की महिला सशक्तिकरण से जुड़ी हुई योजना आज राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित हुई है। महिला सम्मान एवं स्वाभिमान योजना के साथ-साथ महिला सशक्तिकरण में राष्ट्रीय स्तर पर मध्य प्रदेश पिछले 9 वर्षों में नंबर वन पर रहा है । वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी के लगभग एक वर्ष से अधिक के 2018 के कार्यकाल के अंतर्गत उपरोक्त लगभग सभी योजनाएं पूरी तरह से बंद कर दी गई थी । महिला सशक्तिकरण से जुड़ी हुई योजनाओं के विषय में एवं पिछले 24 घंटे से चले आ रहे हैं विवाद के मामले में प्रदेश के भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष वीडी शर्मा का कहना है कि कांग्रेस पार्टी ने कभी भी महिलाओं का सम्मान इस देश में नहीं किया तो प्रदेश में क्या करेंगे।
82 नेता अब नहीं लड़ सकेंगे चुनाव
25 Oct, 2023 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पिछले चुनाव के खर्च का हिसाब नहीं देने पर चुनाव आयोग ने की कार्रवाई
भोपाल। प्रदेश में पिछले विधानसभा चुनाव के खर्च का हिसाब न देने वाले 82 उम्मीदवार अब चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। चुनाव आयोग ने उन्हें चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित कर दिया है। चुनाव आयोग ने इन नेताओं से चुनाव में खर्च की गई राशि का लिखित ब्यौरा कई बार मांगा था, लेकिन जब इन्होंने इसका जवाब नहीं दिया, तो आयोग ने इन्हें चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य करार दे दिया। हम बता दें चुनाव लड़ने के बाद खर्च का ब्यौरा नहीं देने पर लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 10 ए के अंतर्गत ऐसे उम्मीदवारों को अयोग्य ठहराया जाता है। आयोग के नियमों के मुताबिक चुनाव में नतीजा घोषित होने के महीने भर के अंदर चुनाव में खर्च की गई राशि का हिसाब देना होगा। अगर समय सीमा में खर्च का हिसाब न दिया गया तो आयोग कुछ सालों तक चुनाव लड़ने के लिए आयोग्य घोषित कर सकता है। इसके अलावा यदि खर्च की गई राशि निर्धारित की गई 40 लाख रुपए की राशि से अधिक पाई जाती है तो जीतने पर निर्वाचन तक रद्द किया जा सकता है।
कहां कितने अयोग्य
चुनाव आयोग ने पिछले चुनावों में खर्च का ब्यौरा न देने के चलते प्रदेश के 82 नेताओं को चुनाव के लिए अयोग्य घोषित किया है। ये नेता अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों के हैं।
-खुरई विधानसभा के 5 उम्मीदवार अयोग्य किए गए।
-सतना, सेमरिया और बदनावर विधानसभा से 4-4 उम्मीदवारों को अयोग्य करार दिया गया।
-बुधनी, सिहावल, इच्छावर, जबपुर उत्तर से 3-3 उम्मीदवारों को अयोग्य किया गया।
-कोलारस, विजयपुर, पृथ्वीपुर, नागौद, बम्हौरी, सीधी, खंडवा, सिंगरौली, रामपुर बघेलान, ग्वालियर साउथ से 2-2 उम्मीदवारों को अयोग्य घोषित किया गया।
-गंधवानी, सिरगौर, चाचौड़ा, हुजूर, देवतालाब, भांडेर, करैरा, निवाड़ी, गुना, मऊगंज, सिवनी, जतारा, चुरहट, बड़वानी, खजुराहो, धार, सीधी, मैहर, चितरंगी से एक-एक उम्मीदवार को अयोग्य घोषित किया गया।
बहन बेटियों का अपमान करने की हमेशा से सोच रही है कांग्रेस पार्टी एवं उनके नेताओं की - मुख्यमंत्री ।
25 Oct, 2023 08:57 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के उस बयान की निंदा करते हुए बेहद व्यथित शब्दों में कहा कि कांग्रेस पार्टी के लोगों ने हमेशा महिलाओं का अपमान किया है एवं उन्हें बेहद गंदे शब्दों से नवाजा है । ऐसे ही लोग मुझे नौटंकी बाज कह रहे हैं , जबकि मैं कल मुख्यमंत्री निवास पर कन्या भोजन एवं उनकी पूजन का कार्यक्रम कर रहा था । यह सनातन का विरोध है अथवा धर्म का विरोध , अपने आप में जनता इसका जवाब देगी । ज्ञात हो कि कल मुख्यमंत्री निवास में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हमेशा की तरह कन्या पूजन एवं भोजन का कार्यक्रम आयोजित किया था , उपरोक्त कार्यक्रम को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब पत्रकारों ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह से इस संबंध में सवाल किया तो उन्होंने कहा कि यह सब नौटंकीबाजी है । मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले आरोप प्रत्यारोप का दौर इस मामले को लेकर ऐसा प्रारंभ हुआ की देर शाम तक कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं को कटघरे में खड़ा करते हुए भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने इसे सनातन का विरोध एवं महिलाओं के सम्मान के साथ-साथ बेटियों का अपमान भी बता दिया । वहीं दूसरी और यह मामला कन्या भोजन के एक कार्यक्रम में भोपाल के एक मंदिर से गायब हुई दो बेटियों से जुड़ा हुआ था । उपरोक्त दोनों बेटियां पुलिस के द्वारा 24 घंटे के अंतराल में गिरोह से जप्त कर ली गई है एवं अपहरण करने वाली आरोपी महिलाओं की भी गिरफ्तारी हो चुकी है ।
बहन बेटियों का अपमान करने की हमेशा से सोच रही है कांग्रेस पार्टी एवं उनके नेताओं की - मुख्यमंत्री ।
आज इस मामले में प्रदेश को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रेस को दिए गए बयान में कहा कि बहनों की पूजा के लिये नैतिक साहस चाहिए और ये वही कर सकता है जिसमें भारतीय संस्कार हों । *बहन-बेटियों को टंचमाल और आइटम कहने वाले कभी बेटियों का सम्मान नहीं कर सकते। मल्लिकार्जुन खडगे जी और सोनिया जी जवाब दें क्या वे भारत में बेटियों की पूजा के खिलाफ हैं? कांग्रेस अपना स्टैंड साफ करें क्या वो बहन,बेटियों की पूजा के खिलाफ है? दिग्विजय जी आप सनातन और शिवराज का विरोध करते करते इतने निचले स्तर तक उतर आये मुझे कहते हुए बहुत पीडा और दुख भी है। मैं पूजा करता हूं और करता रहूंगा, और आपके जैसी घटिया सोच को बदल के रहूंगा।
सनातन का विरोध करते-करते इस स्तर पर उतर आए कांग्रेसी ।
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सनातन का विरोध करने के साथ-साथ सनातन से जुड़ी हुई परंपरा एवं धार्मिक कार्यक्रमों का भी विरोध कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता करने पर उतारू हो चुके हैं ।
सीएम ने कहा कि मैं बेटियों के पैर भी धोता हूं, उस पानी को माथे से लगाता हूं। यह वही कर सकता है जिसके मन में पवित्र भाव हो, जिसमें भारतीय संस्कार हो, बहन और बेटियों को टंच माल कहने वाले, आइटम कहने वाले, कन्या पूजन का महत्व क्या समझेंगे। यह नहीं कर सकते। इसी मानसिकता को हम को बदलना है। मैं आज सोनिया गांधी जी से पूछता हूं क्या बेटियों की पूजा नाटक नौटंकी है? सारे देश ने बेटियों की पूजा की है। इस पर कांग्रेस का पक्ष क्या है? क्या वे बेटियों की पूजा के खिलाफ हैं क्या वे कन्या पूजन के खिलाफ हैं? अपने पक्ष को साफ करे कांग्रेस। यह भारत है। दिग्विजय सिंह सनातन और शिवराज का विरोध करते-करते इतने निचले स्तर पर उतर आये, कि बेटियों कई पूजा का विरोध करने लगे हैं। यह मेरे लिए भावनात्मक विषय है। अंतरात्मा का विषय है। मैं पूजा करता हूं। मैं पूजा करूंगा। आप जैसी घटिया सोच को बदल कर रहूंगा ।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में मध्य प्रदेश रहा है नंबर वन ।
महिलाओं एवं बेटियों के सम्मान से जुड़ी हुई योजनाओं में मध्य प्रदेश का नाम हमेशा से अग्रणी रहा है। इस संबंध में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले 15 वर्षों के अंतराल में विशेष रूप से महिला एवं बच्चियों के सम्मान से जुड़ी हुई एवं उत्थान के साथ-साथ सशक्तिकरण की योजनाओं को विशेष रूप से आगे बढ़ाया है। लाड़ली लक्ष्मी योजना राष्ट्रीय स्तर पर इतनी बड़ी योजना थी कि इसको कई प्रदेशों ने सामान्य बदलाव के साथ लागू किया । महिला सम्मान एवं सशक्तिकरण से जुड़ी हुई लाडली लक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, लाडली बहना योजना, लाडली बहन आवास योजना, पुलिस में महिलाओं के योगदान के लिए 30% आरक्षण के साथ-साथ महिलाओं को संपूर्ण नौकरियों में 30% से अधिक का आरक्षण देने की महिला सशक्तिकरण से जुड़ी हुई योजना आज राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित हुई है। महिला सम्मान एवं स्वाभिमान योजना के साथ-साथ महिला सशक्तिकरण में राष्ट्रीय स्तर पर मध्य प्रदेश पिछले 9 वर्षों में नंबर वन पर रहा है । वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी के लगभग एक वर्ष से अधिक के 2018 के कार्यकाल के अंतर्गत उपरोक्त लगभग सभी योजनाएं पूरी तरह से बंद कर दी गई थी । महिला सशक्तिकरण से जुड़ी हुई योजनाओं के विषय में एवं पिछले 24 घंटे से चले आ रहे हैं विवाद के मामले में प्रदेश के भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष वीडी शर्मा का कहना है कि कांग्रेस पार्टी ने कभी भी महिलाओं का सम्मान इस देश में नहीं किया तो प्रदेश में क्या करेंगे।