मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
अगले 15 दिन मप्र में दिखेगा स्टार-वार
1 Nov, 2023 09:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्य प्रदेश में नामांकन के बाद दावेदारों का टिकट वितरण को लेकर शोर खत्म हो गया है। प्रदेश की दोनों शीर्ष पार्टी विधानसभा चुनाव को लेकर पूरी तरह से सक्रिय हो गई है। आने वाले दिनों में दोनों दल के शीर्ष नेता प्रदेश में अपनी ताकत दिखाएंगे। साथ ही वोटरों को लुभाने के लिए ताबड़तोड़ रैलियां करते दिखाई देंगे। आने वाले 15 दिनों तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर केंद्र के बड़े नेता रोड शो करेंगे जिसमें वे जनता को भाजपा की नीतियों के फायदे बताते हुए दिखाई देंगे। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस की ओर से प्रियंका गांधी हुंकार भरती नजर आएंगी। इसे लेकर दिग्गजों का कार्यक्रम तय हो गया है।
अगले 15 दिन भाजपा के बड़े नेताओं की फौज मध्यप्रदेश में दिखाई देगी। भाजपा शासित मुख्यमंत्री एमपी में प्रचार-प्रसार करते करेंगे और अपनी पूरी ताकत झोंकेंगे। एमपी दौरे को लेकर प्रधानमंत्री मोदी का कार्यक्रम भी तय हो गया है। पीएम 4 नवंबर को मध्य प्रदेश आएंगे जहां रतलाम में जनसभा को संबोधित करेंग। पीएम रोड शो के जरिये सभा स्थल पहुंचेंगे। केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह 4,5,6,7,9 और 14 नवंबर को मध्यप्रदेश दौरे पर रहेंगे। नितिन गडकरी 7 और 8 नवंबर को प्रचार करेंगे। स्मृति ईरानी 8, 9, 14,15 नवंबर को एमपी दौरे पर रहेंगी। असम के मुख्यमंत्री हिमन्त बिश्व शर्मा 8,9,11 और 13 नवंबर को एमपी में प्रचार करेंगे। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर 5 नवंबर को एमपी आएंगे। वहीं उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी 13, 14,15 नवंबर और गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत 4 और 5 नवंबर को मध्यप्रदेश आएंगे।
एक तरफ जहां भाजपा के दिग्गजों की फौज मध्य प्रदेश के चुनाव में ताबड़तोड़ दौरे करेंगे। वहीं कांग्रेस के दिग्गज भी प्रदेश में जोर मारेंगे। प्रियंका गांधी का दो दिवसीय और कांग्रेस अध्यक्ष का एमपी दौरा तय हो गया है जहां वह हुंकार भरते दिखेंगे और भाजपा की योजनाओं का विरोध करेंगे। प्रियंका 8 नवंबर को सांवेर और खातेगांव में जनसभा करेंगी। वहीं 9 नवंबर को रीवा में प्रियंका गांधी की चुनावी सभा होगी। प्रियंका गांधी मध्य प्रदेश में दो दिनों तक रहेंगी। जहां वह विंध्य और मालवा को साधेंगी। प्रियंका 8 को इंदौर और 9 को रीवा का दौरा करेंगी। दोनों जगह पर रॉड शो और बड़ी जनसभा को सम्बोधित करेंग। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े 4 नवंबर को कटंगी जिला बालाघाट और शहपुरा जिला डिंडोरी में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। बता दें कि प्रियंका गांधी जबलपुर, ग्वालियर, धार, मंडला और दमोह में चुनावी जनसभा कर चुकी हैं।
प्रत्याशियों को चाहिए स्टार प्रचारकों का बूस्टर
1 Nov, 2023 08:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भाजपा में योगी, कांग्रेस में पायलट की डिमांड
भोपाल । मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों में प्रत्याशियों की ओर से स्टार प्रचारकों की डिमांड आने लगी है। जानकारी के अनुसार जहां भाजपा में प्रधानमंत्री मोदी के बाद सबसे ज्यादा डिमांड उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की है, वहीं कांग्रेस में युवा नेता सचिन पायलेट की मांग सबसे अधिक है। योगी सनातन और हिंदुत्व का सबसे बड़ा चेहरा हैं। ऐसे में भाजपा प्रत्याशी अपने विधानसभा क्षेत्र में योगी की सभा और रोड शो करवाना चाहते हैं। जिससे जाति में विभाजित वोट को हिंदुत्व के नाम पर एक किया जा सके। जबकि पायलेट की छवि किसान और जुझारू नेता के रूप में है। ऐसे में कांग्रेस उम्मीदवार सचिन के जरिए किसानों को साधना चाहते हैं। इसके साथ ही कांग्रेस में महिला वोटर्स को जोडऩे के लिए प्रियंका गांधी की सभा को लेकर भी कई प्रत्याशियों ने मांग रखी है। बात दें, कांग्रेस भाजपा समेत आप, बीएसपी और सपा जेसी सभी राजनीतिक पार्टियों ने विधानसभा चुनाव में अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी की है। आप में केजरीवाल, बीएसपी में मायावती और सपा में अखिलेश की मांग सबसे अधिक है। तीनों नेताओं ने अपने आकलन के हिसाब से सभाएं करना शुरू भी कर दिया है।
स्टार प्रचारक को लेकर पार्टियों का अपना गणित होता है। पार्टियां उम्मीदवारों की डिमांड पर कम बल्कि अपने सर्वे के अनुसार स्टार कैम्पेनर का दौरा तय करती हैं। कमजोर सीट और वहां बन रहे समीकरण के हिसाब से ही स्टार प्रचारक का दौरा बनाती हैं। कौन सा स्टार प्रचारक कहां सभा या रोड शो करेगा ये सर्वे के हिसाब से तय किया जाता है।
बता दें, स्टार प्रचारक से प्रचार करवाने पर खर्चा पार्टी के खाते में जोड़ा जाता है। ऐसे में प्रत्याशी को चुनावी खर्चे में बड़ी राहत मिल जाती है। चुनाव आयोग की ओर से चुनाव प्रचार में खर्चे के लिए एक सीमा तय की गई है। इसके अनुसार उम्मीदवार अपने प्रचार में 40 लाख रुपए तक खर्च कर सकता है।
मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री और प्रदेश शासन के मंत्री 1 नवंबर को प्रदेश के विभिन्न जिलों के प्रवास पर
31 Oct, 2023 08:24 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव की दृष्टि से भारतीय जनता पार्टी का वरिष्ठ नेतृत्व 1 नवंबर को प्रदेश के विभिन्न जिलों के प्रवास पर रहेंगे। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान अनूपपुर, डिंडौरी और सिवनी, केंद्रीय मंत्री व प्रदेश चुनाव प्रभारी श्री भूपेन्द्र यादव सागर, केंद्रीय मंत्री श्री प्रहलाद पटेल सागर, साध्वी निरंजन ज्योति निवाड़ी व टीकमगढ़ जिले की विधानसभाओं में पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में चुनाव प्रचार करेंगी। - मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान 1 नवंबर को प्रातः 11.10 बजे अनुपपुर के पुष्पराजगढ में, दोपहर 12.15 बजे डिंडोरी विधानसभा में, दोपहर 1.30 बजे डिंडोरी के मेंहंदवानी में, दोपहर 2.45 बजे सिवनी के घनसौर में स्थानीय कार्यक्रमों एवं जनसभाओं को संबोधित करेंगे। - केंद्रीय मंत्री व प्रदेश चुनाव प्रभारी श्री भूपेन्द्र यादव 1 नवंबर को प्रातः 11 बजे सागर के शाहगढ पहुंचकर बैठक को संबोधित करेंगे। दोपहर 1 बजे खुरई विधानसभा के मालथोन में जनसभा को संबोधित करेंगे। श्री यादव दोपहर 2.30 बजे सुरखी विधानसभा के ग्राम राहतगढ़ में जनसभा को संबोधित करेंगे। - केन्द्रीय प्रहलाद पटेल 1 नवंबर को प्रातः 11.30 बजे बीना विधानसभा के ग्राम भानगढ में जनसभा, दोपहर 1 बजे खुरई विधानसभा के ग्राम मालथोन में जनसभा, दोपहर 2.30 बजे सुरखी विधानसभा के ग्राम राहतगढ़ में जनसभा को संबोधित करेंगे। - साध्वी निरंजन ज्योति 1 नवंबर को प्रातः 11 बजे निवाड़ी विधानसभा में, दोपहर 1 बजे पृथ्वीपुर विधानसभा में, दोपहर 3 बजे जतारा विधानसभा में, शाम 4.30 बजे खरगापुर विधानसभा में, शाम 6 बजे टीकमगढ़ में बैठक एवं कार्यकर्ताओं से भेंट करेंगी।
अश्विनी वैष्णव आईटी मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,ऐपल जासूसी मामले में केंद्र सरकार ने दिए जांच के निर्देश
31 Oct, 2023 05:03 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । देश में विपक्षी नेताओं की कथित फोन टैपिंग के आरोपों पर बवाल मचा हुआ है। विपक्षी नेताओं का कहना है कि उन्हें एप्पल कंपनी की ओर से चेतावनी संदेश मिले हैं, जिसमें स्टेट-स्पांसर अटैकर्स उनके आईफोन और दूसरी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की जासूसी कर रहे हैं। इन आरोपों पर केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को प्रेस वार्ता में कहा कि जो लोग देश का विकास नहीं देखना चाहते, वे इस तरह की विनाशकारी राजनीति में लगे हैं।
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ने कहा कि एप्पल की ओर से इस तरह का चेतावनी संदेश केवल भारत में ही नहीं बल्कि दुनियाभर के 150 देशों के लोगों को भेजा गया है। उन्होंने कहा कि सरकार इस मुद्दे पर गंभीर है हमने इस मुद्दे पर इन्वेस्टिगेशन शुरू कर दिया है। साथियो जो देश की प्रगति पचा नहीं पा रहे हैं। वो देश को बदनाम करने की कोशिश कर रहे है।
लूट के माल के बंटवारे के लिए झगड़ रहे कांग्रेस के जय और वीरूः शिवराजसिंह चौहान
31 Oct, 2023 01:35 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुख्यमंत्री ने कहा- पहले देश का, अब चौपट कहकर प्रदेश का अपमान कर रहे कमलनाथ
निजी प्लेन में उड़ने वाले को सेठ न कहूं तो क्या मजदूर कहूं ?
भोपाल । कांग्रेस में जो जय और वीरू की जोड़ी है, उसे दिल्ली बुलाया गया है। ये कहते हैं कि भाजपा भ्रम फैला रही है। अगर ऐसा है, तो फिर इन्हें दिल्ली क्यों बुलाया गया है? जय और वीरू ने मध्यप्रदेश से जो लूटा है, उसे ही लेकर इनके बीच झगड़ा है, जिसके लिए इन्हें दिल्ली बुलाया गया है। हो सकता है दिल्ली भी लूट के इस माल में हिस्सेदारी चाहती हो। यह बात मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को मीडिया से चर्चा के दौरान कही।
जय और वीरू ने मध्यप्रदेश को लूटा
चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में 2003 तक बंटाढार रही और इन दस सालों में मि. बंटाढार ने मध्यप्रदेश को जमकर लूटा तथा बर्बाद कर दिया। बाद में सवा साल के लिए प्रदेश में कमलनाथ सरकार बनी। इस दौरान कमलनाथ ने भी जमकर लूट मचाई और वल्लभ भवन को लूट का अड्डा बना दिया था। इनका झगड़ा इसी बात को लेकर है कि लूट के इस माल में किसकी कितनी हिस्सेदारी हो।
पहले देश, अब प्रदेश का अपमान कर रहे कमलनाथ
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि कमलनाथ पहले ’भारत महान नहीं, बदनाम’ कहकर देश का अपमान कर चुके हैं और अब चौपट कहकर मध्यप्रदेश का अपमान कर रहे हैं। श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश की धरती वो धरा है, जहां धन संपदा, वन संपदा, खनिज संपदा, जन संपदा, प्राकृतिक संसाधन भरपूर उपलब्ध हैं। यहां के लोग भोले-भाले हैं। ऐसे प्रदेश को कमलनाथ चौपट कहकर प्रदेश और यहां के लोगों का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि असल में कमलनाथ मध्यप्रदेश के हैं ही नहीं और न उनको मध्यप्रदेश से लगाव है। उनकी जड़ें मध्यप्रदेश में नहीं हैं। इसीलिए वो मध्यप्रदेश का अपमान कर रहे हैं। श्री चौहान ने कहा कि आज जो लोग प्रदेश को चौपट कह रहे हैं, उन्होंने अपनी सरकार के समय मध्यप्रदेश को चौपट करने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। उन्होंने कहा कि कमलनाथ जी, अगर शिवराज से राजनीतिक बैर है, तो मुझे गालियां दो, मेरा अपमान करो, मध्यप्रदेश की भोली-भाली जनता का अपमान क्यों कर रहे हो? श्री चौहान ने कहा कि जनता देश और प्रदेश का अपमान सहन नहीं करेगी और आने वाले चुनाव में इसका जवाब देगी।
सेठ को सेठ न कहें, तो क्या कहें?
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कल मैंने कमलनाथ को सेठ कहा तो वो आपत्ति व्यक्त कर रहे हैं। कह रहे हैं मैं सेठ हूँ क्या... मैं उद्योगपति हूँ क्या... ? उन्होंने कहा कि कमलनाथ खुद ये कहते हैं कि मैं निजी प्लेन में घूमता हूं। उनका एक पाँव देश में रहता है एक पाँव विदेश में रहता है। अब निजी प्लेन किसान के पास, मजदूर के पास, गरीब के पास तो होता नहीं है। ऐसे में अगर उन्हें सेठ न कहूं, तो क्या मजदूर कहूं, फसल काटने वाला या गिट्टी-मिट्टी उठाने वाला कहूं? सेठ को सेठ न कहूं तो क्या कहूं?
हुजुर से कांग्रेस से बागी हुए पूर्व विधायक जितेंद्र डागा ने निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए नामांकन पत्र भरा
31 Oct, 2023 12:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । राजधानी की हुजूर व उत्तर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस की जीत का गणित बिगड़ता दिखाई दे रहा है। कांग्रेस से बागी हुए पूर्व विधायक जितेंद्र डागा ने सोमवार को निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए नामांकन पत्र भर दिया। यदि वो दो नवंबर तक नाम वापस नहीं लेते हैं तो हुजूर विधानसभा क्षेत्र में त्रिकोणीय मुकाबला होना तय माना जा रहा है। दरअसल पूर्व विधायक डागा हुजूर विधानसभा क्षेत्र से वर्ष-2008 में भाजपा से चुनाव लड़े थे। भाजपा की कद्दावर नेता स्वर्गीय सुषमा स्वराज की सलाह पर भाजपा आलाकमान ने डागा को प्रत्याशी घोषित किया। जब डागा को टिकट मिला तो सभी अंचभित हो गए थे, क्योंकि उन दिनों वो क्षेत्रवासियों के बीच चर्चित नेता नहीं थे, लेकिन जनता ने भाजपा को जीताने की परंपरा नहीं बदली। मतदाताओं ने कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र मीणा को हरा कर डागा को विधायक बनाया। विधायक रहने पर डागा ने हुजूर विधानसभा क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत की। वर्ष-2013 में भोपाल विकास प्राधिकरण(बीडीए)के पूर्व सीईओ एमजी रूसिया की मौत के मामले में नाम आने पर भाजपा ने छवि धूमिल होने के डर से डागा का टिकट काट कर रामेश्वर शर्मा को उम्मीदवार बनाया था। शर्मा ने कांग्रेस उम्मीदवार राजेंद्र मंडलोई को 50 हजार से अधिक मतों से हराया था। वर्ष-2018 में भाजपा ने फिर शर्मा को उम्मीदवार बनाया। वहीं कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के समर्थक नरेश ज्ञानचंदानी को टिकट दिया। शर्मा व ज्ञानचंदानी के बीच कड़ी टक्कर हुई। कांग्रेस की हार का अंतर 50 को कम करके 15 हजार किया था। इधर भाजपा से नाराज पूर्व विधायक जितेंद्र डागा ने कांग्रेस का दामन थाम लिया था। डागा को उम्मीद थी कि उन्हें कांग्रेस अपना प्रत्याशी बनाएगी, लेकिन टिकट फिर ज्ञानचंदानी को दे दिया। डागा चुनाव लड़ते हैं तो भाजपा के उम्मीदवार रामेश्वर शर्मा और ज्ञानचंदानी को अच्छी टक्कर देंगे, दरअसल डागा से भाजपा से पूर्व विधायक रहे और कांग्रेस में भी रहे है इसलिए स्थानीय मतदाता उनसे जुड़े हैं। कांग्रेस प्रत्याशी नरेश ज्ञानचंदानी ने नामांकन पत्र जमा करते समय डागा से गले मिलकर कहा भैया बैठ जाओ। चुनाव में मेरा साथ दो।
तीन मुस्लिम प्रत्याशी ने बढ़ाया आतिफ का सिरदर्द
उत्तर विधानसभा क्षेत्र में विधायक आरिफ अकील के बेटे व कांग्रेस विधायक प्रत्याशी आतिफ की परेशानी उनके चाचा आमिर ने बढ़ा दी हैं। उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए सोमवार को अंतिम तारीख पर नामांकन पत्र जमा किया। वहीं कांग्रेस नेता नासिर इस्लाम ने भी निर्दलीय मैदान में कूदने के लिए नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। इधर आम आदमी(आप)से उत्तर विधानसभा क्षेत्र से मोहम्मद सऊद मैदान में उतर गए हैं। ऐसे में तीन मुस्लिम नेता कांग्रेस की वोट बैंक में सेंध लगाएंगे। इससे कांग्रेस की जीताऊ इस सीट पर यदि आमिर-नासिर ने नाम वापस नहीं लिए तो भाजपा के प्रत्याशी आलोक शर्मा का लाभ मिल सकता है। इधर बैरसिया विधानसभा क्षेत्र के बागी हुए कांग्रेस नेता राम भाई मैहर मान गए हैं, उनकी ओर से नामांकन पत्र जमा नहीं करने से कांग्रेस की प्रत्याशी जयश्री हरिकरण मजबूती से भाजपा प्रत्याशी विष्णु खत्री को टक्कर देंगी।
चुनावी सभाओं में कमलनाथ को दिल्ली पहुंचाने की बात की बागियो ने ।
31 Oct, 2023 11:07 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी एवं कांग्रेस पार्टी के बीच चुनावी रणनीति के मध्य आज संपूर्ण मध्य प्रदेश में नामांकन की अंतिम तिथि तक नामांकन दाखिल किए गए । मध्य प्रदेश की सभी विधानसभा सीटों से जो जानकारी सामने आई है उसके अनुसार मध्य प्रदेश में वर्तमान विधानसभा चुनाव के अंतर्गत कांग्रेस पार्टी के वर्तमान में 50 से अधिक बगावत करने वाले उम्मीदवारों ने एक तरफ जहां फॉर्म दाखिल किया, वहीं दूसरी ओर नामांकन दाखिल करने वाले समाजवादी पार्टी के भी लगभग सभी 50 से अधिक उम्मीदवार कांग्रेस पार्टी के लिए नई चुनौती के साथ सामने खड़े हुए दिखाई दे रहे हैं । जनता दल यूनाइटेड के पांच उम्मीदवारों ने भी क्षेत्रीय स्तर पर जोर-शोर के साथ नामांकन दाखिल करके चुनावी मैदान में अपनी ताल ठोक दी है । वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश के चुनाव में कांग्रेस पार्टी के बड़े नेताओं के बीच आपसी मनमुटाव एवं कपड़ा फाड़ राजनीति अब चुनावी सभा में भी सुनाई देने लगी है । कांग्रेस पार्टी से बगावत करने वाले नेता अब कमलनाथ को दिल्ली भेजने वाले भाषण एवं नारे मंचों से लगाते हुए दिखाई दे रहे ।।
दिग्विजय सिंह एवं कमलनाथ में आपसी मन मुटाव के बीच अब सभाओं में दिल्ली पहुंचाने के नारे ।
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की सूची जारी होने से पहले एवं सूची जारी होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं दिग्विजय सिंह की आपसी विवादों से जुड़ी हुई जो तस्वीर सामने आई, उनको संपूर्ण मध्य प्रदेश की जनता ने देखा है । आमने-सामने दिग्विजय सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एक दूसरे को कपड़ा फाड़ राजनीति से जोड़ते हुए नजर आए तो दूसरी ओर दिग्विजय सिंह अपनी मानसिक स्थिति को बयां करते हुए भी दिखाई दिए । परंतु नामांकन दाखिल होने से पहले जो बगावत करने वाले कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार मैदानी क्षेत्रों में दम खम दिखा रहे हैं, उनकी चुनावी सभा से कमलनाथ को दिल्ली पहुंचने के संबंध में नारे लगाते हुए दिखाई दे रहे । इसी तरह के नारे शिवपुरी जिला अंतर्गत पोहरी विधानसभा क्षेत्र से एक चुनावी सभा के अंतर्गत कांग्रेस पार्टी से बगावत करके बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले प्रद्युमन सिंह धाकड़ के एक कार्यक्रम से सुनाई दिए । प्रद्युम्न सिंह धाकड़ के एक कार्यक्रम में कमलनाथ के विरुद्ध नारे लगे जिसमें कमलनाथ को दिल्ली पहुंचाने के संबंध में अर्थात मध्य प्रदेश से रवाना करने के संबंध में नारेबाजी की गई । इसी तरह की नारेबाजी अन्य कई विधानसभा क्षेत्र में बगावत करने वाले कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों के बीच भी की गई है । बगावत करने वाले उम्मीदवारों का कहना है कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ कांग्रेस पार्टी को पूरी तरह से बर्बाद करने के बाद ही दम लेंगे । उनका कहना है कि दिग्विजय सिंह का सार्वजनिक रूप से अपमान किया गया और दिग्विजय सिंह की बात को सम्मान नहीं दिया गया । कुल मिलाकर अब कांग्रेस पार्टी के कार्यक्रम अब मैदानी स्तर पर बेहद कमजोर दिखाई दे रहे हैं ।।
नामांकन दाखिल के अंतिम पड़ाव पर 50 से अधिक कांग्रेस के बागी मैदान में ।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी जिस तरह चुनावी रणनीति में विफल नजर आई, इस तरह एक महीने से अधिक समय पश्चात जब उम्मीदवारों की सूची जारी की गई तो उसमें भी बगावत करने की स्थिति के बाद विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों को बदलती हुई दिखाई दी। उम्मीदवारों की सूची चयन को लेकर दिग्विजय सिंह एवं कमलनाथ एक दूसरे पर आरोप लगाते रहे और नामांकन दाखिल के अंतिम समय तक बगावत करने वाले प्रत्याशियों को मनाने में विफल रहे । मध्य प्रदेश से कांग्रेस पार्टी का बगावत करने वाले उम्मीदवारों की सूची 50 से अधिक है, परंतु मध्य प्रदेश में आज नामांकन दाखिल करने वाले कांग्रेस पार्टी के बगावत से जुड़े लगभग 50 उम्मीदवारों फार्मा दाखिल किया है । कुल मिलाकर 50 से अधिक बगावत वाली विधानसभा सीटों पर अब कांग्रेस पार्टी के लिए आमने-सामने का मुकाबला अपने ही विचारधारा एवं कार्यकर्ताओं से जुड़े हुए लोगों से होगा । वहीं दूसरी और कांग्रेस पार्टी के लिए बड़ी चुनौती समाजवादी पार्टी के भी 50 से अधिक उम्मीदवारों से है । जिन्होंने नामांकन की आखिरी तारीख अर्थात आज दिनांक को नामांकन दाखिल कर दिया है । कुल मिलाकर एक तरफ जहां कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से चुनावी रणनीति में विफल नजर आई थी वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं मुख्यमंत्री पद के दावेदार के साथ-साथ पूर्व मुख्यमंत्री एवं कई अन्य नेता एक दूसरे को सार्वजनिक मंचों से आरोप प्रत्यारोप करते हुए नजर आए । ऐसी स्थिति में आने वाले समय में कांग्रेस पार्टी की क्या दुर्दशा होने वाली है तो समय ही बताएगा ।
नामांकन की अंतिम तारीख तक 50 से अधिक कांग्रेस के बागी उम्मीदवार मैदान में ।
31 Oct, 2023 10:02 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी एवं कांग्रेस पार्टी के बीच चुनावी रणनीति के मध्य आज संपूर्ण मध्य प्रदेश में नामांकन की अंतिम तिथि तक नामांकन दाखिल किए गए । मध्य प्रदेश की सभी विधानसभा सीटों से जो जानकारी सामने आई है उसके अनुसार मध्य प्रदेश में वर्तमान विधानसभा चुनाव के अंतर्गत कांग्रेस पार्टी के वर्तमान में 50 से अधिक बगावत करने वाले उम्मीदवारों ने एक तरफ जहां फॉर्म दाखिल किया, वहीं दूसरी ओर नामांकन दाखिल करने वाले समाजवादी पार्टी के भी लगभग सभी 50 से अधिक उम्मीदवार कांग्रेस पार्टी के लिए नई चुनौती के साथ सामने खड़े हुए दिखाई दे रहे हैं । जनता दल यूनाइटेड के पांच उम्मीदवारों ने भी क्षेत्रीय स्तर पर जोर-शोर के साथ नामांकन दाखिल करके चुनावी मैदान में अपनी ताल ठोक दी है । वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश के चुनाव में कांग्रेस पार्टी के बड़े नेताओं के बीच आपसी मनमुटाव एवं कपड़ा फाड़ राजनीति अब चुनावी सभा में भी सुनाई देने लगी है । कांग्रेस पार्टी से बगावत करने वाले नेता अब कमलनाथ को दिल्ली भेजने वाले भाषण एवं नारे मंचों से लगाते हुए दिखाई दे रहे ।।
दिग्विजय सिंह एवं कमलनाथ में आपसी मन मुटाव के बीच अब सभाओं में दिल्ली पहुंचाने के नारे ।
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की सूची जारी होने से पहले एवं सूची जारी होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं दिग्विजय सिंह की आपसी विवादों से जुड़ी हुई जो तस्वीर सामने आई, उनको संपूर्ण मध्य प्रदेश की जनता ने देखा है । आमने-सामने दिग्विजय सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एक दूसरे को कपड़ा फाड़ राजनीति से जोड़ते हुए नजर आए तो दूसरी ओर दिग्विजय सिंह अपनी मानसिक स्थिति को बयां करते हुए भी दिखाई दिए । परंतु नामांकन दाखिल होने से पहले जो बगावत करने वाले कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार मैदानी क्षेत्रों में दम खम दिखा रहे हैं, उनकी चुनावी सभा से कमलनाथ को दिल्ली पहुंचने के संबंध में नारे लगाते हुए दिखाई दे रहे । इसी तरह के नारे शिवपुरी जिला अंतर्गत पोहरी विधानसभा क्षेत्र से एक चुनावी सभा के अंतर्गत कांग्रेस पार्टी से बगावत करके बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले प्रद्युमन सिंह धाकड़ के एक कार्यक्रम से सुनाई दिए । प्रद्युम्न सिंह धाकड़ के एक कार्यक्रम में कमलनाथ के विरुद्ध नारे लगे जिसमें कमलनाथ को दिल्ली पहुंचाने के संबंध में अर्थात मध्य प्रदेश से रवाना करने के संबंध में नारेबाजी की गई । इसी तरह की नारेबाजी अन्य कई विधानसभा क्षेत्र में बगावत करने वाले कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों के बीच भी की गई है । बगावत करने वाले उम्मीदवारों का कहना है कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ कांग्रेस पार्टी को पूरी तरह से बर्बाद करने के बाद ही दम लेंगे । उनका कहना है कि दिग्विजय सिंह का सार्वजनिक रूप से अपमान किया गया और दिग्विजय सिंह की बात को सम्मान नहीं दिया गया । कुल मिलाकर अब कांग्रेस पार्टी के कार्यक्रम अब मैदानी स्तर पर बेहद कमजोर दिखाई दे रहे हैं ।।
नामांकन दाखिल के अंतिम पड़ाव पर 50 से अधिक कांग्रेस के बागी मैदान में ।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी जिस तरह चुनावी रणनीति में विफल नजर आई, इस तरह एक महीने से अधिक समय पश्चात जब उम्मीदवारों की सूची जारी की गई तो उसमें भी बगावत करने की स्थिति के बाद विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों को बदलती हुई दिखाई दी। उम्मीदवारों की सूची चयन को लेकर दिग्विजय सिंह एवं कमलनाथ एक दूसरे पर आरोप लगाते रहे और नामांकन दाखिल के अंतिम समय तक बगावत करने वाले प्रत्याशियों को मनाने में विफल रहे । मध्य प्रदेश से कांग्रेस पार्टी का बगावत करने वाले उम्मीदवारों की सूची 50 से अधिक है, परंतु मध्य प्रदेश में आज नामांकन दाखिल करने वाले कांग्रेस पार्टी के बगावत से जुड़े लगभग 50 उम्मीदवारों फार्मा दाखिल किया है । कुल मिलाकर 50 से अधिक बगावत वाली विधानसभा सीटों पर अब कांग्रेस पार्टी के लिए आमने-सामने का मुकाबला अपने ही विचारधारा एवं कार्यकर्ताओं से जुड़े हुए लोगों से होगा । वहीं दूसरी और कांग्रेस पार्टी के लिए बड़ी चुनौती समाजवादी पार्टी के भी 50 से अधिक उम्मीदवारों से है । जिन्होंने नामांकन की आखिरी तारीख अर्थात आज दिनांक को नामांकन दाखिल कर दिया है । कुल मिलाकर एक तरफ जहां कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से चुनावी रणनीति में विफल नजर आई थी वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं मुख्यमंत्री पद के दावेदार के साथ-साथ पूर्व मुख्यमंत्री एवं कई अन्य नेता एक दूसरे को सार्वजनिक मंचों से आरोप प्रत्यारोप करते हुए नजर आए । ऐसी स्थिति में आने वाले समय में कांग्रेस पार्टी की क्या दुर्दशा होने वाली है तो समय ही बताएगा ।
राम हमारे आदर्श, सनातन हमारी पहचान - प्रदेश कांग्रेस ।
31 Oct, 2023 08:24 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
राजनीति में कब, कौन और किस पार्टी के स्वर बदल जाएं, इसका अंदाजा उसी समय लग सकता है जब संबंधित प्रदेश अथवा देश में चुनावी माहौल हो । मध्य प्रदेश में वर्तमान विधानसभा चुनाव के साथ-साथ राष्ट्रीय परिदृश्य में आने वाले लोकसभा चुनाव एवं वर्तमान परिदृश्य में छत्तीसगढ़ एवं राजस्थान के साथ-साथ तेलंगाना में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं । चार दिवस पूर्व देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अयोध्या में बन रहे भगवान श्री राम के मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम के लिए मुख्य अतिथि के रूप में बुलाया गया है । मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव एवं राष्ट्रीय स्तर पर इसका असर कांग्रेस पार्टी के लिए विपरीत ना हो इसके चलते मध्य प्रदेश के कांग्रेस पार्टी के नेताओं के बीच स्वर अचानक राष्ट्रीय स्तर के नेताओं के क्रम में बदल चुके हैं । मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अब भगवान श्री राम को आदर्श एवं सनातन को अपनी पहचान बता रहे हैं । मध्य प्रदेश में चुनावी माहौल के बीच भगवान श्री राम मंदिर के कारण कांग्रेस को किसी तरह का हिंदू वोट बैंक का नुकसान ना हो इसके चलते कांग्रेस पार्टी ने अपने पुराने स्वर बदलते हुए नए स्वर एवं रूप धारण कर लिया है ।
कमलनाथ तो हो गए भगवाधारी । कहा- मैं हनुमान भक्त और राम भक्त ..
वर्ष 2020 में भगवान श्री राम मंदिर अयोध्या के शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने आप फेसबुक एवं ट्विटर अकाउंट पर भगवा कपड़ा ओढ़ कर फोटो डाली थी । वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश में चुनाव के साथ दिवस पूर्व जब अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन का देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुख्य अतिथि कार्यक्रम तय हुआ , वैसे ही मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव के चलते पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने आप को राम भक्त कहते हुए अपने सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से भगवान श्री राम का उपासक एवं हनुमान जी का भक्त बताया ।
पू्र्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि दिवंगत प्रधानमंत्री राजीव गांधी मंदिर का निर्माण करना चाहते थे। मंदिर ट्रस्ट ने आधिकारिक कार्यक्रम के लिए कांग्रेस को आमंत्रित नहीं किया है, और कांग्रेस इसे लेकर कोई विवाद नहीं चाहती है और पार्टी ने स्पष्ट रूप से कहा कि अतिथि सूची तय करने के लिए ट्रस्ट का विशेषाधिकार है। मंगलवार को पार्टी ने कहा कि यह खुशी की बात है कि आखिरकार राम मंदिर का निर्माण हो रहा है। कुल मिलाकर मध्य प्रदेश में आने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान किसी भी तरह का नुकसान ना हो इस उद्देश्य से कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का सोशल मीडिया पर भगवान श्री राम के प्रति प्रेम स्पष्ट रूप से दिखाई दिया है ।
प्रियंका गांधी ने राम मंदिर शिलान्यास के समय लगाया था जयकारा ।
कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने जिस तरह राष्ट्रीय एवं प्रदेश स्तर पर राम मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम का स्वागत एवं वंदन किया था उसी क्रम में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान राम मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम का भी जमकर समर्थन किया है । हाल ही में मध्य प्रदेश के दौरे पर आई प्रियंका गांधी ने भगवान श्री राम के जयकारे के साथ अपने कार्यक्रम का शुभारंभ दमोह के कार्यक्रम में किया था । वर्ष 2020 में भी राम मंदिर शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान भी
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने एक बयान जारी कर कहा कि राम मंदिर का निर्माण राष्ट्रीय एकता, भाईचारे और सांस्कृतिक सद्भाव का प्रतीक होगा। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भोपाल में अपने निवास पर हनुमान चालीसा का पाठ किया और कहा कि ‘हम मध्य प्रदेश के लोगों की ओर से अयोध्या में 11 चांदी की ईटें भेज रहे हैं। कल (बुधवार) वह ऐतिहासिक दिन है, जिसके लिए पूरा देश इंतजार कर रहा था।' कांग्रेस के प्रवक्ता और लोकसभा सांसद मनीष तिवारी ने भी इस अवसर पर देश के लोगों को बधाई दी। सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले का कांग्रेस ने पहले ही स्वागत किया है, जिसने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया था।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के पास कोई वाहन नहीं, पत्नी के पास एंबेसडर कार, नामांकन जमा
30 Oct, 2023 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सीहोर । मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार दोपहर बुदनी विधानसभा सीट से अपना नामांकन पत्र जमा किया। तहसील कार्यालय में उनके प्रस्तावक के रूप में विदिशा सांसद रमाकांत भार्गव मौजूद रहे। इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पत्नी साधना सिंह और पुत्र कार्तिकेय के साथ अपने गृह ग्राम जैत पहुंचे। यहां कुलदेवी, हनुमानजी और मां नर्मदा की पूजा कर आशीर्वाद लिया। उन्होंने कहा, मैं केवल नामांकन पत्र जमा करूंगा। इसके बाद यहां का चुनाव जनता लड़ेगी, मैं सिर्फ वोट डालने आऊंगा। नामांकन पत्र में प्रस्तुत हलफनामे के अनुसार शिवराज सिंह की पारिवारिक संपत्ति आठ करोड़ 62 लाख 94 हजार 926 रुपये है।
रैली के बाद जमा किया फार्म
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि तीन चीजों के कारण प्रदेश में फिर से भाजपा की सरकार बननी चाहिए। पहला- पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत का जिस तरह से विकास हो रहा है वह अद्भुत और अद्वितीय है। दूसरा- मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार पिछले 18 वर्षों से है, जिसने प्रदेश का कायाकल्प किया है और आज हम विकसित राज्यों की श्रेणी में खड़े हैं। तीसरा- जनकल्याण की दृष्टि से यहां कई योजनाएं चलाई गई हैं, जिसमें लाड़ली बहना योजना भी है। इसके बाद मुख्यमंत्री बुदनी के दशहरा मैदान पहुंचे। लोगों को संबोधित किया और उसके बाद रैली के साथ नामांकन फार्म जमा किया।
शिवराज सिंह चौहान व पत्नी साधना सिंह की संपत्ति का ब्यौरा
शिवराज सिंह चौहान:
नकद राशि: एक लाख 10 हजार बैंक में: 92 लाख 69 हजार 104
बचत योजना: यूलिप में 30 हजार
वाहन: कोई नहीं
सोना: 96 ग्राम (कीमत छह लाख रुपये)
रिवाल्वर : एक (कीमत 5500 रुपये)
आयकर रिफंड: सात लाख 45 हजार 678 रुपये
चल संपत्ति: एक करोड़ 11 लाख 20 हजार 282 रुपये
कृषि भूमि: आठ एकड़ विदिशा में, 4.67 एकड़ पैतृक भूमि ग्राम जैत में (कीमत: एक करोड़ 49 लाख 35 हजार), चार ग्रीन हाउस, एक पाली हाउस (कीमत: 68 लाख रुपये)
आवासीय भूमि: विदिशा में एक व जैत में दो मकान (कीमत: दो करोड़ 10 लाख 60 हजार रुपये)
ऋण: दो लाख 14 हजार रुपये। .
साधना सिंह:
नकद राशि: एक लाख 15 हजार
बैंक में: 21 लाख 87 हजार 544
बचत योजना: प्रीमियम 18 हजार सालाना एफडी में 50 लाख
वाहन: डेढ़ लाख की एक एंबेसडर कार
सोना: 553 ग्राम (कीमत 34 लाख रुपये)
चल संपत्ति: एक करोड़ नौ लाख 14 हजार 644 रुपये
कृषि भूमि: 14 एकड़ कृषि भूमि विदिशा में (कीमत: तीन करोड़ 30 लाख), दो वेयरहाउस, एक कार्यालय भवन, तीन ग्रीन हाउस और एक पाली हाउस (कीमत: एक करोड़ 50 हजार)। आवासीय भूमि: दो मकान संयुक्त अरेरा कालोनी भोपाल, एक फ्लैट अरेरा कालोनी में (कीमत: चार करोड़ 32 लाख रुपये) ऋण: 66 लाख 58 हजार 251 रुपये।
स्कोप ग्लबोल स्किल्स यूनिवर्सिटी में स्किल्स आधारित एग्जीबिशन एवं फेयर का आयोजन 4 नवंबर को
30 Oct, 2023 10:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। भारतीय परंपरा एवं संस्कृति के साथ आधुनिक स्किल्स को प्रोत्साहित करने के प्रयास के तहत मिसरोद स्थित स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी द्वारा दिपावली के उपलक्ष्य में विशेष स्किल आधारित एग्जीबिशन एवं फेयर – ‘दिवाली उत्सव’ का आयोजन 4 नवंबर को किया जा रहा है। फेयर की थीम दिवाली के रंग, स्किल के संग है और इसके आयोजन का समय दोपहर 1 बजे से शाम 7 बजे तक रहेगा। इसकी खासियत है कि इसमें हस्तशिल्प एवं हथकरघा के कारिगरों द्वारा जरी जरदोजी, टेराकोटा इत्यादि के स्टॉल्स के माध्यम से अपने कौशल एवं सामान को प्रदर्शित किया जाएगा। वहीं, लाइव काउंटर्स के माध्यम से नेल आर्ट, मेकअप, हेयर स्टाइलिस्ट अपने हुनर का प्रदर्शन करेंगे। साथ ही आर्टिस्ट्स द्वारा लाइव कैरीकेचर का भी प्रदर्शन किया जाएगा। स्टूडेंट्स के लिए फेयर में फेस पेंटिंग, स्केचिंग, ड्रेपिंग, ज्वेलरी मेकिंग, बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट इत्यादि से संबंधित कॉम्पिटिशन एवं स्टॉल्स लगाए जाएंगे। फेयर में स्टॉल एग्जीबिट हेतु शहर के आम जनमानस, विद्यार्थी एवं कौशल उद्यमियों से भी प्रस्ताव आमंत्रित किए जा रहे हैं। कार्यक्रम में सभी के लिए प्रवेश निशुल्क रहेगा। अधिक जानकारी के लिए वॉट्सएप नं- 91-8103577761, 9826598966 पर संपर्क कर सकते हैं।
पुलिस प्रेक्षक का हुआ जिले में आगमन
30 Oct, 2023 10:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। जिले के समस्त 7 विधानसभा क्षेत्रों के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त पुलिस प्रेक्षक डॉ मनोज कुमार आईपीएस 2006 का जिले में आगमन हो गया है। पुलिस प्रेक्षक इनकम टैक्स गेस्ट हाउस अरेरा कॉलोनी में रुके है। प्रेक्षक डॉ. कुमार का मोबाइल नम्बर - 8989296829 है। इनके लाइजनिंग अधिकारी के रूप में योगेश परमार मोबाइल नम्बर - 9009092604 एवं ब्रजेश शर्मा मोबाइल नम्बर - 9893002888 को नियुक्त किया है।
स्व. इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि और सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर पीसीसी और अन्य स्थानों पर कार्यक्रम
30 Oct, 2023 09:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। मंगलवार 31 अक्टूबर 2023 को देश की पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी की 39 वीं पुण्यतिथि और स्वर्गीय सरदार वल्लभ भाई पटेल की 148 वीं जयंती पर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय एवं अन्य स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित होंगे।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता और कार्यक्रम समन्वयक आनंद तारण ने बताया कि 31 अक्टूबर को इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि और सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर कांग्रेसजनों द्वारा उनके चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्य अर्पित कर दोनों विभूतियों का पुण्य स्मरण किया जायेगा।
तारण ने बताया कि सुबह 11 बजे इंदिरा गांधी की प्रस्तावित प्रतिमा स्थल कर्वला चौराहा, व्हीआईपी रोड, कोहेफिजा, पूर्वान्ह 11.15 बजे प्रियदर्शिनी पार्क पर इंदिरा जी की प्रतिमा पर और 11.30 बजे वल्लभ भवन स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा पर तथा दोपहर 12 बजे प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय परिसर स्थित इंदिरा गांधी की प्रतिमा स्थल पर तत्पश्चात प्रदेश कांग्रेस के राजीव गांधी सभागार में दोनों महान विभूतियों के चित्रों पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित किये जायेंगे। तारण ने कांग्रेसजनों से उक्त कार्यक्रमों में उपस्थित होने का आग्रह किया है।
शिवराज सरकार ने किया विकास दर में भारी घोटाला - सुप्रिया श्रीनेत
30 Oct, 2023 09:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। अध्यक्ष सोशल मीडिया एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता, अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी, श्रीमती सुप्रिया श्रीनेत ने पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि, मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने पिछले 18 सालों में बड़े बड़े घोटाले किए। ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जहाँ पर स्कैम और घोटाले न हुए हों। करोड़ों बच्चों का भविष्य बर्बाद करने वाला व्यापम घोटाला, पटवारी घोटाला, 43 लाख बच्चों की स्कूल ड्रेस का घोटाला, 50,000 फ़र्ज़ी शादी घोटाला, पोषण आहार घोटाला, किसानों के मुआवज़े में घोटाला, लगभग 250 से अधिक घोटाले हुए हैं — लेकिन अब जो घोटाला सामने आया है वो आपके होश उड़ा देगा क्योंकि शिवराज की सरकार ने तो मध्य प्रदेश की ग्रोथ रेट मतलब विकास दर के साथ ही घोटाला कर डाला। आँकड़े यह साफ़ तौर पर बताते हैं कि विकास दर में लगभग 2-2.5 लाख करोड़ का घोटाला हुआ है। आपका राजस्व बढ़ नहीं रहा, दो साल के कोविड को नज़रअंदाज़ कर विकास की दर बढ़ायी क्यों जा रही है? इसका एक कारण है - ज़्यादा विकास दिखाया तो ज़्यादा ऋण लिया।
फ़र्ज़ी विकास दर बढ़ायी और मध्य प्रदेश के विकास को ठेस पहुँचाई:
एक तरफ़ शिवराज सरकार यह बताती रही कि उसके कार्यकाल में हर तरफ़ प्रदेश प्रगति कर रहा है, उसके सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) में दिन दूनी रात चौगुनी वृद्धि हो रही है। और दूसरी ओर केंद्र सरकार का नीति आयोग बताता है कि मध्यप्रदेश के लगभग 35% लोग ग़रीबी रेखा के नीचे हैं।मध्य प्रदेश में नेशनल फ़ैमिली हेल्थ सर्वे के अनुसार 5 वर्ष से कम आयु के 37 प्रतिशत बच्चे कुपोषित हैं। उज्ज्वला योजना गैस कनेक्शन उन लोगों को दिए गए जो ग़रीबी की रेखा के नीचे रहते हैं और ऐसे परिवारों की संख्या 82 लाख है। कृषि मंत्रालय की संसदीय समिति बताती है कि मध्यप्रदेश में किसान 55 रुपया प्रतिदिन कमाता है। अर्थात सारे स्वास्थ्य और सामाजिक सूचकांक ये बताते हैं कि प्रदेश को ग़रीबी की गर्त में धकेल दिया गया है, तो फिर आख़िर यह विकास दर किसके लिये और कहाँ बढ़ रही है!
आइए देखिए विकास दर के फ़र्ज़ीवाड़े के 4 प्रमाण
प्रमाण 1
मध्यप्रदेश में औसत छह वर्षों के बाद राज्य सकल घरेलू उत्पाद दोगुना हो जाता है।
मध्यप्रदेश का सकल घरेलू उत्पाद
Table 1
वर्ष प्रचलित भावों पर (करोड़ रु.)
2011 - 12 315562
2017 - 18 726338
2023 - 24 1513720
ये आंकड़े चौंकाने वाले हैं। अगर आप देखें वित्तीय वर्ष 2011-2012 के छह वर्ष बाद वित्तीय वर्ष 2017-2018 में प्रदेश का GSDP लगभग दोगुना हो गया, इसी आधार पर 2017-2018 वित्तीय वर्ष के छह वर्ष बाद प्रदेश का सकल घरेलू उत्पाद मतलब GSDP लगभग 14.52 लाख करोड़ रुपये होना था मगर प्रदेश की भाजपा और केंद्र सरकार ने इससे उससे भी 50,000 करोड़ ज़्यादा लगभग 15 लाख करोड़ पार करा दिया। दलील यह दी गई कि ऐसा 15वें वित् आयोग के अनुमान के आधार पर किया गया। लेकिन असलियत यह है कि जब वित्त आयोग ने अनुमान लगाया था तब कोविड के दो साल का कहीं अतापता नहीं था - जिस दौरान अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई थी।
असलियत तो ये है कि मध्यप्रदेश सहित पूरे देश में 2020-21 और 2021-22 में कोविड महामारी के प्रभाव ने अर्थव्यवस्था पर गहरा आघात किया था।
मध्यप्रदेश की विकास दर तो -3.37% तक गिर गई थी. 2019-20 में प्रचलित भावों पर मध्यप्रदेश का सकल घरेलू उत्पाद 937405 करोड़ रुपये था जो कि 2020-21 में घटकर 917555 करोड़ रुपये रह गया था। फिर यह कैसे संभव है कि छह साल बाद विकास दर दोगुनी से भी ज़्यादा हो गई है। एक बात साफ़ है कि भाजपा सरकार ने 2 - 2.5 लाख करोड़ रुपये का राज्य के सकल घरेलू उत्पाद में भी हर फेर किया है।
प्रमाण 2
प्रदेश की विकास दर कि ग्रोथ से राजस्व प्राप्तियों कि ग्रोथ आधी:
सकल राज्य घरेलू उत्पाद का सीधा संबंध प्रदेश की राजस्व प्राप्तियों मतलब रेवन्यू रिसीट से होता है। राजस्व प्राप्तियों की ग्रोथ बढ़ने का मतलब होता है कि राज्य में उत्पादन बढ़ा रहा है मगर ये चौंकाने वाला घोटाला सामने आया है कि राज्य की राजस्व प्राप्तियों की ग्रोथ विकास दर से भी आधी से कम हैं।
Table 2
वर्ष राजस्व प्राप्तियाँ ग्रोथ स्कूल राज्य
घरेलू उत्पाद ग्रोथ
2022 - 23 203966.87
10% 1261015
20%
2023 - 24 225709.90 1513720
यह कैसे संभव है कि राज्य सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 20% और राजस्व प्राप्तियों 10% है? इससे भी साफ़ होता है कि राज्य घरेलू उत्पाद में फ़र्ज़ीवाड़ा करके आंकड़े बढ़ाएं गए हैं
प्रमाण 3
राजस्व प्राप्ति क्यों की वृद्धि दर से अधिक वृद्धि दर्ज कर्ज़ की:
किसी भी प्रदेश के विकास का मापदंड उसकी राजस्व प्राप्तियों की ग्रोथ और राज्य द्वारा लिए जा रहे कर्ज़ की ग्रोथ के तुलनात्मक अध्ययन से किया जा सकता है।
Table 3
वर्ष क़र्ज़ एवं अन्य दायित्व ग्रोथ राजस्व प्राप्तियाँ ग्रोथ
2022 - 23 369577.77
14.18% 203966.87
10%
2023-24 422009.37 225709.90
उपरोक्त चार्ट से यह स्पष्ट है कि शिवराज सरकार ने कर्ज़ लिया और उसे भीषणतम भ्रष्टाचार में उड़ा दिया
प्रमाण 4
लिया उधार, किया भ्रष्टाचार
बेशर्म शिवराज सरकार ने प्रदेश को कर्ज़ की गर्त में डुबो दिया। प्रदेश में पैदा होने वाले प्रत्येक बच्चे पर 40,000 रुपये का कर्ज़ थोपा जा रहा है। प्रदेश पर ऋण एवं अन्य दायित्वों 2023-24 के बजट में 422009.37 करोड़ रुपये हो गया है। अर्थात प्रति व्यक्ति कर्ज़ लगभग 40,000 रुपया और कर्ज़ की वृद्धि दर प्रदेश के राजस्व प्राप्तियों की वृद्धि दर से ज़्यादा है।
अब प्रदेश की जानता मध्यप्रदेश के चहुंमुखी विकास के लिए कमलनाथ जी के प्रति उम्मीद भरी निगाहों से देख रही है क्योंकि प्रदेश के लोगों को पता है कि कमलनाथ जी निवेश को आकर्षित करेंगे और प्रदेश के वास्तविक विकास को गति देंगे।
इंदौर की महारैली में कमलनाथ ने कहा - ‘शिवराज के ठगराज’ को जनता अब खत्म करना चाहती है
30 Oct, 2023 09:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। मध्य प्रदेश की तस्वीर आपके सामने है 18 साल से मध्य प्रदेश में शिवराज का ठगराज चल रहा है। मैं आप सभी के बीच में आकर ज्ञान तो नहीं देना चाहूंगा, लेकिन इंदौर के लोगों को कांग्रेस के वचन पत्र के बारे में जरूर बताना चाहूंगा। सरकार आते ही हम 100 यूनिट फ्री बिजली देने का काम करेंगे, महिलाओं को प्रति महीने 1500 रूपये की सम्मान राशि देने का काम करेंगे और 500 रूपये में सिलेंडर देने का काम सरकार बनने के बाद प्रथमिकता से करने वाले है। रोजगार को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन उद्योग नीति बनाने का काम करेंगे, प्रदेश में उच्च शिक्षा के लिए शासकीय इंजीनियरिंग कालेजों एवं पॉलिटेक्निक को उत्कृष्ट केंद्र के रूप में विकसित करेंगे। शिवराज सरकार ने इंदौर में ही इन्वेस्टमेंट सबमिट किया था और कहा था कि 33 लाख करोड़ का इन्वेस्टमेंट आएगा आज इनका यह दावा पूरी तरीके से झूठ साबित हो चुका है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज इंदौर जिले के कांग्रेस के सभी प्रत्याशियों के एक साथ नामांकन भरे जाने के दौरान आयोजित रैली को संबोधित करते हुये उक्त बातें कहीं।
कमलनाथ ने कहा कि इंदौर से मेरी बहुत पुरानी यादें हैं। मैं जवानी के दिनों से लेकर लगातार इंदौर आता रहा हूं और आज भी जवान ही हूं। उन्होंने कहा कि कई प्रकार के चुनाव होते हैं, 40 साल से मैं चुनाव लड़ा रहा हूं और जीत रहा हूं। मैने बहुत सारे चुनाव करीब से देखे हैं, लेकिन आज मैं देख रहा हूं कि मध्य प्रदेश का यह चुनाव कुछ अलग ही है। यह चुनाव किसी पार्टी या उम्मीदवार का चुनाव नहीं है बल्कि यह मध्य प्रदेश के भविष्य का चुनाव है।
कमलनाथ ने इन्वेस्टर समिट की बात दोहराते हुये कहा कि इन्वेस्टमेंट के लिए विश्वास का होना जरूरी है, लेकिन शिवराजसिंह के राज में किसी भी निवेशक को मध्य प्रदेश पर विश्वास नहीं है, शिवराज को विजन नहीं विज्ञापन से ज्यादा लगाव रहता है। एक समिट के लिए बड़े-बड़े विज्ञापन लगाये जाते हैं, लेकिन एक भी उद्योग प्रदेश में इन 18 सालों में नहीं लगा। हमने अपनी सरकार में एक नई शुरुआत की थी, क्योंकि इन्वेस्टमेंट के लिए प्रदेश में विश्वास होना जरुरी है और इसके लिए हम साफ नीयत से कार्य भी कर रहे थे।
कमलनाथ ने कहा मेरा प्रयास था कि मप्र की एक नई तस्वीर, एक नई पहचान बने, मेरी सोच थी कि मध्य प्रदेश की पहचान माफिया राज और भ्रष्टाचार से नहीं हो सकती है, इसलिए हमने उसे समाप्त करने की पहल भी की, लेकिन शिवराज को जनता के हित वाली सरकार रास नहीं आयी।
उन्होंने कहा कि हमने अपनी सरकार के समय इंदौर में उद्योगपतियों का सम्मेलन किया, जिसमें सभी उद्योगपति आए और उनको मध्य प्रदेश में निवेश करने के लिए विश्वास देने का काम किया ही था कि हमारी सरकार को भाजपा ने गिरा दिया। उन्होंने कहा कि आज जिस तरह से मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार की व्यवस्था बन चुकी है आम आदमी बहुत बुरी तरह से परेशान है। उन्होंने कहा कि कल मैं रायसेन और विदिशा में था वहां के लोगों ने बताया कि छोटे छोटे कामों के लिए भी पैसे देने पड़ते हैं।
कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान सरकार की चौपट प्रदेश की तस्वीर आपके सामने है। भटकता हुआ नौजवान आज हमारी सबसे बड़ी चुनौती है, आज का नौजवान कोई कमीशन या कोई ठेका नहीं चाहता है, वह तो व्यवसाय के लिए मौका चाहता है, अपने हाथों को कम चाहता है, आज प्रदेश में 1 करोड़ युवा बेरोजगार है, शिवराज सरकार ने युवाओं के भविष्य को बर्बाद किया है। शिवराज सिंह झूठी घोषणा करते है और कहते हैं कि हम 1 लाख नौकरियां देने का काम करेंगे, लेकिन मैं शिवराज सिंह चौहान से कहता हूं कि आप नई नौकरियों की बात छोड़िए जो रिक्त पद है उनको ही भर दीजिए। चुनाव नजदीक आते ही पिछले 5 महीनों से शिवराज सिंह की घोषणा की झूठ की मशीन डबल स्पीड से चल रही है और घोषणा पे घोषणा करते चले जा रहे हैं।
कमलनाथ ने कहा कि इसलिए मैं आप सभी से कहना चाहता हूं कि 17 नवंबर को होने वाले मतदान में जब बटन दबाने जाएं तो प्रदेश के भविष्य के लिए सच्चाई का साथ दें। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि आप सच्चाई का साथ देंगे तो इन नौजवानों के भविष्य के लिए और हमारे मध्य प्रदेश के भविष्य के लिए आप सही बटन दबाने का काम करेंगे।
कमलनाथ नें अंत में कहा कि आप आज के प्रदेश की तस्वीर को अपने सामने जरूर रखें और हमारे वचन पत्र को भी ध्यान में रखें। आगे आने वाली पीढ़ी को भविष्य में मजबूत मध्य प्रदेश देने के लिए वोट कीजियेगा। मुझे पूरा विश्वास है कि आप ऐसा ही करेंगे और इंदौर की सभी सीटों पर कांग्रेस को विजयी बनाकर मप्र की विधानसभा में कांग्रेस का परचम लहराने का कार्य करेंगे।