मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
बसपा के वोटबैंक पर भाजपा-कांग्रेस की नजर
13 Feb, 2023 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मप्र में सत्ता का संग्राम दिन पर दिन तेज होता जा रहा है। भाजपा और कांग्रेस इस कोशिश में लगी हुई हैं कि अधिक से अधिक वोट लेकर सत्ता में आया जाए। इसके लिए दोनों पार्टियों की नजर बसपा के वोट बैंक पर है। गौरतलब है कि कमजोर, वंचित और शोषित वर्ग की बड़ी आबादी की नुमाइंदी करने वाली बसपा अब प्रदेश में कमजोर पड़ती दिखाई दे रही है। पार्टी के घटते जनाधार से उसके वोटबैंक पर कब्जा जमाने के लिए भाजपा और कांग्रेस के बीच इन दिनों होड़ है। बीते दिनों संत रविदास जयंती पर बसपा ने कोई आयोजन ही नहीं किया, जबकि भाजपा और कांग्रेस ने अलग-अलग बड़े आयोजन किए। इसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ भी शामिल हुए।
दरअसल, बसपा प्रमुख मायावती जब तक उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री रहीं और या फिर विपक्ष के रूप में सक्रियता रही, तब तक देश के अन्य राज्यों की तुलना में मध्य प्रदेश में बसपा का वोटबैंक मजबूत होता रहा। अलग-अलग चुनावों में उसे 15 प्रतिशत से ज्यादा वोट मिलते रहे। बसपा के कमजोर होने से उसका यह वोटबैंक इधर-उधर छिटक रहा है। खासतौर से एससी वर्ग के लोगों ने पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का दामन थाम लिया था। यही वजह है कि आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए इन वर्गों के लिए दोनों ही पार्टियां बढ़-चढ़कर घोषणाएं कर रही हैं।
पहले भाजपा ने संत रविदास की जयंती से शुरू कर आंबेडकर जयंती (14 अप्रैल) तक कई कार्यक्रम करने का निर्णय किया। सौ करोड़ रुपये की लागत से संत रविदास का मंदिर बनाने की भी घोषणा भी शिवराज सिंह ने हाल ही में की है। कांग्रेस आंबेडकर जयंती पर विशाल कार्यक्रम कर इसका तोड़ निकालने की तैयारी कर रही है। बता दें कि 230 सदस्यीय विधानसभा में 35 सीटें एससी वर्ग के लिए आरक्षित हैं। 2018 के चुनाव में इसमें से भाजपा को 18 और कांग्रेस को 17 सीटें मिली थीं। बसपा केवल दो सामान्य सीटों पर जीत दर्ज कर पाई थी।
आंकड़ों में देखें तो मध्य प्रदेश में 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 41.6 प्रतिशत और बसपा को 5.1 प्रतिशत वोट मिले थे। वर्ष 2020 में 28 विधानसभा सीटों के उपचुनाव में भाजपा ने 19 सीटें जीतीं और उसे 49.46 प्रतिशत वोट मिले थे। बसपा का खाता नहीं खुला लेकिन 5.75 प्रतिशत वोट मिले थे। बसपा के प्रभाव का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि वर्ष 2003, 2008 और 2013 के विधानसभा चुनावों में औसतन 69 सीटों पर पार्टी का वोट शेयर 10 प्रतिशत से अधिक रहा है। इसी तरह विधानसभा चुनावों में भाजपा और कांग्रेस के बीच वोट शेयर के आंकड़ों में ज्यादा अंतर नहीं रहा है। वर्ष 2008 के ही परिणाम देखें तो भाजपा ने 143, कांग्रेस ने 71 और बसपा ने सात सीटें जीती थीं। तब भाजपा का वोट शेयर 37 प्रतिशत और कांग्रेस का 32 प्रतिशत था। बसपा ने नौ प्रतिशत वोट प्राप्त किए थे। कांग्रेस और बसपा का वोट शेयर यदि जोड़ दें तो भाजपा से चार प्रतिशत अधिक बैठता है। कांग्रेस और बसपा यदि मिलकर चुनाव लड़ते तो आंकड़ों से संकेत मिलते हैं कि तब भाजपा को 90 और गठबंधन को 131 सीटें मिलतीं।
मप्र के 10 जिलों का पानी पीने लायक नहीं
13 Feb, 2023 12:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मप्र के कुछ इलाकों में पीनेवाला पानी भी जहरीला हो चुका है। राज्य के कुछ जिलों के ग्राउंड वाटर (भूजल) में ज्यादा यूरेनियम मिलने से हड़कंप मच गया। भूजल में रेडियो-ऐक्टिव यूरेनियम के हालिया रिसर्च ने अधिकारियों के साथ-साथ पर्यावरणविदों के लिए भी खतरे की घंटी बजा दी है। केंद्रीय भूजल बोर्ड (सीजीडब्ल्यूबी) ने राज्य के विभिन्न हिस्सों से एकत्र किए गए पानी के नमूनों की जांच कराई थी। इसमें लिमिट से ज्यादा मात्रा में यूरेनियम मिला। यूरेनियम वाला पानी पीने से हड्डियों और किडनी की बीमारी के साथ कैंसर भी हो सकता है।
केंद्रीय भूजल बोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार यूरेनियम का सबसे ज्यादा प्रदूषण ग्वालियर के घाटीगांव, सिवनी और बैतूल जिलों में पाया गया है। विशेषज्ञों के अनुसार यूरेनियम मिश्रित पानी लगातार पीने से किडनी, लिवर संबंधी बीमारियों के साथ कैंसर का भी खतरा बढ़ता है। केन्द्रीय भूजल बोर्ड की रिपोर्ट में इस तथ्य का खुलासा हुआ है। बोर्ड ने यूरेनियम प्रदूषण की पूरे भारत में जांच की है। इसके लिए वर्ष 2020 में देश भर के कुओं और ट्यूबवेल आदि के 15 हजार सैंपल लिए गए थे। मप्र के सभी जिलों से 1191 भूजल के सैंपल लिए थे। इन सैंपल की जांच कर हाल ही में रिपोर्ट जारी की गई है।
मप्र के भूजल पर केंद्रीय भूजल बोर्ड ने रिसर्च किया है। राज्य के विभिन्न हिस्सों से एकत्र किए गए पानी के नमूनों का विश्लेषण किया गया। लिमिट से अधिक मात्रा में यूरेनियम पाया गया। पीने योग्य पानी में यूरेनियम की सीमा 30 पार्ट प्रति बिलियन (पीपीबी) है, जबकि मप्र के कुछ हिस्सों में 32-233 पीपीबी की सीमा में यूरेनियम पाया गया। जो स्वास्थ्य को लेकर बहुत चिंता का विषय है। पानी में यूरेनियम की मात्रा अधिक होने से आदमी को हड्डी और किडनी से जुड़ी बीमारियों के साथ कैंसर का भी खतरा रहता है।
पेयजल में यूरेनियम की मात्रा को लेकर भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने कोई मानक तय नहीं किया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के स्टैंडर्ड के हिसाब से पीने के पानी में प्रतिलीटर 30 माइक्रोग्राम यूरेनियम हो सकता है। मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. अशोक द्विवेदी के अनुसार, यूरेनियम मिश्रित पानी पीने से किडनी डैमेज हो जाती है। लिवर पर भी इसका असर होने के साथ कैंसर का खतरा बढ़ता है। यूरेनियम के रेडियोएक्टिव प्रभाव की बजाय केमिकल प्रभाव के कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होती हैं। वैज्ञानिक एसके सिंह के अनुसार, भूजल में यूरेनियम मिलने के प्राकृतिक कारणों में यूरेनियम वाली ग्रेनाइट चट्टानों से यह भूजल में रिसता रहता है। मानव जनित कारणों में खनिज से यूरेनियम निकालकर उसके अवशेष को ऐसे ही छोड़ देना, न्यूक्लियर इंडस्ट्री से रिसाव, फ्लाय ऐश और फॉस्फेट फर्टिलाइजर जिम्मेदार हो सकते हैं।
प्रदेश के जिन जिलों में मानक से ज्यादा यूरेनियम मिले हैं उनमें बालाघाट, बैतूल, छतरपुर, दतिया, ग्वालियर, झाबुआ, पन्ना, रायसेन, सिवनी और शिवपुरी शामिल हैं। ग्वालियर के घाटीगांव में 233.9 पीपीबी यूरेनियम है। वहीं ग्वालियर के टेकनपुर 58.5 पीपीबी, सिवनी के केवलारी 203.3 पीपीबी, सिवनी के कुरई 61.4 पीपीबी, बैतूल के 108.1 पीपीबी, बैतूल के खेड़ी 39.4 पीपीबी, बालाघाट केकटंगी 30.7 पीपीबी, छतरपुर के बिजावर 47.5 पीपीबी, छतरपुर के कुर्री 39.2 पीपीबी, दतिया के 96.7 पीपीबी, दतिया के भाण्डेर 32.9 पीपीबी, दतिया के इमलिया 51.9 पीपीबी, झाबुआ के थांदला 75.0 पीपीबी, पन्ना के शाहनगर 37.1 पीपीबी, रायसेन के औबेदुल्लागंज 51.3 पीपीबी और शिवपुरी के पिछोर 79.1 पीपीबी येरेनियम है।
कंटेनर ने मारी टक्कर , एक छात्र की मौत दूसरा गंभीर
13 Feb, 2023 11:51 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । भोपाल होशंगाबाद मार्ग पर बरखेड़ा के समीप मोटरसाइकिल से औबेदुल्लागंज स्कूल आ रहे छात्रों को कंटेनर ने रौंद दिया इस कारण एक छात्र की मौके पर ही मौत हो गई जबकी दूसरे बच्चे को गंभीर अवस्था मे भोपाल रेफर किया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार होशंगाबाद की और जा रहे कांटेनर चालक ने लापरवाही एवं तेज गति से चलाते हुए स्कूली बच्चों को सीधी टक्कर मार दी एक छात्र दूर जा गिरा जबकी दूसरे छात्र के शरीर से भारी वाहन के पहिए गुजर गए प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसा इतना वीभत्स था जिसे देखकर रोंगटे खड़े हो गए मृतक छात्र बरखेड़ा का रहने वाला था। दुर्घटना सुबह साढ़े नो बजे के आसपास हुई जिस कारण लंबा जाम लग गया मोके पर पहुची पुलिस एवं ग्रामीणों ने डेढ घन्टे की मशक्कत के बाद यातायात खुलवाया, बरखेड़ा के समाजसेवी रईस अहमद ने बताया की सड़क निर्माण कार्य चल रहा है गड्ढे को बचाने के कारण यह हादसा हुआ बताया जा रहा है बरखेड़ा चौकी में कंटेनर खड़ा करा लिया गया पुलिस कार्यवाही कर रही है।
41 बरस का हुआ भारत भवन
13 Feb, 2023 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । बहुकला कला केंद्र भारत भवन 13 फरवरी को अपनी स्थापना के 41 वर्ष पूरे कर रहा है। इस उपलक्ष्य में 13 से 22 फरवरी तक विविध कला वर्षगांठ समारोह आयोजित किया जा रहा है। शुभारंभ समारोह के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान होंगे। इस मौके पर पद्मश्री और संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से अलंकृत प्रदेश के कलाकारों को पुरस्कृत किया जाएगा। विभिन्न कला अनुशासनों के दस दिवसीय समारोह में इस बार भारत रंग महोत्सव को भी पिरोया गया है, जिसके तहत छह लोकप्रिय नाटकों का मंचन होगा। 22 फरवरी की शाम पंडित हरिप्रसाद चौरसिया के बांसुरी वादन से समारोह का समापन होगा।भारत भवन के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी प्रेम शंकर शुक्ला ने बताया कि समारोह के पहले दिन 13 फरवरी को कला प्रदर्शनी का शुभारंभ शाम 6.30 बजे होगा। इसके बाद शाम 07 बजे विहान ड्रामा ग्रुप की ओर से विहान संगीत का आयोजन किया जा रहा है। वहीं शाम 7.30 बजे पं. रामसहाय पांडे एवं साथी कलाकारों द्वारा राई नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। 7.45 बजे रीना सिन्हा और साथी कलाकारों द्वारा रवींद्र संगीत की प्रस्तुति होगी। रात आठ बजे मुख्यमंत्री का संबोधन होगा। अंतिम प्रस्तुति कथक पर आधारित नृत्य संरचना रामलाल की प्रस्तुति शमा भाटे के निर्देशन में दी जाएगी।
14 फरवरी : समारोह के दूसरे दिन शाम सात बजे साक्षी शेवलीकर का मोहनवीणा वादन की प्रस्तुति होगी। इसके बाद शाम 7.45 बजे कौशिकी चक्रवर्ती का गायन होगा।
15 फरवरी : तीसरे दिन शाम सात बजे बहुभाषायी रचना पाठ का आयोजन किया जाएगा। इसमें लीलाधर जगूड़ी, हर्षदेव माधव, अरुंधती सुब्रमण्यम आदि कवि-कथाकार रचना पाठ करेंगे।
16 फरवरी : भारत रंग महोत्सव का अयोजन किया जा रहा है। जिसमें शाम छह बजे से नाटक बूढ़ी काकी का मंचन होगा, जिसे प्रयागराज के कलाकार प्रस्तुत करेंगे।
17 फरवरी : राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय रंगमंडल नई दिल्ली के कलाकारों द्वारा नाटक बायेन का मंचन किया जाएगा। इस नाटक का निर्देशन उषा गांगुली द्वारा किया जाएगा।
18 फरवरी : कल्याणी कलामंडल द्वारा शाम सात बजे नाटक रक्तकतो झरोखाÓ का मंचन किया जाएगा। इस नाटक का निर्देशन शांतनु दास द्वारा किया जाएगा।
19 फरवरी : समारोह के दोपहर 2 बजे फिल्म प्यासा का प्रदर्शन किया जाएगा। इसके बाद समूहन कला संस्थान आजमगढ़ द्वारा शाम सात बजे नाटक हंसुलीÓ का मंचन किया जाएगा। इस नाटक का निर्देशन राजकुमार शाह करेंगे।
20 फरवरी : साराभुज मिदनापुर की ओर से शाम सात बजे से नाटक मैकबेथ का मंचन किया जाएगा। इस नाटक का निर्देशन तरुण कुमार प्रधान द्वारा किया जाएगा।
21 फरवरी : मुस्कान थिएटर लैब मुंबई द्वारा शाम छह बजे नाटक फ्रीडम आफ च्वाइस का मंचन होगा, जिसका निर्देशन मुस्कान गोस्वामी तथा योगेंद्र सिंह करेंगे।
दादाजी धाम मंदिर में धूमधाम से मनाई जाएगी महाशिवरात्रि
13 Feb, 2023 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। दादाजी धाम मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व बडे रुप से मनाया जाऐगा। उल्लेखनीय है कि दादाजी धाम मंदिर मे अखंड ज्योति, अखंड धूनी एवं भगवान अर्धनारीश्वर का जागृत स्थान है। श्री श्री 1008 श्री दादाजी गुरुदेव चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष शिवरतन नामदेव, कोषाध्यक्ष अखिलेश श्रीवास्तव ट्रस्टी अनीता, अर्चना नामदेव एवं मंदिर व्यवस्था समिति के सदस्य दिलीप कराडे,सर्वश श्रद्धा श्रीवास्तव साधना स्वामी पुजारी राकेश स्वामी ने बताया है की महाशिवरात्रि पर्व की रूपरेखा के संबंध में मीटिंग हुई जिसमें बताया गया है कि दिनांक 17 फरवरी को भगवान शिव एवं माता पार्वती को मेहंदी हल्दी सांय 6:00 बजे से लगाई जाएगी एवं 18 फरवरी दिन शनिवार को महाशिवरात्रि पर शाम 5:00 बजे से भव्य शिव बारात बर्धमान सिटी एवं पटेल नगर क्षेत्र मे निकाली जाऐगी। इस अवसर दादाजी धाम मंदिर में भगवान शिव जी एवं माता पार्वती का विशेष श्रृंगार किया जाऐगा। प्रातः काल से ही मंदिर मे अभिषेक प्रारंभ होंगे। एवं अखंड रात्रि चारों प्रहर की विशेष पूजन एवं रुद्राभिषेक का आयोजन किया जाऐगा। प्रथम प्रहर में चंद्र दोष के लिए दूध से अभिषेक किया जाऐगा। द्वितीय प्रहर में गन्ने के रस से लक्ष्मी प्राप्ति के लिए तृतीय प्रहर में शहद से रोग नाशक के लिए एवं चौथे प्रहर में मोक्ष प्राप्ति के लिए गंगा जल से अभिषेक किया जाऐगा शिवरात्रि के दिन रात्रि में जो भी अभिषेक करता है। उसकी सभी मनोकामना पूर्ण होती है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में भक्तगण शामिल होंगे तथा प्रसाद ग्रहण करें। इस अवसर पर पूरे समय मंदिर के पट भक्तों के लिए खुले रहेंगे।
प्रदेश में आज से बदलेगा मौसम
13 Feb, 2023 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्यप्रदेश में दो दिन बाद फिर से मौसम बदलेगा। पहाड़ों में हो रही बर्फबारी का असर प्रदेश में भी दिखेगा। इससे हल्की ठंड रहेगी। अभी धूप चुभ रही है। कई शहरों में दिन का पारा 35 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है। वहीं, रात में 15 डिग्री के पार चल रहा है। राजधानी भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर के साथ धार, गुना, खंडवा, राजगढ़, रतलाम, दमोह, मंडला, सागर, सतना, उमरिया में दिन में सबसे ज्यादा गर्मी है। वहीं, दमोह, नरसिंहपुर, नौगांव, सागर, सिवनी, भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, खंडवा, खरगोन, राजगढ़, रतलाम में रात में पारा 13 से 15 डिग्री के बीच चल रहा है।मौसम विभाग के अनुसार, रविवार और सोमवार को दिन-रात गर्मी का असर देखने को मिलेगा। इसके बाद मौसम बदलेगा और हल्की ठंड का दौर फिर से लौटेगा। मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि मौसम में बदलाव का असर प्रदेश के सभी हिस्सों में देखने को मिल सकता है। इन दिनों हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी हो रही है। वहीं, जम्मू-कश्मीर में बारिश का दौर चल रहा है। इसका असर अब मध्यप्रदेश में भी देखने को मिलेगा। हवाओं का रुख बदलने से रात में ठंडक घुलेगी। दिन में मामूली गिरावट होगी।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, फरवरी के आखिरी हफ्ते से मप्र में गर्मी दस्तक दे सकती है। मार्च के आखिरी हफ्ते से लू चलने के हालात बन जाएंगे। आमतौर पर मप्र में तेज गर्मी 15 मार्च से शुरू होती है, जो 10 जून तक चलती है। इसके बाद प्री-मानसून गतिविधियां शुरू होती हैं। मार्च में सूर्य भूमध्य रेखा के करीब पहुंच जाता है, इससे दक्षिण भारत तपने लगता है। अप्रैल में सूर्य की स्थिति बदलने के बाद ही मप्र के दक्षिणी हिस्सों से तेज गर्मी की शुरुआत होती है, जो मई मध्य तक पूरे प्रदेश को कवर कर लेती है। जून के दूसरे पखवाड़े में सूर्य की स्थिति बदलने पर मौसम भी बदलने लगता है, लेकिन इस बार गर्मी का दौर लंबा चलने के संकेत हैं।
जमीनी विवाद में अटके सीएम राइज स्कूल
13 Feb, 2023 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। प्रदेश में स्कूली शिक्षा को बेहरत बनाने के लिए प्रदेश सरकार प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर सीएम राइज स्कूल बनवा रही है। प्रदेश में 274 सीएम राईज स्कूल बनाए जाने के लिए 10,490 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया गया है। इनमें से 125 के लिए अभी टेंडर जारी हो पाए हैं। लेकिन विडंबना यह है कि अधिकांश सीएम राइज स्कूल जमीनी विवाद में अटक गए हैं। दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की महत्वाकांक्षी योजना के लिए अफसरों ने जिलों में जो जमीन आवंटित की है वह कहीं जंगल, कहीं खेल मैदान, कहीं दलदल तो कहीं खंती में है। ऐसे में सीएम राइज स्कूलों को बनाने की प्रक्रिया अधर में लटकी हुई है।
गौरतलब है कि प्रदेश में 274 सीएम राईज स्कूल बनाए जाने के लिए 10,490 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया गया है। इनमें से 125 के लिए अभी टेंडर जारी हो पाए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 77 स्कूलों का भूमिपूजन कर चुके है जहां 2 हजार 960 करोड़ 41 लाख रुपए खर्च कर स्कूल भवन तैयार किए जा रहे है। 47 स्कूलों में भूमि पूजन के बाद एक हजार 719 करोड़ रुपए खर्च कर निर्माण कार्य शुरु कर दिए गए है। लेकिन अधिकांश जगह स्कूलों का मामला अधर में लटका हुआ है।
गौरतलब है कि प्रदेश में 274 सीएम राईज स्कूल चिन्हित किए गए है। इनमें कई स्कूलों में जमीनों को लेकर विवाद है। जहां विवाद की स्थिति होंने के कारण निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हो पा रहे है। झाबुआ में एक, खंडवा में एक, उज्जैन में दो, ग्वालियर में एक, गुना में एक, विदिशा में एक, उज्जैन में दो, झाबुआ में एक, खंडवा में एक स्थान पर सीएम राईज स्कूल के लिए आवंटित भूमि पर विवाद की स्थिति है इसके कारण निर्माण कार्य शुरु नहीं हो पा रहे है। राज्य सरकार प्रदेश में सीएम राईज स्कूल बना रही है ताकि बच्चों को बेहतर शिक्षा और संसाधन मिल सके लेकिन इन स्कूलों के लिए कहीं दलदली भूमि तो कहीं तालाब की जमीन और कहीं कचरा रखने की जगह तो जंगल की जमीन और कहीं खेल मैदान की जमीन ही इसके लिए आवंटित कर दी है इसके चलते यहां सीएम राईज स्कूल के लिए भूमि पूजन नहीं हो पा रहा है।
दरअसल, अफसरों ने बिना जांचे परखे ही जमीनों का आवंटन कर दिया। गुना जिले में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय फतेहगढ़ में सीएम राईज स्कूल के लिए पीआईयू को जो जमीन आवंटित की गई वह दलदली है इसलिए वहां भूमि पूजन नहीं हो पा रहा है। झाबुआ के शासकीय मॉडल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय को ऐसी जमीन बांट दी गई जहां साइट पर तालाब है। इसी तरह उज्जैन में शासकीय महाराजवाड़ा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक तीन को जो जमीन दी गई उसमें साइट पर तालाब बना हुआ है। विदिशा में शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सिरोंज के लिए जो जमीन दी गई उसका उपयोग जनता खेल मैदान के रूप में कर रही है। इसलिए वे भूमि को अन्य स्थान पर स्थानांतरित करना चाहते है। सागर में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बांदरी में स्कूल के लिए आवंटित जमीन के अंदर वन भूमि निकली है। इसलिए वहां सीएम राइज स्कूल का निर्माण नहीं हो पा रहा है। शासकीय महाराजवाड़ा उमावि क्रमांक तीन उज्जैन में साईट पर तालाब है और शहर से दूर है। उज्जैन में शासकीय उमावि जाल सेवा निकेतन को दी गई जमीन का उपयोग खेल मैदान के रूप में हो रहा है। गुना के फतेहगढ़ में शासकीय उमावि के लिए दलदली भूमि दे दी गई है। डबरा के शासकीय मॉडल उमावि स्कूल के निकट राजमार्ग है। सागर के शासकीय उमावि एमएलबी नंबर एक में स्थानीय जनता विरोध कर रही है।
विदिशा जिले में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बरईपुरा में ऐसी जमीन आवंटित कर दी है जो कचरा भरने की साइट के रूप में उपयोग हो रही है। ऐसे में यहां नई भूमि की जरुरत है। भोपाल के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गोविंदपुरा को जो जमीन दी गई वह अपर्याप्त है। उज्जैन में शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जीवाजीगंज के लिए जो जमीन दी गई वह अपर्याप्त है। शासकीय मॉडल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय किल्लोद के लिए तो भूमि का आवंटन ही नहीं हो पाया है। मुरैना में शासकीय हाई स्कूल सूरजनपुर के लिए भूमि का चिन्हांकन और आवंटन नहीं हो पाया है। छतरपुर में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चांदला में साईट के उपर 765 केवीए एचटी लाईन जा रही है ग्वालियर में शासकीय मॉडल उमावि डबरा में साईट के निकट राजमार्ग है। इसके चलते यहां सीएम राईज स्कूल का भूमिपूजन नहीं हो पा रहा है।
विकास यात्रा बनेगी रिपोर्ट का आधार
13 Feb, 2023 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा मैदानी आकलन के आधार पर आगे जमावट करेगी। इसके तहत विकास यात्राओं का भी फीडबैक लेना शुरू कर दिया गया है। इससे विधानसभा सीटों पर विधायकों, हारे नेताओं और मौजूदा मंत्रियों तक के फीडबैक को देखा जाएगा। भविष्य में इन्हीं फीडबैक के आधार पर निर्णय होंग। दरअसल, भाजपा सभी 230 सीटों पर विकास यात्राओं के जरिए फीडबैक भी लेगी, जिससे आने वाले दिनों में संगठनात्मक कामों को लेकर जिम्मेदारियां देने में निर्णय किए जाएंगे। इसका दूरगामी असर टिकटों तक भी दिखेगा।
भाजपा ने 230 सीटों पर अपने सभी कार्यकर्ताटों को लगा दिया है। इसके तहत बूथ स्तर तक की भी रिपोर्ट बनेगी। इसमें विधायक व अन्य स्थानीय नेताओं को लेकर क्या स्थिति बनी इस पर निगाहें हैं। 25 फरवरी के बाद भाजपा का बूथ सशक्तिकरण अभियान चलना है। इसलिए उसके पूर्व ही इनकी रिपोर्ट भी तैयारी होगी। भाजपा के वरिष्ठ नेता अपने प्रवास व दौरे भी इन यात्राओं के बाद शुरू करेंगे।
हर सीट पर भाजपा ने प्रभारी तैनात किए हैं। खास तौर पर हारी हुई 103 सीटों को लेकर सबसे ज्यादा गंभीरता है। भाजपा इन सभी सीटों की जरूरत व स्थानीय नेताओं के समन्वय के हिसाब से आगे टीम तैयार करेगी। गौरतलब है कि अब तक दो सर्वे टिकटों को लेकर हो चुके हैं। अब आगे तीसरा सर्वे भी होना है, लेकिन उसके पूर्व ही यात्राओं का फीडबैक भी रहेगा।
पिछली बार विधानसभा चुनाव हारने के बाद इस बार दावेदारी करने वाले नेताओं पर इस फीडबैक का सबसे ज्यादा असर पड़ेगा। खास बात ये कि जो बड़े चेहरे चुनाव हारे थे, उनमें से तो कुछ को स्थानीय प्रभाव के कारण टिकट मिल सकता है, लेकिन जो जद्दोजहद वाले चेहरे हैं उनके लिए फीडबैक मायने रखेगा। अभी संगठन के पास कई सीटों पर समन्वय में दिक्कत की शिकायतें हैं। इनसे जुड़े फैसलों पर भी फीडबैक असर डालेगा।
विकास यात्रा का उद्देश्य आम जनता तक सरकारी योजना का लाभ पहुँचाना
12 Feb, 2023 10:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रामकिशोर ‘नानो’ कावरे ने कहा है कि विकास यात्रा का मकसद आम जनता तक सरकारी योजना का लाभ पहुँचाना है। राज्य मंत्री कावरे शनिवार को बालाघाट जिले के परसवाड़ा विकासखण्ड की विकास यात्रा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने 2 करोड़ 67 लाख रूपये के विकास कार्यों का भूमि-पूजन एवं लोकार्पण किया।
राज्य मंत्री कावरे ने कहा कि परसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र भौगोलिक दृष्टि से सबसे बड़ा विधानसभा क्षेत्र है। विकास यात्रा के माध्यम से आम जनता को उसकी पात्रता अनुसार सरकारी योजना का लाभ दिलाया जा रहा है। यह यात्रा मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान का भाग-2 है। राज्य मंत्री कावरे ने बताया कि प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत वर्ष 2024 तक सभी को पक्का मकान देने का कार्यक्रम तैयार किया है। उन्होंने बताया कि यदि गाँव में 18 वर्ष से कम आयु के बच्चे के माता-पिता का निधन हो गया है, तो ऐसे अनाथ बच्चों को मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना का लाभ दिलाया जायेगा।
जन-समुदाय को संबोधित करते हुए राज्य मंत्री कावरे ने बताया कि लाड़ली बहना योजना का क्रियान्वयन जल्द शुरू किया जायेगा। योजना के माध्यम से पात्र बहनों को एक हजार रूपये प्रतिमाह की सहयोग राशि प्रदान की जायेगी। उन्होंने बताया कि परसवाड़ा क्षेत्र के 31 ग्राम में सिंचाई सुविधा के विस्तार के लिये 170 करोड़ रूपये की योजना तैयार की गई है। राज्य मंत्री ने परसवाड़ा क्षेत्र की सभी 135 ग्राम पंचायतों में रजिस्टर बनाये जाने के निर्देश दिये। राज्य मंत्री ने सरकारी योजना के क्रियान्वयन में लापरवाही बरतने वाले शासकीय सेवकों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई किये जाने के निर्देश भी दिये।
बहु-आयामी और उपयोगी सिद्ध हो रही हैं विकास यात्रा
12 Feb, 2023 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल ने शनिवार को सतना जिले की नगर परिषद न्यू रामनगर में 12 करोड़ रूपये से अधिक के विकास कार्यों की सौगात दी। राज्य मंत्री पटेल स्थानीय जन-प्रतिनिधियों के साथ विभिन्न वार्डों की विकास यात्रा में शामिल हुए।
राज्य मंत्री पटेल ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिये कोई कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने कहा कि संत रविदास जयंती 5 फरवरी से प्रारंभ हुई विकास यात्रा विकास के मामले में बहु-आयामी और बहु-उपयोगी सिद्ध हो रही हैं। विकास यात्रा को जनता का आशीर्वाद मिल रहा है। राज्य मंत्री पटेल ने विभिन्न वार्डों में सीसी रोड और डामरीकृत सड़क निर्माण का लोकार्पण और भूमि-पूजन किया। इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष रामखेलावन कोल और नगरीय निकायों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
जिला प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह ने उत्तर विधानसभा क्षेत्र को दी 7 करोड़ के विकास कार्यों की सौगात
12 Feb, 2023 09:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : नगरीय विकास एवं आवास मंत्री तथा भोपाल जिला प्रभारी भूपेन्द्र सिंह ने रविवार को उत्तर विधानसभा क्षेत्र में वार्ड-14 में इंदिरा नगर स्थित शिव मंदिर में पूजा-अर्चना कर विकास यात्रा शुरू की। सिंह ने विभिन्न वार्डों में घूम कर नागरिकों से भेंट की। उन्होंने टीलाजमालपुरा में हुई सभा में वार्ड 8,9,11,13,15 एवं 21 के लिये 4 करोड़ 35 लाख रूपये की लागत के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन किया। साथ ही 2 करोड़ 78 लाख रूपये के विभिन्न नवीन विकास कार्यों की स्वीकृति दी। सिंह ने कन्या-पूजन भी किया।
भोपाल की 320 अनाधिकृत कॉलोनी होंगी वैध
मंत्री सिंह ने कहा कि भोपाल की 320 अनाधिकृत कॉलोनियों को वैध करने की प्रक्रिया जारी है। यहाँ के रहवासियों को अब बैंक लोन सहित सभी सुविधाएँ मिल सकेंगी।
सिंह ने कहा कि विकास यात्रा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का अभिनव प्रयोग है। यात्रा के माध्यम से नागरिकों को जहाँ जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जा रही है, वहीं हितग्राही मूलक योजनाओं से लाभान्वित भी किया जा रहा है। साथ ही विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि-पूजन भी किया जा रहा है।
एक साथ 7 हजार से अधिक हितग्राही लाभान्वित
नगरीय विकास मंत्री सिंह ने कहा कि आज एक साथ 7 हजार से अधिक हितग्राही विभिन्न हितग्राही मूलक योजनाओं से लाभान्वित हो रहे हैं। आयुष्मान योजना से 3857, वृद्धावस्था पेंशन योजना से 619, भवन कर्मकार कल्याण मंडल की योजना में 1211, पीएम स्वनिधि योजना में 1320, नि:शक्त पेंशन योजना से 859, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना से 389, विधवा पेंशन योजना से 60 और उज्ज्वला योजना से 62 हितग्राही को स्वीकृति-पत्र दिए गए।
अब झुग्गी नहीं पक्के मकान दिखते हैं
सिंह ने कहा कि अब शहरों में झुग्गी नहीं पक्के मकान दिखते हैं। वार्ड-13 स्थित अनुसूचित जाति बस्ती में प्रधानमंत्री आवास योजना से 89 मकान बनाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 9 लाख 50 हजार प्रधानमंत्री आवास बनाये जा रहे हैं। साल-डेढ़ साल में ऐसा एक भी गरीब व्यक्ति नहीं रहेगा, जिसका पक्का मकान नहीं हो। इसी महीने आवासहीनों को नि:शुल्क आवासीय पट्टे देने का अभियान चलेगा। माफियाओं से मुक्त करायी गयी 23 हजार एकड भूमि पर गरीबों के लिए सुराज कॉलोनी वनायी जायेगी।
स्व-सहायता समूहों को 2 प्रतिशत ब्याज पर लोन
मंत्री सिंह ने कहा कि शहरों में महिला स्व-सहायता समूहों को 2 प्रतिशत ब्याज पर लोन उपलब्ध कराया जायेगा। शेष ब्याज राज्य सरकार देगी। उन्होंने कहा कि सरकार का मंत्र है "सबका साथ-सबका विकास"। उन्होंने बताया कि भोपाल में नागरिकों को पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराने के लिये 450 करोड़ रूपये, सीवरेज सिस्टम के तहत अंडरग्राउंड नाली बनाने के लिये 1009 करोड़, सॉलिड वेस्ट मेनेजमेंट के लिये 60 करोड़, शहर की वायु गुणवत्ता में सुधार के लिये 44 करोड़ और बाणगंगा में नाले को पक्का करने के लिये 18 करोड़ रूपये स्वीकृत किये गये हैं।
महापौर मालती राय ने कहा कि भोपाल शहर में विकास की गंगा बहाना ही हमारा ध्येय है। पूर्व महापौर आलोक शर्मा ने कहा कि सरकार सभी वर्गों के कल्याण की योजनाएँ बनाती है। उन्होंने जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। सुमित पचौरी ने भी संबोधित किया। विकास यात्रा का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। नगर निगम कमिश्नर के.व्ही.एस. चौधरी ने आभार माना। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने किया पौध-रोपण
12 Feb, 2023 09:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्यामला हिल्स स्थित उद्यान में पीपल, सप्तपर्णी और शहतूत के पौधे लगाए। अखिल भारतीय किरार क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता तथा मध्यप्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग के पूर्व सदस्य ब्रजेश चौहान ने अपने जन्म-दिवस पर मुख्यमंत्री चौहान के साथ पौध-रोपण किया। सुरजीत सिंह चौहान भी उपस्थित थे। मध्य प्रदेश सिंधी साहित्य अकादमी के निदेशक राजेश वाधवानी ने भी पौधा लगाया। मीडिया समूह के पब्लिक फर्स्ट के आशुतोष गुप्ता, सामाजिक कार्यकर्ता विनय पाण्डेय तथा अजय अग्रवाल व साक्षी अग्रवाल ने अपने पुत्र अथर्व के जन्म-दिवस पर पौध-रोपण किया। पौध-रोपण में राजेन्द्र गुप्त, रितेश राजावत, रमाकांत समाधिया, शिवम् और मयंक भी शामिल हुए। मुख्यमंत्री चौहान के साथ राधेश्याम धाकड़, मनोज पाल, प्रदीप चौहान, शिवम् रोडे़, रंजीत चौहान, बज्जर सिंह, सीता राम, मनोज धाकड़, अतुल ठाकुर, शैलेष ठाकुर और आदित्य राठौर ने भी पौध-रोपण किया।
मुख्यमंत्री चौहान को मध्यप्रदेश सिन्धी अकादमी के निदेशक वाधवानी ने रामायण के सिन्धी काव्य अनुवाद की प्रति भेंट की तथा अमर शहीद हेमू कालाणी के जन्म-शताब्दी वर्ष में आयोजित गतिविधियों की जानकारी दी।
धरती को जीने योग्य बनाए रखने के लिए वनों और वन्य-जीवों का संरक्षण जरूरी- मुख्यमंत्री चौहान
12 Feb, 2023 09:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आने वाली पीढ़ियों के लिए धरती को जीने योग्य बनाए रखने के लिए वनों और वन्य-जीवों का संरक्षण जरूरी है। विकास और प्रकृति के बीच द्वंद न हो, समन्वय बना रहे, वन में रहने वालों के लिए वन, आजीविका का सतत रूप से स्रोत बना रहे, इसका ध्यान रखना आवश्यक है। इनके प्रबंधन का दायित्व भारतीय वन सेवा के अधिकारियों पर है। इस दृष्टि से मानव जीवन के सुगम और सतत संचालन के लिए अखिल भारतीय वन सेवा के अधिकारियों की जिम्मेदारी बहुत महत्वपूर्ण है। अधिकारी अपने दायित्वों का निर्वहन संपूर्ण प्रतिबद्धता और संवेदनशीलता से करें। मुख्यमंत्री चौहान भारतीय वन सेवा संघ के दो दिवसीय वानिकी सम्मेलन का शुभारंभ कर रहे थे। प्रशासन अकादमी में हुए कार्यक्रम में वन मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह, राज्य वन विकास निगम के अध्यक्ष माधव सिंह डाबर, अपर मुख्य सचिव वन जे.एन. कंसोटिया, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख रमेश कुमार गुप्ता, अध्यक्ष अखिल भारतीय वन सेवा संघ के अतुल विशेष रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम में प्रदेश में पदस्थ भारतीय वन सेवा के अधिकारी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने फिल्म "एक्सप्लोरिंग सतपुड़ा" का विमोचन किया
मुख्यमंत्री चौहान ने दीप जला कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री चौहान को वन मंत्री डॉ. शाह ने तुलसी का पौधा भेंट कर तथा वानिकी सम्मेलन का लेपल पिन लगा कर स्वागत किया। मुख्यमंत्री चौहान ने "वन विभाग- सफलता के नए आयाम" पुस्तिका और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व वेबसाइट, कूनो नेशनल पार्क में चीता पुनर्स्थापन पर बनाई गई फिल्म "कूनो : रिटर्न ऑफ चीता" के टीजर तथा सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के प्राकृतिक सौन्दर्य, अद्भुत जैव-विविधता और ईको पर्यटन को दर्शाती फिल्म "एक्सप्लोरिंग सतपुड़ा" का विमोचन किया।
प्रदेश की वन गतिविधियों पर लघु फिल्में बनाई जाए
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि वन सेवा के अधिकारियों ने वनों को बचाने के साथ उन्हें बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मध्यप्रदेश ने बाघ, तेंदुआ, गिद्द, घड़ियाल आदि के संरक्षण में उल्लेखनीय उपलब्धि अर्जित की है। अब हम देश के इकलौते चीता प्रदेश भी बन गए हैं। पन्ना में बाघों का पुनर्स्थापन भी महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इसके लिए वन सेवा के अधिकारी बधाई के पात्र हैं। प्रदेश के पार्कों के प्रबंधन,वन और टाइगर सुरक्षा में भी उदाहरण प्रस्तुत किया गया है। वनों के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले फारेस्ट गार्ड, महावत, वाचर तथा घास कटर सहित जमीनी स्तर पर कार्य कर रहे कर्मचारियों के कल्याण के लिए विशेष नीति बनाई जाना आवश्यक है। मुख्यमंत्री चौहान ने वन विभाग की सकारात्मक गतिविधियों, वन क्षेत्र तथा वन्य-जीवों के संरक्षण जैसी उपलब्धियों पर लघु फिल्में बना कर सोशल मीडिया पर उनका प्रचार-प्रसार किये जाने की जरूरत रेखांकित की।
गोवर्धन पूजा प्रकृति के संरक्षण का संदेश देती है
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि भारतीय संस्कृति के अनुसार एक ही चेतना सब में है। भारतीय मानस "जिओ और जीने दो" के दर्शन में विश्वास रखता है। इसका अर्थ है कि मानव, जीव-जन्तु, पेड़-पौधे एक ही चेतना के अंग हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुआ जी-20 देशों का सम्मेलन भी "एक धरती- एक परिवार -एक भविष्य" की थीम पर हो रहा है, जो भारतीय विचार का ही विस्तार है। भगवान श्रीकृष्ण द्वारा दिए गए गोवर्धन पूजा के संदेश में प्रकृति के संरक्षण की भावना निहित है। भारतीय संस्कृति में वटवृक्ष, तुलसी, केला, सुपारी, नारियल की पूजा और भगवानों के वाहनों के रूप में नंदी, मूषक, शेर आदि की पूजा यह बताती है कि मनुष्य मात्र ही नहीं अपितु जीव-जन्तु और पेड़-पौधों का समग्र संरक्षण प्राकृतिक संतुलन के लिए आवश्यक है। यह जरूरी है कि मनुष्य अपने अस्तित्व को बनाए रखने के लिए प्रकृति का दोहन करे परन्तु शोषण नहीं। अन्यथा हमें जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग का संकट झेलना होगा।
कृषि वानिकी तथा बाँस मिशन की गतिविधियों को प्रोत्साहित किया जाए
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में पौध-रोपण के लिए जारी गतिविधियों के सकारात्मक परिणाम आए हैं। मेरे द्वारा प्रतिदिन पौध-रोपण और इसमें जन-सामान्य की भागीदारी को प्रोत्साहित करने से प्रदेशवासी अब अपने जन्म-दिवस, वर्षगाँठ और परिजन की स्मृति में पौध-रोपण कर रहे हैं। पौध-रोपण को जन-अभियान बनाने में सफलता मिली है। अंकुर अभियान का भी इसमें विशेष योगदान है। प्रदेश में कृषि वानिकी, बाँस मिशन की गतिविधियों को प्रोत्साहित करने तथा वृक्षारोपण से वनीकरण से संबंधित नियमों को सरल बनाने की आवश्यकता है।
पेसा नियम के सफल क्रियान्वयन में वन विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में पेसा नियम के सफल क्रियान्वयन में वन विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका है। जनजातीय समुदाय को तेंदूपत्ता सहित अन्य वनोपज के संग्रहण और उसके विपणन के संबंध में प्रशिक्षण और उसके प्रबंधन में सहयोग देना आवश्यक है। जनजातीय क्षेत्रों में संचालित क्रेशर और गौण खनिज की खदानों के संचालन में भी जनजातीय युवाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करना होगा। जनजातीय भाई-बहनों की जमीन की रक्षा में भी वन विभाग के अमले की महत्वपूर्ण भूमिका है। यह आवश्यक है कि वन विभाग का अमला वन क्षेत्र में माफियाओं को पनपने नहीं दे और जनजातीय भाई-बहनों के साथ उनका व्यवहार संवेदनशीलता का हो।
वृक्ष दूसरों के लिए जीने की प्रेरणा देते हैं: वन मंत्री शाह
वन मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान के नेतृत्व में प्रदेश ने वन और वन्य-जीव सरंक्षण में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ अर्जित की हैं। वृक्ष दूसरों के लिए जीने की प्रेरणा देते हैं। मुख्यमंत्री चौहान द्वारा प्रतिदिन पौध-रोपण के माध्यम से यह संदेश दिया जा रहा है कि हम भी पौध-रोपण करें और अपने जीवन को प्रदेश के विकास तथा जन-कल्याण के लिए समर्पित करें।
4 लाख 31 हजार हेक्टयर बिगड़ा वन क्षेत्र अच्छे वन क्षेत्र के रूप में विकसित हुआ
प्रधान मुख्य वन सरंक्षक एवं वन बल प्रमुख रमेश कुमार गुप्ता ने वन विभाग की उपलब्धियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि समुदाय आधारित वन प्रबंधन से 1152 ग्राम के 4 लाख 31 हजार हेक्टयर बिगड़े वन क्षेत्र को अच्छे वन क्षेत्र की श्रेणी में शामिल करना संभव हुआ है। विगत चार वर्ष में 20 करोड़ 72 लाख पौधे लगाए गए हैं। ग्रीन इनिशियेटिव में बेम्बूपोल का उपयोग किया जा रहा है। बफर में सफर में 26 गेट प्रारंभ होने से पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई और ग्रामीणों को प्रत्यक्ष लाभ मिलना आरंभ हुआ है। वर्ष 2022 में तेंदूपत्ता का एक हजार करोड़ रूपये का व्यापार हुआ। पेसा अधिनियम में 268 ग्राम सभा में वन विभाग के सक्रिय सहयोग से तेंदूपत्ता संग्रहण की कार्यवाही शुरू की गई है।
मुख्यमंत्री चौहान के साथ हुआ ग्रुप फोटो
वानिकी सम्मेलन में मुख्यमंत्री चौहान के साथ भारतीय वन सेवा के अधिकारियों का ग्रुप फोटो सेशन हुआ। 13 फरवरी तक चलने वाले वानिकी सम्मेलन में 2 तकनीकी सत्र, सेवागत अनुभवों का आदान-प्रदान, फेसबुक प्रतियोगिता और सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
राज्यपाल मंगुभाई पटेल से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सौजन्य भेंट
12 Feb, 2023 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : राज्यपाल मंगुभाई पटेल से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजभवन पहुँच कर सौजन्य भेंट की। राज्यपाल पटेल को मुख्यमंत्री चौहान ने पुष्प-गुच्छ भेंट कर अभिनंदन किया। प्रदेश से सम्बन्धी विषयों पर चर्चा की।
पुरानी रंजिश के चलते पड़ोसियों ने पत्थर और तवे से हमला कर ले ली जान
12 Feb, 2023 08:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। अरेरा हिल्स थाना इलाके मे शनिवार रात को आपसी रंजिश के चलते पांच लोगों ने मिलकर एक युवक पर पत्थर और रोटी बनाने के तवे से उसपर कातिलाना हमला कर दिया। नाजूम हालत मे घायल युवक को इलाज के लिये हमीदिया अस्पताल पहुंचाया गया जहॉ इलाज के दौरान रविवार अलसुबह उसने दम तोड़ दिया। मारपीट के दौरान मृतक को बचाने आई उसकी बहन के साथ भी आरोपियो ने मारपीट की थी। थाना पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 32 वर्षीय रेणु विश्वकर्मा पुरानी विधानसभा, कुम्हारपुरा इलाके में रहती है। उनके घर से थोड़ी दूरी पर ही उसका भाई भय्यू उर्फ राजकुमार (30) रहता था। शनिवार रात राजकुमार शराब के नशे में था, किसी बात को लेकर रात 11 बजे उसका पड़ोस में रहने वाले ब्रजेश रंगीले, राजेश, सुनील, अनिल और दुर्गाप्रसाद से विवाद हो गया। आरोपी भी नशे में थे। गाली गलौच से शुरु हुआ विवाद मारपीट तक पहुंच गया। झगड़े की जानकारी मिलते ही रेणु ने मौके पर पहुंकर बीच बचाव करने का प्रयास किया। आरापियो ने रेणु से भी मारपीट की और उसके भाई राजकुमार के साथ हाथ पैरो से मारपीट करते हुए पत्थर और रोटी बनाने वाले तवे से कई वार किये। तवा सिर में लगने से राजकुमार को घातक चोंटे आई, ओर उसके खून बहने लगा, जिससे वह बेसुध होकर गिर गया। इसके बाद आरोपी मौके से भागकर थाने पहुंच गए। इधर रेणु आसपास के लोगो की मदद से भाई को इलाज के लिये हमीदिया अस्पताल लेकर पहुंची। जहॉ सुबह तड़के करीब चार बजे राजकुमार की की मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि मृतक भैय्यु उर्फ राजकुमार अपराधिक प्रवृत्ति का था। उसके परिवार मे माता-पिता सहित एक बड़ा भाई है, जो ऑटो चलाता है, मृतक भी पूर्व मे ऑटो चलाता था। सामने आया है कि चार दिन पहले आरोपियो ने झगड़ा होने पर राजकुमार के दोस्त को थप्पड़ मार दिया था। इसे लेकर राजकुमार ने उनके साथ गाली गलौच की थी, इसके बाद से ही उनके बीच रजिंश चल रही थी। मारपीट मे गंभीर चोट आने के कारण काफी खून बह जाने के कारण उसकी मौत हुई है। झगड़े मे आरोपी पक्ष को भी मामूली चोटे आई थी। पुलिस ने पांच आरोपियों पर हत्या का प्रकरण दर्ज कर आगे की कार्यवाही शुरु कर दी है।