देश (ऑर्काइव)
प्याज का बफर 3 लाख मीट्रिक टन से 5 लाख मीट्रिक टन बढाया गया
21 Aug, 2023 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । एक अभूतपूर्व कदम उठाते हुए सरकार ने 3.00 लाख मीट्रिक टन के प्रारंभिक खरीद लक्ष्य को प्राप्त करने के बाद इस वर्ष प्याज बफर की मात्रा को बढ़ाकर 5.00 लाख मीट्रिक टन कर दिया है। इस संबंध में, उपभोक्ता मामलों के विभाग ने भारतीय राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ (एनसीसीएफ) और भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (एनएएफईडी) को प्रमुख उपभोग केंद्रों में खरीदे गए स्टॉक के निपटान के साथ-साथ अतिरिक्त खरीद लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रत्येक को 1.00 लाख टन की खरीद करने का निर्देश दिया है।
बफर के प्याज का निपटान शुरू हो गया है, जो राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रमुख बाजारों को लक्षित करता है जहां खुदरा कीमतें अखिल भारतीय औसत से अधिक हैं और/या पिछले महीने की तुलना में काफी अधिक हैं। आज की तारीख तक, बफर से लगभग 1,400 मीट्रिक टन प्याज लक्षित बाजारों में भेजा गया है और उपलब्धता बढ़ाने के लिए इसे लगातार जारी किया जा रहा है।
प्रमुख बाजारों में प्याज की आपूर्ति करने के अलावा, बफर से प्याज कल यानी सोमवार 21 अगस्त 2023 से एनसीसीएफ के खुदरा दुकानों और मोबाइल वैन के माध्यम से खुदरा उपभोक्ताओं को 25 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर भी उपलब्ध कराया जाएगा। आने वाले दिनों में अन्य संस्थाओं और ई-कॉमर्स मंचों को शामिल करके प्याज की खुदरा बिक्री को उपयुक्त रूप से बढ़ाया जाएगा।
23 अगस्त से अस्थायी रूप से निलंबित रहेगी अमरनाथ यात्रा
21 Aug, 2023 09:01 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
श्रीनगर । अमरनाथ यात्रा 23 अगस्त से अस्थायी रूप से निलंबित रहेगी। दक्षिण कश्मीर हिमालय क्षेत्र में स्थित अमरनाथ गुफा मंदिर की वार्षिक तीर्थयात्रा श्रद्धालुओं की कम संख्या और रास्ते की मरम्मत के कार्यों को देखते हुए 23 अगस्त से अस्थायी रूप से रोक दी गई है।
श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि इस वर्ष 4 लाख से अधिक यात्री पवित्र गुफा के दर्शन कर चुके हैं। हालांकि, अधिकारी तीर्थयात्रा के लिए की गई रसद और सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए अधिक संख्या की उम्मीद कर रहे थे।
पिछले कई वर्षों से अमरनाथ यात्रा में कम संख्या में लोग आ रहे हैं। 2012 में गुफा मंदिर के दर्शन करने वाले 6 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों की तुलना में, 2022 में यह संख्या घटकर 3 लाख के करीब रह गई थी वहीं इस वर्ष 4।4 लाख लोग ही दर्शन के लिए पहुंचे हैं।
इस साल सरकार की तरफ से 62 दिनों की यात्रा की व्यवस्था की गई थी। लेकिन दो सप्ताह की तीर्थयात्रा के बाद ही तीर्थयात्रियों की संख्या घटने लगी। हालांकि यात्रा को प्रभावी रूप से कम कर दिया गया है, अधिकारियों का कहना है कि पवित्र गदा (कैहारी मुबारक) को 31 अगस्त को गुफा मंदिर में ले जाया जाएगा, जो यात्रा के समापन का प्रतीक होगा। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि तीर्थयात्रियों की संख्या में कमी और ट्रैक बहाली कार्य के मद्देनजर 23 अगस्त से यात्रा अस्थायी रूप से निलंबित रहेगी।
आईएमडी की चेतावनी, दिल्ली-यूपी में फिर शुरू होगा बारिश का दौर
21 Aug, 2023 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । एक बार फिर से दिल्ली में भारी बारिश का दौर शुरु होने वाला है। इधर आईएमडी ने इसकी चेतावनी जारी होते कर दी हैं। गौरतलब है कि पिछले दिनों भी दिल्ली में बाढ़ आने से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया था। हालांकि देश भर में मॉनसून की बारिश की गतिविधियों में अब कमी आने लगी है। मौसम पूर्वानुमान एजेंसी के मुताबिक, निम्न दबाव अब झारखंड और इससे सटे उत्तरी आंतरिक ओडिशा एवं उत्तरी छत्तीसगढ़ पर है। वहीं, मॉनसून ट्रफ अब अमृतसर, हिसार, दिल्ली, हरदोई, वाराणसी और फिर दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की पूर्वोत्तर खाड़ी से होकर गुजर रही है। उत्तर भारत की बात करें तो दिल्ली और आस-पास के इलाकों में वीकेंड में हुई जोरदार बारिश के बाद लोगों को उमस से राहत मिली है। दिल्ली में 20 अगस्त 2023 को न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। वहीं, 21 से 24 अगस्त तक हल्की बारिश और बूंदाबांदी देखने को मिलेगी। इस दौरान अधिकतम तापमान में मामूली गिरावट आने के साथ यह 36 डिग्री सेल्सियस तक रह सकती है।
मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि 23 अगस्त को पश्चिमी यूपी में कई स्थानों पर गरज के साथ बारिश हो सकती है, जबकि पूर्वी यूपी में लगभग सभी स्थानों पर बारिश की संभावना है। पूर्वी उत्तर प्रदेश पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। 24 और 25 अगस्त को पश्चिमी यूपी के कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होने की उम्मीद है। सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, हरदोई, सीतापुर, बहराइच, सिद्धार्थनगर, लखनऊ, उन्नाव, कानपुर और आस-पास के इलाकों में बारिश होने की संभावना है। आईएमडी ने उत्तराखंड में 23 अगस्त तक बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है। प्रदेश के कई जिलों में 23 अगस्त को भी गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।
शिव मंदिर के मलबे से एक और शव बरामद, मृतकों की संख्या 78 हुई
20 Aug, 2023 08:14 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शिमला । हिमाचल प्रदेश में बारिश का सिलसिला अभी थमा नहीं है। यहां पिछले दिनों हुए भूस्खलन के दौरान शिमला में शिव मंदिर के मलबे से एक और शव बरामद होने के बाद राज्य में बारिश से जुड़ी घटनाओं में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 78 हो गई। स्थानीय मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है। मृतक की पहचान ईश शर्मा (28) के रूप में हुई है जबकि उनके पिता का शव बृहस्पतिवार को बरामद हुआ था, जो हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में गणित विभाग के अध्यक्ष थे। शिमला के पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने बताया कि प्रदेश में रविवार रात से हुई 78 मौतों से 24 मौत अकेले शिमला में तीन बड़े भूस्खलनों में हुई है। इसमें से 17 लोगों की मौत समर हिल के शिव मंदिर में हुई, वहीं, फागली में पांच लोगों जबकि कृष्णानगर में दो लोगों की जान चली गई।
इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सेना, राष्ट्रीय एवं राज्य आपदा मोचन बल, पुलिस और होम गार्ड द्वारा चलाए जा रहे संयुक्त अभियान में भूस्खलन के मलबे से शवों को निकालने का प्रयास किया जा रहा है। मंदिर के मलबे में कम से कम तीन लोगों के अब भी दबे होने की आशंका है। शिमला में उच्च खतरे वाले क्षेत्रों की पहचान करने और भूस्खलन संभावित स्थानों की निगरानी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। स्थानीय मौसम कार्यालय ने आज और कल भारी से बहुत भारी बारिश के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है जबकि 22 एवं 23 अगस्त के लिए भारी बारिश को लेकर ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है।
मौसम कार्यालय ने चेतावनी दी है कि शिमला, सिरमौर और चंबा जिलों में अचानक बाढ़ आने का खतरा है। भारी बारिश के कारण भूस्खलन, अचानक बाढ़ और नदियों तथा नालों में जलस्तर में बढ़ोतरी हो सकती है। इसके अलावा, फसलों को नुकसान पहुंच सकता है। बेहद खराब मौसम कि स्थिति के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया जाता है जिसमें यातायात और बिजली सेवा बाधित होने के साथ जीवन को भी खतरा हो सकता है। वहीं, अत्यधिक खराब मौसम का संकेत देने के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया जाता है जिसमें सड़क मार्ग से आवाजाही बाधित होने के साथ बिजली आपूर्ति में रुकावट आ सकती है।
चंद्रयान-3 पहुंचा चांद के बेहद करीब, 23 अगस्त को उतरेगा सतह पर
20 Aug, 2023 07:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । चंद्रयान-3 अब चांद के बेहद करीब पहुंच गया है। यह केवल 25 किमी दूर रह गया है। इसरो ने बताया कि रविवार देर रात जब पूरा देश नींद के आगोश में जा चुका था तब चंद्रयान-3 का विक्रम लैंडर चांद के सबसे करीब पहुंच गया। अब चांद से इसकी दूरी मात्र 25 किलोमीटर रह गई है। चंद्रयान-3 चांद की सतह पर 23 अगस्त को उतरेगा। इसरो की ओर से बताया गया कि रविवार की देर रात विक्रम लैंडर की रफ्तार को दूसरी बार कम किया गया। इस डीबूस्टिंग प्रक्रिया के बाद लैंडर 25 गुना 135 किलोमीटर की कक्षा में पहुंच गया है। यानी चांद की सतह से इसकी अधिकतम दूरी 100 किलोमीटर और न्यूनतम दूरी 25 किलोमीटर रह गई है। इस सबसे कम दूरी से यह 23 अगस्त को शाम 5 बजकर 47 मिनट पर चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने का प्रयास करेगा। इस दौरान इसकी रफ्तार करीब 2 मीटर प्रति सेकेंड के आसपास होगी।
वैज्ञानिकों का मानना आने वाले कुछ क्षण इस मिशन के लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाले है। इस समय चंद्रयान-3 चिंता के आखिरी क्षण वाले चरण में हैं। यह वह समय है जब चंद्रयान-3 अधिक चुनौतीपूर्ण स्थिति में पहुंच गया है। हालांकि इसरो का कहना है कि अभी तक सब कुछ तय कार्यक्रम के हिसाब से चल रहा है। वैज्ञानिकों ने बताया कि किसी भी स्पेस मिशन के अंतिम क्षणों को ‘चिंता के आखिरी क्षण’ की संज्ञा दी जाती है। यह वह समय होता है जब लैंडर और रोवर उस ग्रह की सतह पर लैंड करता है। लैंडर विक्रम को अब अपने दिमाग पूरा इस्तेमाल करना होगा। यह अपने सेंसर और कैमरों की मदद से लैंडिंग की मुफीद जगह तलाशेगा। फिर अपनी रफ्तार को लगभग शून्य कर लेगा। फिर धीरे-धीरे चांद पर इसके चारों पाएं कदम टिकाएंगे। बताया जा रहा कि 12 डिग्री के झुकाव के साथ चांद पर उतरेगा।
अवैध रूप से भारत आई बांग्लादेशी नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म, 4 आरोपी गिरफ्तार
20 Aug, 2023 11:05 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में एक बांग्लादेशी नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में चार युवकों को गिरफ्तार कर पॉक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।
पुलिस के अनुसार, पीड़िता ने दलालों के झांसे में आकर रोजगार के लिए दो अन्य किशोरियों के साथ अवैध रूप से सीमा पार की थी। उत्तर 24 परगना जिले के बागदा थाना क्षेत्र के बनेश्वरपुर बाजार से उन्हें एक युवक कार से कोलकाता ले जा रहा था। रास्ते में बागदा हेलेंचा इलाके के एक पोल्ट्री फार्म में चार युवकों ने एक किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।
इस दौरान दो अन्य किशोरियों ने भागकर गांव में शोर मचाया। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने दो आरोपियों को दबोचकर बागदा पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पुलिस ने तलाशी अभियान चलाकर अन्य दो आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया।
भारत ने ग्रीन हाइड्रोजन की परिभाषा की घोषणा की
20 Aug, 2023 10:49 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन की प्रगति के लिए एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में, सरकार ने भारत के लिए हरित हाइड्रोजन मानक को अधिसूचित कर दिया है। भारत सरकार के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) द्वारा जारी मानक में उन उत्सर्जन सीमाओं के बारे में बताया गया है जिनका पालन नवीकरणीय स्रोतों से उत्पादित हाइड्रोजन को ‘हरित’ के रूप में वर्गीकृत करने के लिए किया जाना चाहिए। परिभाषा के दायरे में इलेक्ट्रोलिसिस-आधारित और बायोमास-आधारित हाइड्रोजन उत्पादन विधियां शामिल हैं।
कई हितधारकों के साथ चर्चा के बाद, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने ग्रीन हाइड्रोजन को 2 किलोग्राम सीओ2 इक्विवैलेंट/किग्रा एच2 से अधिक वेल-टू-गेट उत्सर्जन (यानी, जल उपचार, इलेक्ट्रोलिसिस, गैस शोधन, सुखाने और हाइड्रोजन के संपीड़न सहित) नहीं होने के रूप में परिभाषित करने का निर्णय लिया है। नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा हरित हाइड्रोजन और इसके डेरिवेटिव की माप, रिपोर्टिंग, निगरानी, ऑन-साइट सत्यापन और प्रमाणन के लिए एक विस्तृत पद्धति निर्दिष्ट की जाएगी।
अधिसूचना में यह भी निर्दिष्ट किया गया है कि ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई), विद्युत मंत्रालय ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन परियोजनाओं के लिए निगरानी, सत्यापन और प्रमाणन के लिए एजेंसियों की मान्यता के लिए नोडल प्राधिकरण होगा। ग्रीन हाइड्रोजन मानक की अधिसूचना से भारत में ग्रीन हाइड्रोजन क्षेत्र में और अधिक स्पष्टता आएगी और व्यापक रूप से इस अधिसूचना का इंतजार किया जा रहा था। इस अधिसूचना के साथ, भारत ग्रीन हाइड्रोजन की परिभाषा की घोषणा करने वाले दुनिया के कुछ शुरुआती देशों में से एक बन गया है।
Chandrayaan-3: चांद से महज 25 किलोमीटर दूर लैंडर विक्रम..
20 Aug, 2023 10:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) मिशन ने सफलतापूर्वक अंतिम डीबूस्टिंग चरण पूरा कर लिया है। जिसके बाद चंद्रयान-3 की चांद की सतह से दूरी महज 25 किलोमीटर रह गई है। इसरो ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है। इसरो ने बताया कि अब लैंडर मॉड्यूल की आंतरिक जांच की जाएगी और चांद पर उतरने की तय साइट पर अब बस सूरज के निकलने का इंतजार किया जा रहा है। इसरो ने बताया कि लैंडर मॉड्यूल 23 अगस्त 2023 को शाम करीब 5.45 बजे चांद की सतह पर उतर सकता है।
चांद पर एक दिन पृथ्वी के 14 दिनों के बराबर होता है। अभी चांद पर रात है और 23 अगस्त को सूरज निकलेगा। यही वजह है कि दिन की रोशनी में ही लैंडर चांद की सतह पर उतरने की कोशिश करेगा ताकि रोवर बेहतर तरीके से वहां रिसर्च कर सके और बेहतर तस्वीरें भेज सके। भारत का चंद्रयान-3 मिशन चांद की सतह पर पानी की खोज करेगा, साथ ही चांद पर रसायनिक विश्लेषण भी करेगा। चांद की सतह पर चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग के साथ ही इसरो इतिहास रच देगा।
बता दें कि चंद्रयान-3 मिशन का बजट करीब 615 करोड़ रुपये का है। इसरो चेयरमैन ने बताया कि चंद्रयान के लैंडर मॉड्यूल को चांद पर लैंड कराने में सबसे बड़ी चुनौती उसे लैंडिंग से पहले मोड़ना है। उन्होंने बताया कि जब लैंडर चांद की सतह पर लैंड करने के लिए उतरेगा तो वह क्षैतिज अवस्था में होगा लेकिन उसे लैंडिंग से पहले 90 डिग्री सेल्सियस पर मोड़कर लंबवत करना होगा। अगर यह सफलतापूर्वक हो गया लैंडर की चांद पर सफल लैंडिंग के चांस बढ़ जाएंगे।
Covid-19: कोरोना के नए वेरिएंट ने फिर बढ़ाई लोगों की चिंता..
20 Aug, 2023 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कोरोना वायरस के एक नए और उच्च म्यूटेटेड वैरिएंट का वैज्ञानिकों ने पता लगाया है। इस वैरिएंट को बीए.2.86 नाम दिया गया है। कोरोना के इस वैरिएंट को लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने गहरी चिंता जाहिर की है। बता दें कि जुलाई के अंत से अब तक इस वैरिएंट के चार अलग-अलग देशों में मरीज मिल चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कोरोना के नए वैरिएंट बीए.2.86 का एक-एक मरीज अमेरिका, ब्रिटेन और इस्राइल में मिल चुका है। वहीं डेनमार्क में इस वैरिएंट से संक्रमित तीन मरीज मिले हैं।
कोरोना गाइडलाइंस का पालन करने की अपील
वैज्ञानिक इस वैरिएंट पर करीब से नजर रखे हुए हैं। इसकी वजह ये है कि इस वैरिएंट में 36 म्युटेशन दिखे हैं, जो इसे कोरोना के मौजूदा प्रभावी कोरोना वैरिएंट एक्सबीबी.1.5 से इसे अलग करते हैं। हालांकि अभी तक इस बात के सबूत नहीं मिले हैं कि कोरोना का यह नया वैरिएंट तेजी से फैलता है और लोगों को गंभीर रूप से बीमार करता है लेकिन अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन सेंटर ने नए वैरिएंट को देखते हुए लोगों को कोरोना गाइडलाइंस का पालन करने की अपील की है।
हाल ही में अमेरिका, यूरोप और एशिया में कोरोना के मामले बढ़े हैं और अधिकतर मरीजों में कोरोना के ओमिक्रोन के ईजी.5 सबवैरिएंट का संक्रमण मिला है। ओमिक्रोन वैरिएंट पहली बार नवंबर 2021 में मिला था और उस दौरान अमेरिका में कोरोना संक्रमित होने वाले लोगों में 17 प्रतिशत मरीज ओमिक्रोन वैरिएंट से संक्रमित हुए। अभी कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या में इजाफा हुआ है लेकिन राहत की बात ये है कि अस्पताल में भर्ती होने वाले लोग अभी काफी कम हैं लेकिन बीए.2.86 को लेकर आशंका जताई जा रही है कि इससे संक्रमित मरीज गंभीर रूप से बीमार हो सकते हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने गर्भवती दुष्कर्म पीड़िता मामले में गुजरात हाईकोर्ट को लगाई फटकार
20 Aug, 2023 08:48 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद | सुप्रीम कोर्ट ने 28 सप्ताह की गर्भवती दुष्कर्म पीड़िता के केस में गुजरात हाईकोर्ट को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि जब ऐसे मामले में एक एक दिन अहम तब 12 दिन बाद सुनवाई की तारीख कैसे तय की गई| दरअसल गुजरात हाईकोर्ट में 7 अगस्त को दुष्कर्मी पीड़िता की ओर अबॉर्शन याचिका दाखिल की गई थी| हाईकोर्ट ने 8 अगस्त को मामले की सुनवाई की और तत्काल एक मेडिकल बोर्ड गठित कर गर्भावस्था की स्थिति का पता लगाने का आदेश दिया था| बोर्ड ने 10 अगस्त को अपनी रिपोर्ट गुजरात हाईकोर्ट को सौंप दी| 11 अगस्त को हाईकोर्ट ने रिपोर्ट को रिकार्ड पर तो ले लिया, परंतु मामले की सुनवाई 23 अगस्त पर टाल दी| गुजरात हाईकोर्ट के इसी रुख पर सख्त ऐतराज जताते हुए सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस बीवी नागरत्ना ने कहा कि इस मामले में तत्काल सुनवाई की जानी चाहिए थी| हाईकोर्ट को फटकार लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस केस को सुनते हुए सेंस ऑफ अर्जेंसी दिखनी चाहिए थी, जिसका अभाव है| ऐसे मामले में कोर्ट कैसे की फैसला दिए बिना ही 12 दिन बाद सुनवाई की तारीख तय कर सकता है| याचिकाकर्ता के वकील ने बताया कि पीड़िता 27 सप्ताह 2 दिन की गर्भवती है और जल्द ही 28 सप्ताह में पहुंच जाएगी| इस जस्टिस नागरत्ना ने कहा कि बहुत ही बहुमूल्य समय नष्ट हो चुका है| अभी तक 17 अगस्त का आदेश तक अपलोड नहीं किया गया है| जस्टिस नागरत्ना ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के सेक्रेटरी को गुजरात हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल से पूछताछ करने का निर्देश देते हैं| सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई 21 अगस्त को करेगी|
चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 की लैंडिंग 23 अगस्त को होने की उम्मीद
20 Aug, 2023 08:46 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने कहा कि चंद्रयान-3 मिशन सफल होगा। चंद्रयान-3 सुचारू रूप से आगे बढ़ रहा है और चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर इसकी लैंडिंग 23 अगस्त को होने की उम्मीद है।
मिशन की सफलता भारत को यह उपलब्धि हासिल करने वाला विश्व स्तर पर चौथा देश बना देगी, जो संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस और चीन की कतार में शामिल हो जाएगा। इसरो के अनुसार, विक्रम एलएम (लैंडर मॉड्यूल) सफलतापूर्वक डीबूस्टिंग ऑपरेशन कर चुका है जिससे इसकी कक्षा 113 किमी x 157 किमी तक कम हो गई है।
इसरो ने एक बयान में कहा कि अगला डीबूस्टिंग ऑपरेशन 20 अगस्त, 2023 के लिए निर्धारित है, जहां लैंडर चंद्रमा से अपने निकटतम बिंदु (पेरिल्यून) 30 किमी और सबसे दूर बिंदु (अपोल्यून) 100 किमी की कक्षा में पहुंचेगा।चंद्रयान-3 की यात्रा 14 जुलाई, 2023 को शुरू हुई, जब इसे जीएसएलवी मार्क 3 (एलवीएम 3) हेवी-लिफ्ट लॉन्च वाहन का उपयोग करके श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया था।
कोविड-19 महामारी के कारण देरी का सामना करने के बावजूद, मिशन कायम रहा है और अब अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने की कगार पर है। मिशन के उद्देश्यों में सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग, चंद्रमा की सतह का रोवर अन्वेषण और इन-सीटू वैज्ञानिक प्रयोग शामिल हैं। 2019 में लॉन्च किए गए चंद्रयान -2 को अपने सॉफ्ट लैंडिंग प्रयास के दौरान चुनौतियों का सामना करना पड़ा था लेकिन फिर भी इसने चंद्रमा की सतह पर पानी की बर्फ का पता लगाने जैसे मूल्यवान डेटा इकट्ठा किया था।
ब्रिक्स में शामिल होने ईरान के राष्ट्रपति ने की पीएम मोदी से बात
19 Aug, 2023 07:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । ब्रिक्स के विस्तार सहित बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग हसिल करने के लिए ईरान ने ब्रिक्स में शामिल होने के लिए पीएम मोदी से बात की है। जानकारी के अनुसार रूस और चीन जैसे देश ब्रिक्स का विस्तार चाह रहे हैं। हालांकि, भारत की इसमें दिलचस्पी नहीं है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिक्स में शामिल होने की चाह रखने वाले ईरान के राष्ट्रपति सैय्यद इब्राहिम रायसी से बात की है। भारत के विदेश मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी है। विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि प्रधानमंत्री ने इस बात पर गौर किया कि भारत-ईरान संबंध करीबी ऐतिहासिक और सभ्यतागत संबंधों पर आधारित है। लोगों के बीच मजबूत संपर्क भी इसमें शामिल है। दोनों नेताओं ने कनेक्टिविटी हब के रूप में चाबहार बंदरगाह की पूरी क्षमता का उपयोग करने के साथ-साथ द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। दोनों नेताओं ने ब्रिक्स के विस्तार सहित बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग पर भी चर्चा की। दोनों देश दक्षिण अफ्रीका में आगामी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर अपनी बैठक के लिए उत्सुक हैं। दोनों नेताओं के बीच यह बातचीत ऐसे समय हुई है जब अगले हफ्ते दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन होने वाला है। इसके एजेंडे में ईरान सहित कई नए देशों को ब्रिक्स में शामिल करना शामिल है।
हालांकि लगभग 40 देशों ने कथित तौर पर ब्रिक्स में शामिल होने में रुचि व्यक्त की है। कहा जाता है कि देशों की इस सूची में सऊदी अरब, अर्जेंटीना, कजाकिस्तान, कोमोरोस और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) भी शामिल है। भारत ने इस कदम का विरोध नहीं किया है, लेकिन उसने बार-बार इस बात पर जोर दिया है कि ब्रिक्स के विस्तार के लिए आवेदनों पर विचार करने और उन्हें मंजूरी देने के लिए तंत्र अभी तक विकसित नहीं किया गया है। इसलिए भारत इसके विस्तार पर आगे बढ़ने के लिए इच्छुक नहीं है। इस चिंता को देखते हुए कि चीन ब्रिक्स की सदस्यता में और अधिक देशों को शामिल करने पर विचार कर रहा है जो पश्चिम देशों को लेकर संशयवादी विश्वदृष्टिकोण रखते हैं।
करण सांगवान अपने बयान पर कायम, नहीं है किसी भी राजनीतिक दल से संबंध
19 Aug, 2023 06:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । टीचर करण सांगवान अपने बयान पर अब भी कायम है, उन्होंने कहा है कि उनका किसी भी राजनीतिक दल से कोई संबंध नहीं है। ऑनलाइन एजुकेशन प्लेटफॉर्म अनअकेडमी द्वारा नौकरी से निकाले गए टीचर करण सांगवान ने स्पष्ट कहा है कि वह अपने उस बयान पर कायम हैं, जिसमें उन्होंने छात्रों से अच्छे शिक्षित नेताओं को वोट देने के लिए कहा था। सोशल मीडिया पर अपनी टिप्पणी का एक वीडियो क्लिप वायरल होने के बाद विवादों में आए सांगवान ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह यूट्यूब पर मुफ्त में पढ़ाना जारी रखेंगे। सांगवान ने बताया कि मुझे नहीं पता था कि वीडियो क्लिप को वायरल किया जाएगा और गलत तरीके से पेश किया जाएगा। जिस तरह से इसे सोशल मीडिया पर शेयर किया है, उसमें मुझे गलत बताया गया।
गौरतलब है कि वायरल हुई वीडियो क्लिप में करण सांगवान देश में आपराधिक न्याय प्रणाली में सुधार के लिए सरकार द्वारा लाए गए हालिया बिलों पर चर्चा करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसमें वह कह रहे हैं कि मुझे समझ नहीं आ रहा है कि मैं रोऊं या हंसूं। क्योंकि मेरे पास भी मेरे बेयर एक्ट्स हैं, बहुत सारे केस लोड हैं, बहुत सारे नोट्स हमने भी बनाए थे। बहुत मेहनत करते है। आप लोगों को भी काम मिल गया। एक चीज याद रखना। अगली बार जब भी अपना वोट दो, किसी पढ़े-लिखे इंसान को अपना वोट देना। ताकि ये सबकुछ जीवन में दोबारा न झेलना पड़ा। ऐसे इंसान को चुनें जो पढ़ा-लिखा हो, जो समझ सके चीजों को। सिर्फ ऐसे इंसान को न चुनें, जिनको सिर्फ बदलना आता हो, नाम चेंज करना आता हो। तो अपना फैसला सही से लें।
इस बयान पर सांगवान ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि मैंने एक सामान्य बयान दिया है। मैं लोगों को सही तरीके से मार्गदर्शन कर सकता हूं। मैं शिक्षित लोग चाहता हूं। शिक्षा वह नहीं है जो लोग क्लास में पढ़ते हैं। मैंने अपनी क्लास में जो सीखा है, वही पढ़ा रहा हूं। अनअकेडमी के साथ कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने के बारे में पूछे जाने पर सांगवान ने कहा कि ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म ने अपने समझौते में उल्लेख किया है कि कोई राजनीतिक बयान नहीं हो सकता है, लेकिन राजनीतिक बयान क्या है इसकी कोई परिभाषा नहीं है। मैंने किसी नाम या पार्टी का जिक्र नहीं किया। एक ईमेल में, उन्होंने (अनएकेडमी ने) मुझे एक ट्वीट भेजा। उन्होंने उल्लेख किया कि उनकी गुडविल खराब हुई है।
मामा हो तो ऐसा : जुड़वा भांजियों के लिए चंद्रमा पर खरीदी एक एकड़ जमीन
19 Aug, 2023 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सूरत | एक जमाना था जब बेहद कोमल सी भावनाएं जुड़ी रहती थी मामा से| हर प्यारी चीज मामा से जोड़ दी जाती थी| बेहद प्यारे मामा से भांजा-भांजियों को काफी लगाव होता था| आज के आधुनिक युग में भी कुछ लोग ऐसे हैं जो इस प्यारे रिश्ते काफी महत्व देते हैं| सूरत में एक मामा ने अपने दो भांजियों के लिए चंद्रमा पर एक एकड़ जमीन कर सिद्ध कर दिया है कि उसके जीवन में इन रिश्तों का कितना महत्व है| सूरत के सरथाणा क्षेत्र निवासी और डिजिटल मार्केटिंग से जुड़े ब्रिजेश वेकरिया के यहां एक नहीं दो बेटियों का जन्म होने से परिवार में खुशी छा गई| जुड़वा भांजियों के जन्म के बाद ब्रिजेश वेकरिया ने उनके लिए चंद्रमा पर एक एकड़ जमीन खरीद ली है| आज तक चंद्रमा पर इतनी छोटी आयु के जुड़वा बच्चों के नाम कोई जमीन नहीं है| लेकिन ब्रिजेश वेकरिया ने अपनी जुड़वा भांजियों के लिए चंद्रमा पर एक एकड़ जमीन खरीद कर एक रिकार्ड बना दिया| ब्रिजेश वेकरिया ने अपनी बहन दया से दोनों भांजियों के दस्तावेज लेकर अमेरिका स्थित लुनार लैन्डर्स नामक कंपनी में चंद्रमा पर जमीन खरीदने के लिए आवेदन किया था| कंपनी के आवेदन स्वीकार करने से ब्रिजेश वेकरिया की दोनों भांजिया चंद्रमा पर जमीन की मालिक बन गई हैं| चंद्रमा पर जमीन खरीदने के बारे में कई वेबसाइट हैं| ये सभी वेबसाइट चंद्रमा पर जमीन बेचने का दावा करती हैं| लेकिन चंद्रमा पर जमीन किससे खरीदने यह काफी महत्वपूर्ण है| सूरत के ब्रिजेश वेकरिया इस बारे में काफी रिसर्च किया और उसके बाद पता चला कि अमेरिका स्थित लुनार लैंडर्स कंपनी के माध्यम से चंद्रमा पर जमीन खरीदी जा सकती है| ब्रिजेश पटेल ने तीन महीने तक कंपनी के साथ मेइल के जरिए बातचीत की और विश्वास होने के बाद चंद्रमा पर जमीन खरीदी| ब्रिजेश ने चंद्रमा पर जो जमीन खरीदी है वह अमेरिका की लुनार सोसायटी के क्षेत्र की मानी जाती है| इसके अंतर्गत कोई भी व्यक्ति अंतरिक्ष में अपना दावा नहीं कर सकता|
भारी बारिश से उत्तराखंड के हालात फिर बिगड़े, पहाड़ों का धसकना जारी
19 Aug, 2023 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चमोली । भारी बारिश से उत्तराखंड में हालात बेकाबू हो रहे हैं। यहां लैंडस्लाइड के कारण भयावह आपदा आई हुई है। उत्तराखंड के मैदान से लेकर पहाड़ तक हर ओर सिर्फ तबाही के ही मंजर देखने को मिल रहे हैं। एक ओर मैदान जहां बाढ़ जैसे हालातों से जूझ रहे हैं, वहीं पहाड़ पर अतिवृष्टि और आपदा से तीवन दुरूह हुआ है। यहां की ज्यादातर सड़कें टूटी हैं। पहाड़ जगह-जगह से दरक रहे हैं। मोटरपुल से लेकर पुलिया इस भयावह आपदा की चपेट मे बह गये हैं। लोग डर के साये जी रहे हैं। आमजन का जीवन दुष्कर हो चला है। कुलिंग और वाण के बीच 100 मीटर से अधिक सड़क वाश आउट हो गई। प्रशासन की मुस्तैदी और उपजिलाधिकारी थराली रविन्द्र जुवाठा के नेतृत्व में जिला आपदा रेस्क्यू फोर्स ने कड़ी मशक्कत के बाद यहां पर लोहे के पोल डालकर आवाजाही योग्य बनाया। इस घटना को लेकर एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। इसे देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि पहाड़ मे आपदा के बाद किस तरह जन सामान्य को मुसीबतो का सामना करना पड़ रहा है। कैसे ग्रामीण वाण गांव की एक गर्भवती महिला को जान जोखिम में डालकर लोहे के इन खम्भो के जरिए रास्ता पार करा रहे हैं।
बाढ़ का कहर यहां व्याप्त है, वहीं वाण के जिला पंचायत सदस्य कृष्णा बिष्ट और लाटू धाम मंदिर समिति के अध्यक्ष कृष्णा बिष्ट ने बताया कि ग्रामीणों ने जान जोखिम में डालकर जैसे तैसे महिला को अस्पताल तक पहुंचाया। ये वीडियो सोशल मीडिया तक ट्रेंड करने लगा कि पहाड़ मे आपदा के बाद किस तरह के हालात बने हुए हैं। कैसे लोग जान जोखिम में डालकर आवाजाही को मजबूर है। इस तरह से यहां हालात सामान्य होने में अभी काफी वक्त लगेगा।