देश (ऑर्काइव)
वायु प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट के रुख का असर
8 Nov, 2023 07:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । देश की राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण की समस्या को लेकर सुप्रीम कोर्ट के सख्त रुख के बाद केंद्रीय और स्टेट एजेंसियां हरकत में आ गई हैं। शीर्ष अदालत की स्मॉग टावर को लेकर तल्ख टिप्पणी के बाद कनाट प्लेस स्थित टावर को फिर से चालू कर दिया है। इस टावर का निर्माण साल 2021 में शीर्ष अदालत के आदेश पर हुआ था। सुप्रीम कोर्ट ने स्मॉग टॉवर की मरम्मत करने का निर्देश सरकार को दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि दिल्ली में हवा की गुणवत्ता लगातार गंभीर श्रेणी में बनी हुई है। इस बात को ध्यान में रखते हुए स्मॉग टावर का चालू करना जरूरी है। दरअसल, वायू प्रदूषण पर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट का आदेश आने के बाद दिल्ली सरकार ने कनॉट प्लेस में लगे स्मॉग टावर का निरीक्षण करने के लिए बुधवार को एक टीम भेजी थी। मैकेनिकल टीम बुधवार सुबह से इसे चालू के काम में जुटी थी। टीम ने स्मॉग टावर को फिर से चालू कर दिया है। बता दें कि दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के अध्यक्ष और आईएएस अश्वनी कुमार ने एकतरफा फैसला लेते हुए कनाट प्लेस स्थित स्मॉग टावर को बंद कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को इसे चालू करने का निर्देश दिया था। उसके बाद एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली सरकार के अधिकारियों की एक टीम को स्मॉग टावर के निरीक्षण के लिए भेजा गया है, जो सुनिश्चित करेगी कि टावर फिर से काम करे। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने हाल ही में मीडिया को जानकारी दी थी केंद्र के इशारे पर डीपीसीसी अध्यक्ष अश्वनी कुमार ने स्मॉग टावर को बंद कर दिया है। इतना ही नहीं डीपीसीसी ने आईआईटी-बॉम्बे और दूसरी एजेंसियों को दी जाने वाली धन राशि पर सरकार को सूचित किए बिना रोक लगा दी थी। सीएम अरविंद केजरीवाल ने 23 अगस्त, 2021 को कनॉट प्लेस में 24 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले स्मॉग टॉवर का उद्घाटन किया था।
गिरफ्तार आईएस आतंकियों के खुलासे पर एएमयू के कई छात्र निशाने पर
8 Nov, 2023 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । उत्तरप्रदेश एटीएस द्वारा अलीगढ़ जनपद से गिरफ्तार आतंकी संगठन आईएसआईएस के दो आतंकी अब्दुल्ला अर्सलान और माज बिन तारीक से पूछताछ में गहरी साजिश का खुलासा हुआ है। देश में हिंसक वारदातों को अंजाम देने को लेकर हथियार और गोलाबारुद एकत्रित कर रहे इन दोनों के संबंध से अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से जुड़े हुए कुछ और छात्र भी एटीएस की रडार पर आ गए हैं।
एटीएस को जांच में पता चला है कि आईएस का पुणे मॉड्यूल यूपी के 6 जिलों में अपनी जड़ें जमा रहा था और इस मॉड्यूल के सदस्य अलीगढ़ के अलावा संभल, प्रयागराज, लखनऊ, रामपुर, कौशांबी जैसे जिलों में सक्रिय हैं। जानकारी के मुताबिक देश में शरिया कानून को स्थापित करने के तहत यह मॉड्यूल देश में बड़ी वारदात जैसे कैमिकल अटेक को अंजाम देने के लिए असलहा और गोला बारूद भी एकत्र कर रहा था। इस संगठन से जुड़े हुए लोग अलग-अलग सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से भारत सरकार के खिलाफ तमाम नफरत का सामान पोस्ट करते थे। जिससे देश में वैमनस्यता फैल सके।
एटीएस की जांच में कुछ और तथ्य निकल के सामने आए हैं कि आईएस के पुणे मॉड्यूल के आतंकी रहे शाहनवाज और रिजवान अली का इन दोनों से काफी गहरा संपर्क है। प्रयागराज का रिजवान अशरफ स्टूडेंट ऑफ अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी संगठन के माध्यम से इन सभी से जुड़ा है। इसके अलावा दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार शाहनवाज और रिजवान अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कई छात्रों और कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर आईएस के लिए काम कर रहे हैं। जानकारी में यह भी पता चला है कि रिजवान ने कई लोगों को आईएस की शपथ दिलाई थी। इसके साथ ही कई छात्रों को भी आईएस से जोड़ने के लिए यह लोग लगातार प्रोत्साहित करते थे। ये सभी सुरक्षा एजेंसियों से बचने के लिए गोपनीय तरीके से एक दूसरे से संपर्क करते थे। एटीएस फिलहाल अलग-अलग जगह पर छापेमारी कर रही है।
बीकानेर और साईनगर शिर्डी के बीच त्यौहार विशेष ट्रेन सेवाएं
8 Nov, 2023 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। दिवाली/पूजा/छठ त्योहार के दौरान यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को कम करने के लिए रेलवे बीकानेर और साईंनगर शिर्डी के बीच 14 साप्ताहिक त्योहार विशेष ट्रेनें चलाएगा। विवरण इस प्रकार हैं:
04715 साप्ताहिक त्यौहार विशेष दिनांक 18.11.2023 से 30.12.2023 (7 ट्रिप) तक प्रत्येक शनिवार को बीकानेर से 12.10 बजे प्रस्थान करेगी और अगले दिन शाम 7 बजे साईंनगर शिर्डी पहुंचेगी। 04716 साप्ताहिक त्यौहार विशेष दिनांक 19.11.2023 से 31.12.2023 (7 ट्रिप) तक प्रत्येक रविवार को साईनगर शिर्डी से 19.35 बजे प्रस्थान करेगी और तीसरे दिन 5.00 बजे बीकानेर पहुंचेगी। ठहराव: श्री डोंगरगढ़, राजलदेसर, रतनगढ़, चूरू, फतेहपुर शेखावाटी, लक्ष्मणगढ़ सीकर, सीकर, रींगस, देहर का बालाजी, जयपुर, दुर्गापुरा, सवाई माधोपुर, कोटा, रामगंज मंडी, शामगढ़, नागदा, उज्जैन, संत हिरदाराम नगर, भोपाल, इटारसी , हरदा, खंडवा, भुसावल और मनमाड। संरचना: 20 आईसीएफ कोच इस प्रकार हैं- एक वातानुकूलित 2-टियर, दो वातानुकूलित 3-टियर, 11 शयनयान श्रेणी, 6 सामान्य द्वितीय श्रेणी जिसमें गार्ड की ब्रेक वैन भी शामिल है। आरक्षण: ट्रेन संख्या 04716 विशेष की यात्राओं के लिए बुकिंग दिनांक 10.11.2023 को सभी कम्प्यूटरीकृत आरक्षण केंद्रों और वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.आईआरसीटीसी.को.इन पर खुलेगी। विस्तृत समय और ठहराव की जानकारी हेतु कृपया डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.इन्क्वारी.इंडियनरेल.जीओवी.इन पर देखें या एनटीईएस ऐप डाउनलोड करें।
पुंछ में सीमा रेखा के पास भारतीय सैनिक की मौत
8 Nov, 2023 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जम्मू । जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास ड्यूटी के दौरान मंगलवार को एक सैनिक की मौत हो गई। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि नायक रोहन पटेल पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा के पास ड्यूटी के दौरान बेहोश हो गए। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने कहा कि उनकी मौत हो गई है। सूत्रों ने कहा, चिकित्सा-कानूनी कार्यवाही शुरू कर दी गई है।
लोगों के बीच कमलनाथ- दिग्विजय, जय-वीरू से मशहूर
8 Nov, 2023 10:08 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्यप्रदेश की जनता पूरी समझ और विवेक के साथ अपने मत का प्रयोग करने का निर्णय ले चुकी है। कांग्रेस के झांसे लोगों को प्रभावित नहीं कर पा रहे हैं। लंबे समय से पार्टी के नेता लोगों के बीच जाकर भाजपा की नाकामी और झूठे वादों से लोगों को आर्कषित करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन शोले फिल्म की मौसी तरह मध्यप्रदेश की जनता भी अपने फैसले पर अडिग है और किसी भी सूरत में ऐसी पार्टी को वोट देने के मूड में नहीं है, जो जनता और गरीबों की हितैषी न हो। मध्यप्रदेश ने विकास को चुनने का पूरा मन बना लिया है, जिसका प्रमाण आगामी विधानसभा चुनावों के परिणाम से सामने भी जा जाएगा।
मध्यप्रदेश की जनता के बीच कांग्रेस के दो दिग्गज नेता दिग्विजय और कमलनाथ शोले फिल्म के जय-वीरू के नाम से मशहूर हो रहे हैं, जो जनता के बीच जाकर खुद जनता हितैषी होने का दिखावा तो करते हैं लेकिन असलियत कुछ और है। शोले फिल्म की मौसी की तरह की मध्य प्रदेश की जनता भी जय द्वारा की गई वीरू की झूठी तारीफ को अच्छी तरह जान चुकी है और अपने मत का प्रयोग बहुत समझदारी से करने का मन बना चुकी है। जनता विकास पसंद, गरीबों की हितैषी पार्टी के लिए ही अपने मतदान के अधिकार का प्रयोग करेगी। कुल मिलाकर जय-वीरू के झूठे वादे जनता को प्रभावित नहीं कर पाएंगे।
भारतीयों में अमेरिकी वीजा की जबरदस्त मांग
8 Nov, 2023 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । भारतीयों में अमेरिकी वीजा की जबरदस्त मांग रहती है। इसकी वजह से अमेरिकी वीजा के लिए भारतीयों को लंबा इंतजार करना होता है। यही वजह है कि अमेरिका की सरकार ने कई ऐसे कदम उठाए हैं, जिनसे भारतीयों को अमेरिकी वीजा जारी करने में तेजी लायी जा सके। इसी पहल के तहत सोमवार को भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी खुद दिल्ली स्थित यूएस मिशन पहुंचे और वहां के कामकाज को देखा।
अमेरिकी दूतावास ने बयान जारी कर बताया कि अमेरिकी राजदूत सुपर शनिवार को बतौर स्पेशल गेस्ट यूएस मिशन पहुंचे और वीजा आवेदकों की मदद की। अमेरिकी दूतावास ने सोशल मीडिया पर साझा की एक पोस्ट में लिखा कि नई दिल्ली में हमारी काउंसुलर टीम इस वीकेंड जल्दी काम में जुट गई ताकि अमेरिकी विजीटर वीजा की अभूतपूर्व मांग को पूरा किया जा सके। इस दौरान विशेष मेहमान के तौर पर राजदूत एरिक गार्सेटी ने अतिरिक्त वीजा आवेदकों की मदद की।
राजदूत एरिक गार्सेटी ने इसे लेकर उत्साह जाहिर किया और कहा कि काउंसुलर टीम के साथ काम करके उन्हें अच्छा लगा। बता दें कि भारतीयों में अमेरिकी वीजा की मांग कितनी है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है जुलाई-अगस्त में ही 90 हजार भारतीय छात्रों को अमेरिका का वीजा जारी किया गया है। इसका मतलब ये है कि अमेरिका द्वारा पूरी दुनिया में जारी किए गए कुल छात्र वीजा में से हर चार में एक वीजा भारतीय छात्र को जारी किया गया है।
दो बहनों ने किया समलैंगिक विवाह, कहा- साथ जियेंगे साथ मरेंगे
8 Nov, 2023 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना । सुप्रीम कोर्ट ने समलैंगिक विवाह को गलत माना और इसलिए इसे कानूनी मान्यता देने से इंकार कर दिया, लेकिन समाज में कुछ ऐसे लोग मिल ही जाते हैं जो जबरन ऐसी जिंदगी जीना चाहते हैं। कुछ ऐसा ही मामला राजधानी पटना में देखने को मिला, जहां दो मौसेरी बहनें निकाह कर एक साथ रह रही हैं। उनका कहना है कि हमदोनों आजीवन एक साथ रहना चाहते हैं। अपने बारे में जानकारी देते हुए इन्होंने खुद को सीवान जिला के अहमद थाना क्षेत्र के एचएच नगर निवासी खुर्शीद अहमद की बेटी निवासी रोशनी खातून (21) और तरवार थाना क्षेत्र के मंजूर आलम की बेटी तराना खातून (18) है, जो पटना में एक साथ पति-पत्नी की तरह रह रही हैं।
परिजनों का कहना है कि यह दोनों सीवान से भागकर पटना में एक साथ रहने लगी। इनकी मर्जी की जानकारी मिलने के बाद परिजनों ने इस बात पर आपत्ति जाहिर की थी, लेकिन इन दोनों पर समलैंगिक विवाह करने का पागलपन सवार था। दोनों का कहना है कि हमलोग एक धर्म के हैं आपस में रिश्तेदार भी हैं फिर उन्हें ऐसा करने में परेशानी क्या है। हमलोगों ने निकाह कर लिया है और अब एक दूसरे से अलग नहीं रह सकते।
कमलनाथ को सताए अपने गढ़ में भाजपा की सेंध का डर !?
8 Nov, 2023 08:55 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्यप्रदेश में जीत और कमलनाथ को उनके ही गढ़ छिंदवाड़ा में घेरने के लिए भाजपा ने तैयारी कर ली है। इसके लिए गृहमंत्री अमित शाह ने मास्टर प्लान बना लिया है। खबर यह भी है कि कमलनाथ को हार का डर अभी से ही सताने लगा है, जिसके चलते उन्होंने छिंदवाड़ा में डेरा जमा लिया है।
मीडिया की खबरों के अनुसार, मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ के अजेय गढ़ छिंदवाड़ा जिले की सात सीटों पर कांग्रेस काबिज है। छिंदवाड़ा सीट से खुद कमलनाथ चुनाव मैदान में हैं। कांग्रेस के इस गढ़ को भेदने के लिए भाजपा ने ताकत झोंक रखी है। पार्टी ने इसे आकांक्षी सीट के रूप में चुना है, जहां चुनाव से काफी पहले से पार्टी के बड़े नेताओं के दौरे होते रहे हैं।
अब समय विधानसभा चुनाव का है तो नेताओं के दौरे बढ़ गए हैं। दूसरे राज्यों के नेता लगातार कैंप कर रहे हैं। इस क्षेत्र में बिहार व उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल मूल के मतदाता भी हैं, जिन्हें साधने के लिए बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी को जिम्मेदारी दी गई है।
प्रदेश कांग्रेस अनाथ, छिंदवाड़ा पहुंचे कमलनाथ
उधर खबर यह भी है कि छिंदवाड़ा शहर एवं जिले के 6 अन्य विधानसभा क्षेत्रों से आ रही कांग्रेस प्रत्याशियों की संभावित हार की आ रही खबरों से परेशान होकर तथा विभिन्न सर्वे की रिपोर्ट को देखकर कमलनाथ ने प्रदेश कांग्रेस को अनाथ छोड़ अपने साम्राज्य छिंदवाड़ा को बचाने हेतु 5 दिनों के लिए छिंदवाड़ा में डेरा डाला है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष के रूप में उनके पास पूरे प्रदेश में प्रचार की जिम्मेदारी थी किंतु अपने गृह क्षेत्र में ही भाजपा से पिछड़ने की वजह से प्रदेश को भगवान भरोसे छोड़ कर कमलनाथ अपनी पूरी केम्पेन टीम के साथ छिंदवाड़ा में स्थायी हो गए हैं।
बेटे-बहू पर से छिनी कमान
पहले उन्होंने अपने बेटे नकुलनाथ और बहू प्रिया नाथ पर छिंदवाड़ा जिले में प्रचार की जिम्मेदारी सौंपी थी किंतु नकुलनाथ को लेकर जिले में चल रही नाराजी तथा कांग्रेस के प्रति अनुत्साह से घबराकर अब स्वयं के हाथों में छिंदवाड़ा की कमान ले ली है।
अब यह स्पष्ट हो चुका है कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की बुरी तरह हार रही हैं। तभी तो क्षत्रप अपने अपने क्षेत्रों को बचाने में लगे हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कमलनाथ-दिग्विजय की जोड़ी को बताया जय-वीरू की जोड़ी
8 Nov, 2023 08:31 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चुनाव प्रचार के लिए कांग्रेस के सभी हथकंडे फेल होते नजर आ रहे हैं। कुछ दिन पहले ही कांग्रेस प्रवक्ता और मध्य प्रदेश से कांग्रेस पार्टी के चुनाव प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने दिग्विजय सिंह और कमलनाथ की जोड़ी को जय-वीरू की जोड़ी बताया। वरिष्ठ नेता की ऐसी टिप्पणी से राज्य में पार्टी की काफी किरकिरी हो रही है। सोशल मीडिया पर इस बयान को लेकर काफी मीम्स भी वायरल हो रहे हैं, जिसमें जय-वीरू के गाने “ये दोस्ती हम नहीं छोड़ेंगे” की तर्ज पर ये करप्शनगिरी हम नहीं छोड़ेंगे आदि से कांग्रेस पर तंज कसा जा रहा है। वहीं राजनीतिज्ञ विशेषज्ञ कह रहे हैं कि कांग्रेस के नेता अपने ही बयान से पार्टी की छवि खराब कर रहे हैं, जिसका असर चुनाव परिणामों पर स्पष्ट रूप से दिखाई देगा।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने दिग्विजय सिंह और कमलनाथ को जय-वीरू की जोड़ी कहकर चर्चा का माहौल गर्म कर दिया है। सोशल मीडिया पर वरिष्ठ नेता के इस बयान को काफी ट्रोल किया जा रहा है। मीम्स में शोले के एक गाने का हवाला देते हुए दिग्विजय और कमलनाथ को ‘ये करप्शनगिरी हम नहीं छोड़ेंगे’ गाना गाते हुए दिखाया गया है। सूत्रों की मानें तो मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने अपनी बयानबाजी से खुद अपनी छवि खराब कर ली है, जनता को कांग्रेसी नेताओं की हकीकत पता है। इसलिए वह इस बार के चुनाव में किसी भी झांसे में आने के लिए तैयार नहीं हैं।
रेप के बाद 4 साल की बच्ची की हत्या
8 Nov, 2023 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भुवनेश्वर। भुवनेश्वर में एक चार साल की लडक़ी का कथित तौर पर यौन उत्पीडऩ किया गया और उसकी हत्या कर दी गई। यहां उल्लेखनीय है कि घटना के बाद से नाबालिग लडक़ी का मामा घनिया दास लापता है। यह घटना ओडिशा की राजधानी के एयरफील्ड पुलिस स्टेशन क्षेत्र के अंतर्गत अभिराम स्लम में हुई थी। कथित तौर पर बदमाश ने नाबालिग लडक़ी के साथ बलात्कार करने के बाद उसकी धारदार हथियार से गला काटकर हत्या कर दी थी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने कथित तौर पर आरोपी की तलाश में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है, जिसके बारे में कहा जा रहा है कि वह अपराध को अंजाम देने के बाद भाग गया था।
छत्तीसगढ़ में वोटिंग के बीच IED ब्लास्ट, CRPF का जवान घायल
7 Nov, 2023 08:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Chhattisgarh Election Voting : लोकसभा चुनाव 2024 से पहले सेमीफाइनल माने जा रहे पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव की आज से शुरुआत हो गई है। मंगलवार को दो राज्यों मिजोरम और छत्तीसगढ़ में मतदान है। छत्तीसगढ़ में मतदान शुरू हो चुका है। मतदान के बीच ही नक्सलियों द्वारा आईडी बास्ट किए जाने की भी खबर सामने आई है। छत्तीसगढ़ के सुकमा (Sukma) जिले टोंडामरका इलाके में नक्सलियों द्वारा ये आईईडी ब्लास्ट किया गया है। आईईडी ब्लास्ट में सीआरपीएफ कोबरा बटालियन का एक जवान घायल हो गया। इस आईईडी ब्लास्ट के बारे में जानकारी देते हुए सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि सुकमा के टोंडामरका इलाके में नक्सलियों द्वारा किए गए आईईडी ब्लास्ट में सीआरपीएफ कोबरा बटालियन का एक जवान घायल हो गया। जवान को चुनाव ड्यूटी में तैनात किया गया था।
मिजोरम विधानसभी की 40 सीटों के लिए आज वोटिंग जारी है, जबकि छत्तीसगढ़ में भी पहले चरण के लिए वोटिंग जारी है, जिसमें 20 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। मिजोरम और छत्तीसगढ़ की सीटों पर मतदान के लिए तैयारियां कर ली गई थीं और वोटर सुबह से ही अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए कतार में खड़े दिख रहे हैं। मिजोरम में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 8.57 लाख से अधिक मतदाता 174 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला करेंगे।वहीं, छत्तीसढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग और राजनांदगांव सहित चार अन्य जिलों के 20 सीटों में राज्य के 40,78,681 मतदाता 223 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे।
मोदी ने पहली बार वोट डालने वाले युवाओं को बधाई दी
छत्तीसगढ़ में 20 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। इन बीस सीटों मेंं बस्तर संभाग की 12 और दुर्ग-राजनंदगांव की आठ सीटें शामिल हैं। पहले चरण में 40 लाख से अधिक मतदाता 5,304 मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग करने वाले हैं। वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने भी छत्तीसगढ़ चुनाव को लेकर सोशल मीडिया एक्स पर वोट किया है और पहली बार वोट डालने वाले राज्य के युवाओं को बधाई दी है।पीएम ने कहा “छत्तीसगढ़ में आज लोकतंत्र के पावन उत्सव का दिन है। विधानसभा चुनाव के पहले चरण के सभी मतदाताओं से मेरा अनुरोध है कि वे अपना वोट जरूर डालें और इस उत्सव के भागीदार बनें। इस अवसर पर पहली बार वोट डालने वाले राज्य के सभी युवा साथियों को मेरी विशेष बधाई।”
बता दें कि छत्तीसगढ़ की इन 20 सीटों पर कई वीआईपी उम्मीदवार भी मैदान में हैं। इसमें पूर्व सीएम रमन सिंह, कांग्रेस के मोहम्मद अकबर, कवासी लखमा और मोहन मरकाम जैसे बड़े नाम शामिल हैं। बता दें प्रदेश की बाकी बची 70 सीटों पर 17 नवंबर को दूसरे चरण में मतदान होगा और नतीजे तीन दिसंबर को आएंगे।
जिन इलाकों में बिजली नहीं होती वहां ईवीएम से कैसे डाले जाते हैं वोट, जानें इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से जुड़े सवाल
7 Nov, 2023 07:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Elections 2023: देश के पांच राज्यों में चुनाव होने जा रहे हैं, जिनके नतीजे 3 दिसंबर को सामने आएंगे। लोकसभा और प्रदेश विधानसभा चुनावों में ईवीएम के उपयोग से मतदान (Voting) से लेकर मतगणना (Counting) तक चीजें आसान हो गई हैं। इतना ही नहीं, ईवीएम ने चुनाव करवाने का खर्च भी बहुत हद तक कम कर दिया है। हमारे देश में सालोंभर कहीं ना कहीं चुनाव होते ही रहते हैं, इस कारण भी ईवीएम का महत्व काफी बढ़ गया है। अभी हमारे देश में ईवीएम के दूसरे संस्करण का उपयोग हो रहा है जिसकी क्षमता पहले संस्करण के मुकाबले काफी ज्यादा है।
देश के पांच राज्यों में चुनाव होने जा रहे हैं, जिनके नतीजे 3 दिसंबर को सामने आएंगे। इन राज्यों में कई पोलिंग बूथ ऐसे भी हैं, जो काफी रिमोट इलाके में हैं।राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ समेत पांच राज्यों में नवंबर के महीने में वोट डाले जाएंगे, जिसके बाद 3 दिसंबर को नतीजे आएंगे।
जानें इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से जुड़े सवाल
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) वोट रिकॉर्ड करने के लिए एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है। एक इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में दो इकाइयां होती हैं- एक नियंत्रण इकाई (Control Unit) और दूसरी मतदान इकाई (Voting Unit) जो पांच मीटर की केबल से जुड़ी होती है। कंट्रोल यूनिट को पीठासीन अधिकारी या मतदान अधिकारी के पास रखा जाता है जबकि वोटिंग यूनिट को वोटिंग कंपार्टमेंट के अंदर रखा जाता है।
भारत में ईवीएम का उपयोग पहली बार वर्ष 1982 में केरल के (70) परूर विधानसभा क्षेत्र में किया गया था।
ईवीएम में आप वोट कैसे डाला जाता है?
ईवीएम में बैलेट पेपर नहीं दिया जाता है बल्कि कंट्रोल यूनिट के प्रभारी मतदान अधिकारी कंट्रोल यूनिट पर बैलेट बटन दबाकर एक बैलेट जारी करते हैं। फिर वोटर अपनी पसंद के उम्मीदवार और चुनाव चिह्न के सामने बैलेटिंग यूनिट पर नीले बटन को दबाकर अपना वोट डालता है।
एक ईवीएम में ज्यादा से ज्यादा कितने वोट डाले जा सकते हैं?
निर्वाचन आयोग द्वारा उपयोग की जा रही एक ईवीएम अधिकतम 2,000 वोट रिकॉर्ड कर सकती है।
वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) क्या है?
वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (VVPT) इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों के साथ जुड़ा एक स्वतंत्र सिस्टम है जिससे मतदाता को यह जांच कर सकते हैं कि उनके वोट उनकी पसंद के उम्मीदवारों को ही गए या नहीं। जब कोई वोट डालता है तो उम्मीदवार की क्रम संख्या, नाम और चुनाव चिह्न वाली एक पर्ची निकलती है जो 7 सेकंड के लिए एक पारदर्शी खिड़की में दिखती है। इसके बाद, यह पर्ची खुद ही कटकर वीवीपीएटी के सीलबंद ड्रॉप बॉक्स में गिर जाती है।
आप कैसे पता कर सकते हैं कि आपका वोट वैध है कि नहीं?
ईवीएम की खासियत ही यही है कि इसमें अवैध वोट डाले जाने की गुंजाइश ही नहीं रहती है। आप जो वोट डालते हैं, वो वीवीपीटी मशीन के जरिए एक पर्ची में दिख जाता है। वोट डालने के बाद आपके पास 7 सेकंड का वक्त रहता है। आप वीवीपीटी मशीन से निकलने वाली पर्ची को गौर से देखकर मिलान कर लें कि इसमें उसी उम्मीदवार का नाम, क्रम संख्या और चुनाव चिह्न अंकित है जिसे आपने वोट दिया है।
क्या वीवीपीएटी बिजली से चलता है?
नहीं, वीवीपीएटी एक पावर पैक बैटरी पर चलता है। आखिर कोई अनपढ़ व्यक्ति को ईवीएम और वीवीपीटी जैसी आधुनिक मशीन को कैसे समझ पाएगा?
तकनीक हमेशा चीजें आसान ही करती है। ईवीएम और वीवीपीटी में भी ऐसी तकनीक का इस्तेमाल किया गया है जिससे नासमझ व्यक्ति भी अपना वोट मर्जी के उम्मीदवार को दे सकता है। इसमें सिर्फ एक बटन दबाना होता है और वोट पसंद के उम्मीदवार को चला जाता है। जहां तक वीवीपीटी की बात है तो वहां अनपढ़ व्यक्ति भले ही उम्मीदवार का नाम और क्रम संख्या नहीं पढ़ पाए, लेकिन चुनाव चिह्न तो देखकर समझ ही सकता है कि उसका वोट सही कैंडिडेट को गया या नहीं। दरअसल, चुनाव चिह्न का मकसद ही यही होता है कि अनपढ़ व्यक्ति भी अपने पसंद के प्रत्याशी के पक्ष में मतदान कर सके।
ईवीएम के उपयोग के क्या लाभ हैं?
ईवीएम के उपयोग के कई फायदे हैं- इसमें ‘अवैध मतदान’ (Casting Invalid Votes) की आशंका नहीं रहती है। पेपर बैलेट सिस्टम में इनवैलिड वोटिंग की खूब शिकायत होती थी। कई बार तो प्रत्याशी ने जितने वोट के अंतर से जीत दर्ज करते थे, उससे ज्यादा संख्या इनवैलिड वोटों की होती थी। इस कारण शिकायतों का अंबार लग जाता था और मामला मुकदमेबाजी तक पहुंच जाता था। लेकिन ईवीएम ने इसकी गुंजाइश खत्म कर दी। अब मतदाता अधिक प्रामाणिक और सटीक तरीके से अपनी पसंद के उम्मीदवार को वोट दे सकते हैं। ईवीएम के उपयोग से, प्रत्येक चुनाव के लिए लाखों मतपत्रों की छपाई की जा सकती है क्योंकि प्रत्येक मतदान केंद्र पर प्रत्येक मतदाता के लिए एक मतपत्र के बजाय प्रत्येक मतदान केंद्र पर बैलॉटिंग यूनिट में सिर्फ एक मतपत्र की जरूरत होती है। इस कारण कागज, छपाई, ट्रांसपोर्टेशन, स्टोरेज और डिस्ट्रीब्यूशन के खर्चे में भारी कटौती हो जाती है।ईवीएम से गिनती की प्रक्रिया बहुत तेज हो जाती है जबकि पारंपरिक बैलेट पेपर सिस्टम से औसतन 30-40 घंटों के बाद चुनाव परिणाम आते थे। अब ईवीएम से औसतन 3 से 5 घंटे के अंतर रिजल्ट आ जाया करते हैं।
मतदान खत्म होने के बाद ईवीएम को कहां रखा जाता है?
मतदान केंद्र पर वोटिंग खत्म होने के बाद ईवीएम को स्ट्रॉन्ग रूम में जमा किया जाता है। स्ट्रॉन्ग रूम आम तौर पर जिला मुख्यालय में बनाए जाते हैं।
अगर मतदान करते समय बिजली चली जाए तो क्या आपके वोट की गिनती होगी?
ईवीएम को बिजली की जरूरत होती ही नहीं है। ईवीएम भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड/इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड द्वारा असेंबल की गई एक साधारण बैटरी पर चलती है।
ईवीएम में अधिकतम कितने उम्मीदवारों के नाम रिकॉर्ड हो सकते हैं?
भारत में होने वाले तमाम बड़े तरह के चुनावों में वोट डालने के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) का इस्तेमाल होता है। हर राज्य में चुनाव से ठीक पहले हजारों की संख्या में ईवीएम पहुंचती हैं, जिन्हें अलग-अलग पोलिंग बूथों पर तैनात किया जाता है। कई पोलिंग बूथ ऐसे इलाकों में भी होते हैं, जहां पर बिजली नहीं होती है। अब सवाल है कि ऐसे बूथों पर वोटिंग कैसे कराई जाती है। दरअसल ईवीएम के लिए बिजली की जरूरत नहीं होती है। इसे किसी भी रिमोट इलाके में आसानी से ले जा सकते हैं और ये बैटरी से चलती हैं।
डिजिटल सुविधाएं स्टेशन में उपलब्ध कराई गई
7 Nov, 2023 02:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
यात्रियों की यात्रा जितनी सुगम ढंग से हो सके, इसके लिए रेल प्रशासन नया करने का प्रयास करता है। डिजिटल सुविधाएं भी इसके अंतर्गत उपलब्ध कराई गई हैं। ट्रेन इंडीकेशन हो या ऐट ए ग्लांस बोर्ड या फिर व कोच गाइडेंस डिस्प्ले बोर्ड, इन सुविधाओं के कारण यात्रियों का सफर आसान हो गया है। आगे भी नई-नई सुविधाओं से यात्रियों को इसी तरह राहत देने की कोशिश की जा रही है।
रेल यात्रियों की सुविधा, सुरक्षा एवं संरक्षित रेल परिचालन दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की सर्वोच्च प्राथमिकता है। पिछले कुछ सालों में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने यात्री सुविधाओं के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। इसी के तहत सभी प्रमुख स्टेशनों पर आधुनिक यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
ट्रेन इंडीकेशन बोर्ड, ऐट ए ग्लान्स डिस्प्ले बोर्ड, कोच गाइडेंस डिसप्ले बोर्ड, आटोमेटिक अनाउंसमेंट जैसी आधुनिक सुविधाओं के द्वारा यात्रियों को स्टेशनों के प्लेटफार्म पर ट्रेनों के आवागमन की वास्तविक जानकारी मिल रही है। इन सभी सुविधाओं से रेल यात्रा को सुविधापूर्वक यात्रा करने में मदद मिलती है। उन्हें बार- बार ट्रेनों के संबंध में जानकारी लेने के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ता। यात्री इन सुविधाओं में और भी विस्तार चाहते हैं।
जानिए कौन सी सुविधा किस करती है मदद
ट्रेन इंडीकेशन बोर्ड: ये मुख्यत: स्टेशनों के विभिन्न गेट के आसपास ही लगाया जाता है। क्योंकि इसके द्वारा ट्रेन के आगमन, प्रस्थान समय व प्लेटफार्म नंबर की सूचना मिलती है। स्टेशन आने वाले प्रत्येक यात्री को सर्वप्रथम ट्रेन इंडीकेशन बोर्ड ही दिखाई देता है। बिलासपुर रेलवे स्टेशन में ट्रेन इंडीकेशन बोर्ड सभी प्लेटफार्म व वेटिंग हाल में डिस्प्ले हो रहा है। जोन के 35 स्टेशनों में यह सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
ऐट ए ग्लान्स डिस्प्ले बोर्ड: इसे प्लेटफार्म के विभिन्न गेट व फुट ओवरब्रिज पर लगाया गया है। इसे यात्री वेटिंग हाल में भी लगाया जाता है। इससे यात्रियों को स्टेशन प्लेटफार्म में प्रवेश करते ही उनकी यात्रा वाली ट्रेन में इंजन की स्थिति एवं इंजन के सापेक्ष कोच की स्थिति के बारे में जानकारी मिल जाती है। बोर्ड की सहायता से यात्री अपने गंतव्य कोच तक सुगमतापूर्वक पहुंच जाते हैं। बिलासपुर रेलवे स्टेशन की बात करें तो यहां गेट नंबर तीन पर और दोनों ओर के फुट ओवरब्रिज पर लगाया गया है। इसके साथ ही प्रथम श्रेणी वेटिंग हाल में भी यह सुविधा उपलब्ध है। जोन के 33 स्टेशनों पर ऐट ए ग्लान्स डिस्प्ले बोर्ड है।
कोच गाइडेंस डिस्प्ले बोर्ड : इस सुविधा से यात्रियों को उनकी आने वाली ट्रेन के विभिन्न कोचों की स्थिति के बारे में जानकारी मिलती है। जिससे कि यात्रियों को उनके कोच की सही स्थिति मालूम रहे और वे अपने कोच तक पहुंचने के लिए परेशान न हो। इन बोर्ड्स पर यात्रियों के कोच की स्थिति ट्रेन के आने के कुछ समय पहले दिखाई जाती है। जिससे कि यात्री ट्रेन पहुंचने के पहले कोच तक पहुंच जाए। यह सुविधा बुजुर्ग, बीमार व दिव्यांग यात्रियों के लिए सबसे ज्यादा लाभदायक है। बिलासपुर रेलवे स्टेशन के सभी आठ प्लेटफार्म पर यह सुविधा उपलब्ध है। वहीं जोन की बात करें तो 28 स्टेशनों में यह सुविधा है।
आटोमेटिक अनाउंसमेंट प्रणाली: यह सुविधा कंप्यूटर द्वारा नियंत्रित होती है। इस प्रणाली में श्रव्य माध्यम द्वारा यात्रियों को न केवल ट्रेनों के बारे में जानकारी दी जाती है। बल्कि उनकी सुरक्षा, सतर्कता, स्वास्थ्य एवं सुविधाओं की जानकारी भी दी जाती है।
बंगाल की खाड़ी में लगे भूकंप के तेज झटके
7 Nov, 2023 12:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बंगाल की खाड़ी में भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए हैं। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के हवाले से बताया कि आज सुबह 5:32 बजे बंगाल की खाड़ी में भूकंप के झटके लगे हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.2 मापी गई है।
एनसीआर में फिर भूकंप के झटके
दिल्ली-एनसीआर और उत्तर भारत में विभिन्न हिस्सों में सोमवार को फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए। शाम 4:16 बजे आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.6 थी। भूकंप का केंद्र फिर नेपाल रहा। शुक्रवार रात को भी उत्तर भारत के अधिकतर इलाकों में भूकंप के झटके लगे थे।
नेपाल में शुक्रवार को आया था विनाशकारी भूकंप
नेपाल के शुक्रवार को विनाशकारी भूकंप आया था। इसमें 157 लोगों की मौत हो गई। नेपाल में शुक्रवार आधी रात को आए भूकंप की तीव्रता 6.4 मापी गई थी। भूकंप का केंद्र काठमांडू के 500 किलोमीटर पश्चिम में स्थित जाजरकोट जिले में था। भूकंप के कारण नेपाल में सैकड़ों मकान नष्ट हो गए।
स्कूलों में फ्री सैनेटरी नैपकिन बांटने की नीति तैयार
7 Nov, 2023 11:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सरकारी स्कूलों में सैनेटरी नैपकिन बांटने और उसके निस्तारण के बारे में राष्ट्रीय नीति का मसौदा तैयार हो चुका है। यह जानकारी सोमवार को केंद्र सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में दी गई। सरकार ने कोर्ट से चार सप्ताह का समय मांगते हुए कहा कि तैयार मसौदे पर सभी हित धारकों और आम जनता की राय आनी है।
चार हफ्ते का मिला समय
कोर्ट ने केंद्र सरकार को चार सप्ताह का समय देते हुए निर्देश दिया कि वह सभी सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों में लड़कियों के लिए उनकी संख्या के अनुपात में शौचालय का राष्ट्रीय मॉडल उपलब्ध कराना सुनिश्चित करे। कोर्ट ने सैनेटरी नैपकिन वितरण योजना पर केंद्र सरकार से कहा कि वह नीति को अंतिम रूप देने से पहले विभिन्न राज्य सरकारों की इस बारे में लागू योजनाओं को भी देखे और उसके बाद एक समग्र नीति बनाए।
ये निर्देश प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ ने कांग्रेस नेता जया ठाकुर की याचिका पर सुनवाई के दौरान सोमवार को दिए। जया ठाकुर ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर मासिक धर्म स्वच्छता का मुद्दा उठाते हुए स्कूलों में छह से 12 कक्षा में पढ़ने वाली छात्राओं को सैनेटरी नैपकिन बांटने और लड़कियों के लिए अलग शौचालय के निर्माण की मांग की है।
याचिकाकर्ता की दलीलें
याचिकाकर्ता का कहना है कि मासिक धर्म स्वच्छता की व्यवस्था न होना लड़कियों की शिक्षा में एक बड़ी बाधा है। बहुत सी लड़कियां मासिक धर्म की स्वच्छता के लिए सैनेटरी नैपकिन और अलग शौचालय नहीं होने के कारण स्कूल छोड़ देती हैं। सोमवार को जब मामला सुनवाई पर आया तो केंद्र की ओर से पेश वकील ने कोर्ट को बताया कि स्कूलों में सैनेटरी नैपकिन बांटने और उसके निस्तारण के बारे में राष्ट्रीय नीति का मसौदा तैयार हो गया है।
कोर्ट ने कहा कि केंद्र सरकार नीति को अंतिम रूप देने से पहले राज्यों में सैनेटरी नैपकिन स्कूलों में बांटने की योजनाओं को भी देख ले ताकि समग्र राष्ट्रीय नीति तैयार हो। जया ठाकुर की ओर से पेश वरिष्ठ वकील विभा दत्त मखीजा ने कोर्ट से स्कूलों में ढांचागत सुविधाएं और लड़कियों के अलग शौचालय का मुद्दा उठाया। मखीजा ने 2012 के एक आदेश का भी जिक्र किया जिसमें कोर्ट ने स्कूलों में लड़कियों के लिए अलग शौचालय बनाने का आदेश दिया था।
तीन स्तरीय जागरूकता अभियान
पीठ ने केंद्र सरकार को निर्देश दिया कि वह सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों में छात्राओं की संख्या के अनुपात में शौचालय उपलब्ध कराने का राष्ट्रीय मॉडल उपलब्ध कराना सुनिश्चित करे। जया ठाकुर की याचिका में स्कूलों में सैनेटरी नैपकिन बांटने और लड़कियों के लिए अलग शौचालय की ही मांग नहीं की गई है बल्कि तीन स्तरीय जागरूकता अभियान की भी बात कही गई है।
जैसे कि मासिक धर्म स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता अभियान चलाया जाए, पर्याप्त स्वच्छता उपलब्ध कराई जाए और वंचित क्षेत्र में कम कीमत पर या मुफ्त में सैनेटरी नैपकिन महिलाओं को बांटे जाएं। सैनेटरी नैपकिन और मासिक धर्म में प्रयोग होने वाली चीजों के ठीक से निस्तारण की व्यवस्था की जाए।