देश (ऑर्काइव)
अब बिना आधार नंबर के भी बनेगा जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र
29 Jun, 2023 06:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । केन्द्र सरकार ने जनता को बड़ी राहत देते हुए कहा है कि अब बिना आधार नंबर के भी जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया जा सकेगा। गौरतलब है कि भारत में हर नागरिक के लिए आधार कार्ड की जरूरत होती है। आधार नंबर के रजिस्ट्रेशन के लिए पहले तो जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र की जरूरत होती है। अब केंद्र सरकार ने लोगों को बड़ी राहत दी है। अब रजिस्ट्रार जनरल के ऑफिस को निर्देश दिया गया है कि आधार रजिस्ट्रेशन के लिए इन सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं होगी। इस तरह से जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाते समय आधार नंबर की जरूरत नहीं होगा। उसके बिना भी ये प्रमाण पत्र बनवा सकते हैं। सरकार ने इसको लेकर नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इसी के साथ इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय ने आरजीआई कार्यालय के लिए भी दिशा-निर्देश दिये हैं। अब जन्म और मृत्यु के रजिस्ट्रेशन के दौरान आधार डेटाबेस को इस्तेमाल करने की मंजूरी दे दी है।
बता दें कि सरकार ने जन्म और मृत्यु पंजीकरण अधिनियम 1969 के तहत ही ये निर्देश जारी किया है। सरकार ने अपने नोटिफिकेशन में कहा कि रजिस्ट्रार को रिपोर्टिंग फॉर्म जन्म या मृत्यु में हां या ना दोनों में से कोई ऑप्शन को सिलेक्ट करने में मंजूरी दे दी है। अब वह स्वैच्छिक आधार पर आधार नंबर का वेरिफिकेशन कर सकते हैं। नए बच्चे के जन्म में माता-पिता को उनकी सूचना देना जरूरी है। राज्य सरकार और केंद्र शासित प्रदेश के लोग केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए नियमों का ही पालन करेंगे। राज्य सरकार और केंद्र शासित प्रदेश आधार वेरिफिकेशन का इस्तेमाल करेगा।
अमरनाथ यात्रियों की सुविधा के लिए चलेगी दो और विशेष गा़डियां
29 Jun, 2023 05:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जम्मू । अमरनाथ यात्रियों की सुविधा के लिए भारतीय रेलवे ने दो और विशेष रेलगाड़ियों को चलाने की घोषणा की है। इसके पूर्व रेलवे ने अमरनाथ यात्रा पांच अतिरिक्त विशेष गाड़ियों को चलाया था। रेलवे प्रवक्ता के अनुसार अमरनाथ यात्रा के दौरान जम्मू कश्मीर में यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को देखते हुए नई दिल्ली से श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा के बीच दो समर स्पेशल रेलगाड़ी को चलाने का फैसला लिया है। रेलगाड़ी संख्या 04087 नई दिल्ली-श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा–नई दिल्ली गतिशक्ति समर स्पेशल एक्सप्रेस कुल दो फेरे लगाएगी। गति शक्ति समर स्पेशल रेलगाड़ी 02 जुलाई को नई दिल्ली से रात 11:15 बजे चल कर अगले दिन सुबह 11.25 बजे श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा पहुंचेगी।
वापसी दिशा में रेल गाड़ी संख्या 04088 श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा-नई दिल्ली गति शक्ति समर स्पेशल 03 जुलाई को श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा से शाम 06.30 बजे कर अगले दिन सुबह 06.50 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी। इस रेलगाड़ी में वातानुकूलित श्रेणी के कोच लगाए जाएंगे। मार्ग में यह रेलगाड़ी सोनीपत, पानीपत, करनाल, कुरुक्षेत्र, अम्बाला कैंट, लुधियाना, जालंधर कैंट, पठानकोट कैंट, जम्मू तवी तथा ऊधमपुर स्टेशनों पर दोनों दिशाओं में ठहरेगी। वहीं, एक अन्य रेलगाड़ी संख्या 04095 दिल्ली जंक्शन से श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा के बीच कुल दो फेरे लगाएगी। यह समर स्पेशल रेलगाड़ी 03 जुलाई को दिल्ली जंक्शन से रात 11:15 बजे चल कर अगले दिन सुबह 11.25 बजे श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा पहुंचेगी।
वापसी दिशा में रेलगाड़ी संख्या 04096 श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा से दिल्ली जंक्शन के लिए 04 जुलाई को श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा से शाम 06.30 बजे चल कर अगले दिन सुबह 06:50 बजे दिल्ली जंक्शन पहुंचेगी। इस रेलगाड़ी में वानानुकूलित, स्लीपर तथा सामान्य श्रेणी के कोच लगाए जाएंगे। मार्ग में यह रेलगाड़ी सोनीपत, पानीपत, करनाल, कुरुक्षेत्र, अम्बाला कैंट, लुधियाना, जलंधर कैंट, पठानकोट कैंट, जम्मू तवी तथा ऊधमपुर स्टेशनों पर दोनों दिशाओं में ठहरेगी।
गुजरात निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण पर भाजपा-कांग्रेस सहमत....
29 Jun, 2023 03:17 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद। गुजरात में अन्य पिछडा वर्ग के वोट बैंक को मजबूत करने के लिए राज्य सरकार स्थानीय निकायों में ओबीसी आरक्षण लागू कर सकती है। आगामी मानसून सत्र में सरकार इस संबंध में एक विधेयक लाने वाली है जिसमें पंचायत, जिला पंचायत, नगरपालिका, महानगर पालिका में ओबीसी की सीटें आरक्षित करने का प्रावधान किये जाएंगे, इस मुद्दे पर कांग्रेस भी भाजपा का समर्थन करेगी।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की अध्यक्षता में आयोजित एक बैठक में न्यायाधीश झवेरी आयोग की सिफारिशों पर चर्चा की गई। सरकार ने राज्य में अन्य पिछडा वर्ग की राजनीतिक, सामाजिक व आर्थिक स्थिति के अवलोकन के लिए झवेरी आयोग का गठन किया था। आयोग राज्य सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंप चुका है, ओबीसी समुदाय की ओर से लंबे समय से राज्य में स्थानीय निकायों में सीटें आरक्षित किये जाने की मांग की जाती रही है।
ओबीसी वर्ग में हाल करीब 146 जातियों का समावेश है। जनसंख्या के हिसाब से प्रदेश में इनकी आबादी 52 प्रतिशत तक है। गाहे बगाहे भाजपा ओबीसी को आरक्षण का मुद्दा उठाती रही है, अगर सब कुछ ठीक ठाक रहा तो राज्य की 14655 ग्राम पंचायत, 218 तहसील व 33 जिला पंचायत, 158 नगर पालिका एवं 8 महानगर पालिका में आगामी मानसून सत्र से ओबीसी सीटों की संख्या तय कर दी जाएगी।
दीपावली के बाद राज्य में स्थानीय निकाय चुनाव होने वाले हैं, इस चुनाव में भाजपा ओबीसी आरक्षण का लिटमस टेस्ट करना चाहती है, चूंकि ओबीसी के बाद आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग भी राजनीतिक आरक्षण का मुद्दा उठा सकता है। राज्य में सामान्य वर्ग ब्राम्हण, बनिया, क्षत्रिय एवं पाटीदार भाजपा का कट्टर समर्थक है इसलिए भाजपा इस वर्ग को कतई नाराज नहीं करना चाहती है।
भाजपा ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष मयंक कुमार नायक का कहना है कि मोर्चा की ओर से प्रदेश भाजपा व सरकार से स्थानीय निकाय चुनाव में ओबीसी की जनसंख्या के अनुसार आरक्षण की मांग की गई है, ओबीसी को करीब 27 फीसदी आरक्षण दिया जाए। उधर कांग्रेस ओबीसी विभाग के अध्यक्ष घनश्याम गढवी का कहना है कि पहले 10 प्रतिशत आरक्षण था लेकिन उच्चतम न्यायालय की ओर से ओबीसी आरक्षण पर समीक्षा के आदेश के बाद यह समाप्त कर दिया गया, कांग्रेस ओबीसी के लिए 27 फीसदी आरक्षण की मांग की है।
नटराज मंदिर के 10 पुजारियों पर केस दर्ज
29 Jun, 2023 01:49 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चेन्नई । तमिलनाडु के चिदंबरम में नटराज मंदिर का विवाद बढ़ता जा रहा है। पुलिस ने सरकारी अधिकारी को उसके कर्तव्यों का पालन करने से रोकने के आरोप में नटराजर मंदिर के 11 पुजारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस बीच स्टालिन सरकार के एक मंत्री ने कहा कि जल्द ही सरकार इस मंदिर को अपने नियंत्रण में ले लेगी। भाजपा इसका जबरदस्त विरोध कर रही है। इससे पहले फरवरी 2022 में भी नटराज मंदिर के 20 पुजारियों पर एक अनुसूचित जाति की महिला को मंदिर परिसर में प्रार्थना करने से रोकने के आरोप में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 के तहत मामला दर्ज किया गया था। महिला जयशीला ने उस समय आरोप लगाया था कि पुजारियों ने उसे कनागासाबाई मेडई में प्रवेश नहीं करने दिया।
हैदराबाद के पास मिलीं 1000 साल पुरानी जैन मूर्तियां
29 Jun, 2023 12:47 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हैदराबाद। तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के पास 1000 साल पुरानी जैन मूर्तियां और शिलालेख मिले हैं। ये मूर्तियां और शिलालेख दो वर्गाकार स्तंभों (स्क्वायर पिलर) में बने हुए हैं। ये स्तंभ हैदराबाद के पास स्थित रंगा रेड्डी जिले के इनिकेपल्ली गांव में मिले हैं। यहां के एक तालाब में ये दोनों स्तंभ लगे हुए हैं। इन्हें अभी तक निकाला नहीं जा सका है। तालाब से स्तंभों को निकालने के बाद ही इनके बारे में पूरी जानकारी मिल सकेगी।
मशहूर आर्कियोलॉजिल्ट ई शिवनागी रेड्डी ने बताया है कि एक स्तंभ ग्रेनाइट का है, वहीं दूसरा बेसाल्ट से बना हुआ है। स्तंभ के चारों तरफ 4 जैन तीर्थंकरों- आदिनाथ, नेमिनाथ, पाश्र्वनाथ और वर्धमान महावीर की ध्यानमुद्रा में मूर्तियां हैं। वहीं इसके ऊपर कीर्तिमुख हैं।
एक युवा आर्कियोलॉजिस्ट और हेरिटेज एक्टिविस्ट श्रीनाथ रेड्डी ने इन स्तंभों के बारे में शिवनागी रेड्डी को बताया था। जिसके बाद शिवनागी ने मोइनाबाद मंडल में इनिकेपल्ली गांव का दौरा किया। शिवनागी रेड्डी ने बताया कि दोनों स्तंभों पर तेलुगु और कन्नड़ भाषा में शिलालेख हैं। एक शिलालेख में जैन बसाड़ी के बारे में बताया गया है, जो इलाके के चिलुकुरू गांव के पास स्थित थी। ये 9-10वीं शताब्दी में राष्ट्रकुटा और वेमुलावाड़ा चालुक्यान समय के दौरान एक बड़ा जैन केंद्र था। अभी, चिलुकुरू में बालाजी भगवान का प्रसिद्ध मंदिर है।
शिवनागी ने बताया कि लगभग 100 साल पहले पास के टूटे हुए जैन मंदिर से इन स्तंभों को लाकर तालाब में लगाया गया होगा। मूर्तियों के आर्कियोलॉजिकल महत्व को देखते हुए शिवनागी ने गांव के लोगों से इन्हें सुरक्षित रखने की अपील की है। शिवनागी ने कहा कि इन्हें नाली से निकाल कर बाहर सुरक्षित रखना चाहिए। साथ ही इनके इतिहास के बारे में बताया जाना चाहिए।
तेलंगाना के यदाद्रि जिले के कोलनुपका गांव में भी एक प्रसिद्ध जैन मंदिर है। हैदराबाद से 77 किमी दूर स्थित इस मंदिर को 2 हजार साल पुराना बताया जाता है। यह माना जाता है कि तेलंगाना में चौथी शताब्दी में जैन धर्म काफी प्रचलित था। वहीं, कोलनुपका इसका एक बड़ा केंद्र था।
वर्सोवा-बांद्रा सी लिंक का नाम बदलकर वीर सावरकर सेतु हुआ
29 Jun, 2023 11:46 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । महाराष्ट्र में वर्सोवा-बांद्रा सी लिंक का नाम बदल दिया गया है। अब इसे वीर सावरकर सेतु के नाम से जाना जाएगा। इसके अलावा मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक का नाम भी बदलकर अटल बिहारी वाजपेयी स्मृति न्हावा शेवा अटल सेतु कर दिया गया है। पिछले महीने वीर सावरकर जयंती के दिन महाराष्ट्र सरकार ने इसे लेकर फैसला लिया था।
इससे पहले केंद्र सरकार ने फरवरी में औरंगाबाद और उस्मानाबाद के बदले हुए नाम को मंजूरी दे दी थी। अब औरंगाबाद को छत्रपति संभाजीनगर और उस्मानाबाद को धाराशिव के नाम से जाना जाएगा। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ट्विटर पर यह खबर साझा की थी। औरंगाबाद का नाम मुगल शासक औरंगजेब, जबकि उस्मानाबाद का नाम हैदराबाद रियासत के 20वीं सदी के शासक के नाम पर रखा गया था।
छत्रपति शिवाजी महाराज के सबसे बड़े बेटे छत्रपति संभाजी उनके पिता द्वारा स्थापित मराठा साम्राज्य के दूसरे शासक थे। संभाजी महाराज को 1689 में औरंगजेब के आदेश पर फांसी दे दी गई थी। कुछ विद्वानों के अनुसार उस्मानाबाद के समीप एक गुफा धाराशिव आठवीं सदी की है। हिंदू दक्षिणपंथी संगठन इन दो शहरों के नाम बदलने की मांग लंबे समय से कर रहे थे।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बताया था कि राज्य की सरकार ने सावरकर जयंती को वीर सावरकर गौरव दिन के रूप में मनाने का फैसला किया है। सरकार ने बांद्रा-वर्सोवा समुद्र सेतु का नामकरण भी वीर सावरकर के नाम पर करने का भी एलान किया था। अलग-अलग क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले लोगों को वीर सावरकर वीरता पुरस्कार देने का फैसला भी किया गया था।
देश के नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा था कि लोकशाही का पवित्र मंदिर का लोकार्पण वीर सावरकर की जयंती के एतिहासिक दिन पर हुआ। यह सभी लोगों के लिए एतिहासिक घटना थी। देश के 140 करोड़ लोग इसमें सहभागी बने और इसमें सभी लोगों को हिस्सा लेना चाहिए था। उनका इशारा विपक्षी दल की तरफ था।
कांवड़ यात्रा मार्ग पर खुले में मांस की खरीद-बिक्री पूरी तरह से प्रतिबंधित
29 Jun, 2023 10:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ । यूपी में कांवड़ यात्रा मार्ग पर खुले में मांस आदि की बिक्री करने पर कार्रवाई की जाएगी। इस आशय के निर्देश उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए हैं। सीएम ने आगामी पर्व त्योहारों के दृष्टिगत सुदृढ़ कानून-व्यवस्था व श्रद्धालुओं की सुविधाओं के संबंध में मंगलवार को शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पुलिस कमिश्नरों, मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों व पुलिस कप्तान गणों द्वारा की जा रही तैयारियों की समीक्षा की। साथ ही उन्होंने व्यापक जनहित में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांवड़ यात्रा मार्ग पर कहीं भी खुले में मांस आदि की खरीद-बिक्री न हो, इसका ख्याल रखें। आगामी चार जुलाई से पवित्र श्रावण मास का प्रारंभ हो रहा है। इस वर्ष अधिमास के कारण श्रावण मास दो माह की अवधि का हो रहा है। इस अवधि में श्रावणी शिवरात्रि, नागपंचमी और रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाएगा। श्रावण मास में परंपरागत कांवड़ यात्रा निकलेगी। इसमें सोमवार शिव पूजन का भी विशेष महत्व है। इससे पूर्व 29 जून को बकरीद मनाया जाएगा। स्पष्ट है कि कानून-व्यवस्था के दृष्टिगत यह समय संवेदनशील है। अतः हमें सतत सतर्क-सावधान रहना होगा।
सीएम योगी ने कहा कि विगत दिनों रमजान माह और ईद के अवसर पर धार्मिक कार्यों से यातायात प्रभावित नहीं हुआ। इस प्रयास की पूरे देश में सराहना हुई है। इस बार बकरीद और मुहर्रम के मौके पर भी हमें यही व्यवस्था लागू रखनी होगी। स्थानीय प्रशासन द्वारा इस संबंध में संबंधित धर्मगुरुओं/बुद्धिजीवियों से संवाद बना लिया जाए। बकरीद पर कुर्बानी के लिए स्थान का चिन्हांकन पहले से ही होना चाहिए। विवादित जगहों पर कुर्बानी नहीं होनी चाहिए। पूर्व में तय और चिन्हित स्थान के अतिरिक्त कहीं और कुर्बानी न हो। तथा कहीं भी प्रतिबंधित पशु की कुर्बानी न हो। हर जिले में कुर्बानी के उपरांत अपशिष्ट के व्यवस्थित निस्तारण की व्यवस्थित कार्ययोजना होनी चाहिये। सीएम योगी ने कहा कि हर एक पर्व शांति और सौहार्द के बीच संपन्न हों, इसके लिए स्थानीय जरूरतों को देखते हुए सभी जरूरी प्रयास किए जाएं। पिछले अनुभवों के आधार पर गोताखोरों की तैनाती, कावंड़ यात्रा मार्ग पर सीसीटीवी लगाई जाए।
सीएम ने कहा कि कांवड़ शिविर लगाए जाने के स्थान पहले से चिन्हित हों, ताकि आवागमन बाधित न हो। पर्व-त्योहार में प्रशासन द्वारा आम जन को जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। धार्मिक परंपरा, आस्था को सम्मान दें, लेकिन परंपरा के विरुद्ध कोई कार्य न हो। आयोजकों को नियम-कानून का पालन करने पर ही कार्यक्रम की अनुमति दें। उन्होंने कहा कि धार्मिक यात्राओं, जुलूसों में अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन नहीं होना चाहिए। ऐसी कोई घटना न हो, जिससे दूसरे धर्म के लोगों की भावनाएं आहत हो। शरारती तत्व दूसरे सम्प्रदाय के लोगों को अनावश्यक उत्तेजित करने की कुत्सित कोशिश कर सकते हैं, ऐसे मामलों पर नजर रखें। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण हो या कि शहरी क्षेत्र, पर्व-त्योहारों के बीच बिजली अपूर्ति सुचारु रखी जाए। कहीं से भी अनावश्यक कटौती की शिकायत न आए।
त्रिपुरा में करंट लगने से दो बच्चों समेत छह लोगों की मौत
29 Jun, 2023 09:44 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अगरतला । त्रिपुरा के उनाकोटि जिले में करंट लगने से दो बच्चों समेत कम से कम छह लोगों की मौत हो गई है. जबकि 15 लोग गंभीर रूप से घायल हैं. पुलिस के अनुसार, यह घटना अल्टो रथ जुलूस के दौरान हुई है, जो वार्षिक रथ यात्रा उत्सव के बाद हिंदू भगवान जगन्नाथ और उनके दो भाई-बहनों की वापसी यात्रा के तौर पर निकाली जाती है. रथ लोहे का बना था और उसे काफी सजाया गया था.यात्रा के दौरान जब यह रथ ओवरहेड बिजली के तार के संपर्क में आया, तो इससे बिजली का प्रवाह हुआ और करंट लगने से छह लोगों की मौके पर ही मौत हो गई.
इस घटना में घायल हुए लोगों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनमें से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है. पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि रथ बिजली के तार के संपर्क में आया कैसे.
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने इन मौतों पर शोक व्यक्त किया और सोशल मीडिया पर घोषणा की कि वह स्थिति का जायजा लेने के लिए अगरतला से कुमारघाट जा रहे हैं.
माइक्रोन टेक्नोलॉजी गुजरात के साणंद में ₹22,516 करोड़ का प्लांट स्थापित करेगी
29 Jun, 2023 08:43 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद | प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में ग्लोबल सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में ‘आत्मनिर्भर भारत’ की संकल्पना के साथ भारत को एक नई उंचाई पर पहुँचाने के लिए केन्द्र सरकार ने 10 बिलियन US$ का सेमीकॉन इंडिया कार्यक्रम घोषित किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाल के अमेरिकी दौरे के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ हुई बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस कार्यक्रम को और अधिक गति देते हुए माइक्रोन टेक्नोलॉजी की ओर से भारत में महत्वपूर्ण पूंजी निवेश के जरिए सेमीकंडक्टर असेंबली, टेस्ट, मार्किंग और पैकेजिंग (एटीएमपी) सुविधा स्थापित करने की घोषणा की थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अमेरिका के इस सफल दौरे की फलश्रुति के रूप में माइक्रोन टेक्नोलॉजी द्वारा गुजरात के साणंद में 2.75 बिलियन यूएस डॉलर यानी ₹22,500 करोड़ से अधिक के निवेश से एटीएमपी सुविधा शुरू की जाएगी। इस संदर्भ में बुधवार यानी 28 जून 2023 को गांधीनगर में सेमीकंडक्टर उत्पादन के क्षेत्र में अग्रणी और सबसे बड़ी कंपनियों में से एक माइक्रोन टेक्नोलॉजी और गुजरात सरकार के बीच एक ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन (एमओयू) संपन्न हुआ। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और भारत सरकार के केन्द्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव की प्रेरक उपस्थिति में इस एमओयू पर गुजरात सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी सचिव श्री विजय नेहरा और माइक्रोन के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट गुरुशरण सिंह ने हस्ताक्षर किए। इस कार्यक्रम में भारत सरकार के केन्द्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “यह समझौता ज्ञापन मेमोरी चिप के निर्माण में भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। माननीय प्रधान मंत्री जी के विचारों की स्पष्टता और उनकी दूरदर्शिता ने इस सेक्टर से संबंधित परियोजनाओं के सुचारु कार्यान्वयन को सुनिश्चित किया है। प्रधानमंत्री जी की अमेरिका यात्रा के मात्र एक सप्ताह के भीतर इतने बड़े समझौते का होना ही नए भारत की पहचान है।”
मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्यों को संबोधित करते हुए कहा, “माननीय प्रधान मंत्री की संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्रा ने आज हुए इस समझौता ज्ञापन के माध्यम से गुजरात की विभिन्न उपलब्धियों में एक और नई उपलब्धि को जोड़ दिया है। गुजरात पहले ही भारत का फिन-टेक हब है, और अब अपनी सेमीकंडक्टर पॉलिसी व आज हुए इस नए समझौते के साथ, गुजरात, भारत का सेमीकंडक्टर हब बनने के लिए भी तैयार है।” गुजरात में मजबूत मैन्युफैक्चरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, उद्योग-व्यापार के लिए अनुकूल वातावरण और राज्य सरकार के श्रेष्ठ सहयोग के साथ-साथ उद्योगों की आवश्यकतानुसार सुनियोजित टैलेंट पूल की उपलब्धता जैसे महत्वपूर्ण कारकों को ध्यान में रखकर माइक्रोन ने अपनी इस मैन्युफैक्चरिंग सुविधा को शुरू करने के लिए गुजरात का चयन किया है। यह उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में गत वर्ष सितंबर, 2022 में गुजरात सेमीकंडक्टर पॉलिसी 2022-27 जारी की गई थी। गुजरात देश का एकलौता ऐसा राज्य है जिसने भारत को आत्मनिर्भर बनाने के केन्द्र सरकार के प्रयासों को मजबूती देने के लिए सेमीकंडक्टर सेक्टर के संदर्भ में नवीन नीति जारी की है। इतना ही नहीं, राज्य में डोमेस्टिक सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग ईकोसिस्टम को गति देने के लिए इस पॉलिसी में विशेष जोर दिया गया है। राज्य सरकार ने सेमीकंडक्टर सेक्टर के उद्योगों को गुजरात में आकर्षित करने और सभी आवश्यक सहयोग प्रदान करने के उद्देश्य से एक डेडिकेटेड इन्स्टीट्यूट ‘गुजरात स्टेट इलेक्ट्रॉनिक मिशन’ (जीएसईएम) की स्थापना की है। इस प्रोजेक्ट की स्थापना से भारत के सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में बड़ा बदलाव आएगा। इससे 5 हजार प्रत्यक्ष एवं 15 हजार परोक्ष रोजगार समेत कुल 20 हजार रोजगार का सृजन होगा। गुजरात सरकार और माइक्रोन टेक्नोलॉजी के बीच हुआ यह एमओयू देश के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। गुजरात में इस क्षेत्र के क्रमिक विकास के कारण सेमिकंडक्टर सेक्टर से संबंधित अन्य क्षेत्रों का विकास भी हो सकेगा। इतना ही नहीं, ग्लोबल सेमीकंडक्टर जायन्ट्स (बड़े वैश्विक उद्योगों) को भी गुजरात में अपनी हाइटेक मैन्युफैक्चरिंग सुविधा स्थापित करने के लिए प्रेरित करेगा। गुजरात औद्योगिक विकास निगम (जीआईडीसी) ने राज्य में ‘प्लग एंड प्ले’ सुविधायुक्त 45,000 हेक्टेयर भूमि विकसित की है। माइक्रोन कंपनी ने अपनी नई एटीएमपी सुविधा के लिए साणंद जीआईडीसी- II का चयन किया है। साणंद जीआईडीसी, गुजरात का सर्वाधिक इंडस्ट्रियलाइज्ड जोन है, और यहां अनेक प्रतिष्ठित राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्रीज कार्यरत हैं। इस अवसर पर जीआईडीसी के वाइस चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक ने माइक्रोन कंपनी को 93 एकड़ जमीन के आवंटन के लिए ऑफर कम अलॉटमेंट (ओसीए) लेटर सौंपा। माइक्रोन कंपनी लीडरशिप इन एनर्जी एंड एन्वायर्नमेंटल डिजाइन (एलईईडीD) के गोल्ड स्टैंडर्ड के अनुरूप या उससे भी उत्कृष्ट असेंबली एवं टेस्टिंग सुविधा की स्थापना करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके अलावा, इस सुविधा में जीरो लिक्विड डिस्चार्ज (झेडएलडी) को सुनिश्चित करने के लिए एडवांस वाटर सेविंग टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाएगा।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने माइक्रोन टेक्नोलॉजी कंपनी को सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र की आधारभूत सुविधा स्थापित करने के लिए गुजरात का चयन करने पर बधाई दी। मुख्यमंत्री ने माइक्रोन कंपनी को पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया तथा सफलता की शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर राज्य सरकार के मंत्री गण, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव के. कैलाशनाथन, मुख्य सचिव राज कुमार, वरिष्ठ सचिव और माइक्रोन कंपनी के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
माइक्रॉन टेक्नोलॉजी कंपनी के बारे में
माइक्रोन टेक्नोलॉजी इंकार्पोरेशन अमेरिका की सबसे बड़ी सेमीकंडक्टर मेमोरी आईडीएम (इंटीग्रेटेड डिवाइस मैन्युफैक्चरिंग) कंपनी है, जो मोबाइल, कंप्यूटर, डेटा सेंटर और हाई परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग के लिए मेमोरी चिप डिवाइसेज बनाने में कुशल है। कंपनी का मुख्यालय अमेरिका के इडाहो स्टेट के बॉइजे शहर में स्थित है। वर्ष 2022 में कंपनी की आय 30.8 बिलियन यूएस डॉलर थी। माइक्रोन कंपनी की अमेरिका, जापान, ताइवान और चीन जैसे देशों में कुल 11 उत्पादन इकाइयां कार्यरत हैं।
मुख्य बिंदुः-
• दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी सेमीकंडक्टर कंपनी
• कंपनी वर्ष 2022 में फॉर्च्यून 500 की सूची में 127 नंबर पर रही
• कंपनी को वर्ष 2022 में दुनिया की सबसे अधिक नैतिक मूल्यों से संचालित कंपनी के रूप में स्वीकृति मिली है
• DivHERsity 2023 पुरस्कार से सम्मानित
• सस्टेनेबिलिटी और ऑपरेशन संदर्भ के 9 अवॉर्ड हासिल किए हैं।
सरकार ने गन्ने का समर्थन मूल्य बढ़ाने का किया एलान
28 Jun, 2023 10:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
केंद्र की भाजपा सरकार ने देश के गन्ना किसानों के लिए तोहफे का एलान किया है। कैबिनेट ने गन्ने की एफआरपी बढ़ाने का फैसला किया है। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि सरकार ने 2023-24 सीजन के लिए गन्ने का उचित एवं लाभकारी मूल्य (एफआरपी) 10 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाकर 315 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है।
अनुराग ठाकुर ने बताया कि कैबिनेट ने चीनी सीजन 2023-24 के लिए गन्ना किसानों के लिए 315 रुपये प्रति क्विंटल के अब तक के उच्चतम उचित और लाभकारी मूल्य को मंजूरी दे दी है। इस निर्णय से पांच करोड़ गन्ना किसानों और उनके आश्रितों को फायदा होगा। इसके साथ-साथ चीनी मिलों और संबंधित सहायक गतिविधियों में कार्यरत पांच लाख श्रमिकों को भी इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि गन्ना सत्र अक्टूबर से शुरू होता है। गन्ने का न्यूनतम मूल्य 2014-15 में 210 रुपये प्रति क्विंटल था।
'पीएम-प्रणाम' योजना को मंजूरी
मंत्रिमंडल ने वैकल्पिक उर्वरकों को बढ़ावा देने के लिये नई योजना 'पीएम-प्रणाम' (कृषि प्रबंधन के लिये वैकल्पिक पोषक तत्वों को प्रोत्साहन) को मंजूरी दी। उर्वरक मंत्री मनसुख मांडविया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक के बाद इसकी जानकारी दी। इस योजना का एलान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक फरवरी को 2023-24 के बजट के दौरान किया था। योजना के तहत केंद्र राज्यों को प्रोत्साहित करेगा कि वे वैकल्पिक उर्वरकों को बढ़ावा दें और रासायनिक उर्वरकों को कम करेंगे।
उन्होंने उदाहरण देते हुए समझाया कि मान लीजिए कि कोई राज्य 10 लाख टन पारंपरिक उर्वरक का उपयोग कर रहा है और यदि वह अपनी खपत 3 लाख टन कम कर देता है तो सब्सिडी की बचत 3,000 करोड़ रुपये होगी। उन्होंने कहा कि सब्सिडी बचत में से केंद्र वैकल्पिक उर्वरक के उपयोग और अन्य विकास कार्यों को बढ़ावा देने के लिए राज्य को 50 प्रतिशत यानी 1,500 करोड़ रुपये देगा।
मास्टरशेफ ऑस्ट्रेलिया 2023 से मिली पानी पुरी को इंटरनेशनल पहचान
28 Jun, 2023 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । इंडिया की स्ट्रीट डिश पानी पुरी ने इंटरनेशलन पहचान हासिल कर ली है। दरअसल मास्टरशेफ ऑस्ट्रेलिया 2023 की प्रतियोगिता में इसे शामिल कर लिया गया जहां भारतीय मूल के शेफ आदि नेवगी ने सरप्राइज़ मिस्ट्री बॉक्स चैलेंज में भारतीय सड़कों की पसंदीदा पानी पुरी को मैक्सिकन ट्विस्ट के साथ पेश कर खूब सुर्खियां बटोरी। मास्टरशेफ ऑस्ट्रेलिया 2023 का हिस्सा बनी 31 वर्षीया प्रतियोगी और भारतीय मूल के शेफ आदि नेवगी ने सरप्राइज़ मिस्ट्री बॉक्स चैलेंज में पानी पुरी बनाकर जजों को आश्चर्यचकित कर दिया। अनी इस उपलब्धि पर प्रतियोगी ने कहा कि मैंने पानी पुरी को एवोकैडो और सैल्मन रो के साथ बनाकर उसे मैक्सिकन ट्विस्ट दिया। उन्होंने कहा कि मैं चाहती थी, कि मैं ऐसा कुछ करूं कि जज कहे कि ओह, मुझे इसकी उम्मीद नहीं थी। आदि नेवगी ने कहा कि कुरकुरी मसालेदार पानी पुरी के स्वाद से बढ़कर कुछ नहीं है। यह सबसे अच्छे भारतीय स्ट्रीट फूड में से एक है।
उन्होंने बताया कि यह डिश देखते ही देखते जजों के बीच तुरंत हिट हो गई। नेवगी ने अपनी प्रभावशाली फ्यूजन डिश से जजों को मंत्रमुग्ध कर दिया। 55 से अधिक देशों की यात्रा कर चुकी मेलबर्न की नेव्गी दुनिया भर के स्वादों से प्रेरित हैं, हालांकि वह अपने पैतृक भारतीय व्यंजनों के लिए भी अपने दिल में एक विशेष स्थान रखती हैं। पेशे से एक डॉक्टर होने के नाते सामान्य चिकित्सा और एंडोक्रिनोलॉजी में उनकी खोज ने भोजन के प्रति उनके जुनून को बढ़ाया है। मास्टरशेफ ऑस्ट्रेलिया भारत में डिज़्नी हॉटस्टार पर प्रसारित होता है।
मुंबई में साढ़े पांच करोड़ का फ्लैट सिर्फ 11 लाख में, सीबीआई से मिली चौंकाने वाली जानकारी
28 Jun, 2023 08:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व एमडी और सीईओ चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर के मामले में जांच एजेंसी ने दावा किया है कि चंदा कोचर ने खुद को फायदा पहुंचाने के लिए बैंक के पैसों का दुरुपयोग किया है. आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व एमडी और सीईओ चंदा कोचर ने अपने निजी काम के लिए बैंक के पैसे का दुरुपयोग किया। केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि चंदा कोचर ने 64 करोड़ रुपये की रिश्वत ली थी. इसके अलावा वीडियोकॉन समूह की कंपनियों को ऋण देने में भी अनियमितताएं और धोखाधड़ी हुई। सीबीआई ने अदालत से मामले में चंदा कोचर, उनके पति दीपक कोचर और अन्य के खिलाफ दायर आरोप पत्र पर संज्ञान लेने का अनुरोध किया। केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में कहा कि चंदा कोचर ने वीडियोकॉन समूह की उन कंपनियों को लोन दिया जो लोन के लिए जरूरी नियामक शर्तों को पूरा नहीं करती थीं. इसके बदले में उन्होंने 64 करोड़ की रिश्वत ली. इसके अलावा, मुंबई के चर्चगेट में वीडियोकॉन के स्वामित्व वाला एक फ्लैट उनके नाम पर स्थानांतरित कर दिया गया था। 26 अगस्त 2009 को चंदा कोचर की अध्यक्षता में आईसीआईसीआई बैंक के निदेशकों की एक समिति ने वीडियोकॉन इंटरनेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड को ऋण स्वीकृत किया। ऋण 7 सितंबर को वितरित किया गया था।
सीबीआई ने कहा कि कोचर को 2016 में सीसीआई चैंबर्स में सिर्फ 11 लाख में एक फ्लैट मिला था। तो उसी बिल्डिंग में, उसी फ्लोर पर उनके बेटे ने 2021 में 19.11 करोड़ का फ्लैट खरीदा. चंदा कोचर, उनके पति दीपक कोचर और वीडियोकॉन ग्रुप के प्रमोटर वीएन धूत पर 3250 करोड़ रुपये के लोन मामले में भ्रष्टाचार का आरोप है। सीबीआई ने मार्च के अंत में मामले में 11,000 पन्नों की चार्जशीट दायर की थी, जिसमें तीनों का नाम था। सीबीआई ने धूत के भतीजे, वीडियोकॉन इंटरनेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (वीआईईएल) के पूर्व निदेशक सौरभ धूत और कंपनी के चार्टर्ड अकाउंटेंट दत्तात्रय कदम पर भी मामला दर्ज किया है। इस मामले में सीबीआई ने पिछले साल दिसंबर में कोचर को गिरफ्तार किया था. बाद में दंपति को बॉम्बे हाई कोर्ट ने अंतरिम जमानत दे दी थी।
ईदगाह कमेटी का फरमान जारी, सड़कों नमाज पढ़ी तो होगी कार्रवाई
28 Jun, 2023 07:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हापुड़ । ईद-उल-अजहा के मौके पर ईदगाह कमेटी ने ईद की नमाज सड़कों पर नहीं पढ़ने के लिए आगाह किया है। कमेटी ने कहा कि कोई भी ऐसा करेगा तो उसपर कार्रवाई होगी। गौरतलब है कि 29 जून को देश में ईद-उल-अजहा (बकरीद)मनाई जाएगी। लेकिन इससे पहले उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में मुस्लिम इलाकों और मस्जिदों पर पोस्टर लगाये गये हैं। इन पोस्टर में ईदगाह कमेटी की ओर से मुस्लिम समुदाय के लोगों से अपील की गई है कि वह ईद की नमाज सड़क पर न पढ़ें। इसके अलावा अन्य दिशा-निर्देश भी इन पोस्टर और बैनर के माध्यम से दिये गये हैं। हापुड़ ईदगाह कमेटी के सचिव डॉक्टर निजामुद्दीन ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से गाइडलाइन जारी की गई है कि ईद की नमाज सड़क पर नहीं पढ़ी जाएगी। इसी का पालन करते हुए सभी मुस्लिम नमाजियों को दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं कि वह मस्जिदों में ही ईद की नमाज अदा करे। ईद की नमाज ईदगाह के अंदर सवा सात बजे होगी। इसके अलावा शहर की बड़ी मस्जिदें, जिनके अंदर जुमे की नमाज होती है। वहां भी ईद की नमाज पढ़ने का इंतजाम किया गया है।
डॉक्टर निजामुद्दीन ने कहा है कि सरकार के आदेशों के बावजूद भी अगर किसी के द्वारा सड़क पर ईद की नमाज पढ़ी जाती है, तो उसके खिलाफ पुलिस-प्रशासन द्वारा कार्रवाई की जाएगी, जिसकी जिम्मेदारी उसकी स्वयं की होगी। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा सड़क पर नमाज न अदा किये जाने के दिशा-निर्देश जारी किये है। जिसको लेकर हापुड़ जिले का प्रशासन बेहद सतर्क है। पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा मुस्लिम समुदाय के लोगों के साथ शांति समिति की बैठक कर सड़क पर नमाज न पढ़े जाने की अपील की जा रही है। जिसका असर हापुड़ में दिखाई दिया है। इसी के चलते ईदगाह कमेटी की ओर से मुस्लिम इलाकों और मस्जिदों पर बैनर, पोस्टर लगाये गये हैं और ईद की नमाज ईदगाह के अलावा मस्जिदों में पढ़े जाने की अपील की जा रही है।
दुनिया के टॉप 150 विश्वविद्यालयों में आईआईटी बॉम्बे हुआ शामिल
28 Jun, 2023 06:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । दुनिया के टॉप 150 विवि में इस बार आईआईटी मुंबई को जगह मिल गई है। जानकारी के अनुसार क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2024 जारी कर दी गई है। गौरतलब है कि इसमें दुनिया भर के विश्वविद्यालयों को रैंकिंग दी जाती है। दुनियाभर के इंस्टिट्यूट्स को अलग-अलग पैमानों पर आंकने के बाद उसे स्कोर दिया जाता है। इसी स्कोर के आधार पर रैंकिंग तैयार की जाती है। हालिया रैंकिंग मंगलवार को जारी की गई है, इस रैंकिंग में दुनिया के टॉप 150 विश्वविद्यालयों में एक भारतीय संस्थान आईआईटी बांबे ने भी जगह बनाई है। इस बार आईआईटी बॉम्बे को इस रैंकिंग में 149वां स्थान मिला है। इसके बाद दूसरा भारतीय संस्थान है आईआईटी दिल्ली, जिसे 197वीं रैंक दी गई है। जानकारी के अनुसार यह बीते 8 सालों में पहली बार है, जब किसी भारतीय संस्थान ने टॉप 150 में जगह बनाई है। इससे पहले वर्ष 2016 में आईआईएससी बैंगलोर को 147वीं रैंक मिली थी।
हांलाकि पिछले साल के मुकाबले आईआईएससी बैंगलोर के स्थान में काफी गिरावट आई है। जहां पिछले साल संस्थान की रैंकिंग 155 थी, वहीं इस साल इसे 225वां स्थान दिया गया है। इस बार दुनिया के टॉप 500 संस्थानों में भारत के 11 संस्थानों ने जगह बनाई है। आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी दिल्ली, आईआईएससी बैंगलोर के बाद 271वें स्थान पर आईआईटी खडगपुर, 278वें में आईआईटी कानपुर, 285वें स्थान पर आईआईटी मद्रास, 364वें में आईआईटी गुवाहाटी, 369वें में आईआईटी रुड़की, 407वें में दिल्ली विश्वविद्यालय और 427वें में अन्ना विश्वविद्यालय शामिल है।
मुंबई समेत महाराष्ट्र के 9 जिलों में मूसलाधार बारिश, पेड़ गिरने से एक शख्स की मौत
28 Jun, 2023 05:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। बुधवार सुबह से मुंबई समेत महाराष्ट्र के कई इलाकों में मूसलाधार बरसात शुरू है. मुंबई-ठाणे और इसके आसपास के इलाकों में भी जोरदार बारिश हो रही है. इससे कई जगहों में जलजमाव हो गया है और ट्रैफिक की रफ्तार धीमी पड़ गई है. रायगढ़ जिले के पोलादपुर में आंबेनली घाट में रात से लेकर सुबह तक दो बार चट्टान खिसकने की खबर है. इस वजह से यह रास्ता बंद कर दिया गया है. खास तौर से राज्य के 9 जिलों में मूसलाधार बरसात शुरू है. इनमें मुंबई, ठाणे, पुणे, नासिक, सातारा, रायगढ़, रत्नागिरी, कोल्हापुर और पालघर जिले हैं. मौसम विभाग ने इन जिलों के लिए येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. बरसात का आलम यह है कि महाराष्ट्र के कई निचले इलाकों में पानी भरने का अनुमान जताया गया है और लोगों से पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचने की सलाह दी गई है. तेज हवाओं के साथ होने वाली मूसलाधार बरसात में कई जगहों पर पेड़ गिरने की घटनाएं सामने आई हैं. मौसम विभाग के मुताबिक अगले तीन-चार दिनों तक राज्य के इन नौ जिलों में मानसून पूरे जोर से सक्रिय रहेगा. इस वजह से इन इलाकों में मूसलाधार और अत्यधिक मूसलाधार बरसात होने का अनुमान है.
मुंबई के पश्चिमी उपनगर मालाड में पेड़ गिरने से एक 38 साल के कौशल दोषी की मौत होने की खबर है. बताया गया है कि मलाड पश्चिम के मामलेदार वाडी इलाके में मणिभाई मुंजी चाल में लगभग 35 फीट लंबा और चार फीट चौड़ा एक पिंपल पेड़ गिर गया। बुधवार सुबह कौशल चाली में शौच के लिए गया था। पेड़ का भारी हिस्सा कौशल के सिर पर गिरने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। जबकि कांदिवली के लालजी पाड़ा इलाके में दस मिनट की बारिश में ही सड़कें नदी बन गईं. लालजी पाड़ा के इंदिरानगर से रेलवे स्टेशन तक जाने वाली सड़क पर पानी जमा होने से आवाजाही में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा. इस सड़क से हर रोज हजारों लोग रेलवे स्टेशन तक पैदल जाते हैं. इनमें से स्कूल जाने वाले बच्चों की तादाद भी बहुत ज्यादा है. उधर बोरिवली, मालाड, अंधेरी, गोरेगांव और दहिसर जैसे इलाकों में बारिश का जोर ज्यादा है और जगह-जगह पानी भर गया है. सड़कों और गलियों में गटर से निकले शौच का पानी सड़कों पर बह रहा है. इससे बरसाती बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ गया है. हर साल मुंबई मनपा की ओर से नाले सफाई और मानसून में होने वाली बरसात से निपटने की तैयारियों के बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं. सरकारें बदलती रहती हैं, लेकिन मनपा के अधिकारियों, कर्मचारियों का रवैया नहीं बदलता. मुंबई की सड़कों पर जल जमाव की समस्या नहीं सुलझती. इस समस्या को सुलझाने के लिए खर्चों का बजट हर साल बढ़ता रहता है.