खेल
पेरिस 2024 ओलंपिक में दिल टूटने के बाद विनेश फोगाट ने कुश्ती से लिया अलविदा
8 Aug, 2024 02:49 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पेरिस 2024 ओलंपिक कुश्ती प्रतियोगिता में वजन कम करने में विफल रहने के कारण अयोग्य घोषित किए जाने के बाद, विनेश फोगाट ने गुरुवार को रेसलिंग से संन्यास की घोषणा कर दी। पेरिस 2024 में, विनेश फोगाट मंगलवार को जापान की मौजूदा ओलंपिक चैंपियन यूई सुसाकी, यूक्रेन की पूर्व यूरोपीय चैंपियन ओक्साना लिवाच और क्यूबा की मौजूदा पैन अमेरिकन गेम्स चैंपियन युसनेलिस गुजमान को हराकर महिलाओं के 50 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में पहुंचीं थीं।
हालांकि, ओलंपिक में कुश्ती फाइनल में प्रतिस्पर्धा करने वाली पहली भारतीय महिला बनने के लिए तैयार विनेश का सपना टूट गया। यूएसए की सारा हिल्डेब्रांट के खिलाफ स्वर्ण पदक मुकाबले से पहले सुबह वजन के बढ़े होने की वजह से उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया। अपने वजन को कम करने के लिए किए गए अथक प्रयासों के बावजूद, विनेश का वजन उनके भार वर्ग 50 किग्रा से थोड़ा अधिक पाया गया और उन्हें कुश्ती फाइनल मुकाबले के लिए अयोग्य करार कर दिया गया। इसके बाद, भोजन और तरल पदार्थों की कमी से हुए डिहाइड्रेशन की वजह से विनेश को ओलंपिक गांव के एक पॉलीक्लिनिक में ले जाना पड़ा, क्योंकि उन्होंने वजन कम करने के लिए खाना-पीना बंद कर दिया था। निराश विनेश ने सोशल मीडिया पर घोषणा कर दी है कि वह अब हमेशा के लिए कुश्ती छोड़ रही हैं।
स्पेन के साथ भारत का पेरिस ओलंपिक 2024 में ब्रॉन्ज मेडल मैच आज, कितने बजे से होगा मैच, कहां देख पाएंगे?
8 Aug, 2024 02:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पेरिस ओलंपिक 2024 में मेंस हॉकी के ब्रॉन्ज मेडल मैच में भारत का मुकाबला आज (8 अगस्त) को पेरिस के यवेस-डू-मानोइर स्टेडियम में शाम 5:30 बजे स्पेन से होगा. गोल्ड जीतने के अपने लक्ष्य से चूकने के बाद, हरमनप्रीत सिंह की टीम कम से कम ब्रॉन्ज मेडल हासिल करने का लक्ष्य रखेगी. भारत ने मेंस हॉकी में आठ बार गोल्ड मेडल जीता है, जबकि उनका आखिरी गोल्ड 1980 में आया था.
भारत बनाम स्पेन का मैच गुरुवार (8 अगस्त) को होगा. यह मैच भारतीय समयानुसार शाम 5:30 बजे शुरू होगा. भारत और स्पेन के बीच अब तक 16 मैच खेले गए हैं और इस समय भारतीय टीम 6-5 से आगे चल रही है. दोनों टीमों के बीच 5 मैच ड्रॉ रहे हैं. पिछली बार भारत और स्पेन की भिड़ंत इसी साल की शुरुआत में FIH हॉकी प्रो लीग में हुई थी, जहां भारत ने शूटआउट में 8-7 से जीत दर्ज की थी.
कहां देख पाएंगे लाइव?
पेरिस ओलंपिक 2024 का आधिकारिक प्रसारण और डिजिटल पार्टनर वायकॉम 18 है. स्पोर्ट्स18 चैनल (एसडी और एचडी) पेरिस ओलंपिक के 2024 सीजन का प्रसारण करेगा. मोबाईल के जरिए आप इसका लुत्फ जियो सिनेमा पर उठा सकेंगे. भारतीय टीम का ब्रॉन्ज मेडल मैच आप इसी जगह देख पाएंगे.
ब्रॉन्ज मेडल मैच के लिए भारतीय टीम:
गोलकीपर: पीआर श्रीजेश
डिफेंडर: जरमनप्रीत सिंह, हरमनप्रीत सिंह, सुमित, संजय
मिडफील्डर: राजकुमार पाल, शमशेर सिंह, मनप्रीत सिंह, हार्दिक सिंह, विवेक सागर प्रसाद
फॉरवर्ड: अभिषेक, सुखजीत सिंह, ललित कुमार उपाध्याय, मंदीप सिंह, गुरजंत सिंह
ऑप्शनल प्लेयर: नीलकांत शर्मा, जुगराज सिंह, कृष्ण बहादुर पाठक
पेरिस ओलंपिक 2024 के समापन समारोह में भारत की ध्वजवाहक होंगी: मनु भाकर
7 Aug, 2024 12:59 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पेरिस ओलंपिक 2024 में दो पदक जीतने वाली स्टार निशानेबाज मनु भाकर को ओलंपिक के समापन समारोह में देश का ध्वजवाहक घोषित किया गया है। इसका एलान भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष डॉ पीटी उषा और शेफ डी मिशन गगन नारंग ने किया। उन्होंने कहा कि हमें खुशी हो रही है कि पिस्टल शूटर मनु भाकर समापन समारोह में ध्वजवाहक होंगी। पुरुष ध्वजवाहक का चयन बाद में किया जाएगा। मनु भाकर को भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा ध्वजवाहक चुने जाने के बाद उनकी प्रतिक्रिया का एक वीडियो सामने आया है। मनु ने कहा कि इसे सुनकर बेहद खुशी हो रही है कि मुझे पेरिस ओलंपिक के लिए भारत की तरफ से समापन समारोह में ध्वजवाहक चुना गया है। मनु भाकर ने पेरिस में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और ग्रीष्मकालीन खेलों में दो कांस्य पदक जीतकर कई उपलब्धियां हासिल कीं।
मनु भाकर ने महिलाओं की व्यक्तिगत 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में तीसरा स्थान हासिल करके मौजूदा ओलंपिक में भारत के लिए पदक तालिका में पहला स्थान हासिल किया, जिससे वह भारत के लिए ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली महिला निशानेबाज बन गईं। इसके बाद सरबजोत सिंह और भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल (मिश्रित टीम) स्पर्धा में कांस्य पदक जीता, जो भारत का पहला शूटिंग टीम पदक था। मनु भाकर के पास पेरिस से तीन पदक जीतने का मौका था, लेकिन अपने अंतिम इवेंट में वह ऐतिहासिक ग्रैंड ट्रेबल से चूक गईं और महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल शूटिंग स्पर्धा में चौथे स्थान पर रहीं। वह ओलंपिक में तीन पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनने का मौका चूक गईं। भाकर स्वतंत्रता के बाद भारतीय दल की पहली एथलीट हैं, जिन्होंने पेरिस ओलंपिक के एक ही संस्करण में दो पदक जीते हैं।
बता दें, 2021 में टोक्यो ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल क्वालीफिकेशन राउंड के दौरान उनकी बंदूक में खराबी आ गई थी, जिससे समय की हानि हुई। उनके पास अपने शॉट्स का कोटा पूरा करने के लिए बहुत कम समय बचा था। वह फाइनल राउंड के लिए क्वालीफाई करने के लिए आवश्यक शीर्ष आठ में जगह बनाने से चूक गईं और 12वें स्थान पर रह गई थीं। इससे पहले 1900 के ओलंपिक में नॉर्मन प्रिचर्ड ने भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए दो रजत पदक जीते थे। दोनों पदक 200 मीटर बाधा दौड़ में जीते थे।
नीरज चौपड़ा का शानदार प्रदर्शन, खुद का रिकॉर्ड तोड़कर फाइनल में प्रवेश
7 Aug, 2024 12:51 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत के स्टार भाला फेंक एथलीट नीरज चौपड़ा ने क्वालीफिकेशन मुकाबले में दमदार प्रदर्शन किया। उन्होंने अपने पहले ही प्रयास में फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया। चौपड़ा ने पहले ही प्रयास में इस सत्र का सबसे अच्छा प्रदर्शन करते हुए 89.34 मीटर का थ्रो किया। नीरज चौपड़ा को क्वालीफिकेशन करने के लिए 84 मीटर थ्रो करना था, जिसके जबाव में नीरज ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 89.34 मीटर का थ्रो किया, जोकि फाइनल में क्वालीफाई करने के लिए काफी अधिक था।
नीरज के अलावा पाकिस्तान के उनके प्रतिद्वंद्वी अरशद नदीम ने भी पहले ही प्रयास में कमाल का प्रदर्शन किया और 86.59 मीटर का थ्रो कर स्वतः फाइनल के लिए क्वालिफाई कर लिया। नीरज की तरह अरशद का भी यह सीजन का सर्वश्रेष्ठ थ्रो था। गत ओलंपिक और विश्व चैंपियन नीरज ने 87.58 मीटर के प्रयास के साथ टोक्यो ओलंपिक का स्वर्ण पदक जीता था। वहीं, ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया और फाइनल के लिए क्वालिफाई कर लिया। पीटर्स ने पहले प्रयास में 88.63 का थ्रो फेंका और वह ग्रुप बी से सीधे क्वालिफाई करने वाले तीसरे एथलीट बने। पहले प्रयास में फाइनल के लिए सीधे क्वालिफाई करने के बाद नीरज और अरशद ने क्वालिफिकेशन में आगे हिस्सा नहीं लेने का निर्णय लिया और वे अन्य प्रयास में भाला फेंकने नहीं आए। फाइनल मुकाबला आठ अगस्त को भारतीय समयानुसार देर रात 11.50 बजे से होगा। नीरज अब फाइनल में ओलंपिक के इतिहास में खिताब बरकरार रखने वाले पांचवें पुरुष भाला फेंक खिलाड़ी बनने के इरादे से उतरेंगे। अगर वह खिताब जीतते हैं तो ओलंपिक व्यक्तिगत वर्ग में दो स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय भी बन जाएंगे।
44 साल बाद गोल्ड का सपना टूट गया: जर्मनी के खिलाफ हार का सामना, ब्रॉन्ज के लिए लड़ेगी भारतीय हॉकी टीम
7 Aug, 2024 11:35 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ओलंपिक में 44 साल बाद गोल्ड मेडल जीतने का भारतीय पुरुष हॉकी टीम का सपना जर्मनी के हाथों पेरिस ओलंपिक के सेमीफाइनल में 2-3 से मिली हार से टूट गया. तोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक के मुकाबले में जर्मनी को हराने वाली भारतीय टीम पेरिस ओलंपिक में अब अपना कांस्य पदक मुकाबला 08 अगस्त को रात 8.30 बजे स्पेन के खिलाफ खेलेगी. वहीं फाइनल मुकाबला जर्मनी और नीदरलैंड्स के बीच खेला जाएगा. पहले क्वार्टर में बढ़त बनाने के बावजूद भारतीय टीम लय कायम नहीं रख पाई. डिफेंस बिखरा हुआ था तो फॉरवर्ड पंक्ति दबाव में दिखी जबकि मिडफील्ड में भी कई गलतियां हुई. भारत को अपने अनुभवी फर्स्ट रशर अमित रोहिदास की कमी बुरी तरह खली जो ब्रिटेन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में मिले रेडकार्ड के कारण एक मैच का प्रतिबंध झेल रहे हैं. भारत को मैच में 12 पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन दो ही गोल में बदल सके.
भारत के लिये सातवें मिनट में कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने और 36वें मिनट में सुखजीत सिंह ने गोल किया जबकि जर्मनी के लिये गोंजालो पेयाट ने 18वें, क्रिस्टोफर रूर ने 27वें और मार्को मिल्टकाउ ने 54वें मिनट में गोल दागे. आठ बार की चैम्पियन भारतीय टीम ने आखिरी बार ओलंपिक स्वर्ण 1980 में मॉस्को में और रजत 1960 में रोम में जीता था. पहले 15 मिनट में भारत ने दबदबा बनाये रखा और विरोधी गोल पर लगातार हमले बोले. भारत ने बेहद आक्रामक शुरूआत करते हुए दूसरे ही मिनट में पेनल्टी कॉर्नर बनाया जिस पर हरमनप्रीत का शॉट बचा लिया गया. अगले मिनट में फिर मिला पेनल्टी कॉर्नर भी बेकार गया. भारत को सातवें मिनट में लगातार चार पेनल्टी कॉर्नर मिले और चौथे को हरमनप्रीत ने गोल में बदला. भारतीय कप्तान का यह पेरिस ओलंपिक में आठवां गोल था.
दूसरे क्वार्टर में जर्मनी ने आक्रामक वापसी की और 18वें मिनट में मैच का पहला पेनल्टी कॉर्नर बनाया जिसे पेलाट ने गोल में बदला. इसके दो मिनट बाद भारत के सामने गोल करने का मौका था लेकिन टूर्नामेंट में भी तक दो गोल कर चुके अभिषेक का निशाना गोल के ठीक सामने चूका. इस बीच जर्मनी को 27वें मिनट में मिला पेनल्टी कॉर्नर वीडियो रेफरल पर पेनल्टी स्ट्रोक में बदला गया जिसे रूर ने गोल में बदलकर भारत पर 2- 1 से बढत बना ली. हाफटाइम तक जर्मनी के पास यह बढत बरकरार रही. हाफ टाइम के बाद भारतीय टीम ने आक्रामक शुरूआत की और पहले ही मिनट में पेनल्टी कॉर्नर बनाया लेकिन जर्मनी के डिफेंस ने हरमनप्रीत को रोकने के लिये अच्छा होमवर्क किया था. एक और पेनल्टी कॉर्नर पर हरमनप्रीत का पहला और रिबाउंड पर हार्दिक सिंह का प्रयास गोल में नहीं बदल सका. भारत को 36वें मिनट में मैच का 11वां पेनल्टी कॉर्नर मिला जिस पर पहली बार वैरिएशन का इस्तेमाल किया गया तो जर्मन डिफेंस चकमा खा गया. हरमनप्रीत की फ्लिक को सुखजीत ने जर्मन गोल में डिफ्लैक्ट करके भारत को बराबरी दिलाई.
आखिरी क्वार्टर में भारतीय डिफेंस में शुरूआती मिनटों में ही जर्मनी का शर्तिया गोल बचाया. पेनल्टी कॉर्नर पर पेयाट का पहला शॉट श्रीजेश ने बचाया लेकिन गोल के सामने ही से रिबाउंड पर दूसरा शॉट युवा डिफेंडर संजय ने बहुत मुस्तैदी से बाहर निकाला. जर्मनी को 51वें मिनट में फिर पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन लुकास विंडफेडर के शॉट को श्रीजेश ने बचाया और गेंद को सर्कल से हरमनप्रीत ने बाहर निकाला. इस बीच जर्मन स्ट्राइकर लगातार भारतीय गोल के भीतर ही गेंद को रखे हुए थे और तीन मिनट बाद मार्को मिल्टकाउ ने पेयाट के बेहतरीन पास पर उतनी ही खूबसूरती से स्टिक का कमाल दिखाकर गेंद को गोल के भीतर डाला.
जंतर मंतर से पेरिस ओलंपिक फाइनल तक, विनेश फोगाट का संघर्ष सफर
7 Aug, 2024 11:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ओलंपिक पदक पक्का करने का अपना सपना पूरा करने से महीनो पहले विनेश फोगाट व्यवस्था से नाराज थी। लेकिन धमकी, पुलिस हिरासत, प्रदर्शन की अगुवाई करने को लेकर हुई आलोचना भी उनका हौसला डिगा नहीं सकी। कुश्ती को लड़कों का खेल मानने वाले गांव के लोगों के विरोध का सामना करने से लेकर नौ वर्ष की उम्र में अपने पिता को खोने, रसूखदार खेल प्रशासकों से लोहा लेने तक विनेश ने कई चुनौतियों का सामना किया । हरियाणा की इस धाकड़ का पेरिस तक का सफर आसान नहीं रहा और बहुत कुछ दांव पर था। उसने हालात के आगे घुटने टेकने की बजाय लड़ने का रास्ता चुना और इतिहास रच डाला। मैट के ऊपर और उससे बाहर उन्होंने जिस तरह से चुनौतियों का सामना किया, वह एक नजीर बनकर उभरी हैं।
जो कुछ हुआ, उसे लेकर अवसाद में जाने की बजाय उन्होंने डटकर सामना किया और जीवट और जुझारूपन की नयी कहानी लिखते हुए ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन गई। उस पूरे दौर में विनेश को अटल विश्वास था कि उनकी लड़ाई सही है । इसके बाद उन्होंने पेरिस ओलंपिक का टिकट कटाने पर फोकस किया जो एक नया चुनौती थी। उन्हें 53 किलो की बजाय 50 किलो में उतरना पड़ा। ओलंपिक क्वालीफायर से पहले कई ट्रायल मुकाबले हुए और इस बीच उन्हें घुटने की सर्जरी भी करानी पड़ी। रियो ओलंपिक में एसीएल चोट के कारण उनका कैरियर एक बार लगभग खत्म ही माना जा रहा था ।
भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर प्रदर्शन की अगुवाई करने पर उनकी काफी आलोचना हुई । मामला पुलिस तक , अदालत तक पहुंचा। विनेश ने अपने साथी पहलवानों के साथ जंतर मंतर पर प्रोटेस्ट किया। इससे उनकी आलोचना हुई। आलोचकों ने विनेश का बोरिया बिस्तर बांध ही दिया था कि कुछ दिन बाद 30 साल की होने जा रही विनेश पीछे हटने वालों में से नहीं थी। चुनौतियों की शुरूआत ट्रायल से ही हो गई जब उन्हें अधिकारियों को राजी करना पड़ा कि उन्हें दो भारवर्गों में उतरने दिया जाये और फिर 50 किलो में उनका चयन हुआ। इस बीच यह अफवाह भी फैली कि उन्होंने डोप टेस्ट से बचने की कोशिश की । पेरिस में पहले दौर का मुकाबला मौजूदा चैम्पियन से था लेकिन युइ सुसाकी के रसूख से डरे बिना विनेश ने उन्हें उनके कैरियर की पहली हार की ओर धकेला। इसके बाद यूक्रेन की ओकसाना लिवाच को हराया।सेमीफाइनल में जीत दर्ज करके उन्होंने फाइनल में जगह बनाई ।
Paris Olympics 2024: नीरज चोपड़ा इतिहास रचने उतरेंगे, किशोर जेना पर भी होंगी नजरें
6 Aug, 2024 05:19 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारतीय एथलेटिक्स के लिए कई कीर्तिमान बना चुके नीरज चोपड़ा अपने दूसरे ओलंपिक में एक बार फिर अपने भाले से इतिहास रचना चाहेंगे, चूंकि 140 करोड़ भारतीयों को उनसे एक बार फिर पीले तमगे की उम्मीद है। नीरज मंगलवार को किशोर जेना के साथ भालाफेंक क्वालीफिकेशन में उतरेंगे। उनकी अप्रतिम निरंतरता की एक बार फिर परीक्षा होगी क्योंकि पूरे सत्र में वह जांघ के भीतरी हिस्से की मांसपेशी में (एडक्टर) परेशानी से जूझते आए हैं। चोपड़ा अगर स्वर्ण जीतते हैं तो ओलंपिक के इतिहास में खिताब बरकरार रखने वाले पांचवें खिलाड़ी बन जाएंगे। इसके साथ ही ओलंपिक व्यक्तिगत वर्ग में दो स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय भी बनेंगे।
इतिहास रचेंगे नीरज
ओलंपिक की पुरुष भालाफेंक स्पर्धा में अभी तक एरिक लेमिंग (स्वीडन 1908 और 1912), जोन्नी माइरा (फिनलैंड 1920 और 1924), जान जेलेंजी (चेक गणराज्य 1992 और 1996) और आंद्रियास टी (नार्वे 2004 और 2008) की ओलंपिक में भालाफेंक स्पर्धा में खिताब बरकरार रख सके हैं। इस साल चोपड़ा ने सिर्फ तीन स्पर्धाओ में भाग लिया लेकिन उनके बाकी प्रतिस्पर्धी भी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं।
फिटनेस नहीं है मसला
हालांकि उनके कोच ने फिटनेस को लेकर चिंताओं को खारिज करते हुए कहा कि अब उनके एडक्टर में कोई परेशानी नहीं है और वह कड़ा अभ्यास कर रहे हैं। भारत के किशोर जेना भी दौड़ में हैं जिन्होंने पिछले साल एशियाई खेलों में 87.54 मीटर का थ्रो फेंककर क्वालीफाई किया था लेकिन उसके बाद से 80 मीटर तक भी नहीं पहुंच पाए हैं।
भारतीय हॉकी टीम ने 44 साल का सूखा खत्म करने की ओर बढ़ाया कदम, वर्ल्ड चैंपियन जर्मनी की चुनौती
6 Aug, 2024 05:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ओलंपिक में 44 साल बाद स्वर्ण पदक जीतने की राह पर भारतीय हॉकी टीम के सामने मंगलवार को सेमीफाइनल में विश्व चैंपियन जर्मनी की चुनौती होगी और इस बाधा को पार करके टीम 'संकटमोचक' पीआर श्रीजेश को शानदार विदाई देने के अपने मिशन की अगला कदम रखेगी। ब्रिटेन के विरुद्ध क्वार्टर फाइनल में दस खिलाड़ियों तक सिमटने के बावजूद भारतीय टीम ने जिस साहस और कौशल का प्रदर्शन करके मुकाबला पेनाल्टी शूटआउट तक खिंचा, वह प्रशंसनीय है। टोक्यो ओलंपिक कांस्य पदक मैच में जर्मनी की पेनल्टी बचाकर भारत को 41 साल बाद पदक दिलाने वाले नायक श्रीजेश एक बार फिर जीत के सूत्रधार बने थे।
44 साल का सूखा खत्म करने की कोशिश
36 वर्ष के श्रीजेश का यह आखिरी टूर्नामेंट है और उन्हें स्वर्ण पदक के साथ विदा करने का मिशन भारतीय टीम के लिए अतिरिक्त प्रेरणा बना है। भारत ने आठ ओलंपिक स्वर्ण में से आखिरी 1980 में मास्को में जीता था और अब पेरिस में उसके पास 44 साल बाद इतिहास रचने का मौका है। सेमीफाइनल जीतने पर भारत का रजत तो पक्का हो जाएगा जो अंतिम बार उसने 1960 में रोम में जीता था।
अमित रोहिदास नहीं खेलेंगे
प्रमुख डिफेंडर अमित रोहिदास मंगलवार को होने वाले सेमीफाइनल मैच में नहीं खेल पाएंगे क्योंकि उन पर लगाए गए एक मैच के निलंबन के खिलाफ दायर की गई हॉकी इंडिया की अपील को एफआईएच ने खारिज कर दिया है। रोहिदास को ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ रविवार को खेले गए क्वार्टर फाइनल मैच के दौरान रेड कार्ड मिला था जिसके कारण एफआईएच ने उन्हें एक मैच के लिए निलंबित कर दिया था। इसका मतलब है कि इस महत्वपूर्ण मैच के लिए भारत के केवल 15 खिलाड़ी ही उपलब्ध रहेंगे जो आठ बार के ओलंपिक चैंपियन के लिए करारा झटका है।
Paris Olympics 2024: मेडल गंवाने के बाद लक्ष्य सेन की हालत खराब, भावुक होकर दिया इंटरव्यू
6 Aug, 2024 05:08 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत के युवा बैडमिंटन सितारे लक्ष्य सेन सोमवार को पेरिस ओलंपिक-2024 में ब्रॉन्ज मेडल मैच हार गए। मेंस सिंगल्स में तीसरे स्थान के लिए उनके सामने मलेशिया के ली जी जिया थे। लक्ष्य ने काफी कोशिश की लेकिन अपना पहला ओलंपिक मेडल नहीं जीत सके और इस हार ने उन्हें बुरी तरह से तोड़ दिया। मैच के बाद लक्ष्य जब इंटरव्यू दे रहे थे तब उनकी स्थिति काफी खराब लग रही थी। वह टूटे हुए लग रहे थे। लक्ष्य अगर ये मैच जीतकर मेडल अपने गले में पहन लेते तो वह ओलंपिक खेलों में बैडमिंटन में मेडल जीतने वाले भारत के पहले खिलाड़ी बन जाते। लक्ष्य भारत के पहले पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी हैं जिसने ओलंपिक सेमीफाइनल में जगह बनाई है। लेकिन वह मेडल नहीं जीत सके। मलेशियाई खिलाड़ी ने पहला गेम गंवाने के बाद दमदार वापसी की और 13-21, 21-16,21-11 से लक्ष्य को मात देकर उन्हें इतिहास रचने से महरूम कर दिया।
'कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं'
मेडल मैच गंवाने के बाद लक्ष्य ने स्पोर्ट्स 18 से बात की। इस दौरान वह काफी हताश और टूटे हुए लग रहे थे। वह ठीक तरह से बोलने की स्थिति में भी नहीं दिख रहे थे। उनसे जब मैच के बारे में पूछा गया तो लड़खड़ती आवाज में लक्ष्य ने कहा, "इस समय मैं कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं हूं।" लक्ष्य को दूसरे गेम में हाथ में चोट लग गई थी। उन्होंने माना कि इस चोट के कारण जो ब्रेक लिया था उससे वह अपनी लय खो बैठे। लक्ष्य ने कहा, "गेम के बीच मेरे हाथ में से खून आने लगा था। कई बार आप इस तरह के ब्रेक से लय खो बैठते हो और फिर दोबारा फोकस करने में परेशानी होती है।"
Paris Olympics 2024: नीरज चोपड़ा की जीत पर अमेरिकी CEO ने की ‘लॉटरी’ की बात, लाखों का मौका
5 Aug, 2024 02:59 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत की छाती दुनियाभर में चौड़ी करने वाले नीरज चोपड़ा पेरिस ओलंपिक में उतरने की तैयारी में हैं। इससे पहले ही एक भारतीय मूल के वीजा स्टार्टअप के सीईओ ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने वादा किया है कि अगर नीरज चोपड़ा पेरिस ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतते हुए अपने खिताब को बचाने में कामयाब होते हैं तो उनकी कंपनी हर किसी को मुफ्त वीजा देगी। यह CEO एटलिस के संस्थापक मोहक नहाता हैं, जिन्होंने लिंक्डइन पर यह वादा किया। अब उनका पोस्ट वायरल हो रहा है। उनका वादा है कि अगर नीरज चोपड़ा पोडियम पर शीर्ष स्थान हासिल करते हैं तो एटलिस अपने सभी उपयोगकर्ताओं को एक पूरे दिन के लिए निशुल्क वीजा प्रदान करेगा। इसका मतलब है कि कोई भी व्यक्ति, चाहे वह किसी भी राष्ट्रीयता का हो, बिना किसी लागत के किसी भी देश के लिए वीजा के लिए आवेदन कर सकता है। नहाता ने लिंक्डइन पर पोस्ट किया- अगर नीरज चोपड़ा ओलंपिक में स्वर्ण जीतते हैं तो मैं व्यक्तिगत रूप से सभी को निशुल्क वीजा भेजूंगा।
नहाता ने स्पष्ट किया कि फ्री वीजा सभी देशों के लिए होंगे और आवेदक को इसके लिए बिल्कुल भी पैसे नहीं देने होंगे। उन्होंने कहा- 30 जुलाई को मैंने सभी से वादा किया था कि अगर नीरज चोपड़ा स्वर्ण जीतते हैं तो उन्हें फ्री वीजा दिया जाएगा। चूंकि आप में से बहुत से लोगों ने विवरण मांगा है, इसलिए यहां बताया गया है कि यह कैसे काम करेगा। नीरज चोपड़ा 8 अगस्त को पदक के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे। अगर वह स्वर्ण पदक जीतते हैं तो हम सभी उपयोगकर्ताओं को एक पूरे दिन के लिए एक फ्री वीजा प्रदान करेंगे। उन्होंने आगे कहा- आपके वीजा की कीमत आपको शून्य होगी। यह पूरी तरह से हम पर निर्भर है। इस ऑफर के अंतर्गत कौन से देश शामिल हैं? सभी देश - चुनें कि आप आगे कहां यात्रा करना चाहते हैं। इस ऑफर का लाभ उठाने के लिए आपको क्या करना होगा? नीचे टिप्पणियों में अपना ईमेल डालें और हम आपके लिए फ्री वीजा क्रेडिट के साथ एक खाता बनाएंगे।
मोहक नहाता की कंपनी एटलीस क्या करती है?
मोहक नहाता की एटलीस कंपनी वीजा सहित यात्रा के बारे में जानकारी प्रदान करती है। कंपनी वीजा और अन्य आवश्यक यात्रा दस्तावेज प्राप्त करना आसान बनाती है। इसका ऐप यात्रियों को वीजा आवेदन पूरा करने, आवश्यक अपॉइंटमेंट शेड्यूल करने, घर पर पासपोर्ट फोटो लेने और भविष्य में उपयोग के लिए यात्रा दस्तावेज और जानकारी जैसी चीजें उपलब्ध कराती है। इसके अतिरिक्त एटलीस विभिन्न देशों में पर्यटकों के लिए प्रमुख प्रतिबंधों और आवश्यकताओं की निगरानी करता है।
भारत को हॉकी गोल्ड के लिए दो जीत की जरूरत, जर्मनी से मुकाबला कब और कहां
5 Aug, 2024 02:49 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लंपिक में 44 साल बाद स्वर्ण पदक जीतने की राह पर भारतीय हॉकी टीम के सामने मंगलवार को सेमीफाइनल में विश्व चैम्पियन जर्मनी की चुनौती होगी और इस बाधा को पार करके टीम ‘संकटमोचक’ पी आर श्रीजेश को शानदार विदाई देने के अपने मिशन की अगला कदम रखेगी। ब्रिटेन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में दस खिलाड़ियों तक सिमटने के बावजूद भारतीय टीम ने जिस साहस और कौशल का प्रदर्शन करके मुकाबला पेनल्टी शूटआउट तक खिंचा, वह काबिले तारीफ है। तोक्यो ओलंपिक कांस्य पदक मैच में जर्मनी की पेनल्टी बचाकर भारत को 41 साल बाद पदक दिलाने वाले नायक श्रीजेश एक बार फिर जीत के सूत्रधार बने।
उन्होंने शूटआउट में ब्रिटेन के दो शॉट बचाये और इससे पहले निर्धारित समय के भीतर भी ब्रिटेन ने 28 बार भारतीय गोल पर हमला बोला और दस पेनल्टी कॉर्नर बनाये लेकिन महज एक सफलता मिली। छत्तीस वर्ष के श्रीजेश का यह आखिरी टूर्नामेंट है और उन्हें स्वर्ण पदक के साथ विदा करने का मिशन भारतीय टीम के लिये अतिरिक्त प्रेरणा बना है। भारत ने आठ ओलंपिक स्वर्ण में से आखिरी 1980 में मॉस्को में जीता था और अब पेरिस में उसके पास 44 साल बाद इतिहास रचने का मौका है। सेमीफाइनल जीतने पर भारत का रजत तो पक्का हो जायेगा जो आखिरी बार उसने 1960 में रोम में जीता था।
ब्रिटेन के खिलाफ भारत ने करीब 40 मिनट दस खिलाड़ियों के साथ खेला क्योंकि अमित रोहिदास को रेडकार्ड दिखाया गया था। अब सेमीफाइनल में भी भारत को अपने नंबर एक फर्स्ट रशर के बिना ही खेलना होगा जिन पर एक मैच का प्रतिबंध लगाया गया है। हॉकी इंडिया ने हालांकि इसके खिलाफ अपील की है। रोहिदास की गैर मौजूदगी भारत को पेनल्टी कॉर्नर में भी खलेगी क्योंकि कप्तान हरमनप्रीत सिंह के बाद वह भारत के ड्रैग फ्लिक विशेषज्ञ हैं। उनकी गैर मौजूदगी में अब हरमनप्रीत पर अतिरिक्त दबाव रहेगा जो शानदार फॉर्म में हैं और अब तक सात गोल कर चुके हैं।
भारत बनाम जर्मनी ओलंपिक हॉकी मैच लाइव कब और कहां देख सकते हैं?
भारत बनाम जर्मनी सेमीफाइनल मैच मंगलवार 6 अगस्त को रात 10:30 बजे पर होगा। फैंस इस मैच को स्पोर्ट्स 18 1 और स्पोर्ट्स 18 2 चैनलों पर लाइव देख सकते हैं।
Paris Olympics 2024: विनेश फोगाट और अंतिम पंघाल से ओलंपिक पदक की उम्मीद
5 Aug, 2024 01:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छह भारतीय पहलवान 5 अगस्त से 11 अगस्त तक पेरिस 2024 ओलंपिक में मैट पर उतरेंगे। पेरिस में चैंप डे मार्स एरिना ग्रीष्मकालीन खेलों में कुश्ती प्रतियोगिता की मेजबानी करेगा। यह 21वां संस्करण होगा जहां भारतीय पहलवान ओलंपिक खेलों के कुश्ती इवेंट में प्रतिस्पर्धा करेंगे। टोक्यो 2020 में सात भारतीय पहलवानों ने भाग लिया था, जहां रवि कुमार दहिया (पुरुष फ्रीस्टाइल 57 किग्रा) ने रजत और बजरंग पुनिया (पुरुष फ्रीस्टाइल 65 किग्रा) ने कांस्य पदक जीता था। फोगाट बहनों में से एक, दो बार की ओलंपियन विनेश फोगाट, पेरिस 2024 ओलंपिक में कुश्ती के लिए छह सदस्यीय भारतीय दल का नेतृत्व करेंगी। वह ग्रीष्मकालीन खेलों में पहली बार महिलाओं की 50 किग्रा वर्ग में प्रतिस्पर्धा करेंगी, इससे पहले उन्होंने रियो 2016 में महिलाओं के 48 किग्रा और टोक्यो 2020 में महिलाओं के 53 किग्रा वर्ग में भाग लिया था।
मौजूदा एशियाई खेलों की कांस्य पदक विजेता अंतिम पंघाल पेरिस में महिलाओं की 53 किग्रा स्पर्धा में अपना ओलंपिक डेब्यू करने के लिए तैयार हैं। 19 वर्षीय भारतीय पहलवान अंडर-20 कुश्ती विश्व चैंपियन बनने वाली पहली भारतीय महिला भी हैं। अंतिम ने 2023 विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर भारत को पेरिस 2024 के लिए ओलंपिक कोटा दिलाया था। राष्ट्रमंडल खेलों की रजत पदक विजेता अंशु मलिक (महिला 57 किग्रा), अंडर-23 विश्व चैंपियन रीतिका हुड्डा (महिला 76 किग्रा) और एशियाई चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता निशा दहिया (महिला 68 किग्रा) अन्य महिला भारतीय पहलवान हैं जो पेरिस में अपना ओलंपिक डेब्यू करेंगी।
इस बीच, अमन सहरावत पेरिस 2024 ओलंपिक बर्थ हासिल करने वाले एकमात्र भारतीय पुरुष पहलवान हैं। एशियाई चैंपियन और एशियाई खेलों के कांस्य पदक विजेता, 20 वर्षीय अमन ग्रीष्मकालीन खेलों में पुरुषों की फ्रीस्टाइल 57 किग्रा स्पर्धा में मैट पर उतरेंगे। कोई भी भारतीय ग्रीको-रोमन पहलवान पेरिस 2024 में जगह बनाने में कामयाब नहीं हुआ है। भारत ने ओलंपिक में दो रजत और पांच कांस्य पदक समेत सात कुश्ती पदक जीते हैं। केडी जाधव ने हेलसिंकी 1952 में पुरुषों की फ्रीस्टाइल 57 किग्रा स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था। सुशील कुमार ने बीजिंग 2008 में कांस्य पदक और लंदन 2012 में रजत पदक अपने नाम किया। योगेश्वर दत्त (पुरुषों की फ्रीस्टाइल 60 किग्रा) और साक्षी मलिक (महिलाओं की 58 किग्रा) ने भी क्रमशः लंदन 2012 और रियो 2016 में कांस्य पदक जीते।
दो लाख की आबादी वाले सेंट लूसिया की जूलियन ने जीता स्वर्ण
4 Aug, 2024 07:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पेरिस । पेरिस ओलंपिक में दो लाख से कम आबादी वाले देश सेंट लूसिया की जूलियन अल्फ्रेड ने स्वर्ण पदक जीतकर सबको हैरान कर दिया। जूलियन ने महिलाओं की 100 मीटर रेस का फाइनल जीता। जूलियन ने ये रेस 10.72 सेकंड में ही पूरी कर ली। यह ओलंपिक में सेंट लूसिया का पहला ओलिंपिक पदक है। बारिश की वजह से गीले ट्रैक पर रेस के आयोजन पर भी कई सवाल उठे हैं। वहीं अमेरिका की शाकैरी रिचर्डसन ने 10.87 सेकंड के साथ रजत पदक जीता। अमेरिका की ही मेलिसा जेफरसन ने 10.92 सेकंड के साथ तीसरे स्थान पर रहने के साथ ही कांस्य पदक जीता।
जूलियन इससे पहले हीट राउंड में 10.95 सेकंड का समय निकालकर 5वें नंबर पर थीं। वह सेमीफाइनल में भी सबसे तेज धावक रहीं। जुलियन ने सेमीफाइनल में 10.84 सेकंड का समय निकाला था। फाइनल मुकाबले में वह छठे लेन में थीं।
इस स्पर्धा में अमेरिका एक बार फिर स्वर्ण पदक नहीं जीत पायी। अंतिम बार 1996 में गेल डेवर्स ने ओलंपिक में अमेरिका की ओर से इस वर्ग में जीत दर्ज की थी। जोन्स को डोपिंग के लिए उनके 2000 के ओलंपिक स्वर्ण से हटा दिया गया था।
एक दशक से अधिक समय बाद धोनी से मिले जोगिंदर
4 Aug, 2024 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चंडीगढ़। 2007 टी20 विश्वकप क्रिकेट की विजेता टीम में शामिल रहे ऑलराउंडर जोगिंदर शर्मा की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर आई है। इसमें वह भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी से मिलते दिख रहे हैं। मध्यम गति के गेंदबाज रहे जोगिंदर ने साल 2004-07 के बीच 4 एकदिवसीय और टी20ई खेले थे।
जोंगिदर को विश्वकप के बाद भारतीय टीम में जगह नहीं मिली और वह हरियाणा पुलिस में भर्ती को गये। आज पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) बन गये हैं। जोगिंदर ने 2023 में पेशेवर क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया था। उन्होंने 2017 के बाद से कोई पेशेवर क्रिकेट मैच नहीं खेला है।
जोगिंदर ने सोशल मीडिया पर लिखा कि बहुत लंबे समय के बाद कप्तान माही से मिलकर अच्छा लगा। लगभग 12 साल बाद मिलने का आनंद ही अलग था।
पाकिस्तान के खिलाफ 2007 टी20 विश्व कप फाइनल में जोगिंदर ने अंतिम ओवरों में शानदार प्रदर्शन करते हुए यूनिस खान को आउट कर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। तब अंतिम ओवर में पाकिस्तान को 13 रन चाहिए थे और एक विकेट बचा हुआ था और मिस्बाह उल हक खेल रहे थे। इसके बाद भी जोगिंदर ने अपनी पहली 2 गेंदों पर सात रन दिए, जिसमें मिस्बाह का छक्का भी शामिल था पर तीसरी गेंद पर पाक खिलाड़ी का कैच श्रीसंत ने लिया।
जोगिंदर ने 4 टी-20 मैचों में 4 विकेट लिए, जबकि 4 एकदिवसीचय मैचों की तीन पारियों में 35 रन बनाए और एक विकेट लिया।।
विजेंदर ने पेरिस ओलंपिक में निशांत के साथ चीटिंग के आरोप लगाये
4 Aug, 2024 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पेरिस। ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने कहा है कि पेरिस ओलंपिक में भारतीय मुक्केबाज निशांत देव के साथ चीटिंग हुई है। निशांत को यहां क्वार्टर फाइनल में हार को सामना करना पड़ा था। इस भारतीय मुक्केबाज को 71 किग्रा भार वर्ग में मेक्सिको के मार्को वर्डे अल्वारेज ने करीबी मुकाबले में हरा दिया था। इस मुकाबले में निशांत ने पहले राउंड में जीत हासिल की। दूसरे राउंड में भी वह हावी दिखे। उन्होंने विरोधी मुक्केबाज पर कई जोरदार प्रहार किये पर इसके बाद भी जजों ने अल्वारेज को विजेता घोषित कर दिया। 3-1 से आगे हो गए।
अल्वारेज ने अंतिम राउंड में आक्रामक शुरुआत करते हुए जमकर प्रहार किये पर जैसे-जैसे मुकाबला आगे बढ़ा, वह धीमे होते गये। वहीं निशांत ने पंच लगाने के प्रयास किये पर वह धीमे रहे। अल्वारेज ने इसका फायदा उठाया और जीत हासिल की।
निशांत की हार पर लोग भड़क गये और उन्होंने सोशल मीडिया पर जजों पर भेदभाव के आरोप लगाये। विजेंदर सिंह ने कहा कि स्कोरिंग प्रणाली क्या है ये समझ से परे है। मुझे लगता है कि यह करीबी मुकाबला रहा। निशांत ने काफी अच्छा खेला। निशांत पेरिस ओलंपिक खेलों से बाहर होने वाले पांचवें भारतीय मुक्केबाज रहे।