उत्तर प्रदेश
सीएम योगी ने उज्ज्वला योजना का लाभ पहुंचाया, महिलाओं के खातों में 511 रुपये ट्रांसफर किए गए
12 Mar, 2025 02:55 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
होली के ठीक पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने महिलाओं को तोहफा दिया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत राज्य के 1.86 करोड़ पात्र परिवारों को गैस सिलेंडर रिफिल के लिए 1890 करोड़ रुपये की सब्सिडी वितरित की है. पात्र महिलाओं को उज्जवला गैस योजना के तहत गैस सिलेंडर का पैसा उनके खाते में ट्रांसफर किया गया है. इस योजना का शुभारंभ लखनऊ के लोकभवन सभागार में सीएम योगी ने बटन दबाकर किया.
महिलाओं के खातों में 511 रुपये ट्रांसफर किए गए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले जहां गैस कनेक्शन के लिए घूस देना पड़ता था, वहीं अब देश में 10 करोड़ परिवारों को ये सुविधा फ्री में उपलब्ध कराई गई है. इसके साथ ही होली दीपावली पर गैस सिलेंडर भी मुफ्त दिया जा रहा है. सीएम योगी ने कहा ‘इस बार होली और रमजान एक साथ है, तो सभी लोगों को इस योजना का फायदा मिलेगा’ इस कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश के सभी जिलों के प्रभारी मंत्रियों ने भी हिस्सा लिया.
होली से पहले महिलाओं के चेहरे पर छाई मुस्कान
होली से पहले गैस सिलेंडर की सब्सिडी मिलने से महिलाओं में खुशी है. उन्होंने इसको लेकर मुख्यमंत्री का आभार जताया. वहीं, कार्यक्रम मेंमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उज्ज्वला योजना को 2016 में शुरू किया गया था, जिसके तहत देशभर में 10 करोड़ परिवारों को मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन मिले. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में करीब 2 करोड़ लोग इस योजना से लाभान्वित हुए हैं. हर साल यह योजना चल रही है ताकि लोग पर्व और त्योहार अच्छे से मना सकें. इस बार होली और रमजान दोनों साथ हैं, इसलिए सभी को इसका लाभ मिलेगा.
उज्ज्वला योजना के लि एकरा लें रजिस्ट्रेशन
मुख्यमंत्री ने अपील की कि जिन लोगों ने अबतक उज्ज्वला योजना के लिए अपना रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, वो अपना रजिस्ट्रेशन करा लें.सीएम ने कहा कि पहले एक गैस कनेक्शन के लिए 25-30 हजार रुपये की घूस देनी पड़ती थी और त्योहारों पर सिलेंडर भी नहीं मिल पाते थे. उन्होंने जोर देकर कहा कि यह योजना गरीब माताओं को धुएं से बचाने के लिए शुरू की गई है और इसमें किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जा रहा. मुख्यमंत्री ने बताया कि यूपी में 80 हजार राशन डीलर 3 करोड़ 60 लाख राशन कार्डधारकों के जरिए 15 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन बांट रहे हैं.
बेटियों की शादियों में दिए जाएंगे एक-एक लाख रुपये
सीएम योगी ने कहा कि सरकार गरीबों, किसानों और बेटियों के कल्याण के लिए संकल्पबद्धता के साथ काम कर रही है. प्रदेश में अबतक 22 लाख बेटियों को पढ़ाई के लिए प्रति बेटी 25 हजार रुपये की सहायता दी जा रही है, जबकि 4 लाख बेटियों की शादी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत कराई गई है. अप्रैल से बेटियों की शादी के लिए 1 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी. वहीं बोर्ड परीक्षाओं के रिजल्ट आने के बाद मेधावी बेटियों को स्कूटी और कामकाजी महिलाओं को अहिल्याबाई होलकर के नाम पर आवासीय सुविधा भी मुहैया कराई जाएगी.
संजय सिंह की मौत के बाद IAS एम. देवराज के खिलाफ व्यापारी और अधिकारियों का तनाव बढ़ा
12 Mar, 2025 02:47 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नोएडा के डिप्टी कमिश्नर (जीएसटी) संजय सिंह के सुसाइड ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश के सबसे ताकतवर आईएएस एम. देवराज को सुर्खियों में ला दिया है. एम. देवराज ने जब से जीएसटी विभाग की जिम्मेदारी संभाली है, तब से व्यापारी से लेकर अधिकारी तक… सभी तनाव में हैं. यहां तक की कानपुर में व्यापारियों ने पलायन तक शुरू कर दिया था. इससे पहले एम. देवराज के पास बिजली विभाग की जिम्मेदारी थी तो वहां पर कर्मचारी सड़क पर उतर आए थे.
पहले जानते हैं कि IAS एम. देवराज कौन हैं? तमिलनाडु के विरुधुनगर के रहने वाले 1996 बैच के आईएएस अफसर एम. देवराज के पास अभी नियुक्ति और कार्मिक के साथ ही स्टेट टैक्स विभाग है. वह रामपुर, बरेली, बदायूं, झांसी, उन्नाव जैसे बड़े जिलों के जिलाधिकारी भी रह चुके हैं. स्टेट टैक्स विभाग में आने से पहले वह टेक्निकल एजुकेशन विभाग के प्रमुख सचिव थे. उससे पहले उत्तर प्रदेश पॉवर कॉरपोरेशन के चेयरमैन भी रह चुके हैं.
सीएम योगी के करीबी अफसर हैं एम. देवराज
एम. देवराज की छवि बेहद की ईमानदार और सख्त अफसर के रूप में है. यही वजह है कि उन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सबसे करीबी अफसर माना जाता है और उनके पास उन्हीं विभाग का जिम्मा है, जिसे खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने पास रखा है. पिछले साल ही एम. देवराज को प्रमुख सचिव, नियुक्ति और कार्मिक के साथ ही स्टेट टैक्स विभाग का जिम्मा मिला. इसके बाद उनके फैसलों ने जीएसटी अधिकारियों की नींद उड़ा दी है.
एम. देवराज ने कैसे विभागीय अधिकारियों पर कसा शिकंजा
यूपी के राजस्व का 70 फीसदी हिस्सा स्टेट टैक्स से आता है. ऐसे में सीएम योगी ने एम. देवराज को विभाग की जिम्मेदारी देकर प्रदेश का राजस्व बढ़ाने का टारगेट दिया था. इस टारगेट को पूरा करने के लिए प्रमुख सचिव एम. देवराज ने जीएसटी विभाग के अधिकारियों पर शिकंजा कसना शुरू किया. नौबत यहां तक आ गई कि छुट्टी के दिन भी दफ्तर खोले जाने लगे और खुद प्रमुख सचिव एम. देवराज ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करके अधिकारियों को टारगेट देने लगे.
पूरे प्रदेश में छापेमारी, व्यापारियों ने बंद कर दिए थे दुकान
पिछले साल ही पूरे प्रदेश में छापेमारी की गई. जीएसटी अधिकारियों के खौफ के कारण कई जिलों में व्यापारियों ने अपने दुकान बंद कर दिए. कानपुर से लेकर गोरखपुर तक… व्यापारी सड़क पर उतर आए. इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दखल के बाद व्यापारियों पर छापेमारी रोकी गई. इसके बावजूद जीएसटी अधिकारियों पर टैक्स कलेक्शन को बढ़ाने का दवाब बना रहा. कानपुर में गुटखा कारोबारियों के गोदाम के बाहर जीएसटी अधिकारियों ने डेरा ही डाल दिया.
कानपुर में गुटखा कारोबारी करने लगे थे पलायन
नतीजा यह हुआ कि कानपुर से गुटखा कारोबारी पलायन करने लगे. इसकी भनक जब सरकार के आला-अधिकारियों को हुई तो आनन-फानन में जीएसटी अधिकारियों को हटाया गया. कानपुर के ही एक व्यापारी ने टीवी9 डिजिटल को नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अभी भी जीएसटी अधिकारियों के द्वारा अनैतिक दबाव बनाया जाया जा रहा है. इसका असर धंधे पर पड़ रहा है और हम व्यापारी डरे हुए हैं. डर का माहौल अधिकारियों में भी है.
अधिकारियों ने छोड़ा स्टेट टैक्स का वॉट्सऐप ग्रुप
नोएडा के डिप्टी कमिश्नर (जीएसटी) संजय सिंह के सुसाइड के बाद अब जीएसटी अधिकारियों ने अपना विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया है. कल यानी सोमवार को हुई बैठक में जीएसटी आफीसर्स सर्विस एसोसिएशन ने विभाग के तनावपूर्ण कार्य-संस्कृति पर गहरी नाराजगी जताई है. एसोसिएशन ने स्टेट टैक्स के आधिकारिक वॉट्सऐप ग्रुप से सभी अधिकारियों को बाहर निकल जाने का फैसला किया. साथ ही होली के बाद मास कैजुअल लीव लेकर विरोध करने निर्णय लिया गया.
एम. देवराज के खिलाफ हुआ था 65 घंटे का प्रदर्शन
इससे पहले एम. देवराज के जिम्मे यूपी का बिजली विभाग था. दो साल के अंदर एम. देवराज ने 250 से अधिक इंजीनियरों को सस्पेंड या टर्मिनेट किया. आईएएस एम. देवराज को हटाने के लिए बिजली कर्मचारियों ने सबसे बड़ा आंदोलन भी किया था. 65 घंटे तक प्रदर्शन किया गया, लेकिन एम. देवराज हटाए नहीं गए. एम. देवराज के खौफ का असर रहा कि बिजली विभाग के अधिकारी-कर्मचारी हर वक्त अपनी नौकरी पर संकट के बादल मंडराते हुए देखते थे.
जब बोले एम. देवराज- नौकरी नहीं करने दूंगा…
गोरखपुर में समीक्षा बैठक के दौरान एम. देवराज ने अधिकारियों से यहां तक कह दिया था कि बिजली का बकाया जल्दी जमा करवाओ, नहीं तो नौकरी नहीं करने दूंगा. खास बात है कि एम. देवराज के रहते हुए ही प्रदेश में सबसे अधिक बिजली संकट रहा. बिजली व्यवस्था चौपट हो गई. वहीं एम. देवराज ने अधिकारियों और कर्मचारियों पर शिकंजा कसना जारी रखा. वह ऊर्जा मंत्री की भी न सुनते थे. बाद में विभागीय मंत्री से विवाद के बाद उनकी बिजली विभाग से विदाई हुई.
संभल में होली जुलूस के दौरान 10 मस्जिदों को ढकने का प्रशासन का बड़ा फैसला
12 Mar, 2025 02:35 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के संभल में होली के मद्देनजर प्रशासन ने बड़ा फैसला किया है. एसपी श्रीश चंद ने कहा कि संभल में होली के दिन जुलूस मार्ग पर मौजूद 10 मस्जिदों को ढक दिया जाएगा. इनमें शाही जामा मस्जिद भी शामिल है. संभल के एसपी ने कहा कि होली के दिन जुलूस की तैयारियां की जा रही हैं. जुलूस मार्ग पर पड़ने वाली दस मस्जिदों को ढका जाएगा.
उन्होंने कहा कि शाही जामा मस्जिद का पिछला भाग जहां से जुलूस निकलेगा उसे ढका जाएगा. दो जुलूस निकलेंगे. पहला जुलूस सुबह आठ बजे से 11 और दूसरा 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक निकलेगा. उन्होंने कहा कि नमाज के समय को लेकर जो विवाद है, तो नमाज जुलूस से पहले होगी या बाद में, जुलूस के दौरान नहीं. बाहरी लोगों को शाही जामा मस्जिद में नमाज की इजाजत नहीं होगी.
संभल में रखी गई पीस मीटिंग
संभल कोतवाली में आज होली वाले दिन निकलने वाले जुलूस को लेकर दोनों समुदाय से जुड़े लोगों की एक पीस मीटिंग रखी गई. इस पीस मीटिंग में तय हुआ कि जुलूस मार्ग पर पड़ने वाली दस मस्जिदों को ढका जाएगा. वहां जुमे की नमाज या तो जुलूस गुजरने से पहले होगी या फिर बाद में. पीस मीटिंग में आपसी सहमति बनी.
UP पुलिस ने जारी किया निर्देश
होली से पहले यूपी पुलिस ने निर्देश जारी किया है. इसमें कहा गया है कि त्योहारों के दौरान कोई नई परंपरा शुरू न होने दी जाए. सभी त्यौहार परंपरागत तरीके से मनाए जाएं. असामाजिक तत्वों की पहले से पहचान कर उनके खिलाफ प्रभावी निरोधात्मक कार्रवाई की जाए. पिछले वर्षों में होली से जुड़े विवादों और मामलों की समीक्षा कर उसके अनुसार प्रभावी निरोधात्मक कार्रवाई की जाए.
संभल एक सच्चाई है- CM योगी
संभल को लेकर यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक कार्यक्रम में कहा कि संभल एक सच्चाई है. मैं योगी हूं और हर संप्रदाय और धर्म का सम्मान करता हूं. लेकिन कोई जबरन किसी जगह पर कब्जा करे और किसी की आस्था को खत्म करे, यह स्वीकार्य नहीं है. संभल में 68 तीर्थस्थल थे और हम अब तक केवल 18 ही खोज पाए हैं. संभल में 56 साल बाद शिव मंदिर में जलाभिषेक किया गया.
ऑफिस में 24 नोटिसों के बाद लोअर डिविजन क्लर्क की ब्रेन हेमरेज से मौत, बड़ा सवाल
12 Mar, 2025 11:41 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार की राजधानी पटना स्थित सचिवालय में मंगलवार को तब अचानक हंगामा मच गया, जब एक ऑफिस के कर्मी की ऑफिस में ही ब्रेन हैमरेज से मौत हो गई. कर्मी की मौत के बाद अन्य सहकर्मियों ने जमकर हंगामा मचाया. मामला पंचायती राज विभाग से जुड़ा हुआ है. मिली जानकारी के अनुसार, पटना के सचिवालय में पंचायती राज विभाग के ऑफिस में लोअर डिविजन क्लर्क राजकमल रजक को ब्रेन हैमरेज हो गया. ब्रेन हेमरेज के कारण राजकमल रजक की मौत हो गई. इसके बाद सहकर्मियों ने जमकर हंगामा किया और धरने पर बैठ गए. सहकर्मियों ने घटना के बाद जमकर नारेबाजी भी की.
इन सहकर्मियों ने बताया कि राजकमल रजक को विभागीय अधिकारियों की तरफ से लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था. इन्होंने यह भी बताया कि एक महीने में राजकमल रजक को 24 बार कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. विभागीय स्तर पर किसी न किसी कारण पर उनको शो कॉज नोटिस जारी कर दिया जा रहा था. नोटिस जारी करने से उनके खिलाफ फाइल लगातार मोटी होती जा रही थी. सीनियर अधिकारियों का व्यवहार भी राजकमल के साथ अच्छा नहीं था. ऑफिस में छुट्टी के दिन भी उनसे काम लिया जा रहा था, जिसके कारण वह तनाव में रहने लगे थे.
अरवल जिले के रहने वाले थे राजकमल रजक
मिली खबर के अनुसार राजकमल रजक मूलरूप से अरवल जिले के निवासी थे. सितंबर 2022 में उन्होंने अपनी नौकरी ज्वॉइन की थी. एक साल पहले ही उनकी शादी हुई थी. उनकी एक तीन महीने की बच्ची भी है. इधर, हंगामे की सूचना मिलने पर सचिवालय थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और कर्मियों को शांत करने की कोशिश की.
50 लाख रुपए आर्थिक मदद की मांग
कर्मियों ने इस मामले में सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की. इन कर्मियों ने मृतक के परिवार के सदस्य के लिए अनुकंपा पर जॉब की मांग की. साथ ही 50 लाख रुपए की मदद की भी मांग की. हालांकि विभागीय स्तर पर अभी तक इस पूरे मामले पर कुछ भी नहीं कहा गया है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है
होली पर 2 घंटे का ब्रेक, जुमा के समय में कोई बदलाव नहीं: दरभंगा मेयर अंजुम आरा
12 Mar, 2025 11:32 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के दरभंगा से भी जुमे की नमाज और होली मामले में नया बयान सामने आया है. ये बयान होली और जुमे की नमाज को लेकर शांति समिति की बैठक में दिया गया. शांति समिति की बैठक में शहर वासियों से अपील की गई है कि साढ़े बारह बजे से दो बजे तक होली को रोक दिया जाए. ये भी कहा गया है कि जुमा के टाइम में बदलवा नहीं किया जा सकता है इसलिए होली को रोका जाए.
दरभंगा नगर निगम की मेयर अंजुम आरा ने होली और जुमे की नमाज को लेकर शांति समिति की बैठक की. बैठक के दौरान उन्होंने जो बयान दिया वो चर्चा में हैं. शांति समिति की बैठक में नगर निगम की मेयर ने शहर वासियों से अपील की है कि नमाज के दौरान होली को रोका जाए. उन्होंने कहा कि साढ़े बारह बजे से दो बजे तक होली को रोका जाए.
मेयर की लोगों से अपील
मेयर ने लोगों से अपील की है कि दो घंटा मस्जिद और नमाज पढ़ने की जगहों से होली खेलने वाले दूरी बना कर रखे. उन्होंने कहा कि शांति समिति की बैठक में सुझाव भी दिया हैं. होली और रमजान कई बार पहले भी एक साथ हो चुके हैं. दरभंगा जिला में दोनों त्योहार शांति से सम्पन्न हो कराए गए हैं. जिला प्रशासन के द्वारा शांति समिति की बैठक के बाद बयान दिया गया है.
‘होली और नमाज दोनों शांति पूर्वक हों’
दरभंगा की मेयर अंजुम आरा ने लोगों से अपील की है कि पहले भी दोनों त्योहार एक साथ हुई हैं. दरभंगा के लोगों ने इन्हें शांति पूर्वक मनाया है. हमने लोगों से अपील की है कि नमाज का टाइम आगे नहीं जा सकता है कि इसलिए होली में दो घंटे का ब्रेक हो. हमें उम्मीद है लोग हमारी अपील को मानेंगे. उन्होंने ये भी कहा कि शांति समिति की बैठक में भी ये सुझाव दिया हैं.
बिहार में होली और रमजान को लेकर प्रशासन सतर्क, समीक्षा बैठक में किए गए महत्वपूर्ण निर्णय
12 Mar, 2025 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के मुख्य सचिव (CS) अमृत लाल मीणा की अध्यक्षता में लॉ एंड ऑर्डर तथा जेनरल असेंबली इलेक्शन 2025 की तैयारियों लेकर समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में होली और रमज़ान के अवसर पर कानून व्यवस्था की भी समीक्षा की गई. बैठक में गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अरविन्द कुमार चौधरी, सचिव प्रणव कुमार, विशेष सचिव के.एस. अनुपम, पुलिस महानिदेशक विनय कुमार समेत जिलों के जिलाधिकारी (DM) और पुलिस अधीक्षक (SP) के साथ-साथ आयुक्त, उप महानिरीक्षक (DIG), महानिरीक्षक (IG), और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) ने भी भाग लिया और अपने विचार प्रस्तुत किए.
बैठक के निम्नलिखित बिंदुओं पर चर्चा की गई:
1. सुरक्षा व्यवस्था की सख्ती: होली और रमज़ान के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा करने का निर्णय लिया गया. अराजक तत्वों और अफवाह फैलाने वालों पर पुलिस की पैनी नजर रहेगी, और ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
2. अश्लील और भड़काऊ सामग्री पर प्रतिबंध: होली के अवसर पर अश्लील और भड़काऊ गीतों के प्रसारण पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा. सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास करने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी.
3. सोशल मीडिया पर निगरानी: सोशल मीडिया के माध्यम से अफवाह फैलाने वालों पर विशेष नजर रखी जाएगी. अफवाह फैलाने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
4. शांति समिति की बैठकें: स्थानीय स्तर पर शांति समिति की बैठकों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें समुदाय के प्रबुद्ध लोग शामिल होंगे, ताकि त्योहारों के दौरान आपसी सौहार्द और भाईचारे को बढ़ावा दिया जा सके.
5. धार्मिक स्थलों पर विशेष निगरानी: रमज़ान महीने में सभी मस्जिदों और होली के दौरान संवेदनशील स्थानों पर विशेष निगरानी रखी जाएगी, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके.
इन उपायों के माध्यम से, प्रशासन का उद्देश्य होली और रमज़ान के त्योहारों को शांतिपूर्ण और सुरक्षित वातावरण में संपन्न कराना है, जिससे सभी समुदायों के लोग बिना किसी भय के अपने त्योहार मना सकें.
CCTV में दिखा चोर का हैरान करने वाला तरीका, बिस्किट से ले गए क्लीनिक का डॉग
11 Mar, 2025 07:17 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के देवरिया से एक ऐसा मामला सामने आया है इसे जानकर आप हैरान से हो जाएंगे. चोरों ने डॉक्टर के डेंटल क्लीनिक की रखवाली कर रहे कुत्ते को बोलेरो गाड़ी में बैठकर उठा ले गए हैं. देवरिया के रुद्रपुर थाना क्षेत्र के खजुआ चौराहे पर एक डेंटल मयंक का क्लीनिक है, जहां सुरक्षा की दृष्टि से डॉक्टर साहब ने एक लेब्राडोर प्रजाति के कुत्ते को रखा हुआ था. रात में डॉग क्लिनिक के बाहर रहकर आने जाने वाले लोगों पर विशेष निगरानी करता रहता था.
कुत्ते के बाहर रहने से डॉक्टर साहब निश्चिंत होकर अपने क्लीनिक में आराम फरमा रहे थे, तभी बोलेरो वाहन से चोर आ जाते हैं. चोर लेब्राडोर कुत्ते को जब वह देखते हैं तो उनके मन में लालच की भावना आ जाती है और उन्होंने कुत्ते को अपना शिकार बना लिया. शिकार इस कदर बनाया कि इस कुत्ते को ही अपने बोलेरो वाहन के पिछली सीट का दरवाजा खोलते हैं और इस कुत्ते को बैठने का प्रयास करते हैं लेकिन यह कुत्ता नहीं बैठता है. ऐसे में उसके बाद वह वाहन के मिडिल सीट का दरवाजा खोलते हैं और इससे लेब्राडोर कुत्ते को बैठा लेते हैं और मौके से कुत्ते को लेकर फरार हो जाते हैं.
सीसीटीवी में कैद हुई घटना
डॉक्टर साहब जब अगली सुबह अपने प्यारे कुत्ते को खोजते हैं. ऐसे में जब वह नहीं मिलता है तो उसकी तलाश करते हैं. अगल-बगल के पड़ोसियों से उसके बारे में जानकारी लेते हैं. इसके बाद जब डॉगी नही मिलता है तो उनका स्टाफ कहता है की डॉक्टर साहब सीसीटीवी कैमरा चेक करिए तब पता चलेगा कि हमारा डॉगी कहां चला गया. डॉक्टर साहब जब सीसीटीवी कैमरा चेक करते हैं तब देखते हैं की रात में 11.50 पर एक सफेद बोलेरो कार आती है. कार से एक शख्स वाहन से नीचे उतरता है और डॉगी को लेकर फरार हो जाता है.
पुलिस में मामला करवाया दर्ज
डॉक्टर साहब इस वारदात को देखकर घबरा जाते हैं. उन्होंने इसकी सूचना अपने घर के अन्य सदस्यों को दी और पुलिस को मामले की जानकारी तहरीर लिख कर दी है. पुलिस ने मामले की रिपोर्ट दर्ज करते हुए कुत्ते की बरामदगी में जुट गई है. फिलहाल लेब्राडोर कुत्ते के चोरी हो जाने से डॉक्टर मयंक काफी परेशान है. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक कुत्ते चोरी की वारदात सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गई है. वही कुत्ते के मालिक डॉक्टर साहब ने पुलिस को तहरीर देकर देते गए जल्द से जल्द बरामदगी की भी मांग की है. काले रंग का लैब्राडोर कुत्ता रात में डॉक्टर के क्लीनिक के बाहर बैठा हुआ था, जिस रोड पर डॉक्टर साहब का क्लीनिक है वह रात में काफी सुनसान सा हो जाता है. पुलिस चोर को पकड़ने में जुटी हुई है.
लालू यादव के बेटे और बेटी की कोर्ट में पेशी, लैंड फॉर जॉब केस में मिली जमानत
11 Mar, 2025 07:06 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लैंड फॉर जॉब घोटाले मामले में आज यानी मंगलवार को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई हुई. इस मामले में कोर्ट ने आरोपियों को पेश होने के लिए कहा था, जिसके बाद लालू यादव के बेटे तेज प्रताप यादव और हेमा यादव कोर्ट में पेश हुईं. इस मामले में लालू परिवार को बड़ी राहत मिली है. राउज एवेन्यू कोर्ट ने सभी आरोपियों को जमानत दे दी है. कोर्ट ने आरोपियों को 50 हजार रुपये मुचलके और इतनी ही राशि के एक सिक्योरिटी बॉन्ड के साथ राहत दी है.
राउज एवेन्यू कोर्ट ने कहा कि इस मामले में लालू व तेजस्वी यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती समेत 8 आरोपियों को पेश होने की जरूरत नहीं है. क्योंकि वो CBI की पहली और दूसरी चार्जशीट में पेश हो चुके हैं. पिछली सुनवाई में राउज एवेन्यू कोर्ट ने संज्ञान लिया था. आरोपियों को 11 मार्च को अदालत में पेश होने का निर्देश दिया गया था. कोर्ट ने हेमा, तेज प्रताप यादव व अन्य को समन भेजा था.
लैंड फॉर जॉब घोटाले मामले में लालू परिवार समेत 103 लोग आरोपी हैं. इससे पहले CBI ने कोर्ट में सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की थी.
लालू परिवार के पांच सदस्य आरोपी
लैंड फॉर जॉब मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और और आरजेडी लालू प्रसाद यादव के परिवार के पांच सदस्य आरोपी हैं. इनमें लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, उनके बेटे तेजस्वी यादव, और उनकी दो बेटियां मीसा भारती और हेमा यादव शामिल हैं.
क्या है पूर मामला मामला
दरअसल पूरा मामला 2004 से 2009 के बीच का है उस समय लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री हुआ करते थे. आरोप के मुताबिक लालू यादव के मंत्री रहते हुए रेलवे में नौकरी लगवाने के बदले में आवेदकों से जमीन और प्लॉट लिए गए थे. आरोप यह भी लगा कि आवेदकों से जो जमीनें ली गई हैं उसे लालू की पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारत के नाम पर लिया गया. केंद्रीय जांच एजेंसी ने इस घोटाले में पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के खिलाफ केस चलाने की मंजूरी मांगी थी, गृह मंत्रालय ने मंजूरी दे दी थी.
तनिष्क शोरूम लूट के बाद तेजस्वी का हमला, नीतीश सरकार को घेरते हुए उठाए सुरक्षा के सवाल
11 Mar, 2025 07:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के आरा में बीते दिन तनिष्क शोरूम में बड़ी लूट की घटना को अंजाम दिया गया था. इस घटना के बाद सरकार से लेकर पुलिस प्रशासन तक पर सवाल खड़े हो रहे हैं. इस मामले पर अब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सरकार पर हमला बोला है. तेजस्वी ने शोरूम में हुई लूट के वीडियो को मंगलमय वीडियो बताया है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए तेजस्वी यादव ने लिखा कि शोरूम लूट का मंगलमय वीडियो! 𝐍𝐃𝐀 के सौजन्य से 𝟐𝟎𝟎𝟓 के बाद मोदी जी के लाडले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के 𝟔-𝟕 लाडले गुंडों ने मीडिया प्रमाणित, 𝐑𝐒𝐒 सर्टिफ़ाइड राम राज्य में दिन-दहाड़े एक छोटी सी लूट की शौकिया घटना को अंजाम देते हुए पुलिस अधीक्षक के आवास और थाने से चंद कदम की दूरी पर अवस्थित तनिष्क शोरूम से मस्ती के साथ 𝟏𝟕 मिनट में 𝟐𝟓 करोड़ के गहने-जेवरात लूट लिए.
उन्होंने आगे लिखा प्रतिदिन बिहार में सैंकड़ों राउंड गोलियां चलती है. सत्ता संरक्षित औसतन प्रतिमाह सैंकड़ों हत्याएं होती है. लूटपाट, छिनतई, चोरी, अपहरण और बलात्कार का कोई लेखा-जोखा नहीं.
बिहार के मुख्यमंत्री अचेत अवस्था में- तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने सीएम पर तंज कसते हुए लिखा कि बाक़ी मुख्यमंत्री अचेत अवस्था में है. प्रशासनिक अराजकता चहुंओर फैल चुकी है. भ्रष्टाचारी और गुंडे सरकार चला रहे है. आप स्वयं तथा परिजनों का ख़्याल रखें. व्यापारी वर्ग कृपया अपने जान-माल की स्वयं रक्षा करें. इस भ्रष्ट, अवैध और निकम्मी सरकार से कोई उम्मीद रखना स्वयं को नुकसान एवं धोखे में रखने समान है.
कहां हुई डकैती की ये वारदात?
बिहार के आरा में तनिष्क शोरूम में 25 करोड़ की लूट को अंजाम दिया गया. ये घटना शहर के सबसे बिजी शीश महल चौक इलाके में हुई. दिनदहाड़े हुई इस लूट ने पुलिस महकमे को भी हिला दिया. इस लूट को अंजाम देने के लिए आधा दर्जन से ज्यादा बदमाश ग्राहक बनकर आए थे, जिसके बाद उन्होंने शोरूम के स्टाफ को बंधक बना लिया.vv
कन्हैया कुमार की एंट्री से बिहार में राजनीतिक समीकरण बदलने की संभावना
11 Mar, 2025 06:21 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार में कांग्रेस चार दशक से सत्ता का वनवास झेल रही है और आरजेडी की पिछलग्गू बनकर रह गई है. ऐसे में कांग्रेस अब अपने दम पर दोबारा से खड़े होने की कवायद में है. इसीलिए चुनावी साल में कांग्रेस ने अपने युवा नेता कन्हैया कुमार को बिहार की सियासी पिच पर उतारने की रूपरेखा बना ली है. कन्हैया कुमार बिहार की सियासत में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के मुद्दे को राजनीतिक धार देते नजर आएंगे तो जनसुराज पार्टी वाले प्रशांत किशोर के सियासी नक्शेकदम पर चल कर कांग्रेस को आत्मनिर्भर बनाने की है. कांग्रेस की ये यात्रा 16 मार्च से 14 अप्रैल तक निकलने वाली है. कन्हैया कुमार की अगुवाई में कांग्रेस बिहार में बेरोजगारी और पलायन के मुद्दे पर पदयात्रा शुरू करने जा रही है. पश्चिम चंपारण के भितिहरवा से शुरू होने वाली इस यात्रा का नाम ‘नौकरी दो, पलायन रोको’ का नाम दिया गया है. बिहार प्रभारी कृष्ण अल्लावरू ने कहा कि कांग्रेस की पदयात्रा पलायन और नौकरी के मुद्दे पर है, जो इस मुद्दे से भटकाने की कोशिश करेगा, मतलब वह बिहार सरकार की मदद करेगा. साथ ही कन्हैया कुमार ने कहा कि यूथ कांग्रेस और एनएसयूआई की बैठक में फैसला लिया गया कि बिहार का जो सबसे दर्दनाक पहलू है, उसके संबंध में एक पदयात्रा करनी चाहिए.
बिहार में कन्हैया कुमार करेंगे पदयात्रा
कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने कहा कि महात्मा गांधी ने अंग्रेजों के खिलाफ जिस जगह से चंपारण आंदोलन की शुरुआत की थी, उसी जगह से कांग्रेस 16 मार्च को बिहार की यात्रा शुरू करने जा रही है. कांग्रेस की यह यात्रा बिहार के विभिन्न जिलों से होते हुए पटना में समाप्त होगी. कांग्रेस इस यात्रा में प्रमुख रूप से शिक्षा, नौकरी और पलायन का मुद्दा उठाएगी. बिहार और बिहार के लोग पढ़ाई के लिए दवा के लिए और कमाई के लिए ही बिहार से पलायन करने को मजबूर हैं. कन्हैया ने कहा, बिहार में समय से नौकरी के पदों को नहीं भरा जाता है. आज भी बीपीएससी से जुड़ा हुआ मामले को लेकर बिहार के छात्र नौजवान आंदोलनरत हैं.
तेजस्वी का मुद्दा, PK का स्टाइल
बिहार में पदयात्रा के लिए कन्हैया कुमार ने जिन मुद्दों को सियासी धार देने का फैसला किया है, उसे तेजस्वी यादव और प्रशांत किशोर उठाते रहते हैं. रोजगार के मुद्दे पर ही तेजस्वी यादव ने 2020 का चुनाव लड़ा था और 2025 की चुनावी पिच पर भी उस स्ट्रैटेजी के साथ उतरने की तैयारी है. पिछले दिनों चुनावी रणनीतिकार से सियासत में आए प्रशांत किशोर भी बिहार की पदयात्रा की थी. यात्रा के दौरान पीके ने बिहार से पलायन और रोजगार के मुद्दे पर मौजूदा और पूर्ववर्ती सरकारों को कठघरे में खड़े करते नजर आए थे.
रोजगार और पलायन के मुद्दे को उठाने के चलते तेजस्वी यादव और प्रशांत किशोर दोनों को बिहार की राजनीति में पहचान मिली है. तेजस्वी के रोजगार वाले मुद्दे को धार देने और प्रशांत किशोर की स्टाइल में कन्हैया कुमार ने पदयात्रा करने का फैसला किया है. कन्हैया ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले रोजगार और पलायन के मुद्दे को लेकर नीतीश कुमार के अगुवाई वाली सरकार के खिलाफ सियासी एजेंडा सेट करने की रणनीति अपनाई है. इसके साथ ही कांग्रेस की खोई हुई सियासी जमीन को वापस पाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है.
पलायन और रोजगार को बनाएगी हथियार
बिहार में कांग्रेस नेता कृष्ण अल्लावरु ने कहा कि बिहार की मौजूदा सरकार पलायन सरकार है. बारिश की सबसे बड़ी सफलता बिहार और हर एक बिहारी के सम्मान स्वाभिमान और गौरव को ठेस पहुंचाया है. बिहार में महंगाई दवाई और कमाई के बगैर काम किए बिना बिहार के लोगों को बिहार छोड़ने पर मजबूर किया गया है. बिहार के लिए आज पलायन से सम्मान और गौरव की बात को केवल ठेस पहुंचाने की बात नहीं है.यह राजनीतिक सामाजिक और आर्थिक बीमारी बन चुकी है. इसी मुद्दे को लेकर युवा बिहार का छात्र और बिहार के हर एक इंसान के दुख दर्द को लेकर यात्रा करने जा रही है. कांग्रेस जो बात बोल रही है, वैसे ही प्रशांत किशोर बोला करते थे.
कन्हैया की बिहार की राजनीति में एंट्री
कांग्रेस बिहार में अपने जनाधार को फिर से टटोलने की कोशिश कर रही है. कन्हैया कुमार की शुरू होने वाली पदयात्रा इस बात का संकेत है कि पार्टी अपनी बची हुई ताकत को आंकना चाहती है. कन्हैया कुमार की गिनती कांग्रेस के सबसे युवा चेहरे में होती है. कन्हैया की गिनती राहुल गांधी के करीबी नेताओं में होती है.यही कारण है कि कन्हैया बिहार में बेरोजगारी और पलायन के मुद्दे पर पदयात्रा का खाका तैयार किया गया है ताकि युवाओं को पार्टी के साथ जोड़ा जाए और कन्हैया की लोकप्रियता का भी सियासी लाभ उठाया जा सके.
कन्हैया कुमार के बिहार में सक्रिय होने से लालू परिवार से गांधी परिवार के रिश्तों में खटास आ सकती है. इसके पीछे वजह मानी जा रही है कि तेजस्वी यादव नहीं चाहते हैं कि कन्हैया बिहार में सक्रिय हों. कन्हैया कुमार ने बिहार से ही छात्र राजनीति की शुरुआत की और युवाओं के साथ वह सीधा संपर्क स्थापित करते हैं. दूसरा की तेजस्वी यादव के युवा चेहरे के पैरलल कांग्रेस भी एक युवा चेहरा आगे कर अपने संगठन में युवाओं को जोड़ सकती है. यही कारण है कि नौकरी और पलायन के मुद्दे पर जो कांग्रेस की पदयात्रा चंपारण से शुरू हो रही है. इसकी रूपरेखा तैयार करने की जिम्मेदारी कन्हैया कुमार के कंधे पर है.
कन्हैया की एंट्री से किसकी बढ़ेगी बेचैनी
बिहार में महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर राजद और कांग्रेस के बीच मामला उलझा हुआ है. कांग्रेस लोकसभा चुनाव के प्रदर्शन के लिहाज से सीट शेयरिंग चाहती है, लेकिन आरजेडी 30 से 40 सीट ही देना चाहती है. आरजेडी ने कहा है कि जहां जिस पार्टी के मजबूत कैंडिडेट होंगे, वहां से पार्टी का प्रत्याशी को टिकट दिया जाएगा. इस तरह सीट शेयरिंग का मामला पहले से उलझा है और कन्हैया कुमार का चुनाव से पहले बिहार की सियासी पिच पर उतरने महागठबंधन के रिश्ते में खटास आ सकती है.
बिहार में युवा छात्र और रोजगार को लेकर तेजस्वी यादव लगातार बिहार सरकार पर दबाव बनाए हुए हैं. अपने 17 महीने के कार्यकाल में चार लाख से अधिक नौकरी देने का दावा तेजस्वी यादव कर रहे हैं. तेजस्वी अपने कार्यकर्ता दर्शन सह संवाद यात्रा में युवाओं को फोकस करते हुए पूरे बिहार के युवाओं को रोजगार के मुद्दे पर अपने साथ लाने का प्रयास कर रहे हैं. ऐसे में तेजस्वी के रोजगार के मुद्दे पर कांग्रेस भी अपनी राजनीतिक जमीन तलाशने में जुटी है.
कांग्रेस का बिहार में ‘कन्हैया’ दांव
राजनीतिक विश्लेषकों माने तो कांग्रेस बिहार में राजनीति आरजेडी की राजनीतिक बैसाखी के सहारे कर रही है. 2025 विधानसभा चुनाव में आरजेडी की मंशा कांग्रेस को कम सीट देने की तैयारी कर रही है. यही कारण है कि कांग्रेस ने भी बिहार की राजनीति में कन्हैया कुमार जैसे युवा चेहरे को भेज कर तेजस्वी के युवा पॉलिटिक्स पर प्रेशर बनाने का काम किया है. तेजस्वी यादव युवा की राजनीति कर रहे हैं वह नहीं चाहते हैं कि महागठबंधन में उनके अलावा कोई युवक का बड़ा चेहरा उनके पैरेलल खड़ा हो सके. इसके अलावा बिहार में जिस सियासी जमीन पर आरजेडी खड़ी है, वो कभी कांग्रेस की हुआ करती थी.
बिहार में कांग्रेस अगर मजबूत होती है तो वो आरजेडी की जमीन पर ही होगी. इसीलिए कांग्रेस और कन्हैया कुमार की सियासी सक्रियता की टेंशन सबसे ज्यादा आरजेडी की बढ़ाएगी. कन्हैया के बिहार में आने से बीजेपी को एक बड़ा मुद्दा ही मिलेगा. बीजेपी कन्हैया कुमार को टुकड़े-टुकड़े गैंग का सरगना बताती रहती थी. इस तरह कन्हैया के सक्रिय होने को बीजेपी भी मुद्दा बनाएगी, लेकिन उसकी मंशा अलग होगी.
दरोगा से DSP तक का सफर: मर्डर केस को छुपाने वाले अधिकारी की सजा
11 Mar, 2025 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के पूर्णिया में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक दरोगा ने एक मुकदमे में आरोपी को घर से उठाया और थाने ले जाते समय बीच रास्ते में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी. बाद में मामले को एनकाउंटर बता दिया. इस मामले में आरोपी दरोगा के खिलाफ उसी के थाने में मुकदमा भी दर्ज हुआ था. बावजूद इसके, आरोपी दरोगा ने इस मुकदमे का विवरण अपने सर्विस रिकार्ड में नहीं चढ़ने दिया. 26 साल तक यह दरोगा अपनी नौकरी और प्रमोशन का लाभ लेता रहा. अब जब उसे कोर्ट ने इसी मामले में उम्र कैद की सजा सुनाई है.
आरोपी दरोगा को सजा मिलते ही इस मामले में अंधेरे में रहे आला अधिकारियों की आंख खुल गई है. अब जांच कराया जा रहा है कि 26 साल तक आरोपी दरोगा के खिलाफ चली अदालती कार्रवाई का विवरण उसके सर्विस रिकार्ड में क्यों नहीं है. यह सवाल इसलिए भी गंभीर हो गया है कि आरोपी के खिलाफ दर्ज मुकदमे की जांच सीबीआई ने की है. मामला पूर्णिया जिले के बिकौठी थाने का है. आरोपी दरोगा मुखलाल पासवान 26 साल पहले इस थाने का थानाध्यक्ष था.
सर्विस रिकार्ड पर नहीं चढ़ने दिया था मामला
पूर्णिया की सीबीआई अदालत ने पिछले साल अक्टूबर महीने में उसे फर्जी एनकाउंटर केस में दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. सजा के वक्त आरोपी दरोगा प्रमोशन पाकर पहले इंस्पेक्टर और फिर डिप्टी एसपी बन गया और उसकी तैनाती दरभंगा में स्पेशल ब्रांच के डीएसपी के रूप में हो गई. हालांकि कोर्ट में सजा के ऐलान के बाद उसे अरेस्ट कर जेल तो भेज दिया गया, लेकिन फिर नया मामला यह सामने आ गया कि आखिर कैसे आरोपी दरोगा ने इस मुकदमे का विवरण 26 साल तक अपने सर्विस रिकार्ड में नहीं चढ़ने दिया.
डीआईजी पूर्णिया को मिली जांच की जिम्मेदारी
बिहार पुलिस के आला अधिकारी अब उन चेहरों की भी तलाश में जुटे हैं, जिन्होंने ऐसा करने में दरोगा मुखलाल की मदद की. अब बिहार पुलिस हेडक्वार्टर से मामले की जांच पूर्णिया रेंज के डीआईजी प्रमोद कुमार मंडल को सौंपा गया है. दरअसल, बिहार पुलिस सेवा की नियमावली के मुताबिक किसी भी पुलिसकर्मी के खिलाफ किसी तरह का मुकदमा दर्ज होता है तो इसका विवरण उसके सर्विस रिकार्ड में चढ़ाया जाता है. इस प्रकार मुकदमे का निर्णय होने तक आरोपी पुलिसकर्मी को प्रमोशन का लाभ नहीं मिलता.
बीजेपी MLA का हमला: DGP पर ‘बेशर्म’ का आरोप, इरफान की सख्त प्रतिक्रिया
11 Mar, 2025 05:23 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड के रांची में कोयला कारोबारी विपिन मिश्रा पर दिनदहाड़े गोलीबारी, हजारीबाग जिले में एनटीपीसी के डीजीएम कुमार गौरव की सरेआम हुई हत्या समेत कई ऐसे आपराधिक मामलों को लेकर बीजेपी, सरकार को लॉ एंड ऑर्डर के मुद्दे पर घेर रही है. वहीं दूसरी तरफ झारखंड पुलिस के कप्तान डीजीपी अनुराग गुप्ता ने एक ऐसा बयान दिया, जिससे झारखंड की राजनीति में भूचाल आ गया है. झारखंड पुलिस के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने झारखंड विधानसभा परिसर में बजट सत्र के दौरान कहा कि राज्य में जो भी बड़ी घटना होती है. वह जेल में बंद गैंगस्टर अमन साहू, अमन श्रीवास्तव और विकास तिवारी गिरोह की ओर से कराई जाती है. इसके लिए विदेशी नंबरों का इस्तेमाल कर व्हाट्सएप पर धमकी दी जाती है और उसके बाद घटना को अंजाम दिया जाता है.
30 लोगों पर मामला दर्ज
हालांकि डीजीपी अनुराग गुप्ता ने कहा कि जेल से संचालित होने वाली घटनाओं की रोकथाम के लिए गठित एटीएस को भारतीय दंड संहिता की धारा 111 के तहत ऐसे संगठित गिरोह पर कार्रवाई करने का अधिकार है. इसी के तहत रविवार को अमन साहू गिरोह के 30 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है. जेलों में छापेमारी की जा रही है. सिमडेगा के बाद सोमवार को हजारीबाग जेल में छापेमारी की गई है.
कई कैदियों को किया ट्रांसफर
डीजीपी अनुराग गुप्ता ने कहा कि मुझे उम्मीद है जल्द ही अपराधियों को पकड़ने में हम सफल होंगे और पूरे मामले का खुलासा करेंगे. उन्होंने कहा कि जेल में चल रही आपराधिक गतिविधि की रोकथाम के लिए कई कैदियों को एक जेल से दूसरे जेल में ट्रांसफर किया जा रहा है. डीजीपी अनुराग गुप्ता के दिए गए बयान से भड़के झारखंड बीजेपी के वरिष्ठ विधायक सीपी सिंह ने डीजीपी अनुराग गुप्ता को बेशर्म कह दिया.
इरफान अंसारी ने किया पलटवार
बीजेपी विधायक सीपी सिंह ने कहा कि एक तरफ आम आदमी का जीना मुश्किल हो गया है और डीजीपी कह रहे हैं कि साजिश जेल से रची जा रही है तो क्या जेल झारखंड और भारत से बाहर है. उन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ क्यों नहीं की जा रही है. भाजपा विधायक सीपी सिंह के राज्य के डीजीपी अनुराग गुप्ता को बेशर्म कहे जाने वाले बयान पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने पलटवार करते हुए विधायक सीपी सिंह को ही चेतावनी दी और कहा कि वह अपनी जुबान पर लगाम रखें. अनाब सनाब बयान न दें.स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि सीपी सिंह का मानसिक संतुलन खराब हो गया है. इसलिए इस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं. डीजीपी अच्छे अधिकारी हैं. उन्होंने कहा कि आप कानून व्यवस्था पर बोल सकते हैं, लेकिन एक पदाधिकारी को ऐसे नहीं बोल सकते. उन्होंने विधायक सीपी सिंह से डीजीपी से माफी मांगने के लिए कहा.
ब्रज में होली की रौनक, श्रीकृष्ण और राधा जी की सतरंगी पोशाकों की हो रही धूम
11 Mar, 2025 11:23 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आगरा: ब्रज में होली का त्योहार नटखट कृष्ण-कन्हैया को सबसे प्रिय है. इस दिन वे सखाओं के साथ राधा रानी को रंग लगाने जाते हैं, इसलिए भक्त भी कान्हा जी और राधा रानी को रंग-बिरंगी पोशाकों से सजाते हैं. इसी कारण बाजार में लड्डू गोपाल के लिए विशेष पोशाक, श्रृंगार, नन्हीं पिचकारी और बाल्टी की खूब मांग देखी जा रही है.
पंखों वाली सतरंगी पोशाकों की बढ़ी मांग
रावतपाड़ा स्थित श्री मनःकामेश्वर महादेव मंदिर के पास दुर्गा पूजन सामग्री की दुकानों पर श्रद्धालु श्रीकृष्ण और राधा जी की थीम वाली पोशाकें खरीदने उमड़ रहे हैं. दुकानदार राजीव शर्मा ने बताया कि इस साल 50 रुपये से 500 रुपये तक की सतरंगी पोशाकें उपलब्ध हैं. खासकर सतरंगी पंखों वाली पोशाक भक्तों की पहली पसंद बन रही है. इसके अलावा, कान्हा जी के लिए “हैप्पी होली” लिखे रंग-बिरंगे कुर्ते भी बाजार में आए हैं, जिन्हें भक्त खूब पसंद कर रहे हैं. इस होली पर लोग अपने लड्डू गोपाल जी को विशेष रूप से सजाना-संवारना चाहते हैं.
नन्हीं पिचकारी और बाल्टी की मांग में इजाफा
ब्रज में हर घर में होली की शुरुआत लड्डू गोपाल को रंग लगाकर की जाती है. भक्त उन्हें पुत्र स्वरूप मानकर पूजते हैं. इस बार बाजार में कान्हा जी के लिए नन्हीं पिचकारी और बाल्टी भी उपलब्ध हैं. दुकानदारों के अनुसार, मेटल की बाल्टी और पिचकारी 50 से 250 रुपये प्रति सेट में मिल रही हैं, जबकि चांदी की पिचकारी और बाल्टी 250 से 1500 रुपये तक की रेंज में उपलब्ध हैं.
उत्तर प्रदेश के झांसी में करंट लगने से तीन की मौत, गांव में मातम
11 Mar, 2025 11:14 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झांसी: उत्तर प्रदेश के झांसी में बिजली के करंट की चपेट में आकर एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई. यह घटना सोमवार शाम उल्दन थाना क्षेत्र के बंगरा कस्बे में हुई. जानकारी के मुताबिक 75 साल की हर कुंवर कुशवाहा अपने दो बेटों के साथ खेत में पानी लगा रही थीं. तभी उनका बड़ा बेटा खेत में पड़े खुले तार की चपेट में आ गया. बेटे को तड़पता देख, हर कुंवर और उनका दूसरा बेटा नरेंद्र कुशवाहा उसे बचाने दौड़े, लेकिन वे भी करंट की चपेट में आ गए.
बताया गया है कि खेत में पानी लगाते समय बड़ा बेटा करंट की चपेट में आ गया. उसे बचाने के लिए पहले बुजुर्ग मां और फिर छोटा बेटा पहुंचे, लेकिन वे भी करंट की चपेट में आ गए. इस हादसे में मां और दोनों बेटों की मौके पर ही मौत हो गई. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. इस हादसे से गांव में मातम का माहौल है.
सीओ अजय श्रोतिया ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि बड़े बेटे काशीराम करंट की चपेट में आया तो मां और छोटा भाई नरेंद्र उसे बचाने के लिए दौड़े. जैसे ही उन्होंने उसे छुआ वे दोनों भी करंट की चपेट में आ गए. इस हादसे में तीनों की मौत हो गई.
गोपी यादव पर गोलीबारी, सीतापुर में बदमाशों ने पूर्व प्रधान को किया घायल
11 Mar, 2025 10:53 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सीतापुर में 48 घंटे के अंदर दूसरी बड़ी वारदात से जिले में हड़कंप मच गया है. यहां पूर्व प्रधान गोपी यादव को दबंगों ने गोली मार दी. जिसके बाद घायल पूर्व प्रधान को जिला अस्पताल से इलाज के लिए लखनऊ रेफर किया गया है. बता दें कि यह वारदात रामकोट थाना क्ष्रेत्र की है, जहां पूर्व प्रधान गोपी यादव शहर से काम निपटाकर शाम के समय घर जा रहे थे. बबुरी गांव के पास बदमाशों ने घटना को अंजाम दिया. दरअसल जिले में एक बार फिर हुए गोलीकांड ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया है. पत्रकार की हत्या का मामला अभी तूल पकड़ रहा है, इसी बीच रामकोट थाना क्षेत्र के जैतीखेड़ा गांव के पूर्व प्रधान और अधिवक्ता के मुंशी गोपी यादव पर हमलावरों ने घात लगाकर जानलेवा हमला किया है.
गोपी यादव पर ताबड़तोड़ फायरिंग
बता दें कि हमलावरों ने गोपी यादव पर ताबड़तोड़ फायरिंग उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया. पूर्व प्रधान को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां हालत गंभीर देख डॉक्टरों ने उन्हें लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया. घटना के पीछे चुनावी रंजिश को लेकर गोली मारने की बात सामने आ रही है. प्रत्यक्षदर्शी ने वर्तमान प्रधान पर हमला किए जाने का आरोप लगाया है.
घात लगाए हमलावरों ने चलाईं गोलियां
जैतीखेड़ा के रहने वाले पूर्व प्रधान गोपी यादव, सपा नेता और अधिवक्ता शमीम कौसर सिद्दीकी के मुंशी के तौर पर भी काम करते हैं. वह सोमवार शाम को कोर्ट का काम निपटाने के बाद अपने एक साथी सर्वेश के साथ अलग-अलग बाइक से घर जा रहे थे. जब पूर्व प्रधान गोपी यादव बुरी गांव के पास से गुजर रहे थे, तभी पहले से घात लगाए हमलावरों ने घेर कर गोलियां चला दीं. ताबड़तोड़ फायरिंग में पांच गोलियां पूर्व प्रधान के शरीर में जा लगी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए. हमला करने के बाद हमलावर बाइक से भाग गए.
वर्तमान प्रधान पर आरोप
बताया जा रहा है कि गोलियों की आवाज सुनकर गोपी यादव का साथी सर्वेश घटना स्थल पर पहुंचा. यहां गोपी यादव खून से लथपथ सड़क पर पड़े थे. सर्वेश ने तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी. स्थानीय लोगों ने घायल गोपी को जिला अस्पताल पहुंचाया. यहां पीड़ित के परिजनों ने वर्तमान प्रधान सिमरन सरदार और अन्य लोगों पर हमले का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि यह हमला प्रधानी चुनाव की रंजिश के कारण किया गया है. वहीं घटना की जानकारी मिलते ही कई अधिवक्ता जिला अस्पताल पहुंचे. उन्होंने जिले की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं.