उत्तर प्रदेश
बोकारो रेलवे स्टेशन के पास भीषण आग, 17 दुकानें जलकर राख
25 Apr, 2025 12:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बोकारो रेलवे स्टेशन के समीप झोपड़ीनुमा दुकानों में गुरुवार की देर रात करीब 1:00 बजे भीषण आग लग गई, जिसमें 17 दुकानें जलकर पूरी तरह राख हो गईं। घटना में हालांकि किसी प्रकार की जानमाल की क्षति नहीं हुई, लेकिन दुकानदारों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग लगने की शुरुआत एक गुमटी से हुई, जिसमें संभवत शॉर्ट सर्किट कारण बताया जा रहा है। देखते ही देखते आग ने आसपास की सभी दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया। सूचना मिलने पर स्थानीय लोगों ने फायर ब्रिगेड को कॉल किया, लेकिन लगभग एक घंटे के विलंब से दमकल की गाड़ी मौके पर पहुंची। तब तक दुकानों को बचाना संभव नहीं हो सका।
अमित होटल, मनोज जनरल स्टोर से लेकर कई दुकानें शामिल
जली हुई दुकानों में अमित होटल, मनोज जनरल स्टोर, राशन दुकानें व अन्य दैनिक जरूरत की दुकानें शामिल थीं। अमित होटल के मालिक अमित कुमार ने बताया कि रोज की तरह उन्होंने रात 11:30 बजे दुकान बंद की थी और कर्मचारी दुकान पर ही सो रहे थे। अचानक आग लगने की खबर मिली और बुझाने का प्रयास किया गया, पर आग की लपटें तेज थीं।
मनोज कुमार, जिनकी राशन दुकान जल गई, ने बताया कि यह उनकी आजीविका का एकमात्र साधन था। वहीं दुकानदार भीम प्रसाद का कहना है कि उनके पूरे परिवार की जीविका इसी दुकान पर निर्भर थी, अब सब कुछ खाक हो गया है।
स्थानीय मंटू दीक्षित ने बताया कि लगभग दो बजे अपने बेटी को लेने के लिए स्टेशन आए थे तो देखा की आग लगी हुई। सभी दुकाने एक दूसरे से सटे होने के कारण एक दुकान से दूसरी दुकान में आग लग गई। फिलहाल प्रशासन द्वारा आग लगने के सटीक कारण की जांच की जा रही है। प्रभावित दुकानदारों ने मुआवजे की मांग की है।
प्रेम के लिए सीमा नहीं बनी दीवार, नेपाली युवती ने दिव्यांग प्रेमी से की शादी
25 Apr, 2025 11:48 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पाकिस्तान से अपने चार बच्चों के साथ अपने प्यार के लिए सरहद लांघकर आई सीमा हैदर खूब चर्चा में रहती है. ठीक ऐसे ही एक नेपाली युवती भी अपने प्यार के लिए सरहद लांघकर भारत पहुंची. झारखंड के पलामू में उसने अपने दिव्यांग प्रेमी के साथ निकाह किया है. यह युवती पहले से एक लड़के के साथ लिवइन में थी और उसके दो बच्चे भी है, लेकिन उससे अब ब्रेकअप हो चुका है. इसके बाद युवती इंस्टाग्राम के जरिए पलामू में रहने वाले आरिफ अंसारी के संपर्क में आई थी.
झारखंड में पलामू के सतबरवा प्रखंड क्षेत्र में ताबर गांव निवासी आरिफ 20 वर्षीय दिव्यांग हैं. पिछले दिनों इंस्टाग्राम के जरिए वह नेपाल की युवती भूमिका विश्वकर्मा के संपर्क में आए. आपस में चैट करते-करते दोनों में प्यार हो गया और पिछले दिनों भूमिका नेपाल के मेचीनगर के दुलाबारी से चलकर पलामू पहुंच गई. यहां उसने आरिफ के परिजनों से शादी की गुहार की. आरिफ के परिजनों ने उसे समझाया कि एक तो वह लोग मुस्लिम हैं और दूसरे आरिफ दिव्यांग है, इसलिए वह अपने फैसले पर विचार कर ले.
धर्मांतरण कर किया निकाह
हालांकि आखिर तक भूमिका अपने फैसले पर अड़ी रही. उसने कहा कि आरिफ की दिव्यांगता से उसे कोई मतलब नहीं. उसे एक सच्चा जीवन साथी चाहिए. इसके बाद आरिफ के परिजनों ने उसका धर्मांतरण कराकर नया नाम अफसाना रखा और फिर आरिफ के साथउसका निकाह करा दिया है. 30 मार्च को नेपाल से भारत आई भूमिका उर्फ अफसाना ने बताया कि वह पहले से एक युवक के साथ लिवइन में थी, लेकिन वह युवक उसे छोड़ कर भाग गया.
बहन के पास छोड़ आई दो बच्चे
अफसाना के मुताबिक उसके दो बच्चे हैं और वह इन दोनों बच्चों को अपनी बहन के पास छोड़ कर आई है. वहीं आरिफ ने बताया कि दो साल पहले उसने अपना इंस्टाग्राम एकाउंट बनाया था और वीडियो बनाकर शेयर करता था. हालांकि अफसाना के साथ वह बीते पांच महीने से संपर्क में है. कहा कि बातचीत के दौरान ही दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे और फिर प्रपोज किया. बताया कि अफसाना बेंगलुरु में 1 साल से नेल आर्टिस्ट के रूप में कामय कर रही थी.
विवादित बयान से सुर्खियों में झारखंड के मंत्री, सोशल मीडिया पर उड़ रही खिल्ली
25 Apr, 2025 11:39 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड सरकार में पर्यटन मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू इस समय चर्चा में हैं. उनकी चर्चा उनके एक बयान की वजह से हो रही है. इसमें उन्होंने कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले को लेकर हिमाचल के सीएम का इस्तीफा मांग लिया है. उनके इस बयान पर झारखंड की राजनीति के अलावा सोशल मीडिया में घमासान मचा है. उनके बयान का वीडियो इस समय सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है. उनके इस बयान पर झारखंड बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता ने तो चुटकी लेते हुए भूगोल और इतिहास पढ़ने की नसीहत दी है.
सुदिव्य कुमार सोनू इस समय झारखंड सरकार में नगर विकास एवं आवास विभाग के मंत्री हैं. इसके अलावा उनके पास उच्च एवं तकनीकी शिक्षा, पर्यटन, कला एवं संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग की भी जिम्मेदारी है. वह झारखंड मुक्ति मोर्चा के बैनरतले गिरिडीह विधानसभा सीट से लगातार दूसरी बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं. वह पहली बार साल 2019 में चुनाव जीते थे. वहीं दूसरी बार साल 2024 में उन्हें जीत मिली है.
सीएम सोरेन के खास है सुदिव्य कुमार सोनू
उन्हें अपनी पार्टी में कद्दावर नेता माना जाता है. इसके अलावा पार्टी सुप्रीमो दिशोम गुरू शिबू सोरेन के करीबी माने जाते हैं. वह झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के करीबियों में शामिल हैं. सुदिव्य कुमार सोनू ने साल 1989 में झारखंड मुक्ति मोर्चा के झंडे तले राजनीति शुरू की थी. साल 2003 में उन्हें पार्टी का जिला अध्यक्ष बनाया गया और साल 2009 में उन्हें पहली बार गिरिडीह विधानसभा सीट से पार्टी का उम्मीदवार बनाया गया था. साल 2019 के चुनाव तक वह लगातार चुनाव हारते रहे.
पहली बार बने कैबिनेट मंत्री
हालांकि पहली बार उन्होंने साल 2019 के चुनाव में जीत का स्वाद चखा. वहीं 2024 में विजय के बाद पहली बार उन्हें सरकार में कैबिनेट मंत्री का स्थान मिला है. सीएम हेमंत सोरेन के करीबी होने की वजह से ही उन्हें नगर विकास एवं आवास विभाग जैसे मलाईदार मंत्रालय के अलावा उच्च एवं तकनीकी शिक्षा, पर्यटन, कला एवं संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारी भी मिली है.
बीजेपी ने ली चुटकी, दी ये सलाह
हालांकि वह इस बयान को लेकर पहली बार व्यापक स्तर पर चर्चा में आए हैं. कुछ लोग कह रहे हैं कि मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू केंद्र सरकार पर तंज कस रहे हैं. वहीं झारखंड बीजेपी के नेता उनके ज्ञान पर तरस खा रहे हैं. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि वह उच्च एवं तकनीकी शिक्षा के अलावा पर्यटन विभाग के मंत्री भी हैं. इसलिए उन्हें कम से कम इतना तो पता ही होना चाहिए कि पहलगाम हिमाचल प्रदेश में नहीं, बल्कि कश्मीर है. इसके लिए उन्हें पहले देश का भूगोल और इतिहास तो पढ़ ही लेना चाहिए.
भारत में रह रहे पाक नागरिकों को अल्टीमेटम, यूपी में बढ़ी हलचल
25 Apr, 2025 11:31 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार में भारत में मौजूद सभी पाकिस्तानियों को वापस भेजने का आदेश जारी किया है. इसी क्रम में उत्तर प्रदेश में करीब 1800 पाकिस्तानी नागरिक निवास कर रहे हैं, जिन्हें अब वापस जाना होगा. पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने के फैसले ने उनकी मुश्किलें बढ़ा दी हैं. लोग फिलहाल खुद ही लौटने लगे हैं. वापस जाने की मियाद खत्म होने के बाद उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी, जो वापस पाकिस्तान नहीं लौटे होंगे.
डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा- केंद्र सरकार के आदेश के मुताबिक, पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजने की कार्रवाई की जाएगी. उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो यूपी में करीब 1800 पाकिस्तानी नागरिक रहे हैं, जो पिछले कुछ साल पहले वीजा लेकर आए लेकिन वापस नहीं लौटे. उन्होंने सीएए के तहत नागरिकता के लिए आवेदन भी नहीं किया है. इनमें पाकिस्तान से आए हिंदू शामिल नहीं हैं. पाकिस्तान से बड़ी संख्या में आए हिंदुओं ने नागरिकता के लिए आवेदन किया है.
यहां बड़ी संख्या में पाकिस्तानी नागरिकों का शार्ट टर्म और लॉन्ग टर्म वीजा पर आना-जाना होता है, जिसका कच्चा चिट्ठा केंद्रीय खुफिया एजंसियां और गृह विभाग रखता है. नियमों के मुताबिक, पाकिस्तान से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को जिले के एसपी के पास अपना रजिस्ट्रेशन करवाना होता है. वहीं, आईबी के अधीन आने वाला फॉरेन रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफस (एफआरआरओ) संकलित करता है. केंद्र सरकार के हालिया फैसले के बाद सभी जिलों में निवास कर रहे पाकिस्तानी नागरिकों का लोकल इंटेलिजंस यूनिट ब्योरा जुटा रही है. जिससे आगे की कार्रवाई को अमल में लाया जा सके. उदाहरण के तौर पर बरेली में 35, बुलंदशहर 18 वाराणसी में 10 और रामपुर में 30 पाकिस्तानी नागरिक हैं.
कानूनी दांव-पेच से बचे रहते हैं
यूपी के हजारों मुस्लिम परिवारों की पाकिस्तानी नागरिकों के साथ रिश्तेदारी है. ऐसे में वीजा अवधि खत्म होने पर छिप जाते हैं, अथवा पहचान बदल लेते हैं. बीते दिनों बरेली में मां-बेटी को पाकिस्तानी नागरिक होने की वजह से सरकारी शिक्षक की नौकरी से बर्खास्त करने के साथ मुकदमा भी दर्ज कराया गया था. वीजा अवधि खत्म होने के बावजूद वापस नहीं जाने पर पुलिस कार्रवाई करती है लेकिन लोग कानूनी दांव-पेच की वजह से बचते रहते हैं.
नेपाल रूट का करते हैं इस्तेमाल
बिना वीजा के भारत में प्रवेश करने के लिए अधिकांश पाकिस्तानी नेपाल रूट का इस्तेमाल करते हैं. बीते दिनों नेपाल के रास्ते नोएडा आई सीमा हैदर भी इनमें शामिल है. हालांकि, अधिकारियों का मानना है कि बांग्लादेशी नागरिकों के मुकाबले इनकी संख्या अधिक नहीं है. तमाम घुसपैंठियों दारा भारतीय नागरिकता के दस्तावेज बनवा लेने से उनकी पहचान कर पाना आसान नहीं होता है.
अंबेडकरनगर का अजीब प्रेम प्रसंग: उम्र और रिश्ता बना मजाक
25 Apr, 2025 11:21 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्यार कभी भी, कहीं भी और किसी से भी हो सकता है. इसमें उम्र की कोई सीमा नहीं होती. लेकिन क्या हो जब कोई दादी की उम्र की महिला को पोते की उम्र के लड़के से इश्क हो जाए? सुनने में अटपटा जरूर लग रहा है, लेकिन ऐसा सच में देखने को मिला उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर में. यहां चार बच्चों की 52 वर्षीय मां को इश्क तो हुआ, लेकिन 25 साल के युवक से, जो कि रिश्ते में उसका पोता लगता है. महिला पति और बच्चों को छोड़ प्रेमी पोते के साथ भाग गई. फिर दोनों ने शादी भी कर ली.
महिला की ये तीसरी शादी है. जानकारी के मुताबिक, दस दिन पहले बसखारी थाना क्षेत्र के प्रतापपुर बेलवरिया दलित बस्ती में रहने वाली चार बच्चों की मां ने गांव के ही रिश्ते में लगने वाले अपने पोते संग फरार हो गई. दोनो ने गोविंद साहब मंदिर में शादी रचा ली है. बताया जा रहा है कि 52 वर्षीय इंद्रावती की शादी 20 साल पहले प्रतापपुर बेलवरिया निवासी चंद्रशेखर आजाद के साथ हुई थी. जिससे उसको एक लड़की और दो लड़का भी पैदा हुए थे.
महिला की चंद्रशेखर आजाद के साथ यह दूसरी शादी थी. इससे पहले हुई शादी से भी इंद्रावती को एक लड़की पैदा हुई थी, जिसकी शादी भी चंद्रशेखर ने 2 वर्ष पूर्व की थी. इधर कई सालों से इंद्रावती का चंद्रशेखर आजाद से मोह भंग हो गया था. उसे फिर गांव में रहने वाले 25 साल के आजाद से प्यार हो गया. आजाद रिश्ते में उसका पोता लगता है.
रिश्ते में दादी-पोता लगते हैं दोनों
ग्रामीणों की मानें तो एक ही गांव और एक ही जाति का होने के नाते दोनों में दादी और पोते जैसा रिश्ता था. दोनों के प्रेम प्रसंग का मामला दो दिन पहले पुलिस चौकी लहटोरवा तक भी पहुंचा था, लेकिन बीते रविवार को परिवार और समाज से बेखौफ दोनों ने गोविंद साहब मंदिर में पहुंचकर शादी रचा ली. वहीं, शादी की खबर लगने पर दोनों के परिवार व दलित बस्ती के लोगों ने दोनों का बायकॉट करने का फैसला किया है.
पति -बच्चों को मारने की रच रही थी साजिश
फरार होने वाली महिला इंद्रावती के पति चंद्रशेखर आजाद का आरोप है कि वह रोजी रोटी के लिए दूसरे शहर में रहता था. इसी दौरान उसकी पत्नी का संबंध घर के बगल के ही आजाद से हो गयाय जब वह घर लौट कर आया तो उसे पत्नी के अफेर का पता चला. चंद्रशेखर का कहना है कि मेरी पत्नी और उसका प्रेमी मिल कर हम लोगों को मारने का प्लान बना रहे थे. मुझे और तीनो बच्चों को जहर दे कर मारने का प्लान बना रहे थे, लेकिन मुझे इसका चल गया और हम लोगों की जान बच गई.
आगरा में हत्या के बाद फैला डर का माहौल
25 Apr, 2025 11:11 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ताजनगरी आगरा के ताजगंज थाना के शिल्पग्राम क्षेत्र में हुए हत्याकांड को अब साम्प्रदायिक रंग देने की कोशिश की जा रही है. बता दें कि कथित तौर पर इस हत्याकांड की जिम्मेदारी गौरक्षा दल ने ली है. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जो इंस्टाग्राम पर भी शेयर किया गया है. इस वीडियो में पहलगाम में 26 की मौत का बदला 2600 से लेने का दावा किया गया है. हालांकि पुलिस ने इस सभी दावों को खारिज कर दिया है औऱ मामले की जांच में जुटी हुई है.
वायरल वीडियो में दो युवक दिखाई दे रहे हैं. युवकों की कमर में खतरनाक हथियार भी लगे हैं. इन्होंने आगे भी कत्ल करने का किया दावा किया है. इधर मामले में पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है. आगरा पुलिस का कहना है कि अभी इनकी पुष्टि नहीं हुई है, फिलहाल जांच चल रही है पुष्टि होने के बाद आधिकारिक बयान जारी किया जाएगा.
रेस्टोरेंट संचालक के भाई की गोली मारकर हत्या
दरअसल आगरा में रेस्टोरेंट संचालक के भाई की गोली मारकर हत्या की घटना से जोड़कर एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में दो युवक हत्या की जिम्मेदारी का दावा कर रहे. वह खुद को क्षत्रिय गौरक्षा दल का बता रहे हैं. बताया जा रहा है कि इस वायरल वीडियो में युवक कह रहे हैं कि वह पहलगाम में हुए 26 लोगों की मौत का बदला 2600 से लेंगे.
पुलिस ने दावों को किया खारिज
हालांकि वीडियो वायरल के बाद आगरा पुलिस ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि माइक्रोब्लॉगिंग साइट्स द्वारा झूठी खबर फैलाई जा रही है. घटना में मौजूद अन्य लोगों ने ऐसी कोई बात नहीं बताई, जिसमें नाम पूछकर गोली मारने की बात हो. पुलिस ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि भ्रामक और गैर जिम्मेदाराना पोस्ट करने से बचें.
आगरा कमिश्नरेट पुलिस अलर्ट
वहीं वीडियो वायरल होने के बाद आगरा कमिश्नरेट पुलिस अलर्ट मोड पर है. बता दें कि बुधवार रात रेस्टोरेंट बंद करते समय हमलावर बाइक से पहुंचे थे. जिसके बाद नाम पूछते ही गोली मारने की बात सामने आई थी. इसमें दो युवकों को मारी गई थी, जिससे 1 की मौत हो गई और दूसरा घायल हो गया था. फिलहाल पुलिस हमलावरों की तलाश में जुटी है.
जौनपुर में निकाह, बहू पाकिस्तान में: पहलगाम हमले ने तोड़ी सरहद की राह
25 Apr, 2025 11:06 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश में जौनपुर बीजेपी के नेता तहसीन शाहिद एक बड़ी मुश्किल में फंस गए हैं. छह महीने पहले उनके बेटे मोहम्मद अब्बास हैदर की पाकिस्तानी दुल्हन से ऑनलाइन निकाह हुआ था. बहू को भारत लाने के लिए वह उसी समय से वीजा के लिए प्रयासरत थे, लेकिन पहलगाम में आतंकी हमले के बाद स्थिति ऐसी बन गई कि बॉर्डर ही बंद हो गया. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि वह अपनी पाकिसतानी बहू को भारत कैसे ला पाएंगे? हालांकि उन्होंने कहा कि सरकार जो भी फैसला करेगी, उन्हें मान्य होगा.
उन्होंने कहा कि वीजा के लिए अप्लाई किया था, इंक्वायरी चल रही थी, लेकिन अभी तक वीजा नहीं मिल पाया है. अब तो रोक ही लग गई है. ऐसे में क्या कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि जिसने गलत किया, उसे सजा मिलनी ही चाहिए. वह सरकार के साथ हैं और सरकार जो चाहेगी हम लोग वही करेंगे. उन्होंने बताया कि उनकी बहू पाकिस्तान में रहने वाली बहन की बेटी अंदलीप जहरा है.
छह महीने पहले हुआ था निकाह
उन्होंने बताया कि छह महीने पहले निकाह की तारीख तय हुई थी, लेकिन उस समय बहन की तबियत खराब हो गई और वीजा भी नहीं मिला. ऐसे में उन्होंने ऑनलाइन निकाह करा दिया था. अब बहू को लाने की तैयारी चल रही थी. इसके लिए उन्होंने दोबारा से वीजा अप्लाई कर दिया था. बता दें कि भारतीय दूल्हे और पाकिस्तानी दुल्हन का यह निकाह काफी चर्चा में रहा था. निकाह के वक्त दूल्हे की ओर से सैकड़ों की तादात में बाराती शामिल हुए थे. वहीं पाकिस्तान के लाहौर में भी दुल्हन पक्ष में बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए थे.
पहलगाम हमले के बाद बॉर्डर बंद
निकाह के बाद से ही दूल्हा और दुल्हन को वीजा मिलने का इंतजार था. लेकिन नई परिस्थिति में एक बार फिर से दुल्हन की विदाई की तारीख टल गई है. बता दें कि मंगलवार को पहलगाम में पाकिस्तान समिर्थत आतंकियों ने निर्दोष सैलानियों पर हमला किया था. इस हमले में 26 लोग मारे गए थे. इस घटना को लेकर देश भर में आक्रोश है. वहीं भारत सरकार ने बॉर्डर बंद करते हुए पाकिसतान के साथ सभी रिश्ते तोड़ लिए हैं.
बिहार में घर बैठकर पाएं सैलरी और इंक्रीमेंट – नर्स ने बना दिया रिकॉर्ड
24 Apr, 2025 07:35 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के भागलपुर जिले में स्थित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल से एक हैरानी भरा मामला सामने आया है. यहां एक स्टाफ नर्स 3 साल तक घर पर बैठकर आराम करती रही. यही नहीं इस दौरान उसने बिना काम के वेतन भी लिया. घर पर बैठकर वेतन लेनी वाली स्टाफ नर्स का नाम प्रतिमा कुमारी है.
प्रतिमा की तैनाती अस्पताल के पैथोलॉजी विभाग में थी. उसने सबसे पहले 6 मार्च 2022 को ईएल यानी अर्न लीव अप्लाई की थी. इसके बाद वो 13 मार्च 2022 से छुट्टी पर चली गई. फिर कभी नर्स अस्पताल नहीं आई. इस दौरान उसने 37 बार अवकाश के लिए अप्लाई किया, जिसमें उसने हर बार तीन-तीन हफ्तों का अवकाश मांगा.
छुट्टी पर रही और लिया 28 लाख रुपये का वेतन
हालांकि नियम ये कहता है कि एक साल में एक कर्मचारी अधिकतम 31 दिन की ईएल ले सकता है, लेकिन स्टाफ नर्स प्रतिमा कुमारी ने नियमों को ठेंगा दिखाया और तीन सालों तक अवकाश पर रहकर भी करीब 28 लाख रुपये का वेतन लिया. जांच में यह भी यह भी पता चला है कि इस दौरान उसे हर साल इंक्रीमेंट भी दिया गया. साल 2024 में डॉ. राकेश कुमार ने उसका इंक्रीमेंट पत्र जारी किया. हालांकि नर्स को जो इंक्रीमेंट दिया गया उसका लाभ उसे अभी नहीं मिला है.
दो जगह लगती है अटेंडेंस फिर भी बनता रहा वेतन
बता दें कि अस्पताल में काम करने वाली सभी नर्सों की एटेंडेंस कार्यालय के बाहर बायोमेट्रिक पर अस्पताल अधीक्षक द्वारा लगाई जाती है. फिर नर्सें अपने विभाग में जाकर अपनी एटेंडेंस लगाती हैं. ऐसे में सैलरी बनाने से पहले दोनों अटेंडेंस मिलाई जाती हैं. कौन छुट्टी और कौन नहीं ये भी देखा जाता है, लेकिन इसके बाद भी तीन साल तक नर्स प्रतिमा अवकाश पर रहकर सैलरी लेती रही. ऐसा बिना किसी की मिली भगत के संभव नहीं हो सकता.
मामले में गड़बड़ी की हो रही जांच
अब अस्पताल प्रशासन इस मामले में गड़बड़ी की गहराई से जांच कर रहा है. इतना तो तय है कि प्रशासनिक लापरवाही और आंतरिक निगरानी प्रणाली की विफलता के कारण ये गड़बड़ी हुई है. मामला सामने आने के बाद बाद मेडिकल कॉलेज के प्रबंधन पर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इतनी बड़ी लापरवाही अब तक नजरअंदाज कैसे की जाती रही.
पहलगाम अटैक पर तेजस्वी का तीखा सवाल – सुरक्षा चूक के लिए कौन है जवाबदेह?
24 Apr, 2025 06:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के नेता प्रतिपक्ष और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने गुरुवार को राजधानी में महागठबंधन की बैठक में हिस्सा लेने के बाद पहलगाम हादसे से लेकर चुनाव तक सारे मसलों पर बोला. तेजस्वी यादव ने एक-एक कर के सारे बिंदुओं पर अपनी बातों को रखा. उन्होंने पहलगाम में आतंकी हमले को इंटेलिजेंस फेलियर करार देते हुए पूछा कि यह किसकी जिम्मेदारी है?
करीब दो घंटे तक चली महागठबंधन की बैठक के बाद तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. तेजस्वी यादव ने कहा कि हमने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के खिलाफ कल कैंडल मार्च निकालने का फैसला किया है. यह इनकम टैक्स गोलंबर से लेकर डाक बंगला चौराहे तक होगा. इसके साथ ही अपने संबोधन में तेजस्वी यादव ने कई सवाल उठाये.
तेजस्वी यादव ने कहा कि पहलगाम में मृतक नेवी अफसर की बहन ने कहा कि एक घंटे से ज्यादा समय तक कोई मदद नहीं मिली. सवाल ये है कि पहलगाम संवेदनशील इलाका होने के बावजूद वहां सुरक्षा की तैनाती क्यों नहीं थी? इस हमले की जिम्मेदारी कौन लेगा?
तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार पर बोला हमला
तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार पर भी हमला किया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सारी एजेंसियों का उपयोग विपक्ष के लिए करती है, लेकिन एजेंसियां इस तरीके की गतिविधियों के लिए क्या कर रही थी? इतनी बड़ी घटना में इंटेलिजेंस फेलियर हुआ है. इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा? देश जानना चाहता है कि पुलवामा में हमने अपने जवानों को खाया लेकिन अभी तक सच सामने नहीं आया है.
तेजस्वी ने कहा कि पिछले दिनों कश्मीर में काम कर रहे बिहार के मजदूरों की किस तरीके से हत्या की गई. यह पूरी तरीके से इंटेलिजेंस फेलियर है. सरकार को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए. उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अचेत अवस्था में हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बोलना चाहिए कि जो बिहार के पर्यटक कश्मीर में फंसे हुए हैं, उनके लिए उन्होंने क्या किया है? जो भी बिहार के अधिकारी हैं, वह प्रधानमंत्री के रैली में भीड़ मैनेज करने में लगे हुए थे.
तेजस्वी ने नीतीश कुमार से पूछा ये सवाल
तेजस्वी यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कानपुर का दौरा रद्द कर दिया, लेकिन बिहार में कार्यक्रम में शामिल हुए. इसका मतलब साफ है कि बिहार में चुनाव है, इसलिए प्रधानमंत्री ने बिहार दौरा किया. पूरा विपक्ष पाकिस्तान पर कार्रवाई करने के लिए एकजुट है, लेकिन विपक्ष यह भी जानना चाहता है कि पुलवामा की रिपोर्ट का क्या हुआ? बिहार सरकार ने अपने किसी मंत्री को वहां से बिहारियों से निकालने के लिए क्यों नहीं भेजा? पूरी राज्य सरकार चुनाव में व्यस्त है.
तेजस्वी यादव ने इस बात की जानकारी दी कि आगामी चार मई को महागठबंधन के सभी दलों के जिला अध्यक्षों, विधायकों, एमएलसी और सांसदों की एक बैठक होगी. प्रेस कॉन्फ्रेंस में महागठबंधन के सभी दलों के प्रमुख नेता भी उपस्थित थे.
जमीन विवादों पर लचर कार्रवाई पर फूटा गुस्सा, भागलपुर DM ने उठाया कड़ा कदम
24 Apr, 2025 06:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के भागलपुर जिले में डीएम के फैसले के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है, जिले के सभी थानेदारों का वेतन स्थगित कर दिया गया है. यह कड़ा एक्शन जिले के डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने लिया है. दरअसल, भूमि विवाद के मामलों की एंट्री में थानेदारों द्वारा सुस्ती बरती जा रही थी, जिसकी शिकायत लगातार जिलाधिकारी को मिल रही थी. उन्होंने जिला स्तरीय पदाधिकारी के समन्वय को लेकर बैठक की और बैठक में सभी 39 एसएचओ के वेतन को रोकने का निर्देश दिया है.
भागलपुर के जिला अधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई थी, जहां भू समाधान के पोर्टल पर भूमि विवाद के मामलों की एंट्री में उन्होंने सभी थानों द्वारा की जा रही लापरवाही से वो नाराज हो गए. काम को लेकर की जा रही सुस्ती को देखा, और इस लचर रवैये से वो नाखुश हो गए. इसके बाद उन्होंने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक्शन लिया और सभी थाना प्रभारी के वेतन को स्थगित करने का निर्देश दे दिया.
39 थाना अध्यक्षों का वेतन रोका
इसमें उन्होंने जिले के सभी 39 थाना अध्यक्ष के वेतन रोकने का निर्देश दिया है. इसके बाद उन्होंने अफसरों की छुट्टी पर भी सशर्त रोक लगा दी है. बैठक में डीएम नवल चौधरी ने पुलिस पदाधिकारी को लापरवाही व सुस्त रवैया पर फटकार भी लगाई. वहीं गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव से भी इस बात की चिंता व्यक्त की है.
अधिकारियों को नहीं मिलेगी छुट्टी
डीएम ने कहा कि इससे जिले की छवि खराब हो रही है. सीसीए-12 का प्रस्ताव भी थाने से नहीं आ रहा है. इसके अलावा जिलाधिकारी अन्य मामलों को गंभीरता से लेते हुए सख्त नजर आए. आगे उन्होंने कहा कि जिस विभाग का मैटर कोऑर्डिनेशन की वजह से पेंडिंग है उस विभाग के पदाधिकारी छुट्टी पर नहीं जाएंगे. अपने ग्राउंड लेवल के पदाधिकारी के कार्यशैली को दुरुस्त करें. उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि जब प्रखंडों में बैठक होती है तो जूनियर अभियंता उसमें उपस्थित नहीं होते हैं. इन सब मामलों में सुधार की जरूरत है.
दुल्हन के भागने से भड़का ससुर, हत्या कर 7 फीट गड्ढे में दफनाया शव
24 Apr, 2025 02:19 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के सीतामढ़ी में एक ससुर ने अपनी ही बहू का गला घोंटकर उसकी हत्या कर डाली. इसके बाद उसने शव को छिपाने के लिए गांव से दूर सूखे तालाब में सात फीट गड्ढा खोदकर दफना दिया. घटना मंगलवार की रात पुपरी थाना क्षेत्र के तेम्हुआ गांव में हुई. मृतका की पहचान इंद्रजीत राय की पत्नी कंचन देवी (22) के रूप में हुई है. पुपरी पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मृतका की सास और ससुर रामभरोस राय को हिरासत में ले लिया है. उनसे पूछताछ की जा रही है. बुधवार की सुबह हत्या की सूचना मिलने पर पुपरी थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर चंद्रभूषण कुमार सिंह, एसआई मनोज कुमार सदल दल बल के साथ तेमुहा गांव पहुंचे. पुलिस ने सास-ससुर और स्थानीय लोगों से पूछताछ की. स्थानीय चौकीदार की मदद से पुलिस शव दफनाए गए स्थल पर पहुंची. इसके बाद इसकी जानकारी वरीय अधिकारी को दी गई.
गड्ढा खोदकर निकाला शव
मिट्टी के अंदर से शव निकालने के लिए सीओ पुपरी रामकुमार पासवान को बतौर मजिस्ट्रेट प्रतिनियुक्त किया गया. मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में मिट्टी की खुदाई कर शव को बाहर निकाला गया. महिला के गर्दन पर गोलाकार काला रंग का निशान पाया गया है. जिससे गला दबाकर हत्या की आशंका जताई जा रही है. पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है.
ससुराल से भागकर शादी
मृतका की मां इंदु देवी ने बताया- एक साल पहले हमने चोरौत में अपनी बेटी की शादी की थी. शादी के 2 महीने बाद ही तेम्हुआ गांव निवासी इंद्रजीत राय ससुराल से उसे भगा ले गया. उसने कंचन से शादी कर ली और 8 महीने तक अपने साथ रखा. दूसरे पति के पिता यानि रामभरोसे राय ने हमें फोन करके कहा कि आपकी बेटी ने आत्महत्या कर ली है. यह जानकर हमें शक हुआ. हमने पुलिस को सूचना दी.
थानाध्यक्ष चंद्रभूषण कुमार सिंह ने बताया कि घटना की सूचना मिलने पर रामभरोस राय को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई. उन्होंने बताया कि महिला के शव को सरेह के तलाब में गड्ढा खोद कर दफना दिया गया है. इसके बाद शव को गड्ढा से बरामद किया गया.
सास-ससुर से पूछताछ जारी
इस संबंध में डीएसपी अतनु दत्ता ने बताया कि मृतक के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से मौत के कारण का खुलासा होगा. उसके सास-ससूर से पूछताछ की जा रही है. परिजन के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
28 अप्रैल को वृंदावन में जुटेगा जनसैलाब
24 Apr, 2025 02:17 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मानव श्रृंखला सुबह साढ़े आठ बजे से इस्कॉन मंदिर से प्रेम मंदिर तक बनाई जाएगी। इस दौरान आतंकी हमलों और हिंसा में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी जाएगी और केंद्र सरकार से देश विरोधी ताकतों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जाएगी।
‘हिंदुओं को निशाना बनाना साजिश का हिस्सा’
वृंदावन के होटल श्रीकृष्णा इंटरनेशनल में आयोजित पत्रकार वार्ता में न्यास के अध्यक्ष और श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद के वादी महेंद्र प्रताप सिंह एडवोकेट ने कहा कि कश्मीर के पर्यटक स्थल पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने पर्यटकों के नाम और धर्म पूछकर उनकी हत्या की, जो हिंदुओं को निशाना बनाने की साजिश का हिस्सा है।
उन्होंने पश्चिम बंगाल में हिंदुओं की चुन-चुनकर की गई हत्याओं की भी निंदा की। महेंद्र प्रताप सिंह ने ममता बनर्जी सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि बंगाल में पलायन करने वालों में केवल हिंदू ही क्यों हैं? उन्होंने आरोप लगाया कि ममता सरकार सच्चाई को छिपाने के लिए पलायन को रोजगार की तलाश से जोड़ती है, जबकि हकीकत में हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है।
हिंदुओं में एकजुटता का देंगे संदेश
महेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि ऐसी मानसिकता वाली देश विरोधी ताकतों का अंत आवश्यक है। उन्होंने हिंदुओं से एकजुट होने और सनातन धर्म की मजबूती के लिए 28 अप्रैल को मानव श्रृंखला में शामिल होने की अपील की। इस आयोजन में प्रमुख साधु-संत, सामाजिक-धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधि, युवा, छात्र और नागरिक हिस्सा लेंगे। इसका उद्देश्य श्रीकृष्ण जन्मभूमि को अतिक्रमण मुक्त कराना और हिंदुओं में एकजुटता का संदेश देना है।
‘देश विरोधी ताकतें भड़का रही हिंसा’
न्यास अध्यक्ष ने वक्फ संशोधन कानून का समर्थन करते हुए कहा कि यह कानून देश हित में है। उन्होंने बताया कि न्यास ने इस कानून के समर्थन में सुप्रीम कोर्ट में हस्तक्षेप याचिका दायर की है। उन्होंने आरोप लगाया कि देश विरोधी ताकतें वक्फ संशोधन कानून की आड़ में मुस्लिम समाज को गुमराह कर हिंसा भड़का रही हैं। ऐसी ताकतों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की गई।
महेंद्र प्रताप सिंह ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने और मंदिर निर्माण के लिए न्यास के आंदोलन में अधिक से अधिक हिंदुओं से भागीदारी की अपील की। उन्होंने कहा कि यह आयोजन न केवल श्रीकृष्ण जन्मभूमि की मुक्ति के लिए है, बल्कि हिंदू समाज की एकता और सनातन धर्म की रक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण है।
पुलिस पर पलटा आरोपी, सर्विस पिस्टल छीन कर की गोलीबारी
24 Apr, 2025 02:07 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के मेरठ में अपराधियों के हौंसले इतने बुलंद हैं कि एक बदमाश ने पुलिसकर्मी से सर्विस पिस्टल छीनकर पुलिस पर ही गोलियां चला दी। गनीमत रही कि इसका निशाना चूक गया। बाद में पुलिस की ओर से की गई कार्रवाई में इस बदमाश के पैर में गोली लगी है। पुलिस ने मुठभेड़ के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
जानिए पूरी घटना
मेरठ के थाना सरुरपुर व थाना कंकरखेडा पुलिस टीम ने 24 अप्रैल को थाना सरुरपुर पर दर्ज मुकदमें के वांछित अभियुक्त निक्की तालियान उर्फ विशाल पुत्र नरेन्द्र निवासी ग्राम छुर्र थाना सरधना जिला मेरठ को गिरफ्तार करने के लिए दबिश दी। पुलिस के अनुसार पुलिस टीम को देखकर निक्की ने देशी तमंचे से पुलिस टीम पर फायर कर दिया। इसके पास एक ही गोली ही थी तो पुलिस ने इसे गिरफ्तार कर लिया। पकड़े जाने पर इसने अपने साथी के बारे में बताया तो पुलिस इसे साथ लेकर इसके साथी को पकड़ने के लिए जा रही थी।
गोली लगने के बाद ढीले हुए तेवर
रास्ते में फिल्मी अंदाज में निक्की ने एक पुलिसकर्मी का सर्विस पिस्टल छीन लिया और पुलिस पार्टी पर फायर कर दिया। इसके बाद पुलिस टीम की ओर से जवाबी कार्रवाई की गई तो निक्की के पैर में गोली लगी। मुठभेड़ के बाद पैर में गोली लगने से घायल निक्की को पुलिस ने अस्पताल भर्ती कराया। गोली लगने के बाद इसके तेवर ढीले हुए और इसने कहा कि अब कभी जीवन में अपराध नहीं करेगा। पुलिस का कहना है कि इससे पूछताछ की जा रही है और इसके अन्य साथियों का भी पता लगाया जा रहा है।
वर्दीवाले की वर्दी पर दाग: महिला से मदद के बदले मांगी शर्मनाक डील
24 Apr, 2025 01:46 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक महिला ने दारोगा पर गंभीर आरोप लगाए हैं. महिला का आरोप है कि मदद की गुहार के बदले दरोगा उसे अपने कमरे पर बुलाने का दबाव बनाने लगा. वॉयस मैसेज भेजने के साथ ही उसके व्हाट्सएप पर अश्लील वीडियो के लिंक भी भेजे. खाकी वर्दी पहने दरोगा की करतूत पीड़िता ने अपने ही पड़ोस में रहने वाली एक महिला सिपाही को बताई. दारोगा को जब इस बारे में पता चला को वो आगबबूला हो गया.
आरोप है कि दरोगा पुलिस लेकर उसके घर पहुंच गया. फिर उसे धमकाने लगा. दरोगा ने जो वॉइस रिकॉर्डिंग महिला को भेजी हैं, उनमें कहा है- तुम मेरे साथ एक बार संबंध बना लो, मैं तुम्हारी पूरी मदद करूंगा. मामला हरदुआगंज थाने का है. आरोपी इसी थाने में दारोगा है.
महिला का आरोप है कि दरोगा ने खाकी वर्दी की आड़ में उसके साथ जबरन दुष्कर्म करने की भी कोशिश की है. पीड़ित महिला द्वारा दरोगा पर लगाए गए गंभीर आरोप के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में पुलिस के उच्च अधिकारियों ने मामले में संज्ञान लेते हुए सीओ अतरौली सृजना सिंह कों जांच अधिकारी नियुक्त कर इस मामले की जांच शुरू कर दी.
15 साल की उम्र में कर दी थी शादी
जानकारी के मुताबिक, 30 साल की पीड़ित महिला हरदुआगंज इलाके की रहने वाली है. परिजनों ने 15 साल की उम्र में उसकी शादी जनपद हाथरस के थाना सासनी क्षेत्र के गांव खिटोली निवासी 40 वर्षीय राकेश से कर दी थी. साल 2017 में वह पति से अलग हो गई थी और उसी के गांव के एक व्यक्ति राजू से प्रेम प्रसंग होने के चलते कोर्ट मैरिज कर ली थी. वह उसे लेकर पिछले 8 वर्षो से दिल्ली में रह रहा था और उससे दो बच्चे भी हैं.
26 जनवरी से पति गर्लफ्रेंड संग लापता
महिला के अनुसार, पिछले दिनों हरियाणा राज्य के जनपद पलवल के मोहाना थाना क्षेत्र के भूड़ कॉलोनी निवासी सुंदरी से उसके पति राजू के अवैध संबंध हो गए. इसका पता जब पीड़िता को लगा तो वो बच्चों को लेकर मायके आ गई. 26 जनवरी को उसे किसी से पता चला कि उसका पति राजू अपनी गर्लफ्रेंड सुंदरी को लेकर कहीं भाग गया है. महिला तभी से पति की तलाश कर रही है. थक हारकर उसने पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट हरदुआगंज थाने में लिखवाई. तभी से दारोगा दिनेश उसे परेशान कर रहा है. फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है.
अमेठी में एक्स्ट्रामैरिटल अफेयर का मामला
24 Apr, 2025 01:34 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पति-पत्नी का रिश्ता यूं तो सात जन्मों का होता है, लेकिन आजकल रिश्तों की भी कोई गारंटी नहीं रह गई. शादीशुदा कपल्स के एक्ट्रामैरिटल अफेयर का होना अब आम बात हो गया है. यहां तक कि जिनके बच्चे हो जाते हैं वो भी एक्स्ट्रामैरिटल अफेयर रखने से नहीं इतराते. ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के अमेठी से सामने आया है. यहां एक दो बच्चों की मां का किसी गैर मर्द से अफेयर चल रहा था. पति ने जब दोनों को रंगेहाथों पकड़ा तो उसने ऐसा फैसला लिया जो वाकई हैरान करने वाला है.
पति ने कहा- दोनों बच्चों को मैं संभाल लूंगा. तुम अपने बॉयफ्रेंड के साथ ही रहो. इसके बाद उसने पत्नी को उसके प्रेमी को सौंप दिया. मामला जायस थाना क्षेत्र के कस्बे के एक मुहल्ले का है. मंगलवार रात को दो बजे पति जब घर लौटा तो देखा पाया कि उसके घर में बीवी के कमरे में कोई गैर मर्द है. पति ने तुरंत दरवाजे की कुंडी लगा दी.
इसके बाद पति ने शोर मचाना शुरू कर दिया. आस-पड़ोस के और भी लोग वहां आ गए. पता चला कि वाकई एक युवक उसकी पत्नी के साथ बेडरूम में है. पत्नी अंदर से दरवाजा खोलने के लिए कहती रही. लेकिन पति नहीं माना. पति ने तुरंत पुलिस को बुला लिया. फिर कुंडी खोली तो सभी की आंखें फटी की फटी रह गईं. अंदर कमरे में कोई और नहीं बल्कि उसी का पड़ोसी था.
तीनों को थाने ले गई पुलिस
उस वक्त वहां खूब हंगामा हुआ. पुलिस तीनों को थाने ले गई. थाने में भी पति-पत्नी के बीच बहसबाजी होती रही. तब पत्नी ने मान लिया कि पड़ोसी के साथ उसका लंबे समय से अफेयर चल रहा है. पत्नी ने कहा- मैं पति से नहीं, पड़ोसी से प्यार करती हूं. पति को सबसे बड़ा झटका तो तब लगा जब पत्नी ने कहा कि वो बॉयफ्रेंड के बच्चे की मां बनने वाली है. बस फिर क्या था, पति ने कहा कि हम इस मामले को आपस में ही निपटाएंगे अब.
बॉयफ्रेंड के साथ रह रही महिला
फिर पति ने फैसला लिया कि वो अपनी पत्नी को छोड़ देगा. उसने कहा- दोनों बच्चे मैं रखूंगा. मैं ही इनकी परवरिश करूंगा. अब मेरा तुमसे कोई लेना देना नहीं है. तुम अपने बॉयफ्रेंड के साथ रहना. पत्नी भी इसके लिए राजी हो गई. अब वो बॉयफ्रेंड के साथ ही रह रही है. महिला का बॉयफ्रेंड दूसरे समुदाय से ताल्लुक रखता है.
थाने से बाहर हुआ समझौता
वहीं पूरे मामले में थाना प्रभारी रवि सिंह ने पहले तो बताया मामला जानकारी में नहीं है, लेकिन बाद में दबी जुबान से बताया- मामला थाने पर आया था, लेकिन दोनों लोगों ने आपसी सहमति से थाने से बाहर जाकर समझौता कर लिया था.