उत्तर प्रदेश
शादी की तैयारी कर रहा था घर, एक दिन पहले हादसे ने उजाड़ दिया सबकुछ
6 May, 2025 01:38 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के वैशाली में शादी समारोह की खुशी उस समय मातम में बदल गई, जब सड़क दुर्घटना में बाईक सवार 3 लड़कों की दर्दनाक मौत हो गई. हाजीपुर महनार मुख्य मार्ग के चांदपुरा थाना क्षेत्र के चांदपुरा रसूलपुर के पास ये सड़क हादसा हुआ. इस दुखद घटना की जानकारी मिलने के बाद परिवार वाले रोने-बिलखने लगे.
मृतकों में दो चचेरे भाई हैं. मृतक युवकों की पहचान सोनू कुमार (18) पिता महेश भगत, राजीव कुमार (15) पिता अवधेश भगत और रंजन कुमार (16) पिता लाल मोहन भगत के रूप में हुई है. बताया जा रहा है कि सोनू के बहन की 5 मई यानी आज शादी होने वाली थी. रविवार रात पूजा मटकोर हो रहा था. पूजा-अर्चना के लिए सोनू, राजीव और रंजन बाइक से दही लाने के लिए गए थे.
अज्ञात वाहन से मारी बाइक को टक्कर
उसी दौरान अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी. इससे सभी की मौत हो गई. मृतक सोनू के पिता शोक में डूबे हैं. उन्होंने कहा कि आज बेटी की बारात आने वाली थी बेटा बाइक से गया था. बता दें कि दरवाजे पर शादी का पंडाल सुना पड़ा है. गांव में मातम पसरा हुआ है. मृतक सोनू के चाचा टुनटुन पासवान का कहना है कि वो दही लाने के लिए घर से निकला था.
घटना से गुस्साए लोग
वहीं पुलिस ने तीनों शव की अपने कब्जे में लेकर हाजीपुर सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया और घटना के जांच में जुट गई है. हालांकि तीनों के शव पोस्टमार्टम के बाद जैसे ही घर आए तो वहां सैकड़ों लोगों की भीड़ जुट गई. लोगों के आंखों में आंसू छलक पड़े. वहीं घटना से गुस्साए लोगों ने हाजीपुर महनार मुख्य मार्ग पर आगजनी कर दी और उसे जाम कर दिया.
इस घटना को लेकरस्थानीय निवासी अजय पासवान का कहना है कि पीड़ित परिवार को सरकार की ओर से मुआवजा मिलना चाहिए. ये बहुत ही दुखद घटना है. पीड़ित परिवार को डीएम साहब 4 लाख का मुआवजा दें.
झारखंड मुक्ति मोर्चा की नई टीम घोषित, कल्पना सोरेन को मिली बड़ी जिम्मेदारी
6 May, 2025 01:28 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार विधानसभा चुनाव भले ही साल के अंत में होने वाले हैं, लेकिन इसके लिए अभी से ही तमाम राजनीतिक दलों ने अपनी कमर कसनी शुरू कर दी है. चुनाव से पहले ही झारखंड की सत्ताधारी पार्टी ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है. यही कारण है कि JMM ने अपनी नई टीम का ऐलान कर दिया है. पहली बार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी और गांडेय की विधायक कल्पना सोरेन को केंद्रीय कार्यकारिणी में जगह दी गई है. इसके साथ ही सीएम के भाई बसंत सोरेन और बहन अंजलि को भी जगह दी गई है.
झारखण्ड की मुख्य सत्ताधारी पार्टी झारखण्ड मुक्ति मोर्चा ने 14 और 15 अप्रैल ,2025 को रांची के खेलगांव में समापन हुए अपने 13वे महाधिवेशन के बाद अब पार्टी की तरफ से केंद्रीय कार्यकारिणी समिति का गठन किया है.
जामन के केंद्रीय कार्यकारिणी समिति में दिशोम गुरु शिबू सोरेन , उनकी पत्नी रूपी सोरेन , राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन , विधायक कल्पना सोरेन , विधायक बसंत सोरेन सहित पार्टी के 63 नेताओं को जगह दी गई है. इसमें पार्टी के सभी सांसद और विधायक के साथ-साथ झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष भी शामिल हैं.
किन्हें क्या मिली जिम्मेदारी?
घोषित कार्यकारिणी की सूची के मुताबिक दिशोम गुरु शिबू सोरेन को पार्टी का संस्थापक संरक्षक जबकि उनके बेटे और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पार्टी का केंद्रीय अध्यक्ष, वहीं ढिशुम गुरु शिबू सोरेन की पत्नी रूपी सोरेन को पार्टी का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है रूपी सोरेन के साथ ही साथ कुल आठ नेताओं को पार्टी का उपाध्यक्ष बनाया गया है, जिसमें वरिष्ठ सदस्य और विधायक प्रोफेसर स्टीफन मरांडी , विधायक सविता महतो, राज्यसभा सांसद सरफराज अहमद, विधायक मथुरा प्रसाद महतो ,पूर्व मंत्री बैद्यनाथ राम , झारखंड सरकार के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन को उपाध्यक्ष बनाया गया है.
जबकि पार्टी की ओर से पांच लोगों को केंद्रीय महासचिव बनाया गया है, जिसमें , विनोद पांडेय , सुप्रियो भट्टाचार्य ,सांसद जोबा मांझी, पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर और फागू बेसरा शामिल है.
इन्हें बनाया गया है कार्यकारिणी सदस्य
पार्टी की तरफ से कुल 40 लोगों को केंद्रीय कार्यकारिणी में सदस्य बनाया गया है. जिसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी और गांडेय की विधायक कल्पना सोरेन , मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के छोटे भाई और दुमका के विधायक बसंत सोरेन के साथ ही साथ केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य के रूप में राज्य के मंत्री दीपक बिरुवा , मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू, मंत्री चमरा लिंडा, मंत्री योगेंद्र महतो , सांसद विजय हांसदा, राज्यसभा सांसद महुआ माजी, झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो के नाम शामिल हैं.
इसके अलावा मंत्री हफीजुल हसन , विधायक निरल पूर्ति, विधायक दशरथ गागराई , विधायक सुखराम उरांव ,विधायक भूषण तिर्की, विधायक मंगल कालिंदी, विधायक जिग्गा सुशासन होरो, विधायक विकास सिंह मुंडा ,विधायक संजीव सरदार ,विधायक एम टी राजा, विधायक धनंजय सोरेन, विधायक आलोक सोरेन, विधायक लुईस मरांडी ,विधायक उदय शंकर सिंह, विधायक उमाकांत रजक, विधायक जगत मांझी, विधायक सुदीप गुड़िया, विधायक राम सूर्या मुंडा, विधायक अमित महतो ,विधायक अनंत प्रताप देव , मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की बहन अंजलि सोरेन समेत अन्य शामिल है.
UP की शराब नीति बनी सरकार के लिए 'कैश काउ', अप्रैल में आया मोटा फायदा
6 May, 2025 01:23 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश में नई शराब नीति योगी सरकार के किए फायदेमंद हो रही है. रिटेल शराब व्यापार में आबकारी विभाग ने अप्रैल महीने में ही बंपर कमाई की है. बीते साल की तुलना में आबकारी विभाग को 1000 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ है. अप्रैल में विभाग को 4319 करोड़ रुपये का शुल्क मिला, जो बीयर, आईएमएफएल और देशी शराब की बिक्री से इकट्ठा हुआ है. पिछले साल यह अप्रैल महीने में 3313 करोड़ रुपये था.
नई शराब नीति में प्रदेश में बीयर और शराब की मिश्रित दुकानें शुरू की गईं, जिससे रोजाना की बिक्री और आमदनी में इजाफा हुआ है. आबकारी विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, कई नई लाइसेंस कैटेगरी शुरू करने के साथ कम लाइसेंस शुल्क पर कम अल्कोहल वाले पेय पदार्थों की पेशकश के लिए जगह बनाई गई है. इस बीच कई ऐसी कठिनाइयों को कम या खत्म किया गया है, जिनसे व्यापार करने में आसानी हो. उनका कहना है कि अवैध शराब के खिलाफ जारी कार्रवाई से भी इसमें फर्क पड़ा है.
सरकार को हुआ आर्थिक लाभ
उत्तर प्रदेश की नई शराब नीति से अप्रैल में आबकारी विभाग को 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा अतिरिक्त राजस्व प्राप्त हुआ है. मिश्रित शराब दुकानों और कम लाइसेंस शुल्क जैसी नीतियों से बिक्री में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. अवैध शराब पर कार्रवाई ने भी राजस्व में योगदान दिया है. इससे सरकार को आर्थिक लाभ हुआ है. अधिकारियों का कहना है कि नई शराब नीति में कई उपाय राजस्व बढ़ाने में मदद कर रहे हैं.
1006 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त
इसको लेकर उत्तर प्रदेश के आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल का कहना है कि राज्य की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए आबकारी विभाग बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहा है. आबकारी विभाग के मुताबिक, 2025-26 वित्तीय वर्ष के पहले महीने में अपने साल-दर-साल राजस्व में 30 फीसदी की बढ़ोतरी की है. अप्रैल महीन में बीत साल के मुकाबले 1006 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है.
फ्लश किया और टॉयलेट में धमाका! जांच में जुटी IIT की टीम
6 May, 2025 01:20 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में शनिवार को एक बेहद चौंका देने वाली घटना हुई. यहां एक घर में वेस्टर्न टॉयलेट सीट में जोरदार धमाका हुआ, जिससे टॉयलेट सीट फट गई. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी इसे समान्य घटना नहीं मान रहे हैं. अब अधिकारियों ने इस धमाके की जांच आईआईटी के विशेषज्ञों से कराने का फैसला किया है.
दरअसल अधिकारिकयों ने जांच की, लेकिन उनकी जांच में एक भी बिंदू ऐसा नहीं मिला, जिससे इस तरह का विस्पोट मुमकिन हो सके. अधिकारियों का दावा है कि उन्होंने अपनी पाइपलाइन को चेक किया है. पाइपलाइन में कहीं कोई गड़बड़ी नहीं मिली है. अधिकारियों ने कहा कि वैंट पाइप भी लगा हुआ था, जिससे की बाथरूम से गैस बाहर निकल सके. ऐसे में विस्पोट संभव ही नहीं हो सकता. अगर विस्पोट की वजह मिथेन गैस है, तो विस्पोट आसपास के घरों में भी होता. ऐसे में आईआईटी विशेषज्ञों से जांच कराएंगे.
पीड़ित परिवार ने क्या बताया
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के वरिष्ठ प्रबंधक एपी वर्मा ने कहा कि टीम द्वारा पाइप लाइन की जांच की गई. कहीं कोई कमी नहीं पाई गई. सीवर भी ओवरफ्लो नहीं मिले, जिससे मिथेन गैस ज्यादा मात्रा में बन सके. वहीं पीड़ित परिवार ने बताया कि जब टॉइलेट का फ्लश दबाया तो मीथेन गैस निकली. गैस का संपर्क बाथरूम के पास लगे एसी के कंप्रेसर यूनिट से हुआ और ये धमाका हो गया. पीड़ित परिवार ने बताया कि लोगों ने उनकी गली में सीवर के ढक्कन रैंप के नीचे दबा दिए हैं. इसके चलते गैस नहीं पास होती.
फ्लश चलाने पर हुआ विस्फोट
बता दें कि किसान नेता और आरडब्ल्यूए के पदाधिकारी सुनील प्रधान का बेटा आशु (20) शनिवार दोपहर को बाथरूम गया. शौच करने के बाद उसने जैसे ही फ्लश चलाया, वेस्टर्न टॉयलेट सीट में धमाका हो गया और वो फट गई. इसके बाद वहां आग लग गई. धमाके में आशु झुलस गया. आशू की चीख सुनकर परिवार के अन्य सदस्य पहुंचे. फिर उसको जिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया. डाक्टरों ने कहा है कि अभी उसे स्वस्थ्य होने में समय लगेगा.
उत्तर प्रदेश में आईपीएस अधिकारियों का तबादला, 7 जिलों के एसपी बदले
6 May, 2025 01:12 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश में सोमवार देर रात 14 आईपीएस अधिकारियों के तबादला हुए हैं. इनमें सात जिलों के एसपी भी शामिल हैं, जिनमें अयोध्या एसपी राजकिरण अय्यर को गोरखपुर का नया एसपी बनाया गया है. जबकि, गोरखपुर के पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव ग्रोवर को अयोध्या की जिम्मेदारी दी गई है. इसके अलावा, कई अन्य डीआईजी और एसएसपी स्तर के अधिकारियों के पदस्थापन में भी बदलाव किए गए हैं. मंगलवार की सुबह जारी की गई दूसरी लिस्ट में 10 और अफसरों को नई जिमेदारियां सौंपी गई हैं.
मुजफ्फरनगर के एसएसपी अभिषेक सिंह को सहारनपुर रेंज का डीआईजी बनाया गया है. कौशांबी के एसपी बृजेश श्रीवास्तव को इटावा की कमान सौंपी गई है. तबादला सूची में गाजियाबाद के पुलिस उपआयुक्त राजेश कुमार सिंह को कौशांबी का नया एसपी बनाया गया है. फतेहपुर के एसपी धवल जायसवाल को गाजियाबाद कमिश्नरेट भेजा गया है. संतकबीरनगर के एसपी सत्यजीत को कानपुर कमिश्नरेट भेजा गया है. गोरखपुर में एसपी रेलवे संदीप कुमार मीना को संतकबीरनगर का एसपी बनाया गया है. एसीओ में तैनात लक्ष्मी निवास मिश्रा को गोरखपुर का एसपी रेलवे बनाया गया है.
DIG महाकुंभ वैभव कृष्ण को मिली ये जिम्मेदारी
अयोध्या और गोरखपुर के एसपी सहित कई जिलों के पुलिस प्रमुखों को भी नई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं. सोमवार देर रात हुए आईपीएस अफसरों की ट्रांसफर लिस्ट में डीआईजी महाकुंभ वैभव कृष्ण भी शामिल हैं. उनको वाराणसी रेंज का डीआईजी बनाया गया है. इटावा के एसएसपी संजय कुमार को मुजफ्फरनगर भेजा गया है. पीएसी लखनऊ में तैनात अनूप कुमार सिंह को फतेहपुर का एसपी बनाया गया है. वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मोहित गुप्ता को सचिव गृह बनाया गया है.
ये अफसर भी हुए इधर से उधर
योगी सरकार ने देर किए आईपीएस अफसरों के फेरबदल में सहारनपुर के डीआईजी अजय साहनी को बरेली रेंज का जिम्मा दिया गया है. फतेहपुर के एसपी धवल जायसवाल को गाजियाबाद कमिश्नरेट भेजा गया है. इसके अलावा संतकबीरनगर के एसपी सत्यजीत को कानपुर कमिश्नरेट भेजा गया है. वहीं, गोरखपुर में एसपी रेलवे संदीप कुमार मीना को संतकबीरनगर का एसपी बनाया गया है. एसीओ में तैनात लक्ष्मी निवास मिश्रा को गोरखपुर का एसपी रेलवे बनाया गया है.
आज सुबह इन्हें मिलीं नई जिम्मेदारियां
सोमवार रात हुए तबादलों के बाद मंगलवार सुबह नई लिस्ट जारी की गई, जिनमें नीरा रावत को अपर पुलिस महानिदेशक यूपी 112, प्रशान्त कुमार-।। को अपर पुलिस महानिदेशक (प्रशासन) मुख्यालय पुलिस महानिदेशक लखनऊ,केएस इमैन्युअल को पुलिस महानिरीक्षक आर्थिक अपराध संगठन लखनऊ,उपेन्द्र कुमार अग्रवाल को पुलिस महानिरीक्षक लखनऊ परिक्षेत्र, रोहन पी कनय को पुलिस उपमहानिरीक्षक पीटीएस गोरखपुर की जिम्मेदारी दी गई है.
इनके अलावा राजीव नारायण मिश्र को अपर पुलिस आयुक्त पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर,शिवहरि मीणा को गौतम बुद्ध नगर का अपर पुलिस आयुक्त से पुलिस महानिरीक्षक तकनीकी सेवाएं की जिम्मेदारी दी गई है. सत्येंद्र कुमार को पीटीएस उप महानिरीक्षक मेरठ बनाया गया है. राजेश सक्सेना को पुलिस उपमहानिरीक्षक सुरक्षा यूपी की जिम्मेदारी दी गई है और विकास कुमार वैध को उपमहानिरीक्षक मुरादाबाद पुलिस अकादमी का पदभार सौंपा गया है.
22 निकाह, 95 बच्चे और अब तलाश! पाकिस्तानी दुल्हनों ने खड़ा किया बड़ा सवाल
6 May, 2025 01:06 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से भारत सरकार काफी सख्त नजर आ रही है. भारत में शॉर्ट टर्म वीजा पर रह रहे पाकिस्तानियों को वापस उनके देश भेजने का काम किया जा रहा है. वहीं लॉन्ग टर्म वीजा वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है. इसी कवायद में उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से भी पुलिस पाकिस्तानियों की पहचान करने में जुटी है.
पुलिस की जांच में सामने आया है कि मुरादाबाद में 10-20 नहीं बल्कि 500 पाकिस्तानी रह रहे हैं. दरअसल, साल 1950 में 22 महिलाओं की शादी भारत में हुई. इन महिलाओं के अब पूरे-पूरे परिवार बन गए हैं. न सिर्फ महिलाओं के परिवार बल्कि उनके बच्चों के बच्चों के भी परिवार बन गए हैं और इस तरह से मुरादाबाद में करीबन 500 पाकिस्तानी हो गए हैं.
500 हो गई पाकिस्तानियों की संख्या
जिन 22 महिलाओं की भारत में शादी हुई. वह तब से ही भारत में लॉन्ग टर्म वीजा पर रह रही हैं. उनके 95 बच्चे हुए और सभी के अलग-अलग परिवार बन गए. ऐसे में मुरादाबाद में पाकिस्तानियों की संख्या 500 हो गई. अब पुलिस इन सभी की जांच कर रही है. एसपी रणविजय सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इस मामले में मुरादाबाद की सभी थानों की टीमें निगरानी कर रही हैं और उनके डॉक्यूमेंट्स की जांच की जा रही है.
बच्चों के बच्चों के बन गए परिवार
जिन पाकिस्तानी महिलाओं के बच्चों के बच्चों के परिवार मुरादाबाद में रह रहे हैं. उन महिलाओं की शादी मुरादाबाद के रहने वाले पुरुषों से हुई और शादी के बाद से ही ये महिलाएं भारत में रह रही हैं, लेकिन अब इनके दस्तावेजों की जांच होने जा रही है. इनमें से ज्यादातर महिलाएं अब दादी बन गई हैं, जिनकी पोता-पोती और नाती-नातिन भी हैं और सभी की संख्या 500 के करीब है.
भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन
ये महिलाएं भले ही पाकिस्तानी हो, लेकिन इनके बच्चे जन्म से ही भारतीय हैं और उन्हें भारतीय नागरिकता मिली हुई है. जांच में सामने आया है कि इन पाकिस्तानी महिलाओं के पास भारत सरकार की ओर से जारी किए गए आधार कार्ड और राशन कार्ड भी हैं. इन महिलाओं ने भारतीय नागरिकता पाने के लिए आवेदन किया हुआ है, लेकिन दशकों से भारत में रहने के बावजूद इन्हें नागरिकता नहीं मिली है.
पुलिस कर रही निगरानी
22 पाकिस्तानी महिलाओं में ज्यादातर दादी बन चुकी हैं. कुल मिलाकर इन परिवारों में अब लगभग 500 सदस्य हो गए हैं. दशकों पहले आई महिलाओं ने अपनी पाकिस्तानी नागरिकता भले ही बरकरार रखी हो, लेकिन उनके बच्चों ने भारतीय नागरिकता हासिल कर ली है. हालांकि महिलाओं के पास भारत सरकार का जारी आधार कार्ड और राशन कार्ड भी है, लेकिन उसके बावजूद किसी ने भारतीय नागरिकता हासिल नहीं की है, लेकिन जानकारी मिल रही है कि सभी ने भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन किया है. हालांकि लॉन्ग टर्म वीजा पर रह रहे. इन पाकिस्तानियों पर पुलिस की पैनी नजर है. अगर किसी के पास वैध दस्तावेज नहीं पाए जाते हैं तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
ब्रज की सांस्कृतिक विरासत पर खतरा? कॉरिडोर को लेकर जनआंदोलन शुरू
6 May, 2025 12:08 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जैसे-जैसे मथुरा में बांके बिहारी कॉरिडोर बनाने की ओर बढ़ रही वैसे-वैसे बृजवासी इसका विरोध करते हुए नजर आ रहे हैं. इसी कड़ी में सोमवार को ठाकुर बिहारी मंदिर के गेट नंबर एक के बाहर ब्रजवासियों ने प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की है. उनका कहना है कि यहां अगर कोई भी डोर बना तो ब्रिज का विनाश हो जाएगा, कुंज गली बर्बाद हो जाएंगी. उन्हें यहां किसी भी तरह के कोई भी कॉरिडोर की जरूरत नहीं है.
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर सरकार बांके बिहारी कॉरिडोर के निर्माण की तैयारियों में लगी हुई है. इस संबंध में मथुरा की सांसद हेमा मालिनी ने आठ दिनों पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर बांके बिहारी कॉरिडोर के जल्द निर्माण कराने की मांग की थी, जो कि ब्रजवासियों को रास नहीं रही है. सोमवार को ब्रजवासियों और तीर्थ पुरोहितों ने बांके बिहारी कॉरिडोर के खिलाफ मंदिर के बाहर खड़े होकर विरोध प्रदर्शन किया.
हेमा मालिनी के खिलाफ की नारेबाजी
साथ ही सभी लोगों ने एक स्वर में सांसद हेमा मालिनी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और कहा कि यहां कॉरिडोर की कोई भी आवश्यकता नहीं है. यदि कोई डोर बना तो ब्रिज का विनाश हो जाएगा. बांके बिहारी कॉरिडोर बनने को लेकर बृजवासी पहले से ही विरोध कर रहे थे, लेकिन इसी बीच कुछ समय के लिए मामला ठंडा पड़ गया था. लेकिन बीते दिनों कॉरिडोर को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सांसद हेमा मालिनी के बीच हुई मुलाकात से लोग एक बार फिर उग्र हो गए हैं.
बांके बिहारी कॉरिडोर के खिलाफ ब्रजवासियों का विरोध
ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के गेट नंबर एक के सामने हुए प्रदर्शन में बृजवासी लोग मौजूद रहे. वहीं बृजवासी दीपक पराशर ने बताया कि कॉरिडोर बनाने की कोई आवश्यकता नहीं है. बांके बिहारी कॉरिडोर बनाने से पूर्व भी ऐसे साधन है, जिसको लेकर भीड़ को नियंत्रित किया जा सकता है. प्रशासन और सरकार अपनी मनमानी कर रही है. जिसको बृजवासी सहन नहीं करेगा. प्रदर्शन के दौरान बृजवासी हाथों में तख्तियां लिए हुए नजर आए हैं, जिसमें कॉरिडोर के विरोध में कई तरह के स्लोगन लिखे हुए थे.
"ऐ जी! कुछ खा लूं क्या?" — नई दुल्हन ने खा लिया दूल्हे का चैन
5 May, 2025 06:10 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड के गिरिडीह में एक दूल्हे ने बड़े ही अरमानों से शादी की. दुल्हन संग सात फेरे लेकर वो काफी खुश था. लेकिन दुल्हनिया उसके साथ क्या करने वाली थी, इस बात से वो बेखबर था. राजस्थान के दूल्हे को झारखंड की दुल्हनिया ऐसा चूना लगाकर गई, जिसे वो ताउम्र याद रखेगा.
जानकारी के मुताबिक, सीकर जिले के सुरेश झांझभार की शादी तो हुई, लेकिन यह खुशी ज्यादा देर तक टिक नहीं पाई. शादी के कुछ ही घंटों बाद दुल्हन 2 लाख रुपये नकद और कीमती जेवर लेकर फरार हो गई.
रेलवे स्टेशन से हो गई फुर्र
सुरेश की शादी 2 मई को गिरिडीह के फुलची गांव की 26 वर्षीय युवती से पारंपरिक रीति-रिवाज से हुई थी. शादी के अगले ही दिन सुरेश और उसका परिवार दुल्हन को लेकर राजस्थान लौटने के लिए पारसनाथ रेलवे स्टेशन पहुंचे. लेकिन करीब 8 बजे के आसपास, दुल्हन ने खाना खाने का बहाना बनाया और स्टेशन से बाहर निकल गई, फिर कभी नहीं लौटी.
दुल्हन का मोबाइल स्विच ऑफ
सुरेश के मुताबिक, लड़की ने उसका मोबाइल फोन भी साथ ले लिया था. जब घंटों बाद भी वह नहीं लौटी, और फोन बार-बार बंद आया, तो परिवार को शक हुआ कि कुछ गड़बड़ है. अगले दिन मुफ्फसिल थाना पहुंचकर सुरेश ने पूरे मामले की लिखित शिकायत दर्ज कराई.
लड़की के घर वालों को दिए थे 2 लाख रुपये
शिकायत में सुरेश ने कहा कि इस शादी के लिए उसने 2 लाख रुपये लड़की के घरवालों और बीच में लगे दलालों को दिए थे. इनमें से एक दलाल, मुकेश पासवान, उसका सहकर्मी है और बिहार से है, जबकि दूसरा रिंकू पासवान गिरिडीह का रहने वाला है. दोनों ने इस शादी का रिश्ता तय कराया था.
अभी तक नहीं मिला दुल्हन का सुराग
मुफ्फसिल थाना प्रभारी ने बताया- दुल्हन के फरार होने और दूल्हे द्वारा धोखाधड़ी का आरोप लगाए जाने की पुष्टि हुई है. मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है. लड़की का मोबाइल अब भी बंद है और उसका कोई सुराग नहीं मिल पाया है. लेकिन पुलिस की टीमें उसकी तलाश में जुटी हुई हैं.
बिहार से दिल्ली जाने वालों के लिए बड़ी सौगात, भीड़भाड़ से मिलेगी निजात
5 May, 2025 01:14 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गर्मियों के समय लोग बच्चों की छुट्टिया पड़ने पर शादी-ब्याह में शामिल होने या घूमने के लिए घर जाते हैं. ऐसे में गर्मियों के अक्सर ट्रेनों में बहुत भीड़ बढ़ जाती है. भीड़ के चलते ट्रेन में यात्रियों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में इस साल गर्मी में बिहार से दिल्ली और देश की राजधानी से बिहार जाने वालों के एक खुशखबरी है.
दरअसल गर्मियों में ट्रेनों में बढ़ती भीड़ को देखते हुए भारतीय रेलवे ने फैसला किया है कि वो छपरा से दिल्ली के आनंद विहार टर्मिनल तक समर स्पेशल साप्ताहिक ट्रेन चलाएगा. ये ट्रेन ट्रेन 14 मई से 16 जुलाई 2025 तक हर बुधवार को छपरा से चलेगी. वहीं आनंद विहार टर्मिनल से 15 मई से 17 जुलाई तक प्रत्येक गुरुवार को चलेगी.
ट्रेन नंबर 05113 छपरा से चलेगी
छपरा जिले में दिघवा दुबौली रेलवे स्टेशन और थावे जंक्शन पर इस ट्रेन का हॉल्ट होगा. ट्रेन नंबर 05113 दोपहर को 3 बजकर 45 मिनट पर छापरा से चलेगी. फिर छपरा कचहरी, मशरख दिघवा दुबौली, थावे, तमकुही रोड, पडरौना, कप्तानगंज, गोरखपुर, खलीलाबाद, बस्ती, गोंडा, बुढ़वल, सीतापुर, शाहजहांपुर, बरेली, मुरादाबाद होते हुए अगले दिन दोपहर में 2 बजकर 25 मिनट पर आनंद विहार पहुंचेगी.
ट्रेन नंबर 05114 आनंद विहार से चलेगी
वहीं वापसी में ट्रेन नंबर 05114 आनंद विहार टर्मिनल से शाम 4 बजे चलेगी. फिर मुरादाबाद, बरेली, शाहजहांपुर, सीतापुर, बुढ़वल, गोंडा, बस्ती, खलीलाबाद, गोरखपुर, कप्तानगंज, पडरौना, तमकुही रोड, थावे, दिघवा दुबौली, मशरख और छपरा कचहरी होते हुए अगले दिन दोपहर 2 बजे छपरा पहुंचेगी.
ट्रेन में होंगे कुल 22 डिब्बे
इस समर स्पेशल ट्रेन में कुल 22 डिब्बे लगाए जाएंगे. इनमें 2 एसएलआर, 6 सामान्य, 10 स्लीपर, 3 एसी थर्ड और 1 एसी सेकेंड क्लास डिब्बा शामिल होगा. वाराणसी रेलमंडल के जनसंपर्क अधिकारी ने कहा कि छपरा-आनंद विहार साप्ताहिक समर स्पेशल ट्रेन की अधिसूचना जारी हो गई है.
धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगा लखीसराय, सरकार ने शुरू की तैयारी
5 May, 2025 01:10 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार का लखीसराय जिले में धार्मिक और पुरातात्विक संस्कृति का भंडार है. जिले की विरासत और धरोहर बहुत समृद्ध मानी जाती है. जिले के पौराणिक स्थलों को बुद्ध, शिव और रामायण सर्किट से जोड़ने की यहां अपार संभावनाएं नजर आती हैं. अब सरकार पंचायत स्तर पर प्राचीन धरोहरों को संरक्षित करने का प्रयास कर रही है.
दरअसल, लखीसराय जिले की समृद्ध विरासत गहरी और पौराणिक है, लेकिन इसके बावजूद भी इसकी पहचन नहीं बन पाई है. अब जिले के प्रसाशन ने यहां के पुरास्थल को पर्यटन से जोड़ने की कोशिश तेज कर दी हैं. जिले की समृद्ध विरासत को वैश्विक स्तर पर पहचान मिल सके. इस दिशा में लगातार काम हो रहा है.
राजनीतिक दृष्टिकोण से बहुत समृद्ध है जिला
लखीसराय जिला राजनीतिक दृष्टिकोण से भी बहुत समृद्ध है. इस जिले को बुद्ध, रामायण, शिव सर्किट से जोड़ने के बाद आने वाले दिनों में इस जिले में पर्यटन बहुत विकसित हो सकता है. इतना ही लखीसराय पर्यटन के मामले में देवघर, राजगीर, नालंदा और बोधगया जैसा बन सकता है. इस जिले में सात सरकारी पुरास्थल हैं.
जिले के सरकारी पुरास्थल
नगर परिषद लखीसराय वार्ड नंबर 33 में जयनगर लाली पहाड़ी सरकारी पुरास्थल है. रामगढ़ चौक प्रखंड के अंतर्गत सत्संडा पहाड़ी है. चानन प्रखंड अंतर्गत बिछवे और घोसीकुंडी पहाड़ी है. सूर्यगढ़ा प्रखंड में लय पहाड़ी, रामगढ़ चौक प्रखंड में नोनगढ़ टीला और लखीसराय प्रखंड बालगुदर टीला है.
लाली पहाड़ी
लाल पहड़ी की बात करें तो ये जगह बौद्ध कालीन अवशेषों से भरी हुई है. जब लाल पहाड़ी खोदा गया तो पता चला कि ये यह महिला बौद्ध भिक्षु साधना करती थीं. ये उनकी साधना का प्रमुख केंद्र था. राज्य सरकार की ओर से इसे पर्यटन के रूप में विकसित करने के लिए 29 करोड़ की राशि आवंटित की गई है. लाली पहाड़ी पर स्थित खोदाई स्थल को संरक्षित करने के लिए करीब तीन करोड़ आवंटित किए गए हैं.
बिछवे और घोसीकुंडी
बिछड़े और घोसीकुंडी पहाड़ी भी बौद्ध धर्म से जुड़े बताए जाते हैं. बिछवे पहाड़ी की मनोरम छटा लोगों को आकर्षित करती है. बिछवे पहाड़ी के शिखर पर बने बौद्ध मठ के अवशेष आज भी हैं. यही नहीं इस पहाड़ी से शेलोकृत मनोती स्तूप, भगवान विष्णु, वैष्णवी और महिसासुर मर्दनी खंडित मूर्तियां और मौर्य कालीन ईंट मिली है.
नोनगढ़ टीला, सत्संडा और लय पहाड़ी
बताया जाता है कि नोनगढ़ पुरास्थल कुषाण काल दूसरी शताब्दी जुड़ा है. इस क्षेत्र से लाल बलुआ पत्थर की मूर्ति मिली थी. सत्संडा गांव में स्थित किष्किंधा पहाड़ को लोग संध्या पहाड़ के नाम से भी जानते हैं. यहां चतुर्भुज भगवान की काले पत्थर की प्रतिमा है. वहीं लय पहाड़ी भी एक राजकीय स्मारक और पुरातात्विक स्थल है. इसके लिए सरकार ने छह करोड़ 83 लाख रुपये की स्वीकृत किए हैं.
बालगुदर टीला बालगुदर गढ़ टीला लखीसराय संग्रहालय से सटा हुआ है. ये आठवीं और नौवी शताब्दी का बताया जाता है. हाल ही में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जब लखीसराय संग्रहालय का निरीक्षण किया था. उसी दौरान बालगुदर गढ़ टीला को संरक्षित करने का ऐलान किया गया था.
बिहार के समस्तीपुर से निकला 'स्नैकमैन', जो ज़हर से नहीं डरता
5 May, 2025 11:14 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अक्सर लोग सांपों का नाम सुनकर डर जाते हैं. क्योंकि सांप एक जहरीला जीव है. सांप के काटने के बाद अगर समय से इलाज न मिले तो मिले तो जान जा सकती है. अक्सर जब घरों में सांप निकलता है, तो उस व्यक्ति को बुलाया जाता है जो सांप को अच्छे से पकड़ना जानता है. ऐसे लोगों को सांपों की दुनिया में ‘स्नैकमैन’ कहा जाता है. आज हम आपको बिहार के समस्तीपुर जिले के रहने वाले एक ‘स्नैकमैन’ की कहानी बताने रहे हैं.
समस्तीपुर जिले के जय कुमार साहनी बिहार के ‘स्नैकमैन’ के नाम से प्रसिद्ध थे. वो जिले के ताजपुर के हरपुर वार्ड संख्या-3 के निवासी थे. जय कुमार साहनी सांपों के मसीहा कहलाते थे. बताया जाता है कि वो खतरनाक और जहरीले सांपों को नया जीवन देते थे. जय कुमार साहनी अब इस दुनिया में नहीं रहे. उनके बारे में कहा जाता है कि उन्होंने हजारों सांपों को मौत से बचाया. वो इंसानों को जहरिले सांपों के जहर से दूर रखते थे. वो सांपों को रेस्क्यू कर उन्हें सुरक्षित जगहों पर छोड़ आया करते थे.
जहरीले सांप के डसने से हुई मौत
जय कुमार साहनी की मौत एक जहरीले सांप के डसने से गुरुवार को हो गई. दरअसल, उनको फोन पर एक गांव में जहरिला सांप देखे जाने की सूचना प्राप्त हुई. इसके बाद जय कुमार साहनी मौके पर पहुंचे और तुरंत सांप को रेस्क्यू करने में जुट गए, लेकिन उसी दौरान जहरीले कोबारा सांप ने उनको अंगूठे पर डस लिया. इससे उनकी हालात बिगड़ने लगी. इसके बाद लोग उनको तुरंत इलाज के लिए अस्पताल लेकर भागे, लेकिन सदर अस्पताल पहुंचने से पहले ही उन्होंने दम तोड़ दिया.
जय बिना प्रोफेशलन ट्रेनिंग के पकड़ते थे सांप
बताया जा रहा है कि पूरे शरीर में जहर के फैल जाने के कारण उनकी मौत हुई. जय के परिवार के में उनकी पत्नी और दो छोटे-छोटे बच्चे हैं. जय के पिता शिवलगन साहनी ने बताया कि मेरे बेटा बचपन से ही जानवरों से बहुत लगाव रखता था. बता दें कि जय ने सांप पकड़ने की कोई प्रोफेशलन ट्रेनिंग नहीं ली थी. वो बिना ट्रेनिंग के ही ये काम किया करते थे. सांपों को पकड़कते हुए उनके कई वीडियो सोशल मीडिया पर भी
पहलगाम हमले पर आरजेडी सांसद मनोज झा ने केंद्र सरकार को घेरा
5 May, 2025 11:09 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पहलगाम अटैक के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच जहां एक तरफ तनाव बढ़ गया है. वहीं, दूसरी तरफ देश में सियासत भी तेज हो गई है. इस अटैक के बाद विपक्ष लगातार केंद्र सरकार से सवाल पूछ रहा है. इसी बीच राष्ट्रीय जनता दल के सांसद मनोज झा ने कहा, अगर पुलवामा की रिपोर्ट आती तो पहलगाम नहीं होता.
पहलगाम अटैक के बाद केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए मनोझ झा ने कहा, हम ने आज इस मीटिंग की शुरुआत पहलगाम के उन लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए की है जिनकी मौत हुई. पीएम मोदी को टारगेट करते हुए उन्होंने कहा, हम मधुबनी में जाकर चुनाव रैली नहीं कर रहे थे.
मनोज झा ने सरकार को घेरा
दरअसल, 22 अप्रैल को जिस दिन पहलगाम में हमला हुआ था, उस समय पीएम मोदी सऊदी के दौरे पर थे. इस अटैक के बाद पीएम अपने दौरे को कट शॉर्ट करके भारत पहुंचे थे. इसी के बाद उन्होंने बिहार के मधुबनी में एक रैली को संबोधित किया था और पाकिस्तान को करारा जवाब दिया था. पीएम की उसी रैली को लेकर मनोज झा ने निशाना साधा है. उन्होंने पीएम की रैली पर हमला करते हुए कहा, हम उस तरह की बेशर्मी में नहीं जाते, हम तो आज तक सदन में पूछते रहे हैं कि पुलवामा कैसे हुआ, अगर पुलवामा की रिपोर्ट आती तो पहलगाम नहीं होता.
मनोज झा ने कहा, पूरा देश एक स्वर में बोल रहा है, लेकिन आपका ट्वीटर हैंडल क्या कर रहा है. देश एक स्वर में सोचता है, हमारी राजनीतिक भिन्नता है, लेकिन इन मुद्दों पर हम कोई समझौता नहीं करेंगे (No Compromise Situation). हम ने पुलवामा में जवान खोए थे, हमें श्रद्धांजलि का देश नहीं बनना है.
तेजस्वी यादव ने भी पूछे थे सवाल
इससे पहले राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेतृत्व वाले महागठबंधन ने गुरुवार (अप्रैल 24, 2025) को पटना में कांग्रेस कार्यालय में आयोजित अपनी दूसरी बैठक के दौरान पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किए थे. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने पहलगाम में सुरक्षा में हुई चूक को लेकर सवाल खड़े किए थे.
सुरक्षा को लेकर सरकार को घेरा
तेजस्वी यादव ने सुरक्षा बलों की अनुपस्थिति पर रोशनी डालते हुए कहा, था, आतंकवादी हमले में मारे गए नौसेना अधिकारी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की बहन सृष्टि ने कहा था कि विनय डेढ़ घंटे तक जिंदा थे लेकिन कोई मदद के लिए नहीं आया. मैं पूछना चाहता हूं कि अगर 2,000 टूरिस्ट एक ही जगह पर इकट्ठा हुए थे, तो कोई सुरक्षा व्यवस्था क्यों नहीं की गई थी? इस चीज को जानने के बावजूद कि पहलगाम एक हाई स्कियोरिटी जोन के अंदर आता है, एक भी सुरक्षाकर्मी घटनास्थल पर मौजूद नहीं था. उन्होंने आगे कहा, 2014 के बाद से जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों के 3,982 मामले सामने आए हैं, जिनमें 413 नागरिक और 630 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए हैं.
तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया, इन गंभीर चूकों के लिए कौन जिम्मेदार है और जिम्मेदारी कौन लेगा? राजनीतिक प्रतिशोध के कारण, केंद्र अधिकांश केंद्रीय एजेंसियों को विपक्षी नेताओं के खिलाफ तैनात करता है, लेकिन वो आतंकवादियों के खिलाफ एजेंसियों को तैनात करने में विफल रहते हैं.
पहलगाम में 22 अप्रैल को हमला हुआ था. इस अटैक में 26 लोगों की मौत हुई थी. आतंकवादियों ने निहत्थे लोगों पर अटैक किया. इसी के बाद से भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं.
नीतीश कुमार की साफ बात – अब कोई इधर-उधर नहीं, NDA में ही रहूंगा
5 May, 2025 11:02 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को सत्ता में आने का श्रेय भारतीय जनता पार्टी को दिया और कहा कि वह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में ही बने रहेंगे. नीतीश कुमार ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए यह बात दोहराई. इन खेलों में देश भर से हजारों युवा खिलाड़ी भाग ले रहे हैं.
पिछले एक दशक में कई बार साझेदार बदलने वाले नीतीश कुमार ने कहा कि मैं हमेशा यहीं रहूंगा. मेरी पार्टी ने पहले भी मुझे कई बार यहां-वहां भेजा. लेकिन ऐसा दोबारा नहीं होगा. मुझे मुख्यमंत्री किसने बनाया? स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी ने.’
2013 में तोड़ा था एनडीए से नाता
दरअसल नीतीश कुमार 1990 के दशक के मध्य से बीजेपी के सहयोगी रहे हैं. हालांकि साल 2013 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार बनने के बाद नाराजगी जताते हुए उन्होंने एनडीए से नाता तोड़ लिया था. इसके बाद उन्होंने साल 2015 में आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के साथ महागठबंधन बनाकर चुनाव लड़ा और सफलता भी पाई.
बीजेपी पर जेडीयू को तोड़ने का आरोप
लेकिन यह गठबंधन ज्यादा समय तक नहीं चला और 2017 में नीतीश कुमार ने एक बार फिर बीजेपी के साथ एनडीए गठबंधन में आ गए. यह साझेदारी 2022 तक चली, जब उन्होंने एनडीए छोड़कर फिर से महागठबंधन में वापसी की और बीजेपी पर जेडीयू को तोड़ने की साजिश का आरोप लगाया.
राजनीतिक पलटी नहीं मारेंगे
2024 के लोकसभा चुनाव से पहले, नीतीश ने महागठबंधन और इंडी गठबंधन से नाता तोड़ते हुए फिर एनडीए का दामन थाम लिया. यह कदम राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना, क्योंकि उन्होंने खुद इंडी गठबंधन को बनाने में अहम भूमिका निभाई थी. अब जबकि राज्य में विधानसभा चुनाव करीब हैं तो नीतीश कुमार ने यह साफ कर दिया है कि वो अब एनडीए में ही रहेंगे. उन्होंने कहा कि अब वह कोई राजनीतिक पलटी नहीं मारेंगे. उनके इस बयान को एनडीए को मजबूती देने के इरादे से दिया गया बयान माना जा रहा है.
भाभी को मिल रही थी जान से मारने की धमकी, देवर और ननदों पर केस दर्ज
5 May, 2025 10:37 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश में पुलिस ने एक महिला की तहरीर पर उसके देवर और दो ननदों के खिलाफ केस दर्ज किया है. महिला ने आरोप लगाया कि उसका देवर उसके साथ कुछ समय से अश्लील हरकतें कर रहा था. दोनों ननदें भी अपने भाई का ही साथ देती थीं. वो भाभी को जान से मार डालने की धमकी देती थीं. यह सिलसिला चल ही रहा था कि पड़ोसी उस महिला के लिए एक फरिश्ता बनकर आया. उसने फिर महिला की जान बचाई.
मामला ठाकुरद्वारा कोतवाली क्षेत्र का है. जानकारी के मुताबिक, यहां रहने वाली एक महिला का पति सऊदी अरब में नौकरी करता है. इस बात का फायदा महिला का देवर उठाने लगा. उसने अपनी ही भाभी को हवस का शिकार बनाने का प्रयास किया. जब पीड़िता ने इस बात की शिकायत ससुरालियों से की तो उल्टा वो महिला को धमकाने लगे. कहने लगे कि अगर इस बारे में किसी को बताया तो तुम्हें मार डालेंगे. यही नहीं, ससुरालिए आए दिन महिला से मारपीट करते रहते थे.
पीड़िता ने पुलिस को बताया- मेरे पति पिछले 6 माह पहले नौकरी के सिलसिले में सऊदी अरब चले गए थे. मेरा देवर नदीम मुझ पर बुरी नजर रखने लगा. मेरा देवर ही नहीं बल्कि दोनों ननदें नईमा और रूबीना भी हमसे पारिवारिक रंजिश रखते हैं. मेरा पति बाहर है, इसी बात का फायदा तीनों लोग उठाने लगे. शुरुआत देवर नदीम ने की. उसने एक रोज मेरे घर आकर मुझसे अश्लील हरकतें करना शुरू कर दिया. मैं चीखते-चिल्लाते घर से बाहर निकली. इस बात की जानकारी मैंने दोनों ननदों को दी तो वो भी उल्टा मुझसे ही गाली-गलौच करने लगीं.
भाभी से रेप की कोशिश
महिला ने आगे बताया- ननदों और देवर ने फिर मुझे धमकी दी कि में इस बारे में किसी को न बताऊं. यहां तक कि ससुर साबिर हुसैन ने भी मुझे धमकाया. इससे मेरे देवर के हौसले और बुलंद हो गए. वो आए दिन मेरे साथ अश्लील हरकतें करने लगा. फिर रविवार को देवर अचानक घर में घुसा. मेरी कलाई पकड़कर मेरे साथ रेप करने की कोशिश की. मैंने किसी तरह अपनी जान बचाई. ससुरालियों को उसकी शिकायत की तो सभी मुझे पीटने लगे. इस बीच पड़ोसी दिलशाद अहमद को पिटाई के बारे में पता चला. उन्होंने फिर मेरी जान बचाई.
पड़ोसी ने बुला ली पुलिस
दिलशाद अहमद ने ही 112 नंबर पर फोन करके पुलिस को इसकी सूचना दी. पुलिस मौके पर पहुंची. पीड़िता को थाने ले जाया गया. वहां उसकी तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. मामले में आगामी कार्रवाई जारी है.
शैक्षणिक सत्र 2025-26 से यूपी में लागू होगी ऑनलाइन अटेंडेंस प्रणाली
5 May, 2025 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में अब शिक्षकों के साथ छात्रों की हाजिरी भी ऑनलाइन होगी. यूपी बोर्ड शैक्षणिक सत्र 2025-26 से इसे लागू करेगा. माध्यमिक शिक्षा परिषद ने इसके लिए कमर कस ली है. इससे डमी स्कूलों पर काफी हद तक लगाम लगाई जा सकेगी. बोर्ड की ओरे से इसकी तैयारी जोरो पर की जा रही है.
यूपी बोर्ड में अब अध्यापकों के साथ छात्रों की भी ऑनलाइन अटेंडेंस होगी. इसके लिए नया सॉफ्टवेयर भी तैयार कराया जा रहा है. यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह का कहना है कि स्कूलों में आए दिन अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों पर निगरानी और स्टूडेंट्स की उपस्थिति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से बोर्ड शिक्षकों व छात्रों की ऑनलाइन हाजिरी की व्यवस्था लागू करने जा रहा है. शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की दिशा में यह एक अच्छी पहल मानी जा रही है. बोर्ड इसके लिए एक ऐसा सॉफ्टवेयर तैयार करा रहा है, जिससे शिक्षकों व छात्रों की उपस्थिति की सटीक सूचना मिल सकेगी.
कितने माध्यमिक स्कूल, कितने स्टूडेंट्स?
यूपी बोर्ड के करीब 28 हजार माध्यमिक विद्यालय हैं. इनमें पांच लाख शिक्षक और एक करोड़ के करीब स्टूडेंट्स हैं. बोर्ड में आए दिन यह शिकायत आती है कि कई विद्यालय कागजों में चल रहे हैं. उनमें छात्र भौतिक रूप से विद्यालय नहीं आते बस परीक्षा के समय विद्यालय आते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं हो सकेगा. छात्रों की अब ऑनलाइन वैसे ही हाजिरी होगी जैसे शिक्षकों की होती हैं.
होगी मॉनिटरिंग
सके लिए सॉफ्टवेयर तैयार हो रहा है. इसके लिए प्रधानाचार्य को लॉगिन आईडी व पासवर्ड दिया जाएगा. सूचना देते समय उनकी वेबकैम से फोटो भी खिंचेगी. ऐसा सॉफ्टवेयर डेवलप किया जा रहा है कि विद्यालय के 200 मीटर दायरे से बाहर जाने पर सूचना कंट्रोल रूम पहुंच जाएगी. स्कूलों से ऑनलाइन हाजिरी की सूचना सुबह 11 बजे तक यूपी बोर्ड मुख्यालय को मिल जाएगी. ऑनलाइन हाजिरी की निगरानी जिला, मंडल और प्रदेश स्तर पर की जाएगी. जिला स्तर पर डीआईओएस व मंडल स्तर पर संयुक्त शिक्षा निदेशक माध्यमिक इसकी निगरानी करेंगी और प्रदेश स्तर पर यूपी बोर्ड मुख्यालय ऑनलाइन उपस्थिति पर नजर रखेगा.