खेल (ऑर्काइव)
भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव पर लगी रोक हटी...
18 Jul, 2023 03:09 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव का रास्ता साफ हो गया गया है। सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय कुश्ती महासंघ के चुनावों पर लगी रोक हटा दी है। मंगलवार को सुनवाई के दौरान देश की सर्वोच्च अदालत ने गुवाहाटी हाईकोर्ट का फैसला पलट दिया। सुप्रीम कोर्ट ने कुश्ती संघ के चुनाव पर रोक लगाने वाले गुवाहाटी हाईकोर्ट के आदेश को हटा दिया। याचिका पर नोटिस जारी करते हुए न्यायमूर्ति अनिरुद्ध बोस और एस वेंकटनारायण भट्टी की पीठ ने गुवाहाटी उच्च न्यायालय के आदेश पर रोक लगा दी। शीर्ष अदालत डब्ल्यूएफआई के चुनाव पर रोक लगाने वाले गुवाहाटी उच्च न्यायालय के अंतरिम आदेश को चुनौती देने वाली आंध्र प्रदेश एमेच्योर कुश्ती संघ की याचिका पर सुनवाई कर रही थी। इस सुनवाई के दौरान शीर्ष अदालत ने चुनाव पर लगी रोक खत्म कर दी। इससे कुश्ती संघ के चुनाव और नए अध्यक्ष के चयन का रास्ता साफ हो गया है। नए अध्यक्ष के चयन के बाद पहलवानों का विवाद भी सुलझ सकता है। देश के शीर्ष पहलवान इस साल जनवरी के महीने से कुश्ती संघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का विरोध कर रहे हैं। बृजभूषण पर कई पहलवानों के यौन शोषण के आरोप भी हैं। इस मामले में जांच खत्म नहीं हुई है। हालांकि, उन पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली नाबालिग पहलवान ने अपनी शिकायत वापस ले ली है।
क्या है मामला?
भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव इसी साल होने थे, लेकिन कई विवादों की वजह से इनमें देरी होती रही। देश के शीर्ष पहलवानों ने कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह पर यौन शोषण सहित कई गंभीर आरोप लगाए। इसके बाद उन्हें संघ के कामकाज से अलग कर दिया गया और भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की तदर्थ समिति को संघ का कामकाज देखने और चुनाव कराने की जिम्मेदारी दी गई। तदर्थ समिति ने चुनाव की तारीख छह जुलाई तय की, लेकिन बाद में इसे पांच दिन आगे बढ़ा दिया गया। अंत में चुनाव की तारीख 11 जुलाई तय की गई। इस बीच गुवाहाटी हाईकोर्ट ने असम कुश्ती संघ की मांग पर सुनवाई करते हुए चुनाव में रोक लगा दी। असम कुश्ती संघ ने WFI, भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की तदर्थ समिति और खेल मंत्रालय के खिलाफ दायर याचिका में कहा था कि वे डब्ल्यूएफआई से सदस्य के रूप में मान्यता के हकदार हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश के गोंडा में 15 नवंबर 2014 को डब्ल्यूएफआई की आम परिषद को तत्कालीन कार्यकारी समिति की सिफारिश के बावजूद ऐसा नहीं किया गया।
11 जुलाई तक क्यों टाले गए थे चुनाव?
इससे पहले पांच असंबद्ध राज्य निकायों ने चुनावों के लिए मतदान के अधिकार की मांग करते हुए सुनवाई में अपना मामला पेश किया था। इस कारण तदर्थ समिति को यह फैसला करना पड़ा था। बुधवार को तीन सदस्यीय समिति से महाराष्ट्र, हरियाणा, तेलंगाना, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश में असंबद्ध राज्य निकायों द्वारा संपर्क किया गया था। इस समिति में उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश एमएम कुमार शामिल हैं। समिति ने इन इकाइयों को सुनवाई के लिए बुलाया था। एक सूत्र के अनुसार, "राज्य इकाइयों ने अपना मामला पेश किया, जबकि भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रतिनिधियों ने इन निकायों की संबद्धता रद्द करने के अपने फैसले का बचाव किया। पैनल को निर्णय लेने और आदेश तैयार करने के लिए समय चाहिए, इसलिए चुनाव 11 जुलाई तक के लिए टाल दिए गए थे।"
दो अलग-अलग विवाद बने परेशानी
देश के शीर्ष पहलवान बृजभूषण सिंह को सजा दिलाने की मांग कर रहे हैं और नए अध्यक्ष के चयन की मांग कर रहे हैं। बृजभूषण का कार्यकाल खत्म हो चुका है और पहलवानों की मांग के अनुसार तदर्थ समिति चुनाव कराने के लिए त्तपर है, लेकिन पांच असंबद्ध राज्य निकाय इसमें परेशानी बन रहे हैं। असम सहित अन्य राज्यों के कुश्ती संघ चुनाव में अपनी बराबर की भागीदारी चाहते हैं। इसी वजह से मामला लगातार कोर्ट में है और चुनाव में देरी हो रही है।
मेसी शुक्रवार तक अपने नए क्लब इंटर मियामी से जुड़ेंगे 2025 तक इसी क्लब के लिए खेलते दिखेंगे...
16 Jul, 2023 03:18 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अर्जेंटीना के फुटबॉल स्टार लियोनेल मेसी ने आधिकारिक तौर पर इंटर मियामी के साथ करार कर लिया है। वह 2025 तक इसी क्लब के लिए खेलेंगे। मेजर लीग सॉकर टीम ने शनिवार को यह जानकारी दी। 36 वर्षीय मेसी ने पिछले साल कतर में अर्जेंटीना को विश्व कप खिताब दिलाया था और मौजूदा समय के सबसे महान फुटबॉल खिलाड़ी माने जाते हैं। इंटर मियामी की टीम रविवार को एक समारोह में उन्हें अपने साथ जोड़ेगी। शुक्रवार तक वह मैदान में इस टीम के साथ जुड़ जाएंगे। मेसी ने एक बयान में कहा, "मैं इंटर मियामी और संयुक्त राज्य अमेरिका में अपने करियर का अगला पड़ाव शुरू करने के लिए बहुत उत्साहित हूं।" सात बार के बैलन डी'ओर विजेता मेसी के पेरिस सेंट-जर्मन से मियामी पहुंचने से पहले ही सनसनी फैल गई है और उम्मीद है कि पूरे अमेरिका में इस खेल और एमएलएस में लोगों की रुचि बढ़ेगी। यह भी उम्मीद है कि लंबे समय तक बार्सिलोना के लिए कमाल करने वाले मेसी मियामी की टीम की किस्मत पलटेंगे। फिलहाल यह टीम जीत के लिए तरस रही है और अंक तालिका में भी इसकी हालत बेहद खराब है। मेसी ने कहा, "यह एक शानदार अवसर है और हम साथ मिलकर इस खूबसूरत परियोजना का निर्माण जारी रखेंगे। विचार हमारे निर्धारित उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए मिलकर काम करने का है और मैं यहां अपनी नई टीम में खेलने के लिए बहुत उत्सुक हूं।" मेसी के पदार्पण मैच की योजना शुक्रवार को बनाई गई है जब इंटर मियामी की टीम लीग्स कप में क्रूज अजुल के खिलाफ अपने घर में खेलेगी। लीग्स कप एमएलएस और मैक्सिकन लीग टीमों के बीच एक नई प्रतियोगिता है।
अंग्रेजी स्टार डेविड बेकहम, जो अब इंटर मियामी के सह-मालिक हैं, के 2007 में लॉस एंजिल्स गैलेक्सी में शामिल होने के बाद से यह एमएलएस के लिए सबसे बड़ा प्रोत्साहन है। स्टेडियम साइट खोजने की वर्षों की कोशिश के बाद उन्होंने 2020 में एमएलएस मियामी टीम लॉन्च की। उन्होंने कहा "दस साल पहले, जब मैंने मियामी में एक नई टीम बनाने की अपनी यात्रा शुरू की थी, तो मैंने कहा था कि मैंने दुनिया के महानतम खिलाड़ियों को इस अद्भुत शहर में लाने का सपना देखा था, ऐसे खिलाड़ी जिन्होंने मेरी उस महत्वाकांक्षा को साझा किया था जब मैं मदद के लिए एलए गैलेक्सी में शामिल हुआ था। मेरा उद्देश्य है संयुक्त राज्य अमेरिका में फुटबॉल को विकसित करना और इस खेल में अगली पीढ़ी के लिए एक विरासत बनाना, जिसे हम बहुत पसंद करते हैं। आज वह सपना सच हो गया। मैं इससे अधिक गौरवान्वित नहीं हो सकता कि लियो जैसी क्षमता वाला खिलाड़ी हमारे क्लब में शामिल हो रहा है... हमारे साहसिक कार्य का अगला चरण यहां शुरू होता है और मैं लियो को मैदान पर उतरते देखने के लिए इंतजार नहीं कर सकता।" इंटर मियामी के मुख्य कोच गेरार्डो "टाटा" मार्टिनो दो अलग-अलग कार्यकालों में मेसी के साथ काम कर चुके हैं। 2013-14 में एफसी बार्सिलोना के साथ और 2014-2016 तक अर्जेंटीना की राष्ट्रीय टीम के साथ। इस दौरान 2013 में इन दोनों ने मिलकर स्पेनिश सुपरकप भी जीता था। मेसी ने अर्जेंटीना के लिए 2021 कोपा अमेरिका और कतर विश्व कप जीता। वह अपने देश के लिए 175 मैच में 103 गोल कर चुके हैं। मेसी दो बार विश्व कप गोल्डन बॉल विजेता, तीन बार यूईएफए पुरुष खिलाड़ी ऑफ द ईयर पुरस्कार विजेता हैं, जिनके पास छह ला लीगा सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी खिताब भी हैं। मेसी चार बार यूईएफए चैंपियंस लीग विजेता, ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता, 10 ला लीगा चैंपियन, दो लीग 1 चैंपियन और सात कोपा डेल रे खिताब जीत चुके हैं। उन्होंने दो सीजन के लिए पेरिस सेंट-जर्मेन में शामिल होने से पहले 2004-2021 तक बार्सिलोना के लिए खेला।
सैफ कप जीतने के बावजूद एशियन गेम्स में भाग नहीं ले पाएगी भारतीय टीम...
16 Jul, 2023 02:09 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारतीय फुटबॉल टीम लगातार दूसरी बार एशियाई खेलों में भाग नहीं ले पाएगी। एशियाई खेलों में फुटबॉल जगत की शीर्ष आठ टीमें भाग लेती हैं और टीम इंडिया इसमें शामिल नहीं है। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने पहले योजना बनाई थी कि राष्ट्रीय सीनियर टीम के मुख्य कोच इगोर स्टिमैक थाईलैंड में किंग्स कप (7 सितंबर) के बाद चीन के हांगझू में 23 सितंबर से आठ अक्तूबर तक होने वाले एशियाई खेलों में अंडर-23 टीम ले जाएंगे। 2002 से, एशियाई खेलों में भाग लेनी वाली सभी फुटबॉल टीमों में खिलाड़ियों की उम्र 23 साल तक हो सकती है। हर टीम में सिर्फ तीन खिलाड़ी इससे ज्यादा उम्र के हो सकते हैं। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) और सभी राष्ट्रीय खेल महासंघों (एनएसएफ) को भेजे गए पत्र में खेल मंत्रालय ने कहा है, ''टीम स्पर्धाओं के लिए केवल उन्हीं खेलों को शामिल किया जाएगा, जिन्होंने एशिया के भाग लेने वाले देशों के बीच आठवीं रैंकिंग हासिल की है।'' एशियाई खेलों में भाग लेने के लिए अंतिम एक वर्ष के प्रदर्शन पर विचार किया जाना चाहिए।'' रैंकिंग में भारत एशिया में टॉप-8 के आसपास भी नहीं है। यह वर्तमान में एशियाई फुटबॉल परिसंघ के तहत देशों में 18वें स्थान पर है। एआईएफएफ ने कहा कि वह खेल मंत्रालय से फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील करेगा।
एआईएफएफ महासचिव शाजी प्रभाकरन ने बताया, "यह सरकार का निर्णय है। इसलिए, हमें इसका पालन करना होगा। हालांकि, जहां तक फुटबॉल का सवाल है, हम सरकार से फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील करेंगे। इस साल भारतीय टीम का प्रदर्शन बेहद उत्साहजनक रहा है। अगर उन्हें एशियाई खेलों में खेलने का मौका मिलता है तो यह फुटबॉल के लिए बहुत बड़ा प्रोत्साहन होगा, खासकर अंडर-23 लड़कों के लिए।" आईओए ने 2018 एशियाई खेलों के लिए भारतीय फुटबॉल टीम को इसी आधार पर मंजूरी देने से इनकार कर दिया था कि वह एशिया में शीर्ष-8 में स्थान पर नहीं थी। आईओए और एनएसएफ को भेजे गए खेल मंत्रालय के निर्देशों में एक प्रावधान है, जो कल्याण चौबे की अध्यक्षता वाले एआईएफएफ को आशा की किरण दे सकता है। "जहां, विशिष्ट खेल विषयों के विशेषज्ञों और भारतीय खेल प्राधिकरण की राय में, उचित कारणों के साथ उपरोक्त मानदंडों में छूट में व्यक्तियों और टीमों की भागीदारी की सिफारिश की जाती है, उचित निर्णय के लिए मंत्रालय में इस पर विचार किया जाएगा।"
तूर ने लगातार दो बार स्वर्ण पदक जीतने वाले तीसरे एथलीट बने...
15 Jul, 2023 01:25 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारतीय गोला फेंक एथलीट तेजिंदरपाल सिंह ने शुक्रवार को यहां एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक बरकरार रखते हुए महाद्वीपीय सर्किट में अपना दबदबा कायम रखा। हालांकि दूसरे थ्रो में सर्वश्रेष्ठ प्रयास के बाद वह लंगड़ाते हुए बाहर आए। एशियाई रिकॉर्डधारी तूर ने दूसरे थ्रो में 20.23 मीटर की दूरी पर गोला फेंका। ईरान के साबेरी मेहदी (19.98 मीटर) ने रजत पदक और कजाखस्तान के इवान इवानोव (19.87 मीटर) ने कांस्य पदक अपने नाम किया। भारत के खाते में अब तक नौ पदक हो गए हैं, जिनमें पांच स्वर्ण, एक रजत और तीन कांस्य पदक हैं। 2019 में भारत ने 16 पदक जीते थे। 28 साल के तूर तीसरे गोला फेंक एथलीट हैं जिन्होंने एशियाई चैंपियनशिप खिताब कायम रखा है। कतर के बिलाल साद मुबारक ने 1995 और 1998 तथा 2002 और 2003 में दो बार लगातार स्वर्ण पदक जीतकर यह उपलब्धि दो बार अपने नाम की है। कुवैत के मोहम्मद घारिब अल जिंकावी ने लगातार तीन बार 1979, 1981 और 1983 में पहला स्थान हासिल किया था। तूर ने पिछले महीने भुवनेश्वर में राष्ट्रीय अंतर-राज्यीय चैंपियपशिप में 21.77 मीटर के नए एशियाई रिकॉर्ड थ्रो से विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालिफाई किया था।
विश्व चैंपियनशिप से पहले चोट चिंता का सबब
अभी तूर की चोट की गंभीरता का पता नहीं चल सका है लेकिन यह उनके लिए चिंता का विषय हो सकती है क्योंकि एक महीने बाद बुडापेस्ट में विश्व चैंपियनशिप (17 से 27 अगस्त) शुरु हो रही है। तूर ‘ग्रोइन’ (पेट के निचले हिस्से) की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण 2022 विश्व चैंपियनशिप में नहीं खेल पाए थे और यह चोट उन्हें टूर्नामेंट से पहले ही लगी थी जिसके कारण वह बर्मिंघम में राष्ट्रमंडल खेलों में भी हिस्सा नहीं ले सके थे। टोक्यो ओलंपिक के तुरंत बाद तूर ने अपनी ‘थ्रो’ करने वाले बायीं बाजू की कलाई की सर्जरी भी कराई थी। उन्होंने शुक्रवार को बायीं कलाई में पट्टी बांधकर हिस्सा लिया था।
मेरठ की पारूल को सोना, झांसी की शैली को रजत
3000 मीटर स्टीपलचेज में उत्तर प्रदेश के मेरठ की पारूल चौधरी ने स्वर्ण जीतकर किसी अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा में पहली बार खिताब जीता। झांसी की लंबी कूद की खिलाड़ी शैली सिंह ने 6.54 मीटर की छलांग के साथ रजत जीतकर एशियाई चैंपियनशिप में पहली बार पदक जीता। जापान की सुमिरे हाता (6.97) ने स्वर्ण और चीन की झोंग (6.97) ने कांस्य पदक जीता। भारत की एंसी सोजन (6.41)चौथे स्थान पर रहीं। पारूल ने इस साल अमेरिका में ट्रेनिंग की थी। उन्होंने यहां नौ मिनट 38.76 सेकंड का समय लिया। वह अपने श्रेष्ठ समय 9:29.51 सेकंड के करीब थीं। चीन की शुआन शुआंग (9:44.54) और जापान की योशीमूरा (9:48.48) को पछाड़ा। महिलाओं की 3000 मीटर स्टीपेलचेज की शुरुआत 2007 में हुई थी और भारत का इसमें शुरू से दबदबा रहा। इससे पहले सुधा सिंह (2013 और 2017) और ललिता बाबदर (2015) भारत के लिए स्वर्ण जीत चुकी हैं। पारूल इससे पहले 2017 और 2019 में चौथे और पांचवें स्थान पर रही थीं। चौधरी ने 2019 की एशियाई चैंपियनशिप में पांच हजार मीटर में कांस्य पदक जीता था। इस चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वालों के लिए बुडापेस्ट विश्व चैंपियनशिप में क्वालिफाई करने के मौके हैं। वर्ल्ड एथलेटिक्स का कहना है कि अगर रैंकिंग के आधार पर बेहतर एथलीट की प्रविष्टि नहीं होती है तो एशियाई चैंपियनशिप में विजेता खिलाड़ी विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालिफाई करेगा।
एमबीबीएस छोड़ शूटिंग में बनाया करियर...
15 Jul, 2023 01:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
एशियाड टीम में चयनित पंजाब की निशानेबाज सिफ्त कौर समरा ने डॉक्टरी छोड़ फिजिकल एजुकेशन में एडमिशन लिया और अब देश का नाम रोशन कर रही हैं। उनके भाई ने एमबीबीएस के लिए शूटिंग छोड़ दी थी, लेकिन बहन ने इसके विपरीत फैसला लिया। हांगझोऊ एशियाई खेलों की टीम में चयनित पंजाब की निशानेबाज सिफ्त कौर समरा ने एमबीबीएस पर देश के लिए पदक जीतने को वरीयता दे डाली। 2021 में फरीदकोट के मेडिकल कॉलेज में नीट के जरिए एमबीबीएस में दाखिला लेने वाली सिफ्त के सामने इस साल ऐसा समय आया जब उन्हें एमबीबीएस और शूटिंग में से एक को चुनना था। इस वर्ष भोपाल विश्वकप में 50 मीटर थ्री पोजीशन में पदक जीतने वाली 21 वर्षीय सिफ्त ने शूटिंग को चुना और डॉक्टरी को छोड़कर गुरुनानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर में फिजिकल एजुकेशन में दाखिला ले लिया। सिफ्त कहती हैं कि डॉक्टरी की पढ़ाई और शूटिंग एक साथ नहीं चल सकती थी। उन्हें दोनों में से एक को चुनना था। उन्होंने और उनके माता-पिता ने शूटिंग को चुना।
पहले शूटिंग के लिए छोड़ी थीं परीक्षाएं
पेरिस ओलंपिक की रेंज से अभ्यस्त होने के लिए भारतीय शूटिंग टीम के साथ पेरिस जा रहीं सिफ्त बताती हैं कि शूटिंग के चलते 80 प्रतिशत उपस्थिति पूरी नहीं होने के चलते वह एमबीबीएस की परीक्षाएं नहीं दे पाई थीं। उस दौरान भी उनके सामने बड़ा धर्मसंकट था कि परीक्षाएं चुनें या शूटिंग, उन्होंने तब भी शूटिंग को चुना। अब उन्हें एमबीबीएस जारी रखने के लिए फिर से प्रथम वर्ष की पढ़ाई करनी थीं, लेकिन भोपाल विश्वकप में पदक जीतने के दौरान जब वह पोडियम पर चढ़ीं और देश का झंडा ऊपर गया तो उनका सिर गर्व से ऊंचा हो गया। उनके पिता पवनदीप सिंह और उन्होंने उसके बाद एमबीबीएस छोड़ने का फैसला ले लिया।
पांच साल पहले शुरू की शूटिंग
सिफ्त ने पांच साल पहले ही शूटिंग शुरू की है। बीते वर्ष उन्होंने जूनियर विश्व चैंपियनशिप में एक स्वर्ण, दो रजत और कांस्य जीता। इसके बाद उन्होंने सीनियर टीम में जगह बनाई और अब वह एशियाड की टीम में शामिल हैं। सिफ्त कहती है कि वह इसी माह चीन में होने वाले विश्व यूनिवर्सियाड में भी खेलने जा रही हैं, जहां उन्हें मल्टी स्पोट्र्स खेल आयोजन का अनुभव मिलेगा। खासतौर पर खाने के बारे में पता लग जाएगा, जिसका लाभ उन्हें एशियाई खेलों में मिलेगा।
विश्व चैंपियनशिप में मीराबाई चानू करेंगी भारतीय चुनौती की अगुवाई...
14 Jul, 2023 05:49 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
विश्व चैंपियनशिप और एशियाई खेलों के बीच काफी कम समय का अंतर है। विश्व चैंपियनशिप आमतौर पर साल के अंत में नवंबर और दिसंबर में कराई जाती है, लेकिन इस बार यह चार सितंबर से शुरू हो रही है और एशियाई खेल 20 दिन के अंदर चीन के हांगझोउ में 23 सितंबर से शुरू होंगे। स्टार भारोत्तोलक मीराबाई चानू सितंबर में सऊदी अरब के रियाद में होने वाली विश्व भारोत्तोलन चैंपियनशिप में फिर भारतीय चुनौती की अगुआई करेंगी। दो बार की पदक विजेता चानू (49 किग्रा) के अलावा राष्ट्रमंडल खेलों की पदक विजेता बिंदियारानी देवी (55 किग्रा) और अचिंता शेउली (73 किग्रा), शुभम टोडकर (61 किग्रा) और नारायण अजीत (73 किग्रा) भी इस विश्व प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे। टोडकर को छोड़कर यही टीम एशियाई खेलों में भाग लेगी। मई में एशियाई चैंपियनशिप में छठे स्थान पर रहने के बाद यह टोक्यो ओलंपिक रजत पदक विजेता चानू की पहली प्रतियोगिता होगी। चानू और बिंदियारानी इस समय पूर्व भारोत्तोलक से फिजियोथेरेपिस्ट और ‘स्ट्रेंथ एंव कंडिशनिंग’कोच बने डा आरोन होर्शिग के मार्गदर्शन में 65 दिन के शिविर के लिए अमेरिका में हैं। राष्ट्रीय कोच विजय शर्मा भी इस वक्त अमेरिका में हैं, उन्होंने कहा, मीरा चोटिल नहीं है, हम उनके मजबूत पक्षों पर काम कर रहे हैं। वह विश्व चैंपियनशिप और एशियाई खेलों में हिस्सा लेंगी।
चार सितंबर से होगी विश्व चैंपियनशिप
विश्व चैंपियनशिप और एशियाई खेलों के बीच काफी कम समय का अंतर है। विश्व चैंपियनशिप आमतौर पर साल के अंत में नवंबर और दिसंबर में कराई जाती है, लेकिन इस बार यह चार सितंबर से शुरू हो रही है और एशियाई खेल 20 दिन के अंदर चीन के हांगझोउ में 23 सितंबर से शुरू होंगे।
चानू के पास बस एशियाई पदक की कमी
एशियाई खेल 2024 पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालिफाइंग टूर्नामेंट नहीं है और चानू के पदकों में केवल एशियाड पदक की कमी है। पूर्व विश्व चैंपियन चानू पिछले साल दिसंबर में विश्व चैंपियनशिप के पिछले चरण में एक रजत पदक जीता था। लेकिन 2024 ओलंपिक क्वालिफिकेशन नियम के अंतर्गत 2023 विश्व चैंपियनशिप और 2024 विश्वकप में हिस्सा लेना अनिवार्य है। इन दोनों के अलावा एक भारोत्तोलक को 2022 विश्व चैंपियनशिप, 2023 महाद्वीपीय चैंपियनशिप, 2023 ग्रां प्री 1, 2023 ग्रां प्री 2 और 2024 महाद्वीपीय चैंपियनशिप में से तीन में शिरकत करना होता है।
एशियाड के लिए कुश्ती के ट्रायल 22 और 23 जुलाई को...
13 Jul, 2023 12:46 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हांगझोऊ एशियाई खेलों के लिए कुश्ती टीम के चयन को ट्रायल की तिथि घोषित कर दी गई है। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की तदर्थ समिति ने 22 और 23 जुलाई को केडी जाधव इंडोर स्टेडियम में ट्रायल आयोजित कराने का फैसला लिया है, लेकिन ट्रायल में कौन से पहलवान खेलेंगे और इसके मानदंड क्या होंगे, इस पर फैसला बृहस्पतिवार या फिर शुक्रवार को लिया जा सकता है। उम्मीद की जा रही है कि आंदोलन पर बैठने वाले पहलवान विनेश, बजरंग के अलावा टोक्यो ओलंपिक रजत पदक विजेता रवि कुमार को राहत प्रदान की जा सकती है।
पहले दिन ग्रीको रोमन, महिलाओं के होंगे ट्रायल
एशियाई ओलंपिक परिषद (ओसीए) की ओर से एंट्री भेजने की तिथि में और राहत नहीं प्रदान किए जाने के बाद तदर्थ समिति ने ट्रायल की तिथि घोषित कर दी। समिति के सदस्य भूपेंदर सिंह बाजवा के अनुसार 22 को ग्रीको रोमन और महिला वर्ग के ट्रायल होंगे, जबकि 23 को फ्रीस्टाइल वर्ग के ट्रायल होंगे। ट्रायल सभी छह भार वर्गों में होंगे।
खेल मंत्री से की जाएगी मुलाकात
आईओए ने ओसीए से एशियाई खेलों की एंट्री की तिथि 5 अगस्त तक बढ़ाए जाने की मांग की थी, जिसे 23 जुलाई कर दिया गया था। इससे ज्यादा राहत देने से आयोजन समिति ने इन्कार कर दिया था। आंदोलन पर बैठने वाले सभी छह पहलवान इस वक्त विदेश में तैयारियां कर रहे हैं। बजरंग, जितेंदर, संगीता किर्गिस्तान में हैं, विनेश चौथा रैंकिंग टूर्नामेंट खेलने हंगरी गई हैं, जबकि साक्षी मलिक और सत्यव्रत कादियान अमेरिका में तैयारी कर रहे हैं। समिति के सदस्य ज्ञान सिंह का कहना है कि बृहस्पतिवार को ट्रायल के मानदंड तय करने के लिए खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और आईओए अध्यक्ष पीटी उषा से सलाह ली जा सकती है।
ज्ञानेश्वरी ने जीते दो स्वर्ण, पहले दिन भारत ने सभी भार वर्गों में जीते स्वर्ण पदक..
13 Jul, 2023 12:36 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
राष्ट्रमंडल वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप के पहले दिन का आकर्षण छत्तीसगढ़ के भोंडिया इलाके की ज्ञानेश्वरी यादव रहीं। बेहद विपरीत परिस्थितियों में वेटलिफ्टिंग शुरू करने वाली बिजली मैकेनिक की बेटी ज्ञानेश्वरी ने मीराबाई चानू के भार वर्ग 49 किलो में स्वर्ण की दावेदार झिल्ली डालबेहरा को पराजित कर सीनियर वर्ग में जीतीं, साथ में वह जूनियर वर्ग में भी विजेता बनीं। गौतमबुद्ध नगर यूनिवर्सिटी में खेली जा रही इस चैंपियनशिप के पहले दिन भारत ने दांव पर लगे सभी स्वर्ण पदक जीते। दिन का उलटफेर जूनियर विश्व चैंपियन सेनापति गुरुनायडू की हार रही। उन्हें 55 भार वर्ग में मुकुंद अहीर ने पराजित किया।
ज्ञानेश्वरी ने 176 किलो भार उठाया
बीते वर्ष जूनियर विश्व चैंपियनशिप में रजत जीतने वाली ज्ञानेश्वरी ने स्नैच और क्लीन एंड जर्क की सभी छह लिफ्ट सफलता पूर्वक उठाईं। उन्होंने स्नैच में 78 और क्लीन एंड जर्क में 98 किलो समेत कुल 176 किलो भार भार उठाया। वहीं, झिल्ली 169 किलो भार उठा सकीं। उन्होंने रजत जीता। इस भार में यूथ वर्ग का स्वर्ण कोयल बार ने 152 किलो भार उठाकर जीता।
कोमल और मुकुंद ने भी जीते स्वर्ण
लड़कियों के ही 40 भार वर्ग में भारत की ज्योशना साबर ने 116 किलो भार उठाकर स्वर्ण जीता। उन्होंने बांग्लादेश की सुमोना (107 किलो) को परास्त किया। 45 भार वर्ग के यूथ वर्ग में भारत की अश्मिता धोने ने 136 किलो भार के साथ माल्टा की किम लगाना (134 किलो) को पराजित किया। अश्मिता ने जूनियर वर्ग में भी स्वर्ण जीता। इसी भार के सीनियर वर्ग में भारत की कोमल कोहड़ ने 154 किलो वजन के साथ श्रीलंका की श्रीमाली दिविसेकरा को 146 को पराजित किया। पुरुषों के 55 भार वर्ग के सीनियर वर्ग में मुकुंद अहीर (भारत, 106+133) कुल 239 किलो भार उठाकर बांग्लादेश के मोहम्मद रहमान ताज (207) को पराजित किया। उन्होंने बड़ा उलटफेर जूनियर वर्ग 228 किलो वजन उठाने वाले गुरुनायडू सेनापति को हराकर किया। इसी भार के यूथ वर्ग में भारत के तोमछोउ मितेई ने 229 किलो के साथ स्वर्ण जीता। यहां भी नायडू दूसरे स्थान पर रहे।
हिमा दास टारगेट ओलंपिक पोडियम स्की से हुईं बाहर
12 Jul, 2023 05:48 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पांच साल पहले विश्व जूनियर चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर हिमा दास जिस तेजी से उभरी थीं, उसी तेजी से वह एथलेटिक ट्रैक से गायब भी हो गई हैं। एशियाई खेलों की टीम से बाहर होने के बाद हिमा को मिशन ओलंपिक सेल (एमओसी) ने टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (टॉप्स) से बाहर कर दिया है।हिमा दास इस साल एथलेटिक ट्रैक पर कम ही नजर आई हैं। बीते दिनों एशियाई खेलों की क्वालिफाइंग इवेंट भुवनेश्वर में हुई अंतरराज्यीय एथलेटिक मीट में भी वह नहीं उतरीं। उसी दौरान मुख्य प्रशिक्षक राधाकृष्णन नायर ने घोषणा की कि हिमा चोटिल हैं और इस मीट में नहीं खेलेंगी। वह 23 सितंबर से हांगझोऊ में होने वाले एशियाई खेलों की टीम का भी हिस्सा नहीं होंगी।
हॉकी इंडिया ने रूपिंदर पाल सिंह को सौंपी बड़ी जिम्मेदारी...
8 Jul, 2023 05:06 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हॉकी इंडिया ने हाल ही में संन्यास लेने वाले हॉकी दिग्गजों को नई जिम्मेदारियां देने का फैसला लिया है। ये पूर्व खिलाड़ी जूनियर और महिला हॉकी टीम को आगे बढ़ाने का काम करेंगे। पहले ओलंपियन तुषार खांडेकर को जूनियर महिला हॉकी टीम का कोच नियुक्त किया गया। अब देश के दिग्गज ड्रैग फ्लिकर रूपिंदर पाल सिंह को महिला टीम के पेनाल्टी कॉर्नर विशेषज्ञों को तराशने का जिम्मा सौंपा गया है। टोक्यो ओलपिक में कांस्य जीतने वाली टीम के सदस्य रूपिंदर हांगझोऊ एशियाई खेलों के लिए महिला टीम की पेनाल्टी कॉर्नर विशेषज्ञ दीपिका, गुरजीत कौर और दीप ग्रेस एक्का को ड्रैग फ्लिकंग के नए गुर सिखा रहे हैं।
हॉकी इंडिया ने कई खिलाड़ी जोड़े
हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की की योजना हाल ही में हॉकी छोडऩे वाले खिलाडिय़ों अलग-अलग तरह की जिम्मेदारियां देने की योजना है। पेनाल्टी कॉर्नर विशेषज्ञ वी रघुनाथ को जूनियर चयन समिति के साथ जोड़ा गया है। उन्हें भी टीमों के साथ पेनाल्टी कॉर्नर के गुर सिखाने के लिए जोड़ा जा सकता है। चिंगलेनसना सिंह को युवाओं को खोजने की जिम्मेदारी दी गई है। इसी तरह रूपिंदर को महिला टीम का पेनाल्टी कॉर्नर और मजबूत करने के लिए लाया गया है।
दो सप्ताह करा चुके हैं तैयारियां
सविता की अगुवाई में जर्मनी में मैच और स्पेन में 16 जुलाई से होने वाले टूूर्नामेंट खेलने जा रही महिला हॉकी टीम ने बंगलूरू में तैयारियां की हैं। महिला टीम के राष्ट्रीय शिविर में हॉकी इंडिया विशेष रूप से रूपिंदर पाल सिंह को लेकर आई। रूपिंदर ने तकरीबन दो सप्ताह दीपिका, गुरजीत कौर और टीम की उपकप्तान दीपग्रेस एक्का को पेनाल्टी कॉर्नर खासतौर पर ड्रैग फ्लिकिंग के गुर सिखाए हैं। रूपिंदर अभी लीग में खेलने केलिए कनाडा चले गए हैं, लेकिन अगस्त माह के दूसरे सप्ताह से वह एक बार फिर इन तीनों को एशियाई खेलों के लिए तैयार करने के लिए जुट जाएंगे। रूपिंदर ड्रैग फ्लिक लेने के तरीके महिलाओं को सिखा रहे हैं। साथ ही उनकी हिटिंग पर भी काम कर रहे हैं।
भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री क्या लगे संन्यास...
7 Jul, 2023 04:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री दुनिया के बेस्ट स्ट्राइकर में से एक हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मैचों में 92 गोल किए हैं। वह सैफ चैंपियनशिप में टीम इंडिया को चैंपियन बनाने के लिए खेल रहे हैं। भारतीय टीम सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है और उसे अब लेबनान से खेलना है। लेबनान को हराकर ही टीम इंडिया हाल में इंटरकॉन्टिनेंटल कप जीती थी। सेमीफाइनल से पहले सुनील छेत्री ने अपने संन्यास को लेकर बात की। सुनील छेत्री ने शुक्रवार (30 जून) को अपने संन्यास की चर्चाओं को ज्यादा तवज्जो नहीं देते हुए कहा कि उन्होंने खेल को अलविदा कहने के लिए कोई समयसीमा तय नहीं की है। छेत्री 38 वर्ष के हैं, लेकिन अभी भी भारतीय आक्रमण के अगुआ बने हुए हैं। इसका प्रमाण मौजूदा सैफ चैंपियनशिप में उनके द्वारा किए गए तीन मैचों में पांच गोल हैं।
सुनील छेत्री ने क्या कहा?
सुनील छेत्री ने कहा, "मुझे नहीं पता कि देश के लिए मेरा आखिरी मैच कब होगा। मैंने कभी भी दीर्घकालिक लक्ष्य नहीं बनाए हैं। मैं अगले मैच और अगले 10 दिनों के बारे में सोचता हूं। यह (संन्यास) एक दिन होगा ही और तब तक मैं इसके बारे में कभी नहीं सोचता। दुख की बात है कि मैं यह नहीं बता सकता कि संन्यास एक साल में है या छह महीने में लूंगा।'' सुनील छेत्री ने आगे कहा, ''सौभाग्य से या दुर्भाग्य से मेरा परिवार भी इसका अनुमान लगा रहा है। जब भी वे इसका उल्लेख करते हैं तो मजाक में उन्हें अपने आंकड़े बताता हूं।''
लेबनान से मिलेगी कड़ी टक्कर: भारतीय कप्तान
छेत्री ने कहा कि लेबनान एक कठिन टीम है और उन्हें हल्के में लेना उल्टा पड़ सकता है। हाल ही में इंटरकॉन्टिनेंटल कप फाइनल में लेबनान पर भारत की 2-0 की जीत के बारे में उन्होंने ज्यादा कुछ नहीं कहा। छेत्री ने कहा, ''लेबनान एक कठिन टीम है। हम पहले ही उनके साथ दो बार खेल चुके हैं। मुझे पूरा यकीन है कि वे भी हमारे बारे में ऐसी ही भावना रखते हैं। हमने इतने कम समय में इतने सारे मैचों के बाद उबरने की पूरी कोशिश की।''
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सैफ फुटबाल चैंपियनशिप का खिताब जीतने पर टीम को दी बधाई...
7 Jul, 2023 04:10 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सैफ फुटबाल चैंपियनशिप का खिताब जीतने पर बुधवार को भारतीय टीम को बधाई दी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारतीय टीम का प्रदर्शन आने वाले खिलाड़ियों को प्रेरित करेगा। मेजबान भारत ने मंगलवार को कुवैत को पेनाल्टी शूटआउट में 5-4 से शिकस्त देकर नौवीं बार सैफ फुटबाल चैंपियनशिप की विजेता ट्रॉफी जीती थी। दोनों टीमें निर्धारित समय और अतिरिक्त समय में 1-1 से बराबरी पर थी और मैच का नतीजा निकालने के लिए पेनाल्टी शूटआउट का सहारा लिया गया। पेनाल्टी शूटआउट के पांच दौर के बाद भी स्कोर 4-4 था जिसके बाद सडन डैथ में फैसला हुआ और भारतीय टीम विजेता घोषित हुई।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘भारत ने एक बार फिर चैंपियन का ताज पहना। सैफ चैंपियनशिप 2023 में ब्लू टाइगर्स ने शानदार प्रदर्शन किया। हमारे खिलाड़ियों को बहुत बधाई। इन खिलाड़ियों के दृढ़ संकल्प और दृढ़ता से भरी टीम की उल्लेखनीय यात्रा आने वाले खिलाड़ियों को प्रेरित करती रहेगी।’
देश भारतीय टीम की जीत से रोमांचित है : अनुराग ठाकुर
केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भारतीय टीम के सैफ फुटबाल चैंपियनशिप जीतने पर बधाई दी और कहा कि भारत आपकी जीत से रोमांचित है। अनुराग ने बुधवार को ट्वीट किया, 'हमने फिर से कर दिखाया। कुवैत के साथ रोमांचक फाइनल मुकाबले में धैर्य बनाए रखने और शानदार प्रदर्शन कर जीत हासिल करने के लिए भारतीय टीम को बधाई। रिकॉर्ड नौवीं बार सैफ चैंपियनशिप का खिताब जीत लिया। भारत आपकी जीत से रोमांचित है। चमकते रहो।' भारत ने फाइनल में कुवैत को पेनाल्टी शूटआउट में शिकस्त देकर खिताब जीता था।
इंग्लिश पुरुष फुटबॉल क्लब की पहली महिला कोच बनीं हाना...
7 Jul, 2023 12:05 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इंग्लैंड में महिला फुटबॉल की लोकप्रियता में वृद्धि होती जा रही है, लेकिन इंग्लिश फुटबॉल में यह पहली बार हुआ है जब किसी पेशेवर पुरुष क्लब के हेड कोच की जिम्मेदारी महिला को दी है। इंग्लैंड के चतुर्थ डिवीजन क्लब फॉरेस्ट ग्रीन रोवर्स ने हाना डिंगले को अपनी टीम के हेड कोच नियुक्त किया है। हाना पहले से ही क्लब की अकादमी की इंचार्ज थीं और उन्हें कोच डंकन फर्ग्यूसन के जाने के बाद टीम के केयर टेकर कोच की जिम्मेदारी भी दे दी गई। फॉरेस्ट ग्रीन के चेयरमैन डेल विंस ने कहा कि बात शायद पुरुष फुटबाल की हो रही है, लेकिन हमने यह नियुक्त योग्यता के आधार पर की है। हम नई शुरुआत कर रहे हैं और हाना इंग्लिश फुटबाल की पहली महिला हेड कोच होंगी। हाना का कहना है कि वह अपने करियर के इस अगले पड़ाव को लेकर बेहद उत्साहित हैं।
इंग्लैंड महिला फुटबाल में यूरोपियन चैंपियन है और मई में हुए एफए कप के फाइनल में वेंबले स्टेडियम में 77 हजार से अधिक दर्शक महिला फुटबॉल का फाइनल देखने पहुंचे थे।
SAFF फुटबॉल Championship में आज भारत-पाकिस्तान का मुकाबला
21 Jun, 2023 04:09 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इंटरकॉन्टिनेंटल कप में मिली जीत से उत्साहित भारतीय फुटबॉल टीम सैफ चैंपियनशिप 2023 में प्रबल दावेदार के रूप में उतरेगी। आठ बार के चैंपियन भारत का सामना बुधवार को बेंगलुरु के कांतिरावा स्टेडियम पर पहले मैच में पाकिस्तान से होगा। यह मैच निर्धारित समय पर होने की उम्मीद है क्योंकि पाकिस्तानी खिलाड़ियों को भारत का वीजा मिल गया है।
पाकिस्तानी टीम भारत के लिए बड़ी चुनौती नहीं है लेकिन भारत का लक्ष्य बड़ी जीत के साथ आगाज करके दूसरी टीमों को कड़ा संदेश देना है। भारत इस टूर्नामेंट में पिछला चैंपियन है जिसने 1993, 1997, 1999, 2005, 2009, 2011, 2015 और 2021 में खिताब जीते। मालदीव ने 2008 और 2018 जबकि बांग्लादेश ने 2003 में खिताब जीता था। सैफ टूर्नामेंट जीतने पर भारत को कुछ उपयोगी फीफा रैकिंग अंक भी मिल जाएंगे।
भारत ने रविवार को भुवनेश्वर में लेबनान को 2-0 से हराकर इंटरकॉन्टिनेंटल कप जीता था। यह 46 साल में लेबनान पर भारत की पहली जीत थी और भारत के लिए करिश्माई कप्तान सुनील छेत्री ने गोल दागा। उनसे सैफ चैंपियनशिप में भी इसी तरह के प्रदर्शन की उम्मीद होगी। छेत्री 137 मैचों में 87 गोल कर चुके हैं। दो गोल और करने पर वह मलयेशिया के मुख्तार दहारी (89 गोल) को पछाड़कर सर्वाधिक गोल करने वाले दूसरे एशियाई फुटबॉलर बन जाएंगे।
नौ साल बाद भारत पहुंची पाकिस्तान फुटबॉल टीम को खास सुरक्षा
21 Jun, 2023 01:09 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दक्षिण एशियाई फुटबॉल संघ (SAFF ) चैंपियनशिप की शुरुआत भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबले से हो रही है। 21 जून से शुरू हो रहे टूर्नामेंट के पहले मैच में भारतीय टीम मुकाबला पाकिस्तान से होगा। यह मैच श्रीकांतीरावा स्टेडियम मे खेला जाएगा। एसएएफएफ चैंपियनशिप के 14वें संस्करण में भाग ले रहीं आठ टीम को दो ग्रुप में बांटा गया है। ग्रुप A में भारत के साथ कुवैत, नेपाल और पाकिस्तान की टीम भी है। वहीं, ग्रुप B में लेबनान, मालदीव, भूटान और बांग्लादेश है। सुनील छेत्री के नेतृत्व वाली भारतीय टीम इस टूर्नामेंट में फीफा की सबसे अच्छी रैंक वाली टीम है।
फीफा रैंकिंग में टीम इंडिया 101वें स्थान पर है। वहीं, इस टूर्नामेंट में खेल रही टीमों में सबसे खराब रैंकिंग पाकिस्तान की है। पाकिस्तान फीफा रैंकिंग में 195वें स्थान पर है। ऐसे में टूर्नामेंट के पहले मुकाबले में भारत की जीत तय मानी जा रही है।भारतीय टीम के कोच इगोर स्टीमैक का मानना है कि इंटरकॉन्टिनेंटल कप जीतने के बाद भारत का आत्मविश्वास बढ़ गया है, लेकिन वह किसी भी टीम को कम नहीं आकेंगे।
इंटरकॉन्टिनेंटल कप फाइनल में लेबनान को 2-0 से मात देने के बाद, भारत की 47 साल में पहली जीत थी और पिछले आठ मैच में दूसरी जीत थी। भारत की तरफ से मैच के दूसरे हाफ के पहले मिनट में सुनील छत्री ने पहला गोल कर टीम को बढ़त दिलाई थी। मैच का दूसरा गोल लल्लियांजुआला छंगटे ने 66वें मिनट में किया। पहले गोल में सहायक की भूमिका निभाने की वजह से उन्हें मैच ऑफ द मैच भी चुना गया।