खेल (ऑर्काइव)
World Athletics Championships: नीरज चोपड़ा पहले ही प्रयास में फाइनल के लिए क्वालिफाई..
25 Aug, 2023 03:01 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत के स्टार एथलीट नीरज चोपड़ा ने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बना ली है। उन्होंने अपने पहले ही प्रयास में 88.77 मीटर दूर भाला फेंका और फाइनल में जगह बना ली। नीरज के साथ डीपी मनु भी ग्रुप ए में हैं, जबकि ग्रुप बी में किशोर जेना एकमात्र भारतीय हैं। नीरज चोपड़ा ने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 85 मीटर से ज्यादा दूर भाला फेंकने के साथ ही पेरिस ओलंपिक के लिए भी क्वालिफाई कर लिया है। पेरिस ओलंपिक में जगह बनाने के लिए कम से कम 85.50 मीटर की दूरी हासिल करना जरूरी है और नीरज ने अपने पहले ही प्रयास में 88.77 मीटर की दूरी हासिल की।
विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाने के लिए कम से कम 83 मीटर दूर भाला फेंकना जरूरी है या ग्रुप में टॉप एथलीट में रहना जरूरी है। नीरज ने पहले ही प्रयास में 83 मीटर से ज्यादा दूरी हासिल की और फाइनल में जगह बनाई। नीरज के अलावा कोई भी एथलीट पहले प्रयास में 83 मीटर की दूरी नहीं हासिल कर सका।
नीरज का सीजन में सबसे बेहतरीन स्कोर
इस सीजन में यह नीरज चोपड़ा का सबसे बेहतर स्कोर है। चोट से वापसी करने के बाद लुसाने डायमंड लीग में वह लय में नहीं दिख रहे थे, लेकिन इस प्रतियोगिता में वह अपने पहले ही थ्रो में शानदार दूरी हासिल करने में सफल रहे। एक ही थ्रो के दम पर उन्होंने चैंपियनशिप के फाइनल और ओलंपिक में जगह बना ली है।
राजेश्वरी कुमारी की बड़ी उपलब्धि, निशानेबाजी में भारत को दिलाया सातवां ओलंपिक कोट
25 Aug, 2023 01:10 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत की महिला ट्रैप निशानेबाज राजेश्वरी कुमारी ने गुरुवार को देश को अगले साल होने वाले पेरिस ओलंपिक में कोटा दिला दिया। यह भारत का निशानेबाजी सातवां ओलंपिक कोटा है। वह आईएसएसएफ विश्व चैंपियनशिप में पांचवें स्थान पर रहीं।
एशिया की ओलंपिक परिषद के कार्यवाहक अध्यक्ष रणधीर सिंह की बेटी 31 साल की राजेश्वरी इस चैंपियनशिप में पदक नहीं जीत पाईं। राजेश्वरी महिलाओं की ट्रैप निशानेबाजी में शगुन चौधरी के बाद देश को पेरिस ओलंपिक कोटा दिलाने वाली दूसरी निशानेबाज हैं।
पूर्व WWE चैंपियन ब्रे वायट का 36 साल की उम्र में हार्ट अटैक से निधन
25 Aug, 2023 12:25 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वर्ल्ड रेसलिंग एंटरटेनमेंट (WWE) स्टार ब्रे वायट का 36 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने गुरुवार को आखिरी सांस ली। दिल का दौरा पड़ने की वजह से उनकी मौत हुई है। डब्ल्यूडब्ल्यूई अधिकारी पॉल "ट्रिपल एच" लेवेस्क ने सोशल मीडिया पर वायट के निधन की जानकारी दी।
पॉल लेवेस्क ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया "अभी डब्ल्यूडब्ल्यूई हॉल ऑफ फेमर माइक रोटुंडा का फोन आया, जिन्होंने हमें दुखद समाचार के बारे में बताया कि हमारे डब्ल्यूडब्ल्यूई परिवार के सदस्य, विंडहैम रोटुंडा, जिन्हें ब्रे के नाम से भी जाना जाता है। व्याट का आज अप्रत्याशित रूप से निधन हो गया। हमारी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं और हम चाहते हैं कि इस समय हर कोई उनकी निजता का सम्मान करे।"
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ब्रे व्याट, जिनका असली नाम विंडहैम रोटुंडा था, एक अज्ञात स्वास्थ्य समस्या से निपटने के दौरान डब्ल्यूडब्ल्यूई में पिछले कई महीनों से निष्क्रिय थे। वह 2009 से डब्ल्यूडब्ल्यूई के साथ जुड़े हुए थे। हालांकि, 2021 और 2022 में वह डब्ल्यूडब्ल्यूई के साथ नहीं थे। एक साल के लिए उन्हें रिहा कर दिया गया था और यह फैसला सभी को हैरान करने वाला था। रोटुंडा पिछले साल सितंबर में बहुत धूमधाम और रहस्यमय कहानी के साथ डब्ल्यूडब्ल्यूई में लौटे, जिसमें विगनेट्स भी शामिल थे, जिससे टेलीविजन रेटिंग को बढ़ावा देने में मदद मिली।
ब्रे व्याट डब्ल्यूडब्ल्यूई में तीन बार विश्व चैंपियन रहे, जिसमें एक बार डब्ल्यूडब्ल्यूई चैंपियनशिप और दो बार यूनिवर्सल चैंपियनशिप शामिल है। उन्होंने अगस्त 2018 से अप्रैल 2019 तक ब्रेक लिया और एक नए चरित्र, द फीन्ड के साथ वापस लौटे। व्याट पहलवानों की एक लंबी कतार से आये थे। उनके पिता हॉल ऑफ फेमर माइक रोटुंडा थे। समाचार आउटलेट के अनुसार, उनके दादा, ब्लैकजैक मुलिगन ने एक पेशेवर पहलवान के रूप में अपनी छाप छोड़ी और परंपरा को जारी रखते हुए, उनके चाचा, बैरी और केंडल विंडहैम ने भी कुश्ती की दुनिया में अपना करियर बनाया।
World Athletics Championships: पोलवॉल्ट में अमेरिका की कैटी और ऑस्ट्रेलिया की नीना ने बांटा गोल्ड मेडल
25 Aug, 2023 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
World Athletics Championships: विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अमेरिका की कैटी मून और ऑस्ट्रेलिया की नीना केनेडी ने पोलवॉल्ट में स्वर्ण पदक को आपस में बांटने का फैसला किया। दोनों पुरानी दोस्त हैं। इस घटना ने 2020 टोक्यो ओलंपिक के ऊंची कूद के फाइनल की याद दिला दी, जब कतर के मुताज बारशिम और इटली के गियानमार्को थाम्बेरी ने ऐसा किया था, जिसे मानवता का मेडल कहा गया। मून के कॅरिअर का विश्व चैंपियनशिप में यह दूसरा स्वर्ण है। उन्होंने पिछले साल इयूगने में स्वर्णिम सफलता हासिल की थी लेकिन गत ओलंपिक चैंपियन ने ऐसा पदक कभी नहीं जीता था। पिछले साल की 4.85 सेंटीमीटर की ऊंचाई से बार पांच सेंटीमीटर ऊपर रखा गया। दोनों ने 4.90 अंतिम प्रयास में पार कर लिया लेकिन 4.95 के प्रयास को दोनों ही लांघ नहीं सकी। कैटी ने संयुक्त स्वर्ण का प्रस्ताव रखा। यह सुनकर नीना की आंखों में आंसू आ गए कि उन्होंने भी स्वर्ण जीता है। पिछली चैंपियनशिप में वह कांस्य पदक ही जीत सकी थी।
मून दूसरी बार विश्व चैंपियनशिप से स्वर्ण लेकर जाएंगी लेकिन यह स्वर्ण उन्हें ताउम्र याद रहेगा। विश्व चैंपियनशिप के इतिहास में पहली बार किसी पदक की हिस्सेदारी हुई है। मून ने कहा कि हम दोनों ने एकसमान अच्छा प्रदर्शन किया। दरअसल हम दोनों ही जीते हैं और यही सही निर्णय है। फिनलैंड की विलमा मुरटो ने 4.80 मीटर के साथ कांस्य पदक जीता।
मैंने सोचा नहीं था वो इसे बांटने की बात कहेंगी। लग रहा था कि हमें लगातार कूदते रहना होगा। मैंने उसकी तरफ देखा और पूछा क्या आप यह कहना चाह रही है कि हम स्वर्ण बांट लें। यह कहते हुए उनके चेहरे पर राहत थी और आप मेरे चेहरे पर यह देख सकते हैं। यह आपसी सहमति से हुआ है। हम दोनों पुरानी दोस्त हैं। कैटी के साथ स्वर्ण बांटना अविश्वसनीय है।
ओलंपिक में ऊंची कूद में बंटा था मानवता का मेडल
टोक्यो ओलंपिक में ऊंची कूद के एथलीट मुताज बारशिम और इटली के गियानमार्को थाम्बेरी ने एक समान 2.37 मीटर की छलांग लगाई। दोनों को तीन-तीन जंप और लगाने को कहा गया लेकिन इसमें भी फैसला नहीं हो सका। तब एक-एक अतिरिक्त जंप लगाने को कहा गया लेकिन इस दौरान इटली का खिलाड़ी चोटिल हो गया तो बारशिम के पास एक जंप लगाकर स्वर्ण जीतने का मौका था लेकिन उन्होंने अधिकारियों से पूछा कि अगर वह भी जंप नहीं लगाते हैं तो क्या होगा। जवाब मिला, स्वर्ण पदक दोनों में बांट दिया जाएगा, इस पर उन्होंने जंप से नाम वापस ले लिया और दोनों स्वर्ण पदक के संयुक्त विजेता रहे।
शतरंज महासंघ के अध्यक्ष संजय कपूर का बड़ा बयान....
23 Aug, 2023 12:07 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दुनिया को हिला देने वाले कोरोना के दौर में खेलों की गतिविधियां भी पूरी तरह ठप हो गई थीं, लेकिन एक शतरंज एक ऐसा खेल रहा जो कोरोना काल में भी बंद नहीं हुआ। भारतीय शतंरज महासंघ के अध्यक्ष संजय कपूूर का मानना है प्रगनाननंदा और भारतीय युवा शतरंज खिलाडिय़ों की हालिया सफलता में कोरोना काल में खेली गई शतरंज और देश में हुए चेस ओलंपियाड का बड़ा हाथ है। कानपुर निवासी संजय के मुताबिक कोरोना काल के दौरान देश में चेस बोर्ड की बिक्री में चार सौ गुना बढ़ोतरी हुई।
प्रगनाननंदा की सफलता पर संजय को कोई हैरानी नहीं है। यह कोरोना का ही दौर था जब प्रगनाननंदा ने ऑनलाइन शतरंज में मैग्नस कार्लसन को हराकर सभी का ध्यान अपनी ओर खीचा था। फाइनल में पहुंचने के बाद जब उन्होंने सोमवार को इस खिलाड़ी की हौसलाअफजाई के लिए फोन किया तो प्रगनाननंदा ने सबसे पहला यही सवाल पूछा कि सर, क्या आप फाइनल के लिए आ रहे हैं। संजय ने तुरंत कहा कि वह आ रहे हैं। संजय बताते हैं कि उन्होंने बाकू (अजरबैजान) का टिकट बुक करा लिया है, जहां वह उसको मानसिक हौसला देंगे। संजय कहते हैं कि प्रगनाननंदा की सफलता में उनकी मां नागलक्ष्मी, पिता रमेशबाबू और कोच आरबी रमेश का बड़ा योगदान है।
संजय को प्रगनाननंदा के फाइनल में पहुंचने की खुशी है, लेकिन इस बात का भी दुख है कि दो भारतीय खिलाड़ी सेमीफाइनल में नहीं पहुंच पाए। डी गुकेश जिस तरह की फार्म में हैं। उन्हें उम्मीद थी कि वह अंतिम 8 में कार्लसन को हराएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। विदित भी दुर्भाग्यशाली ढंग से क्वार्टर फाइनल हारे। संजय कहते हैं कि विश्वनाथन आनंद लंबे समय से देश में शतरंज का चेहरा हैं। हम सब उन्हें खेलते देखकर बड़े हुए हैं, लेकिन अब आनंद के अलावा देश में शतरंज के कई चेहरे बनेंगे। उनमें प्रगनाननंदा, अर्जुन एरीगेसी, डी गुकेश भी शामिल हैं।
संजय के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में देश के 75 जिलो में जब चेस ओलंपियाड की टार्च रिले निकाली गई, उसने भी शतरंज की लोकप्रियता को बढ़ाया। चेन्नई में चेस ओलंपियाड के आयोजन और देश की पुरुष और महिला टीम के पदक जीतने में भारतीय शतरंज खिलाडिय़ों को मानसिक मजबूती दी। वह कहते हैं कि एक समय ऐसा था जब शतरंज खिलाडिय़ों को बाहर खेलने पर किट नहीं मिलती थी, लेकिन अब उन्हें फाइव स्टार होटलों में खिलाया जा रहा है। उन्होंने अपने कार्यकाल में हर राज्य को सात-सात लाख रुपये की राशि मुहैया कराई है, जिसे वह अब बढ़ाकर 25 लाख करने जा रहे हैं।
लुसैल स्टेडियम में खेला जाएगा एएफसी एशियाई कप का फाइनल....
22 Aug, 2023 02:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पिछले साल विश्व कप फाइनल की मेजबानी करने वाला ऐतिहासिक लुसैल स्टेडियम एएफसी एशियाई कप फुटबॉल टूर्नामेंट के पहले और फाइनल मैच की मेजबानी करेगा। स्थानीय आयोजन समिति ने सोमवार को यह जानकारी दी। टूर्नामेंट की शुरुआत 12 जनवरी को गत चैंपियन कतर और लेबनान के बीच ग्रुप ए के मैच के साथ होगी। फाइनल 10 फरवरी को खेला जाएगा। इसी मैदान पर लियोनल मेसी की कप्तानी वाली अर्जेंटीना की टीम विश्व कप के फाइनल में फ्रांस को हराकर पिछले साल चैंपियन बनी थी।
भारतीय टीम को 2015 के चैंपियन ऑस्ट्रेलिया, उज्बेकिस्तान और सीरिया के साथ ग्रुप बी में रखा गया है। भारत अपने अभियान की शुरुआत 13 जनवरी को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ करेगा। कतर में 2022 फीफा विश्व कप के लिए उपयोग किए जाने वाले छह स्थानों पर मैच आयोजित किए जाएंगे। इनमें अल बायत, अल जनौब, अल थुमामा, अहमद बिन अली, एजुकेशन सिटी और खलीफा इंटरनेशनल स्टेडियम है। इसके अतिरिक्त जसीम बिन हमद और अब्दुल्ला बिन खलीफा भी मैचों की मेजबानी करेंगे।
एएफसी एशियन कप कतर 2023 स्थानीय आयोजन समिति के सीईओ जसीम अल जसीम ने कहा, ''मैच शेड्यूल में एशिया की सबसे बड़ी टीमों के बीच कुछ रोमांचक मुकाबले देखने को मिलेंगे। एक बार फिर हमारे स्टेडियम जोश और उत्साह से जीवंत हो उठेंगे, क्योंकि पूरे महाद्वीप से दर्शक एशियाई कप के लिए कतर पहुंचेंगे। हम तीसरी बार इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट की मेजबानी करके रोमांचित हैं और हमें विश्वास है कि यह टूर्नामेंट का अब तक का सबसे अच्छा संस्करण होगा।''
कतर दो बार कर चुका है एएफसी एशियाई कप की मेजबानी
कतर ने पहले 1988 और 2011 में टूर्नामेंट की मेजबानी की है और 2019 संस्करण जीतकर गत चैंपियन है। प्रत्येक समूह से शीर्ष दो टीमें और चार सर्वश्रेष्ठ तीसरे स्थान वाली टीमें 16 के राउंड में आगे बढ़ेंगी।
पहली बार फीफा महिला विश्व कप जीतने के बाद से ही जश्न में डूबा पूरा स्पेन
21 Aug, 2023 09:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मैड्रिड । पहली बार महिला टीम के फीफा महिला विश्व कप फुटबॉल खिताब जीतने के बाद से ही स्पेन में जश्न का माहौल है। टीम के अलावा प्रशंसक और देश के सभी लोग खुशी मनाते हुए नजर आ रहे हैं। टीम के कोच जॉर्ज विल्डा ने कहा कि करीब एक दशक के बाद टीम ने कोई बड़ा खिताब जीता है जिससे लोगों को जश्न मनाने का ये अवसर मिला है। चाहे मैड्रिड हो या बार्सीलोना पर ओर फुटबॉल के दीवाने जश्न में डूबे नजर आये। स्पेनिश महिला टीम ने एक संघर्षपूर्ण फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड को 1-0 से हराकर पहली बार विश्व कप का खिताब जो जीता है। इससे पहले पुरुष टीम ने साल 2010 में दक्षिण अफ्रीका में अपना एकमात्र विश्व कप जीता था। अब ठीम 13 साल बाद महिला टीम ने विश्व कप हासिल किया है। महिला टीम की खिताबी जीत का कितना महत्व है इसका पता इससे चलता है कि रानी लेतीजिया भी अपनी टीम का हौंसला बढ़ाने के लिए सिडनी पहुंची थी और मैच के बाद खिलाड़ियों ने उन्हें जर्सी भेंट की थी।
एक प्रशंसक ने कहा कि इस टीम ने दिखाया है कि महिला फुटबॉल को भी वही सम्मान मिले जो पुरुष टीम को मिलता है। उन्होंने कहा कि युवा लड़कियों ने अपने को साबित किया है, इसी कारण उन्हें यह सुखद अनुभव करने का मौका मिला। हमने कभी उम्मीद नहीं की थी कि यह टीम इतनी आगे जाएगी और उन्होंने ऐसा कर दिखाया। यह दिखाता है कि आपको हमेशा अपने पर भरोसा रखना चाहिए। वहीं एक कमेंटेटर ने कहा कि पूरे देश का सपना आज वास्तविकता में बदल गया है और 4788 दिन बाद स्पेन एक बार फिर विश्व चैंपियन बना है।
साथ ही कहा कि महिला टीम की खिताबी जीत के जश्न की तुलना साल 2010 में पुरुष टीम की जीत के जश्न से नहीं की जा सकती पर इसके बाद भी महिला टीम के समर्थन के लिए बड़ी तादाद में प्रशंसक सड़कों पर उतरे। गौरतलब है कि विश्वकप को लेकर देश में जबरदहस्त जुनून रहा। 100 से अधिक शहरों में अधिकारियों ने सार्वजनिक तौर पर मैच दिखाने के लिए बड़ी स्क्रीन का इंतजाम किया। मैड्रिड में प्रशसंकों ने शहर के बार में फाइनल का आनंद उठाया जबकि लगभग सात हजार लोगों के लिए बड़ी स्क्रीन पर मैच देखने की व्यवस्था की गई थी। एक प्रशंसक ने कहा कि यह एतिहासिक क्षण है, यह दिखाता है कि हमारी महिलाओं का भी फुटबॉल में अहम स्थान है।
ब्रिटेन में कबड्डी मैच के दौरान चलीं गोलियां, तीन लोग घायल, एक की हालत गंभीर...
21 Aug, 2023 06:25 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इंग्लैंड के ईस्ट मिडलैंड्स क्षेत्र में ब्रिटिश पंजाबी समुदाय से जुड़े एक कबड्डी टूर्नामेंट में बड़े पैमाने पर अव्यवस्था फैलने और भगदड़ मचने के बाद तीन लोग घायल हो गए, जिनमें से एक की हालत गंभीर बनी हुई है। डर्बीशायर पुलिस ने कहा कि डर्बी के अल्वास्टन में एल्वास्टन लेन के इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस की मौजूदगी रहेगी, जहां रविवार को झड़प हुई थी।
कबड्डी टूर्नामेंट की कई तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इन वीडियो में देखा जा सकता है कि बड़ी संख्या में लोग इधर-उधर भाग रहे हैं और भीड़ में भगदड़ मची हुई है। वीडियो में गोलियां चलाने की आवाज सुनी जा सकती है। कुल लोग तलवार भांजते हुए भी दिख रहे हैं। माना जा रहा है कि यह घटना दो प्रतिद्वंद्वी गिरोहों के बीच झड़प का नतीजा थी।
डर्बीशायर पुलिस ने कहा, "हमें रविवार 20 अगस्त को शाम चार बजे के करीब सूचना दी गई कि एल्वास्टन लेन, अल्वास्टन में बड़े पैमाने पर भगदड़ मच गई है और हालात काबू में करने के लिए पुलिस की जरूरत है।" पुलिस की तरफ से कहा गया, "तीन लोग घायल हो गए हैं, जिनमें से एक गंभीर रूप से घायल है। उन सभी को अस्पताल ले जाया गया है। इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस मौजूद है और अधिकारियों के कुछ समय तक घटनास्थल पर रहने की उम्मीद है।" पुलिस ने इस घटना के गवाहों को भी सूचना देने के लिए कहा है। पुलिस ने कहा कि यदि आपके पास घटना के बारे में जानकारी है तो आगे भेजें।
रविवार को आयोजित कार्यक्रम में यूके भर से विशेषज्ञ खिलाड़ियों को इंग्लैंड कबड्डी फेडरेशन के टूर्नामेंट के लिए एक साथ लाया गया, जो कई फिक्स्चर से बना था। स्थानीय डर्बी टीम को गुरु अर्जन देव गुरुद्वारा कबड्डी क्लब के नाम से जाना जाता है और यह 30 वर्षों से अधिक समय से यह खेल खेल रही है।
भारत की अनाहत को एशियाई जूनियर स्क्वाश में स्वर्ण
21 Aug, 2023 04:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
डेलियान । भारत की भारत की अनाहत सिंह ने एशियाई जूनियर स्क्वाश व्यक्तिगत चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता है। 15 वर्षीय अनाहत ने अंडर-17 वर्ग में ये पदक अपने नाम किया। अनाहत ने खिताबी मुकाबले में हांगकांग की एना क्वोंग को 3-1 से हरा दिया। इससे पहले अनाहत ने क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल में भी मलेशियाई खिलाड़ियों डॉयस ली और विटनी इसाबेल को पराजित किया था। अनाहत ने गत वर्ष भी इस इस प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता था। इसके अलावा अनाहत ने साल 2019 में मकाऊ में अंडर-13 वर्ग में भी कांस्य पदक पर कब्जा किया था। अनाहत ने बर्मिंघम 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में भी भारत की ओर से भाग लिया था।
Asian Games: एशियाई खेलों के लिए भारतीय पुरुष हॉकी टीम की तैयारी शुरू
21 Aug, 2023 03:28 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हॉकी इंडिया ने चीन के हांगझोऊ में होने एशियाई खेलों की तैयारी के लिए सोमवार से बंगलूरु में शुरू होने वाले राष्ट्रीय कोचिंग शिविर के लिए रविवार को 39 सदस्यीय पुरुष टीम के संभावित कोर समूह की घोषणा की। इस शिविर का आयोजन 21 अगस्त से 18 सितंबर तक बंगलूरु के साई (भारतीय खेल प्राधिकरण) में होगा। इस दौरान खिलाड़ियों को अपने कौशल को निखारने का भी मौका मिलेगा।
एशियाई खेलों का आयोजन 23 सितंबर से आठ अक्तूबर तक होगा। इस महीने की शुरुआत में चेन्नई में रिकॉर्ड चौथी बार एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीतने वाली भारतीय पुरुष टीम 24 सितंबर को उज्बेकिस्तान के खिलाफ एशियाई खेलों में अपने अभियान की शुरुआत करेगी। भारत को पूल ए में पाकिस्तान, जापान, बांग्लादेश, सिंगापुर और उज्बेकिस्तान के साथ रखा गया है।
कोर समूह के 39 खिलाड़ियों की सूची:
गोलकीपर: कृष्ण बहादुर पाठक, पीआर श्रीजेश, सूरज करकेरा, पवन, प्रशांत कुमार चौहान।
डिफेंडर: जरमनप्रीत सिंह, सुरेंदर कुमार, हरमनप्रीत सिंह, वरुण कुमार, अमित रोहिदास, गुरिंदर सिंह, जुगराज सिंह, मनदीप मोर, नीलम संजीप जेस, संजय, यशदीप सिवाच, दिपसन टिर्की, मंजीत।
मिडफील्डर : मनप्रीत सिंह, हार्दिक सिंह, विवेक सागर प्रसाद, मोइरांगथेम रबीचंद्र सिंह, शमशेर सिंह, नीलकांता शर्मा, राजकुमार पाल, सुमित, आकाशदीप सिंह, गुरजंट सिंह, राहील मौसीन, मनिंदर सिंह।
फॉरवर्ड: एस. कार्थी, मनदीप सिंह, ललित कुमार उपाध्याय, अभिषेक, दिलप्रीत सिंह, सुखजीत सिंह, सिमरनजीत सिंह, शिलानंद लाकड़ा, पवन राजभर।
विश्व चैम्पियनशिप में प्रणय और लक्ष्य से रहेंगी उम्मीदें
21 Aug, 2023 03:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कोपनहेगन । यहां शुरु होने जा रहे बीडब्ल्यूएफ विश्व चैम्पियनशिप में भारत को एचएस प्रणय और लक्ष्य सेन से पदक की उम्मीद रहेंगी। इन दोनो के अलावा सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी भी जीत की दावेदार रहेगी। ये जोड़ी इस समय विश्व की दूसरी नंबर की जोड़ी है। पिछले चरण में इस जोड़ी ने कांस्य पदक जीता था और इस बार वह अपने पदक का रंग बदलना चाहेगी।
इतिहास पर नजर डालें तो भारत ने पिछले 46 साल में इस प्रतियोगिता में एक स्वर्ण सहित 13 पदक जीते हैं जिसमें चार रजत और आठ कांस्य पदक भी शामिल हैं। दिग्गज खिलाड़ी प्रकाश पादुकोण ने साल 1993 में यहां कांस्य पदक जीता था। वहीं 2011 के बाद से ही महिला एकल में देश की खिलाड़ी हमेशा से ही एक पदक जीतती आ रही हैं। सिंधु विश्व चैम्पियनशिप में भारत की सबसे सफल खिलाड़ी रही हैं वह 2019 में चैम्पियन रहीं थीं और उनके नाम पांच पदक हैं पर बासेल चरण के बाद से वह ही असफल रही हैं और इस सत्र में भी पहले की तरह से नहीं खेल पायी हैं। वहीं किदाम्बी श्रीकांत और लक्ष्य सेन ने साल 2021 चरण में रजत और कांस्य पदक जीते जबकि सात्विक और चिराग की जोड़ी ने 2022 में कांस्य पदक अपने नाम किया। वहीं पुरुष एकल में प्रणय ऐसे खिलाड़ी हैं जो पोडियम के करीब पहुंचकर विफल रहे हैं, वह 2021 और 2022 दोनों चरण के क्वार्टर फाइनल तक पहुंचे पर पिछले 12 महीनों में अच्छी फार्म के कारण वह जीत के प्रबल दावेदार हैं।
प्रणय अपना पहला मुकाबला फिनलैंड के कोले कोलजोनेन के खिलाफ शुरू करेंगे जिनकी विश्व रैंकिंग 56 है। इसके बाद वह इंडोनेशिया के चिको ओरा ड्वी वार्डोयो से खेलेंगे जबकि लक्ष्य का सामना दुनिया के 110वें नंबर के खिलाड़ी मॉरीशस के जार्जेस जुलियन पॉल से होगा और उनके इसके बाद कोरिया के जियोन हियोन से खेलेंगे। उनका मुकाबला तीसरे दौर में कुनलावुत वितिदसर्ण से हो सकता है। श्रीकांत इस सत्र में अच्छा नहीं कर पाये हैं पर वह ओलंपिक से पहले लय हासिल करना चाहेंगे। श्रीकांत का सामना जापान के 15वीं रैंकिंग के खिलाड़ी केंटा निशिमोटो से होगा।
World Championships: शूटिंग में अखिल ने दिलाया पेरिस ओलंपिक का पांचवां कोटा
21 Aug, 2023 02:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दादी चंद्रो तोमर के गांव जोहड़ी (बागपत) के अनुभवी शूटर 28 वर्षीय अखिल श्योराण ने विश्व चैंपियनशिप में 50 मीटर थ्री पोजीशन में कांस्य पदक जीतकर देश को पेरिस ओलंपिक का पांचवां कोटा दिलाया। यही नहीं उन्होंने ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर और नीरज कुमार (कुल 1750) के साथ मिलकर इस स्पर्धा का टीम स्वर्ण पदक भी जीता। वहीं रिद्म सांगवान, मनु भाकर और ईशा सिंह (कुल 1744) की तिकड़ी ने 25 मीटर पिस्टल में टीम स्वर्ण पदक जीता।
क्वालिफाइंग दौर में छठे स्थान पर थे अखिल
अखिल ने एलिमिनेशन दौर में 579, ऐश्वर्य ने 587 और नीरज ने 584 का स्कोर किया। क्वालिफाइंग दौर में अखिल ने वापसी करते हुए 585 का स्कोर कर छठे स्थान पर रहते हुए फाइनल में जगह बनाई। यहां ऐश्वर्य 583 और नीरज 577 का स्कोर कर पाए। अखिल ने प्रोन में शानदार प्रदर्शन किया और 200 में से 198 का स्कोर किया। फाइनल में अखिल ने 450 का स्कोर किया और तीसरे स्थान पर रहे। ऑस्ट्रिया के अलेक्जेंडर शिमिर्ल ने 462.6 के साथ स्वर्ण और चेक गणराज्य के पेत्र निंबस्र्की ने 459.2 के साथ रजत जीता।
रिद्म, मनु, ईशा की टीम ने जीता स्वर्ण
25 मीटर पिस्टल में भारतीय तिकड़ी रिद्म सांगवान, मनु भाकर, ईशा सिंह ने 1744 का स्कोर चीनी ताईपे को हराकर स्वर्ण जीता। चीन तीसरे स्थान पर रहा। हालांकि रिद्म सांगवान इस स्पर्धा के फाइनल में पहुंची, लेकिन आठवें स्थान पर रहते हुए ओलंपिक कोटा हासिल करने से चूक गईं। भारत के लिए अब तक भोवनीश मेंंदीरत्ता, स्वप्निल कुसाले, रुद्रांक्ष बालासाहिब पाटिल, मेहली घोष और अखिल श्योराण ने पेरिस ओलंपिक कोटा जीता है। 2012 की एशियाई चैंपियनशिप में पदक जीतने वाले अखिल की यह सीनियर वर्ग में दूसरी विश्व चैंपियनशिप है।
पीएसजी से विवाद के बाद एम्बाप्पे की धमाकेदार वापसी....
20 Aug, 2023 04:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
फ्रांस के युवा स्टार किलियन एम्बाप्पे ने अपने क्लब पेरिस सेंट जर्मेन (पीएसजी) से विवाद के बाद शानदार वापसी की है। उन्होंने लीग-1 के 2023-24 सीजन में अपना पहला मैच खेलते हुए पीएसजी के लिए शानदार गोल किया। हालांकि, उनके गोल के बावजूद पीएसजी को जीत नहीं मिली और टॉलूसे के खिलाफ मैच 1-1 की बराबरी पर रहा। एम्बाप्पे को सीजन के पहले मैच में लॉरेंट के खिलाफ क्लब से विवाद के कारण खेलने का मौका नहीं मिला था।
दूसरी ओर, इंग्लैंड में इंग्लिश प्रीमियर लीग की दिग्गज टीम मैनचेस्टर यूनाइटेड को टॉटेनहम हॉटस्पर के खिलाफ शर्मनाक हार झेलनी पड़ी। टॉटेनहम ने यूनाइटेड को 2-0 से हरा दिया। उसके लिए युवा खिलाड़ी पेपे माटर सार ने 49वें मिनट में गोल किया। वहीं, यूनाइटेड के डिफेंडर लिसांद्रो मार्टिनेज ने 83वें मिनट में आत्मघाती गोल कर दिया। इससे टॉटेनहम की टीम मैच में 2-0 से आगे हो गई। इससे पहले टॉटेनहम ने सीजन के पहले मैच में ब्रेंटफोर्ड के खिलाफ 2-2 से ड्रॉ खेला था। वहीं, यूनाइटेड ने वूल्व्स को 1-0 से हराया था।
मैनचेस्टर सिटी ने न्यूकैसल को हराया
प्रीमियर लीग में ही चैंपियन मैनचेस्टर सिटी ने अपने होमग्राउंड पर सीजन का पहला मैच खेलते हुए न्यूकैसल को 1-0 से हरा दिया। सिटी के लिए अर्जेंटीना के विश्व कप विजेता खिलाड़ी जूलियन अल्वारेज ने गोल किया। सिटी की यह सीजन में दो मैचों में यह दूसरी जीत है। उसने इससे पहले शुरुआती मैच में बर्नले को 3-0 से हराया था। वहीं, न्यूकैसल को एस्टन विला के खिलाफ 5-1 से जीत मिली थी। उसकी सीजन में दो मैचों में यह पहली हार है।
रियल मैड्रिड की शानदार जीत
स्पेन की लीग 'ला-लिगा' में रियल मैड्रिड ने अल्मेरिया के खिलाफ 3-1 से जीत हासिल की। उसने लगातार दूसरे मैच को अपने नाम किया है। अपने शुरुआती मैच में रियल मैड्रिड ने एथलेटिक क्लब को 2-0 से हराया था। अल्मेरिया के खिलाफ मैच में रियल मैड्रिड के लिए उसके नए खिलाड़ी जूड बेलिंघम ने दो गोल दागे। बेलिंघम ने 19वें और 60वें मिनट में गोल को गोलपोस्ट में डाला। वहीं, ब्राजील के युवा स्टार विनिसियस जूनियर ने भी स्कोर किया। उन्होंने 73वें मिनट में गोल किया।
भारतीय जूनियर हॉकी टीम चार देशों के टूर्नामेंट में करेगी विश्वकप की तैयारी....
18 Aug, 2023 02:08 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारतीय जूनियर हॉकी टीम शुक्रवार से जर्मनी के डसेलडोर्फ में शुरू हो रहे चार देशों के टूर्नामेंट में स्पेन के खिलाफ मुकाबले से विश्वकप की तैयारी शुरू करेगी। भारत का सामना 19 अगस्त को मेजबान जर्मनी से होगा। इसके दो दिन बाद टीम इंग्लैंड से खेलेगी। शीर्ष दो टीमों का सामना 22 अगस्त को फाइनल में होगा। भारतीय जूनियर टीम ने जून में ओमान में जूनियर एशिया कप जीतकर दिसंबर में क्वालालंपुर में होने वाले विश्वकप के लिए क्वालिफाई किया था।
भारत ने फाइनल में पाकिस्तान को 2-1 से हराकर रिकॉर्ड चौथी बार खिताब जीता था। अभ्यास शिविर में चोटिल हुए उत्तम सिंह की जगह विष्णुकांत सिंह भारतीय टीम की कमान संभालेंगे। उन्होंने हॉकी इंडिया द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा, हमारे पास मजबूत और अनुभवी खिलाड़ी हैं और पिछले कुछ टूर्नामेंटों की लय हम कायम रखेंगे। उन्होंने कहा, हमें आत्मविश्वास हासिल करने के लिए जीत के साथ आगाज करना होगा। यह टूर्नामेंट विश्व कप से पहले यूरोप की सर्वश्रेष्ठ टीमों के खिलाफ खेलकर अनुभव हासिल करने के लिए अहम है। भारत को पिछली बार 2019 में मैड्रिड में अंडर 21 टूर्नामेंट में स्पेन ने 3-1 से हराया था।
स्पेन और भारत ने 2016 के बाद से एक-दूसरे के खिलाफ चार मैच खेले हैं जिनमें से तीन भारत ने जीते। जर्मनी और भारत ने 2013 के बाद से चार मैच खेले जिनमें से भारत ने तीन मैच जीते हैं। भुवनेश्वर में जूनियर विश्वकप 2021 में जर्मनी ने भारत ने 4-2 से हराया था। लखनऊ में 2016 जूनियर विश्वकप में इंग्लैंड को 5-3 से हराने के बाद से उसके खिलाफ भारत का यह पहला मुकाबला है। भारत के मुख्य कोच सी आर कुमार ने कहा, स्पेन, जर्मनी और इंग्लैंड मजबूत टीमें हैं। हमारा फोकस अपनी रणनीति पर अमल करके अपनी ताकत पर खेलने पर होगा।
भारतीय पुरुष टीम ने कोरिया और महिलाओं ने इंग्लैंड को हराया....
17 Aug, 2023 12:20 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारतीय कंपाउंड तीरंदाजों ने शानदार प्रदर्शन का क्रम जारी रखते हुए विश्वकप स्टेज-4 के फाइनल में प्रवेश कर दो पदक पक्के कर लिए हैं। पुरुष और महिला दोनों टीमों ने सेमीफाइनल में जीत हासिल की। पुरुष टीम ने कोरिया को शूटआउट में पराजित किया, जबकि महिलाओं ने ब्रिटेन को 234-233 से हराया। पुरुष टीम फाइनल में अमेरिका से और महिला टीम मैक्सिको से भिड़ेगी।
ओजस के अंतिम तीर ने दिलाई जीत
हाल ही में विश्व चैंपियन ओजस देओताले के शानदार प्रदर्शन ने कोरिया पर जीत में भूमिका निभाई। दोनों टीमें 235-235 की बराबरी पर थीं। शूटआउट में भी स्कोर 30-30 रहा, लेकिन ओजस का अंतिम तीर कोरियाई तीरंदाज के मुकाबले 10 अंक पर ज्यादा सटीक था। जिस पर भारत को विजेता घोषित किया गया। भारतीय टीम में ओजस के अलावा प्रथमेश जावकर और अभिषेक वर्मा शामिल थे, जबकि कोरियाई टीम में चोई यांगही, किम जांगहो, यांग जेईवान थे। पुरुष टीम ने इससे पहले इटली को 239-235 और मैक्सिको को 237-235 से हराया।
पिछड़ने के बाद जीतीं महिला तीरंदाज
वी ज्योति सुरेखा, हाल ही में विश्व चैंपियन बनीं 17 वर्षीय अदिति स्वामी और पटियाला की परणीत कौर की टीम ने ब्रिटेन को कड़े संघर्ष में हराया। पहले दो सेट में भारतीय टीम 59-60 और 175-176 से पिछड़ी हुई थी, लेकिन भारतीय तीरंदाजों ने अंतिम सेट में जबरदस्त वापसी करते हुुए 234-233 से मुकाबला जीत लिया। इससे पहले महिलाओं ने एस्टोनिया को 232-230 से हराया था। ज्योति और ओजस व्यक्तिगत रैंकिंग दौर में भी सर्वोच्च स्थान पर रहे हैं।