मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
भाजपा ने जारी की पांचवीं सूची जारी की, बची 94 में से 92 सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए
21 Oct, 2023 09:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल, । मध्यप्रदेश में आगामी 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा के लिए भाजपा ने बची 94 सीटों में से 92 उम्मीदवारों की पांचवीं सूची को जारी कर दिया है। सीएम शिवराज सिंह चौहान के गृहक्षेत्र विदिशा और गुना सीट को फिलहाल होल्ड पर रखा गया है। इस तरह से भाजपा 230 सीटों में से 228 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम घोषित कर चुकी है। पांचवीं सूची में ज्यादातर पुराने चेहरों को टिकट दिया गया है। उज्जैन के सांसद चिंतामणि मालीवय को आलोट से चुनाव मैदान में उतारा गया है। जबकि तीन मंत्रियों में ेसिंधिया समर्थक ओपीएस भदौरिया के साथ गौरी शंबर बिसेन और यशोधरा राजे सिंधिया का टिकट काटा गया है। हालांकि मंत्री गौरीशंकर बिसेन की जगह बालाघाट से उनकी बेटी मौसम बिसेन को टिकट दिया गया है। हम बता दें कि भाजपा ने 136 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान पहले ही कर दिया था।
इन मंत्रियों के टिकट कटे
मंत्री ओपीएस भदौरिया अकेले नहीं हैं जिनका टिकट काटा गया हो। बालाघाट से मंत्री गौरीशंकर बिसेन का टिकट काटकर उनकी बेटी मौसम बिसेन को दिया गया। इसके अलावा शिवपुरी से ज्योतिरादित्य सिंधिया की बुआ यशोधरा राजे सिंधिया का टिकट काटकर देवेंद्र कुमार जैन को दिया है। हालांकि यशोधरा राजे सिंधिया पहले ही चुनाव न लडऩे का ऐलान कर चुकी थी, तो वहीं गौरीशंकर बिसेन लंबे समय से अपनी बेटी के लिए फील्डिंग जमा रहे थे, जिसमें वे आखिरकार सफल भी हुए।
भोपाल दक्षिण-पश्चिम सीट से सबनानी का े टिकट
भोपाल की दक्षिण-पश्चिम विधानसभा सीट पर उम्मीदवार के नाम कोलेकर छाया कुहांसा भी छंट गया है। इस सीट पर कई दावेदार होने से पेंच फंसा हुआ था। पार्टी ने इस सीट पर भाजपा के प्रदेश महामंत्री भगवानदास सबनानी को मैदान में उतारा गया है। जबकि इस सीट पर लगातार तीन चुनाव जीत चुके पूर्वमंत्री उमाशंकर गुप्ता सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे थे। गुप्ता 2018 के चुनाव में मौजूदा कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा से करीब 6 हजार वोटों से हार गए थे। गुप्ता के अलावा इस सीट पर
उम्रदराज चेहरों पर दांव
भाजपा ने इस बार विधानसभा चुनाव लडऩे के लिए 60 साल पार चुके नेताओं को टिकट नहीं देने का क्राइटरिया तय किया था। लेकिन प्रदेश भर से पार्टी को मिले फीडबैक और संघ की रिपोर्ट के बाद पार्टी को भरोसेमंद उम्रदराज चेहरों को मैदान में उतारना पड़ा है। पार्टी ने दमोह में जयंत मलैया, सेंधवा मेें अंतरसिंह आर्य, खरगोन में बालकृष्ण पाटीदार माया सिंह और धार में नीना वर्मा और ग्वालियर पूर्व विधानसभा में माया सिंह पर दांव लगाया है।
होंशगाबाद में भाई के सामने भाई
होशंगाबाद विधानसभा सीट पर भाजपा ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं चार बार के विधायक डा सीताशरण को चुनाव मैदान उतारा है। यहां उनका मुकाबला अपने भाई एवं कांग्रेस प्रत्याशी गिरिजाशंकर शर्मा से होगा। गिरिजाशंकर हाल ही में भाजपा से नाराज होकर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। तब उन्होंने कहा था कि यदि भाजपा से उनके भाई सीताशरण चुनाव लड़ेंगे तो वे चुनाव नहीं लड़ेंगे। अब देखना है कि दोनों भाईयों के बीच रोचक मुकाबला देखने मिलता है या फिर दोनों में से कोई एक चुनाव लडऩे से कदम पीछे खींचता है।
विदिशा-गुना सीट को होल्ड पर रखा
भाजपा की पांचवीं सूची में बची 94 सीटों में से 92 सीटों पर तो उम्मीदवारों को घोषित कर दिया गया है। लेकिन दो सीटों को होल्ड कर दिया गया है। इनमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृहनगर विदिशाा सीट का टिकट रोक दिया गया है। इस सीट पर अभी कांग्रेस के शशंाक भार्गव विधायक एवं प्रत्याशी हैं। इसके अलावा गुना सीट को भाजपा ने होल्ड किया है। इस सीट पर भाजपा के गोपीलाल जाटव विधायक हैं।
इन विधायकों के काटे टिकट
भाजपा ने निमाड़ में सबसे ज्यादा विधायकों के टिकट काटे है। पंधाना सीट से राम दोगने, खंडवा से देवेंद्र वर्मा, बुरहानपुर से सुमित्रा कास्डेकर पर फिर भरोसा नहीं जताया गया। बागली से पहाड़ सिंह कनौज, उज्जैन ग्रामीण से पारस जैन, रतलाम ग्रामीण से दिलीप कुमार मकवाना गरोठ सीट से देवीलाल धाकड़ का टिकट भी कट गया। जोबट विधायक सुलोचना रावत के बजाय उनके बेटे विशाला रावत को टिकट दिया है। स्वास्थ्य कारणों से सुलोचना को टिकट नहीं दिया। इसके अलावा इंदौर की तीन नंबर विधानसभा सीट से आकाश विजयवर्गीय का टिकट भी कट गया, क्योकि उनके पिता कैलाश विजयवर्गीय को भाजपा ने इंदौर क्रमांक-एक प्रत्याशी बनाया है।
तीन आयातितों को भी दिया टिकट
कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए तीन विधायकों के टिकट भी भाजपा ने होल्ड पर रखे थे। इनमें खंडवा जिले की मांधाता सीट से नारायण पटेल को फिर टिकट दिया गया। बड़वाह सीट से सचिन बिरला को भी भाजपा ने दूसरी बार टिकट दिया है।
पीएम मोदी ने कहा आपके सपने और संकल्प दोनों बड़े होने चाहिए, आपका सपना ही मेरा संकल्प है
21 Oct, 2023 08:01 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्वालियर । सिंधिया स्कूल के फाउंडेशन कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आपके सपने और संकल्प दोनों बड़े होने चाहिए, आपका सपना ही मेरा संकल्प है। हमेशा आउट आफ बाक्स सोचिए। अपने आइडिया, सपने नमोएप पर शेयर करएि। उन्हाेंने कहा कि शार्टकट तात्कालिक लाभ पहुंचता है। लेकिन लांग टर्म की सोच के साथ काम करना होगा। जो भी व्यक्ति तात्कालिक स्वार्थ के लिए काम करता है। उससे समाज व राष्ट्र का नुकसान होता है। 2014 में जब देश ने प्रधानसेवक का दायित्व दिया। हमनें अलग अलग समय सीमा रखकर काम किया है। पिछले 10 सालों में लांगटर्म फैसले लिए। देश को कितने ही पैंडिंग बोझ से दूर किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज आजाद हिंद सरकार का स्थापना दिवस भी है। सभी देशवासियों को इसकी भी बधाई देता हूं। इस गौरवमई इतिहास से जुड़ने का मौका दिया। यह इतिहास सिंधिया स्कूल का भी है और एतिहासिक ग्वालियर शहर का भी है। संगीत सम्राट तानसेन, महादजी सिंधिया, विजयाराजे सिंधिया, अटल बिहारी बाजपेयी, उस्ताद अमजद अली जैसे लोगों का निर्माण ग्वालियर की धरती करती है। यह धरती नारी शक्ति और वीरांगनाओं की तपस्या स्थली है।
ग्वालियर से तीन वजहों से नाता, एक ज्योतिरादित्य गुजरात के दामाद हैं
ग्वालियर आना अपने आप में बहुत सुखद होता है। और दो वजहों से ग्वालियर से नाता है। एक, काशी का सांसद हूं, हमारी संस्कृति संरक्षण में सिंधिया परिवार की भूमिका रही है। काशी में कई घाट बनवाए हैं। आज जिस प्रकार काशी का विकास हो रहा है उसे देखकर महारानी बैजाबाई, महाराज माधवराज को प्रशन्नता होती होगी। ग्वालियर से दूसरा कनेक्शन ज्योतिरादित्य गुजरात के दामाद हैं। इस नाते भी ग्वालियर से रिश्तेदारी है। मेरा गांव गायकवाड़ स्टेट का गांव है। मेरे गांव में प्राथमिक स्कूल गायकवाड़ परिवार ने बनवाया।
माधवराव प्रथम की सोच भविष्यगामी थी
हमारे यहां कहा गया है कि सज्जन व्यक्ति जैसा मन में सोचते हैं, वैसा कहते भी हैं और करते भी हैं। यही एक कर्त्तव्य परायण व्यक्ति की पहचान होती है। कर्त्तव्यनिष्ठ व्यक्ति तात्कालिक लाभ के नहीं, आगामी पीढि़यों के भविष्य के लिए काम करते हैं। यदि एक शताब्दी का सोच रहे हैं तो शिक्षा से जुड़ी संस्थाएं बनाइए। माधवराव प्रथम ने इस बात को पूरा किया। उनकी यही सोच भी आने वाली पीढि़याें को उज्जवल बनाने के लिए काम किया। सिंधिया स्कूल उनकी दूरगामी सोच का परिणाम थी। आने वाली पीढि़यों के लिए जल संरक्षण् पर भी ध्यान दिया। उस समय पानी के लिए एक बड़ी व्यवस्था बनाई। हरसी डेम 150 साल बाद भी एसिया का सबसे बड़ा मिट्टी का बांध है। आज भी यह काम आ रहा है।
हमारी सरकार ने पेडिंग काम किए
मोदी ने कहा कि जम्मू कश्मीर से आर्टीकल 370 हटाया । पूर्व फौजियों को वन रैंक वन पेंशन दी। जीएसटी को लागू किया। तीन तलाक के खिलाफ भी कानून हमारी सरकार के दौरान बनाया। कुछ सप्ताह पहले महिलाओं को रिजर्वेशन के अधिनियम को लागू किया। कोशिश यही है कि यंग जनरेशन के लिए देश में एक पाजिटिव माहौल बने। एक ऐसा माहौल जिसमें आपकी जनरेशन के पास अपार्चुनिटी की कमी न हो। ऐसा माहौल हो कि देश का युवा बड़े सपने देखे और प्राप्त करे।
अगले 25 साल में देश को विकसित राष्ट्र बनाएं
मोदी ने कहा कि हमें संकल्प लेना है कि अगले 25 सालों में देश को विकसित बनाकर दिखाएंगे। यह आपको करना है। भारत की यंग जनरेशन को करना है। आपके सामथ्र्य पर विश्वास है। 25 साल आपके लिए जरूरी है, उतने ही भारत के लिए जरूरी हैं। यह सोच कर काम करें कि मैं बनाऊंगा विकसित भारत। मैं नेशन फस्र्ट की सोच की तहत काम करूंगा।
स्पेश स्टेशन स्थापित करने की तैयारी कर रहा है देश
अंतरिक्ष में स्पेश स्टेशन स्थापित करने की तैयारी कर रहा है। ग्वालियर में एयरफोर्स का बड़ा बेस स्टेशन है। आज भारत के लिए कुछ भी असंभव नहीं है। भारत का बढ़ता हुआ सामथ्र्य आपके लिए पासीबिलिटी बना रहा हे। 2014 से पहले महज 100 स्टार्टअप हुआ करते थे। आज 1 लाख के करीब पहुंच रहा है। सिंधिया स्कूल के बच्चों को यूनीकोन बनाने हैं। सरकार के तौर हमने नए सेक्टर ओपन किए हैं। पहले सेटेलाइट सरकार बनाती है। लेकिन अब स्पेश स्पेश सेक्टर को ओपन कर दिए। डिफेंस सेक्टर को भी आप के लिए ओपन कर दिए। कई सेक्टर आपके लिए बन रहे हैं। मेक इन इंडिया को आगे बढ़ाना है।
मोदी ने दिए छात्रों को नौ टास्क
जलसंरक्षण के लिए लोगों को जागरूक करें।
डिजिटल लेनदेन के लिए लोगों को जागरूक करें।
अपने शहर को स्वच्छता में पहले नंबर लाने के लिए काम करें।
लोकल फार वोकल को प्रमोट करिए।
पहले अपना देश देखिए।
नेचुरल फार्मिग के लिए काम करें।
मिलेट्स काे अपने जीवन में शामिल करिए।
फिटनेश को अपने जीवन का हिस्सा बनाईए।
कम से कम एक गरीब परिवार हैंड होल्डिंग करिए।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा स्प्रधानमंत्री जैसा जीवन बनाएं छात्र
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा शिक्षा वह है जो मुक्ति दिलाए। स्वामी विवेकानंद कहते थे कि शिक्षा वह है जो मनुष्य को मनुष्य बना दे। भारत में शिक्षा के तीन महत्व बताए है। ज्ञान देना। आजीविका प्राप्त करने के लिए कौशल देना। चरित्रवान व परोपकारी नागरगिक तैयार करना यह शिक्षा का उद्देश्य है। शिक्षा नीति वहीं की वहीं रही। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई शिक्षा नीति बनाकर लागू की। अब सरकारी स्कूलों में आदर्श शिक्षा की व्यवस्था की गई है। यह पीएम का नेतृत्व है कि उन्होंने अमूल्य शिक्षा नीति दी है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा प्रधानीमंत्री मोदी के नेतृत्व ने अवसर खोले हैं
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा मोदी कहते हैं कि यही समय है सही समय है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व ने अवसर खोले हैं। विश्व में कहीं भी जाओगे तो अापकी पहचान व सफलता के द्वार खोलेगा। अपना तिरंगा विश्व स्तर पर ही नहीं चांद पर भी लहराया है। पीएम के नेतृत्व में भारत आत्मनिर्भर बन रहा है। कल विश्व हम पर निर्भर होगा। 9 साल में पांचवी आर्थिक शक्ति बन चुका है। अगले चार सालों में तीसरे नंबर पर आ जाएगी। लेकिन इससे पहले हमें बहुत कुछ सीखना है। पीएम ने अपने जीवन में बहुत संघर्ष किया है। संघर्ष को अपना करीबी मित्र बनाया है। हमाराप्रयास रहेगा कि हम आपसे सीखते रहेंगे। देश के विकास में योगदान देते रहेंगे।
दक्षिण-पश्चिम सीट पर बगावत से डरी कांग्रेस
21 Oct, 2023 06:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । विधानसभा चुनाव की आपाधापी के बीच कांग्रेस को भोपाल शहर कांग्रेस अध्यक्ष मोनू सक्सेना हटाकर उनकी जगह भोपाल-दक्षिण पश्चिम विधानसभा सीट पर बतौर कांग्रेस उम्मीदवार दावेदारी कर रहे संजीव सक्सेना के पार्षद भाई प्रवीण सक्सेना को शहर कांग्रेस अध्यक्ष क्यों बनना पड़ा? कांग्रेस के भीतर से ही यह सवाल उठ रहे हैं कि आखिर पार्टी हाईकमान की ऐसी क्या मजबूरी थी कि, कांग्रेस को अचानक भोपाल में संगठनात्मक बदलाव करना पड़ा?
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि भोपाल की दक्षिण-पश्चिम विधानसभा सीट पर मौजूदा विधायक पीसी शर्मा के साथ संजीव सक्सेना भी कांग्रेस से उम्मीदवारी के लिए दावेदारी कर रहे थे। इसकी वजह से इस सीट पर पेंच फंस गया था। इसके बाद जैसे ही पार्टी ने पीसी शर्मा को अपना उम्मीदवार घोषित किया, तो संजीव सक्सेना ने यह ऐलान कर दिया कि यदि कांग्रेस हाईकमान ने दक्षिण-पश्चिम सीट पर अपना फैसला नहीं बदला, तो वे निर्दलीय चुनाव मैदान में कूद जाएंगे और खामियाजे में कांग्रेस को सीट गंवानी पड़ सकती हैं। बताते हैं कि संजीव के इन तेवरों से भोपाल से दिल्ली तक कांग्रेस में हलचल मच गई। दक्षिण-पश्चिम सीट पर बगावत को कैसे रोका जाए और संजीव सक्सेना को साधा जाए, इस पर कांग्रेस में चिंतन-मंथन शुरू हो गया। आखिर में तय हुई रणनीति के तहत दक्षिण-पश्चिम सीट पर पीसी शर्मा की राह में संजीव सक्सेना रोड़ा न बनेें, इसके लिए भोपाल शहर कांग्रेस अध्यक्ष पद से मोनू सक्सेना को हटाकर, उनकी जगह संजीव के पार्षद भाई प्रवीण सक्सेना को शहर कांग्रेस अध्यक्ष बना दिया गया। राजनीतिक विज्ञानियों का कहना है कि इस तरह से प्रदेश कांग्रेस ने संजीव सक्सेना के छोटे भाई को भोपाल शहर अध्यक्ष पद देकर उनको बगावत करने से तो रोक लिया है। लेकिन दिग्विजय के खास पीसी शर्मा को भोपाल दक्षिण-पश्चिम सीट से टिकट के बदले अपने समर्थक का पद खोना पड़ा है।
मध्य प्रदेश में बीजेपी ने जारी की 5वीं लिस्ट, 92 प्रत्याशियों के नाम, जानें कौन कहां से लड़ेगा
21 Oct, 2023 05:11 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्य प्रदेश में आज बीजेपी ने अपनी पांचवीं लिस्ट जारी कर दी है। पार्टी ने इसमें 92 प्रत्याशियों के नाम का एलान किया है। बीजेपी ने अपनी पांचवीं सूची जारी कर दी। इस बार भी भाजपा की सूची में कई चौंकाने वाले नाम सामने आए हैं। बता दें कि भाजपा इससे पहले चार सूचियों के जरिए 136 नामों का एलान कर चुकी है। कि राज्य में 17 नवंबर को वोट डाले जाएंगे, जबकि वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी। बता दें कि भाजपा अब तक कुल 228 नाम पर मुहर लगा चुकी है। 2 सीटों पर नामों का एलान होना बाकी है। गौरतलब है कि भाजपा ने 17 अगस्त को पहली सूची जारी की थी। इसमें 39 नाम थे। फिर दूसरी सूची में भी 39 नाम सामने आए थे। इसमें तीन केंद्रीय मंत्री समेत सात सांसदों को टिकट दिए थे। इस सूची में तीन विधायकों के टिकट काट दिए थे। तीसरी सूची में एक नाम था। चुनावों की तारीख घोषित होते ही भाजपा ने चौथी सूची जारी की थी। चौथी सूची में भाजपा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत 25 मंत्रियों को टिकट दिए थे। 57 प्रत्याशियों की इस सूची में सभी वर्तमान विधायकों को टिकट दिए गए। अब पांचवीं सूची जारी की है। पांचवीं सूची भी कई दिनों से टल रही थी। लगातार कई बैठकों के बाद पांचवी सूची सामने आई है। कई लोग इसे भाजपा की रणनीति भी बता रहे हैं। कहना है कि कांग्रेस की सूची का इंतजार किया जा रहा था।
इससे पहले बीजेपी ने चार सूचियां जारी की थीं। इन चारों सूचियों में 136 उम्मीदवारों की घोषणा पहले ही हो चुकी थी। वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बुधनी से टिकट दिया गया है। इससे पहले पहली और दूसरी लिस्ट में 39-39 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया था। तीसरी लिस्ट में एक उम्मीदवार के नाम की घोषणा की गई थी।बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य के समर्थकों को भी मौका दिया है। पार्टी सिंधिया समर्थक इमरती देवी, तुलसीराम सिलावट, राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, प्रद्युम्न सिंह तोमर, गोविंद सिंह राजपूत, डॉ. प्रभुराम चौधरी और हरदीप सिंह डंग को टिकट दे चुकी है।
किले पर कड़ी सुरक्षा, इन 9 रास्तों पर अधिक रहेगा ट्रैफिक का दबाव, यहां से निकले तो जाम में फंसेंगे
21 Oct, 2023 01:46 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्वालियर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को ग्वालियर आ रहे हैं। वह यहां किला स्थित सिंधिया स्कूल के स्थापना दिवस समारोह में शामिल होंगे। प्रधानमंत्री के आगमन के चलते किले पर कड़ी सुरक्षा कर दी गई है। किले पर शुक्रवार को रिहर्सल के बाद ही प्रवेश रोक दिया गया। किला स्थित गुरुद्वारे पर बाहर से आई संगतों को नीचे ही रोक दिया गया है। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के बाद अब इन्हें किले के अंदर प्रवेश मिलेगा। किले पर शुक्रवार से शनिवार तक कार्यक्रम संपन्न होने तक प्रवेश नहीं मिल सकेगा, सिर्फ सिंधिया स्कूल में आए मेहमानों को ही प्रवेश दिया जाएगा। शनिवार सुबह से किले के आसपास के रास्तों पर ट्रैफिक रोक दिया जाएगा। 9 रास्ते ऐसे हैं, जिन पर ट्रैफिक दबाव अधिक रहेगा, अगर इन रास्तों से शनिवार को गुजरे तो जाम में फंस सकते हैं। इसलिए ट्रैफिक पुलिस ने भी इन रास्तों की जगह वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने के लिए एडवायजरी जारी की है। भिंड रोड से गोला का मंदिर चौराहा, मुरैना रोड, जलालपुर चौराहा, आनंद नगर रोड, बहोड़ापुर चौराहा, एटीएम तिराहा, मानसिक आरोग्यशाला तिराहा, शब्दप्रताप आश्रम, उरवाई गेट, संतकृपाल आश्रम तिराहा तक सुबह से ट्रैफिक लोड अधिक रहेगा।
यह रहेगा ट्रैफिक प्लान
- भिंड, मालनपुर की ओर जाने वाले वाहन सूर्य नमस्कार चौराहे से दुल्लपुर, इंद्रमणीनगर, दूधडेयरी तिराहा, सात नंबर चौराहा, 6 नंबर चौराहा, जड़ेरुआ बांध होते हुए बेहटा चौकी, लक्ष्मणगढ़ पुल से भिंड जा सकेंगे।
- भिंड, मालनपुर से ग्वालियर की तरफ आने वाले वाहन लक्ष्मणगढ़ पुल से बायपास होते हुए बेहटा चौकी, बड़ागांव पुल, मोहनपुर तिराहा, हुरावली तिराहा, सिरोल तिराहा से सचिन तेंडुलकर मार्ग होते हुए शहर में प्रवेश करेंगे।
- वीआइपी भ्रमण के दौरान मुरार से डीडी नगर की ओर जाने वाले वाहन ब्रिगेडियर तिराहा से पिंटो पार्क होते हुए जा सकेंगे।
- मुरैना की ओर जाने वाले वाहन 6 नंबर चौराहा से जड़ेरुआ बांध होते हुए बेहटा चौकी, लक्ष्मणगढ़ पुल से मुरैना की ओर जा सकेंगे।
- मुरैना की तरफ से आने वाले वाहन बस स्टैंड, डीबी माल, फूलबाग की तरफ जाने के लिए निरावली से प्रवेश करेंगे। यह वाहन अटलद्वार, बहोड़ापुर तिराहा होते हुए लक्ष्मीगंज जा सकेंगे।
- मुरैना से दतिया, झांसी, शिवपुरी की तरफ जाने वाले वाहन निरावली से बायपास होते हुए लक्ष्मणगढ़ पुल, बड़ागांव हाइवे से सिकरोदा तिराहा जा सकेंगे।
‘जय हो’ ध्वनि के साथ मोदी का होगा राजशाही स्वागत, बच्चे सुनाएंगे विद्यालय का उत्सव गीत
21 Oct, 2023 01:25 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्वालियर । सिंधिया स्कूल के लिए शुक्रवार का दिन इतिहास बनने वाला है। स्थापना दिवस पर पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्कूल में शिरकत करेंगे। यहां विद्यालय का ब्रास बैंड ‘जय हो’ ध्वनि के साथ उनका स्वागत करेगा। घुड़सवार दस्ता अगवानी कर कार्यक्रम स्थल तक लेकर जाएगा। रेड कारपेट से होते हुए वह मल्टीपरपज स्पोट्र्स काम्प्लेक्स की आधारशिला रखेंगे। इसके पहले वह मंच के बगल से ही बनाए गए चबूतरे पर पिलखन के पौधे का रोपण करेंगे। इस दौरान बच्चे प्रधानमंत्री को प्रदर्शनी से संबंधित पांच मुख्य विषयों से अवगत कराएंगे। इनमें विद्यालय का इतिहास, समय शिक्षा, व्यक्तित्व-रूपांतरण, अस्ताचल, समाज सेवा व फोर्ट बायोस्फियर शामिल रहेगा। इसके बाद बच्चे विद्यालय गीत ‘पिया स्कूल का’ और उत्सव गीत प्रस्तुत करेंगे। इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य अजय सिंह, उप प्राचार्या स्मिता चतुर्वेदी उपस्थित रहेंगे।
सिंगर नितिन मुकेश, मीत ब्रदर्स सहित कई सेलिब्रिटी आएंगे
प्रधानमंत्री विद्यालय व सदन से संबंधित पुरस्कार वितरित करेंगे। इसके बाद विद्यालय का सर्वोच्च सम्मान माधव अवार्ड पूर्व छात्र को दिया जाएगा। इसके बाद मोदी की स्पीच होगी। कार्यक्रम में पाश्र्व गायक नितिन मुकेश, मीत ब्रदर्स, मल्टीनेशनल कंपनीज के सीईओ, बिजनेसमैन मौजूद रहेंगे।
45 मिनट की नाटिका में 400 छात्र करेंगे परफार्म
कार्यक्रम के अंत में नृत्य नाटिका ‘अस्ताचल’ का प्रदर्शन किया जाएगा, जिसमें लगभग 400 विद्यार्थी भाग लेंगे। यह नाटिका 45 मिनट की होगी। इसकी खासियत यह है की नाटिका को छात्रों ने ही लिखा, लाइव म्यूजिक दिया और परफार्म भी करेंगे। इस नाटिका का मंचन मोदी के जाने के बाद किया जाएगा। इसके पूर्व सेलिब्रिटी सांग भी होगा।
अब इंटरनेशनल गेम की हो सकेगी तैयारी
स्कूल के प्रिंसिपल अजय सिंह ने बताया कि मल्टीपरपज स्पोट्र्स काम्प्लेक्स से ऐसे छात्र तैयार होंगे, जो इंटरनेशनल लेवल तक खेल सकेंगे। अभी तक ग्राउंड नेशनल लेवल के खिलाड़ी तैयार हो रहे थे। इसमें स्वीमिंग पूल के साथ ही टेबल टेनिस, वालीबाल सहित कई गेम हो सकेंगे। साथ ही इंटरनल काम्पीटिशन कराए जा सकेंगे।
बेस्ट एलुमिनाई को मिलेगा एकेडमिक ब्लेजर
इसी दिन सुबह एक विशेष प्रार्थना सभा आयोजित की जाएगी, जिसमें 1998 के सीनियर स्कूल पी फैक्ट द्वारा विद्यालय का झंडा फहराया जाएगा। इसमें शैक्षिक रूप से सर्वश्रेष्ठ छात्र को एकेडमिक ब्लेजर दिया जाएगा तथा विद्यालय में प्रकाशित होने वाली पत्रिकाओं का अनावरण किया जाएगा। सुबह 10.30 बजे एकेडमिक ब्लाक में छात्रों द्वारा बनाए गए विभिन्न प्रकार की कलाओं की प्रदर्शनी का उद्घाटन किया जाएगा।
गोवा के ए26 बैंड और मीत ब्रदर्स की प्रस्तुति कल
इसी क्रम में 22 अक्टूबर को पूर्व छात्र दिवस मनाया जाएगा। सुबह परिसर में बने ताल के दर्शन करेंगे। इसके बाद एसेंबली होगी। फुटबाल और ट्रेजर हंट एक्टिविटी होगी। इसके बाद एनुअल जनरल मीटिंग, आइकान अवार्ड होगा। इस दिन गोवा का ए 26 बैंड परफार्म करेगा। साथ ही मीत ब्रदर्स की भी प्रस्तुति होगी।
भोपाल कांग्रेस में मची अंतर्कलह, उत्तर, दक्षिण-पश्चिम के बाद अब हुजूर सीट पर प्रत्याशी का विरोध, पार्टी ने बदला जिलाध्यक्ष
21 Oct, 2023 01:16 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने भोपाल में दक्षिण-पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से मौजूदा विधायक पीसी शर्मा को गुरुवार देर रात प्रत्याशी घोषित किया था। पहले से शर्मा के टिकट का खुलकर विरोध कर रहे कांग्रेस नेता संजीव सक्सेना की नाराजगी दूर करने शुक्रवार शाम भोपाल शहर के जिलाध्यक्ष प्रदीप मोनू सक्सेना को हटा दिया। उनकी जगह संजीव सक्सेना के छोटे भाई प्रवीण सक्सेना को जिलाध्यक्ष बना दिया। मप्र कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष संगठन प्रभारी राजीव सिंह ने प्रवीण सक्सेना को जिलाध्यक्ष बनाने का आदेश जारी कर दिया। प्रवीण सक्सेना वर्तमान में नगर निगम वार्ड-30 से पार्षद हैं। यह वार्ड दक्षिण-पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में ही आता है।
संजीव सक्सेना थे टिकट के दावेदार
उनके भाई संजीव सक्सेना ने बीते माह माता मंदिर अटल पथ पर एक सभा का आयोजन कराकर दावेदारी पेश की थी। इसके बाद जगह-जगह होर्डिंग लगाकर कांग्रेस से दावेदारी जताई थी। टिकट नहीं मिलने से सक्सेना कांग्रेस आलाकमान से नाराज चल रहे थे। इसी को देखते हुए कांग्रेस ने उनके भाई प्रवीण को जिलाध्यक्ष बनाकर डैमेज कंट्रोल करने का प्रयास किया है। जिलाध्यक्ष पद से हटाए गए प्रदीप मोनू सक्सेना को छह जुलाई 2023 में ही जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी थी। इससे पहले कैलाश मिश्रा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष थे।
आतिफ के विरोध में नासिर इस्लाम ने छोड़ी पार्टी
इधर उत्तर विधानसभा क्षेत्र से टिकट की दावेदारी जता रहे नासिर इस्लाम ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस ने उत्तर विधानसभा क्षेत्र से विधायक आरिफ अकील के बेटे आतिफ अकील को प्रत्याशी बनाया है। इससे नाराज होकर नासिर ने इस्तीफा दे दिया और कांग्रेस पर परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। वो निर्दलीय, सपा या किसी अन्य पार्टी से चुनाव लड़ने का मन बना चुके हैं, जो कांग्रेस के लिए मुसीबत साबित होगा। नासिर इस्लाम ने 2008 में मध्य विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस से चुनाव लड़ा था। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी ध्रुव नारायण सिंह को कड़ी टक्कर दी थी। मध्य विधानसभा क्षेत्र से आरिफ मसूद का टिकट की उम्मीद अधिक होने से उत्तर विधानसभा क्षेत्र में सक्रियता बढ़ा दी थी।
पूर्व विधायक जितेंद्र डागा ने खोला मोर्चा
इसके अलावा हुजूर विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी बनाए गए नरेश ज्ञानचंदानी का भी विरोध शुरू हो गया है। भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व विधायक जितेंद्र डागा ने ज्ञानचंदानी का टिकट काट कर उन्हें टिकट देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि भाजपा से कांग्रेस में शामिल होते समय पार्टी संगठन की ओर से मुझे आश्वासन दिया गया था मेरे साथ दुर्व्यवहार नहीं किया जाएगा। मैं वर्ष 2008 से 2013 तक हुजूर क्षेत्र का विधायक रहा। इस दौरान मेरी सक्रियता और कार्यों का प्रमाण है कि मुझ पर किसी प्रकार का कोई आरोप नहीं है तथा जनता मुझ पर विश्वास करती है। इसके साथ ही उन्होंने कमल नाथ व दिग्विजय सिंह से अनुरोध किया है उन्हें एक मौका दिया जाए।
भोपाल में सात विस सीटों के लिए आज से भरे जाएंगे नामांकन, प्रत्याशी समेत 05 लोग ही अंदर जा सकेंगे
21 Oct, 2023 12:19 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । प्रदेश के साथ-साथ जिले की सात विधानसभा क्षेत्रों के लिए भी निर्वाचन की अधिसूचना आज सुबह 11 बजे जारी होगी। इसके साथ ही नामांकन लेने की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी अपना नामांकन 30 अक्टूबर तक भर सकेंगे। नामांकन फार्म रोज सुबह 11 से दोपहर 03 बजे तक लिए जाएंगे। भोपाल कलेक्ट्रेट में दक्षिण-पश्चिम और गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र के नामांकन लिए जाएंगे। इससे पहले शुक्रवार को कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी आशीष सिंह ने नामांकन केंद्रों का निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था, नामांकन भरने आने वालों के लिए निर्धारित मार्ग सहित पूरी कार्रवाई का वीडियोग्राफी सहित अन्य निर्देश दिए। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अवधेश गोस्वामी, एडीएम प्रकाश सिंह चौहान, उप जिला निर्वाचन अधिकारी रविशंकर राय सहित संबंधित आरओ उपस्थित थे।
31 को होगी संविक्षा, दो नवंबर को ले सकेंगे नाम वापस
सातों विधानसभा क्षेत्र गोविंदपुरा, हुजूर, बैरसिया, नरेला, गोविंदपुरा, उत्तर और मध्य के लिए नामांकन प्रक्रिया 21 से 30 अक्टूबर तक जारी रहेगी। इसके बाद 31 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की संविक्षा की जाएगी। प्रत्याशी दो नवंबर तक नाम वापस ले सकेंगे। नामांकन पत्र सुबह 11 से दोपहर तीन बजे तक प्राप्त किए जाएंगे। वहीं 22, 24, 28 और 29 अक्टूबर को शासकीय अवकाश होने की वजह से नामांकन पत्र नहीं लिए जाएंगे।
पांच लोग और तीन वाहन की अनुमति
नामांकन भरने के लिए जाने वाले प्रत्याशी अपने साथ कलेक्ट्रेट एवं अन्य एसडीएम कार्यालयों में सिर्फ पांच लोग और तीन वाहन ही ले जा सकेंगे। वहीं वाहनों को नामांकन कार्यालय से 100 मीटर की दूरी पर खड़ा करना होगा। नामांकन केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जाएगी। यहां सुरक्षा व्यवस्था में सीएसपी सहित पुलिस बल तैनात रहेगा।
निर्दलीय प्रत्याशी को बताने होंगे 10 प्रस्तावक
विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय राजनीतिक दल के प्रत्याशी को सिर्फ एक ही प्रस्तावक बताना होगा, जबकि निर्दलीय प्रत्याशियों को 10-10 प्रस्तावक बताने होंगे। इसके बाद ही उनका नामांकन स्वीकार किया जाएगा। जिले की सातों विधानसभा के नामांकन लेने के लिए एक-एक रिटर्निंग अधिकारी और एक-एक सहायक रिटर्निंग अधिकारी मौजूद रहेंगे।
इन नामांकन केंद्रों पर जमा होंगे प्रत्याशियों के नामांकन
नामांकन केंद्र - विधानसभा क्षेत्र
एडीएम उत्तर कलेक्ट्रेट - दक्षिण -पश्चिम
एडीएम दक्षिण कलेक्ट्रेट - गोविंदपुरा
एसडीएम हुजूर - हुजूर
एसडीएम हिरदाराम नगर - उत्तर
एसडीएम शहर - मध्य
एसडीएम बैरसिया - बैरसिया
एसडीएम गोविंदपुरा - नरेला
इनका कहना
सातों विधानसभा क्षेत्र के नामांकन की अधिसूचना शनिवार को जारी हो जाएगी। इसके बाद से प्रत्याशियों से नामांकन लेना शुरू कर दिए जाएंगे। एक प्रत्याशी के साथ पांच लोग ही आ सकेंगे। सुरक्षा की दृष्टि से वीडियोग्राफी कराई जाएगी।
- आशीष सिंह, कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी, भोपाल
कर्मचारियों को नहीं कांग्रेस के वचनों पर भरोसा
21 Oct, 2023 11:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । कांग्रेस के वचनों पर कर्मचारियों को भरोसा नहीं है। इनमें संविदा कर्मचारी अहम है। मंगलवार को जारी अपने चुनावी घोषणा पत्र में इस संवर्ग के कर्मचारियों के साथ न्याय करने का आश्वासन दिया है। जबकि इसके पहले 2018 में सरकार बनाने वाली कांग्रेस ने इस संवर्ग के साथ दूसरे नियमिति कर्मचारियों की मांगों पर वोट लेने के बाद भी आयोग बनाकर टाल गई थी।
वजह यह भी है कि मंगलवार को जारी इस वचन पत्र में कांग्रेस ने इस बात का खुलासा नहीं किया है कि यह न्याय किस प्रकार किया जाएगा। जबकि संविदा संवर्ग का यह कर्मचारी लंबे समय से दूसरे नियमित कर्मचारियों के समान सुविधाओं के लिये लंबे समय से लड़ रहा है। जिसमें सबसे बड़ी मांग सेवा में संविदा शब्द विलोपित करना प्रमुख हैं। बावजूद इसके इस बात को नजर अंदाज करते हुए सिर्फ न्याय का आश्वासन दिया है।
संविदा कर्मचारियों संगठनों की माने तो कांग्रेस ने वचन पत्र के 13वें बिंदु के क्रमांक एक में सिर्फ मानदेय के स्थान पर वेतनमान और दूसरे कर्मचारियों के समान सम्मान देना भर शामिल किया है। इतना ही नहीं 13.2 में यह भी कहा है कि कैबिनेट की पहली बैठक में इससे जुड़ा प्रस्ताव लाया जाएगा। बता दें कि कांग्रेस ने पिछली बार 112 पन्ने के वचन पत्र में 973 घोषणाएं की थी। जिनमें ऋण माफी भी शामिल थी।
प्रथम दृष्टया कांग्रेस संविदा कर्मचरियों का विश्वास इसलिये भी नहीं जीत पा रही है क्योंकि 2018 के विधानसभा चुनावों के बाद सरकार बनते ही कांग्रेस ने कर्मचारियों की मांगों को ठंडे बस्ते में डाल दिया था। कर्मचारियों में इस बात पर भी आक्रोश है कि मामले को लटकाने के लिये गठित की गई समिति में कर्मचारी के बजाय भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी को जिम्मेदारी सौंप दी गई थी। समिति की रिपोर्ट अब तक न तो सामने आई और ना ही तब सरकार ने कर्मचारियों के लिये कुछ किया था।
कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में संविदा कर्मचारियों से जुड़े जिन बिंदुओं का उल्लेख किया है, उनमें अधिकांश का लाभ मौजूदा सरकार पहले से दे रही है। इसमें चिकित्सा बीमा, मातृत्व अवकाश, आकस्मिक अवकाश, आकस्मिक मृत्यु पर अनुग्रह राशि, सेवानिवृत्त पर एकमुश्त राशि, अनुकंपा नियुक्ति की सुविधा और ईपीएफ पेंशन जैसे लाभ शामिल है।
कांग्रेस ने पिछली बार बेरोजगारी भत्ते की न्यूनतम सीमा 2500 रुपए और अधिकतम सीमा चार हजार रुपए करने का वादा किया था। इस वादों को सरकार ने पूरा नहीं किया था। सरकार ने इस बार युवाओं को रोजगार देने के लिए समग्र युवा रोजगार नीति बनाने का वादा किया है। शिक्षित बेरोजगार युवाओं को अधिकतम दो वर्ष तक 1500 से तीन हजार रुपए का आर्थिक सहयोग प्रदान करेंगे।
कांग्रेस ने 116 पेजों के वचन पत्र में जनता से जुड़े 59 मुद्दों को शामिल किया गया है। इसमें 1290 वचन हैं। कांग्रेस ने मुख्य 101 गारंटियां भी दी है। इसके साथ ही सात सेक्टर किसान, युवा, महिला, आस्था, सामाजिक न्याय, कर्मचारी, परिवार को बांटा गया है।
मंत्री विश्वास सारंग ने कहा- कांग्रेस की सूची के साथ ही बंद कमरों से बाहर आई कांग्रेस की कपड़ा फाड़ राजनीति
21 Oct, 2023 10:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। कांग्रेस की दूसरी सूची जारी होने के बाद पार्टी की अंदरूनी खींचतान सड़क पर आ गई है। पार्टी की जो कपड़ा फाड़ राजनीति बंद कमरों के अंदर चल रही थी, वो अब सार्वजनिक हो गई है। वहीं, गुटों और गिरोहों में बंटी कांग्रेस में अपने-अपने साम्राज्य, अपने छत्रपों और अपने-अपने गुर्गों को स्थापित करने की रस्साकशी उजागर हो गई है। दोनों सूचियों से उपजे असंतोष से कांग्रेस पार्टी तार-तार हो गई है और चुनाव में वह दो अंकों तक भी नहीं पहुंच सकेगी। यह बात प्रदेश सरकार के मंत्री विश्वास सारंग ने शुक्रवार को प्रदेश मीडिया सेंटर में पत्रकार-वार्ता को संबोधित करते हुए कही।
मंत्री श्री सारंग ने कहा कि अभी कुछ समय तक प्रदेश कांग्रेस के जो दो नेता गलबहियां डाले घूम रहे थे और प्रदेश में सरकार बनाने की डींगें हांक रहे थे, उनका असली मंतव्य कांग्रेस की दोनों सूचियों से सामने आ गया है। श्री सारंग ने कहा कि कांग्रेस की पहली सूची आने के बाद कमलनाथ ने कपड़े फाड़ने की बात की, तो दिग्विजय सिंह ने मीडिया के सामने उनकी गलतियों को उजागर किया। लेकिन दूसरी सूची आने के बाद तो पार्टी में विरोध और असंतोष इतना तीव्र हो गया है कि उम्मीदवारों की सूची से ज्यादा लंबी इस सूची के विरोध में इस्तीफा देने वालों की सूची हो गई है। श्री सारंग ने कहा कि गुटों और गिरोहों में बंटी कांग्रेस में टिकटों के लिए बोलियां पहले भी लगती रही हैं। लेकिन इस बार तो सारे पुराने रिकॉर्ड टूट गए। इस बार यह तय करने के लिए भी बोलियां लगी कि बोली कौन लगाएगा। दिग्विजय सिंह लगाएंगे, कमलनाथ लगाएंगे, नकुलनाथ लगाएंगे या जयवर्धन लगाएंगे।
श्री सारंग ने कहा कि कांग्रेस में शुरू से परिवारवाद की संस्कृति और पद्धति रही है और शीर्ष नेतृत्व की इस पद्धति को अब प्रदेश संगठन ने भी अपना लिया है। कांग्रेस में परिवारवाद को पं. नेहरू ने स्थापित किया था और आज नेहरू-गांधी परिवार अपने बेटे और बेटी को स्थापित करने के लिए संघर्ष कर रहा है। मध्यप्रदेश में दिग्विजय सिंह तथा कमलनाथ भी अपने बेटों को सेट करने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की जो दो सूचियां जारी हुई हैं, उनमें परिवारवाद को राजनीति में स्थापित करने की लालसा ही नजर आती है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में परिवारवाद को स्थापित करने के लिए दिग्विजय सिंह और कमनलाथ के बीच अंदर ही अंदर खींचतान चल रही है। दोनों सूचियों से यह स्पष्ट हो चुका है कि इन दोनों नेताओं के बीच इस बात को लेकर रस्साकशी जारी है कि प्रदेश कांग्रेस को कौन चलाएगा? नकुलनाथ या जयवर्धन सिंह?
कैबिनेट मंत्री श्री विश्वास सारंग ने कहा कि सूची जारी होने से पहले तक कांग्रेस पार्टी अपने कार्यकर्ताओं से वादे करती रही। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह यह दावे करते रहे कि टिकट उसी को मिलेगी, जिसके बारे में सर्वे रिपोर्ट पॉजीटिव होगी। लेकिन जब सूचियां जारी हुईं तो सर्वे पीछे छूट गया और इन सूचियों ने बता दिया कि कांग्रेस में सर्वे सर्वा कौन है। श्री सारंग ने कहा कि इन सूचियों के जारी होने के बाद कांग्रेसियों के जो विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, उनसे कांग्रेस की गुटबाजी ही प्रकट होती है। लेकिन इन सूचियों के जारी होने के बाद मची खींचतान ने कांग्रेस पार्टी को तार-तार कर दिया है और अब चुनाव में कांग्रेस दो अंकों तक सिमट कर रह जाएगी।
I.N.D.I.A. गठबंधन का यह कैसा चरित्र, कहीं दोस्ती कहीं नूराकुश्ती
21 Oct, 2023 10:11 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
क्षणिक लाभ और स्वार्थपूर्ति को लेकर बना I.N.D.I.A.A. गठबंधन का चरित्र सबके सामने आ रहे हैं। हाल ही में मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी के नेताओं को कई दिनों तक झांसे में रखने के बाद भाव तक नहीं दिया। सपा नेता अखिलेश यादव का दर्द पूरी तरह से छलक रहा है और वो अब I.N.D.I.A.A. गठबंधन और कांग्रेस को बुरा भला कह रहे हैं। वहीं, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी इसे अजीब गठबंधन बताया है।
असल में, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के सीमाई इलाकों मे समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी के नेताओं का दखल रहा है। जैसे, उत्तर प्रदेश की कई विधानसभा सीटों पर मध्य प्रदेश का प्रभाव रहता है। समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव को यह उम्मीद थी कि चूंकि वह गठबंधन का हिस्सा हैं, इसलिए कांग्रेस उन्हें कुछ सीट देंगी। सपा की मांग करीब 6 सीटों पर थी, लेकिन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कई घंटों तक इंजतार कराने और बैठक के बाद भी एक सीट नहीं दी।
दिल्ली में दोस्ती और राज्यों में कुश्ती : शिवराज सिंह चौहान
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस स्थिति पर तंज कसते हुए कहा कि I.N.D.I.A. गठबंधन... अजीब गठबंधन है, दिल्ली में दोस्ती और राज्यों में कुश्ती। जिस दिन I.N.D.I.A. गठबंधन बना था, हमने कह दिया था कि यह बेमेल गठबंधन है, घमंडिया गठबंधन है। इसमें न लोगों के विचार एक हैं और न दिल एक है। केवल मोदी जी की लोकप्रियता से घबरा कर यह बेमेल गठबंधन बना था, जो बनने के पहले ही टूट रहा है। I.N.D.I.A. गठबंधन ने मध्यप्रदेश में रैली तय की थी, जो कमलनाथ जी ने कैंसिल करवा दी।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस के 'खराब व्यवहार' से नाराज समाजवादी पार्टी
अखिलेश यादव ने कांग्रेस को चेतावनी देते हुए कह दिया है कि 'उनकी पार्टी यूपी में लोकसभा चुनाव के दौरान सीट शेयरिंग पर सबसे पुरानी पार्टी को 'जैसे को तैसा' की तर्ज पर जवाब देगी। उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व से मध्य प्रदेश में अपने 'छोटे' नेताओं को फालतू बयान देने से रोकने को कहा। साथ ही कांग्रेस नेताओं पर बीजेपी से साठगांठ करने का आरोप लगाया। दरअसल, कांग्रेस नेता कमल नाथ और दिग्विजय सिंह ने दावा किया था कि 'इंडिया' गठबंधन में सभी दल बीजेपी के खिलाफ केवल लोकसभा चुनावों के लिए एक साथ आए है। उनका गठबंधन राज्यों में होने वाले विधासनभा चुनाव के लिए नहीं हुआ है। अखिलेश यादव ने कांग्रेस नेताओं के बयान पर सवाल किया कि दोनों कांग्रेसी किस आधार पर इस तरह के दावे कर रहे थे, जब वे 'इंडिया' की किसी भी बैठक में मौजूद नहीं थे।
घमंडिया गठबंधन की हालत - दिल्ली में दोस्ती, राज्यों में कुश्ती
21 Oct, 2023 09:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि घमंडिया गठबंधन की हालत - दिल्ली में दोस्ती और राज्यों में कुश्ती कर रहे है। ये घमंडिया गठबंधन है इनमें न लोगों के विचार एक हैं और न ही दिल एक है। केवल मोदी जी की लोकप्रियता से घबराकर ये बेमेल गठबंधन बना था जो बनने से पहले ही टूट रहा है। इस इंडी गठबंधन ने मध्यप्रदेश में रैली तय की थी उसे कमलनाथ ने कैन्सल करवा दी और घुसने से भी मना कर दिया।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जिस दिन से यह गठबंधन बना है यह अजीब गठबंधन है दिल्ली में दोस्ती और राज्यों में कुश्ती ऐसा कहीं होता है क्या? जिस तरह का बयान सपा नेता अखिलेश यादव का आया है, उससे यह साफ़ हो चुका है कि इंडी गठबंधन बनने से पहले ही टूट गया है। इसका कोई भविष्य ही नहीं है ये घमंडिया लोग पूरी तरह बिखर गए है।
चौहान ने कहा कि अभी-अभी जो कल अखिलेश यादव ने कहा है कि कांग्रेस ने उन्हें और सपा को एक साल तक धोखे में रखा बातें करते रहे और बाद में धोखा दे दिया। उनके कार्यकर्ता रातभर जागे, उन्हें बैठाया और उन्होंने चिरकुट जैसे जिन शब्दों का प्रयोग किया है इससे अखिलेश यादव के मन की स्तिथि समझी जा सकती है कि कांग्रेस ने उन्हें कितना धोखा दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस आपस में भी धोखा दे रही है। मध्यप्रदेश में कांग्रेस लड़ रही है, सपा लड़ रही है, आप भी बाहें चढ़ाकर सामने खड़ी है ये आपस में लड़ रहे है ये काहे का गठबंधन है। उन्होंने कहा कि आश्चर्य के साथ जनता इस गठबंधन को देख रही है कि जब आज ही इस गठबंधन की यह स्थिति है, ये आपस में लड़ रहे हैं तो इनके हाथों में देश और प्रदेश का भविष्य कैसे होगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस की भी कल सूची जारी हुई है, कुछ टिकट कमलनाथ तो कुछ टिकट दिग्विजय सिंह ले गए। बाकी कांग्रेस के नेता हाथ मलते रह गए। कांग्रेस में अब आपस में ही लड़ाई मची हुई है। विरोध हो रहा है, पुतले जल रहे हैं। एक अपने पुत्र को स्थापित कर रहा है तो दूसरा अपने पुत्र को स्थापित कर रहा है।
बोले मध्यप्रदेश... मुख्यमंत्री के तौर पर शिवराज सिंह चौहान पहली पसंद
21 Oct, 2023 08:49 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रदेश को चाहिए फिर एक बार, भाजपा सरकार
इंडिया टीवी सीएनएक्स सर्वे में भाजपा बहुमत के करीब
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के मामले में एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी अपने प्रत्याशी एक महीने पूर्व ही मैदान में उतर चुकी है वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी की पहली सूची लगभग सात दिवस पूर्व एवं दूसरी सूची आज ही जारी होने के बाद बगावत का सिलसिला कम नहीं होता दिखाई दे रहा। पहली सूची के बाद दूसरी सूची आने पर भी कांग्रेस पार्टी में बगावत सड़कों पर उतर आई। यही वजह रही कि पहली सूची में आज तीन प्रत्याशियों का बदलाव कर दिया गया। ऐसी स्थिति में कल देर रात को इंडिया टीवी पर आए नवीन सर्वे, जिसे इंडिया टीवी एवं सीएनएक्स द्वारा जारी किया गया है, में भारतीय जनता पार्टी बहुमत से केवल एक सीट कम दिखाई दे रही है ।
1 महीने पूर्व 230 में 115 सीटों पर भाजपा
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में इस बार भारतीय जनता पार्टी 230 सीटों वाले सदन में 115 सीटों के साथ बिल्कुल बीच के आंकड़े के करीब दिखाई दे रही है। इंडिया टीवी-सीएनएक्स ओपिनियन पोल के सर्वे में ये अनुमान लगाया गया है। ओपोनियन पोल के नतीजे आज न्यूज चैनल पर प्रसारित किये गये। ओपिनियन पोल के मुताबिक, प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस 110 सीटों पर जीत हासिल कर सकती है। इस बार सत्ता की कुंजी निर्दलीयों और छोटी पार्टियों के हाथ रह सकती है, इन्हें 5 सीटें मिल सकती है, जबकि पिछली बार 7 सीटें मिली थी। ओपिनियन पोल में वोट शेयर के अनुमान के मुताबिक, भाजपा को 44.38 प्रतिशत, कांग्रेस को 42.51 प्रतिशत और अन्य को 13.11 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं। उपरोक्त सर्वे में आज भी मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान को सबसे अधिक मतदाताओं की पसंद बताया गया है ।
ताजा सर्वे में क्षेत्रवार सीट का अनुमान
बुंदेलखंड-बघेलखंड की 51 सीटों में से भाजपा को 31 सीटें मिल सकती है, जबकि कांग्रेस को 19 और अन्य को एक सीट मिल सकती है।
भोपाल की 24 सीटों में से भाजपा को 16 सीटें और कांग्रेस को बाकी 8 सीटें मिल सकती है। चम्बल की 34 सीटों में से कांग्रेस को 22 सीटें मिल सकती है, जबकि भाजपा को बाकी 12 सीटें मिल सकती है। महाकौशल की 47 सीटों में से कांग्रेस को 26 सीटें मिल सकती है, जबकि भाजपा को 19 सीटें और अन्य को 2 सीटे मिल सकती है।
मालवा की 46 सीटों में से भाजपा को 25 सीटें मिल सकती है, जबकि कांग्रेस को 20 सीटें और बची एक सीट अन्य को मिल सकती है। निमाड़ की 28 सीटों में से कांग्रेस को 15 सीटें, भाजपा को 12 सीटें और बची एक सीट अन्य को मिल सकती है।
दो अन्य सर्वे में भी भाजपा की सरकार ।
लगभग 12 घंटे पूर्व सामने आए इंडिया टीवी के सर्वे से पहले मध्य प्रदेश में दो अन्य सर्वे राष्ट्रीय न्यूज़ चैनल द्वारा कराए गए थे जिसमें भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने का स्पष्ट नजरिया सामने आया था ।
IANS-Polstrat Opinion Poll में BJP को इस बार 116 से 124 सीटें मिलने का दावा किया गया। मध्य प्रदेश विधानसभा में कुल 230 सीट हैं। ओपिनियल पोल में कांग्रेस को सीधे 10 सीटों के नुकसान का अनुमान है, इंडिया टीवी ने भी कांग्रेस पार्टी को लगभग 10 सीटों के नुकसान का ही अनुमान बताया है।
देश की सबसे पुरानी पार्टी को इस बार 100 से 108 सीटें मिल सकती हैं। एजेंसी के मुताबिक, ये सर्वे 1 सितंबर से 13 सितंबर के बीच किया गया है और इसका सैंपल साइज 7883 है।
मिशन 2023...मप्र में जीत के लिए कांग्रेस और भाजपा ने दूसरी पार्टियों से आए नेताओं पर दिखाया विश्वास...
21 Oct, 2023 08:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मप्र विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। इस बार का चुनाव अजब-गजब होने वाला है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है की सत्ता के लिए लडऩे वाली दोनों पार्टियों यानी कांग्रेस और भाजपा ने विभिषणों पर दांव लगाया है। इससे दोनों पार्टियों में बगावत और भितरघात की संभावना बढ़ गई है। इसका संकेत कांग्रेस की दूसरी सूची आने के बाद मिलने लगा है। दूसरी सूची में कांग्रेस ने 88 नामों का ऐलान किया है। इसमें दूसरी पार्टी से आए 7 नेताओं को टिकट दिया गया है। इससे कांग्रेस में बगावत और विरोध तेज हो गया है। जिन दावेदारों के टिकट कटे, उनके समर्थकों ने घोषित उम्मीदवारों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। कुछ दावेदारों ने बगावत कर निर्दलीय खड़े होने की घोषणा तक कर दी, नाराज नेताओं को मनाने की कवायद अभी प्रदेश स्तर पर शुरू नहीं हुई है। मालवा निमाड़ में जावरा, रतलाम ग्रामीण, शुजालपुर, बुरहानपुर और महू सीट पर घोषित प्रत्याशियों को विरोध का सामना करना पड़ रहा है। बुरहानपुर में कांग्रेस के 23 पार्षदों ने इस्तीफा दे दिया है।
गौरतलब है की कांग्रेस ने अपनी दो सूचियों के माध्यम से अब तक 229 प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। पार्टी की जब पहली सूची जारी हुई थी तो कार्यकर्ताओं में उत्साह था, लेकिन दूसरी सूची जारी होते ही बगावत और विरोध बढ़ गया है। कांग्रेस ने दूसरी सूची में भाजपा छोड़ कांग्रेस में आए दीपक जोशी को देवास जिले की खातेगांव सीट से उम्मीदवार बनाया गया है। अभय मिश्रा को रीवा जिले की सेमरिया सीट से प्रत्याशी बनाया है। इन दोनों नेताओं ने दो महीने पहले कांग्रेस में वापसी की थी। होशंगाबाद सीट से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीतासरन शर्मा के भाई और पूर्व विधायक गिरजा शंकर शर्मा को टिकट दिया है। गिरजा शंकर ने हाल ही में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की थी। जबकि धार जिले की बदनावर सीट से भाजपा के पूर्व विधायक भंवर सिंह शेखावत पर कांग्रेस ने भरोसा जताया है। वहीं नीमच जिले की जावद सीट से समंदर पटेल को टिकट मिला है। पटेल पिछले महीने कांग्रेस में शामिल हुए थे। इसके अलावा निवाड़ी से भाजपा की मौजूदा जिला पंचायत अध्यक्ष सरोज राय के बेटे अमित राय जिला पंचायत सदस्य को टिकट दिया गया है, भिंड सीट पर कांग्रेस को विधानसभा में अविश्वास के दौरान झटका देने वाले तत्कालीन उपनेता प्रतिपक्ष चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी को उम्मीदवार बनाया है।
महिला कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष का इस्तीफा
मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस की उपाध्यक्ष कविता पांडे ने दूसरी सूची आने के बाद पार्टी के सभी पदो से इस्तीफा दे दिया। कविता पांडे ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल कर लिखा कि कांग्रेस पार्टी के सभी पदों से अपने आप को मुक्त करती हूं। धन्यवाद। कविता पांडे रीवा से टिकट की दावेदारी कर रही थी। रीवा शहर से पार्टी ने राजेंद्र शर्मा को टिकट दिया है। कांग्रेस की दूसरी सूची जाने के बाद कार्यकर्ताओं ने रात में ही जावरा में कांग्रेस प्रत्याशी हिम्मत श्रीमाल का पुतला फूंका। यहां से वीरेंद्र सोलंकी और डीपी धाकड़ दावेदारी कर रहे थे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी कर शीर्ष नेतृत्व से टिकट बदलने की मांग की है। वहीं, रतलाम ग्रामीण में कांग्रेस ने लक्ष्मण सिंह डिंडौर को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। कांग्रेस नेता उनको बाहरी बताकर विरोध कर रहे हैं।
बुरहानपुर में शेरा का विरोध
कांग्रेस ने बुरहानपुर से निर्दलीय विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा को टिकट दिया है। यहां पर अल्पसंख्यक उम्मीदवार घोषित करने की मांग की जा रही थी, लेकिन कांग्रेस ने शेरा पर भरोसा जताया है। इसके विरोध में रात में ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शेरा का पुतला फूंका। वहीं शुक्रवार को 23 पार्षदों ने इस्तीफा दे दिया है।
सिवनी मालवा में भी विरोध
नर्मदापुरम के सिवनी मालवा में कांग्रेस ने अजय बलराम को प्रत्याशी बनाया है। यहां पर पूर्व विधायक ओमप्रकाश रघुवंशी दावेदारी कर रहे है। कांग्रेस की सूची आने के बाद रघुवंशी के समर्थकों ने देरात नारेबाजी की। कार्यकर्ताओं ने पार्टी के निर्णय को गलत बताते हुए टिकट वापस लेने की मांग की। साथ ही चेतावनी दी कि ऐसा नहीं करने पर गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। रीवा जिले की सेमारिया सीट पर कांग्रेस ने अभय मिश्रा को प्रत्याशी बनाया है। अभय मिश्रा कुछ समय पहले भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्होंने भाजपा से त्यागपत्र दे दिया, लेकिन अभी कांग्रेस की सदस्यता नहीं ली है। इसके पहले ही पार्टी ने दूसरी सूची में उनको प्रत्याशी बना दिया। स्थानीय कार्यकर्ताओं में पार्टी छोडक़र आने-जाने वालों को टिकट देने से नाराजगी है। शुजालपुर में कांग्रेस प्रत्याशी राम वीर सिंह का पुतला जलाया गया। इस सीट से योगेंद्र बंटी भी टिकट चाह रहे थे। उनके समर्थकों ने सडक़ों पर पुतले जलाए और नारे लगाए कि शराब ठेकेदार नहीं चलेगा। समर्थकों ने बड़े नेतागणों पर भी पैसा लेकर टिकट देने के आरोप लगाए।
बागी को पुरस्कार,नहीं करेंगे काम
बुरहानपुर में कांग्रेस ने सुरेंद्र सिंह शेरा को टिकट दिया। शेरा ने पिछला चुनाव कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय लड़ा था और चुनाव जीत गए थे। इस बार कांग्रेस ने उन्हें ही उम्मीदवार बना दिया, तो कांग्रेस नेता विरोध में उतर आए। इस सीट से कुछ अल्पसंख्यक नेता भी टिकट मांग रहे थे। नाराज कार्यकर्ता बोल रहे है कि कांग्रेस ने बागी को पुरस्कार दे दिया है। अब हम चुनाव में काम नहीं करेंगे। रतलाम में कांग्रेस ने लक्ष्मण सिंह डिंडोर को टिकट दिया है। वे झाबुआ में रहते है। इस सीट से थावर भूरिया टिकट मांग रहे है। वे पूर्व विधायक रह चुके है। डिंडोर का टिकट होने के दो दिन पहले ही उनके समर्थकों ने कांग्रेस के बड़े पदाधिकारियों को ज्ञापन दिया था। शुक्रवार को डिंडोर से नाराज कार्यकर्ता एकत्र हुए और कहा कि बाहरी उम्मीदवार नहीं चलेगा। उधर रतलाम की जावरा विधानसभा सीट पर हिम्मत श्रीमाली का विरोध शुरू हो गया है। इस सीट से करणी सेना के जीवन सिंह और कांग्रेस नेता वीरेद्र सिंह टिकट मांग रहे है थे। उनके समर्थकों ने विरोध किया। महू से कांग्रेस ने भाजपा छोडक़र कांग्रेस में आए रामकिशोर शुक्ला को टिकट दिया है। इससे पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार के समर्थक नाराज है। शनिवार को दरबार अपने समर्थकों के साथ महू में रैली निकालेंग और निर्दलीय चुनाव लडऩे की घोषणा कर सकते है। दरबार तीन बार लगातार महू से चुनाव हार चुके है। दरबार का कहना है कि हमारा सवाल है कि आखिर किस फार्मूले के तहत शुक्ला को टिकट दिया गया। वे कांग्रेस में 24 दिन पहले आए। उनका सर्वे में भी नाम नहीं है। फिर टिकट कैसे तय हो गया।
कुछ कमलनाथ, कुछ दिग्विजय ले गए, बाकी हाथ मलते रह गए: शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के टिकट वितरण को लेकर निशाना साधा हैं। उन्होंने कहा कि कुछ पीसीसी चीफ कमलनाथ ले गए, कुछ पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ले गए, बाकी हाथ मलते रह गए। एक अपने पुत्र को तो वहीं दूसरा अपने पुत्र को स्थापित कर रहे हैं।
लोकसभा में साथ, विधानसभा में नहीं करते बात
21 Oct, 2023 08:22 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
क्षणिक लाभ और स्वार्थपूर्ति को लेकर बना I.N.D.I.A.A. गठबंधन का चरित्र सबके सामने आ रहे हैं। हाल ही में मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी के नेताओं को कई दिनों तक झांसे में रखने के बाद भाव तक नहीं दिया। सपा नेता अखिलेश यादव का दर्द पूरी तरह से छलक रहा है और वो अब I.N.D.I.A.A. गठबंधन और कांग्रेस को बुरा भला कह रहे हैं। वहीं, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी इसे अजीब गठबंधन बताया है।
असल में, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के सीमाई इलाकों मे समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी के नेताओं का दखल रहा है। जैसे, उत्तर प्रदेश की कई विधानसभा सीटों पर मध्य प्रदेश का प्रभाव रहता है। समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव को यह उम्मीद थी कि चूंकि वह गठबंधन का हिस्सा हैं, इसलिए कांग्रेस उन्हें कुछ सीट देंगी। सपा की मांग करीब 6 सीटों पर थी, लेकिन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कई घंटों तक इंजतार कराने और बैठक के बाद भी एक सीट नहीं दी।
दिल्ली में दोस्ती और राज्यों में कुश्ती : शिवराज सिंह चौहान
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस स्थिति पर तंज कसते हुए कहा कि I.N.D.I.A. गठबंधन... अजीब गठबंधन है, दिल्ली में दोस्ती और राज्यों में कुश्ती। जिस दिन I.N.D.I.A. गठबंधन बना था, हमने कह दिया था कि यह बेमेल गठबंधन है, घमंडिया गठबंधन है। इसमें न लोगों के विचार एक हैं और न दिल एक है। केवल मोदी जी की लोकप्रियता से घबरा कर यह बेमेल गठबंधन बना था, जो बनने के पहले ही टूट रहा है। I.N.D.I.A. गठबंधन ने मध्यप्रदेश में रैली तय की थी, जो कमलनाथ जी ने कैंसिल करवा दी।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस के 'खराब व्यवहार' से नाराज समाजवादी पार्टी
अखिलेश यादव ने कांग्रेस को चेतावनी देते हुए कह दिया है कि 'उनकी पार्टी यूपी में लोकसभा चुनाव के दौरान सीट शेयरिंग पर सबसे पुरानी पार्टी को 'जैसे को तैसा' की तर्ज पर जवाब देगी। उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व से मध्य प्रदेश में अपने 'छोटे' नेताओं को फालतू बयान देने से रोकने को कहा। साथ ही कांग्रेस नेताओं पर बीजेपी से साठगांठ करने का आरोप लगाया। दरअसल, कांग्रेस नेता कमल नाथ और दिग्विजय सिंह ने दावा किया था कि 'इंडिया' गठबंधन में सभी दल बीजेपी के खिलाफ केवल लोकसभा चुनावों के लिए एक साथ आए है। उनका गठबंधन राज्यों में होने वाले विधासनभा चुनाव के लिए नहीं हुआ है। अखिलेश यादव ने कांग्रेस नेताओं के बयान पर सवाल किया कि दोनों कांग्रेसी किस आधार पर इस तरह के दावे कर रहे थे, जब वे 'इंडिया' की किसी भी बैठक में मौजूद नहीं थे।