मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
10 गुना महंगी हैं प्राइवेट पब्लिशर्स की पुस्तकें
20 Mar, 2023 09:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । हर बार नए सत्र में निजी स्कूलों की मनमानी शुरू हो जाती है। आदेश के बाद भी न तो फीस वसूली पर लगाम लग पाई है और न ही निजी प्रकाशक और स्कूल संचालकों के बीच का तिलस्म टूट पाया है। अभी भी सीबीएसइ स्कूलों की किताबें कुछ चुनिंदा दुकानें पर ही मिल रही हैं। स्कूल संचालक अभिभावकों के मोबाइल फोन पर मैसेज भेजकर उन्हें निश्चित दुकान से किताब खरीदने का दबाव बना रहे हैं। हर निजी स्कूल संचालक ने अपनी स्टेशनरी की दुकानें फिक्स कर रखी हैं। एनसीइआरटी की किताबों के बजाय निजी प्रकाशकों की किताबें चलाई जा रही हैं। जिला प्रशासन ने इस तरह बुक बेचने पर धारा 144 के तहत मामला दर्ज करने के आदेश दिए हैं।
प्राइवेट स्कूल की नर्सरी की किताबों का सेट 2000 रुपए, पांचवीं का पूरा सेट 4 हजार 525 रुपए एवं कक्षा आठवीं की किताबों का सेट 6 से 7 हजार रुपए में आ रहा है। इस तरह किताबों की कीमत कक्षावार बढ़ती जाती है, जबकि एनसीईआरटी की कक्षा आठवीं तक की पुस्तकें बाजार में अधिकतम 500 रुपए की हैं। इन किताबों में केवल प्रिंटिंग क्वालिटी में अंतर होता है। खास बात यह है कि यह सभी किताबें फिक्स दुकानों पर ही मिल रही हैं।
4-5 पब्लिशर्स का कब्जा
राजधानी में चार-पांच बुक हाउस संचालकों ने सीबीएसई स्कूलों की कापी-किताबों पर कब्जा कर रखा है। इन बुक हाउस संचालकों द्वारा स्कूलों से मिलीभगत कर महंगे दामों पर कॉपी-किताब बेचते हैं। राजधानी में एक दर्जन से अधिक पब्लिशर्स की किताबें निजी स्कूलों में ज्यादा चलाई जाती हैं। वहीं कुछ सीबीएसई स्कूल प्री-कक्षाओं में विभिन्न पब्लिशर्स की किताबों से मटेरियल लेकर खुद की किताब प्रिंट करवाते हैं। नितिन सक्सेना, जिला शिक्षा अधिकारी भोपाल का कहना है कि स्कूल अभिभावकों पर निश्चित दुकान से किताबें खरीदने का दबाव नहीं बना सकते। यदि स्कूल निश्चित दुकान से किताबें खरीदने का दबाव बनाते हैं, तो स्कूल प्रबंधन के खिलाफ धारा 144 के तहत कार्यवाही की जाएगी।
राजधानी मे सामने आई शर्मनाक घटना
20 Mar, 2023 08:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छह साल की मासूम को युवक चॉकलेट दिलाने के बहाने मल्टी की छत पर ले गया
मासूम को निर्वस्त्र कर कि हैवानियत, बताने पर दी जान से मारने की धमकी, पुलिस ने किया गिरफ्तार
भोपाल। नये शहर के कोलार थाना इलाके मे पहली कक्षा में पढ़ने वाली छह साल की मासूम के साथ मल्टी में ही रहने वाले युवक द्वारा दुष्कर्म किये जाने की सनसनीखेज घटना सामने आई है। आरोपी मासूम को चौकलेट दिलाने का लालच देकर मल्टी की छत पर ले गया और वहॉ उसके कपड़े उतारकर उससे हैवानियत की। अन्य लोगो के छत पर आने की आहट पाकर आरोपी मौके से फरार हो गया था, जिसे बाद में मासूम के परिजनो ने अन्य लोगो की मदद से पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। थाना पुलिसे से मिली जानकारी के अनुसार बांसखेड़ी स्थित न्यू मल्टी में रहने वाली महिला के परिवार मे पति सहित एक लड़का और 6 साल की मासूम बेटी है, जो पहली कक्षा में पढ़ती है। महिला ने पुलिस को बताया कि वह घरो मे साफ सफाई करने का काम करती है, वहीं उसका पति एक कॉलोनी में हाउसकीपिंग का काम करता है। इस मल्टी में ही महिला की जेठानी भी रहती है। सुबह करीब 11 महिला और उसका पति अपने अपने काम पर चले गये। इस दौरान उसके दोनो बच्चे अपने फ्लैट के बाहर खेल रहे थे। उसी दौरान मल्टी में में रहने वाला आरोपी संजय राव वहॉ आया और मासूम बच्ची को चॉकलेट दिलाने का लालच देकर अपने साथ मल्टी की छत पर ले गया। वहॉ उसने छत का दरवाजा भीतर से बंद कर मासूम को निर्वस्त्र करते हुए अपने कपड़े भी उतार दिया और उसके प्रायवेट पार्ट से छेड़छाड़ करते हुए अशलील हरकतें करने लगा। घबराई बच्ची के रोने पर आरोपी ने उसे डांटते हुए छत से नीचे फैंक देने की धमकी देकर उसे चूप करा दिया। इसी बीच अन्य लोगो के छत पर आने की आहट पाकर आरोपी मासूम को छोड़कर फरार हो गया। बाद मे बच्ची कपड़े पहनकर मल्टी में ही रहने वाली रिश्तेदार महिला के घर चली गई। बाद में मासूम की मॉ काम से वापस लौटी और फ्लैट पर बेटी के न होने पर वह उसे देखने जेठानी के घर गई, वहॉ उन्हें बेटी तो मिल गई, लेकिन वह काफी सहमी और घबराई हुई थी। मॉ ने जब उससे पूछताछ की तब उसने सारी बात बताई। इसके बाद मॉ ने आरोपी की पहचान के लिये बेटी को मल्टी में रहने वाले कई लोगो के चेहरे दिखाये, जिसपर बच्ची मे आरोपी सजय राव को पहचान लिया। महिला ने लोगो की मदद से उसे दबोचा और उसे लेकर थाने जा पहुंची। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ बलात्कार और लैंगिक अपराधों में बालकों का संरक्षण अधिनियम सहित अन्य धाराओ मे मामला कायम कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने मासूम के साथ हैवानियत किये जाने की बात कूबूल की है। पुलिस आगे की कार्यवाही में जुटी है।
युवा रिसर्च का ऐसा विषय चुने जिसका लाभ समाज के अंतिम और गरीब व्यक्ति को मिले : डॉ. संजय तिवारी
19 Mar, 2023 11:20 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : विज्ञान किसी भी राष्ट्र की समृद्धि का मानक है यदि भारत को एक समृद्धशाली राष्ट्र बनाना है तो वैज्ञानिक राष्ट्र बनाना होगा। हम विज्ञान को उत्सव के रूप में मनाएंगे तो भारत को विश्वगुरू बनने से कोई नहीं रोक सकता। भारत सबसे युवा देश है और देश के नव निर्माण में युवा वैज्ञानिकों की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। युवाओं से आग्रह है कि वे रिसर्च में ऐसा विषय चुने जिसका लाभ समाज के अंतिम और गरीब व्यक्ति को भी मिल सके। म.प्र. भोज यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. संजय तिवारी ने यह बात रविवार को एसएटीआई कॉलेज में तीन दिवसीय 38वीं म.प्र. युवा वैज्ञानिक कांग्रेस साइंस फेस्टिवल के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कही।
डॉ. तिवारी ने विज्ञान और इसके वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि आईटी, स्पेस, मैकेनिकल सहित सभी विश्व स्तरीय कंपनियों में भारतीय युवा प्रमुख जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं। इनोवेशन ही है जो हमारे ज्ञान को धन में बदल सकता है। डॉ. तिवारी ने सर सी.वी. रमन के अनुसंधान का उल्लेख करते हुए कहा कि युवा वैज्ञानिकों को दूरदर्शिता के साथ अपने स्वयं के आइडिया के साथ आगे आना चाहिए और उसे अंत तक ले जाना चाहिए।
एनआईटीटीटीआर भोपाल के डायरेक्टर डॉ. सी.सी. त्रिपाठी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि म.प्र. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद वह संस्था है जो 38 वर्षों से युवा वैज्ञानिकों की खोज कर रही है। अब यह काम लगभग हर प्रदेश में होने लगा है। उन्होंने युवा वैज्ञानिकों से कहा कि वे अपने दिल की आवाज सुनें, मानवता की सेवा के लिए अनुसंधान करें और उसे प्रोडक्ट बनाने से पूर्व उसका पीछा न छोड़े।
मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के महानिदेशक डॉ. अनिल कोठारी ने कहा कि इंटरनेट पर जितना कंटेन्ट मौजूद हैं उसमें से सिर्फ 0.2 प्रतिशत ही हिंदी में है। इसलिए जरूरी है कि युवा वैज्ञानिक अपनी मातृभाषा में रिसर्च पेपर लिखें और विश्व में भारतीय भाषाओं का मान बढाएँ। डॉ. कोठारी ने संस्था के कार्यों पर चर्चा करते हुए कहा कि हमारी संस्था युवा वैज्ञानिकों को 6 माह की फैलोशिप उपलब्ध कराती है, जिससे वे रिसर्च को बिना रूकावट पूरा कर सकें। अगले वर्ष हम इसरो और अमेरिका की नासा के साथ मिलकर निसर्ग उपग्रह लांच करने वाले है। इसी कार्यक्रम के लिए एमपीसीएसटी ने एक वेबसाइट बनाई है जो सारी जानकारी उलपब्ध कराएगी। युवा वैज्ञानिक हमारी संस्था से जुड़ कर नासा तक अपनी रिसर्च प्रस्तुत कर सकते हैं।
एसएटीआई के संचालक डॉ. आर.के. पंडित ने कहा कि अब समय बदल गया है। इसी कारण हम यहाँ हैं और हर क्षेत्र में उन्नति कर रहे हैं। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि हमें किसी भी हाल में आत्म-निर्भर रूपी मंत्र को नहीं भूलना है। आत्म-निर्भर होने के लिए विज्ञान ही हमें लक्ष्य तक पहुँचाएगा।
समपान समारोह के विशेष अतिथि कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट के मेम्बर डॉ. एन.पी. शुक्ला ने कहा कि विज्ञान को उत्सव की तरह मनाएँ। विज्ञान को या रिसर्च को भारतीय भाषाओं में कम्प्यूटराइज्ड करना चाहिए।
एमपीसीएसटी भोपाल के पूर्व डायरेक्टर जनरल एवं बरकतरउल्लाह यूनिवर्सिटी भोपाल के पूर्व कुलपति प्रो. प्रमोद के वर्मा ने कहा कि रिसर्च एक सफर है जो स्वयं से शुरू होकर आइडिया, इनोवेशन, इन्क्यूबेशन और इम्प्लिमेंटेशन से होता हुआ प्रोडक्ट तक पहुँचता है। हमें अपनी रिसर्च में एन्वायरमेंट, एनर्जी, इकोनॉमिक्स और इथिक्स का विशेष ध्यान रखना चाहिए। कार्यक्रम समन्वयक डॉ. आर.एस. भारद्वाज ने 3 दिवसीय आयोजन की रिपोर्ट प्रस्तुत की। कार्यक्रम के संयोजक डॉ. मनोज राठौर ने विजेता युवा वैज्ञानिकों और विज्ञान मॉडल विजेताओं की घोषणा की।
इंडिया ट्रैवल मार्ट में ग्रीन टूरिज्म के लिए किया जागरूक
19 Mar, 2023 10:19 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : यात्रा एवं पर्यटन प्रदर्शनी इंडिया ट्रेवल मार्ट (आईटीएम) भोपाल का समापन रविवार को हुआ। म.प्र. टूरिज्म बोर्ड के सहयोग से कोर्टयार्ड बाय मैरियट में तीन दिनों से चल रही प्रदर्शनी में मध्यप्रदेश सहित उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, केरल, झारखंड राज्य के प्रतिनिधियों ने आगंतुकों को पर्यटन गंतव्यों की जानकारी दी और ग्रीन टूरिज्म के प्रति जागरूकता फैलाई। ट्रैवल मार्ट में शामिल प्रदेशों सहित भोपाल और उनके आसपास के क्षेत्रों के ट्रैवल एजेंट, टूर प्लानर्स, होटल व्यवसायियों ने भागीदारी कर अपने उत्पादों के बारे में बताया। समापन पर म.प्र. स्टेट टूरिज्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के जनरल मैनेजर (ऑपरेशन्स) श्री एस.पी. सिंह और टूरिज्म बोर्ड के डिप्टी डायरेक्टर (इवेंट्स एंड मार्केटिंग) श्री युवराज पडोले ने प्रतिनिधियों को सम्मानित कर स्मृति-चिन्ह भेंट किये। अंतिम दिवस भी बड़ी संख्या में आंगतुकों ने अपने परिवार के साथ प्रदर्शनी देखी और देश के विभिन्न पर्यटन स्थलों के लिए होली-डे और टूर पैकेज की जानकारी लेकर बुकिंग भी की। अध्यक्ष आईसीएम ग्रुप एवं प्रबंध निदेशक श्री अजय गुप्ता ने कहा कि ''आईटीएम में भागीदारी भोपाल के पर्यटन स्थलों, जीवंत संस्कृति और अद्वितीय उत्पादों को प्रदर्शित करने का एक अवसर है। हम यात्रा उद्योग और पर्यटकों तक पहुँचने के लिए इस मंच से बड़े पैमाने पर लाभान्वित होने की उम्मीद करते हैं।”
ट्रैवल प्रमोशन अवार्ड
1. मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश पर्यटन संयुक्त रूप से: स्टाल डेकोरेशन के लिए सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार
3. इंडिया टूरिज्म को एक भारत, श्रेष्ठ भारत को प्रदर्शित करने के लिए सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार।
4. हिमाचल प्रदेश पर्यटन: "ऑल सीजन्स डेस्टिनेशन" के लिए बेस्ट स्टाल अवॉर्ड।
5. झारखंड पर्यटन: 'पर्यटन गंतव्य जागरूकता' के लिए सर्वश्रेष्ठ स्टाल पुरस्कार।
6. केरल पर्यटन: वन्य-जीव, बैकवाटर और आयुर्वेदिक स्वास्थ्य अवकाश को बढ़ावा देने के लिए सर्वश्रेष्ठ स्टाल पुरस्कार।
सरल है मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में आवेदन की प्रक्रिया-मुख्यमंत्री चौहान
19 Mar, 2023 09:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना, बहनों के सशक्तिकरण के लिए बनाई गई है। सशक्तिकरण में सबसे अधिक जरूरी आर्थिक सशक्तिकरण है। बहनों के पास पैसा हो, तो उनमें आत्म-विश्वास भी होता है और स्वाभिमान का भाव भी जागृत होता है। इसलिए हमने मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में हर पात्र बहन के खाते में हर महीने 1000 रूपए डालने का निर्णय लिया है। योजना में वे बहने पात्र होंगी, जिनकी आयु 23 से 60 वर्ष के बीच हो, विवाहित हो, परिवार की आय ढाई लाख रूपए वार्षिक से कम हो और ऐसे परिवार जिनके पास 5 एकड़ से कम जमीन हो। परिवार का मतलब पति, पत्नी और उनके बच्चे हैं। ऐसी पात्र बहनों के खाते में हर महीने एक हजार रूपए आएंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सोशल और इलेक्ट्रानिक मीडिया पर जारी संदेश में यह बात कही।
बहनों को लोक सेवा केन्द्र या अन्य कहीं जाने की जरूरत नहीं
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मेरी बहनों को कोई दिक्कत न हो, यह मेरा कर्त्तव्य है। इसलिए योजना में आवेदन प्रक्रिया को बहुत सरल बनाया गया है। योजना के फॉर्म आपके गाँव और शहर के वार्डों में भरवाए जाएंगे। बहनों को लोक सेवा केंद्र या कही और जाने की जरूरत नहीं है। सभी गाँव में हमारे कर्मचारी आएंगे और फॉर्म भरवाएंगे। इसके लिए 25 मार्च से शिविर लगना शुरू होंगे। जब तक सभी बहनों के आवेदन नहीं भर जाते तब तक शिविर लगेंगे।
समग्र आई.डी. और आधार नंबर है तो कोई दिक्कत नहीं होगी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि आवेदन में अपना नाम, पति का नाम, मोबाइल नंबर आदि दर्ज कराने के अलावा तीन जरूरी जानकारी बहनों के पास होनी चाहिए। पहला- आपकी या आपके परिवार की समग्र आईडी, दूसरा- आपका आधार नंबर और तीसरा- समग्र में दर्ज आपका मोबाइल नंबर। यह जानकारी यदि बहनों के पास है तो उनको कोई दिक्कत नहीं होगी। आवेदन भरा जाएगा और उसके बाद ई-केवाईसी करवाई जाएगी। इसके लिए बहनों को कहीं जाने की जरूरत नहीं है। गाँव और शहर के वार्ड में ही ई-केवाईसी प्रक्रिया पूर्ण की जायेगी। जहाँ कनेक्टिविटी नहीं है, वहाँ दूसरे गाँव या कॉमन सर्विस सेंटर में बहनों को ले जाने की आवश्यकता पड़ती है तो उनके लिए वाहन की व्यवस्था शासन द्वारा की जाएगी।
यदि कोई पैसा मांगता है तो सीएम हेल्पलाइन 181 नंबर पर करें शिकायत
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ई-केवाईसी के लिए कोई शुल्क नहीं लगेगा। शासन द्वारा एक ई-केवाईसी के लिए 15 रूपए का भुगतान संबंधित कॉमन सर्विस सेंटर्स को किया जाएगा। यदि किसी बहन से कोई ई-केवाईसी के लिए पैसा मांगता है तो सीएम हेल्पलाइन नंबर 181 पर फोन कर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। ऐसे लोगों को जेल भिजवाया जाएगा। बहनों को एक भी पैसा देने की जरूरत नहीं है। यदि मेरी बहनों को परेशानी होती है, तो मेरे भाई होने का मतलब ही क्या है। इसलिए निश्चिंत रहिए-परेशान मत होइए। अपने गाँव, शहर में ही रहें। हमारी टीम आपसे संपर्क करेगी, शिविर में लाएगी और सारी औपचारिकता पूरी करवाएगी। ई-केवाईसी इसलिए कराई जा रही है, जिससे बहनों के खाते में ही पैसा जाए। बहने निश्चिंत रहें, उनकी सारी चिंताएँ हमारी हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने कांचीपुरम में रामानुजाचार्य स्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना की
19 Mar, 2023 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तमिलनाडु के कांचीपुरम जिले में स्थित रामानुजाचार्य स्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना की। उनकी धर्मपत्नी साधना सिंह भी मौजूद थीं। मुख्यमंत्री चौहान ने ट्वीट कर कहा कि- "रामानुजाचार्य स्वामी की पवित्र धरती कांचीपुरम के पेरम्बदूर में आकर जो आनंद प्राप्त हुआ है उसे शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता। सब समान हैं की शिक्षा देने एवं वैष्णववाद परंपरा से पूरी दुनिया को अवगत कराने वाले रामानुजाचार्य स्वामी की पवित्र धरती कांचीपुरम आना मेरे लिए सौभाग्य की बात है।'' मुख्यमंत्री चौहान को मंदिर प्रबंधन द्वारा रामानुजाचार्य स्वामी का चित्र भेंट किया गया।
मप्र में 150 से अधिक रेत खदानें स्थायी रूप से बंद
19 Mar, 2023 08:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्यप्रदेश की 150 से अधिक रेत खदानें स्थायी रूप से बंद कर दी गई है। ये रेत खदानें हाईवे और पुल-पुलिया के नजदीक थी। ये खदानें बंद होने से स्थानीय स्तर पर रेत के दाम पर असर पड़ेगा, रेत महंगी होगी। रेत नीति 2019 में ऐसे स्थानों के पांच सौ मीटर के दायरे में उत्खनन पर रोक थी, जिसे नई रेत नीति में बढ़ाकर एक किमी कर दिया गया है। इन तीन सालों में कई स्टेट हाईवे को नेशनल हाईवे और जिला मार्ग को स्टेट हाईवे में अपग्रेड किया गया है।वहीं नई जल संरचनाएं भी निर्मित हुई हैं। रेत नीति में नए प्रविधान जोड़े जाने के साथ ही खनिज विभाग ने ऐसी खदानों की सूची मंगाई है, जो ऐसे स्थानों के आसपास हैं। अभी तक जिलों से 150 खदानों की सूची आ चुकी है। जिसमें यह भी बताया गया है कि ये खदानें बंद करा दी गई हैं। जिले के अधिकारी ऐसी और खदानों की तलाश रहे हैं, जो ऐसे स्थानों के आसपास हैं। मालूम हो कि रेत खनन नीति 2023 में खदानें हाईवे और पुल-पुलिया के नजदीक वाले स्थानों के एक किमी की परिधि में किसी तरह के उत्खनन पर रोक लगाई गई है। यह नीति लागू होने के बाद वित्त वर्ष 2023-24 में इस प्रविधान के अंतर्गत ही खदानें नीलाम की जाएंगी।
5वीं व 8वीं की बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे विद्यार्थी
19 Mar, 2023 07:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्यप्रदेश के सरकारी और निजी स्कूलों के लाखों विद्यार्थी 5वीं व 8वीं की बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे। राज्य शिक्षा केंद्र की ओर से परीक्षा की तैयारी पूरी कर ली गई है। चालू साल में सरकारी स्कूलों के साथ निजी और मदरसों के करीब 24 लाख विद्यार्थी शामिल होंगे। इनमें से 427 निजी स्कूलों के 18,320 विद्यार्थियों के लिए एनसीईआरटी पाठ्यक्रम के अनुसार अलग से भाषा विषय के प्रश्न पत्र तैयार किए गए हैं। निजी स्कूलों ने एससीईआरटी पाठ्यक्रम को लेकर विरोध जताया था। इसके बाद राज्य शिक्षा केंद्र ने निजी स्कूलों को एनसीईआरटी पाठ्यक्रम पर आधारित परीक्षा कराने के लिए विकल्प चयन के लिए कहा था। विभाग ने इस बार परीक्षाओं के सुचारू संचालन के लिए विभाग ने अलग से एक आईटी पोर्टल तैयार किया गया है। इसके माध्यम से परीक्षा का पूर्ण संचालन व्यवस्थाएं आनलाइन की गई हैं। इसी पोर्टल के माध्यम से विद्यार्थियों का सत्यापन, परीक्षा केंद्रों का निर्धारण, केंद्राध्यक्षों की मैपिंग, सामग्री वितरण आदि कार्यो के संचालन के साथ ही परीक्षार्थियों के रोल नंबर और प्रवेश पत्र जारी करने की सुविधा भी प्रदान की गई है।इसी पोर्टल के माध्यम से विद्यार्थियों की परीक्षा में उपस्थिति दर्ज होगी। परीक्षा के बाद होने वाले मूल्यांकन कार्यों और अंक सूची प्रदान करने की सुविधा भी इसी पोर्टल के द्वारा प्रदान की जाएगी। यदि कोई भी विद्यार्थी किसी कारण से परीक्षा तिथि तक भी पंजीकृत नहीं हो पाया हो तो उसे भी परीक्षा में शामिल करने के लिए केंद्राध्यक्षों को निर्देश प्रदान किए गए हैं। ऐसे विद्यार्थियों की तकनीकी जानकारियों को परीक्षा के बाद दर्ज किया जाएगा।बता दें, कि 5वीं व 8वीं की बोर्ड परीक्षाएं 25 मार्च से प्रारंभ होकर 3 अप्रैल तक आयोजित होगी। पिछले वर्ष प्रदेश के सरकारी स्कूलों के करीब 17 लाख से अधिक विद्यार्थी शामिल हुए थे। इस बारे में राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक धनराजू एस का कहना है कि इनमें से 427 निजी स्कूलों के 18,320 विद्यार्थियों के लिए एनसीईआरटी पाठ्यक्रम अलग से भाषा विषय के प्रश्न पत्र तैयार किए गए हैं।
कई मुद्दों पर शहर सरकार को घेरेंगे कांग्रेसी
19 Mar, 2023 01:21 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । भोपाल नगर निगम की बजट मीटिंग 21 मार्च को होगी। इसमें 3200 करोड़ रुपए से ज्यादा का बजट पेश हो सकता है। इस बजट से पहले विपक्ष ने शहर सरकार से पुराना हिसाब मांगा है। जनता से जुड़े कई मुद्दों पर भी कांग्रेसी पार्षद घेरने की रणनीति बना रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी का कहना है कि बजट मीटिंग से पहले हमने पुनरीक्षित बजट का हिसाब मांगा है। मीटिंग का एजेंडा तो जारी हो चुका है, लेकिन जनता से जुड़े मामलों को शामिल नहीं किया गया है।
नेता प्रतिपक्ष जकी का कहना है कि बजट मीटिंग में 9 बिंदुओं को शामिल करने के लिए पहले ही महापौर को लेटर दे चुके हैं। इसे भी मीटिंग में शामिल किया जाना चाहिए। ताकि, जनता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हो सके। जनता पर कोई अतिरिक्त टैक्स न बढ़ाया जाए। महापौर ने अपने संकल्प पत्र में जो वादा किया था, उसके अनुसार उपभोक्ता करों को कम किया जाए। 85 वार्ड की समस्याओं के समाधान करने के लिए बजट राशि आवंटित की जाए। बल्क नल कनेक्शन के स्थान पर व्यक्तिगत कनेक्शन देने और सीवेज सिस्टम ठीक करने के लिए बजट में प्रावधान किया जाए। शहर में शेल्टर हाउस बनाए जाए। पार्षद निधि राशि 50 लाख रुपए की जाए। पार्षद निधि के वार्षिक टेंडर की प्रोसेस व्यवस्थित नियमानुसार की जाए, या चार लाख रुपए तक के टेंडर पूर्व की तरह जोन स्तर से कराए जाए। ताकि, विकास कार्यों में प्रगति आ सकें। जिन क्षेत्रों में सीवेज सिस्टम सुधारने का काम नहीं हो सका है, वहां के लिए टेंडर लगवाए जाए। प्रत्येक पार्षद से वार्ड अनुसार प्रस्ताव लेकर बजट में शामिल किए जाए। शहर की लाइट व्यवस्था को सुधारने के लिए हर वार्ड को लाइट उपलब्ध कराई जाए।
सर्वदलीय मीटिंग भी नहीं हुई
मीटिंग को लेकर एजेंडा तो चार दिन पहले ही जारी हो चुका है, लेकिन बजट की जानकारी अब तक सामने नहीं आई है। अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी को भी अब तक जानकारी नहीं मिल पाई है। इस कारण सर्वदलीय मीटिंग नहीं बुलाई गई है। इधर, विंड प्रोजेक्ट का प्रस्ताव फिर से लाने को लेकर भी नाराजगी सामने आ सकती है। बता दें कि बजट मीटिंग में पूर्व मुख्यमंत्री स्व. बाबूलाल गौर और ग्रुप कैप्टन शहीद वरुण सिंह के नाम पर सड़कें होंगी, जबकि ऐशबाग स्टेडियम का नाम भोपाल के पूर्व सांसद और वरिष्ठ भाजपा नेता स्व. कैलाश नारायण सारंग के नाम से करने का प्रस्ताव भी लाया जाएगा। इसके अलावा नीमच में प्रस्तावित विंड प्रोजेक्ट को फिर से मीटिंग में रखने का प्लान है। अबकी बार किसी भी प्रकार के टैक्स में बदलाव नहीं किया जा रहा है।
फसल ऋण की राशि चुकाने की तारीख 31 मई तक की जाए: कमलनाथ
19 Mar, 2023 12:06 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को पत्र लिखकर स्मरण कराया है कि प्रदेश में सहकारी समितियों से किसान क्रेडिट कार्ड के ऋणधारक किसान भाईयों को ऋण चुकाने के लिये 28 मार्च 2023 तक की समयसीमा नियत की गई है। किसान भाईयों एवं किसान संगठनों के अनुसार सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर उपार्जन का कार्य दिनांक 25 मार्च 2023 से प्रारंभ किया जाना संभावित है। इसके भुगतान की राशि खाते में अप्रैल-मई 2023 के मध्य जमा होगी। वर्तमान में किसान भाईयों के खाते में ऋण का भुगतान करने के लिये पर्याप्त राशि उपलब्ध नहीं है। वहीं किसान संगठनों द्वारा उपरोक्त स्थिति परिप्रेक्ष्य में फसल ऋण को जमा करने की अंतिम तिथि को बढ़ाये जाने की मांग की जा रही है।
कमलनाथ ने पत्र में लिखा है कि उपरोक्त स्थिति को देखते हुए प्रदेश के अन्नदाता किसान भाईयों के हित में फसल ऋण की राशि चुकाने की तिथि को दिनांक 31 मई 2023 तक बढ़ाया जाना उचित होगा। इसलिए प्रदेश में किसान भाईयों के फसल ऋण की राशि के भुगतान की अंतिम तिथि को बढ़ाये जाने हेतु आवश्यक आदेश जारी कराने का कष्ट करें।
आसमान से बरसी आफत, भोपाल-मंदसौर में ओले गिरे, आंधी के साथ तेज बारिश
19 Mar, 2023 11:05 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
खंडवा में आकाशीय बिजली गिरने से दो की मौत, राजगढ़ में बह गया मंडी में रखा गेहूं
भोपाल । मप्र में पिछले तीन दिन से मौसम का मिजाज बिगड़ा है। शनिवार शाम भोपाल, मंदसौर, आगर-मालवा और पन्ना में ओले गिरे। तेज आंधी के साथ बारिश हुई। खंडवा में आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा रतलाम के जावरा में भी तेज बारिश हुई। राजगढ़ में तेज बारिश से मंडी में रखा गेहूं बह गया।
आधे से ज्यादा प्रदेश में 20 मार्च तक बेमौसम बारिश का दौर जारी रहेगा। दो सिस्टम एक्टिव होने से ओले भी गिर रहे हैं। कई शहरों में हवा की स्पीड 75 किमी प्रति घंटा तक पहुंच गई। मौसम वैज्ञानिकों ने ओलावृष्टि होने और तेज आंधी चलने की संभावना भी जताई है। भोपाल में सुबह से धूप खिली थी। दोपहर बाद बादल छा गए। शाम होते-होते करीब 6:30 कई इलाकों में गरज-चमक और तेज आंधी के साथ बारिश शुरू हो गई। इस दौरान करोंद, अयोध्या बायपास, भानपुर समेत कई क्षेत्रों में बेर के आकार के ओले भी गिरे। वहीं हरदा जिले की रहटगांव तहसील मुख्यालय समेत अन्य गांवों में करीब आधा घंटे तक बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। बारिश और ओले से किसानों को नुकसान हुआ है। खेतों में खड़ी फसल बिछ गई है।
खेत में काम कर रही दो महिलाओं की मौत
खंडवा में शनिवार दोपहर बारिश के बाद ओलावृष्टि हुई। आकाशीय बिजली गिरने से खेत में काम कर रही दो महिलाओं की मौत हो गई। इसके अलावा चार अन्य लोग भी झुलस गए। घटना पंधाना थाना क्षेत्र अंर्तगत ग्राम बाबली और अंजनगांव की है। गांव में पिंकी और रविता समेत अन्य महिलाएं खेत में गेहूं फसल की कटाई कर रही थी। इसी दौरान बारिश शुरू हो गई। बिजली गिरने से पिंकी और रविता की मौत हो गई।
24 घंटे में यहां 1 इंच तक बारिश
पिछले 24 घंटे में रायसेन के बाड़ी में 2.51 इंच तक पानी गिरा। बैतूल के शाहपुरा में 1.88 और भैंसदेही में 1.11 इंच बारिश हुई। शिवपुरी के बैराड़ में 1.20 इंच पानी गिरा। सिवनी के बरघाट में 2.28, छिंदवाड़ा के अमरवाड़ा में 1.22 इंच पानी गिरा।
महू में कमलनाथ बोले- पीडि़त परिवारों को सरकार दे एक करोड़ रुपए
19 Mar, 2023 10:03 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आदिवासियों पर अत्याचार कर रही है भाजपा की सरकार...।
भोपाल । मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अपने समर्थकों के साथ शनिवार को महेश्वर और महू पहुंचे। कमलनाथ ने पीडि़त परिवार से मुलाकात कर, घटना पर दुख व्यक्त किया और कहा कि दुख की इस घड़ी में वे उनकी साथ हैं। कमलनाथ ने पीडि़तों से मिलने के बाद सरकार युवक और युवती के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए की सहायता देने की मांग की। इस मौके पर पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ और पूर्व गृहमंत्री बाला बच्चन भी साथ थे।
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ शनिवार को सुबह महू पहुंचे। दो दिन पहले ही यहां एक आदिवासी युवती की संदेहास्पद परिस्थितियों में मौत हो गई थी और उसके बाद थाने पर हुए उपद्रव के बाद पुलिस की गोलीबारी में एक युवक की जान चले गई थी। कमलनाथ इन्हीं मृतकों के परिजनों से मिलने के लिए महू पहुंचे। कमलनाथ ने मृत युवक भैरूलाल के परिजनों से मुलाकात की। इसके बाद कमलनाथ ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने पहले आदिवासी युवक को गोली मारी और फिर कुछ लाख रुपए से जान की कीमत लगा रही है। कमलनाथ ने दोनों ही परिवारों (युवक और युवती) को एक-एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता देने की सरकार से मांग की है। कमलनाथ ने कहा कि मैं खुद आदिवासी इलाके से आता हूं। वहां भी और पूरे प्रदेश में बीजेपी की सरकार आदिवासियों पर अत्याचार कर रही है। कांग्रेस इस अत्याचार के खिलाफ पूरे प्रदेश में लड़ाई लड़ेगी। महू की घटना पर पीडि़त परिवार को न्याय दिलाकर रहेंगे।
वापस होगी एफआईआर
कमलनाथ ने परिजनों से चर्चा में कहा कि यह पूरा मामला विधानसभा में उठा था और परिवार के ऊपर जो एफआईआर दर्ज की गई है, उसे अब वापस लेना चाहिए। वहीं इस मामले में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने एफआईआर को वापस लेने की बात भी कही गई है।
कांग्रेस की सरकार में नहीं होगा अत्याचार
कमलनाथ ने यह भी कहा कि भाजपा के पास केवल अब पुलिस प्रशासन और पैसा ही बचा है। कुछ महीने की बात और है। इसके बाद कांग्रेस की सरकार बनेगी। तब आदिवासियों पर इस तरह के अत्याचार नहीं होंगे। कमलनाथ ने कहा कि पूरे मध्यप्रदेश में आदिवासी नंबर वन है। यहां कमलनाथ करीब 5 से 7 मिनट परिजनों से मिले। इसके बाद मंडलेश्वर के लिए रवाना हुए। मंडलेश्वर में जिस युवती की करंट लगने से मौत हुई थी उसके परिजनों से मुलाकात करेंगे।
2 साल में 600 करोड़ की संपत्ति बेची सरकार ने
19 Mar, 2023 09:02 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्य प्रदेश सरकार के ऊपर तीन लाख करोड़ रुपए से अधिक का कर्ज हो गया है। कर्ज और विकास कार्यों के लिए धन जुटाने के लिए मध्य प्रदेश सरकार सरकारी संपत्तियों का विक्रय लगातार कर रही है। पिछले 2 वर्षों में सरकार ने 600 करोड़ रुपए की संपत्तियों को बेचा है।सरकार का मानना है, कि जिन संपत्तियों को उपयोग नहीं हो रहा है। उन्हें बेचकर प्राप्त राशि का उपयोग कर्ज और विकास कार्यों में किया जाए।
सरकार ने 131 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्तियां बेचने की तैयारी की है। इसमें पिपरिया का वेयरहाउस, कटनी का ब्लॉक 3, ट्रैक्टर स्कीम इटारसी, छतरपुर के नौगांव की संपत्तियां, धार का बस डिपो, ग्वालियर की 3 सरकारी संपत्तियाँ, उत्तर प्रदेश झांसी का परिवहन डिपो, भोपाल की प्राइम लोकेशन पर स्थित आरटीओ कार्यालय, मध्य प्रदेश सड़क परिवहन निगम की संपत्ति, एवं राज्य शासन की जिले में स्थित अनुपयोगी परिसंपत्तियों की नीलामी और विक्रय के प्रस्ताव मंगाए जा रहे हैं।
मध्य प्रदेश में शासकीय संपत्तियों जिनका वर्तमान स्थिति में उपयोग नहीं हो रहा है।उन्हें चिन्हित कर सभी जिलों से प्रस्ताव मंगाए गए हैं। लोक परसंपत्ति प्रबंधन विभाग इन संपत्तियों को चिन्हित कर उन्हें नीलाम करने की कार्रवाई करता है। सरकार अब संपत्तियां बेचकर राज्य सरकार की आय बढ़ाने की दिशा में प्रयासरत है।
8419 करोड रुपए,टोल टैक्स की वसूली
19 Mar, 2023 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी के प्रश्न के उत्तर में, लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव ने लिखित जानकारी दी। 81 टोल नाकों में 8419.17 करोड़ रुपए का टोल टैक्स वसूल किया गया है। लोक निर्माण मंत्री ने बताया कि इसमें 500.27 करोड़ रुपए की राशि सरकार को प्रीमियम के रूप में प्राप्त हुई है।9 मार्गों का बीओटी योजना के अंतर्गत अनुबंध निरस्त कर टोल टैक्स की वसूली बंद की गई है। विधानसभा में दी गई लिखित जानकारी के अनुसार जो 9 टोल
नाके बंद किए गए हैं। उनमें भिंड मिहोना गोपालपुर मार्ग,इंदौर उज्जैन मार्ग, दमोह जबलपुर मार्ग,सागर दमोह मार्ग, बीना खिमलासा माल्थोन मार्ग, महू घाटबिल्लोद मार्ग,भोपाल बाईपास,दमोह पथरिया गढ़ाकोटा मार्ग,सीहोर इछावर कोसमी मार्ग के अनुबंध निरस्त कर टोल टैक्स की वसूली बंद कर दी गई है।
"राम की शक्ति पूजा" की हुई भावपूर्ण नृत्य प्रस्तुति
18 Mar, 2023 11:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : अंतर्राष्ट्रीय रामायण अधिवेशन में हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम में महाकवि निराला की अमर कृति "राम की शक्ति पूजा" की समूह नृत्य से अत्यंत भावपूर्ण प्रस्तुति रायगढ़ घराने की प्रसिद्ध नृत्यांगना शिखर सम्मान प्राप्त डॉ. विजया शर्मा और उनके समूह द्वारा दी गई। तुलसी मानस प्रतिष्ठान द्वारा मानस भवन में दो दिवसीय कार्यक्रम के पहले दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम में इस प्रस्तुति के साथ ही भरत नाट्यम की सुप्रसिद्ध कलाकार कुमारी पावनी त्रिवेदी ने और दशावतार नृत्य नाटिका की आकर्षक प्रस्तुति नीरजा सक्सेना ने दी। सभी प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध और अभिभूत कर दिया।
कार्यक्रम में पूर्व अपर मुख्य सचिव मनोज और तुलसी मानस प्रतिष्ठान के कार्यकारी अध्यक्ष रघुनंदन शर्मा, निदेशक रामायण केंद्र भोपाल राजेश , अध्यक्ष रामचरित भवन अमेरिका ओम प्रकाश गुप्ता, सचिव तुलसी मानस प्रतिष्ठान कैलाश जोशी उपस्थित थे।
प्रस्तुति का मुख्य विषय राम रावण युद्ध के दौरान माता सीता की मुक्ति के लिए भगवान श्रीराम द्वारा शक्ति की पूजा है। जामवंत, श्रीराम को शक्ति की आराधना करने की सलाह देते हैं। इसके लिए भगवान श्रीराम को 108 कमल माता को चढ़ाने हैं। भगवान श्रीराम आराधना प्रारंभ करते हैं। शक्ति उनकी परीक्षा लेती हैं और एक कमल छुपा देती हैं। श्रीराम चिंता युक्त हो जाते हैं। तभी उन्हें ध्यान आता है कि उनकी माता उन्हें राजीव नयन कहती हैं, उनके नेत्र कमल जैसे हैं। भगवान श्रीराम अपना एक नेत्र निकाल कर मातृशक्ति को अर्पित करने के लिए उद्धत होते हैं, तभी माता शक्ति वहाँ प्रकट हो जाती हैं और भगवान श्रीराम को विजय का आशीर्वाद देती हैं। सभी मनोभावों को नृत्य समूह द्वारा अत्यंत सूक्ष्मता और प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया गया है। कलाकारों द्वारा इस कविता का वर्णन इतना सजीव किया गया है कि लगता है आँखों के सामने कोई त्रासदी प्रस्तुत की जा रही है।
कलाकारों में कुमारी प्रियंवदा मित्तल, कुमारी बिपाशा लाड़ जैन, योगिता झगानी, पूनम रायपुरे, प्रियांशी शिपनकर, दीक्षा मनोहर, सखी अहिरवार, दिशा नेमा शामिल थी। निर्देशन डॉ. विजया शर्मा का, गायन डॉ. राजकुमारी शर्मा का और संगीत प्रकाश शुजालपुर का था।