विदेश (ऑर्काइव)
रुस से बढ़ेगी अमेरिका की तानातनी, यूक्रेन को दे रहा 60 करोड़ डॉलर
9 Sep, 2023 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वॉशिंगटन । अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के यूक्रेन दौरे के ठीक एक दिन बाद पेंटागन ने यूक्रेन के लिए दीर्घकालिक सहायता के तौर पर 60 करोड़ डॉलर के नए सहायता पैकेज की घोषणा की है। विदेश मंत्री ब्लिंकन ने यात्रा के दौरान नई सैन्य एवं मानवीय सहायता के लिए एक अरब डॉलर देने का वादा भी किया। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि नया पैकेज यूक्रेन सुरक्षा सहायता पहल के माध्यम से दिया जाएगा। इस सहायता में यूक्रेन की हवाई रक्षा प्रणालियों को बनाए रखने और एकीकृत करने के लिए उपकरण, हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम (एचआईएमएआरएस) के लिए गोला-बारूद, इलेक्ट्रॉनिक हथियारों से लड़े जाने वाला युद्ध और इसका सामना करने के लिए उपकरण, खदान-समाशोधन उपकरण के साथ प्रशिक्षण एवं रखरखाव आदि शामिल है।
यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद से अमेरिका लगातार देश को सहयोग दे रहा है और इसके बीच इतनी बड़ी सहायता राशि की घोषणा की गई है। ब्लिंकन ने बुधवार को कीव की यात्रा के दौरान घोषणा की थी कि पेंटागन उन हथियारों के लिए लगभग 17.5 करोड़ डॉलर प्रदान करेगा जिन्हें पेंटागन के भंडार से दिया जाएगा। इसके साथ ही यूक्रेन को हथियार एवं उपकरण खरीदने के लिए अतिरिक्त 10 करोड़ डॉलर का अनुदान दिया जाएगा।
कनाडा में फिर हिन्दु मंदिर पर तोड़फोड़, लिखा पंजाब भारत नहीं
9 Sep, 2023 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
विक्टोरिया । कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में एक हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की गई। एक महीने के भीतर सामने आई यह दूसरी वारदात है। यह मंदिर माता भामेश्वरी दुर्गा देवी का है, जो सरे में स्थित है। मंदिर पर काले रंग के स्प्रे से भारत विरोधी संदेश लिखे गए थे। मंदिर की दीवारों पर लिखा गया, पंजाब भारत नहीं है। सोशल मीडिया पर इसकी कई तस्वीरें भी वायरल हो रही हैं।
रिपोर्ट में बताया गया कि हिंदू मंदिर श्री माता भामेश्वरी दुर्गा देवी सोसाइटी में तोड़फोड़ की गई है। दीवारों पर काले स्प्रे पेंट से भारत विरोधी कुछ संदेश लिखे गए हैं। समुदाय में दहशत पैदा करने के लिए इस तरह के कायरतापूर्ण हमले बढ़ रहे हैं। पुलिस को घटना के बारे में सतर्क कर दिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है। सरे की घटना एक महीने से भी कम समय के बाद हुई है जब ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में एक और प्रमुख मंदिर में खालिस्तानी लोगों द्वारा तोड़फोड़ की गई थी। 12 अगस्त को, दो अज्ञात लोगों ने सरे में एक मंदिर को हिंदू विरोधी और भारत विरोधी संदेशों से विरूपित कर दिया था।
माली में हुए दो आतंकवादी हमले में 15 सैनिकों की मौत
9 Sep, 2023 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बमाको । अफ्रीकी देश माली में हुए दो आतंकवादी हमले में कम से कम 49 नागरिक और 15 सैनिक मारे गए। मीडिया रिपोर्ट में कहा गया पहला हमला आतंकियों ने नाइजर नदी पर टिम्बकटू नाव पर किया वहीं, दूसरा हमला आतंकियों ने बंबा के मालियन सशस्त्र बल (एफएएमए) के एक सैन्य ठिकाने पर किया। बयान में कहा गया, इस दोहरे हमले के जवाब में, हमारे बहादुर एफएएमए की संयुक्त हवाई-जमीन कार्रवाई ने लगभग 50 आतंकवादियों को मार गिराया।सभी यात्रियों को निकालने और स्थानों को सुरक्षित करने की तत्काल व्यवस्था की गई।
हमलों के कुछ घंटों बाद माली के अंतरिम राष्ट्रपति असिमी गोइता ने तीन दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की। माली पर 2020 से सैन्य जुंटा का शासन है।
बिना महिला, बिना पुरुष होगा बच्चों का जन्म
9 Sep, 2023 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लंदन । दुनिया में विज्ञान तेजी से तरक्की कर रहा है कि जो चीजे असंभव लगाती थीं, वे अब संभव होती दिख रही हैं। विज्ञान कहता है कि एक बच्चे के जन्म के लिए मानव स्पर्म और अंडे की जरूरत होती है, लेकिन वैज्ञानिकों ने मुमकिन कर दिया कि इसके बिना भी बच्चे को आसानी से पैदा किया जा सकता है।यह हैरान कर देने वाला काम इजरायल में वैज्ञानिकों की एक टीम ने किया है।
रिपोर्ट के मुताबिक यह वीजमैन इंस्टीट्यूट की टीम ने किया है। टीम का कहना है कि स्टेम कोशिकाओं का उपयोग करके “भ्रूण मॉडल” बनाया गया। इसमें इसतरह के हार्मोन भी निकाले जिससे लैब में प्रेगनेंसी टेस्ट भी पॉजिटिव हो गया। वैज्ञानिकों ने एक बेहद अहम बात कही है। उनका कहना है कि यह नया मॉडल असली भ्रूण की तरह विकसित हो सकता है। यह रोमांचक है क्योंकि इससे हमें यह जानने में मदद मिल सकती है कि बच्चे अपनी मां के अंदर कैसे विकसित होते हैं। हालांकि, अध्ययन में शामिल नहीं होने वाले शोधकर्ता और वैज्ञानिक दोनों इस बात पर राजी नहीं है कि इन मॉडलों को मानव भ्रूण माना जाना चाहिए। वहीं, संरचना काफी हद तक गर्भाशय की स्थिति से मिलती-जुलती है, लेकिन उसके समान नहीं है।
ब्रिटेन का दूसरा सबसे बड़ा शहर बर्मिंघम हुआ दिवालिया, सभी गैर जरूरी खर्च किए गए बंद
8 Sep, 2023 02:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। ब्रिटेन का दूसरा सबसे बड़ा शहर बर्मिंघम दिवालिया हो गया है। बर्मिंघम को चलाने वाले स्थानीय अधिकारियों ने सालाना बजट में कमी के कारण काउंसिल को दिवालिया घोषित कर दिया है। मंगलवार को यहां धारा 114 नोटिस दायर किया गया। इस नोटिस के तहत जरूरी खर्चों को छोड़कर सभी तरह के खर्चों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है। अधिकारियों ने अब अपना पूरा ध्यान सिर्फ जरूरी सेवाओं पर केंद्रित कर दिया है।
बर्मिंघम सिटी काउंसिल को विपक्षी लेबर पार्टी चलाती है। ये यूरोप में 100 से ज्यादा काउंसलर्स वाली सबसे बड़ी लोकल अथॉरिटी है। इसने धारा 114 नोटिस जारी कर कहा कि, कमजोर लोगों और वैधानिक सेवाओं की सुरक्षा को छोड़कर, बाकी सभी सेवाएं तत्काल प्रभाव से बंद की जाती हैं।
काउंसिल ने कहा कि एक बेहद गंभीर वित्तीय स्थिति पैदा हो गई है। क्योंकि उसे समान वेतन दायित्व के पैसे देने होंगे। जो अब तक 650 मिलियन पाउंड से 760 मिलियन पाउंड के बीच में हो चुकी है। लेकिन उसके पास इसकों पूरा करने के लिए संसाधन नहीं हैं।
काउंसिल की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक - इस आधार पर, काउंसिल के अंतरिम डायरेक्टर ऑफ फाइनेंस, फियोना ग्रीनवे ने स्थानीय सरकार अधिनियम की धारा 114(3) के तहत एक रिपोर्ट जारी की है, जो पुष्टि करती है कि काउंसिल के पास समान वेतन खर्च को पूरा करने के लिए अपर्याप्त संसाधन हैं और उसके पास वर्तमान में कोई अन्य संसाधन नहीं हैं कि वो इस दायित्व को पूरा कर सके।
काउंसिल ने कहा कि - काउंसिल पहले से चले आ रहे खर्चों पर नियंत्रण को सख्त करेगी और पकड़ को मजबूत करने के लिए उन्हें धारा 151 अधिकारियों को सौंप देगी। नोटिस का मतलब है कि कमजोर लोगों और वैधानिक सेवाओं की सुरक्षा को छोड़कर सभी नए खर्च तुरंत बंद होने चाहिए।
2012 में अथॉरिटी के खिलाफ एक ऐतिहासिक मामला लाए जाने के बाद से बर्मिंघम काउंसिल ने समान वेतन दावों में लगभग 1.1 बिलियन पाउंड का भुगतान किया। यूके सुप्रीम कोर्ट ने 174 कर्मचारियों के पक्ष में फैसला सुनाया, जिनमें ज्यादातर महिलाएं थीं। जो टीचिंग असिस्टेंट, सफाईकर्मी और कैटरिंग स्टाफ था, जो बोनस लेने से चूक गए थे। आमतौर पर ये पुरुष-प्रधान भूमिकाओं जैसे कूड़ा उठाने वाले और सड़क साफ करने वाले कर्मचारियों को दिया जाता था।
मून मिशन लॉन्च करने वाला 5वां देश बना जापान
8 Sep, 2023 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
टोक्यो । जापान की स्पेस एजेंसी 7 सितंबर यानी आज सुबह अपना मून मिशन लॉन्च किया। मून मिशन स्नाइपर लैंडर के साथ डब्ल्यू2ए रॉकेट तनेगाशिमा स्पेस सेंटर से स्थानीय समयानुसार सुबह 8:42 बजे लॉन्च किया गया। इसके तीन से चार महीने में चंद्रमा की ऑर्बिट में पहुंचने और अगले साल जनवरी में लैंड करने की उम्मीद है। इसकी लॉन्चिंग डेट पहले 26 अगस्त थी। बाद में 28 अगस्त की गई, लेकिन खराब मौसम की वजह से जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी ने इसकी लॉन्चिंग टाल दी थी। चांद की सतह पर लैंडिंग की जापान की यह पहली कोशिश होगी। हालांकि, मई महीने में एक प्राइवेट जापानी कंपनी चांद पर उतरने की कोशिश की, जिसमें असफलता मिली।
जापान का मून मिशन अपने साथ एक नया एक्स-रे टेलिस्कोप और एक लाइट वेट हाई-प्रिशिसन स्पेक्ट्रोस्कोपी मून लैंडर ले गया है। जो भविष्य में चंद्रमा पर लैंडिंग तकनीक बेस के रूप में काम करेगा।टेलीस्कोप सुबह 8:56 बजे रॉकेट से अलग हो गया। जबकि लैंडर के सुबह 9:29 बजे अलग होने की उम्मीद है। भारत के चंद्रयान 3 की कामयाबी के बाद अब जापान के स्लिम लैंडर पर दुनिया की नजरें हैं। कहा जा रहा है कि अब तक के तमाम मून मिशन्स में लैंडिंग के लिहाज से यह सबसे एडवांस्ड टेक्नोलॉजी से लैस है और जिस जगह पर इसे लैंड करना है, ये बिल्कुल उसी स्पॉट पर उतरेगा। रडार से लैस स्लिम लैंडर चंद्रमा के इक्वेटर पर लैंड करेगा।
ग्रीन कार्ड के इंतजार में 11 लाख भारतीय
8 Sep, 2023 12:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन। अमेरिका में रह रहे 11 लाख भारतीयों को ग्रीन कार्ड मिलने का इंतजार है। ये दावा अमेरिका थिंक टैंक कैटो इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट में किया गया है। इसके मुताबिक अमेरिका में रोजगार के लिए ग्रीन कार्ड का आवेदन करने वाले भारतीयों की संख्या 11 लाख तक है। इनमें से 4 लाख लोग ऐसे है जिन्हें ग्रीन कार्ड मिलने तक उनकी मौत हो चुकी होगी।
अमेरिका में प्रवासी लोगों को परमानेंटली रहने के लिए ग्रीन कार्ड या स्थायी निवासी कार्ड दिया जाता है। अमेरिका में रोजगार आधारित नागरिकता के लिए 18 लाख लोगों के आवेदन पेंडिंग में है। इनमें से 63 प्रतिशत यानि 11 लाख भारतीयों के आवेदन हैं। ग्रीन कार्ड को ऑफिशियल भाषा में परमानेंट रेजिडेंट कार्ड कहा जाता है। किसी को ग्रीन कार्ड मिलने का मतलब ये होता है कि वो व्यक्ति उस जगह पर परमानेंटली रह सकता है। सभी देश एक तय सीमा में ये कार्ड लोगों को देते हैं।
अमेरिका थिंक टैंक कैटो इंस्टीट्यूट ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि फैमिली स्पॉन्सर्ड सिस्टम के तहत लगभग 83 लाख नागरिकता के आवेदन पेंडिंग में हैं। रिपोर्ट के मुताबिक भारत के लोगों को ग्रीन कार्ड मिलने में 134 सालों का वेटिंग टाइम लगेगा। ग्रीन कार्ड के लिए दिए गए आवेदनों में से 4 लाख 24 हजार आवेदक नागरिकता मिलने से पहले मर चुके होगें। अमेरिका में साइंस, टेक्नोलॉजी और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में काम करने वालों में अधिकतर भारतीय और चीनी नागरिक हैं। फिर भी हर साल इनमें से कुछ को ही ग्रीन कार्ड मिल पाता है। ग्रीन कार्ड के लिए भारतीयों का बढ़ता इंतजार एक बड़ी समस्या हो गया है। बाइडेन प्रशासन और भारतीय मूल के अमेरिकी सांसदों के प्रयासों के बावजूद भी अब तक इसका कोई हल निकल नहीं पाया है। रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में नागरिकता लेना लगभग नामुमकिन हो गया है।
इकोनॉमिक टाइम्स ने विदेश मंत्रालय के हवाले से बताया कि 2021 में अमेरिका गए 7.88 लाख लोगों ने भारत की नागरिकता छोड़ी। वहीं दूसरे नंबर पर ऑस्ट्रेलिया रहा, जहां 23,533 भारतीयों ने नागरिकता छोड़ दी। इसके बाद तीसरे नंबर पर कनाडा और चौथे पर ब्रिटेन रहा। प्रवासी भारतीयों की सुविधा के लिए भी भारत सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। अमेरिका की यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने घोषणा की थी कि एच1बी वीजा वाले लोगों को अब अपना वर्क वीजा रिन्यू करवाने के लिए कहीं और नहीं जाना पड़ेगा। ये अमेरिका में ही रिन्यू हो जाएंगे। इसके अलावा बेंगलुरु और अहमदाबाद में भी अमेरिकी कॉन्सुलेट ऑफिस खुलने का ऐलान किया गया था।
पराग में आग उगलने वाले की ताकत नहीं, इस कारण निकाला : मस्क
8 Sep, 2023 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन । टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने भारतीय मूल के पूर्व ट्विटर सीईओ पराग अग्रवाल को कंपनी से निकालने का कारण बताया। मस्क की एक नई जीवनी के अनुसार अग्रवाल सोशल मीडिया की मांग अनुसार काम नहीं कर पा रहे थे। पुस्तक से प्रकाशित अंशों के अनुसार, मस्क अग्रवाल के बारे में काफी विचारशील हैं। उन्हें यह कहते हुए उद्धृत किया गया है, वह वास्तव में एक अच्छा लड़का है, लेकिन प्रबंधकों को पसंद किए जाने का लक्ष्य नहीं रखना चाहिए। ट्विटर को आग उगलने वाले ड्रैगन की जरूरत है, और पराग वह नहीं है।
पिछले साल अक्टूबर में उन्होंने 44 बिलियन डॉलर में ट्विटर का अधिग्रहण किया, तब मस्क ने अग्रवाल और पूर्व कानूनी और सार्वजनिक नीति प्रमुख विजया गड्डे को सूचित किया कि कंपनी के साथ उनका रोजगार समाप्त हो गया है। दोनों अधिकारियों को मोटा एग्जिट पैकेज मिलना था। अग्रवाल आखिरी बार 6 अक्टूबर, 2022 को ट्विटर पर सक्रिय थे, और उन्हें मेटा थ्रेड्स सहित किसी भी अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सक्रिय नहीं देखा गया है।
सरकारी अधिकारियों के लिए चीन ने आईफोन के इस्तेमाल पर लगाई रोक
8 Sep, 2023 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बीजिंग। पड़ोसी देश चीन ने अपने सरकारी अधिकारियों के लिए आईफोन के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके साथ ही वह जल्द ही भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले कपड़ों पर भी बैन लगाएगा। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, चीन में अब गलत कपड़े पहनकर सरकार की संवेदनाओं को ठेस पहुंचाने वाले लोगों के लिए जुर्माना तो लगेगा ही, और यहां तक कि जेल की सजा का प्रावधान होने वाला है। मिली जानकारी के अनुसार चीन की विधायिका समिति ने एक ड्राफ्ट भी तैयार किया है, जिसमें पोशाक या भाषण सहित कई तरह के व्यवहार पर रोक लगाई जाएगी। जो चीनी लोगों की भावना के लिए हानिकारक हैं और उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचाते हैं। सांसदों ने अभी तक यह नहीं स्पष्ट नहीं किया कि यह सजा कितनी लंबी होगी या इसमें कितने युआन का जुर्माना लगाया जा सकता है।
वहीं कई विदेशी मीडिया रिपोर्ट्स में दावा है कि लोगों को 15 दिनों तक के लिए हिरासत में भेजा जा सकता है या 5,000 युआन का जुर्माना लगाया जा सकता है। वैसे तो यह ड्राफ्ट इस बात पर भी प्रकाश डालता है कि कैसे चीनी नेता शी जिनपिंग ने सत्ता में अपने एक दशक के दौरान लगभग 1.4 बिलियन लोगों की स्वतंत्रता पर रोक लगाई है, जिसमें इंटरनेट सेंसरशिप को बढ़ाना भी शामिल है। शंघाई के निकट सूज़ौ शहर में पुलिस ने 2022 में सार्वजनिक रूप से किमोनो पहनने के लिए एक महिला को हिरासत में लिया। किमोनो, जापान की राष्ट्रीय पोशाक है। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापान की कार्रवाइयों को लेकर चीन का जापान के साथ लंबे समय से विवाद चल रहा है। इसीलिए महिला को किमोनो पहनने पर अरेस्ट कर लिया गया।
नासा ने खींची विक्रम की तस्वीर, चंद्रयान 3 की दिखाई ऐतिहासिक लैंडिंग
7 Sep, 2023 06:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन । अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने हाल ही में विक्रम की एक अभूतपूर्व तस्वीर जारी की है। एक्स पर जारी तस्वीर के केप्सन में बताया गया है कि यह नासा के लूनर रिकॉनिसेंस ऑर्बिटर ने हाल ही में चंद्रमा पर चंद्रयान-3 के लैंडर की तस्वीर खींची है। नासा ने ये तस्वीर अपने एक्स हैंडल पर शेयर की है। यह तस्वीर चांद पर ऐतिहासिक लैंडिंग के ठीक चार दिन बाद 27 अगस्त को एलआरओ द्वारा ली गई थी। गौरतलब है कि भारत का ऐतिहासिक तीसरा चंद्रयान मिशन 23 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास सफलतापूर्वक लैंड हुआ था। ऐसा करने वाला भारत दुनिया का पहला देश है। अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर तस्वीर साझा करते हुए लिखा, ‘एलआरओ अंतरिक्ष यान ने हाल ही में चंद्रमा की सतह पर चंद्रयान-3 लैंडर की तस्वीर ली है। इसरो का चंद्रयान-3, 23 अगस्त 2023 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव से लगभग 600 किलोमीटर दूर सफल लैंड किया था।
बता दें कि नासा के ऑर्बिटर से लगे कैमरे ने चार दिन बाद विक्रम लैंडर का एक तिरछा फोटो 42-डिग्री स्लू कोण पर लिया था, जिसे उसने नीचे चांद की जमीन को छुआ था। नासा ने आगे लिखा था, ‘वाहन के चारों ओर चमकीला प्रभामंडल रॉकेट प्लम के महीन दानें वाले रेगोलिथ (मिट्टी) के साथ संपर्क के कारण उत्पन्न हुआ था। अमेरिका, चीन और रूस के बाद भारत चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक उतरने वाला चौथा देश बन गया है। इसी बीच, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव से चंद्रयान-3 विक्रम लैंडर की 3-डी ‘एनाग्लिफ़’ तस्वीर एक्स पर शेयर की थी। यह तस्वीर 3 चैनलों को मिलाकर बनाई गई थी।
जो बाइडेन आज पहुंचेंगे भारत, जी-20 बैठक को लेकर बेहद उत्साहित
7 Sep, 2023 05:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन । अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन जी20 नेताओं की बैठक को लेकर बेहद उत्साहित हैं। वे आज गुरुवार को भारत पहुंचने वाले हैं। मिली जानकारी के अनुसार रणनीतिक संचार के लिए अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के समन्वयक जॉन किर्बी व जेक सुलिवन ने बुधवार को यात्रा का पूर्वावलोकन करते हुए संवाददाताओं से कहा कि बाइडेन गुरुवार को नई दिल्ली पहुंचेंगे और शुक्रवार शाम को अपने मेजबान प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं को यह जानकारी दी। किर्बी ने कहा कि वह उन महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर बहुत उत्साहित हैं, जिनका वह जी20 में समर्थन करेंगे। उन्होंने कहा, उनका ध्यान विकासशील देशों के लिए आर्थिक अवसर प्रदान करने, जलवायु से लेकर अमेरिकी लोगों के लिए प्रमुख प्राथमिकताओं पर प्रगति करने पर होगा। रणनीतिक संचार के लिए अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के समन्वयक ने कहा, जी20 में अमेरिका का एक मुख्य लक्ष्य विश्व बैंक की तरह आईएमएफ जैसे बहुपक्षीय विकास बैंकों को फिर से आकार देने और बढ़ाने में मदद करना होगा।
मोदी-बाइडेन द्विपक्षीय बैठक पर किर्बी ने कहा कि यह निश्चित रूप से यहां उनकी बहुत मजबूत द्विपक्षीय चर्चाओं का उचित अनुसरण होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि वे जी20 के एजेंडे पर चर्चा करेंगे, विशेष रूप से आर्थिक सहयोग और बहुपक्षीय निवेश के अवसर, जो जी20 के सामने हैं, और राष्ट्रपति की बहुपक्षीय विकास बैंक सुधार और पुन: आकार देने की तीव्र इच्छा जारी रहेगी। किर्वी ने कहा कि उनकी चर्चाओं में यूक्रेन का युद्ध भी शामिल होगा लेकिन अमेरिका द्वारा रूसी तेल उत्पादों की खरीद पर भारत पर और दबाव डालने की संभावना नहीं है।
राहुल गांधी ब्रुसेल्स पहुंचे, यूरोपीय संघ के सांसदों से करेंगे बातचीत
7 Sep, 2023 04:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ब्रुसेल्स । कांग्रेस नेता राहुल गांधी यूरोप की छह दिवसीय यात्रा पर आज गुरुवार सुबह बेल्जियम की राजधानी ब्रुसेल्स पहुंचे। जानकारी के अनुसार वे वहां भारतीय प्रवासियों और यूरोपीय संघ के सांसदों के साथ बातचीत करेंगे। गौरतलब है कि उनका यूरोपीय संघ का दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जब नई दिल्ली 9 से 10 सितंबर के बीच राष्ट्रीय राजधानी में बहुप्रतीक्षित जी20 शिखर सम्मेलन आयोजित करने वाली है, जहां अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, चीन और अन्य देशों के नेता अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे। उनका यह दौरा भारत जोड़ो यात्रा की पहली वर्षगांठ के साथ भी मेल खाता है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस नेता 7 सितंबर को दोपहर करीब 2:30 बजे ब्रुसेल्स में यूरोप के सांसदों से मुलाकात करेंगे और शाम 7:30 बजे सिविल सोसाइटी के साथ बैठक करेंगे। वह रात करीब 11।30 बजे गैर-भारतीय निवासियों (एनआरआई) के साथ रात्रिभोज करेंगे। सूत्रों ने यह भी कहा कि वह रात साढ़े आठ बजे एक संवाददाता सम्मेलन को भी संबोधित करेंगे। 8 सितंबर को राहुल गांधी ब्रुसेल्स में कारोबारियों के साथ नाश्ता करेंगे और फिर सुबह करीब 9:30 बजे शीर्ष उद्योगपतियों के साथ बैठक करेंगे।
ब्रुसेल्स की यात्रा समाप्त करने के बाद राहुल गांधी 8 सितंबर को ही फ्रांस के पेरिस पहुंचेंगे और पेरिस में साइंसेज पीओ यूनिवर्सिटी में एक इंटरेक्शन कार्यक्रम आयोजित करेंगे और बाद में एक बैठक में भाग लेंगे। उनका रात्रि भोज का भी कार्यक्रम है। 8 सितंबर को रात करीब 9 बजे वह पेरिस में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे और फिर फ्रांस के सांसदों और भारतीय प्रवासियों के साथ बैठक करेंगे। 9 सितंबर को पेरिस की इनाल्को यूनिवर्सिटी में सांसदों के साथ संवाद और बैठकें करेंगे। वह 10 सितंबर को नीदरलैंड पहुंचेंगे और 400 साल पुरानी लीडेन यूनिवर्सिटी का दौरा करेंगे। 11 सितंबर को वह नॉर्वे में रहेंगे और सांसदों से मुलाकात करेंगे और ओस्लो यूनिवर्सिटी में अपना संबोधन देंगे।
विश्व बैंक, आईएमएफ को फिर से आकार देने का आह्वान करेंगे बाइडेन
7 Sep, 2023 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन । अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जी20 नेताओं की बैठक के लिए इस सप्ताह नई दिल्ली के अपने दौरे के दौरान बहुपक्षीय विकास बैंकों को मौलिक रूप से नया आकार देने और बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करेंगे। यह जानकारी दी है व्हाइट हाउस ने। उन्होंने आगे कहा कि जी20 शिखर सम्मेलन के लिए बाइडेन की अन्य प्राथमिकताओं में देशों के लिए ऋण राहत, जलवायु, स्वास्थ्य, डिजिटल प्रौद्योगिकी शामिल होगी, जिसमें अधिक समावेशी डिजिटल परिवर्तन और कृत्रिम बुद्धिमत्ता विकास के लिए एक जिम्मेदार मार्ग और दृष्टिकोण के संबंध में प्रतिबद्धताएं शामिल हैं। पत्नी, प्रथम महिला जिल बाइडेन के कोविड-19 से संक्रमित पाए जाने के कारण अमेरिकी राष्ट्रपति की योजनाएं नहीं बदली हैं।
उनकी कोविड रिपोर्ट नेगेटिव आई है, लेकिन वायरस के संभावित जोखिम के कारण वह रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) द्वारा अनिवार्य सामान्य सावधानियां बरतेंगे, जैसे सार्वजनिक स्थानों और लोगों के आसपास मास्क पहनना। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने मंगलवार को यात्रा का पूर्वावलोकन करने के लिए एक समाचार ब्रीफिंग में कहा कि बाइडेन गुरुवार को नई दिल्ली के लिए रवाना होंगे। बाइडेन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को द्विपक्षीय बैठक करेंगे और फिर अमेरिकी राष्ट्रपति शनिवार और रविवार को जी20 बैठक में भाग लेंगे। राष्ट्रपति के तौर पर बाइडेन का यह पहला भारत दौरा होगा।
वह आखिरी बार 2013 में उपराष्ट्रपति के रूप में वहां गए थे।सुलिवन ने कहा, बहुपक्षीय विकास बैंकों, विशेष रूप से विश्व बैंक और आईएमएफ (अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष) को मौलिक रूप से नया आकार देने और बढ़ाने के एजेंडे पर काम करना अमेरिकी राष्ट्रपति के मुख्य फोकस में से एक होगा। उन्होंने कहा : हम जानते हैं कि विकासशील देशों में पारदर्शी, उच्च गुणवत्ता वाले निवेश जुटाने के लिए ये संस्थान हमारे पास मौजूद कुछ सबसे प्रभावी उपकरण हैं। और यही कारण है कि अमेरिका इन संस्थानों को विकसित करने के लिए इस समय चल रहे प्रमुख प्रयासों का समर्थन कर रहा है, ताकि वे आज और कल की चुनौतियों के लिए तैयार हैं।भारतीय-अमेरिकी अजय बंगा को विश्व बैंक के प्रमुख के रूप में नामित करना इन प्रयासों का एक हिस्सा था, यह बाइडेन प्रशासन पहले भी कह चुका है।
बाइडेन प्रशासन के अमेरिकी कांग्रेस के अनुरोध के अनुसार, विश्व बैंक की अमेरिकी फंडिंग में 25 अरब डॉलर की बढ़ोतरी की ओर इशारा करते हुए अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि अमेरिका को उम्मीद है कि अन्य भागीदार देश उसके नेतृत्व का पालन करेंगे। उन्होंने कहा, हमें उम्मीद है कि जी20 इस स्तर की महत्वाकांक्षा का समर्थन करेगा और बहुपक्षीय विकास बैंकों का एक व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करेगा जो बेहतर, बड़े और अधिक प्रभावी होंगे।यूक्रेन पर रूस के आक्रमण की भी चर्चा होगी।उन्होंने कहा, हम जानते हैं कि जी20 इस बात पर लगातार ध्यान केंद्रित करेगा कि रूस के अवैध और यूक्रेन में चल रहे युद्ध से कैसे निपटता है।
जैसा कि उन्होंने पहले किया है, राष्ट्रपति बाइडेन एक न्यायसंगत और टिकाऊ शांति का आह्वान करेंगे, जो अंतर्राष्ट्रीय कानून, संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों, क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के सिद्धांतों के सम्मान में स्थापित हो, और वह इस बात पर जोर देना जारी रखेंगे कि इन सिद्धांतों को पूरा करने के लिए जब तक समय लगेगा, अमेरिका यूक्रेन का समर्थन करेगा।वास्तविकता यह है कि रूस के अवैध युद्ध के विनाशकारी सामाजिक और आर्थिक परिणाम हुए हैं और ग्रह के सबसे गरीब देश इसका खामियाजा भुगत रहे हैं।
ऑपरेशन के 18 महीने बाद पेट से निकाला रिट्रेक्टर, दर्द से परेशान थी महिला
7 Sep, 2023 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वेलिंग्टन । न्यूजीलैंड में एक महिला की सर्जरी के दौरान एक उपकरण पेट में ही रह गया। जिसे 18 महीने बाद निकाला गया। यह उपकरण (रिट्रेक्टर) खुले सर्जिकल घावों को पकड़ने के काम में इस्तेमाल होता है। मिली जानकारी के अनुसार महिला का करीब 18 महीने पहले सिजेरियन सेक्शन यानी सी-सेक्शन हुआ। बच्चा डिलीवर करने के लिए की जाने वाली सर्जरी के 18 महीने बाद तक उसका रिट्रेक्टर हटाया नहीं गया था। रिपोर्ट के मुताबिक महिला 18 महीनों से भीषण दर्द से पीड़ित थी और सीटी स्कैन के बाद पता चला कि उसके पेट में डिनर प्लेट के आकार का रिट्रेक्टर मौजूद है। स्वास्थ्य नियामकों ने इसे सार्वजनिक अस्पताल की नाकामी करार दिया है। स्वास्थ्य और विकलांगता विभाग के आयुक्त मोराग मैकडॉवेल ने कहा कि यह साफ है कि जो देखभाल प्रदान की गई थी वह ठीक नहीं थी, क्योंकि किसी भी नियमित सर्जिकल जांच के दौरान (रिट्रैक्टर) की पहचान नहीं हो पाई। जिसकी वजह से इसे महिला के पेट के अंदर छोड़ दिया गया था।
उन्होंने कहा कि इसमें शामिल कर्मचारियों के पास इस बात को लेकर कोई खास जवाब नहीं था कि आखिर रिट्रैक्टर पेट में पहुंचा कैसे, या बंद करने से पहले इसकी पहचान क्यों नहीं की गई। यह उपकरण एक एलेक्सिस घाव रक्षक-रिट्रैक्टर है जिसका सर्जरी के दौरान बड़े स्तर पर इस्तेमाल होता है। कमिश्नर की रिपोर्ट में कहा गया है कि ऑकलैंड सिटी अस्पताल में सर्जन की एक टीम ने पहले एलेक्सिस घाव रिट्रेक्टर को एक बड़े रिट्रैक्टर से बदल दिया, लेकिन दूसरा रिट्रेक्टर अनजाने में महिला के पेट में रह गया। क्योंकि रिट्रैक्टर एक गैर-रेडियोपैक आइटम था इसलिए एक्स-रे में पकड़ में नहीं आया। बाद में जब सीटी स्कैन किया गया तो इसके बारे में पता चला।
महिला के कान में था दर्द, अंदर से निकाला जिंदा कॉकरोच
7 Sep, 2023 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सैन फ्रांसिस्को । अमेरिका के कोलंबिया में एक महिला के कान में भयंकर परेशान करने वाला दर्द हो रहा था, लेकिन जब उसने गौर किया तो जिंदा कॉक्रोच बैठा हुआ था, जिसे बाद में चिमटी की मदद से निकाला गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कोलंबिया की रहने वाली एक महिला के कान में एक अजीब सा सेंसेशन हुआ और फिर दर्द होना शुरू हो गया। हालांकि ये दर्द ज्यादा तेज़ नहीं था लेकिन परेशान करने वाला था। उसने अपने दोस्त को इसके बारे में बताया और उसे लगा कि कुछ अंदर फंसा हुआ था। आखिरकार उसने ट्वीज़र्स की मदद से महिला के बाएं कान के अंदर से एक ज़िंदा कॉकरोच निकाला। पहले तो वो अंदर की ओर भाग रहा था लेकिन चिमटी की मदद से इसे कान से बाहर निकाला लिया गया।
कान में कॉकरोच घुसने की घटना भले ही पहली हो, लेकिन इससे पहले भी कान में जीवों के जाने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। एक महिला के ही कान में कुछ वक्त पहले मकड़ी के घुस जाने की भी वीडियो वायरल हुई थी, जिसे डॉक्टर ने बहुत ही होशियारी से बाहर निकाला था। इतना ही नहीं एक महिला के कान से सांप भी निकाले जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। फिलहाल कॉकरोच के ज़िंदा निकलने की घटना के बाद लोगों ने हैरानी जताई और कहा कि ये चेक करना ज़रूरी है कि उसने अंदर अंडे तो नहीं दिए।