विदेश (ऑर्काइव)
जस्टिन ट्रूडो की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कुचलने की कोशिश शर्मनाक: मस्क
2 Oct, 2023 07:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सैन फ्रांसिस्को । टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की अभिव्यक्ति की आजादी को कुचलने की कोशिश के लिए आलोचना की और इसे शर्मनाक बताया। उन्होंने कनाडा सरकार द्वारा ऑनलाइन स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्मों के लिए पंजीकरण अनिवार्य करने के बाद प्रतिक्रिया व्यक्त की। लेखक-पत्रकार ग्लेन ग्रीनवाल्ड ने एक्स पर पोस्ट किया कि दुनिया की सबसे दमनकारी ऑनलाइन सेंसरशिप योजनाओं में से एक से लैस कनाडाई सरकार ने घोषणा की है कि पॉडकास्ट की पेशकश करने वाली सभी ऑनलाइन स्ट्रीमिंग सेवाओं को अनुमति के लिए औपचारिक रूप से पंजीकृत होना चाहिए। ट्रूडो कनाडा में अभिव्यक्ति की आज़ादी को कुचलने की कोशिश कर रहे हैं। शर्मनाक। जब उनके एक अनुयायी ने पोस्ट किया कि ट्रूडो को अपना नाम बदलकर फाल्सेड्यू कर लेना चाहिए, तो टेक अरबपति ने रोते हुए चेहरे वाले इमोजी के साथ प्रतिक्रिया व्यक्त की।
ऋषि सुनक जुटे आधार को मजबूत करने में, अगले पीएम की रेस में शामिल
2 Oct, 2023 06:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लंदन । ब्रिटेन में अगले पीएम की रेस में शामिल ऋषि सुनक इस समय अपना आधार मजबूत करने में जुटे हुए हैं। वे इस सप्ताह के अंत में कंजर्वेटिव पार्टी के सम्मेलन में इसलिए जा रहे हैं कि वह ब्रिटेन को यह विश्वास दिलाना चाहते है कि वह अगला आम चुनाव जीत सकते हैं। उनके स्वयं के कई लॉमेकर्स पहले से ही उस परिदृश्य के लिए तैयारी कर रहे हैं जिसमें वह नहीं हैं। प्रधानमंत्री सुनक ने हाल के दिनों में अपने आधार को मजबूत करने की कोशिश की है। वह ब्रिटेनवासियों के लिए लागत कम करने के नाम पर ग्रीन उपायों पर वापस आ गए हैं और ब्रिटेन की प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजना एचएस2 हाई-स्पीड रेल लिंक के पुनर्मूल्यांकन पर विचार कर रहे हैं। लेकिन राष्ट्रीय सर्वेक्षणों से पता चलता है कि जनवरी 2025 तक होने वाले आम चुनावों के बाद वह ब्रिटेन के पीएम नहीं होंगे। सर्वे में लेबर पार्टी को एक वर्ष से अधिक समय से बढ़त लेते हुए दिखाया गया है। हाल के कुछ सर्वेक्षणों में ऋषि सुनक को पिछड़ते हुए दिखाने के बाद, यूगोव ने इस सप्ताह लेबर पार्टी को 21 अंकों की बढ़त दी। वहीं दो दर्जन से अधिक कंजर्वेटिव सांसदों, सलाहकारों और डोनर्स के साक्षात्कार के अनुसार, ऐसा प्रतीत होता है कि 43 वर्षीय सुनक ने फिलहाल आंतरिक चुनौती के खतरे को दबा दिया है।
इस मामले में जानकारों ने कहा है कि कम से कम 13 संभावित दावेदारों पर नजर रखनी होगी। पीएम सुनक के समर्थकों का कहना है कि उनकी टीम का ध्यान उनके प्रीमियरशिप को सफल बनाने पर है और जो चीज नियंत्रण से परे है, ऐसी घटनाओं से कभी विचलित नहीं होना है। ऋषि सुनक के सहयोगियों ने कहा है कि वे प्रधानमंत्री का समर्थन करने के लिए काम कर रहे हैं और टोरी पार्टी को चुनाव में जीताने पर फोकस कर रहे हैं। कुछ टोरी सदस्य सोचते हैं कि अगर लेबर पार्टी पूर्ण बहुमत हासिल करने में विफल रहती है तो सुनक तब भी जीत हासिल कर सकते हैं या पद पर बने रह सकते हैं।
ब्रिटिश सरकार को भारतीय उच्चायुक्त से माफी मांगनी चाहिए : ब्लूम
2 Oct, 2023 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लंदन । भारतीय उच्चायुक्त को गुरुद्वारे में जाने से रोकने के लिए ब्रिटेन के पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन सरकार के पूर्व सलाहकार कॉलिन ब्लूम ने ब्रिटिश सरकार से माफी मांगने को कहा है। उन्होंने इस मामले में ब्रिटिश सरकार की साफ तौर से आलोचना की है। यूनाइटेड किंगडम में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोराईस्वामी को ग्लासगो के गुरुद्वारे में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने से रोकने के बाद उनसे माफी मांगने की मांग कतरे हुए ब्लूम ने दोराईस्वामी के साथ हुई घटना को शर्मनाम बताते हुए इसे खालिस्तान समर्थक चरमपंथियों की गुरुद्वारों पर कब्जा करके उनकी सत्ता हथियाने की एक कोशिश करार दिया। ब्लूम ने कहा कि ग्लासगो में गुरुद्वारा समिति के लोगों को कुछ खालिस्तानियों ने परेशान किया और फिर भारतीय उच्चायुक्त को कार्यक्रम छोड़ना पड़ा। ब्लूम ने कहा कि यह उन लोगों के लिए बहुत दुखद है जिन्होंने इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने की योजना बनाई थी, जिन्होंने इसे गुरुद्वारे में आयोजित किया था। उन्होंने कहा कि जब मैंने ग्लासगो के गुरुद्वारे में जो कुछ हुआ उसे देखा तो मैं बहुत हैरान रह गया। मुझे लगता है कि यह इस बात पर रोशनी डालता है और साफ करता है कि खालिस्तानी चरमपंथियों का मुद्दा कितना चिंताजनक है। ये यह भी दिखाता है कि खालिस्तान समर्थक किस तरह के कार्यकर्ता हैं और वे क्या करने के लिए तैयार हैं।
बहरहाल स्कॉटलैंड पुलिस ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि मामले की जांच की जा रही है। कॉलिन ब्लूम ने यूके प्रशासन से चरमपंथी तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह करते हुए कहा कि इस घटना के जिम्मेदार लोगों को लगता है कि उनके पास एक वैध कारण है। उन्हें लगता है कि वे लोगों को परेशान कर और डरा सकते हैं। मुझे लगता है कि यह पूरी तरह से गलत है और वे जो कर रहे हैं उसके लिए उनसे निपटने की जरूरत है। मुझे इस घटना में शामिल सभी लोगों के लिए बहुत खेद है। मुझे लगता है कि विशेष रूप से उच्चायुक्त से माफी मांगी जानी चाहिए। सरकार को इंग्लैंड में धार्मिक संगठनों के साथ कैसे बातचीत करनी चाहिए? इस विषय पर सुझाव देने के लिए ब्लूम को ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने एक सलाहकार के रूप में नियुक्त किया था।
प्रचंड गर्मी से ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में आग लगने का खतरा बढ़ा, अधिकारी अलर्ट
2 Oct, 2023 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सिडनी । ऑस्ट्रेलिया का दक्षिण-पूर्व रविवार को लू की चपेट में आ गया। इस लू के कारण जंगलों में आग लगने का खतरा बढ़ गया है। अधिकारियों ने न्यू साउथ वेल्स राज्य में किसी भी प्रकार के आग से जुड़ी हुई ऐक्टिविटी पर प्रतिबंध लगाया है ताकि जंगलों में लाग लगने को सीमित किया जा सके। देश के मौसम पूर्वानुमानकर्ता ने कहा कि कुछ क्षेत्रों में तापमान औसत से 12 डिग्री सेल्सियस तक होगा। वहीं सबसे अधिक आबादी वाले राज्य न्यू साउथ वेल्स की राजधानी सिडनी में तापमान 96.8 आरेनहाइट तक पहुंच सकता है। पूर्वानुमान के अनुसार सिडनी के किंग्सफोर्ड स्मिथ हवाई अड्डे पर सुबह 10 बजे तापमान पहले से ही 82.4 फरेनहाइट था जो औसत से 5 डिग्री अधिक है।
आत्मघाती हमलों में मृतक संख्या बढ़कर 65 हुई
2 Oct, 2023 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कराची । पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत और खैबर पख्तूनख्वा में शुक्रवार को हुए दो अलग-अलग आत्मघाती विस्फोटों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 65 हो गई है। गौरतलब है कि पैगंबर मुहम्मद के जन्मदिन पर बलूचिस्तान के मस्तांग जिले में स्थित मदीना मस्जिद के पास आयोजित जुलूस पर हुए हमले में 60 लोगों की मौत हो गई और 60 से अधिक घायल हुए। वहीं, खैबर पख्तूनख्वा के हांगू शहर में पुलिस थाना स्थित मस्जिद को निशाना बनाकर हमला किया गया जिससे मस्जिद की छत गिर गई और उसकी चपेट में आकर पांच लोगों की मौत हो गई जबकि 12 अन्य घायल हो गए। आतंकवाद रोधी विभाग ने बताया कि बलूचिस्तान में हुए विस्फोटों के सिलसिले में उन्होंने शनिवार को प्राथमिकी दर्ज की।
‘सूत्रों ने आतंकवाद रोधी विभाग (सीटीडी) के हवाले से शनिवार को खबर दी कि अज्ञात हमलावरों के खिलाफ हत्या और आतंकवाद की धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है। अभी तक किसी संगठन ने इन हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, वहीं पूर्व में पाकिस्तान में कुछ बड़े हमलों के लिए जिम्मेदार रहे प्रतिबंधित संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने भी अपनी संलिप्तता से इनकार किया है।
अस्थायी फंडिंग बिल से अमरीका में टला शटडाउन संकट
2 Oct, 2023 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन । अमरीकी सीनेट में फंडिंग बिल पास होने से फिलहाल शटडाउन का खतरा टल गया है। कांग्रेस ने एजेंसियों को खुला रखने के लिए एक अस्थायी फंडिंग बिल स्वीकृत कर राष्ट्रपति जो बाइडन के पास कानून बनने के लिए भेज दिया है। 1 अक्टूबर से पहले ही सीनेट में फंडिंग बिल पास हो गया, जिससे राष्ट्रपति जो बाइडन के सरकार को बड़ी राहत मिली है। सूत्रों के मुताबिक, जल्दबाजी में पास हुआ। इस दौरान व्हाइट हाउस की प्राथमिकता में जीओपी सांसदों की बढ़ती संख्या के विरोध के कारण इस फंडिंग बिल में यूक्रेन को मिलने वाली सहायता को कम कर दिया गया है। वहीं, संघीय आपदा सहायता में 16 बिलियन डॉलर की वृद्धि की गई है। गौरतलब है कि इस बिल को 45 दिनों के लिए सीनेट में मंजूरी दे दी गई है। फिलहाल 17 नवंबर तक शटडाउन का खतरा टल गया है। सदन में कई दिनों की उथल-पुथल के बाद, अध्यक्ष केविन मैक्कार्थी ने अपनी नौकरी को खतरे में डालकर बिल पारित करने के लिए डेमोक्रेट्स पर भरोसा किया।
बिल को लेकर राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि यह अमेरिकियों के लिए अच्छी खबर है, इससे संयुक्त राज्य अमेरिका किसी भी परिस्थिति में यूक्रेन के लिए अमेरिकी समर्थन को बाधित करने की अनुमति नहीं दे सकता। उन्होंने उम्मीद जताई कि मैक्कार्थी यूक्रेन के लोगों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता बनाए रखेंगे और इस महत्वपूर्ण क्षण में यूक्रेन की मदद करने के लिए आवश्यक समर्थन को सुरक्षित रखेंगे। देखा जाए तो अभी के लिए अमेरिका में शटडाउन का खतरा खत्म हो गया है, लेकिन ये राहत महज कुछ ही महीनों की है। आने वाले हफ्तों में कांग्रेस को ओर भी संकट का जोखिम उठाना पड़ सकता है, क्योंकि सरकार को धन देने की आवश्यकता होगी। अगर रविवार से पहले बिल पास नहीं होता तो 2 मिलियन से अधिक संघीय कर्मचारियों आरक्षित सैन्य सैनिकों को बिना वेतन काम करना पड़ता।
उल्लेखनीय है कि यह पैकेज नवंबर के मध्य तक मौजूदा वर्ष 2023 स्तरों पर सरकार को धन देता है और संघीय उड्डयन प्रशासन सहित अन्य प्रावधानों का भी विस्तार करता है। पैकेज को सदन 335-91 द्वारा अनुमोदित किया गया था, जिसमें अधिकांश रिपब्लिकन और लगभग सभी डेमोक्रेट ने समर्थन किया था। सीनेट पारित 88-9 वोट से हुआ। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की की हालिया वाशिंगटन यात्रा के बाद उनका समर्थन करने की कसम खाने वाले दोनों दलों के सांसदों के लिए यूक्रेन सहायता का नुकसान झेलना पड़ा।
नाइजीरिया में 25 लोगों का अपहरण
1 Oct, 2023 08:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अबुजा । नाइजीरिया में दक्षिण-पश्चिमी राज्य ओन्डो के ओसे स्थानीय सरकारी क्षेत्र में बंदूकधारियों ने अंतिम संस्कार के लिए जा रहे एक स्थानीय चर्च के गायक मंडल के कम से कम 25 सदस्यों का अपहरण कर लिया है। ओन्डो में पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि पीड़ितों को बचाने और अपराध में शामिल सभी लोगों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस के अपहरण विरोधी दस्ते और अन्य सामरिक टीमों को क्षेत्र में तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय में काम करते हुए कुछ पीड़ितों को बचाने में महत्वपूर्ण प्रगति की है। उन्होंने हालाँकि बचाए गए लोगों की सटीक संख्या बताने से इनकार कर दिया।
वियतनाम में बाढ़ से नौ लोगों की मौत
1 Oct, 2023 07:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हनोई । वियतनाम के उत्तरी और मध्य क्षेत्रों में 26 सितंबर से 28 सितंबर तक आई बाढ़ में नौ लोगों की मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति लापता है और 10 अन्य घायल हुए हैं। प्राकृतिक आपदा रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय संचालन समिति ने यह जानकारी दी। समिति ने बताया कि भारी बारिश के कारण आई बाढ़ ने घरों, सड़कों, धान और अन्य फसलों को भी नुकसान पहुंचाया है। साथ ही मुर्गियां और मवेशी भी मारे गए। सामान्य सांख्यिकी कार्यालय के अनुसार इस वर्ष के पहले नौ महीनों में देश में प्राकृतिक आपदाओं में 98 लोग मारे गए या लापता हो गए और 103 अन्य घायल हुए हैं।
सर्बिया और कोसोवो के बीच तनाव, अमेरिका ने किसे दी चेतावनी
1 Oct, 2023 11:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बेलग्रेड । यूरोप में यूक्रेन युद्ध के बाद अब एक और जंग की तैयार हो रही है। सर्बिया और कोसोवो के बीच विवाद गंभीर रूप से लेता जा रहा है। अब सर्बिया ने बड़े पैमाने पर टैंक, तोप और सैनिकों को कोसोवो की सीमा पर तैनात कर दिया है। सैन्य विशेषज्ञ सर्बिया के इस सैन्य जमावड़े को अप्रत्याशित करार दे रहे हैं। तनाव को भड़कता देख अमेरिका ने सर्बिया से अनुरोध किया है कि वह अपनी सेना को कोसोवो की सीमा से हटा ले। कोसोवो में जहां नाटो देशों की सेना तैनात है, वहीं सर्बिया को रूस और चीन का समर्थन हासिल है। चीन ने बड़े पैमाने पर हथियार भी सर्बिया को दिए हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय वाइट हाउस ने चेतावनी दी है कि सर्बिया ने कोसोवो की सीमा पर घातक टैंक और तोपें तैनात की हैं। सर्बिया ने यह कदम उत्तरी कोसोवो में एक मठ में घातक संघर्ष के बाद उठाया है। बताया जा रहा है कि हिंसा में कोसोवो का एक पुलिसकर्मी और सर्बिया के 3 बंदूकधारी मारे गए थे। बताया जा रहा है कि यह पिछले कुछ सालों में सर्बिया और कोसोवो के बीच सबसे बड़ी हिंसा है। सर्बिया से अलग होकर कोसोवो अलग देश बना है, लेकिन बेलग्रेड की सरकार ने अभी कोसोवा को स्वीकार नहीं किया है।
वाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा, हम कोसोवो की सीमा पर सर्बिया के बड़े पैमाने पर सैनिकों की तैनाती की निगरानी कर रहे हैं। इसमें सर्बिया की अत्याधुनिक तोपें, टैंक और हथियारों से लैस पैदल सेना शामिल है। हमारा मानना है कि यह बहुत ही अस्थिर करने वाला घटनाक्रम है। हम सर्बिया से अनुरोध करते हैं कि वह अपनी सेना को सीमा से हटा ले। उन्होंने कहा कि सर्बिया ने पिछले सप्ताह से इतनी बड़ी तादाद में सेना की तैनाती की है लेकिन उसके उद्देश्य का पता नहीं चल पा रहा है।
इस बीच सर्बिया के राष्ट्रपति ने सेना के हाई अलर्ट पर होने की रिपोर्ट को खारिज कर दिया है। कोसोवो की सरकार का कहना है कि सर्बिया उनके देश में हथियारबंद अभियान को समर्थन दे रहा है। कोसोवो में हमले के बाद नाटो शांतिरक्षक सेना ने कहा है कि वह अब अपनी उपस्थिति को बढ़ाने जा रही है।
निज्जर मामले में भारत पर आरोप लगाकर खुद के पैर पर ट्रूडो ने मारी कुल्हाड़ी
1 Oct, 2023 10:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ओटावा । कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कनाडाई नागरिक और अलगाववादी सिख नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत सरकार के एजेंटों का हाथ होने का आरोप लगाकर अपनी मुश्किलें अधिक बढ़ा ली हैं। पीएम ट्रूडो को इस आरोप पर देश में कम समर्थन मिला है। कुछ लोगों को कहना है कि प्रधानमंत्री ने अपनी घरेलू राजनीतिक दिक्कतों से ध्यान हटाने के लिए आधी-अधूरी खुफिया जानकारी दी है। ट्रूडो के पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और इंटेलीजेंस चीफ रिचर्ड फाडेन का कहना है, वैसे उन्हें ऐसा करने से कोई फायदा नहीं है। वे कहते हैं, कनाडा को भारत से कूटनीतिक खींचतान में जीतने के लिए अपने सहयोगी देशों की जरूरत है। उनके बिना कनाडा अपने दम पर भारत का मुकाबला नहीं कर सकता है।
अगले दो साल में चौथी बार चुने जाने के लिए तैयारी कर रहे प्रधानमंत्री के लिए भारत से विवाद कठिन समय में खड़ा हुआ है। 2015 के बाद ट्रूडो तीन चुनाव जीत चुके हैं। हर बार उनका बहुमत कम हो रहा है। 2021 में उनकी पार्टी संसद में अल्पमत में थी। सोशलिस्ट न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी से असहज समझौते के कारण ट्रूडो बहुमत कायम रख सके हैं। कई लोगों को संदेह है कि वे 2025 तक अपना कार्यकाल पूरा कर पाएंगे। सत्ता में आठ साल रहने के बाद ट्रूडो की रेटिंग 27 प्रतिशत के एतिहासिक निम्नतम स्तर पर है। 2021 में उनकी रेटिंग लगभग 40 प्रतिशत थी। उनके कंजरवेटिव प्रतिद्वंद्वी पियरे पोइलिवरे की लोकप्रियता 37 प्रतिशत पर है। मिडिल क्लास के बीच ट्रूडो की लोकप्रियता कम हुई है।
जी20 ग्रुप में कुछ देशों की धारणा है कि कनाडा गिरावट पर है। वैसे, ट्रूडो के शासन में कनाडा की जीडीपी 13 प्रतिशत बढ़ी है। यह अमेरिका से थोड़ी कम और यूरोप से बहुत अधिक है। लेकिन, रहन-सहन और हाउसिंग का खर्च अधिक होने से समस्या है। सालाना महगाई जून 2022 के 8 प्रतिशत के शिखर से नीचे आई है। अभी हाल उसमें फिर उछाल आया है। कनाडा उन देशों में शामिल है जहां मकान खरीदना बहुत कठिन है। टूडो के प्रधानमंत्री बनने के बाद आय की तुलना में मकानों के मूल्य 45 प्रतिशत बढ़े हैं। हाउसिंग संकट पर ट्रूडो की कैबिनेट को जानकारी देने वाले अर्थशास्त्री माइक मोफ्ट कहते हैं, मकानों की कीमतों और आय के बीच संबंध के मामले में कनाडा की स्थिति अमीर देशों के ग्रुप ओइसीडी में सबसे बदतर है। कनाडा की स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा रही हैं। एक सर्वे में केवल 48 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं से संतुष्ट हैं।
विदेश नीति के संबंध में ट्रूडो की मुश्किलें भारत तक सीमित नहीं हैं। नाटो गठबंधन के देश कनाडा के मामूली रक्षा खर्च से असंतुष्ट हैं। यह जीडीपी का केवल 1.2 प्रतिशत है। 2018 में चीन में दो कनाडियन नागरिकों की गिरफ्तारी के बाद चीन से कनाडा के संबंध बिगड़े हैं। ट्रूडो ने कनाडा के चुनावों में चीनी हस्तक्षेप की जांच कराने पर दूसरे देशों से सलाह मांगी है।
न्यूयॉर्क में तूफान से बाढ़
1 Oct, 2023 09:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
न्यूयॉर्क । अमेरिका के न्यूयॉर्क में भारी बारिश के साथ तूफान आया। इससे सडक़ों, हाईवे और लोगों के घरों में पानी भर गया। न्यूयॉर्क शहर में 3-6 इंच बारिश हुई। यहां के जॉन एफ कैनेडी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर शुक्रवार दोपहर तक एक दिन में करीब 8 इंच बारिश हुई। 1948 के बाद ये क्षेत्र में हुई अब तक की सबसे ज्यादा बारिश है। वहीं ब्रुकलिन में 3 दिन के अंदर ही 1 महीने की बारिश हो गई। इसके चलते लोग कार और घरों में फंस गए। इन्हें दमकल की टीम और बाकी सुरक्षाकर्मियों ने रेस्क्यू किया। लागार्डिया एयरपोर्ट पर फ्लाइट्स डिले करनी पड़ीं। वहीं, कुछ हिस्सों में मेट्रो की सर्विस बंद हो गई।
लाइव शो में नेताओं में मारपीट
1 Oct, 2023 08:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इस्लामाबाद । पाकिस्तान में इमरान खान की पार्टी पीटीआई के नेता और उनके वकील शेख मरवत और नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन के सांसद अफनान उल्ला के बीच न्यूज चैनल पर लाइव शो के दौरान हाथापाई हो गई। दोनों ही यहां डिबेट में शिरकत कर रहे थे। डिबेट के दौरान करप्शन के मुद्दे पर दोनों में बहस हो गई। शेख मरबत अचानक सीट से उठे और बाजू में बैठे अफनान पर टूट पड़े। इस दौरान शो के होस्ट जावेद चौधरी सिर्फ दोनों से मारपीट न करने की गुजारिश करते रहे। हालात, इस कदर बिगड़ गए कि स्टूडियो में लगा स्टिल कैमरा इसे रिकॉर्ड भी नहीं कर पाया, क्योंकि दोनों नेता लड़ते-लड़ते स्टूडियो के कोने तक पहुंच गए थे और वहां तक कैमरे की पहुंच नहीं थी।
2030 तक बाजार में उपलब्ध होगी नए दांत उगाने की दवा
30 Sep, 2023 07:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
टोक्यो । जापान के क्योटो विश्वविद्यालय के टोरेगेम बायोफार्मा में एक दवा विकसित की जा रही है जिससे नए दांत उगाए जा सकेंगे। वैज्ञानिक जुलाई 2024 से इसका परीक्षण शुरू करने के लिए तैयार हैं, जिसके बाद 2030 तक बाजार में इस दवा के उपलब्ध होने की उम्मीद है। दरअसल मनुष्यों और जानवरों के पास समान रूप से टूथ बडा होता है। यह बच्चों में नया दांत बनाने की क्षमता रखती है। हालांकि, ज्यादातर मामलों में ये बड्स विकसित नहीं होते हैं और अंत में गायब हो जाते हैं। कंपनी ने अब इसी को लेकर एक एंटीबॉडी दवा विकसित की है, जो मुंह में उन प्रोटीन्स को रोकती है जो टूथ बड के विकास को लॉक है। साल 2018 में एक जानवर जिसे फेरेट्स के रूप में जाना जाता है, उसे वैज्ञानिकों द्वारा एंटीबॉडी-दवा दी गई, जिसके परिणामस्वरूप उसमें नए दांतों का सफलतापूर्वक विकास हुआ। इंसानों की तरह ही इन फेरेट्स के बच्चे और स्थायी दांत दोनों होते हैं। ऐसे में कंपनी अब एनोडोंटिया के रोगियों पर परीक्षण करने की योजना बना रही है। एनोडोंटिया एक ऐसी बीमारी है, जो जन्मजात होती है, जिसमें कुछ या सभी स्थायी दांत अनुपस्थित होते हैं।
ओसाका में टोरेगेम बायोफार्मा के सह-संस्थापक और किटानो अस्पताल के डेंटिस्ट और ओरल सर्जरी के प्रमुख कात्सु ताकाहाशी ने कहा, ‘किसी बच्चे के दांत गायब होने से उनके जबड़े की हड्डी के विकास पर असर पड़ सकता है। हमें उम्मीद है कि दवा उन समस्याओं को हल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।’ भविष्य में यह उन लोगों के भी उपयोगी होगी, जिनके दांत कैविटी के कारण खराब हो गए हैं।इस परीक्षण के तहत दांतों के विकास को प्रेरित करने के लिए बच्चों को एक इंजेक्शन का डोज़ लगाया जाएगा।
पाक ने सांप को खाने वाली बकरी को बनाया राष्ट्रीय पशु
30 Sep, 2023 06:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लंदन । मार्खोर एक ऐसी पहाड़ी बकरी है, जो हिमालयन क्षेत्र में पाई जाती है। ये पाकिस्तान का राष्ट्रीय पशु भी है। इसके बारे में माना जाता है कि ये सांपों की दुश्मन होती है और उन्हें चबाकर खा जाती है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने तो सांप चबाती हुई इस बकरी को अपना प्रतीक चिन्ह भी बनाया हुआ है। सच्चाई क्या है, जानते हैं इस बकरी के बारे में। मार्खोर जंगली बकरी है, जो हिमालयन इलाकों में पाई जाती है। जिसे लेकर बहुत सी किंवदंतियां हैं। ये माना जाता है कि ये ऐसा पशु है जो सांप का दुश्मन नंबर एक है। उन्हें खोजता है और मारकर चबा लेता है। अगर आप पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का प्रतीक चिंह देखेंगे तो ये सांप चबाता हुआ एक मार्खोर है। वैसे ये पशु पाकिस्तान का नेशनल एनीमल भी है। आगे हम जानेंगे कि क्या ये वास्तव में सांप खाता है।दरअसल मार्खोर एक फ़ारसी शब्द है जिसका अर्थ होता सांप खाने वाला या सांप-हत्यारा।
लोककथाएं कहती हैं कि ये जानवर कथित तौर पर अपने सर्पिल सींगों से सांपों को मारने और फिर सांपों को खा जाने में सक्षम है। लोग ये भी मानते हैं कि यह सर्पदंश से जहर निकालने में मदद करता है। हालांकि मार्खोर द्वारा सांपों को खाने या उन्हें सींगों से मारने का कोई प्रमाण नहीं है। लेकिन एक सच्चाई जरूर है। सच्चाई ये है कि मार्खोर जहां भी सांप को देख लेता है, उन्हें अपने शक्तिशाली खुरों से मार देता है। कई बार सांप को मारने के लिए अपनी घुमावदार मजबूत सींगों का भी इस्तेमाल करता है। माना जाता है कि जहां मार्खोर रहते हैं, वहां सांप नजर नहीं आते। चार्ल्स डार्विन ने अनुमान लगाया था कि समकालीन बकरी की शुरुआत मार्खोर से हुई होगी। ये ताकतवर होता है।
ये06 फीट तक ऊंचा खड़ा होता है, जिसका वजन 240 पाउंड तक होता है। इसके जबड़े से पेट के नीचे तक फैली हुई एक घनी दाढी होती है। उत्तरी भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान से लेकर तुर्किस्तान तक मार्खोर 2,000 से 11,800 फीट की ऊंचाई तक के पहाड़ों में रहते हैं। वे आम तौर पर झाड़ियों वाले जंगलों में रहते हैं। मुख्य तौर पर वो शाकाहारी ही होते हैं लेकिन लड़ाकू होते हैं। आपस में ये तब खूब लड़ते हैं जब ग्नुप की मादा पर इन्हें अधिकार जमाना होता है। आमतौर पर ये झुंड में रहते हैं। झुंड में मार्खोर की औसत संख्या 09 के आसपास होती है। इसमें मादाएं और बच्चे शामिल होते हैं।
अमेरिका में कुछ खतरनाक हो रहा है: बाइडन
30 Sep, 2023 05:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वॉशिंगटन । अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की संभावित वापसी को लेकर राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि अमेरिका में कुछ खतरनाक हो रहा है। उन्होंने इसे देश के लोकतंत्र के लिए खतरा बताया। बाइडन ने कहा कि लोकतंत्र तब मर जाता है जब लोग चुप रहते हैं और खड़े नहीं होते। उन्होंने मतदाताओं से अपील की कि वह देश के लोकतंत्र को मजबूत बनाए रखें। एरिजोना में बाइडन ने अपने भाषण में कहा, “अमेरिका में अब कुछ खतरनाक हो रहा है।” उन्होंने कहा कि ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ (एमएजीए) एक चरमपंथी आंदोलन है जो हमारे लोकतंत्र के लिए खतरा पैदा कर रहा है। हम सभी को याद रखना चाहिए कि लोकतंत्र को बंदूक की नोक पर नहीं रखना चाहिए। इसमें कोई संदेह नहीं है कि आज की रिपब्लिकन पार्टी एमएजीए रिपब्लिकन चरमपंथियों द्वारा संचालित है।
बाइडन ने ट्रंप के राजनीतिक आंदोलन के लिए संक्षिप्त नाम का उपयोग करते हुए कहा, “उनका चरम एजेंडा, यदि लागू किया गया, तो अमेरिकी लोकतंत्र की संस्थाओं को मौलिक रूप से बदल देगा।”2022 के मिड टर्म चुनावों की अगुआई में, बाइडन ने फिलाडेल्फिया के इंडिपेंडेंस हॉल के सामने एक शानदार भाषण दिया, जिसमें एमएजीए ताकतों पर आरोप लगाया गया कि पिछली बार 81 मिलियन लोगों के वोटों को रद्द करने के लिए हर संभव कोशिश की गई थी। बाइडन के मुताबिक, वह (ट्रंप) राष्ट्रपति पद पर वापस इसलिए आना चाहते हैं ताकि वह प्रतिशोध ले सकें। ट्रंप का कहना है कि संविधान ने उन्हें राष्ट्रपति के रूप में जो चाहें करने का अधिकार दिया है।
हालांकि बाइडन ने इस पर कहा, “मैंने कभी राष्ट्रपतियों को मजाक में ऐसा कहते नहीं सुना। मैं स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव और सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण में विश्वास करता हूं। मेरा मानना है कि अमेरिका में राजनीतिक हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है।” बाइडन ने पिछले हफ्ते ब्रॉडवे थिएटर में कहा था, “कोई सवाल ही नहीं है कि डोनाल्ड ट्रंप और उनके एमएजीए रिपब्लिकन अमेरिकी लोकतंत्र को नष्ट करने के लिए दृढ़ हैं और मैं हमेशा हमारे लोकतंत्र की रक्षा, सुरक्षा के लिए लड़ाई लड़ूंगा।”