विदेश (ऑर्काइव)
अफगानिस्तान में 30 मिनट में 4 भूकंप के झटके
8 Oct, 2023 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हेरात। अफगानिस्तान में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.3 रही। इसके बाद 30 मिनट के अंदर यहां 3 आफ्टर शॉक भी आए। भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के हेरात शहर से करीब 40 किमी की दूरी पर था। मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक, यहां अब तक 14 लोगों की मौत हो गई है। वहीं करीब 78 लोग घायल हुए हैं।
हालांकि, तालिबान सरकार की तरफ से अब तक कोई बयान सामने नहीं आया है। अफगानिस्तान के समय के मुताबिक, भूकंप सुबह करीब 11 बजे आया। इसके बाद मीडिया रिपोट्र्स में कई बिल्डिंग्स के भी ढहने की जानकारी सामने आई है। इसकी वजह से मौत का आंकड़ा बढऩे की आशंका है। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, अफगानिस्तान में आए आफ्टर शॉक्स की तीव्रता 5.5, 6.3 और 5.9 रही।
इससे पहले अफगानिस्तान में 14 सितंबर को भी 4.3 तीव्रता का भूकंप आया था। मार्च में अफगानिस्तान में आए भूकंप में करीब 13 लोगों की मौत हो गई थी। इसमें 300 लोग घायल हुए थे। अफगानिस्तान में आखिरी बड़ा भूकंपी जून 2022 में आया था। इसकी तीव्रता 6.1 रही थी। पक्तिका प्रान्त में आए भूकंप में करीब हजार लोगों की मौत हुई थी। वहीं 1500 लोग घायल हो गए थे।
जल्द मिल सकते हैं बाइडेन-जिनपिंग
8 Oct, 2023 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वॉशिंगटन । अगले महीने यानी नवंबर में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीन के प्रेसिडेंट शी जिनपिंग की मुलाकात हो सकती है। दोनों लीडर्स की मीटिंग सैन फ्रांसिस्को में हो सकती है। फिलहाल इसकी प्लानिंग की जा रही है। कुछ भी कन्फर्म नहीं है। इस मुलाकात को दोनों देशों के रिशतों को ट्रैक पर लाने के नजरिए से अहम माना जा रहा है। व्हाइट हाउस के एक सीनियर अफसर ने कहा- आने वाले समय में चीन के विदेश मंत्री अमेरिका के दौरे पर जाने वाले हैं इसके बाद ही बाइडेन और जिनपिंग की मुलाकात की जानकारी साफ तौर पर मिल पाएगी।
अमेरिका के इस शहर में सबसे ज्यादा बार दिखाई दिए एलियंस
7 Oct, 2023 06:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वॉशिंगटन । अमेरिका हमेशा यूएफओ से जुड़ी घटनाओं को लेकर चर्चा में रहता है। ऐसा भी दावा किया जाता है कि यहां एलियंस भी आते हैं। खबर आ रही है कि मैरीलैंड में लगभग 2 हजार लोगों ने आसमान में अज्ञात उड़ने वाली वस्तुओं (यूएफओ) को देखा है। यह दावा नेशनल यूएफओ रिपोर्टिंग सेंटर द्वारा साझा की गई रिपोर्ट में हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया कि आसमान में 4 घूमती हुई डिस्क देखी गईं और प्रत्येक डिस्क का रंग अलग था। 1,923 रिपोर्टों में कहा गया है कि अलग-अलग आकृतियों में यूएफओ को देखा गया। इन वस्तुओं का आकार, वृत्त, अंडाकार, त्रिकोण और हीरे से लेकर कई अलग-अलग आकृतियों से मिलता जुलता है। नेशनल यूएफओ रिपोर्टिंग सेंटर द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार मैरीलैंड सबसे अधिक यूएफओ देखे जाने वाला 25वां अमेरिकी राज्य है। वहीं कुल 16,084 दृश्यों के साथ कैलिफोर्निया में सबसे अधिक बार यूएफओ देखा गया।
जहां कैलिफोर्निया में 16,084 सबसे ज्यादा यूएफओ को देखा गया। वहीं फ्लोरिडा में 8,205 बार यूएफओ देखा गया। वॉशिंगटन में 7,145 बार देखा गया। टेक्सास में 6,107 बार यूएफओ देखा गया। न्यूयॉर्क में 5,834 बार देखा गया। पेंसिल्वेनिया में 4,984 बार यूएफओ दिखाई दिया। एरिजोना में 4,909 बार यूएफओ दिखाई दिया।
ओहियो में 4,412 बार दिखाई दिया। इलिनोइस में 4,247 बार यूएफओ दिखाई दिया। उत्तरी कैरोलिना में 3,630 बार यूएफओ दिखाई देने की बात रिपोर्ट की गई हैं।
नासा टीम ने यूएफओ देखे जाने पर और अधिक शोध की मांग की है। पिछले महीने, नासा की अध्ययन टीम ने इन दृश्यों पर शोध पर गहन डेटा विश्लेषण की बात कही थी। जांच समूह ने कहा कि अधिकांश चीजों की पहचान विमानों, गुब्बारों, ड्रोन और मौसम की घटनाओं के रूप में की जाती है, लेकिन उन्हें पूरी तरह से समझने के लिए और अधिक वैज्ञानिक अनुसंधान की आवश्यकता है।
कॉस्मेटिक सर्जरी के कारण अर्जेंटीना की पूर्व ब्यूटी क्वीन जैकलीन कैरीरी का निधन
7 Oct, 2023 05:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन । कॉस्मेटिक सर्जरी के कारण अर्जेंटीना की पूर्व ब्यूटी क्वीन और अभिनेत्री जैकलीन कैरीरी का 48 साल की उम्र में निधन हो गया। लैटिन अमेरिकी सिनेमा का एक बड़ा नाम, मॉडल-अभिनेत्री की कैलिफोर्निया में मृत्यु की खबर उनके प्रशंसकों के लिए सदमे की तरह आई। उनकी मृत्यु का कारण रक्त का थक्का बनना बताया जा रहा है। रिपोर्टों के अनुसार कई चिकित्सीय जटिलताएं पैदा हुईं, जिससे अंततः खून का थक्का बन गया, जिससे उनकी दुखद मृत्यु हो गई। जब उन्होंने अंतिम सांस ली तब उनके बच्चे क्लोए और जूलियन उनके पास ही थे।
अभिनेत्री और ब्यूटी क्वीन की मौत की खबर सोशल नेटवर्क के माध्यम से घोषित की गई थी। जैकलिन को अपने जिले की रानी का ताज पहनाया गया था और वह 1996 में अर्जेंटीना में सैन राफेल एन वेंडिमिया अंगूर फसल उत्सव में सौंदर्य प्रतियोगिता में उपविजेता भी रही थीं। उनके इंस्टाग्राम पेज पर एक पोस्ट में लिखा है, आज हम अपने अनुयायियों को दुखद समाचार के बारे में सूचित करना चाहते हैं, जैकलीन कैरिएरी का निधन हो गया है। रीनास डी सैन राफेल से हम चाहते हैं इस कठिन क्षण में परिवार और दोस्तों के प्रति हमारी संवेदनाएं भेजें।
2 अक्टूबर को आधिकारिक बयान भी जारी किया गया जिसमें लिखा था, जैकलिन कैरियरी का निधन हो गया है। इसमें कहा गया है, वह हमारे विभाग के एक नाटक की अभिनेत्री थी, जो कुछ दिनों पहले तक रोमा थिएटर में चल रहा था। वह एक प्रतिभाशाली महिला थी। जैकेलिन के पास जैकेलिन कैरिएरी बुटीक नामक एक हाई-एंड फैशन स्टोर भी था, जिसे दुर्भाग्य से महामारी के दौरान अपने दरवाजे बंद करने पड़े। बयान में कहा गया कि वह कई वर्षों तक सैन राफेल पेजेंट रानियों के कपड़े पहनने के लिए जानी जाती थी, जिससे विया ब्लैंका और कैरुसेल वेंडीमियल परेड के दौरान उनके कपड़े चमक उठे।
पाकिस्तानी सरकार का परमाणु ऊर्जा विभाग के करीब विस्फोट की खबरें
7 Oct, 2023 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लौहार । पाकिस्तान के डेरा गाजी खान में विस्फोट जैसी आवाज आने की सूचना मिली, जहां पाकिस्तानी सरकार का परमाणु ऊर्जा विभाग स्थित है। बताया गया है कि विस्फोट का प्रभाव घटनास्थल से लगभग 50 किलोमीटर दूर महसूस किया गया। यह कुछ ही घंटों के अंतराल में बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में दो आत्मघाती विस्फोटों के कुछ ही दिनों बाद आया है। 2012 से तहरीक-ए-तालिबान-पाकिस्तान (टीटीपी) ने इस परमाणु इकाई पर हमले की कई धमकियां दी है।
दोहरे विस्फोटों में कम से कम 65 लोग मारे गए। बलूचिस्तान में विस्फोट एक मस्जिद के पास हुआ जब एक हमलावर ने एक पुलिस वाहन के पास विस्फोट कर दिया, जहां लोग पैगंबर मोहम्मद के जन्मदिन के उपलक्ष्य में जुलूस के लिए एकत्र हो रहे थे। खैबर पख्तूनख्वा में भी एक मस्जिद में धमाका हुआ।
नरगिस मोहम्मदी को शांति का नोबेल
7 Oct, 2023 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
तेहरान । ईरान में महिलाओं के हक के लिए लडऩे वाली नरगिस मोहम्मदी को नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया है। बता दें, फिलहाल वे जेल में बंद हैं। नरगिस मोहम्मदी ने मानवाधिकारों को बढ़ावा देने और ईरान में महिलाओं के उत्पीडऩ के खिलाफ लड़ाई को लेकर नोबेल शांति पुरस्कार 2023 जीता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, समिति ने कहा कि इस साल का नोबेल शांति पुरस्कार उन सैकड़ों-हजारों लोगों को भी पहचान देता है, जिन्होंने महिलाओं को निशाना बनाने वाली भेदभाव और धार्मिक शासन की उत्पीडक़ नीतियों के खिलाफ आवाज उठाई है। ईरान में महिलाओं के हक के लिए लडऩे वाली नरगिस मोहम्मदी को नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया है। वह 19वीं महिला हैं, जिन्हें यह पुरस्कार मिला है। बता दें, फिलहाल वे जेल में बंद हैं।
नरगिस मोहम्मदी ने मानवाधिकारों को बढ़ावा देने और ईरान में महिलाओं के उत्पीडऩ के खिलाफ लड़ाई को लेकर नोबेल शांति पुरस्कार 2023 जीता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, समिति ने कहा कि इस साल का नोबेल शांति पुरस्कार उन सैकड़ों-हजारों लोगों को भी पहचान देता है, जिन्होंने महिलाओं को निशाना बनाने वाली भेदभाव और धार्मिक शासन की उत्पीडक़ नीतियों के खिलाफ आवाज उठाई है।
नोबेल समिति का कहना है कि नरगिस ने महिलाओं की आजादी और उनके हक के लिए कई बार आवाज उठाई है। वो 13 बार गिरफ्तार हो चुकी हैं। समिति ने शांति पुरस्कार की घोषणा ईरान की महिलाओं के नारे जन- जिंदगी-आजादी के साथ की। 51 साल की नरगिस अब भी ईरान की एवान जेल में कैद हैं। उन्हें 31 साल की जेल और 154 कोड़ों की सजा सुनाई गई है। ईरान ने उनको सरकार के खिलाफ प्रोपेगैंडा फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
रूस ने परमाणु मिसाइल की टेस्टिंग की
7 Oct, 2023 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मास्को। रूस ने ब्यूरवेस्टनिक मिसाइल की टेस्टिंग की है। ये मिसाइल परमाणु बमों को ले जाने में सक्षम है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने कहा- ये परमाणु मिसाइल हजारों मिल दूर से हमला कर सकती है। हमने सरमत मिसाइल सिस्टम का काम भी पूरा कर लिया है। पहली बार इस मिसाइल का जिक्र 2018 में हुआ था। कई रिपोट्र्स के मुताबिक, ब्यूरवेस्टनिक मिसाइल के पिछले टेस्ट फेल हुए हैं और इसकी खूबियों के बारे में आधिकारिक जानकारी नहीं है। वहीं, पिछले महीने सैटेलाइट इमेज वायरल हुई थीं, जिनमें आर्कटिक के नोवाया जेमल्या आईलैंड पर रूस की नई न्यूक्लियर फैसिलिटी दिखाई गई थी। इसी जगह सोवियत यूनियन ने 1955 से 1990 तक परमाणु परीक्षण किए थे। साइंस एंड ग्लोबल सिक्योरिटी जर्नल के मुताबिक, यहां 130 परमाणु परीक्षण हुए थे।
ताइवान में तूफान से तबाही
7 Oct, 2023 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ताइवान। टाइफून कोइनू ने ताइवान में दस्तक दे दी है, जिससे भारी बारिश हुई और तेज हवाएं चल रही हैं। तूफान के कारण कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए और बिजली गुल हो गई। तेज हवाओं के कारण बिजली के खंबे तक मुड़ गए। रास्ते में खड़ी गाडिय़ां गिर गईं। ताइवान मौसम विज्ञान एजेंसी ने चेतावनी दी है कि तूफान से कुछ इलाकों में बाढ़ और भूस्खलन हो सकता है। कोइनू ने ताइवान में बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया है। बाढ़ और गिरे पेड़ों के कारण उड़ानें और ट्रेन सेवाएं रद्द कर दी गई हैं और सडक़ों को बंद कर दिया गया है। ताइवान सरकार ने बचाव प्रयासों में मदद के लिए आपातकालीन कर्मचारियों को जुटाया है। राहत और बचाव कार्यों में मदद के लिए सेना को तैनात किया गया है और सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों में भोजन और पानी भी भेजा है।
पैरालाइजड का शिकार हुई 95 छात्रायें उपचाररत
6 Oct, 2023 06:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
काकामेगा । केन्या के काकामेगा काउंटी में हाईस्कूल की लगभग 95 छात्रायें अचानक एक ही गंभीर बीमारी का शिकार हुई। सेंट थेरेसा एरगी हाई स्कूल की इन छात्राओं का निचला हिस्सा पैरालाइज हो गया जिसके चलते कुछ सप्ताह से वे अस्पताल में भर्ती हैं। इस कथित महामारी ने लड़कियों के परिवार वाले गहरे सदमें में है। इस भयंकर घटना के बाद से स्कूल को अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिया गया है।
सूत्रों ने बताया कि इस बीमारी से अचानक छात्राओं के पैर सुन्न हो गये जिससे वे चलने-फिरने में असमर्थ हो गई। सोशल मीडिया पर वायरल क्लिप में लड़कियों को लड़खड़ाकर चलते हुए देखा गया। काकामेगा काउंटी के स्वास्थ्य सीईसी बर्नार्ड वेसोन्गा ने बताया कि अज्ञात बीमारी का कारण समझने के लिए छात्राओं के ब्लड, यूरीन और स्टूल के सैंपल लिए गए हैं। हालांकि अभी तक इसका सटीक कारण पता नहीं लग पाया है।
पुतिन की दो टूक, भारत और रुस के संबंधों में खटास पैदा करने की कोशिश नहीं करे पश्चिमी देश
6 Oct, 2023 05:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सोची । रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका सहित पश्चिमी देशों को दो टूक कहा है कि कोई भी देश भारत और रूस के बीच खटास पैदा करने की कोशिश न करे। पुतिन ने कहा कि भारत सरकार अपने नागरिकों के हितों के लिए स्वतंत्र रूप से काम कर रही है। इसके बाद मॉस्को और नई दिल्ली के बीच दरार पैदा करने की पश्चिमी देशों की कोशिश बेकार है। रूसी राष्ट्रपति ने काला सागर के एक रिसॉर्ट में अपने मुख्य भाषण में कहा, पश्चिमी देश हरेक को दुश्मन बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जो उनके सुर में सुर नहीं मिलाते हैं। हर कोई खतरे में है, यहां तक कि भारत भी, लेकिन भारतीय नेतृत्व अपने राष्ट्र के हित में स्वतंत्र रूप से काम कर रहा है। उन्होंने दो टूक कहा, भारत को रूस से दूर करने की कोशिशें व्यर्थ हैं, भारत एक स्वतंत्र देश है।
पुतिन की टिप्पणी उस समय में आई है, जब पश्चिमी देशों द्वारा रूस पर प्रतिबंध लगाने के बावजूद भारतीय रिफाइनरी कंपनियों ने रियायती दर पर रूस से क्रूड ऑयल खरीदी, जिसकी आलोचना हो रही है। पिछले साल फरवरी में यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद अमेरिका और यूरोपीय संघ ने रूस से कच्चा तेल खरीदना बंद कर दिया था लेकिन भारत ने ऐसा नहीं किया और कम दाम पर रूस से कच्चा तेल खरीदा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ कर पुतिन ने कहा कि उनके नेतृत्व में भारत और मजबूत हो रहा है। पुतिन ने कहा, भारत की आबादी 1.5 अरब से अधिक है, आर्थिक विकास 7 फीसदी से अधिक है...यह एक शक्तिशाली देश है, ताकतवर देश है और यह प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में और मजबूत हो रहा है। उन्होंने कहा कि रूस की तरह भारत की भी कोई सीमा नहीं है, क्योंकि भारतीय दुनिया के लगभग सभी हिस्सों में अपनी अमिट छाप छोड़ रहे हैं।
रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और दक्षिण अफ्रीका जैसे शक्तिशाली देश संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अधिक प्रतिनिधित्व के हकदार हैं। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में धीरे-धीरे सुधार होना चाहिए। फरवरी 2022 में यूक्रेन के खिलाफ आक्रमण शुरू करने के बाद से पुतिन रूस से बाहर नहीं गए हैं।
बता दें कि रूसी नेता के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय ने गिरफ्तारी वारंट जारी कर रखा है। अगर वह दक्षिण अफ्रीका जाते तब उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता था क्योंकि आईसीसी सदस्य के रूप में दक्षिण अफ्रीका इंटरनेशनल कोर्ट के नियम मानने को बाध्य था।
फुकुशिमा परमाणु संयंत्र ने समुद्र में संशोधित रेडियोएक्टिव जल की दूसरी खेप छोड़ी
6 Oct, 2023 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
टोक्यो । जापान में मार्च 2011 में आए भीषण भूकंप और सुनामी से लगभग तबाह हुए फुकुशिमा परमाणु संयंत्र के संचालक ने कहा कि संशोधित रेडियोधर्मी जल की दूसरी खेप को समुद्र में छोड़ने की प्रक्रिया शुरु की गई हैं। संशोधित रेडियोधर्मी जल की पहली खेप को समुद्र में छोड़ने की प्रक्रिया सुचारू रूप से समाप्त हो गई जिसके बाद दूसरे चरण की प्रक्रिया शुरू की गई है। संयंत्र के संचालक ‘तोक्यो इलेक्ट्रिक पावर कंपनी होल्डिंग्स’ (तेपको) ने कहा कि कर्मचारियों ने संशोधित रेडियोधर्मी जल को समुद्र में छोड़ने के लिए एक पंप चालू कर दिया।
शोधित जल को समुद्र में छोड़ने की प्रक्रिया दशकों तक चलने की संभावना है। इस योजना का मछुआरा समुदाय और दक्षिण कोरिया सहित पड़ोसी देशों ने काफी विरोध किया है। जापान के मछुआरा समुदाय ने इस योजना का यह कहते हुए विरोध किया था कि इससे ‘सीफूड’ की साख गिरेगी। चीन ने जापान से ‘सीफूड’ के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है जिससे जापानी ‘सीफूड’ उत्पादकों तथा निर्यातकों को काफी नुकसान हो रहा है।
संयंत्र ने सबसे पहले 24 अगस्त को संशोधित रेडियोधर्मी जल को समुद्र में छोड़ने की प्रक्रिया शुरू की थी और यह 11 सितंबर को समाप्त हुई थी। तेपको ने बताया कि 10 टैंकों से 7,800 टन शोधित जल समुद्र में छोड़ा। दूसरे चरण में उसकी 17 दिन में 7,800 टन शोधित जल प्रशांत महासागर में छोड़ने की योजना है। संयंत्र में करीब 1,000 टैंकों में लगभग 13.4 लाख टन रेडियोधर्मी जल रखा है।
फिर मंडराया सुनामी का खतरा, जापान में भूकंप के तेज झटके आए
6 Oct, 2023 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
टोक्यो । एक बार फिर जापान में सुनामी का खतरा मंडराने लगा है। यहां पर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। इस भूकंप की तीव्रता रिएक्टर पर 6.6 बताई जा रही है। इसके बाद जापानी मौसम विज्ञान एजेंसी ने सुनामी को लेकर भी चेतावनी जारी कर दी है। जापान ने देश के पूर्वी तट पर इज़ू प्रायद्वीप के द्वीपों के लिए 1 मीटर की सुनामी की सलाह जारी की। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी के अनुसार, सुबह 11 बजे तोरीशिमा द्वीप के पास आए भूकंप के बाद यह चेतावनी दी गई, जिसकी प्रारंभिक तीव्रता 6.6 थी। भूकंप का केंद्र टोक्यो से लगभग 550 किलोमीटर (340 मील) दक्षिण में प्रशांत महासागर में था। गौरतलब है कि धरती पर जापान सबसे अधिक भूकंप प्रभावित इलाकों में से एक माना जाता है। यहां पर 2011 में आए भीषण भूकंप की वजह से सुनामी ने उत्तरी जापान के बड़े हिस्से को नष्ट कर दिया था और फुकुशिमा परमाणु संयंत्र को भी इससे भीषम क्षति पहुंची थी।
अमेरिका ने किया आपातकालीन अलर्ट परीक्षण
6 Oct, 2023 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लॉस एंजिल्स । अमेरिकी की बाइडन सरकार ने देशव्यापी आपातकालीन अलर्ट परीक्षण आयोजित किया है। अमेरिकी संघीय आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी (फेमा) के अनुसार, राष्ट्रीय परीक्षण में आपातकालीन चेतावनी प्रणाली (ईएएस) और वायरलेस आपातकालीन अलर्ट (डब्ल्यूईए) की क्षमताओं का परीक्षण किया गया। खबरों के मुताबिक परीक्षण का डब्ल्यूईए भाग उपभोक्ता सेल फोन के लिए निर्देशित किया गया था। परीक्षण का ईएएस भाग रेडियो और टेलीविजन के लिए था। फेमा के अनुसार, परीक्षण का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सिस्टम जनता को आपात स्थितियों के बारे में चेतावनी देने का प्रभावी साधन बना रहे।
तुर्की सेना का इराक में पीकेके के खिलाफ तीसरा हवाई अभियान
6 Oct, 2023 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अंकारा । राजधानी अंकारा में आत्मघाती बम हमले के बाद तुर्की की सेना ने इराक में तीसरा सीमा पार हवाई अभियान चलाया। तुर्की के विदेश मंत्री हाकन फ़िदान ने एक सुरक्षा बैठक में चेतावनी दी कि सीरिया और इराक में प्रतिबंधित कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (पीकेके) और सीरियाई कुर्द पीपुल्स प्रोटेक्शन यूनिट्स (वाईपीजी) के बुनियादी ढांचे और ऊर्जा सुविधाएं अब तुर्की सेना के निशाने पर हैं। फ़िदान ने खुलासा किया कि अंकारा में हाल ही में हुए आत्मघाती बम हमले के लिए ज़िम्मेदार दो हमलावर सीरिया से आए थे। एक समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार तुर्की के आंतरिक मंत्रालय ने दोनों हमलावरों की पहचान पीकेके सदस्यों के रूप में की है। तुर्की, अमेरिका और यूरोपीय संघ द्वारा आतंकवादी संगठन के रूप में सूचीबद्ध पीकेके तीन दशकों से अधिक समय से तुर्की सरकार के खिलाफ विद्रोह कर रहा है। रविवार को तुर्की के आंतरिक मंत्रालय की इमारत के सामने हुए हमले में दो पुलिस अधिकारी घायल हो गए। हमले के दौरान एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया, जबकि दूसरे को पुलिस ने गोली मार दी। तुर्की रक्षा मंत्रालय ने कहा कि तुर्की सशस्त्र बलों ने पीकेके के खिलाफ दो बड़े हवाई अभियान चलाए और उत्तरी इराक में गुफाओं, बंकरों, आश्रयों व गोदामों सहित 22 ठिकानों को नष्ट कर दिया। तुर्की सेना अक्सर पीकेके के खिलाफ उत्तरी इराक में जमीनी कार्रवाई, हवाई हमले और तोपखाने बमबारी करती रहती है, खासकर समूह के मुख्य आधार कंदील पर्वत में। तुर्की सेना ने पड़ोसी देशों के साथ अपनी सीमा पर वाईपीजी मुक्त क्षेत्र बनाने के लिए 2016 में ऑपरेशन यूफ्रेट्स शील्ड, 2018 में ऑपरेशन ओलिव ब्रांच, 2019 में ऑपरेशन पीस स्प्रिंग और 2020 में उत्तरी सीरिया में ऑपरेशन स्प्रिंग शील्ड चलाया था।
सोशल मीडिया से थके लोग करते हैं गलत सूचना साझा
5 Oct, 2023 06:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सिंगापुर । ताजा अध्ययन में पाया गया कि सोशल मीडिया की थकान का अनुभव करने वाले आत्ममुग्ध व्यक्ति गलत सूचना साझा करने की अधिक संभावना रखते हैं। यह अध्ययन सिंगापुर, संयुक्त राज्य अमेरिका, मलेशिया, चीन, थाईलैंड, वियतनाम, इंडोनेशिया और फिलीपींस के प्रतिभागियों के 8,000 से अधिक सर्वेक्षण प्रतिक्रियाओं पर आधारित है।
नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, सिंगापुर (एनटीयू सिंगापुर) के शोधकर्ताओं ने कहा, लाखों उपयोगकर्ता समाचार और मनोरंजन के स्रोत और संचार के साधन के रूप में सोशल मीडिया पर भरोसा करते हैं, इसलिए सोशल मीडिया की थकान और इसके परिणामों को संबोधित करना जरूरी है।एनटीयू के वी किम वी स्कूल ऑफ कम्युनिकेशन एंड इंफॉर्मेशन में सहायक प्रोफेसर, प्रमुख लेखक सैफुद्दीन अहमद ने कहा, “सोशल मीडिया की थकान सूचना का अधिभार पैदा करती है जो सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं के संज्ञानात्मक निर्णय को बाधित करती है।
ऐसी परिस्थितियों में, व्यक्ति अभिभूत हो जाते हैं और अपने सामने आने वाली गलत सूचनाओं का आलोचनात्मक मूल्यांकन करने के लिए संघर्ष करते हैं, चाहे वह कोविड-19 से संबंधित हो या अन्य विषयों से संबंधित हो।सोशल मीडिया थकान के इस प्रभाव का एक और स्पष्टीकरण यह है कि कैसे सोशल मीडिया एल्गोरिदम विवादास्पद सनसनीखेज और भावनात्मक रूप से आरोपित सामग्री को प्राथमिकता देते हुए कार्य करते हैं। ऐसी सामग्री के बार-बार संपर्क में आने से व्यक्ति इसे सटीक मान सकते हैं।
अहमद ने कहा, “हमने दिखाया है कि व्यक्ति अपनी संज्ञानात्मक क्षमता और आत्ममुग्धता जैसे गहरे व्यक्तित्व लक्षणों के कारण अनजाने में गलत सूचना फैलाने में योगदान दे सकते हैं।सोशल मीडिया साक्षरता के महत्व और सोशल मीडिया थकान को कम करने की पहल पर जोर देते हुए निवारक उपायों को आकार देने के लिए इस तरह की अंतर्दृष्टि का लाभ उठाया जा सकता है। इसके अलावा टीम ने पाया कि सभी आठ देशों में आत्ममुग्धता में उच्च अंक और संज्ञानात्मक क्षमता में कम अंक पाने वाले व्यक्तियों में सोशल मीडिया की थकान के कारण गलत सूचना साझा करने की सबसे अधिक संभावना थी।
अहमद ने समझाया, “उच्च स्तर की थकान के साथ ये व्यक्ति गलत सूचना साझा कर सकते हैं क्योंकि वे आलोचनात्मक सोच लागू किए बिना ध्यान आकर्षित करने और सामाजिक प्रभाव हासिल करने की कोशिश कर रहे होंगे।गलत सूचना साझा करने की यह प्रवृत्ति गलत सूचना के लिए विशेष रूप से प्रासंगिक है, जिसे अक्सर सनसनीखेज और विवादास्पद सामग्री की विशेषता होती है, जिससे दर्शकों से मजबूत भावनात्मक प्रतिक्रियाएं प्राप्त होती हैं।