विदेश
किम जोंग का मिसाइल परीक्षण, अमेरिका के विदेश मंत्री के दौरे से पहले बढ़ा तनाव
6 Jan, 2025 12:35 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सिओल। उत्तर कोरिया ने सोमवार को समुद्र में इंटरमीडियट रेंज की बैलिस्टिक मिसाइल दागी। यह फायर ऐसे वक्त में हुआ है, जब दक्षिण कोरिया में चल रहे राजनीतिक उथल-पुथल के बीच यूएस सेक्रेटरी ऑफ स्टेट एंटली ब्लिकंन सिओल दौरे पर हैं।
दक्षिण कोरिया की मिलिट्री ने कहा कि मिसाइल को दोपहर के वक्त पूर्व दिशा में फायर दिया गया। इसके कुछ समय बाद ही एंटनी ब्लिकंन ने दक्षिण कोरिया के कार्यवाहक राष्ट्रपति चोई सांग-मोक से मुलाकात की।
अमेरिका ने जताई प्रतिबद्धता
आधिकारिक बयान के अनुसार, बैठक में ब्लिंकन ने दक्षिण कोरिया के लिए अमेरिका की अटूट सुरक्षा प्रतिबद्धता पर जोर दिया और उत्तर कोरिया के उकसावे की नीति के खिलाफ एक मजबूत जॉइंट डिफेंस टीम बनाने का आह्वान किया।
सिओल पहुंचे थे एंटनी ब्लिंकन
दक्षिण कोरिया में मार्शल लॉ लगाने के बाद यून सुक योल पर महाभियोग लगाकर उन्हें हटा दिया गया था, जिसके बाद चोई सांग-मोक ने कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभाला है। 5 नवंबर को भी उत्तर कोरिया ने पूर्वी तट पर छोटी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें दागी थीं। उसके बाद से उत्तर कोरिया का यह पहला लॉन्च था।
सॉलिड फ्यूल पर काम कर रहा उत्तर कोरिया
हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि उत्तर कोरिया ने किस तरह की मिसाइल दागी थी। लेकिन पिछले साल उसने आईआरबीएम टेस्ट में नये सॉलिड फ्यूल का डिजाइन तैयार किया था। उत्तर कोरिया के मुताबिक, यह हाइपरसोनिक ग्लाइड व्हीकल की तरह है, जो मिसाइल डिफेंस को चकमा देने वाले वारहेड के रूप में तैयार किया गया है।
उत्तर कोरिया ने कहा है कि वह सभी रेंज के सॉलिड फ्यूल पर काम कर रहा है। इस तरह के फ्लूय को लॉन्च से तुरंत पहले भरने की जरूरत नहीं होती है। इसका संचालन ज्यादा आसान और सुरक्षित है। इसके लिए कम लॉजिस्टिकल सपोर्ट की जरूरत होती है, जो इसके पकड़ में आने से बचाता है।
युन सुक योल के खिलाफ हो रही जांच
उधर दक्षिण कोरिया में यून सुक योल के खिलाफ भ्रष्टाचार जांच कार्यालय (सीआईओ) जांच कर रहा है। सीआईओ का कहना है कि गिरफ्तारी को लेकर हो रहे विरोध के चलते वारंट की तामील नहीं हो पा रही है। उन्होंने यून सुक योल के समर्थकों द्वारा किए जा रहे विरोध पर दुख जताया है।
आपको बता दें कि जब यून सुक योल की गिरफ्तारी के लिए जांचकर्ता पहुंचे थे, तब योल से सुरक्षाकर्मी उनसे भिड़ गए थे। इसके पहले भी योल के समर्थकों ने जांचकर्मियों को आवास में घुसने से रोक दिया था।
भारत से विवाद और ट्रंप से मुलाकात के बाद कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो दे सकते हैं इस्तीफा
6 Jan, 2025 12:25 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो को भारत से पंगा लेना महंगा पड़ता दिख रहा है। खबर है कि ट्रूडो आज ही इस्तीफा दे सकते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार को कनाडाई मंत्रियों की बैठक से पहले ही ट्रूडो को ये घोषणा करनी है, इसलिए वो आज ही इस्तीफा दे सकते हैं।
सूत्रों का हवाला देते हुए बताया कि कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो सोमवार को इस्तीफा देने की घोषणा कर सकते हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि उम्मीद है कि वह लिबरल पार्टी के नेता के रूप में इस्तीफा दे देंगे।
सूत्रों ने बताया कि ट्रूडो कब पद छोड़ने की अपनी योजना की घोषणा करेंगे ये अभी साफ नहीं है, लेकिन उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यह बुधवार को एक प्रमुख राष्ट्रीय कॉकस बैठक से पहले होगा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि यह स्पष्ट नहीं है कि ट्रूडो तुरंत पद छोड़ देंगे या नए नेता का चयन होने तक प्रधानमंत्री पद पर बने रहेंगे। ट्रूडो ने 2013 में लिबरल नेता के रूप में पदभार संभाला था जब पार्टी गहरे संकट में थी और पहली बार हाउस ऑफ कॉमन्स में तीसरे स्थान पर आ गई थी।
दरअसल, ट्रूडो के इस्तीफे का कारण ये है कि उनकी पार्टी चुनाव से पहले हुए सर्वेक्षणों में उदारवादी कंजर्वेटिवों से बुरी तरह हार रही है।
बता दें कि ट्रूडो ने कुछ दिनों पहले ही अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की थी। उन्होंने अमेरिका से संबंध सुधारने की कोशिश की थी, लेकिन ट्रंप से उन्हें कोई खास प्रतिक्रिया नहीं मिली।
जल्द ही चुनाव कराने की उठ सकती मांग
अगर कनाडाई पीएम इस्तीफे देते हैं तो जल्द ही वहां चुनाव कराने की मांग उठने की संभावना है। एक सूत्र ने बताया कि पीएम ट्रूडो ने वित्त मंत्री डोमिनिक लेब्लांक के साथ चर्चा की है कि क्या वह अंतरिम नेता और प्रधानमंत्री का चेहरा दोनों हो सकते हैं। उन्होंने ये भी कहा कि अगर वो नेतृत्व के लिए योजना बनाते हैं तो यह अव्यवहारिक होगा।
भारत से दुश्मनी पड़ी महंगी
ट्रूडो सरकार के हाल ही में भारत सरकार के साथ भी संबंध खराब हो गए थे। खालिस्तानी समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद ट्रूडो सरकार ने इसमें भारत का हाथ बताया था, जिसके बाद भारत ने करारा जवाब दिया था।
यहां तक की कनाडा के राजनयिक को भी भारत ने वापस भेज दिया था, जिसके बाद कनाडा ने भी ऐसा किया।
मस्क ने निगेल फराज पर लिया यू-टर्न, कहा- उनके पास.....
6 Jan, 2025 12:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लंदन। एलन मस्क ब्रिटेन की रिफॉर्म यूके पार्टी के नेता निगेल फराज के लिए अपने समर्थन पर यू-टर्न लेते दिखाई दिए। पूर्व ब्रेक्सिट प्रमुख के विचारों से असहमत होने के बाद, एलन मस्क ने एक्स पर एक पोस्ट किया। मस्क ने अपने एक्स प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया, 'रिफॉर्म पार्टी को एक नए नेता की जरूरत है। फराज के पास वह नहीं है जो उसे चाहिए।'
इससे पहले फराज ने हाल ही में कहा था, वह अपनी पार्टी के लिए मस्क के साथ बातचीत कर रहे थे, जिसने जुलाई के आम चुनाव में दक्षिणपंथी वोटों को विभाजित करके लेबर को सत्ता में लाने में मदद की थी। एक्स पर एक पोस्ट में मस्क ने जेल में बंद ब्रिटिश चरमपंथी आंदोलनकारी टॉमी रॉबिन्सन के लिए समर्थन व्यक्त किया, जिससे फराज के साथ असहमति पैदा हो गई।
मस्क ने क्यों लिया ऐसा फैसला?
एक सीरियाई शरणार्थी से जुड़े लंबे समय से चल रहे मानहानि के मामले में अदालत की अवमानना स्वीकार करने करने के बाद रॉबिन्सन को अक्टूबर में जेल में डाल दिया गया था। पार्टी नेता के रूप में फराज के जाने के बाद मस्क की अप्रत्याशित कॉल उनकी तरफ से यूके की पार्टी के लिए अपना समर्थन व्यक्त करने के बाद आई है।
वहीं अपने एक एक्स पोस्ट में मस्क ने एक सवाल पूछा था। टॉमी रॉबिन्सन को सच बोलने के लिए एकान्त कारावास जेल में क्यों रखा गया? इसके बाद जानकारी सामने आई कि पुरुषों के एक समूह को, जिनमें अधिकतर दक्षिण एशियाई मूल के थे, ब्रिटेन के कई शहरों में कमजोर, ज्यादातर गोरी लड़कियों के यौन शोषण का दोषी पाया गया।
क्या बोले निगेल फरेज?
इसके बाद फराज ने भी अपना बयान व्यक्त किया था, 'लेकिन सच तो यह है कि टॉमी रॉबिन्सन इसके लिए नहीं, बल्कि अदालत की अवमानना के लिए जेल में है।' मस्क ने कहा कि रॉबिन्सन को 'मुक्त किया जाना चाहिए और जिन्होंने इस खबर को कवर किया, उन्हें उस सेल में उनकी जगह लेनी चाहिए।'
फराज ने मस्क के साथ शेयर की थी फोटो
बता दें कि फ्लोरिडा में बैठक के बाद, फराज ने मस्क के साथ एक फोटो शेयर की थी, जिसका टाइटल था, 'ब्रिटेन को सुधार की जरूरत है, जिस पर मस्क ने जवाब दिया बिल्कुल'।
डोनाल्ड ट्रंप ने इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी की तारीफ, कहा......
6 Jan, 2025 12:06 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी की प्रशंसा की है। ट्रंप ने उन्हें शानदार महिला बताया। ट्रंप के मुताबिक, उन्होंने 'यूरोप में तूफान ला दिया है'। हाल ही में ट्रंप ने फ्लोरिडा के पाम स्थित मार-ए-लागो आवास पर मेलोनी से मुलाकात की है।
ट्रंप ने शनिवार को अपने आवास में मेलोनी का स्वागत करते हुए कहा, "यह बहुत रोमांचक है। मैं यहां एक शानदार महिला, इटली की प्रधानमंत्री के साथ हूं। उन्होंने वास्तव में यूरोप में तूफान ला दिया है।"
बाइडन से भी मिलेंगी मेलोनी
मेलोनी ने ट्रंप के आगामी प्रशासन के राज्य सचिव व फ्लोरिडा के सीनेटर मार्को रूबियो, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार फ्लोरिडा के प्रतिनिधि माइक वाल्ट्ज से भी मुलाकात की। जानकारी के मुताबिक, वो राष्ट्रपति बाइडन से भी मुलाकात करेंगी।
व्हाइट हाउस का कहना है कि मेलोनी की यह बैठक "अमेरिका-इटली संबंधों की ताकत को और मजबूती देगी। इस दौरान बाइडन, इटली की प्रधानमंत्री को पिछले साल जी7 के उनके मजबूत नेतृत्व के लिए उन्हें धन्यवाद देंगे।
एलन मस्क से दोस्ती पर मेलोनी ने दिया था जवाब
कुछ दिनों पहले इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने अमेरिकी टेक अरबपति एलन मस्क के साथ उनकी दोस्ती को लेकर उठ रहे सवालों पर करारा जवाब दिया था। मेलोनी ने इटली की संसद में कहा है कि वह उन क्षेत्रों में प्रभावित नहीं होंगी, जहां उनके आर्थिक हित हैं।
मेलोनी और मस्क की दोस्ती ने पहले भी ध्यान आकर्षित किया है। पिछले सितंबर में जब एक दूसरे की ओर देखते हुए उनकी एक तस्वीर वायरल हुई थी, तब मस्क ने दोनों के बीच रोमांटिक रिश्ते से इनकार किया था। दोनों न्यूयॉर्क में एक ब्लैक-टाई इवेंट में थे, जहां मस्क ने मेलोनी को एक पुरस्कार प्रदान किया था।
बाढ़ से जूझ रहे श्रीलंका का आर्थिक मदद देकर, क्या डेट ट्रैप डिप्लोमेसी कर रहा चीन
5 Jan, 2025 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कोलंबो । आर्थिक संकट और बाढ़ से जूझ रहे श्रीलंका में चीन अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश की है। बाढ़ पीड़ितों की मदद के नाम पर चीन ने श्रीलंका में राहत सामग्री और सहायता पहुंचाकर अपनी पैठ बढ़ने की कोशिश की है। चीन ने श्रीलंका में 46 लाख बच्चों के लिए मुफ्त स्कूल ड्रेस और राशन उपलब्ध कराया हैं। यह कदम श्रीलंका की मौजूदा आर्थिक स्थिति में चीन की छवि सुधारने और वहां अपनी मौजूदगी को मजबूती करने की रणनीति का हिस्सा है।
चीन के इस कदम पर विशेषज्ञों का मानना है कि चीन की असली मंशा अपने बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) को बढ़ावा देना है। श्रीलंका में पहले से ही कई चीनी परियोजनाएं चल रही हैं, इसमें हंबनटोटा और कोलंबो पोर्ट सिटी जैसी प्रमुख योजनाएं हैं। इन परियोजनाओं के द्वारा चीन अपनी आर्थिक और रणनीतिक पकड़ मजबूत कर रहा है। चीन की यह सॉफ्ट पावर रणनीति आर्थिक सहायता और मानवीय राहत के जरिए देशों को अपनी ओर आकर्षित करने पर केंद्रित है। श्रीलंका में यह रणनीति न केवल चीन की उपस्थिति को मजबूत करेगी, बल्कि भविष्य में श्रीलंका को अपने पक्ष में रखने की गारंटी भी देगी।
दरअसल आर्थिक संकट के चलाते श्रीलंका को चीन और अन्य देशों से कर्ज लेना पड़ा है। इस स्थिति में चीन की मदद कई बार डेट ट्रैप डिप्लोमेसी का हिस्सा होती है, जहां कर्ज के बदले चीन संबंधित देश पर राजनीतिक और आर्थिक नियंत्रण बढ़ा लेता है।
इजराइल ने किया गाजा में हवाई हमला, 24 नागरिकों की मौत, कई घायल
5 Jan, 2025 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गाजा। इजराइल और हमास के बीच जारी संघर्ष में एक बार फिर गाजा पट्टी पर इजराइली हमले तेज हो गए हैं। शुक्रवार को हुए इजराइली हवाई हमलों में 24 आम फिलिस्तीनी आम नागरिकों की मौत हो गई, जिनमें चार बच्चे और एक महिला शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि इजराइली लड़ाकू विमानों ने गाजा शहर के पूर्वी अल-सैयद अली रिहायशी इलाके में बमबारी की, जिससे बड़े पैमाने पर जानमाल का नुकसान हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गाजा शहर के पश्चिमी हिस्से में स्थित अल-शिफा अस्पताल के एंट्री गेट के पास भी हमला किया गया, जिसमें बेगुनाह लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। इसके अलावा, पैरामेडिक्स ने अल-जैतून और अल-सबरा इलाकों में हुए हमलों के बाद तीन बच्चों समेत पांच अन्य शव मिले हैं। मध्य गाजा में एक नागरिक कार पर किए गए इजराइली हमले में दो लोगों की मौत हो गई। इस बीच, उत्तरी गाजा के अल-अवदा अस्पताल को खाली करने की चेतावनी दी गई है। अस्पताल के अधिकारियों ने यह भी कहा कि परिसर के आसपास गोलाबारी हो रही है, जिससे स्थिति और भयावह हो गई है।
इजराइली सेना ने इन घटनाओं पर कोई बयान नहीं दिया है, लेकिन उसने कहा है कि हमास के 40 से ज्यादा ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिनमें कमांड सेंटर और नियंत्रण सुविधाएं शामिल हैं। गाजा स्थित स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि अब तक इन हमलों में 45,658 फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है, जबकि 108,583 घायल हुए हैं। सिर्फ पिछले 24 घंटों में इजराइली सेना ने 77 लोगों की हत्या की है और 145 लोग घायल हुए हैं। इस संघर्ष ने गाजा में मानवीय संकट को और गंभीर बना दिया है।
ट्रम्प को 10 जनवरी को सुनाई जाएगी सजा
5 Jan, 2025 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वॉशिंगटन । अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को शपथ ग्रहण से पहले नई मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। ट्रम्प को पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को पैसे देकर चुप कराने के मामले में 10 जनवरी को सजा सुनाई जाएगी। शुक्रवार को इस मामले के जज जुआन मर्चेन ने कहा कि ट्रम्प सजा सुनाए जाने के वक्त व्यक्तिगत रूप से या वर्चुअली कोर्ट में पेश हो सकते हैं।
पिछले साल मई में मैनहैटन की कोर्ट ने ट्रम्प पर 34 आरोप तय किए थे, जिनमें पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को पैसे देकर चुप कराने का आरोप भी शामिल है। 2016 में यह पैसे इसलिए दिए गए थे ताकि स्टॉर्मी ट्रम्प के साथ अपने सेक्सुअल रिलेशन को सार्वजनिक न करें।
जॉनसन बने हाउस ऑफ रेप्रेसेंटेटिव के स्पीकर
5 Jan, 2025 07:11 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वॉशिंगटन । अमेरिकी संसद के निचले सदन हाउस ऑफ रेप्रेसेंटेटिव में रिपब्लिकन सांसद माइक जॉनसन को फिर से स्पीकर चुन लिया गया। जॉनसन को नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का भी सपोर्ट हासिल था। हालांकि ट्रम्प के सपोर्ट के बाद भी उन्हें जीत के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। लुइसियाना से सांसद माइक जॉनसन को 2023 में भी इसी हाउस का स्पीकर चुना गया था। जॉनसन को दोबारा स्पीकर बनने के लिए 218 वोट की जरूरत थी। लेकिन शुरुआत में उनकी रिपब्लिकन पार्टी के ही 3 सांसदों ने उनका सपोर्ट करने से इनकार कर दिया। इसके बाद जॉनसन ने बहुमत हासिल करने के लिए 45 मिनट तक लॉबिंग की। तब जाकर दो उन्हें रिपब्लिकन सांसदों का सपोर्ट मिला, जिससे वो बहुमत हासिल कर पाए।
अमेरिकी सर्जन जनरल का सुझाव: शराब की बोतलों पर लिखा जाए कैंसर का खतरा
4 Jan, 2025 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन। अमेरिका के सर्जन जनरल विवेक मूर्ति ने शुक्रवार को यह प्रस्ताव दिया कि शराब सेवन कैंसर का एक प्रमुख कारक है और अमेरिकी उपभोक्ताओं के लिए बोतलों पर लेबल में इस चेतावनी को स्पष्ट रूप से अंकित किया जाना चाहिए। उनके इस सुझाव के बाद अमेरिकी और यूरोपीय शराब निर्माताओं के शेयर गिर गए।भारतीय मूल के मूर्ति का यह सुझाव एक अध्ययन के बाद आया, जिसमें पाया गया कि मानव स्वास्थ्य पर शराब सेवन का बुरा प्रभाव पड़ता है।
कैंसर के मामलों में हर वर्ष करीब 20 हजार लोगों की मौत
अमेरिकियों को शराब और कैंसर के बीच जुड़ाव के बारे में बेहतर तरीके से बताया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि पिछले एक दशक में अमेरिका में करीब दस लाख कैंसर के मामलों के लिए शराब सेवन जिम्मेदार है। इन मामलों को रोका जा सकता है। शराब संबंधित कैंसर के मामलों में हर वर्ष करीब 20 हजार लोगों की मौत हो जाती है। शराब और बीयर की बोतलों पर पहले से यह चेतावनी लेबल होते हैं कि गर्भवती महिला के शराब सेवन से शिशु के जन्म में समस्या हो सकती है।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा 'सबसे बुजुर्ग महिला' के रूप में सम्मानित टोमिको इटूका का 116 वर्ष की उम्र में निधन
4 Jan, 2025 08:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Tomiko Itsuka: टोमिको इटूका का 116 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है. इटूका का नाम पिछले साल सितंबर में ब्रिटेन के गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा दुनिया के सबसे बुजुर्ग महिवा के रूप में दर्ज किया गया था. उनके निधन की खबर स्वास्थ्य मंत्रालय और अन्य अधिकारियों ने शनिवार 4 जनवरी को दी. जापानी मीडिया के मुताबिक इटूका की मौत 9:03 बजे हुई. पिछले काफी समय से वो बीमार चल रही थीं, जिसकी वजह वो नर्सिंग होम में भर्ती थीं.
नर्सिंग होम में हुई मौत
रिपोर्ट के अनुसार, ह्योगो प्रान्त की सरकार ने कहा कि इटूका की इस सप्ताह की शुरुआत में पश्चिमी जापान के आशिया शहर के एक नर्सिंग होम में मृत्यु हो गई. जापानी महिला इटूका का जन्म 23 मई, 1908 को ओसाका में हुआ था. वो तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ी थीं. वो शहर के जिस नर्सिंग होम में वह रहती थी, वहां वह अपने पसंदीदा लैक्टिक एसिड पीने का आनंद लेती थी और अक्सर कर्मचारियों को धन्यवाद कहती थी.
आशिया के मेयर ने जाताय दुख
आशिया के मेयर रयोसुके ताकाशिमा ने इटूका की मौत पर दुख जाहिर किया है. उन्होंने कहा कि अपने लंबे जीवन के दौरान, इटूका ने हमें बहुत साहस और आशा दी. मैं अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. दिसंबर 2023 में ओसाका प्रान्त के काशीवारा में 116 वर्षीय फुसा तात्सुमी की मृत्यु के बाद इटूका जापान में सबसे उम्रदराज़ शख्स बन गई थीं.
सितंबर 2024 में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ नाम
फुसा तात्सुमी का जन्म 25 अप्रैल, 1907 को हुआ था और उन्होंने अपने अंतिम दिन काशीवाड़ा के एक नर्सिंग होम में बिताए थे. अप्रैल 2022 में फुकुओका में 119 वर्षीय महिला की मृत्यु के बाद तात्सुमी जापान के सबसे बुजुर्ग जीवित व्यक्ति बन गए थे. स्पेन की 117 वर्षीय मारिया ब्रान्यास मोरेरा की मौत के बाद में सितंबर 2024 में इटूका को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा दुनिया के सबसे बुजुर्ग जीवित व्यक्ति के रूप में मान्यता दी गई थी. गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के अनुसार मोरेरा का जन्म 4 मार्च 1907 को हुआ था.
ब्रिटेन ने किया परमाणु घड़ी का पहला सफल परीक्षण, सैन्य क्षेत्र में नई दिशा
4 Jan, 2025 07:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लंदन। ब्रिटेन ने एक खुफिया लैब में क्वांटम प्रौद्योगिकी का उपयोग कर ऐसी परमाणु घड़ी बनाई है जिससे ब्रिटेन की सैन्य और निगरानी क्षमता और मजबूत होगी। बिटेन के रक्षा मंत्रालय का दावा है कि यह ''अभूतपूर्व'' परमाणु घड़ी सैन्य अभियानों को और अधिक सुरक्षित बनाएगी। रक्षा विज्ञान और प्रौद्योगिकी प्रयोगशाला (डीएसटीएल) में विकसित यह घड़ी जीपीएस तकनीक पर ब्रिटेन की निर्भरता को कम करेगी।
जीपीएस का बनेगी विकल्प
संघर्ष के दौरान जीपीएस के बाधित होने की आशंका रहती है। इस घड़ी से ब्रिटेन की खुफिया, निगरानी और टोही क्षमता बेहद मजबूत हो जाएगी। परमाणु घड़ी समय मापने के लिए परमाणुओं के कंपन का उपयोग करती है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इसे पांच वर्षों में सैन्य अभियानों में तैनात किया जा सकेगा।
यह घड़ी की सटीकता इतनी बेहतरीन है कि अरबों वर् में एक सेकंड से भी कम टाइम लैप्स आएगा। इससे विज्ञानी अभूतपूर्व पैमाने पर समय को मापने में सक्षम होंगे। पहली बार डीएसटीएल ने लैब के बाहर ब्रिटेन में निर्मित आप्टिकल परमाणु घड़ी का परीक्षण किया है।
इन क्षेत्रों में खड़ी से मिलेगी मदद
रक्षा मंत्रालय ने कहा, क्वांटम घड़ी सटीक समय-निर्धारण के साथ ही वैश्विक नेविगेशन सिस्टम में भी बदलाव लाने में सक्षम है। इससे उपग्रह संचार से लेकर विमान नेविगेशन तक हर क्षेत्र में मदद मिल सकती है। इसके साथ ही गाइडेड मिसाइलों समेत उन्नत हथियार की क्षमता भी बढ़ेगी जो समय की सटीकता पर निर्भर हैं। उस अभियानों में खासकर साइबर युद्ध जैसे क्षेत्रों में ब्रिटेन के सशस्त्र बलों को विरोधियों पर बढ़त हासिल होगी जहां मिलीसेकंड से भी फर्क पड़ सकता है।
कम समय में डाटा होगा प्रोसेस
घड़ी के प्रोटोटाइप के मानकों का परीक्षण रायल नेवी के मुख्य तकनीकी अधिकारी कार्यालय और बैटललैब में आर्मी फ्यूचर्स टीम के सहयोग से किया गया था। क्वांटम प्रौद्योगिकी क्वांटम सिद्धांत पर आधारित है, जिससे परमाणु और उप-परमाणु स्तर पर ऊर्जा और पदार्थ की व्याख्या करती है। इस तकनीक की सहायता से डाटा और सूचना को कम-से-कम समय में प्रोसेस किया जा सकता है।
बिना ऑक्सीजन के पर्वतारोहण में मिंगमा जी शेरपा ने रचा इतिहास, नेपाल में हुआ भव्य स्वागत
4 Jan, 2025 04:06 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
काठमांडू। नेपाली रिकॉर्ड बनाने वाले पर्वतारोही मिंगमा जी शेरपा का सभी सात महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटियों पर सफलतापूर्वक चढ़ाई करने के बाद घर लौटने पर वीरतापूर्ण स्वागत किया गया। पिछले साल, शेरपा ने पूरक ऑक्सीजन के बिना सभी आठ 8000 मीटर की चोटियों को सफलतापूर्वक फतह करने वाले पहले नेपाली बनने की अविश्वसनीय उपलब्धि हासिल की।
नेपाल के तिब्बती हिस्से की सीमा पर स्थित दोलखा जिले के रोलवालिंग से आने वाले शेरपा ने 4 अक्टूबर को तिब्बत में शीशपांगमा (8,027 मीटर) की चोटी पर चढ़ाई की और पूरक ऑक्सीजन के उपयोग के बिना 8000 मीटर की 14 चोटियों पर चढ़ने वाले नेपाल के पहले पर्वतारोही बन गए।
मिंगमा जी ने पूरक ऑक्सीजन का उपयोग किए बिना की चढ़ाई
मिंगमा जी ने पूरक ऑक्सीजन का उपयोग किए बिना 2022 में माउंट धौलागिरी, माउंट कंचनजंगा और माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई की। आईएफएमजीए गाइड ने 2021 में मनास्लू, 2019 में गशेरब्रम-II, 2018 में लोत्से और ब्रॉड पीक, 2017 में के2, मकालू और नंगा पर्वत, 2016 में गशेरब्रम-I और 2015 में अन्नपूर्णा को बोतलबंद ऑक्सीजन का उपयोग किए बिना फतह किया।
मिंगमा जी शेरपा ने बताया कि मैं बहुत खुश हूं कि मैं दुनिया भर के सात महाद्वीपों की सभी सबसे ऊंची चोटियों पर चढ़ सका। मेरा सपना था कि मैं नेपाल का नाम दुनिया के शीर्ष पर ले जाऊं और एक विशेषज्ञ बनूं। 4 अक्टूबर, 2024 को, मैंने बिना किसी अतिरिक्त ऑक्सीजन के 8,000 मीटर की ऊंचाई से ऊपर की सभी 14 चोटियों पर चढ़ने की अपनी क्षमता पूरी कर ली और मेरी लेटेस्ट चढ़ाई सात महाद्वीपों के 7 सबसे ऊंचे पहाड़ों पर चढ़ने की इसी क्षमता की निरंतरता के रूप में है।
मिंगमा 2006 से पर्वतारोहण कर रहे हैं
मिंगमा 2006 से पर्वतारोहण कर रहे हैं और उन्होंने एवरेस्ट की 5 चोटियों, माउंट मनासलुआ की 4 चोटियों, साथ ही माउंट कंचनजंगा, अन्नपूर्णा, लोत्से, धौलागिरी नंगा पर्वत, गशेरब्रम-I और II, ब्रॉड पीक, माउंट चोबुजे पर नेपाल की एकल चढ़ाई और चोबुजे पर एक नया मार्ग सहित कई उपलब्धियां हासिल की हैं।
उन्होंने कहा कि मैं जो भी चढ़ाई कर रहा हूं, उसका उद्देश्य रिकॉर्ड तोड़ना या बनाना नहीं है। मैं इस दृढ़ संकल्प से प्रेरित हूं कि नेपालियों को श्रृंखलाबद्ध तरीके से पहाड़ों की खोज करनी चाहिए, जो अब तक हासिल नहीं हुआ है। हम (शेरपा) अभियान से जुड़े बहुत लंबे समय से पर्वतारोहण का इतिहास रखते हैं और मुझे लगता है कि हमारे पास दुनिया भर में मौजूद पहाड़ों पर चढ़ने की क्षमता होनी चाहिए, चाहे वह किसी भी देश का हो।
मैं पर्वतारोहण क्षेत्र की बेहतरी के लिए काम करना जारी रखूंगा- शेरपा
उन्होंने आगे कहा कि मैं पर्वतारोहण क्षेत्र की बेहतरी के लिए काम करना जारी रखूंगा। मेरा लक्ष्य पर्वतारोहण के लिए सर्वोच्च पुरस्कार- गोल्डन आइस अवार्ड को नेपाल में लाना है। रिकॉर्ड रखने वाले पर्वतारोही को 'नेपाल पर्यटन वर्ष 2011' के लिए मानद सद्भावना राजदूत, तेनजिंग हिलेरी पुरस्कार 2021 और 2021 में पूर्व नेपाली राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
चीन की इंटीग्रिटी टेक्नोलाजी पर प्रतिबंध, अमेरिकी अधिकारियों ने लगाए गंभीर आरोप
4 Jan, 2025 03:54 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अमेरिका ने शुक्रवार को चीन के इंटीग्रिटी टेक्नोलाजी ग्रुप के विरुद्ध नए साइबर सुरक्षा प्रतिबंध जारी किए। यह कंप्यूटर प्रोग्रा¨मग में शामिल कंपनी है।पश्चिम के अधिकारी पूर्व में कंपनी पर ''फ्लैक्स टाइफून'' नामक एक प्रमुख चीनी हैकिंग समूह की मदद करने का आरोप लगा चुके हैं।
पिछले वर्ष एक साइबर सुरक्षा सम्मेलन में एफबीआइ निदेशक क्रिस्टोफर रे ने कहा कि इंटीग्रिटी टेक्नोलाजी ने खुद को एक आइटी कंपनी के रूप में प्रदर्शित किया था, लेकिन इसने चीनी सुरक्षा एजेंसियों के लिए खुफिया जानकारी एकत्र की। उधर चीन ने 28 अमेरिकी कंपनियों को निशाना बनाते हुए नए निर्यात नियंत्रण उपायों की घोषणा की और उनमें से 10 को देश में व्यापार करने से रोक दिया है।
28 कंपनियों में मुख्य रूप से लाकहीड मार्टिन और उसकी पांच सहायक कंपनियां, जनरल डायनामिक्स और उसकी तीन सहायक कंपनियां, रेथियान की तीन सहायक कंपनियां, बोइंग की एक सहायक कंपनी और एक दर्जन से अधिक अन्य कंपनियां शामिल हैं।
चीनी साइबर हमलों को लेकर कही ये बात
इस बीच, व्हाइट हाउस की प्रवक्ता कैरिन जीन-पियरे ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन को ट्रेजरी विभाग के नेटवर्क पर चीनी साइबर हमलों के बारे में जानकारी दी गई है और वे जोखिम कम करने के लिए काम कर रहे हैं। इस महीने चीनी हैकरों ने ट्रेजरी विभाग के कंप्यूटर सुरक्षा गार्डरेल में सेंध लगाकर दस्तावेज चुरा लिए थे।
भारत से मिला बाइडेन को सबसे महंगा गिफ्ट, पीएम मोदी ने दिया 7.5 कैरेट का हीरा
3 Jan, 2025 04:43 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनके परिवार को 2023 में विदेशी नेताओं से हजारों डॉलर के गिफ्ट मिले. इसमें जो बाइडेन को सबसे महंगा गिफ्ट भारत की ओर से दिया गया. भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी पत्नी को 20,000 अमेरिकी डॉलर का हीरा उन्हें गिफ्ट किया था. पीएम मोदी की ओर से दिया गया 7.5 कैरेट का हीरा 2023 में जो बाइडेन परिवार को दिया गया सबसे महंगा गिफ्ट था.
हालांकि, उन्हें संयुक्त राज्य अमेरिका में यूक्रेनी राजदूत से 14,063 अमेरिकी डॉलर का ब्रोच और मिस्र के राष्ट्रपति और प्रथम महिला से 4,510 अमेरिकी डॉलर का एक ब्रेसलेट, ब्रोच और फोटो एलबम भी मिला. विदेश मंत्रालय की तरफ से प्रकाशित वार्षिक रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई.
रिपोर्ट के मुताबिक, 20 हजार अमेरिकी डॉलर का हीरा व्हाइट हाउस के ईस्ट विंग में आधिकारिक इस्तेमाल के लिए रखा गया. वहीं राष्ट्रपति और प्रथम महिला को दिए गए दूसरे गिफ्ट अभिलेखागार में भेज दिए गए. जो बाइडेन को कई मिले कई महंगे उपहारों में दक्षिण कोरिया का गिफ्ट भी शामिल है. राष्ट्रपति सुक येओल यून ने 7,100 अमेरिकी डॉलर मूल्य का एक स्मारक फोटो एल्बम दिया.
कई देशों से मिले अलग-अलग तरह के गिफ्ट
वहीं मंगोलियाई प्रधानमंत्री से 3,495 अमेरिकी डॉलर मूल्य की मंगोल योद्धाओं की मूर्ति, ब्रुनेई के सुल्तान से 3,300 अमेरिकी डॉलर मूल्य का चांदी का कटोरा, इजरायल के राष्ट्रपति से 3,160 अमेरिकी डॉलर मूल्य की स्टर्लिंग चांदी की ट्रे और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की से 2,400 अमेरिकी डॉलर मूल्य का एक कोलाज शामिल है. संघीय कानून में कार्यकारी शाखा के अधिकारियों को विदेशी नेताओं और उनके ही जैसे अन्य लोगों से मिले गिफ्ट्स के बारे में बताना होता है.
संघीय कानून में कार्यकारी शाखा के अधिकारियों को विदेशी नेताओं और उनके ही जैसे अन्य लोगों से मिले गिफ्ट्स के बारे में बताना होता है. अमेरिकी राष्ट्रपति को मिले गिफ्ट का अनुमानित मूल्य 480 अमेरिकी डॉलर से ज्यादा है. राष्ट्रीय अभिलेखागार में स्थानांतरित किया गए गिफ्ट को आधिकारिक प्रदर्शन करने के लिए रखा गया है.
दक्षिण कोरिया में 8 मंजिला इमारत में लगी भीषण आग, 40 दमकल के वाहनों की मदद से पाया काबू
3 Jan, 2025 04:32 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दक्षिण कोरिया में एक आठ मंजिला व्यावसायिक इमारत में भीषण आग लग गई। धुएं की चपेट में आने वाले 12 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। करीब 30 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। अग्निशमन विभाग के मुताबिक आग इमारत के भूतल पर स्थित एक रेस्तरां से भड़की। ग्योंगगी प्रांतीय अग्निशमन विभाग के मुताबिक 100 से अधिक अग्निशमन कर्मियों ने 40 दमकल के वाहनों की मदद से आग पर काबू पाया।
एक फुटेज में इमारत के निचले हिस्से से धुआं और लपटें उठती दिख रही हैं। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि इमारत में कितने लोग फंसे हैं। अग्निशमन विभाग का कहना है कि धुएं की वजह से कुछ लोगों की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।