विदेश
मोदी और ट्रंप की बातचीत में राष्ट्रीय सुरक्षा और व्यापार समझौते अहम मुद्दे
14 Feb, 2025 05:35 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच गुरुवार को ओवल ऑफिस में द्विपक्षीय बैठक हुई. दोनों नेताओं ने इस दौरान व्यापार संबंधों, अवैध प्रवासियों समेत कई मुद्दों पर चर्चा की. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को अपना दोस्त बताया. पीएम मोदी ने ट्रंप को दोबारा राष्ट्रपति चुने जाने को लेकर बधाई दी. दोनों नेताओं ने विस्तृत बातचीत से पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिसमें उन्होंने कई विषयों पर प्रेस के सवालों के जवाब दिए, इस दौरान दोनों नेताओं के बीच कई मुद्दों पर बातचीत हुई.
पीएम मोदी ने कहा कि मैं भारत के लोगों की ओर से आपको धन्यवाद देता हूं. भारत में मुझे तीसरी बार सरकार चलाने का जनादेश दिया गया है. हम समान ऊर्जा और उत्साह के साथ मिलकर काम करेंगे. ट्रंप ने पीएम मोदी को अपना ‘दोस्त’ बताया. उन्होंने कहा कि भारत तेल और गैस खरीदेगा.
ट्रंप को याद आया हाउडी मोदी, अहमदाबाद यात्रा का किया जिक्र
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान 2019 में हुए हाउडी मोदी कार्यक्रम और अपनी अहमदाबाद यात्रा को याद किया. ट्रंप ने इस यात्रा को खास बताते हुए कहा कि भारत में उन्हें जबरदस्त स्वागत मिला था. उन्होंने मोदी संग पुराने अनुभवों को साझा करते हुए भारत-अमेरिका संबंधों पर चर्चा की.
शानदार व्यापार समझौते होने वाले हैं- ट्रंप
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद ट्रंप ने कहा कि अब अद्भुत व्यापार सौदे होने वाले हैं. इस दौरान ट्रंप ने कहा कि भारत को तेल और गैस निर्यात करेंगे. ट्रंप ने कहा कि आपको व्हाइट हाउस में वापस देखकर खुशी हुई. पीएम मोदी ने कहा कि ट्रंप ने एक पुराने दोस्त की तरह मेरा स्वागत किया. उन्होंने मुझे नमस्ते ट्रंप और हाउडी मोदी की याद दिलाई.
हम शांति की सभी पहलों का समर्थन करते हैं- पीएम मोदी
रूस यूक्रेन युद्ध के सवाल के जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि भारत तटस्थ नहीं है. भारत शांति के पक्ष में है. यह युद्ध का युग नहीं है. समाधान युद्ध के मैदान में नहीं खोजा जा सकता. हम सभी शांति की सभी पहलों का समर्थन करते हैं. हम ट्रंप की युद्ध खत्म करने की पहल का समर्थन करते हैं.
हम किसी को भी हरा सकते-ट्रंप
टैरिफ को लेकर पीएम मोदी से सवाल किया कि अगर आप भारत के प्रति कठोर होंगे तो चीन को कैसे हरा पाएंगे? ट्रंप ने कहा कि हम किसी को भी हरा सकते हैं लेकिन हम किसी को हराने के बारे में नहीं सोचते, हम अच्छा काम कर रहे थे, लेकिन हमें रोक दिया गया.
सिंगापुर में भारतीय मूल के नागरिक को सजा, पूर्व राष्ट्रपति को मारने की धमकी दी थी
14 Feb, 2025 05:22 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सिंगापुर में एक भारतीय मूल के नागरिक विक्रम हार्वे चोट्टियार को पूर्व राष्ट्रपति हलीमा याकूब को जान से मारने की धमकी मामले में 10 महीने और 12 सप्ताह की जेल की सजा सुनाई गई है। खबर है कि चेट्टियार को राष्ट्रपति हलीमा याकूब के खिलाफ अपमानजनक पोस्ट करने के आरोप में जेल की सजा सुनाई गई है।
आरोपी ने इंस्टाग्राम पर किया था पोस्ट
मामला है कि आरोपी विक्रम ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में राष्ट्रपति हलीमा याकूब के बारे में कहा था कि उन्हें घसीटकर बाहर निकाला जाना चाहिए और मार दिया जाना चाहिए। विक्रम ने 12 फरवरी को उत्पीड़न के तीन आरोपों में दोषी होने की बात स्वीकार की थी।
बता दें कि विक्रम ने यह पोस्ट 30 अप्रैल, 2023 को की थी, जब वह ड्रग तस्करों की फांसी से परेशान था। सिंगापुर में दोषी ड्रग तस्करों को मौत की सजा दी जाती है और राष्ट्रपति के पास दया की अपील करने का अंतिम अधिकार होता है। विक्रम ने इस पर गुस्से में आकर इंस्टाग्राम पर यह पोस्ट किया था। साथ ही विक्रम ने एक पुलिस अधिकारी से यह भी कहा था कि वह उस समय सुनवाई कर रहे एक न्यायाधीश को चाकू मारना चाहता था।
मानसिक रूप से बीमार होने का दावा निराधार
सुनवाई के दौरान विक्रम ने मानसिक विकारों का दावा किया था, लेकिन सिंगापुर के मानसिक स्वास्थ्य संस्थान ने उसकी शिकायतों को निराधार पाया। इसके बाद विक्रम को जमानत पर शर्तें लगाई गईं, जिसमें उसे अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स को हटाने और भविष्य में किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कोई पोस्ट या टिप्पणी न करने की शर्त दी गई थी।
लेकिन इसके बावजूद, विक्रम ने 1 मार्च, 2024 को एक ईमेल भेजा जिसमें न्यायाधीश को हिंसा की धमकी दी गई थी। इसके बाद विक्रम की जमानत रद्द कर दी गई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। जहां विक्रम के खिलाफ यह मामला न्यायालय में लंबित था और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। अब उसे जेल की सजा सुनाई गई है।
बाद में विक्रम ने ईमेल पर दिया तर्क
विक्रम ने जज को चाकू मारने की धमकी दी थी और एक ईमेल भेजकर जज को हिंसा का शिकार बनाने की बात की थी। इस धमकी के बाद, विक्रम ने दावा किया था कि उसके ईमेल खाते से छेड़छाड़ की गई थी, लेकिन यह झूठा था। इसके बाद, अभियोजन पक्ष ने विक्रम की जमानत रद्द करने के लिए अदालत में आवेदन किया क्योंकि उसने फिर से अपराध किया था।
गौरतलब है कि 18 मार्च, 2024 को विक्रम ने पुलिस रिपोर्ट दर्ज करवाई, जिसमें उसने कहा कि ईमेल में जो लिखा गया था, वह झूठा था। फिर अदालत ने सुनवाई 22 मार्च, 2024 तक स्थगित कर दी। विक्रम उस तारीख को अदालत में नहीं पहुंचे, जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी किया गया।विक्रम को 5 अप्रैल, 2024 को गिरफ्तार कर लिया गया और अब वह रिमांड पर हैं।
ट्रंप ने फिर जताई मोदी से करीबी, कहा- व्हाइट हाउस में उनका स्वागत सम्मान की बात
14 Feb, 2025 12:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन। व्हाइट हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री मोदी का हमारे साथ होना बहुत सम्मान की बात है। वे लंबे समय से मेरे अच्छे मित्र हैं। हमारे बीच बहुत अच्छे संबंध रहे हैं और हमने अपने चार साल के कार्यकाल के दौरान इस संबंध को बनाए रखा।
पीएम मोदी को शानदार काम करने के लिए बधाई- ट्रंप
आगे कहा कि हमने अभी फिर से शुरुआत की है। मुझे लगता है कि हमारे पास बात करने के लिए कुछ बहुत बड़ी चीजें हैं। नंबर 1-यह है कि वे हमारे बहुत सारे तेल और गैस खरीदने जा रहे हैं। हमारे पास दुनिया के किसी भी अन्य देश की तुलना में अधिक तेल और गैस है। उन्हें इसकी आवश्यकता है, और हमारे पास यह है। हम व्यापार के बारे में बात करने जा रहे हैं। हम कई चीजों के बारे में बात करने जा रहे हैं। लेकिन आपसे मिलना वास्तव में सम्मान की बात है, आप लंबे समय से मेरे मित्र हैं। शानदार काम करने के लिए बधाई।
हमारे बीच महान मित्रता है- डोनाल्ड ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि किसी भी चीज से अधिक, हम (पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप) में महान एकता है, हमारे बीच महान मित्रता है - वह और मैं और हमारे देश। मुझे लगता है कि यह केवल करीब आने वाला है। लेकिन यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम देशों के रूप में एकजुट रहें। हम दोस्त हैं और हम इसी तरह बने रहेंगे।
पीएम मोदी बोले- एक बार फिर ट्रंप के साथ काम करने का अवसर मिला है
पीएम मोदी ने कहा कि आपको व्हाइट हाउस में वापस देखकर मुझे खुशी हो रही है, मैं भारत के 140 करोड़ लोगों की ओर से आपको बधाई देता हूं...भारत के लोगों ने मुझे तीसरी बार प्रधान मंत्री के रूप में काम करने का मौका दिया...इस कार्यकाल में, मुझे अगले 4 वर्षों के लिए एक बार फिर राष्ट्रपति ट्रंप के साथ काम करने का अवसर मिला है, और यह बहुत खुशी की बात है...मैं आपके पहले कार्यकाल में आपके साथ काम करने के अपने पिछले अनुभव से कह सकता हूं, हम उसी बंधन, समान विश्वास और समान उत्साह के साथ भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाना जारी रखेंगे।
पीएम मोदी बोले- भारत के हितों को सर्वोच्च रखना, सौभाग्य की बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं इस बात की सराहना करता हूं कि वह (राष्ट्रपति ट्रंप) हमेशा राष्ट्रीय हित (अमेरिका के) को सर्वोच्च रखते हैं। राष्ट्रपति ट्रंप की तरह, मुझे भी भारत के हितों को सर्वोच्च रखते हुए काम करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है।
कनाडा को अमेरिका का हिस्सा बताकर ट्रंप ने बढ़ाया कूटनीतिक तनाव
14 Feb, 2025 11:49 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कनाडा को लेकर फिर एक बार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वो अमेरिका का 51वां राज्य है. ट्रंप ने कहा कि अमेरिका को उनके प्रोडक्ट्स की जरूरत नहीं है और वो इस बारे में 'गवर्नर' ट्रूडो से बात कर चुके हैं.
बता दें कि प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हाल ही में कहा था कि कनाडा को अमेरिका में मिलाने की राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकी 'वास्तविक' है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने शुक्रवार को टोरंटो में कनाडा-अमेरिका आर्थिक शिखर सम्मेलन में व्यापार जगत के नेताओं से यह बात कही.
ट्रूडो ने कहा कि ट्रंप की धमकी कनाडा के महत्वपूर्ण खनिजों तक पहुंच से प्रेरित हो सकती है. रिपोर्ट में कनाडाई पीएम के हवाले से कहा गया, "अमेरिकी राष्ट्रपति के मन में यह बात है कि ऐसा करने का सबसे आसान तरीका हमारे देश को अपने में समाहित करना है और यह एक वास्तविक बात है."
प्रधानमंत्री ने कहा कि ट्रंप इसलिए आगे बढ़ रहे हैं क्योंकि अमेरिका को कनाडा के महत्वपूर्ण खनिज संसाधनों से लाभ मिल सकता है.
बता दें ट्रंप प्रशासन ने पिछले सप्ताह कनाडा से आयात पर टैरिफ लगाने की घोषणा की. इससे जवाब कनाडा ने 155 बिलियन कनाडाई डॉलर (107 बिलियन डॉलर) मूल्य के अमेरिकी सामानों पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाकर दिया.
ट्रंप ने कहा कि अगर कनाडा भारी टैरिफ से बचना चाहता है तो वह अमेरिका का 51वां राज्य बन सकता है. हालांकि इसके बाद दोनों देशों ने प्रस्तावित टैरिफ को कम से कम 30 दिनों के लिए रोक दिया.
ट्रूडो की तरफ से कनाडा की सीमा पर सुरक्षा को मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताने के बाद, ट्रंप ने कम से कम एक महीने के लिए प्रस्तावित टैरिफ पर रोक लगाने की घोषणा की.
ट्रंप के साथ बातचीत के बाद ट्रूडो ने कहा कि कनाडा अपनी पूर्व घोषित 1.3 बिलियन डॉलर के बॉर्डर प्लान को लागू करेगा. उन्होंने इसके साथ ही एक 'फेंटेनल जार' की नियुक्ति करने और ड्रग कार्टेल को आतंकवादियों की सूची में शामिल करने की प्रतिबद्धता भी जताई.
ट्रंप पिछले काफी समय से कनाडा को लेकर आक्रामक रवैया अपना रहे हैं. उन्होंने कई बार कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बनाने की बात कही है. इतना ही नहीं वह कई मौकों पर वह जस्टिन ट्रूडो को 'महान कनाडा राज्य का गर्वनर' बोल चुके हैं.
रूस की G-7 में वापसी की वकालत, ट्रंप के बयान से मचा हड़कंप
14 Feb, 2025 11:41 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को कहा कि वह रूस को जी-7 देशों के समूह में वापस देखना पसंद करेंगे। उन्होंने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा कि रूस को निष्कासित करना एक गलती थी। रूस औद्योगिक देशों के जी-7 समूह का सदस्य था। इसे तब जी-8 के रूप में जाना जाता था।
2014 में यूक्रेन के क्रीमिया क्षेत्र पर रूस द्वारा कब्जा कर लेने के बाद उसे संगठन से बाहर कर दिया गया। ट्रंप ने यह भी कहा कि यूक्रेन युद्ध को लेकर जो भी बातचीत होगी, उसमें कीव को भी शामिल किया जाएगा।
ट्रंप बोले- मुझे रूस को वापस लेना अच्छा लगेगा
ट्रंप ने कहा कि मुझे रूस को वापस लेना अच्छा लगेगा, मुझे लगता है कि उन्हें बाहर फेंकना एक गलती थी। उन्होंने तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा को दुनिया की सबसे बड़ी औद्योगिक अर्थव्यवस्थाओं द्वारा रूस को सोवियत संघ के पतन के बाद जी7 के समूह सात में शामिल होने से बाहर करने के सामूहिक निर्णय के लिए दोषी ठहराया, जब रूस को वैश्विक अर्थव्यवस्था के साथ और अधिक मजबूती से एकीकृत करने के प्रयास में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था।
ट्रंप ने फोड़ा नया टैरिफ बम
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैक्स (पारस्परिक कर) लगाने का एलान कर दिया है। राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने चुनावी वादे के मुताबिक यह टैक्स लगाया है, जिसके तहत अमेरिका अब उन सभी देशों से होने वाले आयात पर उतना ही टैक्स लगाएगा, जितना ये देश अमेरिकी उत्पादों या सेवाओं पर लगाते हैं।
अमेरिकी उत्पादों पर ज्यादा टैक्स लगाने वाले देशों में भारत भी
वैसे राष्ट्रपति ट्रंप का यह फैसला किसी खास देश को लेकर नहीं है, लेकिन इसका असर मेक्सिको, चीन के साथ भारत पर भी पड़ने की बात कही जा रही है। वजह यह है कि अमेरिकी उत्पादों पर ज्यादा टैक्स लगाने वाले देशों में भारत भी है। राष्ट्रपति ट्रंप स्वयं कई बार यह कह चुके हैं कि भारत सबसे ज्यादा टैक्स लगाने वाले देशों में है। अब देखना होगा कि मोदी और ट्रंप की मुलाकात में इस मुद्दे पर कितनी बात होती है।
ट्रंप ने एलान किया-जो जैसा टैरिफ लगाएगा, वैसा हम भी लगाएंगे
नई नीति से संबंधित कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करने के बाद ट्रंप ने एलान किया-जो जैसा टैरिफ लगाएगा, वैसा हम भी लगाएंगे। ना उससे ज्यादा और ना उससे कम। हम हर देश के टैरिफ के मुताबिक फैसला करेंगे। अधिकांश मामले में हमने देखा है कि वह हमारे उत्पादों पर ज्यादा टैक्स लगाते हैं।
म्यूनिख में सुरक्षा सम्मेलन से पहले बड़ा हादसा, कार ने कुचले दर्जनों लोग
13 Feb, 2025 05:14 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जर्मनी के म्यूनिख में होने वाले शिखर सम्मेलन से पहले एक बड़ा सड़क हादसा हो गया, जिसमें 20 से ज्यादा लोगों के घायल होने की संभावना जताई जा रही है। मामले में जर्मनी पुलिस ने बताया कि एक कार ड्राइवर ने एक भीड़ को टक्कर मार दी, जिससे ये बड़ा हादसा हुआ। साथ ही पुलिस ने सोशल प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि ड्राइवर घटनास्थल पर सुरक्षित है। स्थिति जो जानने के बाद पुलिस ने ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है।
बता दें कि शुक्रवार से म्यूनिख में अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के बीच एक बैठक होने वाली है। इससे पहले एक ट्रेड यूनियन की ओर से आयोजित प्रदर्शन के दौरान म्यूनिख सेंट्रल रेलवे स्टेशन के पास दचाउर स्ट्रासे और सीडलस्ट्रासे के क्षेत्र में एक कार ने भीड़ को टक्कर मार दी, जिससे ये बड़ा हादसा हो गया।
शुरक्षा सम्मेलन के लिए आज म्यूनिख पहुचेंगे नेता
म्यूनिख में होने वाले सुरक्षा सम्मेलन के लिए शहर में तैयारी तेज है। जहां इस बैठक के लिए अमेरिका के उपराष्ट्रपति और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की आज म्यूनिख पहुंचने वाले है। इससे पहले इस प्रकार का बड़ा हादसा शहर में सुरक्षा व्यवस्था को अस्त-व्यस्त कर चुका है।
काबुल विस्फोट: मंत्रालय परिसर में धमाका, सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर
13 Feb, 2025 05:07 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अफगानिस्तान के काबुल से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जहां गुरुवार को सरकारी मंत्रालय के परिसर में हुए विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गई और तीन लोग घायल हो गए। शहरी विकास और आवास मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद कमाल अफगान ने बताया कि एक व्यक्ति ने मंत्रालय के परिसर में हमला करने की कोशिश की, लेकिन वह अपने लक्ष्य तक पहुंचने से पहले ही सुरक्षा गार्डों ने उसे मार गिराया। घटना के बाद विस्फोट हुआ, जिससे हताहत हुए। हालांकि, प्रवक्ता ने विस्फोट के स्रोत के बारे में कुछ नहीं बताया और और कोई जानकारी नहीं दी।
अमेरिकी नौसेना का विमान क्रैश, दोनों पायलट सुरक्षित बचाए गए
13 Feb, 2025 12:18 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अमेरिकी नौसेना का एक जेट बुधवार सुबह सैन डिएगो के तट पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस विमान में दो पायलट सवार थे। हालांकि दोनों पायलटों को कोई चोट नहीं आई है। उन्हें एक मछली पकड़ने वाली नौका द्वारा बचाया गया और बाद में अस्पताल ले जाया गया।
अमेरिकी कोस्ट गार्ड के प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हादसे के बाद मछली पकड़ने वाले जहाज प्रीमियर ने जेट के चालक दल के सदस्यों को बचा लिया और फिर उन्हें पास के सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा बल की नाव में भेजा। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनकी हालत स्थिर है। क्रिस्टोफर सैप्पी ने बताया कि हादसे का शिकार जेट ई/ए-18जी ग्रोलर है। उसके मलबे तटरक्षक बल द्वारा एकत्रित किया जा रहा है। हालांकि ये हादसा कैसे हुआ अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। हादसे की जांच की जा रही है।
बता दें कि ये हादसा तब हुआ है जब अमेरिका ने पिछले दो हफ्तों में चार बड़े विमान हादसे देखे हैं। 29 जनवरी को देश की राजधानी के पास एक वाणिज्यिक जेटलाइनर और एक सेना के हेलीकॉप्टर में टक्कर हुई थी, जिसमें 67 लोग मारे गए थे। इसके बाद 31 जनवरी को फिलाडेल्फिया में एक चिकित्सा परिवहन विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें सवार छह लोग और जमीन पर एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई थी। वहीं, पिछले हफ्ते पश्चिमी अलास्का में एक छोटा विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें सवार सभी 10 लोग मारे गए थे। वहीं दो दिन पहले यानी 11 फरवरी को एरिजोना के स्कॉट्सडेल एयरपोर्ट पर निजी जेट्स की आपस में टक्कर हो गई थी। इस दौरान कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई और अन्य घायल हो गए।
भारत-फ्रांस रक्षा साझेदारी पर हुई चर्चा, पीएम मोदी ने दिया खास आमंत्रण
13 Feb, 2025 12:06 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पेरिस। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने बुधवार को रक्षा सहयोग पर जोर देते हुए भारत में स्कार्पीन पनडुब्बियों के निर्माण में सहयोग की प्रगति की सराहना की। साथ ही दोनों देशों ने मिसाइलों, हेलीकाप्टर इंजनों और जेट इंजनों पर चल रही बातचीत का स्वागत किया। मोदी ने फ्रांसीसी सेना को पिनाक मल्टी-बैरल राकेट लांच (एमबीआरएल) प्रणाली को करीब से देखने के लिए आमंत्रित किया।
द्विपक्षीय सहयोग के संपूर्ण पहलुओं पर द्विपक्षीय चर्चा की
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि फ्रांस द्वारा इस प्रणाली की खरीद दोनों देशों के रक्षा संबंधों में एक और मील का पत्थर साबित होगा।मोदी और मैक्रों ने वैश्विक और क्षेत्रीय मामलों के अलावा असाधारण रूप से मजबूत और बहुआयामी द्विपक्षीय सहयोग के संपूर्ण पहलुओं पर द्विपक्षीय चर्चा की।
संयुक्त बयान में कहा गया है, ''रक्षा में अनुसंधान और विकास साझेदारी को गहरा करने के लिए दोनों नेताओं ने डीजीए और डीआरडीओ के बीच रक्षा प्रौद्योगिकियों में सहयोग के लिए एक तकनीकी व्यवस्था के जरिये एक शोध एवं अनुसंधान ढांचा शीघ्र शुरू करने पर जोर दिया।''
यूक्रेन में युद्ध सहित अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर विस्तृत बातचीत हुई
दोनों नेताओं ने पश्चिम एशिया और यूक्रेन में युद्ध सहित अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर विस्तृत बातचीत की। उन्होंने स्वतंत्र, खुले, समावेशी, सुरक्षित और शांतिपूर्ण ¨हद-प्रशांत क्षेत्र के लिए अपनी साझा प्रतिबद्धता को भी रेखांकित किया। मोदी-मैक्रों ने भारत में स्कार्पीन पनडुब्बियों के निर्माण में सहयोग की प्रगति की सराहना की, जिसमें स्वदेशीकरण भी शामिल है।
विशेषकर डीआरडीओ द्वारा विकसित एयर इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन (एआईपी) को पी75-स्कार्पीन पनडुब्बियों में लगाने और भविष्य की पी75-एएस पनडुब्बियों में एकीकृत लड़ाकू प्रणाली (आइसीएस) के संभावना के विश्लेषणों की सराहना की। दोनों नेताओं ने 15 जनवरी को पी75 स्कार्पीन श्रेणी की परियोजना की छठी और अंतिम पनडुब्बी आइएनएस वाघशीर को नौसेना में शामिल करने का स्वागत किया।
जल्द से जल्द प्रभावी हो 'हाई सी ट्रीटी'
वार्ता के दौरान दोनों देशों ने कहा कि राष्ट्रीय क्षेत्राधिकार से बाहर के क्षेत्रों में समुद्री जैविक विविधता के संरक्षण एवं सतत इस्तेमाल के लिए वैश्विक समझौते 'हाई सी ट्रीटी' को जल्द से जल्द प्रभावी होना चाहिए। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने जून में नीस में आयोजित होने वाले यूनाइटेड नेशंस ओशियंस कान्फ्रेंस (यूएनओसी-3) के लिए फ्रांस को समर्थन देने की पेशकश भी की। यूएनओसी-3 समुद्र के संरक्षण एवं सतत इस्तेमाल के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रयासों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
फ्रांस में भारतीय छात्रों की संख्या 10 हजार पहुंचने की संभावना
संयुक्त बयान में दोनों देशों ने कहा कि इस वर्ष फ्रांस में भारतीय छात्रों की संख्या 10 हजार पहुंच जाने की संभावना है। यह संख्या 2030 तक 30 हजार पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। दोनों नेताओं ने पिछले वर्ष इंटरनेशनल क्लासेस स्कीम की सफल शुरुआत का भी स्वागत किया।
10 भारतीय स्टार्टअप्स को शामिल करने का स्वागत
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बताया कि दोनों नेताओं ने फ्रेंच स्टार्टअप इंक्यूबेटर स्टेशन-एफ में 10 भारतीय स्टार्टअप्स को शामिल करने का स्वागत किया। उन्होंने फ्रांस में भारत के रियल टाइम पेमेंट सिस्टम यूपीआइ के इस्तेमाल की बढ़ी हुई संभावनाओं का भी स्वागत किया। साथ ही लोगो लांच करके नई दिल्ली में इंडिया-फ्रांस ईयर आफ इनोवेशन के भव्य उद्घाटन की घोषणा की।
गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई से मुलाकात
पेरिस में एआइ एक्शन समिट से इतर प्रधानमंत्री मोदी ने गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई से मुलाकात की जिसमें उन्होंने भारत में एआइ के कारण सृजित होने वाले अवसरों पर बातचीत की। पिचाई ने इस दौरान भारत में डिजिटल ट्रांसफारमेशन पर गूगल व भारत कैसे मिलकर काम कर सकते हैं, के मुद्दे पर चर्चा की। मोदी और पिचाई की पिछली मुलाकात सितंबर, 2024 में न्यूयार्क में हुई थी जब प्रधानमंत्री क्वाड सम्मेलन के लिए वहां थे।
भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों पर ट्रंप की जवाबी शुल्क नीति का असर?
13 Feb, 2025 11:58 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गुरुवार को अमेरिका यात्रा से पहले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी जवाबी शुल्क योजना की घोषणा कर देंगे। व्हाइट हाउस की प्रवक्ता कैरोलीन लेविट ने बुधवार को यह जानकारी दी।
इन क्षेत्रों के लिए भी जारी करेंगे टैरिफ
ट्रंप ने सोमवार को कहा था कि वह अगले दो दिनों में उन सभी देशों पर जवाबी शुल्क की घोषणा करेंगे जो अमेरिकी वस्तुओं पर शुल्क लगाते हैं। उनका कहना था कि वह कारों, सेमी-कंडक्टरों और फार्मास्यूटिकल्स पर अलग-अलग टैरिफ लगाने पर भी विचार कर रहे हैं।
25 प्रतिशत शुल्क को चार मार्च तक के लिए टाल दिया
गौरतलब है कि ट्रंप ने चीनी वस्तुओं पर 10 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क लगाया था जो चार फरवरी से प्रभावी हो गया, जबकि चीन की ओर से जवाबी शुल्क इस सप्ताह से प्रभावी होंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति ने मेक्सिको और कनाडा से आने वाली वस्तुओं पर 25 प्रतिशत शुल्क को चार मार्च तक के लिए टाल दिया, ताकि अमेरिकी सीमाओं को सुरक्षित करने तथा फेंटेनाइल नामक ड्रग्स के प्रवाह को रोकने के लिए कदमों पर बातचीत की जा सके।
मस्क से भी होगी मोदी की मुलाकात
प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका यात्रा के दौरान दौरान एलन मस्क से भी मिलेंगे। इस दौरान स्टार¨लक के दक्षिण एशियाई बाजार में प्रवेश पर चर्चा हो सकती है। बता दें कि स्टारलिंक लंबे समय से भारत में लां¨चग का इच्छुक है। हाल के महीनों में मुकेश अंबानी की कंपनी के साथ उसका इस बात पर टकराव हुआ है कि देश में सेटेलाइट सेवाओं के लिए स्पेक्ट्रम कैसे दिए जाने चाहिए। भारत सरकार ने मस्क का पक्ष लिया है कि स्पेक्ट्रम की नीलामी नहीं, बल्कि उसका आवंटन किया जाना चाहिए। हालांकि स्टार¨लक का लाइसेंस आवेदन अभी भी विचाराधीन हैं।
टकराव टालने के लिए अमेरिका यात्रा कर रहे मोदी
अमेरिका यात्रा पर जाने की तैयारी करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पहले कार्यकाल के दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ अपने मधुर संबंधों को और मजबूत करने की बात कही। लेकिन ट्रंप एक अस्थिर मित्र हो सकते हैं। इसलिए जब मोदी गुरुवार को उनसे मिलेंगे, तो उनसे टकराव के नए बिंदुओं को कम करने और बढ़ते अमेरिकी-भारत संबंधों को बनाए रखने के प्रस्तावों की उम्मीद है। एक प्रमुख फोकस व्यापार है।
अमेरिकी रक्षा उपकरणों को लेकर भी हुई बात
भारतीय अधिकारियों का कहना है कि घरेलू कंपनियां अमेरिकी ऊर्जा आपूर्ति, विशेष रूप से एलएनजी की खरीद बढ़ाने के लिए बातचीत कर रही हैं। दोनों नेताओं के बीच अमेरिकी रक्षा उपकरणों पर अधिक खर्च पर भी चर्चा होने और नए सौदों की घोषणा की उम्मीद है। इसके अलावा मोदी हाल ही में अमेरिकी मोटरसाइकिलों विशेष रूप से हार्ले-डेविडसन पर भारतीय शुल्क में कटौती और बोरबान व पेकान जैसे सामानों पर कम शुल्क की संभावना का हवाला दे सकते हैं।
तनाव का एक अन्य बड़ा कारण अवैध आव्रजन
हालांकि ये कदम कुछ मामलों में काफी हद तक प्रतीकात्मक हैं, लेकिन इनका उद्देश्य भारत के साथ अमेरिकी व्यापार घाटे और उच्च आयात शुल्कों पर ट्रंप की नाराजगी को शांत करना है। तनाव का एक अन्य बड़ा कारण अवैध आव्रजन है। लातिन अमेरिका के बाहर अमेरिका में प्रवासियों का सबसे बड़ा समूह भारत का है। भारत सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि वह ट्रंप के निर्वासन अभियान में सहयोग करेगी, भले ही इसने पिछले सप्ताह मोदी सरकार के लिए राजनीतिक सिरदर्द पैदा किया था।
डोनाल्ड ट्रंप और व्लादिमीर पुतिन में सहमति, यूक्रेन युद्ध समाप्ति की वार्ता शुरू होगी
13 Feb, 2025 11:48 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के साथ फोन पर यूक्रेन युद्ध को लेकर बातचीत की। इसमें युद्ध समाप्त करने के लिए तुरंत वार्ता शुरू करने पर चर्चा की गई।
हाल में पदभार संभालने वाले ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध को जल्द समाप्त करने का वादा किया था और इस पर कूटनीतिक दिशा में यह उनका पहला बड़ा कदम है। इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में ट्रंप ने कहा कि उन्होंने और पुतिन ने अपनी-अपनी टीमों को तुरंत बातचीत शुरू करने के लिए कहा है। दोनों देश साथ मिलकर निकटता से काम करेंगे।
पुतिन ने ट्रंप को मॉस्को आने का निमंत्रण दिया
जेलेंस्की के कार्यालय की ओर से बताया गया कि ट्रंप और जेलेंस्की ने लगभग एक घंटे तक फोन पर बात की। उधर रूस की ओर से कहा गया गया कि पुतिन और ट्रंप के बीच करीब डेढ़ घंटे बातचीत हुई। इस दौरान दोनों नेता मिलने के लिए सहमत हो गए हैं और पुतिन ने ट्रंप को मॉस्को आने का निमंत्रण दिया है।
यूक्रेन की 2014 से पहले की सीमाओं पर वापस लौटना संभव नहीं
इससे पहले बुधवार को अमेरिका के रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने कहा कि यूक्रेन की 2014 से पहले की सीमाओं पर वापस लौटना संभव नहीं है और अमेरिकी प्रशासन युद्ध के समाधान के रूप में कीव के लिए नाटो सदस्यता को नहीं देखता है। बुधवार को ब्रुसेल्स में नाटो मुख्यालय में यूक्रेन के सैन्य सहयोगियों की एक बैठक में हेगसेथ ने लगभग तीन साल पुराने युद्ध के लिए नए अमेरिकी प्रशासन के दृष्टिकोण पर अब तक का सबसे स्पष्ट सार्वजनिक बयान दिया।
हेगसेथ ने ब्रुसेल्स में नाटो मुख्यालय में यूक्रेन और 40 से अधिक सहयोगियों की एक बैठक में कहा- हम आपकी तरह एक संप्रभु और समृद्ध यूक्रेन चाहते हैं। लेकिन हमें यह पहचान कर शुरुआत करनी होगी कि यूक्रेन की 2014 से पहले की सीमाओं पर वापस लौटना एक अवास्तविक उद्देश्य है। इस भ्रामक लक्ष्य का पीछा करने से युद्ध लंबा खिंचेगा और अधिक पीड़ा होगी।
तीन साल से जारी है रूस-यूक्रेन युद्ध
युद्ध के शुरुआती महीनों के बाद से कोई शांति वार्ता नहीं हुई है, जोकि अब अपनी तीसरी वर्षगांठ के करीब पहुंच रही है। फरवरी 2022 में रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण शुरू करने के बाद तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और अधिकांश पश्चिमी नेताओं ने पुतिन के साथ कोई सीधी चर्चा नहीं की थी।
अमेरिकी शिक्षक की रिहाई से मॉस्को के साथ संबंध सुधारने में मदद मिलेगी : व्हाइट हाउस
रूस ने अमेरिकी शिक्षक मार्क फोगेल को रिहा कर दिया है। व्हाइट हाउस ने इसे कूटनीतिक सफलता बताया है, जो मास्को के साथ संबंधों को सुधारने और यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने के लिए बातचीत को आगे बढ़ाने में मदद कर सकती है। ट्रंप ने एक और अमेरिकी की आगामी रिहाई का भी संकेत दिया। हालांकि उन्होंने व्यक्ति की पहचान या उसे जिस देश में रखा गया था उसकी जानकारी नहीं दी।
उन्होंने कहा कि यह कोई बहुत खास होगा। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकाफ पेंसिल्वेनिया के इतिहास के शिक्षक फोगेल के साथ अमेरिका पहुंचे। फोगेल को अगस्त 2021 में गिरफ्तार किया गया था और वह 14 साल की जेल की सजा काट रहे थे। उनके परिवार और समर्थकों ने कहा कि वह चिकित्सकीय रूप से निर्धारित मारिजुआना के साथ यात्रा कर रहे थे और उन्हें गलत तरीके से हिरासत में लिया गया था।
अमेरिका में एक रूसी नागरिक को रिहा कर दिया गया है
ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल वाल्ट्ज ने कहा कि अमेरिका और रूस ने फोगेल की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए एक आदान-प्रदान पर बातचीत की। यह घटनाक्रम एक संकेत है कि हम यूक्रेन में क्रूर और भयानक युद्ध को समाप्त करने के लिए सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। वहीं, क्रेमलिन ने कहा कि मास्को द्वारा अमेरिकी मार्क फोगेल की रिहाई के बदले में अमेरिका में एक रूसी नागरिक को रिहा कर दिया गया है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि आने वाले दिनों में उसके रूस लौटने पर नाम की जानकारी दी जाएगी।
रूस-यूक्रेन युद्ध विराम की उम्मीदों को झटका, कीव पर मिसाइल हमले से मचा हड़कंप
12 Feb, 2025 03:23 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
डोनाल्ड ट्रंप के व्हाइट हाउस में वापसी के बाद यूक्रेन-रूस युद्ध विराम की पहल में तेजी आई ही थी कि आज फिर रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर मिसाइल हमला कर दिया है. जिससे एक बार फिर युद्ध विराम वार्ता पर असर पड़ सकता है. यूक्रेनी अधिकारियों ने जानकारी दी कि रूस की ओर से कीव पर सुबह-सुबह किए गए मिसाइल हमले में कम से कम एक नागरिक की मौत हो गई और तीन घायल हैं, इसके अलावा शहर में कई जगह आग लगने की भी खबरें हैं.
राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के चीफ ऑफ स्टाफ एंड्री यरमक ने टेलीग्राम ऐप पर एक पोस्ट में कहा, “रूस ने कीव और कीव क्षेत्र पर मिसाइल हमला किया है, व्लादिमीर युद्ध को इसी तरह खत्म करना चाहते हैं.” रूस द्वारा यूक्रेन पर करीब तीन साल पहले शुरू किए गए युद्ध को खत्म करने के लिए नए सिरे से शांति वार्ता की संभावनाएं तब बढ़ गई हैं जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वे कीव और पुतिन के संपर्क में हैं. लेकिन रूस की ताजा कार्रवाई से इन कोशिशों को धक्का लग सकता है. जेलेंस्की ने मंगलवार को यह भी कहा था कि कीव जल्द ही अमेरिकी अधिकारियों के साथ बातचीत करेगा.
हमले में कितना नुकसान?
कीव के मेयर विटाली क्लिट्स्को ने टेलीग्राम पर कहा कि हमले कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई और तीन लोग घायल हो गए, जिनमें एक 9 साल का बच्चा भी शामिल है. मेयर मे बताया कि कीव के कम से कम चार जिलों में आपातकालीन सेवाओं को बुलाया गया है. सैन्य प्रशासन ने कहा कि कई आवासीय और गैर-आवासीय इमारतों में आग लगी है और एयर रेड सायरन सुनाई दिए हैं.
एक दिन पहले ही जेलेंस्की ने की थी शांति वार्ता की बात
इस हमले से एक दिन पहले मंगलवार को जेलेंस्की ने इंटरव्यू देते हुए कहा था कि वह समझौते के लिए कब्जा किए हुए रूसी क्षेत्रों के बदले यूक्रेनी जमीन वापस लेगा. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि उन्हें किसी भी शांति समझौते के लंबे टिकी होने के लिए अमेरिका की गारंटी चाहिए.
कर्मचारियों की खुशी के लिए कंपनी का बड़ा फैसला, मिलेंगे खास बेनिफिट्स
12 Feb, 2025 01:25 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जापान की एक कंपनी अपने कर्मचारियों को खुश करने के लिए गजब ऑफर दे रही है. ओसाका स्थित ट्रस्ट रिंग कंपनी काम के दौरान कर्मचारियों को शराब पीने और हैंगओवर लीव की पेशकश की है. ऐसा करने का उद्देश्य नई भर्तियों को आकर्षित करना और ऑफिस में एक आरामदायक माहौल बनाना है.
ज्यादातर कंपनियां अपने कर्मचारियों को अच्छी सैलरी और हाइक का ऑफर देती है, लेकिन जापान की इस कंपनी ने अपने कर्मचारियों को खुश करने के लिए अलग रास्त चुना है. कंपनी काम के घंटों के दौरान अलग-अलग तरह के ड्रिंक्स देती है. ट्रस्ट रिंग कर्मचारियों को 2-3 घंटे की हैंगओवर लीव भी देती है.
कंपनी के CEO क्या कहते हैं?
बड़ी कंपनियों की तुलना में अपने सीमित बजट को देखते हुए, ट्रस्ट रिंग के सीईओ ने बताया कि कंपनी एक विशिष्ट और आनंददायक माहौल बनाने पर फोकस कर रही है. सीईओ ने कहा, हम वेतन पर प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकते, लेकिन हम एक मजेदार और आरामदायक वातावरण प्रदान कर सकते हैं जिससे लोग हमारे साथ बने रहना चाहते हैं.
कंपनी के सीईओ भी अपने कर्मचारियों के साथ शराब पीते हैं. वह कंपनियों के नए कर्मचारियों को खुद पेश भी करते हैं.
ओवरटाइम का मुआवजा भी
कंपनी का शुरुआती वेतन करीब 1 लाख 27 हजार है. कर्मचारियों को 20 घंटे के ओवरटाइम के लिए भी मुआवजा दिया जाता है. लचीली कार्य संस्कृति और अतिरिक्त सुविधाओं का यह संयोजन शायद वही हो जो कुछ कर्मचारी नौकरी में चाहते हैं, जो कार्यालय में एक दिन का आनंद लेने के लिए एक ताजा दृष्टिकोण प्रदान करता है.
ढाका में तसलीमा नसरीन की किताबों को बनाया निशाना, चुनाव से पहले माहौल गर्म
12 Feb, 2025 12:05 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ढाका। बांग्लादेश में दिसंबर तक आम चुनाव कराने की तैयारी शुरू कर दी गई है। निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को कहा कि दिसंबर तक आम चुनाव कराने को लेकर तैयारियां चल रही हैं। पिछले सप्ताह देशभर में हुई तोड़फोड़ की घटनाओं के बाद अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने चुनाव कराने के प्रस्ताव पर सहमति दी है।
दिसंबर में राष्ट्रीय चुनावों को कराने की तैयारी
निर्वाचन आयोग के इस बयान से एक दिन पहले यूनुस ने पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) को दिसंबर तक चुनाव कराने का आश्वासन दिया।
चुनाव आयुक्त अब्दुल फजल मोहम्मद सनाउल्ला ने पत्रकारों से कहा, 'हम दिसंबर में राष्ट्रीय चुनावों को कराने की तैयारी कर रहे हैं।'
उन्होंने यहां संयुक्त राष्ट्र (यूएन) और यूरोपीय यूनियन के प्रतिनिधियों के अलावा 17 पश्चिमी और अन्य देशों के राजनयिकों के साथ बैठक के बाद यह जानकारी दी। बैठक में मौजूद रहे यूएन के स्थानीय प्रतिनिधि स्टीफन लिलर ने कहा, 'हम स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए निर्वाचन आयोग का समर्थन कर रहे हैं।' हालांकि उन्होंने देश के मौजूदा हालात में इस तरह के चुनाव कराने की चुनौतियों के बारे में पूछे जाने पर भी कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया।
तसलीमा की किताबों को बनाया निशाना
ढाका में एक पुस्तक प्रदर्शनी में लेखिका तसलीमा नसरीन की किताबों को निशाना बनाया गया। चश्मदीदों ने बताया कि सोमवार को मदरसा छात्रों ने एक स्टाल में तोड़फोड़ की, जहां भारत में निर्वासित जीवन व्यतीत कर रहीं तसलीमा की पुस्तकें प्रदर्शित की गई थीं। अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं।
नेतन्याहू की सख्त चेतावनी – इस हफ्ते बंधक नहीं छोड़े तो हमास पर टूटेगा कहर
12 Feb, 2025 11:53 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
यरुशलम। इजरायल और हमास में एक बार फिर संघर्ष शुरू हो सकता है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चेतावनी के बाद अब पीएम नेतन्याहू ने मंगलवार को धमकी दी कि अगर इस सप्ताह के अंत में किसी भी बंधक को रिहा नहीं किया गया तो गाजा में भीषण लड़ाई फिर से शुरू की जाएगी। हमास के बंधकों को नहीं छोड़ने की वजह से संघर्ष विराम समझौते को तनावपूर्ण बना दिया है।
गाजा में भीषण लड़ाई फिर से शुरू की जाएगी- नेतन्याहू
इजरायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि अगर हमास ने शनिवार दोपहर तक हमारे बंधकों को वापस नहीं किया, तो युद्धविराम समाप्त हो जाएगा, और आईडीएफ (इजरायली सेना) तब तक गहन लड़ाई जारी रखेगी जब तक कि हमास निर्णायक रूप से हार नहीं जाता। लेकिन हाल के दिनों में संघर्ष विराम समझौते पर तनाव बढ़ गया है, जिससे इसे बचाने के लिए कूटनीतिक प्रयास तेज हो गए हैं।
हमास ने शनिवार तक बंधकों को रिहा नहीं किया तो आ जाएगी तबाही: ट्रंप
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा में बंधक बनाकर रखे गए लोगों को लेकर हमास को अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने हमास को चेतावनी दी है कि अगर गाजा में शेष बंधकों की रिहाई शनिवार दोपहर तक नहीं हुई तो तबाही आ जाएगी। जबकि हमास ने ट्रंप की इस चेतावनी को नकारते हुए कहा कि शेष बंधकों की रिहाई तभी होगी जब सभी पक्ष युद्धविराम का सम्मान करेंगे। इससे पहले हमास ने इजरायल पर युद्धविराम समझौते के उल्लंघन का आरोप लगाया और कहा कि अगले बंधकों की रिहाई में देरी होगी।
बता दें कि 19 जनवरी को इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम और बंधकों की रिहाई को लेकर समझौता हुआ था। इस समझौते के तहत हमास थोड़े-थोड़े कर बंधकों की रिहाई कर रहा है और इनके बदले में इजरायल फलस्तीनी कैदियों को छोड़ रहा है।
इजरायल-हमास संघर्ष विराम को रद करने का प्रस्ताव रखेंगे
अमेरिकी राष्ट्रपति ने सोमवार को व्हाइट हाउस के ओवल हाउस मेंपत्रकारों से कहा कि हमास को गाजा में शेष बचे बंधकों को शनिवार दोपहर 12 बजे तक रिहा कर देना चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो वह इजरायल-हमास संघर्ष विराम को रद करने का प्रस्ताव रखेंगे और इसके बाद तबाही आ जाएगी। उन्होंने कहा कि इजरायल इस मुद्दे पर उनकी बात को नजरअंदाज कर सकता है। वह इस विषय में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात कर सकते हैं।