विदेश
ट्रंप प्रशासन ने तैयार की यात्रा प्रतिबंध की लिस्ट, पाकिस्तान और अफगानिस्तान पर असर
6 Mar, 2025 05:03 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वॉशिंगटन। पाकिस्तान और अफगानिस्तान के लोगों का अमेरिका में दाखिल होना अब आसान नहीं होगा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प कथित तौर पर सुरक्षा और जांच जोखिमों के कारण दोनों देशों पर यात्रा प्रतिबंध लगाने की योजना बना रहे हैं।
राष्ट्रपति ट्रंप ऐसे आदेश पर साइन कर सकते हैं जिससे अफगानिस्तान और पाकिस्तान के लोगों के अमेरिका में प्रवेश करने पर पाबंदी लग जाएगी। रिपोर्ट के अनुसार, यह प्रतिबंध अलगे सप्ताह से लागू हो सकता है।
गौरतलब है कि हाल ही में राष्ट्रपति ट्रंप ने एक आतंकी को पकड़वाने में पाकिस्तान और शहबाज सरकारी की तारीफ की थी।
अमेरिका की लिस्ट में कई देश शामिल
रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रंप प्रशासन ने देशों की सुरक्षा और जोखिमों की जांच के लिए सरकार की समीक्षा के आधार पर यात्रा प्रतिबंध के लिए एक लिस्ट तैयार की है। सूत्रों ने रॉयटर्स को बताया कि अन्य देश भी इस लिस्ट में हो सकते हैं, लेकिन उन्होंने किसी अन्य देश का नाम नहीं बताया।
अफगानिस्तान के लोगों के लिए अमेरिका में प्रवेश करना किसी सपने से कम नहीं है। शरणार्थी के रूप में या विशेष वीजा प्राप्त करने के लिए अफगानिस्तान को लोगों का अमेरिका विशेष जांच करता है।
अधर में लटकी हजारों अफगानों की जिंदगी
अमेरिका के इस प्रतिबंध से उन हजारों अफगानियों पर खतरा मंडरा सकता है, जिन्हें शरणार्थी के रूप में या विशेष आप्रवासी वीजा पर अमेरिका में पुनर्वास के लिए मंजूरी दी गई है। इन लोगों ने अपने देश में रहते हुए तालिबान के खिलाफ अमेरिका को लड़ने में मदद की थी। तालिबान शासन में उनकी जान को खतरा है।
बता दें कि अक्टूबर 2013 में अपने चुनावी अभियान के दौरान भी ट्रंप ने गाजा पट्टी, लीबिया, सोमालिया, सीरिया और यमन जैसे देश के लोगों को सुरक्षा के लिए खतरा बताया था।
दक्षिण कोरिया की वायुसेना की बड़ी लापरवाही: 8 बम गिरने से भारी तबाही
6 Mar, 2025 04:52 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
किम जोंग उन के उत्तर कोरिया के खिलाफ ऑपरेशन की तैयारी में जुटे दक्षिण कोरिया के फाइटेर जेट ने गुरुवार को अपने ही नागरिकों पर बम के गोले बरसा दिए. वो भी एक-दो नहीं पूरे 8. वायुसेना की इस एक्टिविटी से दक्षिण कोरिया में हड़कंप मचा हुआ है.
रिपोर्ट के मुताबिक केएफ-16 लड़ाकू विमान हवा में उड़ान भर रहा था. इसी दौरन विमान से एमके-82 मॉड्यूल के 8 बम गलती से नीचे गिर गया. देखते ही देखते पूरे इलाके में हड़कंप मच गया. इस गलती की वजह से 7 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. पूरे प्रकरण में वायुसेना ने बयान जारी किया है.
वायुसेना का कहना है कि उसे पता ही नहीं चल पाया कि ये बम गिर कैसे गए. वायुसेना ने मामले की जांच की बात कही है.
पेचियान शहर में हादसा, 7 इमारत ध्वस्त
फाइटर जेट से बम गिरने की घटना दक्षिण कोरिया के पोचियन शहर में हुई है, जो उत्तर कोरिया की सीमा के करीब है. हालांकि, वायुसेना के अधिकारी लोकेशन को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं. माफी मांगने वाले अधिकारियों ने यह जानकारी नहीं दी है कि आखिर बम धोखे से किस जगह पर गिरा?
रिपोर्ट के मुताबिक इस हादसे की वजह से इलाके में 7 इमारतें पूरी तरह ध्वस्त हो गई है. घटना की वजह से 5 नागरिक और 2 सैनिक बुरी तरह घायल हो गए हैं. सभी को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया है.
दक्षिण और उत्तर कोरिया के बीच लंबे वक्त से संघर्ष जारी है. हाल ही में उत्तर कोरिया ने अमेरिका को धमकी देते हुए कहा है कि वे दक्षिण कोरिया के चक्कर में हमें प्रताड़ित करने की कोशिश न करें. उत्तर कोरिया ने अमेरिका को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी है.
दक्षिण कोरिया अभी सियासी अस्थिरता के दौर से भी गुजर रहा है. वहां लोग नई सरकार और नए नियमों को लेकर लगातार विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं.
कश्मीर सवाल पर भड़के विदेश मंत्री जयशंकर, पाकिस्तानी पत्रकार को दिया तीखा जवाब
6 Mar, 2025 02:47 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लंदन। विदेश मंत्री एस जयशंकर छह दिवसीय ब्रिटेन-आयरलैंड की यात्रा पर हैं। ब्रिटेन पहुंचे विदेश मंत्री जयशंकर ने चैथलम हाउस में एक थिंक टैंक के कार्यक्रम में उन्होंने कश्मीर मुद्दे पर बड़ी बेबाकी से अपनी बात रखी। दरअसल, कश्मीर को लेकर निसार नामक एक पाकिस्तानी पत्रकार ने विदेश मंत्री से एक सवाल पूछा। सवाल का जवाब सुनकर पाकिस्तानी पत्रकार की बोलती बंद हो गई।
कश्मीर को लेकर विदेश मंत्री का सीधा जवाब
विदेश मंत्री जयशंकर के जवाब का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। पाकिस्तानी पत्रकार ने पूछा कि कश्मीर का मसला सुलझ क्यों नहीं रहा है। भारत ने कश्मीर पर अवैध रूप से कब्जा जमा रखा है। डोनाल्ड ट्रंप के साथ पीएम मोदी के दोस्ताना रिश्ते हैं। क्या इन रिश्तों का इस्तेमाल करके पीएम नरेंद्र मोदी कश्मीर की समस्या का हल निकाल सकते हैं। कश्मीर में 70 लाख लोग हैं, उन्हें नियंत्रित करने के लिए 10 लाख तैनात हैं।
पाकिस्तानी पत्रकार के इस सवाल पर विदेश मंत्री ने कहा,"हम कश्मीर की समस्या का समाधान निकाल चुके हैं। इस दिशा में हमने कदम भी उठाया है। पहला यह है कि आर्टिकल 370 हटाया जा चुका है। इसके अलावा दूसरा कदम ये है कि हमने आर्थिक ग्रोथ के लिए कदम उठाया है। इससे जम्मू कश्मीर में तेजी से विकास हो रहा है। उन्होंने कहा कि तीसरा कदम सोशल जस्टिस का है।"
विदेश मंत्री ने कहा कि कश्मीर में अब किसी भी तरह के सामाजिक अन्याय की जगह नहीं है। हमने कश्मीर के मुद्दे को पूरी तरह सुलझा लिया है। अब वही हिस्सा बचा है, जिसे पाकिस्तान ने अवैध कब्जे से ले रखा है। पाकिस्तान उस हिस्से को लौटा दे तो पूरे मसले का हल हो जाएगा। विदेश मंत्री का यह जवाब सुनकर हॉल में बैठे लोग काफी देर तक तालियां बजाते रहे।
चीन के साथ रिश्ते पर क्या बोले जयशंकर?
वहीं, जब विदेश मंत्री से पूछा गया कि भारत चीन के साथ किस तरह का रिश्ता चाहता है? इस सवाल पर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि हमारे बीच बहुत ही अनोखे रिश्ते हैं। हम दुनिया के दो ऐसे देश हैं जिनकी आबादी एक अरब से ज़्यादा है। हम दोनों का इतिहास बहुत पुराना है, जिसमें समय के साथ उतार-चढ़ाव आए हैं।
चांद पर अंतरिक्ष यात्री नहीं भटकेंगे, नासा ने किया अहम परीक्षण
6 Mar, 2025 02:29 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नासा ने पहली बार चंद्रमा पर GPS का इस्तेमाल किया। इसका मतलब है कि पहली बार ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (GNSS) से सिग्नल प्राप्त किए गए और चंद्रमा पर ट्रैक किए गए।
यह उपलब्धि नासा और इतालवी अंतरिक्ष एजेंसी ने 3 मार्च को हासिल की, जब लूनर जीएनएसएस रिसीवर एक्सपेरीमेंट (लूजीआरई) ने जीपीएस सिग्नल प्राप्त किए और उन पर नजर रखी।
कैसे पता चलेगी लोकेशन?
नासा ने कहा कि इन रिजल्ट का अर्थ यह है कि आर्टेमिस मिशन इन संकेतों से लाभ उठा सकते हैं, जिससे वे अपनी स्थिति, गति और समय का सटीक पता लगा सकते हैं।
GNSS सिग्नल क्या हैं?
GNSS सिग्नल रेडियो वेव्स का इस्तेमाल करके स्थिति, नेविगेशन और समय के बारे में जानकारी ट्रांसफर करते हैं और पृथ्वी की परिक्रमा करने वाले सैटेलाइट द्वारा प्रसारित किए जाते हैं।
दुनिया भर की सरकारों द्वारा GPS, गैलीलियो, बेईडू और GLONASS सहित कई GNSS तारामंडल प्रदान किए गए हैं।
लूग्रे चंद्रमा पर कैसे पहुंचा?
लूग्रे को फायरफ्लाई एयरोस्पेस के ब्लू घोस्ट चंद्र लैंडर पर चंद्रमा पर ले जाया गया, जो 2 मार्च को चंद्रमा पर उतरा। लूग्रे उन 10 नासा पेलोड में से एक था जिसे ब्लू घोस्ट ने चंद्रमा पर पहुंचाया था। लैंडिंग के तुरंत बाद, मैरीलैंड के ग्रीनबेल्ट में नासा के गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर में लूग्रे पेलोड ऑपरेटरों ने चंद्र सतह पर अपना पहला विज्ञान ऑपरेशन शुरू किया।
लूग्रे ने पृथ्वी से लगभग 2.25 लाख मील दूर नेविगेशन फिक्स हासिल किया। यह तकनीक 14 दिनों तक लगातार काम करती रहेगी, जिससे GNSS के अतिरिक्त मील के पत्थर स्थापित होंगे। लूग्रे चांद पर विकसित किया गया पहला इतालवी अंतरिक्ष एजेंसी का हार्डवेयर भी है, जो संगठन के लिए एक मील का पत्थर है।
ट्रंप प्रशासन और हमास के बीच गुप्त वार्ता, बंधकों की रिहाई के लिए दबाव
6 Mar, 2025 01:53 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन। ट्रंप प्रशासन गाजा में बंधक बनाए गए अमेरिकी नागरिकों को रिहा करने की संभावना पर उग्रवादी फलस्तीनी समूह हमास के साथ गुप्त वार्ता कर रहा है। सूत्रों ने बताया कि बंधक मामलों के लिए अमेरिका के विशेष दूत एडम बोहलर ने हाल के सप्ताहों में कतर की राजधानी दोहा में हमास के साथ सीधी वार्ता की। इससे पहले अमेरिका ने इस इस्लामी समूह के साथ सीधे संपर्क से परहेज किया था।
ट्रंप ने हमास को दी अंतिम चेतावनी
जबकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फलस्तीनी आतंकवादी समूह हमास को इसका अनुपालन नहीं करने पर भुगतान करने के लिए नरक की चेतावनी दी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमास आतंकवादियों से गाजा में रखे गए सभी बंधकों को तुरंत रिहा करने के लिए कहा और अंतिम चेतावनी देते हुए कहा कि जल्द से जल्द बंधकों को छोड़ दिया जाए।
ट्रंप ने कही ये बात
ट्रंप ने पोस्ट किया कि यह आपको आखिरी चेतावनी है! नेतृत्व के लिए, अब गाजा छोड़ने का समय है, जबकि आपके पास अभी भी मौका है। साथ ही, गाजा के लोगों के लिए: एक सुंदर भविष्य इंतजार कर रहा है, लेकिन तब नहीं जब आपने बंधक बना के रखा हो। यदि आप ऐसा करते हैं, तो आप मरेंगे। ट्रंप ने कहा कि अगर बंधकों को रिहा नहीं किया गया तो भुगतने और नरक में जाने को तैयार रहें।
हमास ने सात अक्टूबर, 2023 को दक्षिणी इजराइल में सीमा पार से हमला किया था, जिससे विनाशकारी गाजा युद्ध शुरू हो गया था। इस तरह की बातचीत अमेरिका की उस नीति के विपरीत है, जो लंबे समय से चली आ रही है कि वाशिंगटन द्वारा विदेशी आतंकवादी संगठनों के रूप में सूचीबद्ध समूहों के साथ सीधे संपर्क नहीं किया जाना चाहिए।
अमेरिका ने 1997 में हमास को आतंकवादी संगठन घोषित किया था
अमेरिकी विदेश विभाग ने 1997 में हमास को आतंकवादी संगठन घोषित किया था। गाजा संघर्ष में युद्ध विराम और बंधकों की रिहाई के लिए समझौते में मदद करने में अमेरिका की पिछली भूमिका इजरायल और कतर और मिस्त्र के मध्यस्थों के साथ काम करना रही है, लेकिन वाशिंगटन और हमास के बीच कोई प्रत्यक्ष बातचीत नहीं है।
9 महीने की लंबी अंतरिक्ष यात्रा: बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स अब धरती पर लौटने को तैयार
5 Mar, 2025 03:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री करीब 9 महीने से फंसे रहने के बाद अब धरती पर लौटने वाली हैं। अंतरिक्ष में वह महज कुछ हफ्तों के लिए गई थीं, लेकिन कैप्सूल में टेक्निकल खराबी आ जाने से उनको अब तक धरती पर वापस नहीं लाया जा सका। जबकि उनके साथ के कुछ यात्री बाद में कुछ महीनों बाद सकुशल वापस लौट आए थे। मगर सुनीता विलियम्स अब तक वापस नहीं आ सकी हैं। नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) के दो अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर और सुनीता (सुनी) विलियम्स अंतरिक्ष में नौ महीने बिताने के बाद आखिरकार धरती पर लौटने वाले हैं।
बुच विल्मोर और भारतीय मूल की विलियम्स को अगले सप्ताह तक उनकी जगह अन्य अंतरिक्ष यात्री के आने तथा उसके अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचने तक इंतजार करना होगा। उसके बाद ही वे इस महीने के अंत में अंतरिक्ष स्टेशन से बाहर निकल सकेंगे। वे अपने ‘स्पेसएक्स राइड होम’ में दो अंतरिक्ष यात्रियों के साथ शामिल होंगे। मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन के दौरान विल्मोर ने कहा कि राजनीति जीवन का हिस्सा है, लेकिन इसने उनकी और विलियम्स की वापसी में कोई भूमिका नहीं निभाई। हालांकि, ‘स्पेसएक्स कैप्सूल’ में बदलाव के कारण उनकी वापसी का समय कुछ हफ्ते और बढ़ गया।
एलन मस्क ने किया है ये ऐलान
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और ‘स्पेसएक्स’ के मालिक एलन मस्क ने जनवरी के अंत में कहा था कि वे अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी में तेजी लाना चाहते हैं। विलंब के लिए उन्होंने पिछले प्रशासन को दोषी ठहराया। विलियम्स ने एक प्रश्न के उत्तर में मस्क के हाल के उस आह्वान पर आपत्ति जताई जिसमें उन्होंने 2031 में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन को कक्षा से बाहर निकालने के नासा के प्रस्तावित ‘डिऑर्बिट’ अभियान की प्रतीक्षा करने के बजाय, दो वर्षों में ही अंतरिक्ष स्टेशन को बंद करने की बात कही थी। उन्होंने परिक्रमा करने वाली प्रयोगशाला में किए जा रहे सभी वैज्ञानिक अनुसंधानों का उल्लेख किया।
विलियम्स तीन बार अंतरिक्ष स्टेशन में रह चुकी हैं
‘डिऑर्बिट’ करने की योजना के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) को पृथ्वी के वायुमंडल में फिर से लाकर उसे पूरी तरह से जला देना और मलबे को महासागर में गिराना शामिल है। विलियम्स ने कहा, ‘‘यह जगह बहुत बढ़िया है। यह वाकई अद्भुत है, इसलिए मैं कहूंगी कि हम अभी अपने चरम पर हैं।’’ विलियम्स तीन बार अंतरिक्ष स्टेशन में रह चुकी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि अभी शायद यह कहने का सही समय नहीं है कि सब कुछ छोड़ दिया जाए।’’ विलियम्स ने कहा कि वह अपने पालतू कुत्तों लैब्राडोर रिट्रीवर्स से फिर से मिलने का और इंतजार नहीं कर सकतीं। उन्होंने कहा कि अप्रत्याशित रूप से लंबे समय तक अंतरिक्ष स्टेशन में रहने पर सबसे कठिन दौर का उनके परिवारों ने सामना किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह उनके लिए उतार-चढ़ाव भरा समय रहा है, शायद हमारे लिए इससे थोड़ा ज्यादा। हम यहां हैं। हमारे पास एक मिशन है। हम बस वही कर रहे हैं जो हम हर दिन करते हैं और हर दिन दिलचस्प है क्योंकि हम अंतरिक्ष में हैं। यह बहुत मजेदार है।’’ विल्मोर और विलियम्स को उम्मीद थी कि वे पिछले साल जून में बोइंग के नए ‘स्टारलाइनर कैप्सूल’ की मदद से उड़ान भरेंगे। स्टारलाइनर को अंतरिक्ष स्टेशन तक पहुंचने में इतनी समस्याएं हुईं कि नासा ने इसे किसी को भी ले जाने के लिए बेहद खतरनाक माना और यह खाली ही लौटा आया।
अमेरिका के हवाई में किलाउआ में हुआ विस्फोट, हर तरफ फैल गया धुआं-धुआं
5 Mar, 2025 03:33 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अमेरिका में कैलिफोर्निया की आग अभी शांत ही हुई थी कि अब एक और आफत आ पड़ी है. मंगलवार 4 मार्च 2025 को यहां का किलाउआ ज्वालामुखी तेजी से फट पड़ा. इसका लावा 150 फुट की ऊंचाई तक देखा गया है. इस ज्वालामुखी में रुक रुककर विस्फोट हो रहा है, जिस कारण यह खतरा बन रहा है. संभावना जताई जा रही है कि ये लावा अभी और ऊंचाई तक जाएगा. फटते ज्वालामुखी का वीडियो इंटरनेट पर खूब देखा जा रहा है.
ज्वालामुखी में लगातार हो रहा विस्फोट
बता दें कि किलाउआ ज्वालामुखी हवाई क्षेत्र में बिग आइसलैंड के हवाई वोलकेनोज नेशनल पार्क में स्थित है. इसे दुनियाभर में मौजूद सबसे एक्टिव ज्वालामुखियों में से एक माना जाता है. इसमें पिछले साल 23 दिसंबर 2024 से ही विस्फोट होना शुरु हो गया था. वहीं मंगलवार 4 मार्च 2025 को इसमें 12वां विस्फोट हुआ है. इसके बाद से ज्वालामुखी से निकला लावा अबतक 150 फुट से अधिक ऊंचाई तक पहुंच गया है.
ऊंचाई तक उछल रहा लावा
किलाउआ ज्वालामुखी को लेकर 'युनाइटेड स्टेट्स जुयोलॉजिल सर्वे' की ओर से उनके यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर किया गया है.
इस वीडियो में ज्वालामुखी से तेजी से लावा निकलते हुए देखा जा सकता है. वहीं इसमें तेज विस्फोट भी हो रहा है, जिसके चलते लावा ऊंचाई तक उछल रहा है. इससे आसपास का इलाका पूरा धुएं भर गया है. वहीं पास में लावा की नदी भी बह रही है.
और ऊंचाई तक जाएगा लावा
जारी सर्वे के मुताबिक किलाउआ ज्वालामुखी में सुबह हल्के प्रवाह के साथ लावा निकलना शुरु हुआ था. दोपहर के समय इसमें काफी तेजी आई. इस दौरान लावा 150-165 तक की ऊंचाई तक पहुंचा. इसके अभी और ऊंचाई तक जाने की संभावना है. फिलहाल इस लावा विस्फोट के कारण अबतक आसपास किसी आवासीय इलाके को कोई खतरा नहीं है.
प्रधानमंत्री ली कियांग के ड्राफ्ट बजट में चीन का 1.7 खरब युआन रक्षा खर्च तय
5 Mar, 2025 03:19 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बीजिंग। चीन ने बुधवार (05 मार्च) को अपना रक्षा बजट पेश किया। पड़ोसी मुल्क ने एक बार फिर अपने रक्षा बजट में बढ़ोतरी करने का एलान किया है। ड्रैगन ने रक्षा खर्च के लिए 249 अरब डॉलर का बजट रखा है। यह पिछले साल के बजट की तुलना में 7.2 प्रतिशत अधिक है।
सैन्य ताकत बढ़ाने पर चीन का जोर
चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग के सामने पेश किए गए ड्राफ्ट बजट में इस साल चीन का रक्षा बजट 1.7 खरब युआन (249 अरब डॉलर) तय किया है। चीन अपनी सेना की ताकत बढ़ाने और अपने सैन्य हथियारों को एडवांस बनाने के लिए काफी पैसे खर्च कर रहा है। चीन की ओर से मंगलवार को कहा गया था कि शांति और संप्रभुता के लिए ताकत जरूरी है।
अमेरिका को हर मोर्चे पर चीन चुनौती देना चाहता है। बता दें कि भारत के मुकाबले चीन का सैन्य बजट तीन गुना है। हाल ही में भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट पेश किया था। वित्त मंत्री ने 75 अरब डॉलर सैन्य खर्च के लिए आवंटित किए थे।
टैरिफ वॉर पर चीन ने जताई चिंता
चीन ने अमेरिका के साथ बढ़ते व्यापार युद्ध के बीच इस वर्ष के लगभग 5% विकास लक्ष्य रखा है। चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग ने व्यापार युद्ध पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि अमेरिका के टैरिफ लगाने के फैसले से हमारी अर्थव्यवस्था पर असर पड़ सकता है, लेकिन हम अमेरिका का चुनौतियों का सामने करने के लिए तैयार हैं।
बता दें कि अमेरिका ने चीन से आयातित सामानों पर 20 प्रतिशत टैरिफ लगाने का एलान किया है। वहीं, चीन ने भी अमेरिका पर 10 और 15 प्रतिशत टैरिफ लगाने का एलान किया है। चीनी सरकार ने अमेरिका के एग्रीकल्चर प्रोडक्ट्स जैसे सोया, गेहूं, मक्का, कपास पर 15% और पोर्क, बीफ, समुद्री खाद्य पदार्थ, फल, सब्जियां और डेयरी उत्पादों पर 10% बढ़ाने का फैसला किया है।
जेडी वेंस ने व्हाइट हाउस में हुई बहस के बीच अपना घर बिक्री के लिए लिस्ट किया, खरीदार मिल गया
5 Mar, 2025 03:10 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने हाल ही में अपना वर्जीनिया स्थित घर बेच दिया है. जिससे उन्हें लाखों डॉलर का मुनाफा हुआ. खास बात यह है कि यह डील यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जे्लेंस्की के साथ व्हाइट हाउस में हुई उनकी चर्चित बहस के महज पांच दिन बाद हुई.
जेडी वेंस ने हाल ही में अपना घर जिसका नाम अलेक्जेंड्रिया है उसे बिक्री के लिए लिस्ट किया था. वेंस ने फरवरी 2023 में यह घर 16.39 लाख डॉलर (करीब 13.5 करोड़ रुपये) में खरीदा था और अब 16.95 लाख डॉलर (करीब 14 करोड़ रुपये) में इसे बेच दिया. यानी उन्होंने घर बेचकर लाखों रुपये का मुनाफा कमा लिया.
100 साल पुराना, लेकिन मॉडर्न सुविधाओं से लैस
यह घर 1925 में बना था, लेकिन अंदर से पूरी तरह मॉडर्न लुक में तब्दील कर दिया गया है. 2,500 वर्ग फीट के इस फार्महाउस-स्टाइल घर में 5 बेडरूम, 3 फुल बाथरूम और 1 आधा बाथरूम शामिल हैं.
खास बात यह है कि मुख्य सुइट (मास्टर बेडरूम) में वॉक-इन क्लोसेट, एक अटैच्ड ऑफिस और आधुनिक सुविधाओं से लैस बाथरूम मौजूद है. इसके अलावा, घर में एक बड़ा फैमिली रूम भी है, जिसमें लकड़ी से जलने वाला फायरप्लेस और कस्टम बिल्ट-इन्स हैं. इसके अलावा, इसमें एक अलग एक्सेसरी यूनिट भी है, जिसमें किचनेट, फायरप्लेस और बाथरूम जैसी सुविधाएं दी गई हैं.
लोकप्रिय लोकेशन में स्थित प्रॉपर्टी
यह प्रॉपर्टी वर्जीनिया के डेल रे में स्थित है, जो डेमोक्रेट समर्थकों वाला इलाका माना जाता है. घर के पीछे एक खूबसूरत हार्डस्केप्ड यार्ड है, जो सीधे एक सामुदायिक पार्क से जुड़ता है. साथ ही, यहां एक अलग एक्सेसरी यूनिट भी है, जिसमें एक किचनेट, फायरप्लेस और पूरा बाथरूम मौजूद है.
वेंस के प्रवक्ता ने इस डील पर फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन यह सौदा निश्चित रूप से सुर्खियों में है—खासकर तब, जब जेलेंस्की के साथ उनकी बहस की गूंज अभी तक थमी नहीं है.
अभी कहां रहते हैं वेंस?
चुनाव के बाद, वेंस और उनका परिवार वाशिंगटन डी.सी. में उपराष्ट्रपति के आधिकारिक निवास 1 ऑब्ज़र्वेटरी सर्कल में रह रहा है. ये निवास U.S. Naval Observatory परिसर में स्थित है. व्हाइट हाउस के अनुसार, यह घर शुरू में Observatory के सुपरिंटेंडेंट का आधिकारिक निवास हुआ करता था. बाद में इसे औपचारिक रूप से उपराष्ट्रपति के निवास के रूप में नामित किया गया, और तब से यह हर एक उपराष्ट्रपति का आधिकारिक आवास रहा है.
25% टैरिफ की घोषणा: ट्रूडो ने बताया, कार, स्टील और एल्युमीनियम सहित प्रमुख उत्पादों पर होगा टैक्स
5 Mar, 2025 01:07 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा के आयात पर अमेरिका के व्यापक टैरिफ के खिलाफ लड़ने की कसम खाई है। उन्होंने इसे ट्रेड वॉर कहा है जो सबसे पहले और सबसे ज्यादा अमेरिकी परिवारों को नुकसान पहुंचाएगा।
ट्रूडो ने जोर देकर कहा कि कनाडाई अपनी जगह सही है, लेकिन वे लड़ाई से पीछे नहीं हटेंगे, खासकर जब देश की भलाई दांव पर हो। उन्होंने कहा,
पहले फेस में अमेरिका से आने वाले 30 अरब कनाडाई डॉलर के सामान पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया जाएगा।
डोनाल्ड ट्रंप के फैसले पर ट्रूडो की टिप्पणी
इसमें कार, स्टील, और एल्युमीनियम जैसे प्रमुख उत्पाद शामिल हैं। मंगलवार को पार्लियामेंट हिल से बोलते हुए ट्रूडो ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि टैरिफ लगाना 'बहुत मूर्खतापूर्ण काम है।'
ट्रूडो ने व्लादिमीर पुतिन के साथ काम करने के तर्क पर भी सवाल उठाया, जिन्हें ट्रूडो ने 'हत्यारा और तानाशाह' कहा था, जबकि कनाडा, जो एक करीबी सहयोगी और साझेदार है, पर टैरिफ लगाया जा रहा है। ट्रूडो ने कहा, 'आज संयुक्त राज्य अमेरिका ने कनाडा के खिलाफ व्यापार युद्ध शुरू कर दिया है। यह उसका सबसे करीबी साझेदार और सहयोगी, उसका सबसे करीबी दोस्त है।'
ट्रूडो ने अमेरिकी जनता को संबोधित करते हुए चेतावनी दी कि
टैरिफ से मुद्रास्फीति बढ़ेगी और अमेरिकी नौकरियों को नुकसान पहुंचेगा, खासकर उन कार्यस्थलों पर जो कनाडा से सामग्री या उपभोक्ताओं पर निर्भर हैं। उन्होंने ट्रंप से पुनर्विचार करने का आग्रह करते हुए कहा कि दोनों देशों को 'उत्तरी अमेरिकियों के लिए समृद्धि' सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।
'कनाडा को लेकर गलत सोच रहे ट्रंप'
ट्रूडो ने कहा, 'उन्होंने अपने एजेंडे को विफल करने का विकल्प चुना है। आज इन टैरिफ का कोई औचित्य या आवश्यकता नहीं है।' उन्होंने फेंटेनाइल मुद्दे पर बात की और इस बात पर जोर दिया कि ट्रंप का यह दावा कि कनाडा इससे लड़ने के लिए तैयार नहीं है, पूरी तरह से झूठ है।
संयुक्त सत्र में ट्रंप का जोरदार भाषण, कहा-अमेरिका सही दिशा में आगे बढ़ रहा है
5 Mar, 2025 12:54 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार (भारतीय समयानुसार) को अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। इस दौरान ट्रंप ने आव्रजन, अर्थव्यवस्था और सुरक्षा पर तेज और निरंतर कार्रवाई का श्रेय लिया। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, 'अमेरिका का सुनहरा दौर लौट चुका है।
अमेरिका की रफ्तार लौट आई है। अमेरिका का सम्मान और विश्वास लौट आया है। हमारा आत्मविश्वास वापस आ गया है। हमने 43 दिन में वह सब कर के दिखाया है, जो बाकी सरकारें 43 साल में नहीं कर पाईं। यह तो बस शुरुआत है। अमेरिका फिर से महान बनने लगा है।'
'मैंने 100 एक्जीक्यूटिव आदेश पर हस्ताक्षर किए'
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा
पिछले छह हफ्ते में मैंने 100 एक्जीक्यूटिव आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं। अवैध सीमा क्रॉसिंग के खिलाफ मैंने दक्षिणी सीमाओं पर राष्ट्रीय इमरजेंसी घोषित किया। हर एक नए कानून बनने पर मैंने 10 पुराने कानून खत्म करने का आदेश दिया हैं। मैंने मैक्सिको की खाड़ी को अमेरिकी खाड़ी नाम दिया है। अमेरिका में फ्री स्पीच की वापसी हुई है, सरकारी सेंसरशिप को मैंने खत्म किया है।
'हथियारबंद सरकार को खत्म कर दिया'
ट्रंप ने कहा, '...हमने हथियारबंद सरकार को खत्म कर दिया है, उदाहरण के लिए एक बैठे हुए राष्ट्रपति को मेरे जैसे अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी पर क्रूरतापूर्वक मुकदमा चलाने की अनुमति है, यह कैसे काम कर सकता है? यह अच्छा नहीं था। हमने अमेरिका में मुक्त भाषण वापस लाया है।
दो दिन पहले मैंने अंग्रेजी को अमेरिका की आधिकारिक भाषा बनाने के आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने आगे कहा, अमेरिका को मुझ पर भरोसा है, बाइडन अब तक के सबसे खराब राष्ट्रपति हैं, बाइडन के कार्यकाल में घुसपैठ बढ़ा था।
शपथ लेते ही किया राष्ट्रीय आपातकाल का एलान
ट्रंप ने कहा, 'पद की शपथ लेने के कुछ ही घंटों के भीतर मैंने हमारी दक्षिणी सीमा पर राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा कर दी। मैंने अपने देश पर आक्रमण को रोकने के लिए अमेरिकी सेना और सीमा गश्ती दल को तैनात किया और उन्होंने क्या शानदार काम किया है! नतीजतन पिछले महीने अवैध सीमा पार करने की घटनाएं अब तक के सबसे कम रिकॉर्ड की गईं।
बेटी से मिलने पहुंचा परिवार, साझा किया उसका का हेल्थ अपडेट, सड़क दुर्घटना के बाद से कोमा में थी नीलम
4 Mar, 2025 05:49 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वॉशिंगटन: अमेरिका में सड़क दुर्घटना के बाद कोमा में चली गईं 35 वर्षीय छात्रा नीलम शिंदे की परिवार भारत से पहुंच चुका है। परिवार ने सोमवार को कैलिफोर्निया के एक अस्पताल नीलम से मुलाकात की। परिवार के एक सदस्य के अनुसार, छात्रा अब भी कोमा में है, लेकिन उनकी हालत में सुधार के संकेत दिख रहे हैं। नीलन शिंदे के चाचा संजय कदम ने एनडीटीवी को बताया, "उसके मस्तिष्क पर दबाव कम हो गया है और हमारी सहमति के बाद उसकी सर्जरी की गई है।" कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी में पोस्ट-ग्रेजुएट स्टूडेंट नीलम शिंदे को 14 फरवरी को एक चार पहिया वाहन ने टक्कर मार दी थी। उनके मस्तिष्क में गंभीर चोट लगी थी, जिससे वह कोमा में चली गई थीं। इसके अलावा उनकी छाती, हाथ और पैर में फ्रैक्चर और चोटें आई थीं। उन्हें सैक्रामेंटो के पास यूसी डेविस मेडिकल सेंटर में भर्ती कराया गया है।
परिवार ने अमेरिकी वीजा के लिए केंद्र से मांगी थी मदद
महाराष्ट्र के सतारा में उनके परिवार को 16 फरवरी को दुर्घटना के बारे में पता चला। परिवार ने नीलम के साथ रहने के लिए वीजा के लिए आवेदन किया। हालांकि, उन्होंने कहा कि उन्हें जो वीजा साक्षात्कार का समय मिला है, वह अगले साल के लिए है। इसके बाद नीलम के परिवार ने केंद्र सरकार से मदद की अपील की, जिस पर महाराष्ट्र की नेता सुप्रिया सुले ने पिछले सप्ताह ध्यान दिलाया।परेशान परिवार ने मीडिया से कहा कि उन्हें नीलम के पास तुरंत जाने की जरूरत है ताकि इलाज आगे बढ़ सके। नीलम की कहानी मीडिया में आने और विदेश मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद, परिवार को पिछले शुक्रवार को अमेरिकी दूतावास से आपातकालीन वीजा मिला और उसने रविवार को मुंबई से अमेरिका के लिए उड़ान भरी।
नीलम के चचेरे भाई ने बताया अमेरिकी दूतावास का बर्ताव
नीलम शिंदे के चचेरे भाई ने वीजा मिलने के बाद कहा, "जब हम पहली बार यहां (अमेरिकी दूतावास) आए, तो किसी ने हमारा स्वागत नहीं किया। वास्तव में, उन्होंने हमसे कहा कि अगर हम यहां इंतजार करते रहे तो पुलिस हमें ले जाएगी। फिर हम घर वापस चले गए... हमें लगा कि हम उसे नहीं देख पाएंगे। कई दिनों तक हमने इंटरव्यू पाने की कोशिश की, लेकिन कोई बात नहीं बनी। हम मीडिया के आभारी हैं। मीडिया और सरकार की वजह से प्रक्रिया सुचारू रूप से चली।"
अमेरिकी पुलिस कर रही है दुर्घटना मामले की जांच
परिवार के सदस्यों को नीलम शिंदे के विश्वविद्यालय की ओर से अस्पताल के बगल में ठहराया गया है। स्थानीय पुलिस दुर्घटना की जांच कर रही है और शिंदे को टक्कर मारने वाले वाहन के चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है। परिवार ने कहा कि उनकी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि बेटी को उचित उपचार मिले और वह ठीक हो जाएं और फिर वे कानूनी कार्रवाई करेंगे। नीलम शिंदे ने सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय से कंप्यूटर विज्ञान में स्नातक और सैन जोस स्टेट यूनिवर्सिटी से डेटा एनालिटिक्स में मास्टर डिग्री हासिल की है। वह वर्तमान में कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी में चौथे वर्ष की छात्रा हैं।
अमेरिका और चीन ने 2023 में समान 3,000 टन सोना निकाला, वैश्विक बाजार में मजबूत उपस्थिति
4 Mar, 2025 05:25 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मॉस्को: सोना एक ऐसी कीमती धातु है, जिसे किसी परिवार से लेकर देश तक के वित्तीय आधार की तरह देखा जाता है। देशों की अर्थव्यवस्था में उतार-चढ़ाव के दौरान सोना अहम भूमिका निभाता रहा है। ऐसे में सोने के बड़े उत्पादक देशों को इसके भंडार होने का सीधा फायदा मिलता है। दुनियाभर में सोने की खदानों की संख्या और उत्पादन के मामले में सात देश सबसे आगे हैं। आईडीआर ने साल 2023 के सोना उत्पादक देशों की रिपोर्ट दी है। इसमें ऑस्ट्रेलिया का नाम टॉप पर है। ऑस्ट्रेलिया ने 2023 में सबसे ज्यादा सोना अपनी खदानों से निकाला है।
रिपोर्ट के मुताबिक, ऑस्ट्रेलिया सोने के उत्पादन में साल 2023 में दुनिया का शीर्ष देश बना है। 12,000 टन सोने के उत्पादन के साथ ऑस्ट्रेलिया ने ये कमाल किया है। सोना ऑस्ट्रेलिया की जीडीपी में 8 प्रतिशत का योगदान देता है। दूसरे नंबर पर रूस ने साल 2023 में 11,100 टन सोना उत्पादित किया। रूस 2010 से यूरोप का शीर्ष सोना आपूर्तिकर्ता बना हुआ है। रूसी सरकार खुद ही सोने की महत्वपूर्ण खरीदार है।
दक्षिण अफ्रीका भी अहम नाम
दक्षिण अफ्रीका ने 2023 में 5,000 टन सोना उत्पादित किया। हालांकि यह पूर्व के वर्षों से कम है लेकिन वह अफ्रीका का सबसे बड़ा सोना उत्पादक बना हुआ है। इसके उत्पादन के केंद्र में बोक्सबर्ग में ईस्ट रैंड खदान है। यह सतह से 3,585 मीटर नीचे है, जो दुनिया की सबसे गहरी खदानों में से है। अमेरिका ने भी 2023 में 3,000 टन सोने के उत्पादन के साथ वैश्विक बाजार में अपनी मजबूत उपस्थिति बनाई है। अमेरिका के नेवादा और कोलोराडो प्रमुख खनन केंद्र हैं।
चीन ने 2023 में अमेरिका के बराबर 3,000 टन सोना उत्पादित किया है। चीन की हालिया पर्यावरण नीतियों ने उसके खनन उद्योग को प्रभावित किया है। इन चुनौतियों के बावजूद स्थायी खनन पर चीन का जोर नए उद्योग मानक स्थापित कर सकता है। इसके बाद इंडोनेशिया ने साल 2023 में वैश्विक आपूर्ति में 2,600 टन का योगदान दिया है। इंडोनेशिया को पापुआ की ग्रासबर्ग खदान से सोना मिलता है। ये दुनिया के सबसे बड़े सोने के भंडारों में से एक है। ब्राजील ने 2023 में 2,400 टन सोना उत्पादित किया। ब्राजील लंबे समय से सोने का खनन करता रहा है। मौजूदा समय में ब्राजील में खनन कार्य अमेजन और पारा राज्यों में हो रहा है। हालांकि अवैध खनन और वनों की कटाई से ब्राजील में खनन उद्योग के सामने गंभीर चुनौतियां पैदा हुई हैं लेकिन सरकार इन मुद्दों से निपटने में लगी है। इन सभी देशों की वैश्विक स्थिति में सोना अहम भूमिका निभा रहा है।
अमेरिकी शेयर बाजार में उथल-पुथल, ट्रंप के टैरिफ फैसले से व्यापार में हलचल
4 Mar, 2025 12:51 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन। हाल के दिनों में ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कई देशों पर टैरिफ लगाने की घोषणा की थी। इस कड़ी में आज यानी मंगलवार से इसकी शुरूआत हो रही है। अमेरिका आज से कनाडा और मेक्सिको पर तगड़ा टैरिफ लगाने जा रहा है।
इन दोनों देशों से अमेरिका आने वाले सामानों पर 25 फीसदी टैरिफ लगेगा। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को कहा कि 4 मार्च से कनाडा और मेक्सिको पर टैरिफ लागू हो जाएंगे।
शेयर बाजार में खलबली
ट्रंप के टैरिफ वाले एलान के बाद से अमेरिकी शेयर बाजार में भारी उथल-पुथल देखने को मिल रही है। ट्रंप के इस एलान के बाद अमेरिका के शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली।
वहीं, माना जा रहा है कि यूएस प्रेसिडेंट के इस फैसले से उत्तरी अमेरिका में ट्रेड वॉर की आशंका बढ़ गई है। इसके साथ ही ट्रंप के इस फैसले के बाद मैक्सिको की करंसी पेसो और कनाडा की करंसी कनाडाई डॉलर में भी गिरावट देखने को मिली।
व्हाइट हाउस का बयान भी आया सामने
यूएस प्रेसिडेंट के टैरिफ वाले एलान के बाद व्हाइट हाउस का बयान सामने आया है। इस बयान में कहा गया कि अमेरिका को टैरिफ लगाना ही होगा। अब लोगों को कार प्लांट और दूसरी चीजें अमेरिका में ही बनाना चाहिए। जिससे उन्हें किसी प्रकार के टैरिफ का सामना नहीं करना पड़ेगा।
चीन पर ट्रंप का एक्शन
इतना ही नहीं गत दिनों डोनाल्ड ट्रंप ने फेंटेनाइल (ड्रग) के बारे में बात की। उन्होंने इस संदर्भ में कहा कि फेंटेनाइल की तस्करी पर रोक नहीं लगाई गई। इसलिए अब समझौते की कोई गुंजाइश बची नहीं है। ट्रंप ने चीन का जिक्र करते हुए कहा कि अमेरिका चीन से फेंटेनाइल के शिपमेंट को रोकने में विफल रहा है। अब बीजिंग को दंडित करने के लिए सभी चीनी इंपोर्ट पर टैरिफ को 10 फीसदी से बढ़ाकर 20 फीसदी कर दिया जाएगा।
मैनहेम में हिंसक घटना: भीड़ में कार से टकराने पर दो की मौत, संदिग्ध गिरफ्तार
4 Mar, 2025 12:42 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बर्लिन। जर्मनी के मैनहेम शहर में सोमवार को एक ड्राइवर ने भीड़ में कार घुसाकर लोगों को रौंद दिया, जिससे दो व्यक्तियों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।
पुलिस इस घटना को अभी हमला नहीं मान रही, लेकिन हाल के महीनों में कई हिंसक घटनाओं में कारों का इस्तेमाल घातक हथियार के रूप में किया गया है।
हिरासत में लिया गया संदिग्ध
राज्य के गृहमंत्री थॉमस स्ट्रोबल ने बताया कि संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है। स्ट्रोबल ने कहा कि ड्राइवर 40 वर्षीय जर्मन नागरिक है। वह पास के राइनलैंड-पैलेटिनेट राज्य का रहने वाला है।
पुलिस प्रवक्ता स्टीफन विल्हेम ने कहा कि एक ड्राइवर ने मैनहेम की पैदल चलने वाली सड़क परेडप्लात्ज में भीड़ पर गाड़ी चढ़ा दी। पुलिस ने अभी यह नहीं बताया कि कितने लोग घायल हुए हैं या कितने गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
कई शहरों में होती है परेड
- घटनास्थल से सामने आई तस्वीरों में दिखाया गया है कि शहर में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। हेलीकाप्टर भी मंडरा रहे थे। जर्मनी में बहुत से लोगों ने कार्निवल मनाने के लिए लंबी छुट्टी ली है, जिसमें रोज मंडे भी शामिल है।
- इस दौरान कई शहरों में परेड आयोजित की जाती है। मैनहेम की सड़क पर परेड रविवार को ही हो चुकी थी। जर्मनी की गृहमंत्री मंत्री नैन्सी फेसर ने मैनहेम की घटनाओं के कारण कोलोन में कार्निवल स्ट्रीट परेड में अपनी भागीदारी रद कर दी है।