विदेश
अमेरिकी खुफिया विभाग की प्रमुख तुलसी गबार्ड भारत का करेंगी दौरा
11 Mar, 2025 01:28 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अमेरिका की नेशनल इंटेलिजेंस डायरेक्टर तुलसी गबार्ड इंडो-पैसिफिक दौरे पर रवाना हुईं हैं। इस दौरान वो भारत का भी दौरा करने वालीं हैं। सोमवार को उन्होंने बताया कि वो जापान, थाईलैंड और भारत का दौरा करने वाली हैं।
पीएम मोदी से हुई थी मुलाकात
फरवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका का दौरा किया था। पीएम मोदी ने अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप समेत कई नेताओं से मुलाकात की थी। इस दौरान पीएम मोदी की मुलाकात तुलसी गबार्ड से भी हुई थी। अब पीएम मोदी के अमेरिकी दौरे के बाद तुलसी भारत आने वालीं हैं।
तुलसी गबार्ड ने अपने दौरे की शुरुआत प्रशांत महासागर में मौजूद अमेरिकी द्वीप हवाई की राजधानी होनोलुलू से की। यहां उनकी मुलाकात इंटेलिजेंस कम्युनिटी के लोगों, इंडो-पैसिफिक कमांड के लीडर्स और ट्रेनिंग ले रहे सैनिकों से होगी।
कौन हैं तुलसी गबार्ड?
43 वर्षीय तुलसी गबार्ड इराक युद्ध की दिग्गज हैं। अफ्रीका और मध्य पूर्व के युद्ध क्षेत्रों में उनकी तीन बार तैनाती हुई है और उन्होंने अपनी सेवाएं दी हैं। तुलसी गबार्ड पहले एक डेमोक्रेट थीं, लेकिन अक्टूबर 2022 में उन्होंने पार्टी छोड़ दी और 2024 में रिपब्लिकन पार्टी में शामिल हो गईं।
तुलसी गबार्ड अमेरिकी कांग्रेस में पहली हिंदू थीं, लेकिन उनका भारत से कोई संबंध नहीं है। उनके धर्म के कारण उन्हें अक्सर भारतीय मूल का समझ लिया जाता है।
बांगलादेश में बढ़ी हिंसा, भ्रष्टाचार के बीच सरकार ने नए पुलिस बल को सौंपी प्रमुख शहरों की सुरक्षा
11 Mar, 2025 01:13 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बांग्लादेश: शेख हसीना के पतन के बाद बांग्लादेश के हालात सुधरने की बजाय और बुरे हो गए हैं. देश में हिंसा, लूट-पाट अपने चरम पर है. इसके अलावा देश में आर्थिक और राजनीतिक संकट का भी बुरा साया है. शेख हसीना के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले छात्रों का कहना था कि हसीना की सरकार में देश अव्यवस्था, भ्रष्टाचार बढ़ गया है. अब हसीना भी चली गई हैं, लेकिन बांग्लादेश की स्थिति सुधरती नहीं दिख रही हैं. सवाल उठ रहे हैं बांग्लादेश में फैली अशांति की असली वजह क्या है. विरोधी प्रदर्शनों में बांग्लादेश की पुलिस का एक क्रूर चेहरा देखने मिला था. इन प्रदर्शनों में सैकड़ों प्रदर्शनकारी पुलिस के गोलियों से मारे गए थे. यूनुस सरकार के आने के बाद भी बांग्लादेश की पुलिस ठीक से काम नहीं कर पा रही है और कानून व्यवस्था बेकाबू है. अब यूनुस सरकार ने देश की सुरक्षा व्यवस्था ठीक करने कई कदम उठाए, जिनके बाद पुलिस का नया रूप सामने आएगा.
बांग्लादेश की नई पुलिस फोर्स
हाल के दिनों में बढ़ते क्राइम रेट के बीच, ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस (DMP) ने ‘सहायक पुलिस बल’ के हिस्से के रूप में राजधानी के विभिन्न आवासीय क्षेत्रों, शॉपिंग मॉल और बाजारों में काम करने के लिए सैकड़ों सुरक्षा कर्मियों को नियुक्त किया है. ये पुलिस आम पुलिस से अलग होगी और पब्लिक प्लेस पर तैनात की जाएगी. शुरुआत में DMP ने इस फोर्स के लिए 500 सुरक्षा कर्मियों की भर्ती की है और इसके काम और प्रभाव के आधार पर भविष्य में इस संख्या को बढ़ाने की संभावना है. उम्मीद की जा रही है, ये नई फोर्स बांग्लादेश की अशांति को खत्म करने में मदद करेगी.
बांग्लादेश पुलिस में खामियां
खबरों के मुताबिक बांग्लादेश की पुलिस में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार फैल गया है और पुलिस अधिकारियों में काम चोरी करने की आदत की खबरें हैं. लगातार बढ़ रही हिंसा के बीच एक ऐसी फोर्स की जरूरत थी, जो बड़े शहरों में जनता की सुरक्षा कर सके. अब देखना होगा यूनुस सरकार की ये पहल कामयाब होती है या नहीं.
अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय के आदेश पर दुतेर्ते की गिरफ्तारी, मानवता के खिलाफ अपराध का आरोप
11 Mar, 2025 12:21 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
फिलीपींस के पूर्व राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते को मंगलवार को मनीला इंटरनेशनल एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया। अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय के आदेश पर यह कार्रवाई की गई। दरअसल अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय ने दुतेर्ते के खिलाफ मानवता के खिलाफ अपराध के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। दुतेर्ते मंगलवार को हॉन्ग-कॉन्ग से फिलीपींस की राजधानी मनीला पहुंचे थे, जहां एयरपोर्ट पर ही उन्हें हिरासत में ले लिया गया।
पूर्व राष्ट्रपति पर हैं ये आरोप
दुतेर्ते पर आरोप है कि उनके राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान ड्रग्स के कारोबार के खिलाफ कार्रवाई की गई थी, जिसमें बड़े पैमाने पर लोगों की हत्याएं हुईं। अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय ने 1 नवंबर 2011 को दुतेर्ते के खिलाफ जांच शुरू की। उस वक्त दुर्तेते फिलीपींस के दावाओ शहर के मेयर थे। आईसीसी की जांच 16 मार्च 2019 तक चली। दुतेर्ते के राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान आईसीसी की जांच को निरस्त कराने की कोशिश की गई। हालांकि आईसीसी ने दुतेर्ते की मांग खारिज कर दी। दुतेर्ते साल 2022 में फिलीपींस की सत्ता से हटे।
स्पेसवॉक और रिसर्च में बिताए 900 घंटे, सुनीता विलियम्स ने अंतरिक्ष में रचा इतिहास
11 Mar, 2025 12:10 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स अगले हफ्ते धरती पर लौटने के लिए तैयार है। पिछले 9 महीने से वो अंतरिक्ष में फंसी हुई हैं । इस दौरान उन्होंने काफी परेशानियों का भी सामना करना पड़ा है, लेकिन उनका हौसला कभी कमजोर नहीं हुआ।
इस बीच सुनीता विलियम्स ने स्पेस में अपने समय बिताने को लेकर कुछ अहम एक्सपेरिमेंट किए हैं। वह 900 घंटों से ज्यादा समय से रिसर्च में लगी हैं।
सुनिता विलियम्स ने बनाया रिकॉर्ड
अब तक उन्होंने तीन अंतरिक्ष मिशनों में 600 से ज्यादा दिन बिताए हैं और कुल 62 घंटे 9 मिनट तक स्पेसवॉक किया है, जो किसी भी महिला अंतरिक्ष यात्री के लिए सबसे ज्यादा है।
900 घंटे तक की रिसर्च
अपने मिशन के दौरान, उन्होंने बोइंग स्टारलाइनर को उड़ाने का भी काम किया, जिसे उन्होंने खुद बनाने में मदद की थी और जो नासा को 4.2 अरब डॉलर में पड़ा।
ISS में उन्होंने कई चीजों को बदला, सफाई की और बहुत सा कचरा जमीन पर वापस भेजने में मदद की।
वे 150 से ज्यादा वैज्ञानिक प्रयोगों में शामिल रहीं, जिसमें 900 घंटे से ज्यादा रिसर्च की गई।
सुनीता विलियम्स के साथ बैरी विल्मोर भी फंसे
सुनीता विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्री बैरी (बुच) विल्मोर कई महीनों से अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर हैं। दोनों ने पिछले साल 5 जून को बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान पर सवार होकर अपनी पहली चालक दल की उड़ान भरी थी, और 6 जून को अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचे थे - यह आठ दिवसीय मिशन था जिसे अंततः बढ़ा दिया गया।
वहीं पृथ्वी पर वापस लौटने पर सुनीता विलियम्स चार अलग-अलग अंतरिक्ष कैप्सूल - स्पेस शटल, सोयूज, बोइंग स्टारलाइनर और स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन - उड़ाकर एक और रिकॉर्ड बनाएंगी।
स्पेस में खाने को लेकर काम
अन्य गतिविधियों के अलावा, अंतरिक्ष यात्री ने अंतरिक्ष में पौधों की बागवानी में मदद की, सलाद के पौधों को पानी दिया और उनका अध्ययन किया, जिससे भविष्य के अंतरिक्ष यात्रियों के लिए भोजन उगाने की संभावना तलाशी जा सके। इसके अलावा उन्होंने ISS पर जल पुनर्प्राप्ति तकनीक पर भी काम किया।
मॉरिशस में पीएम मोदी का ऐतिहासिक दौरा, समझौतों की उम्मीद के बीच राष्ट्रीय दिवस समारोह में होंगे शामिल
11 Mar, 2025 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मॉरिशस पहुंच चुके हैं और एयरपोर्ट पर काफी गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत किया गया। पीएम मोदी के इस यात्रा का मकसद भारत और मॉरिशस के द्विपक्षीय रिश्तों को और मजबूत करना और हिंद महासागर में भारत की मौजूदगी को और प्रभावशाली बनाना है।
दो दिवसीय दौरे पर गए पीएम मोदी
मॉरिशस के दो दिवसीय दौरे से पहले पीएम मोदी ने बयान दिया था कि उनकी इस यात्रा से दोनों देशों की दोस्ती की नींव और मजबूत होगी। बता दें, मॉरिशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम ने पीएम मोदी को अपने देश आने का निमंत्रण दिया था।
बुधवार को मॉरिशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में पीएम मोदी शामिल होंगे। इसके साथ ही भारतीय नौसेना के एक जहाज के साथ भारतीय रक्षा बलों की एक टुकड़ी भी समारोह में भाग लेगी।
क्यों खास है पीएम मोदी का मॉरिशस दौरा?
पीएम मोदी का मॉरिशस का दौरा काफी ज्यादा अहम माना जा रहा है। इस दौरे के दौरान दोनों देशों के रिश्तों में और भी गहराई आने की उम्मीद है। साथ ही, पीएम मोदी और मॉरिशस के प्रधानमंत्री के बीच कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है।
क्यों मॉरिशस को कहा जाता है मिनी इंडिया?
मॉरिशस को मिनी इंडिया भी कहा जाता है और इसके पीछे का कारण है, यहां कि संस्कृति, परंपरा और जनसंख्या का बड़ा हिस्सा भारतीय मूल का होना। भारत मॉरिशस का सबसे बड़ा व्यापारिक और विकास सहयोगी है। पीएम मोदी की इस यात्रा के दौरान कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है।
बता दें, मॉरिशस हिंद महासागर में स्थित एक महत्वपूर्ण देश है, जिसकी समुद्री सीमा रणनीतिक रूप से भारत के लिए बेहद अहम है। चीन के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए, भारत हिंद महासागर में अपनी पकड़ मजबूत करना चाहता है।
भारत की जीत को पाकिस्तानी मीडिया ने मैदान का फायदा बताया, कहा- यह तो होना ही.....
10 Mar, 2025 03:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का खिताब भारत ने अपने नाम कर लिया. भारत की इस शानदार जीत की चर्चा दुनिया भर में हो रही है. चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का मेजबान पाकिस्तान था, लेकिन भारत ने अपने सारे मैच दुबई में खेले हैं. चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल की बात करें तो भारत ने न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराते हुए विजेता का ताज पहना. इसको मिलाकर भारत के पास अब तीन चैंपियंस ट्रॉफी हो गई हैं, जबकि पाकिस्तान के पास महज एक चैंपियंस ट्रॉफी है. पाकिस्तानी मीडिया अब कह रही है कि एक मैदान पर सारे मैच खेलने से ये तो होना ही था.
भारत की इस जीत को पाकिस्तान की मीडिया को जोरों की मिर्ची लगी है और अपनी बौखलाहट मिटाने के लिए भारत की जीत के पीछे मैदान को बता रहा है. जहां पूरी दुनिया टीम इंडिया के परफॉर्मेंस की तारीफ कर रही है, वहीं ये बात पाक मीडिया से बर्दाश्त नहीं हुई है. पाकिस्तान के अखबार ने लिखा है कि टीम इंडिया को एक ही पिच पर सारे मैच खेलने का फायदा मिला है.
टीम परफॉर्मेंस को नीचा दिखाने की कोशिश
पाकिस्तानी अखबार ने पिच और मैदान को फायदेमंद बता, टीम के परफॉर्मेंस को नीचा दिखाने की कोशिश की है. ऐसा सिर्फ मीडिया द्वारा ही नहीं किया गया है, भारत की जीत के समय PCB का कोई बड़ा अधिकारी भी वहां मौजूद नहीं था. शोएब अख्तर ने फाइनल के प्रजेंटेशन सेरेमनी से PCB चेयरमैन या किसी और अधिकारी के गायब होने पर सवाल उठाए हैं.
पाकिस्तान से छीना खिताब
2017 में हुई चैंपियंस ट्रॉफी पाकिस्तान ने जीती थी और अब भारत ने ये खिताब उससे छीन लिया है. साथ ही इस चैंपियंस ट्रॉफी में भारत ने पाकिस्तान 6 विकेट से बुरी तरह हराया. इसके अलावा भारत की वजह से पाकिस्तान फुल मेजबानी नहीं कर पाया, क्योंकि भारतीय टीम ने अपने सारे मैच दुबई में खेले.
दक्षिण कोरिया और अमेरिका के संयुक्त युद्धाभ्यास के विरोध में उत्तर कोरिया की मिसाइल टेस्टिंग
10 Mar, 2025 02:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दक्षिण कोरिया की सेना ने एक बयान में कहा है कि उत्तर कोरिया ने अपने पश्चिमी तट से कई बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं। दक्षिण कोरिया ने बताया कि ये मिसाइलें सोमवार को दागी गईं, लेकिन इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी। गौरतलब है कि यह मिसाइलें ऐसे समय दागी गई हैं, जब अमेरिका और दक्षिण कोरिया की सेनाओं ने संयुक्त युद्धाभ्यास शुरू किया है। उत्तर कोरिया द्वारा लगातार इस तरह के युद्धाभ्यासों पर नाराजगी जताई गई है।
दक्षिण कोरिया और अमेरिका ने शुरू किया संयुक्त युद्धाभ्यास
गौरतलब है कि दक्षिण कोरिया और अमेरिका ने सोमवार से अपने सालाना संयुक्त युद्धाभ्यास की शुरुआत की। हालांकि बीते दिनों दक्षिण कोरिया के लड़ाकू विमानों द्वारा गलती से अपने ही नागरिकों पर बम गिराने की घटना के बाद अमेरिका के साथ संयुक्त युद्धाभ्यास में गोलीबारी पर रोक लगाई गई है। इस युद्धाभ्यास में दोनों देश कंप्यूटर सिमुलेशन के साथ ही मैदानी ट्रेनिंग पर भी फोकस कर रहे हैं। यह युद्धाभ्यास 20 मार्च तक चलेगा। इस युद्धाभ्यास के खिलाफ नाराजगी जताते हुए उत्तर कोरिया ने इसे खतरनाक रूप से उकसावे वाली कार्रवाई करार दिया और कहा कि इससे क्षेत्र में संघर्ष छिड़ने की आशंका है।
ऑस्ट्रेलिया में चक्रवात के कारण एक व्यक्ति की मौत, दो लाख घरों में बिजली गुल
10 Mar, 2025 02:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ऑस्ट्रेलिया इस समय चक्रवात अल्फ्रेड का सामना कर रहा है. देश के ईस्ट कोस्ट में चक्रवात के चलते भारी बारिश पड़ रही है. बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. भारी बारिश होने के चलते 1 व्यक्ति की मौत हो गई है. साथ ही 2 लाख से ज्यादा घरों में बिजली गुल हो गई है. वर्कर्स हालातों को ठीक करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं.
चक्रवात के चलते अधिकारियों ने क्वींसलैंड और न्यू साउथ वेल्स के 400 किलोमीटर (250 मील) तट पर बाढ़ और गंभीर मौसम की चेतावनी जारी कर दी है. मौसम विज्ञान ब्यूरो ने कहा कि क्वींसलैंड की राजधानी ब्रिस्बेन में 24 घंटों में 30 सेंटीमीटर (एक फुट) तक बारिश हुई है.
पुल ढहने की वजह से हुई मौत
इस चक्रवात में अब तक एक व्यक्ति की मौत दर्ज की गई है. नॉर्थ न्यू साउथ वेल्स में बारिश के चलते बने हालात की वजह से एक पुल बह गया. इस पुल पर उस समय एक 61 साल का शख्स अपने पिकअप में बैठा था, पुल के ढह जाने से व्यक्ति की मौत हो गई. पुलिस ने बताया कि तेज पानी में गायब होने से पहले उसने नदी में एक पेड़ को पकड़ने की कोशिश की थी, लेकिन पानी का बहाव इतना तेज था कि उनकी पकड़ कमजोर पड़ गई और पानी के साथ वो बहते चले गए. अगले ही दिन व्यक्ति का शव बरामद किया गया.
शनिवार को एक अलग घटना में, बाढ़ग्रस्त उत्तरी न्यू साउथ वेल्स शहर लिस्मोर के पास सड़कों को साफ करने के लिए तैनात सेना के दो ट्रकों के पलट जाने से 13 सैनिक घायल हो गए और उन्हें अस्पताल ले जाया गया.
सड़कों पर जमा पानी
देश से सामने आई तस्वीरों में वहां के बिगड़ते हालात साफ नजर आ रहे हैं. 25 लाख की आबादी वाले शहर की कुछ सड़कें बाढ़ के पानी में डूब गईं, सड़कों पर पानी इतना भर गया है कि आधी से ज्यादा गाड़ियां तक आधे पानी में डूबी हुई है. इस तरह के हालातों से लोगों को काफी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही रेस्क्यू ऑपरेशन भी जारी है.
राज्य के प्रमुख डेविड क्रिसाफुली ने कहा कि इमरजेंसी सेवाओं ने रात भर में क्वींसलैंड में तेजी से बढ़ते पानी से 17 लोगों को बचाया. उन्होंने कहा, बारिश की वजह से दक्षिण-पूर्व के कुछ हिस्सों में अचानक बाढ़ आ रही है और नदियों में भी पानी का स्तर बढ़ रहा है. इसी बीच उन्होंने लोगों से सतर्क रहने के लिए कहा है.
मौसम विज्ञान पूर्वानुमान ब्यूरो ने कहा कि यह सब चक्रवात अल्फ्रेड की वजह से हुआ है. उन्होंने चक्रवात को लेकर कहा कि यह शनिवार को दक्षिणपूर्व क्वींसलैंड तट को पार कर गया, लेकिन ज़मीन के ऊपर से गुजरते हुए भी इसकी स्पीड काफी कम थी. जरूरी बात यह है कि यह अभी भी बहुत सारी नमी खींच रहा है.
2 लाख घरों में बिजली गुल
भारी बारिश के चलते लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. यूटिलिटी कंपनियों ने कहा कि क्वींसलैंड में 210,000 से अधिक घर और बिजनेस अभी भी ब्लैक आउट हैं, वहां बिजली नहीं आ रही है और न्यू साउथ वेल्स में 10 हजार घरों में बिजली गुल है. बारिश की वजह से पेड़ गिर गए हैं, बिजली के खंभे गिर गए हैं, जिन्हें सही करने का काम किया जा रहा है. न्यू साउथ वेल्स प्रीमियर क्रिस मिन्न्स ने कहा, मौसम का मिजाज अभी भी कुछ हद तक समझ में नहीं आ रहा है और अगले 24 घंटों में और ज्यादा बारिश होने की उम्मीद है.
फगानिस्तान में भूकंप के बाद सतह पर ऊर्जा का ज्यादा प्रभाव, नेशनल सेंटर का अलर्ट
10 Mar, 2025 01:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सोमवार को भारत का पड़ोसी देश अफगानिस्तान भूकंप के तेज झटकों से दहल गया। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4 मैग्नीट्यूड रही, लेकिन भूकंप का केंद्र जमीन से महज 10 किलोमीटर नीचे था, जिससे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने बताया कि भूकंप का केंद्र हिंदुकुश क्षेत्र था।
एक दिन पहले पाकिस्तान में भी आया था भूकंप
नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने बताया कि जमीन में गहराई में आने वाले भूकंपों की तुलना में सतह पर ऊपर आने वाले भूकंप ज्यादा खतरनाक होते हैं। ऊपरी सतह में आने वाले भूकंपों में ऊर्जा ज्यादा निकलती है, जिससे जमीन पर मौजूद संरचनाओं को नुकसान ज्यादा होता है। फिलहाल अफगानिस्तान में आए भूकंप में नुकसान की खबर नहीं है। इससे पहले पाकिस्तान में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। 8 मार्च को पाकिस्तान में आए भूकंप की तीव्रता 4.2 थी और इसमें भी कोई नुकसान नहीं हुआ था।
बीते महीने भारत के दिल्ली एनसीआर के इलाके में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। इस भूकंप की तीव्रता भी 4.0 थी। इस भूकंप का केंद्र भी जमीन से सिर्फ पांच किलोमीटर नीचे था।
अफगानिस्तान में प्राकृतिक आपदा का खतरा बहुत ज्यादा
संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मदद कार्यालय के अनुसार, अफगानिस्तान प्राकृतिक आपदा के लिहाज से बेहद संवेदनशील है और अफगानिस्तान में बाढ़, भूस्खलन और भूकंप का खतरा ज्यादा है। अफगानिस्तान दशकों से युद्ध में उलझा हुआ है और विकास के अधिकतर सूचकांक में पिछड़ा हुआ है। ऐसे में प्राकृतिक आपदाएं इस देश की स्थिति को और खराब बनाती हैं। अफगानिस्तान में पूर्व में भी कई बड़े भूकंप आ चुके हैं और हिंदुकुश का पहाड़ी इलाका हमेशा से ही भूकंप के लिहाज से काफी सक्रिय रहा है। भौगोलिक तौर पर अफगानिस्तान की स्थिति इंडियन और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेट्स की फॉल्ट लाइन पर मौजूद है, जिससे यहां भूकंप का खतरा बना रहता है।
ट्रंप की चेतावनी के बाद हमास और अमेरिका के बीच घेरलू बातचीत का दौर
10 Mar, 2025 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
काहिरा। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बंधकों की रिहाई को लेकर हमास को चेतावनी देने के बाद फलस्तीनी संगठन अमेरिकी बंधक की रिहाई को लेकर वार्ता कर रहा है। हमास के राजनीतिक सलाहकार ताहेर अल-नोनो ने अमेरिकी दूत एडम बोहेलर से वार्ता होने की पुष्टि की है।
कहा कि हमास अमेरिका और इजरायल की दोहरी नागरिकता वाले बंधक एडन एलेक्जेंडर को रिहा कर सकता है। नोनो ने कहा कि दोहरी नागरिकता वाले बंधकों की रिहाई को लेकर हमारा रुख सकारात्मक है। उसी के लिए हमारी वार्ता चल रही है।
अमेरिका के साथ पहली वार्ता
बोहेलर ने भी हमास के अधिकारियों के साथ वार्ता होने की पुष्टि की है। विदित हो कि अमेरिका ने हमास को आतंकी संगठन घोषित कर रखा है और यह अमेरिका और हमास के बीच पहली सीधी वार्ता है।
इस बीच युद्धविराम को दूसरे चरण में भी जारी रखने के लिए वार्ता के लिए इजरायल अधिकारियों का दल कतर की राजधानी दोहा भेजेगा। यह दल सोमवार को हमास के साथ होने वाली परोक्ष वार्ता में शामिल होगा। इससे पहले हमास ने कहा था कि वह इजरायल के साथ युद्धविराम के दूसरे चरण के लिए वार्ता करने को तैयार है।
हमास कमांडर को किया था ढेर
अभी कुछ दिन पहले इजरायली सेना ने उत्तरी वेस्ट बैंक शहर जेनिन के पूर्वी इलाके में हमास नेटवर्क के प्रमुख आयसर अल-सादी को मार गिराया था। हालांकि इजरायल ने कहा था कि वह उसे गिरफ्तार करना चाहते थे, लेकिन सैन्य अभियान के दौरान उसकी मौत हो गई।
फलस्तीनी सुरक्षा सूत्रों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों के समर्थन से इजरायली बलों ने जेनिन के पूर्वी इलाके में कई आवासीय इमारतों को घेर लिया, जिससे हिंसक झड़पें हुईं, जिसमें हमास कमांडर मारा गया।
पेंसिल्वेनिया विमान दुर्घटना में सवार सभी लोग सुरक्षित, आग में बुरी तरह जल गया विमान
10 Mar, 2025 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रविवार को पेंसिल्वेनिया के एक उपनगरीय इलाके में एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। मैनहेप टाउनशिप में लैंकेस्टर हवाई अड्डे के पास दोपहर करीब 3 बजे ये दुर्घटना घटी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि विमान में पांच लोग सवार थे और सभी लोगों की जान बच गई।
पांचों को ले जाया गया अस्पताल
पुलिस प्रमुख ने बताया कि विमान में सवार सभी पांच लोगों को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी हालत अभी भी अज्ञात है। प्रमुख ने आगे बताया कि विमान दुर्घटना में कोई भी घायल नहीं हुआ है।
प्रत्यक्षदर्शी ब्रायन पिपकिन, जो पास में ही गाड़ी चला रहा था, उसने बताया कि एक छोटे विमान को चढ़ते और फिर दुर्घटनाग्रस्त होने से पहले बाईं ओर गिरते देखा। उसने कहा, "विमान नाक के बल नीचे गिरा और तुरंत आग का गोला बन गया। वहां बहुत धुआं था और बहुत गर्मी थी।"
इस हादसे को लेकर संघीय उड्डयन प्रशासन ने बताया कि यह दुर्घटना बीचक्राफ्ट बोनांजा विमान में हुई, जिसमें पांच लोग सवार थे। हालांकि, दुर्घटना कैसे हुई, इसके बारे में स्थिति अभी तक स्पष्ट नहीं है। मामले की जांच में अधिकारी जुटे हुए हैं।
नेपाल में पूर्व नरेश के समर्थन में काठमांडू और पोखरा में रैलियां
10 Mar, 2025 09:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
काठमांडू। नेपाल के पूर्व नरेश ज्ञानेंद्र शाह रविवार को कड़ी सुरक्षा के बीच पोखरा से काठमांडू पहुंचे। जैसे ही ज्ञानेंद्र पोखरा से सिमरिक हेलीकॉप्टर से त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उतरे, राजशाही समर्थक राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं सहित सैकड़ों लोगों ने उनके पक्ष में नारे लगाए।
भीड़ ने तख्तियां ले रखी थीं, जिन पर लिखा था 'हमें अपना राजा वापस चाहिए', 'गणतांत्रिक प्रणाली को समाप्त करो और राजशाही को पुन: स्थापित करो', 'राजा और देश हमारे प्राणों से भी अधिक प्रिय हैं।'
राजशाही बहाल करने की मांग
77 वर्षीय ज्ञानेंद्र देश के विभिन्न भागों में धार्मिक स्थलों का दौरा करने के बाद पोखरा से काठमांडू लौटे हैं। हवाईअड्डे के बाहर सड़क के दोनों ओर ज्ञानेंद्र की तस्वीर और राष्ट्रीय ध्वज लिए मोटरसाइकिलों पर सवार सैकड़ों लोगों ने उनका स्वागत किया। पूर्व नरेश के समर्थक पिछले कुछ दिनों से काठमांडू और पोखरा सहित देश के विभिन्न भागों में रैलियां निकाल रहे हैं तथा 2008 में समाप्त की गई राजशाही को पुन: बहाल करने की मांग कर रहे हैं।
बॉलीवुड अभिनेत्री मनीषा कोइराला, जो प्रथम निर्वाचित प्रधानमंत्री बीपी कोइराला की पोती भी हैं, ने इंटरनेट मीडिया पर नेपालियों से पूर्व नरेश के स्वागत के लिए काठमांडू हवाईअड्डे पर एकत्रित होने का अनुरोध किया
ओली ने दी चुनाव लड़ने की चुनौती
नेपाल में राजशाही बहाल करने की मांग के बीच प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने पूर्व नरेश ज्ञानेंद्र को मुख्यधारा की राजनीति में आने की चुनौती दी है। ओली ने रविवार को कहा, मैं उन्हें सुझाव देना चाहता हूं कि पूर्व राजा के रूप में उन्हें देश पर सभ्य तरीके से शासन करने, संविधान और कानूनों का पालन करने के उपाय सुझाने चाहिए थे।
ओली ने कहा कि इसके बजाय वह समर्थन किस लिए मांग रहे हैं? वह कह रहे हैं, मेरा साथ दो, मैं आऊंगा। वो कहां आने का इरादा रखते हैं? आएं और राजनीति में शामिल हों। हम आपका स्वागत करने के लिए तैयार हैं। अगर आप राजनीति में आना चाहते हैं, तो स्वागत है।
प्रधानमंत्री ने एक प्रांत की विधानसभा की बैठक को संबोधित करते हुए कहा, वह (पूर्व नरेश ज्ञानेंद्र) कहते हैं कि मेरा साथ दो, मैं आऊंगा और देश को बचाऊंगा। देश को क्या हो गया है? इस तरह की गतिविधि से अस्थिरता का खतरा है।
आईएसआई एजेंट मुफ्ती शाह मीर को बंदूकधारियों ने सरेआम गोलियां से भूना
9 Mar, 2025 11:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इस्लामाबाद। आईएसआई ने बड़े-बड़े अपराधियों और आतंकवादियों को अपना अंडरकवर एजेंट बनाकर उनके जरिए अपने मंसूबे पूरे करने की कोशिश की है। आईएसआई के ऐसे ही एक एजेंट मुफ्ती शाह मीर की अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। मुफ्ती शाह मीर भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव की किडनैपिंग में भी शामिल बताया जाता है। बलूचिस्तान के तुरबत इलाके का रहने वाला मुफ्ती शाह मीर आईएसआई के इशारे पर अवैध तरीके से लोगों को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने का धंधा चलाता था इसकी आड़ में वह ड्रग्स और हथियारों की तस्करी भी करता था।
मुफ्ती शाह मीर पाकिस्तान में चल रहे आतंकवादी ट्रेनिंग सेंटरों का भी चक्कर लगाता रहता था, ताकि बाहर से देखने पर उसे आतंकवादी संगठन का हिस्सा समझा जाए। मुफ्ती शाह ने आईएसआई के इशारे पर अफगानिस्तान में भी अपनी पैठ बनाई थी। वहां उसने खुद को एक आतंकवादी के रूप में पेश किया और पाकिस्तानी फौज को सटीक जानकारियां दीं। पाकिस्तान से आजादी की लड़ाई लड़ रहे गुटों से जुड़ी सटीक जानकारी शाह मीर ने आईएसआई को दी। इन्हीं जानकारियों के आधार पर पाकिस्तानी फौज ने हाल के दिनों में इन गुटों पर बड़ी कार्रवाई भी की।
पाकिस्तानी फौज की कार्रवाइयों के बाद जब खोजबीन शुरू हुई तो इन गुटों को पता चल गया कि उनके बीच शाह मीर गद्दार है, जिसके बाद वह उनके निशाने पर आ गया। हाल ही में, मुफ्ती शाह मीर को तुरबत इलाके में अज्ञात बंदूकधारियों ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। इस घटना के बाद पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी उसके हत्यारों की तलाश में जुट गई हैं।
मस्क पर कानूनी शिकंजा! ट्विटर डील को लेकर कोर्ट में होगी पूछताछ
9 Mar, 2025 10:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सैन फ्रांसिस्को । एलन मस्क को 3 अप्रैल को वॉशिंगटन डीसी में निवेशकों के वकीलों के सामने पेश होना होगा। एक रिपोर्ट के अनुसार यह मामला 2022 में ट्विटर की खरीद से जुड़ा है। निवेशकों का आरोप है कि मस्क ने जानबूझकर डील को टालमटोल किया और कंपनी की आलोचना कर ट्विटर के शेयर गिरा दिए। इससे उन्हें सस्ते में सौदा करने का मौका मिला। पहले मस्क के वकील उनकी गवाही को लेकर राजी नहीं थे, लेकिन अब उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया है। मस्क ने ट्विटर खरीद को लेकर कई बार अपना फैसला बदला, जिससे निवेशकों को नुकसान हुआ। आखिरकार, कानूनी लड़ाई के बाद उन्होंने 44 अरब डॉलर में ट्विटर खरीदा और इसे एक्स क्राप नाम से रीब्रांड कर दिया। इस बीच, मस्क अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के सलाहकार के रूप में भी काम कर रहे हैं और अपनी कई कंपनियों से जुड़े कानूनी मामलों में उलझे हुए हैं। सैन फ्रांसिस्को की एक संघीय अदालत ने दिसंबर 2023 में एलन मस्क की उस याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने एक केस को रद्द करने की मांग की थी। जज ने कहा कि मस्क के बयान वास्तविक स्थिति से काफी अलग थे। अमेरिकी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) ने जनवरी में मस्क पर केस दर्ज किया था। एसईसी का आरोप है कि मस्क ने ट्विटर में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने की जानकारी समय पर नहीं दी और शेयरों को गुपचुप तरीके से कम कीमत पर खरीदते रहे। इस वजह से कई निवेशकों ने अपने शेयर सस्ते में बेच दिए और उन्हें 150 मिलियन डॉलर (करीब 1,200 करोड़ रुपये) का नुकसान हुआ। यह मामला यूएस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट, नॉर्दर्न डिस्ट्रिक्ट ऑफ कैलिफोर्निया (सैन फ्रांसिस्को) में चल रहा है।
ग्रीस में दो साल पहले के रेल हादसे पर अब फिर हुआ हंगामा
9 Mar, 2025 09:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
एथेंस । ग्रीस के दो शहरों में 2023 में हुए रेल हादसे को लेकर हिंसा भड़क गई। हिंसा के दौरान राजधानी एथेंस में संसद के बाहर बमबारी की गई। पुलिस ने हिंसक प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस और स्टन ग्रेनेड दागे और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया।
ग्रीस की संसद में शुक्रवार को रेल हादसे को लेकर अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। हालांकि विपक्ष का प्रस्ताव फेल हो गया। इसके बाद हादसे पर राजनीतिक जवाबदेही की मांग कर देश भर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। ग्रीक पुलिस ने कहा कि 61 लोगों को हिरासत में लिया है। ग्रीस के टेम्पे शहर में 28 फरवरी 2023 को हुए रेल हादसे में 57 लोग मारे गए थे। विपक्षी आरोप लगा रहे हैं कि सरकार रेल सुरक्षा प्रणाली की विफलता की जिम्मेदारी संभालने में नाकाम रही।