विदेश (ऑर्काइव)
संयुक्त राष्ट्र का खुलासा, गाजा में विस्थापितों की संख्या बढ़कर 187,518 हुई :
11 Oct, 2023 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गाजा । संयुक्त राष्ट्र ने खुलासा किया है कि गाजा में विस्थापितों की संख्या बढ़कर 187,518 हो गई है। एजेंसियों का कहना है कि इजरायल-हमास के बीच चल रहे संघर्ष के कारण गाजा पट्टी में विस्थापित लोगों की संख्या बढ़ गई है। संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (ओसीएचए) ने अपने लेटेस्ट अपडेट में कहा कि पिछले 24 घंटों में गाजा पट्टी में बड़े पैमाने पर विस्थापन बढ़कर 187,518 तक पहुंच गया है। इस संख्या के और बढ़ने की संभावना है। ओसीएचए ने कहा कि कुल विस्थापित व्यक्तियों में से 137,427 वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) द्वारा संचालित स्कूलों में शरण ले रहे हैं। दफ्तर के अनुसार, 7 अक्टूबर को संघर्ष की शुरुआत के बाद से, गाजा में चार स्कूलों और आठ स्वास्थ्य सुविधाओं को नुकसान हुआ है। साथ ही यूएनआरडब्ल्यूए ने अपडेट में कहा है कि उसके गाजा फील्ड कार्यालय, जहां घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कर्मचारी मौजूद हैं, को रिमल क्षेत्र में हवाई हमलों के कारण अतिरिक्त क्षति हुई है। कुल मिलाकर अब तक 18 यूएनआरडब्ल्यूए प्रतिष्ठान प्रभावित हुए हैं। यहां मंगलवार को चौथे दिन भी जारी हिंसा में दोनों पक्षों की ओर से मरने वालों की संख्या बढ़कर लगभग 1,600 हो गई है। फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने पुष्टि की है कि गाजा पट्टी पर जवाबी इजरायली हमलों में मरने वालों और घायलों की संख्या क्रमश 687 और 3,726 हो गई है।
इज़रायली सरकार के अधिकारियों के अनुसार, अब तक 900 से अधिक लोग मारे गए हैं, जिनमें से 260 लोगों की हमास के बंदूकधारियों ने समूह द्वारा हमला शुरू करने के तुरंत बाद एक संगीत समारोह में हत्या कर दी थी। अधिकारियों ने कहा कि मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है क्योंकि बचाव दल अभी तक उन क्षेत्रों तक नहीं पहुंच पाए हैं जहां हमास के आतंकवादी और इजरायली सैनिक अभी भी भीषण लड़ाई में लगे हुए हैं। इजरायली स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि घायल लोगों की संख्या 2,616 हो गई है, जिनमें 25 की हालत गंभीर बनी हुई है।
इजराइल का गाजा बॉर्डर पर कब्जा, 1500 लड़ाके मारे
11 Oct, 2023 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इजराइल और हमास के बीच मंगलवार को जंग का चौथा दिन था। हमास ने गाजा से 7 अक्टूबर को इजराइल पर हमला किया था। इसके साथ ही उसके लड़ाकों ने इजराइल से 150 से ज्यादा लोगों को बंधक बना लिया। इजराइल ने गाजा पर जवाबी हमले में अब तक करीब 1,707 जगहों को निशाना बनाया है। इस दौरान उन्होंने कई मस्जिदों पर भी हमला किया। उधर इजराइल की सेना ने घोषणा की है कि उसने गाजा के बॉर्डर पर कब्जा कर लिया है। सेना ने बताया कि रातभर में उसने गाजा में 200 जगहों को निशाना बनाया है अब तक हमास के 1500 लड़ाके मारे जा चुके हैं। जंग में इजराइल के करीब 123 सैनिकों की अब तक मौत हो चुकी है।
दूसरी तरफ हमास के हमलों में थाईलैंड के अब तक 18 नागरिकों की मौत हो चुकी है। सोमवार को इजराइल के रक्षा मंत्री ने पूरी गाजा पट्टी पर कब्जे का आदेश दिया था। इसके बाद रात भर इजराइल ने गाजा पर हमले किए। जवाब में हमास ने धमकी दी है कि वो इजराइल से पकड़े करीब 150 बंधकों की हत्या कर देंगे। सेना ने बताया कि रातभर में उसने गाजा में 200 जगहों को निशाना बनाया है अब तक हमास के 1500 लड़ाके मारे जा चुके हैं। जंग में इजराइल के करीब 123 सैनिकों की अब तक मौत हो चुकी है।
दूसरी तरफ, जंग के बीच इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमास ने हम पर हमला करके सबसे बड़ी गलती की है। हम इसकी ऐसी कीमत वसूलेंगे, जिसे हमास और इजराइल के बाकी दुश्मनों की पीढिय़ां दशकों तक याद रखेंगी। पीएम नेतन्याहू ने कहा- हम युद्ध नहीं चाहते थे। हम पर बहुत क्रूर तरीके से यह थोपा गया। हमने भले ही युद्ध शुरू नहीं किया, लेकिन इसका अंत हम ही करेंगे। इजराइल सिर्फ अपने लोगों के लिए नहीं बल्कि बर्बरता के खिलाफ खड़े हर देश के लिए लड़ रहा है।
इजराइल शनिवार को जंग की शुरुआत से लेकर अब तक गाजा में 1,707 टारगेट्स पर हमला कर चुका है। इस दौरान करीब 475 रॉकेट सेंटर्स, 23 स्ट्रैटेजिक साइट्स और 22 अंडरग्राउंड ठिकानों को निशाना बनाया गया है। इजराइली सुरक्षा बलों ने सोमवार देर रात पुष्टि की कि लेबनानी सीमा पर संघर्ष के दौरान एक डिप्टी सेना कमांडर की मौत हो गई है।
इजराइल-हमास जंग के चौथे दिन पीएम नेतन्याहू ने प्रधानमंत्री मोदी को फोन किया। उन्होंने पीएम को जंग के बारे में पूरी जानकारी दी। मोदी ने ट्वीट कर कहा- भारत के लोग इस मुश्किल घड़ी में इजराइल के साथ हैं। हम हर तरह के आतंकवाद के खिलाफ हैं।
म्यांमार सेना की चीनी बॉर्डर के पास एयरस्ट्राइक
11 Oct, 2023 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नाएप्यीडॉ । म्यांमार की सेना ने सोमवार देर रात चीनी बॉर्डर के पास रिफ्यूजी कैंप पर एयरस्ट्राइक की। हमले में 29 लोगों की मौत हो गई। इसमें महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। यह कैंप काचिन इंडिपेंडेंस ऑर्गनाइजेशन के कंट्रोल वाले इलाके में है। केआईए उन जातीय विद्रोही समूहों में से एक है जो सालों से स्व-शासन के लिए लड़ रहे हैं। दो साल में वहां 31,022 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें 460 लोग 2022 में की गई एयर रेड में मारे गए। हवाई हमलों में मरने वाले ज्यादातर छोटे बच्चे हैं।
हमास के बंदूकधारिकों ने संगीत समारोह में 260 लोगों को उतारा मौत के घाट! घटनास्थल पर लगा लाशों का ढेर
10 Oct, 2023 07:36 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इजराइल । सप्ताहांत में देश पर अपने हमले के दौरान दक्षिणी इस्राइल में एक आउटडोर म्यूजिक फेस्टिवल पर हमला करने वाले हमास के बंदूकधारियों ने कम से कम 260 लोगों की हत्या कर दी। स्थानीय मीडिया ने यह जानकारी दी। सप्ताहांत में देश पर अपने हमले के दौरान दक्षिणी इस्राइल में एक आउटडोर म्यूजिक फेस्टिवल पर हमला करने वाले हमास के बंदूकधारियों ने कम से कम 260 लोगों की हत्या कर दी। टाइम्स ऑफ इस्राइल ने एक आपातकालीन समूह के हवाले से यह जानकारी दी। अखबार ने आतंकवादी हमलों और अन्य आपदाओं के बाद मानव अवशेषों को संभालने वाले एक स्वयंसेवी समूह 'जाका' द्वारा की गई एक घोषणा का हवाला दिया। 'नोवा फेस्टिवल' पूरी रात चलने वाला कार्यक्रम था, जिसमें लगभग तीन हजार इस्राइली युवा शामिल थे। हमले के बाद पार्टी में शामिल होने वाले लोगों को बागों की आड़ लेकर खेतों में दौड़ते देखा गया था। खबर के मुताबिक, जाका के एक प्रवक्ता ने कहा कि किबुत्ज रीम के पास घटनास्थल पर करीब 260 शव एकत्र किए गए हैं। इस बीच, हमास द्वारा किए गए हमले में कम से कम 900 इस्राइली लोगों की मौत हो गई है और 2,616 से अधिक लोग घायल हैं।
इस्राइल के रक्षा बलों (आईडीएफ) ने जोर देकर कहा है कि हमास के आतंकवादियों के हमले के बाद सेना ने गाजा सीमा पर पूर्ण नियंत्रण हासिल कर लिया है। आईडीएफ द्वारा साझा किए गए एक युद्ध अपडेट में बताया गया है कि गाजा से करीब 4,500 रॉकेट दागे गए हैं, जिसके बाद इस्राइली रक्षा बलों ने गाजा में हमास के 1290 ठिकानों पर हमला किया। इस्राइली वायु सेना के एक्स हैंडल के मुताबिक, इस्राइली वायु सेना वर्तमान में गाजा पट्टी में हमास के आतंकी ठिकानों पर व्यापक हमले कर रही है। वायु सेना गाजा पट्टी पर हमास के ठिकानों पर बड़ी तीव्रता के साथ हमला करना जारी रखे हुए है। वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने हाल ही एक सैन्य परिसर और एक हथियार गोदाम पर भी हमला किया। इसके अलावा, पश्चिमी जबालिया में एक लड़ाकू प्रबंधन कक्ष पर हमला किया गया था, हमास ने जिसका इस्तेमाल इस्राइल के खिलाफ आतंकवाद को निर्देशित करने के लिए किया था।
आधी रात को हुआ म्यांमार में विस्थापितों के शिविर पर सेना का हमला, 29 की मौत
10 Oct, 2023 11:44 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
म्यांमार के काचिन राज्य में विस्थापित लोगों के एक शिविर पर हमला किया गया। सेना द्वारा किए गए इस हमले में 29 लोगों की मौत हो गई हैं, जिनमें महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल हैं। वहीं, 59 गंभीर रूप से घायल हुए है। , एक कार्यकर्ता और क्षेत्र के सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
बता दें कि इस समय म्यांमार देश संघर्ष में उलझा हुआ है। जातीय अल्पसंख्यक सेनाएं और प्रतिरोध आंदोलन सैन्य शासन के खिलाफ लड़ रहे हैं। 2021 के तख्तापलट के बाद जुंटा द्वारा म्यांमार में भयंकर कार्रवाई की जा रही है।
सोमवार आधी रात को हुआ हमला
मीडिया और स्थानीय सूत्रों के अनुसार, यह घटना सोमवार आधी रात के करीब काचिन इंडिपेंडेंस आर्मी (केआईए) द्वारा संचालित एक सैन्य शिविर से कुछ किलोमीटर की दूरी पर हुई। रिपोर्ट और तस्वीरें म्यांमार की जुंटा-विरोधी राष्ट्रीय एकता सरकार (एनयूजी) के एक मंत्री द्वारा सोशल मीडिया पर साझा की गईं है, जिसकी अब तक पुष्टि नहीं की जा सकी है।
अब तक म्यांमार के जुंटा के प्रवक्ता से संपर्क नहीं हो सका है। काचिन पीस नेटवर्क सिविल सोसाइटी उन्होंने स्थानीय अस्पताल का दौरा किया था और उन्हें बताया गया था कि 29 लोग मारे गए है।
सेना ने बम से किया हमला
'हमला आधी रात को हुआ। बम बहुत शक्तिशाली था। गांव पूरी तरह नष्ट हो गया है। उन्होंने कहा कि 59 लोग घायल हुए हैं। वहीं, 29 लोग मारे गए हैं। हालांकि, अस्पताल ने अब तक इसकी पुष्टि की है। लाइजा, उत्तरी म्यांमार का एक शहर, केआईए की राजधानी है, जो दशकों से सेना से जूझ रहे दर्जनों जातीय समूहों में से सबसे बड़े समूहों में से एक है। यह चीनी सीमा के करीब है और शहर और उसके आसपास विस्थापन शिविरों में रहने वाले कई नागरिकों का घर है।
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इजरायल हमले पर बोले
10 Oct, 2023 11:37 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इजरायल पर हुए हमास द्वारा हमले की जहां सभी देश निंदा कर रहे हैं। वहीं अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल पर हुए इस हमले का जिम्मेदार अमेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन को ठहराया है। सोमवार को न्यू हैम्पशायर में एक भाषण में के दौरान पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने व्हाइट हाउस के उत्तराधिकारी और वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन की आलोचना की।
ट्रंप ने बाइडन की आलोचना करते हुए उन्हें सप्ताह के अंत में इजरायल पर हुए घातक हमास हमले के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने यह भी कहा कि उनके नेतृत्व में (अगर वो वर्तमान में राष्ट्रपति होते तो) ऐसी घटनाएं नहीं होती।
उन्होंने भाषण में अपने संबोधन कहा, "लोग हमारे देश में आ रहे हैं और हमें पता नहीं है कि वे कहां से आ रहे हैं। यह वही लोग हो सकते हैं जो कई मामलों में अभी-अभी इजरायल पर हमला किया हो। आप यह जानते हैं, है ना? आप कल्पना भी नहीं कर सकते हैं कि इस आदमी (जो बाइडन) के पास क्या है हमारे साथ किया-किया इन्होंने किया? ऐसा कभी नहीं हुआ होता। इजराइल पर हमला कभी नहीं हुआ होता।"
अगर मैं राष्ट्रपति होता तो ऐसा कभी नहीं होता- ट्रंप
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने भाषण में कहा, "कल जो हुआ वह अविश्वसनीय था। उन्होंने आगे कहा छोटे- छोटे बच्चों को मार डाला... जब मैं आपका राष्ट्रपति था, हमारे पास ताकत के माध्यम से शांति थी और अब हमारे पास कमजोरी, संघर्ष और अराजकता है। इजरायल में हम जो अत्याचार देख रहे हैं, अगर मैं राष्ट्रपति होता तो ऐसा कभी नहीं होता।"
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने बयान में कहा, "हमास के यह हमले अपमानजनक हैं। इजरायल को पूरी ताकत से अपनी रक्षा करने का पूरा अधिकार है। दुख की बात है कि अमेरिकी करदाताओं के डॉलर ने इन हमलों को वित्तपोषित करने में मदद की, जो कई रिपोर्टों में कहा गया है कि यह बाइडन प्रशासन से आया है।"
अमेरिकी ने ईरान ने इजरायल युद्द को लेकर दी चेतावनी
10 Oct, 2023 11:29 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हमास के आतंकियों के जरिए इजरायल पर किए गए औचक रॉकेट हमले के बाद अब तक 900 से अधिक इजरायलियों ने अपनी जान गंवा दी है। वहीं, हमास के 600 से अधिक आतंकियों को इजरायल ने ढेर कर दिया है।
इस युद्ध को लेकर दुनिया एक बार फिर दो धड़ों में बंट चुकी है। एक तरफ जहां पश्चिमी देश इजरायल के साथ खड़े हैं, वहीं अरब मुल्क फलस्तीन के समर्थन कर रहे हैं। ईरान के खुलकर फलस्तीन का समर्थन किया है।
कई मीडिया रिपोर्ट्स ने दावा कि ईरान ने हमास के आतंकियों को इजरायल पर हमला करने के लिए उकसाया है। अमेरिका ने सोमवार को ईरान को चेतावनी दी है कि वो इजरायल के खिलाफ कोई ऐसी कार्रवाई न करें, जिससे अमेरिका और ईरान के रिश्तों में और दरार पैदा हो। बता दें कि पिछले कई सालों से अमेरिका और ईरान के संबंधों में खटास बनी हुई है।
जानकारी के मुताबिक, लेबनानी सशस्त्र समूह हिजबुल्लाह ने उत्तरी इजराइल पर रॉकेटों की बमबारी की थी। सोमवार को व्हाइट हाउस ने ये दावा किया है, लेकिन इस बात को साबित करने के लिए अभी तक उनके पास कोई सबूत नहीं है।
अमेरिका के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल चार्ल्स क्यू. ब्राउन ने कहा,"ईरान इस विवाद में शामिल न हों।"
ब्राउन ने बताया कि हम ईरान तक मजबूत संदेश पहुंचाना चाहते हैं कि वो इजरायल के खिलाफ कोई कार्रवाई न करें। अमेरिका लगातार इजरायल को हवाई सुरक्षा, युद्ध सामग्री और अन्य सुरक्षा सहायता मुहैया करा रहा है।
सोमवार को इजरायली सेना ने लेबनान में सैन्य कार्रवाई करते हुए तीन हिज्बुल्लाह आतंकवादी को मार गिराया।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात भी की है। इसके साथ ही भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इजरायल को समर्थन देने की बात कही है।
अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस और इटली ने इजरायल के समर्थन में एक संयुक्त बयान जारी किया है, जिसमें उन्होंने इस आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की है। अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने कहा,"हमारे देश इस तरह के अत्याचारों के खिलाफ अपनी और अपने लोगों की रक्षा करने के प्रयासों में इजरायल का समर्थन करेंगे।"
वहीं, फलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने संयुक्त राष्ट्र से इजरायल के हमलों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने का आह्वान किया है।
यूक्रेन युद्ध में भारत को अमेरिका के साथ देखना चाहते हैं भारतीय-अमेरिकी सांसद
9 Oct, 2023 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन । यूक्रेन युद्ध में भारतीय-अमेरिकी सांसद भारत को अमेरिका के साथ देखना चाहते हैं। यही वजह है कि भारतीय-अमेरिकी सांसद यूक्रेन को सैन्य सहायता के मुद्दे पर बंटे हुए हैं। लेकिन वे रूस के साथ अपने लंबे और ऐतिहासिक संबंधों के बजाय भारत को अमेरिका के साथ जुड़ने के आह्वान पर कुछ हद तक एकजुट हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रतिनिधि सभा के चार भारतीय-अमेरिकी सदस्यों में से एक रो खन्ना ने मार्च 2022 में कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका रूस या पुतिन की तुलना में नियंत्रण रेखा पर चीनी आक्रामकता के खिलाफ कहीं अधिक खड़ा होगा और हमें वास्तव में भारत पर दबाव डालने की जरूरत है कि वह रक्षा सौदों के लिए रूस पर निर्भर न रहे और यूक्रेन में पुतिन की आक्रामकता की निंदा करने के लिए तैयार रहे। जैसे हम नियंत्रण रेखा से परे चीनी आक्रामकता की निंदा करते हैं। तब से भारत ने यूक्रेन के सभी चुनावों में भाग नहीं लिया है। एक अन्य भारतीय-अमेरिकी सांसद अमी बेरा अमेरिकी नेतृत्व वाले गठबंधन के प्रतिबंधों की अनदेखी कर भारत द्वारा रूसी तेल की खरीद से निराश थे। उन्होंने कहा कि भारत अब अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों को दरकिनार कर भारी रियायती दर पर रूसी तेल खरीदना चाह रहा है, जिससे पुतिन को ऐसे समय में आर्थिक जीवनदान मिलेगा जब रूसी अर्थव्यवस्था अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों से जूझ रही है।
सभी पांच भारतीय-अमेरिकी सांसदों ने यूक्रेन पर रूसी आक्रमण की निंदा की है और यूक्रेन को अपनी रक्षा में मदद करने के लिए सैन्य सहायता का समर्थन किया है। अक्टूबर 2022 में डेमोक्रेटिक कॉकस के अन्य प्रगतिशील सदस्यों के साथ लिखे गए एक संयुक्त पत्र में राष्ट्रपति बाइडेन से युद्ध को समाप्त करने के लिए राजनयिक प्रयास पर अधिक ध्यान केंद्रित करने का आह्वान किया गया। कॉकस की अध्यक्ष प्रमिला जयपाल ने इस पत्र को आगे बढ़ाने के प्रयास का नेतृत्व किया; खन्ना अन्य हस्ताक्षरकर्ताओं में से थे। जिन भारतीय-अमेरिकी सांसदों ने हस्ताक्षर नहीं किए वे थे बेरा और राजा कृष्णमूर्ति। जयपाल ने पत्र जारी होने के बाद आए तूफान के चलते उन्हें वापस ले लिया। खन्ना ने पत्र का बचाव करते हुए इसे सामान्य पत्र करार दिया, लेकिन इसके बाद उन्होंने भारत से रूस की कड़े शब्दों में निंदा करने या तेल खरीद में कटौती करने की अपील बंद कर दी।
इजराइल-हमास में जंग...रॉकेट अटैक से बचने बंकरों में छिपे इजराइली
9 Oct, 2023 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गाजा में अपनों को तलाश रहे फिलिस्तीनी, गाजा में भयावह हालात, कई इलाकों की बिजली काटी, बड़े हमले की तैयारी में हमास...
सडक़ों पर बिछीं लाशें...1000 से अधिक की मौत
काल बनी इजरायली एयरफोर्स, हमास पर कर दी बमों की बारिश, चुन-चुन कर ले रही है बदला
तेल अवीव । हमास और इजराइल के बीच शनिवार को शुरू हुई जंग दूसरे दिन भी जारी रही। इजराइल ने कहा है कि रविवार को जंग में उसके 30 सैनिक मारे गए हैं। हमास के हमले में 600 से ज्यादा इजराइलियों की मौत की खबर है। वहीं, इजराइल की डिफ्रेंस मिनिस्ट्री ने बताया है कि उनकी कार्रवाई में अब तक हमास के 400 लड़ाके मारे गए हैं और कई को पकड़ लिया है। दूसरी तरफ, रविवार सुबह लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्लाह ने भी इजराइल पर मोर्टार अटैक किया है। जवाब में इजराइल ने लेबनान पर एयर स्ट्राइक शुरू कर दी है। इजराइल और फिलिस्तीन में हालात ऐसे हो गए हैं कि सडक़ों पर लाशें बिछी हुई हैं। अब तक करीब 1000 लोगों के मारे जाने की खबर है।
हमास ने शनिवार को 5 हजार रॉकेट से इजराइल पर हमला किया था। जंग के दूसरे दिन गाजा बॉर्डर पर तैनात इजराइली डिफेंस फोर्स के कमांडर नहल ब्रिगेड समेत 350 लोगों की मौत हो गई है। जंग में 313 फिलिस्तीनी भी मारे गए हैं। इजराइल में 1,864 और फिलिस्तीन में 1700 से ज्यादा लोग घायल हैं। हमास ने इजराइल के अश्कलोन अस्पताल पर भी रॉकेट दागे हैं। उधर, सामने आई तस्वीरों में इजराइल और गाजा की सडक़ों पर लाशें बिछी नजर आ रही हैं। इजराइल में कई बिल्डिंग और घर अब मलबे में तब्दील हो चुके हैं। इजराइल में लोग बमों और गोलियों की आवाज के बीच बंकरों में छिपे हैं।
गाजा में भयावह हालात
इजरायल की सेना के हमले में गाजा पट्टी में 400 लोगों की मौत हो गई है। हमने दर्जनों आतंकियों को बंधक बना लिया है। कफर अजा में भीषण बमबारी की गई है। जहां आतंकवादियों ने घुसपैठ की थी। आईडीएफ का कहना है कि बॉर्डर पर हमारी गश्त जारी है। आईडीएफ प्रवक्ता ने कहा कि हमने पूरी रात कार्रवाई की है। हमारे सुरक्षाबलों ने सैकड़ों आतंकवादियों को मार गिराया है। गाजा में तबाही का आलम कुछ ऐसा है कि फिलिस्तीन के एनजीओ फिलिस्तीन रेड क्रिसेंट सोसाइटी के प्रवक्ता नेबल फारसाख ने अल जजीरा को बताया कि उनकी मेडिकल टीमें गाजा में बहुत बड़ी चुनौतियों का सामना कर रही हैं। गाजा में मानवीय स्थिति खराब हो गई है, बिजली काट दी गई है। लिहाजा बिजली से चलने वाले चिकित्सा उपकरण बंद हो गए हैं। हमारे तीन पैरामेडिक्स घायल हो गए हैं, एक स्वयंसेवक की हालत गंभीर है। हमारी एक एम्बुलेंस और हॉस्पिटल भी तबाह हो गया है। उन्होंने कहा कि फिलहाल हमारी चिकित्सा टीमें गाजा में तनाव बढऩे के कारण घायल लोगों की देखभाल के लिए सुरक्षित रूप से पहुंचने में बड़ी चुनौतियों का सामना कर रही हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मानवीय समुदाय से ह्यूमन कॉरिडोर खोलने का आह्वान किया है, ताकि उनके जैसे हृत्रह्र सुरक्षित रूप से गाजा पट्टी में लोगों की मदद करने के लिए पहुंच सकें।
7 इलाकों में चल रही लड़ाई
इजराइल ने कहा कि हमने सेडरोट पुलिस स्टेशन पर पूरी तरह से कंट्रोल कर लिया है, ये वही जगह है, ये दक्षिणी इजराइली शहरों में से एक है, जहां फिलिस्तीनी लड़ाके आसानी से घुस गए थे। वहीं, इजरायली सेना 7 इलाकों में फिलिस्तीनियों के साथ संघर्ष कर रही है। इजरायली हवाई हमलों ने गाजा में कई आवासीय इमारतों को मलबे में तब्दील कर दिया है। जिसमें गाजा शहर में वतन टॉवर, अल-अक्लौक टॉवर और मटर आवासीय भवन शामिल हैं।
लेबनान के हिजबुल्लाह ने इजरायल पर बरसाए बम
इजरायल-हमास की जंग में लेबनान के हिजबुल्लाह की एंट्री भी हो गई है। हिजबुल्लाह ने रविवार को दक्षिणी लेबनान से इजरायल पर मोर्टर और गोलाबारी की है। इसमे शेबा फार्म्स में स्थित एक इजरायली सैन्य चौकी को निशाना बनाया है। हिजबुल्लाह ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। इजरायली सेना ने कहा कि उसने लेबनान की सीमा मेंहिजबुल्लाह की एक चौकी पर हमला किया है।
फिलिस्तीनियों का इजराइल के सैन्य ठिकाने पर कब्जा
हमास ने दावा किया है कि फिलिस्तीन लड़ाकों ने 26 इजरायली सैनिकों में से एक डिवीजन प्रमुख और सेना प्रमुख को मार गिराया है। हमास की सैन्य शाखा ने दावा किया है कि शनिवार को एक प्रमुख इजरायली सैन्य अड्डे पर हमला करने के बाद फिलिस्तीनी लड़ाके गाजा लौट आए हैं। इजरायली सेना के नियंत्रण हासिल करने से पहले 10 घंटे के लिए फिलिस्तीनियों ने बेस पर कब्जा कर लिया था।
नेतन्याहू ने लिया युद्ध का जायजा
इजरायल के पीएम नेतन्याहू ने रक्षा मंत्री गैलेंट, चीफ ऑफ स्टाफ और डिफेंस फोर्स के वरिष्ठ सदस्यों के साथ करिया में स्थिति का आकलन किया। वहीं इजरायल ने चेतावनी दी है कि गाजा बॉर्डर के पास रहने वाले लोगों को 24 घंटे के भीतर हटा दिया जाए। इजरायली सेना के प्रवक्ता डैनियल हैगारी ने कहा कि हम हर शहर तक तब तक पहुंचेंगे, जब तक कि हम इजरायल के मापदंडों के अनुसार हर आतंकवादी को मार नहीं देते।
हमास की इजरायल पर बड़े अटैक की तैयारी
आतंकी संगठन हमास ने अपने टेलीग्राम चैनल पर कहा कि सशस्त्र शाखा अल-कसम ब्रिगेड को इजरायल में सडेरोट की बस्ती पर 100 मिसाइलों के साथ एक बड़े हमले का निर्देश दिया है। अल जजीरा ने हमास के वरिष्ठ प्रवक्ता ओसामा हमदान के हवाले से बताया कि हम नागरिकों पर हमला नहीं कर रहे हैं। जबकि एमनेस्टी इंटरनेशनल जैसे अधिकार समूहों ने बताया है कि हमास द्वारा इजरायली नागरिकों की हत्या की गई थी। हमदान ने कहा कि आपको बाहर से आकर बसने वालों और नागरिकों के बीच अंतर करना होगा। बसने वालों ने फि़लिस्तीनियों पर हमला किया। यह पूछे जाने पर कि क्या दक्षिणी इजऱाइल में नागरिकों को भी बाहरी निवासी माना जाता है, हमदान ने कहा कि हर कोई जानता है कि वहां बस्तियां हैं। हम जानबूझकर नागरिकों को निशाना नहीं बना रहे हैं। हमने घोषणा की है कि बाहर से आकर बसे हुए लोग कब्जे का हिस्सा हैं और सशस्त्र इजरायली बल का हिस्सा हैं। वे नागरिक नहीं हैं।
अमेरिका में सबसे बड़े हिन्दू मंदिर अक्षरधाम की हुई ओपनिंग
9 Oct, 2023 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
न्यू जर्सी। बोचासनवासी श्री अक्षर पुरूषोत्तम स्वामीनारायण संस्था ने रविवार को अक्षरधाम मंदिर का उद्घाटन किया। मंदिर अमेरिका के न्यू जर्सी शहर में स्थित है। करीब 185 एकड़ में फैला यह यूएसए का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर है। मंदिर के निर्माण की शुरुआत 2011 से हुई थी। इसके निर्माण में 12,500 लोगों ने स्वयं सेवक के रूप में काम किया है।
दरअसल, 25 अगस्त से मंदिर के अंदर कई कार्यक्रम हुए। वहीं, मंदिर में मूर्तियों की प्राण-प्रतिष्ठा आज हुई। पहले जारी किए एडवाइजरी के मुताबिक, श्रद्धालुओं का मंदिर में प्रवेश 9 अक्टूबर से शुरु होने वाला था, लेकिन इस तारीख को अब 16 अक्टूबर तक बढ़ा दिया गया है।
अफगानिस्तान में भूकंप ने मचाई तबाही
9 Oct, 2023 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। अफगानिस्तान में एक बार फिर भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। तालिबान प्रवक्ता का कहना है कि अफगानिस्तान के पश्चिम में शक्तिशाली भूकंप में लगभग 2,000 लोग मारे गए हैं। पश्चिमी अफगानिस्तान में ईरानी सीमा के पास आए इस शक्तिशाली भूकंप के बाद बड़ी संख्या में लोग घायल भी हुए हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6।3 मापी गई है।
भूकंप ने हेरात शहर से लगभग 40 किमी (25 मील) दूर कई गांवों को तबाह कर दिया है। कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं हैं और लोग अभी भी मलबे के ढेर में फंसे हुए हैं। लोगों द्वारा कम से कम तीन शक्तिशाली झटके महसूस किए गए। जिंदा बचे लोगों ने खौफनाक मंजर का वर्णन किया जब कार्यालय की इमारतें पहले हिलीं - और फिर उनके चारों ओर ढह गईं। देश के सूचना एवं संस्कृति मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल वाहिद रेयान ने कहा कि हेरात में भूकंप से मरने वालों की संख्या मूल रूप से बताई गई संख्या से अधिक है। उन्होंने तत्काल मदद की अपील करते हुए कहा, लगभग छह गांव नष्ट हो गए हैं और सैकड़ों नागरिक मलबे के नीचे दब गए हैं। एक अपडेट में कहा गया है कि 465 घर नष्ट हो गए हैं और 135 अन्य क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
भूकंप के तीन झटके
आपदा प्राधिकरण के प्रवक्ता मोहम्मद अब्दुल्ला जान ने कहा कि हेरात प्रांत के ज़ेंडा जान जिले के चार गांवों को भूकंप और उसके बाद के झटकों से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने बताया कि भूकंप का केंद्र हेरात शहर से लगभग 40 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में था। इसके बाद तीन बहुत तेज़ झटके आए, जिनकी तीव्रता 6।3, 5।9 और 5।5 थी, साथ ही कम झटके भी आए।
एक शख्स ने बताया, घर, कार्यालय और दुकानें सभी खाली हैं और अधिक भूकंप आने की आशंका है। मैं और मेरा परिवार अपने घर के अंदर थे, मुझे भूकंप महसूस हुआ। मेरा परिवार चिल्लाने लगा और घर के अंदर से डरते हुए बाहर भाग गया। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि अफगानिस्तान के हताहतों को अस्पतालों तक पहुंचाने के लिए ज़ेंडा जान में 12 एम्बुलेंस कारें भेजीं गई हैं। हेल्थ वर्कर्स की टीमें अस्पतालों में घायलों के इलाज में सहायता कर रही हैं और अतिरिक्त जरूरतों का आकलन कर रही हैं।
महंगाई और कंगाली से परेशान पाकिस्तानी आटे के लिए किडनी बेचने को मजबूर
8 Oct, 2023 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इस्लामाबाद । महंगाई और कंगाली से जूझ रहे पाकिस्तान को लेकर जो डर था वहां अब सच साबित हो रहा है। महंगाई और कंगाली दूर करने के लिए लोग अब किडनी बेचने पर मजबूर हो गए हैं। पाकिस्तान में भूख इम्तिहान ले रही है और कुछ लोग हैं, जो लोगों की मजबूरी का फायदा उठाकर किडनी निकाल रहे हैं। इसके साथ ही किडनी को महंगे दामों में बेच रहे हैं। पाकिस्तान में आठ लोगों को किडनी बेचने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि उन आठ लोगों ने ऑपरेशन कर अब तक 328 किडनी निकाली है। बताया जा रहा है कि हर किडनी के लिए अमीरों से 1 करोड़ रुपए लिए जा रहे थे।
पाकिस्तान के पंजाब से लेकर कई शहरों तक किडनी चोरों का गिरोह सक्रिय है। जिनके निशाने पर पाकिस्तान के गरीब हैं। किडनी चोर गरीबों की कंगाली दूर करने का लालच देकर उनकी किडनी निकाल रहे हैं। पाकिस्तान में गरीबों की किडनी की कीमत तीस लाख पाकिस्तानी रुपए से लेकर 1 करोड़ तक है। किडनी चोर गैंग के आतंक का खुलासा पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के कार्यवाहक मुख्यमंत्री मोहसिन नकवी ने खुद किया है।
पुलिस के अनुसार, कथित सरगना फवाद मुख्तार पर कम से कम 328 अवैध किडनी प्रत्यारोपण करने का आरोप है, जिसमें उसने अस्पतालों से कमजोर मरीजों को लुभाया था। रिपोर्ट के अनुसार, मुख्तार, एक डॉक्टर, को पहले चिकित्सा कदाचार के आरोप में पांच बार गिरफ्तार किया गया था, लेकिन हर बार जमानत मिलने के बाद रिहा कर दिया गया था। पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री ने कहा, उन्होंने एक कार मैकेनिक के साथ काम किया, जिसका नाम नहीं बताया गया है, जो एनेस्थीसिया देता था और मरीजों को लुभाने में मदद करता था। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के अंग निकाले गए उनमें से कुछ को यह नहीं पता था कि उनकी किडनी निकाली जा रही है।
प्रतियोगिता जीतने युवक ने लगा दी जान की बाज़ी
8 Oct, 2023 08:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बीजिंग । पड़ोसी देश चीन के गुआंगडॉन्ग प्रोविंस में मौजूद शेनज़ेन शहर में एक कर्मचारी ने ऑफिस की एक प्रतियोगिता में जीतने के लिए अपनी जान की बाज़ी लगा दी। ये प्रतियोगिता भी कोई बड़ी चीज़ नहीं बल्कि शराब पीने की थी। जो जल्दी शराब पीता, उसे इनाम मिलता।ये घटना जुलाई की बताई जा रही है, जब कंपनी की ओर से एक डिनर कर्मचारियों के लिए आयोजित किया गया था। इसमें कंपनी के बॉस ने ड्रिंकिंग कॉम्पटीशन रखा, जिसमें जीतने वाले को 20 हज़ार युआन यानि 2 लाख 20 हज़ार से भी ज्यादा का इनाम दिया जाना था। जांग सरनेम वाले कर्मचारी से ज्यादा शराब पीने पर बॉस ने 5000 युआन की घोषणा की। जब इनाम की राशि 10 हज़ार तक बढ़ी, तो कुछ लोगों ने इसमें दिलचस्पी दिखाई। साथ ही शर्त ये थी कि अगर जांग को कोई हरा नहीं पाया तो उसे 2 लाख रुपये मिलेंगे और अगर वो हार गया तो वो 1 लाख की ट्रीट लोगों को देगा। इतने के बाद खुद बॉस ने कुछ लोगों को चुना, जो जांग से कॉम्पटीशन करते। एक प्रतियोगी के मुताबिक जांग ने 10 मिनट के अंदर एक लीटर स्ट्रॉन्ग शराब पी डाली। इसके बाद वो गिर गया और उसे अस्पताल में ले जाया गया।
यहां डॉक्टर ने बताया कि उसे एल्कोहॉल पॉइज़निंग हुई है। उसे निमोनिया, हार्ट अटैक और सफोकेशन की दिक्कत हुई। उसका इलाज किया गया लेकिन 3 अगस्त को जांग की मौत हो गई। घटना के बाद कंपनी ही बंद हो गई और अब पुलिस इसकी जांच कर रही है। बता दें कि आजकल वर्क कल्चर काफी बदल चुका है, ऐसे में ऑफिस में इस तरह की तमाम प्रतियोगिताएं होती हैं, जो कर्मचारियों के लिए काम करने का माहौल अच्छा रखें। उनके लिए गेम्स, एक्टिविटीज़ और स्पोर्ट्स की भी व्यवस्था की जाती है।
अमेरिका ने भी दो रूसी राजनयिकों को निष्कासित किया
8 Oct, 2023 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वॉशिंगटन । अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन प्रशासन ने पिछले माह मॉस्को से दो अमेरिकी राजनयिकों के निष्कासन के जवाब में वॉशिंगटन से दो रूसी राजनयिकों को निष्कासित करने का आदेश दिया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि उसने रूस द्वारा अमेरिका के दो राजनयिकों को उस रूसी नागरिक के साथ संपर्क के कारण अवांछित व्यक्ति घोषित करने के जवाब में यह कदम उठाया है, जो रूस के व्लादिवोस्तोक में बंद हो चुके अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के लिए काम करता था और जिसे इस साल गिरफ्तार कर लिया गया था।
मिलर ने कहा, ‘मंत्रालय रूस की सरकार द्वारा हमारे राजनयिकों के उत्पीड़न को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। मॉस्को में हमारे दूतावास कर्मियों के खिलाफ किसी भी अस्वीकार्य कार्रवाई के परिणाम होगा। अमेरिका ने रूसी राजनयिकों को निष्कासित करने का फैसला उस समय में लिया है, जब यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध को लेकर वॉशिंगटन और मॉस्को में तनातनी बढ़ गई है और अमेरिका-रूस के बीच राजनयिक संबंध शीत युद्ध काल के बाद सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए हैं।
रूसी विदेश मंत्रालय ने 14 सितंबर को मॉस्को स्थित अमेरिकी दूतावास के प्रथम सचिव जेफरी सिलिन और द्वितीय सचिव डेविड बर्नस्टीन पर अवैध गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाकर उन्हें सात दिन के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया था। मंत्रालय ने दावा किया था कि सिलिन और बर्नस्टीन वाणिज्य दूतावास के पूर्व कर्मचारी रॉबर्ट शोनोव के संपर्क में थे, जिस पर अमेरिकी राजनयिकों के लिए यूक्रेन में रूस की सैन्य कार्रवाई और उससे जुड़े अन्य मुद्दों की जानकारी जुटाने का आरोप है।
रूस की संघीय सुरक्षा एजेंसी एफएसबी ने अगस्त में शोनोव की गिरफ्तारी की पुष्टि की थी। एफएसबी ने कहा था कि शोनोव पर ‘विशेष सैन्य अभियान, रूसी क्षेत्रों में लामबंदी प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी इकट्ठा की थी।
हमास के 20 मिनट में 5000 रॉकेट हमले से तिलमिलाया इस्राइल
8 Oct, 2023 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
तेल अवीव । इजराइल पर फिलिस्तीनी संगठन हमास के हमलों के बाद प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जंग का ऐलान कर दिया है। कैबिनेट के साथ इमरजेंसी मीटिंग के बाद उन्होंने कहा- इजराइल के नागरिकों, ये जंग है और हम इसे जरूर जीतेंगे। दुश्मनों को इसकी कीमत चुकानी होगी। इसके बाद इजराइली सेना ने हमास के ठिकानों पर फाइटर जेट्स से हमले किए हैं। इजराइल के कई शहरों पर हमलों की जिम्मेदारी आतंकी संगठन हमास ने ली है। हमास के सैन्य कमांडर मुहम्मद अल-दीफ ने शनिवार को एक रिकॉर्ड संदेश में इजराइल के खिलाफ एक विद्रोह का आह्वान किया। इस जंग में 200 से अधिक लोगों की मौत हो गई है।
हमास के हमलों के जवाब में इजराइल ने गाजा पट्टी में उनके 17 मिलिट्री कंपाउंड और 4 मिलिट्री हेडक्वार्टर्स पर हमले का दावा किया है। इसमें अब तक 160 फिलिस्तीनियों की मौत हुई है, जबकि 1 हजार से ज्यादा लोग घायल हैं। अलजजीरा के मुताबिक 1000 से ज्यादा फिलिस्तीनी इजराइल में घुस गए हैं। 1948 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है। वहीं, सुबह हमास की तरफ से दागे गए 5 हजार रॉकेट से अब तक 40 इजराइलियों की मौत हुई है और 750 घायल हैं। गाजा स्ट्रिप से हमले के बाद इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जंग का ऐलान किया था। कैबिनेट के साथ इमरजेंसी मीटिंग के बाद उन्होंने कहा था- ये जंग है और हम इसे जरूर जीतेंगे। दुश्मनों को इसकी कीमत चुकानी होगी। दूसरी तरफ इजराइल में बिगड़ते हालातों के बीच इंडियन एम्बेसी ने वहां मौजूद अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है। उन्हें सतर्क और सुरक्षित रहने को कहा गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि मुश्किल घड़ी में भारत इजराइल के लोगों के साथ है।
इजरायली वायुसेना के मुताबिक, इजरायली वायुसेना के दर्जनों लड़ाकू विमान अब गाजा पट्टी में कई स्थानों पर आतंकवादी संगठन हमास के ठिकानों पर हमला कर रहे हैं। इससे पहले शनिवार को हमास के आतंकियों ने इजरायल के कई शहरों पर रॉकेट से हमला किया है। इन आतंकी हमलों की बीच भारत ने भी इजराइल में भारतीय नागरिकों के लिए एडवायजरी जारी की है और सुरक्षित स्थान पर रहने के लिए कहा है। इजराइल में आतंकी हमलों को देखते हुए हवाई उड़ानों को अस्थायी तौर पर रोक लगा दी है। इजराइल के हवाई अड्डा प्राधिकरण ने जानकारी दी है कि दक्षिणी और मध्य इजराइल में कई हवाई अड्डे अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए हैं। वहीं तेल अवीव में बेन गुरियन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा का संचालन जारी रहेगा। दक्षिण इजरायली शहर अश्क लोन में कई इमारतों के पास आग लग गई है और घटनास्थल से काले धुएं का गुबार उठ रहा है। यहां सडक़ों पर गोलियों की आवाजें सुनाई दे रही है।
इजराइल ने इस आतंकी हमले को युद्ध की घोषणा बताया है। गाजा पट्टी से भारी मात्रा में रॉकेटों की बौछार के बीच इजरायल ने शनिवार सुबह युद्ध के लिए तत्परता की स्थिति की घोषणा कर दी है। इजराइल रक्षा बल (आईडीएफ) ने कहा कि चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल हर्जी हलेवी स्थिति का मूल्यांकन कर रहे हैं और कार्य योजनाओं को मंजूरी दे रहे हैं। इजरायली सेना ने कहा है कि हमास आतंकवादी समूह को बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। वहीं भारत में इजराइल के राजदूत नाओर गिलोन ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि यहूदी छुट्टियों के दौरान इजराइल पर गाजा से रॉकेट और हमास आतंकवादियों की जमीनी घुसपैठ दोनों से संयुक्त हमला हो रहा है। स्थिति आसान नहीं है, लेकिन इजराइल जीतेगा। इस दौरान इजरायल ने लोगों को घरों में रहने की अपील की है।
ऑपरेशन आयरन स्वोड्र्स की घोषणा करते हुए इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि ये कोई मामूली ऑपरेशन नहीं है। हमास ने हमारे ऊपर हमला किया है और मैंने आदेश दिया है कि आतंकियों का सफाया किया जाए। हम आतंकियों और दुश्मनों को ऐसा सबक सिखाएंगे जिसकी उम्मीद उन्होंने कभी नहीं की होगी। शनिवार तडक़े हमास आतंकी की ओर से रॉकेट हमले के बाद तेल-अवीव स्थित इजरायली सैन्य मुख्यालय में एक सुरक्षा कैबिनेट की बैठक की गई। बैठक के बाद इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा है कि हमास ने इजरायल पर हमला कर एक बड़ी गलती की है। उन्होंने कहा कि युद्ध की शुरुआत फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास ने की है लेकिन इसे इजरायल जीतेगा।
इजरायल पर हमले के बाद फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के नेता मोहम्मद डेफ ने बयान जारी करते हुए कहा है कि हमास ने इजरायल के खिलाफ एक नया सैन्य अभियान शुरू किया है। इस ऑपरेशन का नाम ऑपरेशन अल अक्सा स्टॉर्म रखा गया है। डेफ ने अपने बयान में कहा है, हमने यह फैसला किया है कि अब बहुत हो गया। हम सभी फिलिस्तीनियों से इजरायल का सामना करने का आग्रह करते हैं।फिलिस्तानी हमले के बाद भारत में इजरायल के अंबेसडर नोर गिलोन ने ट्वीट करते हुए कहा है कि फिलिस्तीनी आतंकियों ने दोतरफा हमला किया है। जमीन और आसमान दोनों तरफ से अटैक हुआ है। उन्होंने कहा, यहूदी अवकाश के दौरान इजरायल पर गाजा से संयुक्त हमला हो रहा है। हमास आतंकवादियों की तरफ से रॉकेट और जमीनी घुसपैठ की गई है। स्थिति सामान्य नहीं है, लेकिन इजरायल जीत हासिल करेगा।
गाजा पट्टी एक छोटे सा फिलिस्तीनी क्षेत्र है, यह मिस्र और इसरायल के मध्य भूमध्यसागरीय तट पर स्थित है। फिलिस्तीन अरबी और बहुसंख्य मुस्लिम बहुल इलाका है। इस पर हमास द्वारा शासन किया जाता है जो इजरायल विरोधी आतंकवादी समूह है। वो यूं क्योंकि फिलिस्तीन और कई अन्य मुस्लिम देश इजरायल को यहूदी राज्य के रूप में मानने से इनकार करते हैं। 1947 के बाद जब यूएन ने फिलिस्तीन को एक यहूदी और एक अरब राज्य में बांट दिया था जिसके बाद से फिलिस्तीन और इजरायल के बीच संर्घष जारी है जिसमें एक अहम मुद्दा जुइस राज्य के रूप में स्वीकार करना है तो दूसरा गाजा पट्टी है जो इजराइल की स्थापना के समय से ही इजरायल और दूसरे अरब देशों के बीच संघर्ष का कारण साबित हुआ है।