विदेश
हिंदू छात्र का कलावा काटने पर दक्षिण अफ्रीका में विवाद, हिंदू समुदाय का विरोध
4 Feb, 2025 12:33 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जोहानिसबर्ग। दक्षिण अफ्रीका में एक शिक्षक पर आरोप लगा है कि उसने अपने हिंदू छात्र की कलाई पर बंधा कलावा कटवा दिया। इसके विरोध में देश में रहे वाले हिंदू समुदाय के लोगों ने कार्रवाई की मांग की है और इसे शिक्षक का असंवेदनशील और गैरजिम्मेदाराना कदम बताया है।
हिंदू महासभा ने की कार्रवाई की मांग
घटना पिछले हफ्ते क्वाजुलू-नाताल प्रांत के ड्रैकेंसबर्ग के सेकेंड्री स्कूल में हुई थी। दक्षिण अफ्रीका हिंदू महासभा (SAHMS) ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए कार्रवाई की मांग की है। स्कूल प्रशासन ने घटना की जांच का आश्वासन देते हुए कहा है कि अगर ऐसी घटना हुई है तो धार्मिक सहिष्णुता की भावना का सम्मान करते हुए शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई होगी।
उत्पीड़न के डर से सामने नहीं आ रहा छात्र
संगठन ने कहा कि वह स्कूल में धार्मिक असहिष्णुता की कथित घटना की जांच कर रहा है, लेकिन जांच में बाधा आ रही है क्योंकि पीड़ित आगे उत्पीड़न के डर से सामने आने से इनकार कर रहा है।
SAHSM के अध्यक्ष अश्विन त्रिकमजी ने कहा कि स्कूल के प्रिंसिपल और शासी निकाय के अध्यक्ष ने उन्हें टेलीफोन पर चर्चा के दौरान बताया कि वे हिंदू हैं।
उन्होंने राष्ट्रीय भारतीय रेडियो स्टेशन लोटस एफएम के साथ एक साक्षात्कार में कहा, "वे अपने स्कूल में किसी भी धार्मिक भेदभाव की अनुमति नहीं देते, दोनों ने घोषणा की कि उनके हाथों में अंगूठियां और धागे हैं, लेकिन हमें अभी तक आधिकारिक तौर पर लिखित में कुछ भी नहीं मिला है।"
पहले भी हो चुका ऐसा मामला
त्रिकमजी ने एक पुराने उदाहरण को याद किया जब दक्षिण अफ्रीका के सर्वोच्च न्यायिक प्राधिकरण के संवैधानिक न्यायालय ने एक हिंदू छात्रा के पक्ष में फैसला सुनाया था, जिसे उसके स्कूल द्वारा नथ पहनने से रोक दिया गया था। अदालत ने कहा था कि किसी को भी उसकी सांस्कृतिक या धार्मिक प्रथाओं का पालन करने से वंचित नहीं किया जा सकता है।
सूत्रों के अनुसार, इस घटना ने क्षेत्र में अंतर-धार्मिक संघर्ष को भी जन्म दिया है। संविधान में धार्मिक अधिकारों और स्वतंत्रता के दक्षिण अफ्रीकी चार्टर में धर्म सहित विभिन्न आधारों पर अनुचित भेदभाव को प्रतिबंधित किया गया है। सरकार ने भेदभावपूर्ण व्यवहार से संबंधित किसी भी शिकायत पर कार्रवाई करने के लिए वैधानिक मानवाधिकार आयोग और सांस्कृतिक, धार्मिक और भाषाई (सीआरएल) अधिकार आयोग की स्थापना की है।
U-Turn पर ट्रंप का नया कदम, कनाडा से टैरिफ को लेकर मिल सकती है राहत
4 Feb, 2025 12:23 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कनाडा के कार्यवाहक प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ फोन पर बातचीत हुई। ट्रंप के टैरिफ वॉर की घोषणा के बाद दोनों नेताओं में यह पहली बातचीत थी।
ट्रंप लगातार यूटर्न लेते दिख रहे हैं। दरअसल, शपथ लेने के बाद से अमेरिकी राट्रपति दूसरे देशों पर टैरिफ की बरसात कर रहे थे। लेकिन बीते दिन उन्होंने मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शीनबाम से फोन पर बात कर टैरिफ को टालने पर सहमति जताई
ट्रूडो से की फोन पर बात
डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा के कार्यवाहक प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से फोन पर बात की। ट्रूडो ने कहा कि ट्रंप के साथ बातचीत अच्छी रही और उन्होंने निर्यात पर लगाए गए 25% टैरिफ को "कम से कम 30 दिनों" के लिए रोकने पर सहमति जताई है।
अवैध प्रवासी मुद्दे पर भी हुई बातचीत
दोनों नेताओं ने अवैध प्रवासी और फेंटेनाइल पर चिंताओं को दूर करने के लिए काम करने पर सहमति व्यक्त की है। कनाडा ने भी अमेरिकी आयात पर जवाबी 25% टैरिफ की घोषणा की थी, जिसे मंगलवार को लगाया जाना था। ओटावा के टैरिफ बीयर, वाइन, घरेलू उपकरणों और खेल के सामान जैसी वस्तुओं पर लगाए जाने थे।
कई मोर्चों पर अमेरिका के साथ काम करेगा कनाडा
ट्रूडो ने कहा कि कनाडा नए हेलिकॉप्टरों, तकनीक और कर्मियों के साथ सीमा को सुदृढ़ करने के लिए 1.3 बिलियन डॉलर की योजना को लागू करेगा, ताकि अमेरिकी भागीदारों के साथ समन्वय बढ़ाया जा सके और फेंटेनाइल के प्रवाह को रोकने के लिए संसाधन बढ़ाए जा सकें।
ट्रूडो ने एक्स पर कहा कि सीमा की सुरक्षा के लिए लगभग 10,000 फ्रंटलाइन कर्मी काम कर रहे हैं और करेंगे।इसके अलावा, कनाडा फेंटेनाइल जार नियुक्त करने के लिए नई प्रतिबद्धताएं बना रहा है, हम कार्टेल को आतंकवादियों के रूप में सूचीबद्ध करेंगे, सीमा पर 24/7 नजर रखेंगे, संगठित अपराध, फेंटेनाइल और मनी लॉन्ड्रिंग से निपटने के लिए कनाडा-यू.एस. संयुक्त स्ट्राइक फोर्स लॉन्च करेंगे।
ट्रंप ने एलन मस्क को दी नई सरकारी जिम्मेदारी, दुनिया के सबसे अमीर शख्स को मिली यह नौकरी
4 Feb, 2025 12:16 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन। दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क को सरकारी नौकरी मिल गई है। ट्रंप प्रशासन ने एलन मस्क को अब विशेष सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया है। सोमवार को व्हाइट हाउस ने कहा कि एलन मस्क को अब विशेष सरकारी कर्मचारी माना जाएगा। यह दर्जा दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क को अमेरिकी सरकार के लिए काम करने की अनुमति देता है।
मस्क को नहीं मिल रहा वेतन
डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद एलन मस्क को सरकारी दक्षता विभाग का जिम्मा सौंपा है। सरकारी खर्च में कमी, नौकरी में कटौती की जिम्मेदारी इसी विभाग के पास है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा कि मस्क को विशेष सरकारी कर्मचारी के रूप में वर्गीकृत किया गया है। व्हाइट हाउस के एक दूसरे वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मस्क को सरकारी वेतन नहीं मिल रहा है। मगर वह कानून का पालन कर रहे हैं।
कितनी दिन की नियुक्ति... अभी स्पष्ट नहीं
एलन मस्क मौजूदा समय में इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला और एयरोस्पेस कंपनी स्पेसएक्स के मालिक हैं। इसके अलावा ट्रंप प्रशासन में सरकारी दक्षता विभाग के प्रमुख हैं। अमेरिका में विशेष सरकारी कर्मचारियों को 130 दिनों से अधिक नियुक्त नहीं किया जाता है। मगर मस्क के मामले में डोनाल्ड ट्रंप ने यह नहीं बताया है कि यह नियुक्ति कितने दिन की होगी।
यूएसएड को बंद करने पर विचार
एलन मस्क ने अमेरिका में सरकारी नौकरियों में कटौती करना शुरू कर दिया है। वहीं खर्च को काम करने के लिए यूएसएड बंद करने पर विचार चल रहा है। इस बीच रॉयटर्स ने शुक्रवार को बताया कि एलन मस्क के सहयोगियों ने कैरियर सिविल सेवकों को कंप्यूटर सिस्टम से हटा दिया है। इन सिस्टम्स में लाखों संघीय कर्मचारियों का व्यक्तिगत डेटा मौजूद है।
डेमोक्रेट्स ने की मस्क की आलोचना
मस्क ने यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट को भी बंद करने की मांग की है। उन्होंने एजेंसी को एक वामपंथी संगठन बताया है। उधर, डेमोक्रेटिक सांसदों ने इस बात की निंदा की है कि एक गैर-निर्वाचित अरबपति संघीय सरकार में बहुत अधिक शक्ति जमा कर रहा है। इस बीच ट्रंप ने एलन मस्क का बचाव किया। उन्होंने कहा कि एलन हमारी मंजूरी के बिना कुछ भी नहीं कर सकते और न ही करेंगे। जहां उचित होगा, हम उन्हें मंजूरी देंगे। जहां उचित नहीं होगा, हम नहीं देंगे। वह हमें रिपोर्ट करते हैं।
ट्रंप की धमकी से पनामा सेहमा, चीन की BRI परियोजना को आगे न बढ़ाने का किया ऐलान
3 Feb, 2025 05:23 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पनामा: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पनामा नहर पर कब्ज़ा करने की बार-बार की धमकियों के बाद पनामा ने बड़ा कदम उठाते हुए चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) से हटने का फैसला किया है। मुलिनो ने कहा कि उनका देश चीन के BRI प्रोजेक्ट के साथ अपने समझौते को समाप्त होने पर नवीनीकृत नहीं करेगा। इस तरह पनामा चीन के बेल्ट एंड रोड से पहले ही हटने वाला पहला लैटिन अमेरिकी देश बन गया है। राष्ट्रपति मुलिनो ने रविवार को अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से मुलाकात के बाद यह घोषणा की।
पनामा के राष्ट्रपति ने यह भी कहा है कि उनका देश इस बात की जांच करेगा कि क्या वह पहले चीन के साथ BRI समझौते को समाप्त कर सकता है। चीन अपनी BRI परियोजना के तहत बुनियादी ढांचे और विकास परियोजनाओं को बढ़ावा देता है और उन्हें वित्तपोषित करता है। हालांकि, आलोचकों का कहना है कि इससे गरीब सदस्य देश चीन के भारी कर्ज में डूब जाते हैं। भारत का पड़ोसी श्रीलंका इसका एक उदाहरण है।
पनामा 2017 में BRI में शामिल हुआ
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, मुलिनो ने कहा कि पिछले प्रशासन के दौरान चीन और पनामा के बीच हस्ताक्षरित एक व्यापक समझौते का नवीनीकरण नहीं किया जाएगा। मुलिनो ने कहा कि अगले एक से दो साल में समझौते का नवीनीकरण किया जाएगा और उनकी सरकार इसे पहले ही समाप्त करने की संभावना का मूल्यांकन करेगी। उन्होंने कहा, हम इसे जल्दी समाप्त करने की संभावना का अध्ययन करेंगे। पनामा की पिछली सरकार ने 2017 में चीन की पहल में शामिल होने का फैसला किया था।
अमेरिका ने पनामा नहर को धमकाया
इस बीच, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने रविवार को पनामा के राष्ट्रपति जोस राउल मुलिनो से कहा कि मध्य अमेरिकी सहयोगी को पनामा नहर क्षेत्र पर चीन के प्रभाव को तुरंत कम करना चाहिए, अन्यथा अमेरिकी प्रशासन कार्रवाई कर सकता है। मुलिनो ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि रुबियो ने 'नहर पर फिर से कब्जा करने या बल प्रयोग करने की कोई वास्तविक धमकी नहीं दी।'
डोनाल्ड ट्रंप ने कब्जे की मांग की है
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मांग की है कि नहर का नियंत्रण अमेरिका को वापस सौंप दिया जाना चाहिए। रुबियो ने ट्रंप की ओर से मुलिनो को बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने प्रारंभिक रूप से यह निर्धारित किया है कि नहर क्षेत्र में चीन की उपस्थिति उस संधि का उल्लंघन करती है जिसके तहत अमेरिका ने 1999 में जलमार्ग पनामा को सौंप दिया था। उस संधि में अमेरिका द्वारा निर्मित नहर में स्थायी तटस्थता की बात कही गई है। रुबियो ने रविवार को बाद में नहर का दौरा किया। बैठक के बारे में जानकारी देते हुए अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा, 'सचिव रुबियो ने स्पष्ट किया कि यह यथास्थिति अस्वीकार्य है और तत्काल बदलाव के अभाव में अमेरिका को संधि के तहत अपने अधिकारों की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने होंगे।' इस बीच, मुलिनो ने रुबियो के साथ अपनी बातचीत को 'सम्मानजनक' और 'सकारात्मक' बताया और कहा कि उन्हें 'ऐसा नहीं लगता कि संधि को कोई वास्तविक खतरा है।' उन्होंने स्वीकार किया कि नहर के अंत में स्थित बंदरगाहों में चीन की भूमिका ने वाशिंगटन के लिए चिंताएं बढ़ा दी हैं
US Plane Crash: शवों की संख्या बढ़ी, राहत और बचाव कार्य में जुटे अधिकारी
3 Feb, 2025 05:16 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अमेरिका में घातक विमान हादसा हुआ था जिसमें 67 लोगों की मौत हो गई थी। हादसे के बाद अब तक 55 मृतकों के शवों को बरामद कर लिया गया है। अधिकारियों ने इस बारे में जानकारी दी है। रीगन राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास पोटोमैक नदी के ऊपर बीते सप्ताह बुधवार को यह हादसा हुआ था। यह प्लेन हादसा अमेरिका में 2001 के बाद हुए अब तक के सबसे घातक हवाई हादसों में से एक है।
गोताखोर कर रहे हैं तलाश
वाशिंगटन डीसी के अग्निशमन एवं आपातकालीन चिकित्सा सेवा (ईएमएस) प्रमुख जॉन डोनेली ने कहा है कि गोताखोर अब भी इस दुर्घटना में मारे गए 12 लोगों के शवों की तलाश कर रहे हैं। बचाव कर्मी सोमवार सुबह तक पोटोमैक नदी से मलबा उठाने की तैयारी में हैं। विमान के कुछ बचे हिस्से को ट्रक में भरकर जांच के लिए ‘हैंगर’ (विमानों को रखने की जगह) ले जाया जाएगा।
लोगों ने दी श्रद्धांजलि
इस बीच पीड़ितों के परिजन भी रीगन राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास पोटोमैक नदी के किनारे घटनास्थल पर पहुंचे थे और अपने प्रियजनों को श्रद्धांजलि दी। कई लोग बसों के जरिए उस स्थान पर पहुंचे जहां अमेरिकन एयरलाइंस के विमान और सेना के ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर की टक्कर हुई थी। इस दौरान पुलिस भी लोगों के साथ रही।
हादसे को लेकर उठ रहे सवाल
अधिकारी दुर्घटना के कारणों की जांच कर रहे हैं, जबकि बचाव दल मलबा निकालने में जुटा है। घटना को लेकर परिवहन सचिव सीन डफी ने कई सवाल उठाए। उन्होंने ‘सीएनएन’ पर एक कार्यक्रम के दौरान पूछा, ‘‘टावर के अंदर क्या हो रहा था? क्या वहां कर्मचारियों का अभाव था? क्या ब्लैक हॉक के पायलट ने ‘नाइट विजन गॉगल्स’ पहने हुए थे?’’ (एपी)
मोहम्मद यूनुस का बयान: "हिंदू समुदाय के त्योहारों में शामिल होने की आवश्यकता
3 Feb, 2025 05:10 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ढाका: बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने हिंदू समुदाय को सरस्वती पूजा की शुभकामनाएं दी हैं। यूनुस ने कहा कि उनका देश हर धर्म एवं जाति के लोगों के लिए सुरक्षित स्थान है। बसंत पंचमी के अवसर पर बांग्लादेश में हिंदुओं ने सोमवार को पूरे उत्साह के साथ सरस्वती पूजा की। यूनुस ने कहा कि बांग्लादेश सांप्रदायिक सद्भाव का वास है। उन्होंने कहा, ‘‘हजारों साल से सभी जातियों, रंगों और धर्मों के लोग इस देश में एक साथ रह रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह देश हम सबका है और हर धर्म एवं जाति के लोगों के लिए सुरक्षित स्थान है।’’
मोहम्मद यूनुस ने क्या कहा?
मोहम्मद यूनुस ने कहा कि अंतरिम सरकार ‘‘जाति, धर्म और जाति से परे सभी के भाग्य को बेहतर बनाने और उनके समान अधिकार सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास कर रही है।’’ उन्होंने कहा कि देवी सरस्वती सत्य, न्याय और ज्ञान के प्रकाश की प्रतीक हैं। यूनुस ने कहा, ‘‘वह ज्ञान, वाणी और माधुर्य की सर्वशक्तिमान देवी हैं।’’
शेख हसीना को छोड़ना पड़ा देश
यूनुस ने देश के अंतरिम नेता के रूप में उस समय कार्यभार संभाला था, जब पिछले साल छात्रों के नेतृत्व में हुए विद्रोह के कारण पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को पांच अगस्त को देश छोड़कर भारत जाना पड़ा था। इसी के साथ देश में हसीना का 15 साल का शासन समाप्त हो गया था।
3 दिन में 200 से ज्यादा भूकंप के झटके, ग्रीस में बड़ी तबाही का खतरा
3 Feb, 2025 05:08 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
एथेंस: ग्रीस के खूबसूरत द्वीप सेंटोरिनी में लगातार भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं। भूकंप के झटकों से स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है। ग्रीस के इस पर्यटक पसंदीदा इलाके में शुक्रवार से रविवार तक 200 से ज्यादा भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं। सबसे तेज भूकंप की तीव्रता 4.6 मापी गई। हालात को देखते हुए अधिकारियों ने स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है।
एडवाइजरी जारी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्थानीय प्रशासन ने आम जनता के लिए भी एडवाइजरी जारी की है। प्रशासन ने लोगों से घरों के अंदर इकट्ठा होने से बचने और राजधानी के पुराने बंदरगाह समेत कई बंदरगाहों से दूर रहने की अपील की है। सेंटोरिनी कई फॉल्ट लाइनों पर स्थित है और यह पहली बार नहीं है, इससे पहले भी सेंटोरिनी द्वीप पर भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं।
हर साल आते हैं 34 लाख से ज्यादा पर्यटक
लगातार भूकंपीय गतिविधियों के बावजूद इस द्वीप पर पर्यटकों की संख्या पर कोई असर नहीं पड़ा है। द्वीप पर 20 हजार से ज्यादा लोग रहते हैं। वहीं, हर साल यहां 34 लाख से ज्यादा पर्यटक आते हैं। इसे छुट्टियों के लिए सबसे बेहतरीन जगह माना जाता है। सेंटोरिनी हेलेनिक ज्वालामुखी आर्क का हिस्सा है, जो यूरोप के सबसे सक्रिय ज्वालामुखी क्षेत्रों में से एक है।
1956 में भूकंप से भारी नुकसान हुआ था
अधिकारियों ने बताया कि हाल ही में महसूस किए गए 200 से ज़्यादा भूकंप टेक्टोनिक गतिविधियों के कारण थे। इससे पहले सेंटोरिनी द्वीप पर सबसे तेज़ भूकंप के झटके साल 1956 में महसूस किए गए थे। इन झटकों में 53 लोगों की मौत हो गई थी और 100 से ज़्यादा लोग घायल हुए थे। तब द्वीप पर एक तिहाई घर ढह गए थे और लोगों को भारी नुकसान हुआ था। पिछले 400,000 सालों में यहाँ 100 से ज़्यादा ज्वालामुखी विस्फोट हो चुके हैं।
सीरिया के मनबीज में बम धमाका, सुरक्षा बलों ने क्षेत्र को घेर लिया
3 Feb, 2025 05:02 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Syria Bomb Blast: उत्तरी सीरिया के मनबीज शहर के बाहरी इलाके में भीषण बम धमाका हुआ है। धमाका कृषि श्रमिकों को ले जा रहे एक वाहन के पास हुआ है। धमाका एक कार में हुआ है जिसमें कम से कम 15 लोग मारे गए हैं और दर्जनों घायल हुए हैं। स्थानीय नागरिक सुरक्षा और युद्ध निगरानी संस्था इस बारे में जानकारी दी है। बशर असद के दिसंबर में अपदस्थ होने के बाद पूर्वोत्तर अलेप्पो प्रांत के मनबीज में हिंसा की घटनाएं होती रही हैं। ‘सीरियन नेशनल आर्मी’ के नाम से जाने जाने वाले तुर्किये समर्थित गुटों का अमेरिका समर्थित कुर्द नेतृत्व वाली ‘सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेस’ के साथ टकराव जारी है।
सीरिया में किस तरह के हैं हालात?
सीरिया में किस तरह का माहौल है इससे पूरी दुनिया वाकिफ है। आतंकवाद की वजह हालात बदतर हो गए हैं। आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट का प्रभाव पहले से कम हुआ है, लेकिन फिर भी आतंकी गतिविधियों का अंत नहीं हुआ है। सीरिया में अक्सर ही आतंकी हमलों के मामले देखने को मिलते रहते हैं।
दक्षिणी प्रांत दारा में हुआ था बम धमाका
बीते साल नवंबर के महीने में सीरिया के दक्षिणी प्रांत दारा के महजा कस्बे में बम धमाका हुआ था। यह धमाका सड़क के किनारे हुआ था। इस बम धमाके में तीन लोगों की मौत हो गई थी। दारा से पहले उत्तरी सीरियाई शहर के अजाज प्रांत में बम विस्फोट हुआ था। बाजार में हुए इस बम धमाके में आठ लोगों की मौत हो गई थी और 20 से अधिक घायल हो गए थे
ट्रंप का बड़ा फैसला: कनाडा और मेक्सिको पर 25% टैरिफ, चीन पर 10% शुल्क
3 Feb, 2025 01:07 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा और मैक्सिको से आने वाले समान पर टैरिफ और चीनी प्रोडक्ट्स पर अतिरिक्त शुल्क लगाने का फैसला किया है. ट्रंप के इस ऐलान का कई देशों में विरोध किया जा रहा है और कनाडा, मेक्सिको से लेकर चीन तक ने अमेरिका को करारा जवाब देने की कसम खाई है. ट्रंप ने टैरिफ लगाते हुए पहले ही अमेरिकियों को आगाह किया कि उनके इस फैसले से कुछ दर्द अमेरिका के लोगों को भी हो सकता है. साथ ही दावा किया कि अमेरिका के साथ ट्रेड सरप्लस के बिना कनाडा का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा. ट्रंप का कहना है कि वह उन देशों पर ये कार्रवाई कर रहे हैं, जो अमेरिका आने वाले अवैध प्रवासियों पर लगाम नहीं लगा रहे हैं. ट्रंप के मुताबिक अमेरिका में कनाडा, मेक्सिको और कोलंबिया से अवैध प्रवासी आते हैं. ट्रंप ने शनिवार को तीन अलग-अलग आदेशों को पास करते हुए ये टैरिफ लगाए हैं, जिनकी वेश्विक स्तर पर आलोचना हो रही है.
क्या है ट्रंप के फैसले?
फैसले के तहत चीन से सभी आयातों पर 10% और मेक्सिको-कनाडा से आने वाले सामानों पर 25% टैरिफ लगाया जाएगा. इसमें कनाडा के ऊर्जा उत्पाद को कुछ छूट दी गई हैं. जिनमें तेल, प्राकृतिक गैस और बिजली शामिल हैं, जिन पर 10% टैरिफ लगाया जाएगा. हालांकि व्हाइट हाउस के अधिकारियों के मुताबिक टैरिफ में कोई अपवाद नहीं है और यह 800 डॉलर से कम मूल्य के कनाडाई आयातों पर भी लागू होगा, जो हाल में टैक्स फ्री हैं.
कनाडा और मेक्सिको ने दिया जवाब
कनाडा के निवर्तमान प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने ऐलान किया कि ओटावा भी इसी तरह जवाब देगा और 155 बिलियन डॉलर तक के अमेरिकी आयातों पर 25% टैरिफ लगाएगा. ट्रूडो ने कहा कि इन टैरिफ में अमेरिकी बीयर, वाइन और बॉर्बन के साथ-साथ फल और फलों के जूस भी शामिल होंगे, जिसमें ट्रंप के गृह राज्य फ्लोरिडा का संतरे का जूस भी शामिल है. कनाडा कपड़ों, खेल के प्रोडक्ट और घरेलू उपकरणों सहित अन्य समान को भी लक्षित करेगा. अमेरिकी सरकार के मुताबिक 2022 में कनाडा देश के सामानों का सबसे बड़ा खरीदार था, जिसकी खरीद 356.5 बिलियन डॉलर है. अनुमान है कि 2023 में हर दिन 2.7 बिलियन डॉलर का सामान और सर्विस अमेरिका-कनाडा के बीच हुआ है.
मेक्सिको अपने व्यापार साझीदार से टकराव नहीं चाहता: शिनबाम
मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने शनिवार को मेक्सिको से आने वाले सभी सामानों पर टैरिफ लगाने के जवाब में जवाबी टैरिफ लगाने का आदेश दिया. एक्स पर एक लंबी पोस्ट में, शिनबाम ने कहा कि उनकी सरकार अपने शीर्ष व्यापार साझेदार के साथ टकराव के बजाय बातचीत चाहती थी, लेकिन मेक्सिको को उसी तरह जवाब देने के लिए मजबूर होना पड़ा है.
टैरिफ मुद्दा WTO में उठाएगा चीन
चीन ने टैरिफ और ट्रंप की मांग की निंदा की है और अमेरिका से इस मुद्दे पर बातचीत के जरिए तनाव कम करने का आग्रह किया है. साथ ही इस मुद्दे को WTO में उठाने की बात कही है. चीन की फाइनेंस मिनिस्ट्री ने एक बयान में कहा कि ट्रंप का कदम अंतर्राष्ट्रीय व्यापार नियमों का गंभीर उल्लंघन करता है और उसने अमेरिका से स्पष्ट बातचीत करने और सहयोग को मजबूत करने का आग्रह किया है.
एलन मस्क ने USAID को 'आपराधिक संगठन' दिया करार, खत्म करने की कही बात
3 Feb, 2025 12:55 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Elon Musk: एलन मस्क ने United States Agency for International Development (USAID) के कर्मचारियों से जुड़ी एक खबर को रि-ट्वीट करते हुए कहा कि USAID एक आपराधिक संगठन है, जिसे खत्म हो जाना चाहिए है. दरअसल USAID के अधिकारियों ने ट्रंप प्रशासन में सरकारी कार्यदक्षता विभाग (DOGE) को किसी भी तरह की संवेदनशील सूचना देने से इंकार कर दिया था. जिसके बाद USAID के दो अधिकारियों को छुट्टी पर भेज दिया गया है. DOGE की कमान एलन मस्क के पास है और वह बड़ी लगन से अमेरिका के सरकारी खर्चों को कम करने में लगे हैं. USAID के दो अधिकारियों की छुट्टी की ही खबर को मस्क ने शेयर कर लिखा कि ये एक आपराधिक संगठन है, जिसे खत्म हो जाना चाहिए है.
क्या करता है USAID?
USAID संगठन संघर्षों से प्रभावित अन्य देशों को मानवीय सहायता प्रदान करता है और विकासशील देशों को विभिन्न तरीकों से मदद देता है. इस एजेंसी का बजट 50 बिलियन डॉलर से अधिक है और इसका गठन 1961 में हुआ था. इसके बंद होने से विदेशों को मिलने वाली मदद पर भारी असर पड़ सकता है. पहले ही ट्रंप WHO से हट चुके हैं और कई देशों को दी जाने वाली मदद में कटौती करने का ऐलान किया है.
ट्रंप के निशाने पर USAID
ट्रंप प्रशासन अपने व्यापक बदलावों के बाद USAID को निशाना बना रहा है. पिछले हफ्ते तीन पन्नों के पत्र में यह खुलासा किया गया कि राष्ट्रपति ट्रंप इस संगठन को विदेश विभाग के अधीन एक शाखा में विलय करने पर विचार कर रहे हैं. हाल के दिनों में कई संघीय वेबसाइटें बंद हो गई हैं , जिनमें USAID की वेबसाइट भी शामिल है.
जस्टिन ट्रूडो की ट्रंप को धमकी, टैरिफ लगाकर दिखाए हम भी प्रतिक्रिया के लिए तैयार
2 Feb, 2025 01:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
टोरंटो। कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि अगर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की धमकी के मुताबिक 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने का फैसला होता है, तब उनके देश की प्रतिक्रिया जबरदस्त लेकिन उचित होगी।
पीएम ट्रूडो ने पोस्ट किया कि कोई भी सीमा के दोनों ओर कनाडाई वस्तुओं पर अमेरिकी टैरिफ देखना नहीं चाहता है। मैं आज हमारी कनाडा-यू.एस.परिषद से मिला। हम इन टैरिफों को रोकने के लिए काम कर रहे हैं, लेकिन अगर अमेरिका आगे बढ़ता है, तब कनाडा भी एक सशक्त और तत्काल प्रतिक्रिया के साथ तैयार है। ट्रंप ने कनाडा और मैक्सिको पर टैरिफ लगाने की धमकी दी है।
ट्रूडो ने कनाडा-अमेरिका संबंधों पर अपनी सलाहकार परिषद के साथ बैठक से पहले कहा कि अगर राष्ट्रपति कनाडा के खिलाफ कोई टैरिफ लागू करने का विकल्प चुनते हैं, तब हम एक उद्देश्यपूर्ण, सशक्त लेकिन उचित, तत्काल प्रतिक्रिया के साथ तैयार हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा कि टैरिफ आ रहे थे और उन्हें अभी तक यह तय नहीं करना है कि कनाडाई तेल उन टैरिफ के दायरे में आएगा या नहीं। ट्रूडो ने उल्लेख किया कि कनाडा के साथ-साथ टैरिफ अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए घातक होगा और दो देशों की सामूहिक सुरक्षा को कमजोर करेगा।
पीएम ट्रूडो ने कहा कि कनाडा अपना पक्ष रखता रहेगा कि कनाडा के साथ व्यापार अमेरिका की दीर्घकालिक समृद्धि और सुरक्षा के लिए अच्छा है, उन्होंने कनाडा के इस्पात और एल्यूमीनियम, महत्वपूर्ण खनिजों और स्वच्छ ऊर्जा के साथ-साथ इसके स्थिर लोकतांत्रिक संस्थानों को भी साझा किया। अगर कनाडा के खिलाफ टैरिफ लागू होता है, तब हम जबाव देने को तैयार है। व्हाइट हाउस ने कहा कि कनाडा और मैक्सिको से आयात पर 25 प्रतिशत तथा चीन से आयात होने वाले सामानों पर 10 प्रतिशत का शुल्क (टैरिफ) शनिवार से लागू होगा। हालांकि, व्हाइट हाउस ने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी कि क्या इन उपायों में कोई छूट होगी क्योंकि इन टैरिफ के परिणामस्वरूप अमेरिकी उपभोक्ताओं के लिए सामान काफी महंगे हो सकते हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल में इन टैरिफ की घोषणा की थी।
6.6 करोड़ साल पुराना डायनासोर काल का जीवाश्म मिला
2 Feb, 2025 01:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कोपनहेगन । 6.6 करोड़ साल पुराना डायनासोर के जमाने का एक अनोखा जीवाश्म डेनमार्क में शौकिया खोजकर्ता, पीटर बेनिके को कोपेनहेगन के दक्षिण में स्थित यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल, स्टेवन्स की चट्टानों पर मिला।
यह खोज पूर्वी जीलैंड के संग्रहालय ने साझा की। खोजे गए इस जीवाश्म का अनुमानित आयु 6.6 करोड़ साल पुराना है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह उल्टी एक मछली द्वारा की गई होगी, जिसने समुद्री लिली खाई थी और उसे पचा नहीं पाने के बाद उल्टी कर दी। पीटर बेनिके ने बताया कि वह स्टेवन्स की चट्टानों पर टहल रहे थे, जब उन्हें समुद्री लिली के कुछ अजीब टुकड़े मिले। इन टुकड़ों को जांच के लिए संग्रहालय भेजा गया, जहां विशेषज्ञों ने पाया कि यह उल्टी क्रिटेशियस युग के अंत की है। उस समय धरती पर विशाल डायनासोर रहते थे। उल्टी में कम से कम दो अलग-अलग प्रजातियों की समुद्री लिली के अवशेष पाए गए। संग्रहालय ने इस खोज को महत्वपूर्ण बताया है, क्योंकि यह पुराने पारिस्थितिक तंत्र को समझने में मदद करती है। इस खोज से यह जानकारी मिलती है कि उस समय के जीवों के बीच क्या संबंध थे और उनके आहार में क्या शामिल था।
पुराजीवाश्म विज्ञानी जेस्पर मिलान ने इसे एक असामान्य खोज करार दिया है, जो प्रागैतिहासिक खाद्य श्रृंखला के संबंधों को समझने में मदद कर सकती है। मिलान ने बताया कि समुद्री लिली ज्यादा पौष्टिक नहीं होतीं, क्योंकि वे मुख्य रूप से कैल्शियम कार्बोनेट की प्लेटों से बनी होती हैं। फिर भी, किसी जानवर ने इन लिलियों को खाया और कंकाल के हिस्सों को उल्टी कर दिया। यह खोज इस बात का प्रमाण है कि उस समय के जीव अत्यधिक चुनिंदा नहीं थे, और वे जो भी मिलते, उसे खा लेते थे।
युवाओं के लिए विलेन फॉर हायर नाम की अनोखी सेवा शुरू
2 Feb, 2025 01:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
क्वालालंपुर। मलेशिया में युवा अपनी प्रेमिका के सामने खुद को एक हीरो के रूप में पेश करना चाहते हैं, इसके लिए एक अनोखी सर्विस शुरु की गई है। इस अनोखी और विवादित सेवा ने सोशल मीडिया पर बहुत चर्चा पैदा की है और यह कई लोगों के लिए एक दिलचस्प चर्चा का विषय बन गया है।
मलेशिया के इम्पोह में रहने वाले 28 साल के शाज़ाली सुलैमान ने विलेन फॉर हायर नाम की एक सेवा शुरू की है। इस सेवा के तहत वह एक गुंडे की भूमिका अदा करते हैं, ताकि लड़के अपनी प्रेमिका के सामने अपनी मर्दानगी साबित कर सकें। शाज़ाली की सेवा का उद्देश्य उन लड़कों के लिए है, जो अपनी प्रेमिका को यह दिखाना चाहते हैं कि वे ताकतवर और सुरक्षा देने वाले हैं। इसके लिए, शाज़ाली और उनके साथी गुंडे ग्राहक की पार्टनर को परेशान करते हैं, ताकि लड़का अपनी प्रेमिका को बचाते हुए उस गुंडे को भागने पर मजबूर कर सके। यह सब एक नाटक की तरह होता है, जिसमें लड़के को हीरो बनाने के लिए गुंडा किराए पर लिया जाता है। इस सेवा के लिए शाज़ाली वीकडेज़ में 100 रिंगिट (लगभग 1,898 रुपये) और वीकेंड पर 2700 रुपये चार्ज करते हैं। यदि कहीं दूर जाना हो, तो उनकी फीस और बढ़ सकती है।
शाज़ाली अपनी सेवा को सोशल मीडिया पर प्रमोट करते हुए कहते हैं, क्या आपकी पार्टनर आपको कमज़ोर समझती है? सस्ते दामों में मैं उन्हें गलत साबित कर दूंगा। हालांकि, कुछ लोग इस सेवा पर सवाल उठा रहे हैं, यह कहते हुए कि लड़कियों को छेड़ना अपराध है और यह गैर कानूनी हो सकता है। लेकिन शाज़ाली का कहना है कि यह केवल एक नाटक है, और वह यह सुनिश्चित करते हैं कि किसी को भी असली नुकसान न हो।
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में हिंसा: 41 मौतों के बाद पहुंचे सेना प्रमुख मुनीर
2 Feb, 2025 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इस्लामाबाद।बलूचिस्तान में आतंकवादियों और सेना के बीच बड़ी मुठभेड़ हुई, जिसमें 23 दहशतगर्द और 18 सुरक्षाकर्मी मारे गए। सेना प्रमुख जनरल सैयद असीम मुनीर अशांत प्रांत में झड़पों के बीच बलूचिस्तान के दौरे पर गए। रिपोर्ट के अनुसार, सेना प्रमुख को प्रांत में मौजूदा सुरक्षा स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
जनरल मुनीर ने कहा, ये तथाकथित उन्मादी कुछ भी कर लें मगर हमारे गौरवशाली राष्ट्र और उसके सशस्त्र बलों से हार जाएंगे। मालूम हो कि बलूचिस्तान प्रांत में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ की अलग-अलग घटनाएं हुईं। इनमें 23 आतंकवादियों मारे गए, लेकिन 18 सुरक्षाकर्मियों की भी मौत हो गई। पाकिस्तानी सेना ने बताया कि पिछले 24 घंटों में अशांत बलूचिस्तान के विभिन्न इलाकों में ये आतंकवादी मारे गए। शनिवार को हरनई जिले में ऐसे ही एक अभियान में राष्ट्रीय सैनिकों की आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में 11 आतंकवादी मारे गए और कई आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया गया। पाकिस्तानी सेना की मीडिया शाखा इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस के अनुसार, सेना प्रमुख ने बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती और राज्यपाल शेख जाफर खान मंडोखाइल से मुलाकात की। उन्होंने मारे गए सैनिकों के अंतिम संस्कार में प्रार्थना की और संयुक्त सैन्य अस्पताल क्वेटा में घायल सैनिकों का हालचाल जानने पहुंचे।
कलात जिले के मंगोचर इलाके में सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों के सड़क पर अवरोधक लगाने के प्रयास को विफल कर दिया। साथ ही, 12 आतंकवादियों को मार गिराया। सेना ने बताया, पिछले 24 घंटों में बलूचिस्तान में विभिन्न अभियानों के तहत कुल 23 आतंकवादियों को मार गिराया गया है। सेना ने बताया कि सुरक्षा बल न केवल बलूचिस्तान बल्कि पूरे पाकिस्तान से आतंकवाद के खात्मे के लिए दृढ़ संकल्प हैं। हालांकि, किसी ने भी हमले की तत्काल जिम्मेदारी नहीं ली। बयान के मुताबिक, अभियान के दौरान 18 सुरक्षाकर्मी भी मारे गए।
हमास ने दो बंधकों को सौंपा, मार्च तक युद्धविराम का पहला चरण रहेगा जारी
1 Feb, 2025 03:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इस्राइल के साथ युद्धविराम समझौते के तहत हमास ने दक्षिणी गाजा पट्टी में दो बंधकों को रेड क्रॉस को सौंप दिया। इस साल की शुरुआत में 19 जनवरी से शुरू हुए इस युद्ध विराम का उद्देश्य इस्राइल और हमास के बीच घातक और विनाशकारी संघर्ष को समाप्त करना है। बता दें कि इस्राइल और हमास के बीच युद्धविराम का पहला चरण मार्च की शुरुआत तक चलेगा, जिसमें हमास इस्राइल के 33 बंधकों को रिहा करेगा। इसके बदले में इस्राइल करीब दो हजार फलस्तीनी कैदियों को रिहा करने के लिए तैयार हुआ है।
हमास ने अमेरिकी इस्राइली बंधक कीथ सीगल को रेड क्रॉस को सौंप दिया। वे इस्राइल के साथ युद्धविराम समझौते के तहत शनिवार को रिहा किए जाने वाले तीसरे बंधक हैं। इससे पहले, आतंकवादियों ने दक्षिणी गाजा पट्टी के खान यूनिस शहर में 35 वर्षीय यार्डन बिबास और 54 वर्षीय फ्रांसीसी-इजरायली ओफर काल्डेरोन को रेड क्रॉस को सौंप दिया था।
हमास और इस्राइल के बीच युद्धविराम समझौता
इस युद्धविराम के दौरान पहले तीन बंधकों को रिहा किया गया था, जिसके बदले में इस्राइल की तरफ से पकड़े गए 90 फलस्तीनी कैदियों को रिहा किया गया था। इसके बाद हमास ने आठ बंधकों को रिहा किया, जिसमें तीन इस्राइली और पांच थाईलैंड के नागरिक शामिल हैं। बदले में इस्राइल ने भी 110 फलस्तीनी कैदियों को रिहा कर दिया।
15 महीने तक चला युद्ध
सात अक्तूबर 2023 को हमास ने इस्राइल पर हमला किया था। इस हमले में करीब 1,200 इस्राइली नागरिक मारे गए थे। हमास ने करीब ढाई सौ लोगों को बंधक बना लिया था। इसके बाद इन्हें गाजा ले जाया गया। इसके जवाब में इस्राइल ने गाजा पट्टी पर हमले शुरू किए। इस्राइली हमलों में 46,000 से ज्यादा नागरिक मारे जा चुके हैं। इस युद्ध के कारण गाजा पट्टी की 90 फीसदी आबादी को विस्थापन का सामना करना पड़ा है। वहीं, लोगों के सामने भुखमरी का संकट भी खड़ा हो गया। इस्राइल द्वारा रिहा किए जाने वाले कैदियों में से कई ऐसे हैं, जो आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं। इस्राइल के करीब 90 बंधक अभी भी हमास की कैद में हैं। हालांकि ऐसा माना जा रहा है कि इनमें से एक तिहाई की मौत हो चुकी है।