पुणे जिले के मावल इलाके में कुंदमाला के पास इंद्रायणी नदी पर बना पुल टूटने से बड़ा हादसा हो गया. इस हादसे में 4 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. यह भी बताया गया है कि इस हादसे में करीब 30 लोग बह गए. हादसे के तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थानीय प्रशासन, राहत और बचाव टीम ने रेस्क्यू शुरू कर दिया. हादसे में घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटनास्थल पर कई एंबुलेंस अभी भी मौजूद हैं. इंद्रायणी नदी पर बने इस पुल के ढहने की वजह सामने आई है. इस हादसे पर सीएम देवेंद्र फण्नवीस और डिप्टी सीएम अजीत पवार ने दुख जाता है.

इंद्रायणी नदी पर पुल ढहने की घटना पर पुणे जिला कलेक्टर जितेंद्र डूडी ने कहा कि हमने 4 शव बरामद किए हैं. बचाव अभियान में 250 लोग काम कर रहे हैं. उनका रिस्पांस टाइम काफी अच्छा था, जिसकी वजह से ज्यादा से ज्यादा लोगों को तुरंत बचाया जा सका. हम तब तक ऑपरेशन जारी रखेंगे जब तक हम पूरे इलाके को कवर नहीं कर लेते और यह सुनिश्चित नहीं कर लेते कि कहीं कोई शव या व्यक्ति फंसा हुआ तो नहीं है. उन्होंने कहा कि नदी से मलबा हटाने का काम जारी है. मौके पर कई जेसीबी मशीन को लगाया गया है.

रेस्क्यू में लगी 250 लोगों की टीम

डीएम जितेंद्र डूडी ने कहा कि घटना दोपहर 3 बजकर 15 मिनट पर हुई और हमें 3 बजकर 30 मिनट पर सूचना मिली. सूचना मिले के कुछ ही देर में करीब 250 लोगों की टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गई. उन्होंने कहा कि आगे चलकर हम एक टीम बनाकर घटना की जांच करेंगे और अगर प्रशासन दोषी पाया गया तो मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि उनके खिलाफ भी कार्रवाई हो. हम पर्यटन को बढ़ाना चाहते हैं लेकिन ऐसी घटनाएं मानसून के महीनों में होती हैं और इसलिए मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे ऐसी दुर्घटनाओं से बचने के लिए हमारी टीमों की सलाह का पालन करें.

लोगों ने क्या कहा?

इंद्रायणी नदी पर बना पुल टूटने से हुए हादसे में 4 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. हादसे के बाद रेस्क्यू कर 38 लोगों को बचाया गया है. वहीं 6 लोगों की हालत गंभीर बनी है. इस हादसे की वजह भी सामने आई है. जानकारी के मुताबिक, पुल की हालत जर्जर होने से इसे दो-तीन महीने पहले ही बंद कर दिया गया था, लेकिन पर्यटकों की संख्या बढ़ने और किसी तरह के सुरक्षा इंतजाम न होने से ये हादसा हुआ. लोगों ने स्थानीय प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाय है. लोगों ने कहा कि पुल बंद कर दिया गया था, लेकिन पुल पर लोगों को चढ़ने से रोकने के लिए यहां कोई सुरक्षा गार्ड मौजूद नहीं था.

हादसे में बचे पर्यटक ने बताई पूरी घटना

हादसे में बचे एक पर्यटक ने अब हादसे को लेकर कहा कि मात्र तीन सेकंड में ही सबकुछ हो गया. इस हादसे में गणेश पवार नाम के व्यक्ति की जान बच गई है. उन्होंने पुल के ढहने के बारे में विस्तार से जानकारी दी है. उन्होंने बताया है कि इस हादसे में उनकी बाइक बह गई. उन्होंने कहा कि पुल पर सेल्फी लेने की वजह से अचानक लोगों की संख्या बढ़ने से हादसा हुआ.

सिर्फ तीन सेकेंड में हुआ हादसा

गणेश पवार ने कहा कि दुर्घटना सिर्फ दो से तीन सेकंड में हुई. पुल गिरते समय मैंने एक जगह पकड़ ली थी. इसलिए सौभाग्य से मैं बच गया. हमें हर दिन इस पुल से आना-जाना पड़ता है. यह पुल जर्जर हो चुका था. यह पुल पूरी तरह से मुड़ा हुआ था. हादसे में बह गए लोगों को बचाने के प्रयास जारी हैं. इलाके में एंबुलेंस मौजूद हैं. अभी भी कई लोग लापता हैं. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम बचाव कार्य कर रही है.

सीएम-डिप्टी सीएम ने जताया दुख

सीएम ने इस हादसे पर कहा कि पुल के ढहने की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार इस घटना में 2 लोगों की मौत हो गई है. मैं उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. हम उनके परिवारों के दुख में शामिल हैं. मैं इस घटना के संबंध में संभागीय आयुक्त, जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और संबंधित तहसीलदार के लगातार संपर्क में हूं. एनडीआरएफ को मौके पर तैनात किया गया है. राहत कार्य तुरंत तेज कर दिया गया है. अब तक 6 लोगों को बचाया गया है.

वहीं पीएम मोदी ने हादसे को लेकर सीएम फडणवीस से फोन पर बात कर हादसे की जानकारी ली.सीएम ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है. साथ उन्होंने कहा कि सरकार घायलों का इलजा कराएगी.

डिप्टी सीएम अजीत पवार ने कुंदमाला-मावल पुल के ढहने की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और पूरी जांच के बाद सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों, प्रशासन और एनडीआरएफ के सहयोग से बचाव अभियान तुरंत शुरू हो गया. प्रारंभिक रिपोर्टों से पता चलता है कि पुल की हालत खराब थी. सरकार घायलों को चिकित्सा सहायता सुनिश्चित करेगी और इस संकट के समय प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है.