जालंधर थाना डिवीजन नंबर सात में एक युवक को 15 घंटे तक अवैध हिरासत में रखा गया। बेटे के पीछे थाने पहुंचे पिता को भी धक्के मारकर थाने से निकाल दिया गया। युवक के ताया कीमती भगत थाने पहुंचे तो उनको भी वर्दी की धौंस दिखाई गई। मामला सीपी धनप्रीत कौर के पास पहुंचा तो उन्होंने एसएचओ भारत भूषण को बच्चे को छोड़ने के लिए कहा। इस पर थानेदार ने सीपी को गुमराह किया कि उसने बच्चे को पहले ही छोड़ दिया था। लेकिन जब कमिशनर धनप्रीत कौर को सच्चाई पता चली तो तत्काल एसएचओ भूषण को लाइन हाजिर कर दिया गया। हालांकि थानेदार भूषण का कहना है कि उसको धमकाया गया था कि उसका तबादला करवा दिया जाएगा और बदली कर दी गई।

 

आप के सीनियर नेता कीमती भगत ने बताया कि उसका 18 साल का भतीजा मोहित पढ़ने के साथ साथ लकड़ी का कार्य करता है। दो माह पहले उसने किसी की कोठी में कार्य किया था। अब कोठी मालिक ने शिकायत कर दी कि उसकी कोठी से 6 सोने की चूड़ियां व नकदी चोरी हुई है।

सोमवार को उसके भतीजे मोहित को थाने में बुलाकर 10 घंटे नाजायज कस्टडी में बैठाकर रखा गया। भगत का कहना है कि कबीर महाराज का प्रकाशोत्सव है, लिहाजा शोभायात्रा निकलनी थी। एसएचओ ने रात को मोहित को छोड़ा और मंगलवार सुबह फिर थाने में बैठा लिया।

कीमती भगत का कहना है कि उसका भाई थाने गया तो धक्के देकर बाहर निकाला गया। वह बाद में खुद थाने गए तो बदतमीजी की गई। कमिशनर धनप्रीत कौर को शिकायत की तो उनको भी गुमराह कर दिया।