महाराष्ट्रः विरार स्टेशन पर बुलेट ट्रेन का काम तेज, स्लैब कास्टिंग शुरू

देश की पहली बुलेट ट्रेन से जुड़े मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का काम तेजी से चल रहा है. महाराष्ट्र के विरार बुलेट ट्रेन स्टेशन पर स्लैब कास्टिंग का काम भी शुरू हो गया है. यहां पर ट्रैक बिछाने के लिए 9 स्लैब में से पहला स्लैब भी लगा दिया गया है. इस रूट के लिए विरार महाराष्ट्र में पड़ने वाले 4 स्टेशनों में से एक स्टेशन है.
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट विरार बुलेट ट्रेन स्टेशन पर पहले स्लैब की कास्टिंग का काम पूरा हो गया है. यहां पर कुल 9 स्लैब बनाए जाएंगे, जो स्टेशन पर ट्रैक बिछाने के लिए नींव का काम करेंगे. रेलवे ने इस स्लैब कास्टिंग को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जानकारी दी और बताया कि पहाड़ी पर स्थित इस स्टेशन का डिजाइन पहाड़ी हवाओं के अनुरूप किया गया है.
2 लेवल पर तैयार हो रहा विरार स्टेशन
बुलेट ट्रेन के लिहाज से विरार बुलेट ट्रेन स्टेशन को 2 लेवल के लिहाज से तैयार किया जाएगा. एक कॉनकोर्स लेवल तो दूसरा रेल लेवल के लिए डिजाइन किया गया है, जिसकी कुल लंबाई 425 मीटर है.
स्टेशन पर पहले स्लैब की लंबाई 50 मीटर और चौड़ाई 35.32 मीटर है, जिसकी मोटाई करीब 300 मिमी है. इस स्लैब के लिए 1,555 क्यूबिक मीटर कंक्रीट की जरूरत थी.
रेल कॉरिडोर में कुल बनेंगे 12 स्टेशन
हाल ही में, इस प्रोजेक्ट की पहली शिंकानसेन बुलेट ट्रेन (Shinkansen bullet train) जापान में ट्रायल फेस में प्रवेश कर गई है. भारत-जापान के आपसी सहयोग की मदद से जापान दो शिंकानसेन ट्रेन सेट देगा- एक E5 सीरीज से और एक E3 सीरीज से. इसे शुरुआती निरीक्षण और प्रदर्शन टेस्टिंग के लिए यूज किया जाएगा.
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट एक हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर है जिस पर काम तेजी से चल रहा है. बुलेट ट्रेन मुंबई और अहमदाबाद के बीच 508 किलोमीटर की दूरी तय करेगी. बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी), ठाणे, विरार और बोईसर सहित 4 स्टेशन महाराष्ट्र की सीमा के तहत आएंगे. इस रेल कॉरिडोर पर कुल 12 स्टेशन पड़ेंगे जिसमें 8 स्टेशन गुजरात में पड़ेंगे. 500 से अधि किलोमीटर वाले इस रूट पर 26.5 किलोमीटर की दूरी वसई तालुका के 21 गांवों और वसई विरार म्युनिसिपल कॉरपोरेशन (Vasai Virar Municipal Corporation, VVMC) के अधिकार क्षेत्र में आने वाले 14 गांवों से होकर गुजरेगी.