सीएम के काफिले वाले वाहनों में डीजल के साथ पानी भरने का मामला, सभी जिलों से मांगी रिपोर्ट

भोपाल।रतलाम में मुख्यमंत्री के काफिले में शामिल होने वाले वाहनों की टंकियों में डीजल के साथ पानी भरने के बाद हुई किरकिरी को देखते हुए अब सरकार इस मामले में अलर्ट हो गई है। खाद्य, नागरिक और उपभोक्ता संरक्षण मंत्री ने प्रदेश के सभी जिलों में मौजूद पेट्रोल पंपों की जांच कर रिपोर्ट देने के लिए कहा है। कलेक्टरों से कहा है कि पेट्रोल पंपों में क्वालिटी वाले पेट्रोल-डीजल की उपलब्धता के साथ इंडियन ऑयल के नियमों के हिसाब में दी जाने वाली सभी सुविधाएं मौजूद रहनी चाहिए।
खाद्य मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने प्रदेश के सभी पेट्रोल पंपों की विस्तृत जांच कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने रतलाम में हुई घटना पर संज्ञान लेते हुए कहा है कि उपभोक्ताओं को हर हाल में गुणवत्तायुक्त पेट्रोल एवं डीजल उपलब्ध कराया जाए। राजपूत ने वरिष्ठ अधिकारियों को ऑयल कंपनियों के साथ बैठक कर जरूरी कार्यवाही करने के निर्देश दिए।


एसीएस ने ली अधिकारियों की बैठक
अपर मुख्य सचिव खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण रश्मि अरुण शमी ने इस घटना के बाद 27 जून को ही इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड, भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड एवं हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड के अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने घटना के संबंध में जांच रिपोर्ट देने के निर्देश बीपीसीएल को दिए। वर्तमान में वर्षा के मौसम को देखते हुए ऑयल कंपनियों को प्रदेश के समस्त पेट्रोल पंपों का निर्धारित चेकलिस्ट अनुसार निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए। एसीएस रश्मि शमी ने कहा कि  निरीक्षण में यह आवश्यक रूप से देखा जाएगा कि पेट्रोल पंपों के भूमिगत टैंकों में पानी का रिसाव तो नहीं हो रहा है। ऐसा पाया जाता है तो पानी के रिसाव को रोकने संबंधी एवं उपभोक्ताओं को सही गुणवत्ता का डीजल और पेट्रोल प्रदाय करने की कार्यवाही करें। किसी भी स्थिति में किसी भी उपभोक्ता को पानी मिश्रित अथवा खराब गुणवत्ता का पेट्रोलियम उत्पाद प्रदाय नहीं किया जाए। जांच में पम्प के नोजल से सही और पूरा डीजल एवं पेट्रोल दिए जाने का रिपोर्ट दी जानी है। हर पेट्रोल पंप की जांच की जाएगी। जिसमें रोज सुबह किए जाने वाला निरीक्षण एवं समय-समय पर किए जाने वाले नियमित निरीक्षणों की जांच रिपोर्ट ऑनलाइन दर्ज की जाए। इस संबंध में जरूरी साफ्टवेयर का निर्माण भी किया जाएगा। पेट्रोल पंपों पर आवश्यक नागरिक सुविधाओं जैसे नि:शुल्क हवा, पेय जल मिलना चाहिए। महिला एवं पुरुष के लिए अलग-अलग शौचालय की व्यवस्था हो और शौचालयों की रोज साफ-सफाई होनी चाहिए।


कंपनियों ने दिया आश्वासन- कोई समस्या नहीं आएगी
एसीएस शमी ने सभी कलेक्टर्स को निर्देश दिए हैं कि वे अपने क्षेत्र में आने वाले सभी पेट्रोल पंप की खाद्य, राजस्व, नापतौल एवं ऑयल कंपनी के अधिकारियों का दल बनाकर जांच कराएं। एसीएस के साथ बैठक के दौरान सभी आयल कंपनी के प्रतिनिधियों ने आश्वासन दिया है कि भविष्य में उनकी तरफ़ से कोई समस्या नहीं आएगी और पेट्रोल पंपों की संघन जांच की जाएगी।