विदेश
पर्यटन बढ़ावा के लिए मालदीव ने मांगी चीन से मदद
12 Jan, 2024 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
माले । भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा से उत्पन्न तनाव के बाद मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मोइज्जू का चीनी दौरा सुर्खियों में हैं। पांच दिन के बींजिग प्रवास को लेकर मोइज्जू ने चीनी नेताओं और उनकी मेहमाननवाजी की मुक्त कण्ठ से प्रशंसा की है। इस दौरान मोइज्जू ने चीन के साथ कई अहम समझौते के साथ ही मालदीव में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए चीन से मदद मांगी। क्योंकि भारतीयों द्वारा सोशल मीडिया पर मालदीव के बायकॉट की बातें कही जा रही हैं।
चीन में दिया गया मालदीव के राष्ट्रपति का ये बयान चर्चा में है, जिसमें उन्होंने कहा, चीन और मालदीव के रिश्ते बहुत पुराने और प्रगाढ़ हैं। दोनों देशों के बीच संबंध इस तथ्य से पता चलता है कि कोविड महामारी से पहले पर्यटन के लिहाज से मालदीव में सबसे ज्यादा चीनी पर्यटक आते थे। मोहम्मद मोइज्जू ने अनुरोध किया कि चीन इस शानदार रिश्ते की ओर फिर से लौटें और एक बार फिर उसी तरह सबसे ज्यादा चीनी हमारे यहां आएं।
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मोइज्जू के बयान को कई विशेषज्ञ भारतीयों के मालदीव की बजाय लक्षद्वीप की यात्रा करने से हो रहे नुकसान की भरपाई के तौर पर देख रहे हैं। दरअसल मालदीव की अर्थव्यवस्था में एक बड़ा हिस्सा पर्यटकों से आता है। भारतीय भी बड़ी संख्या में मालदीव जाते हैं लेकिन हाल में नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा के बाद दोनों देशों के रिश्तो में तनाव आया है। ऐसी कई रिपोर्ट सामने आई हैं, जो बताती हैं काफी बड़ी संख्या में भारतीयों ने मालदीव की अपनी प्रस्तावित यात्रा रद्द कर दिया है, जिसका असर मालदीव के पर्यटन उद्योग पर पड़ा है।
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मोइज्जू बीते साल चुनाव जीतने के बाद से ही भारत की बजाय चीन की ओर झुकाव रख रहे हैं। मोइज्जू के कई बयानों की वजह से दोनों देशों के रिश्तों में तनाव बना था। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्षद्वीप दौरे पर मालदीव के कुछ नेताओं और मंत्रियों की टिप्पणियों के बाद ये तनाव काफी बढ़ गया है। इसका असर ये हुआ है कि भारत में एक वर्ग मालदीव के बायकॉट की बात कह रहा है और काफी लोगों ने अपनी मालदीव यात्रा कैंसिल कर दी है।
पिछले माह 10 हजार लोगों की कोविड से गई जान
12 Jan, 2024 04:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जिनेवा। कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच एक और डराने वाली खबर आई है जिसमें कहा गया है कि बीते माह में दस हजार लोगों की मौत सिर्फ कोरोना के कारण हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक ने जिनेवा में अपने मुख्यालय से पत्रकारों से कहा, ‘‘हालांकि महामारी के चरम के हिसाब से एक महीने में 10,000 लोगों की मौत का आंकड़ा कम है।’’ उन्होंने कहा कि यह निश्चित है कि मामले अन्य जगहों पर भी बढ़े हैं जिनकी सूचना नहीं मिली है।
उन्होंने सरकारों से निगरानी बनाए रखने और उपचार एवं टीके उपलब्ध कराने की अपील की। टेड्रोस ने कहा कि जेएन.1 स्वरूप अभी दुनिया में वायरस का सबसे प्रमुख स्वरूप बन गया है। यह वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप से उत्पन्न हुआ है। डब्ल्यूएचओ में कोविड-19 के लिए तकनीकी प्रमुख मारिया वान केरखोव ने कोरोना वायरस के साथ-साथ फ्लू, राइनोवायरस और निमोनिया के कारण दुनिया भर में श्वसन संबंधी बीमारियों में वृद्धि का हवाला दिया। डब्ल्यूएचओ के अधिकारियों ने सलाह दी है कि लोगों को टीका लगवाना चाहिए, मास्क पहनना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि घर के अंदर हवा आने जाने की अच्छी व्यवस्था हो।स्वास्थ्य एजेंसी के प्रमुख ने कहा कि छुट्टियों के दौरान लोगों की भीड़-भाड़ और दुनियाभर में फैल रहे वायरस के नए स्वरूप के कारण पिछले महीने संक्रमण के मामले बढ़े। टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसस ने कहा कि संक्रमण के कारण दिसंबर में करीब 10,000 लोगों की मौत हुई जबकि करीब 50 देशों में अस्पतालों में मरीजों के भर्ती होने का आंकड़ा 42 प्रतिशत बढ़ गया। इनमें ज्यादातर यूरोप और अमेरिका से हैं।
भारत से तल्खी के बावजूद चीन-मालदीव के बीच 20 समझौतों पर हुए हस्ताक्षर
12 Jan, 2024 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बीजिंग । भारत से तल्खी के बावजूद चीन व मालदीव के बीच 20 समझौतों पर हस्ताक्षर होने के समाचार मिले हैं। बता दें कि पीएम नरेन्द्र मोदी के खिलाफ अपने मंत्रियों की आपत्तिजनक टिप्पणियों को लेकर मालदीव के भारत से रिश्ते तल्ख हो चुके हैं। इस बीच मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने बुधवार को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। इसके बाद दोनों देशों ने पर्यटन सहयोग सहित 20 अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए और अपने द्विपक्षीय संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाने की घोषणा की। इस दौरान मुइज्जू ने कहा कि वह इस बात को लेकर सम्मानित महसूस कर रहे हैं कि वह अपनी पहली राजकीय यात्रा पर चीन आए हैं तथा वह इस वर्ष चीन आने वाले पहले विदेशी राष्ट्राध्यक्ष हैं। उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष द्विपक्षीय संबंधों को अधिक महत्व देते हैं। जानकारी के अनुसार शी ने इस बात पर बल दिया है कि चीन राष्ट्रीय परिस्थितियों के अनुकूल विकास की राह तलाशने में मालदीव का समर्थन करता है। उन्होंने कहा कि चीन राष्ट्रीय संप्रभुता, स्वतंत्रता, क्षेत्रीय अखंडता और राष्ट्रीय गरिमा की रक्षा करने में मालदीव का दृढ़तापूर्वक समर्थन करता है।
इस दौरान दोनों राष्ट्रपतियों ने द्विपक्षीय संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाने की भी घोषणा की। मालदीव के राष्ट्रपति के कार्यालय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, आज दोपहर मालदीव और चीन की सरकारों के बीच 20 अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए और इस मौके पर दोनों राष्ट्रपति मौजूद थे। इन समझौतों में पर्यटन सहयोग, आपदा जोखिम में कमी, समुद्री अर्थव्यवस्था, डिजिटल अर्थव्यवस्था में निवेश को मजबूती देना और ‘बेल्ट एंड रोड’ पहल शामिल हैं। इस बीच चीन मालदीव को अनुदान सहायता भी देने को तैयार हो गया है लेकिन राशि का खुलासा नहीं किया गया। इस यात्रा के दौरान मुइज्जू और उनकी पत्नी साजिदा मोहम्मद का बीजिंग में गर्मजोशी से स्वागत किया गया। राष्ट्रपति शी और उनकी पत्नी पेंग लियुआन ने उनके सम्मान में राजकीय भोज का आयोजन किया। बता दें कि मालदीव के राष्ट्रपति की चीन की राजकीय यात्रा पीएम मोदी के खिलाफ उनके मंत्रियों की अपमानजनक टिप्पणियों और यूरोपीय संघ चुनाव अवलोकन मिशन की एक रिपोर्ट जारी होने के संदर्भ में हो रही है।
14 फरवरी को हिंदू मंदिर का उद्घाटन करने यूएई पहुंच रहे पीएम मोदी
12 Jan, 2024 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दुबई । भारत में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राजदूत अब्दुल नासिर अलशाली ने कहा कि अबू धाबी में अगले महीने बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामिनारायण संस्था (बीएपीएस) हिंदू मंदिर का उद्घाटन ‘‘सहिष्णुता और स्वीकृति का जश्न मनाने’’ के लिए एक महत्वपूर्ण दिन होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 14 फरवरी को मंदिर का उद्घाटन करने वाले हैं। राजदूत अलशाली ने कहा, हम 14 फरवरी को होने वाले उद्घाटन कार्यक्रम की प्रतीक्षा कर रहे हैं... यह एक अभूतपूर्व यादगार दिन होने के साथ सहिष्णुता, स्वीकृति का जश्न मनाने और इस रिश्ते को अघिक मजबूत करने का एक विशेष अवसर होगा। स्वामी ईश्वरचरणदास और स्वामी ब्रह्मविहरिदास ने बीते महीने बीएपीएस हिंदू मंदिर की ओर से प्रधानमंत्री को कार्यक्रम के लिए निमंत्रण दिया था, इस निमंत्रण को पीएम मोदी ने स्वीकार कर लिया था। राजदूत ने 13 फरवरी को अबू धाबी के शेख जायद स्पोर्ट्स सिटी स्टेडियम में होने वाले प्रवासी भारतीयों के विशाल जमावड़े की भी पुष्टि की है। इस कार्यक्रम का शीर्षक ‘अहलान मोदी’ है जिसका अर्थ ‘हैलो मोदी’ है।
निपाह वायरस वैक्सीन की ह्यूमन टेस्टिंग शुरू
12 Jan, 2024 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लंदन। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने निपाह वायरस की एक वैक्सीन की ह्यूमन टेस्टिंग शुरू कर दी है। अब तक इस वायरस की कोई वैक्सीन नहीं है, इसलिए जिस वैक्सीन की टेस्टिंग हो रही है उसे निपाह वायरस की संभावित पहली वैक्सीन कहा जा रहा है। डॉक्टर्स दवाओं के जरिए निपाह वायरस के लक्षणों को कंट्रोल करने की कोशिश करते रहे हैं। पिछले हफ्ते 18-55 की उम्र के 52 पार्टिसिपेंट्स को इस वैक्सीन के डोज दिए गए। अब वैक्सीन का पार्टिसिपेंट्स के इम्यून सिस्टम पर क्या असर हो रहा है, इसे स्टडी किया जा रहा है। यह डोज उसी तकनीक पर आधारित है जिसका उपयोग एस्ट्राजेनेका और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के कोविड-19 शॉट्स में किया गया था।
जेलेंस्की ने कहा, रुस को रोका जा सकता यह साबित हुआ
12 Jan, 2024 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कीव । यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि उनके देश ने दुनिया को दिखाया है कि रूस की सेना को रोका जा सकता है। उन्होंने 22 महीने से जारी युद्ध में रूस की बड़ी और संसाधनों से पूर्ण सेना के खिलाफ अपने देश के लिए अधिक मदद हासिल करने के उद्देश्य से बाल्टिक देशों की यात्रा शुरू की है। लिथुआनिया की राजधानी विलनियस में जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन को रूस के मिसाइल और ड्रोन हमलों के खिलाफ अपनी वायु सुरक्षा को मजबूत करना है और हमें गोला-बारूद की आपूर्ति चाहिए। उन्होंने लिथुआनियाई राष्ट्रपति गिटानस नौसेदा के साथ वार्ता के बाद कहा, हमने साबित किया है कि रूस को रोका जा सकता है, मुकाबला संभव है। उन्होंने कहा, हमें आधुनिक रक्षा प्रणालियों की सख्त जरूरत है।
अमेरिकन बुली डॉग्स होता है ज्यादा खतरनाक कुत्ता
11 Jan, 2024 11:42 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सैन फ्रांसिस्को । आज हम ऐसे कुत्ते के बारे में बताएंगे, जो साक्षात यमराज का ही अवतार है। कुत्ते की ये नस्ल ऐसी खतरनाक है कि अगर काट ले तो इंसान की मजबूत हड्डियों को भी चूर-चूर कर देता है। अपनी कद-काठी के मशहूर ये डॉग्स खूंखारपने में पिटबुल के भी बाप होते हैं। आप इसके खतरनाक होने का अंदाज़ा इस बात से ही लगा सकते हैं कि कुछ देशों में सरकारें कुत्तों की नस्ल को बैन कर चुकी हैं। हालांकि खतरों से खेलने का शौक रखने वाले लोग आज भी इसे पालने के लिए परेशान हैं।आमतौर पर पिटबुल की तरह ही दिखने वाले अमेरिकन बुली डॉग्स को लेकर लोग कनफ्यूज़ हो जाते हैं। हालांकि ये कुत्ता क्रॉस ब्रीडिंग का नतीजा है। कहा जाता है कम से कम 5 अलग-अलग नस्ल के कुत्तों की क्रॉस ब्रीडिंग के बाद इन कुत्तों की उत्पत्ति हुई। ये मूल रूप से एक शिकारी कुत्ता है और इनकी सीखने की क्षमता बहुत ज्यादा है। अगर इन्हें सही ट्रेनिंग न मिले, तो ये शेर जितने ही खतरनाक होते हैं। इनके काटने से त्वचा और मांस फट सकता है और हड्डियों को ये चूरा बना सकते हैं। इनके हमले का शिकार होने के बाद आदमी पहले की तरह ठीक नहीं हो सकता है।इस ब्रीड के कुत्तों का गुस्सा बहुत खतरनाक होता है। कई बार ये अपने मालिक या फिर केयरटेकर की ही जान के दुश्मन बन बैठते हैं।
अमेरिकन बुली डॉग्स 4 तरह के होते हैं – स्टैंडर्ड, पॉकेट, एक्सएल और क्लासिक। इसमें सबसे ज्यादा खतरनाक एक्सएल साइज़ के कुत्ते होते हैं, जो 19 से 23 इंच के होते हैं। क्लासिक डॉग्स का भी साइज़ इतना ही होता है। सबसे छोटे पॉकेट साइज़ के बुली डॉग्स होते हैं, जो सिर्फ 13 से 16 इंच के होते हैं। बता दें कि आजकल बहुत से लोग ऐसे हैं, जिन्हें घर में डॉग्स को पालने का खासा शौक है। तरह-तरह की नस्ल के डॉग्स आपको लोगों के घर में मिल जाएंगे, जो अपनी पसंद और ज़रूरत के हिसाब से वे रखते हैं। जिन्हें घर की रखवाली के लिए कुत्ते चाहिए, वे ज़रा खतरनाक नस्ल ही चुनते हैं लेकिन जो सिर्फ कंपनी के लिए इन्हें रखते हैं, वो सॉफ्ट नस्लों को पसंद करते हैं।
चांद पर नहीं उतरेगा अमेरिकी प्राइवेट कंपनी का स्पेसक्राफ्ट
11 Jan, 2024 10:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वॉशिंगटन। अमेरिकी प्राइवेट कंपनी का पेरेग्रीन-1 लैंडर चांद पर नहीं उतरेगा। इस लैंडर को बनाने वाली कंपनी एस्ट्रोबोटिक ने इसकी जानकारी दी। यह लैंडर 8 जनवरी को स्पेस में भेजा गया था। एस्ट्रोबोटिक कंपनी ने कहा कि लॉन्च के बाद दो बड़ी प्रॉबलम हो गईं। पहली- फ्यूल लीकेज और दूसरी- फेल बैटरी चार्किंग। पेरेग्रीन-1 लैंडर की लॉन्चिंग के चंद घंटों बाद फ्यूल लीक होने लगा। इस वजह से लैंडर उस जगह पर नहीं पहुंच पाया जहां से उसे सूरज की रोशनी मिलने वाली थी।
सौर उर्जा नहीं मिलने के कारण लैंडर पर लगे सोलर पैनल चार्च नहीं हो पाए और बैटरी सिस्टम फेल हो गया। हालांकि, हमारी टीम ने बैटरी चार्च करने का तरीका तो निकाल लिया लेकिन फ्यूल लीकेज नहीं रोक पाए। इस बीच अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने आर्टिमस-2 मिशन को 2026 तक के लिए टाल दिया है।
कंपनी ने कहा कि लॉन्चिंग से पहले हमारा मिशन चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग का था। सब सही होता तो 23 फरवरी को लैंडिंग होती। लेकिन अब हालात दूसरे हैं। अब हमारा मिशन लैंडर को चांद के जितना करीब हो सके उतना करीब ले जाना है। हम कोशिश कर रहे हैं कि बैटरी के सहारे वो सूरज के करीब पहुंच जाए जिससे सौर उर्जा के सहारे बैटरी लगातार चार्ज होती रहे और लैंडर से कुछ डेटा मिल सके। इस मून मिशन का मकसद चंद्रमा पर पानी के मॉलिक्यूल्स का पता लगाना था। इसके साथ ही लैंडर के चारों ओर रेडिएशन और गैसों को मापना भी एक मकसद था। इससे पता चलता कि सोलर रेडिएशन का चांद की सतह क्या असर होता है।
खतरनाक मकड़ी के काटने से बच्चा पहुंचा अस्पताल
11 Jan, 2024 09:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लंदन । ब्रिटेन के एक 11 साल के बच्चे को मकड़ी ने काट लिया पर उसे और उसके परिवार वालों को कतई उम्मीद नहीं थी कि उसकी हालत इतनी खराब हो जाएगी की । ब्रिटेन के सरे में क्रिसमस के अगले दिन ही एक साधारण सी लगने वाली मकड़ी ने मैध्यू के पैर के पीछे क्या काटा कि वह जल्दी ही अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पहुंच गया और उसकी हालत बहुत ही खराब हो गई।
खुद मैथ्यू की मां सारा, इस घटना से बहुत हैरान हैं। उनका कहना है कि उन्हें बिलकुल भी अंदाजा था यह इतनी खतरनाक बात होगी। जब मैथ्यू ने पैर में दर्द की शिकायत की तो साधारण सा घाव जानकर उन्होंने इसे संक्रमण रोकने के लिए सामन्य दवा लगा दी। लेकिन जल्दी ही यह छोटी सी घटना ने गंभीर हादसे का रूप ले लिया।27 दिसंबर को हालत यह हो गई कि मैथ्यू खुद का भी वजन नहीं संभाल पा रहा था। हैरानी की बात यह थी कि उसे किसी तरह का बुखार तक नहीं था। हां, उसके पैर लाल होने लगा और उसमें सैल्यूलाइटस के लक्षण दिखने लगे। ऐसे में मैथ्यू को फौरन अस्पताल ले जाया गया।मैथ्यू को दरअसल एक फॉल्स विडो नाम की मकड़ी ने काटा था। यह मकड़ी ब्रिटेन की सबसे खतरनाक मकड़ी बताई जाती है।
खास बात यह है कि यह मकड़ी अपने रंग और आकार के कारम ब्लैक विडो स्पाइडर से बहुत मिलती जुलती है, जो कि और भी ज्यादा खतरनाक है। सौभाग्य से मैथ्यू उसका शिकार नहीं हुआ। पहले मैथ्यू को अस्पताल में एंटीबायोटिक इंजेक्शन लगाने पड़े और उसके बाद उसकी सर्जरी कर घाव से जहर निकलना पड़ा। अगले दिन उसे अस्पताल से छुट्टी तो मिल गई पर बहुत सारी दवाएं जरूर लेनी पड़ीं।स्टीटोडा नोबिलिस नाम की यह आठ पैर की मकड़ी सामान्य तौर पर यूके के घरों में देखने को नहीं मिलती है। फिर भी देश में कई बार इसके काटे जाने की खबरें आती रहती है।
कैब ड्राइवर को महिला ने ऐसे बनाया बेवकूफ
11 Jan, 2024 08:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बीजिंग । चीन में एक कैब ड्राइवर से महिला ने देर रात ओला कैब बुक की थी। इस यात्रा ने भयावह मोड़ ले लिया जब ड्राइवर ने सेक्स के बारे में बातचीत शुरू कर दी। जिसपर, महिला गाड़ी चला रहे व्यक्ति को विश्वास दिलाती है कि वह ‘पागल’ है और उसके पास चाकू है।
महिला पूर्वी चीन के झेजियांग प्रांत की रहने वाली है। सोशल मीडिया पर उसके तेज दिमाग की खूब चर्चा की जा रही है। एक रिपोर्ट के अनुसार, जैसे ही उसे एहसास हुआ कि उसका ड्राइवर कुछ गलत कर सकता है, उसने तुरंत उसे बताया कि वह “पागल” है और उसके बाद की बातचीत को अपने फोन पर रिकॉर्ड कर लिया। यह स्पष्ट नहीं है कि ड्राइवर ऐसा क्यों करता है, लेकिन वह झांग से पूछता है कि “क्या वह यौन संबंध रखती है?” झांग ने उसे बताया कि उसकी मां डॉक्टर थी और उसके पिता फोरेंसिक विशेषज्ञ थे। मैं पागल हुं इसे साबित करने के लिए मेरे पास एक मेडिकल प्रमाणपत्र है। अब और मत कहो जो मेरी भावनाओं को भड़काता है। मुझे मानसिक परेशानी भी है। सर, मैं यह कैसे सही करूं? जिस पर ड्राइवर ने उत्तर दिया कि “आप हर रात कुछ शराब पी सकती हैं।”
बातचीत यहीं से धीमी हो गई और तब समाप्त हुई जब ड्राइवर “हत्या करने” के बारे में जान गया। कैब ड्राइवर ने महिला से गंदी बातचीत करने की कोशिश की, तभी महिला ने भी अपना दिमाग लगाते हुए पागलों वाली हरकत की और उससे कहा कि वह कई लोगों का मर्डर कर चुकी है। वह कहती है कि जब भी कोई उसके करीब आने की सोचता है तो वह उसे मार देती है।
चीन कर रहा भारत को घेरने की कोशिश, म्यांमार के बंदरगाह पर किया निर्माण
10 Jan, 2024 04:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रंगून । म्यांमार की सैन्य जुंटा सरकार ने चीन को क्याउकफ्यू बंदरगाह को विकसित करने की पूरी छूट दे रखी है। इससे भारत की परमाणु पनडुब्बियों को सबसे ज्यादा खतरा होने वाला है। बता दें कि एक ओर जहां बंदरगाह पर निर्माण करके चीन भारत को घेरने की कोशिशें कर रहा है वहीं म्यांमार के क्याउकफ्यू बंदरगाह पर जुंटा सरकार ने निर्माण को खुली छूट दे रखी है। यह बंदरगाह म्यांमार के पश्चिमी किनारे पर स्थित है, जो भारत के बेहद करीब है। चीन इस बंदरगाह को इस ढंग के विकसित कर रहा है, जिससे जरूरत पड़ने पर उसका इस्तेमाल सैन्य हितों को पूरा करने के लिए किया जा सके। चीन दुनिया के हर मंच पर म्यांमार की सैन्य तानाशाह सरकार का बचाव कर रहा है। म्यांमार में स्थित क्याउकफ्यू बंदरगाह उन कई बंदरगाहों में शामिल हैं, जिनका संचालन चीन के हाथों में हैं। इनमें कंबोडिया में रीम नौसैनिक अड्डा, श्रीलंका में हंबनटोटा और पाकिस्तान में ग्वादर के अलावा जिबूती में एक नौसैनिक स्टेशन भी शामिल है।
गौरतलब है कि चीन और म्यांमार के बीच दिसंबर 2023 के अंतिम हफ्ते में क्याउकफ्यू बंदरगाह परियोजना को गति देने के लिए कथित तौर पर एक समझौते पर सहमति बनी थी। म्यांमार के सत्तारूढ़ जुंटा और चीन के राज्य के स्वामित्व वाले सीआईटीआईसी समूह (म्यांमार) के अधिकारियों ने निर्माण कार्य को तेज करने के लिए म्यांमार की राजधानी नेपीताव में मुलाकात की। क्याउकफ्यू पोर्ट की स्थिति को लेकर भारत चिंतित है। इसका निर्माण भारत के पूर्वी तट के बहुत करीब किया जा रहा है और यह भारत के प्रमुख नौसैनिक अड्डों में से एक आईएनएस वर्षा के करीब है। आईएनएस वर्षा को भारत की परमाणु पनडुब्बियों के होम बेस के तौर पर विकसित किया जा रहा है।
जानकार बता रहे हैं कि भविष्य में इस नौसैनिक अड्डे पर न्यूक्लियर अटैक सबमरीन (एसएसएन) और बैलिस्टिक मिसाइल सबमरीन (एसएसबीएन) को तैनात किया जाएगा। भारत के पास वर्तमान में दो परमाणु पनडुब्बियां हैं, जो एसएसएन कैटेगरी से आती हैं। इनका निर्माण स्वदेशी तौर पर किया गया है। ये परमाणु पनडुब्बियां भारत की 18 डीजल इलेक्ट्रिक पनडुब्बियों से कई मामलों में बेहतर हैं। एसएसएन पनडुब्बियां डीजल इलेक्ट्रिक की तुलना में लंबे समय तक पानी के नीचे रह सकती हैं। अगर चीन भारत की परमाणु पनडुब्बियों की आवाजाही पर निगरानी रखने में सफल हो जाता है, तो युद्ध की स्थिति में भारत के परमाणु ट्रायड के समुद्री हिस्से को बेअसर करने के लिए बेहतर स्थिति में होगा।
इंग्लैंड और साउथ वेल्स में फटा स्नो बम....अचानक आई तेज सर्द हवाएं
10 Jan, 2024 11:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लंदन । इंग्लैंड में एक ही रात में मौसम ने ऐसी करवट बदली कि लोग कांपने लग गए। सड़कों, घरों, बिजली के खंभों हर कहीं बर्फ ही बर्फ गिरी दिख रही है। इतना ही नहीं तापमान गिर कर माइनस 9 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया।
सर्दी में अचानक हुए मौसमी बदलाव को तकनीकी भाषा में स्नो बम कहते हैं। यानी बर्फ का बम फूटना। एकदम से तापमान गिर जाता है। ठंडी हवाएं चलती हैं। लगातार बर्फबारी होती रहती है। लाखों ब्रिटिश लोग अचानक हुए मौसमी बदलाव से परेशान हो गए। दक्षिणी इंग्लैंड और साउथ वेल्स में स्थिति ज्यादा खराब है। लंदन और दक्षिण-पूर्वी इलाकों में भी भयानक बर्फबारी देखनें को मिली है। मौसम विभाग ने यलो वेदर अलर्ट जारी किया है। साथ ही कहा है कि 12 जनवरी तक उत्तर-पूर्वी इलाके, यॉर्कशायर, लंदन और इंग्लैंड के पूर्वी इलाकों में भयानक बर्फबारी होने की आशंका है।
अगले 24 घंटों में साउथ वेल्स, मिडलैंड्स, लंदन और ईस्ट एंजलिया में बहुत से बहुत अधिक बर्फबारी होने की आशंका है। तापमान में तेजी से गिरावट आ सकती है। इसके बाद मौसम में सड़कों पर फिसलन बढ़ने की आशंका जाहिर की गई है। लोगों को सुरक्षित और घरों में रहने का निर्देश दिया गया है। लोगों को कहा गया है कि खासतौर से रात में गाड़ियां लेकर बाहर न निकले, बर्फ की वजह से पैदा हुई फिसलन और कम विजिबिलिटी से हादसों की आशंका है।
कुत्ता खा गया 3.32 लाख रुपये...
10 Jan, 2024 10:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पेंसिल्वेनिया । एक पालतू कुत्ता मालिक के 4,000 यानी 3.32 लाख रुपये चबाकर खा गया। ये बात सभी को हैरान कर ही रही है, लेकिन इससे भी ज्यादा हैरान कर रहा है मालिक का कुत्ते से लगभग 3.32 लाख रुपये वापस लेने का तरीका। दरअसल, मामला पेंसिल्वेनिया का है जहां कुत्ते ने जब इतने रुपये खा लिए तब मालिक के होश उड़ गए। उन्हें इसका अंदाजा तब हुआ जब कुत्ते की तबीयत बिगड़ने लगी। वहीं पैसे वापस पाने के लिए पालतू कुत्ते के मल का इंतजार करना पड़ा। फिर मल से धो-धोकर नोटों के टुकड़ों को निकाला गया। खास बात ये रही कि, बैंक वे सारे नोट लेने के लिए तैयार हो गया जिसमें सीरियल नंबर अभी भी दिखाई पड़ रहे थे।
पाकिस्तान-चीन में धार्मिक स्वतंत्रता खतरे में
10 Jan, 2024 09:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वासिंगटन । अमेरिका ने पाकिस्तान और चीन का नाम धार्मिक स्वतंत्रता के उल्लंघन के मामले में चिंता वाले देशों की लिस्ट में रखा है। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने प्रेस रिलीज में कहा कि इस लिस्ट में म्यांमार, रूस, ईरान, नॉर्थ कोरिया और सऊदी अरब सहित कई देशों के नाम हैं। इन देशों को कंट्रीस ऑफ पर्टिकुलर कंसर्न की लिस्ट में डाला गया है। यहां धार्मिक स्वतंत्रता के उल्लंघन से जुड़े गंभीर मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं पाकिस्तान ने अमेरिका की रिपोर्ट को खारिज कर दिया है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा- यह दावा एकतरफा, भेदभाव और मनमाने पैमानों पर आधारित है। ऐसे कदम वैश्विक स्तर पर धार्मिक स्वतंत्रता को आगे बढ़ाने के इस्लामाबाद और वॉशिंगटन के लक्ष्य को कमजोर करते हैं।
पाकिस्तान ने कहा- हम एक बहुलवादी देश हैं। हमने धार्मिक स्वतंत्रता को बढ़ावा देने और अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा के लिए कई कदम उठाए हैं। पाकिस्तान को विश्वास है कि धार्मिक असहिष्णुता, जेनोफोबिया और इस्लामोफोबिया का मुकाबला आपसी समझ और सम्मान के आधार पर किया जा सकता है। पाकिस्तान ने इस मुद्दे पर द्विपक्षीय रूप से अमेरिका के साथ बातचीत भी की है। पाकिस्तान में ईशनिंदा कानूनों के इस्तेमाल की जांच नहीं होने पर विश्व स्तर पर आलोचना होती रही है। इन कानूनों का गलत इस्तेमाल करके कट्टरपंथी समुदाय हिंदू, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध, अहमदिया मुस्लिम जैसे धार्मिक अल्पसंख्यकों को निशाना बनाते हैं।
अगस्त 2023 में पाकिस्तान के फैसलाबाद में एक चर्च को जलाए जाने के बाद भीड़ ने ईशनिंदा के आरोप लगाए थे। 2021 में एक व्यक्ति पर ईशनिंदा का आरोप लगाने के बाद गुस्साई भीड़ ने उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान में एक सदी पुराने मंदिर पर हमला किया था। इसके अलावा सियालकोट में श्रीलंकाई व्यवसायी प्रियंता कुमारा की पीट-पीटकर हुई हत्या के बाद भी ग्लोबल लेवल पर पाकिस्तान के ईशनिंदा कानूनों की आलोचना हुई थी। मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक पाकिस्तान में जबरन धर्म परिवर्तन, अपहरण और जबरन शादी जैसे अपराध भी बड़े पैमाने पर होते हैं। सरकार इन गतिविधियों को रोकने के लिए पर्याप्त कार्रवाई करने में विफल रही है। इससे पहले 2022 में आई सीपीसी की लिस्ट में पाकिस्तान और चीन का नाम शामिल था।
जापान में आया फिर तबाही का भूकंप
10 Jan, 2024 08:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । जापान में बीते एक सप्ताह में तीसरी बार शक्तिशाली भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.0 मापी दर्ज की गई है। इससे पहले नए साल पर जापान में 155 भूकंप ने तबाही मचा दी थी। जिसमें लगभग 100 लोगों की मौत हुई थी। जबकि 450 से ज्यादा लोग जख्मी हुए थे। समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, सरकार ने कहा कि मध्य जापान में 6.0 तीव्रता के भूकंप के कारण जोरदार झटके महसूस किए गए हैं लेकिन अभी तक सुनामी की कोई चेतावनी नहीं जारी की गई है।
जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने जानकारी देते हुए कहा कि भूकंप जापान सागर के तट पर आया है। जिससे देश का वही हिस्सा हिल गया जहां 1 जनवरी को एक भीषण भूकंप ने मध्य जापान के कई इलाकों को बर्बाद कर दिया था। इसके झटकों ने व्यापक तबाही लाई है और मरने वालों की संख्या 200 से अधिक हो गई। अधिकारियों ने कहा कि 100 का अभी भी पता नहीं चल पाया है। नए साल पर 7.5 तीव्रता के भूकंप ने सौकड़ों बड़ी - बड़ी बिल्डिंग को ध्वस्त कर दिया, आग लग गई और नोटो प्रायद्वीप पर बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है।