विदेश (ऑर्काइव)
आर्थिक तंगी के चलते पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस की उड़ानें समाप्ति की कगार पर
15 Sep, 2023 03:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इस्लामाबाद । पाकिस्तान की सबसे बड़ी विमान सेवा प्रदाता इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) डूबने की कगार पर है। जानकारी के अनुसार पाकिस्तान की बदतर आर्थिक स्थिति के चलते इन विमानों में ईंधन भरवाने के पैसे भी नहीं हैं। अगले कुछ महीनों में पीआईए के मुख्य कार्यों और गैर-प्रमुख संपत्तियों की बिक्री की उम्मीद है। पिछले हफ्ते ही पाकिस्तान के उड्डयन मंत्रालय ने कड़ी चेतावनी जारी करते हुए संघीय सरकार से कहा था कि एयरलाइन गंभीर नकदी प्रवाह के संकट से जूझ रही है। मंत्रालय ने कहा, इससे लेनदारों, विमान पट्टेदारों, ईंधन आपूर्तिकर्ताओं, बीमाकर्ताओं, अंतरराष्ट्रीय और घरेलू हवाईअड्डा ऑपरेटरों और अंतरराष्ट्रीय वायु परिवहन संघ (आईएटीए) पर बकाया हो गया है।
मंत्रालय ने कहा कि इसके कारण, पाकिस्तान के राष्ट्रीय ध्वजवाहक को 13 पट्टे वाले विमानों में से पांच को खड़ा करने के लिए मजबूर होना पड़ा है, और शीघ्र ही चार अन्य विमानों को भी इस संकट का सामना करना पड़ेगा। विमानन मंत्रालय ने बताया कि बोइंग और एयरबस सितंबर के मध्य तक स्पेयर पार्ट्स की आपूर्ति बंद करने की कगार पर थे। बढ़ती चिंताओं के बीच, मंत्रालय ने 23 बिलियन पाकिस्तानी रुपये (लगभग 77.3 मिलियन अमरीकी डालर) के तत्काल नकद इंजेक्शन का अनुरोध किया है। इसने घरेलू एजेंसियों के लिए शुल्क, कर और सेवा शुल्क को निलंबित करने के लिए भी कहा है।
पाकिस्तान में नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएए) ने पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) की 35 उड़ानों का निरीक्षण नहीं किया है, जिससे अगले साल की उड़ानों के लिए आवश्यक प्रमाणपत्र जारी करना खतरे में पड़ सकता है। पाकिस्तान विमानन प्राधिकरण ने अन्य मुद्दों के अलावा विमानों की तकनीकी समस्याओं और चालक दल के प्रशिक्षण के बारे में टिप्पणियां की हैं। जानकारी के अनुसार, एयरलाइन को दिसंबर 2023 तक सीएए द्वारा निरीक्षण पूरा करने के लिए कहा गया था। ग्राउंडेड विमानों के साथ-साथ विदेश और पाकिस्तान नौसेना द्वारा उड़ाए गए विमान भी निरीक्षण सूची में शामिल हैं। अगले वर्ष के एयर ऑपरेटर प्रमाणपत्र की अंतिम तिथि 31 जनवरी, 2024 है। सीएए के उड़ान मानकों के निदेशक द्वारा संचालन विशिष्टताओं के शीर्षक के तहत विमानों की एक सूची जारी की गई है। सूची में एयरलाइन के 12 बोइंग 777, 17 एयरबस ए320 और छह एटीआर विमानों का विवरण शामिल है। सीएए ने बार-बार राष्ट्रीय ध्वज वाहक से इन विमानों का निरीक्षण पूरा करने के लिए कहा है।
उल्लेखनीय है कि पीआईए के कुल 15 विमान ग्राउंडेड हैं, दो विदेश में हैं जबकि दो का इस्तेमाल देश की दूसरी संस्था कर रही है। संघीय सरकार ने कर्ज में डूबी पीआईए को विदेशी पूंजी के साथ सार्वजनिक-निजी भागीदारी के तहत चलाने और राष्ट्रीय वाहक के पुनर्गठन की एक बड़ी योजना तैयार की है। पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) को 15 विमानों को खड़ा करने का खतरा है क्योंकि उसने अभी तक 20 अरब रुपये तक का बकाया नहीं चुकाया है। सूत्रों के मुताबिक, इसके अलावा, अगर विमानों को खड़ा किया गया तो 30 से अधिक उड़ानें निलंबित होने की संभावना है। ईंधन, संघीय उत्पाद शुल्क (एफईडी) और पट्टे के भुगतान से संबंधित बकाए के समय पर भुगतान में देरी के कारण 15 विमानों को खड़ा किया जा सकता है। इससे पहले, उड्डयन मंत्रालय ने कहा था कि पीआईए की ओवरहालिंग एक जटिल प्रक्रिया है और इसमें एक साल लगेगा हालांकि, राष्ट्रीय करियर को चालू रखना जरूरी है।
आधा कुत्ता और आधी लोमड़ी जैसा दिख रहा यह अनोखा जीव
15 Sep, 2023 02:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ब्रैसिलिया । ब्राजील में दुनिया का पहला ऐसा जीव मिला है, जो आधा कुत्ता और आधी लोमड़ी है। इसकारण इस डॉग्जिम नाम दिया गया है। इसका पता तब चला जब ब्राजील में एक कार के सामने आने से यह जख्मी हो गया। वैज्ञानिकों मादा डॉग्जिम मिली है। डॉग्जिम का जेनेटिक डेटा जमा किया जा रहा है। शुरुआती जांच में पता चला है कि इसकी मां पैम्पास लोमड़ी थी। जबकि पिता एक पालतू कुत्ता। वैज्ञानिकों ने देखा है कि इसके अंदर कुत्ते और लोमड़ी के जीन्स हैं। इसके शरीर का आकार, रंग, सब मिला-जुला दिखता है। इसके अंदर दोनों जानवरों का व्यवहार है।
इसके कान बेहद नुकीले, मोटे और फर वाले हैं। साथ ही इसका थूथन बेहद लंबा है। क्रॉसब्रीड होने के बावजूद यह जीव इंसानों से भागती नहीं। यह इंसानों से प्यार करती है। उनकी गोद में रहना पसंद करती है। वैज्ञानिकों ने खाना दिया तब नहीं खाया। लेकिन जिंदा चूहे खाए। इसने कुत्ते की तरह भौंका। कुछ देर खिलौनों से खेली भी। लेकिन इसकी चाल-ढाल पूरी तरह से लोमड़ी जैसी थी। घायल डॉग्जिम का इलाज करने वाली महिला ने कहा कि यह एक अद्भुत जीव है। हाइब्रिड होते हुए भी कमाल की। किसी जंगली कुत्ते में जो आक्रामकता दिखती है, वहां इसमें नहीं है। यह शर्मीली है। आमतौर पर लोगों से दूर रहती है। लेकिन इलाज के दौरान यह वेटरीनरी डॉक्टरों और स्टाफ से घुलमिल गई। यह पहली बार है लोमड़ी और कुत्ते की क्रॉस ब्रीडिंग का मामला सामने आया है।
जब तक प्रतिबंध हटाए नहीं जाते, परमाणु समझौता नहीं होगा लागू
15 Sep, 2023 12:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
तेहरान । ईरान के परमाणु प्रमुख ने साफ कर दिया है कि जब तक उनके देश पर से प्रतिबंध नहीं हटाए जाते हैं, परमाणु समझौता लागू नहीं करेंगे। मोहम्मद एस्लामी ने कहा है कि अगर अन्य पक्ष समझौते के तहत अपने दायित्वों का सम्मान नहीं करते हैं तो उनका देश 2015 के परमाणु समझौते को पूरी तरह से लागू नहीं करेगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन (एईओआई) के अध्यक्ष मोहम्मद एस्लामी ने ईरान की राजधानी तेहरान में एक कैबिनेट बैठक के मौके पर देश की परमाणु गतिविधियों और आईएईए के साथ सहयोग पर विस्तार से बात करते हुए यह टिप्पणी की। रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने कहा कि फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी का ई3 समूह ईरान से परमाणु समझौते को पूरी तरह से लागू करने की उम्मीद नहीं कर सकता है, जिसे औपचारिक रूप से संयुक्त व्यापक कार्य योजना (जेसीपीओए) के रूप में जाना जाता है, क्योंकि उनमें से कोई भी समझौते के तहत अपने दायित्वों को पूरा नहीं कर रहा है।
ईरान के परमाणु उपायों को अमेरिकी प्रतिबंधों का मुकाबला करने के लिए 2020 में ईरानी संसद द्वारा पारित कानून के आधार पर लागू किया जा रहा है, उन्होंने कहा कि जब तक प्रतिबंध पूरी तरह से नहीं हटाए जाएंगे, तब तक देश इसे जारी रखेगा। संसद के कानून ने सरकार को आईएईए द्वारा ईरान की परमाणु सुविधाओं के निरीक्षण को प्रतिबंधित करने और जेसीपीओए के तहत निर्धारित सीमा से परे देश के परमाणु कार्यक्रम के विकास में तेजी लाने का आदेश दिया। सुरक्षा उपायों के समझौते के ढांचे के भीतर आईएईए के साथ एईओआई के सहयोग के संबंध में, एस्लामी ने कहा कि ईरान ने बातचीत के दौरान एजेंसी को आवश्यक स्पष्टीकरण प्रदान किया है और कई दस्तावेज जमा किए हैं, इससे दोनों पक्षों के बीच लंबित मामलों और मतभेदों के मुद्दों को चार से दो तक कम करने पर जोर दिया गया है।
मोरक्को में आए भूकंप से अमेरिका शक के घेरे में
15 Sep, 2023 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लंदन । मोरक्को में आए विनाशकारी भूकंप से मौत का आंकड़ा 3 हजार तक पहुंच गया है। आपदा का केंद्र एटलस पहाड़ों के अंदर था। वैसे इस अफ्रीकी देश में भूकंप आना नई बात नहीं, लेकिन ऐसी तबाही बीते कई दशकों में नहीं दिखी थी। एक ओर सरकार लोगों की जान बचाने में लगी है। वहीं दूसरी ओर कंस्पिरेसी थ्यौरी भी जोरों पर है। असल में कुछ रोज पहले सोशम मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें तबाही से ठीक पहले आसमान में रहस्यमयी रोशनी दिखती है। इसके साथ ही ये शक जताया जाने लगा कि ये कुदरती आपदा नहीं, बल्कि किसी हाईटेक लैब का कारनामा है। बहुत सी अंगुलियां अमेरिकी सेना प्रोग्राम हार्प की ओर उठ रही हैं। ये अलास्का में एक वेधशाला में स्थित अमेरिकी परियोजना है जो रेडियो ट्रांसमीटर की मदद से ऊपरी वातावरण (आयनमंडल) का अध्ययन करती है। साल 2022 में इसके मौसम पर कई बड़े प्रोजेक्ट शुरू किए, लेकिन ये कभी नहीं कहा कि इसमें भूकंप ला सकने की क्षमता है। पहले भी कुदरती आपदाओं को लेकर हार्प संदेह के घेरे में रहा हैं। कई देशों में आए भूकंप, सुनामी और भूस्खलन के लिए रिसर्च संस्था को दोषी ठहराया गया।
मिलिट्री लैब की आधिकारिक वेबसाइट पर लिखा है कि वे जो रेडियो फ्रीक्वेंसी भेजता है, वे धरती के किसी भी स्तर पर अवशोषित नहीं हो पाता हैं। इसमें इस बात का कोई सवाल ही नहीं कि वे किसी भी तरह से मौसम पर काबू कर सकेगा। वे केवल इसकी स्टडी कर रहा है। इसके बाद भी रह-रहकर उसपर सवाल उठते रहे। फरवरी में तुर्की और सीरिया भूकंप से दहल उठे थे। मरने वालों की संख्या 23 हजार के पार चली गई। इसी दौरान सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुई, जिसमें भूकंप से ठीक पहले प्रभावित इलाकों के आसमान में नीली-पीली रोशनी दिख रही थी। भूकंप के दौरान बिजली भी गिरी। कहा जा रहा है कि भूकंप में बिजली का गिरना कोई सामान्य घटना नहीं। आर्टिफिशियल तरीके से भूकंप आया, जिसमें अमेरिका का हाथ था।
इस तरह की कंस्पिरेसी थ्यौरीज काफी समय से सुनने में आ रही हैं। अनुमान है कि कई देश मौसम को कंट्रोल करके दूसरों पर हमला करने की कोशिश करने वाले हैं। ये हमला हथियारों या परमाणु बम से नहीं होगा, बल्कि कुदरती लगेगा। जैसे बारिश को काबू करके एक देश, अपने दुश्मन देश में सूखा ले आए, या फिर बाढ़ ले आए, जिससे त्राहि-त्राहि मच जाए। भूकंप या सुनामी ला सकना भी इसी श्रेणी में है। यह वैसा ही है, जैसे दुश्मन देश में खतरनाक वायरस या बैक्टीरिया भेजना। सबसे पहले मौसम पर काबू करने की कोशिशें किसने शुरू कीं, इसपर विवाद है। रूस अमेरिका पर आरोप लगाता है, तब अमेरिका रूस पर। वैसे अमेरिका पर ज्यादातर देश हमलावर रहे। अगस्त 1953 में इस देश ने प्रेसिडेंट्स एडवाइजरी कमेटी ऑन वेदर कंट्रोल बनाई। कमेटी समझना चाहती थी कि किस तरह से वेदर मॉडिफिकेशन हो सकता है, ताकि उसे देशहित में उपयोग किया जा सके।
माना जाता है कि अमेरिका ने वियतनाम युद्ध के समय मानसून को बढ़ाने के लिए क्लाउड सीडिंग को हथियार बनाया था। इससे वियतनामी सेना की सप्लाई चेन बिगड़ गई थी क्योंकि ज्यादा बारिश के कारण जमीन दलदली हो चुकी थी। हालांकि इस बात के कोई प्रमाण नहीं मिल सके कि ये अमेरिकी चाल थी या कुदरती कहर। साल साल 2010 में हैती में आए भूकंप को लेकर अमेरिका और रूस दोनों पर आरोप लगा था।
दोनों देशों की ताकत और आपसी दुश्मनी को देखते हुए साल 1978 में एक संधि हुई, जिसका नाम था। कन्वेंशन ऑन द प्रोहिबिशन ऑफ मिलिट्री ऑर अनी अदर हॉस्टाइल यूज। धीरे-धीरे करके करीब 100 देश इसका हिस्सा बन गए। ये संधि मौसम के अध्ययन के दौरान किसी भी इसतरह के रिसर्च पर रोक लगाती है, जिसके भूकंप या सुनामी जैसी भयावह आपदा आ सके।
कंस्पिरेसी थ्यौरीज भले कुछ भी कहें, लेकिन साइंस कुछ और ही कहता है। भूकंप के ठीक पहले जो रोशनी वहां दिखी, साइंस में इस अर्थक्वेक लाइट कहते हैं। इसके मुताबिक भूकंप की भी अपनी रोशनी होती है, जो जमीन से लेकर आसमान तक का सफर करती है। ये धरती के भीतर भूकंपीय गतिविधि से जुड़े इलेक्ट्रोमैग्नेटिक करंट से पैदा होती है। विस्तार में कहें तब इलेक्ट्रोमैग्नेटिक प्रवाह तब बनता है, जब धरती की टैक्टोनिक प्लेट में भारी हलचल मचे। पहले भी कई बार भूकंप से पहले रोशनी की बात की जा चुकी है। यहां तक कि 17वीं सदी के दस्तावेजों में भी आपदा से पहले रहस्यमयी रोशनी का जिक्र मिलता है।
खालिस्तान समर्थक पन्ननू ने कहा, पीएम ट्रूडो हमारे साथ, 29 अक्टूबर को होगा जनमत संग्रह
15 Sep, 2023 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ओटावा । अलगाववादी समूह सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) ने कोलंबिया के सरे शहर में तथाकथित खालिस्तान जनमत संग्रह के मतदान के लिए एक नई तारीख की घोषणा की है। जनमत संग्रह 29 अक्टूबर को होगा। यह घटनाक्रम कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पियरे पोइलिवरे द्वारा खालिस्तान समर्थक गतिविधियों पर अपनाए गए रुख के कुछ दिनों बाद आया है।
एसएफजे के कानूनी वकील गुरपतवंत पन्नून ने कहा कि जी20 के दौरान पीएम ट्रूडो ने खालिस्तान के लिए शांतिपूर्वक वकालत करने के कनाडाई सिखों के अधिकार का बचाव किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के इतर 10 सितंबर को पीएम ट्रूडो के साथ अपनी अलग बैठक के दौरान नई दिल्ली को कनाडा में चरमपंथी तत्वों की भारत विरोधी गतिविधियों के बारे में मजबूत चिंताओं से अवगत कराया था। हालाँकि, दिल्ली में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, ट्रूडो ने कहा, प्रवासी कनाडाई हमारे देश का एक बड़ा हिस्सा हैं, और उन्हें उन कई देशों के हस्तक्षेप के बिना खुद को अभिव्यक्त करने और अपनी पसंद बनाने में सक्षम होना चाहिए जिनके बारे में हम जानते हैं कि वे इसमें शामिल हैं।
इस बीच, पोइलिवरे ने कहा कि व्यक्तिगत रूप से मैं एकजुट भारत में विश्वास करता हूं जैसे मैं एकजुट कनाडा में विश्वास करता हूं। लेकिन मेरा मानना है कि लोगों को असहमत होने की भी आजादी है। पोइलिवरे ने कहा कि आप कोई भी राय व्यक्त कर सकते हैं, यहां तक कि वे राय भी जिनसे मैं सहमत नहीं हूं, और उन राय को शांतिपूर्ण ढंग से व्यक्त किया जाना चाहिए, लेकिन उन्हें स्वतंत्र रूप से व्यक्त किया जा सकता है।
अगले महीने शुरू होगी दलाई लामा की सिकिम्म यात्रा
15 Sep, 2023 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
धर्मशाला । तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा की भारत-चीन सीमा पर पहाड़ों में बसे पूर्वोत्तर राज्य सिक्किम की पांच दिवसीय यात्रा मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग के निमंत्रण पर अगले महीने शुरू होगी है। यह दलाई लामा की 10 से 14 अक्टूबर तक सिक्किम की सातवीं यात्रा होगी। यह तिब्बती आध्यात्मिक नेता और सिक्किम के लोगों के बीच संबंध को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और आध्यात्मिक यात्रा होगी।
पहली यात्रा 1956 में भारत में भगवान बुद्ध की 2500वीं जयंती में भाग लेने के लिए जाते समय हुई थी। उस समय तिब्बत के रास्ते में भारी बर्फबारी के कारण वे लगभग एक महीने तक सिक्किम में रुके थे। उनकी आधिकारिक पोस्ट के अनुसार, उन्होंने अपनी आखिरी यात्रा दिसंबर 2010 में की थी, तब उन्होंने 17वीं शताब्दी के ताशीडिंग मठ में दो दिवसीय आध्यात्मिक विश्राम किया था, जो सिक्किम के सबसे पवित्र और पवित्रतम बौद्ध मठों में से एक है।
ऐसा माना जाता है कि गुरु पद्मसंभव ने आठवीं शताब्दी ईस्वी में तिब्बत की अपनी यात्रा के दौरान भूटान और सिक्किम दोनों का दौरा किया था। सिक्किम के मुख्यमंत्री तमांग ने इस यात्रा पर प्रसन्नता व्यक्त की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दलाई लामा 10 को सिक्किम पहुंचकर 14 अक्टूबर को वापस लौट जाएंगे। जब से हमने 2019 में सरकार बनाई है, हमारा निरंतर प्रयास रहा है कि परमपावन को सिक्किम आने और उनका आशीर्वाद लेने के लिए निमंत्रण दिया जाए। आख़िरकार, इस वर्ष हमारा प्रयास सफल होता दिख रहा है। इसलिए, हमें दलाई लामा की यात्रा को ऐतिहासिक और यादगार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़नी चाहिए।
भारत में ड्रग्स तस्करी नेटवर्क का प्रमुख निकाला पाकिस्तान का वर्दीवाला
15 Sep, 2023 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लाहौर । पाकिस्तान की एंटी-नारकोटिक्स फोर्स (एएनएफ) ने भारत में ड्रग्स तस्करी करने वाले एक बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ कर दिया। इसके साथ ही वर्दी में एक अंडरवर्ल्ड डॉन का भी पता चला है। ड्रग-तस्करी नेटवर्क को कोई और नहीं बल्कि लाहौर पुलिस की एंटी-नारकोटिक्स विंग के प्रमुख मजहर इकबाल द्वारा संचालित हो रहा था। अधिकारियों ने बताया कि इकबाल के नेतृत्व वाला नेटवर्क ड्रोन का इस्तेमाल करके भारत में ड्रग्स, विशेष रूप से हेरोइन की तस्करी करता था।
पूर्व पुलिस उपाधीक्षक इकबाल, लाहौर पुलिस की एंटी-नारकोटिक्स इन्वेस्टिगेशन यूनिट का नेतृत्व कर रहे थे, जब एएनएफ ने ड्रग-तस्करी रैकेट का खुलासा किया। 1994 के बाद से, इकबाल को अवैध गतिविधियों में शामिल होने के कारण छह बार सेवा से बर्खास्त कर 45 बार निलंबित किया गया था। उसके खिलाफ ज्यादातर मामले मादक पदार्थों की तस्करी से जुड़े हैं। आश्चर्य की बात है कि इतने संदिग्ध ट्रैक रिकॉर्ड के बावजूद इकबाल को लाहौर पुलिस के मादक द्रव्य विरोधी विभाग का प्रमुख पद दिया गया था। पाकिस्तान के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, इकबाल ने इन अवैध गतिविधियों के जरिए काफी संपत्ति अर्जित की है। नेटवर्क के भंडाफोड़ की घोषणा पिछले हफ्ते पाकिस्तानी रेंजर्स ने की थी। रेंजर्स ने कथित तौर पर मादक पदार्थों, हथियारों और गोला-बारूद की तस्करी की कोशिश करने के आरोप में पाकिस्तानी क्षेत्र के अंदर छह भारतीयों को गिरफ्तार करने का दावा किया है। गिरफ्तार तस्करों में से चार गुरमीत सिंह, शिंदर सिंह, जुगिंदर सिंह और विशाल जग्गा पंजाब के फिरोजपुर के रहने वाले हैं, जबकि रतन पाल सिंह और गर्वेंदर सिंह क्रमशः जालंधर और लुधियाना से हैं।
अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार भारतीयों से पूछताछ के बाद इकबाल के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई। हालांकि, अधिकारी इकबाल को गिरफ्तार नहीं कर पाए क्योंकि उसने गिरफ्तारी से पहले ही जमानत ले ली थी। प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि इकबाल और उसके नेटवर्क ने ड्रोन का उपयोग करके पाकिस्तानी शहर कसूर से भारत तक नशीली दवाओं के ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा प्रदान की। जांच से पता चला है कि मजहर इकबाल ड्रोन के माध्यम से 30 किलोग्राम से अधिक हेरोइन भारत पहुंचाने में शामिल था और उस अपने काम के लिए दुबई में पेमेंट मिलता था। इकबाल ने कथित तौर पर अरबों रुपये की संपत्ति अर्जित की है। उनके पास शानदार कारों का एक बेड़ा भी है और वह लाहौर के पॉश डिफेंस हाउसिंग अथॉरिटी में चार कनाल के घर में रहते हैं।
कनाडाई पीएम ट्रूडो की हालात खराब, ताजा सर्वें में पिछड़ते दिख रहे, मंहगाई से जनता परेशान
15 Sep, 2023 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आटोवा । कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इस विचार को खारिज कर दिया कि वह खराब वोटिंग प्रतिशत के कारण पद छोड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि उनके पास अभी भी करने के लिए बहुत काम है, लेकिन जीवनयापन की लागत के बारे में जनता की शिकायत को स्वीकार किया। सर्वेक्षणों से पता चलता है कि नौ साल तक सत्ता में रहने के बाद, वामपंथी झुकाव वाले उदारवादी आधिकारिक विपक्षी परंपरावादियों से बुरी तरह पिछड़ रहे और अगर अब चुनाव हुए तब वे सत्ता गंवा सकते हैं। हालाँकि ट्रूडो का केंद्र के छोटे वामपंथी न्यू डेमोक्रेट्स के साथ एक समझौता है, जो उन्हें अक्टूबर 2025 तक शासन करने की अनुमति देगा, यह समझौता गैर-बाध्यकारी है और इससे पहले ही टूट सकता है।
जब ट्रूडो से पूछा गया कि क्या उन्होंने पद छोड़ने पर विचार किया है, तब उन्होंने कहा, कि हम अगले चुनाव से दो साल दूर हैं। मैं अपना काम करना जारी रख रहा हूं। बहुत सारे महत्वपूर्ण काम करने हैं... जब उस काम की बात आती है तब मैं उत्साही और अथक रहता हूँ। हालांकि बढ़ती महंगाई की वजह लोगों में उनके खिलाफ पनप रहे गुस्से को उन्होंने जरूर स्वीकार किया। कंजर्वेटिवों ने ट्रूडो पर लापरवाह सरकारी खर्च के माध्यम से मुद्रास्फीति को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। उन्होंने शिकायत की कि आवास लगातार अप्रभावी होता जा रहा है। उदारवादी विधायकों ने कहा कि गुमनाम रूप से शिकायत की है कि ट्रूडो की टीम के पास कंजर्वेटिव हमलों का खंडन करने की कोई योजना नहीं है जो जीवनयापन की उच्च लागत पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
लीबिया में तूफान-बाढ़ से 20 हजार मौतों की आशंका
14 Sep, 2023 07:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
काहिरा/त्रिपोली। अफ्रीकी देश लीबिया में डेनियल तूफान और बाढ़ ने भयंकर तबाही मचा दी है। तूफान के बाद 10 हजार आबादी वाले डेर्ना शहर के पास दो डैम टूट गए। इससे पूरा शहर तबाह हो गया है। डेर्ना शहर के मेयर ने बताया है कि मौतों का आंकड़ा 20 हजार तक पहुंच सकता है।
अलजजीरा ने लोकल अथॉरिटीज के हवाले से बताया कि देश में अब तक 6,900 लोगों की मौत हो चुकी है। आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। सिर्फ 700 शव ऐसे हैं, जिनकी शिनाख्त हो सकी है। 20 हजार से ज्यादा लोग लापता हैं। उसामा अल हुसादी नाम के एक 52 साल के ड्राइवर ने अलजजीरा को बताया कि वो अपनी पत्नी और 5 बच्चों को 4 दिन से ढूंढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा- मैं अस्पतालों, कम्यूनिटी हॉल्स की खाक छानता फिर रहा हूं, लेकिन मुझे कहीं भी उनकी जानकारी नहीं मिल पा रही है। उनका कहना है कि बाढ़ की वजह से उन्होंने अपने 50 रिश्तेदारों को खोया है।
लीबियन सिक्योरिटी फोर्स के मुताबिक 4 देश तुर्किये, इटली, कतर और यूएई बाढ़ प्रभावित इलाकों में मदद पहुंचा रहे हैं। यहां मेडिकल इक्विपमेंट्स, दवाएं और खाना पहुंचाया जा रहा है। मिस्र, जॉर्डन, ट्यूनीशिया और कुवैत ने भी मदद करने की बात कही है। संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय संघ और अमेरिका भी इमरजेंसी फंड जारी कर रहे हैं।
लाशों की शिनाख्त नहीं हो पा रही
हेल्थ मिनिस्टर ने बताया कि कई इलाकों में पानी में लाशें तैरती नजर आ रही हैं। कई घरों में शव सड़ चुके हैं। कुछ मीडिया रिपोट्र्स में कहा गया है कि एक समंदर में लाशें तैरती देखी गई हैं। हालात इस कदर खराब हैं कि मरने वालों को दफनाने तक की जगह नहीं बची। लाशें सडक़ों पर देखी जा सकती हैं। अलजजीरा के मुताबिक, पोर्ट सिटी डेर्ना के पास दो डैम थे, तूफान और बाढ़ से ये टूट गए। इनमें से एक डैम की हाइट 230 फीट थी। सबसे पहले यही डैम तबाह हुआ। रिपोट्र्स के मुताबिक, इन डैम्स की 2002 से देखरेख नहीं हुई थी। रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे 123 सैनिकों के बारे में भी पता नहीं चल रहा है। यही वजह है कि अब फौज भी बेबस नजर आ रही है। देश में मौजूद चुनिंदा एयरपोट्र्स इस लायक नहीं बचे हैं कि वहां कोई हैवी या कार्गो एयरक्राफ्ट लैंड कर सके। यही वजह है कि यहां मदद पहुंचाना भी मुश्किल हो रहा है।
इजरायल-गाजा सीमा पर विस्फोट, पांच की मौत, 25 घायल
14 Sep, 2023 03:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गाजा । गाजा में हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इजरायल-गाजा सीमा पर एक विस्फोट में कम से कम पांच फिलिस्तीनी मारे गए। फिलिस्तीनियों के एक सामूहिक प्रदर्शन के दौरान हुए विस्फोट में 25 अन्य घायल हो गए। फिलिस्तीनी सुरक्षा सूत्रों और प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि विस्फोट से पहले, सीमा बाड़ पर फिलिस्तीनी प्रदर्शनकारियों और इजरायली सैनिकों के बीच झड़प हुई थी। इस दौरान इजरायली सैनिकों ने गोलियां और आंसू गैस के बम दागे थे। एक समाचार पत्र के अनुसार इज़राइल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने कहा कि फिलिस्तीनियों द्वारा बैरियर पर विस्फोटक उपकरण और हथगोले फेंकने के बाद इजरायली सैनिकों ने कार्रवाई की। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विस्फोट के कारण का पता लगाने के लिए जांच चल रही है, लेकिन आईडीएफ ने दावा किया कि इजरायलियों को चोट पहुंचाने के प्रयास में प्रदर्शन के दौरान फिलिस्तीनी दंगाइयों द्वारा एक विस्फोटक उपकरण रखा गया था। इस बीच, इजराइली सेना ने इस संभावना से इनकार किया कि इजराइली गोलीबारी के कारण विस्फोट हुआ और कहा कि डिवाइस को फेंकने की कोशिश के दौरान यह अपने आप फट गया।
तेहरान ने पश्चिम के ईरान विरोधी बयान पर उचित जवाब का संकल्प जताया
14 Sep, 2023 02:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
तेहरान । ईरान ने आईएईए बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की बैठक में जारी किए गए ईरान विरोधी बयान पर उचित जवाब देने का संकल्प लिया है। विदेश मंत्रालय के एक बयान में प्रवक्ता नासिर कनानी के हवाले से कहा कि ईरान फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी के साथ-साथ अमेरिका के ई3 समूह के राजनीतिक कदम का उचित जवाब देगा। कनानी ने कहा कि बयान में आईएईए के साथ ईरान के सहयोग के खिलाफ की गई आलोचना साल की शुरुआत से दोनों पक्षों की बातचीत के बाद तेहरान और एजेंसी के बीच सहयोग में महत्वपूर्ण प्रगति के बाद आई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कनानी ने कहा कि ईरान सुरक्षा उपायों के ढांचे के भीतर आईएईए के साथ सहयोग करने के सिद्धांत के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि यह अफसोस की बात है कि ई3 और अमेरिका, जिनके ईरान विरोधी कदमों के पीछे कुछ मकसद हैं और उन्होंने देश के खिलाफ शत्रुतापूर्ण रुख अपनाया है, अपने राजनीतिक उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए तेहरान और आईएईए के बीच तकनीकी सहयोग का दुरुपयोग कर रहे हैं।
बयान में, ई3 ने दावा किया कि ईरान की हरकतें उसकी जेसीपीओए प्रतिबद्धताओं और घोषित इरादों का स्पष्ट उल्लंघन है और ईरान ने अपने परमाणु कार्यक्रम को स्पष्ट रूप से विश्वसनीय नागरिक औचित्य से परे एक खतरनाक स्तर तक बढ़ाना जारी रखा है। पिछले मार्च में आईएईए के साथ हुए समझौते को लागू करने की इच्छाशक्ति प्रदर्शित नहीं की है। ईरान ने जुलाई 2015 में विश्व शक्तियों के साथ परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, जिसे औपचारिक रूप से संयुक्त व्यापक कार्य योजना (जेसीपीओए) के रूप में जाना जाता है, इसमें देश पर प्रतिबंधों को हटाने के बदले में अपने परमाणु कार्यक्रम पर कुछ प्रतिबंध लगाने पर सहमति व्यक्त की गई थी। हालांकि, अमेरिका ने मई 2018 में समझौते से हाथ खींच लिया और तेहरान पर अपने एकतरफा प्रतिबंध फिर से लगा दिए, इससे इरान समझौते के तहत अपनी परमाणु प्रतिबद्धताओं से पीछे हट गया।
ब्रिटेन स्थित पुराना युद्ध कार्यालय का हिंदुजा करेगा जीर्णोद्घार, बनेगा लग्जरी होटल
14 Sep, 2023 01:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लंदन । द्वितीय विश्व युद्ध के समय के प्रतिष्ठित पुराने युद्ध कार्यालय (ओडब्ल्यूओ) का हिंदूजा समूह जीर्णोद्घार करने जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार सन् 1906 में स्थापना के बाद पहली बार एक लग्जरी होटल के रूप में 29 सितंबर को एक बार फिर इसके दरवाजे आम लोगों के लिए खोल दिये जायेंगे। रैफल्स लंदन के नाम से खुलने वाले इस लग्जरी होटल में 120 कमरे और लक्जरी आवासों, रेस्तरां और स्पा के साथ सुइट्स भी होंगे। ब्रिटेन के सबसे अमीर भारतीय मूल के समूह ने डाउनिंग स्ट्रीट के सामने स्थित इस इमारत का आठ साल पहले अधिग्रहण किया था। हिंदुजा समूह के संजय हिंदुजा ने कहा कि जब हम व्हाइटहॉल आए, तो टीम इस राजसी इमारत के आकार और सुंदरता से दंग रह गई। इसे इसके पूर्व गौरव में वापस लाने और इसमें नई जान फूंकते हुए इसकी विरासत को श्रद्धांजलि देने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई है। उन्होंने कहा कि ओडब्ल्यूओ में रैफल्स लंदन के साथ हम एक ऐसी विरासत बनाने की उम्मीद करते हैं जो कालातीत और नायाब दोनों हो।
इसमें सैकड़ों कारीगरों की मदद से असाधारण बदलाव किया गया है, जिसमें ऐतिहासिक आंतरिक तत्वों को फिर से बहाल किया गया है। इनमें हाथ से लगाये गये मोज़ेक फर्श, ओक पैनलिंग, चमकदार झूमर और एक संगमरमर की सीढ़ी शामिल है। इमारत के सबसे ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्र हेरिटेज सुइट्स, विंस्टन चर्चिल, डेविड लॉयड जॉर्ज और सर रिचर्ड हाल्डेन सहित प्रभावशाली राजनीतिक और सैन्य नेताओं के पूर्व कार्यालय हैं। इनमें से कई द व्हाइटहॉल विंग के रूप में विशेष आरक्षण के लिए उपलब्ध होंगे। यह छह-बेडरूम वाला सुइट इमारत के पश्चिमी विंग पर स्थित होगा और इसमें अधिकतम 12 मेहमान रह सकते हैं। यह लंदन में उपलब्ध सबसे बड़े लक्जरी होटल विंग में से एक है।
ओडब्ल्यूओ में रैफल्स लंदन के प्रबंध निदेशक फिलिप लेबोउफ ने कहा कि रैफल्स लंदन में पुराने युद्ध कार्यालय का इतिहास अपनी शानदार वास्तुकला, सावधानीपूर्वक चुने गए इंटीरियर डिजाइन और विशाल हेरिटेज सुइट्स के माध्यम से जीवित है। हम मेहमानों को अत्यधिक व्यक्तिगत और सहज सेवा प्रदान करने के लिए उत्साहित हैं जिसके लिए रैफल्स को दुनिया भर में जाना जाता है। एक बेजोड़ स्थान पर विश्व स्तरीय रेस्तरां और बार की विविध श्रृंखला के साथ आगंतुकों को पसंद के लिए तैयार किया जाएगा।
तेल के बाद अब सऊदी अरब रेगिस्तान में कीमती धातुओं की कर रहा खोज
14 Sep, 2023 12:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रियाद । सऊदी अरब में भले ही तेल का भंडार मौजूद है, लेकिन क्राउन प्रिंस अब रेगिस्तान में कीमती धातुओं की खोज में जुटे हुए हैं। बता दें कि सऊदी 80 साल पहले कुछ नहीं था। लेकिन तेल ने उसे आज दुनिया की आर्थिक महाशक्ति बना दिया है। सऊदी में ज्यादातर पैसा तेल का है। लेकिन अब राजशाही अपनी तेल केंद्रित अर्थव्यवस्था को बदलना चाहती है। इसके लिए सऊदी के रेगिस्तानों में धन के एक नए स्रोत को खोजा जा रहा है। सऊदी क्राउन प्रिंस टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए अरबों डॉलर खर्च कर रहे हैं। इसके साथ ही वह रेगिस्तान में अरबों डॉलर के धातुओं को खोजने में लगे हैं। इस प्लान के जरिए सऊदी को एक धातु केंद्र बनाने की योजना है। यह वैश्विक उद्योग में बड़ी क्रांति होगी। अंतर्राष्ट्रीय खनन कंपनियां इस खोज में लगी हैं। अगर सऊदी का यह सपना आंशिक रूप से भी सफल हुआ तो इसका प्रभाव पूरी दुनिया में होगा। धातु खनन के साथ ही सऊदी अमेरिका, चीन और विकासशील देशों के और भी करीब पहुंच जाएगा।
ब्रिटिश खनन फर्म मोक्सिको रिसोर्सेज पीएलसी रियाद से 200 किमी दूर पश्चिम खनैगुइयाह में जस्ता और तांबे की खुली खदान को स्थापित करने में मदद कर रहा है। कंपनी में काम करने वाले स्विगर्स ने कहा कि मैंने पूरे अफ्रीका में खनन किया है और भूविज्ञान जानता हूं। यहां खनन करना अच्छा है। रिग से हम 200 मीटर की गहराई में पृथ्वी के नमूने लेते हैं। यह साइट उन्हीं की ओर इशारा करती है। अगर सबकुछ ठीक रहा तो 2025 तक खनैगुइयाह साइट से पहले चरण में हर साल 1 लाख टन जस्ता और दस हजार टन तांबा सहित धातुओं का उत्पादन होगा। वैश्विक मानकों के हिसाब से यह बेहद कम है। चिली में इतनी धातु 18 घंटों में ही निकल जाती है।
स्थानीय तौर पर खदानों को खोजने के साथ-साथ सऊदी धातुओं की रिफाइनरी लगाने के प्लान पर विचार कर रहा है, जो ज्यादा आसान है। इससे लक्ष्य है कि धातुओं को कहीं और से खरीदा जाए और उसे सऊदी के अंदर रिफाइन करके बेचा जाए। सऊदी ने जुलाई में इंटरनेशनल माइनिंग के क्षेत्र में पहली बार भाग लिया। इसने ब्राजील में 3.4 अरब डॉलर का एक निवेश किया।
कभी बच्ची की तरह होती है महिला, तो कभी बन जाती है खूंखार आदमी
14 Sep, 2023 11:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
न्यूयॉर्क । एक ही इंसान के अंदर अलग-अलग हस्तियों के रहने की अजब घटना सामने आई है। कई लोग इसे आत्माओं और भूत-प्रेत से जोड़कर देख रहे हैं तो कई लोग इसे किसी मानसिक बीमारी का शिकार बता रहे हैं। उस महिला का नाम एंबर लॉज है, जिसके अंदर कुल 93 पर्सनालिटीज़ रहती हैं। मज़े की बात ये है कि ये सभी एक-दूसरे से अलग हैं। एंबर लॉज की उम्र महज 31 साल है लेकिन उनकी ज़िंदगी सामान्य रुप से तो बिल्कुल भी नहीं है। जानकारों के मुताबिक एंबर को डिसोसिएटिव आइडेंटिटी डिसऑर्डर है, जिसकी वजह से उसके एक शरीर के अंदर ही कुल 93 तरह की हस्तियां बारी-बारी से मौजूद रहती हैं। वो एक पल के लिए छोटी बच्ची की तरह हरकतें करने लगती है, तो दूसरे पल एक खूंखार आदमी बन जाती है। कभी वो बहुत ही शर्मीली होती है तो कभी वो बहिर्मुखी बन जाती है। उसके अंदर रहने वाली पर्सनालिटीज़ का अपना लिंग, उम्र और अनुभव होता है, जो एंबर के शरीर में कैद है। एंबर के शरीर में मौजूद पर्सनालिटीज़ की उन्हें आदत पड़ चुकी है। उनकी पार्टनर एंड्रिया को भी उनके इस डिसऑर्डर के बारे में पता है। वो पहले तो भ्रमित रहती थीं लेकिन बाद में उन्हें इसकी आदत पड़ गई। वे दोनों एक साथ सोती हैं तो कुछ और होती हैं और जागते ही एंबर की पर्सनालिटी कई बार बदल जाती है। एंड्रिया उसी के मुताबिक उनसे व्यवहार करने लगती हैं।
स्टेट डिनर के दौरान टोस्ट से पहले तानाशाह किम जोंग बोले
14 Sep, 2023 10:50 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
व्लदिवोस्तोक । रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय और डेलीगेशन लेवल की बैठक हुई। पुतिन ने तानाशाह के सम्मान में स्टेट डिनर होस्ट किया। डिनर के मेन्यू में डक सलाद, फिश सूप, मशरूम-आलू, मार्बल्ड बीफ, कंडन्स्ड मिल्क और नट्स शामिल थे।
दोनों नेताओं ने रूस-नॉर्थ कोरिया के बीच रिश्ते और मजबूत करने पर टोस्ट किया। किम जोंग ने कहा कि बुराई के खिलाफ अपने मिलिट्री ऑपरेशन में रूस की निश्चित तौर पर जीत होगी। हालांकि इस दौरान उन्होंने रूस का जिक्र नहीं किया।
पुतिन के साथ करीब 5 घंटे बिताने के बाद किम जोंग वोस्तोचन कॉस्मोड्रोम से रवाना हो गए। इससे पहले रूसी स्पेसपोर्ट वोस्तोचन कॉस्मोड्रोम में पुतिन ने किम का स्वागत किया। ये स्पेस सेंटर रूस के पूर्वी आमूर क्षेत्र में है। किम जोंग ने कहा कि रूस के साथ बेहतर रिश्ते हमारी प्राथमिकता है। रूस अपने संप्रभुता और देश की रक्षा के लिए जंग लड़ रहा है। हम साम्राज्यवाद के खिलाफ इस लड़ाई में हमेशा रूस के साथ थे और रहेंगे। इससे पहले किम जोंग ने स्पेस सेंटर में लॉन्च फेसेलिटी का जायजा लिया।